क्या हुआ तुमको अगर
चेहरे बदलना आ गया,
हमको भी हालात के
साँचे में ढलना आ गया ।
रोशनी के वास्ते धागे को
जलते देखकर,
ली नसीहत मोम ने
उसको पिघलना आ गया ।
शुक्रिया ऎ पत्थरो,
बेहद तुम्हारा शुक्रिया,
सर झुकाकर जो मुझे
रस्ते पे चलना आ गया ।
सरफिरी आँधी का
थोड़ा-सा सहारा क्या मिला,
धूल को इंसान के सर तक
उछलना आ गया ।
बिछ गये फिर खु़द-ब-खु़द
रास्तो में कितने ही गुलाब,
जब हमें काँटों पे नंगे पाँव
चलना आ गया ।
चाँद को छूने की कोशिश में
तो नाकामी मिली,
हाँ मगर, नादान बच्चे को
उछलना आ गया ।
पहले बचपन, फिर जवानी,
फिर बुढ़ापे के निशान,
उम्र को भी देखिए कपड़े
बदलना आ गया ।
चेहरे बदलना आ गया,
हमको भी हालात के
साँचे में ढलना आ गया ।
रोशनी के वास्ते धागे को
जलते देखकर,
ली नसीहत मोम ने
उसको पिघलना आ गया ।
शुक्रिया ऎ पत्थरो,
बेहद तुम्हारा शुक्रिया,
सर झुकाकर जो मुझे
रस्ते पे चलना आ गया ।
सरफिरी आँधी का
थोड़ा-सा सहारा क्या मिला,
धूल को इंसान के सर तक
उछलना आ गया ।
बिछ गये फिर खु़द-ब-खु़द
रास्तो में कितने ही गुलाब,
जब हमें काँटों पे नंगे पाँव
चलना आ गया ।
चाँद को छूने की कोशिश में
तो नाकामी मिली,
हाँ मगर, नादान बच्चे को
उछलना आ गया ।
पहले बचपन, फिर जवानी,
फिर बुढ़ापे के निशान,
उम्र को भी देखिए कपड़े
बदलना आ गया ।
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