Saturday, July 21, 2018

एक फकीर बहुत दिनों तक बादशाह के साथ रहा
बादशाह का बहुत प्रेम उस फकीर पर हो गया। प्रेम
भी इतना कि बादशाह रात को भी उसे अपने कमरे में
सुलाता।

कोई भी काम होता, दोनों साथ-साथ ही
करते।


एक दिन दोनों शिकार खेलने गए और रास्ता भटक
गए। भूखे-प्यासे एक पेड़ के नीचे पहुंचे। पेड़ पर एक
ही फल लगा था।

बादशाह ने घोड़े पर चढ़कर फल को
अपने हाथ से तोड़ा। बादशाह ने फल के छह टुकड़े
किए और अपनी आदत के मुताबिक पहला टुकड़ा
फकीर को दिया।

फकीर ने टुकड़ा खाया और बोला,
'बहुत स्वादिष्ट! ऎसा फल कभी नहीं खाया। एक
टुकड़ा और दे दें। दूसरा टुकड़ा भी फकीर को मिल
गया।

 फकीर ने एक टुकड़ा और बादशाह से मांग
लिया। इसी तरह फकीर ने पांच टुकड़े मांग कर खा
लिए।

जब फकीर ने आखिरी टुकड़ा मांगा, तो बादशाह ने
कहा, 'यह सीमा से बाहर है। आखिर मैं भी तो भूखा
हूं।

मेरा तुम पर प्रेम है, पर तुम मुझसे प्रेम नहीं
करते।' और सम्राट ने फल का टुकड़ा मुंह में रख
लिया।


मुंह में रखते ही राजा ने उसे थूक दिया, क्योंकि वह
कड़वा था।
राजा बोला,
'तुम पागल तो नहीं, इतना कड़वा फल कैसे खा गए?

'
उस फकीर का उत्तर था,
'जिन हाथों से बहुत मीठे फल खाने को मिले, एक
कड़वे फल की शिकायत कैसे करूं?

 सब टुकड़े इसलिए
लेता गया ताकि आपको पता न चले।

दोस्तों जँहा मित्रता हो वँहा संदेह न हो, आओ
कुछ ऐसे रिश्ते रचे...

कुछ हमसे सीखें , कुछ हमे
सिखाएं. अपने इस ग्रुप को कारगर बनायें।

 किस्मत की एक आदत है कि
वो पलटती जरुर है

और जब पलटती है,

 तब सब कुछ पलटकर रख देती है।


इसलिये अच्छे दिनों मे अहंकार
न करो और

खराब समय में थोड़ा सब्र करो. 🌺🌺🌻🌻🌸🌸🌼🌼

Monday, July 16, 2018

*🌞 ब्रह्म मुहूर्त में उठने की परंपरा क्यों ? 🌞*

रात्रि के अंतिम प्रहर के तत्काबाद का समय को ब्रह्म मुहूर्त कहते हैं। हमारे ऋषि मुनियों ने इस मुहूर्त का विशेष महत्व बताया है। उनके अनुसार यह समय निद्रा त्याग के लिए सर्वोत्तम है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। सूर्योदय से चार घड़ी (लगभग डेढ़ घण्टे) पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में ही जग जाना चाहिये। इस समय सोना शास्त्र निषिद्ध है।

ब्रह्म  मुहूर्त यानी अनुकूल समय। रात्रि का अंतिम प्रहर अर्थात प्रात: 4 से 5.30 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहा गया है।*

*“ब्रह्ममुहूर्ते या निद्रा सा पुण्यक्षयकारिणी”।*
(ब्रह्ममुहूर्त की निद्रा पुण्य का नाश करने वाली होती है।)

सिख मत में इस समय के लिए बेहद सुन्दर नाम है--*"अमृत वेला"* ईश्वर भक्ति के लिए यह महत्व स्वयं ही साबित हो जाता है। ईश्वर भक्ति के लिए यह सर्वश्रेष्ठ समय है। इस समय उठने से मनुष्य को सौंदर्य, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य आदि की प्राप्ति होती है। उसका मन शांत और तन पवित्र होता है।

*ब्रह्म मुहूर्त* में उठना हमारे जीवन के लिए बहुत लाभकारी है। इससे हमारा शरीर स्वस्थ होता है और दिनभर स्फूर्ति बनी रहती है। स्वस्थ रहने और सफल होने का यह ऐसा फार्मूला है जिसमें खर्च कुछ नहीं होता। केवल आलस्य छोड़ने की जरूरत है।

*पौराणिक महत्व* -- वाल्मीकि रामायण  के अनुसार श्रीहनुमान ब्रह्ममुहूर्त में ही अशोक वाटिका पहुंचे। जहां उन्होंने वेद मंत्रो का पाठ करते माता सीता को सुना
शास्त्रों में भी इसका उल्लेख है--
*वर्णं कीर्तिं मतिं लक्ष्मीं स्वास्थ्यमायुश्च विदन्ति।*
*ब्राह्मे मुहूर्ते संजाग्रच्छि वा पंकज यथा॥*
अर्थात- ब्रह्म मुहूर्त में उठने से व्यक्ति को सुंदरता, लक्ष्मी, बुद्धि, स्वास्थ्य, आयु आदि की प्राप्ति होती है। ऐसा करने से शरीर कमल की तरह सुंदर हो जाता हे।

*ब्रह्म मुहूर्त और प्रकृति :--*
ब्रह्म मुहूर्त और प्रकृति का गहरा नाता है। इस समय में पशु-पक्षी जाग जाते हैं। उनका मधुर कलरव शुरू हो जाता है। कमल का फूल भी खिल उठता है। मुर्गे बांग देने लगते हैं। एक तरह से प्रकृति भी ब्रह्म मुहूर्त में चैतन्य हो जाती है। यह प्रतीक है उठने, जागने का। प्रकृति हमें संदेश देती है ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए।

*इसलिए मिलती है सफलता व समृद्धि*

आयुर्वेद के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर टहलने से शरीर में संजीवनी शक्ति का संचार होता है। यही कारण है कि इस समय बहने वाली वायु को अमृततुल्य कहा गया है। इसके अलावा यह समय अध्ययन के लिए भी सर्वोत्तम बताया गया है क्योंकि रात को आराम करने के बाद सुबह जब हम उठते हैं तो शरीर तथा मस्तिष्क में भी स्फूर्ति व ताजगी बनी रहती है

*ब्रह्ममुहूर्त के धार्मिक, पौराणिक व व्यावहारिक पहलुओं और लाभ को जानकर हर रोज इस शुभ घड़ी में जागना शुरू करें तो बेहतर नतीजे मिलेंगे।*
🌺🌺🌺
ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाला व्यक्ति सफल, सुखी और समृद्ध होता है, क्यों? क्योंकि जल्दी उठने से दिनभर के कार्यों और योजनाओं को बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। इसलिए न केवल जीवन सफल होता है। शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने वाला हर व्यक्ति सुखी और समृद्ध हो सकता है। कारण वह जो काम करता है उसमें उसकी प्रगति होती है। विद्यार्थी परीक्षा में सफल रहता है। जॉब (नौकरी) करने वाले से बॉस खुश रहता है। बिजनेसमैन अच्छी कमाई कर सकता है। बीमार आदमी की आय तो प्रभावित होती ही है, उल्टे खर्च बढऩे लगता है। सफलता उसी के कदम चूमती है जो समय का सदुपयोग करे और स्वस्थ रहे। अत: स्वस्थ और सफल रहना है तो ब्रह्म मुहूर्त में उठें।

*🌑वेदों में भी ब्रह्म मुहूर्त में उठने का महत्व और उससे होने वाले लाभ का उल्लेख किया गया है।*

प्रातारत्नं प्रातरिष्वा दधाति तं चिकित्वा प्रतिगृह्यनिधत्तो।
तेन प्रजां वर्धयमान आयू रायस्पोषेण सचेत सुवीर:॥ - ऋग्वेद-1/125/1
अर्थात- सुबह सूर्य उदय होने से पहले उठने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। इसीलिए बुद्धिमान लोग इस समय को व्यर्थ नहीं गंवाते। सुबह जल्दी उठने वाला व्यक्ति स्वस्थ, सुखी, ताकतवाला और दीर्घायु होता है।
यद्य सूर उदितोऽनागा मित्रोऽर्यमा। सुवाति सविता भग:॥ - सामवेद-35
अर्थात- व्यक्ति को सुबह सूर्योदय से पहले शौच व स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद भगवान की उपासना करना चाहिए। इस समय की शुद्ध व निर्मल हवा से स्वास्थ्य और संपत्ति की वृद्धि होती है।
उद्यन्त्सूर्यं इव सुप्तानां द्विषतां वर्च आददे।
अथर्ववेद- 7/16/२
अर्थात- सूरज उगने के बाद भी जो नहीं उठते या जागते उनका तेज खत्म हो जाता है।

🔷व्यावहारिक महत्व - व्यावहारिक रूप से अच्छी सेहत, ताजगी और ऊर्जा पाने के लिए ब्रह्ममुहूर्त बेहतर समय है। क्योंकि रात की नींद के बाद पिछले दिन की शारीरिक और मानसिक थकान उतर जाने पर दिमाग शांत और स्थिर रहता है। वातावरण और हवा भी स्वच्छ होती है!

*🌑जैविक घड़ी पर आधारित शरीर की दिनचर्या*🌑:--

🔶प्रातः 3 से 5 – इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से फेफड़ों में होती है। थोड़ा गुनगुना पानी पीकर खुली हवा में घूमना एवं प्राणायाम करना । इस समय दीर्घ श्वसन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता खूब विकसित होती है। उन्हें शुद्ध वायु (आक्सीजन) और ऋण आयन विपुल मात्रा में मिलने से शरीर स्वस्थ व स्फूर्तिमान होता है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले लोग बुद्धिमान व उत्साही होते है, और सोते रहने वालों का जीवन निस्तेज हो जाता है ।

🔶प्रातः 5 से 7 – इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से आंत में होती है। प्रातः जागरण से लेकर सुबह 7 बजे के बीच मल-त्याग एवं स्नान का लेना चाहिए । सुबह 7 के बाद जो मल-त्याग करते है उनकी आँतें मल में से त्याज्य द्रवांश का शोषण कर मल को सुखा देती हैं। इससे कब्ज तथा कई अन्य रोग उत्पन्न होते हैं।

🔶प्रातः 7 से 9 – इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से आमाशय में होती है। यह समय भोजन के लिए उपर्युक्त है । इस समय पाचक रस अधिक बनते हैं। भोजन के बीच-बीच में गुनगुना पानी (अनुकूलता अनुसार) घूँट-घूँट पिये।

🔶प्रातः 11 से 1 – इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से हृदय में होती है।

🔶दोपहर 12 बजे के आस–पास मध्याह्न – संध्या (आराम) करने की हमारी संस्कृति में विधान है। इसी लिए भोजन वर्जित है । इस समय तरल पदार्थ ले सकते है। जैसे मट्ठा पी सकते है। दही खा सकते है ।

🔶दोपहर 1 से 3 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से छोटी आंत में होती है। इसका कार्य आहार से मिले पोषक तत्त्वों का अवशोषण व व्यर्थ पदार्थों को बड़ी आँत की ओर धकेलना है। भोजन के बाद प्यास अनुरूप पानी पीना चाहिए । इस समय भोजन करने अथवा सोने से पोषक आहार-रस के शोषण में अवरोध उत्पन्न होता है व शरीर रोगी तथा दुर्बल हो जाता है ।

🔶दोपहर 3 से 5 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से मूत्राशय में होती है । 2-4 घंटे पहले पिये पानी से इस समय मूत्र-त्याग की प्रवृति होती है।

🔶शाम 5 से 7 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से गुर्दे में होती है । इस समय हल्का भोजन कर लेना चाहिए । शाम को सूर्यास्त से 40 मिनट पहले भोजन कर लेना उत्तम रहेगा। सूर्यास्त के 10 मिनट पहले से 10 मिनट बाद तक (संध्याकाल) भोजन न करे। शाम को भोजन के तीन घंटे बाद दूध पी सकते है । देर रात को किया गया भोजन सुस्ती लाता है यह अनुभवगम्य है।

🔶रात्री 7 से 9 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से मस्तिष्क में होती है । इस समय मस्तिष्क विशेष रूप से सक्रिय रहता है । अतः प्रातःकाल के अलावा इस काल में पढ़ा हुआ पाठ जल्दी याद रह जाता है । आधुनिक अन्वेषण से भी इसकी पुष्टी हुई है।

🔶रात्री 9 से 11 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से रीढ़ की हड्डी में स्थित मेरुरज्जु में होती है। इस समय पीठ के बल या बायीं करवट लेकर विश्राम करने से मेरूरज्जु को प्राप्त शक्ति को ग्रहण करने में मदद मिलती है। इस समय की नींद सर्वाधिक विश्रांति प्रदान करती है । इस समय का जागरण शरीर व बुद्धि को थका देता है । यदि इस समय भोजन किया जाय तो वह सुबह तक जठर में पड़ा रहता है, पचता नहीं और उसके सड़ने से हानिकारक द्रव्य पैदा होते हैं जो अम्ल (एसिड) के साथ आँतों में जाने से रोग उत्पन्न करते हैं। इसलिए इस समय भोजन करना खतरनाक है।

🔶रात्री 11 से 1 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से पित्ताशय में होती है । इस समय का जागरण पित्त-विकार, अनिद्रा , नेत्ररोग उत्पन्न करता है व बुढ़ापा जल्दी लाता है । इस समय नई कोशिकाएं बनती है ।

🔶रात्री 1 से 3 -- इस समय जीवनी-शक्ति विशेष रूप से लीवर में होती है । अन्न का सूक्ष्म पाचन करना यह यकृत का कार्य है। इस समय का जागरण यकृत (लीवर) व पाचन-तंत्र को बिगाड़ देता है । इस समय यदि जागते रहे तो शरीर नींद के वशीभूत होने लगता है, दृष्टि मंद होती है और शरीर की प्रतिक्रियाएं मंद होती हैं। अतः इस समय सड़क दुर्घटनाएँ अधिक होती हैं।

🔷नोट :-ऋषियों व आयुर्वेदाचार्यों ने बिना भूख लगे भोजन करना वर्जित बताया है। अतः प्रातः एवं शाम के भोजन की मात्रा ऐसी रखे, जिससे ऊपर बताए भोजन के समय में खुलकर भूख लगे। जमीन पर कुछ बिछाकर सुखासन में बैठकर ही भोजन करें। इस आसन में मूलाधार चक्र सक्रिय होने से जठराग्नि प्रदीप्त रहती है। कुर्सी पर बैठकर भोजन करने में पाचनशक्ति कमजोर तथा खड़े होकर भोजन करने से तो बिल्कुल नहींवत् हो जाती है। इसलिए ʹबुफे डिनरʹ से बचना चाहिए।
पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का लाभ लेने हेतु सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में करके ही सोयें, अन्यथा अनिद्रा जैसी तकलीफें होती हैं।

🔶शरीर की जैविक घड़ी को ठीक ढंग से चलाने हेतु रात्रि को बत्ती बंद करके सोयें। इस संदर्भ में हुए शोध चौंकाने वाले हैं। देर रात तक कार्य या अध्ययन करने से और बत्ती चालू रख के सोने से जैविक घड़ी निष्क्रिय होकर भयंकर स्वास्थ्य-संबंधी हानियाँ होती हैं। अँधेरे में सोने से यह जैविक घड़ी ठीक ढंग से चलती है।

🔶आजकल पाये जाने वाले अधिकांश रोगों का कारण अस्त-व्यस्त दिनचर्या व विपरीत आहार ही है। हम अपनी दिनचर्या शरीर की जैविक घड़ी के अनुरूप बनाये रखें तो शरीर के विभिन्न अंगों की सक्रियता का हमें अनायास ही लाभ मिलेगा। इस प्रकार थोड़ी-सी सजगता हमें स्वस्थ जीवन की प्राप्ति करा देगी।💖💥
🌺🕉🌺🕉🌺🕉🌺🕉🌺🕉

*बीवी का दिमाग*:

बीवी गांव वाली हो या पढ़ी-लिखी, सभी औरतों का दिमाग ऊपर वाला एक ही फैक्टरी में  बनाता है !!!!
😝
😝
*आप उस दिमाग को जानना चाहते हैं ना..*

➡चावल में पानी ज्यादा हुआ तो...
           💁  - "चावल नया था,"

➡रोटियाँ कड़क हो गई तो...
     💁- "कमबख्त ने अच्छा आटा पीस कर ही नहीं दिया,"

➡चाय ज्यादा मीठी हो गयी...
       💁 - "शक्कर ही मोटी थी"

चाय पतली हो गयी तो ...
💁"दूध में पानी ज्यादा था,"

➡शादी या किसी Function में जाते समय...
             💁 - "कौन सी साड़ी पहनूं ?"
"मेरे पास अच्छी साड़ी ही नहीं है !"

➡घर पर जल्दी आ गए तो...
             💁 -"आज जल्दी कैसे आ गए ?"

➡लेट हो गए तो....
         💁 - "इतने वक़्त तक कहाँ थे ?"

➡कोई चीज सस्ती मिल जाए तो...
    💁- "तुमको सभी फंसा देते हैं" ...

➡महंगी लाई तो...
         💁-"तुमको किसने कहा था लाने को ?"

➡खाने की तारीफ़ कर दो तो...
           💁 - "मैं तो रोज ऐसा ही खाना बनाती हूँ ."

➡खाने को गलत कहा तो...
    💁  - "तुमको तो मेरी कदर ही नहीं"....

➡कोई काम करो तो...
     💁   - "एक काम कभी ढंग से करते नहीं..".

➡और न किया तो...
 💁  - "तुम्हारे भरोसे रहे तो कोई काम नहीं होने वाला."..

नुस्खा यह है कि...👇
1 )खुद का ध्यान रखें,
2) शांत रहने का प्रयास करें.
3) डरना नहीं,
4) ईश्वर आपके साथ है...

सभी विवाहित पुरुषों को प्रेषित😜

नोट: बीवी ने मैसेज पढ़ा तो इसके जिम्मेदार आप खुद। _-

Monday, July 9, 2018

एक चीता सिगरेट का कश
लगाने ही वाला था कि अचानक
चूहा वहाँ आया और बोला,
"भाई छोड़ दो नशा,
जिंदगी बहोत कीमती है,
आओ मेरे साथ, देखो जंगल कितना खूबसूरत है।
.
"चीता चूहे के साथ चल दिया।
आगे हाथी कोकीन ले रहा था,
चूहा फिर बोला, "भाई छोड़ दो नशा,
जिंदगी बहोत कीमती है,
आओ मेरे साथ,देखो जंगल
कितना खूबसूरत है।
"हाथी भी साथ चल दिया।
आगे बंदर हुक्का पी रहा था ,
चूहा फिर बोला, "भाई छोड़ दो नशा,
जिंदगी बहोत कीमती है,
आओ मेरे साथ,
देखो जंगल कितना खूबसूरत है।
"बंदर भी साथ चल दिया।
आगे शेर व्हिस्की पीने की तैयारी कर रहा था,
चूहे ने उसे भी वही कहा।
शेर ने ग्लास साइड पर रखा और चूहे को 5-6
थप्पड़ मारे।
हाथी बोला: अरे क्यों मार रहे हो इस बेचारे को?
शेर बोला, "ये साला रोज़ भांग पीके ऐसे ही
सबको पूरी रात जंगल घुमाता है।

😜😜😜😜😜😜😜😜
गुप्ता जी जब लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था। लोगों ने दूसरी शादी की सलाह दी परन्तु गुप्ता जी ने यह कहकर मना कर दिया कि पुत्र के रूप में पत्नी की दी हुई भेंट मेरे पास हैं, इसी के साथ पूरी जिन्दगी अच्छे से कट जाएगी।


पुत्र जब वयस्क हुआ तो गुप्ता जी ने पूरा कारोबार पुत्र के हवाले कर दिया। स्वयं कभी मंदिर और आॅफिस में बैठकर समय व्यतीत करने लगे।


पुत्र की शादी के बाद गुप्ता जी और अधिक निश्चित हो गये। पूरा घर बहू को सुपुर्द कर दिया।


पुत्र की शादी के लगभग एक वर्ष बाद दुपहरी में गुप्ता जी खाना खा रहे थे, पुत्र भी ऑफिस से आ गया था और हाथ–मुँह धोकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था।


उसने सुना कि पिता जी ने बहू से खाने के साथ दही माँगा और बहू ने जवाब दिया कि आज घर में दही उपलब्ध नहीं है। खाना खाकर पिताजी ऑफिस चले गये।


पुत्र अपनी पत्नी के साथ खाना खाने बैठा। खाने में प्याला भरा हुआ दही भी था। पुत्र ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और खाना खाकर स्वयं भी ऑफिस चला गया।


लगभग दस दिन बाद पुत्र ने गुप्ता जी से कहा- ‘‘ पापा आज आपको कोर्ट चलना है,आज आपका विवाह होने जा रहा है।’’


पिता ने आश्चर्य से पुत्र की तरफ देखा और कहा-‘‘बेटा मुझे पत्नी की आवश्यकता नही है और मैं तुझे इतना स्नेह देता हूँ कि शायद तुझे भी माँ की जरूरत नहीं है, फिर दूसरा विवाह क्यों?’’


पुत्र ने कहा ‘‘ पिता जी, न तो मै अपने लिए माँ ला रहा हूँ न आपके लिए पत्नी,
मैं तो केवल आपके लिये दही का इन्तजाम कर रहा हूँ।


कल से मै किराए के मकान मे आपकी बहू के साथ रहूँगा तथा ऑफिस मे एक कर्मचारी की तरह वेतन लूँगा ताकि आपकी बहू को दही की कीमत का पता चले।’’
Best message👌🏻

*8 Shortest stories, with  beautiful meaning..*
Must read-

(1) Those who had coins, enjoyed in the rain.
Those who had notes, were busy looking for shelter.

(2) Man and God both met somewhere,
Both exclaimed ...
"My creator"

(3) He asked are you-"Hindu or Muslim"
Response came- I am hungry

(4) The fool didn't know it was impossible. ...
So he did it.

(5) "Wrong number", Said a familiar voice.

(6) What if, God asks you after you die ....
"So how was heaven??"

(7) "They told me that to make her fall in love I had to make her laugh.
But every time she laughs, I am the one who falls in love."

(8) We don't make friends anymore, We Add them.😀😀

केवल स्टूडेंट के लिए -: 🚶🏻🚶🏻

अगर प्रशन पेपर मुश्किल लगे,
या समझ में ना आये तो"...

एक गहरी सांस लो"....और जोर से चिल्लाओ,

"कमीनों, फेल ही करना है तो परिक्षा ही क्यों लेते हो।

😂😂😂😜😉.......!!!

एग्जाम के पावन मौके पर अर्ज़ है"...

पढ़ना लिखना त्याग दे नकल से रख आस".....
ओढ़ रजाई सो जा बेटा रब करेगा पास"...

पर्ची वाले बाबा की जय"....

😂😂😂😜😉.......!!!

निगाहें आज भी उस शख्स को शिद्दत से तलाश करतीहैं

जिसने कहा था, "बस दसवी कर लो, आगे पढ़ाई आसान है"।

😂😂😂😜😉.......!!!

बहुत दर्द होता है जब अध्यापिका बोलती है"...
कि तुम्हारा और तुम्हारे आगे वाले का जवाब एक है।

तब दिल से आवाज आती है,

"तो साला सवाल भी तो एक ही था"।

😂😂😂😜😉.......!!!

अगर एक अकेला टीचर सारे विषय (Subject) नहीं पढ़ा सकता तो"..

ऐसी उम्मीद क्यों करते हैं कि एक विद्यार्थी सारे विषय (Subject) पढ़े।

"जागो बच्चों जागो"

😂😂😂😜😉.......!!!

हर युग में ऐसा होता है"...
हर स्टूडेंट इश्क में खोता है"...

पढ़ाई रह जाती है सिर्फ दिखावे की"....

और फिर हाल-ए-दिल"... मार्कशीट पर बयाँ होता है।

😂😂😂😜😉.......!!!

हर तरफ पढ़ाई का साया है"...
हर पेपर में जीरो आया है"...

हम तो यूहीं चले जाते हैं बिना मुंह धोये ही"....

और लोग कहते हैं"....

 'साला रात भर पढ़कर आया है।'

😂😂😂😜😉.......!!!

जब Question पेपर हो आउट ऑफ़ कंट्रोल"....

आंसर शीट को करके फोल्ड"...
एयरोप्लेन बना के बोल"....

भैया "आल इज़ फेल।"

😂😂😂😜😉.......!!!

पढ़ाई सिर्फ दो वजह से होती है"...?

एक शौक से और दूसरा खौफ़ से।

फालतू के शौक हम रखते नहीं".....

और खौफ़ तो हमें किसी के बाप का भी नहीं।

😂😂😂😜😉.......!!!

एक विद्यार्थी की दर्द भरी शायरी"....

स्टूडेंट्स के दर्द को यह स्कूल वाले क्या जाने"....

क्लास के रिवाज़ों से सब माँ-बाप हैं अनजाने"....

होती है कितनी तकलीफ एक पेपर लिखने में"....

ये दर्द वो पेपर चेक करने वाला क्या जाने।

😂😂😂😜😉.......!!!

परीक्षा के बाद बच्चे और ऑपरेशन के बाद डॉक्टर एकही चीज़ कहते हैं,.......

"कुछ कह नहीं सकते, बस दुआ करें"।

😂😂😂😜😉.......!!!

हम जीते एक बार हैंमरते एक बार हैं".....

प्यार भी एक बार करते हैं"...

शादी भी एक बार ही करते हैं"...

तो फिर ये EXAMS बार-बार क्यों?

जागो स्टूडेंट्स (Students) जागो...!    💐

😂😂😂😜😉......😝😝😀😀😀😀
.....मै यादों का
किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत
याद आते हैं....

...मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं....

.....अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से....

....मै देर रात तक जागूँ तो ,
कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं....

....कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
....कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
....मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
....कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

....सबकी जिंदगी बदल गयी,
....एक नए सिरे में ढल गयी,

....किसी को नौकरी से फुरसत नही...
....किसी को दोस्तों की जरुरत नही....

....सारे यार गुम हो गये हैं...
.... "तू" से "तुम" और "आप" हो गये है....

....मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं....

...धीरे धीरे उम्र कट जाती है...
...जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
...कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है...
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है ...

.....किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते,
....फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते...

.....जी लो इन पलों को हस के दोस्त,
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते ....👍🏻
😋🙂😊😋🙂😊💐🌹

Sunday, July 8, 2018

🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀

    *हर पति-देव इसे ध्यान से पढ़ें ~*

  😤  एक युवक बगीचे में  😤
        बहुत गुस्से में बैठा था !
      पास ही एक बुजुर्ग बैठे थे !
उन्होने उस परेशान युवक से पूछा :-
           *क्या हुआ बेटा ...*
           *क्यूं इतना परेशान हो ?*

युवक ने गुस्से में अपनी पत्नी की
गल्तियों के बारे में बताया !
बुजुर्ग ने मंद-मंद मुस्कराते हुए ...
युवक से पूछा :-

😇 बेटा क्या तुम बता सकते हो ~
       *तुम्हारा धोबी कौन है ?*
🚶🏻 युवक ने हैरानी से पूछा :-
        क्या मतलब ?
🍯 बुजुर्ग ने कहा :-
      *तुम्हारे मैले कपड़े कौन धोता है ?*
🚶🏻 युवक बोला 👉 *मेरी पत्नी*

😇 बुजुर्ग ने पूछा :-
      *तुम्हारा बावर्ची कौन है ?*
🚶🏻 युवक 👉 *मेरी पत्नी*

😂 बुजुर्ग :- तुम्हारे *घर-परिवार* और
      *सामान का ध्यान कौन रखता है ?*
🚶🏻 युवक 👉 *मेरी पत्नी*

😇 बुजुर्ग ने फिर पूछा :-
      कोई *मेहमान* आए तो ...
      *उनका ध्यान कौन रखता है ?*
🚶🏻 युवक 👉 *मेरी पत्नी*

😇 बुजुर्ग :-  *परेशानी और गम में ...*
                     *कौन साथ देता है ?*
🚶🏻 युवक :-  *मेरी पत्नी*

😇 बुजुर्ग :-  अपने माता पिता का घर
                छोड़कर *जिंदगी भर के लिए*
                *तुम्हारे साथ कौन आता है ?*
🚶🏻 युवक :-  *मेरी पत्नी*

😇 बुजुर्ग :-  *बीमारी में* तुम्हारा ध्यान और
                     *सेवा कौन करता है ?*
🚶🏻 युवक :-  *मेरी पत्नी*

😇 बुजुर्ग बोले :- एक बात और बताओ
              *तुम्हारी पत्नी इतना काम और*
              *सबका ध्यान रखती है !*
                  *क्या कभी उसने तुमसे ...*
                  *इस बात के पैसे लिए ?*
🚶🏻 युवक :-  *कभी नहीं...*

इस बात पर बुजुर्ग बोले कि ~
*पत्नी की एक कमी तुम्हें नजर आ गई*
*मगर , उसकी इतनी सारी खूबियाँ*
*तुम्हें कभी नजर नहीं आईं ?*

  ☄☄☄☄☄☄☄☄

👰🏻 *चूंकि पत्नी ईश्वर का दिया …*
  *एक स्पेशल उपहार है* इसलिए
    *उसकी उपयोगिता जानो…*
      *और उसकी देखभाल करो।*

🎈〰〰❣❣〰〰🎈

     ये मैसेज हर विवाहित पुरुष के
       मोबाइल में होना चाहिए, ताकि …
          उन्हें अपनी *_पत्नी के महत्व_* का
             *_अंदाजा हो।_*

               💚  😇😇 💚

   💞💓💞💙💙💞💓💞
 👼🏻*
   💠💠💠💢💢💠💠💠

*6 Very Important Points to Remember in LIFE*🙇🏻

1. _When you are Alone, Mind your Thoughts._

2. _When you are with Friends, Mind your Tongue._

3. _When you are Angry, Mind your Temper._

4. _When you are with a Group, Mind your Behavior._

5. _When you are in Trouble, Mind your Emotions._

6. _When God starts blessing you, Mind your Ego._

💠 गर्म पानी के फायदे 💠♨♨♨
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1⃣ अगर आप स्किन प्रॉब्लम्स से परेशान हैं या ग्लोइंग स्किन के लिए तरह-तरह के कॉस्मेटिक्स यूज करके थक चूके हैं तो रोजाना एक गिलास गर्म पानी पीना शुरू कर दें। आपकी स्किन प्रॉब्लम फ्री हो जाएगी व ग्लो करने लगेगी।💐💐💐
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2⃣ अगर पेट दर्द हो तो ऐसे में एक गिलास गुनगुना पानी पीने से राहत मिलती है। दरअसल इस दौरान होने वाले पैन में मसल्स में जो खिंचाव होता है उसे गर्म पानी रिलैक्स कर देता है।🎋🎋🎋🎋🎋
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3⃣ गर्म पानी पीने से शरीर के विषैले तत्व बाहर हो जाते हैं। सुबह खाली पेट व रात्रि को खाने के बाद पानी पीने से पाचन संबंधी दिक्कते खत्म हो जाती है व कब्ज और गैस जैसी समस्याएं परेशान नहीं करती हैं।🍁🍁🍁🍁
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4⃣ भूख बढ़ाने में भी एक गिलास गर्म पानी बहुत उपयोगी है। एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू का रस और काली मिर्च व नमक डालकर पीएं। इससे पेट का भारीपन कुछ ही समय में दूर हो जाएगा।🔴🔴🔴🔴🔴
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5⃣ खाली पेट गर्म पानी पीने से मूत्र से संबंधित रोग दूर हो जाते हैं। दिल की जलन कम हो जाती है। वात से उत्पन्न रोगों में गर्म पानी अमृत समान फायदेमंद हैं।🌷🌷🌷🌷🌷
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6⃣ गर्म पानी के नियमित सेवन से ब्लड सर्कुलेशन भी तेज होता है। दरअसल गर्म पानी पीने से शरीर का तापमान बढ़ता है। पसीने के माध्यम से शरीर की सारे जहरीले तत्व बाहर हो जाते हैं।🔅🔅🔅🔅🔅
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7⃣ बुखार में प्यास लगने पर मरीज को ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए। गर्म पानी ही पीना चाहिए बुखार में गर्म पानी अधिक लाभदायक होता है।😁😁😁
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8⃣ यदि शरीर के किसी हिस्से में गैस के कारण दर्द हो रहा हो तो एक गिलास गर्म पानी पीने से गैस बाहर हो जाती है।🔴🔴
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9⃣ अधिकांश पेट की बीमारियां दूषित जल से होती हैं यदि पानी को गर्म कर फिर ठंडा कर पीया जाए तो जो पेट की कई अधिकांश बीमारियां पनपने ही नहीं पाएंगी।🍁🍁🍁
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🔟 गर्म पानी पीना बहुत उपयोगी रहता है इससे शक्ति का संचार होता है। इससे कफ और सर्दी संबंधी रोग बहुत जल्दी दूर हो जाते हैं।🎡🎡🎡
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1⃣1⃣ दमा ,हिचकी ,खराश आदि रोगों में और तले भुने पदार्थों के सेवन के बाद गर्म पानी पीना बहुत लाभदायक होता है।➿➿➿➿
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1⃣2⃣ सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू मिलाकर पीने से शरीर को विटामिन सी मिलता है। गर्म पानी व नींबू का कॉम्बिनेशन शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करता है।साथ ही पी.एच. का स्तर भी सही बना रहता है।✳✳✳✳
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1⃣3⃣ रोजाना एक गिलास गर्म पानी सिर के सेल्स के लिए एक गजब के टॉनिक का काम करता है। सिर के स्केल्प को हाइड्रेट करता है जिससे स्केल्प ड्राय होने की प्रॉब्लम खत्म हो जाती है।🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
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1⃣4⃣ वजन घटाने में भी गर्म पानी बहुत मददगार होता है। खाने के एक घंटे बाद गर्म पानी पीने से मेटॉबालिम्म बढ़ता है। यदि गर्म पानी में थोड़ा नींबू व कुछ बूंदे शहद की मिला ली जाएं तो इससे बॉडी स्लिम हो जाती है।✅✅✅✅✅✅
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1⃣5⃣ हमेशा जवान दिखते रहने की चाहत रखने वाले लोगों के लिए गर्म पानी एक बेहतरीन औषधि का काम करता है।

 🌻■■ हेल्थ टोनिक ■■🎯♨♨♨


    _*🔴🎷🌺 *माँ की इच्छा* 🌺🎷🔵*_

   _महीने बीत जाते हैं ,_
   _साल गुजर जाता है ,_
   _वृद्धाश्रम की सीढ़ियों पर ,_
   _मैं तेरी राह देखती हूँ।_

                   _आँचल भीग जाता है ,_
                   _मन खाली खाली रहता है ,_
                   _तू कभी नहीं आता ,_
                   _तेरा मनि आर्डर आता है।_

                             _इस बार पैसे न भेज ,_
                             _तू खुद आ जा ,_
                             _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                         _अपने 🏡घर लेकर जा।_

 _तेरे पापा थे जब तक ,_
 _समय ठीक रहा कटते ,_
 _खुली आँखों से चले गए ,_
 _तुझे याद करते करते।_

               _अंत तक तुझको हर दिन ,_
               _बढ़िया बेटा कहते थे ,_
               _तेरे साहबपन का ,_
               _गुमान बहुत वो करते थे।_

                        _मेरे ह्रदय में अपनी फोटो ,_
                        _आकर तू देख जा ,_
                        _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                        _अपने 🏡घर लेकर जा।_

_अकाल के समय ,_
 _जन्म तेरा हुआ था ,_
 _तेरे दूध के लिए ,_
 _हमने चाय पीना छोड़ा था।_

               _वर्षों तक एक कपडे को ,_
               _धो धो कर पहना हमने ,_
               _पापा ने चिथड़े पहने ,_
               _पर तुझे स्कूल भेजा हमने।_

                         _चाहे तो ये सारी बातें ,_
                         _आसानी से तू भूल जा ,_
                         _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                         _अपने 🏡घर लेकर जा।_

 _घर के बर्तन मैं माँजूंगी ,_
 _झाडू पोछा मैं करूंगी ,_
  _खाना दोनों वक्त का ,_
  _सबके लिए बना दूँगी।_

            _नाती नातिन की देखभाल ,_
            _अच्छी तरह करूंगी मैं ,_
            _घबरा मत, उनकी दादी हूँ ,_
            _ऐंसा नहीं कहूँगी मैं।_

                        _तेरे 🏡घर की नौकरानी ,_
                        _ही समझ मुझे ले जा ,_
                        _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                        _अपने 🏡घर लेकर जा।_

 _आँखें मेरी थक गईं ,_
 _प्राण अधर में अटका है ,_
 _तेरे बिना जीवन जीना ,_
 _अब मुश्किल लगता है।_

                 _कैसे मैं तुझे भुला दूँ ,_
                 _तुझसे तो मैं माँ हुई ,_
                 _बता ऐ मेरे कुलभूषण ,_
                 _अनाथ मैं कैसे हुई ?_

_अब आ जा तू.._
_एक बार तो माँ कह जा ,_
_हो सके तो जाते जाते_
 _वृद्धाश्रम गिराता जा।_
              _बेटा मुझे अपने साथ_
              _अपने 🏡घर लेकर जा_

_
एक इंसान घने जंगल में भागा जा रहा था।
.
शाम हो गई थी।
.
अंधेरे में कुआं दिखाई नहीं दिया और वह उसमें गिर गया।
.
गिरते-गिरते कुएं पर झुके पेड़ की एक डाल उसके हाथ में आ गई। जब उसने नीचे झांका, तो देखा कि कुएं में चार अजगर मुंह खोले उसे देख रहे हैं |
.
जिस डाल को वह पकड़े हुए था, उसे दो चूहे कुतर रहे थे।
.
इतने में एक हाथी आया और पेड़ को जोर-जोर से हिलाने लगा।
.
वह घबरा गया और सोचने लगा कि हे भगवान अब क्या होगा ?
.
उसी पेड़ पर मधुमक्खियों का छत्ता लगा था।
.
हाथी के पेड़ को हिलाने से मधुमक्खियां उडऩे लगीं और शहद की बूंदें टपकने लगीं।
.
एक बूंद उसके होठों पर आ गिरी। उसने प्यास से सूख रही जीभ को होठों पर फेरा, तो शहद की उस बूंद में गजब की मिठास थी।
.
कुछ पल बाद फिर शहद की एक और बूंद उसके मुंह में टपकी।
.
अब वह इतना मगन हो गया कि अपनी मुश्किलों को भूल गया।
.
तभी उस जंगल से शिव एवं पार्वती अपने वाहन से गुजरे।
.
पार्वती ने शिव से उसे बचाने का अनुरोध किया।
.
भगवान शिव ने उसके पास जाकर कहा - मैं तुम्हें बचाना चाहता हूं। मेरा हाथ पकड़ लो।
उस इंसान ने कहा कि एक बूंद शहद और चाट लूं, फिर चलता हूं।
.
एक बूंद, फिर एक बूंद और हर एक बूंद के बाद अगली बूंद का इंतजार।
.
आखिर थक-हारकर शिवजी चले गए।
.
मित्रों..
वह जिस जंगल में जा रहा था,
.
.
वह जंगल है 👉दुनिया,
.
.
अंधेरा है 👉अज्ञान
.
.
पेड़ की डाली है 👉आयु
.
.
दिन-रात👉दो चूहे उसे कुतर रहे हैं।
.
.
घमंड👉मदमस्त हाथी पेड़ को उखाडऩे में लगा है।
.
.
शहद की बूंदें👉सांसारिक सुख हैं, जिनके कारण मनुष्य खतरे को भी अनदेखा कर देता है.....।
.
यानी,
सुख की माया में खोए मन को भगवान भी नहीं बचा सकते......।
.

Saturday, July 7, 2018

*बहुत सुंदर कथा ..*

*एक औरत अपने परिवार के सदस्यों के लिए रोज़ाना भोजन पकाती थी और एक रोटी वह वहाँ से गुजरने वाले किसी भी भूखे के लिए पकाती थी..।*

*वह उस रोटी को खिड़की के सहारे रख दिया करती थी, जिसे कोई भी ले सकता था..।*

*एक कुबड़ा व्यक्ति रोज़ उस रोटी को ले जाता और बजाय धन्यवाद देने के अपने रस्ते पर चलता हुआ वह कुछ इस तरह बड़बड़ाता- "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा..।"*

*दिन गुजरते गए और ये सिलसिला चलता रहा..*

*वो कुबड़ा रोज रोटी लेके जाता रहा और इन्ही शब्दों को बड़बड़ाता - "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा.।"*

*वह औरत उसकी इस हरकत से तंग आ गयी और मन ही मन खुद से कहने लगी की-"कितना अजीब व्यक्ति है,एक शब्द धन्यवाद का तो देता नहीं है, और न जाने क्या-क्या बड़बड़ाता रहता है, मतलब क्या है इसका.।"*

*एक दिन क्रोधित होकर उसने एक निर्णय लिया और बोली-"मैं इस कुबड़े से निजात पाकर रहूंगी।"*

*और उसने क्या किया कि उसने उस रोटी में ज़हर मिला दिया जो वो रोज़ उसके लिए बनाती थी, और जैसे ही उसने रोटी को को खिड़की पर रखने कि कोशिश की, कि अचानक उसके हाथ कांपने लगे और रुक गये और वह बोली- "हे भगवन, मैं ये क्या करने जा रही थी.?" और उसने तुरंत उस रोटी को चूल्हे कि आँच में जला दिया..। एक ताज़ा रोटी बनायीं और खिड़की के सहारे रख दी..।*

*हर रोज़ कि तरह वह कुबड़ा आया और रोटी ले के: "जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा, और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा" बड़बड़ाता हुआ चला गया..।*

*इस बात से बिलकुल बेख़बर कि उस महिला के दिमाग में क्या चल रहा है..।*

*हर रोज़ जब वह महिला खिड़की पर रोटी रखती थी तो वह भगवान से अपने पुत्र कि सलामती और अच्छी सेहत और घर वापसी के लिए प्रार्थना करती थी, जो कि अपने सुन्दर भविष्य के निर्माण के लिए कहीं बाहर गया हुआ था..। महीनों से उसकी कोई ख़बर नहीं थी..।*

*ठीक उसी शाम को उसके दरवाज़े पर एक दस्तक होती है.. वह दरवाजा खोलती है और भोंचक्की रह जाती है.. अपने बेटे को अपने सामने खड़ा देखती है..।*

*वह पतला और दुबला हो गया था.. उसके कपडे फटे हुए थे और वह भूखा भी था, भूख से वह कमज़ोर हो गया था..।*

*जैसे ही उसने अपनी माँ को देखा, उसने कहा- "माँ, यह एक चमत्कार है कि मैं यहाँ हूँ.. आज जब मैं घर से एक मील दूर था, मैं इतना भूखा था कि मैं गिर गया.. मैं मर गया होता..।*

*लेकिन तभी एक कुबड़ा वहां से गुज़र रहा था.. उसकी नज़र मुझ पर पड़ी और उसने मुझे अपनी गोद में उठा लिया.. भूख के मरे मेरे प्राण निकल रहे थे.. मैंने उससे खाने को कुछ माँगा.. उसने नि:संकोच अपनी रोटी मुझे यह कह कर दे दी कि- "मैं हर रोज़ यही खाता हूँ, लेकिन आज मुझसे ज़्यादा जरुरत इसकी तुम्हें है.. सो ये लो और अपनी भूख को तृप्त करो.।"*

*जैसे ही माँ ने उसकी बात सुनी, माँ का चेहरा पीला पड़ गया और अपने आप को सँभालने के लिए उसने दरवाज़े का सहारा लीया..।*

*उसके मस्तिष्क में वह बात घुमने लगी कि कैसे उसने सुबह रोटी में जहर मिलाया था, अगर उसने वह रोटी आग में जला के नष्ट नहीं की होती तो उसका बेटा उस रोटी को खा लेता और अंजाम होता उसकी मौत..?*

*और इसके बाद उसे उन शब्दों का मतलब बिलकुल स्पष्ट हो चूका था-*
*जो तुम बुरा करोगे वह तुम्हारे साथ रहेगा,और जो तुम अच्छा करोगे वह तुम तक लौट के आएगा।।*

              *" निष्कर्ष "*
           ==========
*हमेशा अच्छा करो और अच्छा करने से अपने आप को कभी मत रोको, फिर चाहे उसके लिए उस समय आपकी सराहना या प्रशंसा हो या ना हो..।*
            ==========

बीवियां …
आती हैं “हीर” की तरह,
लगती हैं “खीर” की तरह,
फिर चुभती हैं “तीर” की तरह,
और ....
आखिर में …हालत कर देती हैं
फ़कीर” की तरह !!
दुनिया मै तीन हि ऐसे लोग है जिन्हे औरते ध्यान से
सुनती है और ईमानदारी से उन का कहना भी मानती
है.. ब्यूटीशियन, दर्जी और तीसरा फोटोग्राफर बाकी तो वो
किसी के बाप की भी नही सुनती.....
😜😜😜😜😜😜 Today's Special 😜

पति: "आज सब्ज़ी में नमक थोड़ा ज़्यादा लग रहा है!"
पत्नी: "नमक ठीक है... सब्ज़ी कम पड़ गई, बोला था ज़्यादा लाया करो"
Point: Wife is always right!

😜😜😜😜😜😜

पति: "आलू के परांठो में आलू तो नजर नहीं आ रहे हैं" 😧
पत्नी: "चुपचाप खा लो!! कश्मीरी पुलाव में क्या कश्मीर नजर आता है???" 😳
Point: Bola tha na, wife is always right!!

😜😜😜😜😜😜😜😜

पति: "३ दिन से लगातार लौकी खा रहा हूँ, अब १ महीना नहीं खाऊंगा!!!!"
पत्नी: "यही बात तंबाखू के लिए क्यूँ नहीं बोलते????"
पति: "कल भी लौकी ही बनाना" 😁
Point: Accept it, wife is always right!
😜😜😜😜😜😜😜😜😜

पति दूध पीकर : छीः ये कैसा दूध है ?

बीवी : वो केसर ख़त्म हो गया था जी
तो मैंने आपकी जेब से
'बिमल पान मसाला' डाल दिया....
परसों आप ही कह रहे थे
इसके दाने -दाने मे है केसर का दम है
😝😝

Tuesday, July 3, 2018

एक बच्चा जला देने वाली गर्मी में नंगे पैर
गुलदस्ते बेच रहा था.

लोग उसमे भी मोलभाव कर रहे थे।.

एक सज्जन को उसके पैर देखकर बहुत दुःख हुआ, सज्जन
ने बाज़ार से नया जूता ख़रीदा और उसे देते हुए कहा
"बेटा
लो, ये जूता पहन लो"
.
लड़के ने फ़ौरन जूते निकाले और पहन लिए
.
उसका चेहरा ख़ुशी से दमक उठा था.
वो उस सज्जन की तरफ़ पल्टा
और हाथ थाम कर पूछा, "आप भगवान हैं?
.
"उसने घबरा कर हाथ छुड़ाया और कानों को हाथ लगा कर
कहा, "नहीं बेटा, नहीं, मैं भगवान
नहीं"
.
लड़का फिर मुस्कराया और कहा,
"तो फिर ज़रूर भगवान के दोस्त होंगे,
.
क्योंकि मैंने कल रात भगवान से कहा था
कि मुझे नऐ जूते देदें".
.
वो सज्जन मुस्कुरा दिया और उसके माथे को प्यार से
चूमकर अपने घर की तरफ़ चल पड़ा.
.
अब वो सज्जन भी जान चुके थे कि भगवान का दोस्त
होना
कोई मुश्किल काम नहीं..
.
खुशियाँ बाँटने से मिलती है
🌷🌷🌷🌷🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

☄💫☄💫☄💫☄💫
 *☄कुछ विचारणीय बातें*

✍"जो मित्र आगे बढ़कर
     होटल के बिल का पेमेंट
     करतें हैं,
     वो इसलिए नहीं कि,
     उनके पास खूब पैसा है;

      बल्कि इसलिए कि……

      *उन्हें पैसों से अधिक*
      *अपने मित्र प्रिय हैं…!*

✍"जो लोग हर काम में
     आगे रहतें हैं, वो इसलिए
     नहीं कि, वे मूर्ख होते हैं;

     बल्कि
     इसलिए कि उन्हें……

     *अपनी जिम्मेदारी का*
     *अहसास होता है…!!*

✍"जो लोग लड़ाई हो चुकने
     बाद भी क्षमा माँग लेते
     हैं,
     वो इसलिए नहीं कि, वो
     गलत थे;

     बल्कि इसलिए कि....

     *उन्हें अपने लोगों की*
     *परवाह होती है…!!*

✍"जो लोग आपकी मदद
     करने के लिए आगे आते
     हैं, वो इसलिए नहीं कि,
     आपका उनपर कोई कर्ज
     बाकी है;

     बल्कि इसलिए कि वे…

   *आपको अपना मानते हैं।*

✍"जो लोग आपको रोज
     "सुप्रभात" अथवा
     "शुभरात्रि" का मैसेज
     भेजते हैं, वो इसलिए नहीं
     कि, वे फुरसतिया होतें हैं;

     बल्कि इसलिए कि..

      *उनमें सतत् आपके*
      *संपर्क में बनें रहने की*
      *भावना होती है…!!*
     
☄💫☄💫 🙏👌आप के लिए आज प्रस्तुत👌 🙏
🌻6 छोटी-छोटी  कहानियाँ🌻
         -----:-:-:-:-:----
                ( 1 )

👳एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश ☔के लिए ईश्वर से प्रार्थना🙏 करेंगे , प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए , परन्तु एक बालक🙇 अपने साथ छाता 🌂भी लेकर आया ।
                  👇
               
        🔔    इसे कहते हैं  🔔
              🎄  आस्था🎄

                  🌾
                ( 2 )

👶जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता 😀 है , क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे ।
                 👇
             
         🐾इसे कहते हैं🐾
           ✌ विश्वास✌

                  🌾
                ( 3 )

🌜प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं है कि सुबह☀ तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं , फिर भी हम घड़ी ⏰ में अलार्म लगाकर सोते हैं ।
                 👇
      💡इसे कहते हैं 💡
      🌞आशा(उम्मीद)🌞
       -----------------

                   🌾
                 ( 4 )

हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं ।
               
                 👇
      👉 इसे कहते हैं👈
      💪 आत्मविश्वास💪
---------------------------------------
                  🌾
                ( 5 )
 💞  हम देखरहे हैं कि दुनियाँ कठिनाइयों से जूझरही है फिर भी हम शादी 🎎 करते हैं ।           
                 👇
    🎵  इसे कहते हैं 🎵
           💘  प्यार  💘
         --------------------
                 
                    🌾
                   ( 6 )

👍 एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था , "मेरी उम्र 60 साल नहीं है , मैं तो केवल मधुर - मधुर 16 साल का हूँ , 44 साल के अनुभव के साथ ।"

                  👇
      👊 इसे कहते हैं 👊
         👀  नज़रिया  👀
           ---------------

जीवन खूबसूरत है , इसे सर्वोत्तम के लिए जियो।

संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा एकमात्र प्राणी है
जिसे ईश्वर ने हंसने का गुण दिया है, इसे खोईए मत.

“बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को
दोस्तों,
प्यार से बात कर लेने से जायदाद कम नहीं होती है

इन्सान तो हर घर में पैदा होते हैं....!!
बस इंसानियत कहीं-कहीं जन्म लेती है....!!
#🙂🙏🏻.💐💐💐💐💐🌿🌾🍁💐🌼🍂🎋🌲🌷🎍🌲🍀☘🌺🌻

*दिल को छुले ऐसी खूबसूरत लाइन*
🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡
🛡1. *क़ाबिल लोग न तो किसी को दबाते हैं और न ही किसी से दबते हैं*।
🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡
🛡2. *ज़माना भी अजीब हैं, नाकामयाब लोगो का मज़ाक उड़ाता हैं और कामयाब लोगो से जलता हैं*।
🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡
🛡3. *कैसी विडंबना हैं ! कुछ लोग जीते-जी मर जाते हैं*, *और कुछ लोग मर कर भी अमर हो जाते हैं*
🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡🛡
🛡4. *इज्जत किसी आदमी की नही जरूरत की होती हैं. जरूरत खत्म तो इज्जत खत्म*।

🛡5. *सच्चा चाहने वाला आपसे प्रत्येक तरह की बात करेगा*. *आपसे हर मसले पर बात करेगा लेकिन*
🛡*धोखा देने वाला सिर्फ प्यार भरी बात करेगा*।

🛡6. *हर किसी को दिल में उतनी ही जगह दो जितनी वो देता हैं.. वरना या तो खुद रोओगे, या वो तुम्हें रूलाऐगा*

🛡7. *खुश रहो लेकिन कभी संतुष्ट मत रहो*

🛡8. *अगर जिंदगी में सफल होना हैं तो पैसों को हमेशा जेब में रखना, दिमाग में नही*

🛡9. *इंसान अपनी कमाई के हिसाब से नही,अपनी जरूरत के हिसाब से गरीब होता हैं*

🛡10. *जब तक तुम्हारें पास पैसा हैं, दुनिया पूछेगी भाई तू कैसा हैं*

🛡11. *हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ छिपा होता हैं ऐसी कोई भी मित्रता नही जिसके पीछे स्वार्थ न छिपा हो*

🛡12. *दुनिया में सबसे ज्यादा सपने तोड़े हैं इस बात ने,कि लोग क्या कहेंगे*..

🛡13. *जब लोग अनपढ़ थे तो परिवार एक हुआ करते थे, मैने टूटे परिवारों में अक्सर पढ़े-लिखे लोग देखे हैं*

🛡14. *जन्मों-जन्मों से टूटे रिश्ते भी जुड़ जाते हैं बस सामने वाले को आपसे काम पड़ना चाहिए*

🛡15. *हर प्रॉब्लम के दो सोल्युशन होते हैं.. भाग लो*..
*(run away) भाग लो*,निकल लो.
*(participate) पसंद आपको ही करना हैं*

🛡16. *इस तरह से अपना व्यवहार रखना चाहिए कि अगर कोई तुम्हारे बारे में बुरा भी कहे, तो कोई भी उस पर विश्वास न करे*

🛡17. *अपनी सफलता का रौब माता पिता को मत दिखाओ, उन्होनें अपनी जिंदगी हार के आपको जिताया हैं*

🛡18. *यदि जीवन में लोकप्रिय होना हो तो सबसे ज्यादा ‘आप’ शब्द का, उसके बाद ‘हम’ शब्द का और सबसे कम ‘मैं’ शब्द का उपयोग करना चाहिए*

🛡19. *इस दुनिया मे कोई किसी का हमदर्द नहीं होता, लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं.. और कितना वक़्त लगेगा*

🛡20. *दुनिया के दो असम्भव काम- माँ की “ममता” और पिता की “क्षमता” का अंदाज़ा लगा पाना*

🛡21. *कितना कुछ जानता होगा वो शख़्स मेरे बारे में जो मेरे मुस्कराने पर भी जिसने पूछ लिया कि तुम उदास क्यों हो*

🛡22. *यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने मे सफल रहता हैं तो समझ लीजिये आप उसके हाथ की कठपुतली हैं*

🛡23. *मन में जो हैं साफ-साफ कह देना चाहिए Q कि सच बोलने से फैसलें होते हैं और झूठ बोलने से फासलें*

🛡24. *यदि कोई तुम्हें नजरअंदाज कर दे तो बुरा मत मानना, Q कि लोग अक्सर हैसियत से बाहर मंहगी चीज को नजरंअदाज कर ही देते हैं*

🛡25. *संस्कारो से भरी कोई धन दौलत नही है*

🛡26. *गलती कबूल़ करने और गुनाह छोङने में कभी देर ना करना, Q कि सफर जितना लंबा होगा वापसी उतनी ही मुशिकल हो जाती हैं*

🛡27. *दुनिया में सिर्फ माँ-बाप ही ऐसे हैं जो बिना स्वार्थ के प्यार करते हैं*

🛡28. *कोई देख ना सका उसकी बेबसी जो सांसें बेच रहा हैं गुब्बारों मे डालकर*

🛡29. *घर आये हुए अतिथि का कभी अपमान मत करना, क्योकि अपमान तुम उसका करोगे और तुम्हारा अपमान समाज करेगा*

🛡30. *जो भाग्य में हैं वह भाग कर आयेगा और जो भाग्य में नही हैं वह आकर भी भाग जायेगा*

🛡31. *हँसते रहो तो दुनिया साथ हैं, वरना आँसुओं को तो आँखो में भी जगह नही मिलती*

🛡32. *दुनिया में भगवान का संतुलन कितना अद्भुत हैं, 100 कि.ग्रा.अनाज का बोरा जो उठा सकता हैं वो खरीद नही सकता और जो खरीद सकता हैं वो उठा नही सकता*

🛡33. *जब आप गुस्सें में हो तब कोई फैसला न लेना और जब आप खुश हो तब कोई वादा न करना (ये याद रखना कभी नीचा नही देखना पड़ेगा)*

🛡34. *मेने कई अपनों को वास्तविक जीवन में शतरंज खेलते देखा है*

🛡35. *जिनमें संस्कारो और आचरण की कमी होती हैं वही लोग दूसरे को अपने घर बुला कर नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं*

🛡36. *मुझे कौन याद करेगा इस भरी दुनिया में, हे ईशवर बिना मतल़ब के तो लोग तुझे भी याद नही करते*

🛡37. *अगर आप किसी को धोखा देने में कामयाब हो जाते हैं तो मान कर चलना की ऊपर वाला भी आपको धोखा देगा क्योकि उसके यहाँ हर बात का इन्साफ जरूर होता है*

 Beautiful *Messages*

1. *जिदंगी* मे कभी भी किसी को
      बेकार मत समझना,क्योक़ि
        बंद पडी *घडी*भी दिन में
          दो बार सही समय बताती *है।*

2. *किसी* की बुराई तलाश करने
      वाले इंसान की मिसाल उस
       *मक्खी* की तरह है जो सारे
         खूबसूरत जिस्म को छोडकर
          केवल *जख्म* पर ही बैठती *है।*

3. *टूट* जाता है *गरीबी* मे
      वो *रिश्ता* जो खास होता है,
        हजारो यार बनते है
          जब *पैसा* पास होता *है।*

4. *मुस्करा* कर देखो तो
      सारा जहाॅ *रंगीन* है,
        वर्ना भीगी *पलको*
          से तो *आईना* भी
             धुधंला नजर आता *है।*

5. *जल्द* मिलने वाली *चीजे*
      ज्यादा दिन तक *नही* चलती,
        और जो चीजे ज्यादा
           दिन तक *चलती* है
             वो जल्दी नही *मिलती।*

6. *बुरे* दिनो का एक
      अच्छा *फायदा*
         अच्छे-अच्छे *दोस्त*
     *परखे* जाते है।

7. *बीमारी* खरगोश की तरह
      आती है और *कछुए* की तरह
        जाती है;
          जबकि *पैसा* कछुए की तरह
             आता है और *खरगोश* की
                *तरह* जाता है।

8. *छोटी* छोटी बातो मे
      *आनंद* खोजना चाहिए
        क्योकि *बङी *बङी*  तो
          *जीवन* मे कुछ ही होती *है।*

9. *ईश्वर* से कुछ *मांगने* पर
      न मिले तो उससे *नाराज*
        ना होना *क्योकि* ईश्वर
           वह नही देता जो आपको
             अच्छा लगता है *बल्कि*
             वह देता है जो आपके लिए
                    *अच्छा* होता *है*

10. *लगातार* हो रही
        असफलताओ से *निराश*
           नही होना *चाहिए* क्योक़ि
           कभी-कभी *गुच्छे*की *आखिरी*
           चाबी भी *ताला* खोल देती *है।*

11. *ये* सोच है हम *इसांनो* की
        कि एक *अकेला*
          क्या *कर* सकता है
             पर देख जरा उस *सूरज* को
           वो *अकेला* ही तो *चमकता है।*

12. *रिश्ते* चाहे कितने ही बुरे हो
        उन्हे तोङना मत क्योकि
          *पानी* चाहे कितना भी *गंदा* हो
           अगर *प्यास* नही बुझा सकता
              वो आग तो बुझा *सकता है।*

13. *अब* वफा की *उम्मीद* भी
         किस से करे भला
            *मिटटी* के बने लोग
               *कागजो* मे बिक *जाते है।*

14. *इंसान* की तरह *बोलना*
         न आये तो *जानवर की *तरह*
             मौन रहना *अच्छा* है।

15. *जब* हम बोलना
         नही जानते *थे* तो
           हमारे बोले *बिना'माँ'*
      हमारी बातो को *समझ* जाती थी।
            *और आज हम *हर* बात पर
                 कहते है छोङो भी *'माँ'*
                  आप नही *समझोंगी।*

16. *शुक्र* गुजार हूँ
        उन तमाम *लोगो* का
           जिन्होने बुरे *वक्त*_मे
              मेरा *साथ* छोङ दिया
                 क्योकि उन्हे *भरोसा* था
                    कि मै *मुसीबतो* से
              अकेले ही निपट *सकता* हूँ।

17. *शर्म*की *अमीरी* से
         *इज्जत* की *गरीबी *अच्छी* है।

18. *जिदंगी* मे उतार *चङाव*
         का आना बहुत *जरुरी है*
          क्योकि *ECG* मे सीधी *लाईन*
            का मतलब *मौत* ही होता है।

19. *रिश्ते* आजकल *रोटी*
         की *तरह*हो गए है
            जरा सी आंच *तेज* क्या हुई
            *जल* भुनकर *खाक* हो जाते।

20. *जिदंगी* मे अच्छे *लोगो की*
        तलाश मत *करो*
        खुद *अच्छे* बन जाओ
         *आपसे मिलकर *शायद*
         *किसी* की तालाश *पूरी हो🙏🙏😊

Monday, July 2, 2018


*पानी में हल्दी मिलाकर पीने से होते है यह 7 फायदें*.....
🙏👏🏻🌹

1. गुनगुना हल्दी वाला पानी पीने से दिमाग तेज होता है. सुबह के समय हल्दी का गुनगुना पानी पीने से दिमाग तेज और उर्जावान बनता है.

2. रोज यदि आप हल्दी का पानी पीते हैं तो इससे खून में होने वाली गंदगी साफ होती है और खून जमता भी नहीं है. यह खून साफ करता है और दिल को बीमारियों से भी बचाता है.
🙏👏🏻🌹
3. लीवर की समस्या से परेशान लोगों के लिए हल्दी का पानी किसी औषधि से कम नही है. हल्दी के पानी में टाॅक्सिस लीवर के सेल्स को फिर से ठीक करता है. हल्दी और पानी के मिले हुए गुण लीवर को संक्रमण से भी बचाते हैं.
🙏👏🏻🌹
4. हार्ट की समस्या से परेशान लोगों को हल्दी वाला पानी पीना चाहिए. हल्दी खून को गाढ़ा होने से बचाती है. जिससे हर्ट अटैक की संभावना कम हो जाती है.
🙏👏🏻🌹
5. जब हल्दी के पानी में शहद और नींबू मिलाया जाता है तब यह शरीर के अंदर जमे हुए विषैले पदार्थों को निकाल देता है जिससे पीने से शरीर पर बढ़ती हुई उम्र का असर नहीं पड़ता है. हल्दी में फ्री रेडिकल्स होते हैं जो सेहत और सौर्दय को बढ़ाते हैं.
🙏👏🏻🌹
6. शरीर में किसी भी तरह की सजून हो और वह किसी दवाई से ना ठीक हो रही हो तो आप हल्दी वाला पानी का सेवन करें. हल्दी में करक्यूमिन तत्व होता है जो सूजन और जोड़ों में होने वाले असाहय दर्द को ठीक कर देता है. सूजन की अचूक दवा है हल्दी का पानी.
🙏👏🏻🌹
7. कैंसर खत्म करती है हल्दी. हल्दी कैंसर से लड़ती है और उसे बढ़ने से भी रोक देती है. हल्दी एंटी.कैंसर युक्त होती है. यदि आप सप्ताह में तीन दिन हल्दी वाला पानी पीएगें तो आपको भविष्य में कैंसर से हमेशा बचे रहेगें.👏🏻🙏

👌 👌 👌

A superb article ...

👉When TV came to my house.
I forgot how to read books.

👉When the car came to my doorstep,
I forgot how to walk.

👉When I got the mobile in my hand,
I forgot how to write letters.

👉When computer came to my house,
I forgot spellings

👉When the AC came to my house,
I stopped going under the tree for cool breeze

👉When I stayed in the city,
I forgot the smell of mud.

👉By dealing with banks and cards,
I forgot the value of money.

👉With the smell of perfume,
I forgot the fragrance of fresh flowers.

👉With the coming of fast food,
I forgot to cook traditional cuisines .

👉Always running around,
I forgot how to stop.

👉👉And lastly when I got whatsapp,
I forgot how to talk.

🤔🤔🤔💐💐💐

💔 💘 *Heart Touching* 💘 💔

*एक कवि नदी के किनारे खड़ा था - तभी वहाँ से एक लड़की का शव नदी में तैरता हुआ जा रहा था। तो तभी कवि ने उस शव से पूछा कौन हो तुम……*

ओ सुकुमारी बह रही नदियां के जल में……
कोई तो होगा तेरा अपना मानव निर्मित इस भू-तल मे……

*किस घर की तुम बेटी हो किस क्यारी की कली हो तुम……*
*किसने तुमको छला है बोलो क्यों दुनिया छोड़ चली हो तुम……*

किसके नाम की मेंहदी बोलो दोनो हांथो-पैरो पर रची है तेरे……
बोलो किसके नाम की बिंदिया मांथे पर लगी है तेरे……

*लगती हो तुम राजकुमारी या देव लोक से आई हो……*
*उपमा रहित ये रूप तुम्हारा ये रूप कहाँ से लायी हो……*

    🙏🙏 *दूसरा दृश्य* 🙏🙏

*कवि की बाते सुनकर लड़की की आत्मा बोलती है..…*

कवि राज मुझ को क्षमा करो मै गरीब पिता की बेटी हुँ……
इसलिये मृत मीन की भांती जल धारा पर लेटी हुँ……

*रूप रंग और सुन्दरता ही मेरी पहचान बताते है……*
*कंगन, चूड़ी, बिंदी, मेंहदी, सुहागन मुझे बनाते है……*

पित के सुख को सुख समझा पित के दुख में दुखी थी मैं……
जीवन के इस तन्हा पथ पर पति के संग चली थी मैं……

*पति को मेने दीपक समझा उसकी लौ में जली थी मैं……*
*माता-पिता का साथ छोड उसके रंग में ढली थी मैं……*

पर वो निकला सौदागर लगा दिया मेरा भी मोल……
दौलत और दहेज़ की खातिर पिला दिया जल में विष घोल……

*दुनिया रुपी इस उपवन में छोटी सी एक कली थी मैं……*
*जिस को माली समझा उसी के द्वारा छली थी मैं……*

इश्वर से अब न्याय मांगने शव शैय्या पर पड़ी हूँ मैं……
दहेज़ की लोभी इस संसार मैं दहेज़ की भेंट छड़ी हूँ में……

     *दहेज़ की भेंट चढ़ी हूँ मैं !!*

*आपसे अनुरोध है इस कविता को शेयर जरुर करे ……*✍🙏

Sunday, July 1, 2018

💔 💘 *Heart Touching* 💘 💔

*एक कवि नदी के किनारे खड़ा था - तभी वहाँ से एक लड़की का शव नदी में तैरता हुआ जा रहा था। तो तभी कवि ने उस शव से पूछा कौन हो तुम……*

ओ सुकुमारी बह रही नदियां के जल में……
कोई तो होगा तेरा अपना मानव निर्मित इस भू-तल मे……

*किस घर की तुम बेटी हो किस क्यारी की कली हो तुम……*
*किसने तुमको छला है बोलो क्यों दुनिया छोड़ चली हो तुम……*

किसके नाम की मेंहदी बोलो दोनो हांथो-पैरो पर रची है तेरे……
बोलो किसके नाम की बिंदिया मांथे पर लगी है तेरे……

*लगती हो तुम राजकुमारी या देव लोक से आई हो……*
*उपमा रहित ये रूप तुम्हारा ये रूप कहाँ से लायी हो……*

    🙏🙏 *दूसरा दृश्य* 🙏🙏

*कवि की बाते सुनकर लड़की की आत्मा बोलती है..…*

कवि राज मुझ को क्षमा करो मै गरीब पिता की बेटी हुँ……
इसलिये मृत मीन की भांती जल धारा पर लेटी हुँ……

*रूप रंग और सुन्दरता ही मेरी पहचान बताते है……*
*कंगन, चूड़ी, बिंदी, मेंहदी, सुहागन मुझे बनाते है……*

पित के सुख को सुख समझा पित के दुख में दुखी थी मैं……
जीवन के इस तन्हा पथ पर पति के संग चली थी मैं……

*पति को मेने दीपक समझा उसकी लौ में जली थी मैं……*
*माता-पिता का साथ छोड उसके रंग में ढली थी मैं……*

पर वो निकला सौदागर लगा दिया मेरा भी मोल……
दौलत और दहेज़ की खातिर पिला दिया जल में विष घोल……

*दुनिया रुपी इस उपवन में छोटी सी एक कली थी मैं……*
*जिस को माली समझा उसी के द्वारा छली थी मैं……*

इश्वर से अब न्याय मांगने शव शैय्या पर पड़ी हूँ मैं……
दहेज़ की लोभी इस संसार मैं दहेज़ की भेंट छड़ी हूँ में……

     *दहेज़ की भेंट चढ़ी हूँ मैं !!*

*आपसे अनुरोध है इस कविता को शेयर जरुर करे ……*✍🙏
🙏🏻ये जरूर पढ़े🙏🏻

*सुखी रहने का तरीका*
*********************

      *एक बार की बात है संत तुकाराम अपने आश्रम में बैठे हुए थे। तभी उनका एक शिष्य, जो स्वाभाव से थोड़ा क्रोधी था उनके समक्ष आया और बोला-*

*गुरूजी, आप कैसे अपना व्यवहार इतना मधुर बनाये रहते हैं, ना आप किसी पे क्रोध करते हैं और ना ही किसी को कुछ भला-बुरा कहते हैं? कृपया अपने इस अच्छे व्यवहार का रहस्य बताइए?*

*संत बोले- मुझे अपने रहस्य के बारे में तो नहीं पता, पर मैं तुम्हारा रहस्य जानता हूँ !*

*“मेरा रहस्य! वह क्या है गुरु जी?” शिष्य ने आश्चर्य से पूछा।*

*”तुम अगले एक हफ्ते में मरने वाले हो!” संत तुकाराम दुखी होते हुए बोले।*

*कोई और कहता तो शिष्य ये बात मजाक में टाल सकता था, पर स्वयं संत तुकाराम के मुख से निकली बात को कोई कैसे काट सकता था?*

*शिष्य उदास हो गया और गुरु का आशीर्वाद ले वहां से चला गया।*

*उस समय से शिष्य का स्वभाव बिलकुल बदल सा गया। वह हर किसी से प्रेम से मिलता और कभी किसी पे क्रोध न करता, अपना ज्यादातर समय ध्यान और पूजा में लगाता। वह उनके पास भी जाता जिससे उसने कभी गलत व्यवहार किया था और उनसे माफ़ी मांगता। देखते-देखते संत की भविष्यवाणी को एक हफ्ते पूरे होने को आये।*

*शिष्य ने सोचा चलो एक आखिरी बार गुरु के दर्शन कर आशीर्वाद ले लेते हैं। वह उनके समक्ष पहुंचा और बोला-*

*गुरुजी, मेरा समय पूरा होने वाला है, कृपया मुझे आशीर्वाद दीजिये!”*

*“मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है पुत्र। अच्छा, ये बताओ कि पिछले सात दिन कैसे बीते? क्या तुम पहले की तरह ही लोगों से नाराज हुए, उन्हें अपशब्द कहे?”*

*संत तुकाराम ने प्रश्न किया।*

*“नहीं-नहीं, बिलकुल नहीं। मेरे पास जीने के लिए सिर्फ सात दिन थे, मैं इसे बेकार की बातों में कैसे गँवा सकता था?*
*मैं तो सबसे प्रेम से मिला, और जिन लोगों का कभी दिल दुखाया था उनसे क्षमा भी मांगी” शिष्य तत्परता से बोला।*

*"संत तुकाराम मुस्कुराए और बोले, “बस यही तो मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।"*
*"मैं जानता हूँ कि मैं कभी भी मर सकता हूँ, इसलिए मैं हर किसी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता हूँ, और यही मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।*

*शिष्य समझ गया कि संत तुकाराम ने उसे जीवन का यह पाठ पढ़ाने के लिए ही मृत्यु का भय दिखाया था ।*

*वास्तव में हमारे पास भी सात दिन ही बचें हैं :-*

*रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि, आठवां दिन तो बना ही नहीं है ।*

👏👏  *"आइये आज से परिवर्तन आरम्भ करें।"* 👏👏
.
🙏🏻 
🙏🏻ये जरूर पढ़े🙏🏻

*सुखी रहने का तरीका*
*********************

      *एक बार की बात है संत तुकाराम अपने आश्रम में बैठे हुए थे। तभी उनका एक शिष्य, जो स्वाभाव से थोड़ा क्रोधी था उनके समक्ष आया और बोला-*

*गुरूजी, आप कैसे अपना व्यवहार इतना मधुर बनाये रहते हैं, ना आप किसी पे क्रोध करते हैं और ना ही किसी को कुछ भला-बुरा कहते हैं? कृपया अपने इस अच्छे व्यवहार का रहस्य बताइए?*

*संत बोले- मुझे अपने रहस्य के बारे में तो नहीं पता, पर मैं तुम्हारा रहस्य जानता हूँ !*

*“मेरा रहस्य! वह क्या है गुरु जी?” शिष्य ने आश्चर्य से पूछा।*

*”तुम अगले एक हफ्ते में मरने वाले हो!” संत तुकाराम दुखी होते हुए बोले।*

*कोई और कहता तो शिष्य ये बात मजाक में टाल सकता था, पर स्वयं संत तुकाराम के मुख से निकली बात को कोई कैसे काट सकता था?*

*शिष्य उदास हो गया और गुरु का आशीर्वाद ले वहां से चला गया।*

*उस समय से शिष्य का स्वभाव बिलकुल बदल सा गया। वह हर किसी से प्रेम से मिलता और कभी किसी पे क्रोध न करता, अपना ज्यादातर समय ध्यान और पूजा में लगाता। वह उनके पास भी जाता जिससे उसने कभी गलत व्यवहार किया था और उनसे माफ़ी मांगता। देखते-देखते संत की भविष्यवाणी को एक हफ्ते पूरे होने को आये।*

*शिष्य ने सोचा चलो एक आखिरी बार गुरु के दर्शन कर आशीर्वाद ले लेते हैं। वह उनके समक्ष पहुंचा और बोला-*

*गुरुजी, मेरा समय पूरा होने वाला है, कृपया मुझे आशीर्वाद दीजिये!”*

*“मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है पुत्र। अच्छा, ये बताओ कि पिछले सात दिन कैसे बीते? क्या तुम पहले की तरह ही लोगों से नाराज हुए, उन्हें अपशब्द कहे?”*

*संत तुकाराम ने प्रश्न किया।*

*“नहीं-नहीं, बिलकुल नहीं। मेरे पास जीने के लिए सिर्फ सात दिन थे, मैं इसे बेकार की बातों में कैसे गँवा सकता था?*
*मैं तो सबसे प्रेम से मिला, और जिन लोगों का कभी दिल दुखाया था उनसे क्षमा भी मांगी” शिष्य तत्परता से बोला।*

*"संत तुकाराम मुस्कुराए और बोले, “बस यही तो मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।"*
*"मैं जानता हूँ कि मैं कभी भी मर सकता हूँ, इसलिए मैं हर किसी से प्रेमपूर्ण व्यवहार करता हूँ, और यही मेरे अच्छे व्यवहार का रहस्य है।*

*शिष्य समझ गया कि संत तुकाराम ने उसे जीवन का यह पाठ पढ़ाने के लिए ही मृत्यु का भय दिखाया था ।*

*वास्तव में हमारे पास भी सात दिन ही बचें हैं :-*

*रवि, सोम, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र और शनि, आठवां दिन तो बना ही नहीं है ।*

👏👏  *"आइये आज से परिवर्तन आरम्भ करें।"* 👏👏
.
🙏🏻 
मेरी छोटी बिटिया ने एक दिन मुझसे आग्रह किया
कि पापाजी मेरे सांथ खेलिए न !!
मैं कुछ व्यस्त था,
मैंने उसे समाचार पत्र में दुनिया के नक्शे को,
काटकर दिया और कहा कि,
जब तुम इसे जोड़ लोगी
तब मैं तुम्हारे सांथ खेलूंगा।
.
मेरी चाय खत्म होने के पहले उसने वह नक्शा
जोड़कर मेरे सामने रख दिया।
मैं आश्चर्य में था,
जिस बच्ची को भारत मे कितने राज्य हैं नही मालूम,
वह दुनिया का नक्शा कैसे जोड़ सकती है।

मैंने उससे पूछा बेटा तुमने यह कैसे किया?
उसने जवाब दिया- नक्शे के पीछे आदमी था;आदमी को जोड़ना सरल है ना !,
*मैंने आदमी को जोड़ा तो संसार अपने आप जुड़ गया।* ..

मेरी छोटी बिटिया ने एक दिन मुझसे आग्रह किया
कि पापाजी मेरे सांथ खेलिए न !!
मैं कुछ व्यस्त था,
मैंने उसे समाचार पत्र में दुनिया के नक्शे को,
काटकर दिया और कहा कि,
जब तुम इसे जोड़ लोगी
तब मैं तुम्हारे सांथ खेलूंगा।
.
मेरी चाय खत्म होने के पहले उसने वह नक्शा
जोड़कर मेरे सामने रख दिया।
मैं आश्चर्य में था,
जिस बच्ची को भारत मे कितने राज्य हैं नही मालूम,
वह दुनिया का नक्शा कैसे जोड़ सकती है।

मैंने उससे पूछा बेटा तुमने यह कैसे किया?
उसने जवाब दिया- नक्शे के पीछे आदमी था;आदमी को जोड़ना सरल है ना !,
*मैंने आदमी को जोड़ा तो संसार अपने आप जुड़ गया।* ..

👌👌  विचार👌👌

🌹विशवास और प्रेम काभी जबरदस्ती पैदा नही हो सकते।

🌺मै कौन हूँ का उत्तर मिल जाये तो संसार का सब सुख मिल जायेगा ।

🌹देखो मगर प्यार से जलो मगर दीपक कि तरह ।

🌺अपने आप को जान लेना ही ईशवर को जान लेंने का बराबर है।

🌹गरीब घर जन्म लिये हो इसमें कोई शर्म कि बात नही है।
लेकिन परन्तु तुम गरीब होकर जीवन यापन कर रहे हो ये सबसे बड़ा शर्म कि बात है।

🌺ज्यदा सुख मिलने पर हँसना और ज्यादा दुःख मिलने पर रोना शोभा नही देता।

🌹कोई भी बात बार बार करने से दुःख मिलता है।
एक दूसरे को दुःख ही पहुचते है इस लिए कोई भी शब्द बार बार न करे ।
Good  Morning  Friends ☕🏵🌹💐🌼💐🌹🏵

🍃 "Be mindful when it comes to your words.
 A string of some that don't mean
much to you, may stick with
someone else for a lifetime."

🍃"Be careful with your words
Once they are said, they can be only forgiven, not forgotten."

🍃"Words are free. It's how you
use them that may cost you."

🍃"Raise your words, not your voice.

🍃"...But the human tongue is a beast
that few can master.
It strains constantly to break out
of its cage, and if it is not tamed,
it will run wild and cause you grief."

🍃"The secret of being boring is to say everything."

🍃"One kind word can change someone's entire day."

🍃"Handle them carefully,
for words have more power
than atom bombs."

🍃"Words have energy and power
with the ability to help, to heal,
to hinder, to hurt, to harm,
to humiliate, and to humble."