मेरी छोटी बिटिया ने एक दिन मुझसे आग्रह किया
कि पापाजी मेरे सांथ खेलिए न !!
मैं कुछ व्यस्त था,
मैंने उसे समाचार पत्र में दुनिया के नक्शे को,
काटकर दिया और कहा कि,
जब तुम इसे जोड़ लोगी
तब मैं तुम्हारे सांथ खेलूंगा।
.
मेरी चाय खत्म होने के पहले उसने वह नक्शा
जोड़कर मेरे सामने रख दिया।
मैं आश्चर्य में था,
जिस बच्ची को भारत मे कितने राज्य हैं नही मालूम,
वह दुनिया का नक्शा कैसे जोड़ सकती है।
मैंने उससे पूछा बेटा तुमने यह कैसे किया?
उसने जवाब दिया- नक्शे के पीछे आदमी था;आदमी को जोड़ना सरल है ना !,
*मैंने आदमी को जोड़ा तो संसार अपने आप जुड़ गया।* ..
कि पापाजी मेरे सांथ खेलिए न !!
मैं कुछ व्यस्त था,
मैंने उसे समाचार पत्र में दुनिया के नक्शे को,
काटकर दिया और कहा कि,
जब तुम इसे जोड़ लोगी
तब मैं तुम्हारे सांथ खेलूंगा।
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मेरी चाय खत्म होने के पहले उसने वह नक्शा
जोड़कर मेरे सामने रख दिया।
मैं आश्चर्य में था,
जिस बच्ची को भारत मे कितने राज्य हैं नही मालूम,
वह दुनिया का नक्शा कैसे जोड़ सकती है।
मैंने उससे पूछा बेटा तुमने यह कैसे किया?
उसने जवाब दिया- नक्शे के पीछे आदमी था;आदमी को जोड़ना सरल है ना !,
*मैंने आदमी को जोड़ा तो संसार अपने आप जुड़ गया।* ..
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