Thursday, September 29, 2016


पप्पू की माँ : उठ पप्पू , भूकंप आ रहा है !
सारा घर गिर रहा है !
पप्पू : सो जा माँ , तू फ़िक्र मत कर ,
घर गिरेगा तो
मकान मालिक का गिरेगा,
हम तो किरायेदार हैं !
पप्पू की माँ बेहोश !
😂😂😜😝
😜😜😜😜
लड़का : आप इतनी सुंदर कैसे हैं?
स्वीटी : शराब के कारण.!!
लड़का : आप शराबपीती हैं?
स्वीटी : मैं नहीं कमीने, तू
नशे में है इसलिए सुंदर दिख
रही हूं.!!
😀😀😀😀😜😜
मच्छर स्टडी कर रहे थे।
.
.
पहला मच्छर- मैं तो आगे डॉक्टर बनूगाँ।
.
दूसरा मच्छर- मैं तो आगे चलकर इजीँनियर बनूगाँ।
.
इतने मे आन्टी ने मॉरटिन जला दिया।
दोनो मच्छर बोले- बुढिया ने सारा कैरियर खराब कर दिया।
😜😜😜😜😜😜

बेटा: पापा, मैं पार्टी के लिए अपने दोस्त के घर जा सकता हूँ ?
पिताजी: मुझसे मत पूछो, अपनी माँ से पूछो।
माँ: मुझसे मत पूछो, अपने पिताजी से पूछो।
बेटा: ये साला घर है या भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच ?
😜😜😜🌺
: दादी को गीता पढ़ते देख पोते ने अपनी मां से पूछा ,
मां दादी कौन की परीक्षा की
तैयारी कर रही हैं ?
मां : बेटा ये फाइनल ईयर की तैयारी कर रही हैं.😴
😂😂
एक प्यार करने वाले 👫 जोड़े ने
🗻 आत्महत्या करने की सोची,
👨 लड़का पहले कूद गया,
👩😔 लड़की ने आँख बंद कर ली, और लौटने लगी
लड़के ने हवा में 🎐पैराशूट खोला और
😖 चिल्लाया :
पता था चुड़ैल... तू नही कूदेगी !
बस उसी दिन से लोगों ने"लेडीज फर्स्ट"कहना शुरू कर दिया...
😜😜😂😝
😝😝😜😜
एक आदमी डॉ. के पास
चेकअप कराने गया

डॉ. ने कहा, आपको आराम
की सख्त जरुरत है

नींद की गोली दे रहा हूँ
बीबी को खिला देना .. ।।
💊💊💊
😂😂😂
💥जीवन मै़ सफल होने के लिए् 💥
📝‬: *मेहनत*
हम चाहें तो अपने आत्मविश्वास और मेहनत के बल पर अपना भाग्य खुद लिख सकते है और अगर हमको अपना भाग्य लिखना नहीं आता तो परिस्थितियां हमारा भाग्य लिख देंगी|
                                                                                📝 *समय*
आप यह नहीं कह सकते कि आपके पास समय नहीं है क्योंकि आपको भी दिन में उतना ही समय (24 घंटे) मिलता है जितना समय महान एंव सफल लोगों को मिलता है|
                                                   
📝‬: *हार ना मानना*
बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं क्योंकि लौटने पर आपको उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी जितनी दूरी तय करने पर आप लक्ष्य तक पहुँच सकते है|
                                                                                       📝 *सोच*
बारिश की दौरान सारे पक्षी आश्रय की तलाश करते है लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को ही avoid कर देते है। समस्याए common है, लेकिन आपका नजरिया इनमे difference पैदा करता है।. : 📝 *प्रसन्नता*
यह पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है..ये आप ही के कर्मों से आती है 📝 *जीवन*
जब तुम पैदा हुए थे तो तुम रोए थे जबकि पूरी दुनिया ने जश्न मनाया था। अपना जीवन ऐसे जियो कि तुम्हारी मौत पर पूरी दुनिया रोए और तुम जश्न मनाओ।. 📝 *सफलता*.                                  
दूर से हमें आगे के सभी रास्ते बंद नजर आते हैं क्योंकि सफलता के रास्ते हमारे लिए तभी खुलते जब हम उसके बिल्कुल करीब पहुँच जाते है|‬: 📝 *विश्वास*.                            
विश्वास में वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया में प्रकाश लाया जा सकता है| विश्वास पत्थर को भगवान बना सकता है और अविश्वास भगवान के बनाए इंसान को भी पत्थर दिल बना सकता है|‬: 📝 *हार जीत*
सफलता हमारा परिचय दुनिया को करवाती है और असफलता हमें दुनिया का परिचय करवाती है|
                                                                                                                                               ‬ 📝 *असंभव*
इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं| हम वो सब कर सकते है, जो हम सोच सकते है और हम वो सब सोच सकते है, जो आज तक हमने नहीं सोचा|
ऑफिस से निकल कर शर्माजी ने

स्कूटर स्टार्ट किया ही था कि उन्हें याद आया,
.
पत्नी ने कहा था,१ दर्ज़न केले लेते आना।
.
तभी उन्हें सड़क किनारे बड़े और ताज़ा केले बेचते हुए

एक बीमार सी दिखने वाली बुढ़िया दिख गयी।
.
वैसे तो वह फल हमेशा "राम आसरे फ्रूट भण्डार" से

ही लेते थे,
पर आज उन्हें लगा कि क्यों न

बुढ़िया से ही खरीद लूँ ?
.
उन्होंने बुढ़िया से पूछा, "माई, केले कैसे दिए"
.
बुढ़िया बोली, बाबूजी बीस रूपये दर्जन,

शर्माजी बोले, माई १५ रूपये दूंगा।
.
बुढ़िया ने कहा, अट्ठारह रूपये दे देना,

दो पैसे मै भी कमा लूंगी।
.
शर्मा जी बोले, १५ रूपये लेने हैं तो बोल,

बुझे चेहरे से बुढ़िया ने,"न" मे गर्दन हिला दी।
.
शर्माजी बिना कुछ कहे चल पड़े

और राम आसरे फ्रूट भण्डार पर आकर

केले का भाव पूछा तो वह बोला २४ रूपये दर्जन हैं
.
बाबूजी, कितने दर्जन दूँ ?

शर्माजी बोले, ५ साल से फल तुमसे ही ले रहा हूँ,

ठीक भाव लगाओ।
.
तो उसने सामने लगे बोर्ड की ओर इशारा कर दिया।

बोर्ड पर लिखा था- "मोल भाव करने वाले माफ़ करें"

शर्माजी को उसका यह व्यवहार बहुत बुरा लगा,

उन्होंने कुछ सोचकर स्कूटर को वापस

ऑफिस की ओर मोड़ दिया।
.
सोचते सोचते वह बुढ़िया के पास पहुँच गए।

बुढ़िया ने उन्हें पहचान लिया और बोली,
.
"बाबूजी केले दे दूँ, पर भाव १८ रूपये से कम नही लगाउंगी।

शर्माजी ने मुस्कराकर कहा,

माई एक नही दो दर्जन दे दो और भाव की चिंता मत करो।
.
बुढ़िया का चेहरा ख़ुशी से दमकने लगा।

केले देते हुए बोली। बाबूजी मेरे पास थैली नही है ।

फिर बोली, एक टाइम था जब मेरा आदमी जिन्दा था
.
तो मेरी भी छोटी सी दुकान थी।

सब्ज़ी, फल सब बिकता था उस पर।

आदमी की बीमारी मे दुकान चली गयी,

आदमी भी नही रहा। अब खाने के भी लाले पड़े हैं।

किसी तरह पेट पाल रही हूँ। कोई औलाद भी नही है
.
जिसकी ओर मदद के लिए देखूं।

इतना कहते कहते बुढ़िया रुआंसी हो गयी,

और उसकी आंखों मे आंसू आ गए ।
.
शर्माजी ने ५० रूपये का नोट बुढ़िया को दिया तो

वो बोली "बाबूजी मेरे पास छुट्टे नही हैं।
.
शर्माजी बोले "माई चिंता मत करो, रख लो,

अब मै तुमसे ही फल खरीदूंगा,
और कल मै तुम्हें ५०० रूपये दूंगा।

धीरे धीरे चुका देना और परसों से बेचने के लिए

मंडी से दूसरे फल भी ले आना।
.
बुढ़िया कुछ कह पाती उसके पहले ही

शर्माजी घर की ओर रवाना हो गए।

घर पहुंचकर उन्होंने पत्नी से कहा,

न जाने क्यों हम हमेशा मुश्किल से

पेट पालने वाले, थड़ी लगा कर सामान बेचने वालों से

मोल भाव करते हैं किन्तु बड़ी दुकानों पर

मुंह मांगे पैसे दे आते हैं।
.
शायद हमारी मानसिकता ही बिगड़ गयी है।

गुणवत्ता के स्थान पर हम चकाचौंध पर

अधिक ध्यान देने लगे हैं।
.
अगले दिन शर्माजी ने बुढ़िया को ५०० रूपये देते हुए कहा,

"माई लौटाने की चिंता मत करना।

जो फल खरीदूंगा, उनकी कीमत से ही चुक जाएंगे।

जब शर्माजी ने ऑफिस मे ये किस्सा बताया तो

सबने बुढ़िया से ही फल खरीदना प्रारम्भ कर दिया।

तीन महीने बाद ऑफिस के लोगों ने स्टाफ क्लब की ओर से

बुढ़िया को एक हाथ ठेला भेंट कर दिया।

बुढ़िया अब बहुत खुश है।

उचित खान पान के कारण उसका स्वास्थ्य भी

पहले से बहुत अच्छा है ।

हर दिन शर्माजी और ऑफिस के

दूसरे लोगों को दुआ देती नही थकती।
.
शर्माजी के मन में भी अपनी बदली सोच और

एक असहाय निर्बल महिला की सहायता करने की संतुष्टि का भाव रहता है..!

जीवन मे किसी बेसहारा की मदद करके देखो यारों,

अपनी पूरी जिंदगी मे किये गए सभी कार्यों से

ज्यादा संतोष मिलेगा...!!
😊😊

नोट: - यदि लेख अच्छा लगा हो तो अपने Group Me जरुर शेयर करे.....
सोच को बदलो जिंदगी जीने का नजरिया बदल जायेगा। 😇😇
मुश्किल नहीं है कुछ दुनिया में,
  तू जरा हिम्मत तो कर।
    ख्वाब बदलेंगे हकीकत में,
       तू ज़रा कोशिश तो कर॥
   
 आंधियाँ सदा चलती नहीं,
   मुश्किलें सदा रहती नहीं।
      मिलेगी तुझे मंजिल तेरी,
         बस तू ज़रा कोशिश तो कर॥

राह संघर्ष की जो चलता है,
  वो ही संसार को बदलता है ।
     जिसने रातों से जंग जीती है,
        सूर्य बनकर वही निकलता है ।
👳मंदी में पति👳की लिखी इक
कवीता अपनी पत्नी को ।

🌊🌊🌊🌊🌊🌊🌊🌊🌊🌊🌊

प्रिय क्यूँ तुम नए-नए
सूट सिलाती हो !

पुरानी साडी में भी तुम
अप्सरा सी नजर आती हो !!!

इन ब्यूटी पार्लरों के
चक्करों में ना पडा करो !

अपने चांद से चेहरे को
क्रीम पाउडर से यूँ ना ढका करो !!

रेस्टोरेंट होटल के खाने में क्या रखा है !

तुम्हारे हाथों से बना घर का खाना,
इनसे लाख गुना अच्छा है !!!

इन सैर सपाटों में वो बात कहाँ !

तुम्हारे मायके जैसा
ऐशो-आराम कहाँ !!!

नौकरों से खिटपिट में,
मत सेहत तुम अपनी खराब करो !

झाडू-पौछा लगा
हल्का सा व्यायाम करो !!!

सोने-चांदी में मिलती
अब सो सो खोट है !

तुम्हारी सुन्दरता ही
24 कैरेट प्योर गोल्ड है !!!

माया-माया मत किया कर पगली,
यह तो महा ठगिनी है !

मेरे इस घर-आंगन की तो,
तू ही असली धन लक्ष्मी है !!

        😀 *हैप्पी मंदी* 😜
😂😂😂😂😂
: तलाक के केस में

कोर्ट ने पति को आदेश दिया की आधी पगार पत्नी को देनी पड़ेगी।।



पति : ( ख़ुशी से पागल ),
साला अब आधी पगार तो मेरे पास रहेगी।।
😃😃😃😃😃😃😃
दिल छू लेने वाली कविता....सभी रिश्तों से परे।.................

मेरे मरने पर....
तुम रोओगे.....
मैं देख न सकूँगा....
रोना है तो अभी रोओ....
देख तो सकूँ।
मुझ पर फूल बरसाओगे...
मैं देख न सकूँगा...
फूल देना है तो अभी दो....
देख तो सकूँ।
मेरी प्रशंसा करोगे...
मैं सुन न सकूँगा....
करना है तो अभी करो....
सुन तो सकूँ।
मेरी गलतियों को माफ़ करोगे...
पर मुझे मालूम न पड़ेगा....
माफ़ करना है तो अभी करो....
जान तो सकूँ।
मुझे याद करोगे...
पर मुझे एहसास न होगा...
याद करना है तो अभी करो...
एहसास तो कर सकूँ।
इच्छा करोगे,तुम्हारे साथ और रह पाता....
पर मैं जान न सकूँगा....
रहना है तो अभी रहो...
जान तो सकूँ।

अपने आस पास के लोगों के साथ,परिवार के साथ,दोस्तों के साथ,प्रियजनों के साथ,जानकारों के साथ......समय बिताइए।

*उन्हें एहसास हो कि वे आपके लिए विशेष हैं,क्योंकि आपको नहीं मालूम कि समय कब उन्हें आप से दूर कर देगा....
हमेशा के लिए*
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
पति बाथरूम में घुसा
.
और नहाने के बाद :-
अरे सुनो ,
ज़रा तौलिया देना
.
पत्नी (चिल्ला के ) :-
हमेशा बिना तौलिये के नहाने जाते हो ।
अब मैं चाय बनाऊँ या तौलिया दूं ।
बनियान भी धो के नल पे टांग देते हो
वो भी मैं उठाऊं ।
नहाने के बाद वाइपर भी नहीं चलाते ।
कल लाइट भी खुली छोड़ दी थी तुमने ।
गीले गीले बाहर निकलोगे तो
पूरे घर में गीले पैरों के निशान बना दोगे ।
फिर उस पे मिटटी पड़ेगी तो
सब जगह गन्दी हो जाएगी ।
एक बार नौकरानी उसपे फिसल गयी थी ।
फिर ३ दिन तक नहीं आई ।
मेरा क्या हाल हुआ था काम कर कर के
.
पति (मन में सोचते हुए ) :-
साला ,
नहा के गलती कर दी
या शादी करके....
 😋😋💦💦💦💦💦
वाह रे पैसा , तेरे कितने नाम !!!

मंदिर मे दिया जाये तो ( चढ़ावा ) ..,

स्कुल में ( फ़ीस ) ..,

शादी में दो तो ( दहेज ) ..,

तलाक देने पर ( गुजारा भत्ता ) ..,

आप किसी को देते हो तो ( कर्ज ) ..,

अदालत में ( जुर्माना )..,.

सरकार लेती है तो ( कर ) ..,

सेवानिवृत्त होने पे ( पेंशन ) ..,

अपहर्ताओ के लिएं ( फिरौती ) ..,

होटल में सेवा के लिए ( टिप ) ..,.

बैंक से उधार लो तो ( ऋण ) ..,

श्रमिकों के लिए ( वेतन ) ..,

मातहत कर्मियों के लिए ( मजदूरी ) ..,

अवैध रूप से प्राप्त सेवा ( रिश्वत ) ..,

और मुझे दोगे तो ( 😄👌गिफ्ट

 😍😋😋👌)

 👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते; मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।

👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈

मैं नमक की तरह हूँ; जो जरुरी तो है मगर जरुरतसे ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था; मगर फिरभी वो मरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं कुछ भी नहीं हूँ; मगर मैं निर्धारित करता हूँ; कि लोग आपको कितनी इज्जत देते है।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ:! आपके पास नहीं हूँ तो; आपका नहीं हूँ:! मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके हैं।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ; मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।

👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈

मैं सारे फसाद की जड़ हूँ; मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं:?।

🙏*विचार कीजिए* 🙏
वाह रे पैसा , तेरे कितने नाम !!!

मंदिर मे दिया जाये तो ( चढ़ावा ) ..,

स्कुल में ( फ़ीस ) ..,

शादी में दो तो ( दहेज ) ..,

तलाक देने पर ( गुजारा भत्ता ) ..,

आप किसी को देते हो तो ( कर्ज ) ..,

अदालत में ( जुर्माना )..,.

सरकार लेती है तो ( कर ) ..,

सेवानिवृत्त होने पे ( पेंशन ) ..,

अपहर्ताओ के लिएं ( फिरौती ) ..,

होटल में सेवा के लिए ( टिप ) ..,.

बैंक से उधार लो तो ( ऋण ) ..,

श्रमिकों के लिए ( वेतन ) ..,

मातहत कर्मियों के लिए ( मजदूरी ) ..,

अवैध रूप से प्राप्त सेवा ( रिश्वत ) ..,

और मुझे दोगे तो ( 😄👌गिफ्ट

 😍😋😋👌)

 👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते; मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।

👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈

मैं नमक की तरह हूँ; जो जरुरी तो है मगर जरुरतसे ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था; मगर फिरभी वो मरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं कुछ भी नहीं हूँ; मगर मैं निर्धारित करता हूँ; कि लोग आपको कितनी इज्जत देते है।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ:! आपके पास नहीं हूँ तो; आपका नहीं हूँ:! मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके हैं।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ; मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।

👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈

मैं सारे फसाद की जड़ हूँ; मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं:?।

🙏*विचार कीजिए* 🙏
वाह रे पैसा , तेरे कितने नाम !!!

मंदिर मे दिया जाये तो ( चढ़ावा ) ..,

स्कुल में ( फ़ीस ) ..,

शादी में दो तो ( दहेज ) ..,

तलाक देने पर ( गुजारा भत्ता ) ..,

आप किसी को देते हो तो ( कर्ज ) ..,

अदालत में ( जुर्माना )..,.

सरकार लेती है तो ( कर ) ..,

सेवानिवृत्त होने पे ( पेंशन ) ..,

अपहर्ताओ के लिएं ( फिरौती ) ..,

होटल में सेवा के लिए ( टिप ) ..,.

बैंक से उधार लो तो ( ऋण ) ..,

श्रमिकों के लिए ( वेतन ) ..,

मातहत कर्मियों के लिए ( मजदूरी ) ..,

अवैध रूप से प्राप्त सेवा ( रिश्वत ) ..,

और मुझे दोगे तो ( 😄👌गिफ्ट

 😍😋😋👌)

 👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते; मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।

👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈

मैं नमक की तरह हूँ; जो जरुरी तो है मगर जरुरतसे ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था; मगर फिरभी वो मरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं कुछ भी नहीं हूँ; मगर मैं निर्धारित करता हूँ; कि लोग आपको कितनी इज्जत देते है।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ:! आपके पास नहीं हूँ तो; आपका नहीं हूँ:! मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके हैं।

👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈

मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ; मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।

👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈

मैं सारे फसाद की जड़ हूँ; मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं:?।

🙏*विचार कीजिए* 🙏
"प्रशंसा" से "पिंघलना" मत,
"आलोचना" से "उबलना" मत,
निस्वार्थ भाव से कर्म कर
क्योंकि इस "धरा" का, इस "धरा" पर,
सब "धरा रह जाऐगा
"मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो
परंतु उसकी परछाई सदैव काली होती है !
"मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ" यह आत्मविश्वास है
लेकिन
"सिर्फ मैं ही सर्वश्रेष्ठ हूँ" यह अहंकार है..
अहंकार से जिनका, मन मैला है ,
करोड़ों की भीड़ में भी, वह अकेला है !👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻🙏🙏🌹🙏🙏
"प्रशंसा" से "पिंघलना" मत,
"आलोचना" से "उबलना" मत,
निस्वार्थ भाव से कर्म कर
क्योंकि इस "धरा" का, इस "धरा" पर,
सब "धरा रह जाऐगा
"मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो
परंतु उसकी परछाई सदैव काली होती है !
"मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ" यह आत्मविश्वास है
लेकिन
"सिर्फ मैं ही सर्वश्रेष्ठ हूँ" यह अहंकार है..
अहंकार से जिनका, मन मैला है ,
करोड़ों की भीड़ में भी, वह अकेला है !👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻🙏🙏🌹🙏🙏

Tuesday, September 27, 2016

मंदिर में दाना चुगकर चिड़ियां
मस्जिद में पानी पीती हैं

मैंने सुना है राधा की चुनरी
कोई सलमा बेगम सीती हैं

एक रफी था महफिल महफिल
रघुपति राघव गाता था

एक प्रेमचंद बच्चों को
'ईदगाह' सुनाता था

कभी कन्हैया की महिमा गाता
रसखान सुनाई देता है

औरों को दिखते होंगे हिन्दू ओ मुसलमां

मुझे तो हर शख्स के भीतर इन्सान
दिखाई देता है..........

*धंधा अपना अपना* :
😜

एक डॉक्टर ने रोगी से कहा - 'चिंता की कोई बात नहीं, साधारण चोट है ।'

फिर अचानक उसकी दृष्टि मरीज के ब्रांडेड शूज और कपड़ों पर पड़ी ।

 यह देखते ही डॉक्टर तुरंत बोला, ' लेकिन फिर भी सेफ साइड के लिए एक MRI तो करवा ही लो
😜😜
एक बार एक आदमी ने
अपने एक दोस्त को
घर पर खाने पे बुलाया😎
:
वो भी 7 बजे शाम को
ऑफिस छुटने के बाद
.
:
वो भी बीवी को बिना बताए
:
:
दोस्त को देखते ही
बीवी ने दोस्त के सामने ही
उस पर चिल्लाना 😁शुरू कर दिया
:
बीवी---- मेरे बाल देखो...
मैंने मेकअप नहीं किया हुआ,
घर की हालत देखो....
मैं अभी तक गाऊन में हूँ ⚡
:
और मैं आज
इतनी थकी हूँ
कि रात का खाना
नहीं बना सकती...☄
:
क्या सोच के तुमने
इसको घर बुला लिया...
मुझसे बिना पूछे
बोलो 😇?
:
:
पति ----- जानू ये बेवकूफ
शादी करने की सोच रहा था..
:
मैंने कहा
पगले
पहले एक डेमो तो देख ले😝
एक गरीब परिवार था जिसमे 5 लोग थे…..
माँ बाप और उनके 3 बच्चे
बाप हमेशा बीमार रहता था ।
अचानक एक दिन बिमारी ने उसकी जान ले ली !
3-4 दिनों तक पड़ोसि खाना भेजते रहे उसके बाद में भूखे रहने के दिन आ गए…..।
ग़ुरबत की मारी माँ ने कुछ दिन तक जैसे-तैसे बच्चों को खाना खिलाया ।
लेकिन कब तक…

आखिर फिर से भूखे रहने के दिन आगए !
जिसकी वजह से 8 साल का बेटा बीमार हो गया और बिस्तर पकड़ लिया……
आखिर भूक से बेहाल एक दिन 5 साल की बच्ची ने अपनी माँ के कान में पूछा।

माँ भाई कब मरेगा….???
.
माँ ने तड़प कर पूछा ऐसा क्यों पूछ रही हो…..???
.
बच्ची ने बड़ी मासूमियत से जवाब दिया,
जिसे सुन कर आप की आँखों में आँसु आ जायेंगे…….
.
.
बच्ची का जवाब था ।
“माँ भाई मरेगा तो घर में खाना आएगा ना !”…
इंदौर में मिठाई की दुकान के बाहर लिखी हुई कुछ पंक्तियाँ .........

😜😜😜😜

यहां
आपकी पड़ोसन जैसी मीठी "मिठॉइयॉं...

और

अपनी पत्नी से भी तीखी "नमकीन मिलती है...

😆😜😉😝😂
👏🏻👏🏻👏🏻
कुछ अमीरों की चर्चा...😳😳

किसी ने कहा मेरा बाथरुम 10 लाख का तो किसी ने 20 लाख को किसी ने 50 लाख का बताया

और जब यही बात एक गाँव के आदमी से पूछी गई तो उसने बताया की मै जहा सुबह लोटा लेके जाता हूँ उस खेत की कीमत 7 करोड़ है

और ऐसे बाथरुम तो हम रोज़ बदल देते है

😀😎😀
सफलता के 20 मँत्र " 👏
👏1.खुद की कमाई से कम
          खर्च हो ऐसी जिन्दगी
          बनाओ..!
👏2. दिन मेँ कम से कम
           3 लोगो की प्रशंसा करो..!
👏3. खुद की भुल स्वीकारने
           मेँ कभी भी संकोच मत
           करो..!
👏4. किसी के सपनो पर हँसो
           मत..!
👏5. आपके पीछे खडे व्यक्ति
           को भी कभी कभी आगे
           जाने का मौका दो..!
👏6. रोज हो सके तो सुरज को
           उगता हुए देखे..!
👏7. खुब जरुरी हो तभी कोई
          चीज उधार लो..!
👏8. किसी के पास से कुछ
           जानना हो तो विवेक से
           दो बार...पुछो..!
👏9. कर्ज और शत्रु को कभी
           बडा मत होने दो..!
👏10. ईश्वर पर पुरा भरोसा
             रखो..!
👏11. प्रार्थना करना कभी
             मत भुलो,प्रार्थना मेँ
             अपार शक्ति होती है..!
👏12. अपने काम से मतलब
             रखो..!
👏13. समय सबसे ज्यादा
             कीमती है, इसको फालतु
             कामो मेँ खर्च मत करो..
👏14. जो आपके पास है, उसी
             मेँ खुश रहना सिखो..!
👏15. बुराई कभी भी किसी कि
             भी मत करो,
             क्योकिँ बुराई नाव मेँ
             छेद समान है,बुराई
             छोटी हो बडी नाव तो
             डुबो ही देती है..!
👏16. हमेशा सकारात्मक सोच
             रखो..!
👏17. हर व्यक्ति एक हुनर
             लेकर पैदा होता है बस
             उस हुनर को दुनिया के
             सामने लाओ..!
👏18. कोई काम छोटा नही
             होता हर काम बडा होता
             है जैसे कि सोचो जो
             काम आप कर रहे हो
             अगर वह काम
             आप नही करते हो तो
             दुनिया पर क्या असर
             होता..?
👏19. सफलता उनको ही
             मिलती है जो कुछ
             करते है
👏20. कुछ पाने के लिए कुछ
             खोना नही बल्कि कुछ
             करना पडता है ।

पेड बूढा ही सही,
आंगन में रहनेदो,
फल न सही, छाव तो अवश्य देगा
ठीक उसी प्रकार
माता-पिता बूढे ही सही,
घर में ही रहने दो,

दोलत तो नहीं कमा सकते,
लेकीन आपके बच्चों को संस्कार अवश्य देगे ।।
👏 👏
इसे जितनी जगह पहुंचा
सकते हैं -:- पहुंचायें -:-

Monday, September 26, 2016

रामायण मे दो ऐसे व्यक्ती थे...
एक विभीषण और एक कैकेयी...
विभीषण रावण के राज मे रहता था
फिर भी नही बिगडा...
कैकेयी राम के राज मे रहती
थी
फिर भी नही सुधरी..!!
तात्पर्य...
सुधरना एवं बिगडना केवल मनुष्य के सोच और स्वभाव पर निर्भर
होता है
माहौल पर नहीं..


: रावण सीता को समझा समझा कर हार गया था पर
सीता ने रावण की तरफ एक
बार देखा तक नहीं..!
तब मंदोदरी ने उपाय बताया कि तुम राम बन के सीता के
पास जाओ वो तुम्हे जरूर देखेगी..!
रावण ने कहा - मैं ऐसा कई बार कर चुका हू..!
मंदोदरी - तब क्या सीता ने आपकी ओर देखा..?
.रावण - मैं खुद सीता को नहीं देख सका..!
क्योंकि मैं जब- जब राम बनता हूँ,
मुझे परायी नारी अपनी माता और
अपनी पुत्री सी दिखती है..!
.
अपने अंदर राम को ढूंढे,
और उनके चरित्र पर चलिए..!
आपसे भूलकर भी भूल नहीं होगी..!
.
॥ जय श्री राम ॥ : मंदिर के बाहर लिखा हुआ एक खुबसुरत सच......

"अगर उपवास करके भगवान खुश होते,

तो इस दुनिया में बहुत दिनो तक खाली पेट
रहनेवाला भिखारी सबसे सुखी इन्सान होता..

उपवास अन का नही विचारों का करे....

इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए, दुनिया तो भगवान से भी दुखी है!

🍌🍎🍏🍊🌞🌿😄
आज का विचार:

चिड़िया जब जीवित रहती है
           तब वो चिंटी🐜 को खाती है

चिड़िया जब मर जाती है तब
           चींटिया उसको खा जाती है।

इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्तिथि कभी भी बदल सकते है.

👍इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
👍कभी किसी को कम मत आंको।
👍तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
👍एक पेड़ से लाखो माचिस की तीलिया बनाई जा सकती है
👍 पर एक माचिस की तिल्ली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।

👍कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।

👉कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
👉रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
👉दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
👉दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया ।
👉दिया संसार चलाने देवी-देवताओं को, तो उनसे भी मोक्ष छीन लिया ।

☝मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान'
☝ भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना के, मिट्टी में मिला दिए ।
🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆
👉 इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है

1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..

लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है

१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )

जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते 👈
👌👌👌👌👌
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है

एक पथ्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पथ्थर ही रहते है ..!!
👍 NICE LINE👌
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
********[**********]*****
जीवन में हर जगह
हम "जीत" चाहते हैं...

सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि
"हार" चाहिए।

क्योंकि

हम भगवान से
"जीत" नहीं सकते।

➖♦➖♦➖♦➖♦➖♦

धीमें से पढ़े बहुत ही
अर्थपूर्ण है यह मेसेज...

हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।

जो रोज़ भूल जाते हैं...


वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।

➖♦➖♦➖♦➖♦➖♦

🔷 एक सुविचार 🔷

वक़्त का पता नहीं चलता अपनों के साथ.....

पर अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ...

वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,

पर अपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ...!!!
➖♦➖♦➖♦➖♦➖♦

💯%✔

ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,

जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है... Ni

शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...

क्योंकि ये ज़िन्दगी जैसी भी है,
बस एक ही बार मिलती है।
ये SMS जरुर सबको भेजना .. बहूत ही सुंदर ( कृपया एक-एक शब्द पढें )
🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀🌀

कोई सोना चढाए , कोई चाँदी चढाए ;
कोई हीरा चढाए , कोई मोती चढाए ;

चढाऊँ क्या तुझे भगवन ; कि ये निर्धन का डेरा है ;

अगर मैं फूल चढाता हूँ , तो वो भँवरे का झूठा है ;
अगर मैं फल चढाता हूँ , तो वो पक्षी का झूठा है ;
अगर मैं जल चढाता हूँ , तो वो मछली का झूठा है ;
अगर मैं दूध चढाता हूँ , तो वो बछडे का झूठा है ;

चढाऊँ क्या तुझे भगवन ; कि ये निर्धन का डेरा है ;

अगर मैं सोना चढ़ाता हूँ , तो वो माटी का झूठा है ;
अगर मैं हीरा चढ़ाता हूँ , तो वो कोयले का झूठा है ;
अगर मैं मोती चढाता हूँ , तो वो सीपो का झूठा है ;
अगर मैं चंदन चढाता हूँ , तो वो सर्पो का झूठा है ;

चढाऊँ क्या तुझे भगवन, कि ये निर्धन का डेरा है ;

अगर मैं तन चढाता हूँ , तो वो पत्नी का झूठा है ;
अगर मैं मन चढाता हूँ , तो वो ममता का झूठा है ;
अगर मैं धन चढाता हूँ , तो वो पापो का झूठा है ;
अगर मैं धर्म चढाता हूँ , तो वो कर्मों का झूठा है ;

चढाऊँ क्या तुझे भगवन , कि ये निर्धन का डेरा है ;

तुझे परमात्मा जानू , तू ही तो है - मेरा दर्पण ;
तुझे मैं आत्मा जानू , करूँ मैं आत्मा अर्पण.


जीवन की 20 अनमोल बातें आपको बता रहा हूँ। कृपया 2 मिनिट इस पोस्ट को जरूर पढ़ें...
1. जिदंगी मे कभी भी किसी को बेकार मत समझना क्योँ
कि बंद पडी घडी भी दिन में दो बार सही समय बताती है।
2. किसी की बुराई तलाश करने वाले इंसान की मिसाल उस 'मक्खी' की तरह है जो सारे खूबसूरत जिस्म को छोडकर केवल जख्म पर ही बैठती है।
3. टूट जाता है गरीबी मे वो रिश्ता जो खास होता है,
हजारो यार बनते है जब पैसा पास होता है।
4. मुस्करा कर देखो तो सारा जहाँ रंगीन है वर्ना भीगी
पलको से तो आईना भी धुधंला नजर आता है।
5. जल्द मिलने वाली चीजे ज्यादा दिन तक नही चलतीऔर जो चीजे ज्यादा दिन तक चलती है वो जल्दी नही मिलती
6. बुरे दिनो का एक अच्छा फायदा अच्छे-अच्छे दोस्त
परखे जाते है।
7. बीमारी खरगोश की तरह आती है और कछुए की तरह
जाती है जबकि पैसा कछुए की तरह आता है और खरगोश
की तरह जाता है।
8. छोटी छोटी बातो में आनंद खोजना चाहिए क्योकि
बड़ी बड़ी बातें तो जीवन मे कुछ ही बार होती है।
9. ईश्वर से कुछ मांगने पर न मिले तो उससे नाराज ना होना
क्योकि ईश्वर वह नही देता जो आपको अच्छा लगता है
बल्कि वह देता है जो आपके लिए अच्छा होता है।
10. लगातार हो रही असफलफताओ से निराश नही होना चाहिए क्योकीं कभी-कभी गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल देती है।
11. ये सोच है हम इसांनो की कि एक अकेला क्या कर
सकता है पर देख जरा उस सूरज को वो अकेला ही तो
चमकता है।
12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो उन्हे तोड़ना मत क्योकि
पानी चाहे कितना भी गंदा हो अगर प्यास नही बुझा
सकता पर आग तो बुझा सकता है।
13. अब वफा की उम्मीद भी किस से करे भला, मिटटी के
बने लोग कागजो मे बिक जाते है।
14. इंसान की तरह बोलना न आये तो जानवर की तरह मौन
रहना अच्छा है।
15. जब हम बोलना नही जानते थे, तो हमारे बोले बिना
"माँ" हमारी बातो को समझ जाती थी और आज हम हर
बात पर कहते है '' छोड़ो भी "माँ" आप नही समझोगी'' ।
16. " शुक्रगुजार हूँ उन तमाम लोगो का जिन्होने बुरे वक्त
मे मेरा साथ छोङ दिया क्योकि उन्हे भरोसा था कि मै
मुसीबतो से अकेले ही निपट सकता हूँ।
17. शर्म की अमीरी से इज्जत की गरीबी अच्छी है।
18. जिदंगी मे उतार चङाव का आना बहुत जरुरी है।
क्योकि ECG मे सीधी लाईन का मतलब मौत ही होता है।
19. रिश्ते आजकल रोटी की तरह हो गए जरा सी आंच
तेज क्या हुई जल भुनकर खाक हो गए।
20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की तलाश मत करो "खुद अच्छे
बन जाओ" आपसे मिलकर शायद किसी की तालाश पूरी
हो जाए।
कृपया पोस्ट को शेयर जरूर करें !!!!!!!!!!

*🚩"ॐ"🚩*

*"आशाएं ऐसी हो जो-*
      *मंज़िल तक ले जाएँ,*
             *मंज़िल ऐसी हो जो-*
           *जीवन जीना सीखा दे..!*
 *जीवन ऐसा हो जो-*
     *संबंधों की कदर करे,*
         *और संबंध ऐसे हो जो-*
  *याद करने को मजबूर कर दे..!!*

*"दुनियां के रैन बसेरे में..*
   *पता नही कितने दिन रहना है,*
       *"जीत लो सबके दिलों को..*
  *बस यही जीवन का गहना है.
🌹💐👏👏सुबह का प्यार भरा नमस्कार 🌹🌹🌹
!!. आप का दिन मंगल मय हो ..!!

🚩
जिंदगी ने .. दिया है जब इतना ..
बेशुमार यहाँ .. तो फिर ..
जो नहीं मिला उसका हिसाब क्या रखें .. !!

खुशी के दो पल .. काफी हैं ..
खिलने के लिये .. तो फिर ..
उदासियों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

हसीन यादों के मंजर ..
इतने हैं जिंदगानी में ..
तो चंद दुख की बातों का ..
हिसाब क्या रखें .. !!

मिले हैं फूल यहाँ ..
इतने किन्हीं अपनों से ..
फिर काँटों की ..
चुभन का हिसाब क्या रखें .. !!

चाँद की चाँदनी .. जब इतनी दिलकश है ..
तो उसमें भी दाग है .. ये हिसाब क्या रखें .. !!

कुछ तो जरूर .. बहुत अच्छा है ..
सभी में यारों .. फिर जरा सी ..
बुराइयों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

🌹🌹🌹 🌹🌹🌹
🚩॥ महा मृत्युंजय मन्त्र ॥ 🚩

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।

उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।

॥ महा मृत्युंजय मन्त्र का अर्थ ॥

समस्त संसार के पालनहार
भगवान शंकर की हम पूजा करते हैं,
जिनके तीन नेत्र हैं, जो प्रत्येक श्वास में जीवन शक्ति का संचार करते हैं,
जो सम्पूर्ण जगत का पालन पोषण अपनी शक्ति से कर रहे हैं,

उनसे हमारी प्रार्थना है कि वे हमें मृत्यु के बंधनों से मुक्त कर दें, जिससे मोक्ष की प्राप्ति हो जाए ।।

* महा मृत्युंजय मन्त्र जपने से आरोग्यता की प्राप्ति होती है।

* स्नान करते समय इस मंत्र का जप करने से स्वास्थ्य लाभ होता है।

* कहा जाता है कि यह मंत्र भगवान शिव को प्रसन्न कर उनकी असीम कृपा प्राप्त करने का माध्यम है ।

* महा मृत्युंजय मन्त्र जपने से पुत्र की प्राप्ति होती है।

* इस मंत्र का निरंतर जप करने से अकाल मृत्यु तक को टाला जा सकता है ।
🌷🌴🌿🍁🌿🌴🌷
गायत्री मंत्र क्यों और कब ज़रूरी है
☀सुबह उठते वक़्त 8 बार ❕✋✌👆❕अष्ट कर्मों को जीतने के लिए !!

🍚🍜 भोजन के समय 1 बार❕👆❕ अमृत समान भोजन प्राप्त होने के लिए !!                        

🚶 बाहर जाते समय 3 बार ❕✌👆❕समृद्धि सफलता और सिद्धि के लिए !!  

 👏 मन्दिर में 12 बार ❕👐✌❕
प्रभु के गुणों को याद करने के लिए !!      

😢छींक आए तब गायत्री मंत्र उच्चारण ☝1 बार अमंगल दूर करने के लिए !!
                                       
सोते समय 🌙 7 बार ❕✋✌ ❕सात प्रकार के भय दूर करने के लिए !!                                

कृपया सभी बन्धुओं को प्रेषित करें 👏👏 !!!

ॐ , ओउम् तीन अक्षरों से बना है।
 अ उ म् ।
"अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,

 "उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,

"म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन" हो जाना।

ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है।

ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है।

जानीए

ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक
और
 अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग...

1. ॐ और थायराॅयडः-
 ॐ का उच्‍चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

2. ॐ और घबराहटः-
 अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।

3. ॐ और तनावः-
 यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।

4. ॐ और खून का प्रवाहः-
 यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।

5. ॐ और पाचनः-
 ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है।

6. ॐ लाए स्फूर्तिः-
 इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।

7. ॐ और थकान:-
 थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।

8. ॐ और नींदः-
 नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चिंत नींद आएगी।

9. ॐ और फेफड़े:-
 कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।

10. ॐ और रीढ़ की हड्डी:-
 ॐ के पहले शब्‍द का उच्‍चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।

11. ॐ दूर करे तनावः-
 ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।

आशा है आप अब कुछ समय जरुर ॐ का उच्चारण करेंगे। साथ ही साथ इसे उन लोगों तक भी जरूर पहुंचायेगे जिनकी आपको फिक्र है
"पहला सुख निरोगी काया"
गड्ढे में एक शेर गिर गया ।

परेशान होकर शेर यहाँ वहां देखने लगा पर उसे कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा था ।
तभी वहां एक पेड़ में एक बन्दर आ गया ,

शेर को इस हाल में फंसा देखकर बन्दर ,
शेर का मजाक उडाने लगा , "

क्यों शेर तू तो राजा बना फिरता है अब तो तेरी अकल ठिकाने आ गयी न,
अब शिकारी तुझे मiरेंगे ,
तेरी खाल निकालकर दीवार पर सजायेंगे,
तेरे नाखून और दांत निकाल कर दवाई बनायेंगे ।

तभी वो डाल जिसमें बन्दर बैठा था ,टूट गयी और बन्दर सीधे शेर के सामने आ गिरा ।

गिरते ही बोला

" बाप री सोगन ......माफ़ी मांगने नीचो कूदियो हूँ 😁😁"

😂😂😂😂😂

Sunday, September 25, 2016


जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.: 🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो क अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀 , forwad to all family and friends



जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.: 🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो क अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
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जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
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ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀 , forwad to all family and friends


वह कभी रेट नहीं पूछता..........

एक बार किसी रेलवे प्लैटफॉर्म पर जब गाड़ी रुकी तो एक लड़का पानी बेचता हुआ निकला.... ट्रेन में बैठे एक सेठ ने उसे आवाज दी, ऐ लड़के इधर आ.... लड़का दौड़कर आया.... उसने पानी का गिलास भरकर सेठ की ओर बढ़ाया तो सेठ ने पूछा, कितने पैसे में?

लड़के ने कहा - पच्चीस पैसे....

सेठ ने उससे कहा कि पंदह पैसे में देगा क्या?

यह सुनकर लड़का हल्की मुस्कान दबाए पानी वापस घड़े में उड़ेलता हुआ आगे बढ़ गया....

उसी डिब्बे में एक महात्मा बैठे थे, जिन्होंने यह नजारा देखा था कि लड़का मुस्कराय मौन रहा.... जरूर कोई रहस्य उसके मन में होगा....

महात्मा नीचे उतरकर उस लड़के के पीछे- पीछे गए... बोले - ऐ लड़के ठहर जरा, यह तो बता तू हंसा क्यों?

वह लड़का बोला.... महाराज, मुझे हंसी इसलिए आई कि सेठजी को प्यास तो लगी ही नहीं थी...... वे तो केवल पानी के गिलास का रेट पूछ रहे थे,...

महात्माजी ने पूछा - लड़के, तुझे ऐसा क्यों लगा कि सेठजी को प्यास लगी ही नहीं थी...

लड़के ने जवाब दिया - महाराज, जिसे वाकई प्यास लगी हो वह कभी रेट नहीं पूछता... वह तो गिलास लेकर पहले पानी पीता है... फिर बाद में पूछेगा कि कितने पैसे देने हैं? पहले कीमत पूछने का अर्थ हुआ कि प्यास लगी ही नहीं है....

वास्तव में जिन्हें ईश्वर और जीवन में कुछ पाने की तमन्ना होती है, वे वाद-विवाद में नहीं पड़ते.... पर जिनकी प्यास सच्ची नहीं होती, वे ही वाद-विवाद में पड़े रहते हैं.... वे साधना के पथ पर आगे नहीं बढ़ते.

अगर भगवान नहीं हे तो उसका ज़िक्र क्यो??
और अगर भगवान हे तो फिर फिक्र क्यों ???
मंज़िलों से गुमराह भी ,कर देते हैं कुछ लोग.....
हर किसी से रास्ता पूछना अच्छा नहीं होता..

मित्रो अगर कोई पूछे जिंदगी में क्या खोया और क्या पाया ... तो बेशक कहना...

जो कुछ खोया वो मेरी नादानी थी
और जो भी पाया वो भगवान की मेहरबानी थी ....

शब्द गहरे हैं समजो तो सोना ...
न समजो तो पीतल....

बस अंत में....दो लाईन...
खुबसूरत रिश्ता है मेरा और भगवान के बीच में,
ज्यादा मैं मांगता नहीं और कम वो देता नही...........

अगर पसंद आए तो बिना कहे लाइक शेयर करेँ दें

अगर परीक्षा मे पेपर कठिन हो तो...😇😇😇
.
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आंखें बंद करो😑😑😑
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गहरी सांस लो😤😤😤
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और जोर से कहो😲😲😲
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ये विषय बहुत मजेदार है
हम अगले साल इसे फिर से पड़ेगे😝😝😝
👌👉ll जीवन मंत्र ll

"नल बंद करने से नल बंद होता है!
              "पानी नहीं!
"घड़ी बंद करने से घड़ी बंद होती है!
             "समय नहीं!
"दीपक बुझाने से दीपक बुझाता है!
             "रौशनी नहीं!
"झूट छुपाने से झूट छुपता है!
             "सच नहीं!
"प्रेम करने से प्रेम मिलता है!
             "नफरत नहीं!
"दान करने से रुपया जाता है!
              "लक्ष्मी नहीं!..

जन्म अपने हाथ में नहीं ;
मरना अपने हाथ में नहीं ;
पर जीवन को अपने तरीके से जीना अपने हाथ में होता है ;
 मुस्कुराते रहो ;
सबके दिलों में जगह बनाते रहो।
💐💐💐💐                                                  
🙏🏻🙏🏻 शुभ-सवार🙏🏻🙏🏻
हमारे बचपन में कपड़े तीन टाइप के
ही होते थे •••
स्कूल का ••• घर का ••• और किसी
खास मौके का •••
अब तो ••• कैज़ुअल, फॉर्मल, नॉर्मल,
स्लीप वियर, स्पोर्ट वियर, पार्टी वियर,
स्विमिंग, जोगिंग, संगीत ड्रेस,
फलाना - ढिमका •••
जिंदगी आसान बनाने चले थे ••• पर
वह कपड़ों की तरह कॉम्प्लिकेटेड हो
गयी है •••🤕🤕🤔🤔
बचपन में पैसा जरूर कम था
पर साला उस बचपन में दम था"
.
"पास में महंगे से मंहगा मोबाइल है
पर बचपन वाली गायब वो स्माईल है"
.
"न गैलेक्सी, न वाडीलाल, न नैचुरल था,
पर घर पर जमीं आइसक्रीम का मजा ही कुछ ओर था"
.
अपनी अपनी कारों में घुम रहें हैं हम
पर किराये की उस साईकिल का मजा ही कुछ और था
"बचपन में पैसा जरूर कम था
पर साला उस बचपन में दम था" 👌
हमारे बचपन में कपड़े तीन टाइप के
ही होते थे •••
स्कूल का ••• घर का ••• और किसी
खास मौके का •••
अब तो ••• कैज़ुअल, फॉर्मल, नॉर्मल,
स्लीप वियर, स्पोर्ट वियर, पार्टी वियर,
स्विमिंग, जोगिंग, संगीत ड्रेस,
फलाना - ढिमका •••
जिंदगी आसान बनाने चले थे ••• पर
वह कपड़ों की तरह कॉम्प्लिकेटेड हो
गयी है •••🤕🤕🤔🤔
बचपन में पैसा जरूर कम था
पर साला उस बचपन में दम था"
.
"पास में महंगे से मंहगा मोबाइल है
पर बचपन वाली गायब वो स्माईल है"
.
"न गैलेक्सी, न वाडीलाल, न नैचुरल था,
पर घर पर जमीं आइसक्रीम का मजा ही कुछ ओर था"
.
अपनी अपनी कारों में घुम रहें हैं हम
पर किराये की उस साईकिल का मजा ही कुछ और था
"बचपन में पैसा जरूर कम था
पर साला उस बचपन में दम था" 👌
3rd degree torture by wife 👊:

Wife: Zara Kitchen se Namak lete aana....!
Husband : Yahaan toh koi Namak nahi hai..!
Wife : Mujhe pata tha..! Tum toh ho hi Andhe..!
Kaamchor ho..!
Ek kaam dhang se nahi kar sakte..!
Bas bahaane banaate ho..!
jindagi mey kuch to kaam karo...!
Tumhe nahin milega, Isliye pehle hi le aayi thi..!😾

Husband speechless ..!😷😂😱😝😂

Saturday, September 24, 2016

🍂🌹🍂🌹🍂🌹🍂🌹🍂

 🌹 🌹 सुनहरी बातें 🌹 🌹

1⃣सफ़र का मज़ा लेना हो तो साथ में सामान कम रखें
ज़िन्दगी का मज़ा लेना हो तो दिल के अरमान कम रखें
════════════

2⃣ मिट्टी की पकड़ बहुत मज़बूत होती है
 संगे मरमर पर तो पाँव ही फिसला करते हें
________________

3⃣ज़िन्दगी को इतना सीरियस मत लो
दुनिया से ज़िन्दा कोई भी नहीं गया
════════════

4⃣ जिन के पास सिक्के थे वह मज़े से बारिश में भीगते रहे जिन के पास नोट थे वह छत तलाश करते रह गए
════════════

5⃣ पैसा इनसान को ऊपर ले जा सकता है लैकिन इनसान पैसे को कभी ऊपर लेकर नहीं जा सकता
════════════

6⃣ कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है
लैकिन रौटी का साईज़ हर घर में एक जैसा ही होता है
════════════

7⃣इनसान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले और परिन्दे की चाहत है कि रहने को घर मिले
════════════

8⃣ छोटी छोटी बातें दिल में रखने से बड़े बड़े रिशते कमज़ोर हो जाते हें
════════════

9⃣पीठ पीछे आपकी बात चले तो घबराना मत
कियों कि बात उन्ही की होती है जिन में कोई बात होती है
════════════

◽◽◽◽◽

Friday, September 23, 2016

🙏🙏निरोगधाम पत्रिका🙏🙏

        👉जीवनोपयोगी बातें :-

1- सुबह उठ कर कैसा पानी पीना चाहिए?
उत्तर: हल्का गर्म
2- पानी पीने का क्या तरीका होता है?
उत्तर सिप सिप करके व नीचे बैठ कर.
3 -खाना कितनी बार चबाना चाहिए?
उत्तर: 32 बार
4- पेट भर कर खाना कब खाना चाहिए?
उत्तर: सुबह.
5- सुबह का खाना कब तक खा लेना चाहिए?
उत्तर: सूरज निकलने के ढाई घण्टे तक.
6- सुबह खाने के साथ क्या पीना चाहिए?
उत्तर: जूस
7- दोपहर को खाने के साथ क्या पीना चाहिए?
उत्तर: लस्सी/छाछ.
8 -रात को खाने के साथ क्या पीना चाहिए?
उत्तर: दूध.
9 -खट्टे फल किस समय नही खाने चाहिए?
उत्तर: रात को.
10 -लस्सी खाने के साथ कब पीनि चाहिए?
उत्तर: दोपहर को.
11 -खाने के साथ जूस कब लिया जा सकता है?
उत्तर: सुबह.
12 -खाने के साथ दूध कब ले सकते है?
उत्तर: रात को.
13 -आईसक्रीम कब खानी चाहिए?
उत्तर: कभी नही.
14- फ्रीज़ से निकाली हुई चीज कितनी देर बाद खानी चाहिए?
उत्तर: 1 घण्टे बाद.
15- क्या कोल्ड ड्रिंक पीना चाहिए?
उत्तर: नहीं.
16 -बना हुआ खाना कितनी देर बाद तक खा लेना चाहिए?
उत्तर: 40 मिनट.
17--रात को कितना खाना खाना चाहिए?
उत्तर: न के बराबर.
18 -रात का खाना किस समय कर लेना चाहिए?
उत्तर:- सूरज छिपने से पहले.
19 -पानी खाना खाने से कितने समय पहले पी सकते हैं?
उत्तर: 48 मिनट
20-क्या रात को लस्सी पी सकते हैं?
उत्तर: नही.
21 -सुबह खाने के बाद क्या करना चाहिए?
उत्तर: काम
22 -दोपहर को खाना खाने के बाद क्या करना चाहिए ?
उत्तर: आराम.
23 -रात को खाना खाने के बाद क्या करना चाहिए?
उत्तर: 500 कदम चलना चाहिए.
24 -खाना खाने के बाद हमेशा क्या करना चाहिए?
उत्तर: वज्र आसन.
25 -खाना खाने के बाद वज्रासन कितनी देर करना चाहिए? उत्तर: 5-10 मिनट.
26 -सुबह उठ कर आखों मे क्या डालना चाहिए?
उत्तर: मुंह की लार.
27 -रात को किस समय तक सो जाना चाहिए
उत्तर: 9-10बजे तक.
28- तीन जहर के नाम बताओ?
उत्तर: चीनी, मैदा, सफेद नमक.
29 -दोपहर को सब्जी मे क्या डाल कर खाना चाहिए?
उत्तर: अजवायन.
30 -क्या रात को सलाद खानी चाहिए?
उत्तर: नहीं.
31 -खाना हमेशा कैसे खाना चाहिए
उत्तर: नीचे बैठकर व खूब चबाकर.
32 -चाय कब पीनी चाहिए?
उत्तर: कभी नहीं.
33- दूध मे क्या डाल कर पीना चाहिए?
उत्तर: हल्दी.
34--दूध में हल्दी डालकर क्यों पीनी चाहिए?
उत्तर: कैंसर ना हो इसलिए.
35 -कौन सी चिकित्सा पद्धति ठीक है?
उत्तर: आयुर्वेद.
36 -सोने के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए?
उत्तर: अक्टूबर से मार्च (सर्दियों मे)?
37--ताम्बे के बर्तन का पानी कब पीना चाहिए?
उत्तर: जून से सितम्बर(वर्षा ऋतु).
38 -मिट्टी के घड़े का पानी कब पीना चाहिए?
उत्तर: मार्च से जून (गर्मियों में).
39 -सुबह का पानी कितना पीना चाहिए?
उत्तर: कम से कम 2-3 गिलास.
40 -सुबह कब उठना चाहिए?
उत्तर: सूरज निकलने से डेढ़ घण्टा पहले.
आपसे विनम्र निवेदन है कि यह मैसेज कम से कम 2 लोगो को भेजें:


*कहाँ पर बोलना है, और कहाँ पर बोल जाते हैं*
*जहाँ खामोश रहना है, वहाँ मुँह खोल जाते हैं.*

*कटा जब शीश सैनिक का, तो हम खामोश रहते हैं*
*कटा एक सीन पिक्चर का, तो सारे बोल जाते हैं.*

*ये कुर्सी मुल्क खा जाए, तो कोई कुछ नही कहता*
*मगर रोटी की चोरी हो, तो सारे बोल जाते हैं.*

*नयी नस्लों के ये बच्चे, जमाने भर की सुनते हैं*
*मगर माँ बाप कुछ बोले, तो बच्चे बोल जाते है*

*फसल बर्बाद होती है, तो कोई कुछ नही कहता*
*किसी की भैंस चोरी हो, तो सारे बोल जाते हैं.*

*बहुत ऊँची दुकानो मे कटाते, जेब सब अपनी*
*मगर मजदूर माँगेगा, तो सिक्के बोल जाते हैं.*

*गरीबों के घरों की बेटियाँ, अब तक कुँवारी हैं*
*कि रिश्ता कैसे होगा, जबकि गहने बोल जाते हैं*

*अगर मखमल करे गलती, तो कोई कुछ नही कहता*
*फटी चादर की गलती हो, तो सारे बोल जाते हैं...*

*हवाओं की तबाही को, सभी चुपचाप सहते हैं*
*च़रागों से हुई गलती, तो सारे बोल जाते हैं.*

*बनाते फिरते हैं रिश्ते, जमाने भर से हम अक्सर*
*मगर घर मे जरूरत हो, तो रिश्ते बोल जाते हैं...*

*9 short stories worth reading, feeling and forwarding to all those dear to you* ..

1. *FALL and RISE*
 
Today, when I slipped on the wet tile floor a boy in a wheelchair caught me before I slammed my head on the ground. He said, “Believe it or not, that’s almost exactly how I injured my back 3 years ago .

2. *A FATHER'S ADVICE*

Today, my father told me, “Just go for it and give it a try! You don’t have to be a professional to build a successful product. Amateurs started Google and Apple. Professionals built the Titanic

3. *The POWER of UNIQUENESS* .

Today, I asked my mentor – a very successful business man in his 70’s – what his top 3 tips are for success. He smiled and said, “Read something no one else is reading, think something no one else is thinking, and do something no one else is doing.

4. *LOOKING BACK*

Today, I interviewed my grandmother for part of a research paper I’m working on for my Psychology class. When I asked her to define success in her own words, she said, “Success is when you look back at your life and the memories make you smile.

5. *TRY and YOU shall KNOW*

I am blind by birth. When I was 8 years old, I wanted to play baseball. I asked my father- "Dad, can I play baseball?" He said "You'll never know until you try." When I was a teenager, I asked him, - "Dad Can I become a surgeon?". He replied "Son, you'll never know until you try." Today I am a Surgeon, just because I tried!

6. *GOODNESS & GRATITUDE*

Today, after a 72 hour shift at the fire station, a woman ran up to me at the grocery store and gave me a hug. When I tensed up, she realized I didn’t recognize her. She let go with tears of joy in her eyes and the most sincere smile and said, “On 9-11-2001, you carried me out of world trade centre.
 

7. *LOOKING BACK*

Today, as my father, three brothers, and two sisters stood around my mother’s hospital bed, my mother uttered her last coherent words before she died. She simply said, “I feel so loved right now. We should have gotten together like this more often.”

8. *AFFECTION*

Today, I kissed my dad on the forehead as he passed away in a small hospital bed. About 5 seconds after he passed, I realized it was the first time I had given him a kiss since I was a little boy.



9. *SHARING*

Today, I was traveling in Kenya and I met a refugee from Zimbabwe. He said he hadn’t eaten anything in over 3 days and looked extremely skinny and unhealthy. Then my friend offered him the rest of the sandwich he was eating. The first thing the man said was, “We can share it.”

_Cheers to life_😃😊😊



_*One of the best posts,.....thanks to all those who decided to share these real life experiences... Cheers to the journey called life... 💐

Thursday, September 22, 2016

एक लडकी 🙋🏻 थी,
उसका नाम बीना था।

वह बहुत होशियार 💃🏻 थी,
वह दांत की डॉक्टर बनी।

उसने अपना दवाखाना खोला,
ओर दवाखाने के बाहर अपना नाम लीखा,

बीना दांत का दवाखाना.....

😁😂😁😂😁😂😁😂😁😂

Wednesday, September 21, 2016

स्वस्थ रहने के 20 सुनहरे नियम।

आज कल की अवयवस्थित जीवन शैली ही अनेक रोगों का मूल कारण है, अगर थोड़ा सा बदलाव कर लिया जाए तो अनेक रोगों से मुक्ति बिना दवा के पायी जा सकती है। आइये जानते है ये सुनहरे नियम।

1. आजकल बढ़ रहे चर्म रोगों और पेट के रोगों का सबसे बड़ा कारण दूधयुक्त चाय और इसके साथ लिया जाने वाला नमकीन है.

2. कसी हुई टाई बाँधने से आँखों की रोशनी पर नकारात्मक प्रभाव होता है

3. अधिक झुक कर पढने से फेफड़े,रीढ़,और आँख की रौशनी पर बुरा असर होता है

4. अत्यधिक फ्रीज किये हुए ठन्डे पदार्थों के सेवन से बड़ी आंत सिकुड़ जाती है.

5. भोजन के पश्चात स्नान स्नान करने से पाचन शक्ति मंद हो जाती है इसी प्रकार भोजन के तुरंत बाद मैथुन, बहुत ज्यादा परिश्रम करना एवं सो जाना पाचनशक्ति को नष्ट करता है.

6. पेट बाहर निकलने का सबसे बड़ा कारण खड़े होकर या कुर्सी मेज पर बैठ कर खाना और तुरंत बाद पानी पीना है. भोजन सदैव जमीन पर बैठ कर करें. ऐसा करने से आवश्यकता से अधिक खा नहीं पाएंगे. भोजन करने के बाद पानी पीना कई गंभीर रोगों को आमंत्रण देना है.

7. भोजन के प्रारम्भ में मधुर-रस (मीठा), मध्य में अम्ल, लवण रस (खट्टा, नमकीन) तथा अन्त में कटु, तिक्त, कषाय (तीखा, चटपटा, कसेला) रस के पदार्थों का सेवन करना चाहिए

8. भोजन के बाद हाथ धोकर गीले हाथ आँखों पर लगायें. यह आँखों को गर्मी से बचाएगा.

9. नहाने के कुछ पहले एक गिलास सादा पानी पियें. यह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बहुत हद तक दूर रखेगा.

10. नहाने की शुरुवात सर से करें. बाल न धोने हो तो मुह पहले धोये. पैरों पर पहले पानी डालने से गर्मी का प्रवाह ऊपर की ओर होता है और आँख मस्तिष्क आदि संवेदन शील अंगो को क्षति होती है.

11. नहाने के पहले सोने से पहले एवं भोजन कर चुकने के पश्चात मूत्र त्याग अवश्य कर्रें. यह अनावश्यक गर्मी, कब्ज और पथरी से बचा सकता है.

12. कभी भी एक बार में पूर्ण रूप से मूत्रत्याग न करें बल्कि रूक रुक कर करें. यह नियम स्त्री पुरुष दोनों के लिए है ऐसा करके प्रजनन अंगों से सम्बंधित शिथिलता से आसानी से बचा जा सकता है. (कीगल एक्सरसाइज)

13. खड़े होकर मूत्र त्याग से रीढ़ की हड्डी के रोग होने की सम्भावना रहती है. इसी प्रकार खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों के रोग ऑर्थरिटिस आदि हो जाते हैं.

14. फल, दूध से बनी मिठाई, तैलीय पदार्थ खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. ठंडा पानी तो कदापि नहीं.

15. अधिक रात्रि तक जागने से प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है .

16. जब भी कुल्ला करें आँखों को अवश्य धोएं. अन्यथा मुह में पानी भरने पर बाहर निकलने वाली गर्मी आँखों को नुकसान पहुचायेगी.

17. सिगरेट तम्बाकू आदि नशीले पदार्थों का सेवन करने से प्रत्येक बार मस्तिष्क की हजारों कोशिकाएं नष्ट हो जाती है इनका पुनर्निर्माण कभी नहीं होता.

18. मल मूत्र शुक्र खांसी छींक अपानवायु जम्हाई वमन क्षुधा तृषा आंसू आदि कुल 13 अधारणीय वेग बताये गए हं इनको कभी भी न रोकें. इनको रोंकना गंभीर रोगों के कारण बन सकते हैं .प्रतिदिन उषापान करने कई बीमारियाँ नहीं हो पाती और डॉक्टर को दिया जाने वाला बहुत सा धन बच जाता है.उषापान दिनचर्या का अभिन्न अंग बनायें.

20. रात्रि शयन से पूर्व परमात्मा को धन्यवाद अवश्य दें. चाहे आपका दिन कैसा भी बीता हो. दिन भर जो भी कार्य किये हों उनकी समीक्षा करते हुए अगले दिन की कार्य योजना बनायें अब गहरी एवं लम्बी सहज श्वास लेकर शरीर को एवं मन को शिथिल करने का प्रयास करे. अपने सब तनाव, चिन्ता, विचार आदि परमपिता परमात्मा को सौंपकर निश्चिंत भाव से निद्रा की शरण में जाएँ.
*POWER OF POSITIVE THOUGHT(S)*

एक व्यक्ति काफी दिनों से चिंतित चल रहा था जिसके कारण वह काफी चिड़चिड़ा तथा तनाव में रहने लगा था। वह इस बात से परेशान था कि घर के सारे खर्चे उसे ही उठाने पड़ते हैं, पूरे परिवार की *जिम्मेदारी* उसी के ऊपर है, किसी ना किसी रिश्तेदार का उसके यहाँ आना जाना लगा ही रहता है, उसे बहुत ज्यादा INCOME TAX देना पड़ता है आदि - आदि।

इन्ही बातों को सोच सोच कर वह काफी परेशान रहता था तथा बच्चों को अक्सर डांट देता था तथा अपनी पत्नी से भी ज्यादातर उसका किसी न किसी बात पर झगड़ा चलता रहता था।

एक दिन उसका बेटा उसके पास आया और बोला पिताजी मेरा स्कूल का होमवर्क करा दीजिये, वह व्यक्ति पहले से ही तनाव में था तो उसने बेटे को डांट कर भगा दिया *लेकिन जब थोड़ी देर बाद उसका गुस्सा शांत हुआ तो वह बेटे के पास गया तो देखा कि बेटा सोया हुआ है* और उसके हाथ में उसके होमवर्क की कॉपी है। उसने कॉपी लेकर देखी और जैसे ही उसने कॉपी नीचे रखनी चाही, उसकी नजर होमवर्क के टाइटल पर पड़ी।

होमवर्क का टाइटल था ••• *वे चीजें जो हमें शुरू में अच्छी नहीं लगतीं लेकिन बाद में वे अच्छी ही होती हैं।*

इस टाइटल पर बच्चे को एक पैराग्राफ लिखना था जो उसने लिख लिया था। उत्सुकतावश उसने बच्चे का लिखा पढना शुरू किया बच्चे ने लिखा था •••

● मैं अपने फाइनल एग्जाम को बहुंत धन्यवाद् देता हूँ क्योंकि शुरू में तो ये बिलकुल अच्छे नहीं लगते लेकिन इनके बाद स्कूल की छुट्टियाँ पड़ जाती हैं।

● मैं ख़राब स्वाद वाली कड़वी दवाइयों को बहुत धन्यवाद् देता हूँ क्योंकि शुरू में तो ये कड़वी लगती हैं लेकिन ये मुझे बीमारी से ठीक करती हैं।

● मैं सुबह - सुबह जगाने वाली उस अलार्म घड़ी को बहुत धन्यवाद् देता हूँ जो मुझे हर सुबह बताती है कि मैं जीवित हूँ।

● मैं ईश्वर को भी बहुत धन्यवाद देता हूँ जिसने मुझे इतने *अच्छे पिता* दिए क्योंकि उनकी डांट मुझे शुरू में तो बहुत बुरी लगती है लेकिन वो मेरे लिए खिलौने लाते हैं, मुझे घुमाने ले जाते हैं और मुझे अच्छी अच्छी चीजें खिलाते हैं और मुझे इस बात की ख़ुशी है *कि मेरे पास पिता हैं क्योंकि मेरे दोस्त सोहन के तो पिता ही नहीं हैं।*

बच्चे का होमवर्क पढने के बाद वह व्यक्ति जैसे अचानक नींद से जाग गया हो। उसकी सोच बदल सी गयी। बच्चे की लिखी बातें उसके दिमाग में बार बार घूम रही थी। खासकर वह last वाली लाइन।

उसकी नींद उड़ गयी थी। फिर वह व्यक्ति थोडा शांत होकर बैठा और उसने अपनी परेशानियों के बारे में सोचना शुरू किया।

●● मुझे घर के सारे खर्चे उठाने पड़ते हैं, इसका मतलब है कि *मेरे पास घर है* और ईश्वर की कृपा से मैं उन लोगों से *बेहतर स्थिति में हूँ जिनके पास घर नहीं है।*

●● मुझे पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है, *इसका मतलब है कि मेरा परिवार है, बीवी बच्चे हैं और ईश्वर की कृपा से मैं उन लोगों से ज्यादा खुशनसीब हूँ जिनके पास परिवार नहीं हैं और वो दुनियाँ में बिल्कुल अकेले हैं।*

●● मेरे यहाँ कोई ना कोई मित्र या रिश्तेदार आता जाता रहता है, इसका मतलब है कि मेरी एक सामाजिक हैसियत है और *मेरे पास मेरे सुख दुःख में साथ देने वाले लोग हैं।*

●● मैं बहुत ज्यादा INCOME TAX भरता हूँ, इसका मतलब है कि मेरे पास अच्छी नौकरी/व्यापार है *और मैं उन लोगों से बेहतर हूँ जो बेरोजगार हैं या पैसों की वजह से बहुत सी चीजों और सुविधाओं से वंचित हैं।*

*हे ! मेरे भगवान् ! तेरा बहुंत बहुंत शुक्रिया ••• मुझे माफ़ करना, मैं तेरी कृपा को पहचान नहीं पाया।*

इसके बाद उसकी सोच एकदम से बदल गयी, उसकी सारी परेशानी, सारी चिंता एक दम से जैसे ख़त्म हो गयी। वह एकदम से बदल सा गया। *वह भागकर अपने बेटे के पास गया और सोते हुए बेटे को गोद में उठाकर उसके माथे को चूमने लगा और अपने बेटे को तथा ईश्वर को धन्यवाद देने लगा।*

हमारे सामने जो भी परेशानियाँ हैं, हम जब तक उनको नकारात्मक नज़रिये से देखते रहेंगे तब तक हम परेशानियों से घिरे रहेंगे लेकिन जैसे ही हम उन्हीं चीजों को, *उन्ही परिस्तिथियों को सकारात्मक नज़रिये से देखेंगे, हमारी सोच एकदम से बदल जाएगी, हमारी सारी चिंताएं, सारी परेशानियाँ, सारे तनाव एक दम से ख़त्म हो जायेंगे और हमें मुश्किलों से निकलने के नए - नए रास्ते दिखाई देने लगेंगे।*
नये चुटकुले
लड़का : आप इतनी सुंदर कैसे हैं
लड़की : शराब के कारण.!!
लड़का : आप शराबपीती हैं?
लड़की : मैं नहीं कमीने, तू नशे में है इसलिए सुंदर दिख रही हूं.!!
😀😀😀😀 😜 😜
She - क्या कर रहे हो ?
.
He - मुंगफली खा रहा हूँ
.
She : waaww अकेले अकेले
.
He - अब 10 रुपये की मूंगफली में भंडारा करू ?
Breakup
😂 😂 😂 😂 😂
मच्छर स्टडी कर रहे थे।
.
.
पहला मच्छर- मैं तो आगे डॉक्टर बनूगाँ।
.
दूसरा मच्छर- मैं तो आगे चलकर इजीँनियर बनूगाँ।
.
इतने मे आन्टी ने मॉरटिन जला दिया।
दोनो मच्छर बोले- बुढिया ने सारा कैरियर खराब कर दिया।
😜 😜 😜 😜 😜 😜
बेटा: पापा, मैं पार्टी के लिए अपने दोस्त के घर जा सकता हूँ ?
पिताजी: मुझसे मत पूछो, अपनी माँ से पूछो।
माँ: मुझसे मत पूछो, अपने पिताजी से पूछो।
बेटा: ये साला घर है या भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच ?
😜 😜 😜 🌺
दादी को गीता पढ़ते देख पोते ने अपनी मां से पूछा ,
मां दादी कौन की परीक्षा की
तैयारी कर रही हैं ?
मां : बेटा ये फाइनल ईयर की तैयारी कर रही हैं.😴
😂
पेशंट:- डॉक्टर, प्लास्टिक सर्जरी कराना हैे, कितना खर्च होगा?
डॉक्टर:- ३ लाख रुपये.....
पेशंट:- (थोडा विचार करके) और प्लास्टिक मै दु तो?
डॉक्टर: फिर फेविकॅाल भी ले आना फ्री में चिपका दूंगा ....
😍 😀😀😀 👌 ☝ 👌 😜 😝 😛 😍
*रामकृष्ण परमहंस* और *स्वामी विवेकानंद* के बीच एक दुर्लभ संवाद

*स्वामी विवेकानंद* : मैं समय नहीं निकाल पाता. जीवन आप-धापी से भर गया है।

*रामकृष्ण परमहंस* : गतिविधियां तुम्हें घेरे रखती है, लेकिन उत्पादकता आजाद करती है।

*स्वामी विवेकानंद* : आज जीवन इतना जटिल क्यों हो गया है?  

*रामकृष्ण परमहंस* : जीवन का विश्लेषण करना बंद कर दो, यह इसे जटिल बना देता है, जीवन को सिर्फ जिओ।

*स्वामी विवेकानंद* : फिर हम हमेशा दुखी क्यों रहते हैं?  

*रामकृष्ण परमहंस* : परेशान होना तुम्हारी आदत बन गयी है, इसी वजह से तुम खुश नहीं रह पाते।

*स्वामी विवेकानंद* : अच्छे लोग हमेशा दुःख क्यों पाते हैं?

*रामकृष्ण परमहंस* : हीरा रगड़े जाने पर ही चमकता है, सोने को शुद्ध होने के लिए आग में तपना पड़ता है, अच्छे लोग दुःख नहीं पाते बल्कि परीक्षाओं से गुजरते है, इस अनुभव से उनका जीवन बेहतर होता है, बेकार नहीं होता।

*स्वामी विवेकानंद* : आपका मतलब है कि ऐसा अनुभव उपयोगी होता है?

*रामकृष्ण परमहंस* : हां. हर लिहाज से अनुभव एक कठोर शिक्षक की तरह है, पहले वह परीक्षा लेता है और फिर सीख देता है।

*स्वामी विवेकानंद* : समस्याओं से घिरे रहने के कारण, हम जान ही नहीं पाते कि किधर जा रहे हैं...

*रामकृष्ण परमहंस* : अगर तुम अपने बाहर झांकोगे तो जान नहीं पाओगे कि कहां जा रहे हो, अपने भीतर झांको, आखें दृष्टि देती है, हृदय राह दिखाता है।

*स्वामी विवेकानंद* : क्या असफलता सही राह पर चलने से ज्यादा कष्टकारी है?

*रामकृष्ण परमहंस* : सफलता वह पैमाना है जो दूसरे लोग तय करते है, संतुष्टि का पैमाना तुम खुद तय करते हो।

*स्वामी विवेकानंद* : कठिन समय में कोई अपना उत्साह कैसे बनाए रख सकता है?

*रामकृष्ण परमहंस* : हमेशा इस बात पर ध्यान दो कि तुम अब तक कितना चल पाए, बजाय इसके कि अभी और कितना चलना बाकी है. जो कुछ पाया है, हमेशा उसे गिनो, जो हासिल न हो सका उसे नही।

*स्वामी विवेकानंद* : लोगों की कौन सी बात आपको हैरान करती है?

*रामकृष्ण परमहंस* : जब भी वे कष्ट में होते हैं तो पूछते हैं, "मैं ही क्यों?" जब वे खुशियों में डूबे रहते हैं तो कभी नहीं सोचते, "मैं ही क्यों?"

*स्वामी विवेकानंद* : मैं अपने जीवन से सर्वोत्तम कैसे हासिल कर सकता हूँ?

*रामकृष्ण परमहंस* : बिना किसी अफ़सोस के अपने अतीत का सामना करो, पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने वर्तमान को संभालो, निडर होकर अपने भविष्य की तैयारी करो।

*स्वामी विवेकानंद* : एक आखिरी सवाल. कभी-कभी मुझे लगता है कि मेरी प्रार्थनाएं बेकार जा रही है।

*रामकृष्ण परमहंस* : कोई भी प्रार्थना बेकार नहीं जाती, अपनी आस्था बनाए रखो और डर को परे रखो, जीवन एक रहस्य है जिसे तुम्हें खोजना है, यह कोई समस्या नहीं जिसे तुम्हें सुलझाना है, मेरा विश्वास करो- अगर तुम यह जान जाओ कि जीना कैसे है तो जीवन सचमुच बेहद आश्चर्यजनक है।
👌आर्ट ऑफ लिविंग... की कुछ अच्छी बातें 👌

👉!!जीवन में आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करे।👈

👆अपनी पसंद की चीजों के लिये खर्चा करें।👆

👆इतना हंसिये के पेट दर्द हो जाये।👆

👆आप कितना भी बुरा नाचते हो ,फिर भी नाचिये।उस खुशी को महसूस किजिये।👆

👆फोटोज् के लिये पागलों वाली पोज् दिजिये।बिल्कुल छोटे बच्चे बन जाइये।👆

👌हर पल को खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते है।👌
👆"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश रहो👆
👆काम में खुश रहो,"आराम में खुश रहो👆
👉"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश रहो👈

👆"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश रहो 👆

👆"जिस को देख नहीं सकते," उसकी आवाज से ही खुश रहो👆
👉"जिसको पा नहीं सकते,"उसको सोच कर ही खुश रहो👈
👌"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश रहो👌
👆"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश रहो 👆
😄"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश रहो😄
👍"जिंदगी है छोटी," हर हाल में खुश रहो👍

👉अगर दिल को छुआ हो तो जवाब दो, वरना बिना जवाब के भी खुश रहो 👈
🙏

*वैचारिक आँकलन -*
एक पुत्र अपने पिता के विषय में उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर क्या विचार रखता है....

*4 वर्ष :* मेरे पापा महान है ।

*6 वर्ष :* मेरे पापा सबकुछ जानते है, वे सबसे होशियार है।।    

*10 वर्ष :* मेरे पापा अच्छे है, परन्तु गुस्से वाले है।

*12 वर्ष :* मैं जब छोटा था, तब मेरे पापा मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते थे ।

*16 वर्ष :* मेरे पापा वर्तमान समय के साथ नही चलते, सच पूछो तो उनको कुछ भी ज्ञान ही नही है !

*18 वर्ष :* मेरे पापा दिनों दिन चिड़चिड़े और अव्यवहारिक होते जा रहे है।

*20 वर्ष :* ओहो... अब तो पापा के साथ रहना ही असहनीय हो गया है....मालुम नही मम्मी इनके साथ कैसे रह पाती है।

*25 वर्ष :* मेरे पापा हर बात में मेरा विरोध करते है, कौन जाने, कब वो दुनिया को समझ सकेंगे।

*30 वर्ष :* मेरे छोटे बेटे को सम्भालना मुश्किल होता जा रहा है... बचपन में मै अपने पापा से कितना डरता था ?

*40 वर्ष :* मेरे पापा ने मुझे कितने अनुशासन से पाला था, आजकल के लड़को में कोई अनुशासन और शिष्टाचार ही नही है।

*50 वर्ष :* मुझे आश्चर्य होता है, मेरे पापा ने कितनी मुश्किलें झेल कर हम चार भाई-बहनो को बड़ा किया, आजकल तो एक सन्तान को बड़ा करने में ही दम निकल जाता है।

*55 वर्ष :* मेरे पापा कितनी दूरदृष्टि वाले थे, उन्होंने हम सभी भाई-बहनो के लिये कितना व्यवस्थित आयोजन किया था, आज वृद्धावस्था में भी वे संयमपुर्वक जीवन जी सकते है।

*60 वर्ष :* मेरे पापा महान थे, वे जिन्दा रहे तब तक हम सभी का पूरा ख्याल रखा।
 सच तो यह है की..... पापा ( पिता ) को अच्छी तरह समझने में पुरे 60 साल लग गये ।

*कृपया आप अपने पापा को समझने में इतने वर्ष मत लगाना, समय से चेत जाना, और पिता की महानता को बराबर समझ लेना......।*


*शहीद जवान के बच्चे की कविता दिल छू गई*

ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है?

माँ मेरा मन बात ये समझ ना पाये है,

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

*पहले पापा मुन्ना मुन्ना कहते आते थे,*

टॉफियाँ खिलोने साथ में भी लाते थे।

गोदी में उठा के खूब खिलखिलाते थे,

हाथ फेर सर पे प्यार भी जताते थे।

*पर ना जाने आज क्यूँ वो चुप हो गए,*

लगता है की खूब गहरी नींद सो गए।

नींद से पापा उठो मुन्ना बुलाये है,

*ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।*

फौजी अंकलों की भीड़ घर क्यूँ आई है,

पापा का सामान साथ में क्यूँ लाई है।

*साथ में क्यूँ लाई है वो मेडलों के हार ,*

आंख में आंसू क्यूँ सबके आते बार बार।

चाचा मामा दादा दादी चीखते है क्यूँ,

*माँ मेरी बता वो सर को पीटते है क्यूँ।*

गाँव क्यूँ शहीद पापा को बताये है,

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

*माँ तू क्यों है इतना रोती ये बता मुझे,*

होश क्यूँ हर पल है खोती ये बता मुझे।

माथे का सिन्दूर क्यूँ है दादी पोछती,

*लाल चूड़ी हाथ में क्यूँ बुआ तोडती।*

काले मोतियों की माला क्यूँ उतारी है,

क्या तुझे माँ हो गया समझना भारी है।

*माँ तेरा ये रूप मुझे ना सुहाये है,*

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

पापा कहाँ है जा रहे अब ये बताओ माँ,

*चुपचाप से आंसू बहा के यूँ सताओ ना।*

क्यूँ उनको सब उठा रहे हाथो को बांधकर,

जय हिन्द बोलते है क्यूँ कन्धों पे लादकर।

दादी खड़ी है क्यूँ भला आँचल को भींचकर,

*आंसू क्यूँ बहे जा रहे है आँख मींचकर।*

पापा की राह में क्यूँ फूल ये सजाये है,

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

क्यूँ लकड़ियों के बीच में पापा लिटाये है,

*सब कह रहे है लेने उनको राम आये है।*

पापा ये दादा कह रहे तुमको जलाऊँ मैं,

बोलो भला इस आग को कैसे लगाऊं मैं।

*इस आग में समा के साथ छोड़ जाओगे,*

आँखों में आंसू होंगे बहुत याद आओगे।

अब आया समझ माँ ने क्यूँ आँसू बहाये थे,

*ओढ़ के तिरंगा पापा घर क्यूँ आये थे ।*
🇮🇳🇮🇳😢😢😢😢😢🇮🇳🇮🇳
एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे ?

चिड़ा ने कहा - उड़
जाऊं तो तुम पकड़ लेना.

चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़
तो सकती हूँ,
पर फिर पा तो नहीं सकती!

यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम
हमेशा साथ रहेंगे,

लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया,
चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़
जाओ मैं नहीं उड़ सकता !!

चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना, कहकर
उड़ गई !

जब तूफान थमा और चिड़िया वापस
आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका था
और एक डाली पर लिखा था.....
""काश वो एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें
नहीं छोड़ सकती""
तो शायद मैं तूफ़ान आने से
पहले नहीं मरता ।।
""
ज़िन्दगी के पाँच सच ~
सच नं. 1 -:
माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!
────────────────────────
सच नं. 2 -:
गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!
────────────────────────
सच नं. 3 -:
आज भी लोग अच्छी सोच को नही,
अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!
────────────────────────
सच नं. 4 -:
इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!
────────────────────────
सच न. 5 -:
जिस शख्स को अपना खास समझो….
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…!!!
 गीता में लिखा है कि.......

अगर कोई इन्सान
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है

अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से
वो बहुत उदास है

अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वो
अंदर से बहुत कमजोर है

अगर कोई जरा जरा सी
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है

अगर कोई हर बात पर
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है

लोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती , लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है!!!

1. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके बदलो....., ईरादे नही..

2. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..!

3. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है...

सत्य वचन....

4. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,, शायद कोई
जिन्दगी बच जाये

5. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता..!

6. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी धोखा खाने से आती है.....!

7. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,, आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....!

8. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...!

9. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...!

10. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...!

11. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस होसला और मेहनत की जरूरत है...l

पहले मैं होशियार थl, इसलिए दुनिया बदलने चला था,,, आज मैं समझदार हूँ, इसलिए खुद को बदल रहा हूँ...।
👍 अपने दोस्तो को भी पढवाये 😊

वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखा कर रोई, मैं किसी और की हूँ बस इतना बता के रोई!
शायद उम्र भर की जुदाई का ख्याल आया था उसे, वो मुझे पास अपने बैठा के रोई !

कभी कहती थी की मैं न जी पाऊँगी बिन तुम्हारे, और आज ये बात दोहरा के रोई!
मुझसे ज्यादा बिछड़ने का ग़म था उसे, वक़्त-ए -रुखसत वो मुझे सीने से लगा के रोई!

मैं बेक़सूर हूँ कुदरत का फैसला है ये, लिपट कर मुझे बस इतना बता के रोई।
मुझ पर दुःख का पहाड़ एक और टूटा, जब मेरे सामने मेरे ख़त जल के रोई।

मैं तन्हा सा खुद में सिमट के रह गया, जब वो पुराने किस्से सुना के रोई।
मेरी नफ़रत और अदावत पिघल गई एक पल में, वो वेबफ़ा थी तो क्यों मुझे रुला के रोई।

सब गिले-शिकबे मेरे एक पल में बदल गए, झील सी आँखों में जब आँसू के रोई।
कैसे उसकी मोहब्बत पर शक़ करूँ मैं, भरी महफ़िल में वो मुझे गले लगा के रोई !....


◆ ◆ ◆【 हिसाब 】◆ ◆ ◆

समय की .. इस अनवरत बहती धारा में ..
अपने चंद सालों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

जिंदगी ने .. दिया है जब इतना .. बेशुमार यहाँ ..
तो फिर .. जो नहीं मिला उसका हिसाब क्या रखें .. !!

दोस्तों ने .. दिया है .. इतना प्यार यहाँ ..
तो दुश्मनी .. की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

दिन हैं .. उजालों से .. इतने भरपूर यहाँ ..
तो रात के अँधेरों का .. हिसाब क्या रखे .. !!

खुशी के दो पल .. काफी हैं .. खिलने के लिये ..
तो फिर .. उदासियों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

हसीन यादों के मंजर .. इतने हैं जिंदगानी में ..
तो चंद दुख की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

मिले हैं फूल यहाँ .. इतने किन्हीं अपनों से ..
फिर काँटों की .. चुभन का हिसाब क्या रखें .. !!

चाँद की चाँदनी .. जब इतनी दिलकश है ..
तो उसमें भी दाग है .. ये हिसाब क्या रखें .. !!

जब खयालों से .. ही पुलक .. भर जाती हो दिल में ..
तो फिर मिलने .. ना मिलने का .. हिसाब क्या रखें .. !!

कुछ तो जरूर .. बहुत अच्छा है .. सभी में यारों ..
फिर जरा सी .. बुराइयों का .. हिसाब क्या रखें .. !!


➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖

*।। आदमी की औकात ।।*

एक माचिस की तिल्ली, एक घी का लोटा,
लकड़ियों के ढेर पे कुछ घण्टे में राख.....
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!

एक बूढ़ा बाप शाम को मर गया,
अपनी सारी ज़िन्दगी परिवार के नाम कर गया।
कहीं रोने की सुगबुगाहट तो कहीं फुसफुसाहट,
अरे जल्दी ले जाओ, कौन रोयेगा सारी रात ?
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!

मरने के बाद नीचे देखा, नज़ारे नज़र आ रहे थे,
मेरी मौत पे कुछ लोग ज़बरदस्त,
तो कुछ ज़बरदस्ती रो रहे थे।
नहीं रहा... चला गया... चार दिन करेंगे बात...
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!!

बेटा अच्छी तस्वीर बनवायेगा,
सामने अगरबत्ती जलायेगा,
खुश्बुदार फूलों की माला होगी......
अखबार में अश्रुपूरित श्रद्धांजली होगी......
बाद में उस तस्वीर पे जाले भी कौन करेगा साफ़
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!!!

जिन्दगी भर, मेरा-मेरा-मेरा किया....
अपने लिए कम, अपनों के लिए ज्यादा जिया....
कोई न देगा साथ.... जायेगा खाली हाथ....
क्या तिनका ले जाने की भी है हमारी औकात ?

हम चिंतन करें .........
*क्या है हमारी औकात ???*
😌😌😌😌😌😌😌😌😌😌😌


Tuesday, September 20, 2016

😳😳😳😳😇😇😇😇

👨 पति - पत्नी 👸

💝💝💝💝💝💝💝

🌹🌳 👸 एक युवती बगीचे में
बहुत गुस्से में बैठी थी , पास ही एक बुजुर्ग 👴 बैठे थे उन्होने उस परेशान युवती से पूछा क्या हुआ बेटी ? क्यूं इतना परेशान हो ?

🌹 युवती ने गुस्से में अपने पति की गल्तीयों के बारे में बताया

🌹 बुजुर्ग ने मंद मंद मुस्कराते हुए युवती से पूछा बेटी क्या तुम बता सकती हो तुम्हारे घर का नौकर कौन है ?

🌹 युवती ने हैरानी से पूछा क्या मतलब ?

🌹 बुजुर्ग ने कहा :- तुम्हारे घर की सारी जरूरतों का ध्यान रख कर उनको पूरा कौन करता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग ने पूछा :- तुम्हारे खाने पीने की और पहनने ओढ़ने की जरूरतों को कौन पूरा करता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- तुम्हें और बच्चों को किसी बात की कमी ना हो और तुम सबका भविष्य सुरक्षित रहे इसके लिए हमेशा चिंतित कौन रहता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग ने फिर पूछा :- सुबह से शाम तक कुछ रुपयों के लिए बाहर वालों की और अपने अधिकारियों की खरी खोटी हमेशा कौन सुनता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- परेशानी ऒर गम में कॊन साथ देता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- तुम लोगोँ के अच्छे जीवन और रहन सहन के लिए दूरदराज जाकर, सारे सगे संबंधियों को यहां तक अपने माँ बाप को भी छोड़कर जंगलों में भी नौकरी करने को कौन तैयार होता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- घर के गैस बिजली पानी, मकान, मरम्मत एवं रखरखाव, सुख सुविधाओं, दवाईयों, किराना, मनोरंजन भविष्य के लिए बचत, बैंक, बीमा, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, पास पड़ोस, ऑफिस और ऐसी ही ना जाने कितनी सारी जिम्मेदारियों को एक साथ लेकर कौन चलता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- बीमारी में तुम्हारा ध्यान ऒर सेवा कॊन करता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग बोले :- एक बात ऒर बताओ तुम्हारे पति इतना काम ऒर सबका ध्यान रखते है क्या कभी उसने तुमसे इस बात के पैसे लिए ?

🌹 युवती :- कभी नहीं

🌹 इस बात पर बुजुर्ग बोले कि पति की एक कमी तुम्हें नजर आ गई मगर उसकी इतनी सारी खुबियां तुम्हें कभी नजर नही आई ?

🌹 आखिर पत्नी के लिए पति क्यों जरूरी है ?

🌹 मानो न मानो जब तुम दुःखी हो तो वो तुम्हे कभी अकेला नहीं छोड़ेगा।

🌹 वो अपने दुःख अपने ही मन में रखता है लेकिन तुम्हें नहीं बताता ताकि तुम दुखी ना हो।

🌹 हर वक्त, हर दिन तुम्हे कुछ अच्छी बातें सिखाने की कोशिश करता रहता है ताकि वो कुछ समय शान्ति के साथ घर पर व्यतीत कर सके और दिन भर की परेशानियों को भूला सके।

🌹 हर छोटी छोटी बात पर तुमसे झगड़ा तो कर सकता है, तुम्हें दो बातें बोल भी लेगा परंतु किसी और को तुम्हारे लिए कभी कुछ नहीं बोलने देगा।

🌹 तुम्हें आर्थिक मजबूती देगा और तुम्हारा भविष्य भी सुरक्षित करेगा।

🌹 कुछ भी अच्छा ना हो फिर भी तुम्हें यही कहेगा- चिन्ता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।।

🌹 माँ बाप के बाद तुम्हारा पूरा ध्यान रखना और तुम्हे हर प्रकार की सुविधा और सुरक्षा देने का काम करेगा।

🌹 तुम्हें समय का पाबंद बनाएगा।

🌹 तुम्हे चिंता ना हो इसलिए दिन भर परेशानियों में घिरे होने पर भी तुम्हारे 15 बार फ़ोन करने पर भी सुनेगा और हर समस्या का समाधान करेगा।

🌹 चूंकि पति ईश्वर का दिया एक स्पेशल उपहार है, इसलिए उसकी उपयोगिता जानो और उसकी देखभाल करो।

नई नवेली दुल्हन जब
ससुराल में आई तो उसकी
सास बोली : बींदणी कल
माता के मन्दिर में
चलना है।
बहू ने पूछा : सासु माँ एक
तो ' माँ ' जिसने मुझ जन्म
दिया और एक ' आप ' हो
और कोन सी माँ है ?
सास बडी खुश हुई कि मेरी
बहू तो बहुत सीधी है ।
सास ने कहा - बेटा पास के मन्दिर में दुर्गा माता है
सब औरतें जायेंगी हम भी चलेंगे ।
सुबह होने पर दोनों एक साथ मन्दिर जाती है ।
आगे सास पीछे बहू ।
जैसे ही मन्दिर आया तो बहू ने मन्दिर में गाय की मूर्ति को देखकर
कहा : माँ जी देखो ये गाय का बछड़ा दूध पी रहा है ,
मैं बाल्टी लाती हूँ और दूध निकालते है ।
सास ने अपने सिर पर हाथ पीटा कि बहू तो " पागल " है और
बोली :- बेटा ये स्टेच्यू है और ये दूध नही दे सकती।
चलो आगे ।
मन्दिर में जैसे ही प्रवेश किया तो एक शेर की मूर्ति दिखाई दी ।
फिर बहू ने कहा - माँ आगे मत जाओ ये शेर खा जायेगा
सास को चिंता हुई की मेरे बेटे का तो भाग्य फूट गया ।
और बोली - बेटा पत्थर का शेर कैसे खायेगा ?
चलो अंदर चलो मन्दिर में, और
सास बोली - बेटा ये माता है और इससे मांग लो , यह माता तुम्हारी मांग पूरी करेंगी ।
बहू ने कहा - माँ ये तो पत्थर की है ये क्या दे सकती है ? ,
जब पत्थर की गाय दूध नही दे
सकती ?
पत्थर का बछड़ा दूध पी नही सकता ?
पत्थर का शेर खा नही सकता ?
तो ये पत्थर की मूर्ति क्या दे सकती है ?
अगर कोई दे सकती है तो आप ......... है
" आप मुझे आशीर्वाद दीजिये " ।
तभी सास की आँखे खुली !
वो बहू पढ़ी लिखी थी,
तार्किक थी, जागरूक थी ,
तर्क और विवेक के सहारे बहु ने सास को जाग्रत कर दिया !
अगर मानवता की प्राप्ति करनी है तो पहले असहायों , जरुरतमंदों, गरीबो की सेवा करो
परिवार, समाज में लोगो की मदद करे ।
"अंधविश्वास और पाखण्ड को हटाना ही मानव सेवा है " ।
बाकी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च तो मानसिक गुलामी के केंद्र हैं
ना कि ईश्वर प्राप्ति के
........ मानव का सफर पत्थर से शुरु हुआ था। पत्थरों को ही महत्व देता है और आज पत्थर ही बन कर रह गया -

------------------------
1. चूहा अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (गणेश की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित चूहा दिख जाये तो पिंजरा लगाता है और चूहा मार दवा खरीदता है।

2.सांप अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर का कंठहार मानकर)

लेकिन जीवित सांप दिख जाये तो लाठी लेकर मारता है और जबतक मार न दे, चैन नही लेता।

3.बैल अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित बैल(सांड) दिख जाये तो उससे बचकर चलता है ।

4.कुत्ता अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शनिदेव की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित कुत्ता दिख जाये तो 'भाग कुत्ते' कहकर अपमान करता है।

5. शेर अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (दुर्गा की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित शेर दिख जाये तो जान बचाकर भाग खड़ा होता है।

हे मानव!

पत्थर से इतना लगाव क्यों और जीवित से इतनी नफरत क्यों?
🙏🙏🙏💐💐


नई नवेली दुल्हन जब
ससुराल में आई तो उसकी
सास बोली : बींदणी कल
माता के मन्दिर में
चलना है।
बहू ने पूछा : सासु माँ एक
तो ' माँ ' जिसने मुझ जन्म
दिया और एक ' आप ' हो
और कोन सी माँ है ?
सास बडी खुश हुई कि मेरी
बहू तो बहुत सीधी है ।
सास ने कहा - बेटा पास के मन्दिर में दुर्गा माता है
सब औरतें जायेंगी हम भी चलेंगे ।
सुबह होने पर दोनों एक साथ मन्दिर जाती है ।
आगे सास पीछे बहू ।
जैसे ही मन्दिर आया तो बहू ने मन्दिर में गाय की मूर्ति को देखकर
कहा : माँ जी देखो ये गाय का बछड़ा दूध पी रहा है ,
मैं बाल्टी लाती हूँ और दूध निकालते है ।
सास ने अपने सिर पर हाथ पीटा कि बहू तो " पागल " है और
बोली :- बेटा ये स्टेच्यू है और ये दूध नही दे सकती।
चलो आगे ।
मन्दिर में जैसे ही प्रवेश किया तो एक शेर की मूर्ति दिखाई दी ।
फिर बहू ने कहा - माँ आगे मत जाओ ये शेर खा जायेगा
सास को चिंता हुई की मेरे बेटे का तो भाग्य फूट गया ।
और बोली - बेटा पत्थर का शेर कैसे खायेगा ?
चलो अंदर चलो मन्दिर में, और
सास बोली - बेटा ये माता है और इससे मांग लो , यह माता तुम्हारी मांग पूरी करेंगी ।
बहू ने कहा - माँ ये तो पत्थर की है ये क्या दे सकती है ? ,
जब पत्थर की गाय दूध नही दे
सकती ?
पत्थर का बछड़ा दूध पी नही सकता ?
पत्थर का शेर खा नही सकता ?
तो ये पत्थर की मूर्ति क्या दे सकती है ?
अगर कोई दे सकती है तो आप ......... है
" आप मुझे आशीर्वाद दीजिये " ।
तभी सास की आँखे खुली !
वो बहू पढ़ी लिखी थी,
तार्किक थी, जागरूक थी ,
तर्क और विवेक के सहारे बहु ने सास को जाग्रत कर दिया !
अगर मानवता की प्राप्ति करनी है तो पहले असहायों , जरुरतमंदों, गरीबो की सेवा करो
परिवार, समाज में लोगो की मदद करे ।
"अंधविश्वास और पाखण्ड को हटाना ही मानव सेवा है " ।
बाकी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च तो मानसिक गुलामी के केंद्र हैं
ना कि ईश्वर प्राप्ति के
........ मानव का सफर पत्थर से शुरु हुआ था। पत्थरों को ही महत्व देता है और आज पत्थर ही बन कर रह गया -

------------------------
1. चूहा अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (गणेश की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित चूहा दिख जाये तो पिंजरा लगाता है और चूहा मार दवा खरीदता है।

2.सांप अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर का कंठहार मानकर)

लेकिन जीवित सांप दिख जाये तो लाठी लेकर मारता है और जबतक मार न दे, चैन नही लेता।

3.बैल अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित बैल(सांड) दिख जाये तो उससे बचकर चलता है ।

4.कुत्ता अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शनिदेव की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित कुत्ता दिख जाये तो 'भाग कुत्ते' कहकर अपमान करता है।

5. शेर अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (दुर्गा की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित शेर दिख जाये तो जान बचाकर भाग खड़ा होता है।

हे मानव!

पत्थर से इतना लगाव क्यों और जीवित से इतनी नफरत क्यों?
🙏🙏🙏💐💐


A little fun economics to lighten up yr day ....

Wife to her Accountant husband:
what is inflation?
Husband:
Earlier you were 36-24-36. But now you are
48-40-48.
Though you have everything bigger than before, your value has become less than before.
This is INFLATION .😜

Economics is not that difficult if we have the right examples.
Interviewer: What is Recession?
Candidate: When "Wine & Women" get replaced by "Water & Wife", that critical phase of life is called Recession!!😜

Accountancy fact:
What is the difference between Liability & Asset?
A drunk friend is liability.
But,
A drunk Girlfriend is an asset..😍

Ûआजकल घर बैठे मोबाईल सें बुक कराके कुछ भी मंगा लो...।

मैं होटल मे फ़ोन लगाया...tring tring..

मोतीस्वीट्स मे आपका स्वागत है कहिए क्या चाहिए।

मीठा चाहिए।

लड्डू के लिए एक दबाए
रसगुल्ला के लिए दो दबाए
गुलाबजामुन के लिए तीन।
मैने कहा लड्डू चाहिए।
बूंदी के लिए एक दबाए
मगज के लिए दो दबाए
सोंठ के लिए तीन।
मैने एक दबाया..बूंदी चाहिए।

एक पाव के लिए एक दबाए
एक किलो के लिए दो दबाए
एक क्विंटल के लिए तीन।

गलती से तीसरा बटन दब गया। डर के मारे फोन काट दिया पर अगले ही पल मिनट फ़ोन आया -

 आपसे एक क्विंटल लड्डू का आर्डर मिला है पता बताए।

मैं बोला - मैं तोफोन ही नहीँ किया हूँ।

आपके भाई ने किया होगा इसी नंबर से था..अपने भाई को फ़ोन दीजिए।

मैं बोला -हम लोग छः भाई है
बड़े से बात के लिए एक दबाए
उससे छोटे के लिए दो दबाए।
उससे छोटे के लिए तीन
उससे छोटे के लिए चार

उसने फ़ोन काट दिया।😁

😜😜

Sunday, September 18, 2016

Some Humour A Day Keeps the Boredom Away:

I asked my new girlfriend what sort of books she's interested in.

She said - Cheque books.😄😅

*****
The easiest way to make your old car run better, is to check the prices of new car.😁😄

*****

Q: What's the difference between a good lawyer and a great lawyer?

A: A good lawyer knows the law. A great lawyer knows the judge.😅😁

*****
Definition of Nurse : A beautiful woman who holds your hand for one full minute and then expects your pulse to be normal.😧😁

*****
Boss:- We are very keen on cleanliness. Did you wipe your feet on the mat as you came in?

New employee: Yes, sir.

Boss: We are also keen on truthfulness. There is no mat.😧😄

*****

Q: Why dogs don't marry?

A: Because they are already leading a dog's life!😛😄

*****

Q: What's the similarity between mother & wife?

A: One woman brings you into the world crying & the other ensures you continue to do so.😎😧

*****

What's the difference between a good secretary and a personal secretary?

One says "Good morning, boss".

The other says "It's morning, boss."

😃😃😃
 Keep smiling!!

एक हसरत है कि तूने मुझे चाहा होता ,  
दूसरी ये कि तेरा कुर्ब भी पाया होता .

ये जो हर रोज़ परिंदों से सुना करता हूँ
प्यार का गीत मुझे तूने सुनाया होता .

जागता ही न कभी नींद से ऐ जान-ए-वफ़ा
तू अगर ख्वाब में मेरे कभी आया होता .

मिल गया यूँ तो बड़ा नाम मुझे दुनिया में
काश खो कर इसे मैंने तुझे पाया होता .

कोई सरहद , कोई दीवार न हाइल होती
फासला हमने अगर मिल के मिटाया होता .

एक कदम मैंने बढाया था कि दो गाम है तू
एक कदम मेरी तरफ तूने बढाया होता .

मैंने जिस तरह तुझे चाहा , तुझे प्यार किया
काश तूने भी मुझे ऐसे ही चाहा होता .

*_A DINNER DATE_*

*एक ब्रिटिश नागरिक की आपबीती*

एक दिन अचानक मेरी पत्नी मुझसे बोली - "सुनो, अगर मैं तुम्हे किसी और के साथ डिनर और फ़िल्म के लिए बाहर जाने को कहूँ तो तुम क्या कहोगे"।
मैं बोला - " मैं कहूँगा कि अब तुम मुझे प्यार नहीं करती"।
उसने कहा - "मैं तुमसे प्यार करती हूँ, लेकिन मुझे पता है कि यह औरत भी आपसे बहुत प्यार करती है और आप के साथ कुछ समय बिताना उनके लिए सपने जैसा होगा"।


वह अन्य औरत कोई और नहीं मेरी माँ थी। जो मुझ से अलग अकेली रहती थी। अपनी व्यस्तता के कारण मैं उन से मिलने कभी कभी ही जा पाता था।


मैंने माँ को फ़ोन कर उन्हें अपने साथ रात के खानेे और एक फिल्म के लिए बाहर चलने के लिए कहा।


"तुम ठीक तो हो,ना। तुम दोनों के बीच कोई परेशानी तो नहीं" माँ ने पूछा


मेरी माँ थोडा शक्की मिजाज़ की औरत थी। उनके लिए मेरा इस किस्म का फ़ोन मेरी किसी परेशानी का संकेत था।
" नहीं कोई परेशानी नहीं। बस मैंने सोचा था कि आप के साथ बाहर जाना एक सुखद अहसास होगा" मैंने जवाब दिया और कहा 'बस हम दोनों ही चलेंगे"।


उन्होंने इस बारे में एक पल के लिए सोचा और फिर कहा, 'ठीक है।'


शुक्रवार की शाम को जब मैं उनके घर पर पहुंचा तो मैंने देखा है वह भी दरवाजे पर इंतजार कर रही थी। वो एक सुन्दर पोशाक पहने हुए थी और उनका चहेरा एक अलग सी ख़ुशी में चमक रहा था।

कार में माँ ने कहा " 'मैंने अपनी friends को बताया कि मैं अपने बेटे के साथ बाहर  खाना खाने के लिए जा रही हूँ। वे काफी प्रभावित थी"।


हम लोग माँ की पसंद वाले एक रेस्तरां पहुचे जो बहुत सुरुचिपूर्ण तो नहीं मगर  अच्छा और आरामदायक था। हम बैठ गए, और मैं मेनू देखने लगा। मेनू पढ़ते हुए मैंने आँख उठा कर देखा तो पाया कि वो मुझे ही देख रहीं थी और एक उदास सी मुस्कान उनके होठों पर थी।


'जब तुम छोटे थे तो ये मेनू मैं तुम्हारे लिए पढ़ती थी' उन्होंने कहा।

'माँ इस समय मैं इसे आपके लिए पढना चाहता हूँ,' मैंने जवाब दिया।


खाने के दौरान, हम में एक दुसरे के जीवन में घटी हाल की घटनाओं पर चर्चा होंने लगी। हम ने आपस में इतनी ज्यादा बात की, कि पिक्चर का समय कब निकल गया हमें पता ही नही चला।


बाद में वापस घर लौटते समय माँ ने कहा कि अगर अगली बार मैं उन्हें बिल का पेमेंट करने दूँ, तो वो मेरे साथ दोबारा डिनर के लिए आना चाहेंगी।
मैंने कहा "माँ जब आप चाहो और बिल पेमेंट कौन करता है इस से क्या फ़र्क़ पड़ता है।
माँ ने कहा कि फ़र्क़ पड़ता है और अगली बार बिल वो ही पे करेंगी।


"घर पहुँचने पर पत्नी ने पूछा" - कैसा रहा।
"बहुत बढ़िया, जैसा सोचा था उससे कही ज्यादा बढ़िया" - मैंने जवाब दिया।



इस घटना के कुछ दिनबाद, मेरी माँ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह इतना अचानक हुआ कि मैं उनके लिए कुछ नहीं कर पाया ।


माँ की मौत के कुछ समय बाद, मुझे एक लिफाफा मिला जिसमे उसी रेस्तरां की एडवांस पेमेंट की रसीद के साथ माँ का एक ख़त था जिसमे माँ ने लिखा था " मेरे बेटे मुझे पता नहीं कि मैं तुम्हारे साथ दोबारा डिनर पर जा पाऊँगी या नहीं इसलिए मैंने दो लोगो के खाने के अनुमानित बिल का एडवांस पेमेंट कर दिया है। अगर मैं नहीं जा पाऊँ तो तुम अपनी पत्नी के साथ भोजन करने जरूर जाना।
उस रात तुमने कहा था ना कि क्या फ़र्क़ पड़ता है।  मुझ जैसी अकेली रहने वाली बूढी औरत को फ़र्क़ पड़ता है, तुम नहीं जानते उस रात तुम्हारे साथ बीता हर पल मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन समय में एक था।
भगवान् तुम्हे सदा खुश रखे।
I love you".
तुम्हारी माँ


*उस पल मुझे अपनों को समय देने और उनके प्यार को महसूस करने का महत्त्व मालूम हुआ।*


*_जीवन में कुछ भी आपके अपने परिवार से भी ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।_*

ना व्हाट्सएप

ना फेसबूक

ना मोबाइल

ना लैपटॉप

और

ना ही टीवी।


*अपने परिजनों को उनके हिस्से का समय दीजिए क्योंकि आपका साथ ही उनके जीवन में खुशियाँ का आधार है।*

*_इस मेसेज को उन सब व्यक्तियों के साथ शेयर कीजिए_*

*जिनके बूढ़े माता पिता हो*

*जिनके छोटे बच्चे हो*

और

*_जिनको प्यार करने वाला और उनका इंतज़ार कोई हो..._*