Sunday, October 8, 2017

क्रोध सोमवार को आये,*
 तो कहना कि सप्ताह की शुरुआत है
           आज नहीं करूँगा।

        *मंगलवार को आये,*
              तो बोलना कि
     मंगल में अमंगल क्यों करूँ ?

             *बुध को आये,*
     तो कहना कि बुध तो शुद्ध है
          इसे अशुद्ध क्यों करुँ?

          *गुरुवार को आये,*
तो बोलना आज तो गुरु का दिन है,
         मन में शान्ति रखना है।

          *शुक्रवार को आये,*
        तो कहना कि शुक्र को तो
 शुक्रिया अदा करना है भगवान का।

          *शनिवार को आये,*
तो सोचना कि शनि के दिन घर में
            शनिचर क्यों आयें?

      *और रविवार को आये,*
तो कहना- आज तो छुट्टी का दिन है।

*खुश💃 रहिये, मुस्कुराते😊रहिये और*
     *हाँ, कभी क्रोध न कीजिये|*
आपका दिन👆💥🌅मंगलमय हो🙏💐

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