Friday, June 3, 2022

 पिता को सिर्फ स्टेटस में नही

दिल मे भी रखो

और बाहर दिखावा कम करो


पिता है तो सब कुछ है

हवा,पानी,धरती,आकाश,

धन,चैन,नींद,सपने,सपनों में पँख


ज़िंदगी में अपना कमाया कुछ भी नही ,

ये इज्जत भी मेरे बाप की इज्जत है


जाया ना कर अपने अल्फ़ाज़ हर किसी के लिए

बस खामोश रह कर देख तुझे समझता कौन है


सुना है बाप का साया हो तो 

कांटा भी नही चुभता


जिस नींव पर टिके मेरे सभी धंधे है

वो कुछ और नही मेरे पापा के कंधे है


पिता का दिन नही होता

पिता से ही दिन होता है


जब हम छोटे थे मंदिर में भीड़ के कारण पिता के कंधे पर बैठकर भगवान के दर्शन करते थे

पर उस वक्त समझ नही थी कि हम खुद भगवान के कंधे पर ही बैठे है


अपनी सफलता का रौब

माता पिता को मत दिखाओ

उन्होंने अपनी ज़िन्दगी हारकर

आपको जिताया है


माँ के बगैर घर सूना लगता है

और पिता के बगैर ज़िन्दगी


अपने आंसुओ की चिंता नही है मुझे 

बस अपने पापा की आंखों में

आंसू नही देख सकता


मैं सुबह उठा तो कोई थक कर भी

काम पर जा रहा था वो थे पापा


जब कभी बाप बनोगे

 तो समझ आएगा

 क्यूं देर रात घर आने पर पापा चिल्लाते है

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