Sunday, June 5, 2016

कॉलेज में Happy married life पर

एक workshop हो रही थी,

 जिसमे कुछ शादीशुदा

 जोडे हिस्सा ले रहे थे।

जिस समय प्रोफेसर मंच पर आए

उन्होने नोट किया कि सभी

पति- पत्नी शादी पर

जोक कर हँस रहे थे...

ये देख कर प्रोफेसर ने कहा

 कि चलो पहले एक Game खेलते है...

उसके बाद अपने विषय पर बातें करेंगे।

सभी खुश हो गए

और कहा कोनसा Game ?

प्रोफ़ेसर ने एक married

 लड़की को खड़ा किया

और कहा कि तुम ब्लेक बोर्ड पे

 ऐसे 25- 30 लोगों के नाम लिखो

जो तुम्हे सबसे अधिक प्यारे हों

लड़की ने पहले तो अपने परिवार के

लोगो के नाम लिखे

फिर अपने सगे सम्बन्धी,

 दोस्तों,पडोसी और

सहकर्मियों के नाम लिख दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने उसमे से

कोई भी कम पसंद वाले

5 नाम मिटाने को कहा...

 लड़की ने अपने

सह कर्मियों के नाम मिटा दिए..

 प्रोफ़ेसर ने और 5 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने थोडा सोच कर

अपने पड़ोसियो के नाम मिटा दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने

और 10 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने अपने सगे सम्बन्धी

 और दोस्तों के नाम मिटा दिए...

अब बोर्ड पर सिर्फ 4 नाम बचे थे

 जो उसके मम्मी- पापा,

पति और बच्चे का नाम था..

 अब प्रोफ़ेसर ने कहा इसमें से

 और 2 नाम मिटा दो...

लड़की असमंजस में पड गयी

 बहुत सोचने के बाद

बहुत दुखी होते हुए उसने

अपने मम्मी- पापा का

नाम मिटा दिया...

सभी लोग स्तब्ध और शांत थे

 क्योकि वो जानते थे

कि ये गेम सिर्फ वो

लड़की ही नहीं खेल रही थी

 उनके दिमाग में भी

यही सब चल रहा था।


अब सिर्फ 2 ही नाम बचे थे...

 पति और बेटे का...

 प्रोफ़ेसर ने कहा

और एक नाम मिटा दो...

लड़की अब सहमी सी रह गयी...

बहुत सोचने के बाद रोते हुए

 अपने बेटे का नाम काट दिया...

प्रोफ़ेसर ने उस लड़की से कहा

 तुम अपनी जगह पर जाकर बैठ जाओ...

और सभी की तरफ गौर से देखा...

और पूछा-

क्या कोई बता सकता है

कि ऐसा क्यों हुआ कि सिर्फ

 पति का ही नाम

बोर्ड पर रह गया।

कोई जवाब नहीं दे पाया...

सभी मुँह लटका कर बैठे थे...

प्रोफ़ेसर ने फिर

उस लड़की को खड़ा किया

और कहा...

ऐसा क्यों !

जिसने तुम्हे जन्म दिया

और पाल पोस कर

इतना बड़ा किया

उनका नाम तुमने मिटा दिया...

 और तो और तुमने अपनी

 कोख से जिस बच्चे को जन्म दिया

उसका भी नाम तुमने मिटा दिया ?

लड़की ने जवाब दिया.......

 कि अब मम्मी- पापा बूढ़े हो चुके हैं,

कुछ साल के बाद वो मुझे

और इस दुनिया को छोड़ के

चले जायेंगे ......

मेरा बेटा जब बड़ा हो जायेगा

तो जरूरी नहीं कि वो

शादी के बाद मेरे साथ ही रहे।

लेकिन मेरे पति जब तक मेरी

 जान में जान है

 तब तक मेरा आधा शरीर बनके

 मेरा साथ निभायेंगे

इस लिए मेरे लिए

सबसे अजीज मेरे पति हैं..

प्रोफ़ेसर और बाकी स्टूडेंट ने

 तालियों की गूंज से

लड़की को सलामी दी...

प्रोफ़ेसर ने कहा

तुमने बिलकुल सही कहा

 कि तुम और सभी के बिना

रह सकती हो

पर अपने आधे अंग अर्थात

 अपने पति के बिना नहीं रह सकती l

मजाक मस्ती तक तो ठीक है

पर हर इंसान का

अपना जीवन साथी ही

उसको सब से ज्यादा

अजीज होता है...

ये सचमुच सच है for all husband and wife कभी मत भूलना.....


((((((((🙏प्राणप्रिये🙏)))))))

घर में रहीं तो,
" ये करो और वो करो "
पेपर भी नीचे गिरा तो,
" कितना घर फैलाते हो "

इसीलिए सोचा चार दिन को,
जाती हो तुम मायके
आराम और सुख से,
अकेला रहूँगा चैन से।।

ख़ुशी ख़ुशी छोड़ा उसे,
ट्रेन में दिया बिठाल।
क्या सुनाऊँ मित्रों,
तुमको अपना हाल।।

सुबह जागने पर सोचा,
सारा कचरा निकालूँ।
कोना कोना ढूँढ लिया पर,
मिला ना मुझको झाडू।।

सोचा कचरा पड़ा रहन दो,
दाँत घिसता हूँ बेस्ट।
ब्रश तुरंत मिल गया, पता नहीं,
कहाँ रख गई पेस्ट।।

नहाने को गरम पानी,
बढ़िया किया तैयार।
टॉवल बाहर रह गया,
किसे पुकारूँ यार।।

मिलता नहीं पतीला,
दूधवाला आया।
यहाँ वहाँ सब ढूँढ लिया,
ढक्कन ना मिल पाया।।

गया बनाने चाय तो,
नहीं मिल रही शक्कर।
गैस जलाऊँ कैसे,
बिगड़ गया है, लाइटर।।

दोपहर के भोजन में,
तेज हो गई भाजी।
कड़क कड़क रोटी बनी,
मन कैसे हो राजी।।

चावल गीला हो गया,
दाल बन गई पतली।
हर कौर के साथ आँख से,
आँसू की धारा निकली।।

किटकिट किटकिट करती रानी,
जब तुम घर में होतीं।
लेकिन जीवन सूना लगता,
पास नहीं जब तुम होतीं।।

मैं अगर शिव हूँ, तो,
तुम हो मेरी शक्ति।
पूजा मेरी संग तुम्हारे,
साथ साथ है भक्ति।।

सहचारिणी हे प्राणसखी,
विनती है ये मेरा गाना।
जब भी तुम जाओ कहीं,
संग मुझे भी ले जाना।।

संग मुझे भी ले जाना।।

Dedicated all beautiful ladies


Saturday, June 4, 2016

Toot jaye na bharam, hont hilaun kaise ?
Haal jaisa bhi hai, logon ko sunaun kaise ...?

Khushk ankhon se bhi ahkon ki mahak aati hai,
Main tere gham ko zamane se chhupaon kaise ... ??

Tu hi bata meri yaadon ko bhulane wale,
Mai teri yaad ko iss DIL se bhulaon kaise ...???

Phool hota to tere dar pe sajja bhi rahta,
Zakham le kar teri dahleez par aaon kaise ...????

Tu rulata hai to rulaa mujhe ji bhar ke,
Teri ankhen hain meri, mai inko rulaun kaise ... ?????

कुछ पीछे तो नहीं रह गया?



"अरे सब सामान ले लिया क्या? बस में किसीका कुछ पीछे रह तो नहीं गया?

"जी सर, सब ले लिया ।" स्कूल ट्रिपसे वापिस आये सब बच्चे एक साथ चिल्लाये । और बससे उतरकर घरकी तरफ दौड़ गए ।

"सर, फिर भी बस में देख लेना ।"
हेडमास्टर का हुकुम होते ही सर वापिस बस में गए । बस में नजर घुमाते ही पता चला बहुत कुछ रह गया है पीछे । वेफर्स, चॉकलेट के रैपर्स और कोल्ड ड्रिंक पानी की खाली बोतले पड़ी थी । जबतक ये भरे थे, तबतक ये अपने थे । खाली होतेही ये अपने नहीं रहे । जितना हो सके, सर ने कैरी बैग में भर दिया और बस से उतर ने लगे ।

"कुछ रह तो नहीं गया पीछे?" हेडमास्टर के फिरसे सवाल पूछने पर सर ने हँसके नहीं का इशारा किया ।

पर अब सर का मन "कुछ पीछे तो नहीं रह गया?" इस सवाल के इर्द गिर्द घूमने लगा । जिंदगी के हर मोड़पर अलग अलग रूप में यही सवाल परेशान करता है । इस सवाल की व्याप्ती इतनी बड़ी होगी ये सरको अभी पता चला...

⏰ बचपन गुजरते गुजरते कुछ खेल खेलना पीछे तो नहीं रह गया?
जिंदगी के सफ़र में चलते चलते हर मुकाम पर यही सवाल परेशान करता रहा....कुछ पीछे तो नहीं रह गया?

⏰3 महीने के बच्चे को दाई के पास रखकर जॉब पर जानेवाली माँ को दाई ने पूछा...कुछ पीछे तो नहीं रह गया? पर्स, चाबी सब ले लिया ना?

अब वो कैसे हाँ कहे? पैसे के पीछे भागते भागते...सब कुछ पाने की ख्वाईश में वो सब कुछ तो पीछे छोड़कर जा रही है...


शादी में दुल्हन को बिदा करते ही
शादी का हॉल खाली करते हुए दुल्हन की भुआ ने पूछा..."भैया, कुछ पीछे तो नहीं रह गया ना? चेक करो ठीकसे ।.. बाप चेक करने गया तो दुल्हन के रूम में कुछ फूल सूखे पड़े थे । सब कुछ तो पीछे रह गया...25 साल जो नाम लेकर जिसको आवाज देता था लाड से...वो नाम पीछे रह गया और उस नाम के आगे गर्व से जो नाम लगाता था वो नाम भी पीछे रह गया अब...

"भैया, देखा? कुछ पीछे तो नहीं रह गया?" भुआ के इस सवाल पर आँखों में आये आंसू छुपाते बाप जुबाँ से तो नहीं बोला....पर दिल में एक ही आवाज थी...सब कुछ तो पीछे रह गया...

⏰ "कुछ पीछे तो नहीं रह गया?" शमशान से लौटते वक्त पुजारी ने पूछा । नहीं कहते हुए वो आगे बढ़ा...पर नजर फेर ली एक बार पीछे देखने के लिए....माँ की चिता की सुलगती आग देखकर मन भर आया । भागते हुए गया और थोडीसी राख चिमटी में लेकर लौटा ।

दोस्त ने पूछा...कुछ रह गया था क्या?

भरी आँखों से बोला...नहीं कुछ भी नहीं रहा अब...और जो रह गया वो अब कभी वापिस नहीं आ सकता


🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.

🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.

एक राजा था। उसने दस खूंखार जंगली कुत्ते पाल रखे थे।



 उसके दरबारियों और मंत्रियों से जब कोई मामूली सी भी गलती हो जाती तो वह उन्हें उन कुत्तों को ही खिला देता।



एक बार उसके एक विश्वासपात्र सेवक से एक छोटी सी भूल हो गयी,

 राजा ने उसे भी उन्हीं कुत्तों के सामने डालने का हुक्म सुना दिया।



उस सेवक ने उसे अपने दस साल की सेवा का वास्ता दिया,

मगर राजा ने उसकी एक न सुनी।



फिर उसने अपने लिए दस दिन की मोहलत माँगी जो उसे मिल गयी।



अब वह आदमी उन कुत्तों के रखवाले और सेवक के पास गया

और उससे विनती की कि वह उसे दस दिन के लिए अपने साथ काम करने का अवसर दे।



किस्मत उसके साथ थी, उस रखवाले ने उसे अपने साथ रख लिया।



दस दिनों तक उसने उन कुत्तों को खिलाया, पिलाया, नहलाया, सहलाया और खूब सेवा की।



आखिर फैसले वाले दिन राजा ने जब उसे उन कुत्तों के सामने फेंकवा दिया तो वे उसे चाटने लगे, उसके सामने दुम हिलाने और लोटने लगे।



राजा को बड़ा आश्चर्य हुआ।

उसके पूछने पर उस आदमी ने बताया कि महाराज इन कुत्तों ने मेरी मात्र दस दिन की सेवा का इतना मान दिया

बस महाराज ने वर्षों की सेवा को एक छोटी सी भूल पर भुला दिया।



राजा को अपनी गलती का अहसास हो गया।

और उसने उस आदमी को तुरंत
...
..
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
...
.
...
.
.
.
.
.
.

भूखे मगरमच्छों के सामने डलवा दिया।

सीख:- आखिरी फैसला मैनेजमेंट का ही होता है उसपर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता…



प्राइवेट कर्मचारियों को समर्पित
😃😃😃😃😃😃😊😊
एक राजा था। उसने दस खूंखार जंगली कुत्ते पाल रखे थे।



 उसके दरबारियों और मंत्रियों से जब कोई मामूली सी भी गलती हो जाती तो वह उन्हें उन कुत्तों को ही खिला देता।



एक बार उसके एक विश्वासपात्र सेवक से एक छोटी सी भूल हो गयी,

 राजा ने उसे भी उन्हीं कुत्तों के सामने डालने का हुक्म सुना दिया।



उस सेवक ने उसे अपने दस साल की सेवा का वास्ता दिया,

मगर राजा ने उसकी एक न सुनी।



फिर उसने अपने लिए दस दिन की मोहलत माँगी जो उसे मिल गयी।



अब वह आदमी उन कुत्तों के रखवाले और सेवक के पास गया

और उससे विनती की कि वह उसे दस दिन के लिए अपने साथ काम करने का अवसर दे।



किस्मत उसके साथ थी, उस रखवाले ने उसे अपने साथ रख लिया।



दस दिनों तक उसने उन कुत्तों को खिलाया, पिलाया, नहलाया, सहलाया और खूब सेवा की।



आखिर फैसले वाले दिन राजा ने जब उसे उन कुत्तों के सामने फेंकवा दिया तो वे उसे चाटने लगे, उसके सामने दुम हिलाने और लोटने लगे।



राजा को बड़ा आश्चर्य हुआ।

उसके पूछने पर उस आदमी ने बताया कि महाराज इन कुत्तों ने मेरी मात्र दस दिन की सेवा का इतना मान दिया

बस महाराज ने वर्षों की सेवा को एक छोटी सी भूल पर भुला दिया।



राजा को अपनी गलती का अहसास हो गया।

और उसने उस आदमी को तुरंत
...
..
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
...
.
...
.
.
.
.
.
.

भूखे मगरमच्छों के सामने डलवा दिया।

सीख:- आखिरी फैसला मैनेजमेंट का ही होता है उसपर कोई सवाल नहीं उठाया जा सकता…



प्राइवेट कर्मचारियों को समर्पित
😃😃😃😃😃😃😊😊
"जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला
होगा...,
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा...,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता,
यारों...,
जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा...।
अगर आप किसी को
रोटी
खिलाते है
तो उसका पेट एक दिन
के लिए
भरेगा ।
लेकिन अगर आप किसी
को रोटी
कमाने का
तरीका सिखा देते
है तो वो
जीवन भर आपना पेट भर
सकता है....
अगर किस्मत आज़माते-आज़माते थक गये हों…
तो कभी ख़ुद को आज़माईये,
नतीजे बेहतर
होंगें…!!!
"हुनर" सड़को पर तमाशे करता है...!!
और...
"किस्मत" महलो पर राज करती है...!.!!!
अपने हाथों की लकीरें ना बदल
पाया मैं !
दोस्तों ...
आप जैसे खुश नसीबों से बहुत हाथ मिलाये
मैंने...
किसी के काम ना आए तो आदमी
क्या है....!!
जो अपनी ही फिक्र में गुजरे, वो
जिंदगी क्या
है....!!!
कुछ तुम बांट लेना कुछ मैं बांट लूंगा ..
यूं कम हो जायेंगे गम जिंदगी के ..
सबसे बड़ा भय - पाप
सबसे पवित्र वस्तु - ज्ञान
सबसे बड़ा सत्य -मृत्यु
सबसे सर्वोत्तम दिन - आज
सबसे सर्वोत्तम धन - संतोष
सबसे उपयुक्त समय - अभी
सबसे मूल्यवान वस्तु - समय
सबसे बड़ी भूल - समय की
बर्बादी
सबसे बड़ी आवश्यकता - समान्य ज्ञान
सबसे बड़ा विश्वासी मित्र - अपने दोनो हाथ
सबसे बड़ी देश सेवा - आदर्श नागरिक बनना
" इन्सान ,
घर बदलता है ...
लिबास बदलता है ...
रिश्ते बदलता है ...
दोस्त बदलता है ...
फिर भी परेशान क्यों रहेता है ....
क्योकि वो खुद को नहीं बदलता ... "
इसलिए मिर्ज़ा ग़ालिब ने कहा था :
" उमर भर ग़ालिब यही भूल करता रहा ,
धूल चहेरे पे थी और आयना साफ करता
रहा !!!
"
दुनिया में दो ही चीज़ें
ऐसी है ,
जिसमें किसी का कुछ नहीं जाता
..
एक मुस्कुराहट
और दूसरी दुआ....=====


पति के घर में प्रवेश करते ही
पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा :

“पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता किया, वहाँ भी नहीं पहुँचे! मामला क्या है?”

“वो-वो… मैं…”

पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, “बोलते नही? कहां चले गये थे। ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?”

“वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था।”
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।

“क्या कहा? तुम्हारी मां को यहां ले आये? शर्म नहीं आई तुम्हें? तुम्हारे भाईयों के पास इन्हे क्या तकलीफ है?”

आग बबूला थी पत्नी!
उसने पास खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक नहीं।

“इन्हें मेरे भाईयों के पास नहीं छोड़ा जा सकता। तुम समझ क्यों नहीं रहीं।”
पति ने दबीजुबान से कहा।

“क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है? तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे चला रही हूँ, मैं ही जानती हूँ!”
पत्नी का स्वर उतना ही तीव्र था।

“अब ये हमारे पास ही रहेगी।”
पति ने कठोरता अपनाई।

“मैं कहती हूँ, इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर आओ। वरना मैं इस घर में एक पल भी नहीं रहूंगी और इन महारानीजी को भी यहाँ आते जरा भी लाज नहीं आई?”

कह कर पत्नी ने बूढी औरत की तरफ देखा, तो पाँव तले से जमीन ही सरक गयी!

झेंपते हुए पत्नी बोली:
“मां, तुम?”

“हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने मुझे घर से निकाल दिया। दामाद जी को फोन किया, तो ये मुझे यहां ले आये।”

बुढ़िया ने कहा, तो पत्नी ने गद्गद् नजरों से पति की तरफ देखा और मुस्कराते हुए बोली।

“आप भी बड़े वो हो, डार्लिंग! पहले क्यों नहीं बताया कि मेरी मां को लाने गये थे?”

इतना शेयर करो, कि हर औरत तक पहुंच जाये! मुझे आपके संस्कारों के बारे में पता है, पर ये आप उन तक जरूर पहूँचा सकते हैं, जिनको इस मानसिकता से उबरने की जरूरत है कि

माँ तो माँ होती है! क्या मेरी, क्या तेरी?
 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏



"जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला
होगा...,
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा...,
बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता,
यारों...,
जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा...।
अगर आप किसी को
रोटी
खिलाते है
तो उसका पेट एक दिन
के लिए
भरेगा ।
लेकिन अगर आप किसी
को रोटी
कमाने का
तरीका सिखा देते
है तो वो
जीवन भर आपना पेट भर
सकता है....
अगर किस्मत आज़माते-आज़माते थक गये हों…
तो कभी ख़ुद को आज़माईये,
नतीजे बेहतर
होंगें…!!!
"हुनर" सड़को पर तमाशे करता है...!!
और...
"किस्मत" महलो पर राज करती है...!.!!!
अपने हाथों की लकीरें ना बदल
पाया मैं !
दोस्तों ...
आप जैसे खुश नसीबों से बहुत हाथ मिलाये
मैंने...
किसी के काम ना आए तो आदमी
क्या है....!!
जो अपनी ही फिक्र में गुजरे, वो
जिंदगी क्या
है....!!!
कुछ तुम बांट लेना कुछ मैं बांट लूंगा ..
यूं कम हो जायेंगे गम जिंदगी के ..
सबसे बड़ा भय - पाप
सबसे पवित्र वस्तु - ज्ञान
सबसे बड़ा सत्य -मृत्यु
सबसे सर्वोत्तम दिन - आज
सबसे सर्वोत्तम धन - संतोष
सबसे उपयुक्त समय - अभी
सबसे मूल्यवान वस्तु - समय
सबसे बड़ी भूल - समय की
बर्बादी
सबसे बड़ी आवश्यकता - समान्य ज्ञान
सबसे बड़ा विश्वासी मित्र - अपने दोनो हाथ
सबसे बड़ी देश सेवा - आदर्श नागरिक बनना
" इन्सान ,
घर बदलता है ...
लिबास बदलता है ...
रिश्ते बदलता है ...
दोस्त बदलता है ...
फिर भी परेशान क्यों रहेता है ....
क्योकि वो खुद को नहीं बदलता ... "
इसलिए मिर्ज़ा ग़ालिब ने कहा था :
" उमर भर ग़ालिब यही भूल करता रहा ,
धूल चहेरे पे थी और आयना साफ करता
रहा !!!
"
दुनिया में दो ही चीज़ें
ऐसी है ,
जिसमें किसी का कुछ नहीं जाता
..
एक मुस्कुराहट
और दूसरी दुआ....=====

दुध का कप लेकर आप
खिड़की के पास बैठे हों
और बाहर के सुंदर नज़ारे का
आनंद लेते हुए दुध की चुस्की लेते हैं
.....अरे चीनी डालना तो भूल ही गये..;

और तभी फिर से किचन मेँ जाकर
चीनी डालने का आलस आ गया....
आज फीकी दुध को जैसे तैसे
पी गए,कप खाली कर दिया

तभी आपकी नज़र कप के तल
में पड़ी बिना घुली चीनी पर
पडती है..!!
मुख पर मुस्कुराहट लिए सोच में पड
गये...चम्मच होता तो मिला लेता

हमारे जीवन मे भी कुछ ऐसा ही है...
सुख ही सुख बिखरा पड़ा है
हमारे आस पास...
लेकिन,
बिन घुली उस चीनी की तरह !!

थोड़ा सा ध्यान दें-
किसी के साथ हँसते-हँसते उतने ही
हक से रूठना भी आना चाहिए !
अपनो की आँख का पानी
धीरे से पोंछना आना चाहिए !
रिश्तेदारी और दोस्ती में कैसा
मान अपमान ?
बस अपनों के दिल मे रहना
आना चाहिए...!

प्यार रूपी चम्मच
से जीवन में मिठास घोलना कभी न भूले ।

दुध का कप लेकर आप
खिड़की के पास बैठे हों
और बाहर के सुंदर नज़ारे का
आनंद लेते हुए दुध की चुस्की लेते हैं
.....अरे चीनी डालना तो भूल ही गये..;

और तभी फिर से किचन मेँ जाकर
चीनी डालने का आलस आ गया....
आज फीकी दुध को जैसे तैसे
पी गए,कप खाली कर दिया

तभी आपकी नज़र कप के तल
में पड़ी बिना घुली चीनी पर
पडती है..!!
मुख पर मुस्कुराहट लिए सोच में पड
गये...चम्मच होता तो मिला लेता

हमारे जीवन मे भी कुछ ऐसा ही है...
सुख ही सुख बिखरा पड़ा है
हमारे आस पास...
लेकिन,
बिन घुली उस चीनी की तरह !!

थोड़ा सा ध्यान दें-
किसी के साथ हँसते-हँसते उतने ही
हक से रूठना भी आना चाहिए !
अपनो की आँख का पानी
धीरे से पोंछना आना चाहिए !
रिश्तेदारी और दोस्ती में कैसा
मान अपमान ?
बस अपनों के दिल मे रहना
आना चाहिए...!

प्यार रूपी चम्मच
से जीवन में मिठास घोलना कभी न भूले ।

कुछ चंद पंक्तिया आज मेरे बारे में।।।
किसी को तकलीफ देना मेरी आदत नही,
बिन बुलाया मेहमान बनना मेरी आदत नही...!
मैं अपने गम में रहता हूँ नबाबों की तरह,
परायी खुशियो के पास जाना मेरी आदत नही...!
सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मै,
किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत नही...!
बांटना चाहता हूँ तो बस प्यार और मोहब्बत,
यूँ नफरत फैलाना मेरी आदत नही...!
जिंदगी मिट जाये किसी की खातिर गम नही,
कोई बद्दुआ दे मरने की यूँ जीना मेरी आदत नही...!
सबसे दोस्त की हैसियत से बोल लेता हूँ,
किसी का दिल दुखा दूँ मेरी आदत नही...!
दोस्ती होती है दिलों से चाहने पर,
जबरदस्ती दोस्ती करना मेरी आदत नही..!
नाम छोटा है मगर दिल
बडा रखता हु | |😀
पैसो से उतना अमीर नही हु | |
मगर अपने यारो के गम खरिद ने
की हैसयत रखता हु | | |
मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह । हम जोकर
ही अच्छे हे। जिस के नसीब में आऐंगे
बाज़ी पलट देंगे।.

🍁🍁please read below🍁🍁
🏆🏆🌹🌹🔔🔔🔔🌹🌹🏆🏆

           🙏🏻🚩🐅🐅🚩🙏🏻
🍁🍁
1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
      बेकार मत समझना क्योक़ि
        बंद पडी घडी भी दिन में
          दो बार सही समय बताती है
🍁🍁
2. किसी की बुराई तलाश करने
      वाले इंसान की मिसाल उस
       मक्खी की तरह है जो सारे
         खूबसूरत जिस्म को छोडकर
           केवल जख्म पर ही बैठती है
🍁🍁
3. टूट जाता है गरीबी मे
      वो रिश्ता जो खास होता है
        हजारो यार बनते है
          जब पैसा पास होता है
🍁🍁
4. मुस्करा कर देखो तो
      सारा जहाॅ रंगीन है
        वर्ना भीगी पलको
          से तो आईना भी
             धुधंला नजर आता है
🍁🍁
5..जल्द मिलने वाली चीजे
      ज्यादा दिन तक नही चलती
        और जो चीजे ज्यादा
           दिन तक चलती है
             वो जल्दी नही मिलती
🍁🍁
6. बुरे दिनो का एक
      अच्छा फायदा
         अच्छे-अच्छे दोस्त
            परखे जाते है
🍁🍁
7. बीमारी खरगोश की तरह
      आती है और कछुए की तरह
        जाती है
          जबकि पैसा कछुए की तरह
             आता है और.खरगोश की
                तरह जाता है
🍁🍁
8. छोटी छोटी बातो मे
      आनंद खोजना चाहिए
        क्योकि बङी बङी तो
          जीवन मे कुछ ही होती है
🍁🍁
9. ईश्वर से कुछ मांगने पर
      न मिले तो उससे नाराज
        ना होना क्योकि ईश्वर
           वह नही देता जो आपको
             अच्छा लगता है बल्कि
                वह देता है जो आपके लिए
                    अच्छा होता है
🍁🍁
10. लगातार हो रही
        असफलताओ से निराश
           नही होना चाहिए क्योक़ि
              कभी-कभी गुच्छे की आखिरी
                  चाबी भी ताला खोल देती है
🍁🍁
11. ये सोच है हम इसांनो की
        कि एक अकेला
          क्या कर सकता है
             पर देख जरा उस सूरज को
                वो अकेला ही तो चमकता है
🍁🍁
12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो
        उन्हे तोङना मत क्योकि
          पानी चाहे कितना भी गंदा हो
             अगर प्यास नही बुझा सकता
                 वो आग तो बुझा सकता है
🍁🍁
13. अब वफा की उम्मीद भी
         किस से करे भला
            मिटटी के बने लोग
               कागजो मे बिक जाते है
🍁🍁
14. इंसान की तरह बोलना
         न आये तो जानवर की तरह
             मौन रहना अच्छा है
🍁🍁
15. जब हम बोलना
         नही जानते थे तो
           हमारे बोले बिना'माँ'
             हमारी बातो को समझ जाती थी
                 और आज हम हर बात पर
                     कहते है छोङो भी 'माँ'
                         आप नही समझोगी
🍁🍁
16. शुक्र गुजार हूँ
        उन तमाम लोगो का
           जिन्होने बुरे वक्त मे
              मेरा साथ छोङ दिया
                 क्योकि उन्हे भरोसा था
                    कि मै मुसीबतो से
                       अकेले ही निपट सकता हूँ
🍁🍁
17. शर्म की अमीरी से
         इज्जत की गरीबी अच्छी है
🍁🍁
18. जिदंगी मे उतार चङाव
         का आना बहुत जरुरी है
            क्योकि ECG मे सीधी लाईन
                का मतलब मौत ही होता है
🍁🍁
19. रिश्ते आजकल रोटी
         की तरह हो गए है
            जरा सी आंच तेज क्या हुई
               जल भुनकर खाक हो जाते
🍁🍁
20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
        तलाश मत करो
          खुद अच्छे बन जाओ
            आपसे मिलकर शायद
               किसी की तालाश पूरी हो


😔कोर्ट में एक अजीब मुकदमा आया😔
😔एक सिपाही एक कुत्ते को बांध कर लाया😔
😔सिपाही ने जब कटघरे में आकर कुत्ता खोला😔
😔कुत्ता रहा चुपचाप, मुँह से कुछ ना बोला..!😔
😔नुकीले दांतों में कुछ खून-सा नज़र आ रहा था😔
😔चुपचाप था कुत्ता, किसी से ना नजर मिला रहा था😔
😔फिर हुआ खड़ा एक वकील ,देने लगा दलील😔
😔बोला, इस जालिम के कर्मों से यहाँ मची तबाही है😔
😔इसके कामों को देख कर इन्सानियत घबराई है😔
😔ये क्रूर है, निर्दयी है, इसने तबाही मचाई है😔
😔दो दिन पहले जन्मी एक कन्या, अपने दाँतों से खाई है😔
😔अब ना देखो किसी की बाट😔
😔आदेश करके उतारो इसे मौत के घाट😔
😔जज की आँख हो गयी लाल😔
😔तूने क्यूँ खाई कन्या, जल्दी बोल डाल😔
😔तुझे बोलने का मौका नहीं देना चाहता😔
😔लेकिन मजबूरी है, अब तक तो तू फांसी पर लटका पाता😔
😔जज साहब, इसे जिन्दा मत रहने दो😔
😔कुत्ते का वकील बोला, लेकिन इसे कुछ कहने तो दो😔
😔फिर कुत्ते ने मुंह खोला ,और धीरे से बोला😔
😔हाँ, मैंने वो लड़की खायी है😔
😔अपनी कुत्तानियत निभाई है😔
😔कुत्ते का धर्म है ना दया दिखाना😔
😔माँस चाहे किसी का हो, देखते ही खा जाना😔
😔पर मैं दया-धर्म से दूर नही😔
😔खाई तो है, पर मेरा कसूर नही😔
😔मुझे याद है, जब वो लड़की छोरी कूड़े के ढेर में पाई थी😔
😔और कोई नही, उसकी माँ ही उसे फेंकने आई थी😔
😔जब मैं उस कन्या के गया पास😔
😔उसकी आँखों में देखा भोला विश्वास😔
😔जब वो मेरी जीभ देख कर मुस्काई थी😔
😔कुत्ता हूँ, पर उसने मेरे अन्दर इन्सानियत जगाई थी😔
😔मैंने सूंघ कर उसके कपड़े, वो घर खोजा था😔
😔जहाँ माँ उसकी थी, और बापू भी सोया था😔
😔मैंने भू-भू करके उसकी माँ जगाई😔
😔पूछा तू क्यों उस कन्या को फेंक कर आई😔
😔चल मेरे साथ, उसे लेकर आ😔
😔भूखी है वो, उसे अपना दूध पिला😔
😔माँ सुनते ही रोने लगी😔
😔अपने दुख सुनाने लगी😔
😔बोली, कैसे लाऊँ अपने कलेजे के टुकड़े को😔
😔तू सुन, तुझे बताती हूँ अपने दिल के दुखड़े को😔
😔मेरी सासू मारती है तानों की मार😔
😔मुझे ही पीटता है, मेरा भतार😔
😔बोलता है लङ़का पैदा कर हर बार 😔
😔लङ़की पैदा करने की है सख्त मनाही😔
😔कहना है उनका कि कैसे जायेंगी ये सारी ब्याही😔
😔वंश की तो तूने काट दी बेल😔
😔जा खत्म कर दे इसका खेल😔
😔माँ हूँ, लेकिन थी मेरी लाचारी😔
😔इसलिए फेंक आई, अपनी बिटिया प्यारी😔
😔कुत्ते का गला भर गया😔
😔लेकिन बयान वो पूरे बोल गया....!😔
😔बोला, मैं फिर उल्टा आ गया😔
😔दिमाग पर मेरे धुआं सा छा गया😔
😔वो लड़की अपना, अंगूठा चूस रही थी😔
😔मुझे देखते ही हंसी, जैसे मेरी बाट में जग रही थी😔
😔कलेजे पर मैंने भी रख लिया था पत्थर😔
😔फिर भी काँप रहा था मैं थर-थर😔
😔मैं बोला, अरी बावली, जीकर क्या करेगी😔
😔यहाँ दूध नही, हर जगह तेरे लिए जहर है, पीकर क्या करेगी😔
😔हम कुत्तों को तो, करते हो बदनाम😔
😔परन्तु हमसे भी घिनौने, करते हो काम😔
😔जिन्दी लड़की को पेट में मरवाते हो😔
😔और खुद को इंसान कहलवाते हो😔
😔मेरे मन में, डर कर गयी उसकी मुस्कान
😔लेकिन मैंने इतना तो लिया था जान😔
😔जो समाज इससे नफरत करता है😔
😔कन्याहत्या जैसा घिनौना अपराध करता है😔
😔वहां से तो इसका जाना अच्छा😔
😔इसका तो मर जान अच्छा😔
😔तुम लटकाओ मुझे फांसी, चाहे मारो जूत्ते😔
😔लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते😔
😥लेकिन खोज के लाओ, पहले वो इन्सानी कुत्ते ..!! Please read and share.👏
👏...


Thursday, June 2, 2016

((((((((🙏प्राणप्रिये🙏)))))))

घर में रहीं तो,
" ये करो और वो करो "
पेपर भी नीचे गिरा तो,
" कितना घर फैलाते हो "

इसीलिए सोचा चार दिन को,
जाती हो तुम मायके
आराम और सुख से,
अकेला रहूँगा चैन से।।

ख़ुशी ख़ुशी छोड़ा उसे,
ट्रेन में दिया बिठाल।
क्या सुनाऊँ मित्रों,
तुमको अपना हाल।।

सुबह जागने पर सोचा,
सारा कचरा निकालूँ।
कोना कोना ढूँढ लिया पर,
मिला ना मुझको झाडू।।

सोचा कचरा पड़ा रहन दो,
दाँत घिसता हूँ बेस्ट।
ब्रश तुरंत मिल गया, पता नहीं,
कहाँ रख गई पेस्ट।।

नहाने को गरम पानी,
बढ़िया किया तैयार।
टॉवल बाहर रह गया,
किसे पुकारूँ यार।।

मिलता नहीं पतीला,
दूधवाला आया।
यहाँ वहाँ सब ढूँढ लिया,
ढक्कन ना मिल पाया।।

गया बनाने चाय तो,
नहीं मिल रही शक्कर।
गैस जलाऊँ कैसे,
बिगड़ गया है, लाइटर।।

दोपहर के भोजन में,
तेज हो गई भाजी।
कड़क कड़क रोटी बनी,
मन कैसे हो राजी।।

चावल गीला हो गया,
दाल बन गई पतली।
हर कौर के साथ आँख से,
आँसू की धारा निकली।।

किटकिट किटकिट करती रानी,
जब तुम घर में होतीं।
लेकिन जीवन सूना लगता,
पास नहीं जब तुम होतीं।।

मैं अगर शिव हूँ, तो,
तुम हो मेरी शक्ति।
पूजा मेरी संग तुम्हारे,
साथ साथ है भक्ति।।

सहचारिणी हे प्राणसखी,
विनती है ये मेरा गाना।
जब भी तुम जाओ कहीं,
संग मुझे भी ले जाना।।

संग मुझे भी ले जाना।।

Dedicated all beautiful ladies


Wednesday, June 1, 2016

A FEW INTERESTING AND IRONICAL PARADOXES IN INDIA :

😕Indian moms want their daughters to control their husband and expect their sons to control their wives.

😕Parents want their children to stand out in a crowd but expect them to do what everybody else is doing.

😕Everything that is run by the government looks very bad except government jobs.

😕A huge country of 1635 languages.....united by a foreign language.

😕Government talks about removing the caste system but you are required to mention your caste on every damn form you fill.

😕Seeing a policeman makes us nervous rather than making us feel safe.

😕We often say "Atithi Devo Bhavah" but we do not allow visitor parking in our residential societies.

😕We are Always in a hurry but never on time.

😕Holy places are very interesting places - The poor beg outside and the rich beg inside.

Tuesday, May 31, 2016

1985-
भाई engineer का घर कहाँ है?

यहाँ से आगे 2 km दूर है चलो छोड़ देता हूँ।

 1995 -
 भाई engineer का घर कहाँ है?
आगे जाकर left hand पर दूसरा मकान।

2005-
भाई engineer का घर कहाँ है?

कौन सा engineer?
 यहाँ गली में बहुत सारे हैं, नाम क्या है?

2015-
भाई engineer का घर कहाँ है?

आगे जाकर किसी भी घर मे घुस जाओ, कोई न कोई engineer मिल जाएगा।

2025-
भाई engineer का घर कहाँ है?

अरे पागल, engineer के पास घर होता है क्या? यहाँ पूल के नीचे जितने भी सोए हैं सब engineer हैं, .


1985-
भाई engineer का घर कहाँ है?

यहाँ से आगे 2 km दूर है चलो छोड़ देता हूँ।

 1995 -
 भाई engineer का घर कहाँ है?
आगे जाकर left hand पर दूसरा मकान।

2005-
भाई engineer का घर कहाँ है?

कौन सा engineer?
 यहाँ गली में बहुत सारे हैं, नाम क्या है?

2015-
भाई engineer का घर कहाँ है?

आगे जाकर किसी भी घर मे घुस जाओ, कोई न कोई engineer मिल जाएगा।

2025-
भाई engineer का घर कहाँ है?

अरे पागल, engineer के पास घर होता है क्या? यहाँ पूल के नीचे जितने भी सोए हैं सब engineer हैं, .


1985-
भाई engineer का घर कहाँ है?

यहाँ से आगे 2 km दूर है चलो छोड़ देता हूँ।

 1995 -
 भाई engineer का घर कहाँ है?
आगे जाकर left hand पर दूसरा मकान।

2005-
भाई engineer का घर कहाँ है?

कौन सा engineer?
 यहाँ गली में बहुत सारे हैं, नाम क्या है?

2015-
भाई engineer का घर कहाँ है?

आगे जाकर किसी भी घर मे घुस जाओ, कोई न कोई engineer मिल जाएगा।

2025-
भाई engineer का घर कहाँ है?

अरे पागल, engineer के पास घर होता है क्या? यहाँ पूल के नीचे जितने भी सोए हैं सब engineer हैं, .


1985-
भाई engineer का घर कहाँ है?

यहाँ से आगे 2 km दूर है चलो छोड़ देता हूँ।

 1995 -
 भाई engineer का घर कहाँ है?
आगे जाकर left hand पर दूसरा मकान।

2005-
भाई engineer का घर कहाँ है?

कौन सा engineer?
 यहाँ गली में बहुत सारे हैं, नाम क्या है?

2015-
भाई engineer का घर कहाँ है?

आगे जाकर किसी भी घर मे घुस जाओ, कोई न कोई engineer मिल जाएगा।

2025-
भाई engineer का घर कहाँ है?

अरे पागल, engineer के पास घर होता है क्या? यहाँ पूल के नीचे जितने भी सोए हैं सब engineer हैं, .


हसना पेट पकड के..
😄😄😄
👪 एक परिवार को फ़ोन का
बिल बहुत अधिक मिला...
तो परिवार के मुखिया ने इस
पर चर्चा के लिए घर के सब
लोगों को बुलाया।

👨 पिता: यह तो हद हो गई।
 इतना ज़्यादा बिल!... मैं तो
 घर का फ़ोन यूज़ ही नही
ं करता... सारी बातें
 ऑफ़िस के फ़ोन से करता हूँ।

👵 माँ: मैं भी ज़्यादातर
ऑफ़िस का ही फ़ोन यूज़
करती हूँ। सहेलियों के साथ
 इतनी सारी बातें घर के फ़ोन से करूंगी तो कैसे चलेगा।

👦 बेटा: माँ आपको तो
पता ही है कि मैं सुबह सात
 बजे घर से ऑफ़िस के लिए
निकल जाता हूँ। जो बात करनी
 होती है ऑफ़िस के फ़ोन से
करता हूँ।

👧 बेटी: मेरी कम्पनी ने मेरी
 डेस्क पर भी फ़ोन दिया हुआ
 है..मैं तो सारी कॉल्स उसी से
करती हूँ। फिर ये घर के फ़ोन
का बिल इतना आया कैसे?

👶 घर की नौकरानी चुपचाप
खड़ी सुन रही थी। सबकी प्रश्न
भरी निगाहें नौकरानी की ओर
उठीं...
.
.
.
😡 नौकरानी बोली: “तो और
 क्या... आप सब भी तो अपने
काम करने की जगह का
फ़ोन इस्तेमाल करते हैं... "



😰"मैंने भी वही किया तो क्या?”😜😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂

कभी नीम सी जिंदगी ।।
कभी नमक सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक शहद सी जिंदगी ।।

कभी पत्थर सी जिंदगी ।।
कभी काँटों सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक मुलायम सी जिंदगी ।।

कभी तपती सी जिंदगी ।।
कभी गीली सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सलोनी सी जिंदगी ।।

कभी भागती सी जिंदगी ।।
कभी रूकती सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सुकून सी जिंदगी ।।

कभी सफ़ेद सी जिंदगी ।।
कभी काली सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक रंगीन सी जिंदगी ।।

कभी पराई सी जिंदगी ।।
कभी बेगानी सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक अपनी सी जिंदगी ।।

कभी दिखावे सी जिंदगी ।।
कभी झूठी सी जिंदगी ।।

मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सच्ची सी जिंदगी ।।


बहुत ही सुंदर पंक्तियां.. ..

व्यवहार मीठा ना हों तो... हिचकियाँ भी नहीं आती,
बोल मीठे न हों तो कीमती... मोबाईलो पर घन्टियां भी नहीं आती।
घर बड़ा हो या छोटा, अग़र मिठास ना हो,
तो ईंसान तो क्या, चींटियां भी नजदीक नहीं आती।
जीवन का 'आरंभ' अपने रोने से होता हैं..,
और
जीवन का 'अंत' दूसरों के रोने से,
इस "आरंभ और ...अंत" के बीच का समय भरपूर हास्य भरा हो...
बस यही सच्चा जीवन है...!!!
हे प्रभु
न किसी का फेंका हुआ मिले,
न किसी से ..छीना हुआ मिले,
मुझे बस मेरे.. नसीब मे
लिखा हुआ मिले,
ना मिले ये भी तो
कोई ग़म नही
मुझे बस मेरी मेहनत का
किया हुआ मिले..
बिंदी 1 रुपये की आती है व ललाट पर लगायी जाती है।
पायल की कीमत ...हजारों में आती है पर पैरों में पहनी जाती है।
इन्सान आदरणीय अपने कर्म से होता है,
उसकी धन दौलत से नहीं।
बस इतना देना.. मेरे मालिक अगर जमींन पर बैठूँ
तो लोग उसे मेरा ...बड़प्पन कहें मेरी ओकात नहीं....


मैं तुमसे बेहतर लिखता हूँ,
पर जज्बात तुम्हारे अच्छे हैं!

मैं तुमसे बेहतर दिखता हूँ,
पर अदा तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं खुश हरदम रहता हूँ,
पर मुस्कान तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं अपने उसूलों पर चलता हूँ,
पर ज़िद तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं एक बेहतर शख्सियत हूँ,
पर सीरत तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं आसमान की चाह रखता हूँ,
पर उड़ानें तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं तुमसे बहुत बहस करता हूँ,
पर दलीलें तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं तुमसे बेहतर गाता हूँ,
पर धुन तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं गज़ल खूब कहता हूँ,
पर तकरीर तुम्हारी अच्छी हैं!

मैं कितना भी कुछ कहता रहूँ,
पर हर बात तुम्हारी अच्छी हैं!
🌹🌹🌹प्यारे दोस्तों 🙏🙏🙏🙏🙏


एक राजा का दरबार लगा हुआ था क्योंकि सर्दी का दिन था, इसलिये राजा का दरवार खुले मे बैठा था पूरी आम सभा सुबह की धूप मे बैठी थीl

महाराज ने सिंहासन के सामने एक टेबल जैसी कोई कीमती चीज रखी थी पंडित लोग दीवान आदि सभी दरवार मे बैठे थे राजा के परिवार के सदस्य भी बैठे थे

उसी समय एक व्यक्ति आया और प्रवेश मागा।

प्रवेश मिल गया तो उसने कहा मेरे पास दो वस्तुए है मै हर राज्य के राजा के पास जाता हूँ और अपनी बात रखता हूँ।

कोई परख नही पाता सब हार जाते हैंं और मै विजेता बनकर घूम रहा हूँ।

अब आपके नगर मे आया हूँ।

राजा ने बुलाया और कहा क्या बात है।

तब उसने दोनो वस्तुये टेबल पर रख दी बिल्कुल समान आकार, समान रुप रंग, समान प्रकाश सब कुछ नख सिख समान।

राजा ने कहा ये दोनो वस्तुए एक है।

तब उस व्यक्ति ने कहा हाँ दिखाई तो एक सी देती हैं लेकिन हैं भिन्न।

इनमे से एक है बहुत कीमती हीरा है और एक है काँच का टुकडा।

लेकिन रूप रंग सब एक है।

कोइ आज तक परख नही पाया की कौन सा हीरा है और कौन सा काँच।

 कोइ परख कर बताये की ये हीरा है या ये काँच।

अगर परख खरी निकली तो मे हार जाउँगा और यह कीमती हीरा मै आपके राज्य की तिजोरी मे जमा करवा दूंगा ।

यदि कोइ न पहचान पाया तो इस हीरे की जो कीमत है उतनी धनराशि आपको मुझे देनी होगी।

इसी प्रकार मे कइ राज्यो से जीतता आया हूँ।

राजा ने कहा मै तो नही परख सकूंगा दीवान बोले हम भी हिम्मत नही कर सकते क्योंकि दोनो बिल्कुल समान है।

कोइ हिम्मत नही जुटा पाया।

हारने पर पैसे देने पडेगे इसका कोई सवाल नही था क्योकि राजा के पास बहुत धन है।

राजा की प्रतिष्ठा गिर जायेगी इसका सबको भय था अगर कोइ व्यक्ति पहचान नही पाया।

आखिरकार पीछे थोडी हलचल हुई।

एक अंधा आदमी हाथ मे लाठी लेकर उठा।

उसने कहा मुझे महाराज के पास ले चलो मैने सब बाते सुनी है।

और यह भी सुना कि कोइ परख नही पा रहा है।

एक अवसर मुझे भी दो।

एक आदमी के सहारे वह राजा के पास पहुँचा अौर उसने राजा से प्रार्थना की मै तो जनम से अंधा हूँ फिर भी मुझे एक अवसर दिया जाये।

मैं भी एक बार अपनी बुद्धि को परखू और हो सकता है कि सफल भी हो जाऊ और यदि सफल न भी हुआ तो वैसे भी आप तो हारे ही हैं।

राजा को लगा कि इसे अवसर देने मे क्या हरज है।

राजा ने कहा ठीक है।

तब उस अंधे आदमी को दोनो चीजे छुआ दी गयी और पूछा गया इसमे कौन सा हीरा है और कौन सा काँच यही परखना है।

कथा कहती है कि उस आदमी ने एक मिनट मे कह दिया कि यह हीरा है और यह काँच जो आदमी इतने राज्यो को जीतकर आया था ।

आदमी नतमस्तक हो गया और बोला सही है।

आपने पहचान लिया, धन्य हो आप अपने वचन के मुताबिक यह हीरा मै आपके राज्य की तिजोरी मे दे रहा हूँ।

सब बहुत खुश हो गये और जो आदमी आया था वह भी बहुत प्रसन्न हुआ कि कम से कम कोई तो मिला परखने वाला।

वह राजा और अन्य सभी लोगो ने उस अंधे व्यक्ति से एक ही जिज्ञासा जताई कि तुमने यह कैसे पहचाना कि यह हीरा है और वह काँच

उस अंधे ने कहा की सीधी सी बात है।

मालिक धूप मे हम सब बैठे हैं।

मैने दोनो को छुआ।

जो ठंडा रहा वह हीरा जो गरम हो गया वह काँच ।

जीवन मे भी देखना जो बात बात मे गरम हो जाये उलझ जाये वह काँच।

जो विपरीत परिस्थिति मे भी ठंडा रहे वह हीरा है।

खुश रहे और
       खुशियां बांटे।।।।


खवाहिश नही मुझे मशहुर होने की।
आप मुझे पहचानते हो बस इतना ही काफी है।
अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा जाना मुझे।
क्यों की जीसकी जीतनी जरुरत थी उसने उतना ही पहचाना मुझे।
 ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं, और साल गुज़रते चले जा रहे हैं....!!
एक अजीब सी दौड़ है ये ज़िन्दगी,
जीत जाओ तो कई अपने पीछे छूट जाते हैं,
 और हार जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं।
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है..

मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।।

ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है

जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने
न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली..
वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे..!!

सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..
पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!!

सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....
बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता |

जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..

एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..

कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते..
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते..

लोग कहते है हम मुस्कुराते बहोत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते..

"खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह
करता हूँ..

मालूम है कोई मोल नहीं मेरा,
फिर भी,
कुछ अनमोल लोगो से
रिश्ता रखता हूँ...!
पति-पत्नी दोनों अव्वल दर्जे के आलसी थे.

एक रात जब दोनों बिस्तर पर लेट गए तो कुछ शोर सा सुन कर पति बोला – “ज़रा देखो तो, बाहर बारिश हो रही है क्या ?”

पत्नी लेटे-लेटे ही बोली – “हो रही है …”

पति – “बिना देखे तुमने कैसे जान लिया ?”

पत्नी – “अभी जो बिल्ली अन्दर आई थी वो भीगी हुई थी इसका मतलब बारिश हो रही है …”

पांच मिनट बाद पति फिर बोला – “ज़रा लाइट तो बंद कर दो … रौशनी में नींद नहीं आ रही है.”

पत्नी – “कम्बल ओढ़ लो … अपने आप अँधेरा हो जाएगा …”

पति झल्लाते हुए बोला – “ठीक है … कम से कम दरवाजा तो बंद कर लो !”

पत्नी चिल्ला कर बोली – “अब दो काम मैंने कर दिए, एक काम आप खुद नहीं कर सकते क्या ?”😷🙏🏻


Monday, May 30, 2016

Awesome post must read..

How a son/daughter thinks of his/her father at different age.....

At 6 years....:My Dad is great!

At 8 years....:My Daddy knows everything.

At 12 years.....: My Daddy is good but he is short tempered.

At 14 years....: My Daddy was nice to me when I was young.

At 18 years.....: My Daddy is not in line with the current times. Frankly he does not know anything.

At 20 years...: My Daddy is becoming increasingly cranky and unreasonable.

At 23 years....: Oh! It is becoming difficult to tolerate Daddy! Wonder how Mother puts up with him!

At 25 years...: Daddy is objecting to everything.. Don't know when will he understand the world.

At 32 years...: It is becoming difficult to manage my son! I used to be so scared of my Dad when I was young...

At 40 years...: Daddy brought me up with so much discipline.. I wonder how he managed to handle the younger generation!..

At 45 years....: I am baffled as to how my Daddy brought us up..

At 50 years...: My Daddy faced so many hardship to bring us up...(we were 3 brothers and 2 sisters) I am unable to manage a single child!

At 55 years...: My Daddy was so far sighted and planned so many things for us. Even at this old age, he is able to control things. He is one of his kind and unique.

At last...: ' My Daddy was great!

Don't take so many years.....Realize it on time...
 Education is not a Name of Any Degree or Certificate that can be shown to others as a Proof ...
 But ...
Education is the name of Our Attitude, Actions, Language , Behavior & Personality with Others in Real Life ... !!

And thus it is Rightly said that ...

To be Born with a Personality is a Gift from your Parents ...
But ...
To Die as a Personality is an Achievement of your Own and a Return Gift to your Parents ... !!🙏

Sunday, May 29, 2016

 मैं बड़ी ख़ुशी से उछलता
      हुआ कमरे से बाहर आया
                और
     सबको बोला--देखो देखो
         अच्छे दिन आ गए..
👉मेरे र अकाउंट में 50
       लाख आ गए"
➖घर वाले बोले ज्यादा खुश
      न हो हमारे सबके खाते में
     भी 50 लाख आये है ये
     देखो..
👉कसम से बड़ा दुःख हुआ
      मुझे..
👉फिर सोचा चलो दोस्तों को
     दिखाता हूँ..
👉दोस्त बोले ज्यादा ना
    उछल हमारे खाते में भी 50
     लाख हैं..
➖सारी ख़ुशी फिर गायब..
👉फिर सोचा चलो दूकान पर
      खूब सामान लेता हूँ..
              🔰🔰

🚥भाई साहब ये रामू चाचा
     की दूकान क्यों बंद है== 👉एक आदमी बोला--भाई
     रामू चाचा ने तो दूकान बंद
     कर दी उन्हें अब दूकान
     की क्या जरूरत..??
👉उनके खाते में तो 50
    लाख आ गएे हैं अब काम
   नही करना पड़ेगा उन्हैं..
👉 फिर सोचा चलो शॉपिंग
      माल में चलता हूँ..
👉वहां देखा तो सब दुकान
      बंद थी उन लोगों को भी
      50 लाख मिल गए थे.....
👉सोचा कोई बात नही
    होटल में खूब खाना खाता
     हूँ, अपनी पसन्द का..
👉अंदर देखा सब लोग जा
     चुके थे, सिक्यूरिटी गार्ड
     भी नही था मतलब वो भी
     अमीर बन गया था उसके
      पास भी अब 50 लाख थे
👉बाजार गया तो सब रेहड़ी
      वाले चाय वाले
      जूस वाले, सब्जी वाले
      सब काम छोड़कर बैंक में
       जा चुके थे रूपये लेने.. 👉क्योंकि अब किसी को
      काम करने की कोई
      जरूरत नही थी सबके
     पास "50 लाख" रूपये थे.
            🔰🔰

🚥शहर से बाहर गया तो सब
     फैक्ट्री, बंद सब मजदूरों
     को 50 लाख मिल चुके थे. 👉सब नाच गा रहे थे..
----अच्छे दिन आ गए...
----अच्छे दिन आ गए...
👉शाम को खेतो की तरफ
      गया तो खेत में कोई नही
      था सब किसान खेती
      छोड़ कर घर जा चुके थे.. 👉अब उनको धुप बारिश में
     काम करने की कोई
     जरूरत नही थी,
➖वो भी अमीर बन चुके थे.. 👉हास्पिटल गया, देखा वहां
    डॉक्टर ताश खेल रहे थे. =पूछने पर बोले हमे कोई
    इलाज़ नही करना अब 50
     लाख काफी हैं..
      👉जीवन भर के लिए....
             🔰🔰

🇧🇦--फिर 5 दिन बाद पता
      चला अचानक लोग भूख
      से मरने लगे है...
              क्योंकि
👉खेत में सब्जी नही उग रही
        है..
👉सब राशन की दुकान बंद
        है..
👉होटल ढ़ाबे भी बंद पड़े है.
👉लोग बीमारी से मरने लगे
       हैं..
              क्योंकि
👉डॉक्टर भी नही हैं..
    पशु भी भूख से मर रहे है..
    खेत से चारा नही मिल रहा.
     बच्चे भी भूख से रो रहे है. क्योंकि पशु दूध नही दे रहे.. 👉लोग सड़को पर भागे
       फिर रहे है 1-1 लाख
      रूपये हाथ में लिए ये लो
      भाई 50 हज़ार रूपये
     100 ग्राम दूध दे दो.
👉दो दिन से बच्चा भूख से
      मर रहा है..
👉फिर 10 दिन बाद लोग
     मरने लगे..
👉कुछ जिन्दा लोग सड़कों
      पर रुपयों का बेग लिए
       घूम रहे है, भाई ये लो ये
        लो 5 लाख रूपये हमे
      बस 5 किलो गेहूं दे दो..
     10 दिन से भूखे हैं..
👉सब बाजार बंद हो चुके है
      अनाज नही है किसी के
        पास.....
👉सब तरफ मुर्दा लोग दिख
     रहे है
👉और मैं भी अपने "50
     लाख" रूपये लिए भागा
      जा रहा हूँ..
👉 ले लो भाई ले लो ये "50
            लाख"
➖बस रोटी का एक टुकड़ा
       दे दो..
           🔰🔰

=इतने में माँ की आवाज़
             आई.........
👉उठ जा कमीने कब से
     चारपाई को लात मार रही
        हूं..
🚥मां बोली➖मर गया मर
     गया की आवाज़ लगा रहा
     है,, कोई बुरा सपना देखा
      क्या....?
👉मैं बोला--नही माँ बुरा नही
       "अच्छे दिनो" का सपना
        देखा..
➖उनसे अच्छे तो ये "बुरे
       दिन" हैं
👉गरीब सही मगर घर में

      ==अनाज तो है,,
         ==पानी है,,
==बच्चे खेल रहे हैं,,
 ==पशु खेत में चर रहे हैं,,
==दुकानों पर भीड़ है,,
==लोग आ जा रहे हैं,,

🚥चल पड़ा मैं भी अपने
       काम पर ये सोचते हुए..
👉काश•••• ये "50 लाख"
       कभी भी किसी के खाते
       में न आये तो अच्छा है.. 👉वरना फिर काम कौन
      करेगा जब सबके पास
      "50 लाख" होंगे..
 

🚥निवेदन है यह मैसेज सिर्फ
       2 लोगो को ही लोगो को
        भेजें..
  👉और वो फिर दो लोगो
        को भेजेगें..
👉दोस्तो इसी तरह ही पूरे
      देश मैं जागृति की लहर
       फैलेगी..
👉बलिदान ना सही पर हम
       कुछ छोटे काम तो कर
       ही सकते हैं..
              🔰
1. कचरा सड़क पर ना फैंकें.

2. सड़कों, दीवारों पे ना थूकें.

3. नोटों, दीवारों पर ना लिखें.

4. गाली देना छोड़ दें.

5. पानी लाइट बचाएँ.

6. एक पोधा लगाएँ.

7. ट्रेफिक रूल्स ना तोडें.

8. रोज़ माता पिता का
   आशीर्वाद लें.

9. लड़कियों की इज्जत करें.

10. एम्बुलेंस को रास्ता दें..

11..झूठ ना बोलें..

12..चोरी ना करें..

13..ईमानदार बनें..

14..नशा करना छोड़ दैं..


🙇 बिल गेट्स ने एक स्कूल में भाषण के दौरान 10 बातें बताई जो विद्यार्थियों को नहीं सिखाई जाती...

👍 नियम १ – जीवन उतार-चढ़ाव से भरा है इसकी आदत बना लो.

👍 नियम २ – लोग तुम्हारे स्वाभिमान की परवाह नहीं करते इसलिए पहले खुद को साबित करके दिखाओ.

👍 नियम ३ – कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद 5 आंकड़े वाली पगार की मत सोचो, एक रात में कोई वाइस प्रेसिडेंट नहीं बनता. इसके लिए अपार मेहनत पड़ती है.

👍 नियम ४ – अभी आपको अपने शिक्षक सख्त और डरावने लगते होंगे क्योंकि अभी तक आपके जीवन में बॉस नामक प्राणी से पाला नहीं पड़ा.

👍 नियम ५ – तुम्हारी गलती सिर्फ तुम्हारी है तुम्हारी पराजय सिर्फ तुम्हारी है किसी को दोष मत दो इस गलती से सीखो और आगे बढ़ो.

👍 नियम ६ – तुम्हारे माता पिता तुम्हारे जन्म से पहले इतने निरस और ऊबाऊ नही थे जितना तुम्हें अभी लग रहा है तुम्हारे पालन पोषण करने में उन्होंने इतना कष्ट उठाया कि उनका स्वभाव बदल गया.

👍 नियम ७ – सांत्वना पुरस्कार सिर्फ स्कूल में देखने मिलता है. कुछ स्कूलों में तो पास होने तक परीक्षा दी जा सकती है लेकिन बाहर की दुनिया के नियम अलग हैं वहां हारने वाले को मौका नहीं मिलता.

👍 नियम ८ – जीवन के स्कूल में कक्षाएं और वर्ग नहीं होते और वहां महीने भर की छुट्टी नहीं मिलती. आपको सिखाने के लिए कोई समय नहीं देता. यह सब आपको खुद करना होता है.

👍 नियम ९ – tv का जीवन सही नहीं होता और जीवन tv के सीरियल नहीं होते. सही जीवन में आराम नहीं होता सिर्फ काम और सिर्फ काम होता है .

👍 नियम १० – लगातार पढ़ाई करने वाले और कड़ी मेहनत करने वाले अपने मित्रों को कभी मत चिढ़ाओ. एक समय ऐसा आएगा कि तुम्हें उसके नीचे काम करना पड़ेगा.

"विश्वास " किसी पर इतना करो कि वो तुम्हे फंसाते समय खुद को दोषी समझें...
" प्रेम " किसी से इतना करो कि उसके मन में तुम्हें खोने का डर बना रहे.🙏


Ham Ruswa Huye Tere Naam Se
Muhabbat Me Ye Sila To Diya
Juban Pe Wafai Bahut Thi Teri
Juban Se Sahi, Kuchh To Diya

Baharon Ke Seena Me Thi Jo Jalan
Chiragon Se Roshan Tha Jo Chaman
Ujalon Se Tune Muh Ferkar
Andhera Hi Sahi, Kuchh To Diya

Teri Ulfat Me Ham Roye Bahut
Hanse Bhi To Aansoo Aa Hi Gaye
Tune Mera Daaman Chhorkar
Dard Hi Sahi, Kuchh To Diya

Mere Mukaddar Me Likhi Na Thi Tum
Tumko Khatawar Kis Muh Se Kahun
Mere Dil Ko Tune Yun Todkar
Tanhai Hi Sahi, Kuchh To Diya

Jamane Ke Dil Me Jazbat Nahi
Ham Bhi Sanam Kuchh Waise Hi The
Tumne Hame Jazbati Banakar
Aansoo Hi Sahi, Kuchh To Diya
शादी पर निबंध
!!शादी क्या है !!????
१. शादी एक खुली जेल है ।
२. शादी एक ऐसी साझेदारी है, जिसमें पूँजी पति लगाता है,
लाभ
पत्नी पाती है ।
३. शादी एक ऐसी कहानी है, जो झील के किनारे से शुरू होकर
ज्वालामुखी के पहाड़ पर समाप्त होती है ।
४. शादी एक ऐसी जोड़ी है,जिसमें प्रेम होता है, चूंकि प्रेम
अंधा होता है, इसलिये यह अंधों की जोड़ी है ।
५. शादी एक ऐसा आयोजन है, जिसे महीलायें पुरूषों को लूटने के
लिये आयोजित करती हैं ।
६. शादी एक ऐसी किताब है, जिसका पहला भाग पद्य में
तथा शेष गद्य में होते हैं ।
७. शादी एक ऐसा मिलन है, जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के
इरादे से शूरु किया जाता है और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते
हैं ।
८.शादी एक ऐसा प्रमाण है, जिसके बाद ही आदमी मानता है
कि कुँवारे ही भले थे ।
९.शादी जीवन का एक ऐसा मोड़ है, जिसमें लड़की की सब
चिंतायें
समाप्त हो जाती हैं, लड़के की शुरू हो जाती है ।
१०.शादी ही वह संस्कार है, जिसे करने के बाद आदमी को ज्ञान
होता है कि नर्क पृथ्वी पर ही है ।
११.शादी एक शब्द नहीं, एक वाक्य है !!
📍1. मांग भरने की सजा कुछ इस कदर पा रहा हूँ
की मांग पूरी करते-करते, अब मांग-मांग के खा रहा हूँ...!!!
*****************************
📍2. पापा: बेटी, बड़ी हो के क्या करोगी?
बेटी: शादी...
पापा: गलत बात है... अभी से किसी का बुरा नहीं सोचते...!
*****************************
📍3. पति ने पान खरीद के पत्नी को खाने के लिए दिया.
पत्नी: अरे... आप ने तो अपने लिए लिया ही नहीं..!
पति: मैं तो ऐसे ही खामोश रह सकता हूँ...!
*****************************
📍4. बीवी क्या होती है?
बीवी भगवान के प्रसाद जैसे होती है,
जिसमे चाहते हुए भी कोई नुक्स नहीं निकाल सकते;
श्रद्धा और मज़बूरी के साथ चुपचाप खाए जाओ...!
*****************************
📍5. पत्नी: मैंने सुना है की स्वर्ग में पुरुषों को अप्सराएँ
मिलती हैं.. औरतों को क्या मिलता है?
पति: कुछ नहीं; ऊपरवाला सिर्फ दुखी लोगों की ही सुनता है..!
*****************************
📍6. पत्नी: मैंने सुना है की स्वर्ग में पति-पत्नी को साथ में रहेने
नहीं देते...
पति: पगली, तभी तो उसे स्वर्ग कहते हैं.!
*****************************
📍7. मतदान करने के लिए उम्र 18 साल, और शादी के लिए 21
साल... ऐसा क्यूँ?
क्यूँ कि, सरकार जानती है, कि
बीवी संभालना, मुल्क सँभालने से ज्यादा मुश्किल है...!
*****************************
📍8. FRIEND is- Asian Paints = जो दुनिया बदल दे...
GIRLFRIEND is- Everest Masala = जो टेस्ट में बेस्ट...
WIFE is-- Mosquito Coil = जो कोने-कोने से ढूंढ के मारे !
*****************************
📍9. ज़िन्दगी के शुरुआत "S" से होती है:
S से सूरज, सुबह, शाम, समय,....
उसके बाद: S से सगाई, शादी, फिर सांस, ससुर, साला, साली,
और फिर सत्यानाश...!
*****************************
📍10. पति: डार्लिंग, तुम खूबसूरत होती जा रही हो...
पत्नी (खुश हो कर, रसोईघर में से): तुमने कैसे जाना?y
पति: तुम्हे देख कर रोटियां भी जलने लगी हैं...
*****************************
📍11. किसी को उसके फटे हुए जूते, मैले कपड़े, पुरानी घड़ी,
उतरा हुआ मुंह,.... इत्यादि चीजों से उसे गरीब ना मानो....
हो सकता है, की वो आदमी शादीशुदा हो.
*****************************

Saturday, May 28, 2016

दो गप्पी अपने दादा जी की भूलने की
आदत के बारे में ऊंची-ऊंची फेंके जा रहे थे।
.
.
पहला : मेरे दादा जी तो इतने भुलक्कड़ थे
कि लाठी बिस्तर पर रखते थे और खुद कोने
में सो जाते थे।
.
.
दूसरा : बस, मेरे दादा जी तो इतने भुल्लकड़
थे कि पान बिस्तर पर थूक देते और खुद
खिड़की से कूद जाते।
😝😝😝😝😝😝😝😝

मैंने माँ से कहा..तेरे लिए मेरी क्या क़ीमत है।😄
माँ बोली..बेटा तू लाखो मै नहीं करोड़ो मै है।😍
मै बोला माँ से .....करोड़ मे से 200 रु दे दे नेट पैक डलवाऊंगा...😜
दे थप्पड़..दे थप्पड़ ..दे थप्पड़।




: मां (बेटे से)- बेटा, तुम तो पढ़ने में बड़े होशियार हो फिर ट्यूशन वाले को रखने की क्या जरूरत है?

बेटा (मासूमियत से)- मां, तुम भी तो घर का काम करने में होशियार हो फिर काम वाली बाई को रखने की क्या जरूरत...

फिर क्या ...
दे चप्पल दे चप्पल
😄😄😄😘





: लड़का,"माँ मुझे 100 रुपए चाहिए थोडा काम है।
माँ,"क्यों?अभी परसो ही तो दिए थे।पहले उसका हिसाब दो।
लड़का,"माँ अगर हिसाब ही होना है तो उसका भी हो जब बचपन में रिश्तेदार दे जाते थे और आप रख लेते थे।

माँ-दे चप्पल दे चप्पल,,,,😁😁😁



माँ: बेटा क्या कर रहा है?
बेटा: पढ़ रहा हूँ!
माँ: अरे वाह! क्या पढ़ रहा है?

बेटा: आप की होने वाली बहू के मेसेज*

*140 किमी/घण्टा की रफ़्तार से उड़ता हुआ चप्पल कनपटी पर लगा
😝😝


SUPERB!!!!!!!!!!!!!!!

After his father's death, the Son decided to leave his mother at old age home and visited her on and off.

Once he received a call from old age home....Mom very serious ..... please come to visit.

Son went and saw mom very critical, on her dying bed.

He asked: Mom what can I do for you.

Mom replied... "Please install fans in the old age home, there are none.... Also put a fridge for betterment of food because many times I slept without food".

Son was surprised and asked: mom, while you were here you never complained, now you have few hours left and you are telling me all this, why?

Mom replied....."it's OK dear, I've managed with the heat, hunger & pain, but when your children will send you here, I am afraid you will not be able to manage
"Truth"

Truth no 1 :
nobody is real in this world except Mother..
😊
Truth no. 2 :
a poor person has no friends..
😊
Truth no. 3 :
people do not like good thoughts they like good looks..
😊
Truth no 4 :
people respect the money not the person..
😊
Truth no 5 :
the person you love the most, will hurt you the most !  
😊
Truth no 6 :
"Truth is Simple, But, The Moment YOU try to Explain it...
It Becomes Difficult"  
😊
Truth no 7 :
"When you are happy you enjoy the music", but
 "when you are sad, you understand the lyrics".
😊
Truth no 8 :
 IN LIFE Two things define you-
"Your patience" when you have nothing...
&
 "Your attitude" when you have everything...

Rightly said "The internet shows us how small the world is...but a missing plane shows, how big our planet is.."..👍👍👍

Read It,Understand It & Thn Share it.......


उस दिन अनोखी विदाई देखी

पिता हर पिता की तरह ही थे
दामाद के दोनों हाथ थामे
भीगे स्वर में अनुरोध कर रहे
नाज़ों से पली बेटी है मेरी
सदा खुश रखना इसे....

उस एक क्षण जाने क्या बीता कि
सजल नैनों से बेटी ने पिता को देखा
उनके पसीजे हाथ अपने हाथों में लेकर बोली
मेरी खुशियाँ इतनी असहाय नहीं है पापा
कि उनके लिए आपको यूँ याचना करना पड़े..

मैं खुश रहूगी पापा
कि मेरी ख़ुशी की जिम्मेदारी मेरी है
किसी की अनुकम्पा पर आश्रित नहीं हैं वे
अपनी खिलखिलाहटों पर स्वामित्व मैं स्वयं करुगी...

प्रतीक्षारत नहीं हैं मेरी खुशियाँ
कि कोई आये और झोली में डाले..

सक्षम हूँ मैं
स्वयं समेट लूगी..

और हाँ अभिनय नहीं करुगी खुश रहने का
बगैर समझौते चुनूगी खुशियाँ
ये वादा है एक बेटी का...

गदगद हो गये पिता
अभिमान से आंखे झिलमिला उठी
बस इतना ही कह पाये
अनंत खुशियाँ बटोर
और उतनी ही बिखेर...

💕💕❤❤
We must teach our girls this.
Our happiness is in our hands
Teach our daughters to be capable and create their own happy world.


✒🔴 शरीर में रौंगटे खड़े कर देने वाली कविता,,,

    🔴🎷 🌺 माँ की इच्छा 🌺 🎷🔵

   महीने बीत जाते हैं ,
   साल गुजर जाता है ,
   वृद्धाश्रम की सीढ़ियों पर ,
   मैं तेरी राह देखती हूँ।

                   आँचल भीग जाता है ,
                   मन खाली खाली रहता है ,
                   तू कभी नहीं आता ,
                   तेरा मनि आर्डर आता है।

                               इस बार पैसे न भेज ,
                               तू खुद आ जा ,
                               बेटा मुझे अपने साथ ,
                               अपने 🏡 घर लेकर जा।

    तेरे पापा थे जब तक ,
    समय ठीक रहा कटते ,
    खुली आँखों से चले गए ,
    तुझे याद करते करते।

               अंत तक तुझको हर दिन ,
               बढ़िया बेटा कहते थे ,
               तेरे साहबपन का ,
               गुमान बहुत वो करते थे।

                            मेरे ह्रदय में अपनी फोटो ,
                            आकर तू देख जा ,
                            बेटा मुझे अपने साथ ,
                            अपने 🏡 घर लेकर जा।

   अकाल के समय ,
   जन्म तेरा हुआ था ,
   तेरे दूध के लिए ,
   हमने चाय पीना छोड़ा था।

               वर्षों तक एक कपडे को ,
               धो धो कर पहना हमने ,
               पापा ने चिथड़े पहने ,
               पर तुझे स्कूल भेजा हमने।

                         चाहे तो ये सारी बातें ,
                         आसानी से तू भूल जा ,
                         बेटा मुझे अपने साथ ,
                         अपने 🏡 घर लेकर जा।

🏡 घर के बर्तन मैं माँजूंगी ,
      झाडू पोछा मैं करूंगी ,
      खाना दोनों वक्त का ,
      सबके लिए बना दूँगी।

            नाती नातिन की देखभाल ,
            अच्छी तरह करूंगी मैं ,
            घबरा मत, उनकी दादी हूँ ,
            ऐंसा नहीं कहूँगी मैं।

                            तेरे 🏡 घर की नौकरानी ,
                            ही समझ मुझे ले जा ,
                            बेटा मुझे अपने साथ ,
                            अपने 🏡 घर लेकर जा।

   आँखें मेरी थक गईं ,
   प्राण अधर में अटका है ,
   तेरे बिना जीवन जीना ,
   अब मुश्किल लगता है।

                 कैसे मैं तुझे भुला दूँ ,
                 तुझसे तो मैं माँ हुई ,
                 बता ऐ मेरे कुलभूषण ,
                 अनाथ मैं कैसे हुई ?

                           अब आ जा तू मेरी कब्र पर ,
                           एक बार तो माँ कह जा ,
                           हो सके तो जाते जाते ,
                           वृद्धाश्रम गिराता जा।

🌹🌹🌹💠🌹💠🌹🌹🌹

***** बहुत सुंदर पंक्तियाँ *****

"रहता हूं किराये की काया में,
रोज़ सांसों को बेच कर किराया चूकाता हूं...!
-
मेरी औकात है बस मिट्टी जितनी,
बात मैं महल मिनारों की कर जाता हूं...!
-
जल जायेगी ये मेरी काया ऐक दिन,
फिर भी इसकी खूबसूरती पर इतराता हूं...!
-
मुझे पता हे मैं खुद के सहारे श्मशान तक भी ना जा सकूंगा,
इसीलिए मैं दोस्त बनाता हूँ ...!!"😊😊😊 ।।

Thursday, May 26, 2016

बहुत ही खूबसूरत लाईनें..
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!

डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!

अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..

बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका...!!"

"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,
ना ही तुम अपने कंधे पर सर
 रखकर रो सकते हो !

एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है!
इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!

रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि
 कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर
 जीवन अमीर जरूर बना देते है "

आपके पास मारुति हो या
 बीएमडब्ल्यू - सड़क वही रहेगी |

आप टाइटन पहने या रोलेक्स - समय वही रहेगा |

आपके पास मोबाइल एप्पल का हो
 या सेमसंग - आपको कॉल करने वाले
 लोग नहीं बदलेंगे |

आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या
 बिज़नस में - आपका समय तो उतना ही लगेगा |

भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में
 कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं |

एक सत्य ये भी है कि धनवानो का
 आधा धन तो ये जताने में चला जाता है
 की वे भी धनवान हैं |

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।

: शानदार बात
 बदला लेने में क्या मजा है
 मजा तो तब है जब तुम सामने
 वाले को बदल डालो..||

इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...

: 'कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की...
महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में


एक अच्छी कविता प्राप्त हुई है,
जो मनन योग्य है।

"जाने क्यूं
अब शर्म से,
चेहरे गुलाब नही होते।
जाने क्यूं
अब मस्त मौला मिजाज नही होते।

पहले बता दिया करते थे, दिल की बातें।
जाने क्यूं
अब चेहरे,
खुली किताब नही होते।

सुना है
बिन कहे
दिल की बात
समझ लेते थे।
गले लगते ही
दोस्त हालात
समझ लेते थे।

तब ना फेसबुक
ना स्मार्ट मोबाइल था
ना वाट्सप
ना ट्विटर अकाउंट था
एक चिट्टी से ही
दिलों के जज्बात
समझ लेते थे।

सोचता हूं
हम कहां से कहां आ गये,
प्रेक्टीकली सोचते सोचते
भावनाओं को खा गये।

अब भाई भाई से
समस्या का समाधान
 कहां पूछता है
अब बेटा बाप से
उलझनों का निदान
कहां पूछता है
बेटी नही पूछती
मां से गृहस्थी के सलीके
अब कौन गुरु के
चरणों में बैठकर
ज्ञान की परिभाषा सीखे।

परियों की बातें
अब किसे भाती है
अपनो की याद
अब किसे रुलाती है
अब कौन
गरीब को सखा बताता है
अब कहां
कृष्ण सुदामा को गले लगाता है

जिन्दगी मे
हम प्रेक्टिकल हो गये है
मशीन बन गये है सब
इंसान जाने कहां खो गये है!

इंसान जाने कहां खो गये है....
🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇


सफलता के 20 मँत्र " 👏
👏1.खुद की कमाई से कम
          खर्च हो ऐसी जिन्दगी
          बनाओ..!
👏2. दिन मेँ कम से कम
           3 लोगो की प्रशंसा करो..!
👏3. खुद की भुल स्वीकारने
           मेँ कभी भी संकोच मत
           करो..!
👏4. किसी के सपनो पर हँसो
           मत..!
👏5. आपके पीछे खडे व्यक्ति
           को भी कभी कभी आगे
           जाने का मौका दो..!
👏6. रोज हो सके तो सुरज को
           उगता हुए देखे..!
👏7. खुब जरुरी हो तभी कोई
          चीज उधार लो..!
👏8. किसी के पास से कुछ
           जानना हो तो विवेक से
           दो बार...पुछो..!
👏9. कर्ज और शत्रु को कभी
           बडा मत होने दो..!
👏10. ईश्वर पर पुरा भरोसा
             रखो..!
👏11. प्रार्थना करना कभी
             मत भुलो,प्रार्थना मेँ
             अपार शक्ति होती है..!
👏12. अपने काम से मतलब
             रखो..!
👏13. समय सबसे ज्यादा
             कीमती है, इसको फालतु
             कामो मेँ खर्च मत करो..
👏14. जो आपके पास है, उसी
             मेँ खुश रहना सिखो..!
👏15. बुराई कभी भी किसी कि
             भी मत करो,
             क्योकिँ बुराई नाव मेँ
             छेद समान है,बुराई
             छोटी हो बडी नाव तो
             डुबो ही देती है..!
👏16. हमेशा सकारात्मक सोच
             रखो..!
👏17. हर व्यक्ति एक हुनर
             लेकर पैदा होता है बस
             उस हुनर को दुनिया के
             सामने लाओ..!
👏18. कोई काम छोटा नही
             होता हर काम बडा होता
             है जैसे कि सोचो जो
             काम आप कर रहे हो
             अगर वह काम
             आप नही करते हो तो
             दुनिया पर क्या असर
             होता..?
👏19. सफलता उनको ही
             मिलती है जो कुछ
             करते है
👏20. कुछ पाने के लिए कुछ
             खोना नही बल्कि कुछ
             करना पडता है.
🙏जय श्री महाँकाल🙏

Wednesday, May 25, 2016

🙏प्रणाम का महत्व 🙏
महाभारत का युद्ध चल रहा था -
एक दिन दुर्योधन के व्यंग्य से आहत होकर "भीष्म पितामह" घोषणा कर देते हैं कि -

 "मैं कल पांडवों का वध कर दूँगा"

उनकी घोषणा का पता चलते ही पांडवों के शिविर में बेचैनी बढ़ गई -

भीष्म की क्षमताओं के बारे में सभी को पता था इसलिए सभी किसी अनिष्ट की आशंका से परेशान हो गए|

तब -

श्री कृष्ण ने द्रौपदी से कहा अभी मेरे साथ चलो -

श्री कृष्ण द्रौपदी को लेकर सीधे भीष्म पितामह के शिविर में पहुँच गए -

शिविर के बाहर खड़े होकर उन्होंने द्रोपदी से कहा कि - अन्दर जाकर पितामह को प्रणाम करो -

द्रौपदी ने अन्दर जाकर पितामह भीष्म को प्रणाम किया तो उन्होंने -
"अखंड सौभाग्यवती भव" का आशीर्वाद दे दिया , फिर उन्होंने द्रोपदी से पूछा कि !!

"वत्स, तुम इतनी रात में अकेली यहाँ कैसे आई हो, क्या तुमको श्री कृष्ण यहाँ लेकर आये है" ?

तब द्रोपदी ने कहा कि -

"हां और वे कक्ष के बाहर खड़े हैं" तब भीष्म भी कक्ष के बाहर आ गए और दोनों ने एक दूसरे से प्रणाम किया -

भीष्म ने कहा -

"मेरे एक वचन को मेरे ही दूसरे वचन से काट देने का काम श्री कृष्ण ही कर सकते है"

शिविर से वापस लौटते समय श्री कृष्ण ने द्रौपदी से कहा कि -

"तुम्हारे एक बार जाकर पितामह को प्रणाम करने से तुम्हारे पतियों को जीवनदान मिल गया है " -

" अगर तुम प्रतिदिन भीष्म, धृतराष्ट्र, द्रोणाचार्य, आदि को प्रणाम करती होती और दुर्योधन- दुःशासन, आदि की पत्नियां भी पांडवों को प्रणाम करती होंती, तो शायद इस युद्ध की नौबत ही न आती " -
          ......तात्पर्य्......

वर्तमान में हमारे घरों में जो इतनी समस्याए हैं उनका भी मूल कारण यही है कि -

"जाने अनजाने अक्सर घर के बड़ों की उपेक्षा हो जाती है "

" यदि घर के बच्चे और बहुएँ प्रतिदिन घर के सभी बड़ों को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लें तो, शायद किसी भी घर में कभी कोई क्लेश न हो "

बड़ों के दिए आशीर्वाद कवच की तरह काम करते हैं उनको कोई "अस्त्र-शस्त्र" नहीं भेद सकता -

निवेदन :- सभी इस संस्कृति को सुनिश्चित कर नियमबद्ध करें तो घर स्वर्ग बन जाय।

Very .nice line...

एक ट्रक में मारबल का सामान जा रहा था,
उसमे टाईल्स भी थी , और
भगवान की मूर्ती भी थी ...!!

रास्ते में टाईल्स ने मूर्ती से पूछा ..
"भाई ऊपर वाले ने हमारे साथ ऐसा भेद-भाव क्यों किया है?"

मूर्ती ने पूछा, "कैसा भेद भाव?"

टाईल्स ने कहा,

"तुम भी पथ्थर मै भी पथतर ..!!
तुम भी उसी खान से निकले ,
मै भी..
तुम्हे भी उसी ने ख़रीदा बेचा , मुझे भी..

तुम भी मन्दिर में जाओगे, मै भी ...
पर वहां तुम्हारी पूजा होगी ...

और मै पैरो तले रौंदा जाउंगा.. ऐसा क्यों?"

मूर्ती ने बड़ी शालीनता से जवाब दिया,

"तुम्हे जब तराशा गया,
तब तुमसे दर्द सहन नही हुवा;

और तुम टूट गये टुकड़ो में बंट गये ...
और मुझे जब तराशा गया तब मैने दर्द सहा,

मुझ पर लाखो हथोड़े बरसाये गये ,
मै रोया नही...!!

मेरी आँख बनी, कान बने, हाथ बना, पांव बने..
फिर भी मैं टूटा नही .... !!

इस तरहा मेरा रूप निखर गया ...
और मै पूजनीय हो गया ... !!

तुम भी दर्द सहते तो तुम भी पूजे जाते..

मगर तुम टूट गए ...

और टूटने वाले हमेशा पैरों तले रोंदे जाते है..!!"

 # मोरल #

भगवान जब आपको तराश रहा हो तो,
टूट मत जाना ...
हिम्मत मत हारना ...!!
अपनी रफ़्तार से आगे बढते जाना,
मंजिल जरूर मिलेगी .... !!

सुन्दर पंक्तियाँ:

मुश्किलें केवल बहतरीन लोगों
 के हिस्से में ही आती हैं...

क्यूंकि वो लोग ही उसे बेहतरीन
तरीके से अंजाम देने की ताकत
रखते हैं..!!

"रख हौंसला वो मंज़र भी आयेगा;
प्यासे के पास चलकर समंदर भी
आयेगा..!

थक कर ना बैठ, ऐ मंजिल के मुसाफ़िर;

मंजिल भी मिलेगी और
जीने का मजा भी आयेगा...!!"
🅱

पत्नी को शादी के कुछ साल बाद ख्याल आया,
कि अगर वो अपने पति को छोड़ के चली जाए तो पति
कैसा महसूस करेगा।
ये विचार उसने कागज पर लिखा ,
" अब मै तुम्हारे साथ और नहीं रह सकती,
मै उब गयी हूँ तुम्हारे साथ से,
मैं घर छोड़ के जा रही हूँ हमेशा के लिए।”
|
उस कागज को उसने टेबल पर रखा और जब पति के आने का
टाइम हुआ तो उसकी प्रतिक्रिया देखने के लिए बेड के नीचे
छुप गयी।
|
पति आया और उसने टेबल पर रखा कागज पढ़ा।
कुछ देर की चुप्पी के बाद उसने उस कागज पर कुछ लिखा।
|
फिर वो खुशी की सिटी बजाने लगा, गीत गाने लगा,
डांस करने लगा और कपड़े बदलने लगा।
|
फिर उसने अपने फोन से किसी को फोन लगाया और कहा
|
" आज मै मुक्त हो गया " शायद मेरी मूर्ख पत्नी को समझ आ
गया की वो मेरे लायक ही नहीं थी,
|
इसलिए आज वो घर से हमेशा के लिए चली गयी,
इसलिए अब मै आजाद हूँ,
तुमसे मिलने के लिए, मैं आ रहा हूँ
कपडे बदल कर तुम्हारे पास, तुम तैयार हो के मेरे घर के सामने
वाले पार्क में अभी आ जाओ ”।
|
पति बाहर निकल गया,
|
आंसू भरी आँखों से पत्नी बेड के नीचे से निकली और कांपते
हाथों से कागज पर लिखी लाइन पढ़ी
|
जिसमे लिखा था,
|
" बेड के नीचे से पैर दिख रहे है बावली पार्क के पास वाली
दुकान से ब्रेड ले के आ रहा हूँ
|
तब तक चाय बना लेना।
|
मेरी जिंदगी में खुशियां तेरे बहाने से है....
|
आधी तुझे सताने से है,
स्वप्न फल ज्योतिष - जानिए 251 सपनों के फल

स्वप्न ज्योतिष के अनुसार नींद में दिखाई देने वाले हर सपने का एक ख़ास संकेत होता है, एक ख़ास फल होता है। यहाँ हम आपको 251 सपनो के स्वपन ज्योतिष के अनुसार संभावित फल बता रहे है।

सपने फल

1- आंखों में काजल लगाना- शारीरिक कष्ट होना

2- स्वयं के कटे हाथ देखना- किसी निकट परिजन की मृत्यु

3- सूखा हुआ बगीचा देखना- कष्टों की प्राप्ति

4- मोटा बैल देखना- अनाज सस्ता होगा

5- पतला बैल देखना - अनाज महंगा होगा

6- भेडिय़ा देखना- दुश्मन से भय

7- राजनेता की मृत्यु देखना- देश में समस्या होना

8- पहाड़ हिलते हुए देखना- किसी बीमारी का प्रकोप होना

9- पूरी खाना- प्रसन्नता का समाचार मिलना

10- तांबा देखना- गुप्त रहस्य पता लगना

11- पलंग पर सोना- गौरव की प्राप्ति

12- थूक देखना- परेशानी में पडऩा

13- हरा-भरा जंगल देखना- प्रसन्नता मिलेगी

14- स्वयं को उड़ते हुए देखना- किसी मुसीबत से छुटकारा

15- छोटा जूता पहनना- किसी स्त्री से झगड़ा

16- स्त्री से मैथुन करना- धन की प्राप्ति

17- किसी से लड़ाई करना- प्रसन्नता प्राप्त होना

18- लड़ाई में मारे जाना- राज प्राप्ति के योग

19- चंद्रमा को टूटते हुए देखना- कोई समस्या आना

20- चंद्रग्रहण देखना- रोग होना

21- चींटी देखना- किसी समस्या में पढऩा

22- चक्की देखना- शत्रुओं से हानि

23- दांत टूटते हुए देखना- समस्याओं में वृद्धि

24- खुला दरवाजा देखना- किसी व्यक्ति से मित्रता होगी

25- बंद दरवाजा देखना- धन की हानि होना

26- खाई देखना- धन और प्रसिद्धि की प्राप्ति

27- धुआं देखना- व्यापार में हानि

28- भूकंप देखना- संतान को कष्ट

29- सुराही देखना- बुरी संगति से हानि

30- चश्मा लगाना- ज्ञान बढऩा

31- दीपक जलाना- नए अवसरों की प्राप्ति

32- आसमान में बिजली देखना- कार्य-व्यवसाय में स्थिरता

33- मांस देखना- आकस्मिक धन लाभ

34- विदाई समारोह देखना- धन-संपदा में वृद्धि

35- टूटा हुआ छप्पर देखना- गड़े धन की प्राप्ति के योग

36- पूजा-पाठ करते देखना- समस्याओं का अंत

37- शिशु को चलते देखना- रुके हुए धन की प्राप्ति

38- फल की गुठली देखना- शीघ्र धन लाभ के योग

39- दस्ताने दिखाई देना- अचानक धन लाभ

40- शेरों का जोड़ा देखना- दांपत्य जीवन में अनुकूलता

41- मैना देखना- उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति

42- सफेद कबूतर देखना- शत्रु से मित्रता होना

43- बिल्लियों को लड़ते देखना- मित्र से झगड़ा

44- सफेद बिल्ली देखना- धन की हानि

45- मधुमक्खी देखना- मित्रों से प्रेम बढऩा

46- खच्चर दिखाई देना- धन संबंधी समस्या

47- रोता हुआ सियार देखना- दुर्घटना की आशंका

48- समाधि देखना- सौभाग्य की प्राप्ति

49- गोबर दिखाई देना- पशुओं के व्यापार में लाभ

50- चूड़ी दिखाई देना- सौभाग्य में वृद्धि

51- दियासलाई जलाना- धन की प्राप्ति

52- सीना या आंख खुजाना- धन लाभ

53- सूखा जंगल देखना- परेशानी होना

54- मुर्दा देखना- बीमारी दूर होना

55- आभूषण देखना- कोई कार्य पूर्ण होना

56- जामुन खाना- कोई समस्या दूर होना

57- जुआ खेलना- व्यापार में लाभ

58- धन उधार देना- अत्यधिक धन की प्राप्ति

59- चंद्रमा देखना- सम्मान मिलना

60- चील देखना- शत्रुओं से हानि

61- स्वयं को दिवालिया घोषित करना- व्यवसाय चौपट होना

62- चिडिय़ा को रोते देखता- धन-संपत्ति नष्ट होना

63- चावल देखना- किसी से शत्रुता समाप्त होना

64- चांदी देखना- धन लाभ होना

65- दलदल देखना- चिंताएं बढऩा

66- कैंची देखना- घर में कलह होना

67- सुपारी देखना- रोग से मुक्ति

68- लाठी देखना- यश बढऩा

69- खाली बैलगाड़ी देखना- नुकसान होना

70- खेत में पके गेहूं देखना- धन लाभ होना

71- फल-फूल खाना- धन लाभ होना

72- सोना मिलना- धन हानि होना

73- शरीर का कोई अंग कटा हुआ देखना- किसी परिजन की मृत्यु के योग

74- कौआ देखना- किसी की मृत्यु का समाचार मिलना

75- धुआं देखना- व्यापार में हानि

76- चश्मा लगाना- ज्ञान में बढ़ोत्तरी

77- भूकंप देखना- संतान को कष्ट

78- रोटी खाना- धन लाभ और राजयोग

79- पेड़ से गिरता हुआ देखना- किसी रोग से मृत्यु होना

80- श्मशान में शराब पीना- शीघ्र मृत्यु होना

81- रुई देखना- निरोग होने के योग

82- कुत्ता देखना- पुराने मित्र से मिलन

83- सफेद फूल देखना- किसी समस्या से छुटकारा

84- उल्लू देखना- धन हानि होना

85- सफेद सांप काटना- धन प्राप्ति

86- लाल फूल देखना- भाग्य चमकना

87- नदी का पानी पीना- सरकार से लाभ

88- धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाना- यश में वृद्धि व पदोन्नति

89- कोयला देखना- व्यर्थ विवाद में फंसना

90- जमीन पर बिस्तर लगाना- दीर्घायु और सुख में वृद्धि

91- घर बनाना- प्रसिद्धि मिलना

92- घोड़ा देखना- संकट दूर होना

93- घास का मैदान देखना- धन लाभ के योग

94- दीवार में कील ठोकना- किसी बुजुर्ग व्यक्ति से लाभ

95- दीवार देखना- सम्मान बढऩा

96- बाजार देखना- दरिद्रता दूर होना

97- मृत व्यक्ति को पुकारना- विपत्ति एवं दु:ख मिलना

98- मृत व्यक्ति से बात करना- मनचाही इच्छा पूरी होना

99- मोती देखना- पुत्री प्राप्ति

100- लोमड़ी देखना- किसी घनिष्ट व्यक्ति से धोखा मिलना

101- अनार देखना- धन प्राप्ति के योग

102- गड़ा धन दिखाना- अचानक धन लाभ

103- सूखा अन्न खाना- परेशानी बढऩा

104- अर्थी देखना- बीमारी से छुटकारा

105- झरना देखना- दु:खों का अंत होना

106- बिजली गिरना- संकट में फंसना

107- चादर देखना- बदनामी के योग

108- जलता हुआ दीया देखना- आयु में वृद्धि

109- धूप देखना- पदोन्नति और धनलाभ

110- रत्न देखना- व्यय एवं दु:ख

111- चेक लिखकर देना- विरासत में धन मिलना

112- कुएं में पानी देखना- धन लाभ

113- आकाश देखना - पुत्र प्राप्ति

114- अस्त्र-शस्त्र देखना- मुकद्में में हार

115- इंद्रधनुष देखना - उत्तम स्वास्थ्य

116- कब्रिस्तान देखना- समाज में प्रतिष्ठा

117- कमल का फूल देखना- रोग से छुटकारा

118- सुंदर स्त्री देखना- प्रेम में सफलता

119- चूड़ी देखना- सौभाग्य में वृद्धि

120- कुआं देखना- सम्मान बढऩा

121- गुरु दिखाई देना - सफलता मिलना

122- गोबर देखना- पशुओं के व्यापार में लाभ

123- देवी के दर्शन करना- रोग से मुक्ति

124- चाबुक दिखाई देना- झगड़ा होना

125- चुनरी दिखाई देना- सौभाग्य की प्राप्ति

126- छुरी दिखना- संकट से मुक्ति

127- बालक दिखाई देना- संतान की वृद्धि

128- बाढ़ देखना- व्यापार में हानि

129- जाल देखना- मुकद्में में हानि

130- जेब काटना- व्यापार में घाटा

131- चंदन देखना- शुभ समाचार मिलना

132- जटाधारी साधु देखना- अच्छे समय की शुरुआत

133- स्वयं की मां को देखना- सम्मान की प्राप्ति

134- फूलमाला दिखाई देना- निंदा होना

135- जुगनू देखना- बुरे समय की शुरुआत

136- टिड्डी दल देखना- व्यापार में हानि

137- डाकघर देखना - व्यापार में उन्नति

138- डॉक्टर को देखना- स्वास्थ्य संबंधी समस्या

139- ढोल दिखाई देना- किसी दुर्घटना की आशंका

140- सांप दिखाई देना- धन लाभ

141- तपस्वी दिखाई देना- दान करना

142- तर्पण करते हुए देखना- परिवार में किसी बुुजुर्ग की मृत्यु

143- डाकिया देखना - दूर के रिश्तेदार से मिलना

144- तमाचा मारना- शत्रु पर विजय

145- उत्सव मनाते हुए देखना- शोक होना

146- दवात दिखाई देना- धन आगमन

147- नक्शा देखना- किसी योजना में सफलता

148- नमक देखना- स्वास्थ्य में लाभ

149- कोर्ट-कचहरी देखना- विवाद में पडऩा

150- पगडंडी देखना- समस्याओं का निराकरण

151- त्रिशूल देखना- शत्रुओं से मुक्ति

152- तारामंडल देखना- सौभाग्य की वृद्धि

153- ताश देखना- समस्या में वृद्धि

154- तीर दिखाई देना- लक्ष्य की ओर बढऩा

155- सूखी घास देखना- जीवन में समस्या

156- भगवान शिव को देखना- विपत्तियों का नाश

157- किसी रिश्तेदार को देखना- उत्तम समय की शुरुआत

158- दंपत्ति को देखना- दांपत्य जीवन में अनुकूलता

159- शत्रु देखना- उत्तम धनलाभ

160- दूध देखना- आर्थिक उन्नति

161- मंदिर देखना- धार्मिक कार्य में सहयोग करना

162- नदी देखना- सौभाग्य वृद्धि

163- नाच-गाना देखना- अशुभ समाचार मिलने के योग

164- नीलगाय देखना- भौतिक सुखों की प्राप्ति

165- नेवला देखना- शत्रुभय से मुक्ति

166- पगड़ी देखना- मान-सम्मान में वृद्धि

167- पूजा होते हुए देखना- किसी योजना का लाभ मिलना

168- फकीर को देखना- अत्यधिक शुभ फल

169- गाय का बछड़ा देखना- कोई अच्छी घटना होना

170- वसंत ऋतु देखना- सौभाग्य में वृद्धि

171- बिल्वपत्र देखना- धन-धान्य में वृद्धि

172- स्वयं की बहन देखना- परिजनों में प्रेम बढऩा

173- भाई को देखना- नए मित्र बनना

174- भीख मांगना- धन हानि होना

175- शहद देखना- जीवन में अनुकूलता

176- स्वयं की मृत्यु देखना- भयंकर रोग से मुक्ति

177- रुद्राक्ष देखना- शुभ समाचार मिलना

178- पैसा दिखाई देना- धन लाभ

179- स्वर्ग देखना- भौतिक सुखों में वृद्धि

180- पत्नी को देखना- दांपत्य में प्रेम बढऩा

181- स्वस्तिक दिखाई देना- धन लाभ होना

182- हथकड़ी दिखाई देना- भविष्य में भारी संकट

183- मां सरस्वती के दर्शन- बुद्धि में वृद्धि

184- कबूतर दिखाई देना- रोग से छुटकारा

185- कोयल देखना- उत्तम स्वास्थ्य की प्राप्ति

186- अजगर दिखाई देना- व्यापार में हानि

187- कौआ दिखाई देना- बुरी सूचना मिलना

188- छिपकली दिखाई देना- घर में चोरी होना

189- चिडिय़ा दिखाई देना- नौकरी में पदोन्नति

190- तोता दिखाई देना- सौभाग्य में वृद्धि

191- भोजन की थाली देखना- धनहानि के योग

192- इलाइची देखना - मान-सम्मान की प्राप्ति

193- खाली थाली देखना- धन प्राप्ति के योग

194- गुड़ खाते हुए देखना- अच्छा समय आने के संकेत

195- शेर दिखाई देना- शत्रुओं पर विजय

196- हाथी दिखाई देना- ऐेश्वर्य की प्राप्ति

197- कन्या को घर में आते देखना- मां लक्ष्मी की कृपा मिलना

198- सफेद बिल्ली देखना- धन की हानि

199- दूध देती भैंस देखना- उत्तम अन्न लाभ के योग

200- चोंच वाला पक्षी देखना- व्यवसाय में लाभ

201- अंगूठी पहनना- सुंदर स्त्री प्राप्त करना

202- आकाश में उडऩा- लंबी यात्रा करना

203- आकाश से गिरना- संकट में फंसना

204- आम खाना- धन प्राप्त होना

205- अनार का रस पीना- प्रचुर धन प्राप्त होना

206- ऊँट को देखना- धन लाभ

207- ऊँट की सवारी- रोगग्रस्त होना

208- सूर्य देखना- खास व्यक्ति से मुलाकात

209- आकाश में बादल देखना- जल्दी तरक्की होना

210- घोड़े पर चढऩा- व्यापार में उन्नति होना

211- घोड़े से गिरना- व्यापार में हानि होना

212- आंधी-तूफान देखना- यात्रा में कष्ट होना

213- दर्पण में चेहरा देखना- किसी स्त्री से प्रेम बढऩा

214- ऊँचाई से गिरना- परेशानी आना

215- बगीचा देखना- खुश होना

216- बारिश होते देखना- घर में अनाज की कमी

217- सिर के कटे बाल देखना- कर्ज से छुटकारा

218- बर्फ देखना- मौसमी बीमारी होना

219- बांसुरी बजाना- परेशान होना

220- स्वयं को बीमार देखना- जीवन में कष्ट

221- बाल बिखरे हुए देखना- धन की हानि

222- सुअर देखना- शत्रुता और स्वास्थ्य संबंधी समस्या

223- बिस्तर देखना- धनलाभ और दीर्घायु होना

224- बुलबुल देखना- विद्वान व्यक्ति से मुलाकात

225- भैंस देखना- किसी मुसीबत में फंसना

226- बादाम खाना- धन की प्राप्ति

227- अंडे खाना- पुत्र प्राप्ति

228- स्वयं के सफेद बाल देखना- आयु बढ़ेगी

229- बिच्छू देखना- प्रतिष्ठा प्राप्त होगी

230- पहाड़ पर चढऩा- उन्नति मिलेगी

231- फूल देखना- प्रेमी से मिलन

232- शरीर पर गंदगी लगाना- धन प्राप्ति के योग

233- पिंजरा देखना- कैद होने के योग

234- पुल पर चलना- समाज हित में कार्य करना

235- प्यास लगना- लोभ बढऩा

236- पान खाना- सुंदर स्त्री की प्राप्ति

237- पानी में डूबना- अच्छा कार्य करना

238- तलवार देखना- शत्रु पर विजय

239- हरी सब्जी देखना- प्रसन्न होना

240- तेल पीना- किसी भयंकर रोग की आशंका

241- तिल खाना- दोष लगना

242- तोप देखना- शत्रु नष्ट होना

243- तीर चलाना- इच्छा पूर्ण होना

244- तीतर देखना- सम्मान में वृद्धि

245- स्वयं को हंसते हुए देखना- किसी से विवाद होना

246- स्वयं को रोते हुए देखना- प्रसन्नता प्राप्त होना

247- तरबूज खाते हुए देखना- किसी से दुश्मनी होगी

248- तालाब में नहाना- शत्रु से हानि

249- जहाज देखना- दूर की यात्रा होगी

250- झंडा देखना- धर्म में आस्था बढ़ेगी

251- धनवान व्यक्ति देखना- धन प्राप्ति के योग

💞चार लाइने दोस्तों के नाम💞

"काश फिर मिलने की वजह मिल जाए!
"साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए!
"चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें!
"क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए!
"मौसम को जो महका दे उसे 'इत्र' कहते हैं!
"जीवन को जो महका दे उसे ही 'मित्र' कहते है!
"क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं "दोस्त"
"क्यूँ गम को बाँट लेते हैं "दोस्त"
"न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है!
"फिर भी ज़िन्दगी भर साथ देते हैं "दोस्त"
🙏🏼
पहली बार किसी गज़ल को पढ़कर आंसू आ गए ।
,
शख्सियत, ए 'लख्ते-जिगर, कहला न सका ।
जन्नत,, के धनी "पैर,, कभी सहला न सका ।
.
दुध, पिलाया उसने छाती से निचोड़कर,
मैं 'निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका ।
.
बुढापे का "सहारा,, हूँ 'अहसास' दिला न सका
पेट पर सुलाने वाली को 'मखमल, पर सुला न सका ।
.
वो 'भूखी, सो गई 'बहू, के 'डर, से एकबार मांगकर,
मैं "सुकुन,, के 'दो, निवाले उसे खिला न सका ।
.
नजरें उन 'बुढी, "आंखों,, से कभी मिला न सका ।
वो 'दर्द, सहती रही में खटिया पर तिलमिला न सका ।
.
जो हर "जीवनभर" 'मोहब्बत, के रंग पहनाती रही मुझे,
उसे "ईद" पर दो 'जोड़, कपडे सिला न सका ।
.
"बिमार बिस्तर से उसे 'शिफा, दिला न सका ।
'खर्च के डर से उसे बडे़ अस्पताल, ले जा न सका ।
.
"माँ" के बेटा कहकर 'दम, तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ,
'दवाई, इतनी भी "महंगी,, न थी के मैं ला ना सका ।
माँ तो माँ होती हे
 भाईयों माँ अगर कभी गुस्से मे गाली भी दे तो उसे उसका दुआ समझकर भूला देना चाहिए|✨,, ✨