Saturday, January 23, 2016

Guess the original hindi songs try ur brains:

1. . Oh,this night,this season,along the river bank,this playful wind

2. Day is about to end,twilight is on the way,let me go,I have to go

3. I have forgotten my parents place as my beloveds house is lovely.someone please inform my maternal abode about the same

4. what happened to your promise,that vow,that belief? The day my heart forgets you will be the last day of my life

5. now that you have stolen my heart,don’t steal my glance.you have changed my life but don’t change yourself dear

6.Every second this life changes itself.sometimes there is shade,sometimes there is sun

7. Shall I tell you or shall I keep quiet about the condition of my heart

8. listen sir,the tune of love. I have chosen you, now you too do the same

9. You please don’t go to your mothers place.don’t go my darling

10. I want to tell you for the first time; you have brought love,love,love into my life

11. Who is the one coming in my dreams? Who is the one entering my heart? See the sky is also bowing. My love has thus blossomed

12. Where shd I go without u ? Hv not desired anything other than u in this world

13. Why did I love u ? Why did I make my heart so impatient ? Waited for u mrn and evening .......and day n ngt too

डॉ. ने थर्मामीटर पत्नी के मुँह में रख कर
कुछ देर मुँह बन्द रखने को कहा


पत्नी को काफी-देर तक खामोश बैठा देखकर 👀
पती ने भावुक होकर पूछा-: डॉ. साहब ये चीज कितने की आती हैं
😂😝😂😂😜😜
😂😂😂😂😂😂😂😂
: दोस्ती फूल से करोगे तो महक जाओगे,
शराब से करोगे तो बहक जाओगे,
सावन से करोगे तो भीग जाओगे,
हमसे करोगे तो बिगड़ जाओगे,
और नहीं करोगे तो किधर जाओगे !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : एक हसीन पल की ज़रूरत है हमें,
बीते हुए कल की ज़रूरत है हमें,
सारा ज़माना रूठ गया है हमसे,
जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की ज़रूरत है हमें !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना,
हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना,
हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है,
हम खुश रहें या ना आप सदा यूँ ही मुस्कुराते रहना !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : कुछ दोस्त ज़िन्दगी में इस तरह शामिल हो जाते हैं,
अगर भुलाना चाहो तो और याद आते हैं,
बस जाते हैं वो दिल में इस तरह कि,
आँखे बंद करो तो भी वो सामने नज़र आते हैं !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : लोग रूप देखते हैं, हम दिल देखते हैं,
लोग सपना देखते हैं, हम हकीकत देखते हैं,
बस फर्क इतना है कि लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं,
हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता,
किस्मत वालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में,
यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं,
दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं,
हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी,
अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
 : आसमान से उतारी है, तारों से सजाई है,
चाँद की चाँदनी से नहलायी है,
ऐ दोस्त ज़रा संभाल कर रखना यह दोस्ती,
यही तो हमारी ज़िंदगी भर की कमाई है !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹: दोस्त की दोस्ती से ज़िन्दगी सुनहरी होती है,
साथ उसके हर ख्वाहिश पूरी होती है,
अगर मिले दोस्त ऐसा जो समझ जाये दिल की बात,
फिर कहाँ कोई बात अधूरी होती है !!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
:
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🌴🍀 लघु कथा 🍀🌴

ऑफिस से निकल कर शर्माजी ने स्कूटर स्टार्ट किया ही था कि उन्हें याद आया, पत्नी ने कहा था,१ दर्ज़न केले लेते आना। तभी उन्हें सड़क किनारे बड़े और ताज़ा केले बेचते हुए एक बीमार सी दिखने वाली बुढ़िया दिख गयी।
👉वैसे तो वह फल हमेशा "राम आसरे फ्रूट भण्डार" से ही लेते थे, पर आज उन्हें लगा कि क्यों न बुढ़िया से ही खरीद लूँ ? उन्होंने बुढ़िया से पूछा, "माई, केले कैसे दिए" बुढ़िया बोली, बाबूजी बीस रूपये दर्जन, शर्माजी बोले, माई १५ रूपये दूंगा। बुढ़िया ने कहा, अट्ठारह रूपये दे देना, दो पैसे मै भी कमा लूंगी। शर्मा जी बोले, १५ रूपये लेने हैं तो बोल, बुझे चेहरे से बुढ़िया ने,"न" मे गर्दन हिला दी।
👉शर्माजी बिना कुछ कहे चल पड़े और राम आसरे फ्रूट भण्डार पर आकर केले का भाव पूछा तो वह बोला २४ रूपये दर्जन हैं बाबूजी, कितने दर्जन दूँ ? शर्माजी बोले, ५ साल से फल तुमसे ही ले रहा हूँ, ठीक भाव लगाओ। तो उसने सामने लगे बोर्ड की ओर इशारा कर दिया। बोर्ड पर लिखा था- "मोल भाव करने वाले माफ़ करें" शर्माजी को उसका यह व्यवहार बहुत बुरा लगा, उन्होंने कुछ सोचकर स्कूटर को वापस ऑफिस की ओर मोड़ दिया।
👉सोचते सोचते वह बुढ़िया के पास पहुँच गए। बुढ़िया ने उन्हें पहचान लिया और बोली, "बाबूजी केले दे दूँ, पर भाव १८ रूपये से कम नही लगाउंगी। शर्माजी ने मुस्कराकर कहा, माई एक नही दो दर्जन दे दो और भाव की चिंता मत करो। बुढ़िया का चेहरा ख़ुशी से दमकने लगा। केले देते हुए बोली। बाबूजी मेरे पास थैली नही है ।
👉फिर बोली, एक टाइम था जब मेरा आदमी जिन्दा था तो मेरी भी छोटी सी दुकान थी। सब्ज़ी, फल सब बिकता था उस पर। आदमी की बीमारी मे दुकान चली गयी, आदमी भी नही रहा। अब खाने के भी लाले पड़े हैं। किसी तरह पेट पाल रही हूँ। कोई औलाद भी नही है जिसकी ओर मदद के लिए देखूं। इतना कहते कहते बुढ़िया रुआंसी हो गयी, और उसकी आंखों मे आंसू आ गए ।
👉शर्माजी ने ५० रूपये का नोट बुढ़िया को दिया तो वो बोली "बाबूजी मेरे पास छुट्टे नही हैं। शर्माजी बोले "माई चिंता मत करो, रख लो, अब मै तुमसे ही फल खरीदूंगा, और कल मै तुम्हें ५०० रूपये दूंगा। धीरे धीरे चुका देना और परसों से बेचने के लिए मंडी से दूसरे फल भी ले आना। बुढ़िया कुछ कह पाती उसके पहले ही शर्माजी घर की ओर रवाना हो गए।
👉घर पहुंचकर उन्होंने पत्नी से कहा, न जाने क्यों हम हमेशा मुश्किल से पेट पालने वाले, थड़ी लगा कर सामान बेचने वालों से मोल भाव करते हैं किन्तु बड़ी दुकानों पर मुंह मांगे पैसे दे आते हैं। शायद हमारी मानसिकता ही बिगड़ गयी है। गुणवत्ता के स्थान पर हम चकाचौंध पर अधिक ध्यान देने लगे हैं।
👉अगले दिन शर्माजी ने बुढ़िया को ५०० रूपये देते हुए कहा, "माई लौटाने की चिंता मत करना। जो फल खरीदूंगा, उनकी कीमत से ही चुक जाएंगे। जब शर्माजी ने ऑफिस मे ये किस्सा बताया तो सबने बुढ़िया से ही फल खरीदना प्रारम्भ कर दिया। तीन महीने बाद ऑफिस के लोगों ने स्टाफ क्लब की ओर से बुढ़िया को एक हाथ ठेला भेंट कर दिया। बुढ़िया अब बहुत खुश है। उचित खान पान के कारण उसका स्वास्थ्य भी पहले से बहुत अच्छा है ।
👉हर दिन शर्माजी और ऑफिस के दूसरे लोगों को दुआ देती नही थकती। शर्माजी के मन में भी अपनी बदली सोच और एक असहाय निर्बल महिला की सहायता करने की संतुष्टि का भाव रहता है..!
👉जीवन मे किसी बेसहारा की मदद करके देखो यारों, अपनी पूरी जिंदगी मे किये गए सभी कार्यों से ज्यादा संतोष मिलेगा...!!
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यदि लेख अच्छा लगा हो तो अपने मित्रो को भी प्रेषित करें।

A newly married couple was walking through a garden suddenly a dog ran towards them.
They both knew it will bite them..
The husband lifted his wife and let the dog bite him than his sweetie.
The dog stopped before them barked for a while and ran backwards.
The husband put his wife down expecting a hug and a few kind words from her.
Then his wife shouted
 " I have seen people throwing stones and sticks at dogs this is the first time I am seeing someone trying to throw his wife at a dog".

Husband... "😱

Moral : A Wife is Wife

No One ELSE Can MIS-UNDERSTAND a Husband Better, than a Wife



दंतचिकित्सक को शत शत नमन 😝

पेशेंट गुस्से से भरा हुआ डॉक्टर के पास गया।

बोला---" मेरे ऊपर के दाँत में कीड़ा था, फिर आपने उसके नीचे वाला दाँत क्यों निकाला ??? "

डॉक्टर ने कुछ देर सोचा और फिर कहा---" वो कीड़ा नीचे वाले दाँत पर खड़े होकर ऊपर वाले दाँत को कुतरता था, अब देखता हूँ कहाँ खड़ा होता है,
एक पोस्टमैन ने एक घर के दरवाजे पर दस्तक देते हुए कहा,
"चिट्ठी ले लीजिये।"
अंदर से एक बालिका की आवाज आई,
"आ रही हूँ।"
लेकिन तीन-चार मिनट तक कोई न आया तो पोस्टमैन ने फिर कहा,
"अरे भाई! मकान में कोई है क्या, अपनी चिट्ठी ले लो।"
लड़की की फिर आवाज आई,"पोस्टमैन साहब, दरवाजे के नीचे से चिट्ठी अंदर डाल दीजिए,मैं आ रही हूँ। "पोस्टमैन ने कहा,"नहीं,मैं खड़ा हूँ,रजिस्टर्ड चिट्ठी है,पावती पर तुम्हारे साइन चाहिये।"
करीबन छह-सात मिनट बाद दरवाजा खुला। पोस्टमैन इस देरी के लिए झल्लाया हुआ तो था ही और उस पर चिल्लाने वाला था ही लेकिन, दरवाजा खुलते ही वह चौंक गया !! सामने एक अपाहिज कन्या जिसके पांव नहीं थे, सामने खड़ी थी।
पोस्टमैन चुपचाप पत्र देकर और उसके साइन लेकर चला गया। हफ़्ते,दो हफ़्ते में जब कभी उस लड़की के लिए डाक आती, पोस्टमैन एक आवाज देता और जब तक वह कन्या न आती तब तक खड़ा रहता। एक दिन लड़की ने पोस्टमैन को नंगे पाँव देखा।
दीपावली नजदीक आ रही थी। उसने सोचा पोस्टमैन को क्या ईनाम दूँ।
एक दिन जब पोस्टमैन डाक देकर चला गया, तब उस लड़की ने,जहां मिट्टी में पोस्टमैन के पाँव के निशान बने थे,उन पर काग़ज़ रख कर उन पाँवों का चित्र उतार लिया। अगले दिन उसने अपने यहाँ काम करने वाली बाई से उस नाप के जूते मंगवा लिये।
दीपावली आई और उसके अगले दिन पोस्टमैन ने गली के सब लोगों से तो ईनाम माँगा और सोचा कि अब इस बिटिया से क्या इनाम लेना? पर गली में आया हूँ तो उससे मिल ही लूँ।
उसने दरवाजा खटखटाया।
अंदर से आवाज आई,
"कौन?
"पोस्टमैन, उत्तर मिला।
बालिका हाथ में एक गिफ्ट पैक लेकर आई और कहा, "अंकल,मेरी तरफ से दीपावली पर आपको यह भेंट है।
"पोस्टमैन ने कहा," तुम तो मेरे लिए बेटी के समान हो,
तुमसे मैं गिफ्ट कैसे लूँ? "कन्या ने आग्रह किया कि मेरी इस गिफ्ट के लिए मना नहीं करें।
"ठीक है कहते हुए पोस्टमैन ने पैकेट ले लिया। बालिका ने कहा, "अंकल इस पैकेट को घर ले जाकर खोलना।
घर जाकर जब उसने पैकेट खोला तो विस्मित रह गया, क्योंकि उसमें एक जोड़ी जूते थे। उसकी आँखें भर आई।
अगले दिन वह ऑफिस पहुंचा और पोस्टमास्टर से फरियाद की कि उसका तबादला फ़ौरन कर दिया जाए।
पोस्टमास्टर ने कारण पूछा, तो पोस्टमैन ने वे जूते टेबल पर रखते हुए सारी कहानी सुनाई और भीगी आँखों और
रुंधे कंठ से कहा, "आज के बाद मैं उस गली में नहीं जा सकूँगा। उस अपाहिज बच्ची ने तो मेरे नंगे पाँवों को तो जूते दे दिये पर मैं उसे पाँव कैसे दे पाऊँगा?"
संवेदनशीलता का यह श्रेष्ठ दृष्टांत है। संवेदनशीलता यानि,दूसरों के दुःख-दर्द को समझना,अनुभव करना और उसके दुःख-दर्द में भागीदारी करना,उसमें शरीक होना। यह ऐसा मानवीय गुण है जिसके बिना इंसान अधूरा है।


अध्यापक : बच्चों रामचंद्र ने समुन्द्र पर पुल बनाने का निर्णय
लिया ।
पप्पू : सर मैं कुछ कहना चाहता हूँ ।
अध्यापक : कहो बेटा ।
पप्पू : रामचन्द्र का पुल बनाने का निर्णय गलत था ।
अध्यापक : कैसे ?
पप्पू : सर उनके पास हनुमान थे जो उड़कर लंका जा सकते थे ।
तो उनको पुल बनाने की कोई जरुरत ही
नही थी ।
अध्यापक : हनुमान ही तो उड़ना जानते थे बाकि
रीछ और वानर तो नही उड़ते थे ।
पप्पू : सर वो हनुमान की पीठ पर बैठकर
जा सकते थे । जब हनुमान पूरा पहाड़ उठाकर ले जा सकते थे तो
वानर सेना को भी तो उठाकर ले जा सकते थे ।
अध्यापक : भगवान की लीला पर सवाल
नही उठाया करते ।
पप्पू : वैसे सर एक उपाय और था ।
अध्यापक : क्या ?
पप्पू : सर हनुमान अपने आकार को कितना भी छोटा
बड़ा कर सकते थे जैसे सुरसा के मुँह से निकलने के लिए छोटे हो
गए थे और सूर्य को मुँह में देते समय सूर्य से बड़े तो वो अपने
आकार को भी तो समुन्द्र की चौड़ाई से बड़ा
कर सकते थे और समुन्द्र के ऊपर लेट जाते । सारे बंदर हनुमान
जी की पीठ से गुजरकर लंका
पहुँच जाते और रामचंद्र को भी समुन्द्र
की अनुनय विनय करने की जरुरत
नही पड़ती । वैसे सर एक बात और
पूछूँ ?
अध्यापक : पूछो ।
पप्पू : सर सुना है । समुन्द्र पर पुल बनाते समय वानरों ने पत्थर
पर राम राम लिखा था जिससे पत्थर पानी पर तैरने लगे
थे ।
अध्यापक : हाँ तो ये सही है ।
पप्पू :सवाल ये है बन्दर भालुओं को पढ़ना लिखना किसने सिखाया
था ?
अध्यापक : हरामखोर बंद कर अपनी बकवास और
मुर्गा बन जा ।😰🐓😱😱😜

Friday, January 22, 2016

👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....

👌मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं

👌मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..


एक भक्त था, कृष्ण के मंदिर में बड़ी सेवा किया करता था।
उसकी पत्नी इस बात से हमेशा चिढ़ती थी कि हर बात में वह पहले भगवान को लाता।
भोजन हो, वस्त्र हो या हर चीज पहले भगवान को समर्पित करता।
एक दिन घर में लड्डू बने।
भक्त ने लड्डू लिए और भोग लगाने चल दिया।
पत्नी इससे नाराज हो गई,
कहने लगी कोई पत्थर की मूर्ति जिंदा होकर तो खाएगी नहीं जो हर चीज लेकर मंदिर की तरफ दौड़ पड़ते हो।
अबकी बार बिना खिलाए न लौटना, देखती हूं कैसे भगवान खाने आते हैं ।
बस श्याम भक्त ने भी पत्नी के ताने सुनकर ठान ली कि बिना भगवान को खिलाए आज मंदिर से लौटना नहीं है ।
मंदिर में जाकर धूनि लगा ली ।
भगवान के सामने लड्डू रखकर विनती करने लगा ।
एक घड़ी बीती। आधा दिन बीता, न तो भगवान आए न भक्त हटा ।
आसपास देखने वालों की भीड़ लग गई।
सभी कौतुकवश देखने लगे कि आखिर होना क्या है।
मक्खियां भिनभिनाने लगी भक्त उन्हें उड़ाता रहा।
मीठे की गंध से चीटियां भी लाईन लगाकर चली आईं ।
भक्त ने उन्हें भी हटाया, फिर मंदिर के बाहर खड़े आवारा कुत्ते भी ललचाकर आने लगे ।
भक्त ने उनको भी खदेड़ा ।
लड्डू पड़े देख मंदिर के बाहर बैठे भिखारी भी आए गए ।
एक तो चला सीधे लड्डू उठाने तो भक्त ने जोर से थप्पड़ रसीद कर दिया ।
दिन ढल गया, शाम हो गई ।
न भगवान आए, न भक्त उठा ।
शाम से रात हो गई |
लोगों ने सोचा भक्त पागल हो गए हैं,
भगवान तो आने से रहे ।
धीरे-धीरे सब घर चले गए ।
भक्त को भी गुस्सा आ गया ।
लड्डू उठाकर बाहर फेंक दिए ।
भिखारी, कुत्ते,चीटी, मक्खी तो दिन भर से ही इस घड़ी का इंतजार कर रहे थे, सब टूट पड़े।
उदास भक्त भगवान को कोसता हुआ घर लौटने लगा।
इतने सालों की सेवा बेकार चली गई। कोई फल नहीं मिला।
भक्त पत्नी के ताने सुनकर सो गया।
रात को सपने में भगवान आए।
बोले-तेरे लड्डू खाए थे मैंने
बहुत बढिय़ा थे, लेकिन अगर सुबह
ही खिला देता तो ज्यादा अच्छा होता।
कितने रूप धरने पड़े तेरे लड्डू खाने के लिए।
मक्खी, चीटी, कुत्ता, भिखारी ।
पर तुने हाथ नहीं धरने दिया ।
दिन भर इंतजार करना पड़ा ।
आखिर में लड्डू खाए लेकिन जमीन से उठाकर खाने में थोड़ी मिट्टी लग गई थी।
अगली बार लाए तो अच्छे से खिलाना।
भगवान चले गए।
भक्त की नींद खुल गई।
उसे एहसास हो गया।
भगवान तो आए थे खाने लेकिन मैं ही उन्हें पहचान नहीं पाया।
बस, ऐसे ही हम भी भगवान के संकेतों को समझ नहीं पाते हैं!
हरे कृष्णा🙏🏻🙏🏻

, 🚩 अहमियत-बीबी की 👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍 📍
सुबह उठ कर पत्नी को पुकारते है
सुनो चाय लाओ
थोड़ी देर बाद फिर आवाज़,
सुनो नाश्ता बनाओ

क्या बात है ,आज अभी तक अखबार नहीं आया
जरा देखो तो ,
किसी ने दरवाजा खटखटाया

अरे आज बाथरूम में ,
साबुन नहीं है क्या
और देखो तो,
कितना गीला पड़ा है तौलिया

अरे ,ये शर्ट का बटन टूटा है,
 जरा लगा दो और मेरे मौजे कहाँ है,जरा ढूंढ के ला दो

लंच के डब्बे में बनाये है ना,
आलू के परांठे
दो ज्यादा रख देना,
मिस जूली को है भाते

देखो अलमारी पर कितनी
धुल जमी पड़ी है
लगता है कई दिनों से
डस्टिंग नही की है

गमले में पौधे सूख रहे है,
क्या पानी नहीं डालती हो
दिन भर करती ही क्या हो बस
गप्पे मारती हो

शाम को डोसा खाने का मूड है,
बना देना
बच्चों की परीक्षाये आ रही है
पढ़ा देना

सुबह से शाम तक कर फरमाईशें नचाते है
चैन से सोने भी नहीं देते,सताते है

दिनभर में बीबीयाँ कितना काम
करती है
ये तब मालूम पड़ता है जब वो
बीमार पड़ती है
एक दिन में घर अस्त व्यस्त हो
जाता है
रोज का सारा रूटीन ही ध्वस्त हो
जाता है
आटे दाल का सब भाव पता
पड़ जाता
बीबी की अहमियत क्या है
ये पता चल जाता........

👍सभी पत्नियों को सलाम 👏
 Dedicated to all wonderful women-

दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई,
रात नींद को मनाने मे गुजर गई।
जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं,
सारी उमर उस घर को सजाने मे गुजर गई.....

भगवान विष्णु गरुड़ पर बैठ कर कैलाश पर्वत पर गए।
द्वार पर गरुड़ को छोड़ कर खुद शिव से मिलने अंदर
चले गए। तब कैलाश की अपूर्व प्राकृतिक शोभा
को देख कर गरुड़ मंत्रमुग्ध थे कि तभी उनकी नजर
एक खूबसूरत छोटी सी चिड़िया पर पड़ी।
चिड़िया कुछ इतनी सुंदर थी कि गरुड़ के सारे
विचार उसकी तरफ आकर्षित होने लगे।
उसी समय कैलाश पर यम देव पधारे और अंदर जाने से
पहले उन्होंने उस छोटे से पक्षी को आश्चर्य की
द्रष्टि से देखा। गरुड़ समझ गए उस चिड़िया का अंत
निकट है और यमदेव कैलाश से निकलते ही उसे अपने
साथ यमलोक ले जाएँगे।
गरूड़ को दया आ गई। इतनी छोटी और सुंदर
चिड़िया को मरता हुआ नहीं देख सकते थे। उसे अपने
पंजों में दबाया और कैलाश से हजारो कोश दूर एक
जंगल में एक चट्टान के ऊपर छोड़ दिया, और खुद
बापिस कैलाश पर आ गया।
आखिर जब यम बाहर आए तो गरुड़ ने पूछ ही लिया
कि उन्होंने उस चिड़िया को इतनी आश्चर्य भरी
नजर से क्यों देखा था। यम देव बोले "गरुड़ जब मैंने
उस चिड़िया को देखा तो मुझे ज्ञात हुआ कि वो
चिड़िया कुछ ही पल बाद यहाँ से हजारों कोस दूर
एक नाग द्वारा खा ली जाएगी। मैं सोच रहा था
कि वो इतनी जलदी इतनी दूर कैसे जाएगी, पर अब
जब वो यहाँ नहीं है तो निश्चित ही वो मर चुकी
होगी।"
गरुड़ समझ गये "मृत्यु टाले नहीं टलती चाहे कितनी
भी चतुराई की जाए।"
इस लिए कृष्ण कहते है।
करता तू वह है
जो तू चाहता है
परन्तु होता वह है
जो में चाहता हूँ
कर तू वह
जो में चाहता हूँ
फिर होगा वो
जो तू चाहेगा ।

💖प्यार वो हैं..
💚💚💚❤💚💚💚💚
जब माँ रात को आती है
और कहती हैं..
"सो जा, बाकी सुबह उठ कर पढ़ लेना"
💛💛💛💛💛💛💛💛
❤प्यार वो हैं ...
जब हम tution से वापस आये और पापा कहे-
"बेटा लेट होने वाले थे तो कॉल कर देते"
💜💜💜💜💜💜💜💜
💗प्यार वो है....
जब भाभी कहती हैं -
"ओये हीरो;
लड़की पटी की नही"
💚💚💚💚💚💚💚💚
💘प्यार वो हैं....
जब बहन कहती हैं-
"देखूंगी मेरी शादी के बाद तेरा काम कौन करेगा
💞💞💞💞💞💞💞💞
💓"प्यार वो हैं....
जब हम निराश हो और भाई आकर कहे-
"चल नौटंकी कही घुमने चलते हैं"
💛💛💛💛💛💛💛💛
💞प्यार वो है...
जब दोस्त कॉल करके कहे-
ओये कमीने जिन्दा हैं या मर गया"
💜💜💜💜💜💜💜💜
💘💋💘यह है सच्चा प्यार।
इसे अपने जीवन मैं बिलकुल भी ना गवाएं..
💚💚💚💚💚💚💚💚
💑प्यार केवल गर्ल फ्रेंड या बॉय फ्रेंड होना ही नही हैं।
यह प्यार उससे भी ऊपर हैं।
💚💜💙💛💛💙💜
[वक़्त अच्छा ज़रूर आता है;
मगर वक़्त पर ही आता है!
🕙🕙🕙🕙🕙🕙🕙🕙🕙🕙
कागज अपनी किस्मत से उड़ता है; लेकिन पतंग अपनी काबिलियतसे!
📜📜📜📜📜🔷🔷🔷🔷🔷
इसलिए किस्मत साथ दे या न दे;
काबिलियत जरुर साथ देती है!
👫👫👫👫👫👫👫👫👫👫
      दो अक्षर का होता है लक;
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
   ढाई अक्षर का होता है भाग्य;
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
    तीन अक्षर का होता है नसीब;
👉👉👉👉👑👑👈👈👈👈
 साढ़े तीन अक्षर की होती है किस्मत;
🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇🙇
पर ये चारों के चारों चार अक्षर, मेहनत से छोटे होते हैं!........
🏊🏊🏊🏊🏊🏊🏊🏊🏊🏊
जिंदगी में दो लोगों का ख्याल रखना बहुत जरुरी है!
पिता: जिसने तुम्हारी जीत के लिए सब कुछ हारा हो!
माँ: जिसको तुमने हर दुःख में पुकारा हो!
🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎🎎
काम करो ऐसा कि पहचान बन जाये;
💎💎💎💎💎💎💎💎💎💎
हर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जायें;
👣👣👣👣👣👣👣👣👣👣
यह जिंदगी तो सब काट लेते हैं;
जिंदगी ऐसे जियो कि मिसाल बन जाये!
🎍🎍🎍🎍🎍🎍🎍🎍🎍🎍
भगवान की भक्ति करने से शायद हमें माँ न मिले;
लेकिन माँ की भक्ति करने से भगवान् अवश्य मिलेंगे!
👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
अहंकार में तीन गए;
धन, वैभव और वंश!
ना मानो तो देख लो;
रावन, कौरव और कंस!.
🎭🎭🗿🗿♨♨🗿🗿🎭🎭
'इंसान' एक दुकान है, और 'जुबान' उसका ताला;
जब ताला खुलता है, तभी मालुम पड़ता है;
👅🔓👅🔓👅🔓👅🔓👅🔓
कि दूकान 'सोने' कि है, या 'कोयले
💰🗿💰🗿💰🗿💰🗿💰🗿
एक दिन मैं कॉलेज से घर आने के
लिये निकला आसमान में बादल थे...
लग रहा था कि बारिश होने वाली थी...
📚💭📚💭📚💭📚💭📚💭
इसलिए सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ पर रास्ते में
ही बारिश शुरू हो गई और मैं भीग गया...!!!
☔🏠☔🏠☔🏠☔🏠☔🏠☔
घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा -: "थोड़ी देर रुक
नही सकते थे...??"
.
बड़े भाई ने कहा -: "कहीं साइड में खड़े
हो जाते ...??"
.
पापा ने कहा -: "खड़े कैसे हो जाते..!! जनाब
को बारिश में भीगने का शौक जो है..??"
.
.
.
इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुऐ
बोली -: "ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक
जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!"
'माँ' तो 'माँ' होती है...
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मेरे कंधे पर बैठा मेरा बेटा जब मेरे कंधे पे खड़ा हो गया
मुझी से कहने लगा "देखो पापा में तुमसे बड़ा हो गया"

मैंने कहा "बेटा इस खूबसूरत ग़लतफहमी में भले ही जकडे रहना
मगर मेरा हाथ पकडे रखना"

"जिस दिन येह हाथ छूट जाएगा
बेटा तेरा रंगीन सपना भी टूट जाएगा"

"दुनिया वास्तव में उतनी हसीन नही है
देख तेरे पांव तले अभी जमीं नही है"

"में तो बाप हूँ बेटा बहुत खुश हो जाऊंगा
जिस दिन तू वास्तव में मुझसे बड़ा हो जाएगा
मगर बेटे कंधे पे नही ...
जब तू जमीन पे खड़ा हो जाएगा!!

ये बाप तुझे अपना सब कुछ दे जाएगा !
तेरे कंधे पर दुनिया से चला जाएगा !!
Superb massage 👌👌👌👌👌


I liked this msg .. Felt like sharing 😊

Are we earning to pay builders and interior designers, caterers and decorators?

Whom do we want to impress with our highly inflated house properties & fat weddings?

Do you remember for more than two days what you ate at someone's marriage?

Why are we working like dogs in our prime years of life?

How many generations do we want to feed?

Most of us have two kids. Many have a single kid.

How much is the "need" and how much do we actually "want"??
Think about it.

Would our next generation be incapable to earn, that we save so much for them!?!

Can not we spare one and a half days a week for friends, family and self??

Do you spend even 5% of your monthly income for your self enjoyment?
Usually...No.

Why can't we enjoy simultaneously while we earn?  

Spare time to enjoy before you have slipped discs and large prostates.

We don't own properties, we just have temporary name on documents.

GOD laughs sarcastically, when someone says,
"I am the owner of this land"!!  

Do not judge a person only by the length of his car.

Many of our science and maths teachers were great personalities riding on scooters!!  

It is not bad to be rich, but it is very unfair, to be only rich.

Let's get a LIFE, before life gets us, instead....


One day, all of us will get separated from each other; we will miss our conversations of everything & nothing; the dreams that we had.

Days will pass by, months, years, until this contact becomes rare... One day our children will see our pictures and ask 'Who are these people?' And we will smile with invisible tears because a heart is touched with a strong word and you will say: 'IT WAS THEM THAT I HAD THE BEST DAYS OF MY LIFE WITH'.





ऐ उम्र !
कुछ कहा मैंने,
पर शायद तूने सुना नहीँ..
तू छीन सकती है बचपन मेरा,
पर बचपना नहीं..!!

हर बात का कोई जवाब नही होता
हर इश्क का नाम खराब नही होता...
यु तो झूम लेते है नशेमें पीनेवाले
मगर हर नशे का नाम शराब नही होता...

खामोश चेहरे पर हजारों पहरे होते है
हंसती आखों में भी जख्म गहरे होते है
जिनसे अक्सर रुठ जाते है हम,
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते है..

 किसी ने खुदासे दुआ मांगी
दुआ में अपनी मौत मांगी,
खुदा ने कहा, मौत तो तुझे दे दु मगर,
उसे क्या कहु जिसने तेरी जिंदगी की दुअा मांगी...

हर इंन्सान का दिल बुरा नही होता
हर एक इन्सान बुरा नही होता
बुझ जाते है दीये कभी तेल की कमी से....
हर बार कुसुर हवा का नही होता !!!


Who is poor? Worth reading.

A wealthy woman goes to a saree store and tells the boy at the counter "Bhaiya show some cheap sarees. It is my son's marriage and I have to give to my maid."

After sometime, the maid comes to the saree shop and tells the boy at the counter "Bhaiya show some expensive sarees. I want to gift my Mistress on her son's marriage"

Poverty is in the mind or in the purse?

Who is Rich?

Once, a lady with her family was staying in a 3-star hotel for a picnic. She was the mother of a 6 month old baby.
"Can I get 1 cup of milk?" asked the lady to the 3-star hotel manager.
"Yes madam", he replied.
"But it will cost 100 bucks". "No problem", said the lady.
While driving back from hotel, the child was hungry again.
They stopped at a road side tea stall and took milk from the tea vendor
"How much?” she asked the tea vendor.
"Madam, we don't charge money for kid's milk", the old man said with a smile.
"Let me know if you need more for the journey". The lady took one more cup and left.
She wondered, "Who’s richer? The hotel manager or the old tea vendor?

Sometimes, in the race for more money, we forget that we are all humans. Let's help someone in need, without expecting something in return. It will make us feel better than what money can.
Coffee never knew that it would taste so nice and sweet, before it met milk and sugar.
We are good as individuals but become better when we meet and blend with the right people....

Stay connected.

"The world is full of nice people... If you can't find one... Be one.

Tuesday, January 19, 2016

पप्पू को रात में सोते समय एक मच्छर ने काट लिया ,,
पप्पू गुस्से में रात भर मच्छर के पीछे चप्पल लेकर भागता रहा ,,
लेकिन मार नहीं पाया ,,
ऐसे करते करते सुबह हो गयी ,,
पप्पू –
.
.
.चलो इसे मार तो नहीं पाया ,
लेकिन इस बात की खुशी है कि रात भर मैंने इसे भी सोने नहीं दिया😂😝😝😝
Winter Special 😄😃😀😜😜😜

दो दोस्त~
यार कल रात घर देर से पहुचा, बेल बजाई पर बीबी ने दरवाजा खोला ही नही पूरी रात सडक पर गुजारी😟
दोस्त : फिर सुबह बीबी की खबर ली के नही?

....नही यार सबेरे दारू उतरी तो याद आया बीबी तो मायके गई है और चाबी तो जेब मे थी!!😳😖😢
जिसने सिगरेट बनाई उसने कभी सपने मे भी नहीँ सोचा
होगा कि,
भारत मे सिगरेट को दवा के रूप में
 प्रयोग किया जायेगा।
.
.
यहाँ आधे लोग खाना खाने के बाद उसे पचाने के लिए सिगरेट को
 "भास्कर चूर्ण" कि तरह लेते है
.
.
और बाकी आधे तो सुबह उठकर इसको "कायमचूर्ण"
कि तरह इस्तेमाल करते है...........!!
😝😝😝😝😝
शादी के बाद पहली बार बहू रसोई मे गई और रेसिपी बुक में पढ़कर खाना बना रही थी ।

सास बाहर से घर लौटी, फ्रिज खोला, अन्दर देखकर चकराई और पूछा:
"ये मन्दिर का घण्टा फ्रिज में क्यों रखा है ?"

बहू : "किताब में लिखा है, सब चीजों का मिश्रण कर लें और एक घण्टा फ्रिज में रखें ।"

😄😂

Sunday, January 17, 2016

सफलता के 20 मँत्र " 👏
👏1.खुद की कमाई से कम
          खर्च हो ऐसी जिन्दगी
          बनाओ..!
👏2. दिन मेँ कम से कम
           3 लोगो की प्रशंसा करो..!
👏3. खुद की भुल स्वीकारने
           मेँ कभी भी संकोच मत
           करो..!
👏4. किसी के सपनो पर हँसो
           मत..!
👏5. आपके पीछे खडे व्यक्ति
           को भी कभी कभी आगे
           जाने का मौका दो..!
👏6. रोज हो सके तो सुरज को
           उगता हुए देखे..!
👏7. खुब जरुरी हो तभी कोई
          चीज उधार लो..!
👏8. किसी के पास से कुछ
           जानना हो तो विवेक से
           दो बार...पुछो..!
👏9. कर्ज और शत्रु को कभी
           बडा मत होने दो..!
👏10. ईश्वर पर पुरा भरोसा
             रखो..!
👏11. प्रार्थना करना कभी
             मत भुलो,प्रार्थना मेँ
             अपार शक्ति होती है..!
👏12. अपने काम से मतलब
             रखो..!
👏13. समय सबसे ज्यादा
             कीमती है, इसको फालतु
             कामो मेँ खर्च मत करो..
👏14. जो आपके पास है, उसी
             मेँ खुश रहना सिखो..!
👏15. बुराई कभी भी किसी कि
             भी मत करो,
             क्योकिँ बुराई नाव मेँ
             छेद समान है,बुराई
             छोटी हो बडी नाव तो
             डुबो ही देती है..!
👏16. हमेशा सकारात्मक सोच
             रखो..!
👏17. हर व्यक्ति एक हुनर
             लेकर पैदा होता है बस
             उस हुनर को दुनिया के
             सामने लाओ..!
👏18. कोई काम छोटा नही
             होता हर काम बडा होता
             है जैसे कि सोचो जो
             काम आप कर रहे हो
             अगर वह काम
             आप नही करते हो तो
             दुनिया पर क्या असर
             होता..?
👏19. सफलता उनको ही
             मिलती है जो कुछ
             करते है
👏20. कुछ पाने के लिए कुछ
             खोना नही बल्कि कुछ
             करना पडता है
पेड बूढा ही सही,
आंगन में रहनेदो,
फल न सही, छाव तो अवश्य देगा
ठीक उसी प्रकार
माता-पिता बूढे ही सही,
घर में ही रहने दो,

दोलत तो नहीं कमा सकते,
लेकीन आपके बच्चों को संस्कार अवश्य देगे ।।
👏 👏
इसे जितनी जगह पहुंचा
सकते हैं -:- पहुंचायें -:-


एक ATM में पुरुष व महिलाओं के लिये ATM के इस्तेमाल हेतु
अलग - अलग दिशानिर्देश लिखे थे :-

👴🏻पुरुषों हेतु :-
1. आपका स्वागत है !
2. अपना कार्ड निकाले और ATM में insert करे !
3. अपना कार्ड बाहर निकाले !
4. अपना पिन नंबर टाइप करें !
5. आवश्यक राशि टाइप करें !
6. अपनी राशि और रसीद collect करें !
6. ATM का उपयोग करने हेतु धन्यवाद !

👸🏻महिलाओं हेतु :-
1. हे भगवान !
2. अपने हेंड बेग में रखे सामान को बाजू बाली टेबल
पर उडेल दें जिससे आप अपना कार्ड आसानी से ढूंढ
सके !
3. कार्ड निकाले और ATM में insert करें !
4. कार्ड बाहर निकाले और दोबारा सही
तरीके से insert करें !
5. अब टेबल पर पडे़ सामान में से वो डायरी निकाले
जिसमें आपने अपना पिन कोड लिखकर रखा है !
6. हेड बेग में लगे आइने में अपना मेकअप चेक करे!
7. डायरी में लिखे पिन नंबर के एक एक Digit के
नीचे उंगली रखते हुये आराम से Entry
करें !
8. बाहर लाइन में खडे़ गुस्से में आ चुके लोगों को 2 मिनिट रुकने का
इशारा करें !
9.अपनी पासबुक निकाले जिसमें आपके last
transaction की रसीद रखी
हुई होगी जिससे खाते में शेष राशि का पता चल सके !
10. आवश्यक राशि की सावधानीपूर्वक
Entry करें !
11. पैसे collect करे और अच्छे से गिन लें !
12. रसीद collect करें और सभी
Entries की जांच कर लें !
13. चेक करें आपके मोबाइल में इस transaction का मैसेज
आया है कि नहीं !
14. यदि मैसेज आया है तो रसीद से टैली
कर ले !
15. यदि मैसेज नहीं आया है तो अपने पति / पिता या
अपने भाई यहीं से को फोन करके बतलायें !
16. अपना सामान वापस हेंड बेग में ठूंसे और एक बार फिर अपना
मेकअप चेक करें !
17. आपका transaction पूरा हुआ !
18 . ATM का उपयोग करने के लिये धन्यवाद ! कृपया बाहर जाते
हुये लाइन में खडे़ गुस्साये लोगों को Sorry अवश्य बोल दे !!!

😜😃😜😃😜😃😜😃😜


एक रेड लाईट एरिया मे क्या खूब बात लिखी
पाई गई..

"यहाँ सिर्फ जिस्म बिकता है, ईमान खरीदना हो तो अगले चौक पर 'पुलिस
स्टेशन' हैं |"
,.........

आप चाहते हैं,
कि आपकी तानाशाही चले और कोई
आपका
विरोध न करे..
तो आप भारत में न्यायाधीश बन जाइये,
.........

आप चाहते हैं,
कि आप लोगों को बेवजह पीटें लेकिन कोई आपको
कुछ न बोले..
तो आप पुलिस वाला बन जाइये,
........

आप चाहते हैं,
कि आप एक से बढ़कर एक झूठ बोलें अदालत में,
लेकिन कोई आपको सजा न दे,
तो आप वकील बन जाइये,
........

कोई महिला चाहती हो
कि वो खूब देह व्यापार करे
लेकिन कोई उनको वेश्या न बोले,
तो बॉलीवुड में हेरोइन बन जाये.
........

आप चाहते हैं,
कि आप खूब लूट मार करें,
लेकिन कोई आपको डाकू न बोले,
तो आप भारत में राजनेता बन जाइये,
.......

आप चाहते हैं,
कि आप दुनिया के हर सुख मांस,मदिरा,स्त् री
इत्यादि का आनंद लें,
लेकिन कोई आपको भोगी न कहे,
तो किसी भी धर्म के धर्मगुरु बन जाओ.
........

आप चाहते हैं,
कि आप किसी को भी बदनाम कर दें,
लेकिन आप पर कोई मुकदमा न हो,
तो मीडिया में रिपोर्टर बन जाइये,
........

यकीन मानिये..
कोई आप का बाल भी बाँका नहीं कर
पाएगा.
भारत में,
हर 'गंदे' काम के लिए एक संवैधानिक पद उपलब्ध
है,
इसीलिए मेरा भारत महान है।
,
बात कड़वी एवं दंमदार है लेकीन सच्च है |


एक रेड लाईट एरिया मे क्या खूब बात लिखी
पाई गई..

"यहाँ सिर्फ जिस्म बिकता है, ईमान खरीदना हो तो अगले चौक पर 'पुलिस
स्टेशन' हैं |"
,.........

आप चाहते हैं,
कि आपकी तानाशाही चले और कोई
आपका
विरोध न करे..
तो आप भारत में न्यायाधीश बन जाइये,
.........

आप चाहते हैं,
कि आप लोगों को बेवजह पीटें लेकिन कोई आपको
कुछ न बोले..
तो आप पुलिस वाला बन जाइये,
........

आप चाहते हैं,
कि आप एक से बढ़कर एक झूठ बोलें अदालत में,
लेकिन कोई आपको सजा न दे,
तो आप वकील बन जाइये,
........

कोई महिला चाहती हो
कि वो खूब देह व्यापार करे
लेकिन कोई उनको वेश्या न बोले,
तो बॉलीवुड में हेरोइन बन जाये.
........

आप चाहते हैं,
कि आप खूब लूट मार करें,
लेकिन कोई आपको डाकू न बोले,
तो आप भारत में राजनेता बन जाइये,
.......

आप चाहते हैं,
कि आप दुनिया के हर सुख मांस,मदिरा,स्त् री
इत्यादि का आनंद लें,
लेकिन कोई आपको भोगी न कहे,
तो किसी भी धर्म के धर्मगुरु बन जाओ.
........

आप चाहते हैं,
कि आप किसी को भी बदनाम कर दें,
लेकिन आप पर कोई मुकदमा न हो,
तो मीडिया में रिपोर्टर बन जाइये,
........

यकीन मानिये..
कोई आप का बाल भी बाँका नहीं कर
पाएगा.
भारत में,
हर 'गंदे' काम के लिए एक संवैधानिक पद उपलब्ध
है,
इसीलिए मेरा भारत महान है।
,
बात कड़वी एवं दंमदार है लेकीन सच्च है |


(१) अगर कुछ सीखना ही है,
तो आँखों को पढ़ना सीख लो,
​वरना ​लफ़्ज़ों के मतलब तो,
​हजारों निकाल लेते है।

(२) मैंने कोशिश के बाद उसे भुला दिया,
​उसकी यादों को सीने से मिटा दिया,
​एक दिन फिर उसका पैगाम आया,
​लिखा था मुझे भूल जाओ और​,
मुझे हर लम्हा फिर याद दिला दिया​।

(३) रुलाना हर किसी को आता है,
​हँसाना भी हर किसी को आता है,
​​रुला के जो मना ले वो सच्चा यार है,
​​और जो रुला के खुद भी रो पड़े वही सच्चा प्यार है।

(४) तन्हा था इस दुनिया की भीड़ में,
सोचा था कोई नहीं है मेरी तक़दीर में,
एक दिन फिर तुमने थाम लिया हाथ मेरा,
​फिर लगा कि बहुत ​ख़ास था इस हाथ की लकीर में।

(५) ​न​ज़​रे​ मिले तो प्यार हो जाता है,
पलके उठे तो इज़हार हो जाता हैं,
ना जाने क्या कशिश हैं चाहत में,
कि कोई अनजान भी हमारी,
जिंदगी का हक़दार हो जाता है।

.
कल अचानक Wi-Fi सिग्नल बंद हो गये...!!!
.
फिर कुछ छानबीन करने पर पता चला कि...!!!
पडोसी ने बिल नहीं भरा...!!!
.
दुनिया में भी पता नहीं...!!!
कैसे कैसे कंगाल...!!!
और
गैर जिम्मेदार लोग भरे पड़े है...!!!
.
पूरा दिन खराब हो गया...!!!

😱😱😝😂😜
1988 की लडकियाँ बोलती थी:
"साजन मेरा उस पार है,
मिलने को दिल बेक़रार है...😊😊😊😊😊"
और अब 2016 की लडकियाँ बोलती हैं:
" साजन मेरा उस पार है,
जल्दी से आजा वरना दूसरा तैयार है..."😀😀😀😀😀

👨पप्पू - अगर दुनिया की सारी लेडीज
का चेहरा एक जैसा होता तो क्या होता..?
गोलू - वही होता जो गैस सिलेंडर का होता है...
आज इसके घर..
कल उसके घर... 😎😆😆😆😆😆😜👯🙈😇

Saturday, January 16, 2016


बड़ों से बात करने का तरीका आपकी
'तमीज़' बताता है....
और. . . छोटों से 'तमीज़' से बात करने का
तरीका आपकी
'परवरिश' बताता है....
जो ताला चाबी को एक ओर घुमाने से बंद होता है,
वही दूसरी ओर घुमाने से खुल
भी जाता है !
हम अपने विचार , वाणी और व्यवहार को इस तरह
घुमाएँ कि रिश्तों के बंद पडे़ ताले फिर से खुल जाए..
जिसकी "नीति" अच्छी
होगी,
उसकी हमेशा "उन्नति" होगी ।
"मैं श्रेष्ठ हूँ"यह आत्मविश्वास है लेकिन,
"मैं ही श्रेष्ठ हूँ" यह अहंकार है.


🌿आँसू बिना आँखे इतनी खूबसूरत नहीं होती,
गम बिना खुशी की कोई किमत नही होती, |

अगर मिल जाती हर चीज़ चाहने से,
तो दुनिया में दुवाओं की जरूरत नहीं होती. ||
पप्पू ट्रेन से अपने 'गांव जा रहा था

टीटी आया-😈
टी टी: टिकट दिखाओ,😯
पप्पू: ग़रीब है साहब!!!
चटनी बासी रोटी खाते है
टी टी: टिकट दिखाओ ?
पप्पू: ग़रीब आदमी हैं साहब
साग दाल रोटी खाते हैं

टी टी गुस्से में- तो हम क्या गोबर
खाते हैं
पप्पू: बड़े आदमी हो साहब
खाते होगे.....
एम्बुलेंस हो या बारात...... तुरंत उसे जाने
का रास्ता दें...
-.-
-.-
-.-
-.-
दोनों ही ज़िन्दगी की जंग लड़ने जा रहे हैं......
. 😊😊 😜😜
एक अद्भुत सत्य:

"बीवी अगर मायके गई हो तो बन्दा बर्तन तब तक
नहीं धोता

जब तक चाय कढाई में बनाने की नौबत
ना आ जाए" ..!! 😜😂😁😹😄😆😣
Hilarious observations

I changed my car horn to gunshot sounds. People move out of the way much faster now!
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
Gone are the days when girls used to cook like their mothers. Now they drink like their fathers.
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
I didn't make it to the gym today. That makes five years in a row.
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
I decided to change calling the bathroom the bathroom and renamed it the gym. I feel so much better saying I went to the gym this morning.
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
I don't need anger management. I need people to stop irritating me!
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
When I was a child I thought Nap Time was a punishment... now, as a grown up, it just feels like a small vacation!
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
The biggest lie I tell myself is... "I don't need to write that down, I'll remember it."
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
I don't have gray hair. I have "wisdom highlights". I'm just very wise.
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
The kids text me "plz" which is shorter than please. I text back "no" which is shorter than "yes".
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
I've lost my mind and I'm pretty sure my spouse took it!
 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖
Of course I talk to myself..
as sometimes I need expert advice...!

😝😝😝😝😝😝😝


😝😝😝
पत्नी: --
पूजा किया करो,
बड़ी बलाएँ टल जाती है
पति : -
तेरे बाप ने बहुत की होगी,
उसकी टल गयी,
मेरे पल्ले पड़ गयी😜😜😜😜😜

 सुबह पत्नी चाय नाश्ता पूछने आई तो मैंने कहा बना दो। फिर रुक कर पूछने लगी जी ये अटल बिहारी वाजपेयी को भारत रत्न मिल रहा है ऐसा कौन सा बडा काम किया था उन्होंने ?
मैंने कहा:- शादी नहीं की थी |

बस उसके बाद ना चाय आई ना नाश्ता ।
😜😜😃😤😅😉

सुबह जब ऑफिस के लिए निकला तो श्रीमती जी बोली:
भगवान के हाथ जोड़ कर घर से निकला करो... सब काम अच्छे होते हैं|

मैंने कहा:
मैं नहीं मानता... शादी वाले दिन भी हाथ जोड़ कर ही घर से निकला था😜😜


😉😝😝😝😝😝😝😳😳😳😳😜😜😜😜 🎀 दामाद अपनी सास से बात करता हैं :
👉आपकी बेटी में तो हज़ारों कमियाँ हैं ।

सास : हाँ बेटा , इसी वजह से तो उसे अच्छा लड़का नही मिला.
😄😄😳😳😟😟😦😧😧😜😜😈😈😬😬

Solid Insult....!!!

🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀🎀
बीवी पति से : सुनिये जी वो आदमी जो दारू पी कर नाच रहा है ना मैने उसे 10 साल पहले रिजेक्ट कर दिया था 😌😌
पति: 😳😳😳😳 बताओ, साला अभी तक celebrate कर रहा है 😲😜🙌✌

👳मंदे में पति👳की लिखी इक कवीता

प्रिय क्यूँ तुम नए-नए सूट सिलाती हो !

पुरानी साडी में भी तुम अप्सरा सी नजर आती हो !!!

इन ब्यूटी पार्लरों के चक्करों में ना पडा करो !

अपने चांद से चेहरे को क्रीम पाउडर से यूँ ना ढका करो !!!

रेस्टोरेंट होटल के खाने में क्या रखा है !

तुम्हारे हाथों से बना बैंगन का भर्ता, इनसे लाख गुना अच्छा है !!!

इन सैर सपाटों में वो बात कहाँ !

तुम्हारे मायके जैसा ऐशो-आराम कहाँ !!!

नौकरों से खिटपिट में, मत सेहत तुम अपनी खराब करो !

झाडू-पौछा लगा हल्का सा व्यायाम करो !!!

सोने-चांदी में मिलती अब सो सो खोट है !

तुम्हारी सुन्दरता ही 24 कैरेट प्योर गोल्ड है !!!

माया-माया मत किया कर पगली, यह तो महा ठगिनी है !

मेरे इस घर-आंगन की तो, तू ही असली धन लक्ष्मी है !!!
🙏🙏🙏👌🏼👌🏼👌🏼


Friday, January 15, 2016

एक गिलहरी रोज अपने काम पर समय
से आती थी और अपना काम पूर्ण मेहनत
तथा ईमानदारी से करती थी !
गिलहरी जरुरत से ज्यादा काम कर के
भी खूब खुश थी क्यों कि उसके मालिक .......
जंगल के राजा शेर नें उसे दस बोरी अखरोट
देने का वादा कर रक्खा था !

गिलहरी काम करते करते थक जाती थी
तो सोचती थी कि थोडी आराम कर लूँ ....
वैसे ही उसे याद आता था :- कि शेर उसे
दस बोरी अखरोट देगा - गिलहरी फिर
काम पर लग जाती !

गिलहरी जब दूसरे गिलहरीयों को खेलते -
कुदते देखती थी तो उसकी भी ईच्छा होती
थी कि मैं भी enjoy करूँ !
पर उसे अखरोट याद आ जाता था !
और वो फिर काम पर लग जाती !

शेर कभी - कभी उसे दूसरे शेर के पास
भी काम करने के लिये भेज देता था !

ऐसा नहीं कि शेर उसे अखरोट नहीं देना
चाहता था , शेर बहुत ईमानदार था !

ऐसे ही समय बीतता रहा....

एक दिन ऐसा भी आया जब जंगल के
राजा शेर ने गिलहरी को दस बोरी अखरोट
दे कर आजाद कर दिया !

गिलहरी अखरोट के पास बैठ कर सोचने
लगी कि:-अब अखरोट हमारे किस काम के ?
पुरी जिन्दगी काम करते - करते दाँत तो घिस
गये, इसे खाऊँगी कैसे !
😄😄😄 यह कहानी आज जीवन की हकीकत
बन चुकी है !

इन्सान अपनी ईच्छाओं का त्याग करता है,
और पुरी जिन्दगी नौकरी में बिता देता है !
60 वर्ष की ऊम्र जब वो रिटायर्ड होता है
तो उसे उसका फन्ड मिलता है !

तब तक जनरेसन बदल चुकी होती है, परिवार
को चलाने वाला मुखिया बदल जाता है ।

क्या नये मुखिया को इस बात का अन्दाजा
लग पयेगा की इस फन्ड के लिये : -
कितनी इच्छायें मरी होगी ?
कितनी तकलीफें मिलि होगी ?
कितनें सपनें रहे होंगे ?
- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - क्या फायदा ऐसे फन्ड का जिसे
पाने के लिये पूरी जिन्दगी लगाई जाय
और उसका इस्तेमाल खुद न कर सके !

"इस धरती पर कोई ऐसा आमीर अभी
तक पैदा नहीं हुआ जो बिते हुए समय
को खरीद सके ।

😄 TIME IS MONEY 😄

Wednesday, January 13, 2016

एक व्यक्ति ने बुलेट 350सीसी
मोटरसायकल खरीदी,
ताकि,
वो,
अपनी गर्लफ्रेंड को लॉन्गड्राइव पर घुमाने ले जा सके ..

लेकिन,


किस्मत देखिये..


बुलेट 350सीसी की तेज़ आवाज़ के कारण,
ड्राइविंग
करते समय वो अपनी गर्लफ्रेंड से बात नही कर पता था,

तंग आ कर,
आखिरकार उसने अपनी बुलेट 350सीसी,
जिसे उसने बड़े ही अरमानो से खरीदा था,
बमुश्किल एक महीने के भीतर,
घाटा उठाकर,
यानि नुकसान सहकर बेच दी,
बेच दी,

और

एक नई एक्टिवा खरीद ली,

अब वो बहुत खुश था..

उसकी लवलाइफ बहुत ही अच्छी चल रही थी,

लॉन्गड्राइव पर जाने में
उसे अब बहुत ही मज़ा आने लगा था,

क्योंकि, नई एक्टिवा,
उस बुलेट 350सीसी की तरह तेज़ आवाज़ नही करती थी,
और वो,
बड़े ही आराम से ड्राइविंग करते हुए अपनी प्यारी गर्लफ्रेंड से बातें कर पाता था,

दोनों के दिन बड़े ही अच्छे से कट रहे थे,

वक्त मनो पंख लगा कर उड़ता रहा..
देखते ही देखते दो वर्ष कब बीत गये,
दोनों को पता ही न चला,

बहुत प्यार था उन दोनों को
एक दूजे से,

दोनों ने साथ-साथ जीने मरने की कसमें खाईं,


आदमी अच्छाखासा कमाता था,
गर्लफ्रेंड में भी कोई कमी न थी,

अत:
घरवालों को राज़ी कर के दोनों ने शादी कर ली,


अब वक्त और तेज़ी से गुज़रा..


एक साल बाद..








उसी आदमी ने वापस
.
.
.
.

एक्टिवा बेच कर,
बुलेट 500सीसी खरीद ली..!

 ( वजह हर आदमी जानता है)

😜😛😂😉😄😭😂😢😰
💔❤💚💜💙💛💕💖


Tuesday, January 12, 2016

एक request है प्लीज एक बार पढ़ना जरूर दिल को छू जायेगी.....

    ज़िन्दगी में कुछ चीजो का "मज़ा ही कुछ और होता है"
जैसे....
 पढ़ते-पढ़ते 📃 रज़ाई में सोने का😴
    टीचर के पढ़ाने पर कहि और खो जाने का,
लैब में instrument की वाट लगाने का,
 इंटरवल में पानी की टंकी के पास खड़े हो जाने का,
 कॉरिडोर में भागते हुए चिल्लाने का,
लाइब्रेरी में बुक्स पर पेन चलाने का,
 अपने दोस्त को बार बार उसकी lover के सामने चिड़ाने का 😙,
  बार-बार eye contact कर मन ही मन मुस्कुराने का,😍
 चलते चलते अपने दोस्तों को गिराने का,😃
  और फिर इन पलो को याद करके आज भी मुस्कुराने का.... 😊
     एक लम्बी लड़ाई के बाद बोलते थे: "चल साले अब 1 ठण्डा तो पिला"
  और जब दोस्त को टीचर से डाँट पड़ने पर कहना: "छोड़ न यार ये पागल है अपने पीछे ही पड़ी रहती है"😂
  जब अपने ग्रुप का कोई दोस्त नही आता था तब बोलना: "साला कहि लड़की के साथ होगा"
    दोस्त को जब प्यार में धोखा मिलता था तब बोलते थे:"छोड़ ना यार वो तेरे टाइप की नही थी" 😉
     और एग्जाम में पास वाले दोस्त से बोलना: "साले कितनी सीट भरेगा? मुझे भी तो बता"
  जब ग्रुप के सारे दोस्तों को एक साथ सज़ा मिलती थी तब: "सब तेरी ही वजह से हुआ है कमीने"😅
   और जब सब अलग हुए तो आँखों मे आसुंओं के साथ बोलना:"जा साले हम तो छोटे लोग है तुम हमसे अब बात क्यों करोगे" 😢😟
        
Daughters are like Parrots in the house..

When she speaks, Speaks without a break & everyone says, “Please be quite".

When she is silent, mother says, “Are you not feeling well"

Father says, "Why is the house so silent"

Brother says, "Are you angry"

and when she is married, all say, "The happiness of the house has left"

She is the real non stop music. That's a Girl..😊

Because all the happiness starts from a girl😘

👌🍃Woman has the most unique character like salt. Her presence is never remembered...but her absence makes all the things tasteless.

Pass it to your lovely sisters and friends😊


Ek aadmi ne 98.3 FM Radio pe phone kiya

Man : Mujhe S.V. Road pe ek Purse mila hai jisme 15000 cash,ek iphone 5s,ek Credit Card aur kisi Pallavi Mishra ke naam ka ID mila hai.

Radio Jockey : Wah... Aap kitne imaandaar hain...
toh aap unhe wo purse waapis karna chahenge, Right ??

Man : Nahi!!

......Main chahta hu ki Pallavi Mishra ke liye ek Dard bhara SONG ho jaaye...😂😂😂
😀😝😝😝

Monday, January 11, 2016

**Really Very Nice**
----------------------------------

जो चाहा
कभी पाया नहीं,

जो पाया
कभी सोचा नहीं,

जो सोचा
कभी मिला नहीं,

जो मिला
रास आया नहीं,

जो खोया
वो याद आता है,

पर जो पाया
संभाला जाता नहीं ,

क्यों
अजीब सी पहेली है ज़िन्दगी,

जिसको
कोई सुलझा पाता नहीं...

जीवन में
कभी समझौता करना पड़े
तो कोई बड़ी बात नहीं है,

क्योंकि,

झुकता वही है
जिसमें जान होती है,

अकड़ तो
मुरदे की पहचान होती है।


ज़िन्दगी जीने के
दो तरीके होते है!

पहला:
जो पसंद है
उसे हासिल करना सीख लो.!

दूसरा:
जो हासिल है
उसे पसंद करना सीख लो.!


जिंदगी जीना
आसान नहीं होता;

बिना संघर्ष
कोई महान नहीं होता.!


जिंदगी
बहुत कुछ सिखाती है;

कभी हंसती है
तो कभी रुलाती है;

पर जो हर हाल में खुश रहते हैं;

जिंदगी उनके आगे
सर झुकाती है।

चेहरे की हंसी से
हर गम चुराओ;

बहुत कुछ बोलो
पर कुछ ना छुपाओ;

खुद ना रूठो कभी
पर सबको मनाओ;

राज़ है ये जिंदगी का
बस जीते चले जाओ।



"गुजरी हुई जिंदगी
 कभी याद न कर,

तकदीर मे जो लिखा है
उसकी फर्याद न कर...

जो होगा वो होकर रहेगा,


तु कल की फिकर मे
अपनी आज की हसी
बर्बाद न कर...


 हंस मरते हुये भी गाता है
और मोर नाचते हुये भी
रोता है....

ये जिंदगी का फंडा है बॉस

दुखो वाली रात
निंद नही आती

और खुशी वाली रात
कौन सोता है...
          🌾🌾🌾
ईश्वर का दिया
कभी अल्प नहीं होता;

जो टूट जाये
वो संकल्प नहीं होता;

हार को
लक्ष्य से दूर ही रखना;

क्योंकि जीत का
कोई विकल्प नहीं होता।
           🌾🌾🌾
जिंदगी में दो चीज़ें
हमेशा टूटने के लिए ही होती हैं :

"सांस और साथ"

सांस टूटने से तो
इंसान 1 ही बार मरता है;

पर किसी का साथ टूटने से
इंसान पल-पल मरता है।
           🌾🌾🌾
जीवन का
सबसे बड़ा अपराध -

किसी की आँख में आंसू
आपकी वजह से होना।

और जीवन की
सबसे बड़ी उपलब्धि -

किसी की आँख में आंसू
आपके लिए होना।
            🌾🌾🌾
जिंदगी जीना
आसान नहीं होता;

बिना संघर्ष
कोई महान नहीं होता;

जब तक न पड़े
हथोड़े की चोट;

पत्थर भी
भगवान नहीं होता।
           🌾🌾🌾
जरुरत के मुताबिक जिंदगी जिओ
ख्वाहिशों के मुताबिक नहीं।,

क्योंकि जरुरत तो
फकीरों की भी पूरी हो जाती है;

और ख्वाहिशें बादशाहों की भी
अधूरी रह जाती है।
          🌾🌾🌾

मनुष्य सुबह से शाम तक
काम करके उतना नहीं थकता;

जितना क्रोध और चिंता से
एक क्षण में थक जाता है।
            🌾🌾🌾
दुनिया में
कोई भी चीज़ अपने आपके लिए
नहीं बनी है।

जैसे: दरिया
खुद अपना पानी नहीं पीता।

पेड़ -
खुद अपना फल नहीं खाते।

सूरज -
अपने लिए हररात नहीं देता।

फूल -
अपनी खुशबु
अपने लिए नहीं बिखेरते।

मालूम है क्यों?

क्योंकि दूसरों के लिए ही
जीना ही असली जिंदगी है।
           🌾🌾🌾
मांगो
तो अपने रब से मांगो;

जो दे तो रहमत
और न दे तो किस्मत;

लेकिन दुनिया से
हरगिज़ मत माँगना;

क्योंकि दे तो एहसान
और न दे तो शर्मिंदगी।
           🌾🌾🌾
कभी भी
'कामयाबी' को दिमाग

और 'नकामी' को दिल में
जगह नहीं देनी चाहिए।

क्योंकि,

कामयाबी
दिमाग में घमंड
और नकामी दिल में
मायूसी पैदा करती है।
           🌾🌾🌾
कौन देता है
उम्र भर का सहारा।,

लोग तो जनाज़े में भी
कंधे बदलते रहते हैं।
           🌾🌾🌾
कोई व्यक्ति
कितना ही महान क्यों न हो,

आंखे मूंदकर
उसके पीछे न चलिए।

यदि ईश्वर की
ऐसी ही मंशा होती
तो वह हर प्राणी को
आंख,
नाक,
कान,
मुंह,
मस्तिष्क आदि क्यों देता?


🙏
अच्छा लगा तो
share जरुर करे !


💦
Nice Lines
By Gulzar Sahab:-
🌀💦🌀💦🌀💦🌀
पानी से
तस्वीर कहा बनती है,

ख्वाबों से
तकदीर कहा बनती है,

किसी भी रिश्ते को
सच्चे दिल से निभाओ,

ये जिंदगी
फिर वापस कहा मिलती है,

कौन किस से
चाहकर दूर होता है,

हर कोई अपने हालातों से
मजबूर होता है,

हम तो
बस इतना जानते है,

हर रिश्ता "मोती"
और हर दोस्त
"कोहिनूर" होता है।
🌀💦🌀💦🌀💦
🌀💦🌀


HRD Notice of a Company to its employees during recession time:

Dear staff, please be advised that these are NEW rules implemented to raise efficiency of our firm:

1) TRANSPORTATION:
It is advised that you come to work driving a car as per your salary.
     a) If we see you driving a Honda, we assume you are well financially and hence you do not need a salary rise.
    b) If u drive a 10 year old car or taking public trpt, we assume you must have lots of saving hence u do not need a salary rise.

2) ANNUAL LEAVE DAYS:
Each employees will receive 52 days leave annually. They are called Sundays.

3) SICK DAYS:
We will no longer accept a doctor medical certificate as proof of sickness. - If u are able to go to the doctor, you are able to come to office.

4) SURGERY:
As long as you are an employee here, you need all ur organs.
- You should not consider removing anything. We hired you intact.
- To have something removed constitutes a breach of employment.

5) LUNCH BREAK:
Skinny people get 30 minutes for lunch; Normal size people get 15 minutes; and Fat people get 5 minutes.

6) TOILET USE:
Entirely too much time is being spent in the toilets:
a) There is now a strict 5 minutes time limit in the cubicles.
b) At the end of 5 minutes an alarm will sound, door will be open and a picture will be taken.
c) After ur second offence, ur picture will be posted in company's notice board.

Thank you for ur loyalty to our company. We are here to provide a positive employment experience.
    - HRD Manager.
😳😳😀😀😀😆


🎯✔

एक बहुत बढ़िया जो आपके लिऐ हाज़िर है!

टालस्टाय ने एक छोटी सी कहानी लिखी है। मृत्यु के देवता ने अपने एक दूत को भेजा पृथ्वी पर। एक स्त्री मर गयी थी, उसकी आत्मा को लाना था। देवदूत आया, लेकिन चिंता में पड़ गया। क्योंकि तीन छोटी-छोटी लड़कियां जुड़वां–एक अभी भी उस मृत स्त्री के स्तन से लगी है। एक चीख रही है, पुकार रही है। एक रोते-रोते सो गयी है, उसके आंसू उसकी आंखों के पास सूख गए हैं–तीन छोटी जुड़वां बच्चियां और स्त्री मर गयी है, और कोई देखने वाला नहीं है। पति पहले मर चुका है। परिवार में और कोई भी नहीं है। इन तीन छोटी बच्चियों का क्या होगा?

उस देवदूत को यह खयाल आ गया, तो वह खाली हाथ वापस लौट गया। उसने जा कर अपने प्रधान को कहा कि मैं न ला सका, मुझे क्षमा करें, लेकिन आपको स्थिति का पता ही नहीं है। तीन जुड़वां बच्चियां हैं–छोटी-छोटी, दूध पीती। एक अभी भी मृत स्तन से लगी है, एक रोते-रोते सो गयी है, दूसरी अभी चीख-पुकार रही है। हृदय मेरा ला न सका। क्या यह नहीं हो सकता कि इस स्त्री को कुछ दिन और जीवन के दे दिए जाएं? कम से कम लड़कियां थोड़ी बड़ी हो जाएं। और कोई देखने वाला नहीं है।

मृत्यु के देवता ने कहा, तो तू फिर समझदार हो गया; उससे ज्यादा, जिसकी मर्जी से मौत होती है, जिसकी मर्जी से जीवन होता है! तो तूने पहला पाप कर दिया, और इसकी तुझे सजा मिलेगी। और सजा यह है कि तुझे पृथ्वी पर चले जाना पड़ेगा। और जब तक तू तीन बार न हंस लेगा अपनी मूर्खता पर, तब तक वापस न आ सकेगा।

इसे थोड़ा समझना। तीन बार न हंस लेगा अपनी मूर्खता पर–क्योंकि दूसरे की मूर्खता पर तो अहंकार हंसता है। जब तुम अपनी मूर्खता पर हंसते हो तब अहंकार टूटता है।

देवदूत को लगा नहीं। वह राजी हो गया दंड भोगने को, लेकिन फिर भी उसे लगा कि सही तो मैं ही हूं। और हंसने का मौका कैसे आएगा?

 उसे जमीन पर फेंक दिया गया। एक मोची, सर्दियों के दिन करीब आ रहे थे और बच्चों के लिए कोट और कंबल खरीदने शहर गया था, कुछ रुपए इकट्ठे कर के। जब वह शहर जा रहा था तो उसने राह के किनारे एक नंगे आदमी को पड़े हुए, ठिठुरते हुए देखा। यह नंगा आदमी वही देवदूत है जो पृथ्वी पर फेंक दिया गया था। उस को दया आ गयी। और बजाय अपने बच्चों के लिए कपड़े खरीदने के, उसने इस आदमी के लिए कंबल और कपड़े खरीद लिए। इस आदमी को कुछ खाने-पीने को भी न था, घर भी न था, छप्पर भी न था जहां रुक सके। तो मोची ने कहा कि अब तुम मेरे साथ ही आ जाओ। लेकिन अगर मेरी पत्नी नाराज हो–जो कि वह निश्चित होगी, क्योंकि बच्चों के लिए कपड़े खरीदने लाया था, वह पैसे तो खर्च हो गए–वह अगर नाराज हो, चिल्लाए, तो तुम परेशान मत होना। थोड़े दिन में सब ठीक हो जाएगा।
 उस देवदूत को ले कर मोची घर लौटा। न तो मोची को पता है कि देवदूत घर में आ रहा है, न पत्नी को पता है। जैसे ही देवदूत को ले कर मोची घर में पहुंचा, पत्नी एकदम पागल हो गयी। बहुत नाराज हुई, बहुत चीखी-चिल्लायी।

और देवदूत पहली दफा हंसा। मोची ने उससे कहा, हंसते हो, बात क्या है? उसने कहा, मैं जब तीन बार हंस लूंगा तब बता दूंगा।

देवदूत हंसा पहली बार, क्योंकि उसने देखा कि इस पत्नी को पता ही नहीं है कि मोची देवदूत को घर में ले आया है, जिसके आते ही घर में हजारों खुशियां आ जाएंगी। लेकिन आदमी देख ही कितनी दूर तक सकता है! पत्नी तो इतना ही देख पा रही है कि एक कंबल और बच्चों के कपड़े नहीं बचे। जो खो गया है वह देख पा रही है, जो मिला है उसका उसे अंदाज ही नहीं है–मुफ्त! घर में देवदूत आ गया है। जिसके आते ही हजारों खुशियों के द्वार खुल जाएंगे। तो देवदूत हंसा। उसे लगा, अपनी मूर्खता–क्योंकि यह पत्नी भी नहीं देख पा रही है कि क्या घट रहा है!

जल्दी ही, क्योंकि वह देवदूत था, सात दिन में ही उसने मोची का सब काम सीख लिया। और उसके जूते इतने प्रसिद्ध हो गए कि मोची महीनों के भीतर धनी होने लगा। आधा साल होते-होते तो उसकी ख्याति सारे लोक में पहुंच गयी कि उस जैसा जूते बनाने वाला कोई भी नहीं, क्योंकि वह जूते देवदूत बनाता था। सम्राटों के जूते वहां बनने लगे। धन अपरंपार बरसने लगा।

एक दिन सम्राट का आदमी आया। और उसने कहा कि यह चमड़ा बहुत कीमती है, आसानी से मिलता नहीं, कोई भूल-चूक नहीं करना। जूते ठीक इस तरह के बनने हैं। और ध्यान रखना जूते बनाने हैं, स्लीपर नहीं। क्योंकि रूस में जब कोई आदमी मर जाता है तब उसको स्लीपर पहना कर मरघट तक ले जाते हैं। मोची ने भी देवदूत को कहा कि स्लीपर मत बना देना। जूते बनाने हैं, स्पष्ट आज्ञा है, और चमड़ा इतना ही है। अगर गड़बड़ हो गयी तो हम मुसीबत में फंसेंगे।

 लेकिन फिर भी देवदूत ने स्लीपर ही बनाए। जब मोची ने देखे कि स्लीपर बने हैं तो वह क्रोध से आगबबूला हो गया। वह लकड़ी उठा कर उसको मारने को तैयार हो गया कि तू हमारी फांसी लगवा देगा! और तुझे बार-बार कहा था कि स्लीपर बनाने ही नहीं हैं, फिर स्लीपर किसलिए?

देवदूत फिर खिलखिला कर हंसा। तभी आदमी सम्राट के घर से भागा हुआ आया। उसने कहा, जूते मत बनाना, स्लीपर बनाना। क्योंकि सम्राट की मृत्यु हो गयी है।

भविष्य अज्ञात है। सिवाय उसके और किसी को ज्ञात नहीं। और आदमी तो अतीत के आधार पर निर्णय लेता है। सम्राट जिंदा था तो जूते चाहिए थे, मर गया तो स्लीपर चाहिए। तब वह मोची उसके पैर पकड़ कर माफी मांगने लगा कि मुझे माफ कर दे, मैंने तुझे मारा। पर उसने कहा, कोई हर्ज नहीं। मैं अपना दंड भोग रहा हूं।

लेकिन वह हंसा आज दुबारा। मोची ने फिर पूछा कि हंसी का कारण? उसने कहा कि जब मैं तीन बार हंस लूं…।

दुबारा हंसा इसलिए कि भविष्य हमें ज्ञात नहीं है। इसलिए हम आकांक्षाएं करते हैं जो कि व्यर्थ हैं। हम अभीप्साएं करते हैं जो कि कभी पूरी न होंगी। हम मांगते हैं जो कभी नहीं घटेगा। क्योंकि कुछ और ही घटना तय है। हमसे बिना पूछे हमारी नियति घूम रही है। और हम व्यर्थ ही बीच में शोरगुल मचाते हैं। चाहिए स्लीपर और हम जूते बनवाते हैं। मरने का वक्त करीब आ रहा है और जिंदगी का हम आयोजन करते हैं।

तो देवदूत को लगा कि वे बच्चियां! मुझे क्या पता, भविष्य उनका क्या होने वाला है? मैं नाहक बीच में आया।

और तीसरी घटना घटी कि एक दिन तीन लड़कियां आयीं जवान। उन तीनों की शादी हो रही थी। और उन तीनों ने जूतों के आर्डर दिए कि उनके लिए जूते बनाए जाएं। एक बूढ़ी महिला उनके साथ आयी थी जो बड़ी धनी थी। देवदूत पहचान गया, ये वे ही तीन लड़कियां हैं, जिनको वह मृत मां के पास छोड़ गया था और जिनकी वजह से वह दंड भोग रहा है। वे सब स्वस्थ हैं, सुंदर हैं। उसने पूछा कि क्या हुआ? यह बूढ़ी औरत कौन है? उस बूढ़ी औरत ने कहा कि ये मेरी पड़ोसिन की लड़कियां हैं। गरीब औरत थी, उसके शरीर में दूध भी न था। उसके पास पैसे-लत्ते भी नहीं थे। और तीन बच्चे जुड़वां। वह इन्हीं को दूध पिलाते-पिलाते मर गयी। लेकिन मुझे दया आ गयी, मेरे कोई बच्चे नहीं हैं, और मैंने इन तीनों बच्चियों को पाल लिया।

अगर मां जिंदा रहती तो ये तीनों बच्चियां गरीबी, भूख और दीनता और दरिद्रता में बड़ी होतीं। मां मर गयी, इसलिए ये बच्चियां तीनों बहुत बड़े धन-वैभव में, संपदा में पलीं। और अब उस बूढ़ी की सारी संपदा की ये ही तीन मालिक हैं। और इनका सम्राट के परिवार में विवाह हो रहा है।

देवदूत तीसरी बार हंसा। और मोची को उसने कहा कि ये तीन कारण हैं। भूल मेरी थी। नियति बड़ी है। और हम उतना ही देख पाते हैं, जितना देख पाते हैं। जो नहीं देख पाते, बहुत विस्तार है उसका। और हम जो देख पाते हैं उससे हम कोई अंदाज नहीं लगा सकते, जो होने वाला है, जो होगा। मैं अपनी मूर्खता पर तीन बार हंस लिया हूं। अब मेरा दंड पूरा हो गया और अब मैं जाता हूं।

नानक जो कह रहे हैं, वह यह कह रहे हैं कि तुम अगर अपने को बीच में लाना बंद कर दो, तो तुम्हें मार्गों का मार्ग मिल गया। फिर असंख्य मार्गों की चिंता न करनी पड़ेगी। छोड़ दो उस पर। वह जो करवा रहा है, जो उसने अब तक करवाया है, उसके लिए धन्यवाद। जो अभी करवा रहा है, उसके लिए धन्यवाद। जो वह कल करवाएगा, उसके लिए धन्यवाद। तुम बिना लिखा चेक धन्यवाद का उसे दे दो। वह जो भी हो, तुम्हारे धन्यवाद में कोई फर्क न पड़ेगा। अच्छा लगे, बुरा लगे, लोग भला कहें, बुरा कहें, लोगों को दिखायी पड़े दुर्भाग्य या सौभाग्य, यह सब चिंता तुम मत करना
🙏🙏🙏🌹🌹🌹जय जय सियाराम 🌷🙏🙏🙏🙏


एक व्यक्ती ने एक गुरु से पुछा : सेलेब्रेशन करने का बेहतरीन दिन कौन सा है ?

गुरु ने प्यार से कहा - मौत से एक दिन पहले...

व्यक्ति : मौत का तो कोई वक़्त नहीं...!

गुरु ने मुस्कुराते हुए कहा -
तो ज़िंदगी का हर दिन आख़री समझो...! और enjoy करो।
😆😆😂😂😂
लोग कुछ दिन सिगरेट शराब पीते हैं
और आदत लग जाती है....

हमको देखो...

हम बचपन से पढ़ाई कर रहे हैं,
लेकिन आज तक आदत नहीं लगी......

खुद पर कंट्रोल होना चाहिए..
😜😜😜😜😜
एक लड़के की माँ को पता चल गया की उसका बेटा डांस बार में गया था...

माँ ने पहले तो लड़के को खूब डांटा और फिर बोली - अच्छा ये बताओ
तुमने वहां पर कोई ऐसी चीज तो नहीं देखी जो
तुम्हे नहीं देखनी चाहिए थी "

लड़का - " हाँ देखी,

वहाँ पिताजी भी बैठे हुए थे "
😳😳😳😳😳
😳😳😁😁
एका संस्थेने केलेल्या सर्वेमध्ये
निष्पन्न झाले की ;

बायकोबरोबर जास्त वेळ
बोलल्यामुळे त्या व्यक्तीचे टेंशन
कमी होते.

Heart attack च संकट 80% कमी होते.

मन 90% Relax राहते

आणि

तणाव 95% पर्यन्त कमी होतो.

पण बायको कुणाची....😉
ह्याबाबत संस्थेकडून काही
माहिती उपलब्ध होऊ शकली नाही
😳😝😝😂


अक्ल बाटने लगे विधाता, लंबी लगी कतारें

सभी आदमी खड़े हुए थे कहीं नहीं थी नारी ।
सभी नारियाँ कहाँ रह गई
था ये अचरज भारी।।

पता चला ब्यूटी पार्लर में पहुँच गई थी सारी ।
मेकअप की थी गहन प्रक्रिया एक एक पर भारी।।

बैठी थीं कुछ इंतजार में कब आएगी बारी।
उधर विधाता ने पुरूषों में अक्ल बाँट दी सारी।।

ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर जब पहुँची सब नारी।
बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है नहीं अक्ल अब बाकी।।

रोने लगी सभी महिलाएं नींद खुली ब्रह्भा की
पूछा कैसा शोर हो रहा है ब्रह्मलोक के द्वारे।
पता चला कि स्टॉक अक्ल का पुरुष ले गए सारे।।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों बहुत देर कर दी हैं।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने पुरुषों में भर दी हैं।।

लगी चीखने महिलाये सब कैसा न्याय तुम्हारा।
कुछ भी करो हमें तो चाहिए आधा भाग हमारा।।

पुरुषो में शारीरिक बल है हम ठहरी अबलाएं।
अक्ल हमारे लिए जरुरी निज रक्षा कर पाएं।।

सोच सोच कर दाढ़ी सहलाकर तब बोलर ब्रह्मा जी।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ अब हो जाओ राजी।।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी रहे पुरुष पर भारी।
कितना भी वह अक्लमंद हो अक्ल जायेगी मारी।।

एक औरत ने तर्क दिया मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये जीवन भर रोती है।।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब रोना भी कर देगा।
औरत का रोना भी नर की अक्ल हर लेगा।।

एक अधेड़ बोली बाबा हंसना रोना नहीं आता।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम खूब झगड़ना भाता।।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली यह भी बात तुम्हारी।
झगडे के आगे भी नर की अक्ल जायेगी मारी।।

तब बुढियां तुनक उठीं सुन यह तो न्याय नहीं है।
हँसने रोने और झगड़ने की अब अपनी उम्र नहीं है।।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से अंतिम वचन हमारा।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दे दिए पूरा न्याय हमारा।।

इन अचूक शस्त्रों में भी जो मानव नहीं फंसेगा।
निश्चित समझो, उस पागल का घर भी नहीं बसेगा।।

कहे जीत कविमित्र ध्यान से सुन लो बात हमारी।
बिना अक्ल के भी होती है नर पर नारी भारी।। 🙏


🙏 गायत्री मंत्र कब ज़रूरी है
☀सुबह उठते वक़्त 8 बार ❕✋✌👆❕अष्ट कर्मों को जीतने के लिए !!

🍚🍜 भोजन के समय 1 बार❕👆❕ अमृत समान भोजन प्राप्त होने के लिए !!                        

🚶 बाहर जाते समय 3 बार ❕✌👆❕समृद्धि सफलता और सिद्धि के लिए !!  

 👏 मन्दिर में 12 बार ❕👐✌❕
प्रभु के गुणों को याद करने के लिए !!      

😢छींक आए तब गायत्री मंत्र उच्चारण ☝1 बार अमंगल दूर करने के लिए !!
                                       
सोते समय 🌙 7 बार ❕✋✌ ❕सात प्रकार के भय दूर करने के लिए !!                                

कृपया सभी बन्धुओं को प्रेषित करें 👏👏 !!!ॐ , ओउम् तीन अक्षरों से बना है।
 अ उ म् ।
"अ" का अर्थ है उत्पन्न होना,

 "उ" का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात् विकास,

"म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात् "ब्रह्मलीन" हो जाना।

ॐ सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है।

ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है।

जानीए

ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्द्धक
और
 अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग...

1. ॐ और थायराॅयडः-
 ॐ का उच्‍चारण करने से गले में कंपन पैदा होती है जो थायरायड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।

2. ॐ और घबराहटः-
 अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से उत्तम कुछ भी नहीं।

3. ॐ और तनावः-
 यह शरीर के विषैले तत्त्वों को दूर करता है, अर्थात तनाव के कारण पैदा होने वाले द्रव्यों पर नियंत्रण करता है।

4. ॐ और खून का प्रवाहः-
 यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।

5. ॐ और पाचनः-
 ॐ के उच्चारण से पाचन शक्ति तेज़ होती है।

6. ॐ लाए स्फूर्तिः-
 इससे शरीर में फिर से युवावस्था वाली स्फूर्ति का संचार होता है।

7. ॐ और थकान:-
 थकान से बचाने के लिए इससे उत्तम उपाय कुछ और नहीं।

8. ॐ और नींदः-
 नींद न आने की समस्या इससे कुछ ही समय में दूर हो जाती है। रात को सोते समय नींद आने तक मन में इसको करने से निश्चिंत नींद आएगी।

9. ॐ और फेफड़े:-
 कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।

10. ॐ और रीढ़ की हड्डी:-
 ॐ के पहले शब्‍द का उच्‍चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।

11. ॐ दूर करे तनावः-
 ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।

आशा है आप अब कुछ समय जरुर ॐ का उच्चारण करेंगे। साथ ही साथ इसे उन लोगों तक भी जरूर पहुंचायेगे जिनकी आपको फिक्र है 🙏
पहला सुख निरोगी काया🙏.

Sunday, January 10, 2016

🌿 गीता के अनमोल मोती 🌿
       यह जीवन को देखने
    का नजरिया बदल सकते है ।

1. दूसरों के बारे में सोचने से बेहतर है आप अपना काम करें।
दूसरा इंसान क्या काम कर रहा है इस विषय पर सोचने की बजाय
आप अपना काम कैसे बेहतर कर सकते हैं, इस पर ध्यान केंद्रित करें ।
दूसरे जो कर रहे है वो उनके कर्म हैं, पाप नहीं है। आप अपने कर्म करें।
2. नरक में जानें के तीन रास्ते हैं लालच, गुस्सा और हवस l
3. कर्म करो , फल की इच्छा न करें क्योंकि कर्म हमेशा फल से अच्छा ही होता है।
4. क्या हुआ था? क्या हो रहा है? क्या होगा?
आप कभी भी अपने बीते हुए कल को ठीक नहीं कर सकते ....
और आने वाले भविष्य को कभी देख नहीं सकते। केवल चिन्ताएं कर सकते हैं।
वर्तमान में क्या हो रहा है , उस पर ध्यान दें।
भविष्य में नहीं, वर्तमान में जिएं।
5. जो आपके जीवन में हो रहा है आप उसे नहीं बदल सकते।
जीवन और मृत्यु के बीच में जो अंतर है उसे आंका नहीं जा सकता।
मौत और जीवन के बीच में थोड़ा ही फर्क है।
बस एक सोच है ये दोनों, और इसे हम भोगते हैं।
आपका मन बहुत छोटा भी है और बड़ा भी है।
उसी के द्वारा ही विचार उत्पन्न होते हैं।
सार बस ये है कि सब कुछ आपका है और आप सब के हो।
6. यह शरीर आपका नहीं है और न ही आप शरीर के हो।
यह शरीर पंच तत्व का है इसी से ही बना है इसमें ही समा जाएगा।
आत्मा आपकी है l विचार करो, आप कौन हो ?
7. डरो मत! यह मत सोचो क्या हुआ था? क्या हो रहा है? क्या होगा?
असलियत क्या है? सच्चाई कभी नहीं मरती।
8. आदमी अपने विश्वास से बनता है l विश्वास है , तो आप हो।
9. क्रोध सारी समस्याओं की जड़ है। मन हमेशा इर्ष्या और चिन्ता से भरा रहता है।
जो आपके विचार हैं वो आपके दिल और दिमाग को व्यग्र कर देते हैं।
आप तभी शांत हो सकते हो जब इन विचारों को अपने दिमाग से निकाल कर नष्ट कर दो।
10. अपने काम के प्रति अपने व्यवहार को सुनिश्चित रखें।
आपको किससे संतुष्टि होती है।
अपने काम को ईमानदारी से करें यही खुशी का रहस्य है।
11. यह दुनिया आपकी नहीं है न ही आप इस दुनियां के हो l
फिर अपनी खुशियों को दूसरों में क्यों दूंढ रहे हो?
12. हमेशा सच बोलिए तो आपको लाभ होगा l
किसी को दुख देने वाली वाणी का त्याग करें।
13. संसार के सभी पदार्थों का अव्यक्त से आरंभ होता है।
जो विचार हमारे भीतर आते हैं उन्हें यह अव्यक्त अपने काबू में करके नाश कर देती है।
तो फिर हमें क्या अवश्यकता है कुछ अधिक विचार करने की।
14. खुशी से जीना हो तो अपनी इच्छाओं का नाश कर दो।
15. कर्म आपकी काबलियत को दर्शाते हैं।
16. खुशी आपके अंदर है l यह हमारे दिमाग की एक सोच है l
यह बाहरी दुनिया में नहीं मिलेगी।
जय श्री राधे 🌻🌹🍀🌸🌸🍀🌹🌻

शादी मे (buffet) खाने में वो आनंद नहीं जो पंगत में आता था जैसे....
👉पहले जगह रोकना !
👉बिना फटे पत्तल दोनों का सिलेक्शन!
☝चप्पल जुते पर आधा ध्यान रखना...!
👉फिर पत्तल पे ग्लास रखकर उड़ने से रोकना!
👉नमक रखने वाले को जगह बताना यहां रख!
👉दाल सब्जी देने वाले को गाइड करना हिला के दे या तरी तरी देना!
👉उँगलियों के इशारे से 2 गुलाब जामुन लेना !
👉पूडी छाँट छाँट के गरम गरम लेना !.      
👉पीछे वाली पंगत में झांक के देखना क्या क्या आ गया ! अपने इधर और क्या बाकी है।
जो बाकी है उसके लिए आवाज लगाना  
👉पास वाले रीश्तेदार के पत्तल में जबरदस्ती पूडी रखवाना !
👉 रायते वाले को दूर से आता देखकर फटाफट रायते का दोना पीना ।
👉 पहले वाली पंगत कितनी देर में उठेगी। उसके हिसाब से बैठने की पोजीसन बनाना।
👉 और आखरी में पानी वाले को खोजना।
🍴🍴🍴🍴🍴🍴😜
😄😄😄😜😛$.😛😛😛😃

💦Heart touching poem......


"जब मुझे यकीन है के भगवान मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।"
+

तजुर्बे ने एक बात सिखाई है...
एक नया दर्द ही...
पुराने दर्द की दवाई है...!
+

हंसने की इच्छा ना हो...
तो भी हसना पड़ता है...
कोई जब पूछे कैसे हो...??
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है
+

ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों....
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है.
"माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती..
यहाँ आदमी आदमी से जलता है...!
+

जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन
क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
+

एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली..
वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे..!!
+

सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..
पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!!
+

सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....
बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता |
+

जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..
+

एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
+

कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते..
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते..
+

लोग कहते है हम मुस्कुराते बहोत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते..
+

"खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह
करता हूँ..
+

चाहता तो हु की ये दुनिया बदल दूं ....
पर दो वक़्त की रोटी के जुगाड़ में फुर्सत नहीं मिलती दोस्तों
+

यूं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे
पता नही था की, 'कीमत चेहरों की होती है!!'
+

"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'
+

" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।"
+

किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर,
'ईश्वर' बैठा है, तू हिसाब ना कर...
A rare conversation between Krishna & Today's Arjun

Read it loud to family,

 it's one of the best message I have come across...

1. Arjun :- I can’t find free time. Life has become hectic.

Krishna:- Activity gets you busy. But productivity gets you free.

2. Arjun :- Why has life become complicated now?

 Krishna :- Stop analyzing life... It makes it complicated. Just live it.

3. Arjun :- Why are we then constantly unhappy?

Krishna :- Worrying has become your habit. That’s why you are not happy.

4. Arjun :- Why do good people always suffer?

Krishna :- Diamond cannot be polished without friction. Gold cannot be purified without fire. Good people go through trials, but don’t suffer.
With that experience their life becomes better, not bitter.

5. Arjun :- You mean to say such experience is useful?

Krishna :- Yes. In every term, Experience is a hard teacher. She gives the test first and the lessons later.

6. Arjun :- Because of so many problems, we don’t know where we are heading…

Krishna:- If you look outside you will not know where you are heading. Look inside. Eyes provide sight. Heart provides the way.

7. Arjun :- Does failure hurt more than moving in the right direction?

Krishna:- Success is a measure as decided by others. Satisfaction is a measure as decided by you.

8. Arjun :- In tough times, how do you stay motivated?

Krishna :- Always look at how far you have come rather than how far you have to go. Always count your blessing, not what you are missing.

9. Arjun :- What surprises you about people?

Krishna :- When they suffer they ask, "why me?" When they prosper, they never ask "Why me?"

10. Arjun :- How can I get the best out of life?

Krishna:- Face your past without regret. Handle your present with confidence. Prepare for the future without fear.

11. Arjun :- One last question. Sometimes I feel my prayers are not answered.

Krishna:- There are no unanswered prayers. Keep the faith and drop the fear. Life is a mystery to solve, not a problem to resolve. Trust me. Life is wonderful if you know how to live.

🌷🌷🌷Stay Happy Always.....!!!💐💐🌸🍃💐

👍अर्थपूर्ण जीवन 👍
अपना काम समाप्त कर ऑफिस से बाहर निकल कर मिश्रा जी ने कार स्टार्ट किया और घर की ओर रवाना
हो ही रहे थे कि अचानक उन्हें याद आया सुबह घर से निकलते समय माताजी ने कहा था,"आज मंगलवार है बाकी फल तो है,केले खतम हो गए हैं,ऑफिस से आते समय १ दर्ज़न केले लेते आना. मिश्रा जी ने घड़ी देखी तो शाम के 8 बज़ रहे थे,आज काम भी ज्यादा था,अफसरों के साथ मीटिंग भी थी ,इस कारण थोड़ी देर हो गयी.सोचते सोचते थोड़ी दूर ही गए थे,तभी उन्होंने सड़क किनारे बैठ कर टोकरी में बड़े और ताज़ा केले बेचती एक बीमार सी दिखने वाली
दुबली बुढ़िया दिख गयी,वैसे तो वह फल हमेशा मेन रोड पर "काशी फ्रूट भण्डार" से ही लेते थे,पर आज उन्हें लगा,अब तक काशी के यहाँ ऑफिस से घर लौटते समय
खरीददारी करने वालों की
काफी भीड़ हो गयी
होगी, १दर्जन केलों की ही तो
बात है,क्यों समय खराब करूँ ?क्यों न बुढ़िया से ही खरीद लूँ ?उन्होंने बुढ़िया के सामने कार रोका और बुढ़िया से पूछा,"माई,केले कैसे दिए"बुढ़िया बोली,बाबूजी बीस रूपये दर्जन, मिश्राजी तुरंत बोले,"माई,इतने महंगे क्यों बता
रही हो,ठीक भाव लगाओ, १५ रूपये दूंगा,बुढ़िया ने उत्तर में कहा,"बाबूजी १५ में तो घर में
ही नहीं पड़ते,अट्ठारह रूपये दे देना,दोपैसे मैं भी कमा लूंगी, मिश्राजी तपाक से बोले,रहने दे १५ रूपये लेने हैं तो बोल नहीं तो
रहने दे.बुझे चेहरे से बुढ़िया ने,"न" में गर्दन हिला दी, मिश्रा जी ने कार स्टार्ट किया और आगे बढ़ चले,थोड़ी दूर पर उन्हें एक ठेलेवाला नज़र आया ,उन्होंने ठेले के पास ही कार खड़ा किया,और केलों का भाव पूछा.ठेलेवाला बोला बाबूजी बहुत अच्छे हैं,शहर में कहीं ऐसे केले नहीं
मिलेंगे,भाव भी बहुत कम २२ रूपये के दर्जन,मिश्रा जी ने मुंह बिचकाया औरखीजते हुए बोले,अरे १८ रूपये मेंतो पीछे छोड़ कर आया हूँ, ठेलेवाले ने सुना अनसुना करते हुए जवाब दिया,वहीँ से ले लेते,छोड़ कर क्यों आये ?"मिश्रा जी ने केलेवाले को घूरते हुए,बिना कुछ
कहे कार स्टार्ट किया और आगे चल पड़े. काशी फ्रूट भण्डार पर कार खड़ा किया तो
उम्मीद के अनुसार वहां लम्बी लाइन
लगी थी.अपनी बारी की प्रतीक्षा करते करते मिश्रा जी सोचने लगे,"बेकार ही समय खराब
किया इससे तो पहले ही यहाँ आ जाता समय खराब नहीं होता अभी तो घर जाकर मंदिर भी जाना है.तब तक बहुत देर हो जायेगी., मिश्रा जी का नंबर आने पर,जब
उन्होंने केले का भाव पूछा तो काशी बोलउठा,"साहब आप कब से भाव पूछने लगे"?२४ रूपये दर्जन हैं ले जाओ,कितने दर्जन दूँ ? मिश्रा जी झुंझलातेहुए बोले,अरे लूट मचा रखी है क्या?रोज का ग्राहक हूँ,५ साल से सारे फल तुमसे ही खरीदता
हूँ ,एक घर तो डायन भी छोड़ देती
है,ठीक भाव लगाओ,काशी ने कहा तो कुछनहीं पर ऊँगली से सामने लगे बोर्डकी ओर इशारा कर दिया,बोर्ड पर लिखा था"मोल भाव
करने वाले माफ़ करें" मिश्रा जी को काशी का यहव्यवहार बहुत बुरा लगा,उन्होंने ने भी कुछ कहे बिना
दुकान से विदाई ली और कुछ सोचकर कार को वापस ऑफिस की ओर मोड़ दिया.मन ही मन वह
खुद ही कोसने लगे,क्यों आज तक ऊंचीदुकान के चक्कर में वह काशी के हाथों मूर्ख बनते रहे ?
अब तक पता नहीं कितना खुद का कितना नुकसान कर
दिया होगा?सोचते सोचते वह बुढ़िया के पास पहुँच गए,उन्होंने
कार खड़ा किया और गौर से देखा तो बुढ़िया की टोकरे में उतने ही केले नज़र आये जितने उन्होंने पौन घंटे
पहले देखे थे. मिश्रा जी को सामने देख कर बुढ़िया ने उन्हें पहचान लिया,उसके बुझे चेहरे पर आशा की
हलकी सी चमक दिखाई देने
लगी ,उसने धीमी मगर स्पष्ट
आवाज़ में पूछा,"बाबूजी १ दर्जन केले दे दूँ,पर १८ रूपये से काम नहीं ले पाऊँगी
, मिश्राजी ने मुस्कराकर कहा ,"माई,एक दर्ज़न
नहीं दो दर्जन दे दो और भाव की चिंता मत करो."बुढ़िया का चेहरा खुशी से दमकने लगा,केलों को बिना
थैली के मिश्रा जी के हाथ में पकड़ाते हुएबोली"बाबूजी मेरे पास थैली
नहीं है,सुबह मंडी से आठ दर्जन केले लायी थी ,अभी तक दो दर्जन
ही बिक़े हैं,एक टाइम था जब मेरा आदमी जिन्दा था,मेरी भी छोटी
सी दुकान थी,सब्ज़ी,फल सब
मिलता था उस पर,आदमी की
बीमारी में दुकान बिक गयी,आदमी भीनहीं रहा,अब खाने के भी लाले पड़ रहे हैं,किसी तरह पेट पाल रही हूँ,कोई औलाद
भी तो नहीं है जिसकी ओर
मदद के लिए देखूं,अब कमज़ोरी और उम्र के कारण
ज्यादा मेहनत भी तो नहीं
होती,इतना कहते कहते बुढ़िया रुआंसी हो
गयी, मिश्राजी भी बिना कुछ
कहे हाथ में केले लिए खड़े खड़े बुढ़िया की बात सुनते
रहे,बुढ़िया की बात समाप्त होने के
बाद मिश्रा जी ने जेब से ५० रूपये का नोट निकला और
दोनों हाथों से बुढ़िया के हाथ में थमाते हुए कार की
ओर मुड़े ही थे कि,उन्हें बुढ़िया की
आवाज़ सुनायी दी"बाबूजी मेरे
पास छुट्टे नहीं हैं आप के पास ३६ रूपये खुले हो तो
दे दो. मिश्रा जी तुरंत वापस मुड़े और बोले"माई चिंता मत
करो,रख लो,अब मैं रोज़ तुमसे ही फलखरीदूंगा,अभी तो जेब में पैसे
नहीं हैं,कल तुम्हें ५०० रूपये दे दूंगा,धीरे धीरे चुका देना,और
परसों से बेचने के लिए
मंडी से दूसरे फल भी ले आना.बुढ़िया कुछ
कह पाती उसके पहले ही मिश्रा जी कार से घर की ओर रवाना हो
गए.घर पहुँचते ही जब माता कौशल्या नेदेरी से आने का कारण पूछा तो, मिश्र ने पूरी घटना सुनाते हुए कहा,"मुझे सदा से ही एक गलतफहमी थी अच्छा सामान बड़ी दुकान पर ही मिलता
है,पर आज मेरी यह गलतफहमी दूर हो गयी,न जाने क्यों हम हमेशा मुश्किल से पेट पालने
वाले,थड़ी लगा कर सामान बेचने वालों से मोल भाव करते
हैं,बड़ी दुकानों पर मुंह मांगे पैसे दे आते हैं,शायद हमारी मानसिकता ही बिगड़ गयी है ,गुणवत्ता के स्थान पर हम चकाचौंध पर अधिक ध्यान देने लगे हैं.अब देखो न,केले बड़े ही
नहीं ताज़ा भी हैं और बाजार भाव से सस्तेभी.माता कौशल्या की
भी आँखें खुल गयी,वह भी
कहने लगी,"यह बात तो मैंने भी
कभी नहीं सोची तुम ठीक कह रहे हो आज से मैं भी इस बातका ध्यान रखूंगी.अगले दिन मिश्रा जी ने बुढ़िया से किया अपना वादा
निभाया,उसे ५०० रूपये देते हुए कहा,"माई लौटाने की
चिंता मत करना,धीरे धीरे जो फल
खरीदूंगा,उनकी कीमत से
ही चुक जाएंगे.जब मिश्रा जी के ऑफिसके साथियों को किस्सा बताया तो उसके बाद से सबने बुढ़िया से ही फल खरीदना प्रारम्भ करदिया.तीन महीने बाद ऑफिस के लोगों ने स्टाफ क्लब की ओर से बुढ़िया को एक हाथ ठेला भेंट
कर दिया बुढ़िया भी अब प्रसन्न है,उचित खान पान के कारण उसका स्वास्थ्य भी पहले से बहुत अच्छा
है.हर दिन मिश्रा जी और ऑफिस के दूसरे लोगों को दुआ देती है. मिश्रा जी के मन में भी अपनी बदली सोच और एक असहाय निर्बल महिला की सहायता करने के
कारण संतुष्टि का भाव रहता है.अब जो भी मिलता है उसे अपने साथ घटित घटना को बताना नहीं भूलते साथ ही उन्हें इस सन्देश को और लोगों तक पहुंचाने के लिए भी कहते हैं.

आप सभी से भी अनुरोध है की व्हाट्सएप्प एवं फेस बुक आदि पर सब कार्य कराटे हुऐ इन छोटी 2 अच्छाइयों को अपनाये और दुसरो को भी प्रेरित करे।आपकी पहल शक्तिशाली भारत के निर्माण में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।केवल सरकार को कोसने से न समृद्धि और न ही स्वच्छता आयेगी।

एक कंजूस पति की स्वीट सी कविता...

प्रिय क्यूँ तुम नए-नए सूट सिलाती हो !

पुरानी साडी में भी तुम अप्सरा सी नजर आती हो !!!

इन ब्यूटी पार्लरों के चक्करों में ना पडा करो !

अपने चांद से चेहरे को क्रीम पाउडर से यूँ ना ढका करो !!!

रेस्टोरेंट होटल के खाने में क्या रखा है !

तुम्हारे हाथों से बना बैंगन का भर्ता, इनसे लाख गुना अच्छा है !!!

इन सैर सपाटों में वो बात कहाँ !

तुम्हारे मायके जैसा ऐशो-आराम कहाँ !!!

नौकरों से खिटपिट में, मत सेहत तुम अपनी खराब करो !

झाडू-पौछा लगा हल्का सा व्यायाम करो !!!

सोने-चांदी में मिलती अब सो सो खोट है !

तुम्हारी सुन्दरता ही 24 कैरेट प्योर गोल्ड है !!!

माया-माया मत किया कर पगली, यह तो महा ठगिनी है !

मेरे इस घर-आंगन की तो, तू ही असली धन लक्ष्मी है !!!
🙏🙏🙏


एक सेठ जी थे -
जिनके पास काफी दौलत थी.
सेठ जी ने अपनी बेटी की शादी एक बड़े घर में की थी.
परन्तु बेटी के भाग्य में सुख न होने के कारण उसका पति जुआरी, शराबी निकल गया.
जिससे सब धन समाप्त हो गया.

बेटी की यह हालत देखकर सेठानी जी रोज सेठ जी से कहती कि आप दुनिया की मदद करते हो,
मगर अपनी बेटी परेशानी में होते हुए उसकी मदद क्यों नहीं करते हो?

सेठ जी कहते कि
"जब उनका भाग्य उदय होगा तो अपने आप सब मदद करने को तैयार हो जायेंगे..."

एक दिन सेठ जी घर से बाहर गये थे कि, तभी उनका दामाद घर आ गया.
सास ने दामाद का आदर-सत्कार किया और बेटी की मदद करने का विचार उसके मन में आया कि क्यों न मोतीचूर के लड्डूओं में अर्शफिया रख दी जाये...

यह सोचकर सास ने लड्डूओ के बीच में अर्शफिया दबा कर रख दी और दामाद को टीका लगा कर विदा करते समय पांच किलों शुद्ध देशी घी के लड्डू, जिनमे अर्शफिया थी, दिये...

दामाद लड्डू लेकर घर से चला,
दामाद ने सोचा कि इतना वजन कौन लेकर जाये क्यों न यहीं मिठाई की दुकान पर बेच दिये जायें और दामाद ने वह लड्डुयों का पैकेट मिठाई वाले को बेच दिया और पैसे जेब में डालकर चला गया.

उधर सेठ जी बाहर से आये तो उन्होंने सोचा घर के लिये मिठाई की दुकान से मोतीचूर के लड्डू लेता चलू और सेठ जी ने दुकानदार से लड्डू मांगे...मिठाई वाले ने वही लड्डू का पैकेट सेठ जी को वापिस बेच दिया.

सेठ जी लड्डू लेकर घर आये.. सेठानी ने जब लड्डूओ का वही पैकेट देखा तो सेठानी ने लड्डू फोडकर देखे, अर्शफिया देख कर अपना माथा पीट लिया.
सेठानी ने सेठ जी को दामाद के आने से लेकर जाने तक और लड्डुओं में अर्शफिया छिपाने की बात कह डाली...

सेठ जी बोले कि भाग्यवान मैंनें पहले ही समझाया था कि अभी उनका भाग्य नहीं जागा...
देखा मोहरें ना तो दामाद के भाग्य में थी और न ही मिठाई वाले के भाग्य में...

इसलिये कहते हैं कि भाग्य से
ज्यादा
और...
समय
से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मीलेगा!ईसी लिये ईशवर जितना दे उसी मै संतोष करो...
झूला जितना पीछे जाता है, उतना ही आगे आता है।एकदम बराबर।
सुख और दुख दोनों ही जीवन में बराबर आते हैं।

जिंदगी का झूला पीछे जाए, तो डरो मत, वह आगे भी आएगा।

बहुत ही खूबसूरत लाईनें.

.किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!

डरिये वक़्त की मार से,बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!

अकल कितनी भी तेज ह़ो,नसीब के बिना नही जीत सकती..!
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,कभी बादशाह नही बन सका...!!

""ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है!

इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!

रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है !!!


Saturday, January 9, 2016

Pls laugh very hard
👫👭👬👫👭👬👫

Principal : School ka time 8 baje ka tha or tum 9 baje aa rahe ho ? Little cute student: Sir tussi na mera intezar na karya karo, school shuru kar diya karo. 😉
Lazyness rocks:
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀
Boy : Mom, please give me a glass of water,
Mom : You come and drink.
Boy : Please mom.
Mom : If you repeat, I'll slap you.
Boy : When you come to slap me, bring the water.
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Nursery ke student ne Exam sheet pe SUSU kar Diya.
Teacher : Yeh kya kiya hai ?
Student : Mummy ne kaha tha ki Pehle jo aa raha ho wahi karna😝
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Dukandar se Chota Baccha :
Uncle rang gora karne wali Cream hai.
Dukandar : Haan hai.
Baccha: To lagata kyun nahi, main roz tujhe dekhkar darr jata hu.😜
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Beta - Papa, aap jaise mujhe marte ho, vaise Dadaji bhi apko marte the kya ?
Papa - Bilkul marte the
Beta - Toh yeh khandani gundagardi kab tak chalegi...😴😝
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀
📖 📖 📖
A Cute Sentence Written By A Child On His Maths Book :

"Dear Maths ! Please Grow Up and Start solving your problems yourself.
I have my own Problems!" :):):):-) 😂
🏀🏀🏀🏀🏀🏀🏀

Father :- agar iss bar tum exam mein fail hue to mujhe papa mat kehna...😡😡

Aftr exam

Father 😠 : How is ur result ?

Son 😡 : Dimag kharab mat kar Dharampal, tu baap ka haq kho chuka hai.😄😝😛

एक संत की कथा में एक बालिका खड़ी हो गई।
चेहरे पर झलकता आक्रोश..

संत ने पूछा - "बोलो बेटी क्या बात है?"

बालिका ने कहा- "महाराज हमारे समाज में लड़कों को हर प्रकार की आजादी होती है। वह कुछ भी करे, कहीं भी जाए उस पर कोई खास टोका टाकी नहीं होती!

इसके विपरीत लड़कियों को बात बात पर टोका जाता है। यह मत करो, यहाँ मत जाओ, घर जल्दी आ जाओ आदि.."

संत मुस्कुराए और कहा..

"बेटी तुमने कभी लोहे की दुकान के बाहर पड़े लोहे के गार्डर देखे हैं? ये गार्डर सर्दी, गर्मी, बरसात, रात दिन इसी प्रकार पड़े रहते हैं..

इसके बावजूद इनका कुछ नहीं बिगड़ता और इनकी कीमत पर भी कोई अन्तर नहीं पड़ता। लड़कों के लिए कुछ इसी प्रकार की सोच है समाज में।

"अब तुम चलो एक ज्वेलरी शॉप में। एक बड़ी तिजोरी, उसमें एक छोटी तिजोरी। उसमें रखी छोटी सुन्दर सी डिब्बी में रेशम पर नज़ाकत से रखा चमचमाता हीरा..

..क्योंकि जौहरी जानता है कि अगर हीरे में जरा भी खरोंच आ गई तो उसकी कोई कीमत नहीं रहेगी।
समाज में बेटियों की अहमियत भी कुछ इसी प्रकार की है। पूरे घर को रोशन करती झिलमिलाते हीरे की तरह।
जरा सी खरोंच से उसके और उसके परिवार के पास कुछ नहीं बचता।
बस यही अन्तर है लड़कियों और लड़कों में।"

पूरी सभा में चुप्पी छा गई..

उस बेटी के साथ पूरी सभा की आँखों में छाई नमी साफ-साफ बता रही थी लोहे और हीरे में फर्क।।।

एक संत की कथा में एक बालिका खड़ी हो गई।
चेहरे पर झलकता आक्रोश..

संत ने पूछा - "बोलो बेटी क्या बात है?"

बालिका ने कहा- "महाराज हमारे समाज में लड़कों को हर प्रकार की आजादी होती है। वह कुछ भी करे, कहीं भी जाए उस पर कोई खास टोका टाकी नहीं होती!

इसके विपरीत लड़कियों को बात बात पर टोका जाता है। यह मत करो, यहाँ मत जाओ, घर जल्दी आ जाओ आदि.."

संत मुस्कुराए और कहा..

"बेटी तुमने कभी लोहे की दुकान के बाहर पड़े लोहे के गार्डर देखे हैं? ये गार्डर सर्दी, गर्मी, बरसात, रात दिन इसी प्रकार पड़े रहते हैं..

इसके बावजूद इनका कुछ नहीं बिगड़ता और इनकी कीमत पर भी कोई अन्तर नहीं पड़ता। लड़कों के लिए कुछ इसी प्रकार की सोच है समाज में।

"अब तुम चलो एक ज्वेलरी शॉप में। एक बड़ी तिजोरी, उसमें एक छोटी तिजोरी। उसमें रखी छोटी सुन्दर सी डिब्बी में रेशम पर नज़ाकत से रखा चमचमाता हीरा..

..क्योंकि जौहरी जानता है कि अगर हीरे में जरा भी खरोंच आ गई तो उसकी कोई कीमत नहीं रहेगी।
समाज में बेटियों की अहमियत भी कुछ इसी प्रकार की है। पूरे घर को रोशन करती झिलमिलाते हीरे की तरह।
जरा सी खरोंच से उसके और उसके परिवार के पास कुछ नहीं बचता।
बस यही अन्तर है लड़कियों और लड़कों में।"

पूरी सभा में चुप्पी छा गई..

उस बेटी के साथ पूरी सभा की आँखों में छाई नमी साफ-साफ बता रही थी लोहे और हीरे में फर्क।।।

मजबूर नही करेंगे तुझे वादे निभानें के लिए,
बस एक बार आ जा, अपनी यादें वापस ले जाने के लिए..!!

तुझसे मैँ इजहार ऐ मोहब्बत इसलिए भी नही करता,
सुना है बरसने के बाद बादलो की अहमियत नही रहती|
कागज अपनी क़िस्मत से उड़ता है और पतंग अपनी काबिलियत से,
क़िस्मत साथ दे या न दे पर काबिलियत जरुर साथ देगी..!!
“जान” थी वो मेरी,
और जान तो एक दिनचली ही जाती है ना..!!
हर मर्ज़ का इलाज़ मिलता था उस बाज़ार में,
मोहब्बत का नाम लिया दवाख़ाने बन्द हो गये|
तमन्नाओ की महफ़िल तो हर कोई सजाता है,
पूरी उसकी होती है जो तकदीर लेकर आता है..!!
वो जब पास मेरे होगी तो शायद कयामत होगी,
अभी तो उसकी तस्वीर ने ही तवाही मचा रखी है|
लोग कहते है हर दर्द की एक हद होती है,
कभी मिलना हमसे हम वो सीमा अक्सर पार करके जाते है|
पतझड आती है तो पते टूट जाते है,
नया साथ मिल जाए तो पुराने छूट ही जाते है|
फिर पलट रही हे सदिॅयो सी सुहानी रातें,
फिर तेरी याद मे जलने के जमाने आ गए|


लघु कथा 📖

अचानक एक मोड पर सुख और दुख की मुलाकात हो गई

दुख ने सुख से कहा, : - तुम कितने भाग्यशाली हो, जो लोग तुम्हें पाने की कोशिश में लगे रहते हैं....।
सुख ने मुस्कराते हुए कहा :- भाग्यवान मैं नहीं तुम हो...।
दुख ने हैरानी से पूछा :- " वो कैसे?
सुख ने बडी ईमानदारी से जवाब दिया :- वो ऐसे कि तुम्हे पाकर लोग अपनों को याद करते हैं, लेकिन मुझे पाकर सब अपनो को भूल जाते हैं..।
🍃 🍂
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏


एक request है प्लीज एक बार पढ़ना जरूर
क्योंकि ऐसी पोस्ट रोज रोज पढ़ने को
नही मिलती.....
ज़िन्दगी में कुछ चीजो का "मज़ा ही कुछ
और होता है"
जैसे....
पढ़ते-पढ़ते 📃 रज़ाई में सोने का😴
टीचर के पढ़ाने पर कहि और खो जाने का,
लैब में instrument की वाट लगाने का,
इंटरवल में पानी की टंकी के पास खड़े हो
जाने का,
कॉरिडोर में भागते हुए चिल्लाने का,
लाइब्रेरी में बुक्स पर पेन चलाने का,
अपने दोस्त को बार बार उसकी lover के
सामने चिड़ाने का 😙,
बार-बार eye contact कर मन ही मन
मुस्कुराने का,
चलते चलते अपने दोस्तों को गिराने का,
और फिर इन पलो को याद करके आज भी
मुस्कुराने का....
एक लम्बी लड़ाई के बाद बोलते थे: "चल
साले अब 1 ठण्डा तो पिला"
और जब दोस्त को टीचर से डाँट पड़ने पर
कहना: "छोड़ न यार ये पागल है अपने पीछे
ही पड़ी रहती है"
जब अपने ग्रुप का कोई दोस्त नही आता
था तब बोलना: "साला कहि लड़की के
साथ होगा"
दोस्त को जब प्यार में धोखा मिलता
था तब बोलते थे:"छोड़ ना यार वो तेरे
टाइप की नही थी"
और एग्जाम में पास वाले दोस्त से बोलना:
"साले कितनी सीट भरेगा? मुझे भी तो
बता"
जब ग्रुप के सारे दोस्तों को एक साथ सज़ा
मिलती थी तब: "सब तेरी ही वजह से हुआ है
कमीने"😅
और जब सब अलग हुए तो आँखों मे आसुंओं के
साथ बोलना:"जा साले हम तो छोटे लोग
है तुम हमसे अब बात क्यों करोगे" 😟
अगर आप भी अपने कमीने दोस्तों से प्यार
करते हो तो पोस्ट को शेयर अबश्य करें
क्योंकि दोस्त कितने भी कमीने क्यों ना
हो पर जान होते है ..!!👬👬


Koi apna aisa hua kare,
Jo shikayatein na gila kare,

Jo mere liye hi saja kare,
Jo mere liye hi bana kare,

Mein jo rooth jaon manaye woh,
Mein udas hoon to hansaye woh,

Sada chupke chupke dabe qadam,
Mere saath hi bas chala kare,

Kabhie us se mein jo door hoon,
Meri wapsi ki dua kare,

Koi apna aisa hua kare,
KOi apna aisa hua kare….!


आप की "बीवी' कितना तेज दौड़ सकती हैं यह देखना है तो जोर से चिल्लाइये......

दूध उबल रहा है.......😝



आप के 'पति" कितना तेज दौड़ सकते हैं यह देखना है तो जोर से चिल्लाइयेे...

फोन बज रहा है, उठा लूँ क्या ....?😝😂😩
माँ और बीवी
दोनों को हमेशा
बेपनाह इज़्ज़त और मोहब्बत दो ..
क्युकी
एक तुम्हें इस दुनिया में लायी है,
और
दूसरी
सारी दुनिया को छोड़ कर
तुम्हारे पास आयी है ..