Tuesday, November 1, 2016

पति के घर में प्रवेश करते ही
पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा :

पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता कीया, वहाँ भी नहीं पहुँचे ! मामला क्या है ?

“वो-वो… मैं…”

पती की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, बोलते नही ? कहां चले गये थे ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये ?

वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था।
पती थोड़ी हिम्मत करके बोला

क्या कहा? तुम मां को यहां ले आये? शर्म नहीं आई तुम्हें?

तुम्हारे भाईयों के पास इन्हें क्या तकलीफ है?

आग बबूला थी पत्नी!
उसने पास खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक नहीं

इन्हें मेरे भाईयों के पास नहीं छोड़ा जा सकता तुम समझ क्यों नहीं रही ।
पती ने दबी जुबान से कहा ।

क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है ? तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे चला रही हूँ, मैं ही जानती हूँ !
पत्नी का स्वर उतना ही तीव्र था

अब ये हमारे पास ही रहेगी पति ने कठोरता अपनाई ।

मैं कहती हूँ, इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर आओ । वरना मैं इस घर में एक पल भी नहीं रहूंगी और इन महा रानी जी को भी यहाँ आते जरा सी भी लाज नहीं आई ?

कह कर पत्नी ने बूढी औरत की तरफ देखा, तो पाँव तले से जमीन ही सरक गयी !

झेंपते हुए पत्नी बोली: “मां, तुम ?”

हाँ बेटा ! तुम्हारे भाई और भाभी ने मुझे घर से निकाल दिया । दामाद जी को फोन कीया, तो ये मुझे यहां ले आये ।

बुढ़िया ने कहा, तो पत्नी ने गद्गगद नजरों से पति की तरफ देखा और मुस्कराते हुए बोली ।

आप भी बड़े वो हो, डार्लिंग ! पहले क्यों नहीं बताया कि मेरी मां को लाने गये थे ?

इस मैसेज को इतना शेयर करो, कि हर औरत तक पहुंच सके !

कि माँ तो माँ होती है! क्या मेरी, क्या तेरी?

ये मैसेज आपको जितनी बार भी मिले आप हर बार फारवरड करते जाओ
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
👌धन की परिभाषा👌

👌जब कोई बेटा या बेटी ये कहे कि मेरे माँ बाप ही मेरे भगवान् है,
ये है “धन”👍

👌जब कोई माँ बाप अपने बच्चों के लिए ये कहे कि ये हमारे कलेजे की कोर हैं,
ये है “धन”👍

👌शादी के 20 साल बाद भी अगर पति पत्नी एक दूसरे से कहें ।
I Love you,
ये है “धन”👍

👌कोई सास अपनी बहु के लिए कहे कि ये मेरी बहु नहीं बेटी है और कोई बहु अपनी सास के लिए कहे कि ये मेरी सास नहीं मेरी माँ है,
ये है “धन”👍

👌जिस घर में बड़ो को मान और छोटो को प्यार भरी नज़रो से देखा जाता है,
ये है “धन”👍

👌जब कोई अतिथि कुछ दिन आपके घर रहने के पशचात् जाते समय दिल से कहे  की आपका घर …घर नहीं मंदिर है,
ये है “धन”👍

ऐसी मेरी दुआ है की आपको ऐसे
”परम धन” की प्राप्ति हो..!!
👌धन की परिभाषा👌

👌जब कोई बेटा या बेटी ये कहे कि मेरे माँ बाप ही मेरे भगवान् है,
ये है “धन”👍

👌जब कोई माँ बाप अपने बच्चों के लिए ये कहे कि ये हमारे कलेजे की कोर हैं,
ये है “धन”👍

👌शादी के 20 साल बाद भी अगर पति पत्नी एक दूसरे से कहें ।
I Love you,
ये है “धन”👍

👌कोई सास अपनी बहु के लिए कहे कि ये मेरी बहु नहीं बेटी है और कोई बहु अपनी सास के लिए कहे कि ये मेरी सास नहीं मेरी माँ है,
ये है “धन”👍

👌जिस घर में बड़ो को मान और छोटो को प्यार भरी नज़रो से देखा जाता है,
ये है “धन”👍

👌जब कोई अतिथि कुछ दिन आपके घर रहने के पशचात् जाते समय दिल से कहे  की आपका घर …घर नहीं मंदिर है,
ये है “धन”👍

ऐसी मेरी दुआ है की आपको ऐसे
”परम धन” की प्राप्ति हो..!!
*इतने बड़े कभी मत बनना की लोग आपकी तारीफ़ आपके आगे और आपकी बुराई आपके पीछे करें।*

*हो सके तो हमेशा सरल बने रहना जैसे आपके साथीवाले आपके दोष आपको और आपकी अच्छाई पुरे शहर को बता सकें।*

*हर इंसान को नमक की तरह होना चाहिये, जो भोजन में रहता है मगर दिखाई नहीं देता, और अगर ना हो तो उसकी कमी महसूस होने लगती है ।*
बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है, फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....

जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.:  🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो कितना अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
बाजार में💃 एक महिला को
दोनों हाथों में भर भर के मेहँदी लगवाने के बाद याद आया कि वो 🚴 स्कूटी पर अकेले ही आई है।

वो परेशान खड़ी थी कि, तभी उसके एक पड़ोसी सज्जन ने उसे पहचान लिया और फिर उसी की स्कूटी में उसे घर तक छोड़ दिया।

*घर पहुँचने पर पड़ोसी को याद आया कि, अपनी बाइक और बीवी दोनों को तो वो, बाजार में ही छोड़ आया है !!!!

😆😆😆
☄तू जिंदगी को जी,
उसे समझने की कोशिश ना कर।☄

☄चलते वक़्त के साथ तू भी चल, वक्त को बदलने की कोशिश न कर..☄

☄दिल खोल कर साँस ले,
अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर..☄

☄कुछ बाते रब पर छोड़ दे, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर....!☄
एक औरत ने तीन संतों को अपने घर के सामने
देखा। वह उन्हें जानती नहीं थी।

औरत ने कहा –
“कृपया भीतर आइये और भोजन करिए।”

संत बोले – “क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?”

औरत – “नहीं, वे अभी बाहर गए हैं।”

संत –“हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर
हों।”

शाम को उस औरत का पति घर आया और
औरत ने उसे यह सब बताया।

पति – “जाओ और उनसे कहो कि मैं घर
आ गया हूँ और उनको आदर सहित बुलाओ।”

औरत बाहर गई और उनको भीतर आने के
लिए कहा।

संत बोले – “हम सब किसी भी घर में एक साथ
नहीं जाते।”

“पर क्यों?” – औरत ने पूछा।

उनमें से एक संत ने कहा – “मेरा नाम धन है”

फ़िर दूसरे संतों की ओर इशारा कर के कहा –
“इन दोनों के नाम सफलता और प्रेम हैं।

हममें से कोई एक ही भीतर आ सकता है।

आप घर के अन्य सदस्यों से मिलकर तय कर
लें कि भीतर किसे निमंत्रित करना है।”

औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब
बताया।

उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और

बोला –“यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित
करना चाहिए।
हमारा घर खुशियों से भर जाएगा।”

पत्नी – “मुझे लगता है कि हमें सफलता को
आमंत्रित करना चाहिए।”

उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी।
वह उनके पास आई और बोली –
“मुझे लगता है कि हमें प्रेम को आमंत्रित करना
चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं।”

“तुम ठीक कहती हो, हमें प्रेम
को ही बुलाना चाहिए” – उसके माता-पिता ने
कहा।

औरत घर के बाहर गई और उसने संतों से पूछा –
“आप में से जिनका नाम प्रेम है वे कृपया घर में
प्रवेश कर भोजन गृहण करें।”

प्रेम घर की ओर बढ़ चले।

बाकी के दो संत भी उनके
पीछे चलने लगे।

औरत ने आश्चर्य से उन दोनों से पूछा –
“मैंने
तो सिर्फ़ प्रेम को आमंत्रित किया था। आप लोग
भीतर क्यों जा रहे हैं?”

उनमें से एक ने कहा – “यदि आपने धन और
सफलता में से किसी एक को आमंत्रित किया होता
तो केवल वही भीतर जाता।

आपने प्रेम को आमंत्रित किया है।

प्रेम कभी अकेला नहीं जाता।
प्रेम जहाँ-जहाँ जाता है, धन और सफलता
उसके पीछे जाते हैं।

इस कहानी को एक बार, 2 बार, 3 बार
पढ़ें ........

अच्छा लगे तो प्रेम के साथ रहें, 💖💖

प्रेम बाटें, प्रेम दें और प्रेम लें

क्यों कि प्रेम ही
सफल जीवन का राज है। :)

Monday, October 31, 2016

*इस मैसेज को गौर से दो बार पढे !*

*जिस दिन हमारी मौत होती है, उस दिन हमारा पैसा बैंक में ही रह जाता है।*

*जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खच॔ करने को पया॔प्त धन नहीं है।*

*जब हम चले जाते है तब भी बहुत सा धन बिना खच॔ हुये बच जाता है।*

*एक चीनी बादशाह की मौत हुई।                                 वो अपनी विधवा के लिये बैंक में               1.9 मिलियन डालर छोड़ कर गया। विधवा ने जवान नौकर से शादी कर ली। उस नौकर ने कहा -*
*"मैं हमेशा सोचता था कि मैं अपने मालिक के लिये काम करता हूँ अब समझ आया कि वो हमेशा मेरे लिये काम करता था।"*

*सीख?*
*ज्यादा जरूरी है कि अधिक धनाज॔न कि बजाय अधिक जिया जाये।*
*अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिये।*
*"मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनोपयोगी रहते है।"*
*"मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता।"*
*"आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है।"*                                       *"पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं।"*
*🌹पूरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिये छूट जाता है।🌹*
*🌹70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता है।🌹*

*🌹तो 30% का पूण॔ उपयोग कैसे हो ।🌹*
*स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप करायें।*
*प्यास न होने पर भी अधिक पानी पियें।*
*जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें ।*
*शक्तिशाली होने पर भी सरल रहें।*
*धनी न होने पर भी परिपूण॔ रहें।*

*बेहतर जीवन जीयें !!!*
🌹🌹💮💮💮💮🌹🌹

*🌹काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को,🌹*
*काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को,*
*काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को,*
*काबू में रखें - महफ़िल में जाएं तो जुबान को,*
*काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को,*
🌹🌹🌹💮💮💮🌹🌹🌹

*भूल जाएं - अपनी नेकियों को,*
*🍀भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को,🍀*
*🌹भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को,🌹*
🌹🌹🌹💮💮💮🌹🌹🌹

*🍀छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना,🍀*
*🍀छोड दें - दूसरों की सफलता से जलना,🍀*
*🌹छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना,🌹*
*🍀छोड दें - दूसरों की चुगली करना🍀*,
*🌹छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना,🌹*
🌹🌹🍀💮💮💮🍀🌹🌹

 *🌹यदि आपके फ्रिज में खाना है, बदन पर कपड़े हैं, घर के ऊपर छत है और सोने के लिये जगह है,तो आप दुनिया के 75% लोगों से ज्यादा धनी हैं🌹*

 *🍀यदि आपके पर्स में पैसे हैं औरआप कुछ बदलाव के लिये कही भी जा सकते हैं जहाँ आप जाना चाहते हैं तो आप दुनिया के 18% धनी लोगों में शामिल हैं🍀*

*🌹यदि आप आज पूर्णतः स्वस्थ होकर जीवित हैं तोआप उन लाखों लोगों की तुलना में खुशनसीब हैं जो इस हफ्ते जी भी न पायें🌹*

*🍀जीवन के मायने दुःखों की शिकायत करने में नहीं हैं बल्कि हमारे निर्माता को धन्यवाद करने के अन्य हजारों कारणों में है!!!🍀*

 *🌹यदि आप मैसेज को वाकई पढ़ सकते हैं और समझ सकते हैं तो आप उन करोड़ों लोगों में खुशनसीब हैं जो देख नहीं सकते और पढ़ नहीं सकते 🌹*

*🍀अगर आपको यह सन्देश बार- बार मिले तो परेशान होने की बजाय आपको खुश होना चाहिए !🍀*

🎡 *धन्यवाद...*🎡

*🌹मैंने भेज दिया*
*अब आपकी बाऱी है ।*
*नींद और मौत में क्या फर्क है...?*
*किसी ने क्या खूबसूरत जवाब दिया है....🌹*

 *🍀"नींद आधी मौत है"🍀*

 *🌹और🌹*

*🍀"मौत मुकम्मल नींद है"🍀*
😜BOSS in office : Okay guys, today we are going to play a game.....

When I say a name of the fruit, you run to the right  side of the hall....

And when I say any color, you run to the left side of the hall....

One who runs on wrong side will not get the bonus this diwali...
got it ?

Employees : Yes Boss, Got it.

Boss : Okay...Ready, Set...
.  ... ....
..... "ORANGE" !

Employees : saale sidha bol na bonus nahi dega... 😳😳
😜
, 👀😀One day a Professor was talking about marriage in the class...

Professor : What kind of Wife would you like Johnny?
Johnny : I would want a wife like the moon...🌙

Professor : Wow !!  what a choice....So you want her to be Cool & Calm like the moon? 🌙
Johnny : No, no...

Professor : oh so u want her to be Round and white?
Johny: No, no...

Professor : Oh, so u want her to be Fair and Beautiful like d moon? 🌝
Johny: No, no...

I want her to be Exactly like MOON ....... Just Arrive @ Night and Disappear in the Morning
😉🌜....😜😃🌹👌
.
.
.
Professor fainted & recovering in ICU 😀
, 👀😀One day a Professor was talking about marriage in the class...

Professor : What kind of Wife would you like Johnny?
Johnny : I would want a wife like the moon...🌙

Professor : Wow !!  what a choice....So you want her to be Cool & Calm like the moon? 🌙
Johnny : No, no...

Professor : oh so u want her to be Round and white?
Johny: No, no...

Professor : Oh, so u want her to be Fair and Beautiful like d moon? 🌝
Johny: No, no...

I want her to be Exactly like MOON ....... Just Arrive @ Night and Disappear in the Morning
😉🌜....😜😃🌹👌
.
.
.
Professor fainted & recovering in ICU 😀
बेटे के जन्मदिन पर .....

रात के 1:30 बजे
फोन आता है।बेटा  फोन
उठाता है तो मॉ बोलती है।
जन्म दिन मुबारक लल्ला।

बेटा गुस्सा हो जाता है
और मॉ से कहता है -
सुबह फोन करती।
इतनी रात को नींद
खराब क्यों की। कह
कर फोन रख देता है।

थोडी देर बाद पिता
का फोन आता है।
बेटा पिता पर गुस्सा
नहीं करता, बल्कि
कहता है - सुबह फोन
करते।

फिर पिता ने कहा -
मैंने तुम्हे इसलिए फोन
किया है कि तुम्हारी
मॉ पागल है, जो तुम्हे
इतनी रात को फोन
किया।

वो तो आज से 25 साल
पहले ही पागल हो
गई थी। जब उसे डॉक्टर
ने ऑपरेशन करने को
कहा और उसने मना
किया था। वो मरने के
लिए तैयार हो गई, पर
ऑपरेशन नही करवाया।

रात के 1:30 को तुमारा
जन्म हुआ। 6 बजे से वह
परेशान रात के 1:30 बजे
तक रही।

तुम्हारा जन्म होते ही खुश
हो गई। तुम्हारे जन्म से
पहले डॉक्टर ने दस्तखत
करवाये थे, कि अगर कुछ
हो जाये, तो हम जिम्मेदार
नहीं होंगे।

तुम्हे साल में एक दिन
फोन किया, तो तुम्हारी
नींद खराब हो गई।
मुझे तो रोज रात को
25 साल से,
रात के 1:30 बजे
उठाती है और कहती है,
देखो हमारे लल्ला का
जन्म इस वक्त हुआ था।

बस यही कहने के लिए
तुमे फोन किया था।
इतना कहते पिता फोन
रख देते हैं।

बेटा सुन्न हो जाता है।
सुबह मॉ के घर जा
कर मॉ के पैर पकड़कर
माफी मांगता है।
तब
मॉ कहती है, देखो जी
मेरा लाल आ गया।

फिर पिता से माफी
मॉगता है, तब पिता
कहते है। आज तक ये
कहती थी, कि हमे कोई
चिन्ता नही। हमारी
चिन्ता करने वाला
हमारा लाल है।

पर अब तुम चले जाओ।
मै तुम्हारी मॉ से कहुंगा
कि चिन्ता मत करो।
मैं तुम्हारा हमेशा की
तरह आगे भी
ध्यान रखुंगा।

तब मॉ कहती है -
माफ कर दो,
बेटा है।

सब जानते है दुनिया
में एक मां ही है, जिसे
जैसा चाहे कहो,
फिर भी वो गाल पर
प्यार से हाथ फेरेगी।

पिता अगर तमाचा
न मारे, तो बेटा मॉ के
सर पर बैठ जाये।
इसलिए पिता का सख्त
होना भी जरुरी है।

*माता पिता को आपकी*
*दौलत नही, बल्कि*
*आपका प्यार और*
*वक्त चाहिए। उन्हें प्यार*
*दीजिए। मॉ की ममता*
*तो अनमोल है।*
*50 वर्ष से अधिक उम्र वाले इस सन्देश को सावधानीपूर्वक पढ़ें, क्योंकि यह उनके आने वाले जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है।*👏👏👏

*सुखमय वृद्धावस्था के लिए.....*

*1* 🏠अपने स्वयं के स्थायी स्थान पर रहें ताकि स्वतंत्र जीवन जीने का आनंद ले सकें!

*2* अपना बैंक बेलेंस और भौतिक अमूल्य संपत्ति सदा अपने पास रखें! 💵

*3* अपने बच्चों के इस वादे पर निर्भर ना रहें कि वो वृद्धावस्था में आपकी सेवा करेंगे, क्योंकि समय बदलने के साथ उनकी प्राथमिकता भी बदल जाती है! 👬

*4*👥 उन लोगों को अपने मित्र समूह में शामिल करें जो आपको जीवन को प्रसन्न देखना चाहते हैं! 🙏

*5* 🙌किसी के साथ अपनी तुलना ना करें और ना ही किसी से कोई उम्मीद ना रखें!

*6* 👫अपनी संतानों के जीवन में दखल अन्दाजी ना करें, उन्हें अपने तरीके से अपना जीवन जीने देंऔर आप अपने तरीके से अपना जीवन जीएँ!

*7* 👳अपनी वृद्धावस्था को आधार बनाकर किसी से सेवा करवाने, सम्मान पाने का प्रयास ना करें।

*8* 🖐लोगों की बातें सुनें लेकिन अपने स्वतंत्र विचारों के आधार पर निर्णय लें।

*9*👏 प्रार्थना करें लेकिन भीख ना मांगे, यहाँ तक कि भगवान से भी नहीं। अगर भगवान से कुछ मांगे तो सिर्फ माफ़ी या हिम्मत!

*10* 💪अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखें, चिकित्सीय परीक्षण के अलावा अपने आर्थिक सामर्थ्य अनुसार अच्छा पौष्टिक भोजन खाएं और यथा सम्भव अपना काम अपने हाथों से करें!

*11* 😎अपने जीवन से कभी थकें नहीं हमेशा प्रसन्न रहे!  
                                             *12* 💏प्रति वर्ष  अपने जीवन के साथी केसाथ भ्रमण/ यात्रा पर एक या अधिक बार अवश्य जाएं,  इससे आपका जीने का नजरिया बदलेगा!

*13**  😖किसी भी टकराव को टालें एवं तनाव रहित जीवन जिऐं!
 
*14** 😫 जीवन में स्थायी कुछ भी नहीं है चिंताएं भी नहीं इस बात का विश्वास करें !

*15* 😃 अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को रिटायरमेंट से पहले पूरा कर लें, याद रखें जब तक आप जीना शुरू नहीं करते हैं तब तक आप जीवित नहीं हैं!

😀खुशनुमा जीवन की शुभकामनाओं के साथ .....OK
*50 वर्ष से अधिक उम्र वाले इस सन्देश को सावधानीपूर्वक पढ़ें, क्योंकि यह उनके आने वाले जीवन के लिए अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है।*👏👏👏

*सुखमय वृद्धावस्था के लिए.....*

*1* 🏠अपने स्वयं के स्थायी स्थान पर रहें ताकि स्वतंत्र जीवन जीने का आनंद ले सकें!

*2* अपना बैंक बेलेंस और भौतिक अमूल्य संपत्ति सदा अपने पास रखें! 💵

*3* अपने बच्चों के इस वादे पर निर्भर ना रहें कि वो वृद्धावस्था में आपकी सेवा करेंगे, क्योंकि समय बदलने के साथ उनकी प्राथमिकता भी बदल जाती है! 👬

*4*👥 उन लोगों को अपने मित्र समूह में शामिल करें जो आपको जीवन को प्रसन्न देखना चाहते हैं! 🙏

*5* 🙌किसी के साथ अपनी तुलना ना करें और ना ही किसी से कोई उम्मीद ना रखें!

*6* 👫अपनी संतानों के जीवन में दखल अन्दाजी ना करें, उन्हें अपने तरीके से अपना जीवन जीने देंऔर आप अपने तरीके से अपना जीवन जीएँ!

*7* 👳अपनी वृद्धावस्था को आधार बनाकर किसी से सेवा करवाने, सम्मान पाने का प्रयास ना करें।

*8* 🖐लोगों की बातें सुनें लेकिन अपने स्वतंत्र विचारों के आधार पर निर्णय लें।

*9*👏 प्रार्थना करें लेकिन भीख ना मांगे, यहाँ तक कि भगवान से भी नहीं। अगर भगवान से कुछ मांगे तो सिर्फ माफ़ी या हिम्मत!

*10* 💪अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखें, चिकित्सीय परीक्षण के अलावा अपने आर्थिक सामर्थ्य अनुसार अच्छा पौष्टिक भोजन खाएं और यथा सम्भव अपना काम अपने हाथों से करें!

*11* 😎अपने जीवन से कभी थकें नहीं हमेशा प्रसन्न रहे!  
                                             *12* 💏प्रति वर्ष  अपने जीवन के साथी केसाथ भ्रमण/ यात्रा पर एक या अधिक बार अवश्य जाएं,  इससे आपका जीने का नजरिया बदलेगा!

*13**  😖किसी भी टकराव को टालें एवं तनाव रहित जीवन जिऐं!
 
*14** 😫 जीवन में स्थायी कुछ भी नहीं है चिंताएं भी नहीं इस बात का विश्वास करें !

*15* 😃 अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को रिटायरमेंट से पहले पूरा कर लें, याद रखें जब तक आप जीना शुरू नहीं करते हैं तब तक आप जीवित नहीं हैं!

😀खुशनुमा जीवन की शुभकामनाओं के साथ .....OK
*_गहरी बात लिख दी है किसी ने_*
*************************
*बेजुबान पत्थर पे लदे है करोंडो के गहने मंदिरो में ।*
*उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हें हाथों को देखा है।*
*************************
*_सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूर्ती के आगे ।_*
*_बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ll_*
*************************
*लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार,*
*पर बाहर एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।*
*************************
*_वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हॉल के लिए,_*
*_घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।_*
*************************
*सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को,*
*आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।*
*************************
*_जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन,_*
*_आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है ।_*
*************************
*जिसने नहीं दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी ,*
*आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा ll*
*************************
*_दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने,_*
*_आज पीटते उसी शौहर के हाथों सरे बाजार देखा है ।_*
*************************
*मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारों ,*
*जिसे खुद को काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरों का माहिर लिखते देखा है*
*************************
*_जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों_*
*_आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।_*
*************************
*बंद कर दिया सांपों को सपेरे ने यह कहकर,*
*अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आएगा।*
*************************
*_आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर,_*
*_अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता।_*
************************
*गिद्ध भी कहीं चले गए लगता है*
*उन्होंने देख लिया कि,इंसान हमसे अच्छा नोंचता है।*
************************
*_कुत्ते कोमा में चले गए,ये देखकर कि_*
*_क्या मस्त तलवे चाटते हुए इंसान को देखा है ।
🙏🏾✍🏾

*सफलता क्या है?*

*4 साल की उम्र में सफलता है .....*
आप अपने पैंट में पेशाब नहीं करते है,

*8 साल कि उम्र मे सफलता*
आपको घर वापसी का रास्ता पता है।

*12 साल की उम्र में, सफलता है ........*
आपके दोस्त हैं।

*18 साल की उम्र में, सफलता ....... है*
एक ड्राइवर का लाइसेंस आपके पास है।

*23 साल की उम्र में,सफलता है*
एक विश्वविद्यालय से स्नातक करके निकले है।

*25 साल की उम्र में, सफलता है*
आप नौकरी प्राप्त कर चुके है

*30 साल की उम्र में, सफलता है*
आप एक परिवार के मुखीया है।

*35 साल की उम्र में, सफलता है*
आप पैसा बचा लिए है।

*45 साल की उम्र में, सफलता है*
खुदको एक युवा की तरह बनाए रखे है।

*50 साल की उम्र में, सफलता है*
अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा प्रदान करने कमे सक्षम रहे है।

*55 साल की उम्र में सफलता है ...*
अभी भी अपने कर्तव्यों अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हो।

*60 साल की उम्र में,सफलता ......*
अभी भी ड्राइविंग लाइसेंस रखने में सक्षम है

*65 साल की उम्र में सफलता है*
रोग के बिना जीना।

*70 साल की उम्र में, सफलता है*
आप किसी एक पर एक बोझ नहीं है

*75 साल की उम्र में सफलता है*
आपके पुराने दोस्त हैं।

*80 साल की उम्र में, सफलता है*
आपको घर वापसी का रास्ता पता है।

*85 साल की उम्र में,सफलता है*
आप अपनी पैंट में पेशाब  नहीं कर रहे है।

सबसे अच्छा संदेश मैं पढ़ चुका हूँ

*जीवन एक चक्र है*                  🌹शुभ प्रभात 🌹
Teachers are always  tracher

क्लास रूम में प्रोफेसर ने एक सीरियस टॉपिक पर चर्चा प्रारंभ की।

जैसे ही वे ब्लैकबोर्ड पर कुछ लिखने के लिए पलटे तो तभी एक शरारती छात्र ने सीटी बजाई ।

प्रोफेसर ने पलटकर सारी क्लास को घूरते हुए सीटी किसने मारी पूछा, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया।

प्रोफेसर ने शांति से अपना सामान समेटा और आज की क्लास समाप्त बोलकर, बाहर की तरफ बढ़े। स्टूडेंट्स खुश हो गए कि, चलो अब फ्री हैं।

अचानक प्रोफेसर रुके, वापस अपनी टेबल पर पहुँचे और बोले---" चलो, मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ , इससे हमारे बचे हुए समय का उपयोग भी हो जाएगा। "

सभी स्टूडेंट्स उत्सुकता और इंटरेस्ट के साथ कहानी सुनने लगे ।

प्रोफेसर बोले---" कल रात मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैंने सोचा कि, कार में पेट्रोल भरवाकर ले आता हूँ जिससे सुबह मेरा समय बच जाएगा ।

पेट्रोल पम्प से टैंक फुल कराकर मैं आधी रात को सूनसान पड़ी सड़कों पर ड्राइव का आनंद लेने लगा ।

अचानक एक चौराहे के कार्नर पर मुझे एक बहुत खूबसूरत लड़की शानदार ड्रेस पहने हुए अकेली खड़ी नजर आई। मैंने कार रोकी और
उससे पूछा कि,

क्या मैं उसकी कोई सहायता कर सकता हूँ तो, उसने कहा कि, उसे उसके घर ड्रॉप कर दें तो बड़ी मेहरबानी होगी ।

मैंने सोचा नींद तो वैसे भी नहीं आ रही है , चलो, इसे इसके घर छोड़ देता हूँ ।

वो मेरी बगल की सीट पर बैठी। रास्ते में हमने बहुत बातें कीं। वो बहुत इंटेलिजेंट थी, ढेरों टॉपिक्स पर उसका कमाण्ड था ।

जब कार उसके बताए एड्रेस पर पहुँची तो उतरने से पहले वो बोली कि, वो मेरे नेचर और व्यवहार से बेहद प्रभावित हुई है और मुझसे प्यार करने लगी है।

मैं खुद भी उसे पसंद करने लगा था। मैंने उसे बताया कि, मैं यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हूँ। वो बहुत खुश हुई फिर उसने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर लिया और अपना नंबर दिया।

अंत में उसने बताया की, उसका भाई भी यूनिवर्सिटी में ही पढ़ता है और उसने मुझसे रिक्वेस्ट की कि,
मैं उसके भाई का ख़याल रखूँ ।

मैंने कहा कि, तुम्हारे भाई के लिए कुछ भी करने पर मुझे बेहद खुशी होगी। क्या नाम है तुम्हारे भाई का ?

इसपर लड़की ने कहा कि, बिना नाम बताए भी आप उसे पहचान सकते हैं क्योंकि वो सीटी बहुत ज्यादा और बहुत बढ़िया बजाता है।

जैसे ही प्रोफेेसर ने सीटी वाली बात की तो, तुरंत क्लास के सभी स्टूडेंट्स उस छात्र की तरफ देखने लगे, जिसने प्रोफ़ेसर की पीठ पर सीटी बजाई थी।

प्रोफेसर उस लड़के की तरफ घूमे और
उसे घूरते हुए बोले--- बेटा, मैंने अपनी पी एच डी की डिग्री, आलू छीलकर हासिल नहीं की है, समझे ।
😊😊😊😊😊😊
Teachers are always  tracher

क्लास रूम में प्रोफेसर ने एक सीरियस टॉपिक पर चर्चा प्रारंभ की।

जैसे ही वे ब्लैकबोर्ड पर कुछ लिखने के लिए पलटे तो तभी एक शरारती छात्र ने सीटी बजाई ।

प्रोफेसर ने पलटकर सारी क्लास को घूरते हुए सीटी किसने मारी पूछा, लेकिन किसी ने जवाब नहीं दिया।

प्रोफेसर ने शांति से अपना सामान समेटा और आज की क्लास समाप्त बोलकर, बाहर की तरफ बढ़े। स्टूडेंट्स खुश हो गए कि, चलो अब फ्री हैं।

अचानक प्रोफेसर रुके, वापस अपनी टेबल पर पहुँचे और बोले---" चलो, मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ , इससे हमारे बचे हुए समय का उपयोग भी हो जाएगा। "

सभी स्टूडेंट्स उत्सुकता और इंटरेस्ट के साथ कहानी सुनने लगे ।

प्रोफेसर बोले---" कल रात मुझे नींद नहीं आ रही थी तो मैंने सोचा कि, कार में पेट्रोल भरवाकर ले आता हूँ जिससे सुबह मेरा समय बच जाएगा ।

पेट्रोल पम्प से टैंक फुल कराकर मैं आधी रात को सूनसान पड़ी सड़कों पर ड्राइव का आनंद लेने लगा ।

अचानक एक चौराहे के कार्नर पर मुझे एक बहुत खूबसूरत लड़की शानदार ड्रेस पहने हुए अकेली खड़ी नजर आई। मैंने कार रोकी और
उससे पूछा कि,

क्या मैं उसकी कोई सहायता कर सकता हूँ तो, उसने कहा कि, उसे उसके घर ड्रॉप कर दें तो बड़ी मेहरबानी होगी ।

मैंने सोचा नींद तो वैसे भी नहीं आ रही है , चलो, इसे इसके घर छोड़ देता हूँ ।

वो मेरी बगल की सीट पर बैठी। रास्ते में हमने बहुत बातें कीं। वो बहुत इंटेलिजेंट थी, ढेरों टॉपिक्स पर उसका कमाण्ड था ।

जब कार उसके बताए एड्रेस पर पहुँची तो उतरने से पहले वो बोली कि, वो मेरे नेचर और व्यवहार से बेहद प्रभावित हुई है और मुझसे प्यार करने लगी है।

मैं खुद भी उसे पसंद करने लगा था। मैंने उसे बताया कि, मैं यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हूँ। वो बहुत खुश हुई फिर उसने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर लिया और अपना नंबर दिया।

अंत में उसने बताया की, उसका भाई भी यूनिवर्सिटी में ही पढ़ता है और उसने मुझसे रिक्वेस्ट की कि,
मैं उसके भाई का ख़याल रखूँ ।

मैंने कहा कि, तुम्हारे भाई के लिए कुछ भी करने पर मुझे बेहद खुशी होगी। क्या नाम है तुम्हारे भाई का ?

इसपर लड़की ने कहा कि, बिना नाम बताए भी आप उसे पहचान सकते हैं क्योंकि वो सीटी बहुत ज्यादा और बहुत बढ़िया बजाता है।

जैसे ही प्रोफेेसर ने सीटी वाली बात की तो, तुरंत क्लास के सभी स्टूडेंट्स उस छात्र की तरफ देखने लगे, जिसने प्रोफ़ेसर की पीठ पर सीटी बजाई थी।

प्रोफेसर उस लड़के की तरफ घूमे और
उसे घूरते हुए बोले--- बेटा, मैंने अपनी पी एच डी की डिग्री, आलू छीलकर हासिल नहीं की है, समझे ।
😊😊😊😊😊😊
*I attended A Birthday Party      With a gathering of*
*About 30 people*

I sat in the front seat.

A Lady started distributing food.

She started from
The back and unfortunately,
It didn't get to us who were sitting at the front.

Another Lady started
Sharing the Drinks,
She started from
The front.
But unfortunately
I had
Already moved
To sit At The Back.

Again
The drink
Didn't get to me.

I was
So furious that
I stood up
To take my leave.

But then
I saw
Three ladies
Each with A Big Bowl.

This time,
I tried to Be Smart.
I Sat Right
At the Middle.

One of the Ladies
Started the sharing
From the Front,
The Second Lady
Started
Distributing from
The back.

The Two Ladies were
Sharing Roasted Chicken.

When
They got
To the middle,
Where I was seated,
It got finished again!

Feeling So frustrated,
I Bent My Head,
Putting My Face
In My Hands...

But Then
The Third Lady
Tapped me
And
Stretched Her Bowl
For Me To Pick.

Joyfully I Stretched
And
Put My Hands
Inside The Bowl...

Guess
What was
In the Bowl ?

*TOOTHPICKS !!!!*

*Moral*:

*DO NOT TRY*
*To Position*
*Yourself in Life,*

*Allow GOD*
*To Put You*
*In The Right Place*

*Otherwise*
*You will*
*Wrongfully position*
*Yourself*
*For*
*Toothpicks Only !!*
🍀🍀🌹🍀🎋✨💲🍀🍀🌹🍀
                 🙏🙏

🕉जब चाँद का धीरज छूट गया।
वह रघुनन्दन से रूठ गया ॥
बोला रात को आलोकित हम ही ने करा है।
स्वयं शिव ने हमें अपने सिर पे धरा है॥

🌹तुमने भी तो उपयोग किया हमारा है।
हमारी ही चांदनी में सिया को निहारा है॥
सीता के रूप को हम ही ने सँभारा है।
चाँद के तुल्य उनका मुखड़ा निखारा है ॥

🕉जिस वक़्त याद में सीता की।
तुम चुपके - चुपके रोते थे॥
उस वक़्त तुम्हारे संग में बस।
हम ही जागते होते थे॥

🌹संजीवनी लाऊंगा।
लखन को बचाऊंगा॥
हनुमान ने तुम्हे कर तो दिया आश्वश्त।
मगर अपनी चांदनी बिखरा कर॥
मार्ग मैंने ही किया था प्रशस्त।
तुमने हनुमान को गले से लगाया॥
मगर हमारा कहीं नाम भी न आया..||

🕉रावण की मृत्यु से मैं भी प्रसन्न था।
तुम्हारी विजय से प्रफुल्लित मन था॥
मैंने भी आकाश से था पृथ्वी पर झाँका।
गगन के सितारों को करीने से टांका॥

🌹सभी ने तुम्हारा विजयोत्सव मनाया।
सारे नगर को दुल्हन सा सजाया॥
इस अवसर पर तुमने सभी को बुलाया॥
बताओ मुझे फिर क्यों तुमने भुलाया।
क्यों तुमने अपना विजयोत्सव॥
अमावस्या की रात को मनाया ...||

🕉अगर तुम अपना उत्सव किसी और दिन मानते।
आधे अधूरे ही सही हम भी शामिल हो जाते॥
मुझे सताते हैं चिड़ाते हैं लोग।
आज भी दिवाली अमावस में ही मनाते हैं लोग॥

🌹तो राम ने कहा,क्यों व्यर्थ में घबराता है।
जो कुछ खोता है वही तो पाता है॥
जा तुझे अब लोग न सतायेंगे।
आज से सब तेरा मान ही बढाएंगे॥
जो मुझे राम कहते थे वही।
आज से रामचंद्र कह कर बुलायेंगे॥

      *🎁दीपावली की शुभकामनाएं🎁*

        *💞💞*
                     🙏🏼😊🙏🏼
🍀🍀🌹🍀🎋✨💲🍀🌹🍀🍀

Saturday, October 29, 2016

*I attended A Birthday Party      With a gathering of*
*About 30 people*

I sat in the front seat.

A Lady started distributing food.

She started from
The back and unfortunately,
It didn't get to us who were sitting at the front.

Another Lady started
Sharing the Drinks,
She started from
The front.
But unfortunately
I had
Already moved
To sit At The Back.

Again
The drink
Didn't get to me.

I was
So furious that
I stood up
To take my leave.

But then
I saw
Three ladies
Each with A Big Bowl.

This time,
I tried to Be Smart.
I Sat Right
At the Middle.

One of the Ladies
Started the sharing
From the Front,
The Second Lady
Started
Distributing from
The back.

The Two Ladies were
Sharing Roasted Chicken.

When
They got
To the middle,
Where I was seated,
It got finished again!

Feeling So frustrated,
I Bent My Head,
Putting My Face
In My Hands...

But Then
The Third Lady
Tapped me
And
Stretched Her Bowl
For Me To Pick.

Joyfully I Stretched
And
Put My Hands
Inside The Bowl...

Guess
What was
In the Bowl ?

*TOOTHPICKS !!!!*

*Moral*:

*DO NOT TRY*
*To Position*
*Yourself in Life,*

*Allow GOD*
*To Put You*
*In The Right Place*

*Otherwise*
*You will*
*Wrongfully position*
*Yourself*
*For*
*Toothpicks Only !!*
.         पैर  की  मोच
                और
           छोटी   सोच ,
             हमें   आगे
         बढ़ने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

          टूटी   कलम
                  और
         औरो   से   जलन ,
         खुद   का   भाग्य
         लिखने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

           काम   का   आलस
                   और
           पैसो   का   लालच ,
                हमें   महान
           बनने   नहीं   देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

.          अपना   मजहब   उंचा
                         और
           गैरो   का   ओछा ,  
     ये    सोच    हमें    इन्सान
          बनने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

👌दुनिया   में   सब   चीज
            मिल   जाती   है,......
      केवल   अपनी   गलती
            नहीं   मिलती.........

😔😔😔😔😔😔😔😔

भगवान   से   वरदान   माँगा
     कि   दुश्मनों   से
         पीछा   छुड़वा   दो ,
            अचानक   दोस्त
                कम   हो   गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔

" जितनी   भीड़ ,
     बढ़   रही
       ज़माने   में........।
         लोग   उतनें   ही ,
           अकेले   होते
             जा   रहे   हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔

इस   दुनिया   के
   लोग   भी   कितने
      अजीब   है   ना ;

          सारे   खिलौने
             छोड़   कर
                जज़बातों   से
                   खेलते   हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे   पर   तैरने   वाली
   लाश   को   देखकर
      ये   समझ   आया........
         बोझ   शरीर   का  नही
            साँसों   का   था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

दोस्तो   के   साथ
   जीने   का   इक   मौका
      दे   दे   ऐ   खुदा...........
         तेरे   साथ   तो
            हम   मरने   के   बाद
              भी   रह   लेंगे........

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख   हज़ार
    साल   में  बस  इतनी
       सी   बदली   है…........
          तब   दौर
             पत्थर   का   था
                अब   लोग
                   पत्थर   के  हैं..."

👑👑👑👑👑👑👑👑
    स्वर्ग  का  सपना  छोड़  दो,
    नर्क   का   डर   छोड़   दो ,
    कौन   जाने   क्या   पाप ,
              क्या   पुण्य ,
                   बस............
    किसी   का   दिल   न   दुखे
    अपने   स्वार्थ   के   लिए ,
               बाकी   सब
  कुदरत   पर   छोड़   दो.......
.  🙏   🙏   🙏   🙏   🙏
⛳नरक चतुर्दशी-काली चौदस- छोटी दिवाली की हार्दिक बधाई ⛳

🔥नरक चतुर्दशी की जिसे छोटी दीपावली भी कहते हैं। इसे छोटी दीपावली इसलिए कहा जाता है क्योंकि दीपावली से एक दिन पहले रात के वक्त उसी प्रकार दीए की रोशनी से रात के तिमिर को प्रकाश पुंज से दूर भगा दिया जाता है जैसे दीपावली की रात। इस रात दीए जलाने की प्रथा के संदर्भ में कई पौराणिक कथाएं और लोकमान्यताएं हैं।.                                                                                                                                                    🔥एक कथा के अनुसार आज के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी और दुराचारी दु्र्दान्त असुर नरकासुर का वध किया था और सोलह हजार एक सौ कन्याओं को नरकासुर के बंदी गृह से मुक्त कर उन्हें सम्मान प्रदान किया था। इस उपलक्ष में दीयों की बारत सजायी जाती है।

🔥इस दिन के व्रत और पूजा के संदर्भ में एक अन्य कथा यह है कि रन्ति देव नामक एक पुण्यात्मा और धर्मात्मा राजा थे। उन्होंने अनजाने में भी कोई पाप नहीं किया था लेकिन जब मृत्यु का समय आया तो उनके समझ यमदूत आ खड़े हुए। यमदूत को सामने देख राजा अचंभित हुए और बोले मैंने तो कभी कोई पाप कर्म नहीं किया फिर आप लोग मुझे लेने क्यों आए हो क्योंकि आपके यहां आने का मतलब है कि मुझे नर्क जाना होगा। आप मुझ पर कृपा करें और बताएं कि मेरे किस अपराध के कारण मुझे नरक जाना पड़ रहा है। पुण्यात्मा राज की अनुनय भरी वाणी सुनकर यमदूत ने कहा हे राजन् एक बार आपके द्वार से एक ब्राह्मण भूखा लौट गया यह उसी पापकर्म का फल है।

🔥दूतों की इस प्रकार कहने पर राजा ने यमदूतों से कहा कि मैं आपसे विनती करता हूं कि मुझे वर्ष का और समय दे दे। यमदूतों ने राजा को एक वर्ष की मोहलत दे दी। राजा अपनी परेशानी लेकर ऋषियों के पास पहुंचा और उन्हें सब वृतान्त कहकर उनसे पूछा कि कृपया इस पाप से मुक्ति का क्या उपाय है। ऋषि बोले हे राजन् आप कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत करें और ब्रह्मणों को भोजन करवा कर उनसे अनके प्रति हुए अपने अपराधों के लिए क्षमा याचना करें।

🔥राजा ने वैसा ही किया जैसा ऋषियों ने उन्हें बताया। इस प्रकार राजा पाप मुक्त हुए और उन्हें विष्णु लोक में स्थान प्राप्त हुआ।.                                                        🔥उस दिन से पाप और नर्क से मुक्ति हेतु भूलोक में कार्तिक चतुर्दशी के दिन का व्रत प्रचलित है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल लगाकर और पानी में चिरचिरी के पत्ते डालकर उससे स्नान करने का बड़ा महात्मय है। स्नान के पश्चात विष्णु मंदिर और कृष्ण मंदिर में भगवान का दर्शन करना अत्यंत पुण्यदायक कहा गया है। इससे पाप कटता है और रूप सौन्दर्य की प्राप्ति होती है।

🔥कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को उपरोक्त कारणों से नरक चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी काली चौदस और छोटी दीपावली के नाम से जाना जाता है

Friday, October 28, 2016



दीपावली स्पेशल:-

दीपावली में हर व्यक्ति चाहता है की लक्ष्मी उस पर मेहरबान हो लक्ष्मी देवी को प्रसन्न करने और दीपावली पर धन पाने के कुछ अचूक उपाय बतलाये जा रहे है आशा है इनका प्रयोग कर पाठक गण इसका लाभ उठा सकेंगे ये उपाय इस प्रकार है:-

(1)-दीपावली पूजन में 11 कोड़ियां, 21 कमलगट्टा, 25 ग्राम पीली सरसों लक्ष्मीजी को चढ़ाएं (एक प्लेट में रखकर अर्पण करें)। अगले दिन तीनों चीजें लाल या पीले कपड़े में बांधकर तिजौरी में या जहां पैसा रखते हों वहां , रख दें।

(2)- दीपावली के दिन अशोक वृक्ष की जड़ का पूजन करने से घर में धन-संपत्ति की वृद्धि होती है।

(3)- दीपावली के दिन पानी का नया घड़ा लाकर पानी भरकर रसोई में कपड़े से ढंककर रखने से घर में बरक्कत और खुशहाली बनी रहती है।

(4)- धनतेरस के दिन हल्दी और चावल पीसकर उसके घोल से घर के मुख्य दरवाजे पर ऊँ बनाने से घर में लक्ष्मीजी (धन) का आगमन बना ही रहता है।

(5)- नरक चतुर्दशी छोटी दीपावली को प्रात:काल अगर हाथी मिल जाए तो उसे गन्ना या मीठा जरूर खिलाने से अनिष्ठों, जटिल मुसीबतों से मुक्ति मिलती है। अनहोनी से सदैव रक्षा होती है।

(6)- दीपावली के पूजन के बाद शंख और डमरू बजाने से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मीजी का आगमन बना रहता है।

(7)- दीपावली के दिन पति-पत्नी सुबह लक्ष्मी-नारायण विष्णु मंदिर जाएं और एक साथ लक्ष्मी-नारायणजी को वस्त्र अर्पण करने से कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी। संतान दिन दूनी, रात चौगुनी तरक्की करेगी।

(8)- दीपावली के दिन इमली के पेड़ की छोटी टहनी लाकर अपनी तिजेरी या धन रखने के स्थान पर रखने से धन में दिनोंदिन वृद्धि होती है।

(9)- दीपावली के दिन काली हल्दी को सिंदूर और धूप दीप से पूजन करने के बाद 2 चाँदी के सिक्कों के साथ लाल कपड़े में लपेटकर धन स्थान पर रखने से आर्थिक समस्याएं कभी नहीं रहतीं।

(10)- दीपावली के अगले दिन गाय के गोबर का दीपक बनाकर उसमें पुराने गुड़ की एक डली और मीठा तेल डालकर दीपक जलाकर घर के मुख्य द्वार के बीचोंबीच रख दें। इससे घर में सुख-समृद्धि दिनों दिन बढ़ती रहेगी।

(11)- दीपावली के दिन मुक्तिधाम (श्मशानभूमि) में स्थित शिव मंदिर में जाकर दूध में शहद मिलाकर चढ़ाने से सट्टे और शेयर बाजार से धन अवश्य ही मिलता है।

(12)- दीपावली के दिन नया झाड़ू खरीदकर लाएं। पूजा से पहले उससे पूजा स्थान की सफाई कर उसे छुपाकर एक तरफ रख दें। अगले दिन से उसका उपयोग करें, इससे दरिद्रता का नाश होगा और लक्ष्मीजी का आगमन बना रहेगा।

(13)- दीपावली के दिन एक चाँदी की बाँसुरी राधा-कृष्णजी के मंदिर में चढ़ाने के बाद 43 दिन लगातार भगवान श्रीकृष्णजी के कोई भी मंत्र का जाप करें। गाय को चारा खिलाएं और संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। निश्चय ही भगवान श्रीकृष्णजी की कृपा से आपको संतान प्राप्ति अवश्य ही होगी।

(14)- दीपावली पर गणेश-लक्ष्मीजी की मूर्ति खरीदते समय यह अवश्य ही देखें कि गणेशजी की सूंड़ गणेशजी की दांयी भुजा की ओर जरूर मुड़ी हो। इनकी पूजा दीपावली में करने से घर में रिद्धि-सिद्धि धनसंपदा में बढ़ोत्तरी, संतान की प्रतिष्ठा दिनोंदिन बढ़ती है।

(15)- भाईदूज के एक दिन एक मुट्ठी साबुत बासमती चावल बहते हुए पानी में महालक्ष्मीजी का स्मरण करते हुए छोड़ने से धन-धान्य में दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती है।

(16)- आंवले के फल में, गाय के गोबर में, शंख में, कमल में, सफेद वस्त्रों में लक्ष्मीजी का वास होता है इनका हमेशा ही प्रयोग करें। आंवला घर में या गल्ले में अवश्य ही रखें।

(17)- दीपावली के दिन हनुमान मंदिर में लाल पताका चढ़ाने से घर-परिवार की उन्नति के साथ ख्याति धन संपदा बढ़ाती है।

(18)- नरक चतुर्दशी की संध्या के समय घर की पश्चिम दिशा में खुले स्थान में या घर के पश्चिम में 14 दीपक पूर्वजों के नाम से जलाएं, इससे पितृ दोषों का नाश होता है तथा पितरों के आशीर्वाद से धन-समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है।


*✍🏻तकदीर :*

*एक   हसीन   लडकी*
*राजा  के  दरबार   में*
*डांस   कर  रही   थी...*

*( राजा   बहुत   बदसुरत   था )*

 *लडकी   ने   राजा   से   एक*
 *सवाल   की  इजाजत  मांगी*
.
*राजा   ने  कहा ,*
                     *' चलो  पुछो .'*
.
*लडकी   ने   कहा ,*
   *'जब    हुस्न   बंट   रहा   था*
      *तब   आप   कहां  थे..??*
.
*राजा   ने   गुस्सा   नही  किया*
*बल्कि*
*मुस्कुराते   हुवे   कहा*
  *~  जब   तुम   हुस्न   की*
       *लाइन्   में   खडी*
       *हुस्न    ले   रही   थी , ~*
.
 *~    तो   में*
  *किस्मत  की   लाइन  में  खडा*
             *किस्मत  ले  रहा  था*
.
          *और   आज*
     *तुझ  जैसी  हुस्न   वालीयां*
      *मेरी  गुलाम   की   तरह*
       *नाच   रही   है...........*
.
*इसलिए  शायर  खुब  कहते  है,*
.
    *" हुस्न   ना   मांग*
      *नसीब   मांग   ए   दोस्त ,*

       *हुस्न   वाले   तो*
      *अक्सर   नसीब   वालों  के*
      *गुलाम   हुआ   करते   है...*

      *" जो   भाग्य   में   है ,*
        *वह   भाग   कर  आएगा,*
   
         *जो   नहीं   है ,*
         *वह   आकर   भी*
         *भाग   जाएगा....!!!!!."*

*यहाँ   सब   कुछ   बिकता   है ,*
*दोस्तों  रहना  जरा  संभाल  के,*

*बेचने  वाले  हवा भी बेच देते है,*
      *गुब्बारों   में   डाल   के,*

        *सच   बिकता   है ,*
        *झूट   बिकता   है,*
       *बिकती   है   हर   कहानी,*

       *तीनों  लोक  में  फेला  है ,*
       *फिर   भी   बिकता   है*
       *बोतल  में  पानी ,*

*कभी फूलों की तरह मत जीना,*
*जिस   दिन  खिलोगे ,*
*टूट  कर  बिखर्र  जाओगे ,*
*जीना  है  तो*
*पत्थर   की   तरह   जियो ;*
*जिस   दिन   तराशे   गए ,*
*" भगवान " बन  जाओगे...!!!!*

*हृदयाघात तथा गर्म पानी पीना*

यह भोजन के बाद गर्म पानी पीने के बारे में ही नहीं हृदयाघात के बारे में भी एक अच्छा लेख है। चीनी और जापानी अपने भोजन के बाद गर्म चाय पीते हैं, ठंडा पानी नहीं। अब हमें भी उनकी यह आदत अपना लेनी चाहिए। जो लोग भोजन के बाद ठंडा पानी पीना पसन्द करते हैं यह लेख उनके लिए ही है।

भोजन के साथ कोई ठंडा पेय या पानी पीना बहुत हानिकारक है क्योंकि ठंडा पानी आपके भोजन के तैलीय पदार्थों को जो आपने अभी अभी खाये हैं ठोस रूप में बदल देता है। इससे पाचन बहुत धीमा हो जाता है। जब यह अम्ल के साथ क्रिया करता है तो यह टूट जाता है और जल्दी ही यह ठोस भोजन से भी अधिक तेज़ी से आँतों द्वारा सोख लिया जाता है। यह आँतों में एकत्र हो जाता है। फिर जल्दी ही यह चरबी में बदल जाता है और कैंसर के पैदा होने का कारण बनता है।

इसलिए सबसे अच्छा यह है कि भोजन के बाद गर्म सूप या गुनगुना पानी पिया जाये। एक गिलास गुनगुना पानी सोने से ठीक पहले अभी पीना चाहिए। इससे खून के थक्के नहीं बनेंगे और आप हृदयाघात से बचे रहेंगे।

एक हृदय रोग विशेषज्ञ का कहना है कि यदि इस संदेश को पढ़ने वाला प्रत्येक व्यक्ति इसे १० लोगों को भेज दे, तो वह कम से कम एक जान बचा सकता है।

*कृपया इसे अधिक से अधिक व्यक्तियों के साथ शेयर करें।*
अनुराग द्विवेदी (लेह-लद्दाख)
पति: “आज सब्ज़ी में नमक थोड़ा ज़्यादा लग रहा है!”

पत्नी: “नमक ठीक है… सब्ज़ी कम पड़ गई, बोला था ज़्यादा लाया करो”

Point: Wife is always right!
😜😜😜😜😜😜
पति: “आलू के परांठो में आलू तो नजर नहीं आ रहे हैं” 😧

पत्नी: “चुपचाप खा लो!! कश्मीरी पुलाव में क्या कश्मीर नजर आता है???” 😳

Point: Bola tha na, wife is always right!!
😜😜😜😜😜😜😜😜
पति: “३ दिन से लगातार लौकी खा रहा हूँ, अब १ महीना नहीं खाऊंगा!!!!”

पत्नी: “यही बात तंबाखू के लिए क्यूँ नहीं बोलते????”

पति: “कल भी लौकी ही बनाना” 😁

Point: Accept it, wife is always right!
😜😜😜😜😜😜😜😜😜
पति दूध पीकर : छीः ये कैसा दूध है ?

बीवी : वो केसर ख़त्म हो गया था जी

तो मैंने आपकी जेब से

‘बिमल पान मसाला’ डाल दिया क्योंकि

इसके दाने -दाने मे है केसर का दम
😝😝

पूरा नया है 👆👆👆
😜 पप्पू कार धो रहा था
तभी पास से आण्टी गुजरी आैर पूछा" कार धो रहे हो "
😁😁
" नही पानी दे रहा हूं, शायद बडी होकर बस बन जाए.
आण्टी बेहोश😂
डॉक्टर : डिप्रेशन की पेशेंट से-

क्या तकलीफ़ है..?

लेडी पेशेंट : सर, दिमाग में बहुत उल्टे पुलटे विचार आते हैं, रुकते ही नहीं…

डॉक्टर : कैसे विचार आते हैं ..?

लेडी पेशेंट : जैसे अब मैं यहाँ आई हूँ तो आपके ओपीडी में एक भी पेशेंट नहीं था.. तो मैं सोचने लगी कि डॉक्टर साहब के पास कोई भी पेशेंट नहीं है, इनकी कमाई कैसे होगी, घर कैसे चलेगा, इतना पैसा डाला पढ़ाई में, अब क्या करेंगे.. हॉस्पिटल बनाने में भी बहुत पैसा लगाया होगा, अब लोन कैसे चुकाएंगे ? कहीं किसानों के माफ़िक लटक तो नहीं जाएंगे एक दिन…!! ऐसे कुछ भी विचार आते रहते हैं…

अब डॉक्टर डिप्रेशन मे है।

😀 😛 julmi  😂😂
💊💊💊

90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं.....!

👇�👇�

* पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए।
अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेंगे ।
💊
* 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1
घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।
💊
* 80 रोग चाय पीने से होते हैं ।
💊
* ठंडेजल (फ्रिज)और आइसक्रीम से बड़ीआंत सिकुड़
जाती है।
💊
* भोजन के पश्चात् स्नान करने से पाचनशक्ति मन्द
हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है।
💊
* शैम्पू, कंडीशनर और विभिन्न प्रकार के तेलों से बाल
पकने, झड़ने और दोमुहें होने लगते हैं।
💊
* गर्म जल से स्नान से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कम
हो जाती है और
शरीर कमजोर हो जाता है। गर्म जल सिर पर डालने से
आँखें कमजोर हो जाती हैं।
💊
* खड़े होकर जल पीने से घुटनों(जोड़ों) में
पीड़ा होती है।
💊
* खड़े होकर मूत्रत्याग करने से रीढ़
की हड्डी को हानि होती है।
💊
* भोजन पकाने के बाद उसमें नमक डालने से रक्तचाप
(ब्लडप्रेशर) बढ़ता है।
💊
* जोर लगाकर छींकने से कानों को क्षति पहुँचती है।
💊
* मुँह से साँस लेने पर आयु कम होती है।
💊
* पुस्तक पर अधिक झुकने से फेफड़े खराब हो जाते हैं और
क्षय(टीबी) होने का डर रहता है।
💊
* चैत्र माह में नीम के पत्ते खाने से रक्त शुद्ध
हो जाता है मलेरिया नहीं होता है।
💊
* तुलसी के सेवन से मलेरिया नहीं होता है।
💊
* हृदयरोगी के लिए अर्जुनकी छाल, लौकी का रस, तुलसी,
पुदीना, मौसमी, सेंधा नमक, गुड़, चोकरयुक्त आटा,
छिलकेयुक्त अनाज औशधियां हैं।
💊
* भोजन के पश्चात् गुड़ या सौंफ खाने से पाचन
अच्छा होता है। अपच नहीं होता है।
💊
* मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर
होती है।
💊
* जल सदैव ताजा(चापाकल, कुएं आदि का) पीना चाहिये,
बोतलबंद (फ्रिज) पानी बासी और अनेक रोगों के कारण
होते हैं।
💊
* नीबू गंदे पानी के रोग (यकृत, टाइफाइड, दस्त, पेट के
रोग) तथा हैजा से बचाता है।
💊
* फल, मीठा और घी या तेल से बने पदार्थ खाकर तुरन्त जल
नहीं पीना चाहिए।
💊
* भोजन पकने के 48 मिनट के अन्दर खा लेना चाहिए। उसके
पश्चात् उसकी पोशकता कम होने लगती है। 12 घण्टे के
बाद पशुओं के खाने लायक भी नहीं रहता है।।
💊
* मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने से पोशकता 100%
कांसे के बर्तन में 97% पीतल के बर्तन में 93%
अल्युमिनियम के बर्तन और प्रेशर कुकर में 7-13%
ही बचते हैं।
💊
* गेहूँ का आटा 15 दिनों पुराना और चना, ज्वार, बाजरा,
मक्का का आटा 7 दिनों से अधिक पुराना नहीं प्रयोग
करना चाहिए।
💊
* खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेश्ठ होता है उसके
बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के
समान होता है।
💊
* सरसों, तिल,मूंगफली या नारियल का तेल
ही खाना चाहिए। देशी घी ही खाना चाहिए । रिफाइंड
तेल और वनस्पति घी (डालडा) जहर होता है।
💊
* पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने
से आँखों की खुजली लाली और जलन ठीक हो जाती है।
💊
* खाने का चूना 70 रोगों को ठीक करता है।
💊
* चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उस पर 5-20 मिनट तक
चुम्बक रखने से जल्दी ठीक होता है।
💊
* मीठे में मिश्री, गुड़, शहद, देशी(कच्ची)
चीनी का प्रयोग करना चाहिए सफेद चीनी जहर होता है।
💊
* बर्तन मिटटी के ही प्रयोग करना चाहिए।
💊
* टूथपेस्ट और ब्रश के स्थान पर दातून और मंजन
करना चाहिए दाँत मजबूत रहेंगे।
(आँखों के रोग में दातून नहीं करना)
*महिला*---
जल की तरह स्वच्छ , निर्मल , शीतल होती है ।
और जल की ही तरह संवेदनशील होती है ।
.
.
.
*पुरुष* ---
मिट्टी की तरह ठोस और स्थिति के अनुसार ढल जाने वाला होता है । मिट्टी की तरह वक्त की मार सहता है ।
.
.
.
.
.
.
.
और
जब दोनों की *शादी* होती है ।
तो...
.
*कीचड*़ हो जाता है रे बाबा 😂😃😄
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃

                     ✅ *बेटा-बहु* ~

➡ बेटा-बहु अपने बैडरूम में बातें कर रहे थे। द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी
माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं।

➡ बेटा-" अपने नौकरी के कारण हम माँ का ध्यान नहीं रख पाएँगे, उनकी देखभाल कौन करेगा ? क्यूँ ना, उन्हें वृद्धाश्रम में दाखिल करा दें, वहाँ उनकी देखभाल भी होगी और हम भी
कभी कभी उनसे मिलते रहेंगे~

➡ बेटे की बात पर बहु ने जो कहा, उसे सुनकर माँ की आँखों में आँसू आ गए।

बहु--" पैसे कमाने के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है जी, लेकिन माँ का
आशीष जितना भी मिले, वो कम है। उनके लिए पैसों से ज्यादा हमारा संग-साथ जरूरी है। मैं अगर नौकरी ना करूँ तो कोई बहुत अधिक नुकसान नहीं होगा।

*मैं माँ के साथ रहूँगी*~
घर पर ट्यूशन पढ़ाऊँगी,
इससे माँ की देखभाल भी कर
पाऊँगी। याद करो, तुम्हारे बचपन में ही तुम्हारे पिता नहीं रहे और घरेलू काम धाम करके तुम्हारी माँ ने तुम्हारा पालन पोषण किया, तुम्हें पढ़ाया
लिखाया, काबिल बनाया।

तब उन्होंने कभी भी पड़ोसन के पास तक नहीं छोड़ा, कारण तुम्हारी देखभाल कोई दूसरा अच्छी तरह नहीं करेगा, और तुम आज ऐंसा बोल रहे हो। तुम कुछ भी कहो, लेकिन माँ हमारे ही पास रहेंगी, हमेशा अंत तक।

✔ बहु की उपरोक्त बातें सुन, माँ रोने लगती है और रोती हुई ही, पूजा घर में पहुँचती है। ईश्वर के सामने खड़े होकर माँ उनका आभार मानती है
और उनसे कहती है--" भगवान, तुमने मुझे बेटी नहीं दी, इस वजह से
कितनी ही बार मैं तुम्हे भला बुरा
कहती रहती थी, लेकिन ऐंसी भाग्यलक्ष्मी देने के लिए तुम्हारा आभार मैं किस तरह मानूँ...?
*ऐंसी बहु पाकर, मेरा तो जीवन सफल हो गया, प्रभु।*

✅ मित्रो यह कहानी आज के परिवेश में बहुत महत्व रखती है कि आखिर हमारी संस्कृति को हम क्या आयाम दे रहे हैं । कृपया अधिक से अधिक शेयर करके अपने दोस्तों को भी पढ़वाएं।

     *अपनी बेटियों को जरूर ऐसे संस्कार दे*
😊🙏
🍃🍂🍃🍂🍃🎭🍃🍂   


         *"बायको"*
_तिचं आपल्या आयुष्यात येणं,_
_किती किती सुखद असतं...!_
_या नात्याला श्वासांशिवाय,_
_दुसरं कुठलंच नाव नसतं...!!_

_एका सुंदर क्षणी आपल्या,_
_घरामध्ये येते 'ती'...!_
_तिचं अख्खं आयुष्यच _आपल्याला,_
_भेट म्हणून देते 'ती'...!!_

_किती सहज बनवत जाते,_
_ती प्रत्येकाशी नातं....!_
_बघता बघता अनोळखी घर,_
_तिचंच बनून जातं....!!_

_सुखामध्ये दुःखामध्ये,_
_'ती'च सोबत असते ना..!_
_सगळं सहन करून ती,_
_तुमच्यासाठीच हसते ना.?..!!_

_सकाळपासून रात्रीपर्यंत,_
_राबत असतात तिचे हात...!_
_सासू-सासरे, मुलं, घर.._
_सतत असतं तिच्या मनात...!!_

_चहा, दूध, नाष्टा, डबे,_
_आंघोळीला गरम पाणी...!_
_प्रत्येकाची करून कामे,_
_तिची मात्र मधाळ वाणी....!!_

_सगळ्यांत शेवटी झोपते ती,_
_सगळ्यांच्याही आधी उठून...!_
_दिवसभर राबण्यासाठी,_
_ताकद एवढी आणते कुठून.?..!!_

_घरामधलं सगळं आवरून,_
_कामांसाठी बाहेर पळते....!_
_घरामध्ये नसते तेंव्हाच,_
_तिची खरी किंमत कळते...!!_

_घर होतं अस्ताव्यस्त,_
_घरामध्ये नसते जेंव्हा....!_
_तिच्याशिवाय व्हायचं कसं...?_
_मनात आपसूक येतं तेंव्हा...!!_

_म्हणूनच ती परत येते,_
_घरामध्ये पदर खोचून....!_
_बोलून दाखवते मलाच ती,_
_वरती हे टोचून टोचून...!_

_की, 'मी म्हणून टिकले...,_
_दुसरी केव्हाच गेली असती पळून....!_
_माझे महत्त्व येत नाही,_
_अजून कसे तुम्हांला कळून ?'..!!_

_राग-लोभ, रुसवे-फुगवे,_
_उणी-दुणी, मानपान...!_
_प्रत्येकाला घेते समजून,_
_जुळवून घेते कित्ती छान...!!_

_थकूनभागून आल्यावर ती,_
_हसून, चहा देते आणून...!_
_दिवसभराचे आपले कष्ट,_
_अलगदपणे घेते जाणून..!!_

_आयुष्यभर उपयोगी पडतं,_
_नेहमी तिचंच संसारी धोरण....!_
_म्हणून प्रत्येक घरात सजतं,_
_'बायको' नावाचं मखमली तोरण....!!_

_ती आहे म्हणून आहे,_
_आपल्या घरादाराला किंमत....!_
_तिला विरोध करण्याची इथं...._
_कुणात आहे हिंमत.?..!!_

_कुठून येतात आयुष्यात आपल्या,_
_इतक्या समजूतदार मुली.?..!_
_उगाच नाही म्हणत..._
_'घरोघरी मातीच्याच चुली...!!'_

_क्षणांचीही साथ नव्हे,_
_साताजन्मांची ही सोबत असते....!_
_'नवरा' आयुष्यभर 'नवरा'च राहतो,_
_'नवरी मुलगी' मात्र 'बायको' बनते....!!_

👣👣👣👣👣👣👣👣
*Dedicated to all Ladies🙏*
ये जो कुल्फी खाते हुये
एक हंथेली कुल्फी के नीचे लगाये रहते हो ना

 इसे ही गीता में *मोह* बताया है.
😂😂😜😜😜
Or
और कुल्फी खतम होने के बाद भी जो डण्डी चाटते ही रहते हैं

इसे ही गीता में *लोभ* कहा है
🙏😀🙏

😂😂😜😜😜
और डण्डी फेकने के बाद , सामने वाले की कुल्फी देखकर सोचना कि उसकी खत्म क्यों नहीं हुई,

इसे गीता मे *ईष्या* कहा गया है,  ☺😂😀😌😋
और कुल्फी खतम होने से पहले डऩ्डी से नीचे गिर जाये और केवल डण्डी हाथ मे रह जाये तब तुम्हारे मन में जो आता है....                             😁  इसे ही गीता मे *क्रोध* कहा है 😳

और इसे पढ़कर जो हसी आती है उसे मोक्ष कहते है 😝
________________________________

ये जो नींद पूरी होने के बाद भी 3 घंटे तक बिस्तर पर मगरमच्छ की तरह पड़े रहते हो ना !
शास्त्रों में इसे ही *आलस्य* कहा गया है।
😜😝😂
________________________________

ये रेस्टोरेंट में खाने के बाद जो कनस्तर भरके सोंफ और मिश्री का बुक्का मारते हो ना !!
शास्त्रों में इसे ही *"टुच्चापन"* कहा है ।।
😂😝😜
________________________________

ये जो ताला लगाने के बाद उसे पकड़ कर खींचते हो ना !!

इसे ही शास्त्रों में *'भय'* कहा गया है ।।
😜😝😂
________________________________

ये जो तुम WhatsApp पर मेसेज़ भेजने के बाद
बार बार दो नीली धारियाँ चेक
करते हो ना !

इसे ही शास्त्रों में *'उतावलापन'* कहा गया है...
_______________________________

वो जो तुम गोलगप्पे वाले से कभी मिर्च वाला 🙄 कभी सूखा 😬 कभी दही वाला 😑 कभी मीठी चटनी 🙁

वाला माँगते वक़्त उसे *"भैया"* बोलती हो ना..

बस इसी को शास्त्रों में *"शोषण"* कहा गया है  😂🐶
________________________________

र्बाइक चलाते हुए जो तुम तिरछी नजरों से गुजरने वाली हर लड़की को ताड़ते हो न,

शाश्त्रों में इसे ही *छिछोरापन* कहा गया है। 😝😜😂
________________________________

फ्रूटी खत्म होने के बाद ये जो आप स्ट्रा से सुड़प-सुड़प करके आखिरी बून्द तक पीने की कोशिश करते हो न....

शास्त्रो में इसे ही *मृगतृष्णा* कहा गया है😜😜
_________________________________

ये जो तुम लोग केले 🍌 खरीदते वक्त, अंगूर 🍇 क्या भाव दिये ? बोल के 5-7 अंगूर खा जाते हो ना......शास्त्रो में इसे ही *"अक्षम्य अपराध"* कहा गया है।😂😂😜😜😜😜
________________________________

ये जो तुम.. भंडारे में बैठकर..

खाते हुए.. रायते वाले को आता देखकर..

जल्दी से.. रायता पी लेते हो....!!
.
.
शास्त्रो में.. इसे भी *छल* कहा गया है n!!

😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
🌹🌸🍀🍁🌸🌹🌼🍂
सुप्रभात
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💐👌अच्छा दिखने के लिये मत जिओ; बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ:! 💐
💐👌जो झुक सकता है; वह सारी दुनिया को झुका सकता है:! 💐
💐👌गंगा में डुबकी लगाकर तीर्थ किये हजार; इनसे क्या होगा अगर बदले नहीं विचार:! 💐
💐👌क्रोध हवा का वह झोंका है; जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है:! 💐
💐👌अगर बुरी आदत समय पर न बदली जाये; तो बुरी आदत समय बदल देती है:! 💐
💐👌हमेशा प्रेम की भाषा बोलिए; इसे बहरे भी सुन सकते हैं; और गुंगे भी समझ सकते हैं:! 💐
💐👌चलते रहने से ही सफलता है; रुका हुआ तो पानी भी बेकार हो जाता है:! 💐
💐👌झूठे दिलासे से स्पष्ट इंकार बेहतर है:! 💐
💐👌खुद की भुल स्वीकारने में कभी संकोच मत करो:! 💐
💐👌अच्छी सोच; अच्छी भावना; अच्छा विचार; मन को हल्का करता है:! 💐
💐👌मुसीबत सब पर आती है; कोई बिखर जाता है; और कोई निखर जाता है:! 💐
💐👌सबसे अधिक समझदार वह है; जो अपनी कमियो को जानकर उनका सुधार कर सकता हो...
.
आपका दिन शुभ हो
धनतेरस का महत्व व् मुहूर्त [ Dhanteras Ka Mahatv or Muhurat ] :

धन त्रयोदशी :

धनतेरस पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है ! धन तेरस को धन त्रयोदशी या धन्वन्तरि जयंती के, जो कि आयुर्वेद के देवता का जन्म दिवस है,के रूप में भी जाना जाता है ! धनतेरस के दिन भगवान कुबेर व् श्री लक्ष्मी माता जी की पूजा का विशेष महत्व है, आज के दिन पूजा करने से श्री लक्ष्मी माँ आपको आर्थिक संपत्रता और धन धान्ये देती है ! आयुवेद के जनक धन्वन्तरि की पूजा अर्चना करने से आपके सब रोग दूर हो जाते है और आपको आरोग्य प्रदान करते है !

धनतेरस पर क्या करें ?

धनतेरस के दिन आप सब श्री लक्ष्मी जी व्  श्री गणेश जी की मिटटी की मूर्ति या सोने व् चाँदी की मूर्ति लाये , सांयकाल अपने मुख्य दरवाजे पर दीपक रखें, दीपक चावल या गेंहू के ढेरी पर जलाये, ऐसे ही दीपक लगातार ५ दिन जलाये, इस दिन बर्तन ख़रीदे, अपने घर की सही तरह से सफाई करें, जाले साफ़ करें, अपने मुख्य दरवाजे को पानी से धो लें, मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाये, घर का सारा कूड़ा बहार निकल दे, अपने शरीर की सफाई करें, नया रंग रोगन कराये यदि आपका स्वयं का ऑफिस है तो उसकी भी सफाई करें !

धनतेरस पर क्या खरीदे ? :

धनतेरस दीपावली आने की पूर्व सूचना देने वाला पर्व है, इस दिन अपने घर हो सके तो सोने या चाँदी के श्री लक्ष्मी और श्री गणेश जी की प्रतिमा लाये, कहते है की इस दिन श्री लक्ष्मी जी और श्री गणेश जी की प्रतिमा अपने घर लेट है तो आपके घर में सालों साल धन सम्पति का आगमन रहता है और आपके घर में साल भर अन्न व् धन की कमी नही रहती है ! इस दिन सोना व् चाँदी खरीदने से आपको फायदा होता है या आप धातु से बने बरतन व् गहने भी खरीदना इस दिन सबसे ज्यादा सर्वश्रेष्ठ है एसा करने से सदेव लक्ष्मी माँ की कृपा बनी रही है !

स्फटिक का श्रीयंत्र। स्फटिक का श्रीयंत्र घर लाने से लक्ष्मी घर की ओर आकर्षित होती हैं। इसलिए धनतेरस के दिन स्फटिक का श्रीयंत्र घर लाएं और दीपावली की सांय को इसे लक्ष्मी पूजन स्थल पर रखकर इसकी पूजा करें। पूजा के बाद इस श्रीयंत्र को केसरिया कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन स्थान पर रख दें, इससे सदा वहां बरकत बनी रहेगी। झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। दीपावली के मौके पर नई झाड़ू को घर लाएं। इससे नकारात्मक शक्तियां घर से बाहर जाएंगी और साफ सुथरे घर में लक्ष्मी का आगमन होगा।

कहा जाता है कि कौड़ी को घर में रखने से उस घर में कभी भी दान का आभाव नहीं रहता, इसलिए धनतेरस के दिन कौड़ी खरीद कर घर लाएं और श्री लक्ष्मी पूजा के समय इसे भी शामिल करें। पूजन के बाद इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी या धन वाले स्थान पर रख दें। वहां कभी धन की कमी नहीं होगी। धनिया धन का प्रतीक है। इसलिए इसे धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीद कर लाएं और दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा के समय इसकी भी पूजा करें। दीपावली पूजन के बाद घर के आंगन या गमलों में इसे बुरक दें। यह धनदायक है। धनतेरस के दिन घर में गूंजा लाएं क्योंकि इससे धनप्राप्ति के द्वार खुल जाते हैं। गूंजा के बीज धनतेरस के दिन लाकर घर में रख दें और लक्ष्मी पूजन के समय इन्हें भी पूजा में रखें।


धनतेरस के दिन किसी भी मंदिर जाये और अपने हाथों से केले के दो पौधे लगाएं और इन केले के दोनों पौधों की समय-समय पर देखभाल करते रहें। व् केले के बगल में कोई सुगंधित फूल का पौधा लगाएं। केले का पौधा जैसे-जैसे समय के साथ बड़ा होगा, आपके जीवन में भी आर्थिक लाभ होने लगेगा !

धनतेरस के दिन श्री लक्ष्मी पूजन करने के बाद श्री लक्ष्मी माता जी को लोंग अर्पित करे एसा आप दीपावली के दिनों तक हर दिन करे एसा करने से आपको आर्थिक लाभ होने लगेगा !

धनतेरस के दिन सफ़ेद चीजों का दान ( चावल, कपड़े, आटा, घी, चीनी आदि ) करने से आर्थिक लाभ होता है !

धनतेरस वाले दिन किसी भी किन्नर को कुछ धन दान करें और उसके बाद उससे अनुरोध करके कुछ रूपये वापस ले ले उन रूपये को किसी सफ़ेद कपडे में लपेटकर अपनी कैश तिजोरी में रख ले एसा करने से आपके जीवन में लाभ प्राप्त होगा !

लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय :

धनतेरस के दिन एसी स्थान की मिटटी ले आये जंहा मोर नाचा हो ! एसी मिटटी इसकी पूजा करें फिर इससे लाल कपडे में बांधकर अपनी तिजोरी में रख से ऐसा करने से आपके घर पर लक्ष्मी की कृपा और लक्ष्मी प्राप्ति होती रहेगी !

धनतेरस की रात से लेकर भाईदूज के दिन तक दिए गये मंत्र का जप स्फटिक या कमलगट्टे की माला से अधिक से अधिक करने से आपके उपाय मां लक्ष्मी की कृपा निरंतर बरसती रहेती है ! मंत्र : ” ऊँ ऐं क्लीं सौ: “

धनतेरस के दिन जब भी आप रसोई में कोई सा भी भोजन बनाओ उसमे से सबसे पहले गाय को निकलाकर खिलाये और उसके बाद ही स्वयं खाए ऐसा करने से आपके घर में स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है !

धनतेरस के दिन या रोज कभी भी सूर्यास्त के बाद झाड़ू व् पोंछा ना लगाये एसा करने से आपके घर की लक्ष्मी चली जाती है !

11 लघु नारियल को मां लक्ष्मी के चरणों में रखकर ” ऊं महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ” मंत्र की 2 माला का जप करें। किसी लाल कपड़े में उन लघु नारियल को लपेट कर तिजोरी में रख दें व दीपावली के दूसरे दिन किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। ऐसा करने से लक्ष्मी चिरकाल तक घर में निवास करती है।

धनतेरस के दिन हल्दी और चावल पीसकर उसके घोल से घर के मुख्य द्वार पर ‘ऊँ’ बनाने से धन आयेगा।

लाभ प्राप्ति के उपाय :

धनतेरस के दिन शुभ समय मुहूर्त पर ऐसे पेड़ की टहनी तोड़ कर लाएं, जिस पेड़ पर चमगादड़ रहते हो, उससे लाकर अपने बैठने वाली जगह पर रख दे इससे लाभ प्राप्त होगा !

समृद्धि प्राप्ति के उपाय :

धनतेरस के दिन लक्ष्मी पूजन करने के बाद एक दक्षिणावर्ती शंख ले उस शंख में दिए गये श्री लक्ष्मी मन्त्र बोलते हुए चावल के दाने व लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालें। ऐसा करने से आपके जीवन में समृद्धि का योग बनेगा। और १०८ बार मंत्र का जाप भी करें!मंत्र : ” ॐ श्रीं “

धनतेरस पर पूजा करते समय ५ लघु नारियल पूजा के स्थान पर रखकर उन नारियल पर केसर का तिलक लगाते हुए दिया हुआ मन्त्र को २७ बार जाप करें ! मंत्र : ” ऐं ह्लीं श्रीं क्लीं “

यदि आप अपने घर में समृद्धि लाना चाहते हो तो आप धनतेरस के दिन पूजन समय पर एक दक्षिणावर्ती शंख का उपयोग करें और पूजा से पहले और पूजा के बाद शंख से जल लेकर पूजा में स्थित सभी लोगो पर छिडकें. व् घर में सब जगह छिडके ऐसा करने से आपके घर पर समृद्धि की प्राप्ति होगी !




घर पर लाये चांदी के गणेश व् श्री लक्ष्मी माता :

लक्ष्मी जी व गणेश जी की चांदी की प्रतिमाओं को इस दिन घर लाना, घर- कार्यालय, व्यापारिक संस्थाओं में धन, सफलता व उन्नति को बढाता है। इस दिन भगवान धनवन्तरी समुद्र से कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिये इस दिन खास तौर से बर्तनों की खरीदारी की जाती है।

कुबेर को खुश करने के उपाय :

धनतेरस वाले दिन शुभ मुहूर्त में धूप, दीप, नैवैद्ध से पूजन करने के बाद निम्न मंत्र का जाप अधिक से अधिक करें- इस मंत्र का जाप करने से भगवन कुबेर बहुत खुश होते हैं, जिससे धन और वैभव की प्राप्ति होती है। मंत्र : “यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये, धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।”

अकाल मृत्यु से बचने का उपाय :

मान्यताओं के अनुसार जो प्राणी धनतेरस की शाम यम के नाम पर दक्षिण दिशा में दीया जलाकर रखता है उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती है।

शारीरिक परेशानी के उपाय :

यदि आप धनतेरस की संध्याकाल में घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक जलाएं तथा उस दीपक में दो काली गुंजा डाल दें तो वर्ष भर आपको आर्थिक, शारीरिक रूप से परेशानी नहीं होगी !

प्रमोशन प्राप्ति के उपाय :

यदि आपके मेहनत करते हुए भी आपको प्रमोशन नही मिल रहा है तो धनतेरस की शाम को स्नान कर पीले कपड़े पहनकर कुश के आसन पर पूर्व दिशा की और मुख करके बैठ जाये ! अपने सामने एक चोकी (पटिया) रखकर उस पर पीला कपड़ा बिछाएं। उस पर साबूत हरे मूंग की ढेरी बनाएं और उसके ऊपर 7 हकीक पत्थर रखें। इन पर केसर का तिलक लगाएं। अब स्फटिक की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करते जाएं और हकीक के ऊपर फूल चढ़ाते जाएं। कम से कम 7 माला जप अवश्य करें। दूसरे दिन माला सहित सभी सामग्री को लाल कपड़े में लपेटकर बहते जल में बहा दें। मंत्र- ऊँ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी। च धीमहि तन्नौ लक्ष्मी प्रचोदयात्।।



धनतेरस पूजा विधि [ Dhanteras Puja Vidhi ] :

पूजन की सामग्री :

मिटटी के चोमुखी दीपक, चार बत्तियां, एक छेद की हुई कोड़ी, घी, जल से भरा लोटा, पंचपात्र में जल, एक चम्मच, फुल, रोली, दक्षिणा, चावल, मिठाई, खील और बतासे, सुहाली, शक्कर, गुड़, चोकी, रोली, आसन आदि !

पूजन की विधि :

धनतेरस की पूजा संध्या समय में तारे निकलने के बाद होती है पाटे या चोकी पर लिया हुआ चोमुखी दीपक घी से भरा हुआ रख लें,और उसके बाद उसकी चारों बत्तियां जलाए,इस दीपक में कुछ कोड़ी भी डाल दें, दीपक के चारों और जल से छीटें देकर रोली से तिलक लगाये !इस दीपक को यम दीपक कहते है ! इसके बाद ४ सुहाली,थोडा सा गुड व् शक्कर, खील व् बातसे, फुल व् दक्षिणा चदाये, एसा करने के बाद परिवार के हर सदस्यों के तिलक लगाये दीपक के ४ परिक्रमा करके प्रणाम करें पूजा करते समय दिया गया निम्न मंत्र उच्चारण करें : त्रियोदश्यां दीपदानात सूर्यज: प्रियतामिति !

उसके बाद घर का कोई भी एक सस्द्य अपने सर को कपडे से ढक कर दीपक को अपने घर के मुख्य दरवाजे के सीधे हाथ की तरफ रख दें, दीपक जलने वाले सदस्य को दक्षिणा दे, इस दिन ब्राह्मण व् जरुरतमद लोगों को जूते या छाते का दान किया जाता है !

धनतेरस श्री लक्ष्मी पूजा विधि :

पूजन सामग्री :

दक्षिणावर्ती शंख,केसर,गंगाजल पात्र,धूप,अगरबत्ती,दीपक,लाल वस्त्र !

धनतेरस लक्षमी पूजन मन्त्र :

“ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नम:”

धनतेरस कुबेर पूजन मन्त्र :

“यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।”

धनतेरस श्री लक्ष्मी पूजा विधि :

धन तेरस की पूजन विधि संध्या काल में सूर्यास्त के पश्चात प्रारम्भ की जाती है ! स्थिर लग्न में यदि पूजा कि जाये तो माता लक्ष्मी जी का घर व प्रतिष्ठान में स्थायी रूप से वास होता है ! लक्ष्मी जी के चित्र के समक्ष लाल रंग का वस्त्र रखकर उस पर दक्षिणावर्ती शंख स्थापित करें ! केसर से शंख पर स्वस्तिक बनाये फिर कुमकुम से तिलक करें ! तत्पश्चात स्फटिक की माला से उपरोक्त दिए गये मन्त्र की 7 माला तीन दिन तक जाप करें ! मन्त्र सिद्ध हो जायेगा जाप पूर्ण होने पर लाल वस्त्र में शंख को बाँध कर अपने पूजा स्थान में स्थापित करें जब तक घर में यह शंख रहेगा निरंतर उन्नति होती रहेगी ! इस दिन अन्नपूर्ण स्रोत्र व् कनकधारा स्रोत्र का पाठ करने का भी विधान है !

धन तेरस के दिन यदि आप कोई भी नवीन वस्तु लायें तो उस पर उपरोक्त केसर से ॐ स्वस्तिक इत्यादि का तिलक कर माँ लक्ष्मी माता व गणेश जी से मंगल कामना करके उस वस्तु का प्रयोग शुरू कर सकते हैं !

धन तेरस के अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक आइटम जैसे फ्रिज लेपटॉप वाशिंग मशीन टीवी कंप्यूटर मोबाइल इत्यादि व कार मोटर सायकल जैसे साधन पीली वस्तु धातु सोना चांदी इत्यादि खरीदे जा सकते हैं ! भूमि भवन बर्तन इत्यादि भी खरीदे जा सकते हैं तथा गृह पूजन प्रवेश नवीन व्यापार के लिये सर्वोत्तम समय है !

पहली बार किसी कविता को पढ़कर आंसू आ गए । 😔😔

दुध पिलाया जिसने छाती से निचोड़कर
मैं 'निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका । 😭

बुढापे का "सहारा,, हूँ 'अहसास' दिला न सका
पेट पर सुलाने वाली को 'मखमल, पर सुला न सका । 😭

वो 'भूखी, सो गई 'बहू, के 'डर, से एकबार मांगकर
मैं "सुकुन,, के 'दो, निवाले उसे खिला न सका । 😭

नजरें उन 'बुढी, "आंखों से कभी मिला न सका ।
वो 'दर्द, सहती रही में खटिया पर तिलमिला न सका । 😔

जो हर "जीवनभर" 'ममता, के रंग पहनाती रही मुझे
उसे "दिवाली  पर दो 'जोड़ी, कपडे सिला न सका । 😭

"बिमार बिस्तर से उसे 'शिफा, दिला न सका ।
'खर्च के डर से उसे बड़े अस्पताल, ले जा न सका । 😔

"माँ" के बेटा कहकर 'दम,तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ,
'दवाई, इतनी भी "महंगी,, न थी के मैं ला ना सका । 😭

माँ तो माँ होती हे भाईयों माँ अगर कभी गुस्से मे गाली भी दे तो उसे उसका "Duaa" समझकर भूला देना चाहिए|✨,, ✨

🔴🔴🔴🔴🤒🤒🤒🔴🔴🔴🔴 *क्या बुखार ने तोड़ कर रख दिया*
🔴🔴🔴🔴🤒🤒🤒🔴🔴🔴🔴                                  मित्रों नमस्कार🙏 *शरद ऋतु(मध्य सितंबर से मध्य नवंबर)में विभिन्न प्रकार के रोग पनपते हैं, उनमें से बुखार होना एक आम बात है,ऐसा आयुर्वेद ग्रंथो में पहले से ही नीहित है*

♦ *इस मौसम में होने वाले ज्वर को ग्रंथो अनुसार वात श्लैषमिक ज्वर कहा जाता है जिसे आजकल डेंगू,चिकनगुनिया कहा जाता है* और  आधुनिक चिकित्सा इस आसान से ज्वर प्रबंधन तक में आजकल फ़ेल दिखता है और *दु:ख की बात तो ये कि जिस ज्वर के लिये आज तक यें कहते थे कि "इससे कोई मरता नही,आजकल केवल आधुनिक चिकित्सा का सहारा लेने वाले इस  बुखार के कारण खूब मर रहे हैं,यह इन चिकित्सको की बहुत बडी नाकामी है*  

♦ *बुखार ठीक होने के बाद भी यह अनेक रोग जैसे जोड़ के दर्द,पेट के रोग अपने पीछे छोड़ देता है,इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि व्यक्ति हैवी एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल आदि खाकर बुखार से निजात पाना चाहता हैl* आज मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि *डेंगू,चिकनगुनिया बुखार पर काबू पाने के लिए आप केवल आधुनिक चिकित्सा का सहारा न ले बल्कि साथ ही साथ आयुष चिकित्सा से बुखार का प्रबंधन करें क्योंकि यह बुखार उतरने के बाद आपको किसी अन्य बीमारी से बचा कर रखेगा* व किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट से दूर रखेगाl
                                             
♦ *ऐसे ज्वर के रोगी को चाहिए कि वह एक जगह मिली हुई बराबर मात्रा में पीपल (जो गरम मसाले में डाली जाती है)पीपला मूल,चव्य,चित्रक और सोंठ के काढे को पीता रहेl*                                               *भूख लगने पर* मूंग की दाल की     खिचड़ी,फलों का स्वरस आदि लेता रहे,  दूध हल्दी डाले बिना न पियेंl        
                                               
💊 *औषधि के रूप में* गोदंती भस्म  250-250मिलीग्राम, चौसठ प्रहरी पीपल-250 मिलिग्राम ,लक्ष्मी विलास रस एक गोली अदरक रस के साथ शहद मिलाकर चाटते रहेl *बुखार के पांचवे,छठे और सातवे दिन* महाज्वरांकुश की 2-2 गोली चीनी के एक कप शरबत के साथ सुबह खाली पेट देंl        
                                             
🍵 *औषधि देने के बाद नित्य चार-पांच बार तक हल्के मरोड़ के साथ दस्त लग सकते हैं घबरायें नही* व *दस्त बंद होने पर भूख लगने पर* मूंग की दाल का पानी और फलों का रस देंl *सातवे दिन* से परवल की सब्जी और मूंग की दाल की चावल की खिचड़ी सेवन करें,यही पथ्य कम से कम 5 दिन तक निभायेंl      
                         
😀रोगी पूर्ण आराम करें तथा शारीरिक मानसिक परिश्रम मैथून, पैदल चलना,स्नान का तब तक त्याग रखें जब तक की पूर्ववत्त बल न आ जाए l      
               
😀 *इस प्रकार की चिकित्सा से रोगी का ज्वर भी मिटता है तथा भूख भी अच्छी लगने लगती है* तथा निर्बलता दूर हो जाती है और सबसे बड़ी बात यह होती है कि वर्ष भर उन्हें ज्वर नहीं लौटताlसाथ ही अन्य रोगों की जड़ कट जाती है, *प्लेटलेट काउंट घटने जैसी समस्या का तो सवाल ही नहींl*                     🙏 *ईश्वर आपको स्वस्थ रखे*  
🔴🔴🔴🔴🤒🤒🤒🔴🔴🔴🔴
🙏🙏
Is massage ko tabhi padna jab aap isko forwd kar sake😥

💇💇💇💇💇💇💇

एक औरत गर्भ से थी
पति को जब पता लगा
की कोख में बेटी हैं तो
वो उसका गर्भपात
करवाना चाहते हैं
दुःखी होकर पत्नी अपने
पति से क्या कहती हैं :-

👧👧👧👧👧👧👧👧
🙏सुनो,
ना मारो इस नन्ही कलि को,
वो खूब सारा प्यार हम पर
लुटायेगी,
जितने भी टूटे हैं सपने,
फिर से वो सब सजाएगी..

👼👼👼👼👼👼👼
😒सुनो,
ना मारो इस नन्ही कलि को,
जब जब घर आओगे
तुम्हे खूब हंसाएगी,
तुम प्यार ना करना
बेशक उसको,
वो अपना प्यार लुटाएगी..

👸👸👸👸👸👸👸👸👸
😡सुनो
ना मारो इस नन्ही कलि को,
हर काम की चिंता
एक पल में भगाएगी,
किस्मत को दोष ना दो,
वो अपना घर
आंगन महकाएगी..

💇💇💇💇💇💇💇💇💇💇
😑ये सब सुन पति
अपनी पत्नी को कहता हैं :-

👧👧👧👧👧👧👧
👩सुनो
में भी नही चाहता मारना
इसनन्ही कलि को,
तुम क्या जानो,
प्यार नहीं हैं
क्या मुझको अपनी परी से,
पर डरता हूँ
समाज में हो रही रोज रोज
की दरिंदगी से..

👼👼👼👼👼👼👼😿
😳क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचा पाएगी,
क्यूँ ना मारू में इस कलि को,
वो बहार नोची जाएगी..
में प्यार इसे खूब दूंगा,
पर बहार किस किस से
बचाऊंगा,
👸👸👸👸👸👸👸👸
😨जब उठेगी हर तरफ से
नजरें, तो रोक खुद को
ना पाउँगा..
क्या तू अपनी नन्ही परी को,
इस दौर में लाना चाहोगी,

👨👨👨👨👨👨👨👨👨👨
😞जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सह पाओगी,
क्यों ना मारू में अपनी नन्ही परी को, क्या बीती होगी उनपे,
जिन्हें मिला हैं ऐसा नजराना,
क्या तू भी अपनी परी को
ऐसी मौत दिलाना चाहोगी..

🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅
👼ये सुनकर गर्भ से
आवाज आती है…..ं
सुनो माँ पापा-
मैं आपकी बेटी हूँ
मेरी भी सुनो :-

👧👧👧👧👧👧👧👧
🙆पापा सुनो ना,
साथ देना आप मेरा,
मजबूत बनाना मेरे हौसले को,
घर लक्ष्मी है आपकी बेटी,
वक्त पड़ने पर मैं काली भी बन जाऊँगी

👸👸👸👸👸👸👸👸
💁पापा सुनो,
ना मारो अपनी नन्ही कलि को, तुम उड़ान देना मेरे हर वजूद को,
में भी कल्पना चावला की तरह, ऊँची उड़ान भर जाऊँगी..

👧👧👧👧👧👧👧👧
🙅पापा सुनो,
ना मारो अपनी नन्ही कलि को, आप बन जाना मेरी छत्र छाया,
में झाँसी की रानी की तरह खुद की गैरो से लाज बचाऊँगी…

👼👼👼👼👼👼👼👼👼
😗पति (पिता) ये सुन कर
मौन हो गया और उसने अपने फैसले पर शर्मिंदगी महसूस
करने लगा और कहता हैं
अपनी बेटी से :-

👵👵👵👵👵👵👵👵👵👵
😞मैं अब कैसे तुझसे
नजरे मिलाऊंगा,
चल पड़ा था तेरा गला दबाने,
अब कैसे खुद को तेरेे सामने लाऊंगा,
मुझे माफ़ करना
ऐ मेरी बेटी, तुझे इस दुनियां में
सम्मान से लाऊंगा..

👧👧👧👧👧👧👧👧👧
😣वहशी हैं ये दुनिया
तो क्या हुआ, तुझे मैं दुनिया की सबसे बहादुर बिटिया
बनाऊंगा.

👶👶👶👶👶👶👶👶
👨मेरी इस गलती की
मुझे है शर्म,
घर घर जा के सबका
भ्रम मिटाऊंगा
बेटियां बोझ नहीं होती..
अब सारे समाज में
अलख जगाऊंगा!!!


Thursday, October 27, 2016

एक किसान की मन की बात:-
😞😞😞😞😞😞😞😞😞
कहते हैं..

इन्सान सपना देखता है
तो वो ज़रूर पूरा होता है.
मगर
किसान के सपने
कभी पूरे नहीं होते
बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है.

बड़ा खुश होते हुए जाता है.

बच्चों से कहता है
आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊंगा फल और मिठाई भी लाऊंगा,

पत्नी से कहता है..
तुम्हारी साड़ी भी कितनी पुरानी हो गई है फटने भी लगी है आज एक साड़ी नई लेता आऊंगा.
😞😞😞😞😞
पत्नी:–”अरे नही जी..!”
“ये तो अभी ठीक है..!”
“आप तो अपने लिये
जूते ही लेते आना कितने पुराने हो गये हैं और फट भी तो गये हैं..!”

जब
किसान मंडी पहुँचता है .

ये उसकी मजबूरी है
वो अपने माल की कीमत खुद नहीं लगा पाता.

व्यापारी
उसके माल की कीमत
अपने हिसाब से तय करते हैं.

एक
साबुन की टिकिया पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

एक
माचिस की डिब्बी पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

लेकिन किसान
अपने माल की कीमत खु़द नहीं कर पाता .

खैर..
माल बिक जाता है,
लेकिन कीमत
उसकी सोच अनुरूप नहीं मिल पाती.

माल तौलाई के बाद
जब पेमेन्ट मिलता है.

वो सोचता है
इसमें से दवाई वाले को देना है, खाद वाले को देना है, मज़दूर को देना है ,

अरे हाँ,
बिजली का बिल
भी तो जमा करना है.

सारा हिसाब
लगाने के बाद कुछ बचता ही नहीं.

वो मायूस हो
घर लौट आता है
बच्चे उसे बाहर ही इन्तज़ार करते हुए मिल जाते हैं.

“पिताजी..! पिताजी..!” कहते हुये उससे लिपट जाते हैं और पूछते हैं:-
“हमारे नये कपडे़ नहीं ला़ये..?”

पिता:–”वो क्या है बेटा..,
कि बाजार में अच्छे कपडे़ मिले ही नहीं,
दुकानदार कह रहा था
इस बार दिवाली पर अच्छे कपडे़ आयेंगे तब ले लेंगे..!”

पत्नी समझ जाती है, फसल
कम भाव में बिकी है,
वो बच्चों को समझा कर बाहर भेज देती है.

पति:–”अरे हाँ..!”
“तुम्हारी साड़ी भी नहीं ला पाया..!”

पत्नी:–”कोई बात नहीं जी, हम बाद में ले लेंगे लेकिन आप अपने जूते तो ले आते..!”

पति:– “अरे वो तो मैं भूल ही गया..!”

पत्नी भी पति के साथ सालों से है पति का मायूस चेहरा और बात करने के तरीके से ही उसकी परेशानी समझ जाती है
लेकिन फिर भी पति को दिलासा देती है .

और अपनी नम आँखों को साड़ी के पल्लू से छिपाती रसोई की ओर चली जाती है.

फिर अगले दिन
सुबह पूरा परिवार एक नयी उम्मीद ,
एक नई आशा एक नये सपने के साथ नई फसल की तैयारी के लिये जुट जाता है.
….

ये कहानी
हर छोटे और मध्यम किसान की ज़िन्दगी में हर साल दोहराई जाती है
…..

हम ये नहीं कहते
कि हर बार फसल के
सही दाम नहीं मिलते,

लेकिन
जब भी कभी दाम बढ़ें, मीडिया वाले कैमरा ले के मंडी पहुच जाते हैं और खबर को दिन में दस दस बार दिखाते हैं.

कैमरे के सामने शहरी महिलायें हाथ में बास्केट ले कर अपना मेकअप ठीक करती मुस्कराती हुई कहती हैं..
सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं हमारी रसोई का बजट ही बिगड़ गया.
………

कभी अपने बास्केट को कोने में रख कर किसी खेत में जा कर किसान की हालत तो देखिये.

वो किस तरह
फसल को पानी देता है.

१५ लीटर दवाई से भरी हुई टंकी पीठ पर लाद कर छिङ़काव करता है,

२० किलो खाद की
तगाड़ी उठा कर खेतों में घूम-घूम कर फसल को खाद देता है.

अघोषित बिजली कटौती के चलते रात-रात भर बिजली चालू होने के इन्तज़ार में जागता है.

चिलचिलाती धूप में
सिर का पसीना पैर तक बहाता है.

ज़हरीले जन्तुओं
का डर होते भी
खेतों में नंगे पैर घूमता है.

पहली बार किसी कविता को पढ़कर आंसू आ गए । 😔😔

दुध पिलाया जिसने छाती से निचोड़कर
मैं 'निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका । 😭

बुढापे का "सहारा,, हूँ 'अहसास' दिला न सका
पेट पर सुलाने वाली को 'मखमल, पर सुला न सका । 😭

वो 'भूखी, सो गई 'बहू, के 'डर, से एकबार मांगकर
मैं "सुकुन,, के 'दो, निवाले उसे खिला न सका । 😭

नजरें उन 'बुढी, "आंखों से कभी मिला न सका ।
वो 'दर्द, सहती रही में खटिया पर तिलमिला न सका । 😔

जो हर "जीवनभर" 'ममता, के रंग पहनाती रही मुझे
उसे "दिवाली  पर दो 'जोड़ी, कपडे सिला न सका । 😭

"बिमार बिस्तर से उसे 'शिफा, दिला न सका ।
'खर्च के डर से उसे बड़े अस्पताल, ले जा न सका । 😔

"माँ" के बेटा कहकर 'दम,तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ,
'दवाई, इतनी भी "महंगी,, न थी के मैं ला ना सका । 😭

माँ तो माँ होती हे भाईयों माँ अगर कभी गुस्से मे गाली भी दे तो उसे उसका "Duaa" समझकर भूला देना चाहिए|✨,, ✨

मैं  यह वादा करता  अगर यह पोस्ट आप दस ग्रुप मे भेजोगे तो कम से कम दो लड़के ईस पोस्ट को पढ कर अपनी माँ के बारे मे सोचेंगे जरुर!!!!!!!! 😔
🔅 *दही का इन्तजाम*🔅
▫गुप्ता जी जब लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था।

▫लोगों ने दुसरी शादी की सलाह दी परन्तु गुप्ता जी ने यह कहकर मना कर दिया कि पुत्र के रूप में पत्नी की दी हुई भेंट मेरे पास हैं, इसी के साथ पूरी जिन्दगी अच्छे से कट जाएगी।
▫पुत्र जब वयस्क हुआ तो गुप्ता जी ने पूरा कारोबार पुत्र के हवाले कर दिया। स्वयं कभी मंदिर और औफिस में बैठकर समय व्यतीत करने लगे।
▫पुत्र की शादी के बाद गुप्ता जी और अधिक निश्चित हो गये। पूरा घर बहू को सुपुर्द कर दिया।
▫पुत्र की शादी के लगभग एक वर्ष बाद दुपहरी में गुप्ता जी खाना खा रहे थे, पुत्र भी ऑफिस से आ गया था और हाथ–मुँह धोकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था।
▫उसने सुना कि पिता जी ने बहू से खाने के साथ दही माँगा और बहू ने जवाब दिया कि आज घर में दही उपलब्ध नहीं है।
▫खाना खाकर पिताजी ऑफिस चले गये। पुत्र अपनी पत्नी के साथ खाना खाने बैठा।

▫खाने में प्याला भरा हुआ दही भी था। पुत्र ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और खाना खाकर स्वयं भी ऑफिस चला गया।
▫लगभग दस दिन बाद पुत्र ने गुप्ता जी से कहा- *"पापा आज आपको कोर्ट चलना है,आज आपका विवाह होने जा रहा है।’’*
▫पिता ने आश्चर्य से पुत्र की तरफ देखा और कहा-‘‘बेटा मुझे पत्नी की आवश्यकता नही है और मैं तुझे इतना स्नेह देता हूँ कि शायद तुझे भी माँ की जरूरत नहीं है, फिर दूसरा विवाह क्यों?’’
पुत्र ने कहा  *"पिता जी, न तो मै अपने लिए माँ ला रहा हूँ न आपके लिए पत्नी,मैं तो केवल आपके लिये दही का इन्तजाम कर रहा हुँ|*

▫कल से मै किराए के मकान मे आपकी बहू के साथ रहूँगा तथा ऑफिस मे एक कर्मचारी की तरह वेतन लूँगा
*…ताकि आपकी बहू को दही की कीमत का पता चले।’’* {🙏}.
बहुत ही सुंदर पंक्तियां , फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....


✨पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..

जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे  स्वरुप को धारण किया है....

अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..

अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है

जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,

जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।

पर
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..

थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए|
Vry gud evening ji
बहुत ही सुंदर पंक्तियां , फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....


✨पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..

जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे  स्वरुप को धारण किया है....

अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..

अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है

जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,

जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।

पर
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..

थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए|
Vry gud evening ji
गर तुम नही तो ये साँसो में मेरी कौन चलता है

कौन है जो तबियत में मचलता है

कौन है जो धड़कनों में धड़कता है

कौन है जो खाबों में दिखता है

कौन है जो लबों पर मुसकराता है

कौन है जो आँखो में झलकता है

कौन है जो मुझे अहसासों में महसूस होता है

कौन है जो मुझे मेरा बस मेरा लगता है

कौन है जो मुझे जीने की चाह देता है

कोन है जो मुझे खुद से जोड़े रहता है

तुम ही तो हो जो मुझे मेरे लगते हो

तुम ही तो हो जो मुझे यादों मे घेरे रहते हो

तुम हो हाँ तुम ही हो जो मुझे छुप छुप के देखा करते हो

हाँ मैंने महसूस किया है तुम मुझसे कहा करते हो

तुम मुझसे बस मुझसे ही मोहबत करते हो

अब ये महज खयाल हो मेरे

लेकिन यही जीने के सहारा हैं मेरे

तुमको कसम है खयालों में तो रहना

जवाबों ना मिलो भले तुम मेरे सवालों में तो रहना
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     दुनियादारी    के    चक्कर    में,
     छूटल             आपन        गाँव ।

     छूट  गयल   सब   ताल  तलैया,
     बड़का      पीपल     के     छाँव ।।


     काली   माई,   डीह    बाबा के
     होइ    गयल   दुरलभ  दर्शन।

     सइयद  बाबा,  बरमबाबा  बिन,
     लागै     नाही      आपन     मन ।।


     छूट   गयन    सब   संगी  साथी,
     रामायण    गाइब    छूट    गयल ।

     खेल   कबड्डी    छूटल    भयवा,
     नहर     नहाइब     छूट     गयल ।।


     ताजी   ताजी    मूरई,    धनिया,
     हरियर    मरचा     छूट    गयल ।

     ऊख    चूहाई,     चेफ    नपाई,
     होरहा    दाना    छूट     गयल ।।


     रेवरा       छिउरा     तिरमुहानी,
     बड़का    मेला     छूट     गयल ।

     राम   लक्ष्मण  के  रूप   निकरै,
     गाँव      डरामा     छूट    गयल ।।


     गुड़  के  रस,    आमे  के पन्ना,
     गर्मी  के  सतुआ  छूट  गयल ।

     घर  बाहर    अवरा  के नीचे,
     बट्टी    चोखा     छूट    गयल ।।


     गाय  भईस  के इंनरी छूटल,
     हर    हरवाही     छूट   गइल ।

     खेत  कियारी   हुक्का  पानी,
     प्रीत    परानी      टूट    गइल ।।

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Wednesday, October 26, 2016

समझ नही आता????

बैंक वाले पेन बांधकर रखते हैं

मेडिकल स्टोर वाले केंची बांधकर रखते है

झेरॉक्स वाले स्टेपलर बांधकर रखते है

प्याऊ वाले ग्लास बांधकर रखते हैं

बड़े बड़े घर वाले कुत्ता बांधकर रखते हैं

लड़कियाँ मुंह बांधकर रखती हैं।
और
पत्नियां पति को बांधकर रखती है

किसी को किसी पर भरोसा है कि नहीं 😜😜😜😜
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🙏🏻 अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
          बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ

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  🙏🏻 जो *झुक* सकता है वह सारी
          दुनिया को *झुका* सकता है

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  🙏🏻 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
          तो बुरी आदत *समय बदल देती* है

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  🙏🏻 चलते रहने से ही *सफलता* है,
          रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है

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  🙏🏻 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है

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  🙏🏻 अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
          अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है

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  🙏🏻 मुसीबत सब पर आती है,
          कोई *बिखर* जाता है
            और कोई *निखर* जाता है

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