Saturday, October 29, 2016

.         पैर  की  मोच
                और
           छोटी   सोच ,
             हमें   आगे
         बढ़ने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

          टूटी   कलम
                  और
         औरो   से   जलन ,
         खुद   का   भाग्य
         लिखने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

           काम   का   आलस
                   और
           पैसो   का   लालच ,
                हमें   महान
           बनने   नहीं   देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

.          अपना   मजहब   उंचा
                         और
           गैरो   का   ओछा ,  
     ये    सोच    हमें    इन्सान
          बनने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

👌दुनिया   में   सब   चीज
            मिल   जाती   है,......
      केवल   अपनी   गलती
            नहीं   मिलती.........

😔😔😔😔😔😔😔😔

भगवान   से   वरदान   माँगा
     कि   दुश्मनों   से
         पीछा   छुड़वा   दो ,
            अचानक   दोस्त
                कम   हो   गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔

" जितनी   भीड़ ,
     बढ़   रही
       ज़माने   में........।
         लोग   उतनें   ही ,
           अकेले   होते
             जा   रहे   हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔

इस   दुनिया   के
   लोग   भी   कितने
      अजीब   है   ना ;

          सारे   खिलौने
             छोड़   कर
                जज़बातों   से
                   खेलते   हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे   पर   तैरने   वाली
   लाश   को   देखकर
      ये   समझ   आया........
         बोझ   शरीर   का  नही
            साँसों   का   था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

दोस्तो   के   साथ
   जीने   का   इक   मौका
      दे   दे   ऐ   खुदा...........
         तेरे   साथ   तो
            हम   मरने   के   बाद
              भी   रह   लेंगे........

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख   हज़ार
    साल   में  बस  इतनी
       सी   बदली   है…........
          तब   दौर
             पत्थर   का   था
                अब   लोग
                   पत्थर   के  हैं..."

👑👑👑👑👑👑👑👑
    स्वर्ग  का  सपना  छोड़  दो,
    नर्क   का   डर   छोड़   दो ,
    कौन   जाने   क्या   पाप ,
              क्या   पुण्य ,
                   बस............
    किसी   का   दिल   न   दुखे
    अपने   स्वार्थ   के   लिए ,
               बाकी   सब
  कुदरत   पर   छोड़   दो.......
.  🙏   🙏   🙏   🙏   🙏
⛳नरक चतुर्दशी-काली चौदस- छोटी दिवाली की हार्दिक बधाई ⛳

🔥नरक चतुर्दशी की जिसे छोटी दीपावली भी कहते हैं। इसे छोटी दीपावली इसलिए कहा जाता है क्योंकि दीपावली से एक दिन पहले रात के वक्त उसी प्रकार दीए की रोशनी से रात के तिमिर को प्रकाश पुंज से दूर भगा दिया जाता है जैसे दीपावली की रात। इस रात दीए जलाने की प्रथा के संदर्भ में कई पौराणिक कथाएं और लोकमान्यताएं हैं।.                                                                                                                                                    🔥एक कथा के अनुसार आज के दिन ही भगवान श्री कृष्ण ने अत्याचारी और दुराचारी दु्र्दान्त असुर नरकासुर का वध किया था और सोलह हजार एक सौ कन्याओं को नरकासुर के बंदी गृह से मुक्त कर उन्हें सम्मान प्रदान किया था। इस उपलक्ष में दीयों की बारत सजायी जाती है।

🔥इस दिन के व्रत और पूजा के संदर्भ में एक अन्य कथा यह है कि रन्ति देव नामक एक पुण्यात्मा और धर्मात्मा राजा थे। उन्होंने अनजाने में भी कोई पाप नहीं किया था लेकिन जब मृत्यु का समय आया तो उनके समझ यमदूत आ खड़े हुए। यमदूत को सामने देख राजा अचंभित हुए और बोले मैंने तो कभी कोई पाप कर्म नहीं किया फिर आप लोग मुझे लेने क्यों आए हो क्योंकि आपके यहां आने का मतलब है कि मुझे नर्क जाना होगा। आप मुझ पर कृपा करें और बताएं कि मेरे किस अपराध के कारण मुझे नरक जाना पड़ रहा है। पुण्यात्मा राज की अनुनय भरी वाणी सुनकर यमदूत ने कहा हे राजन् एक बार आपके द्वार से एक ब्राह्मण भूखा लौट गया यह उसी पापकर्म का फल है।

🔥दूतों की इस प्रकार कहने पर राजा ने यमदूतों से कहा कि मैं आपसे विनती करता हूं कि मुझे वर्ष का और समय दे दे। यमदूतों ने राजा को एक वर्ष की मोहलत दे दी। राजा अपनी परेशानी लेकर ऋषियों के पास पहुंचा और उन्हें सब वृतान्त कहकर उनसे पूछा कि कृपया इस पाप से मुक्ति का क्या उपाय है। ऋषि बोले हे राजन् आप कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का व्रत करें और ब्रह्मणों को भोजन करवा कर उनसे अनके प्रति हुए अपने अपराधों के लिए क्षमा याचना करें।

🔥राजा ने वैसा ही किया जैसा ऋषियों ने उन्हें बताया। इस प्रकार राजा पाप मुक्त हुए और उन्हें विष्णु लोक में स्थान प्राप्त हुआ।.                                                        🔥उस दिन से पाप और नर्क से मुक्ति हेतु भूलोक में कार्तिक चतुर्दशी के दिन का व्रत प्रचलित है। इस दिन सूर्योदय से पूर्व उठकर तेल लगाकर और पानी में चिरचिरी के पत्ते डालकर उससे स्नान करने का बड़ा महात्मय है। स्नान के पश्चात विष्णु मंदिर और कृष्ण मंदिर में भगवान का दर्शन करना अत्यंत पुण्यदायक कहा गया है। इससे पाप कटता है और रूप सौन्दर्य की प्राप्ति होती है।

🔥कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को उपरोक्त कारणों से नरक चतुर्दशी, रूप चतुर्दशी काली चौदस और छोटी दीपावली के नाम से जाना जाता है

Friday, October 28, 2016



दीपावली स्पेशल:-

दीपावली में हर व्यक्ति चाहता है की लक्ष्मी उस पर मेहरबान हो लक्ष्मी देवी को प्रसन्न करने और दीपावली पर धन पाने के कुछ अचूक उपाय बतलाये जा रहे है आशा है इनका प्रयोग कर पाठक गण इसका लाभ उठा सकेंगे ये उपाय इस प्रकार है:-

(1)-दीपावली पूजन में 11 कोड़ियां, 21 कमलगट्टा, 25 ग्राम पीली सरसों लक्ष्मीजी को चढ़ाएं (एक प्लेट में रखकर अर्पण करें)। अगले दिन तीनों चीजें लाल या पीले कपड़े में बांधकर तिजौरी में या जहां पैसा रखते हों वहां , रख दें।

(2)- दीपावली के दिन अशोक वृक्ष की जड़ का पूजन करने से घर में धन-संपत्ति की वृद्धि होती है।

(3)- दीपावली के दिन पानी का नया घड़ा लाकर पानी भरकर रसोई में कपड़े से ढंककर रखने से घर में बरक्कत और खुशहाली बनी रहती है।

(4)- धनतेरस के दिन हल्दी और चावल पीसकर उसके घोल से घर के मुख्य दरवाजे पर ऊँ बनाने से घर में लक्ष्मीजी (धन) का आगमन बना ही रहता है।

(5)- नरक चतुर्दशी छोटी दीपावली को प्रात:काल अगर हाथी मिल जाए तो उसे गन्ना या मीठा जरूर खिलाने से अनिष्ठों, जटिल मुसीबतों से मुक्ति मिलती है। अनहोनी से सदैव रक्षा होती है।

(6)- दीपावली के पूजन के बाद शंख और डमरू बजाने से घर की दरिद्रता दूर होती है और लक्ष्मीजी का आगमन बना रहता है।

(7)- दीपावली के दिन पति-पत्नी सुबह लक्ष्मी-नारायण विष्णु मंदिर जाएं और एक साथ लक्ष्मी-नारायणजी को वस्त्र अर्पण करने से कभी भी धन की कमी नहीं रहेगी। संतान दिन दूनी, रात चौगुनी तरक्की करेगी।

(8)- दीपावली के दिन इमली के पेड़ की छोटी टहनी लाकर अपनी तिजेरी या धन रखने के स्थान पर रखने से धन में दिनोंदिन वृद्धि होती है।

(9)- दीपावली के दिन काली हल्दी को सिंदूर और धूप दीप से पूजन करने के बाद 2 चाँदी के सिक्कों के साथ लाल कपड़े में लपेटकर धन स्थान पर रखने से आर्थिक समस्याएं कभी नहीं रहतीं।

(10)- दीपावली के अगले दिन गाय के गोबर का दीपक बनाकर उसमें पुराने गुड़ की एक डली और मीठा तेल डालकर दीपक जलाकर घर के मुख्य द्वार के बीचोंबीच रख दें। इससे घर में सुख-समृद्धि दिनों दिन बढ़ती रहेगी।

(11)- दीपावली के दिन मुक्तिधाम (श्मशानभूमि) में स्थित शिव मंदिर में जाकर दूध में शहद मिलाकर चढ़ाने से सट्टे और शेयर बाजार से धन अवश्य ही मिलता है।

(12)- दीपावली के दिन नया झाड़ू खरीदकर लाएं। पूजा से पहले उससे पूजा स्थान की सफाई कर उसे छुपाकर एक तरफ रख दें। अगले दिन से उसका उपयोग करें, इससे दरिद्रता का नाश होगा और लक्ष्मीजी का आगमन बना रहेगा।

(13)- दीपावली के दिन एक चाँदी की बाँसुरी राधा-कृष्णजी के मंदिर में चढ़ाने के बाद 43 दिन लगातार भगवान श्रीकृष्णजी के कोई भी मंत्र का जाप करें। गाय को चारा खिलाएं और संतान प्राप्ति के लिए प्रार्थना करें। निश्चय ही भगवान श्रीकृष्णजी की कृपा से आपको संतान प्राप्ति अवश्य ही होगी।

(14)- दीपावली पर गणेश-लक्ष्मीजी की मूर्ति खरीदते समय यह अवश्य ही देखें कि गणेशजी की सूंड़ गणेशजी की दांयी भुजा की ओर जरूर मुड़ी हो। इनकी पूजा दीपावली में करने से घर में रिद्धि-सिद्धि धनसंपदा में बढ़ोत्तरी, संतान की प्रतिष्ठा दिनोंदिन बढ़ती है।

(15)- भाईदूज के एक दिन एक मुट्ठी साबुत बासमती चावल बहते हुए पानी में महालक्ष्मीजी का स्मरण करते हुए छोड़ने से धन-धान्य में दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती है।

(16)- आंवले के फल में, गाय के गोबर में, शंख में, कमल में, सफेद वस्त्रों में लक्ष्मीजी का वास होता है इनका हमेशा ही प्रयोग करें। आंवला घर में या गल्ले में अवश्य ही रखें।

(17)- दीपावली के दिन हनुमान मंदिर में लाल पताका चढ़ाने से घर-परिवार की उन्नति के साथ ख्याति धन संपदा बढ़ाती है।

(18)- नरक चतुर्दशी की संध्या के समय घर की पश्चिम दिशा में खुले स्थान में या घर के पश्चिम में 14 दीपक पूर्वजों के नाम से जलाएं, इससे पितृ दोषों का नाश होता है तथा पितरों के आशीर्वाद से धन-समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है।


*✍🏻तकदीर :*

*एक   हसीन   लडकी*
*राजा  के  दरबार   में*
*डांस   कर  रही   थी...*

*( राजा   बहुत   बदसुरत   था )*

 *लडकी   ने   राजा   से   एक*
 *सवाल   की  इजाजत  मांगी*
.
*राजा   ने  कहा ,*
                     *' चलो  पुछो .'*
.
*लडकी   ने   कहा ,*
   *'जब    हुस्न   बंट   रहा   था*
      *तब   आप   कहां  थे..??*
.
*राजा   ने   गुस्सा   नही  किया*
*बल्कि*
*मुस्कुराते   हुवे   कहा*
  *~  जब   तुम   हुस्न   की*
       *लाइन्   में   खडी*
       *हुस्न    ले   रही   थी , ~*
.
 *~    तो   में*
  *किस्मत  की   लाइन  में  खडा*
             *किस्मत  ले  रहा  था*
.
          *और   आज*
     *तुझ  जैसी  हुस्न   वालीयां*
      *मेरी  गुलाम   की   तरह*
       *नाच   रही   है...........*
.
*इसलिए  शायर  खुब  कहते  है,*
.
    *" हुस्न   ना   मांग*
      *नसीब   मांग   ए   दोस्त ,*

       *हुस्न   वाले   तो*
      *अक्सर   नसीब   वालों  के*
      *गुलाम   हुआ   करते   है...*

      *" जो   भाग्य   में   है ,*
        *वह   भाग   कर  आएगा,*
   
         *जो   नहीं   है ,*
         *वह   आकर   भी*
         *भाग   जाएगा....!!!!!."*

*यहाँ   सब   कुछ   बिकता   है ,*
*दोस्तों  रहना  जरा  संभाल  के,*

*बेचने  वाले  हवा भी बेच देते है,*
      *गुब्बारों   में   डाल   के,*

        *सच   बिकता   है ,*
        *झूट   बिकता   है,*
       *बिकती   है   हर   कहानी,*

       *तीनों  लोक  में  फेला  है ,*
       *फिर   भी   बिकता   है*
       *बोतल  में  पानी ,*

*कभी फूलों की तरह मत जीना,*
*जिस   दिन  खिलोगे ,*
*टूट  कर  बिखर्र  जाओगे ,*
*जीना  है  तो*
*पत्थर   की   तरह   जियो ;*
*जिस   दिन   तराशे   गए ,*
*" भगवान " बन  जाओगे...!!!!*

*हृदयाघात तथा गर्म पानी पीना*

यह भोजन के बाद गर्म पानी पीने के बारे में ही नहीं हृदयाघात के बारे में भी एक अच्छा लेख है। चीनी और जापानी अपने भोजन के बाद गर्म चाय पीते हैं, ठंडा पानी नहीं। अब हमें भी उनकी यह आदत अपना लेनी चाहिए। जो लोग भोजन के बाद ठंडा पानी पीना पसन्द करते हैं यह लेख उनके लिए ही है।

भोजन के साथ कोई ठंडा पेय या पानी पीना बहुत हानिकारक है क्योंकि ठंडा पानी आपके भोजन के तैलीय पदार्थों को जो आपने अभी अभी खाये हैं ठोस रूप में बदल देता है। इससे पाचन बहुत धीमा हो जाता है। जब यह अम्ल के साथ क्रिया करता है तो यह टूट जाता है और जल्दी ही यह ठोस भोजन से भी अधिक तेज़ी से आँतों द्वारा सोख लिया जाता है। यह आँतों में एकत्र हो जाता है। फिर जल्दी ही यह चरबी में बदल जाता है और कैंसर के पैदा होने का कारण बनता है।

इसलिए सबसे अच्छा यह है कि भोजन के बाद गर्म सूप या गुनगुना पानी पिया जाये। एक गिलास गुनगुना पानी सोने से ठीक पहले अभी पीना चाहिए। इससे खून के थक्के नहीं बनेंगे और आप हृदयाघात से बचे रहेंगे।

एक हृदय रोग विशेषज्ञ का कहना है कि यदि इस संदेश को पढ़ने वाला प्रत्येक व्यक्ति इसे १० लोगों को भेज दे, तो वह कम से कम एक जान बचा सकता है।

*कृपया इसे अधिक से अधिक व्यक्तियों के साथ शेयर करें।*
अनुराग द्विवेदी (लेह-लद्दाख)
पति: “आज सब्ज़ी में नमक थोड़ा ज़्यादा लग रहा है!”

पत्नी: “नमक ठीक है… सब्ज़ी कम पड़ गई, बोला था ज़्यादा लाया करो”

Point: Wife is always right!
😜😜😜😜😜😜
पति: “आलू के परांठो में आलू तो नजर नहीं आ रहे हैं” 😧

पत्नी: “चुपचाप खा लो!! कश्मीरी पुलाव में क्या कश्मीर नजर आता है???” 😳

Point: Bola tha na, wife is always right!!
😜😜😜😜😜😜😜😜
पति: “३ दिन से लगातार लौकी खा रहा हूँ, अब १ महीना नहीं खाऊंगा!!!!”

पत्नी: “यही बात तंबाखू के लिए क्यूँ नहीं बोलते????”

पति: “कल भी लौकी ही बनाना” 😁

Point: Accept it, wife is always right!
😜😜😜😜😜😜😜😜😜
पति दूध पीकर : छीः ये कैसा दूध है ?

बीवी : वो केसर ख़त्म हो गया था जी

तो मैंने आपकी जेब से

‘बिमल पान मसाला’ डाल दिया क्योंकि

इसके दाने -दाने मे है केसर का दम
😝😝

पूरा नया है 👆👆👆
😜 पप्पू कार धो रहा था
तभी पास से आण्टी गुजरी आैर पूछा" कार धो रहे हो "
😁😁
" नही पानी दे रहा हूं, शायद बडी होकर बस बन जाए.
आण्टी बेहोश😂
डॉक्टर : डिप्रेशन की पेशेंट से-

क्या तकलीफ़ है..?

लेडी पेशेंट : सर, दिमाग में बहुत उल्टे पुलटे विचार आते हैं, रुकते ही नहीं…

डॉक्टर : कैसे विचार आते हैं ..?

लेडी पेशेंट : जैसे अब मैं यहाँ आई हूँ तो आपके ओपीडी में एक भी पेशेंट नहीं था.. तो मैं सोचने लगी कि डॉक्टर साहब के पास कोई भी पेशेंट नहीं है, इनकी कमाई कैसे होगी, घर कैसे चलेगा, इतना पैसा डाला पढ़ाई में, अब क्या करेंगे.. हॉस्पिटल बनाने में भी बहुत पैसा लगाया होगा, अब लोन कैसे चुकाएंगे ? कहीं किसानों के माफ़िक लटक तो नहीं जाएंगे एक दिन…!! ऐसे कुछ भी विचार आते रहते हैं…

अब डॉक्टर डिप्रेशन मे है।

😀 😛 julmi  😂😂
💊💊💊

90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं.....!

👇�👇�

* पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए।
अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेंगे ।
💊
* 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1
घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।
💊
* 80 रोग चाय पीने से होते हैं ।
💊
* ठंडेजल (फ्रिज)और आइसक्रीम से बड़ीआंत सिकुड़
जाती है।
💊
* भोजन के पश्चात् स्नान करने से पाचनशक्ति मन्द
हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है।
💊
* शैम्पू, कंडीशनर और विभिन्न प्रकार के तेलों से बाल
पकने, झड़ने और दोमुहें होने लगते हैं।
💊
* गर्म जल से स्नान से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कम
हो जाती है और
शरीर कमजोर हो जाता है। गर्म जल सिर पर डालने से
आँखें कमजोर हो जाती हैं।
💊
* खड़े होकर जल पीने से घुटनों(जोड़ों) में
पीड़ा होती है।
💊
* खड़े होकर मूत्रत्याग करने से रीढ़
की हड्डी को हानि होती है।
💊
* भोजन पकाने के बाद उसमें नमक डालने से रक्तचाप
(ब्लडप्रेशर) बढ़ता है।
💊
* जोर लगाकर छींकने से कानों को क्षति पहुँचती है।
💊
* मुँह से साँस लेने पर आयु कम होती है।
💊
* पुस्तक पर अधिक झुकने से फेफड़े खराब हो जाते हैं और
क्षय(टीबी) होने का डर रहता है।
💊
* चैत्र माह में नीम के पत्ते खाने से रक्त शुद्ध
हो जाता है मलेरिया नहीं होता है।
💊
* तुलसी के सेवन से मलेरिया नहीं होता है।
💊
* हृदयरोगी के लिए अर्जुनकी छाल, लौकी का रस, तुलसी,
पुदीना, मौसमी, सेंधा नमक, गुड़, चोकरयुक्त आटा,
छिलकेयुक्त अनाज औशधियां हैं।
💊
* भोजन के पश्चात् गुड़ या सौंफ खाने से पाचन
अच्छा होता है। अपच नहीं होता है।
💊
* मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर
होती है।
💊
* जल सदैव ताजा(चापाकल, कुएं आदि का) पीना चाहिये,
बोतलबंद (फ्रिज) पानी बासी और अनेक रोगों के कारण
होते हैं।
💊
* नीबू गंदे पानी के रोग (यकृत, टाइफाइड, दस्त, पेट के
रोग) तथा हैजा से बचाता है।
💊
* फल, मीठा और घी या तेल से बने पदार्थ खाकर तुरन्त जल
नहीं पीना चाहिए।
💊
* भोजन पकने के 48 मिनट के अन्दर खा लेना चाहिए। उसके
पश्चात् उसकी पोशकता कम होने लगती है। 12 घण्टे के
बाद पशुओं के खाने लायक भी नहीं रहता है।।
💊
* मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने से पोशकता 100%
कांसे के बर्तन में 97% पीतल के बर्तन में 93%
अल्युमिनियम के बर्तन और प्रेशर कुकर में 7-13%
ही बचते हैं।
💊
* गेहूँ का आटा 15 दिनों पुराना और चना, ज्वार, बाजरा,
मक्का का आटा 7 दिनों से अधिक पुराना नहीं प्रयोग
करना चाहिए।
💊
* खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेश्ठ होता है उसके
बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के
समान होता है।
💊
* सरसों, तिल,मूंगफली या नारियल का तेल
ही खाना चाहिए। देशी घी ही खाना चाहिए । रिफाइंड
तेल और वनस्पति घी (डालडा) जहर होता है।
💊
* पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने
से आँखों की खुजली लाली और जलन ठीक हो जाती है।
💊
* खाने का चूना 70 रोगों को ठीक करता है।
💊
* चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उस पर 5-20 मिनट तक
चुम्बक रखने से जल्दी ठीक होता है।
💊
* मीठे में मिश्री, गुड़, शहद, देशी(कच्ची)
चीनी का प्रयोग करना चाहिए सफेद चीनी जहर होता है।
💊
* बर्तन मिटटी के ही प्रयोग करना चाहिए।
💊
* टूथपेस्ट और ब्रश के स्थान पर दातून और मंजन
करना चाहिए दाँत मजबूत रहेंगे।
(आँखों के रोग में दातून नहीं करना)
*महिला*---
जल की तरह स्वच्छ , निर्मल , शीतल होती है ।
और जल की ही तरह संवेदनशील होती है ।
.
.
.
*पुरुष* ---
मिट्टी की तरह ठोस और स्थिति के अनुसार ढल जाने वाला होता है । मिट्टी की तरह वक्त की मार सहता है ।
.
.
.
.
.
.
.
और
जब दोनों की *शादी* होती है ।
तो...
.
*कीचड*़ हो जाता है रे बाबा 😂😃😄
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                     ✅ *बेटा-बहु* ~

➡ बेटा-बहु अपने बैडरूम में बातें कर रहे थे। द्वार खुला होने के कारण उनकी आवाजें बाहर कमरे में बैठी
माँ को भी सुनाई दे रहीं थीं।

➡ बेटा-" अपने नौकरी के कारण हम माँ का ध्यान नहीं रख पाएँगे, उनकी देखभाल कौन करेगा ? क्यूँ ना, उन्हें वृद्धाश्रम में दाखिल करा दें, वहाँ उनकी देखभाल भी होगी और हम भी
कभी कभी उनसे मिलते रहेंगे~

➡ बेटे की बात पर बहु ने जो कहा, उसे सुनकर माँ की आँखों में आँसू आ गए।

बहु--" पैसे कमाने के लिए तो पूरी जिंदगी पड़ी है जी, लेकिन माँ का
आशीष जितना भी मिले, वो कम है। उनके लिए पैसों से ज्यादा हमारा संग-साथ जरूरी है। मैं अगर नौकरी ना करूँ तो कोई बहुत अधिक नुकसान नहीं होगा।

*मैं माँ के साथ रहूँगी*~
घर पर ट्यूशन पढ़ाऊँगी,
इससे माँ की देखभाल भी कर
पाऊँगी। याद करो, तुम्हारे बचपन में ही तुम्हारे पिता नहीं रहे और घरेलू काम धाम करके तुम्हारी माँ ने तुम्हारा पालन पोषण किया, तुम्हें पढ़ाया
लिखाया, काबिल बनाया।

तब उन्होंने कभी भी पड़ोसन के पास तक नहीं छोड़ा, कारण तुम्हारी देखभाल कोई दूसरा अच्छी तरह नहीं करेगा, और तुम आज ऐंसा बोल रहे हो। तुम कुछ भी कहो, लेकिन माँ हमारे ही पास रहेंगी, हमेशा अंत तक।

✔ बहु की उपरोक्त बातें सुन, माँ रोने लगती है और रोती हुई ही, पूजा घर में पहुँचती है। ईश्वर के सामने खड़े होकर माँ उनका आभार मानती है
और उनसे कहती है--" भगवान, तुमने मुझे बेटी नहीं दी, इस वजह से
कितनी ही बार मैं तुम्हे भला बुरा
कहती रहती थी, लेकिन ऐंसी भाग्यलक्ष्मी देने के लिए तुम्हारा आभार मैं किस तरह मानूँ...?
*ऐंसी बहु पाकर, मेरा तो जीवन सफल हो गया, प्रभु।*

✅ मित्रो यह कहानी आज के परिवेश में बहुत महत्व रखती है कि आखिर हमारी संस्कृति को हम क्या आयाम दे रहे हैं । कृपया अधिक से अधिक शेयर करके अपने दोस्तों को भी पढ़वाएं।

     *अपनी बेटियों को जरूर ऐसे संस्कार दे*
😊🙏
🍃🍂🍃🍂🍃🎭🍃🍂   


         *"बायको"*
_तिचं आपल्या आयुष्यात येणं,_
_किती किती सुखद असतं...!_
_या नात्याला श्वासांशिवाय,_
_दुसरं कुठलंच नाव नसतं...!!_

_एका सुंदर क्षणी आपल्या,_
_घरामध्ये येते 'ती'...!_
_तिचं अख्खं आयुष्यच _आपल्याला,_
_भेट म्हणून देते 'ती'...!!_

_किती सहज बनवत जाते,_
_ती प्रत्येकाशी नातं....!_
_बघता बघता अनोळखी घर,_
_तिचंच बनून जातं....!!_

_सुखामध्ये दुःखामध्ये,_
_'ती'च सोबत असते ना..!_
_सगळं सहन करून ती,_
_तुमच्यासाठीच हसते ना.?..!!_

_सकाळपासून रात्रीपर्यंत,_
_राबत असतात तिचे हात...!_
_सासू-सासरे, मुलं, घर.._
_सतत असतं तिच्या मनात...!!_

_चहा, दूध, नाष्टा, डबे,_
_आंघोळीला गरम पाणी...!_
_प्रत्येकाची करून कामे,_
_तिची मात्र मधाळ वाणी....!!_

_सगळ्यांत शेवटी झोपते ती,_
_सगळ्यांच्याही आधी उठून...!_
_दिवसभर राबण्यासाठी,_
_ताकद एवढी आणते कुठून.?..!!_

_घरामधलं सगळं आवरून,_
_कामांसाठी बाहेर पळते....!_
_घरामध्ये नसते तेंव्हाच,_
_तिची खरी किंमत कळते...!!_

_घर होतं अस्ताव्यस्त,_
_घरामध्ये नसते जेंव्हा....!_
_तिच्याशिवाय व्हायचं कसं...?_
_मनात आपसूक येतं तेंव्हा...!!_

_म्हणूनच ती परत येते,_
_घरामध्ये पदर खोचून....!_
_बोलून दाखवते मलाच ती,_
_वरती हे टोचून टोचून...!_

_की, 'मी म्हणून टिकले...,_
_दुसरी केव्हाच गेली असती पळून....!_
_माझे महत्त्व येत नाही,_
_अजून कसे तुम्हांला कळून ?'..!!_

_राग-लोभ, रुसवे-फुगवे,_
_उणी-दुणी, मानपान...!_
_प्रत्येकाला घेते समजून,_
_जुळवून घेते कित्ती छान...!!_

_थकूनभागून आल्यावर ती,_
_हसून, चहा देते आणून...!_
_दिवसभराचे आपले कष्ट,_
_अलगदपणे घेते जाणून..!!_

_आयुष्यभर उपयोगी पडतं,_
_नेहमी तिचंच संसारी धोरण....!_
_म्हणून प्रत्येक घरात सजतं,_
_'बायको' नावाचं मखमली तोरण....!!_

_ती आहे म्हणून आहे,_
_आपल्या घरादाराला किंमत....!_
_तिला विरोध करण्याची इथं...._
_कुणात आहे हिंमत.?..!!_

_कुठून येतात आयुष्यात आपल्या,_
_इतक्या समजूतदार मुली.?..!_
_उगाच नाही म्हणत..._
_'घरोघरी मातीच्याच चुली...!!'_

_क्षणांचीही साथ नव्हे,_
_साताजन्मांची ही सोबत असते....!_
_'नवरा' आयुष्यभर 'नवरा'च राहतो,_
_'नवरी मुलगी' मात्र 'बायको' बनते....!!_

👣👣👣👣👣👣👣👣
*Dedicated to all Ladies🙏*
ये जो कुल्फी खाते हुये
एक हंथेली कुल्फी के नीचे लगाये रहते हो ना

 इसे ही गीता में *मोह* बताया है.
😂😂😜😜😜
Or
और कुल्फी खतम होने के बाद भी जो डण्डी चाटते ही रहते हैं

इसे ही गीता में *लोभ* कहा है
🙏😀🙏

😂😂😜😜😜
और डण्डी फेकने के बाद , सामने वाले की कुल्फी देखकर सोचना कि उसकी खत्म क्यों नहीं हुई,

इसे गीता मे *ईष्या* कहा गया है,  ☺😂😀😌😋
और कुल्फी खतम होने से पहले डऩ्डी से नीचे गिर जाये और केवल डण्डी हाथ मे रह जाये तब तुम्हारे मन में जो आता है....                             😁  इसे ही गीता मे *क्रोध* कहा है 😳

और इसे पढ़कर जो हसी आती है उसे मोक्ष कहते है 😝
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ये जो नींद पूरी होने के बाद भी 3 घंटे तक बिस्तर पर मगरमच्छ की तरह पड़े रहते हो ना !
शास्त्रों में इसे ही *आलस्य* कहा गया है।
😜😝😂
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ये रेस्टोरेंट में खाने के बाद जो कनस्तर भरके सोंफ और मिश्री का बुक्का मारते हो ना !!
शास्त्रों में इसे ही *"टुच्चापन"* कहा है ।।
😂😝😜
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ये जो ताला लगाने के बाद उसे पकड़ कर खींचते हो ना !!

इसे ही शास्त्रों में *'भय'* कहा गया है ।।
😜😝😂
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ये जो तुम WhatsApp पर मेसेज़ भेजने के बाद
बार बार दो नीली धारियाँ चेक
करते हो ना !

इसे ही शास्त्रों में *'उतावलापन'* कहा गया है...
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वो जो तुम गोलगप्पे वाले से कभी मिर्च वाला 🙄 कभी सूखा 😬 कभी दही वाला 😑 कभी मीठी चटनी 🙁

वाला माँगते वक़्त उसे *"भैया"* बोलती हो ना..

बस इसी को शास्त्रों में *"शोषण"* कहा गया है  😂🐶
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र्बाइक चलाते हुए जो तुम तिरछी नजरों से गुजरने वाली हर लड़की को ताड़ते हो न,

शाश्त्रों में इसे ही *छिछोरापन* कहा गया है। 😝😜😂
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फ्रूटी खत्म होने के बाद ये जो आप स्ट्रा से सुड़प-सुड़प करके आखिरी बून्द तक पीने की कोशिश करते हो न....

शास्त्रो में इसे ही *मृगतृष्णा* कहा गया है😜😜
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ये जो तुम लोग केले 🍌 खरीदते वक्त, अंगूर 🍇 क्या भाव दिये ? बोल के 5-7 अंगूर खा जाते हो ना......शास्त्रो में इसे ही *"अक्षम्य अपराध"* कहा गया है।😂😂😜😜😜😜
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ये जो तुम.. भंडारे में बैठकर..

खाते हुए.. रायते वाले को आता देखकर..

जल्दी से.. रायता पी लेते हो....!!
.
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शास्त्रो में.. इसे भी *छल* कहा गया है n!!

😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
🌹🌸🍀🍁🌸🌹🌼🍂
सुप्रभात
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💐👌अच्छा दिखने के लिये मत जिओ; बल्कि अच्छा बनने के लिए जिओ:! 💐
💐👌जो झुक सकता है; वह सारी दुनिया को झुका सकता है:! 💐
💐👌गंगा में डुबकी लगाकर तीर्थ किये हजार; इनसे क्या होगा अगर बदले नहीं विचार:! 💐
💐👌क्रोध हवा का वह झोंका है; जो बुद्धि के दीपक को बुझा देता है:! 💐
💐👌अगर बुरी आदत समय पर न बदली जाये; तो बुरी आदत समय बदल देती है:! 💐
💐👌हमेशा प्रेम की भाषा बोलिए; इसे बहरे भी सुन सकते हैं; और गुंगे भी समझ सकते हैं:! 💐
💐👌चलते रहने से ही सफलता है; रुका हुआ तो पानी भी बेकार हो जाता है:! 💐
💐👌झूठे दिलासे से स्पष्ट इंकार बेहतर है:! 💐
💐👌खुद की भुल स्वीकारने में कभी संकोच मत करो:! 💐
💐👌अच्छी सोच; अच्छी भावना; अच्छा विचार; मन को हल्का करता है:! 💐
💐👌मुसीबत सब पर आती है; कोई बिखर जाता है; और कोई निखर जाता है:! 💐
💐👌सबसे अधिक समझदार वह है; जो अपनी कमियो को जानकर उनका सुधार कर सकता हो...
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आपका दिन शुभ हो
धनतेरस का महत्व व् मुहूर्त [ Dhanteras Ka Mahatv or Muhurat ] :

धन त्रयोदशी :

धनतेरस पर्व कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को मनाया जाता है ! धन तेरस को धन त्रयोदशी या धन्वन्तरि जयंती के, जो कि आयुर्वेद के देवता का जन्म दिवस है,के रूप में भी जाना जाता है ! धनतेरस के दिन भगवान कुबेर व् श्री लक्ष्मी माता जी की पूजा का विशेष महत्व है, आज के दिन पूजा करने से श्री लक्ष्मी माँ आपको आर्थिक संपत्रता और धन धान्ये देती है ! आयुवेद के जनक धन्वन्तरि की पूजा अर्चना करने से आपके सब रोग दूर हो जाते है और आपको आरोग्य प्रदान करते है !

धनतेरस पर क्या करें ?

धनतेरस के दिन आप सब श्री लक्ष्मी जी व्  श्री गणेश जी की मिटटी की मूर्ति या सोने व् चाँदी की मूर्ति लाये , सांयकाल अपने मुख्य दरवाजे पर दीपक रखें, दीपक चावल या गेंहू के ढेरी पर जलाये, ऐसे ही दीपक लगातार ५ दिन जलाये, इस दिन बर्तन ख़रीदे, अपने घर की सही तरह से सफाई करें, जाले साफ़ करें, अपने मुख्य दरवाजे को पानी से धो लें, मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाये, घर का सारा कूड़ा बहार निकल दे, अपने शरीर की सफाई करें, नया रंग रोगन कराये यदि आपका स्वयं का ऑफिस है तो उसकी भी सफाई करें !

धनतेरस पर क्या खरीदे ? :

धनतेरस दीपावली आने की पूर्व सूचना देने वाला पर्व है, इस दिन अपने घर हो सके तो सोने या चाँदी के श्री लक्ष्मी और श्री गणेश जी की प्रतिमा लाये, कहते है की इस दिन श्री लक्ष्मी जी और श्री गणेश जी की प्रतिमा अपने घर लेट है तो आपके घर में सालों साल धन सम्पति का आगमन रहता है और आपके घर में साल भर अन्न व् धन की कमी नही रहती है ! इस दिन सोना व् चाँदी खरीदने से आपको फायदा होता है या आप धातु से बने बरतन व् गहने भी खरीदना इस दिन सबसे ज्यादा सर्वश्रेष्ठ है एसा करने से सदेव लक्ष्मी माँ की कृपा बनी रही है !

स्फटिक का श्रीयंत्र। स्फटिक का श्रीयंत्र घर लाने से लक्ष्मी घर की ओर आकर्षित होती हैं। इसलिए धनतेरस के दिन स्फटिक का श्रीयंत्र घर लाएं और दीपावली की सांय को इसे लक्ष्मी पूजन स्थल पर रखकर इसकी पूजा करें। पूजा के बाद इस श्रीयंत्र को केसरिया कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन स्थान पर रख दें, इससे सदा वहां बरकत बनी रहेगी। झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है। दीपावली के मौके पर नई झाड़ू को घर लाएं। इससे नकारात्मक शक्तियां घर से बाहर जाएंगी और साफ सुथरे घर में लक्ष्मी का आगमन होगा।

कहा जाता है कि कौड़ी को घर में रखने से उस घर में कभी भी दान का आभाव नहीं रहता, इसलिए धनतेरस के दिन कौड़ी खरीद कर घर लाएं और श्री लक्ष्मी पूजा के समय इसे भी शामिल करें। पूजन के बाद इन कौड़ियों को लाल कपड़े में बांध कर तिजोरी या धन वाले स्थान पर रख दें। वहां कभी धन की कमी नहीं होगी। धनिया धन का प्रतीक है। इसलिए इसे धनतेरस के दिन साबुत धनिया खरीद कर लाएं और दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजा के समय इसकी भी पूजा करें। दीपावली पूजन के बाद घर के आंगन या गमलों में इसे बुरक दें। यह धनदायक है। धनतेरस के दिन घर में गूंजा लाएं क्योंकि इससे धनप्राप्ति के द्वार खुल जाते हैं। गूंजा के बीज धनतेरस के दिन लाकर घर में रख दें और लक्ष्मी पूजन के समय इन्हें भी पूजा में रखें।


धनतेरस के दिन किसी भी मंदिर जाये और अपने हाथों से केले के दो पौधे लगाएं और इन केले के दोनों पौधों की समय-समय पर देखभाल करते रहें। व् केले के बगल में कोई सुगंधित फूल का पौधा लगाएं। केले का पौधा जैसे-जैसे समय के साथ बड़ा होगा, आपके जीवन में भी आर्थिक लाभ होने लगेगा !

धनतेरस के दिन श्री लक्ष्मी पूजन करने के बाद श्री लक्ष्मी माता जी को लोंग अर्पित करे एसा आप दीपावली के दिनों तक हर दिन करे एसा करने से आपको आर्थिक लाभ होने लगेगा !

धनतेरस के दिन सफ़ेद चीजों का दान ( चावल, कपड़े, आटा, घी, चीनी आदि ) करने से आर्थिक लाभ होता है !

धनतेरस वाले दिन किसी भी किन्नर को कुछ धन दान करें और उसके बाद उससे अनुरोध करके कुछ रूपये वापस ले ले उन रूपये को किसी सफ़ेद कपडे में लपेटकर अपनी कैश तिजोरी में रख ले एसा करने से आपके जीवन में लाभ प्राप्त होगा !

लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय :

धनतेरस के दिन एसी स्थान की मिटटी ले आये जंहा मोर नाचा हो ! एसी मिटटी इसकी पूजा करें फिर इससे लाल कपडे में बांधकर अपनी तिजोरी में रख से ऐसा करने से आपके घर पर लक्ष्मी की कृपा और लक्ष्मी प्राप्ति होती रहेगी !

धनतेरस की रात से लेकर भाईदूज के दिन तक दिए गये मंत्र का जप स्फटिक या कमलगट्टे की माला से अधिक से अधिक करने से आपके उपाय मां लक्ष्मी की कृपा निरंतर बरसती रहेती है ! मंत्र : ” ऊँ ऐं क्लीं सौ: “

धनतेरस के दिन जब भी आप रसोई में कोई सा भी भोजन बनाओ उसमे से सबसे पहले गाय को निकलाकर खिलाये और उसके बाद ही स्वयं खाए ऐसा करने से आपके घर में स्थिर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है !

धनतेरस के दिन या रोज कभी भी सूर्यास्त के बाद झाड़ू व् पोंछा ना लगाये एसा करने से आपके घर की लक्ष्मी चली जाती है !

11 लघु नारियल को मां लक्ष्मी के चरणों में रखकर ” ऊं महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नीं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ” मंत्र की 2 माला का जप करें। किसी लाल कपड़े में उन लघु नारियल को लपेट कर तिजोरी में रख दें व दीपावली के दूसरे दिन किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। ऐसा करने से लक्ष्मी चिरकाल तक घर में निवास करती है।

धनतेरस के दिन हल्दी और चावल पीसकर उसके घोल से घर के मुख्य द्वार पर ‘ऊँ’ बनाने से धन आयेगा।

लाभ प्राप्ति के उपाय :

धनतेरस के दिन शुभ समय मुहूर्त पर ऐसे पेड़ की टहनी तोड़ कर लाएं, जिस पेड़ पर चमगादड़ रहते हो, उससे लाकर अपने बैठने वाली जगह पर रख दे इससे लाभ प्राप्त होगा !

समृद्धि प्राप्ति के उपाय :

धनतेरस के दिन लक्ष्मी पूजन करने के बाद एक दक्षिणावर्ती शंख ले उस शंख में दिए गये श्री लक्ष्मी मन्त्र बोलते हुए चावल के दाने व लाल गुलाब की पंखुड़ियां डालें। ऐसा करने से आपके जीवन में समृद्धि का योग बनेगा। और १०८ बार मंत्र का जाप भी करें!मंत्र : ” ॐ श्रीं “

धनतेरस पर पूजा करते समय ५ लघु नारियल पूजा के स्थान पर रखकर उन नारियल पर केसर का तिलक लगाते हुए दिया हुआ मन्त्र को २७ बार जाप करें ! मंत्र : ” ऐं ह्लीं श्रीं क्लीं “

यदि आप अपने घर में समृद्धि लाना चाहते हो तो आप धनतेरस के दिन पूजन समय पर एक दक्षिणावर्ती शंख का उपयोग करें और पूजा से पहले और पूजा के बाद शंख से जल लेकर पूजा में स्थित सभी लोगो पर छिडकें. व् घर में सब जगह छिडके ऐसा करने से आपके घर पर समृद्धि की प्राप्ति होगी !




घर पर लाये चांदी के गणेश व् श्री लक्ष्मी माता :

लक्ष्मी जी व गणेश जी की चांदी की प्रतिमाओं को इस दिन घर लाना, घर- कार्यालय, व्यापारिक संस्थाओं में धन, सफलता व उन्नति को बढाता है। इस दिन भगवान धनवन्तरी समुद्र से कलश लेकर प्रकट हुए थे, इसलिये इस दिन खास तौर से बर्तनों की खरीदारी की जाती है।

कुबेर को खुश करने के उपाय :

धनतेरस वाले दिन शुभ मुहूर्त में धूप, दीप, नैवैद्ध से पूजन करने के बाद निम्न मंत्र का जाप अधिक से अधिक करें- इस मंत्र का जाप करने से भगवन कुबेर बहुत खुश होते हैं, जिससे धन और वैभव की प्राप्ति होती है। मंत्र : “यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये, धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।”

अकाल मृत्यु से बचने का उपाय :

मान्यताओं के अनुसार जो प्राणी धनतेरस की शाम यम के नाम पर दक्षिण दिशा में दीया जलाकर रखता है उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती है।

शारीरिक परेशानी के उपाय :

यदि आप धनतेरस की संध्याकाल में घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक जलाएं तथा उस दीपक में दो काली गुंजा डाल दें तो वर्ष भर आपको आर्थिक, शारीरिक रूप से परेशानी नहीं होगी !

प्रमोशन प्राप्ति के उपाय :

यदि आपके मेहनत करते हुए भी आपको प्रमोशन नही मिल रहा है तो धनतेरस की शाम को स्नान कर पीले कपड़े पहनकर कुश के आसन पर पूर्व दिशा की और मुख करके बैठ जाये ! अपने सामने एक चोकी (पटिया) रखकर उस पर पीला कपड़ा बिछाएं। उस पर साबूत हरे मूंग की ढेरी बनाएं और उसके ऊपर 7 हकीक पत्थर रखें। इन पर केसर का तिलक लगाएं। अब स्फटिक की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करते जाएं और हकीक के ऊपर फूल चढ़ाते जाएं। कम से कम 7 माला जप अवश्य करें। दूसरे दिन माला सहित सभी सामग्री को लाल कपड़े में लपेटकर बहते जल में बहा दें। मंत्र- ऊँ महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णुपत्नी। च धीमहि तन्नौ लक्ष्मी प्रचोदयात्।।



धनतेरस पूजा विधि [ Dhanteras Puja Vidhi ] :

पूजन की सामग्री :

मिटटी के चोमुखी दीपक, चार बत्तियां, एक छेद की हुई कोड़ी, घी, जल से भरा लोटा, पंचपात्र में जल, एक चम्मच, फुल, रोली, दक्षिणा, चावल, मिठाई, खील और बतासे, सुहाली, शक्कर, गुड़, चोकी, रोली, आसन आदि !

पूजन की विधि :

धनतेरस की पूजा संध्या समय में तारे निकलने के बाद होती है पाटे या चोकी पर लिया हुआ चोमुखी दीपक घी से भरा हुआ रख लें,और उसके बाद उसकी चारों बत्तियां जलाए,इस दीपक में कुछ कोड़ी भी डाल दें, दीपक के चारों और जल से छीटें देकर रोली से तिलक लगाये !इस दीपक को यम दीपक कहते है ! इसके बाद ४ सुहाली,थोडा सा गुड व् शक्कर, खील व् बातसे, फुल व् दक्षिणा चदाये, एसा करने के बाद परिवार के हर सदस्यों के तिलक लगाये दीपक के ४ परिक्रमा करके प्रणाम करें पूजा करते समय दिया गया निम्न मंत्र उच्चारण करें : त्रियोदश्यां दीपदानात सूर्यज: प्रियतामिति !

उसके बाद घर का कोई भी एक सस्द्य अपने सर को कपडे से ढक कर दीपक को अपने घर के मुख्य दरवाजे के सीधे हाथ की तरफ रख दें, दीपक जलने वाले सदस्य को दक्षिणा दे, इस दिन ब्राह्मण व् जरुरतमद लोगों को जूते या छाते का दान किया जाता है !

धनतेरस श्री लक्ष्मी पूजा विधि :

पूजन सामग्री :

दक्षिणावर्ती शंख,केसर,गंगाजल पात्र,धूप,अगरबत्ती,दीपक,लाल वस्त्र !

धनतेरस लक्षमी पूजन मन्त्र :

“ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नम:”

धनतेरस कुबेर पूजन मन्त्र :

“यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय स्वाहा।”

धनतेरस श्री लक्ष्मी पूजा विधि :

धन तेरस की पूजन विधि संध्या काल में सूर्यास्त के पश्चात प्रारम्भ की जाती है ! स्थिर लग्न में यदि पूजा कि जाये तो माता लक्ष्मी जी का घर व प्रतिष्ठान में स्थायी रूप से वास होता है ! लक्ष्मी जी के चित्र के समक्ष लाल रंग का वस्त्र रखकर उस पर दक्षिणावर्ती शंख स्थापित करें ! केसर से शंख पर स्वस्तिक बनाये फिर कुमकुम से तिलक करें ! तत्पश्चात स्फटिक की माला से उपरोक्त दिए गये मन्त्र की 7 माला तीन दिन तक जाप करें ! मन्त्र सिद्ध हो जायेगा जाप पूर्ण होने पर लाल वस्त्र में शंख को बाँध कर अपने पूजा स्थान में स्थापित करें जब तक घर में यह शंख रहेगा निरंतर उन्नति होती रहेगी ! इस दिन अन्नपूर्ण स्रोत्र व् कनकधारा स्रोत्र का पाठ करने का भी विधान है !

धन तेरस के दिन यदि आप कोई भी नवीन वस्तु लायें तो उस पर उपरोक्त केसर से ॐ स्वस्तिक इत्यादि का तिलक कर माँ लक्ष्मी माता व गणेश जी से मंगल कामना करके उस वस्तु का प्रयोग शुरू कर सकते हैं !

धन तेरस के अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक आइटम जैसे फ्रिज लेपटॉप वाशिंग मशीन टीवी कंप्यूटर मोबाइल इत्यादि व कार मोटर सायकल जैसे साधन पीली वस्तु धातु सोना चांदी इत्यादि खरीदे जा सकते हैं ! भूमि भवन बर्तन इत्यादि भी खरीदे जा सकते हैं तथा गृह पूजन प्रवेश नवीन व्यापार के लिये सर्वोत्तम समय है !

पहली बार किसी कविता को पढ़कर आंसू आ गए । 😔😔

दुध पिलाया जिसने छाती से निचोड़कर
मैं 'निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका । 😭

बुढापे का "सहारा,, हूँ 'अहसास' दिला न सका
पेट पर सुलाने वाली को 'मखमल, पर सुला न सका । 😭

वो 'भूखी, सो गई 'बहू, के 'डर, से एकबार मांगकर
मैं "सुकुन,, के 'दो, निवाले उसे खिला न सका । 😭

नजरें उन 'बुढी, "आंखों से कभी मिला न सका ।
वो 'दर्द, सहती रही में खटिया पर तिलमिला न सका । 😔

जो हर "जीवनभर" 'ममता, के रंग पहनाती रही मुझे
उसे "दिवाली  पर दो 'जोड़ी, कपडे सिला न सका । 😭

"बिमार बिस्तर से उसे 'शिफा, दिला न सका ।
'खर्च के डर से उसे बड़े अस्पताल, ले जा न सका । 😔

"माँ" के बेटा कहकर 'दम,तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ,
'दवाई, इतनी भी "महंगी,, न थी के मैं ला ना सका । 😭

माँ तो माँ होती हे भाईयों माँ अगर कभी गुस्से मे गाली भी दे तो उसे उसका "Duaa" समझकर भूला देना चाहिए|✨,, ✨

🔴🔴🔴🔴🤒🤒🤒🔴🔴🔴🔴 *क्या बुखार ने तोड़ कर रख दिया*
🔴🔴🔴🔴🤒🤒🤒🔴🔴🔴🔴                                  मित्रों नमस्कार🙏 *शरद ऋतु(मध्य सितंबर से मध्य नवंबर)में विभिन्न प्रकार के रोग पनपते हैं, उनमें से बुखार होना एक आम बात है,ऐसा आयुर्वेद ग्रंथो में पहले से ही नीहित है*

♦ *इस मौसम में होने वाले ज्वर को ग्रंथो अनुसार वात श्लैषमिक ज्वर कहा जाता है जिसे आजकल डेंगू,चिकनगुनिया कहा जाता है* और  आधुनिक चिकित्सा इस आसान से ज्वर प्रबंधन तक में आजकल फ़ेल दिखता है और *दु:ख की बात तो ये कि जिस ज्वर के लिये आज तक यें कहते थे कि "इससे कोई मरता नही,आजकल केवल आधुनिक चिकित्सा का सहारा लेने वाले इस  बुखार के कारण खूब मर रहे हैं,यह इन चिकित्सको की बहुत बडी नाकामी है*  

♦ *बुखार ठीक होने के बाद भी यह अनेक रोग जैसे जोड़ के दर्द,पेट के रोग अपने पीछे छोड़ देता है,इसका सबसे बड़ा कारण यही है कि व्यक्ति हैवी एंटीबायोटिक और पेरासिटामोल आदि खाकर बुखार से निजात पाना चाहता हैl* आज मैं आपसे निवेदन करना चाहूंगा कि *डेंगू,चिकनगुनिया बुखार पर काबू पाने के लिए आप केवल आधुनिक चिकित्सा का सहारा न ले बल्कि साथ ही साथ आयुष चिकित्सा से बुखार का प्रबंधन करें क्योंकि यह बुखार उतरने के बाद आपको किसी अन्य बीमारी से बचा कर रखेगा* व किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट से दूर रखेगाl
                                             
♦ *ऐसे ज्वर के रोगी को चाहिए कि वह एक जगह मिली हुई बराबर मात्रा में पीपल (जो गरम मसाले में डाली जाती है)पीपला मूल,चव्य,चित्रक और सोंठ के काढे को पीता रहेl*                                               *भूख लगने पर* मूंग की दाल की     खिचड़ी,फलों का स्वरस आदि लेता रहे,  दूध हल्दी डाले बिना न पियेंl        
                                               
💊 *औषधि के रूप में* गोदंती भस्म  250-250मिलीग्राम, चौसठ प्रहरी पीपल-250 मिलिग्राम ,लक्ष्मी विलास रस एक गोली अदरक रस के साथ शहद मिलाकर चाटते रहेl *बुखार के पांचवे,छठे और सातवे दिन* महाज्वरांकुश की 2-2 गोली चीनी के एक कप शरबत के साथ सुबह खाली पेट देंl        
                                             
🍵 *औषधि देने के बाद नित्य चार-पांच बार तक हल्के मरोड़ के साथ दस्त लग सकते हैं घबरायें नही* व *दस्त बंद होने पर भूख लगने पर* मूंग की दाल का पानी और फलों का रस देंl *सातवे दिन* से परवल की सब्जी और मूंग की दाल की चावल की खिचड़ी सेवन करें,यही पथ्य कम से कम 5 दिन तक निभायेंl      
                         
😀रोगी पूर्ण आराम करें तथा शारीरिक मानसिक परिश्रम मैथून, पैदल चलना,स्नान का तब तक त्याग रखें जब तक की पूर्ववत्त बल न आ जाए l      
               
😀 *इस प्रकार की चिकित्सा से रोगी का ज्वर भी मिटता है तथा भूख भी अच्छी लगने लगती है* तथा निर्बलता दूर हो जाती है और सबसे बड़ी बात यह होती है कि वर्ष भर उन्हें ज्वर नहीं लौटताlसाथ ही अन्य रोगों की जड़ कट जाती है, *प्लेटलेट काउंट घटने जैसी समस्या का तो सवाल ही नहींl*                     🙏 *ईश्वर आपको स्वस्थ रखे*  
🔴🔴🔴🔴🤒🤒🤒🔴🔴🔴🔴
🙏🙏
Is massage ko tabhi padna jab aap isko forwd kar sake😥

💇💇💇💇💇💇💇

एक औरत गर्भ से थी
पति को जब पता लगा
की कोख में बेटी हैं तो
वो उसका गर्भपात
करवाना चाहते हैं
दुःखी होकर पत्नी अपने
पति से क्या कहती हैं :-

👧👧👧👧👧👧👧👧
🙏सुनो,
ना मारो इस नन्ही कलि को,
वो खूब सारा प्यार हम पर
लुटायेगी,
जितने भी टूटे हैं सपने,
फिर से वो सब सजाएगी..

👼👼👼👼👼👼👼
😒सुनो,
ना मारो इस नन्ही कलि को,
जब जब घर आओगे
तुम्हे खूब हंसाएगी,
तुम प्यार ना करना
बेशक उसको,
वो अपना प्यार लुटाएगी..

👸👸👸👸👸👸👸👸👸
😡सुनो
ना मारो इस नन्ही कलि को,
हर काम की चिंता
एक पल में भगाएगी,
किस्मत को दोष ना दो,
वो अपना घर
आंगन महकाएगी..

💇💇💇💇💇💇💇💇💇💇
😑ये सब सुन पति
अपनी पत्नी को कहता हैं :-

👧👧👧👧👧👧👧
👩सुनो
में भी नही चाहता मारना
इसनन्ही कलि को,
तुम क्या जानो,
प्यार नहीं हैं
क्या मुझको अपनी परी से,
पर डरता हूँ
समाज में हो रही रोज रोज
की दरिंदगी से..

👼👼👼👼👼👼👼😿
😳क्या फिर खुद वो इन सबसे अपनी लाज बचा पाएगी,
क्यूँ ना मारू में इस कलि को,
वो बहार नोची जाएगी..
में प्यार इसे खूब दूंगा,
पर बहार किस किस से
बचाऊंगा,
👸👸👸👸👸👸👸👸
😨जब उठेगी हर तरफ से
नजरें, तो रोक खुद को
ना पाउँगा..
क्या तू अपनी नन्ही परी को,
इस दौर में लाना चाहोगी,

👨👨👨👨👨👨👨👨👨👨
😞जब तड़फेगी वो नजरो के आगे, क्या वो सब सह पाओगी,
क्यों ना मारू में अपनी नन्ही परी को, क्या बीती होगी उनपे,
जिन्हें मिला हैं ऐसा नजराना,
क्या तू भी अपनी परी को
ऐसी मौत दिलाना चाहोगी..

🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅🙅
👼ये सुनकर गर्भ से
आवाज आती है…..ं
सुनो माँ पापा-
मैं आपकी बेटी हूँ
मेरी भी सुनो :-

👧👧👧👧👧👧👧👧
🙆पापा सुनो ना,
साथ देना आप मेरा,
मजबूत बनाना मेरे हौसले को,
घर लक्ष्मी है आपकी बेटी,
वक्त पड़ने पर मैं काली भी बन जाऊँगी

👸👸👸👸👸👸👸👸
💁पापा सुनो,
ना मारो अपनी नन्ही कलि को, तुम उड़ान देना मेरे हर वजूद को,
में भी कल्पना चावला की तरह, ऊँची उड़ान भर जाऊँगी..

👧👧👧👧👧👧👧👧
🙅पापा सुनो,
ना मारो अपनी नन्ही कलि को, आप बन जाना मेरी छत्र छाया,
में झाँसी की रानी की तरह खुद की गैरो से लाज बचाऊँगी…

👼👼👼👼👼👼👼👼👼
😗पति (पिता) ये सुन कर
मौन हो गया और उसने अपने फैसले पर शर्मिंदगी महसूस
करने लगा और कहता हैं
अपनी बेटी से :-

👵👵👵👵👵👵👵👵👵👵
😞मैं अब कैसे तुझसे
नजरे मिलाऊंगा,
चल पड़ा था तेरा गला दबाने,
अब कैसे खुद को तेरेे सामने लाऊंगा,
मुझे माफ़ करना
ऐ मेरी बेटी, तुझे इस दुनियां में
सम्मान से लाऊंगा..

👧👧👧👧👧👧👧👧👧
😣वहशी हैं ये दुनिया
तो क्या हुआ, तुझे मैं दुनिया की सबसे बहादुर बिटिया
बनाऊंगा.

👶👶👶👶👶👶👶👶
👨मेरी इस गलती की
मुझे है शर्म,
घर घर जा के सबका
भ्रम मिटाऊंगा
बेटियां बोझ नहीं होती..
अब सारे समाज में
अलख जगाऊंगा!!!


Thursday, October 27, 2016

एक किसान की मन की बात:-
😞😞😞😞😞😞😞😞😞
कहते हैं..

इन्सान सपना देखता है
तो वो ज़रूर पूरा होता है.
मगर
किसान के सपने
कभी पूरे नहीं होते
बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है.

बड़ा खुश होते हुए जाता है.

बच्चों से कहता है
आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊंगा फल और मिठाई भी लाऊंगा,

पत्नी से कहता है..
तुम्हारी साड़ी भी कितनी पुरानी हो गई है फटने भी लगी है आज एक साड़ी नई लेता आऊंगा.
😞😞😞😞😞
पत्नी:–”अरे नही जी..!”
“ये तो अभी ठीक है..!”
“आप तो अपने लिये
जूते ही लेते आना कितने पुराने हो गये हैं और फट भी तो गये हैं..!”

जब
किसान मंडी पहुँचता है .

ये उसकी मजबूरी है
वो अपने माल की कीमत खुद नहीं लगा पाता.

व्यापारी
उसके माल की कीमत
अपने हिसाब से तय करते हैं.

एक
साबुन की टिकिया पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

एक
माचिस की डिब्बी पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.

लेकिन किसान
अपने माल की कीमत खु़द नहीं कर पाता .

खैर..
माल बिक जाता है,
लेकिन कीमत
उसकी सोच अनुरूप नहीं मिल पाती.

माल तौलाई के बाद
जब पेमेन्ट मिलता है.

वो सोचता है
इसमें से दवाई वाले को देना है, खाद वाले को देना है, मज़दूर को देना है ,

अरे हाँ,
बिजली का बिल
भी तो जमा करना है.

सारा हिसाब
लगाने के बाद कुछ बचता ही नहीं.

वो मायूस हो
घर लौट आता है
बच्चे उसे बाहर ही इन्तज़ार करते हुए मिल जाते हैं.

“पिताजी..! पिताजी..!” कहते हुये उससे लिपट जाते हैं और पूछते हैं:-
“हमारे नये कपडे़ नहीं ला़ये..?”

पिता:–”वो क्या है बेटा..,
कि बाजार में अच्छे कपडे़ मिले ही नहीं,
दुकानदार कह रहा था
इस बार दिवाली पर अच्छे कपडे़ आयेंगे तब ले लेंगे..!”

पत्नी समझ जाती है, फसल
कम भाव में बिकी है,
वो बच्चों को समझा कर बाहर भेज देती है.

पति:–”अरे हाँ..!”
“तुम्हारी साड़ी भी नहीं ला पाया..!”

पत्नी:–”कोई बात नहीं जी, हम बाद में ले लेंगे लेकिन आप अपने जूते तो ले आते..!”

पति:– “अरे वो तो मैं भूल ही गया..!”

पत्नी भी पति के साथ सालों से है पति का मायूस चेहरा और बात करने के तरीके से ही उसकी परेशानी समझ जाती है
लेकिन फिर भी पति को दिलासा देती है .

और अपनी नम आँखों को साड़ी के पल्लू से छिपाती रसोई की ओर चली जाती है.

फिर अगले दिन
सुबह पूरा परिवार एक नयी उम्मीद ,
एक नई आशा एक नये सपने के साथ नई फसल की तैयारी के लिये जुट जाता है.
….

ये कहानी
हर छोटे और मध्यम किसान की ज़िन्दगी में हर साल दोहराई जाती है
…..

हम ये नहीं कहते
कि हर बार फसल के
सही दाम नहीं मिलते,

लेकिन
जब भी कभी दाम बढ़ें, मीडिया वाले कैमरा ले के मंडी पहुच जाते हैं और खबर को दिन में दस दस बार दिखाते हैं.

कैमरे के सामने शहरी महिलायें हाथ में बास्केट ले कर अपना मेकअप ठीक करती मुस्कराती हुई कहती हैं..
सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं हमारी रसोई का बजट ही बिगड़ गया.
………

कभी अपने बास्केट को कोने में रख कर किसी खेत में जा कर किसान की हालत तो देखिये.

वो किस तरह
फसल को पानी देता है.

१५ लीटर दवाई से भरी हुई टंकी पीठ पर लाद कर छिङ़काव करता है,

२० किलो खाद की
तगाड़ी उठा कर खेतों में घूम-घूम कर फसल को खाद देता है.

अघोषित बिजली कटौती के चलते रात-रात भर बिजली चालू होने के इन्तज़ार में जागता है.

चिलचिलाती धूप में
सिर का पसीना पैर तक बहाता है.

ज़हरीले जन्तुओं
का डर होते भी
खेतों में नंगे पैर घूमता है.

पहली बार किसी कविता को पढ़कर आंसू आ गए । 😔😔

दुध पिलाया जिसने छाती से निचोड़कर
मैं 'निकम्मा, कभी 1 ग्लास पानी पिला न सका । 😭

बुढापे का "सहारा,, हूँ 'अहसास' दिला न सका
पेट पर सुलाने वाली को 'मखमल, पर सुला न सका । 😭

वो 'भूखी, सो गई 'बहू, के 'डर, से एकबार मांगकर
मैं "सुकुन,, के 'दो, निवाले उसे खिला न सका । 😭

नजरें उन 'बुढी, "आंखों से कभी मिला न सका ।
वो 'दर्द, सहती रही में खटिया पर तिलमिला न सका । 😔

जो हर "जीवनभर" 'ममता, के रंग पहनाती रही मुझे
उसे "दिवाली  पर दो 'जोड़ी, कपडे सिला न सका । 😭

"बिमार बिस्तर से उसे 'शिफा, दिला न सका ।
'खर्च के डर से उसे बड़े अस्पताल, ले जा न सका । 😔

"माँ" के बेटा कहकर 'दम,तौडने बाद से अब तक सोच रहा हूँ,
'दवाई, इतनी भी "महंगी,, न थी के मैं ला ना सका । 😭

माँ तो माँ होती हे भाईयों माँ अगर कभी गुस्से मे गाली भी दे तो उसे उसका "Duaa" समझकर भूला देना चाहिए|✨,, ✨

मैं  यह वादा करता  अगर यह पोस्ट आप दस ग्रुप मे भेजोगे तो कम से कम दो लड़के ईस पोस्ट को पढ कर अपनी माँ के बारे मे सोचेंगे जरुर!!!!!!!! 😔
🔅 *दही का इन्तजाम*🔅
▫गुप्ता जी जब लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था।

▫लोगों ने दुसरी शादी की सलाह दी परन्तु गुप्ता जी ने यह कहकर मना कर दिया कि पुत्र के रूप में पत्नी की दी हुई भेंट मेरे पास हैं, इसी के साथ पूरी जिन्दगी अच्छे से कट जाएगी।
▫पुत्र जब वयस्क हुआ तो गुप्ता जी ने पूरा कारोबार पुत्र के हवाले कर दिया। स्वयं कभी मंदिर और औफिस में बैठकर समय व्यतीत करने लगे।
▫पुत्र की शादी के बाद गुप्ता जी और अधिक निश्चित हो गये। पूरा घर बहू को सुपुर्द कर दिया।
▫पुत्र की शादी के लगभग एक वर्ष बाद दुपहरी में गुप्ता जी खाना खा रहे थे, पुत्र भी ऑफिस से आ गया था और हाथ–मुँह धोकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था।
▫उसने सुना कि पिता जी ने बहू से खाने के साथ दही माँगा और बहू ने जवाब दिया कि आज घर में दही उपलब्ध नहीं है।
▫खाना खाकर पिताजी ऑफिस चले गये। पुत्र अपनी पत्नी के साथ खाना खाने बैठा।

▫खाने में प्याला भरा हुआ दही भी था। पुत्र ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और खाना खाकर स्वयं भी ऑफिस चला गया।
▫लगभग दस दिन बाद पुत्र ने गुप्ता जी से कहा- *"पापा आज आपको कोर्ट चलना है,आज आपका विवाह होने जा रहा है।’’*
▫पिता ने आश्चर्य से पुत्र की तरफ देखा और कहा-‘‘बेटा मुझे पत्नी की आवश्यकता नही है और मैं तुझे इतना स्नेह देता हूँ कि शायद तुझे भी माँ की जरूरत नहीं है, फिर दूसरा विवाह क्यों?’’
पुत्र ने कहा  *"पिता जी, न तो मै अपने लिए माँ ला रहा हूँ न आपके लिए पत्नी,मैं तो केवल आपके लिये दही का इन्तजाम कर रहा हुँ|*

▫कल से मै किराए के मकान मे आपकी बहू के साथ रहूँगा तथा ऑफिस मे एक कर्मचारी की तरह वेतन लूँगा
*…ताकि आपकी बहू को दही की कीमत का पता चले।’’* {🙏}.
बहुत ही सुंदर पंक्तियां , फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....


✨पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..

जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे  स्वरुप को धारण किया है....

अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..

अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है

जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,

जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।

पर
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..

थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए|
Vry gud evening ji
बहुत ही सुंदर पंक्तियां , फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....


✨पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..

जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे  स्वरुप को धारण किया है....

अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..

अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है

जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,

जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।

पर
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..

थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए|
Vry gud evening ji
गर तुम नही तो ये साँसो में मेरी कौन चलता है

कौन है जो तबियत में मचलता है

कौन है जो धड़कनों में धड़कता है

कौन है जो खाबों में दिखता है

कौन है जो लबों पर मुसकराता है

कौन है जो आँखो में झलकता है

कौन है जो मुझे अहसासों में महसूस होता है

कौन है जो मुझे मेरा बस मेरा लगता है

कौन है जो मुझे जीने की चाह देता है

कोन है जो मुझे खुद से जोड़े रहता है

तुम ही तो हो जो मुझे मेरे लगते हो

तुम ही तो हो जो मुझे यादों मे घेरे रहते हो

तुम हो हाँ तुम ही हो जो मुझे छुप छुप के देखा करते हो

हाँ मैंने महसूस किया है तुम मुझसे कहा करते हो

तुम मुझसे बस मुझसे ही मोहबत करते हो

अब ये महज खयाल हो मेरे

लेकिन यही जीने के सहारा हैं मेरे

तुमको कसम है खयालों में तो रहना

जवाबों ना मिलो भले तुम मेरे सवालों में तो रहना
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🔞🔞🔞🔞🔞🔞🔞

     दुनियादारी    के    चक्कर    में,
     छूटल             आपन        गाँव ।

     छूट  गयल   सब   ताल  तलैया,
     बड़का      पीपल     के     छाँव ।।


     काली   माई,   डीह    बाबा के
     होइ    गयल   दुरलभ  दर्शन।

     सइयद  बाबा,  बरमबाबा  बिन,
     लागै     नाही      आपन     मन ।।


     छूट   गयन    सब   संगी  साथी,
     रामायण    गाइब    छूट    गयल ।

     खेल   कबड्डी    छूटल    भयवा,
     नहर     नहाइब     छूट     गयल ।।


     ताजी   ताजी    मूरई,    धनिया,
     हरियर    मरचा     छूट    गयल ।

     ऊख    चूहाई,     चेफ    नपाई,
     होरहा    दाना    छूट     गयल ।।


     रेवरा       छिउरा     तिरमुहानी,
     बड़का    मेला     छूट     गयल ।

     राम   लक्ष्मण  के  रूप   निकरै,
     गाँव      डरामा     छूट    गयल ।।


     गुड़  के  रस,    आमे  के पन्ना,
     गर्मी  के  सतुआ  छूट  गयल ।

     घर  बाहर    अवरा  के नीचे,
     बट्टी    चोखा     छूट    गयल ।।


     गाय  भईस  के इंनरी छूटल,
     हर    हरवाही     छूट   गइल ।

     खेत  कियारी   हुक्का  पानी,
     प्रीत    परानी      टूट    गइल ।।

🙏🔞🙏🙏🙏🔞🙏

Wednesday, October 26, 2016

समझ नही आता????

बैंक वाले पेन बांधकर रखते हैं

मेडिकल स्टोर वाले केंची बांधकर रखते है

झेरॉक्स वाले स्टेपलर बांधकर रखते है

प्याऊ वाले ग्लास बांधकर रखते हैं

बड़े बड़े घर वाले कुत्ता बांधकर रखते हैं

लड़कियाँ मुंह बांधकर रखती हैं।
और
पत्नियां पति को बांधकर रखती है

किसी को किसी पर भरोसा है कि नहीं 😜😜😜😜
😊😄😝😇😬😜😬
🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

🙏🏻 अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
          बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

  🙏🏻 जो *झुक* सकता है वह सारी
          दुनिया को *झुका* सकता है

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

  🙏🏻 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
          तो बुरी आदत *समय बदल देती* है

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

  🙏🏻 चलते रहने से ही *सफलता* है,
          रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

  🙏🏻 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

  🙏🏻 अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
          अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸

  🙏🏻 मुसीबत सब पर आती है,
          कोई *बिखर* जाता है
            और कोई *निखर* जाता है

🙏🏻🙏🏻🙏🏻

🌸💐🌺🌸💐🌺🌸💐🌺🌸
*कभी हम भी.. बहुत अमीर हुआ करते थे* *हमारे भी जहाज.. चला करते थे।*

*हवा में.. भी।*
*पानी में.. भी।*

*दो दुर्घटनाएं हुई।*
*सब कुछ.. ख़त्म हो गया।*

                *पहली दुर्घटना*

जब क्लास में.. हवाई जहाज उड़ाया।
टीचर के सिर से.. टकराया।
स्कूल से.. निकलने की नौबत आ गई।
बहुत फजीहत हुई।
कसम दिलाई गई।
औऱ जहाज बनाना और.. उडाना सब छूट गया।



                 *दूसरी दुर्घटना*

बारिश के मौसम में, मां ने.. अठन्नी दी।
चाय के लिए.. दूध लाना था।कोई मेहमान आया था।
हमने अठन्नी.. गली की नाली में तैरते.. अपने जहाज में.. बिठा दी।
तैरते जहाज के साथ.. हम शान से.. चल रहे थे।
ठसक के साथ।
खुशी खुशी।
अचानक..
तेज बहाब आया।
और..
जहाज.. डूब गया।

साथ में.. अठन्नी भी डूब गई।
ढूंढे से ना मिली।

मेहमान बिना चाय पीये चले गये।
फिर..
जमकर.. ठुकाई हुई।
घंटे भर.. मुर्गा बनाया गया।
औऱ हमारा.. पानी में जहाज तैराना भी.. बंद हो गया।

आज जब.. प्लेन औऱ क्रूज के सफर की बातें चलती हैं , तो.. उन दिनों की याद दिलाती हैं।

वो भी क्या जमाना था !

और..
आज के जमाने में..
मेरे बेटी ने...  
पंद्रह हजार का मोबाइल गुमाया तो..

मां बोली ~ कोई बात नहीं ! पापा..
दूसरा दिला देंगे।

हमें अठन्नी पर.. मिली सजा याद आ गई।

फिर भी आलम यह है कि.. आज भी.. हमारे सर.. मां-बाप के चरणों में.. श्रद्धा से झुकते हैं।

औऱ हमारे बच्चे.. 'यार पापा ! यार मम्मी !
कहकर.. बात करते हैं।
हम प्रगतिशील से.. प्रगतिवान.. हो गये हैं।

कोई लौटा दे.. मेरे बीते हुए दिन।।
         

☔🙏
माँ बाप की लाइफ गुजर जाती है *बेटे
की लाइफ बनाने में......*
और बेटा status_ रखता है---
"*My wife is my Life*"
एक औरत ने तीन संतों को अपने घर के सामने
देखा। वह उन्हें जानती नहीं थी।

औरत ने कहा –
“कृपया भीतर आइये और भोजन करिए।”

संत बोले – “क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?”

औरत – “नहीं, वे अभी बाहर गए हैं।”

संत –“हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर
हों।”

शाम को उस औरत का पति घर आया और
औरत ने उसे यह सब बताया।

पति – “जाओ और उनसे कहो कि मैं घर
आ गया हूँ और उनको आदर सहित बुलाओ।”

औरत बाहर गई और उनको भीतर आने के
लिए कहा।

संत बोले – “हम सब किसी भी घर में एक साथ
नहीं जाते।”

“पर क्यों?” – औरत ने पूछा।

उनमें से एक संत ने कहा – “मेरा नाम धन है”

फ़िर दूसरे संतों की ओर इशारा कर के कहा –
“इन दोनों के नाम सफलता और प्रेम हैं।

हममें से कोई एक ही भीतर आ सकता है।

आप घर के अन्य सदस्यों से मिलकर तय कर
लें कि भीतर किसे निमंत्रित करना है।”

औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब
बताया।

उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और

बोला –“यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित
करना चाहिए।
हमारा घर खुशियों से भर जाएगा।”

पत्नी – “मुझे लगता है कि हमें सफलता को
आमंत्रित करना चाहिए।”

उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी।
वह उनके पास आई और बोली –
“मुझे लगता है कि हमें प्रेम को आमंत्रित करना
चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं।”

“तुम ठीक कहती हो, हमें प्रेम
को ही बुलाना चाहिए” – उसके माता-पिता ने
कहा।

औरत घर के बाहर गई और उसने संतों से पूछा –
“आप में से जिनका नाम प्रेम है वे कृपया घर में
प्रवेश कर भोजन गृहण करें।”

प्रेम घर की ओर बढ़ चले।

बाकी के दो संत भी उनके
पीछे चलने लगे।

औरत ने आश्चर्य से उन दोनों से पूछा –
“मैंने
तो सिर्फ़ प्रेम को आमंत्रित किया था। आप लोग
भीतर क्यों जा रहे हैं?”

उनमें से एक ने कहा – “यदि आपने धन और
सफलता में से किसी एक को आमंत्रित किया होता
तो केवल वही भीतर जाता।

आपने प्रेम को आमंत्रित किया है।

प्रेम कभी अकेला नहीं जाता।
प्रेम जहाँ-जहाँ जाता है, धन और सफलता
उसके पीछे जाते हैं।

इस कहानी को एक बार, 2 बार, 3 बार
पढ़ें ........

अच्छा लगे तो प्रेम के साथ रहें, 💖💖

प्रेम बाटें, प्रेम दें और प्रेम लें

क्यों कि प्रेम ही
सफल जीवन का राज है। :)
...
नोट : लेख अगर अच्छा लगा हो तो शेयर जरूर करे 👌☝.
एक औरत ने तीन संतों को अपने घर के सामने
देखा। वह उन्हें जानती नहीं थी।

औरत ने कहा –
“कृपया भीतर आइये और भोजन करिए।”

संत बोले – “क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?”

औरत – “नहीं, वे अभी बाहर गए हैं।”

संत –“हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर
हों।”

शाम को उस औरत का पति घर आया और
औरत ने उसे यह सब बताया।

पति – “जाओ और उनसे कहो कि मैं घर
आ गया हूँ और उनको आदर सहित बुलाओ।”

औरत बाहर गई और उनको भीतर आने के
लिए कहा।

संत बोले – “हम सब किसी भी घर में एक साथ
नहीं जाते।”

“पर क्यों?” – औरत ने पूछा।

उनमें से एक संत ने कहा – “मेरा नाम धन है”

फ़िर दूसरे संतों की ओर इशारा कर के कहा –
“इन दोनों के नाम सफलता और प्रेम हैं।

हममें से कोई एक ही भीतर आ सकता है।

आप घर के अन्य सदस्यों से मिलकर तय कर
लें कि भीतर किसे निमंत्रित करना है।”

औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब
बताया।

उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और

बोला –“यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित
करना चाहिए।
हमारा घर खुशियों से भर जाएगा।”

पत्नी – “मुझे लगता है कि हमें सफलता को
आमंत्रित करना चाहिए।”

उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी।
वह उनके पास आई और बोली –
“मुझे लगता है कि हमें प्रेम को आमंत्रित करना
चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं।”

“तुम ठीक कहती हो, हमें प्रेम
को ही बुलाना चाहिए” – उसके माता-पिता ने
कहा।

औरत घर के बाहर गई और उसने संतों से पूछा –
“आप में से जिनका नाम प्रेम है वे कृपया घर में
प्रवेश कर भोजन गृहण करें।”

प्रेम घर की ओर बढ़ चले।

बाकी के दो संत भी उनके
पीछे चलने लगे।

औरत ने आश्चर्य से उन दोनों से पूछा –
“मैंने
तो सिर्फ़ प्रेम को आमंत्रित किया था। आप लोग
भीतर क्यों जा रहे हैं?”

उनमें से एक ने कहा – “यदि आपने धन और
सफलता में से किसी एक को आमंत्रित किया होता
तो केवल वही भीतर जाता।

आपने प्रेम को आमंत्रित किया है।

प्रेम कभी अकेला नहीं जाता।
प्रेम जहाँ-जहाँ जाता है, धन और सफलता
उसके पीछे जाते हैं।

इस कहानी को एक बार, 2 बार, 3 बार
पढ़ें ........

अच्छा लगे तो प्रेम के साथ रहें, 💖💖

प्रेम बाटें, प्रेम दें और प्रेम लें

क्यों कि प्रेम ही
सफल जीवन का राज है। :)
...
नोट : लेख अगर अच्छा लगा हो तो शेयर जरूर करे 👌☝.
Doctor-"कितने पैग पीते हो?"
Patient-"आठ |"

Doc-"चार कर दो और एक हफ्ते बाद आना |"

एक हफ्ते बाद.......

Doc-"कैसा लग रहा है?"

Patient-"बहुत अच्छा |"

Doc-"अब दो पैग कर दो और एक हफ्ते बाद आना |"

एक हफ्ते बाद.....

Doc-"अब कैसा लग रहा है?"

Patient-"बहुत अच्छा |"

Doc-"ठीक है, अब एक पैग कर दो |"

Patient-"नहीं करूंगा | बिलकुल नहीं करूंगा |
मैं पहले पूरी बोतल के आठ पैग बनाता था और आपने आठ से चार करवा दिये, चार से दो करवा दिये | और अब दो से एक कैसे करूँ?
बाजार में इतना बड़ा गिलास नहीं मिलता है, कि पूरी बोतल उस में आ जाये |"
Dr  बेहोश

Cheers🍺🍺😜😜
😂😂😂
A vacuum cleaner salesman knocked at the door….

Lady opened it. Before she could speak, the salesman rushed into the living room and emptied a bag of cow dung on the carpet.

Salesman: - Madam, if I couldn't clean this up in the next 3 mins with my new powerful vacuum cleaner, I will EAT it all!!

Lady:  You need chilli sauce with that?

Salesman: - Why Madam?

Lady: - Because there's no electricity in the house...!!!

MORAL: - "Gather all resources before working on any project and committing to the client... & over smartness can be deadly."..
     😜😜
A vacuum cleaner salesman knocked at the door….

Lady opened it. Before she could speak, the salesman rushed into the living room and emptied a bag of cow dung on the carpet.

Salesman: - Madam, if I couldn't clean this up in the next 3 mins with my new powerful vacuum cleaner, I will EAT it all!!

Lady:  You need chilli sauce with that?

Salesman: - Why Madam?

Lady: - Because there's no electricity in the house...!!!

MORAL: - "Gather all resources before working on any project and committing to the client... & over smartness can be deadly."..
     😜😜

Sunday, October 23, 2016

*40 वर्ष से अधिक उम्र वाले इसे अवश्य पढ़ें, क्योंकि यह उनके भावी जीवन के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है...*

*1 :* अपने स्वयं के स्थायी स्थान पर रहें ताकि स्वतंत्र जीवन जीने का आनंद ले सकें !

*2 :* अपना बैंक बैलेंस और भौतिक अमूल्य संपत्ति सदा अपने पास रखें !

*3 :* अपने बच्चों के इस वादे पर निर्भर ना रहें कि वो वृद्धावस्था में आपकी सेवा करेंगे, क्योंकि समय बदलने के साथ उनकी प्राथमिकता भी बदल जाती है !

*4 :*  उन लोगों को अपने मित्र समूह में शामिल करें जो आपको जीवन को प्रसन्न देखना चाहते हैं !

*5 :* किसी के साथ अपनी तुलना ना करें और ना ही किसी से कोई उम्मीद रखें !

*6 :* अपनी संतानों के जीवन मे दखल अन्दाजी ना करें, उन्हें अपने तरीके से अपना जीवन जीने दें और आप अपने तरीके से अपना जीवन जियें !

*7 :* अपनी वृद्धावस्था को आधार बनाकर किसी से सेवा करवाने, सम्मान पाने का प्रयास ना करें !

*8 :* लोगों की बातें सुनें लेकिन अपने स्वतंत्र विचारों के आधार पर निर्णय लें !

*9 :* प्रार्थना करें लेकिन भीख ना मांगे, यहां तक कि भगवान से भी नही, अगर भगवान से कुछ मांगे तो सिर्फ माफ़ी या हिम्मत !

*10 :* अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखें, चिकित्सीय परीक्षण के अलावा अपने आर्थिक सामर्थ्य अनुसार पौष्टिक भोजन खायें और यथा सम्भव अपना काम अपने हाथों से करें !

*11 :* अपने जीवन से कभी थकें नहीं हमेशा प्रसन्न रहें !  

*12 :* प्रतिवर्ष अपने जीवनसाथी के साथ भ्रमण, तीर्थयात्रा पर एक या अधिक बार अवश्य जायें,  इससे आपका जीवन जीने का नजरिया बदलेगा.

*13 :* किसी भी टकराव को टालें एवं तनाव रहित जीवन जियें !
 
*14 :* जीवन में स्थायी कुछ भी नही है, चिंतायें भी नहीं इस बात का विश्वास करें !

*15 :* अपनी सामाजिक, पारिवारिक जिम्मेदारियों को रिटायरमेंट से पहले पूरा कर लें, याद रखें जब तक आप जीना शुरू नही करते हैं तब तक आप जीवित नही हैं !

*खुशनुमा जीवन की शुभकामनाओं के साथ..*🙏
*पूरा पढ़ें मज़ा नही आया तो आज से पोस्ट बंद।*

*आखिर पत्नी क्या है..?*

😛
*फौजी:* सारे दुश्मन हमसे डरते हैं और हम बीवी से !

😛
*मोची:* मैं जूतों की मरम्मत करता हूं और बीवी मेरी !

😛
*टीचर:* मैं कॉलेज में लैक्चर देता हूं और घर में बीवी से सुनता हूं !

😛
*ऑफिसर:* मैं ऑफिस में बॉस हूं और घर में बीवी का नौकर !

😛
*जज:* मैं कोर्ट में फैसला सुनाता हूं और घर में इंसाफ के लिए तरसता हूं !

😛
*दुकानदार :* मैं दुनिया को बनाता हूँ फिर घर में पत्नी मुझे बनाती है !

😛
*डॉक्टर :* मैं दुनिया को ठीक करता हूँ और घर में बीवी मुझे ठीक करती है !

😛
*फेसबुकिया :* मैं दुनिया को पकाता हूँ और घर में बीवी मुझे पकाती है !

😛
*अकाउंटेंट :* मैं दुनिया का हिसाब रखता हूँ और बीवी मेरा हिसाब बराबर करती है !

😛
{फैसला आपके हाथ में है.. *कुंवारे* रहो *खुश* रहो *No wife easy life*}

*जो शादी कर चुके हैं वो सब्र करें ।*

*शादी के बाद पत्नी कैसे बदलती है,*

*जरा गौर कीजिए :*

😛
*पहले साल :* मैंने कहा जी खाना खा लीजिए , आपने काफी देर से कुछ खाया नहीं ।

😛
*दूसरे साल :* जी खाना तैयार है , लगा दूं ?

😛
*तीसरे साल :* खाना बन चुका है , जब खाना हो तब बता देना ।

😛
*चौथे साल :* खाना बनाकर रख दिया है , मैं बाजार जा रही हूं , खुद ही निकाल कर खा लेना ।

😛
*पांचवे साल :* मैं कहती हूं आज मुझ से खाना नहीं बनेगा , होटल से ले आओ ।

😛
*छठे साल :* जब देखो खाना , खाना और खाना , अभी सुबह ही तो खाया था ।

😛
*शादी के बाद पति कैसे बदलते है,*

*जरा गौर कीजिए*

😛
*पहले साल :* dear संभलकर उधर गड्ढा हैं

😛
*दूसरे साल :* अरे यार देख के उधर गड्ढा हैं

😛
*तीसरे साल :* दिखता नहीं उधर गड्ढा हैं

😛
*चोथे साल : अंधी हैं क्या गड्ढा नहीं दिखता*

😛
*पांचवे साल :* अरे उधर -किधर मरने जा रही हैं गड्ढा तो इधर हैं ..

😂😝 *मुस्कुराते रहिये...*😝😀😛

*हंसना ही जिन्दगी है।*
*वरना शांत तो मुर्दे रहते हैं।*

*Tribute to all married man*

घरवाली के ताने जब हद से बाहर हो जाये तो तत्काल जूता उठाए
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पहने और घर से बाहर निकल जाये

बीच में आपने जो सोचा है उसके लिए 56 इंच का सीना चाहिए

कहते है की जब इंसान के पाप का घड़ा भर ज

*जिंदगी के 8 हिस्से होते है...*

*1.

*3. मौज मस्ती*

*4. प्यार*

*5. शादी*

*6.*

*7.*

*8.*

क्या ढूंड रहे हो...?

*शादी होने के बाद खतम...!*

*सब कुछ खतम...!! गेम ओव्हर... भाई....
पिता ने बंदिशे लगाई,
उसे संस्कारो का नाम दे दिया.....!!

सास ने कहा अपनी इच्छाओं को मार दो
उसे परम्पराओं का नाम दे दिया....!

ससुर ने घर को कैदखाना बना दिया,
उसे अनुशासन का नाम दे दिया.....!!

पति ने थोप दिये अपने सपने अपनी इच्छायें ।
उसे वफा का नाम दे दिया.....!

बच्चों ने अपने मनकी की और उसे नयी सोच  का नाम दे दिया

ठगी सी खड़ी मैं जिन्दगी की राहों पर,

और मैने उसे किस्मत का नाम दे दिया.....!!🌿

मंदिर में गयी तो , महाराज ने उसे कर्म का नाम दे दिया।

जिंदगी तो मेरी थी एक पल जीने को तरस गयी। फिर भी इन चलती सांसों को  हमने  ज़िन्दगी का नाम दे दिया।
*सामाजिक पतन का कारण*

 *"भगवान् श्रीकृष्ण" ने एक रात को स्वप्न में  देखा कि, एक गाय अपने नवजात बछड़े को  प्रेम से चाट रही है।  चाटते-चाटते वह गाय, उस बछड़े की कोमल खाल को छील देती है।  उसके शरीर से रक्त निकलने लगता है । और वह बेहोश होकर, नीचे गिर जाता है।
   श्रीकृष्ण प्रातः इस स्वप्न  पर चिन्तन कर यह निर्णय लेते हैं कि -.             .                               *"यह स्वपन "कलियुग" का लक्षण है।"*

 *कलियुग में माता-पिता, अपनी संतान को, इतना प्रेम करेंगे, उन्हें सुविधाओं का इतना व्यसनी बना देंगे कि, वे उनमें डूबकर, अपनी ही हानि कर बैठेंगे। सुविधा, भोगी और  कुमार्ग - गामी बनकर विभिन्न अज्ञानताओं में फंसकर अपने होश गँवा देंगे।

  *आजकल हो भी यही रहा है। माता पिता अपने बच्चों को, मोबाइल, बाइक, कार, कपड़े, फैशन की सामग्री और पैसे उपलब्ध करा देते हैं । बच्चों का चिंतन, इतना विषाक्त
 हो जाता है कि, वो माता-पिता से झूठ बोलना, बातें छिपाना, बड़ों का अपमान करना आदि  सीख जाते हैं और पूरे मतलबी व जिद्दी हो जाते हैं  !!!
     ☝ !! *याद रखियेगा* !! 👇
     संस्कार दिये बिना सुविधायें देना,
           पतन का कारण है।    
            *"जय श्री कृष्ण"*
        🍃🌺🍃🌺🍃🌺🍃🌺🍃

Thursday, October 20, 2016

A vacuum cleaner salesman knocked at the door….

Lady opened it. Before she could speak, the salesman rushed into the living room and emptied a bag of cow dung on the carpet.

Salesman: - Madam, if I couldn't clean this up in the next 3 mins with my new powerful vacuum cleaner, I will EAT it all!!

Lady:  You need chilli sauce with that?

Salesman: - Why Madam?

Lady: - Because there's no electricity in the house...!!!

MORAL: - "Gather all resources before working on any project and committing to the client... & over smartness can be deadly."..
     😜😜
😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜

1. KG के बच्चे को इम्तहान में 0 मिला।
पिता गुस्से से- यह क्या है?
बच्चा- मैम के पास स्टार खत्म हो गये तो उन्होंने मून दे दिया |

😀😀😀😀😀😀😀

 टीचर – हरीश बताओ, अकबर ने कब तक शासन किया था?
हरीश -  पेज नम्बर -14 से लेकर पेज 20 तक।

😀😀😀😀😀😀😀

मास्टर: नदी में निम्बू के पेड़ से निम्बू कैसे तोड़ोगे?
छोटू: चिड़िया बनकर!
मास्टर: तुझे चिड़िया कौन बनाएगा?
छोटू: जो नदी में पेड़ लगाएगा!

😀😀😀😀😀😀😀

 मैडम: बच्चो बताओ सबसे ज्यादा नशा किसमे होता है?
छोटू: जी किताब में!
मैडम: वो कैसे?
छोटू: जी खोलते ही नींद आने लग जाती है!

😀😀😀😀😀😀😀😀😀

स्कूल के पीछे नदी में प्रिंसिपल डूब रहा था!
सुरेश ने देखा और जोर जोर से चिल्लाते हुये भागा! . . .
कल छुट्टी है! कल छुट्टी है!

😀😀😀😀😀😀😀😀😀

 टीचर: बच्चो, ऐसा वाक्य बनाओ जिस में उर्दू, हिंदी, पंजाबी और इंग्लिश का प्रयोग हुआ हो!
 छोटू: मैडम, इश्क दी गली विच नो एंट्री

😀😀😀😀😀😀😀😀😀

टीचर : सबसे चतुर जानवर कौन है ?
पप्पू : हिरन
टीचर : कैसे ?
पप्पू : इसने सतयुग मेँ राम को फँसाया
और
कलयुग मेँ सलमान को

😜😜😜😜😜😜😜😜







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🌺रात को तकिए के पास जरूर रखें ये चीजें, बुरे अौर डरावने सपनों से छुटकारा पाने के लिए

रात को सोते समय कई लोगों को बुरे अौर डरावने सपने आते हैं जिससे भयभीत होकर वे अचानक नींद से जाग जाते हैं। कुछ लोगों को प्रतिदिन इस परेशानी का सामना करना पड़ता है। वास्तुशास्त्र की सहायता से इस परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है। वास्तु के कुछ सरल उपायों को ध्यान में रखने से व्यक्ति बुरे अौर डरावने स्वप्नों से मुक्ति पा सकता है।

* रात को सोते समय डर लगता हो या भय से अचानक उठ जाते हैं तो अपने तकिए के नीचे 5-6 छोटी इलाइची कपड़े में बांध कर रख लें लाभ होगा।

* तांबे का पात्र जल से भरकर बिस्तर के पास रख लें अौर सुबह उस पानी को पौधों पर डाल दें।

* वास्तु के अनुसार रात को सोते समय डर लगता हो तो तकिए के पास या नीचे चाकू रख लें। चाकू न होने पर कैंची, नेल-कटर, कांटा आदि भी तकिए के नीचे रख सकते हैं। जिससे रात को डर नहीं लगता।

* कागज या कपड़ें में थोड़े से पीले चावल बांधकर तकिए के नीचे रखने से डर अौर बुरे स्वप्नों से बचाव होता है।

* इसके अतिरिक्त रात को बाल बांधकर सोना चाहिए। रात को बाल खुले रखकर सोने से भी बुरे सपने आते हैं।

* गंदे या अव्यवस्थित बिस्तरे पर सोने से भी डर अौर बुरे सपने आते हैं। इसलिए सोने से पूर्व बिस्तरा साफ करके सोएं।

* पलंग के आस-पास अौर नीचे रखे जूते-चप्पल भी डर अौर बुरे सपनों का कारण बनता है।

* जिस चादर पर डार्क या हिंसक जानवरों का प्रिंट हो उसका प्रयोग नहीं करना चाहिए। फटी हुई चादर का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।


*Beautiful   Message*!!

💬   If    You    Are    Right    Then     There    is     No    Need    to    Get    Angry ...

💬   And    If    You    Are    Wrong    Then    You     Don't     Have    Any    Right    to    Get    Angry.

💬   Patience    With    Family    is   Love .....

💬   Patience    With    Others    is   Respect.

💬   Patience     With     Self     is   Confidence   And   Patience   With   GOD   is   Faith.

💬   Never    Think    Hard    About    The    PAST ,    It    Brings    Tears...

💬   Don't    Think    More    About   The   FUTURE ,   It   Brings   Fear...

💬  Live   This   Moment   With   A   Smile ,  It    Brings   Cheer.

💬  Every     Test     in    Our    Life   Makes   Us   Bitter   Or   Better .....

💬   Every   Problem   Comes   To   Make   Us   Or   Break   Us  !

💬   The      Choice     is       Ours   Whether   We   Become   Victims   Or   Victorious.

💬   Beautiful   Things    Are    Not   Always   Good   But   Good  Things   Are   Always   Beautiful ......

💬   Do   You   Know    Why    God  Created   Gaps  between  Fingers ?  So     That     Someone ,    Who    is     Special    To    You ,   Comes    And   Fills   Those    Gaps ,   By   Holding   Your   Hand   Forever.

💬   " Happiness "   Keeps   You ....  Sweet   But   Being   Sweet   Brings   Happiness.

Do    Share    It  ,    With    All    The    Good    People   In   Your   Life.

😊
जब भगवान् कर रहे थे स्त्री की रचना तब हुआ)))))))))



इस दुनिया की सबसे अजीब पहेली स्त्री है और ऐसा कहा जाता है कि इसे समझना और सुलझाना बहुत मुश्किल है ! तो आपको जान कर हैरानी होगी कि जब स्त्री की रचना हुई थी तब भगवान् ने बहुत फुरसत से इसकी रचना की थी और इसमें इतना समय लग गया कि “देवदूत भी भगवान् से” सवाल जवाब करने लगे कि आखिर आपको सृष्टि की इस रचना में इतना समय क्यों लग रहा है ? दरअसल भगवान् जब स्त्री की रचना कर रहे थे तब ये क्रिया 6 दिन तक चलती रही पर तब भी यह अधूरी थी ! ऐसे में देवदूत प्रश्न करने के लिए विवश हो ही गए ! आप भी इन दिलचस्प सवालो को पढ़िए और सुनिये आखिर भगवान् ने देवदूत के प्रश्नों के क्या अध्भुत जवाब दिए !

गुणों से भरपूर ..
सबसे पहला प्रश्न देवदूत ने ये पूछा कि भगवान् आप इस रचना में इतना समय क्यों लगा रहे है ? तो जवाब में भगवान् ने उतर दिया कि क्या तुमने इसके गुण देखे है ! ये मेरी वो रचना है जो हर हालत में डटी रहती है और खुद को संभाले रखती है ! फिर स्थिति चाहे कैसी भी हो ये सबको खुश रखती है ! अपने परिवार और सब बच्चो को एक सा प्यार करती है ! ये न केवल अपना ख्याल खुद रखती है बल्कि बीमार होने के बावजूद भी 18 घंटे काम करने की क्षमता रखती है ! तो हुई न ये गुणों से भरपूर !

स्त्री की प्रबलता ..
देवदूत ये सब सुन कर हैरान रह गए और पूछने लगे कि क्या ये सब केवल अपने दोनों हाथो से इतना कुछ कर सकती है ? भगवान् ने जवाब दिया बिलकुल ! इसलिए तो ये मेरी सबसे अध्भुत रचना कहलाएगी ! ये सब सुन कर ,देवदूत ने पास जाकर भगवान् की बनाई इस रचना को जब हाथ लगाया तो उन्होंने कहा कि प्रभु ये तो बहुत नाज़ुक है तो भगवान् ने हंस कर कहा कि हा ये बाहर से नाज़ुक जरूर है पर अंदर से उतनी ही मज़बूत है ! अर्थात ये कोमल है पर कमज़ोर नहीं !

 सोचने की क्षमता ..
देवदूत इस रचना को लेकर काफी उत्साहित थे तो वो उत्साहित होकर ये पूछ बैठे कि प्रभु क्या ये सोच भी सकती है ? तो प्रभु ने कहा ये न केवल सोच सकती है बल्कि हर समस्या का मुकाबला करने की क्षमता भी रखती है ! इसके बाद देवदूत ने जो किया उसे पढ़ कर आप भी भावुक होने पर मज़बूर हो जायेगे !

आंसुओ की व्यथा ..
दरअसल देवदूत ने जब पास जाकर स्त्री के गालों को हाथ लगाया तब उन्हें कुछ पानी जैसा प्रतीत हुआ तो उन्होंने पूछा कि “हे भगवान्” ये इसके गालों पर पानी जैसा क्या है ? भगवान् ने कहा ये आंसू है ! तब देवदूत ने बहुत ही हैरान होकर “पूछा आंसू ” पर वो किसलिए ? अब जरा इस पर भगवान् ने क्या कहा वो भी सुन लीजिये ! भगवान् ने कहा कि जब भी कभी ये कमज़ोर पड़ने लगे तब ये अपनी सारी पीड़ा आंसुओ के साथ बहा देती है और फिर से मजबूत बन जाती है ! अर्थात अपने दुखो को भुलाने का इसके पास ये सबसे बेहतर तरीका है ! भगवान् ने कहा कि यही इसकी ताकत है ! देवदूत ने ये सब सुन कर कहा कि भगवान् आप तो महान है ! इस रचना को आपने सब कुछ सोच समझ कर बनाया है !

भगवान् ने कहा ये स्त्री रूपी रचना हमेशा अपने परिवार की हिम्मत बनेगी और हर परिस्थिति में निश्छल रह कर ही समझौता करेगी ! वैसे इसके बाद देवदूत ने जब ये कहा कि भगवान् आपकी रचना सम्पूर्ण है तो भगवान् ने जवाब दिया कि नहीं            अभी इसमें एक कमी है और वो ये कि ये अपना ही महत्व भूल जाती है कि ये कितनी खास है और इसमें क्या क्या गुण है !
भगवान् द्वारा बनाई इस रचना की व्यथा को पढ़ने के बाद आप भी समझ गए होंगे कि आखिर एक स्त्री में इतने रूप क्यों पाए जाते है ! फिर चाहे माँ हो या बहन हो या पत्नी उसका हर रूप परिपूर्ण है ! इसलिए आप भी भगवान् की बनाई इस रचना को पहचानिये और इसका सम्मान कीजिये !

By..Satish
*दूध को दुखी करो तो दही बनता है|*
*दही को सताने से मक्खन बनता है|*
*मक्खन को सताने से घी बनता है|*
*दूध से महंगा दही है,दही से महंगा मक्खन है,और मक्खन से महंगा घी है|*
*किन्तु इन चारों का रंग एक ही है सफेद|*
*इसका अर्थ है बाऱ- बार दुख और संकट आने पर भी जो इंसान अपना रंग नहीं बदलता,समाज में उसका ही मूल्य बढ़ता है|*

 👉 *दूध* उपयोगी है किंतु एक ही दिन के लिए, फिर वो *खराब* हो जाता है....!!
👉 *दूध* में एक बूंद *छाछ* डालने से वह *दही* बन जाता है जो केवल दो और दिन *टिकता* है....!!
👉 *दही* का मंथन करने पर *मक्खन* बन जाती है, यह और तीन दिन टिकता है....!!
👉 *मक्खन* को उबालकर *घी* बनता है, *घी* कभी खराब नहीं होता....!!
👉 एक ही दिन में बिगड़ने वाले *दूध* में कभी नहीं बिगड़ने वाला *घी* छिपा है....!!
👉इसी तरह आपका *मन* भी अथाह *शक्तियों* से भरा है, उसमें कुछ *सकारात्मक विचार* डालो अपने आपको *मथो* अर्थात *चिंतन* करो....अपने *जीवन* को और *तपाओ* और तब देखना
*आप कभी हार नहीं मानने वाले सदाबहार व्यक्ति बन जाओगे....!!*🙏
🐾 हे परमात्मा, 🐾
अगर आप का कुछ तोड़ने का मन करे,
      🐾तो मेरा ग़रूर तोड़ देना.. 🐾
अगर आप का कुछ जलाने का मन करे,
      🐾तो मेरा क्रोध जला देना.. 🐾
अगर आप का कुछ बुझाने का मन करे,
       🐾तो मेरी घृणा बुझा देना..🐾
अगर आप का मारने का मन करे,
      🐾तो मेरी इच्छा को मार देना..🐾
अगर आप का प्यार करने का मन करे,
      🐾तो मेरी ओर देख लेना..🐾
"मैं शब्द, तुम अर्थ, तुम बिन मैं व्यर्थ"

Wednesday, October 19, 2016

🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃🍃
Shaan Se Pyar Ka Izhar Karenge,
Teri Mohabbat Pe Jaan Bhi Nisar Karenge,

Dekh K Jalegi Duniya Saari,
Is Kadar Tujhpe Aitbaar Karenge,

Denge Salaami Sab Humko,
Jab Pyar Ko Hum Bayaan Karenge,

Daulat Aur Shaurat Ka Kya Hai Kaam,
Teri Khushi Mein Khudko Nichaawar Karenge,

Har Ghadi Ho Bus Tera Deedar,
Waqt Se Hum Yahi Iltijaa Karenge,

Saaye Ki Tarah Tujhse Liptey Rahenge,
Duniya Ki Buri Nazar Se Tujhe Bachaya Karenge.

🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿🌿l
" संदुक  आणि  वळकटी "
----------------------------------------------

बोलता बोलता सहज मी
दिवाळीचा विषय काढला
एकदम माझ्या मित्राचा
चेहरा पांढरा पडला 😨

तो म्हणाला दिवाळी आली की
हल्ली धड धड होतं
जुनं सारं वैभव आठवून
रडकुंडीला येतं 😢

चार दिवसाच्या सुट्टीत आता
कसं होईल माझं
एवढ्या मोठ्या वेळेचं
उचलेल का ओझं ? 😳

मी म्हटलं अरे वेड्या
असं काय म्हणतोस
सलग सुट्टी मिळून सुद्धा
का बरं कण्हतोस  ?🤒

काय सांगू मित्रा आम्ही
चौघ बहीण भाऊ 👨‍👩‍👧‍👦
कुणीच कुणाला बोलत नाही
मी कुठे जाऊ ?🚶🏻

आता कुणी कुणाकडे
जात येत नाही
आम्हालाही दोन दिवस
कुणीच बोलावीत नाही 😷

चार दिवस कसे जातील
मलाच प्रश्न पडतो
लहानपणीचे फोटो पाहून
मी एकटाच रडतो 🙇🏻

पूर्वीच्या काळी  नातेवाईक
बरेच गरीब होते
तरीही ते एकमेकाकडे
जात येत होते 🏃🏻💃🏻

कुणाकडे गेल्या नंतर
आतून स्वागत व्हायचं
सारं काम साऱ्यानी
मिळून मिसळून करायचं 🙋🏻‍♂

सुबत्ता फार नव्हती
पण वृत्ती चांगली होती
गरिबी असून सुद्धा
खूप मजा होती 🤗

मुरमुऱ्याच्या चिवड्या मधे
एखादाच शेंगदाणा भेटायचा
त्याप्रसंगी आनंद मात्र
आभाळा एवढा असायचा 😝

लाल,हिरव्या रंगाचे
वासाचे तेल असायचे
अर्ध्या वाटी खोबर्याच्या तेलात
बुडाला जाऊन बसायचे 🤔

उत्साह आणि आनंद मात्र
काठोकाठ असायचा
सख्खे असो चुलत असो
वाडा गच्च दिसायचा 👨‍👩‍👧‍👦👩‍👩‍👧‍👦👨‍👨‍👧‍👦

चपला नव्हत्या बूट नव्हते
नव्हते कपडे धड
तरीही जगण्याची
मोठी  धडपड 👡👞👕👚

सारे झालेत श्रीमंत
पण वाडे गेले पडून
नाते गोते प्रेम माया
विमानात गेले उडून ✈

घरा घरात दिसतो आता
सुबत्तेचा पूर 🌉
तरी आहे मना मनात
चुली सारखा धूर 💨

पाहुण्यांचे येणे जाणे
आता संपून गेले
दसरा आणि दिवाळीतले
आनंदी क्षण  गेले 🙅🏻🙅🏻‍♂

श्राद्ध , पक्ष व्हावेत तसे
मोठे  सण असतात
फ्लॅट आणि बंगल्या मधे
दोन चार माणसं दिसतात 🏢

प्रवासाची सुटकेस आता
अडगळीला पडली 👜
त्या दिवशी माझ्याजवळ
धाय मोकलून रडली 😭

हँडल तुटलं होतं तरी
सुतळी बांधली होती
लहानपणी तुमची मला
खूप सोबत होती 🎒

सुटकेस म्हणली सर मला
पाहुण्याकडे नेत जा
कमीत कमी दिवाळीत तरी
माझा वापर करीत जा 💼

सुटकेसचं बोलणं ऐकूण
माझं ही काळीज तुटलं
म्हणलं बाई माणसाचं
आता नशीब फुटलं 😥

म्हणून म्हणतो बाबांनो
अहंकार सोडा
बहीण भाऊ काका काकू
पुन्हा नाती जोडा
👨🏻👩🏻👱🏻‍♀👱🏻👴🏻👵🏻👶🏻👦🏻👧🏻👳🏻‍♀🙋🏻‍♂

' संदुक ' आणि ' वळकटीचे '
स्मरण आपण करू
दिवाळीला जाण्यासाठी
पुन्हा सुटकेस भरु🚊💼👜

🙏🏻💃🏻🙏🏻💃🏻🙏🏻💃🏻🙏🏻

Tuesday, October 18, 2016

🍃जय तुलसी माता... तुलसीदल का महात्म्य....!!🍃

पद्मपुराण में भगवान शिव द्वारा तुलसीदल की महिमा का वर्णन:-

भगवान शिव ने स्वयं कहा है:- ‘‘सब प्रकार के पत्तों और पुष्पों की अपेक्षा तुलसी ही श्रेष्ठ मानी गई है।

तुलसी परम मंगलमयी, समस्त कामनाओं को पूर्ण करनेवाली, शुद्ध, श्रीविष्णु को अत्यंत प्रिय तथा ‘वैष्णवी’ नाम धारण करनेवाली है।

तुलसी संपूर्ण लोक में श्रेष्ठ, शुभ तथा भोग और मोक्ष प्रदान करनेवाली है।

भगवान श्रीविष्णु ने पूर्वकाल में संपूर्ण लोकों का हित करने के लिए तुलसी का वृक्ष रोपा था।

तुलसी के पत्ते और पुष्प सब धर्मों में प्रतिष्ठित हैं, जैसे भगवान श्रीविष्णु को लक्ष्मी और मैं (शिव) दोनों प्रिय हैं, उसी प्रकार यह तुलसीदेवी भी परम प्रिय है।
हम तीनों के सिवा कोई चौथा ऐसा नहीं जान पड़ता, जो भगवान को इतना प्रिय हो।

तुलसीदल के बिना दूसरे-दूसरे फूलों, पत्तों तथा चंदन आदि के लेपों से भगवान श्रीविष्णु को उतना संतोष नहीं होता।

जिसने तुलसीदल के द्वारा पूर्ण श्रद्धा के साथ प्रतिदिन भगवान श्रीविष्णु का पूजन किया है, उसने दान, होम, यज्ञ और व्रत आदि सब पूर्ण कर लिए।

तुलसीदल से भगवान की पूजा कर लेने पर कांति, सुख, भोगसामग्री, यश, लक्ष्मी, श्रेष्ठ कुल, शील, पत्नी, पुत्र, कन्या, धन, राज्य, आरोग्य, ज्ञान, विज्ञान, वेद, वेदंग, शास्त्र, पुराण, तंत्र और संहिता सबकुछ मैं (शिव) करतलगत समझता हूं।

जैसे पुण्यसलिला गंगामुक्ति प्रदान करने वाली हैं, उसी प्रकार यह तुलसी भी कल्याण करनेवाली है।

यदि मंजरीयुक्त तुलसीपत्रों के द्वारा भगवान श्रीविष्णु की पूजा की जाय तो उसके पुण्यफल का वर्णन करना असंभव है।

जहां तुलसी का वन है, वहीं भगवान कृष्ण की समीपता है तथा वहीं ब्रह्मा और लक्ष्मी जी भी संपूर्ण देवताओं के साथ विराजमान हैं।
इसलिए अपने निकटवर्ती स्थान में तुलसीदेवी को रोपकर उनकी पूजा करनी चाहिए।

तुलसी के निकट जो स्तोत्र-मंत्र आदि का जप किया जाता है, वह सब अनंतगुना फल देनेवाला होता है।

प्रेत, पिशाच, कूष्मांड, ब्रह्मराक्षण, भूत और दैत्य आदि सब तुलसी के वृक्ष से दूर भागते हैं।

ब्रह्महत्या आदि पाप तथा खोटे विचार से उत्पन्न होने वाले रोग - ये सब तुलसीवृक्ष के समीप नष्ट हो जाते हैं।
Very Nice Lines

मेरे कंधे पर बैठा मेरा बेटा जब मेरे कंधे पे खड़ा हो गया
मुझी से कहने लगा ';देखो पापा में तुमसे बड़ा हो गया';
मैंने कहा ';बेटा इस खूबसूरत ग़लतफहमी में भले ही जकडे रहना मगर मेरा हाथ पकडे रखना';
';जिस दिन यह हाथ छूट जाएगा
बेटा तेरा रंगीन सपना भी टूट जाएगा';
';दुनिया वास्तव में उतनी हसीन नही है
देख तेरे पांव तले अभी जमीं नही है';
';में तो बाप हूँ बेटा
बहुत खुश हो जाऊंगा
जिस दिन तू वास्तव में मुझसे बड़ा हो जाएगा
मगर बेटे कंधे पे नही ...
जब तू जमीन पे खड़ा हो जाएगा!!
ये बाप तुझे अपना सब कुछ दे जाएगा ! और
तेरे कंधे पर दुनिया से चला जाएगा !!.
👌👍
, *Beautiful Lines*
👉🏼 एक सच छुपा होता है जब कोई कहता है । **”मजाक था यार”**
👉🏼 एक फीलिंग छुपी होती है जब कोई कहता है **”मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता ।**
👉🏼 एक दर्द छुपा होता है जब कोई कहता है **”Its ok”**
👉🏼 एक जरूरत छुपी होती है जब कोई कहता है **”मुझे अकेला छोड़ दो”**
👉🏼 एक गहरी बात छुपी होती है जब कोई कहता है । **”पता नहीं “**
👉🏼 बातों का समंदर छुपा होता है जब कोई **”खामोश रहता है” **

👌🏼इसीलिए एक ओपन हार्ट सर्जरी की यूनिट के बाहर लिखा था कि…
“अगर दिल खोल लेते अपने यारों के साथ ।
तो आज नहीं खोलना पड़ता औजारों के साथ ” ॥
पत्नी बीमार पति को डाक्टर के पास ले गयी. 😌😌

डाक्टर ने कहा “ इनको अच्छा खाना दो,
हमेशा खुश रखो, घर की कोई भी प्राब्लम इनसे डिसकस ना करो,
फाल्तू की फरमाइशें करके इनकी चिंताये मत बढ़ाओ ,
 तो ये छ महीने में ठीक हो जायेंगे.😊

रास्ते में पति ने पत्नी से पूछा “ क्या कहा डाक्टर ने ?” 🤔🤔

पत्नी बोली “ डाक्टर ने जवाब दे दिया है” 😝😝😜😜😜😋😋😆😂😂😂😅😅😜😜😜😜
पति कमरे में बैठा शराब पी रहा था.
यह देखकर पत्नी गुस्से से तमतमा कर
बोली -
“आपने तो कहा था कि बिना किसी वजह के बिना
शराब को
हाथ भी नहीं लगाएंगे फिर ये सब क्या
है ?”

पति – “वजह है पगली … वजह है …
.
अब देखो, दीवाली आ रही है
… बच्चो को राकेट चलाने के लिए खाली बोतल चाहिए
कि नहीं … ???
😜😂😜😂
Solid Insult😛😛
एक बच्चा पार्क मे बेंच पे बैठा था और 1 के बाद 1 चोकलेट खा रहा था.
पास बेठी 1 आन्टी बोली : ज्यादा मीठा खानेवाले जल्दी मर जाते है.
बच्चा: आपको मालूम है मेरी दादी की उम्र 106 साल थी जब वो मरी थी.
आन्टी: वो मीठा कम खाती होंगी.
बच्चा: नहीं...!!! वो अपने काम से काम रखती थी....!!!
😎😎😛 👊😎😎😛
🐇 *खतरनाक जोक* 🐇

पत्नी को एक थप्पड मारने की सजा 50 रुपये जज साहब ने सुनाई..😀

तब संता ने जज को पुछा :- "दुसरा एक थप्पड मार दु..??

जज गुस्से से :- क्यो..??

संता :- क्योंकि छुट्टा नहीं है मेरे पास । 100 रुपये का नोट है।
😛😄😂😃😜
जमाई ससुराल में खाना खाते वक़्त:
आज खाना सासुमाँ ने बनाया है क्या.?
-
बीवी - अरे वाह! कैसे पहचाना... ?
-
जमाई - अरे जब तुम बनाती हो तो
खाने में से काले बाल निकलते हैं
आज सफ़ेद बाल निकला है....!!!

😝😝😝😜😜😜😝😝😝😜😜