Thursday, September 21, 2017

एक महिला घरपरअकेली थी,
तभी दरवाजे पर दस्तक हुई.!
.
उसने जैसे ही दरवाजा खोला
तो एक अनजान आदमी खड़ा था.!
.
देखते ही बोला:
.
अरे आप तो बहुत ही खूबसूरत हैं..!
.
महिला घबरा कर दरवाजा बंद कर देती है.!
.
अगले तीन चार दिन तक ऐसा ही चलता रहता है,
.
तो सभ्य महिला ने तँग आकर यह बात अपने
पति को बताई..!
.
पति बोला: तुम चिंता मत करो,
.
आज जब वो आएगा तो
मैं घर पर ही रहुंगा ,
.
और दरवाजे के पीछे खड़ा
रहूँगा.!
.
तुम उससे बोल देना,
.
"हाँ मैं सुन्दर हूँ, तुम्हे क्या.?
.
"फिर मैं उसको देखना कैसा मज़ा चखाता हूँ.!"
.
.
दूसरे दिन जैसे ही वो आदमी आता है,
.
पति दरवाजे के पीछे छिप जाता है !
.
आदमी बोलता है:
अरे आप तो बेहद खूबसूरत हैं.!
.
महिला: हाँ मैं खूबसूरत हूँ,
.
लेकिन तुम चार दिन से क्या चाह रहे हो.?
.
आदमी विनम्रता के साथ
हाथ जोड़ कर बोला:
.
"बहन जी, यही विश्वास और अहसास आप अपने पति के अंदर जागृत कीजिये,
.
ताकि वो मेरी बीबी का पीछा करना छोड़ दे..!
.
.
.
.
.
.
.
.
बीवी ने पीछे मुड़कर देखा तो पती दरवाजे की बजाय पलंग के नीचे छुपा हुआ था      

Wednesday, September 20, 2017

एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे❣

🌹चिड़ा ने कहा - उड़
जाऊं तो तुम पकड़ लेना.❣

🌹चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़
तो सकती हूँ,
पर फिर पा तो नहीं सकती...❣

🌹यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम
हमेशा साथ रहेंगे,❣

🌹लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया,
चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़
जाओ मैं नहीं उड़ सकता..❣

🌹चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना, कहकर
उड़ गई !❣

🌹जब तूफान थमा और चिड़िया वापस
आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका था❣
❣और एक डाली पर लिखा था...❣

✍काश तुम एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकती""❣
🌹तो शायद मैं तूफ़ान आने से
पहले नहीं मरता❣
""
ज़िन्दगी के पाँच सच ~
सच नं. 1 -:🌹
माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!❣
────────────────────────
सच नं. 2 -:🌹
गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!❣
────────────────────────
सच नं. 3 -:🌹
आज भी लोग अच्छी सोच को नही,
अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!❣
────────────────────────
सच नं. 4 -:🌹
इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!❣
────────────────────────
सच न. 5 -:🌹
जिस शख्स को अपना खास समझो….
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…❣

🌹❣❣🌹
 गीता में लिखा है कि.......

✍अगर कोई इन्सान
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है❣

🌹अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से
वो बहुत उदास है❣

✍अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वो
अंदर से बहुत कमजोर है❣

✍अगर कोई जरा जरा सी
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है❣

✍अगर कोई हर बात पर
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है❣

🌹लोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती ,❣
❣लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है सर...❣

1🌹. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके बदलो....., ईरादे नही..❣

2🌹. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..❣

3🌹. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है...❣

🌹❣सत्य वचन❣🌹

4🌹. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,, शायद कोई
जिन्दगी बच जाये.....❣

5🌹. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता..❣

6🌹. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी धोखा खाने से आती है...❣

7🌹. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,, आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....❣

8🌹. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...❣

9🌹. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...❣

10🌹. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...❣

11🌹. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस होसला और मेहनत की जरूरत है...❣

12 🌹.प्यार,,, जीन्दगी मे उससे करो जौ आपसे प्यार करता हौ,,,,ना की उससे जीससे आप... करते हो......💐💐💐💐💐💐💐

🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, 🌷🌷
🌷 बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !🌷
🌷 बड़ी मेहनत से जिसने पाला,🌷
🌷 आज वो मोहताज हो गई !🌷
🌷 और कल की छोकरी, 🌷
🌷 तेरी सरताज हो गई !🌷
🌷 बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷
🌷 पेट पर सुलाने वाली, 🌷
🌷 पैरों में सो रही !🌷
🌷 बीवी के लिए लिम्का,🌷
🌷 माँ पानी को रो रही !🌷
🌷 सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !🌷
🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷
🌷 माँ मॉजती बर्तन, 🌷
🌷 वो सजती संवरती है !🌷
🌷 अभी निपटी ना बुढ़िया तू , 🌷
🌷 उस पर बरसती है !🌷
🌷 अरे दुनिया को आई मौत, 🌷
🌷 तेरी कहाँ गुम हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷अरे जिसकी कोख में पला, 🌷
🌷 अब उसकी छाया बुरी लगती,🌷
🌷 बैठ होण्डा पे महबूबा, 🌷
🌷 कन्धे पर हाथ जो रखती,🌷
🌷वो यादें अतीत की, 🌷
🌷 वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷 बेबस हुई माँ अब, 🌷
🌷 दिए टुकड़ो पर पलती है,🌷
🌷अतीत को याद कर, 🌷
🌷 तेरा प्यार पाने को मचलती है !🌷
🌷 अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷
🌷 मां तो जन्नत का फूल है,🌷🌷
प्यार करना उसका उसूल है ,🌷
🌷दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,🌷
🌷 मां की हर दुआ कबूल है ,🌷
🌷 मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,🌷
🌷 मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,❤

Tuesday, September 19, 2017

जो *पिता* के पैरों को छूता है
           वो कभी *गरीब* नहीं होता।

जो *मां* के पैरों को छूता है
         वो कभी *बदनसीब* नही होता।

जो *भाई* के पैराें को छूता है
         वो कभी *गमगीन* नही होता।

जो *बहन* के पैरों को छूता है
       वो कभी *चरित्रहीन* नहीं होता।

*जो गुरू के पैरों को छूता है*
         *उस जैसा कोई*
                *खुशनसीब नहीं होता*.......

💞अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
          बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ💞

 💞जो *झुक* सकता है वह सारी
          ☄दुनिया को *झुका* सकता है 💞


 💞 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
          तो बुरी आदत *समय बदल देती* है💞


  💞चलते रहने से ही *सफलता* है,
          रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है 💞

💞 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है
   अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
          अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है💞

💞मुसीबत सब पर आती है,
          कोई *बिखर* जाता है
            और कोई *निखर* जाता है💞
💞दुनिया की ताकतवर चीज है *"लोहा"*🔩
       जो सबको काट डालता है ....
लोहे से ताकतवर है *"आग"*🔥
        💞जो लोहे को पिघला देती है....💞
💞आग से ताकतवर है *"पानी"*🌧
        ☄जो आग को बुझा देता है.... 💞
💞और पानी से ताकतवर है *"इंसान"*
        जो उसे पी जाता है....💞
💞इंसान से भी ताकतवर है *"मौत"*
         जो उसे खा जाती है....💞
💞और मौत से भी ताकतवर है *"दुआ"*
      जो मौत को भी टाल सकती है...💞

 💞 "तेरा मेरा"करते एक दिन चले जाना है...
         जो भी कमाया यही रह जाना है💞
      *💞कर ले कुछ अच्छे कर्म💞*
      *💞साथ यही तेरे आना है💞*

        *💞मुझे वो 👌🏼रिश्ते पसंद है,*
    *जिनमें "मैं" नहीं "हम"हो💞*✍🏻

*♥♥Radhe Radhe*♥♥

💞💞💞💞💞💞💞

हमारे बचपन में कपड़े तीन टाइप के
ही होते थे •••
स्कूल का ••• घर का ••• और किसी
खास मौके का •••

अब तो ••• कैज़ुअल, फॉर्मल, नॉर्मल,
स्लीप वियर, स्पोर्ट वियर, पार्टी वियर,
स्विमिंग, जोगिंग, संगीत ड्रेस,
फलाना - ढिमका •••

जिंदगी आसान बनाने चले थे ••• पर
वह कपड़ों की तरह कॉम्प्लिकेटेड हो
गयी है •••🤕🤕🤔🤔

 बचपन में पैसा जरूर कम था
पर साला उस बचपन में दम था"
.
"पास में महंगे से मंहगा मोबाइल है
पर बचपन वाली गायब वो स्माईल है"
.
"न गैलेक्सी, न वाडीलाल, न नैचुरल था,
पर घर पर जमीं आइसक्रीम का मजा ही कुछ ओर था"
.
अपनी अपनी बाईक और  कारों में घूम रहें हैं हम
पर किराये की उस साईकिल का मजा ही कुछ और था

"बचपन में पैसा जरूर कम था
पर यारो उस बचपन में दम था

*कभी हम भी.. बहुत अमीर हुआ करते थे* *हमारे भी जहाज.. चला करते थे।*

*हवा में.. भी।*
*पानी में.. भी।*

*दो दुर्घटनाएं हुई।*
*सब कुछ.. ख़त्म हो गया।*

                *पहली दुर्घटना*

जब क्लास में.. हवाई जहाज उड़ाया।
टीचर के सिर से.. टकराया।
स्कूल से.. निकलने की नौबत आ गई।
बहुत फजीहत हुई।
कसम दिलाई गई।
औऱ जहाज बनाना और.. उडाना सब छूट गया।



                 *दूसरी दुर्घटना*

बारिश के मौसम में, मां ने.. अठन्नी दी।
चाय के लिए.. दूध लाना था।कोई मेहमान आया था।
हमने अठन्नी.. गली की नाली में तैरते.. अपने जहाज में.. बिठा दी।
तैरते जहाज के साथ.. हम शान से.. चल रहे थे।
ठसक के साथ।
खुशी खुशी।
अचानक..
तेज बहाब आया।
और..
जहाज.. डूब गया।

साथ में.. अठन्नी भी डूब गई।
ढूंढे से ना मिली।

मेहमान बिना चाय पीये चले गये।
फिर..
जमकर.. ठुकाई हुई।
घंटे भर.. मुर्गा बनाया गया।
औऱ हमारा.. पानी में जहाज तैराना भी.. बंद हो गया।

आज जब.. प्लेन औऱ क्रूज के सफर की बातें चलती हैं , तो.. उन दिनों की याद दिलाती हैं।

वो भी क्या जमाना था !

और..
आज के जमाने में..
मेरे बेटी ने...  
पंद्रह हजार का मोबाइल गुमाया तो..

मां बोली ~ कोई बात नहीं ! पापा..
दूसरा दिला देंगे।

हमें अठन्नी पर.. मिली सजा याद आ गई।

फिर भी आलम यह है कि.. आज भी.. हमारे सर.. मां-बाप के चरणों में.. श्रद्धा से झुकते हैं।

औऱ हमारे बच्चे.. 'यार पापा ! यार मम्मी !
कहकर.. बात करते हैं।
हम प्रगतिशील से.. प्रगतिवान.. हो गये हैं।

कोई लौटा दे.. मेरे बीते हुए दिन।।
         

☔🙏
माँ बाप की लाइफ गुजर जाती है *बेटे
की लाइफ बनाने में......*
और बेटा status_ रखता है---
" *My wife is my Life*"

Monday, September 18, 2017

शरीर में रौंगटे खड़े कर देने वाली कविता*_

    _*🔴🎷🌺 *माँ की इच्छा* 🌺🎷🔵*_

   _महीने बीत जाते हैं ,_
   _साल गुजर जाता है ,_
   _वृद्धाश्रम की सीढ़ियों पर ,_
   _मैं तेरी राह देखती हूँ।_

                   _आँचल भीग जाता है ,_
                   _मन खाली खाली रहता है ,_
                   _तू कभी नहीं आता ,_
                   _तेरा मनि आर्डर आता है।_

                             _इस बार पैसे न भेज ,_
                             _तू खुद आ जा ,_
                             _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                         _अपने 🏡घर लेकर जा।_

 _तेरे पापा थे जब तक ,_
 _समय ठीक रहा कटते ,_
 _खुली आँखों से चले गए ,_
 _तुझे याद करते करते।_

               _अंत तक तुझको हर दिन ,_
               _बढ़िया बेटा कहते थे ,_
               _तेरे साहबपन का ,_
               _गुमान बहुत वो करते थे।_

                        _मेरे ह्रदय में अपनी फोटो ,_
                        _आकर तू देख जा ,_
                        _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                        _अपने 🏡घर लेकर जा।_

_अकाल के समय ,_
 _जन्म तेरा हुआ था ,_
 _तेरे दूध के लिए ,_
 _हमने चाय पीना छोड़ा था।_

               _वर्षों तक एक कपडे को ,_
               _धो धो कर पहना हमने ,_
               _पापा ने चिथड़े पहने ,_
               _पर तुझे स्कूल भेजा हमने।_

                         _चाहे तो ये सारी बातें ,_
                         _आसानी से तू भूल जा ,_
                         _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                         _अपने 🏡घर लेकर जा।_

 _घर के बर्तन मैं माँजूंगी ,_
 _झाडू पोछा मैं करूंगी ,_
  _खाना दोनों वक्त का ,_
  _सबके लिए बना दूँगी।_

            _नाती नातिन की देखभाल ,_
            _अच्छी तरह करूंगी मैं ,_
            _घबरा मत, उनकी दादी हूँ ,_
            _ऐंसा नहीं कहूँगी मैं।_

                        _तेरे 🏡घर की नौकरानी ,_
                        _ही समझ मुझे ले जा ,_
                        _बेटा मुझे अपने साथ ,_
                        _अपने 🏡घर लेकर जा।_

 _आँखें मेरी थक गईं ,_
 _प्राण अधर में अटका है ,_
 _तेरे बिना जीवन जीना ,_
 _अब मुश्किल लगता है।_

                 _कैसे मैं तुझे भुला दूँ ,_
                 _तुझसे तो मैं माँ हुई ,_
                 _बता ऐ मेरे कुलभूषण ,_
                 _अनाथ मैं कैसे हुई ?_

_अब आ जा तू.._
_एक बार तो माँ कह जा ,_
_हो सके तो जाते जाते_
 _वृद्धाश्रम गिराता जा।_
              _बेटा मुझे अपने साथ_
              _अपने 🏡घर लेकर जा_

_

Wednesday, September 13, 2017

पिता* के पैरों को छूता है
           वो कभी *गरीब* नहीं होता।

जो *मां* के पैरों को छूता है
         वो कभी *बदनसीब* नही होता।

जो *भाई* के पैराें को छूता है
         वो कभी *गमगीन* नही होता।

जो *बहन* के पैरों को छूता है
       वो कभी *चरित्रहीन* नहीं होता।

*जो गुरू के पैरों को छूता है*
         *उस जैसा कोई*
                *खुशनसीब नहीं होता*.......

💞अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
          बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ💞

 💞जो *झुक* सकता है वह सारी
          ☄दुनिया को *झुका* सकता है 💞


 💞 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
          तो बुरी आदत *समय बदल देती* है💞


  💞चलते रहने से ही *सफलता* है,
          रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है 💞

💞 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है
   अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
          अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है💞

💞मुसीबत सब पर आती है,
          कोई *बिखर* जाता है
            और कोई *निखर* जाता है💞
💞दुनिया की ताकतवर चीज है *"लोहा"*🔩
       जो सबको काट डालता है ....
लोहे से ताकतवर है *"आग"*🔥
        💞जो लोहे को पिघला देती है....💞
💞आग से ताकतवर है *"पानी"*🌧
        ☄जो आग को बुझा देता है.... 💞
💞और पानी से ताकतवर है *"इंसान"*
        जो उसे पी जाता है....💞
💞इंसान से भी ताकतवर है *"मौत"*
         जो उसे खा जाती है....💞
💞और मौत से भी ताकतवर है *"दुआ"*
      जो मौत को भी टाल सकती है...💞

 💞 "तेरा मेरा"करते एक दिन चले जाना है...
         जो भी कमाया यही रह जाना है💞
      *💞कर ले कुछ अच्छे कर्म💞*
      *💞साथ यही तेरे आना है💞*

        *💞मुझे वो 👌🏼रिश्ते पसंद है,*
    *जिनमें "मैं" नहीं "हम"हो 👍👍☺

Saturday, September 9, 2017

URGENTLY NEEDED...*
Not Blood,
But,

An ELECTRICIAN, to restore the current between people, who *do not speak* to each other anymore.

An OPTICIAN, to change the *outlook of people.*

An ARTIST, to draw *a smile* on everyone's face.

A CONSTRUCTION WORKER, to build *a bridge* between neighbours.

A GARDENER, to cultivate *Good Thoughts.*

A PLUMBER to clear the *choked and blocked mindsets.*

A SCIENTIST to rediscover *compassion.*

A LANGUAGE TEACHER for *better communication* with each other.

Last but not the least A MATHS TEACHER, for all of us to relearn how to count on each other....

“Living without virtues is to live divorced & separated from the most important thing in life, COMMUNITY”..

Friday, September 8, 2017

प्यार वो हैं..

💚

जब माँ रात को आती है
और कहती हैं..
"सो जा, बाकी सुबह उठ कर पढ़ लेना"
💛

❤प्यार वो हैं ...
जब हम tution से वापस आये और पापा कहे-
"बेटा लेट होने वाले थे तो कॉल कर देते"
💜

💗प्यार वो है....
जब भाभी कहती हैं -
"ओये हीरो;
लड़की पटी की नही"


💘प्यार वो हैं....
जब बहन कहती हैं-
"देखूंगी मेरी शादी के बाद तेरा काम कौन करेगा
💞

💓"प्यार वो हैं....
जब हम निराश हो और भाई आकर कहे-
"चल नौटंकी कही घुमने चलते हैं"


💞प्यार वो है...
जब दोस्त कॉल करके कहे-
ओये कमीने जिन्दा हैं या मर गया"

यह है सच्चा प्यार।
इसे अपने जीवन मैं बिलकुल भी ना गवाएं..
💚
💑प्यार केवल गर्ल फ्रेंड या बॉय फ्रेंड होना ही नही हैं।
यह प्यार उससे भी ऊपर हैं।
💚💜
[वक़्त अच्छा ज़रूर आता है;
मगर वक़्त पर ही आता है!
🕙
कागज अपनी किस्मत से उड़ता है;   लेकिन पतंग अपनी काबिलियतसे!
📜🔷
इसलिए किस्मत साथ दे या न दे;
काबिलियत जरुर साथ देती है!
👫
      दो अक्षर का होता है लक;
👍
   ढाई अक्षर का होता है भाग्य;
🙏
    तीन अक्षर का होता है नसीब;
👉👑👈
 साढ़े तीन अक्षर की होती है किस्मत;
🙇
पर ये चारों के चारों चार अक्षर, मेहनत से छोटे होते हैं!........
🏊
जिंदगी में दो लोगों का ख्याल रखना बहुत जरुरी है!
पिता: जिसने तुम्हारी जीत के लिए सब कुछ हारा हो!
माँ: जिसको तुमने हर दुःख में पुकारा हो!
🎎
काम करो ऐसा कि पहचान बन जाये;
💎
हर कदम चलो ऐसे कि निशान बन जायें;
👣
यह जिंदगी तो सब काट लेते हैं;
जिंदगी ऐसे जियो कि मिसाल बन जाये!
🎍
भगवान की भक्ति करने से शायद हमें माँ न मिले;
लेकिन माँ की भक्ति करने से भगवान् अवश्य मिलेंगे!
👏
अहंकार में तीन गए;
धन, वैभव और वंश!
ना मानो तो देख लो;
रावन, कौरव और कंस!.
🎭🎭🗿
'इंसान' एक दुकान है, और 'जुबान' उसका ताला;
जब ताला खुलता है, तभी मालुम पड़ता है;
👅🔓
कि दूकान 'सोने' कि है, या 'कोयले
💰🗿
एक दिन मैं कॉलेज से घर आने के
लिये निकला आसमान में बादल थे...
लग रहा था कि बारिश होने वाली थी...
📚💭
इसलिए सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ पर रास्ते में
ही बारिश शुरू हो गई और मैं भीग गया...!!!


घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा -: "थोड़ी देर रुक
नही सकते थे...??"
.
बड़े भाई ने कहा -: "कहीं साइड में खड़े
हो जाते ...??"
.
पापा ने कहा -: "खड़े कैसे हो जाते..!! जनाब
को बारिश में भीगने का शौक जो है..??"
.
.
.
इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुऐ
बोली -: "ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक
जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!"
'माँ' तो 'माँ' होती है...

Saturday, September 2, 2017

ज़ुबान कड़वी सही मेरी मगर ,दिल साफ़ रखता हु !!
कब कौन कैसे बदलेगा सबका हिसाब रखता हु..!!

जिंदगी भी कितनी अजीब है.. मुस्कुराओ तो लोग जलते है...
तन्हा रहो तो सवाल करते है...!!

 लुट लेते है अपने ही वरना,
गैरों को कहां पता इस दील की दीवार कहां से कमजोर है.

 नफरत के बाज़ार में जीने का अलग ही मज़ा है , लोग रुलाना नहीं छोड़ते हम हसना नहीं छोड़ते।

ज़िन्दगी गुज़र जाती है ये ढूँढने में कि.....ढूंढना क्या है..!!
अंत में तलाश सिमट जाती है इस सुकून में कि... जो मिला.. वो भी कहाँ साथ लेकर जाना है .. !!...

फुर्सत निकालकर आओ कभी मेरी महफ़िल में,
लौटते वक्त दिल नहीं पाओगे अपने सीने में..ii

*मेरी आवाज को महफूज कर लो..... मेरे दोस्तों....*
*मेरे बाद बहुत सन्नाटा होगा..... तुम्हारी महफ़िल में*!!!!

एक शर्मनाक कड़वी सच्चाई...!!!~*

*नदी तालाब में नहाने में शर्म आती है,
और
स्विमिंग पूल में तैरने को फैशन कहते हैं.*

गरीब को एक रुपया दान नहीं कर सकते,
और
वेटर को टिप देने में गर्व महसूस करते हैं.

*माँ बाप को एक गिलास पानी भी नहीं दे सकते,
और
नेताओं को देखते ही वेटर बन जाते हैं.*

बड़ों के आगे सिर ढकने में प्रॉब्लम है,
लेकिन
धूल से बचने के लिए 'ममी' बनने को भी तैयार हैं.

*पंगत में बैठकर खाना दकियानूसी लगता है,
और
पार्टियों में खाने के लिए लाइन लगाना अच्छा लगता है.*

*बहन कुछ माँगे तो फिजूल खर्च लगता है,
और
गर्लफ्रेन्ड की डिमांड को अपना सौभाग्य समझते हैं.*

गरीब की  सब्ज़ियाँ खरीदने मे इन्सल्ट होती है,
और
शॉपिंग मॉल में अपनी जेब कटवाना गर्व की बात है.

*बाप के मरने पर सिर मुंडवाने में हिचकते हैं,
और
'गजनी' लुक के लिए हर महीने गंजे हो सकते हैं.*

कोई पंडित अगर चोटी रखे तो उसे एन्टीना कहते हैं.
और
शाहरुख के 'डॉन' लुक के दीवाने बने फिरते हैं.
.
*किसानों के द्वारा उगाया अनाज खाने लायक नहीं लगता,
और
उसी अनाज को पॉलिश कर के कम्पनियाँ बेचें, तो क्वालिटी नजर आने लगती है...॥*

ये सब मात्र अपसंस्कृति ही नही,
देश व समाज का दुर्भाग्य भी है ।

आपकी इच्छा हो तो शेयर करे।अन्यथा कोई कसम बंधन नही है।
पैर  की  मोच
                और
           छोटी   सोच ,
             हमें   आगे
         बढ़ने   नहीं   देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔


          टूटी   कलम
                  और
         औरो   से   जलन ,
         खुद   का   भाग्य
         लिखने   नहीं   देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔😔


           काम   का   आलस
                   और
           पैसो   का   लालच ,
                हमें   महान
           बनने   नहीं   देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

.          अपना   मजहब   उंचा
                         और
           गैरो   का   ओछा ,  
     ये    सोच    हमें    इन्सान
          बनने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔


👌दुनिया   में   सब   चीज
            मिल   जाती   है,......
      केवल   अपनी   गलती
            नहीं   मिलती.........

😔😔😔😔😔😔

खुदा  से   दुऑ   माँगी
     कि   दुश्मनों   से
         पीछा   छुड़वा   दो ,
            अचानक   दोस्त
                कम   हो   गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔


" जितनी   भीड़ ,
     बढ़   रही
       ज़माने   में........।
         लोग   उतनें   ही ,
           अकेले   होते
             जा   रहे   हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔


इस   दुनिया   के
   लोग   भी   कितने
      अजीब   है   ना ;

          सारे   खिलौने
             छोड़   कर
                जज़बातों   से
                   खेलते   हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे   पर   तैरने   वाली
   लाश   को   देखकर
      ये   समझ   आया........
         बोझ   शरीर   का  नही
            साँसों   का   था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख   हज़ार
    साल   में  बस  इतनी
       सी   बदली   है…........
          तब   दौर
             पत्थर   का   था
                अब   लोग
                   पत्थर   के  हैं....
                     
  कौन   जाने   क्या   पाप ,
              क्या   पुण्य ,
                   बस............
    किसी   का   दिल   न   दुखे
    अपने   स्वार्थ   के   लिए ,
               बाकी   सब
  कुदरत   पर   छोड़   दो.......

.  🙏   🙏   🙏   🙏   🙏

 "सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए

और

जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

👌👌👌👌👌😇😇

तज़ुर्बा है मेरा.... मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,

संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!

👌👌👌👌😇😇

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,

यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....

जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...

👌👌👌👌👌👌👌

पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;
           
लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता......

👌👌👌👌👌👌👌👌

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....

पर रोटी की साईज़ लगभग  सब घर में एक जैसी ही होती है।


  :👌 शानदार बात👌


इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,

और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...
                   
‬👌👌👌👌👌😇😇

कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की...

महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!..

😎😎😇

Friday, September 1, 2017

😂” गर्लफ्रेंड चालीसा”😂

🍸जय हो जय हो गर्लफ्रेंड रानी,
                           तेरा सताया मांगे न पानी ।
🎶जब जब तुम मिलने हो आती,
                   अपने आशिक का बैंड बजाती ।
🍰समोसा भजिया न तुम को भावे,
                      पिज्जा बर्गर का भोग लगावे ।
👠ऊंची हिल की तेरी सैंडल,
                     जाने कितनो को करती हैंडल ।
🎷हर धुन में है आज तेरा गाना ,
                    बच्चे बुढे सब ढूंढें तेरा ठिकाना ।

🐴 गर्लफ्रेंड अढैया जिस जिस पे छाये ,
                           राजा फिर वो रंक हो जावे ।

🐶गार्डन सिनेमाघर में हो तुम दिखती ,
          आगे पीछे दिखते करते हुये तेरी भक्ति ।

💘मोबाइल गिफ्ट करते तुझ पर अर्पण,
               पढ़ाई लिखाई सब तुम पर समर्पण ।

💏बिन तेरे किसी को चैन न आवे,
                पाकर तुझको सब, खुब शीश नवावे

💕गर्लफ्रेंड चालीसा सब सुख से गावे,
                            भले बाद में खुब पछतावे ।

💟कहत “sachchi” बात तुम्हारी ,
          कडवा लड्डू पहले लगती अति प्यारी ।

🌙💕💔💞💝💗♥🍴🍼
🍸जय हो जय हो गर्लफ्रेंड रानी की...🙏🙏🙏🍕🍭🍮🍯🍔🍣🍲🍛🍦🍧🐾🐾🐾
Please read*
😢  *very touching* 👇

जब  बचपन  था,  तो  जवानी  एक  ड्रीम  था...

जब  जवान  हुए,  तो  बचपन  एक  ज़माना  था... !!

जब  घर  में  रहते  थे,  आज़ादी  अच्छी  लगती  थी...

आज  आज़ादी  है,  फिर  भी  घर  जाने  की  जल्दी  रहती  है... !!

कभी  होटल  में  जाना  पिज़्ज़ा,  बर्गर  खाना  पसंद  था...

आज  घर  पर  आना  और  माँ  के  हाथ  का  खाना  पसंद  है... !!!

स्कूल  में  जिनके  साथ  ज़गड़ते  थे,  आज उनको  ही  इंटरनेट  पे  तलाशते  है... !!

ख़ुशी  किसमे  होतीं है,  ये  पता  अब  चला  है...
बचपन  क्या  था,  इसका  एहसास  अब  हुआ  है...

काश  बदल  सकते  हम  ज़िंदगी  के  कुछ  साल..

.काश  जी  सकते  हम,  ज़िंदगी  फिर  एक बार...!!


👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀

✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने वाली एक पेन हुआ करती थी और हम सभी के बटन को एक साथ दबाने की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥


👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |


🚲सोचा करते थे की ये चाँद हमारी साइकिल के पीछे पीछे क्यों चल रहा हैं |🌙🚲


🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |


🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |


🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने की कोशिश करते थे की इसकी लाइट कब बंद होती हैं |


🎭  सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡


🎒🎐ये दौलत भी ले लो.. ये शोहरत भी ले लो💕

भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...

मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन ....☔

वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी.. 🌊🌊🌊
..............
एक बात बोलु
इनकार मत करना
👌👌👌👌👌👌👌👌👌
पानी में गुड डालिए, बीत जाए जब रात!
सुबह छानकर पीजिए, अच्छे हों हालात!!
*धनिया की पत्ती मसल, बूंद नैन में डार!*
दुखती अँखियां ठीक हों, पल लागे दो-चार!!
*ऊर्जा मिलती है बहुत, पिएं गुनगुना नीर!*
कब्ज खतम हो पेट की, मिट जाए हर पीर!!
*प्रातः काल पानी पिएं, घूंट-घूंट कर आप!*
बस दो-तीन गिलास है, हर औषधि का बाप!!
*ठंडा पानी पियो मत, करता क्रूर प्रहार!*
करे हाजमे का सदा, ये तो बंटाढार!!
*भोजन करें धरती पर, अल्थी पल्थी मार!*
चबा-चबा कर खाइए, वैद्य न झांकें द्वार!!
*प्रातः काल फल रस लो, दुपहर लस्सी-छांस!*
सदा रात में दूध पी, सभी रोग का नाश!!
*प्रातः- दोपहर लीजिये, जब नियमित आहार!* तीस मिनट की नींद लो, रोग न आवें द्वार!!
*भोजन करके रात में, घूमें कदम हजार!*
डाक्टर, ओझा, वैद्य का , लुट जाए व्यापार !!
*घूट-घूट पानी पियो, रह तनाव से दूर!*
एसिडिटी, या मोटापा, होवें चकनाचूर!!
*अर्थराइज या हार्निया, अपेंडिक्स का त्रास!*
पानी पीजै बैठकर, कभी न आवें पास!!
*रक्तचाप बढने लगे, तब मत सोचो भाय!*
सौगंध राम की खाइ के, तुरत छोड दो चाय!!
*सुबह खाइये कुवंर-सा, दुपहर यथा नरेश!*
भोजन लीजै रात में, जैसे रंक सुरेश!!
*देर रात तक जागना, रोगों का जंजाल!*
अपच,आंख के रोग सँग, तन भी रहे निढाल^^
*दर्द, घाव, फोडा, चुभन, सूजन, चोट पिराइ!*
बीस मिनट चुंबक धरौ, पिरवा जाइ हेराइ!!
*सत्तर रोगों कोे करे, चूना हमसे दूर!*
दूर करे ये बाझपन, सुस्ती अपच हुजूर!!
*भोजन करके जोहिए, केवल घंटा डेढ!*
पानी इसके बाद पी, ये औषधि का पेड!!
*अलसी, तिल, नारियल, घी सरसों का तेल!*
यही खाइए नहीं तो, हार्ट समझिए फेल!
*पहला स्थान सेंधा नमक, पहाड़ी नमक सु जान!*
श्वेत नमक है सागरी, ये है जहर समान!!
*अल्यूमिन के पात्र का, करता है जो उपयोग!*
आमंत्रित करता सदा, वह अडतालीस रोग!!
*फल या मीठा खाइके, तुरत न पीजै नीर!*
ये सब छोटी आंत में, बनते विषधर तीर!!
*चोकर खाने से सदा, बढती तन की शक्ति!*
गेहूँ मोटा पीसिए, दिल में बढे विरक्ति!!
*रोज मुलहठी चूसिए, कफ बाहर आ जाय!*
बने सुरीला कंठ भी, सबको लगत सुहाय!!
*भोजन करके खाइए, सौंफ, गुड, अजवान!*
पत्थर भी पच जायगा, जानै सकल जहान!!
*लौकी का रस पीजिए, चोकर युक्त पिसान!*
तुलसी, गुड, सेंधा नमक, हृदय रोग निदान!
*चैत्र माह में नीम की, पत्ती हर दिन खावे !*
ज्वर, डेंगू या मलेरिया, बारह मील भगावे !!
*सौ वर्षों तक वह जिए, लेते नाक से सांस!*
अल्पकाल जीवें, करें, मुंह से श्वासोच्छ्वास!!
*सितम, गर्म जल से कभी, करिये मत स्नान!*
घट जाता है आत्मबल, नैनन को नुकसान!!
*हृदय रोग से आपको, बचना है श्रीमान!*
सुरा, चाय या कोल्ड्रिंक, का मत करिए पान!!
*अगर नहावें गरम जल, तन-मन हो कमजोर!*
नयन ज्योति कमजोर हो, शक्ति घटे चहुंओर!!
*तुलसी का पत्ता करें, यदि हरदम उपयोग!*
मिट जाते हर उम्र में,तन में सारे रोग। 🌸
*कृपया इस जानकारी को जरूर आगे बढ़ाएं*
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻

Very  rare  collection.....


.         पैर  की  मोच
                और
           छोटी   सोच ,
             हमें   आगे
         बढ़ने   नहीं   देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔


          टूटी   कलम
                  और
         औरो   से   जलन ,
         खुद   का   भाग्य
         लिखने   नहीं   देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔😔


           काम   का   आलस
                   और
           पैसो   का   लालच ,
                हमें   महान
           बनने   नहीं   देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

.          अपना   मजहब   उंचा
                         और
           गैरो   का   ओछा ,  
     ये    सोच    हमें    इन्सान
          बनने   नहीं   देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔


👌दुनिया   में   सब   चीज
            मिल   जाती   है,......
      केवल   अपनी   गलती
            नहीं   मिलती.........

😔😔😔😔😔😔

खुदा  से   दुऑ   माँगी
     कि   दुश्मनों   से
         पीछा   छुड़वा   दो ,
            अचानक   दोस्त
                कम   हो   गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔


" जितनी   भीड़ ,
     बढ़   रही
       ज़माने   में........।
         लोग   उतनें   ही ,
           अकेले   होते
             जा   रहे   हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔


इस   दुनिया   के
   लोग   भी   कितने
      अजीब   है   ना ;

          सारे   खिलौने
             छोड़   कर
                जज़बातों   से
                   खेलते   हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे   पर   तैरने   वाली
   लाश   को   देखकर
      ये   समझ   आया........
         बोझ   शरीर   का  नही
            साँसों   का   था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख   हज़ार
    साल   में  बस  इतनी
       सी   बदली   है…........
          तब   दौर
             पत्थर   का   था
                अब   लोग
                   पत्थर   के  हैं....
                     
  कौन   जाने   क्या   पाप ,
              क्या   पुण्य ,
                   बस............
    किसी   का   दिल   न   दुखे
    अपने   स्वार्थ   के   लिए ,
               बाकी   सब
  कुदरत   पर   छोड़   दो.......

.  🙏   🙏   🙏   🙏   🙏

 "सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए

और

जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

👌👌👌👌👌😇😇

तज़ुर्बा है मेरा.... मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,

संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!

👌👌👌👌😇😇

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,

यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....

जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...

👌👌👌👌👌👌👌

पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;
           
लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता......

👌👌👌👌👌👌👌👌

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....

पर रोटी की साईज़ लगभग  सब घर में एक जैसी ही होती है।


  :👌 शानदार बात👌


इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,

और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...
                   
‬👌👌👌👌👌😇😇

कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की...

महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!..

😎😎😇

Monday, August 28, 2017

Khatarnaak joke 😂😂
.
एक पागलखाने में एक पत्रकार ने👷 डॉक्टर से प्रश्न किया।
.
" आप कैसे पहचानते हैं कि, कौन मानसिक रोगी है और कौन नहीं ? "
.
👷डॉक्टर---" हम एक वाशिंग मशीन पानी से पूरा भर देते हैं और मरीज को,
.
एक चम्मच
.
एक गिलास और
.
एक बाल्टी
.
देकर कहते हैं कि वो वाशिंग मशीन को खाली करे। "
.
पत्रकार---" अरे वाह, बहुत बढ़िया। यानी जो नार्मल व्यक्ति होता होगा वो बाल्टी का उपयोग करता होगा क्योंकि वो चम्मच और गिलास से बड़ी होती है। "
.
डॉक्टर---" जी नहीं। नार्मल व्यक्ति वाशिंग मशीन में लगे हुए ड्रेन स्वीच को घुमा कर मशीन को खाली करता है। आप 39 नंबर के बैड पर जाइए ताकि हम आप की पूरी जाँच कर सकें। "
.
.
अगर आप ने भी बाल्टी ही सोचा था तो कृपया बैड नंबर 40 पर जाइए।
नोट - आप शेयर कर सकते हैं क्योंकि अभी बहुत बैड खाली हैं।
😀😀😀😀😀😀😀😀😀

Sunday, August 27, 2017

अक्ल बाटने लगे विधाता,

             लंबी लगी कतारी ।

सभी आदमी खड़े हुए थे,

            कहीं नहीं थी नारी ।


सभी नारियाँ कहाँ रह गई,

          था ये अचरज भारी ।

पता चला ब्यूटी पार्लर में,

          पहुँच गई थी सारी।


मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,

           एक एक पर भारी ।

बैठी थीं कुछ इंतजार में,

          कब आएगी बारी ।


उधर विधाता ने पुरूषों में,

         अक्ल बाँट दी सारी ।

ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,

        जब पहुँची सब नारी ।


बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,

        नहीं अक्ल अब बाकी ।

रोने लगी सभी महिलाएं ,

        नींद खुली ब्रह्मा की ।


पूछा कैसा शोर हो रहा है,

         ब्रह्मलोक के द्वारे ?

पता चला कि स्टॉक अक्ल का

         पुरुष ले गए सारे ।


ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,

          बहुत देर कर दी है ।

जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,

          पुरुषों में भर दी है ।


लगी चीखने महिलाये ,

         ये कैसा न्याय तुम्हारा?

कुछ भी करो हमें तो चाहिए,

          आधा भाग हमारा ।


पुरुषो में शारीरिक बल है,

          हम ठहरी अबलाएं ।

अक्ल हमारे लिए जरुरी ,

         निज रक्षा कर पाएं ।


सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,

         तब बोले ब्रह्मा जी ।

एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,

         अब हो जाओ राजी ।


थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,

         रहे पुरुष पर भारी ।

कितना भी वह अक्लमंद हो,

         अक्ल जायेगी मारी ।


एक औरत ने तर्क दिया,

        मुश्किल बहुत होती है।

हंसने से ज्यादा महिलाये,

        जीवन भर रोती है ।


ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,

        रोना भी कर देगा ।

औरत का रोना भी नर की,

        अक्ल हर लेगा ।


एक अधेड़ बोली बाबा,

       हंसना रोना नहीं आता ।

झगड़े में है सिद्धहस्त हम,

       खूब झगड़ना भाता ।


ब्रह्मा बोले चलो मान ली,

       यह भी बात तुम्हारी ।

झगड़े के आगे भी नर की,

       अक्ल जायेगी मारी ।


ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,

       अंतिम वचन हमारा ।

तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए,

       पूरा न्याय हमारा ।


इन अचूक शस्त्रों में भी,

       जो मानव नहीं फंसेगा ।
                निश्चित समझो,

       उसका घर नहीं बसेगा ।


कहे कवि मित्र ध्यान से,

       सुन लो बात हमारी ।

बिना अक्ल के भी होती है,

       नर पर नारी भारी।


🤔😇💃👣👓😜😃😂
परिवर्तन देखिये*

1- पहले लोग घर के दरवाजे पर एक आदमी तैनात करते थे ताकि कोई कुत्ता घर में न घुस जाये। आजकल घर के दरवाजे पर कुत्ता तैनात करते हैं ताकि कोई आदमी घर में न घुस जाए।

2- पहले आदमी खाना घर में खाता था और लैट्रीन घर के बाहर करने जाता था। अब खाना बाहर खाता है और लैट्रीन घर में करता है।

3- पहले शादियों में घर की औरतें खाना बनाती थीं और नाचने वाली बाहर से आती थीं। अब खाना बनाने वाले बाहर से आते हैं और घर की औरतें नाचती हैं।

4- पहले आदमी साइकिल चलाता था और गरीब समझा जाता था। अब आदमी कार से ज़िम जाता है साइकिल चलाने के लिए।
       
🐕  🚽 💃  🚴
चारों महत्वपुर्ण बदलाव हैं !
🌹🌹🌹🌹
वाह रे मानव तेरा स्वभाव....
।। लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है ...
पर बेजुबान जीव को मार के खाता है ।।

यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो.
जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर "भीख" मांगता है..
 😔विचित्र दुनिया का कठोर सत्य..👌👌

          बारात मे दुल्हे सबसे पीछे
            और दुनिया  आगे चलती है,
         मय्यत मे जनाजा आगे
           और दुनिया पीछे चलती है..

           यानि दुनिया खुशी मे आगे
          और दुख मे पीछे हो जाती है..!

अजब तेरी दुनिया
गज़ब तेरा खेल

मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना
और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना...
Wah re duniya !!!!!
✴ लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है ~

उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ...

और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे ..
〰〰〰〰〰〰
✴  पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है

और.....

बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है

इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं.
〰〰〰〰〰〰
✴  एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते,

और

जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते....
〰〰〰〰〰〰〰〰
✴  नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,

मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है।

इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।

और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...
〰〰〰〰〰〰〰
✴  अच्छे मार्ग पर कोई व्यक्ति नही जाता पर बुरे मार्ग पर सभी जाते है......

इसीलिये दारू बेचने वाला कहीं नही जाता ,

पर दूध बेचने वाले को घर-घर
गली -गली , कोने- कोने जाना पड़ता है ।
〰〰〰〰〰〰〰〰

✴  दूध वाले से बार -बार पूछा जाता है कि पानी तो नही डाला ?

पर दारू मे खुद हाथो से पानी मिला-मिला कर पीते है ।
〰〰〰

💞🎶💞🎶💞💞🎶💞n
 👇Very nice line 👌
इंसान की समझ सिर्फ इतनी हैं
कि उसे "जानवर" कहो तो
नाराज हो जाता हैं और
"शेर" कहो तो खुश हो जाता हैं!
मुली "*

      *घरामध्ये जेव्हा मुलगी बोलते आणि बोलतच राहते तेव्हा घरातील प्रत्येक जण म्हणतो, "तोंड दुखत नाही का तुझं? किती बडबड, बडबड !"*

                 *आणि*
     *"जेव्हा मुलगी शांत असते तेव्हा आई म्हणते, "बरी आहेस ना तू?"*

     *वडील म्हणतात, "आज घरामध्ये एवढी शांतता का बरं?"*

    *भाऊ म्हणतो, "रागावलीस का?"*

                 *आणि*
     *जेव्हा ती सासरी जाते, तेव्हा सगळे म्हणतात, "असं वाटतं घराची शोभाच गेली !"*

     *"मुलगी म्हणजे घरातील खळाळतं अविरत संगीत !"*

     *"मुलगी म्हणजे भावना, मोहकता, गोडवा आणि प्रामाणिकतेला समर्पित व्यक्ती !!"*

     *"मुलींनी मुलगी असण्याचा व ज्यांना मुलगी आहे त्यांनी गर्व बाळगला पाहिजे !!!"*

     *"तीचे अस्तित्व कधीच विसरता येणार नाही व तीची अनुपस्थिती बेचव जीवना सारखी असते !!!"*

       * एकातरी "स्री " ला नक्की पाठवा ! मग नातं काही ही असो !!!*
👍🏻👍💐🌹💐🌹💐👌👌

.
*The Corporate language !!*

*"We will do it.",*
means
" You will do it."

*"You have done a great job.",*
means
"More work will be given to you."

*"We are working on it.",*
means
"We have not yet started working on the same."

*"Tomorrow first thing in the morning . . .",*
means
"Its not getting done.
At least not tomorrow !".


*"After discussion we will decide. I am very open to views.",*
means
"I have already decided. I will tell you what to do"


*"There was a slight mis- communication.",*
means
"We had actually lied."


*"We are on the right track, but there needs to be a fine-tuning of the deadline.",*
means
"The project is screwed up, we cannot deliver on time."


*"We had slight difference of opinion,",*
means
"We had actually fought."


*"We need to find out the real reason.",*
means
"Well, I will tell you where your fault is."

*"We are a team.",*
means
"I am not the only one to be blamed."

*"That's, actually, a good question.",*
means
"I do not know anything about it."

*"All the Best!",*
means
"You are in trouble!"

😜🤣😜🤣👍🏻😜🤣😜👍🏻

Saturday, August 26, 2017

पापा पापा मुझे चोट लग गई खून आ रहा है

5 साल के बच्चे के मुँह से सुनना था
कि पापा सब कुछ छोड़ छाड़  कर
गोदी में उठाकर एक किलो मीटर की दूरी पर क्लिनिक तक भाग भाग कर ही पहुँच गए

दुकान कैश काउंटर सब नौकर के भरोसे छोड़ आये

सीधा  डाक्टर के केबिन में दाखिल होते हुए  डॉक्टर को बोले
देखिये देखिये डॉक्टर
मेरे बेटे को क्या हो गया

डॉक्टर साहब ने देखते हुए कहा
अरे भाई साहब घबराने की कोई बात
है मामूली चोट है.... ड्रेसिंग कर दी है
ठीक हो जायेगी।

डॉक्टर साहब कुछ पेन किलर लिख देते दर्द कम हो जाता ।  अच्छी से अच्छी दवाईया लिख देते ताकि
जल्दी ठीक हो जाये घाव भर जाये
*डाक्टर* अरे भाई साहब क्यों इतने परेशान हो रहे हो कुछ नहीं हुआ है
3-4दिन में ठीक हो जायेगा

पर डॉक्टर साहब  इसको रात को नींद तो आजायेगी ना ।
*डॉक्टर* अरे हाँ भाई हाँ आप चिंता मत करो।  बच्चे को लेकर लौटे तो नौकर बोला सेठ जी  आपका ब्रांडेड  महंगा शर्ट खराब हो गया खून लग गया अब
ये दाग नही निकलेंगे

*भाई साहब* कोई नहीं
ऐसे शर्ट बहुत आएंगे जायेंगे मेरे बेटे का खून बह गया वो चिंता खाये जा रही है कमजोर नहीं  हो जाये । तू जा एक काम  कर थोड़े  सूखे मेवे फ्रूट ले आ इसे खिलाना पड़ेगा और  मैं चलता हूँ घर पर

*40 साल बाद*

दुकान शोरूम में तब्दील हो गई है

 भाई साहब का बेटा बिज़नस बखूबी संभाल रहा है
 भाई साहब रिटायर्ड  हो चुके हैं घर पर  ही रहते है
तभी घर से बेटे की बीवी का फोन आता है

*बीवी*📞अजी सुनते हो ये आपके पापा पलंग से गिर  गए हैं
सर पर से खून आ रहा है

*लड़का*📱 अरे यार ये पापा भी न
इनको बोला ह जमीन पर सो जाया करो पर मानते हीे नही पलंग पर ही सोते है  

अरे रामु काका जाओ तो घर पर पापा को डॉक्टर अंकल के पास ले कर आओ मैं मिलता हूँ  वहीँ पर।

बूढ़े हो चुके रामु काका चल कर धीरे धीरे घर जाते है
तब तक सेठजी  का काफी खून बह चुका था

बहु  मुँह चढ़ा कर बोली
ले जाओ जल्दी  पूरा महंगा कालीन खराब हो गया है

 काका  जैसे तैसे जल्दी से रिक्शा में सेठजी को डाल कर
क्लीनिक ले गए

बेटा अब तक नही पंहुचा था
काका ने फोन किया तो बोला
अरे यार वो कार की  चाबी नही मिल रही थी अभी मिली है
थोड़े कस्टमर भी है आप बैठो लेकर  मैं आता हूँ

जो दूरी 40 साल पहले एक बाप ने
बेटे के सर पर खून देखकर 10 मिनट में बेटे को गोदी में उठा कर भाग कर तय कर ली थी

बेटा 1घन्टा 10 मिनट में कार से भी तय नही कर पाया था

 डाक्टर ने जैसे  ही भाई साहब को देखा उनको अंदर ले गए इलाज चालू किया
तब तक बेटा भी पहुँच गया
डॉक्टर अंकल बोले
बेटे खून बहुत बह गया है
एडमिट कर देते तो  ठीक रहता

*बेटा* अरे कुछ नही डाक्टर साहब
आप ड्रेसिंग कर दो ठीक हो जायेगा
2-4 दिन में ।

डाक्टर अंकल बोले ठीक  है कुछ दवाईया लिख देता  हूँ थोड़ी महंगी है  लेकिन आराम जल्दी हो जायेगा

*लड़का* अरे डॉक्टर अंकल चलेगा 4-5 दिन ज्यादा लगेंगे तो अब इतनी महंगी दवाइयो की क्या जरूरत । चलो मुझे निकलना पड़ेगा शोरूम पर कोई नहीं है ।

ये सुनते ही डॉक्टर अंकल के सब्र का बांध टूट गया
और 40 साल पहले की घटना पूरी सुनाई

बेटे की आँखों आंसू बहने लगे उसे बहुत पस्च्याताप हुआ।

तभी बहू  का फोन आया
वो महंगा कालीन खराब हो गया है
क्या करूँ ।

बेटा बोला कालीन ही खराब हुआ है ना .....
नया आजायेगा
तुम पलंग पर नया चद्दर और गद्दा  डालो  मैँ पापा को ले कर आ रहा हूँ

भाई साहब के आँखों में आँसू थे
और ये ख़ुशी के थे

चोट का दर्द गायब था  बेटे
के अपनेपन ने सब भुला दिया।

बस अब तो मौत भी आ जाये तो
मंजूर है ।

दोस्तों ये आज की सच्चाई है
आज हमारे अंदर का इंसान मर चुका है  ।

माँ बाप अकेलेपन का जीवन जी
रहे हैं

और

बेटा कामयाबी और दौलत
की चकाचौंध  में खो कर सब कुछ भूल चुका  है ।
==========================
*```कहानी दिल को छुए तो दोस्तों को जरुर शेयर करे🙏*

Tuesday, August 22, 2017

गिनती नही आती मेरी माँ को यारों,
मैं एक रोटी मांगता हूँ वो हमेशा दो ही लेकर आती है.☺
========================
जन्नत का हर लम्हा….दीदार किया था
गोद मे उठाकर जब मॉ ने प्यार किया था
========================
सब कह रहें हैं
              आज माँ का दिन है
वो कौन सा दिन है..
              जो मां के बिन है
========================
 *सन्नाटा छा* गया *बटवारे* के *किस्से* में...🙏

जब *माँ* ने पूछा *मैं* हूँ किसके *हिस्से* में.....!!!
========================
*✍.... घर की इस बार*

*मुकम्मल तलाशी लूंगा!*

*पता नहीं ग़म छुपाकर*

*हमारे मां बाप कहां रखते थे...?*😔
========================
 *एक अच्छी माँ हर किसी*
*के पास होती है लेकिन...*

*एक अच्छी औलाद हर*
*माँ के पास नहीं होती...*
========================
जब जब कागज पर लिखा , मैने 'माँ' का नाम
कलम अदब से बोल उठी , हो गये चारो धाम
========================
माँ से छोटा कोई शब्द हो तो बताओ

उससे बडा भी कोई हो तो भी बताना.....
========================
मंजिल दूर और सफ़र बहुत है .
छोटी सी जिन्दगी की फिकर बहुत है .
मार डालती ये दुनिया कब की हमे .
लेकिन "माँ" की दुआओं में असर बहुत है .🙂
========================
*👵माँ को देख,*
*मुस्कुरा😊 लिया करो..*

*क्या पता किस्मत में*
*तीर्थ लिखा ही ना हो*
========================
*​मृत्यु के लिए बहुत रास्ते हैं ​पर*....
  *जन्म लेने के लिए ​केवल*
           *माँ​​* ✍.
========================
माँ के लिए क्या लिखूँ ? माँ ने खुद मुझे लिखा है ✍🙏 😘
========================
*दवा असर ना करें तो*
 *नजर उतारती है*

 *माँ है जनाब...*
 *वो कहाँ हार मानती है*।

स्कूल में मास्टरजी ने पप्पू को *पत्नी पर निबंध* लिखने के लिए कहाँ तो पप्पू ने कुछ इस तरह से लिखा                        

                       *पत्नी पर निबंध :*

पत्नी नामक प्राणी भारत सहित पूरे विश्व में बहुतायत पाए जाती है।

प्राचीन समय में यह भोजन शाला में पायी जाती थी, लेकिन वर्तमान में यह शॉपिंग मॉल्स , थिएटर्स  एवं रेस्तरा के नजदीक विचरती हुई अधिक पायी जाती है।

पहले इस प्रजाति में लम्बे बाल, सुन्दर आकृति प्रायः पाये जाते थे। लेकिन अब छोटे बाल, कृत्रिम श्वेत मुख, रक्त के सामान होठ सामान्य रूप से देखे जा सकते है।

इनका मुख्य आहार पति नामक मूक प्राणी होता है। भारत में इन्हें धर्मपत्नी, भाग्यवती, लक्ष्मी नामो से भी जाना जाता है।

अधिक बोलना, अकारण झगड़ना, अति व्यय करना, इस प्रजाति के मुख्य लक्षणों में से है। हालाकि इस प्रजाति पर सम्पूर्ण अध्ययन करना संभव नहीं है, किन्तु सामान्यतः इनके निम्न प्रकार होते है।

*1. सुशील पत्नी* – यह प्रजाति अब लुप्त हो चुकी है। इस प्रजाति की प्राणी सुशील एवं सहनशील होती थी और घरो में ज्यादा पाये जाते थी।

*2. आक्रामक पत्नी* – यह प्रजाति भारत सहित पूरे विश्व में बहुत अधिक मात्रा में पायी जाती है। ये अपनी आक्रामक शैली, एवं तेज प्रहार के लिए जानी जाती है। समय आने पर ये बेलन, झाड़ू और चरण पादुकाओँ का उपयोग अधिक करती है।

*3. झगडालू पत्नी* – यह प्रजाति भी वर्तमान में सभी जगह पायी जाती है। इन्हें जॊर से बोलना और झगडा करना अत्यंत पसंद होता है। इनका अधिकतर सामना “सास” नामक एक और अत्यंत खतरनाक प्राणी से होता है।

*4. खर्चीली पत्नी* – भारत जैसे गरीब देश में भी पत्नियों की ये प्रजाति निरंतर बढती जा रही है। इनकी मुख्य आदतों में क्रेडिट कार्ड रखना, बिना विचार किये खर्च करना और बिना जरूरत वस्तुए खरीदना है। इस प्रजाति के साथ पति नामक प्राणी को चप्पल में थका हुआ पीछे पीछे घूमते देखा जा सकता है।

*5. नखरीली पत्नी* – इस प्रजाति के प्राणी अधिकतर आइने के सामने देखी जाती है। इनके होठ रक्त के सामान लाल, नाख़ून बड़े बड़े, केश सतरंगी और चेहरा श्वेत पाउडर से लिपा होता है। इन्हें भोजन शाला में जाना और काम करना नापसंद होता है।

*चेतावनी – पति नामक प्राणी के लिए इस प्रजाति के प्राणी अत्यंत खतरनाक व आक्रामक होते है। इन्हें समय-समय पर साड़ी, गिफ्ट्स, फ्लावर्स तथा करवा-चौथ के सुअवसर पर गहना इत्यादि के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है । लेकिन सनद रहे– केवल कुछ समय के लिए।*

*बीवियों के प्रकार*

*1. आलसी बीवी :::::::::::::*
खुद जाकर चाय बना लो और एक कप मुझे भी दे देना …

*2. धमकाने वाली बीवी ::::*
कान खोलकर सुन लो , या तो इस घर में तुम्हारी माँ रहेगी या मैं …

*3. इतिहास-पसंद बीवी ::::*
सब जानती हूँ तुम्हारा खानदान कैसा है …

*4. भविष्य-वाचक बीवी :::*
अगले साथ जन्मो तक मेरे जैसी बीवी नहीं मिलेगी …

*5. भ्रमित बीवी :::::::::::::*
तुम आदमी हो या पजामा ?

*6. स्वार्थी बीवी :::::::::::::*
ये साड़ी मेरी माँ ने मुझे पहनने को दी है तुम्हारी बहनों के लिए नहीं ..

*7. शक्की बीवी :::::::::::::*
मेरी कौन सी सौतन से फ़ोन पर बात कर रहे थे ?

*8. अर्थशास्त्री बीवी :::::::::*
कौन सा कुबेर का खजाना कमा ले आते हो जो रोज़ पनीर खिलाऊ ?

*9. धार्मिक बीवी :::::::::*
शुक्र करो भगवान् का जो मेरे जैसी बीवी मिली …

*10.कुंठाग्रस्त बीवी :::::::::::::*
मेरे नसीब में तुम ही लिखे थे ?
🙏खुश रहो  सदा हसते रहो ।

आपकी कौन सी है  ! देख लें ?
स्कूल में मास्टरजी ने पप्पू को *पत्नी पर निबंध* लिखने के लिए कहाँ तो पप्पू ने कुछ इस तरह से लिखा                        

                       *पत्नी पर निबंध :*

पत्नी नामक प्राणी भारत सहित पूरे विश्व में बहुतायत पाए जाती है।

प्राचीन समय में यह भोजन शाला में पायी जाती थी, लेकिन वर्तमान में यह शॉपिंग मॉल्स , थिएटर्स  एवं रेस्तरा के नजदीक विचरती हुई अधिक पायी जाती है।

पहले इस प्रजाति में लम्बे बाल, सुन्दर आकृति प्रायः पाये जाते थे। लेकिन अब छोटे बाल, कृत्रिम श्वेत मुख, रक्त के सामान होठ सामान्य रूप से देखे जा सकते है।

इनका मुख्य आहार पति नामक मूक प्राणी होता है। भारत में इन्हें धर्मपत्नी, भाग्यवती, लक्ष्मी नामो से भी जाना जाता है।

अधिक बोलना, अकारण झगड़ना, अति व्यय करना, इस प्रजाति के मुख्य लक्षणों में से है। हालाकि इस प्रजाति पर सम्पूर्ण अध्ययन करना संभव नहीं है, किन्तु सामान्यतः इनके निम्न प्रकार होते है।

*1. सुशील पत्नी* – यह प्रजाति अब लुप्त हो चुकी है। इस प्रजाति की प्राणी सुशील एवं सहनशील होती थी और घरो में ज्यादा पाये जाते थी।

*2. आक्रामक पत्नी* – यह प्रजाति भारत सहित पूरे विश्व में बहुत अधिक मात्रा में पायी जाती है। ये अपनी आक्रामक शैली, एवं तेज प्रहार के लिए जानी जाती है। समय आने पर ये बेलन, झाड़ू और चरण पादुकाओँ का उपयोग अधिक करती है।

*3. झगडालू पत्नी* – यह प्रजाति भी वर्तमान में सभी जगह पायी जाती है। इन्हें जॊर से बोलना और झगडा करना अत्यंत पसंद होता है। इनका अधिकतर सामना “सास” नामक एक और अत्यंत खतरनाक प्राणी से होता है।

*4. खर्चीली पत्नी* – भारत जैसे गरीब देश में भी पत्नियों की ये प्रजाति निरंतर बढती जा रही है। इनकी मुख्य आदतों में क्रेडिट कार्ड रखना, बिना विचार किये खर्च करना और बिना जरूरत वस्तुए खरीदना है। इस प्रजाति के साथ पति नामक प्राणी को चप्पल में थका हुआ पीछे पीछे घूमते देखा जा सकता है।

*5. नखरीली पत्नी* – इस प्रजाति के प्राणी अधिकतर आइने के सामने देखी जाती है। इनके होठ रक्त के सामान लाल, नाख़ून बड़े बड़े, केश सतरंगी और चेहरा श्वेत पाउडर से लिपा होता है। इन्हें भोजन शाला में जाना और काम करना नापसंद होता है।

*चेतावनी – पति नामक प्राणी के लिए इस प्रजाति के प्राणी अत्यंत खतरनाक व आक्रामक होते है। इन्हें समय-समय पर साड़ी, गिफ्ट्स, फ्लावर्स तथा करवा-चौथ के सुअवसर पर गहना इत्यादि के द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है । लेकिन सनद रहे– केवल कुछ समय के लिए।*

*बीवियों के प्रकार*

*1. आलसी बीवी :::::::::::::*
खुद जाकर चाय बना लो और एक कप मुझे भी दे देना …

*2. धमकाने वाली बीवी ::::*
कान खोलकर सुन लो , या तो इस घर में तुम्हारी माँ रहेगी या मैं …

*3. इतिहास-पसंद बीवी ::::*
सब जानती हूँ तुम्हारा खानदान कैसा है …

*4. भविष्य-वाचक बीवी :::*
अगले साथ जन्मो तक मेरे जैसी बीवी नहीं मिलेगी …

*5. भ्रमित बीवी :::::::::::::*
तुम आदमी हो या पजामा ?

*6. स्वार्थी बीवी :::::::::::::*
ये साड़ी मेरी माँ ने मुझे पहनने को दी है तुम्हारी बहनों के लिए नहीं ..

*7. शक्की बीवी :::::::::::::*
मेरी कौन सी सौतन से फ़ोन पर बात कर रहे थे ?

*8. अर्थशास्त्री बीवी :::::::::*
कौन सा कुबेर का खजाना कमा ले आते हो जो रोज़ पनीर खिलाऊ ?

*9. धार्मिक बीवी :::::::::*
शुक्र करो भगवान् का जो मेरे जैसी बीवी मिली …

*10.कुंठाग्रस्त बीवी :::::::::::::*
मेरे नसीब में तुम ही लिखे थे ?
🙏खुश रहो  सदा हसते रहो ।

आपकी कौन सी है  ! देख लें ?
UN: 👇👇👇👇👇👇👇👇
 *यह हमेशा ध्यान रखे*

1) 🤑🌶🍒 *निम्बू-मिर्च* खाने के लिये है.. कही *टाँगने* के लिए नहीं है....

2) 😱🐈 *बिल्लियाँ* जंगली या पालतू जानवर है, बिल्ली के *रास्ता काटने* से कुछ गलत नहीं होता.. बल्कि चूहों से होनेवाले नुक्सान को बचाया जा सकता है.....
.
3) 🗣💨 *छींकना* एक नैसर्गिक क्रिया है , छींकने से कुछ *अनहोनी* नहीं होती ना हि किसी काम में बाधा आती है- छींकने से शरीर की *सुप्त पेशियां* सक्रीय हो जाती है...

4) 💀🌳 *भूत* पेड़ों पर नहीं रहते - पेड़ों पर *पक्षी*रहते है.....

5) 🔬🔭 *चमत्कार* जैसी कोई चीज नहीं होती - हर घटना के पिछे *वैज्ञानिक* कारण होता है.....

6) ⛄☃ *भोपा, बाबा* जैसे लोग *झुठे* होते है- जिन्हें *शारारिक मेहनत* नहीं करनी ये वही लोग है.....

7) ⛈🌪👺🔥 *जादू टोणा*, या *किसी ने कराया* ऐसा कुछ नहीं होता, ये दुर्बल लोगोंके *मानसिक विकार* है....
जादू-टोणा करके आपके ग्रहो की दिशा बदलने वाले बाबा, हवा और मेघों की दिशा बदलकर बारिश नहीं ला सकते...?⛈☁🌒💫

8 ) 🌏🐠 *वास्तुशास्त्र* भ्रामक है. सिर्फ दिशाओ का *डर* दिखाकर लूट...
वास्तविक तो पृथ्वी ही खुद हर क्षण *अपनी दिशा* बदलती है....  अगर *कुबेर जी* उत्तर दिशा में है तो एक ही स्थान या दिशा में *अमीर* और *गरीब* दोनों क्यों पाये जाते है?..... .

9) 👼🐓🐐🍇🍎 *मन्नत,पूजा, बलि, टिप* या *चढ़ावे* से भगवान प्रसन्न होकर *फल* देते है, तो क्या भगवान् *रिश्वतखोर* है?.....    आध्यात्म *मोक्ष* के लिए है, *धन* कमाने के लिए नहीं.....

10) 👆 ये जो *पढ़* रहे हो इसका अनुकरण करे, और अपने *मित्रों* को भी send करे

Sunday, August 20, 2017

भगवान विष्णु गरुड़ पर बैठ कर कैलाश पर्वत पर गए।
द्वार पर गरुड़ को छोड़ कर खुद शिव से मिलने अंदर
चले गए। तब कैलाश की अपूर्व प्राकृतिक शोभा
को देख कर गरुड़ मंत्vरमुग्ध थे कि तभी उनकी नजर
एक खूबसूरत छोटी सी चिड़िया पर पड़ी।
चिड़िया कुछ इतनी सुंदर थी कि गरुड़ के सारे
विचार उसकी तरफ आकर्षित होने लगे।
उसी समय कैलाश पर यम देव पधारे और अंदर जाने से
पहले उन्होंने उस छोटे से पक्षी को आश्चर्य की
द्रष्टि से देखा। गरुड़ समझ गए उस चिड़िया का अंत
निकट है और यमदेव कैलाश से निकलते ही उसे अपने
साथ यमलोक ले जाएँगे।

गरूड़ को दया आ गई। इतनी छोटी और सुंदर
चिड़िया को मरता हुआ नहीं देख सकते थे। उसे अपने
पंजों में दबाया और कैलाश से हजारो कोश दूर एक
जंगल में एक चट्टान के ऊपर छोड़ दिया, और खुद
बापिस कैलाश पर आ गया।

आखिर जब यम बाहर आए तो गरुड़ ने पूछ ही लिया
कि उन्होंने उस चिड़िया को इतनी आश्चर्य भरी
नजर से क्यों देखा था। यम देव बोले "गरुड़ जब मैंने
उस चिड़िया को देखा तो मुझे ज्ञात हुआ कि वो
चिड़िया कुछ ही पल बाद यहाँ से हजारों कोस दूर
एक नाग द्वारा खा ली जाएगी। मैं सोच रहा था
कि वो इतनी जलदी इतनी दूर कैसे जाएगी, पर अब
जब वो यहाँ नहीं है तो निश्चित ही वो मर चुकी
होगी।"

गरुड़ समझ गये "मृत्यु टाले नहीं टलती चाहे कितनी
भी चतुराई की जाए।"

इस लिए कृष्ण कहते है।
करता तू वह है
जो तू चाहता है
परन्तु होता वह है
जो में चाहता हूँ
कर तू वह
जो में चाहता हूँ
फिर होगा वो
जो तू चाहेगा ।
  जीवन के 6 सत्य:-
1. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने खूबसूरत हैं ?
क्योंकि..लँगूर और गोरिल्ला भी अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित कर लेते हैं..
2. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका शरीर कितना विशाल और मज़बूत है ?
क्योंकि...श्मशान तक आप अपने आपको नहीं ले जा सकते....
3. आप कितने भी लम्बे क्यों न हों , मगर आने वाले कल को आप नहीं देख सकते....
4. कोई फर्क नहीं पड़ता कि , आपकी त्वचा कितनी गोरी और चमकदार है
क्योंकि...अँधेरे में रोशनी की जरूरत पड़ती ही है...
5 . कोई फर्क नहीं पड़ता कि " आप " नहीं हँसेंगे तो सभ्य कहलायेंगे ?
क्यूंकि ..." आप " पर हंसने के लिए दुनिया खड़ी है ?
6. कोई फर्क नहीं पड़ता कि ,आप कितने अमीर हैं ? और दर्जनों गाड़ियाँ आपके पास हैं ?
क्योंकि...घर के बाथरूम तक आपको चल के ही जाना पड़ेगा...
 इसलिए संभल के चलिए ... ज़िन्दगी का सफर छोटा है , हँसते हँसते काटिये , आनंद आएगा ।।
जय श्री कृष्ण
पंडितो के मोहल्ले मे एक ठाकुरसाब. रहते थे,
जो हर रोज चिकन बनाकर खाते थे.

चिकन की खुशबू से परेशान होकर
 पंडितो ने महंत से शिकायत की.

महंत ने  ठाकुरसाब. को कहा
 कि आप भी ब्राह्मण धर्म स्वीकार कर लो,
जिससे किसी को आपसे कोई
 समस्या ना हो.

हमारे। ठाकुरसाब. मान गए.

तो महंत ने ठाकुरसाब   पर
गंगा जल छिडकते हुए संस्कृत में कहा
 "तुम पैदा राजपूत हुए थे पर अब तुम ब्राह्मण हो "

अगले दिन फिर ठाकुरसाब . के घर से
 चिकन की खुशबू आई तो सब पंडितो ने
 महंत से उसकी फिर शिकायत की.

अब महंत पंडितो को साथ लेकर
ठाकुरसाब . के घर मे गए तो देखा,


ठाकुरसाब . चिकन पर
गंगा जल छिडक रहे थे
 और कह रहे थे,


" तुम पैदा मुर्गे हुए थे पर अब तुम आलू हो "
छोटी-छोटी  कहानियाँ*
       
                ( 1 )

*एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश ☔के लिए ईश्वर से प्रार्थना🙏 करेंगे , प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए , परन्तु एक बालक🙇 अपने साथ छाता 🌂भी लेकर आया ।*
                  👇
               
        *🔔    इसे कहते हैं  🔔*
              *🎄  आस्था🎄*

                  🌾
                ( 2 )

*👶जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता 😀 है , क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे ।*
                 👇
             
         *🐾इसे कहते हैं🐾*
           *✌ विश्वास✌*

                  🌾
                ( 3 )

*🌜प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं है कि सुबह☀ तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं , फिर भी हम घड़ी ⏰ में अलार्म लगाकर सोते हैं ।*
                 👇
      *💡इसे कहते हैं*
      *🌞आशा(उम्मीद)🌞*
   

                   🌾
                 ( 4 )

*हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं ।*
               
                 👇
      *👉 इसे कहते हैं👈*
      *💪 आत्मविश्वास💪*
---------------------------------------
                  🌾
                ( 5 )
 *💞  हम देखरहे हैं कि दुनियाँ कठिनाइयों से जूझरही है फिर भी हम शादी 🎎 करते हैं ।*          
                 👇
    *🎵  इसे कहते हैं 🎵*
           *💘  प्यार  💘*
   
                 
                    🌾
                   ( 6 )

*👍 एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था , "मेरी उम्र 60 साल नहीं है , मैं तो केवल मधुर - मधुर 16 साल का हूँ , 44 साल के अनुभव के साथ ।"*

                  👇
      *👊 इसे कहते हैं 👊*
         *👀  नज़रिया  👀*
           ---------------

*जीवन खूबसूरत है , इसे सर्वोत्तम के लिए जियो।*

*संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा एकमात्र प्राणी है*
*जिसे ईश्वर ने हंसने का गुण दिया है, इसे खोईए मत.*

*"बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को*
*दोस्तों,*
*प्यार से बात कर लेने से जायदाद कम नहीं होती है*

*इन्सान तो हर घर में पैदा होते हैं....!!*
*बस इंसानियत कहीं-कहीं जन्म लेती है.*
                                                                                  🌸|| जय द्वारकाधीश ||🌸
Minimum 35 Ways to Respect your Parents. Must read

1. Put away your phone in
    their presence.

2. Pay attention to what they
    are saying.

3. Accept their opinions.

4. Engage in their conversations.

5. Look at them with respect

6. Always praise them.

7. Share good news with
    them.

8. Avoid sharing bad news
    with them.

9. Speak well of their friends
    and loved ones to them.

10. Keep in remembrance
       the good things they did.

11. If they repeat a story,
       listen like it's the first
       time they tell it.

12. Don't bring up painful
       memories from the past.

13. Avoid side conversations
       in their presence.

14. Sit respectfully around
       them.

15. Don't belittle/criticize  
       their opinions and
       thoughts.

16. Avoid cutting them off
       when they speak.

17. Respect their age.

18. Avoid hitting/disciplining
      their grandchildren
      around them.

19. Accept their advice and
      direction.

20. Give them the power of
      leadership when they are
      present.

21. Avoid raising your voice
       at them.

22. Avoid walking in front or
      ahead of them.

23. Avoid eating before them

24. Avoid glaring at them.

25. Fill them with your
      appreciation even when
      they don't think they
      deserve it.

26. Avoid putting your feet  
       up in front of them or
       sitting with your back to
       them.

27. Don't speak ill of them to
      the point where others
      speak ill of them too.

28. Keep them in your
       prayers always possible.

29. Avoid seeming bored or
      tired of them in their
      presence.

30. Avoid laughing at their
      faults/mistakes.

31. Do a task before they ask
      you to.

32. Continuously visit them.

33. Choose your words  
       carefully when speaking  
       with them.

34. Call them by names they
       like.

35. Make them your priority
      above anything.

Parents are treasure on this land. Appreciate your parents.
Today lets make lots of  prayers for our beloved parents.

Positive attitude*

एक घर के पास काफी दिन से एक बड़ी इमारत का काम चल रहा था।
वहां रोज मजदूरों के छोटे-छोटे बच्चे एक दूसरे की शर्ट पकडकर रेल-रेल का खेल खेलते थे।

*रोज कोई बच्चा इंजिन बनता और बाकी बच्चे डिब्बे बनते थे...*

*इंजिन और डिब्बे वाले बच्चे रोज बदल  जाते,*
पर...

केवल चङ्ङी पहना एक छोटा बच्चा हाथ में रखा कपड़ा घुमाते हुए रोज गार्ड बनता था।

*एक दिन मैंने देखा कि* ...

उन बच्चों को खेलते हुए रोज़ देखने वाले एक व्यक्ति ने कौतुहल से गार्ड बनने वाले बच्चे को पास बुलाकर पूछा....

*"बच्चे, तुम रोज़ गार्ड बनते हो। तुम्हें कभी इंजिन, कभी डिब्बा बनने की इच्छा नहीं होती?"*

इस पर वो बच्चा बोला...
*"बाबूजी, मेरे पास पहनने के लिए कोई शर्ट नहीं है। तो मेरे पीछे वाले बच्चे मुझे कैसे पकड़ेंगे... और मेरे पीछे कौन खड़ा रहेगा....?*
*इसीलिए मैं रोज गार्ड बनकर ही खेल में हिस्सा लेता हूँ।*

*"ये बोलते समय मुझे उसकी आँखों में पानी दिखाई दिया।*

*आज वो बच्चा मुझे जीवन का एक बड़ा पाठ पढ़ा गया...*

*अपना जीवन कभी भी परिपूर्ण नहीं होता। उसमें कोई न कोई कमी जरुर रहेगी....*

वो बच्चा माँ-बाप से ग़ुस्सा होकर रोते हुए बैठ सकता था। परन्तु ऐसा न करते हुए उसने परिस्थितियों का समाधान ढूंढा।

*हम कितना रोते हैं?*
कभी अपने *साँवले रंग* के लिए, कभी *छोटे क़द* के लिए,
कभी पड़ौसी की *बडी कार,*
कभी पड़ोसन के *गले का हार,* कभी अपने *कम मार्क्स,*
कभी *अंग्रेज़ी,*
कभी *पर्सनालिटी,*
कभी *नौकरी की मार* तो
कभी *धंदे में मार*...
हमें इससे बाहर आना पड़ता है....
*ये जीवन है... इसे ऐसे ही जीना पड़ता है।*
 *चील की ऊँची उड़ान देखकर चिड़िया कभी डिप्रेशन में नहीं आती,*
*वो अपने आस्तित्व में मस्त रहती है,*
*मगर इंसान, इंसान की ऊँची उड़ान देखकर बहुत जल्दी चिंता में आ जाते हैं।*
*तुलना से बचें और खुश रहें ।*
*ना किसी से ईर्ष्या, ना किसी से कोई होड़..!!!*
*मेरी अपनी हैं मंजिलें, मेरी अपनी दौड़..!!!*
            🐚☀🐚
       🐾स्नेह वंदन  🐾  
*"परिस्थितियां कभी समस्या नहीं बनती,*
*समस्या इस लिए बनती है, क्योंकि हमें उन परिस्थितियों से लड़ना नहीं आता।"*
                ¸.•*""*•.¸
           🌹🎁🌹🎁🌹
     *"सदा मुस्कुराते रहिये"*
एक माचिस की तिल्ली,
          एक घी का लोटा,
लकड़ियों के ढेर पे,
          *कुछ घण्टे में राख.....*
बस इतनी-सी है
          *आदमी की औकात !!!!*

एक बूढ़ा बाप,
          शाम को मर गया ,
अपनी सारी ज़िन्दगी ,
          परिवार के नाम कर गया,
कहीं रोने की सुगबुगाहट ,
          तो कहीं फुसफुसाहट ....
अरे जल्दी ले जाओ
          *कौन रखेगा सारी रात...*
बस इतनी-सी है
          *आदमी की औकात!!!!*

मरने के बाद नीचे देखा ,
          नज़ारे नज़र आ रहे थे,
उसकी मौत पे .....
          कुछ लोग ज़बरदस्त,
तो कुछ ज़बरदस्ती,
          रो रहे थे ...........
नहीं रहा.. ... चला गया...
          *चार दिन करेंगे बात.....*
बस इतनी-सी है
          *आदमी की औकात!!!!!*

बेटा अच्छी तस्वीर बनवायेगा,
          सामने अगरबत्ती जलायेगा ,
खुश्बुदार फूलों की माला होगी...
          अखबार में अश्रुपूरित श्रद्धांजली होगी...
बाद में उस तस्वीर पे,
          *जाले भी कौन करेगा साफ़.*
बस इतनी-सी है
          *आदमी की औकात !!!!!!*

जिन्दगी भर,
          मेरा- मेरा- मेरा किया....
अपने लिए कम ,
          अपनों के लिए ज्यादा जीया...
कोई न देगा साथ...
          जायेगा खाली हाथ....
तिनका ले जाने की भी,
           *नही है औकात ???*
बस इतनी-सी है,
          *आदमी की औकात*

 *तो फिर घमंड कैसा ?????*

Thursday, August 3, 2017

बहुत समय पहले की बात है ,*_

_🦅एक राजा को उपहार में किसी ने बाज के दो बच्चे भेंट किये ।_

_🦅वे बड़ी ही अच्छी नस्ल के थे ,  और राजा ने कभी इससे पहले इतने शानदार बाज नहीं देखे थे।_

_🦅राजा ने उनकी देखभाल के लिए एक अनुभवी आदमी को नियुक्त कर दिया।_

_🦅जब कुछ महीने बीत गए तो राजा ने बाजों को देखने का मन बनाया ,और उस जगह पहुँच गए जहाँ उन्हें पाला जा रहा था।_

_🦅राजा ने देखा कि दोनों बाज काफी बड़े हो चुके थे और अब पहले से भी शानदार लग रहे थे ।_

_🦅राजा ने बाजों की देखभाल कर रहे
आदमी से कहा,_
_🦅” मैं इनकी उड़ान देखना चाहता हूँ , तुम इन्हे उड़ने का इशारा करो ।_

_🦅“ आदमी ने ऐसा ही किया। इशारा मिलते ही दोनों बाज उड़ान भरने लगे ,_

_🦅पर जहाँ एक बाज आसमान की ऊंचाइयों को छू रहा था ,_
_🦅वहीँ दूसरा , कुछ ऊपर जाकर वापस उसी डाल पर आकर बैठ गया_

_🦅जिससे वो उड़ा था। ये देख , राजा को कुछ अजीब लगा._

_🦅“क्या बात है जहाँ एक बाज इतनी अच्छी उड़ान भर रहा है वहीँ ये दूसरा बाज उड़ना ही नहीं चाह रहा ?”,_

_🦅राजा ने सवाल किया।_

_*🦅” जी हुजूर , इस बाज के साथ शुरू से यही समस्या है , वो इस डाल को छोड़ता ही नहीं।”*_

_🦅राजा को दोनों ही बाज प्रिय थे , और वो दूसरे बाज को भी उसी तरह उड़ना देखना चाहते थे।_

_🦅अगले दिन पूरे राज्य में ऐलान करा दिया गया,कि जो व्यक्ति इस बाज को ऊँचा उड़ाने में कामयाब होगा उसे ढेरों इनाम दिया जाएगा।_

_🦅फिर क्या था , एक से एक विद्वान् आये और बाज को उड़ाने का प्रयास करने लगे ,_

_🦅पर हफ़्तों बीत जाने के बाद भी बाज
का वही हाल था, वो थोडा सा उड़ता और वापस डाल पर आकर बैठ जाता।_

_🦅फिर एक दिन कुछ अनोखा हुआ , राजा ने देखा कि उसके दोनों बाज आसमान में उड़ रहे हैं।_

_🦅उन्हें अपनी आँखों पर यकीन नहीं हुआ और उन्होंने तुरंत उस व्यक्ति का पता लगाने को कहा जिसने ये कारनामा कर दिखाया था।_

_🦅वह व्यक्ति एक किसान था। अगले दिन वह दरबार में हाजिर हुआ। उसे इनाम में स्वर्ण मुद्राएं भेंट करने के बाद राजा ने कहा ,_

_🦅” मैं तुमसे बहुत प्रसन्न हूँ , बस तुम
इतना बताओ कि जो काम बड़े-बड़े
विद्वान् नहीं कर पाये वो तुमने कैसे
कर दिखाया।_

_🦅“ “मालिक !_ _मैं तो एक साधारण सा किसान हूँ , मैं ज्ञान की ज्यादा बातें नहीं जानता , मैंने तो बस वो डाल काट दी जिसपर बैठने का बाज आदि हो चुका था, और जब वो डाल ही नहीं रही तो वो भी अपने साथी के साथ ऊपर उड़ने लगा।_

_🦅“दोस्तों, हम सभी ऊँचा उड़ने के लिए ही बने हैं।_

_🦅लेकिन कई बार हम जो कर रहे होते है उसके इतने आदि हो जाते हैं कि अपनी ऊँची उड़ान भरने की , कुछ_
_बड़ा करने की काबिलियत को, भूल जाते हैं।_

_🦅यदि आप भी सालों से किसी ऐसे ही काम में लगे हैं जो आपके सही potential के मुताबिक नहीं है तो एक बार ज़रूर सोचिये_

_🦅कि कहीं आपको भी उस डाल को काटने की ज़रुरत तो नहीं जिसपर आप बैठे हैं ?_

🦅 _"Luck is what happens when"_
_"preparation meets opportunity
: *6 छोटी-छोटी  कहानियाँ*
       
                ( 1 )

*एक बार गाँव वालों ने यह निर्णय लिया कि बारिश ☔के लिए ईश्वर से प्रार्थना🙏 करेंगे , प्रार्थना के दिन सभी गाँव वाले एक जगह एकत्रित हुए , परन्तु एक बालक🙇 अपने साथ छाता 🌂भी लेकर आया ।*
                  👇
               
        *🔔    इसे कहते हैं  🔔*
              *🎄  आस्था🎄*

                  🌾
                ( 2 )

*👶जब आप एक बच्चे को हवा में उछालते हैं तो वह हँसता 😀 है , क्यों कि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लेंगे ।*
                 👇
             
         *🐾इसे कहते हैं🐾*
           *✌ विश्वास✌*

                  🌾
                ( 3 )

*🌜प्रत्येक रात्रि को जब हम सोने के लिए जाते हैं तब इस बात की कोई गारण्टी नहीं है कि सुबह☀ तक हम जीवित रहेंगे भी कि नहीं , फिर भी हम घड़ी ⏰ में अलार्म लगाकर सोते हैं ।*
                 👇
      *💡इसे कहते हैं*
      *🌞आशा(उम्मीद)🌞*
   

                   🌾
                 ( 4 )

*हमें भविष्य के बारे में कोई जानकारी नहीं है फिर भी हम आने वाले कल के लिए बड़ी बड़ी योजनाएं बनाते हैं ।*
               
                 👇
      *👉 इसे कहते हैं👈*
      *💪 आत्मविश्वास💪*
---------------------------------------
                  🌾
                ( 5 )
 *💞  हम देखरहे हैं कि दुनियाँ कठिनाइयों से जूझरही है फिर भी हम शादी 🎎 करते हैं ।*          
                 👇
    *🎵  इसे कहते हैं 🎵*
           *💘  प्यार  💘*
   
                 
                    🌾
                   ( 6 )

*👍 एक 60 साल की उम्र वाले व्यक्ति की शर्ट पर एक शानदार वाक्य लिखा था , "मेरी उम्र 60 साल नहीं है , मैं तो केवल मधुर - मधुर 16 साल का हूँ , 44 साल के अनुभव के साथ ।"*

                  👇
      *👊 इसे कहते हैं 👊*
         *👀  नज़रिया  👀*
           ---------------

*जीवन खूबसूरत है , इसे सर्वोत्तम के लिए जियो।*

*संसार में केवल मनुष्य ही ऐसा एकमात्र प्राणी है*
*जिसे ईश्वर ने हंसने का गुण दिया है, इसे खोईए मत.*

*"बिखरने दो होंठों पे हंसी के फुहारों को*
*दोस्तों,*
*प्यार से बात कर लेने से जायदाद कम नहीं होती है*

*इन्सान तो हर घर में पैदा होते हैं....!!*
*बस इंसानियत कहीं-कहीं जन्म लेती है.*
 एक सुनार  से लक्ष्मी  जी  रूठ गई ।

जाते वक्त  बोली मैं जा रही  हूँ

और मेरी जगह  नुकसान आ रहा है ।

तैयार  हो जाओ।

लेकिन  मै तुम्हे अंतिम भेट जरूर देना चाहती हूँ।
मांगो जो भी इच्छा  हो।

सुनार बहुत समझदार  था।
उसने 🙏 विनती  की नुकसान आए तो आने  दो ।

लेकिन  उससे कहना की मेरे परिवार  में आपसी  प्रेम  बना रहे।
बस मेरी यही इच्छा  है।

लक्ष्मी  जी  ने  तथास्तु  कहा।

कुछ दिन के बाद :-

सुनार की सबसे छोटी  बहू  खिचड़ी बना रही थी।

उसने नमक आदि  डाला  और अन्य  काम  करने लगी।

तब दूसरे  लड़के की  बहू आई और उसने भी बिना चखे नमक डाला और चली गई।

इसी प्रकार  तीसरी, चौथी  बहुएं  आई और नमक डालकर  चली गई ।

उनकी सास ने भी ऐसा किया।

शाम  को सबसे पहले सुनार  आया।

पहला निवाला  मुह में लिया।
देखा बहुत ज्यादा  नमक  है।

लेकिन  वह समझ गया  नुकसान (हानि) आ चुका है।

चुपचाप खिचड़ी खाई और चला गया।

इसके बाद  बङे बेटे का नम्बर आया।

पहला निवाला  मुह में लिया।
पूछा पिता जी  ने खाना खा लिया क्या कहा उन्होंने ?

सभी ने उत्तर दिया-" हाँ खा लिया, कुछ नही बोले।"

अब लड़के ने सोचा जब पिता जी ही कुछ  नही  बोले तो मै भी चुपचाप खा लेता हूँ।

इस प्रकार घर के अन्य  सदस्य  एक -एक आए।

पहले वालो के बारे में पूछते और चुपचाप खाना खा कर चले गए।

रात  को नुकसान (हानि) हाथ जोड़कर

सुनार से कहने लगा  -,"मै जा रहा हूँ।"

सुनार ने पूछा- क्यों ?

तब नुकसान (हानि ) कहता है, " आप लोग एक किलो तो नमक खा गए  ।

लेकिन  बिलकुल  भी  झगड़ा  नही हुआ। मेरा यहाँ कोई काम नहीं।"

*निचोङ*

⭐झगड़ा कमजोरी, हानि, नुकसान  की पहचान है।

👏जहाँ प्रेम है, वहाँ लक्ष्मी  का वास है।

🔃सदा प्यार -प्रेम  बांटते रहे। छोटे -बङे  की कदर करे ।

जो बङे हैं, वो बङे ही रहेंगे ।

चाहे आपकी कमाई उसकी कमाई   से बङी हो।   🙏🙏🙏🙏 

Monday, July 31, 2017

*हास्य कविता*
😀😀😀😀😀😀😀

अक्ल बाटने लगे विधाता,
             लंबी लगी कतारें ।
सभी आदमी खड़े हुए थे,
            कहीं नहीं थी नारी ।

सभी नारियाँ कहाँ रह गई,
          था ये अचरज भारी ।
पता चला ब्यूटी पार्लर में,
          पहुँच गई थी सारी।

मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,
           एक एक पर भारी ।
बैठी थीं कुछ इंतजार में,
          कब आएगी बारी ।

उधर विधाता ने पुरूषों में,
         अक्ल बाँट दी सारी ।
ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,
        जब पहुँची सब नारी ।

बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,
        नहीं अक्ल अब बाकी ।
रोने लगी सभी महिलाएं ,
        नींद खुली ब्रह्मा की ।

पूछा कैसा शोर हो रहा है,
         ब्रह्मलोक के द्वारे ?
पता चला कि स्टॉक अक्ल का
         पुरुष ले गए सारे ।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,
          बहुत देर कर दी है ।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,
          पुरुषों में भर दी है ।

लगी चीखने महिलाये ,
         ये कैसा न्याय तुम्हारा?
कुछ भी करो हमें तो चाहिए,
          आधा भाग हमारा ।

पुरुषो में शारीरिक बल है,
          हम ठहरी अबलाएं ।
अक्ल हमारे लिए जरुरी ,
         निज रक्षा कर पाएं ।

सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,
         तब बोले ब्रह्मा जी ।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,
         अब हो जाओ राजी ।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,
         रहे पुरुष पर भारी ।
कितना भी वह अक्लमंद हो,
         अक्ल जायेगी मारी ।

एक औरत ने तर्क दिया,
        मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये,
        जीवन भर रोती है ।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,
        रोना भी कर देगा ।
औरत का रोना भी नर की,
        अक्ल हर लेगा ।

एक अधेड़ बोली बाबा,
       हंसना रोना नहीं आता ।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम,
       खूब झगड़ना भाता ।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली,
       यह भी बात तुम्हारी ।
झगड़े के आगे भी नर की,
       अक्ल जायेगी मारी ।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,
       अंतिम वचन हमारा ।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए,
       पूरा न्याय हमारा ।

इन अचूक शस्त्रों में भी,
       जो मानव नहीं फंसेगा ।
निश्चित समझो,
       उसका घर नहीं बसेगा ।

कहे कवि मित्र ध्यान से,
       सुन लो बात हमारी ।
बिना अक्ल के भी होती है,
       नर पर नारी भारी
प्रभू का पत्र,,,,, एक बार जरूर पड़े

मेरे प्रिय...
सुबह तुम जैसे ही सो कर उठे, मैं तुम्हारे बिस्तर के पास ही खड़ा था। मुझे लगा कि तुम मुझसे कुछ बात
करोगे। तुम कल या पिछले हफ्ते हुई किसी बात या घटना के लिये मुझे धन्यवाद कहोगे। लेकिन तुम फटाफट चाय पी कर तैयार होने चले गए और मेरी तरफ देखा भी नहीं!!!

फिर मैंने सोचा कि तुम नहा के मुझे याद करोगे। पर तुम इस उधेड़बुन में लग गये कि तुम्हे आज कौन से कपड़े पहनने है!!!

फिर जब तुम जल्दी से नाश्ता कर रहे थे और अपने ऑफिस के कागज़ इक्कठे करने के लिये घर में इधर से उधर दौड़ रहे थे...तो भी मुझे लगा कि शायद अब तुम्हे मेरा ध्यान आयेगा,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

फिर जब तुमने आफिस जाने के लिए ट्रेन पकड़ी तो मैं समझा कि इस खाली समय का उपयोग तुम मुझसे बातचीत करने में करोगे पर तुमने थोड़ी देर पेपर पढ़ा और फिर खेलने लग गए अपने मोबाइल में और मैं खड़ा का खड़ा ही रह गया।

मैं तुम्हें बताना चाहता था कि दिन का कुछ हिस्सा मेरे साथ बिता कर तो देखो,तुम्हारे काम और भी अच्छी तरह से होने लगेंगे, लेकिन तुमनें मुझसे बात
ही नहीं की...

एक मौका ऐसा भी आया जब तुम
बिलकुल खाली थे और कुर्सी पर पूरे 15 मिनट यूं ही बैठे रहे,लेकिन तब भी तुम्हें मेरा ध्यान नहीं आया।

दोपहर के खाने के वक्त जब तुम इधर-
उधर देख रहे थे,तो भी मुझे लगा कि खाना खाने से पहले तुम एक पल के लिये मेरे बारे में सोचोंगे,लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

दिन का अब भी काफी समय बचा था। मुझे लगा कि शायद इस बचे समय में हमारी बात हो जायेगी,लेकिन घर पहुँचने के बाद तुम रोज़मर्रा के कामों में व्यस्त हो गये। जब वे काम निबट गये तो तुमनें टीवी खोल लिया और घंटो टीवी देखते रहे। देर रात थककर तुम बिस्तर पर आ लेटे।
तुमनें अपनी पत्नी, बच्चों को शुभरात्रि कहा और चुपचाप चादर ओढ़कर सो गये।

मेरा बड़ा मन था कि मैं भी तुम्हारी दिनचर्या का हिस्सा बनूं...

तुम्हारे साथ कुछ वक्त बिताऊँ...

तुम्हारी कुछ सुनूं...

तुम्हे कुछ सुनाऊँ।

कुछ मार्गदर्शन करूँ तुम्हारा ताकि तुम्हें समझ आए कि तुम किसलिए इस धरती पर आए हो और किन कामों में उलझ गए हो, लेकिन तुम्हें समय
ही नहीं मिला और मैं मन मार कर ही रह गया।

मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूँ।

हर रोज़ मैं इस बात का इंतज़ार करता हूँ कि तुम मेरा ध्यान करोगे और
अपनी छोटी छोटी खुशियों के लिए मेरा धन्यवाद करोगे।

पर तुम तब ही आते हो जब तुम्हें कुछ चाहिए होता है। तुम जल्दी में आते हो और अपनी माँगें मेरे आगे रख के चले जाते हो।और मजे की बात तो ये है
कि इस प्रक्रिया में तुम मेरी तरफ देखते
भी नहीं। ध्यान तुम्हारा उस समय भी लोगों की तरफ ही लगा रहता है,और मैं इंतज़ार करता ही रह जाता हूँ।

खैर कोई बात नहीं...हो सकता है कल तुम्हें मेरी याद आ जाये!!!

ऐसा मुझे विश्वास है और मुझे तुम
में आस्था है। आखिरकार मेरा दूसरा नाम...आस्था और विश्वास ही तो है।
.
.
.
तुम्हारा ईश्वर...👣