Sunday, June 14, 2015

इन बातों को ध्यान रखें-

रात्रि में बर्तन झूठे न रखें ।घर में पोछा लगाते समय पानी में सांभर नमक या सेंधा नमक डाल लें ।शयन करते समय सिरहाना पूर्व या दक्षिण दिशा की ओर रखने से धन व आयु की बढ़ोत्तरी होती है ।भोजन करते वक्त पूर्व की ओर मुंह करके भोजन करने से आयु और उत्तर की ओर मुंह करके भोजन करने से धन की प्राप्ति होती है ।घर के आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में सिक्कों वाला धातु का कटोरा रखें और उसमें ऐसे सिक्के जो रास्ते में पड़े मिले या पैसे गिनते वक्त गिरे हुए पैसें डालते जाएं। ऐसा करने से घर में अचानक धनागम होने लगेगा ।घर में झाडू व पोंछा खुले स्थान पर न रखें । खासकर भोजन कक्ष में झाडू नहीं रखनी चाहिए । इससे धन की हानि होती है । रात में झाडू को उलटी करके घर के बाहर मुख्य दीवार के सामने रखने से चोरों को डर नहीं रहता ।रोज सूर्यास्त के बाद तुलसी के पौधें को दीपक लगाएं।
✅"मेरा सपना..!!!''

कल रात मैंने एक
 "सपना" देखा.!!

सपने में....
 मैं और मेरी Family
शिमला घूमने गए..!

हम सब
शिमला की रंगीन वादियों में
 कुदरती नजारा देख रहे थे..!

जैसे ही हमारी Car
Sunset Point की ओर
निकली...

अचानक गाडी के
 Breakफेल हो गए
 और हम सब
करीबन 1500 फिट
गहरी खाई में जा गिरे..!


मेरी तो
 on the spot Death
 हो गई....

जीवन में कुछ अच्छे कर्म किये होंगे
 इसलिये यमराज मुझे
 स्वर्ग में ले गये...

देवराज इंद्र ने
 मुस्कुराकर
मेरा स्वागत किया...

मेरे हाथ में
Bag देखकर पूछने लगे

''इसमें क्या है..?"


मैंने कहा...
'' इसमें मेरे जीवन भर की कमाई है, पांच करोड़ रूपये हैं ।"


इन्द्र ने
'BRP-16011966'
 नम्बर के Locker की ओर
 इशारा करते हुए कहा-
''आपकी अमानत इसमें रख
दीजिये..!''

मैंने Bag रख दी...

मुझे एक Room भी दिया...

मैं Fresh होकर
 Market में निकला...

 देवलोक के
Shopping मॉल मे
 अदभूत वस्तुएं देखकर
 मेरा मन ललचा गया..!

मैंने कुछ चीजें पसन्द करके
Basket में डाली,
 और काउंटर पर जाकर
 उन्हें हजार हजार के
करारे नोटें देने लगा...

Manager ने
नोटों को देखकर कहा,
''यह करेंसी यहाँ नहीं चलती..!''

यह सुनकर
मैं हैरान रह गया..!

मैंने इंद्र के पास
Complaint की
इंद्र ने मुस्कुराते हुए कहा कि,
''आप व्यापारी होकर
 इतना भी नहीं जानते..?
कि आपकी करेंसी
बाजु के मुल्क
पाकिस्तान,
 श्रीलंका
 और बांगलादेश में भी
 नही चलती...

और आप
 मृत्यूलोक की करेंसी
स्वर्गलोक में चलाने की
 मूर्खता कर रहे हो..?''


 यह सब सुनकर
मुझे मानो साँप सूंघ गया..!

मैं जोर जोर से दहाड़े मारकर
रोने लगा.
और परमात्मा से
दरखास्त करने लगा,
''हे भगवान्.ये...
 क्या हो गया.?''
''मैंने कितनी मेहनत से
 ये पैसा कमाया..!''
''दिन नही देखा,
रात नही देखा,"
'' पैसा कमाया...!''

''माँ बाप की सेवा नही की,
पैसा कमाया,
बच्चों की परवरीश नही की,
पैसा कमाया....
 पत्नी की सेहत की ओर
ध्यान नही दिया,
पैसा कमाया...!''

''रिश्तेदार,
भाईबन्द,
परिवार और
यार दोस्तों से भी
किसी तरह की
हमदर्दी न रखते हुए
पैसा कमाया.!!"

''जीवन भर हाय पैसा
हाय पैसा किया...!
ना चैन से सोया,
ना चैन से खाया...
 बस,
 जिंदगी भर पैसा कमाया.!''

''और यह सब
व्यर्थ गया..?''

''हाय राम,
 अब क्या होगा..!''

इंद्र ने कहा,-
''रोने से
कुछ हासिल होने वाला
नहीं है.!! "
"जिन जिन लोगो ने
 यहाँ जितना भी पैसा लाया,
 सब रद्दी हो गया।"

"जमशेद जी टाटा के
 55 हजार करोड़ रूपये,
बिरला जी के
 47 हजार करोड़ रूपये,
 धीरू भाई अम्बानी के
 29 हजार करोड़
अमेरिकन डॉलर...!
  सबका पैसा यहां पड़ा है...!"

मैंने इंद्र से पूछा-
"फिर यहां पर
कौनसी करेंसी
चलती है..?"


इंद्र ने कहा-
"धरती पर अगर
कुछ अच्छे कर्म
किये है...!

जैसे किसी दुखियारे को
मदद की,
किसी रोते हुए को
हसाया,
किसी गरीब बच्ची की
शादी कर दी,
किसी अनाथ बच्चे को
 पढ़ा लिखा कर
काबिल बनाया...!
किसी को
व्यसनमुक्त किया...!
 किसी अपंग स्कुल, वृद्धाश्रम या
मंदिरों में दान धर्म किया...!"

"ऐसे पूण्य कर्म करने वालों को
यहाँ पर एक Credit Card
मिलता है...!
और
उसे वापर कर आप यहाँ
स्वर्गीय सुख का उपभोग ले
सकते है..!''


मैंने कहा,
"भगवन....
 मुझे यह पता
नहीं था.
इसलिए मैंने अपना जीवन
व्यर्थ गँवा दिया.!!"

"हे प्रभु,
मुझे थोडा आयुष्य दीजिये..!''

 और मैं गिड़गिड़ाने लगा.!

इंद्र को मुझ पर दया आ गई.!!

इंद्र ने तथास्तु कहा
और मेरी नींद खुल गयी..!

मैं जाग गया..!

अब मैं वो दौलत कमाऊँगा
जो वहाँ चलेगी..!!




आपको यह कहानी
अच्छी लगे तो
अपने दोस्तों को भी
शेयर करे ।
अच्छा लगेगा..

पत्नी का पत्र! 

             गांव में एक स्त्री थी । उसके पति फ़ौज मे कार्यरत थे। वह आपने पति को पत्र लिखना चाहती थी, पर अल्प शिक्षित होने के कारण उसे यह पता नहीं था कि पूर्णविराम (Full Stop) कहां लगेगा ।

इसीलिये उसका जहां मन करता था वहीं पूर्णविराम लगा देती थी ।

तो एक बार उसने अपने पति को कुछ इस प्रकार चिठ्ठी लिखी:

देखिए पूर्ण विराम का आतंक:-

               मेरे प्यारे जीवनसाथी मेरा प्रणाम आपके चरणो मे।

                   आप ने अभी तक चिट्टी नहीं लिखी मेरी सहेली को । नौकरी मिल गयी है हमारी गाय को । बछडा दिया है दादाजी ने । शराब की लत लगाली है मैने । तुमको बहुत खत लिखे पर तुम नहीं आये कुत्ते के बच्चे । भेड़िया खा गया दो महीने का राशन । छुट्टी पर आते समय ले आना एक खूबसूरत औरत । मेरी सहेली बन गई है । और इस समय टीवी पर गाना गा रही है हमारी बकरी । बेच दी गयी है तुम्हारी मां । तुमको बहुत याद कर रही है एक पडोसन । हमें बहुत तंग करती है।

तुम्हारी चंदा ।
परिणाम:-
पति का हार्ट फ़ेल।
😛


एक छोटी सी बच्ची अपने दोनों हाथों में एक एक एप्पल लेकर खड़ी थी
उसकी मम्मी ने मुस्कराते हुए कहा कि
"बिटिया एक एप्पल मुझे दे दो"
इतना सुनते ही उस बच्ची ने एक एप्पल को दांतो से कुतर लिया.

उसकी मम्मी कुछ बोल पाती उसके पहले ही उसने अपने दूसरे एप्पल को भी दांतों से कुतर लिया

अपनी छोटी सी बेटी की इस हरकत को देखकर माँ ठगी सी रह गई और उसके चेहरे पर मुस्कान गायब हो गई थी...

तभी उसकी बेटी ने अपने नन्हे हाथ आगे की ओर बढाते हुए मम्मी को कहा....
.
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"मम्मी ये लो.. ये वाला ज्यादा मीठा है. .....☺☺☺


"जो भाग्य में है , वह
               भाग कर आएगा,
जो नहीं है , वह
          आकर भी भाग जाएगा...!"

यहाँ सब कुछ बिकता है ,
         दोस्तों रहना जरा संभाल के ,
बेचने वाले हवा भी बेच देते है ,
 

सच बिकता है , झूट बिकता है,
               
खाने में कोई 'ज़हर' घोल दे तो
एक बार उसका 'इलाज' है..
लेकिन 'कान' में कोई 'ज़हर' घोल दे तो,
उसका कोई 'इलाज' नहीं है।
🌿🐟🌿🐟🌿


" दर्द "
सभी इंसानो मे है
मगर ...
कोई दिखाता है तो ...
कोई छुपाता है .....

     
कोई साथ देता है तो ...
कोई छोड देता है .....

             " प्यार "
सभी करते है मगर ...
कोई दिल से करता है तो ...
कोई दिमाग सें करता है

            " दोस्ती "

कुछ लोग निभाते है ..
कुछ लोग आझमाते है
         
           " रिश्ता
कोई प्यार से निभाता है तो ...
कोई नफरत से निभाता है ..

           " अहसास "
सबको होता है मगर ...
कोई मेहसूस करता है तो ...
कोई समज नही पाता .

Saturday, June 13, 2015

😊👍One day, during an evening class for adults, the psychology Teacher entered the class and told students, “Let’s all play a game!” “ What Game?”
The Teacher asked one of the students to volunteer.

A lady, Aliza came forward.

The Teacher asked her to write 30 names of most important people in her life on blackboard.

Aliza wrote names of her family members, relatives, friends, her colleagues and her neighbors.

The Teacher told her to erase 3 names that Aliza considered most unimportant.
Aliza erased names of her colleagues.
The Teacher again told her to delete 5 more names. Aliza erased her neighbor's names.

This went on until there were just four names left on the blackboard. These were names of her mother, father, husband and the only son...

The entire class became silent realizing that this wasn’t a game anymore for Aliza alone.

Now, The Teacher told her to delete two more names.

It was a very difficult choice for Aliza.
She unwillingly deleted her parents names.

“Please delete one more” said the Teacher.

Aliza became very nervous and with trembling hands and rears in eyes she deleted her son’s name. Aliza cried painfully...

The Teacher told Aliza to take her seat.
After a while Teacher asked "why your husband?? The parents are the ones that nurtured you, and the son is the one you gave birth to ??? And you can always find another husband !!!"

Total silence in the class.
Everyone was curious to know her response.

Aliza calmly and slowly said, “One day my parents will pass away before me.
My son may also leave me when he grows old, for his studies or business or whatever reason. The only one who will truly share his entire life with me, is my Husband”.

All the students stood up and applauded for her for sharing this truth of life.👏👏👏

This is true. So always value your life partner, it's not only for husbands but wives as well.
God has united these two souls and it's on you now to nurture this relationship above all.


Kal halki halki barish thi,
Kal sard hawa ka raqs bhi tha.

Kal phool bhi nikhre nikhre the.
Kal un pe aap ka aks bhi tha..

Kal badal kaley gehre the,
Kal chand pay lakhon pahre the

Kuch tukray aap ki yaad ke,
Bari der se dil me thehre the..

Kal yaadein uljhi uljhi thi,
Aur kal tak yeh na suljhi thi..

Kal yaad bohut tum aye the,
Kal yaad bohut tum aye the..
Spare 5 minutes to meditate on these ten words of wisdom.
__________________________________
1. ON EARNING:
Never depend on single income. Make investment to
create a second chance.
__________________________________
2. ON SPENDING:
If you buy things you do not need, soon you will have to sell things you need.
__________________________________
3. ON SAVINGS:
Do not save what is left after spending, but spend what is left after saving.
__________________________________
4. ON TAKING RISK:
Never test the depth of a river with both feet.
__________________________________
5. ON INVESTMENT:
Do not put all eggs in one basket.
__________________________________
6. ON EXPECTATIONS:
Honesty is a very expensive gift. Do not expect it from cheap people.
__________________________________
7. Past is a waste paper, present is a newspaper, and future is a question paper. Come out of your past, control the present, and secure the future.
__________________________________
8. When bad things happen in your life, you have three choices. You can either let it define you, let it destroy you or you can let it strengthen you.
__________________________________
9. Our eyes are in the front because it is more
important to look ahead than to look backwards.
__________________________________
10. We use pencil when we were young, but now we use pens. Do you know why? Because mistakes in childhood can easily be erased, unlike now. So read and write carefully, otherwise, life will be a
tissue paper...😊


Worth sharing:

In a theatre when drama plays,
..you opt for front seats.
When film is screened,
..you opt for rear seats.

Your position in life is only relative.
..Not absolute.


For making soap,
..oil is required.
But to clean oil,
..soap is required.

This is the irony of life..

Only two category of people
are happy in life:
The Mad and The Child.

Be Mad
..to achieve a goal.
Be a Child to
..enjoy what you achieved.

Enjoy the life..!!😉

Neither u can hug urself
nor u can cry on ur own shoulder..
Life is all about living for one another,
..so live with those
who love you the most.

Relations cannot be Understood
by the Language of Money.
..Because,
Some Investments Never Give Profit
But They Make us rich...⛳️


Once there was a man who did not make it to university. His mother got him married. After the marriage, he worked as a teacher in a primary school. Due to the lack of experience, he was squashed by the students in less than a week.

When he returned home, his wife dried his tears. She comforted him with these words. 'You should not be too sad about it. Probably there is a more suitable job waiting for you out there.'

Later on, he found another job and before long he was fired due to his slowness. This time, the wife commented. 'There are always people who are skilful and non skilful. Some have experience from their years of work. As for you, you were in school all this while. So, how could you acquire these needed skills?'

He went for a number of jobs but never stayed long in those jobs. Each time, he would return home with a dejected spirit. His wife would always comfort him and never once was she disappointed or resentful.

He was in his thirties when he aquired a flair in languages. He became a counselor in a school for the deaf and mute. Later on, he opened a school for the disabled. A few years later, he set up chain stores in different cities and provinces selling apparatus & equipment for the disabled. He became a multi-millionaire.

One day he asked his wife. 'When I was looking bleakly at my own future, what's the reason that you had so much faith in me?'

His wife gave him a very simple reply. She said,
'When a piece of land is not suitable for planting wheat, we could try planting beans. If the beans are not growing well, we could try planting fruits or gourds. If the vegetation is not economical, we can instead scatter buckwheat seeds. These seeds will one day bloom into flowers. On this land itself, there will be one seed that will germinate and grow.'

After listening to his wife's explanation, he cried. His wife's faith, love, patience, and persistence is likened to the one seed in the land. This is the seed that persists and creates the miracle on this piece of land.

"In this world, there's no person who is useless. It is just that they have not positioned themselves firmly in the right place"

God does not create useless creatures. There is ALWAYS some purpose/mission. You just have to persist and find it!!!

देर रात गए पति-पत्नी एक
पार्टी से लौट रहे थे.
रास्ते में पुलिस ने उनकी गाड़ी
रोकी..
और तलाशी लेने लगे.
गाड़ी के कागजात वगैरह चेक
करने के बाद इंस्पेक्टर ने पत्नी की
ओर इशारा करते हुए पति से
पूछा -
“ये मोहतरमा कौन हैं ?”
पति – “मेरी पत्नी है …”
इंस्पेक्टर – “कोई सबूत है
आपके पास जो यह सिद्ध कर सके
कि ये आपकी पत्नी है …?”
पति पहले तो दो मिनट के लिए
सोच में पड़ गया, फिर
गाड़ी से उतरकर इंस्पेक्टर को
एक ओर ले जाकर धीरे से बोला–@@@
“सर, अगर किसी भी तरह
आप ये सिद्ध कर दें कि
ये औरत मेरी पत्नी नहीं हैं तो
मै अपना करोल बाग वाला
बंगला आपके नाम कर दूंगा 😀😛😀


There was a king he had 10 wild dogs...
He used them to torture and eat all ministers who made mistakes.

So one of the minister’s once gave an opinion which was wrong, and which the king didn’t like at all…
So he ordered that the minister to be thrown to the dogs.

So the minister said,
"I served you 10 years and you do this..?

Pease give me 10 days before you throw me in with those dogs!
So the king agreed…

In those 10 days the minister went to the guard that was guarding the dogs and told him he wants to serve the dogs for the next 10 days…

The guard was baffled…
But he agreed…
So the minister started feeding the dogs, cleaning for them, washing them, providing all sorts of comfort for them.

So when the 10 days were up…

The king ordered that the minister be thrown in to the dogs for his punishment.

But when he was thrown in,

Everyone was amazed at what they saw..
They saw the dogs licking the feet of the minister!

So the king baffled at what he saw… Said:” what happened to the dog. !!!”

The minister then said;”
I served the dogs for 10 days and they didn’t forget my service…
Yet I served you for 10 years and you forgot all at the first mistake!”…

So the king realised his mistake

and
















Got wolves instead 😂

Moral : What management decided is decided.. though they are wrong, u will be screwed.


Wo Jo Dil Mein Tera Maqam Hai
Kisi Aur Ko Wo Diya Nahi..!
Wo Jo Rishta Tujh Se Ban Gaya
Kisi Aur Se Wo Bana Nahi..!
Wo Jo Pyar Tujh Se Ho Gaya
Kisi Aur Se Wo Huwa Nahi..!
Wo Jo Raaz Tujh Se Hai Kah Diya
Kisi Aur Se Wo Kaha Nahi...!
Wo Jo Sukh Mila Teri Zaat Se
Kisi Aur Se Wo Mila Nahi...!
Tu Basa Hai Aankhon Mein Jis Tarah
Koi Aur Aise Basa Nahi...!
Tu Huwa Hai Jitna Qareeb Tar
Koi Aur Itna Huwa Nahi...!
Tera Naam Dil Mein likhaa Hai Jis Tarah
Koi Naam Aise Likha Nahi...!!!

अच्छे दिन वाले सरकार क
जब तालाब भरा हुआ होता है तब मछलियाँ चींटियों को खाती हैं,
जब तालाब ख़ाली होता है तब चीटियाँ मछलियों को खाती हैं,
मौका सब को मिलता है,
बस ! अपनी बारी का इंतज़ार करो !



: जब छोटे थे तो हर बात भूल जाते थे,
और लोग कहते थे"याद रखना सीखो"
जब बड़े हुए तो हर बात याद रहती है,
और लोग कहते हैं "भूल जाना सीखो"



 जीवन में बहुत मुश्किलें आएगी,
कभी शिकायत नहीं करना,
क्योंकि...
भगवान एक ऐसा डायरेक्टर है,
जो सबसे कठिन रोल हमेशा
"बेस्ट एक्टर" को ही देता है.



मीठा शहद बनाने वाली मधुमक्खी
भी डंख मारने से नहीं चुकती
इसलिए होंशियार रहें…
बहुत मीठा बोलने वाले भी
‘हनी’ नहीं ‘हानि’ दे सकते है
     🙏
निर्धन गिरे पहाड़ से कोई ना पूछे हाल..
करोड़पति को कांटा लगे तो पूछे लोग हज़ार !!


कसोटी में गंगा रखो                  
शरीर को चंगा रखो
दिमाग़ को ठंडा रखो
जेब को गरम रखो
आँखों में शरम रखो
जुबान को नरम रखो
दिल में रहम रखो
क्रोध पर लगाम रखो
व्यवहार को साफ़ रखो
होटो पर मुस्कुराहट रखो
फिर स्वर्ग मे जाने की
क्या जरूरत, यहीं स्वर्ग है
स्वस्थ रहो......व्यस्त रहो.
....अपने ग्रुप मे... मस्त रहो......
=> हरिवंशराय बच्चन जी की एक खूबसूरत कविता,,

"रब" ने. नवाजा हमें. जिंदगी. देकर;
और. हम. "शौहरत" मांगते रह गये;

जिंदगी गुजार दी शौहरत. के पीछे;
फिर जीने की "मौहलत" मांगते रह गये।

ये कफन , ये. जनाज़े, ये "कब्र" सिर्फ. बातें हैं. मेरे दोस्त,,,
वरना मर तो इंसान तभी जाता है जब याद करने वाला कोई ना. हो...!!

ये समंदर भी. तेरी तरह. खुदगर्ज़ निकला,
ज़िंदा. थे. तो. तैरने. न. दिया. और मर. गए तो डूबने. न. दिया . .

क्या. बात करे इस दुनिया. की
"हर. शख्स. के अपने. अफसाने. हे"

जो सामने. हे. उसे लोग. बुरा कहते. हे,
जिसको. देखा. नहीं उसे सब "खुदा". कहते. है....

"बरसों पहले अलविदा कह
गयी थी जो कलफिर मिली बाजार में.,
उसकी गाड़ी बड़ी थी और मेरी दाढ़ी...😤😂💔




पलकों को कभी हमने भिगोए ही नहीं,
वो सोचती हैं की हम कभी रोये ही नहीं,
वो पूछती हैं की ख्वाबो में किसे देखते हो?
और हम हैं की उनकी यादो में सोए ही नहीं."




: खरीद सकते अगर उनका साथ,
तो अपनी जिंदगी बेचकर भी खरीद लेते;
पर क्या करें, दोस्ती और प्यार -
हमेशा कीमत से नहीं किस्मत से मिलते हैं।




लत लग गई हमे तो,
अब तेरे दीदार-ए-हुस्न की

इसका गुन्हेगार किसे कहे,
खुद को
या तेरी कातिल अदाओ को..!!




तुमको छुपा रखा है इन पलकों मे,

पर इनको ये बताना नहीं आया,

सोते हुए भीग जाती है पलके मेरी,

पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया.
💔



सबक तो तूने बहुत सिखाये
ए जिंदगी

मगर शुक्रिया तेरा
किसी का दिल तोड़ना नही सिखाया...

💔💔💔💔

Friday, June 12, 2015

Dil Ki Baat Chhupana Aata Nhi,
Kisi Ka Dil Dukhana Aata Nhi,
Aap Sochte He Hum Bhul Gaye Apko,
Par Kuchh Achhe Dosto Ko Bhulana Humko Aata Nahi….





Dil hi dil mein unhe pyaar karte hai.
Chupkese aaj ye izhar karte hai.
Na mumkin hai jin raston se unka guzarn.
Oon rahoon pe bhi unka intezar karte hai.



Bina kahe jo sab kuch keh jaate hai,
Bina kasoor jo sab kuch seh jate hai,
Door rah kar bhi jo apna farz nibhate hai,
vahi insan sache “DOST” kahlate hai..




Baat Woh Karo Jo Auron Ko Achhi Lage
Shayari Woh Likho Jo Dil Ki Hatal Baya Karen
Dost Aese Banao Jo Gum Mei Sine Se Lage
Pehchan Woh Banao Ki Jane Ke Baad Bhi Log Yaad Karen…




Deep To Andhi Mei Bhi Jala Karte Hain,
Phool To Kanton Mei Bhi Khila Karte Hain,
Kitne Khusnaseeb Hota Hain Wo Jinhe
Aap Jaise Pyare Dost Mila Karte Hain…


🙏चंद लाइने जिंदगी के🙏

"सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए
और
जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

तज़ुर्बा है मेरा.... मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,
संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...

आपका दिन प्रसंन्नमय हो 🙏🙏🙏


Thursday, June 11, 2015

यार से ऐसी यारी रख
                दुःख में भागीदारी रख,
चाहे लोग कहे कुछ भी
                 तू तो जिम्मेदारी रख,
वक्त पड़े काम आने का
                 पहले अपनी बारी रख,
मुसीबते तो आएगी
                 पूरी अब तैयारी रख,
कामयाबी मिले ना मिले
                जंग हौंसलों की जारी रख,
बोझ लगेंगे सब हल्के
                मन को मत भारी रख,
मन जीता तो जग जीता
               कायम अपनी खुद्दारी रख.......👍
पति पत्नि की लडाई हो गई शादी की सालगिरह
के दिन
आधा दिन चुपचाप गुजारने के बाद पत्नि पति के
पास आई और बोली,,,, आज हमारी शादी की
सालगिरह है इस तरह झगड़ते अच्छे नही लगते,,,,,
एक काम करते हैं थोडा आप compromise करो
थोडा मै करती हू 😐😐😐
पति बोला ठीक है क्या करना है बोलो,,,,,,, 😕
पत्नि आप मुझसे माफी मांग लो,,,,,,, और
मैं आपको माफ कर देती हू😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀
🐊 सुखी जीवन के 10 सूत्र .....


1)जीवन में पैसा ही सब कुछ नही होता ....
~ मास्टर कार्ड और visa की भी कोई वैल्यू है 😜

2)जानवरों से प्यार करो 🐠🐓🐑🐐
 ~ वो स्वादिष्ट भी होते हैं 🍖🍗🍤

3) पानी बचाओ ....😒
 ~ दारू पियो 🍷🍷🍺🍻


4) फल और सलाद बहुत स्वास्थ्य प्रद होते हैं ..... 🍐🍉🍇🍒🍎
~ उन्हें बीमारों के लिए रहने दो 🏥🙇


5) किताबें पवित्र होती हैं ..... 📗📖📚
 ~ उन्हें मत छुओ 😳


6) कक्षा में हंगामा नहीं करना चाहिए ...
 ~ जो सो रहे हैं वो जाग सकते हैं 😴


7)पड़ोसियों से प्यार करो ....⛪🏡
 ~ लेकिन पकडे मत जाओ 😍💋


8) मेहनत करने से कोई नहीं मरता . 😓
~ लेकिन रिस्क क्यूँ लेना भला 😏


9) जो काम कल किसी और के द्वारा किया जा सकता हो.
 ~ उसे भला आज क्यूँ करना 😝


10)सबको शादी जरूर करनी चाहिए .... 👫

~क्यूंकि जिन्दगी में खुशियाँ ही सब कुछ नही होती..!!!



स्पेशल फार्मूला -
अगर पांच सौ लोगों के लिए
शिकंजी बनानी हो तो
दो ढक्कन TIDE मिला दें
क्यूंकि नए TIDE मेँ है
हज़ारों निम्बूओं की शक्ति... 😂😂

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अगर आप घर में अकेले बैठे बोर होते रहते है तो घर में jk
wall putti लगवाए ...
"दीवारे बोल उठेंगी " .
.
.
फिर खूब बतियाना 😂😂

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-रात भर मुझे इस बात ने सोने
नहीँ दिया
कि
ज़िन्दगी तो बस चार दिन की हैँ
और
इंटरनेट-पैक मैने 30 दिन
का करवा लिया ।
😄😄😄😄😄😜😜😜😜

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 वाइफ : मैं हर रोज़ पूजा करती हूँ .. काश एक दिन श्री कृष्णा के दर्शन हो जाये !

हस्बैंड : एक बार मीराबाई बन के ज़हर पीले .. श्री कृष्णा क्या , सारे भगवान के दर्शन हो जायेंगे 😂😂
😜😝😂

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 साधू:- बच्चा, तुझे स्वर्ग मिलेगा,
लाओ कुछ दक्षिणा दे जाओ।
लड़का:- ठीक है दक्षिणा में आपको मैंने दिल्ली दी।
आज से दिल्ली आपकी हुई।
साधू :- दिल्ली क्या तुम्हारी है ?
जो मुझे दे रहे हो।
लड़का :- तो स्वर्ग क्या तेरे बाप ने खरीद रखा है,
जो तू उधर के प्लाट यहाँ बांट रहा है।
😜😜😜😜😜😜

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अकबर:-सेनापति..! यह बताओ कि हम अनारकली को क्यों नहीं ढूंढ़ पा रहे हैं..??

सेनापतिः-महाराज, क्योंकि हम मुगल हैं, गुगल नहीं...!!!😜😝

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पंजाब रोडवेज 🚍 BUS के पीछे लिखा हुआ था। :-

जे वाहेगुरु दा हुकम होया ,
तां मंजिल तक पहुचां देवां गे ! "
" जे अंख लग गयी ,
ते वाहेगुरु नाल ही मिला देवांगे! "
😱😂😂😛


🌸"माधुर्य गुण प्रीतिः"🌸


        नमक के कितने ही बोरे पड़े रहे, एक चीटी नहीं लगती और शक्कर की एक डली भी हो तो हजारो आ जाये ।
       एसे-ही जिसके स्वभाव में मधुरता होगी, वहा लोग अपने आप पहुच जायेगे । और नमक-जैसे खारे बने हो, तो कितना ही तुम बुलाना, लेकिन वे आना पसंद नहीं करते ।
          जीवन में अपना सबको बनाना हो तो एक सूत्र सीख लो- "माधुर्य गुण प्रीतिः" भूल मत जाना लिखकर रसोईघर में टाग देना ।
       जो मधुरता भोजन में नहीं होती है, वह मधुरता वाणी में होती है । वाणी की मधुरता से युक्त मिर्च भी परोसी जाएगी तो मीठी लगेगी और वाणी की कठोरता से रसगुल्ले, जलेबी, चमचम सब परोसो, लेकिन वह कडवे ही होगे ...हरिओम ...
🙏🙏 🙏🙏


Just loved these lines about LIFE..!!

When I got enough confidence, the stage was gone..

When I was sure of losing, I won..

When I needed people the most, they left me..

When I learnt to dry my tears, I found a shoulder to cry on..

When I mastered the skill of hating, Someone started loving me from the core of the heart..

& While waiting for light for hours when I fell asleep, the sun came out..

That's LIFE !!
No matter what u plan u never know what life has planned for u..

"Success introduces you to the world, But Failure introduces the world to you .."
- Always be Happy !!

Often when we lose hope and think this is the end, God smiles from above and says, "Relax, sweetheart; it's just a bend, not the end..😊


..Only for those. Who. Enjoyed their school life as hell
Top 10 Dialogs of teachers 🙏🙏
👉 If you are not interested then you may leave the class.
👉 This class is worse than a fish market.
👉 Are you here to waste your parents money?
👉 Tell me when you all have finished talking.
👉 Why are u laughing? Come here n tell us we'll also laugh.
👉 Do you think teachers are fools to teach you?
👉 Don't try to act oversmart with me.
👉 Why do u come to school when you don't want to study.
👉 The previous batch was 100 times better than yours.
👉 If you want to talk then u may get out from the class.

And the best one
👉 You yes you... I am talking to you only, don't look back.. 😄😄
.
.
.
.
Yeah hum sab ka Bachpan tha 😝😆
Aur yeh last wali line pe jo you hota tha na uski shakal duniya ki sabse bholi shakal ho jaati thi....😂😂

पत्नी ने मायके से पति को फोन किया – “कैसे हो ?”
पति - “ठीक हूँ …”
पत्नी - “मेरी याद आती है तब क्या करते हो ?”
:
:
:
:
:
पति - “तुम्हारी पसंदीदा आइसक्रीम ‘ केसर पिस्ता’ खा लेता हू या ‘अमूल नट्स’ खा लेता हूँ … और मेरी याद आने पर तुम क्या करती हो ?”

पत्नी - “मै भी ‘बेगपाइपर’ का क्वाटर और तीन सिगरेट पीकर एक रजनीगंधा खा लेती हूँ …!!!”
😜
चलो कुछ पुराने दोस्तों के
दरवाज़े खटखटाते हैं
देखते हैं उनके पँख थक चुके हैं.…
या अभी भी फड़फड़ाते हैं.....

वो बेतकल्लुफ़ होकर
किचन में कॉफ़ी मग लिए बतियाते हैं.....
या ड्राइंग रूम में बैठा कर
टेबल पर नाश्ता सजाते हैं.....

हँसते हैं खिलखिलाकर,
या होंठ बंद कर मुस्कुराते हैं.....
वो बता देतें हैं सारी आपबीती,
या सिर्फ सक्सेस स्टोरी सुनाते हैं......

हमारा चेहरा देख
वो अपनेपन से मुस्कुराते हैं,
या घड़ी की ओर देखकर
हमें जाने का वक़्त बताते हैं....

चलो कुछ पुराने दोस्तों के
दरवाज़े खटखटाते हैं,
देखते हैं उनके पँख थक चुके हैं.…
या अभी भी फड़फड़ाते हैं......

जीवन का मूल्य

श्री गुरुनानक जी के पास एक आदमी गया और उसने कहा बताईये गुरूजी जीवन का मूल्य क्या है

गुरूनानक जी ने उसे एक Stone दिया और कहा जा और इस stone का मूल्य पता करके आ लेकिन ध्यान रखना stone को बेचना नही है I

वह आदमी stone को बाजार मे एक संतरे वाले के पास लेकर गया और संतरे वाले को दिखाया और बोला बता इसकी कीमत क्या है
संतरे वाला चमकीले stone को देखकर बोला 12 संतरे लेजा और इसे मुझे देजा
वह आदमी संतरे वाले से बोला गुरू जी ने कहा है इसे बेचना नही है

और

आगे एक सब्जी वाले के पास गया उसे stone दिखाया सब्जीवाले ने उस चमकीले stone को देखा औरकहा एक बोरी आलू लेजा और इस stone को मेरे पास छोड़ जा उस आदमी ने कहा मुझे इसे बेचना नही है मेरे गुरू जी ने मना किया है I

आगे एक सोना बेचनेवाले सुनार के पास गया उसे stone दिखाया सुनार उस चमकीले stone को देखकर बोला 50 लाख मे बेच दे उसने मना कर दिया तो सुनार बोला 2 करोड़ मे दे दे या बता इसकी कीमत जो माँगेगा वह दूँगा तुझे.....
उस आदमी ने सुनार से कहा मेरे गुरू जी ने इसे बेचने से मना किया है

आगे हीरे बेचनेवाले एक जौहरी के पास गया उसे stone दिखाया जौहरी ने जब उस बेसकीमती रुबी को देखा तो पहले उसने रुबी के पास एक लाल कपडा बिछाया फिर उस बेसकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई माथा टेका फिर जौहरी बोला कहा से लाया है ये बेसकीमती रुबी

सारी कायनात, सारी दुनिया को बेचकर भी इसकी कीमत नही लगाई जा सकती ये तो बेसकीमती है

वह आदमी हैरान परेशान होकर सीधे गुरू जी के पास आया अपनी आपबिती बताई और बोला अब बताओ गुरूजी मानवीय जीवन का मूल्य क्या है

गुरूनानक जी बोले तूने पहले stone को संतरेवाले को दिखाया उसने इसकी कीमत 12 संतरे की बताई आगे सब्जीवाले के पास गया उसने इसकी कीमत 1 बोरी आलू बताई आगे सुनार ने 2 करोड़ बताई और जौहरी ने इसे बेसकीमती बताया

अब ऐसे ही तेरा मानवीय मूल्य है
इसे तु 12 संतरे मे बेच दे या 1 बोरी आलू मे या 2 करोड़ मे या फिर इसे बेसकीमती बना ले ये तेरी सोच पर निर्भर है कि तु जीवन को किस नजर से देखता है.....
Respect Yourself & others..
You are Unique Creatur of God..
No one can replace you...


युद्ध में जाने से पहले राजा ने अपनी सुन्दर पत्नी के कमरे में ताला लगाकर चाबी अपने प्रिय दोस्त को देकर बोला की अगर में 4 दिन में नहीं लोटा तो तुम ताला खोल लेना और फिर वो तुम्हारी ।

राजा घोड़े पर बैठकर जाने लगा ।करीब आधे घंटे बाद उसने देखा की उसके पीछे धूल का गुबार और आवाज़ आ रही थी ।राजा रुक गया और देखा की उसका दोस्त तेजी से घुड़सवारी करते हुए उसकी तरफ आ रहा हे ।"क्या हुआ ?" राजा ने पूछा....सांस भरते हुए दोस्त बोला " ये चाबी गलत हे ।।"

Men Will Be Men😂😂

लड़की अपनी सहेलियों से:-
'यार एक पंगा हो गया है।
.
पहली:-'मैं तो खुद बिजी हूँ।
. दूसरी:-'यार मम्मी ने घर
जल्दी बुलाया है।
.
तीसरी:-'तूने मेरी हेल्प
की थी क्या उस दिन?
चौथी:-'सॉरी डियर, मुझे क्लास
में जाना है। --------------
लड़का अपने दोस्तों से:-
'यार एक पंगा हो गया है। .
पहला:-'बोल भाई कितने बन्दे
बुलाऊ?
.
दूसरा:-'काट के रख देंगें
सालो को बस तू नाम
बता भाई?
.
तीसरा:-'अबे... गाड़ी निकाल बे!
.
चौथा:-'भाई तू बस बोल
करना क्या है?
दुनियां गई'तेल लेने।
.
शिक्षा:- (लड़के चाहे कितने
भी कमीने हो पर
देते साथ पूरा है) -
समर्पित
सभी प्यारें दोस्त के लिए ..


,,,,,,F,,,,R,,, ,,I,,,,E,,,,N,, ,,,,D,,,,,,,S
लड़कियों से क्या
दोस्ती करना ,
जो पल भर में छोड़ जाती है ,
दोस्ती करनी है तो लड़को से करो , जो मरने के
बाद भी कंधे पे ले जाते है .

Tuesday, June 9, 2015

कुछ चंद पंक्तिया आज मेरे बारे में।।।
किसी को तकलीफ देना मेरी आदत नही,
बिन बुलाया मेहमान बनना मेरी आदत नही...!
मैं अपने गम में रहता हूँ नबाबों की तरह,
परायी खुशियो के पास जाना मेरी आदत
नही...!
सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मै,
किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत
नही...!
बांटना चाहता हूँ तो बस प्यार और मोहब्बत,
यूँ नफरत फैलाना मेरी आदत नही...!
जिंदगी मिट जाये किसी की खातिर गम
नही,
कोई बद्दुआ दे मरने की यूँ जीना मेरी आदत
नही...!
सबसे दोस्त की हैसियत से बोल लेता हूँ,
किसी का दिल दुखा दूँ मेरी आदत नही...!
दोस्ती होती है दिलों से चाहने पर,
जबरदस्ती दोस्ती करना मेरी आदत नही..!
नाम छोटा है मगर दिल
बडा रखता हु | |😀
पैसो से उतना अमीर नही हु | |
मगर अपने यारो के गम खरिद ने
की हैसयत रखता हु | | |
मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह । हम जोकर
ही अच्छे हे। जिस के नसीब में आऐंगे
बाज़ी पलट देंगे।......


35 Ways to Respect your children views and ways to know them in a better way. Must read

1. Put away your phone in their
     presence.

2. Pay attention to what they
    are saying.

3. Accept their opinions.

4. Engage in their    
     conversations.

5. Look at them with respect.

6. Always praise them.

7. Share good news with them.

8. Avoid sharing bad news with
    them.

9. Speak well of their friends
    and loved ones to them.

10. Keep in remembrance the
      good things they did.

11. If they repeat a story, listen
      like it's the first time they
      tell it.

12. Don't bring up painful
       memories from the past.

13. Avoid side conversations in
      their presence.

14. Sit respectfully around
       them.

15. Don't belittle/criticize their
      opinions and thoughts.

16. Avoid cutting them off when they speak.

17. Respect their age.

19. Accept their advice and
      direction.

20. Give them the power of
      leadership when they are
      present.

21. Avoid raising your voice at
      them.

22. Avoid walking in front or
      ahead of them.

23. Avoid eating before them.

24. Avoid glaring at them.

25. Fill them with ur
      appreciation even when
      they don't think they
       deserve it.

26. Avoid putting your feet up in front of them or sitting with your back to them.

27. Don't speak ill of them to
      the point where others
      speak ill of them too.

28. Keep them in prayers
      always possible.

29. Avoid seeming bored or
      tired of them in their
      presence.

30. Avoid laughing at their
      faults/mistakes.

31. Do a task before they ask
      you to.

33. Choose your words carefully when speaking with them.

34. Call them by names they
       like.

35. Make them your priority
      above anything.

Children's are parents treasure and their most precious gift on this land. They must have seen the world lesser than you but they see it in a different way which you need to appreciate. Listen to them and try giving them as much time as you can. These moments are more precious than anything in this world👍


किसी शायरने मौत को क्या खुब कहा है;
.
. .. जिंदगी मे २ मिनट कोई मेरे पास ना बैठा.. , आज सब मेरे पास बैठे जा रहे थे.. .
.
. .. कोई तौफा ना मिला आज तक.. , और आज फुल-हि-फुल दिये जा रहे थे.. .
.
. .. तरस गये थे हम किसी एक हाथ के लिये.. , और आज कंधे पे कंधे दिये जा रहे थे.. .
.
. .. दो कदम साथ चलने को तैयार न था कोई.. , और आज काफिला बन साथ चले जा रहे थे.. .
.
. .. आज पता चला मुझे कि "मौत" कितनी हसिन होती है.. . कम्बख्त. . . हम तो युहि 'जिंदगी' जिये जा रहे थे.. . ..
मुहावरो के आधुनिक अर्थ...

1. खुद की जान खतरे में डालना = शादी करना
2. आ बैल मुझे मार = पत्नी से पंगा लेना
3. दीवार से सर फोड़ना = पत्नी को कुछ समझाना
4. चार दिन की चांदनी वही अँधेरी रात = पत्नी का मायके से वापस आना
5. आत्म हत्या के लिए प्रेरित करना = शादी की राय देना
6. दुश्मनी निभाना = दोस्तों की शादी करवाना
7. खुद का स्वार्थ देखना = शादी ना करना
8. पाप की सजा मिलना = शादी हो जाना
9. लव मैरिज करना = खुद से युद्ध करने को योद्धा ढूंढना
10. जिंदगी के मज़े लेना = कुँवारा रहना
11. ओखली में सिर देना = शादी के लिए हाँ करना
12. दो पाटों में पिसना = दूसरी शादी करना
13. खुद को लुटते हुऐ देखना = पत्नी को पर्स से पैसे निकालते हुए देखना
14. शादी के फ़ोटो देखना = गलती पर पश्चाताप करना
15. शादी के लिए हाँ करना = स्वेच्छा से जेल जाना
16. शादी = बिना अपराध की सजा
17. बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना = दुसरो के दुःख से खुश होना
18. साली आधी घर वाली = वो स्कीम जो दूल्हे को बताई जाती है लेकिन दी नहीं जाती...😌😌


 चंद कुछ लब्ज़....
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बहुत देखा जीवन में
समझदार बन कर

पर ख़ुशी हमेशा
पागलपन से ही मिली है ।।

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इसे इत्तेफाक समझो

या दर्द भरी हकीकत,

आँख जब भी नम हुई,

वजह कोई अपना ही था

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"हमने अपने नसीब से ज्यादा

अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है."

क्यूँ की नसीब तो बहुत बार

बदला है".

लेकिन मेरे दोस्त अभी भी वही है".

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उम्रकैद की तरह होते हैं कुछ रिश्ते,
जहाँ जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नहीं...

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दर्द को दर्द से न देखो,

दर्द को भी दर्द होता है,

दर्द को ज़रूरत है दोस्त की,

आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है...

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ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो,

दर्द की शिद्दत...!

"दर्द तो दर्द" होता हैं,

थोड़ा क्या, ज्यादा क्या...!!

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"दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर,

बातें रह जाती हैं कहानी बनकर,

पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे,

कभी मुस्कान तो कभी आखों का पानी बन कर.

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वक़्त बहुत कुछ, छीन लेता है ...

खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी ....!!

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क्या खूब लिखा है :

"कमा के इतनी दौलत भी मैं
अपनी "माँ" को दे ना पाया,.:::::

के जितने सिक्कों से "माँ"
मेरी नज़र उतारा करती थी..."

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गलती कबूल करने और

गुनाह छोड़ने में कभी देर ना करें......!

क्योकिं

सफर जितना लम्बा होगा

वापसी उतनी मुश्किल हो जायेगी...!!

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इंसान बिकता है ...

कितना महँगा या सस्ता ये

उसकी मजबूरी तय करती है...!

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"शब्द दिल से निकलते है

दिमाग से तो मतलब निकलते है."..

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सब कुछ हासिल नहीं होता
ज़िन्दगी में यहाँ....

.

किसी का "काश" तो
किसी का "अगर" छूट ही जाता है...!!!!

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दो अक्षर की "मौत" और
तीन अक्षर के "जीवन" में ....

ढाई अक्षर का "दोस्त"
बाज़ी मार जाता हैं

स्वर्ग में विचरण करते हुए
अचानक एक दुसरे के सामने आ गए

विचलित से कृष्ण-
प्रसन्नचित सी राधा...

कृष्ण सकपकाए,
राधा मुस्काई

इससे पहले कृष्ण कुछ कहते
राधा बोल💬 उठी-

"कैसे हो द्वारकाधीश ??"

जो राधा उन्हें कान्हा कान्हा कह के बुलाती थी
उसके मुख से द्वारकाधीश का संबोधन कृष्ण को भीतर तक घायल कर गया

फिर भी किसी तरह अपने आप को संभाल लिया

और बोले राधा से ...

"मै तो तुम्हारे लिए आज भी कान्हा हूँ
तुम तो द्वारकाधीश मत कहो!

आओ बैठते है ....
कुछ मै अपनी कहता हूँ
कुछ तुम अपनी कहो

सच कहूँ राधा
जब जब भी तुम्हारी याद आती थी
इन आँखों से आँसुओं की बुँदे निकल आती थी..."

बोली राधा -
"मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ
ना तुम्हारी याद आई ना कोई आंसू बहा
क्यूंकि हम तुम्हे कभी भूले ही कहाँ थे जो तुम याद आते

इन आँखों में सदा तुम रहते थे
कहीं आँसुओं के साथ निकल ना जाओ
इसलिए रोते भी नहीं थे

प्रेम के अलग होने पर तुमने क्या खोया
इसका इक आइना दिखाऊं आपको ?

कुछ कडवे सच , प्रश्न सुन पाओ तो सुनाऊ?

कभी सोचा इस तरक्की में तुम कितने पिछड़ गए
यमुना के मीठे पानी से जिंदगी शुरू की और समुन्द्र के खारे पानी तक पहुच गए ?

एक ऊँगली पर चलने वाले सुदर्शन चक्रपर भरोसा कर लिया
और
दसों उँगलियों पर चलने वाळी
बांसुरी को भूल गए ?

कान्हा जब तुम प्रेम से जुड़े थे तो ....
जो ऊँगली गोवर्धन पर्वत उठाकर लोगों को विनाश से बचाती थी
प्रेम से अलग होने पर वही ऊँगली
क्या क्या रंग दिखाने लगी ?
सुदर्शन चक्र उठाकर विनाश के काम आने लगी

कान्हा और द्वारकाधीश में
क्या फर्क होता है बताऊँ ?

कान्हा होते तो तुम सुदामा के घर जाते
सुदामा तुम्हारे घर नहीं आता

युद्ध में और प्रेम में यही तो फर्क होता है
युद्ध में आप मिटाकर जीतते हैं
और प्रेम में आप मिटकर जीतते हैं

कान्हा प्रेम में डूबा हुआ आदमी
दुखी तो रह सकता है
पर किसी को दुःख नहीं देता

आप तो कई कलाओं के स्वामी हो
स्वप्न दूर द्रष्टा हो
गीता जैसे ग्रन्थ के दाता हो

पर आपने क्या निर्णय किया
अपनी पूरी सेना कौरवों को सौंप दी?
और अपने आपको पांडवों के साथ कर लिया ?

सेना तो आपकी प्रजा थी
राजा तो पालाक होता है
उसका रक्षक होता है

आप जैसा महा ज्ञानी
उस रथ को चला रहा था जिस पर बैठा अर्जुन
आपकी प्रजा को ही मार रहा था
आपनी प्रजा को मरते देख
आपमें करूणा नहीं जगी ?

क्यूंकि आप प्रेम से शून्य हो चुके थे

आज भी धरती पर जाकर देखो

अपनी द्वारकाधीश वाळी छवि को
ढूंढते रह जाओगे
हर घर हर मंदिर में
मेरे साथ ही खड़े नजर आओगे

आज भी मै मानती हूँ

लोग गीता के ज्ञान की बात करते हैं
उनके महत्व की बात करते है

मगर धरती के लोग
युद्ध वाले द्वारकाधीश पर नहीं, i.
प्रेम वाले कान्हा पर भरोसा करते हैं

गीता में मेरा दूर दूर तक नाम भी नहीं है,
पर आज भी लोग उसके समापन पर " राधे राधे" करते है".


Sunday, June 7, 2015

डिसपोसिबल गिलास

गिलास में चाय डालने से पहले गिलास में रगड़कर उगंली घुमाये आम पायेंगे की आपकी उगंली हल्की सी चिकनी हो गई है यह क्या है- गिलास आपस में चिपके नहीं इसलिये मशीन द्वारा इनमें हल्की सी मोम की परत लगा दी जाती है- जब हम इसमें गर्मागर्म चाय डालते है तो यह जहरीला मोम पिघल कर चाय में मिलकर हमारे अन्दर चला जाता है- चाय गर्म होने के कारण इसके स्वाद का हमें पता नहीं लगता- अगर आप सिद्ध करना चाहते है कि ऐसा है या नहीं बड़ा आसान हैं- गर्म चाय डिस्पोजल गिलास में डाले और उस चाय को पानी तरह ठण्डा होने दे फिर ठण्डी चाय की घुट भरे- यकीन मानिये सार दिन आपके मूहं का स्वाद कोई ठीक नहीं कर सकता- कहते है यह कैमीकल्स पी कर हम कैन्सर को न्यौता दे रहे है-

अगर आपकी उम्र ज्यादा हो चुकी है भले ही आप इस जहर को पीना न छोडे लेकिन कृप्या-अपने बच्चों को यह जहर पीने से रोके क्योंकि- समाज को उनसे बड़ी उम्मीद है

Dedicated to all corporate guys :

Ek boss apne employee se bola - ek din aisa aayega
ki khane ko kuch nahi hoga, pine ko pani nahi hoga, sara petrol khatm ho jayega, log ek dusre ke dushman ban jayenge, dunia me hahakar mach jayega...

One Employee - "Sir, usdin bhi office aana he kya???"

😂😂😂😂😂😂


‬: Ek Arse se Yeh Ankhe SOi nhihasi nhiRoi nhiMili nhiKhoi NahiEk baat Thi Dil me Jo aap se kabhiKahi NahiKi aap JaisaKoi Nahi




Pyar Kar Ke Jatae Ye Zaruri To Nhi
Yaad Karke Koi Batae Ye Zaruri To Nhi
Rone Wala To Dil Me Hi Rota Hai, Aankh Me
Aansu Aye Ye Zaruri To Nhi.




 Kya Sitam Dhaya Hai.
Kismt Ka Hmpe Bura Saaya Hai. . . . . .
Ku6 Nahi H Pass Hmare Rone K Siva. . .
Hr Taraf Khushali . . . . . . . . .Aur Hm Pe Hi
Udasi Ki 6aya H. . . !





 Kaise Kahu Ki Apna Bana Lo MujheBahon Me Apni Sama Lo MujheAaj Himmat Kar Ke Kahta Hu KiMai Tumhara Hu Ab Tum Hi Samhalo Mujhe..




: Har nazar ko ek nazar ki talash hai,Har chehre mein kuchh to ehsah hai,Aapse dosti hum yun hi nahi kar baithe,Kya karen hamari pasand hi kuchh KHAAS hai.




‬: Muskurana to har ladki ki adaa hai
Muskurana to har ladki ki adaa hai,
Use jo mohabbat samjhe,
Woh sabse bada gadha hai


⚠Very Nice Lines⚠

"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।

फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए ..
क्या खुब लिखा है किसी ने ...

"बक्श देता है 'खुदा' उनको, ... !
जिनकी 'किस्मत' ख़राब होती है ... !!

वो हरगिज नहीं 'बक्शे' जाते है, ... !
जिनकी 'नियत' खराब होती है... !!"

न मेरा 'एक' होगा, न तेरा 'लाख' होगा, ... !
न 'तारिफ' तेरी होगी, न 'मजाक' मेरा होगा ... !!

गुरुर न कर "शाह-ए-शरीर" का, ... !
मेरा भी 'खाक' होगा, तेरा भी 'खाक' होगा ... !!

जिन्दगी भर 'ब्रांडेड-ब्रांडेड'b करने
वालों ... !
याद रखना 'कफ़न' का कोई ब्रांड नहीं होता ... !!

कोई रो कर 'दिल बहलाता' है ... !
और कोई हँस कर 'दर्द' छुपाता है ... !!

क्या करामात है 'कुदरत' की, ... !
'ज़िंदा इंसान' पानी में डूब जाता है और 'मुर्दा' तैर के
दिखाता है ... !!

'मौत' को देखा तो नहीं, पर शायद 'वो' बहुत
"खूबसूरत" होगी, ... !
"कम्बख़त" जो भी 'उस' से मिलता है,
"जीना छोड़ देता है" ... !!

'ग़ज़ब' की 'एकता' देखी "लोगों की ज़माने
में" ... !
'ज़िन्दों' को "गिराने में" और 'मुर्दों' को "उठाने
में" ... !!

'ज़िन्दगी' में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री"
होगी, ... !
ना ज़ाने कौनसी रात "आख़री" होगी ।

मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" "आख़री होगी" ... !!


Once there was a man who did not make it to university. So, his mother got him a wife. After the marriage, he worked as a teacher in a primary school. Due to the lack of experience, he was squashed by the students in less than a week.

When he returned home, his wife dried his tears. She comforted him with these words. 'When one is too full, he could either pour it out what's in him or he just could not pour it out at all. You should not be too sad about it. Probably there is a more suitable job waiting for you out there.'

Later on, he found another job and not for so long, he was fired due to his slowness. This time, the wife commented. 'There are always people who are skilful and non skilful. Some have experience from their years of work. As for you, you were in school all this while. So, how could you acquire these needed skills?'

He went for a number of jobs but never stayed long in those jobs. Each time, he would return home with a dejected spirit. His wife would always comfort him and never for once, she was disappointed or resentful.

He was in his thirties when he aquired a flair in languages. He became a counselor in a school for the deaf and mute. Later on, he opened a school for the disabled. A few years later, he set up chain stores in different cities and provinces selling apparatus & equipment for the disabled. He became a multi-millionaire.

One day he asked his wife. 'When I was looking bleak at my own future, what's the reason that you have so much faith in me?'

His wife gave him a very simple reply. She said, 'When a piece of land is not suitable for planting wheat, we could try planting beans. If the beans are not growing well, we could try planting fruits or gourds. If the vegetation is not economical, we can instead scatter buckwheat seeds. These seeds will one day bloom into flowers. On this land itself, there will be one seed that will germinate and grow.'

After having listened to the wife's explanation, he cried. His wife's faith, love, patience, and persistence in him is liken to the one seed in the land. This is the seed that persists and creates the miracle on this piece of land.

"In this world, there's no one person who is useless. It is just that they have not positioned themselves firmly in right place"

Having read this story, pls do not ignore it. Share it and you will find yourself very happy and be blessed.

8 advices to share herein.

1. When we do not value things, a mountain of gold will not bring us happiness

2. When we are not tolerant, no matter how many friends we have, they will soon leave us.

3. When we have no gratitude, no matter how excellent we are, we would always have difficulties & discontentment in success.

4. When we don't put ourselves into actions, no matter how smart we are, we will never realize our dreams.

5. When we don't cooperate with others, no matter how hard we've worked, we couldn't make it big on our own

6. When we don't know about savings, no matter how rich we strike, we couldn't be wealthy.

7. When we don't know how to be contented, even how wealthy we are, we are still not blissful.

8. When we don't understand wellness, any advanced medical treatment will not bring longevity.

A very inspiring article to share with everyone.

Hopefully the above had brought true meaning to your mind and soul 😊

पता नहीं कैसे सीख गई मैं माँ,
रोटी बनाना,
अब तो गोल बना लेती हूँ।
वो भारत का नक्शा,
अब नक्शा नहीं,
पृथ्वी जैसा दिखता है।
आधा पक्का,आधा कच्चा,
सिकता था जो,
अब अच्छे से सिकता है।

न जाने कैसे मैं सीख गई माँ,
सब्जी बनाना,
जो कभी तीखी,
कभी फीकी,
कभी,
लगभग बेस्वाद सी बनती थी
अब तो,
हर एक मसाला उसमे,
बराबर डलता है
नमक बिना माप भी,
अब तो,
एकदम सही पड़ता है।

जाने कब सीख गई मैं.
तय बजट में चलाना,
हर महीने,
कपड़ों पे खर्च कर देने वाली मैं,
अब तो,
पाई पाई का हिसाब रखती हूँ।
जरुरत की चीजों की खरीदी पर भी
अब तो,
काफी कंट्रोल करती हूँ

जाने मैं सीख कैसे गई माँ,
यूँ सबका ख्याल रखना,
किसी की परवाहन करने वाली मैं,
अब सबके लिए सोचने लगी हूँ,
खुद से भी ज्यादा तो
अब मैं,
दूसरों की चिन्ता करने लगी हूँ।

और जाने कैसे सीख गई,
मैं चुप रहना,
सबकुछ यूँ चुपचाप सहना,
आप पर बात बात पे झल्लाने वाली मैं,


न जाने कैसे सीख गई
इतनी दुनियादारी,
मैं माँ,
कभी छोटी -छोटी बातों पे भी
आहत हो जाने वाली मैं,
आज बड़े बड़े दंश झेलना सीख गई,
एक छोटी सी परेशानी पर भी
फूट फूट कर रोने वाली मैं,
आज अकेले में पलकों की कोरें
गीली करना सीख गई

पता नहीं कैसे सीख गई मैं माँ
ये सब
न जाने कैसे
बस सीख ही गई


Saturday, June 6, 2015

पति के घर में प्रवेश करते ही
पत्नी का गुस्सा फूट पड़ा :

"पूरे दिन कहाँ रहे? आफिस में पता किया, वहाँ भी नहीं पहुँचे! मामला क्या है?"

"वो-वो... मैं..."

पति की हकलाहट पर झल्लाते हुए पत्नी फिर बरसी, "बोलते नही? कहां चले गये थे। ये गंन्दा बक्सा और कपड़ों की पोटली किसकी उठा लाये?"

"वो मैं माँ को लाने गाँव चला गया था।"
पति थोड़ी हिम्मत करके बोला।

"क्या कहा? तुम्हारी मां को यहां ले आये? शर्म नहीं आई तुम्हें? तुम्हारे भाईयों के पास इन्हे क्या तकलीफ है?"

आग बबूला थी पत्नी!
उसने पास खड़ी फटी सफेद साड़ी से आँखें पोंछती बीमार वृद्धा की तरफ देखा तक नहीं।

"इन्हें मेरे भाईयों के पास नहीं छोड़ा जा सकता। तुम समझ क्यों नहीं रहीं।"
पति ने दबीजुबान से कहा।

"क्यों, यहाँ कोई कुबेर का खजाना रखा है? तुम्हारी सात हजार रूपल्ली की पगार में बच्चों की पढ़ाई और घर खर्च कैसे चला रही हूँ, मैं ही जानती हूँ!"
पत्नी का स्वर उतना ही तीव्र था।

"अब ये हमारे पास ही रहेगी।"
पति ने कठोरता अपनाई।

"मैं कहती हूँ, इन्हें इसी वक्त वापिस छोड़ कर आओ। वरना मैं इस घर में एक पल भी नहीं रहूंगी और इन महारानीजी को भी यहाँ आते जरा भी लाज नहीं आई?"

कह कर पत्नी ने बूढी औरत की तरफ देखा, तो पाँव तले से जमीन ही सरक गयी!

झेंपते हुए पत्नी बोली:
"मां, तुम?"

"हाँ बेटा! तुम्हारे भाई और भाभी ने मुझे घर से निकाल दिया। दामाद जी को फोन किया, तो ये मुझे यहां ले आये।"

बुढ़िया ने कहा, तो पत्नी ने गद्गद् नजरों से पति की तरफ देखा और मुस्कराते हुए बोली।

"आप भी बड़े वो हो, डार्लिंग! पहले क्यों नहीं बताया कि मेरी मां को लाने गये थे?"

मुझे आपके संस्कारों के बारे में पता है, पर ये आप उन तक जरूर पहूँचा सकते हैं, जिनको इस मानसिकता से उबरने की जरूरत है कि माँ तो माँ होती है! क्या मेरी, क्या तेरी




?

👵 👵 👵 👵 👵


कपडे हो गये छोटे
लाज कहा से आएँगी
अनाज हो गया हाइब्रेड
ताकत कहा से आएँगी
फूल हो गया प्लास्टिक का
सुगंध कहा से आएँगी
चेहरा हो गया मेकअप का
रूप कहा से आएँगा
मास्टर हो गये ट्यूशन के
विद्या कहा से आएँगी
भोजन हो गए हॉटेल के
तंदुरुस्ती कहा से आएँगी
प्रोग्राम हो गये केबल के
संस्कार कहा से आएँग
आदमी हो गये पैसो के
दया कहा से आएँगी
और कड़वा सच तो ये है
भक्ति करने वाले हो गये
मतलबी और स्वार्थी,
भगवान कहा से आएँगे..

🙏सोचिये🙏विचारिये 🙏संभलिए🙏



पैर की मोच
और
 छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔


टूटी कलम
 और
 औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔😔


काम का आलस
 और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

 अपना मजहब उंचा
और
 गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔


👌दुनिया में सब चीज
      मिल जाती है,....
      केवल अपनी गलती
      नहीं मिलती.....

😔😔😔😔😔😔😔😔


भगवान से वरदान माँगा
     कि दुश्मनों से
         पीछा छुड़वा दो,
            अचानक दोस्त
                कम हो गए...

😔😔😔😔😔😔😔😔😔


" जितनी भीड़ ,
     बढ़ रही
       ज़माने में..।
         लोग उतनें ही,
           अकेले होते
             जा रहे हैं...।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔


इस दुनिया के
   लोग भी कितने
      अजीब है ना ;

          सारे खिलौने
             छोड़ कर
                जज़बातों से
                   खेलते हैं...

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे पर तैरने वाली
   लाश को देखकर
      ये समझ आया...
         बोझ शरीर का नही
            साँसों का था....

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

दोस्तो के साथ
   जीने का इक मौका
      दे दे ऐ खुदा...
         तेरे साथ तो
            हम मरने के बाद
              भी रह लेंगे....

😔😔😔😔😔😔😔😔

“तारीख हज़ार
    साल में बस इतनी
       सी बदली है…
          तब दौर
             पत्थर का था
                अब लोग
                   पत्थर के हैं..."

😔😔😔😔😔😔😔
☝ Thought of the day ☝

    स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
    नर्क का डर छोड़ दो,
    कौन जाने क्या पाप ,
    क्या पुण्य,
    बस...
    किसी का दिल न दुखे
    अपने स्वार्थ के लिए,
    बाकी सब कुदरत पर छोड़ दो


पुलिस और पत्नी में समानताएं :
1.ना इनकी दोस्ती अच्छी और ना ही दुश्मनी।
2. इनसे बनाकर रखना मजबूरी है।
3. इनका मूड पता ही नहीं चलता कब बिगड़ जाए।
4. अगर वे प्यार से बात करें तो अलर्ट हो जाएं।
5. दोनों ही खतरनाक धमकी देते हैं।
6. इनसे बहस में जीतना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।
7. ये पिछला हिसाब याद रखते हैं।
8. अपने राज कभी नहीं खोलते।
9. इनको जबर्दस्ती तारीफ चाहिए।
10. सुन भले ही आपकी लें पर करेंगे अपने मन की ही।
11. दोनों ही रौब से काम लेते हैं।
12. इनकी नजर हमेशा आपकी जेब पर रहती है।

जनहित में जारी! —😜😝

हस हस के पागल हो जाओगे 😝😃😄😀😛
राजू: पत्नी को बेगम क्यूं कहते है?
बीरू: क्यूंकि शादी के बाद सारे गम पति के और पत्नी तो बे-गम हो जाती है.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
टीचर : राजू तुम किस लिए कॉलेज आते हो.
छात्र : विद्या के लिए सर.
टीचर: तो आज तुम सो क्यों रहे हो.
छात्र: आज विद्या नहीं आई है सर.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
किडनैपर: तेरी बीवी मेरे कब्जे में है, सबूत के तौर पर दो अंगुली भेज रहा हूं.
संता: सबूत पक्का नहीं है, मुंडी भेज मुंडी.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
एक आदमी: भैया बाल छोटे कर दो.
नाई : कितने छोटे कर दूं साहब?
आदमी : इतने कर दो कि बीबी के हाथो में ना आ सकें.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
दादा (पोते से)- तेरी टीचर आ रही है, जा छुप जा.
पोता- पहले आप छुप जाओ, आपकी मौत के बहाने मैंने दो हफ्ते की छुट्टी ले रखी है.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
शराबी (डॉक्टर से) - आप मेरी शराब छुड़वा सकते हो, क्या?
डॉक्टर - हां क्यों नही.
शराबी - तो पुलिस ने मेरी 20 बोतल पकड़ी है प्लीज छुड़वा दो.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
डॉक्टर - आपके तीन दांत कैसे टूट गए ?
मरीज - पत्नी ने कड़क रोटी बनाई थी.
डॉक्टर - तो खाने से इनकार कर देते !
मरीज – जी, वही तो किया था … !!!
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
मरीज: मुझे बीमारी है कि खाने के बाद भूख नहीं लगती, सोने के बाद नींद नहीं आती, काम करूं तो थक जाता हूं!
डाक्टर : सारी रात धूप में बैठो ठीक हो जाओगे!
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
डॉक्टर: अब आप खतरे से बहार है, फिर भी आप ईतना डर क्यों रहे हैं.

मरीज: जिस ट्रक से मेरा दुर्घटना हुआ था उसपे लिखा था - जिंदगी रही तो फिर मिलेंगे.
😃😃😃😃😃😃😃😃
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
पत्नी: तुम मुझसे कितना प्यार करते हो?
पति: शाहजहां से भी ज्यादा.
पत्नी: मेरे मरने के बाद ताजमहल बनाओगे.
पति: मैं तो प्लॉट ले भी चुका हूं पगली देर तो तू ही कर रही है.
😃😃😃😃😃😃😃😃😃
मनू: घर के सभी कीमती सामान छुपा कर रख दो मेरे दोस्त पार्टी करने आ रहे हैं
पत्नीः क्यों तुम्हारे दोस्त चोर हैं जो सामान चुरा लेंगे.
मनू: नहीं, पहचान लेंगे.
😃❤😃❤😃❤😃❤😃
हंसते रहें और आगे भेजते रहें

🌾🌻🌾🌻🌾🌻🌾🌻🌾🌻
"रिश्ता" दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
"नाराजगी" शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं!
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟
सड़क कितनी भी साफ हो
"धुल" तो हो ही जाती है,
इंसान कितना भी अच्छा हो
"भूल" तो हो ही जाती है!!!
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟
आइना और परछाई के
जैसे मित्र रखो क्योकि
आइना कभी झूठ नही बोलता और परछाई कभी साथ नही छोङती......
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟
खाने में कोई 'ज़हर' घोल दे तो
एक बार उसका 'इलाज' है..
लेकिन 'कान' में कोई 'ज़हर' घोल दे तो,
उसका कोई 'इलाज' नहीं है।
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟
"मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को
'अहमियत' देता हूँ...क्योंकि
जो 'अच्छे' होंगे वो 'साथ' देंगे...
और जो 'बुरे' होंगे वो 'सबक' देंगे...!!
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟
अगर लोग केवल जरुरत पर
ही आपको याद करते है तो
बुरा मत मानिये बल्कि
गर्व कीजिये क्योंकि "
मोमबत्ती की याद तभी आती है,
जब अंधकार होता है।"
🌾🌻🌾🌻🌾🌻🌾🌻🌾🌻
नाथ अभिमान

एक घर के मुखिया को यह अभिमान हो गया कि उसके बिना उसके परिवार का काम नहीं चल सकता। उसकी छोटी सी दुकान थी। उससे जो आय होती थी, उसी से उसके परिवार का गुजारा चलता था। चूंकि कमाने वाला वह अकेला ही था इसलिए उसे लगता था कि उसके बगैर कुछ नहीं हो सकता। वह लोगों के सामने डींग हांका करता था।

एक दिन वह एक संत के सत्संग में पहुंचा। संत कह रहे थे, “दुनिया में किसी के बिना किसी का काम नहीं रुकता। यह अभिमान व्यर्थ है कि मेरे बिना परिवार या समाज ठहर जाएगा। सभी को अपने भाग्य के अनुसार प्राप्त होता है।” सत्संग समाप्त होने के बाद मुखिया ने संत से कहा, “मैं दिन भर कमाकर जो पैसे लाता हूं उसी से मेरे घर का खर्च चलता है। मेरे बिना तो मेरे परिवार के लोग भूखे मर जाएंगे।” संत बोले, “यह तुम्हारा भ्रम है। हर कोई अपने भाग्य का खाता है।” इस पर मुखिया ने कहा, “आप इसे प्रमाणित करके दिखाइए।” संत ने कहा, “ठीक है। तुम बिना किसी को बताए घर से एक महीने के लिए गायब हो जाओ।” उसने ऐसा ही किया। संत ने यह बात फैला दी कि उसे बाघ ने अपना भोजन बना लिया है।

मुखिया के परिवार वाले कई दिनों तक शोक संतप्त रहे। गांव वाले आखिरकार उनकी मदद के लिए सामने आए। एक सेठ ने उसके बड़े लड़के को अपने यहां नौकरी दे दी। गांव वालों ने मिलकर लड़की की शादी कर दी। एक व्यक्ति छोटे बेटे की पढ़ाई का खर्च देने को तैयार हो गया।

एक महीने बाद मुखिया छिपता-छिपाता रात के वक्त अपने घर आया। घर वालों ने भूत समझकर दरवाजा नहीं खोला। जब वह बहुत गिड़गिड़ाया और उसने सारी बातें बताईं तो उसकी पत्नी ने दरवाजे के भीतर से ही उत्तर दिया, ‘हमें तुम्हारी जरूरत नहीं है। अब हम पहले से ज्यादा सुखी हैं।’ उस व्यक्ति का सारा अभिमान चूर-चूर हो गया।

संसार किसी के लिए भी नही रुकता!! यहाँ सभी के बिना काम चल सकता है संसार सदा से चला आ रहा है और चलता रहेगा। जगत को चलाने की हाम भरने वाले बडे बडे सम्राट, मिट्टी हो गए, जगत उनके बिना भी चला है। इसलिए अपने बल का, अपने धन का, अपने कार्यों का, अपने ज्ञान का गर्व व्यर्थ है।


आज रोटी के पीछे भागता हु तो याद आता है मुझे रोटी खिलने माँ मेरे पीछे भागती थी..🍪🍪


THE SECRET TO A HAPPY MARRIED LIFE-💔

Once I asked my friend, "What is the secret behind your Happy Married Life?"

He said "You should share responsibilities with due love and respect each other. Then absolutely there will be no problems."

I asked "Can you explain?"

He said "In my house, I take decisions on bigger issues where as my Wife decides on smaller issues. We do not interfere in each other's decisions."

Still not convinced, i asked him "Give me some examples".

He said "Smaller issues like, which car we should buy, how much amount to save, when to visit the super market, when & where to go on vacation, which sofa, air conditioner, refrigerator to buy. Monthly expenses, whether to keep a maid or not etc. Are all decided by my wife. I just agree to it "

I asked "Then, what is your role?"

He said "My decisions are only for very big issues. Like whether America should attack Iran, whether Britain should lift sanctions over Zimbabwe, whether telangana should be formed or not, whether Dhoni should retire from Cricket , Whom should Salman Khan Marry. etc etc. and do you know, my wife; NEVER, objects to any of these decisions"...
😜😝😂😂👌


Dedicated to Married Friends....!


Friday, June 5, 2015

भोजपुरी धमकियाँ
============
1. बेटा जेतना तोहर उमर हौ, ओकर दुगना
हमार कमर हौ!
2. चवन्नी भर क हउवे, आउर डॉलर भर
भौकाल!
3. एतना गोली मारब की छर्रा बिनत-बिनत
करोडपति हो जइबे!
4. धाम चंडी काशी में, जीवन बीतल
बदमाशी में!
5. हमके जान ले, हम मारीला कम और
घसिटीला जादा!
6. बेटा... सज के आयल हउवे, बज के जइबे!
7. गुरु... सम्हर जा, नाही त हफ्तन गोली
चली आउर महिन्नन धुंआ उडी!
And Latest..''
8.मारब अइठ के रोइबा बइठ के।


WONDERFUL THOUGHT :

A lovely little girl was holding two apples with both hands.
Her mum came in and softly asked her little daughter with a smile: "My sweetie, could you give your mum one of your two apples"? The girl looked up at her mum for some seconds, then she suddenly took a quick bite on one apple, and then quickly on the other!
The mum felt the smile on her face freeze, she tried hard not to reveal her disappointment! Then, the little girl handed one of her bitten apples to her mum,and said: "Mummy, here you are, this is the sweeter one!!
No matter who you are, how experienced you are, and how knowledgeable you think you are, always delay judgement. Give others the privilege to explain themselves. What you see may not be the reality. Never conclude for others.


Awesome thought of life.....

There was a king he had 10 wild dogs...
He used them to torture and eat all ministers who made mistakes.

So one of the minister’s once gave an opinion which was wrong, and which the king didn’t like at all…
So he ordered that the minister to be thrown to the dogs.

So the minister said,
"I served you 10 years and you do this..?

Pease give me 10 days before you throw me in with those dogs!
So the king agreed…

In those 10 days the minister went to the guard that was guarding the dogs and told him he wants to serve the dogs for the next 10 days…

The guard was baffled…
But he agreed…
So the minister started feeding the dogs, cleaning for them, washing them, providing all sorts of comfort for them.

So when the 10 days were up…


The king ordered that the minister be thrown in to the dogs for his punishment.

But when he was thrown in,

Everyone was amazed at what they saw..
They saw the dogs licking the feet of the minister!

So the king baffled at what he saw… Said:” what happened to the dog. !!!”

The minister then said;”
I served the dogs for 10 days and they didn’t forget my service…
Yet I served you for 10 years and you forgot all at the first mistake!”…

So the king realised his mistake

 and






 Got wolves instead😂



 1. Don't be like the minister, change jobs at appropriate time so that you are not thrown to the dogs;
                 
2. Don't be the dogs, as you can be thrown out for foxes and wolves.

                               

Love your job, not your company. Because your love for job will get you other jobs, but love for company will either get you to dogs and wolves when company stops loving you....👌👉👍


A son took his old father to a restaurant for an evening dinner.  
Father being very old and weak, while eating, dropped food on his shirt and trousers.  
Others diners watched him in disgust while his son was calm.

After he finished eating, his son who was not at all embarrassed, quietly took him to the wash room, wiped the food particles, removed the stains, combed his hair and fitted his spectacles firmly. When they came out, the entire restaurant was watching them in dead silence, not able to grasp how someone could embarrass themselves publicly like that.

The son settled the bill and started walking out with his father.

At that time, an old man amongst the diners
called out to the son and asked him, "Don't you think you have left something behind?".

The son replied, "No sir, I haven't".

The old man retorted, "Yes, you have! You left a lesson for every son and hope for every father".

The restaurant went silent.


A son took his old father to a restaurant for an evening dinner.  
Father being very old and weak, while eating, dropped food on his shirt and trousers.  
Others diners watched him in disgust while his son was calm.

After he finished eating, his son who was not at all embarrassed, quietly took him to the wash room, wiped the food particles, removed the stains, combed his hair and fitted his spectacles firmly. When they came out, the entire restaurant was watching them in dead silence, not able to grasp how someone could embarrass themselves publicly like that.

The son settled the bill and started walking out with his father.

At that time, an old man amongst the diners
called out to the son and asked him, "Don't you think you have left something behind?".

The son replied, "No sir, I haven't".

The old man retorted, "Yes, you have! You left a lesson for every son and hope for every father".

The restaurant went silent.


A son took his old father to a restaurant for an evening dinner.  
Father being very old and weak, while eating, dropped food on his shirt and trousers.  
Others diners watched him in disgust while his son was calm.

After he finished eating, his son who was not at all embarrassed, quietly took him to the wash room, wiped the food particles, removed the stains, combed his hair and fitted his spectacles firmly. When they came out, the entire restaurant was watching them in dead silence, not able to grasp how someone could embarrass themselves publicly like that.

The son settled the bill and started walking out with his father.

At that time, an old man amongst the diners
called out to the son and asked him, "Don't you think you have left something behind?".

The son replied, "No sir, I haven't".

The old man retorted, "Yes, you have! You left a lesson for every son and hope for every father".

The restaurant went silent.


Thursday, June 4, 2015

Some of the shortest stories with beautiful meaning.. Must read-

1) Those who had coins, enjoyed in the rain.
Those who had notes, were busy looking for shelter.

2) Man and God both met somewhere,
Both exclaimed-"My creator"

3) He asked are you-"Hindu or Muslim"
Response came- I am hungry

4) The fool didn't know it was impossible-
So he did it.

5) "Wrong number"- Said a familiar voice.

6) What if God asks you after you die-
"So how was heaven??"

7) "They told me that to make her fall in love I had to make her laugh. But every time she laughs, I am the one who falls in love."

8) We dont make friends anymore, We add them.


जीभ जन्म से होती है
और मृत्यु तक रहती है.....
क्योकि वो कोमल होती है.
दाँत जन्म के बाद में आते है
और मृत्यु से पहले चले जाते हैं..
क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो
मिलेगी हर बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो
माँ भी गोद से उतार देती है.
पानी के बिना नदी बेकार है,
     अतिथि के बिना आँगन बेकार है,
   प्रेम न हो तो सगे-सम्बन्धी बेकार है,
       पैसा न हो तो पाकेट बेकार है,
           और जीवन में गुरु न हो
               तो जीवन बेकार है,,
                इसलिए जीवन में
         "गुरु"जरुरी है.. "गुरुर" नही.ं
यदि कबीर जिन्दा होते तो आजकल के दोहे यह होते :-

🔹नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात!
       बेटा कहता बाप से, तेरी क्या औकात!!
🔹पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज!
      कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!!
🔹भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास!
     बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!!
🔹मंदिर में पूजा करें, घर में करें कलेश!
      बापू तो बोझा लगे, पत्थर लगे गणेश!!
🔹बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान!
      पत्थर के भगवान हैं, पत्थर दिल इंसान!!
🔹पत्थर के भगवान को, लगते छप्पन भोग!
      मर जाते फुटपाथ पर, भूखे, प्यासे लोग!!
🔹फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर!
     पापी करते जागरण, मचा-मचा कर शोर!
🔹पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप!
     भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप!😒😒😒😒
 मन लगाकर पढ़िये और दिल से सोचो की माँ के दिल पर क्या गुजरती हैं जब ये उनके साथ होता हैं:~
 🔆वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
    बीबी के आगे मदर रद्द हो गई !

♻बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
    आज वो मोहताज हो गई !
♻और कल की छोकरी, तेरे  
    सर का ताज हो गई !
♻बीवी हमदर्द और मॉं सरदर्द
     हो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻पेट पे सुलाने वाली, पैरों में सो
       रही है !
♻बीवी के लिए लिम्का,
      मॉं पानी को रो रही है !
♻सुनता नहीं कोई, वो आवाज
     देते देते सो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻मॉं मांजती है बर्तन , वो सजती
       संवरती है !
♻अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
       इस लीये उस पर बरसती है !
♻अरे दुनिया को आई मौत,
       मौत तेरी कहॉ गुम हो गई !
       
   🔆वाह रे जमाने तेरी हद ..........
♻अरे जिसकी कोख में पला,
     अब उसकी छाया बुरी लगती है,

♻बैठे होण्डा पे महबूबा,
     कन्धे पर हाथ जो रखती,
♻वो यादें अतीत की,
       वो मोहब्बतें मॉ की,
                 सब रद्द हो गई !
 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद ...........

♻बेबस हुई मॉ अब,
      दिए टुकड़ो पर पलती है,
♻अतीत को याद कर,
     तेरा प्यार पाने को मचलती है !
♻अरे मुसीबत जिसने उठाई,
       वो खुद मुसीबत हो गई !

 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद .......
♻🌿♻🌿♻🌿♻🌿♻🌿आप सभी से हाथ
 जोड़कर निवेदन हैं की आप
ये मैसेज ज्यादा से ज्यादा
अपने दोस्तों को भेजो जिससे
उनके मन में अपनी माँ के प्रति
 दया की भावना आ जाये और
 माँ पर होने वाले अत्याचार से
माँ को छुटकारा मिल जाये ।

. . . . . एक प्यारी सी कविता . . . . .

              " वक़्त नहीं "

हर ख़ुशी है लोंगों के दामन में,
पर एक हंसी के लिये वक़्त नहीं.

दिन रात दौड़ती दुनिया में,
ज़िन्दगी के लिये ही वक़्त नहीं.

सारे रिश्तों को तो हम मार चुके,
अब उन्हें दफ़नाने का भी वक़्त नहीं ..

सारे नाम मोबाइल में हैं ,
पर दोस्ती के लिये वक़्त नहीं .

गैरों की क्या बात करें ,
जब अपनों के लिये ही वक़्त नहीं.

आखों में है नींद भरी ,
पर सोने का वक़्त नहीं .

दिल है ग़मो से भरा हुआ ,
पर रोने का भी वक़्त नहीं .

पैसों की दौड़ में ऐसे दौड़े, की
थकने का भी वक़्त नहीं .

पराये एहसानों की क्या कद्र करें ,
जब अपने सपनों के लिये ही वक़्त नहीं

तू ही बता ऐ ज़िन्दगी ,
इस ज़िन्दगी का क्या होगा,
की हर पल मरने वालों को ,
जीने के लिये भी वक़्त नहीं ....


|||||||| "ये ही सत्य हैं" |||||||

Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?
Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!

Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?
Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!

Qus→संसार में दुःख क्यों है ?
Ans→लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!

Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?
Ans→ ईश्वर ने संसार की रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!

Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?
Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!!

Qus→ भाग्य क्या है ?
Ans→हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!

Qus→ इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ?
Ans→ रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..
इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!

Qus→किस चीज को गंवाकर मनुष्य
धनी बनता है ?
Ans→ लोभ..!!

Qus→ कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है?
Ans → अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!

Qus → किस चीज़ के खो जाने
पर दुःख नहीं होता ?
Ans → क्रोध..!!

Qus→ धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है ?
Ans → दया..!!

Qus→क्या चीज़ दुसरो को नहीं देनी चाहिए ?
Ans→ तकलीफें, धोखा..!!

Qus→ क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?
Ans→ इज़्ज़त, किसी की हाय..!!

Qus→ ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है ?
Ans→मज़बूरी..!!
🌸
Qus→ दुनियां की अपराजित चीज़ ?
Ans→ सत्य..!!
🌸
Qus→ दुनियां में सबसे ज़्यादा बिकने वाली चीज़ ?
Ans→ झूठ..!!
🌸
Qus→ करने लायक सुकून का
कार्य ?
Ans→ परोपकार..!!
🌸
Qus→ दुनियां की सबसे बुरी लत ?
Ans→ मोह..!!
🌸
Qus→ दुनियां का स्वर्णिम स्वप्न ?
Ans→ जिंदगी..!!
🌸
Qus→ दुनियां की अपरिवर्तनशील चीज़ ?
Ans→ मौत..!!
🌸
Qus→ ऐसी चीज़ जो स्वयं के भी समझ ना आये ?
Ans→ अपनी मूर्खता..!!
🌸
Qus→ दुनियां में कभी भी नष्ट/ नश्वर न होने वाली चीज़ ?
Ans→ आत्मा और ज्ञान..!!
🌸
Qus→ कभी न थमने वाली चीज़ ?
Ans→ समय..!!

👌बहुत बेहतरीन कविता है👌


तू
जिंदगी को जी
उसे समझने की
कोशिश न कर

सुन्दर सपनो के
ताने बाने बुन
उसमे उलझने की
कोशिश न कर

चलते वक़्त के साथ
तू भी चल
उसमे सिमटने की
कोशिश न कर

अपने हाथो को फैला,
खुल कर साँस ले
अंदर ही अंदर घुटने की
कोशिश न कर

मन में चल रहे
युद्ध को विराम दे
खामख्वाह खुद से
लड़ने की कोशिश न कर

कुछ बाते
भगवान् पर छोड़ दे
सब कुछ खुद सुलझाने की
कोशिश न कर

जो मिल गया
उसी में खुश रह
जो सकून छीन ले
वो पाने की कोशिश न कर

रास्ते की सुंदरता का
लुत्फ़ उठा
मंजिल पर जल्दी
पहुचने की कोशिश न कर....
समय बहाकर ले जाता है,
नाम और निशान...!

कोई 'हम' में रह जाता है
और कोई 'अहम' में।
किसी के अच्छाई का इतना भी फायदा मत उठाओ की वो बुरा बनने के लिये मजबुर बन जाये।

"बुरा" हमेशा वही बनता हे,जो अच्छा बनके टूट चूका होता है


नंगे पाँव चलते "इन्सान" को लगता है
कि "चप्पल होते तो कितना अच्छा होता"
बाद मेँ..........
"साइकिल होती तो कितना अच्छा होता"
उसके बाद में.........
"मोपेड होता तो थकान नही लगती"
बाद में.........
"मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता"

फिर ऐसा लगा की.........
"कार होती तो धूप नही लगती"

फिर लगा कि,
"हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता"

जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि "नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी "तसल्ली" मिलती".....


" जरुरत के मुताबिक "जिंदगी" जिओ - "ख्वाहिश"..... के
मुताबिक नहीं.........

क्योंकि 'जरुरत'
तो 'फकीरों' की भी 'पूरी' हो जाती है, और
'ख्वाहिशें'..... 'बादशाहों ' की भी "अधूरी" रह जाती है".....

"जीत" किसके लिए, 'हार' किसके लिए
'ज़िंदगी भर' ये 'तकरार' किसके लिए...

जो भी 'आया' है वो 'जायेगा' एक दिन
फिर ये इतना "अहंकार" किसके लिए...

ए बुरे वक़्त !
ज़रा "अदब" से पेश आ !!
"वक़्त" ही कितना लगता है
"वक़्त" बदलने में...........


Excellent thought (message). ..

A bus full of passengers was traveling while. suddenly the weather changed and there was a huge downpour and lightening all around.

They could see that the lightening would appear to come towards the bus and then go elsewhere.

After 2 or 3 horrible instances of being saved from lightening, the driver stopped the bus about fifty feet away from a tree and said -

"We have somebody in the bus whose death is a certainty today."

Because of that person everybody else will also get killed today.

Now listen carefully what I am saying ..

I want each person to come out of bus one by one and touch the tree trunk and come back.

Whom so ever death is certain will get caught up by the lightening and will die & everybody else will be saved".

They had to force the 1st person to go and touch the tree and come back.

He reluctantly got down from the bus and went and touched the tree.

His heart leaped with joy when nothing happened and he was still alive.

This continued for rest of the passengers who were all relieved when they touched the tree and nothing happened.

When the last passenger's turn came, everybody looked at him with accusing eyes.

That passenger was very afraid and reluctant since he was the only one left.

Everybody forced him to get down and go and touch the tree.

With a 100% fear of death in mind, the last passenger walked to the tree and touched it.

There was a huge sound of thunder and the lightening came down and hit the bus - yes the lightening hit the bus, and killed each and every passenger inside the bus.

It was because of the presence of this last passenger that, earlier,the entire bus was safe and the lightening could not strike the bus.

LIFE LEARNING from this..

At times, we try to take credit for our present achievements, but this could also be because of a person right next to us.

Look around you - Probably someone is there around you, in the form of Your Parents, Your Spouse, Your Children, Your Siblings, Your friends, Your Guide who are saving you from harm..!













Think About it..

You will surely find that Person..!!

Beautiful Lines for Everyone..
   
    ''Alone I can 'Say' but
    together we can 'talk'.

    'Alone I can 'Enjoy' but
     together we can
    'Celebrate'.
   
    'Alone I can 'Smile' but
    together we can 'Laugh'.

    That's the BEAUTY of
    Human Relations.

    We are nothing without
    each other ..


Together only we can be successful. .

Counting on all of you..

Excellent thought (message). ..

A bus full of passengers was traveling while. suddenly the weather changed and there was a huge downpour and lightening all around.

They could see that the lightening would appear to come towards the bus and then go elsewhere.

After 2 or 3 horrible instances of being saved from lightening, the driver stopped the bus about fifty feet away from a tree and said -

"We have somebody in the bus whose death is a certainty today."

Because of that person everybody else will also get killed today.

Now listen carefully what I am saying ..

I want each person to come out of bus one by one and touch the tree trunk and come back.

Whom so ever death is certain will get caught up by the lightening and will die & everybody else will be saved".

They had to force the 1st person to go and touch the tree and come back.

He reluctantly got down from the bus and went and touched the tree.

His heart leaped with joy when nothing happened and he was still alive.

This continued for rest of the passengers who were all relieved when they touched the tree and nothing happened.

When the last passenger's turn came, everybody looked at him with accusing eyes.

That passenger was very afraid and reluctant since he was the only one left.

Everybody forced him to get down and go and touch the tree.

With a 100% fear of death in mind, the last passenger walked to the tree and touched it.

There was a huge sound of thunder and the lightening came down and hit the bus - yes the lightening hit the bus, and killed each and every passenger inside the bus.

It was because of the presence of this last passenger that, earlier,the entire bus was safe and the lightening could not strike the bus.

LIFE LEARNING from this..

At times, we try to take credit for our present achievements, but this could also be because of a person right next to us.

Look around you - Probably someone is there around you, in the form of Your Parents, Your Spouse, Your Children, Your Siblings, Your friends, Your Guide who are saving you from harm..!













Think About it..

You will surely find that Person..!!

Beautiful Lines for Everyone..
   
    ''Alone I can 'Say' but
    together we can 'talk'.

    'Alone I can 'Enjoy' but
     together we can
    'Celebrate'.
   
    'Alone I can 'Smile' but
    together we can 'Laugh'.

    That's the BEAUTY of
    Human Relations.

    We are nothing without
    each other ..


Together only we can be successful. .

Counting on all of you..


Sharab Sareer Ko Khatam Krti Hai
Sharab Samaj Ko Khatam Krti Hai,
Aao Aaj Is Sharab Ko Khatam Krte Hain,
Ek Bottle Tum Khtam Kro,
Ek Bottle Hum Khatam Krte Hai. ..




Meri Kabar Pe Mat Gulaab Leke Aana
Na Hi Haathon Mein Chiraag Leke Aana
Payasa Hu Main Barso Se Jaanam
Botal Sharab Ki Aur Ek Glass Leke Aana..




Khushiyo Se Naraz Hai Meri Zindagi,
Pyar Ki Mohtaz Hai Meri Zindagi,
Hans Leta Hoo Logo Ko Dikhane Ke Liye,
Warna Dard Ki Kitaab Hai Meri Zindagi…




Har Baat ka Koi Jawab Nahi Hota…
Har Ishq ka Naam Kharab Nahi Hotaaa..
Yuh to Joom Lete Hai Nashe me Pine Wale
Magar Har Nashe ka Naam Sharab Nahi Hota…



Ho chuki mulakaat abhi salaam baaki hai
Tumhare naam ki do ghoont sharaab baki hai
Tumko mubarak ho khushiyoon ka shamyaana
Mere naseeb me abhi do gaz zameen baki hai…


🗻🗻🗻🗻🗻🗻🗻🗻इस को एक बार पढिए अच्छा लगेगा


⛲एक आदमी जंगल से गुजर रहा था । उसे चार स्त्रियां मिली।
n
🚺उसने पहली से पूछा - बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰उसने कहा "बुद्धि "
✴तुम कहां रहती हो?
🔰मनुष्य के दिमाग में।

🚺दूसरी स्त्री से पूछा - बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰" लज्जा "।
✴तुम कहां रहती हो ?
🔰आंख में ।

🚺तीसरी से पूछा - तुम्हारा क्या नाम हैं ?
🔰"हिम्मत"
✴कहां रहती हो ?
🔰दिल में ।

🚺चौथी से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰"तंदुरूस्ती"
✴कहां रहती हो ?
🔰शरीर में।

वह आदमी अब थोडा आगे बढा तों फिर उसे चार पुरूष मिले।

🚹उसने पहले पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰" क्रोध "
✴कहां रहतें हो ?
🔰दिमाग में,
✴दिमाग में तो बुद्धि रहती हैं,
तुम कैसे रहते हो?
🔰जब मैं वहां रहता हुं तो बुद्धि वहां से विदा हो जाती हैं।

🚹दूसरे पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰उसने कहां -" लोभ"।
✴कहां रहते हो?
🔰आंख में।
✴आंख में तो लज्जा रहती हैं तुम कैसे रहते हो।
🔰जब मैं आता हूं तो लज्जा वहां से प्रस्थान कर जाती हैं ।

🚹तीसरें से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰जबाब मिला "भय"।
✴कहां रहते हो?
🔰दिल में।
✴दिल में तो हिम्मत रहती हैं तुम कैसे रहते हो?
🔰जब मैं आता हूं तो हिम्मत वहां से नौ दो ग्यारह हो जाती हैं।

🚹चौथे से पूछा तुम्हारा नाम क्या हैं?
🔰उसने कहा - "रोग"।
✴कहां रहतें हो?
🔰शरीर में।
✴ शरीर में तो तंदरूस्ती रहती हैं?
🔰जब मैं आता हूं तो तंदरूस्ती वहां से रवाना हो जाती हैं।

🍁
जीवन की हर विपरीत परिस्थिथि में यदि हम उपरोक्त वर्णित बातो को याद रखे तो कई चीजे टाली जा सकती है ।
🔱💲🔱💲🔱

😊
जरा मुस्कुरा के देखे,
दुनिया हसती नजर आएगी!

🌅
 सुबह सैर कर के तो देखे,
सेहत ठीक हो जाएगी!

🍺
व्यसन छोड के तो देखे,
इज्जत बन जाएगी!

🏦
खर्च घटा कर के तो देखे,
अच्छी नीँद आएगी!

💰
मेहनत कर के तो देखे,
पैसे की तंगी चली जाएगी!

🔮
संसार की अच्छाई तो देखे,
बुराई भाग जाएगी!

🔔
ईश्वर का ध्यान कर के तो देखे,
उलझने दुर हो जाएगी!

🙏
माता पिता की बात मान कर तो
 देखे,
जिन्दगी संवर जाएगी!

🔱💲🔱💲🔱

यदि खुबसूरत लगा हो तो अपने अन्य मित्रों को भी प्रेषित करें।।।।।


एक बार इस कविता को दिल से पढ़िये
शब्द शब्द में गहराई है...

जब आंख खुली तो अम्‍मा की
गोदी का एक सहारा था
उसका नन्‍हा सा आंचल मुझको
भूमण्‍डल से प्‍यारा था

उसके चेहरे की झलक देख
चेहरा फूलों सा खिलता था
उसके स्‍तन की एक बूंद से
मुझको जीवन मिलता था

हाथों से बालों को नोंचा
पैरों से खूब प्रहार किया
फिर भी उस मां ने पुचकारा
हमको जी भर के प्‍यार किया

मैं उसका राजा बेटा था
वो आंख का तारा कहती थी
मैं बनूं बुढापे में उसका
बस एक सहारा कहती थी

उंगली को पकड. चलाया था
पढने विद्यालय भेजा था
मेरी नादानी को भी निज
अन्‍तर में सदा सहेजा था

मेरे सारे प्रश्‍नों का वो
फौरन जवाब बन जाती थी
मेरी राहों के कांटे चुन
वो खुद गुलाब बन जाती थी

मैं बडा हुआ तो कॉलेज से
इक रोग प्‍यार का ले आया
जिस दिल में मां की मूरत थी
वो रामकली को दे आया

शादी की पति से बाप बना
अपने रिश्‍तों में झूल गया
अब करवाचौथ मनाता हूं
मां की ममता को भूल गया

हम भूल गये उसकी ममता
मेरे जीवन की थाती थी
हम भूल गये अपना जीवन
वो अमृत वाली छाती थी

हम भूल गये वो खुद भूखी
रह करके हमें खिलाती थी
हमको सूखा बिस्‍तर देकर
खुद गीले में सो जाती थी

हम भूल गये उसने ही
होठों को भाषा सिखलायी थी
मेरी नीदों के लिए रात भर
उसने लोरी गायी थी

हम भूल गये हर गलती पर
उसने डांटा समझाया था
बच जाउं बुरी नजर से
काला टीका सदा लगाया था

हम बडे हुए तो ममता वाले
सारे बन्‍धन तोड. आए
बंगले में कुत्‍ते पाल लिए
मां को वृद्धाश्रम छोड आए

उसके सपनों का महल गिरा कर
कंकर-कंकर बीन लिए
खुदग़र्जी में उसके सुहाग के
आभूषण तक छीन लिए

हम मां को घर के बंटवारे की
अभिलाषा तक ले आए
उसको पावन मंदिर से
गाली की भाषा तक ले आए

मां की ममता को देख मौत भी
आगे से हट जाती है
गर मां अपमानित होती
धरती की छाती फट जाती है

घर को पूरा जीवन देकर
बेचारी मां क्‍या पाती है
रूखा सूखा खा लेती है
पानी पीकर सो जाती है

जो मां जैसी देवी घर के
मंदिर में नहीं रख सकते हैं
वो लाखों पुण्‍य भले कर लें
इंसान नहीं बन सकते हैं

मां जिसको भी जल दे दे
वो पौधा संदल बन जाता है
मां के चरणों को छूकर पानी
गंगाजल बन जाता है

मां के आंचल ने युगों-युगों से
भगवानों को पाला है
मां के चरणों में जन्‍नत है
गिरिजाघर और शिवाला है

हिमगिरि जैसी उंचाई है
सागर जैसी गहराई है
दुनियां में जितनी खुशबू है
मां के आंचल से आई है

मां कबिरा की साखी जैसी
मां तुलसी की चौपाई है
मीराबाई की पदावली
खुसरो की अमर रूबाई है

मां आंगन की तुलसी जैसी
पावन बरगद की छाया है
मां वेद ऋचाओं की गरिमा
मां महाकाव्‍य की काया है

मां मानसरोवर ममता का
मां गोमुख की उंचाई है
मां परिवारों का संगम है
मां रिश्‍तों की गहराई है

मां हरी दूब है धरती की
मां केसर वाली क्‍यारी है
मां की उपमा केवल मां है
मां हर घर की फुलवारी है

सातों सुर नर्तन करते जब
कोई मां लोरी गाती है
मां जिस रोटी को छू लेती है
वो प्रसाद बन जाती है

मां हंसती है तो धरती का
ज़र्रा-ज़र्रा मुस्‍काता है
देखो तो दूर क्षितिज अंबर
धरती को शीश झुकाता है

माना मेरे घर की दीवारों में
चन्‍दा सी मूरत है
पर मेरे मन के मंदिर में
बस केवल मां की मूरत है

मां सरस्‍वती लक्ष्‍मी दुर्गा
अनुसूया मरियम सीता है
मां पावनता में रामचरित
मानस है भगवत गीता है

अम्‍मा तेरी हर बात मुझे
वरदान से बढकर लगती है
हे मां तेरी सूरत मुझको
भगवान से बढकर लगती है

सारे तीरथ के पुण्‍य जहां
मैं उन चरणों में लेटा हूं
जिनके कोई सन्‍तान नहीं
मैं उन मांओं का बेटा हूं

हर घर में मां की पूजा हो
ऐसा संकल्‍प उठाता हूं
मैं दुनियां की हर मां के
चरणों में ये शीश झुकाता हूं...