Thursday, June 11, 2015

जीवन का मूल्य

श्री गुरुनानक जी के पास एक आदमी गया और उसने कहा बताईये गुरूजी जीवन का मूल्य क्या है

गुरूनानक जी ने उसे एक Stone दिया और कहा जा और इस stone का मूल्य पता करके आ लेकिन ध्यान रखना stone को बेचना नही है I

वह आदमी stone को बाजार मे एक संतरे वाले के पास लेकर गया और संतरे वाले को दिखाया और बोला बता इसकी कीमत क्या है
संतरे वाला चमकीले stone को देखकर बोला 12 संतरे लेजा और इसे मुझे देजा
वह आदमी संतरे वाले से बोला गुरू जी ने कहा है इसे बेचना नही है

और

आगे एक सब्जी वाले के पास गया उसे stone दिखाया सब्जीवाले ने उस चमकीले stone को देखा औरकहा एक बोरी आलू लेजा और इस stone को मेरे पास छोड़ जा उस आदमी ने कहा मुझे इसे बेचना नही है मेरे गुरू जी ने मना किया है I

आगे एक सोना बेचनेवाले सुनार के पास गया उसे stone दिखाया सुनार उस चमकीले stone को देखकर बोला 50 लाख मे बेच दे उसने मना कर दिया तो सुनार बोला 2 करोड़ मे दे दे या बता इसकी कीमत जो माँगेगा वह दूँगा तुझे.....
उस आदमी ने सुनार से कहा मेरे गुरू जी ने इसे बेचने से मना किया है

आगे हीरे बेचनेवाले एक जौहरी के पास गया उसे stone दिखाया जौहरी ने जब उस बेसकीमती रुबी को देखा तो पहले उसने रुबी के पास एक लाल कपडा बिछाया फिर उस बेसकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई माथा टेका फिर जौहरी बोला कहा से लाया है ये बेसकीमती रुबी

सारी कायनात, सारी दुनिया को बेचकर भी इसकी कीमत नही लगाई जा सकती ये तो बेसकीमती है

वह आदमी हैरान परेशान होकर सीधे गुरू जी के पास आया अपनी आपबिती बताई और बोला अब बताओ गुरूजी मानवीय जीवन का मूल्य क्या है

गुरूनानक जी बोले तूने पहले stone को संतरेवाले को दिखाया उसने इसकी कीमत 12 संतरे की बताई आगे सब्जीवाले के पास गया उसने इसकी कीमत 1 बोरी आलू बताई आगे सुनार ने 2 करोड़ बताई और जौहरी ने इसे बेसकीमती बताया

अब ऐसे ही तेरा मानवीय मूल्य है
इसे तु 12 संतरे मे बेच दे या 1 बोरी आलू मे या 2 करोड़ मे या फिर इसे बेसकीमती बना ले ये तेरी सोच पर निर्भर है कि तु जीवन को किस नजर से देखता है.....
Respect Yourself & others..
You are Unique Creatur of God..
No one can replace you...


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