Wednesday, June 24, 2015

मै यादों का
किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत
याद आते हैं.. 😌

📼📼📼📼📼📼📼

      मै गुजरे पल को सोचूँ      
      तो कुछ दोस्त
      बहुत याद आते हैं.. 😔

  📼📼📼📼📼📼📼

  अब जाने कौन सी नगरी में,
  आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
  मैं देर रात तक जागूँ तो,
  कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..

      📼📼📼📼📼📼

   कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
   कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
   मैं शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
   कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं..

      📼📼📼📼📼📼

   सबकी जिंदगी बदल गयी
   एक नए सिरे में ढल गयी

   _____________________

   कोई girlfriend में busy है..
   कोई बीवी के पीछे crazy हैं..

    _____________________


किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही

   ______________________


     कोई पढने में डूबा है..
     किसी की दो दो महबूबा हैं..

    ____________________


   सारे यार गुम हो गये हैं
   तू से तुम और आप हो गये है

  📼📼📼📼📼📼📼


      मै गुजरे पल को सोचूँ      
      तो, कुछ दोस्त
      बहुत याद आते हैं..... 😔

Dedicated to my loving frnds

No comments:

Post a Comment