Monday, January 4, 2016


आगे सफर था और पीछे हमसफर था..

रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता..





मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..




ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...



मुद्दत का सफर भी था और बरसो
 का हमसफर भी था

रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....




यूँ समँझ लो,

प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...




पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.






बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!





वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!





सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।






"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!





"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....


अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. .......
This is one of the sweet and best message I received so like to share with you    
1. No matter how beautiful and handsome you are, just remember Baboon and Gorillas also attract tourists.
***Stop Boasting.

2. No matter how big and strong you are, you will not carry yourself to your Grave.
***Be Humble!

3. No matter how tall you are, you can never see tomorrow.
***Be Patient!

4. No matter how Light Skinned you are, you will always need light in Darkness.
***Take Caution!

5. No matter how Rich and many Cars you have, you will always walk to Bed.
***Be Contented!

Take Life Easy
 Life is "Exp. + Exp. + Exp."
Yesterday was Experience.
Today is Experiment.
Tomorrow is Expectation.
So, use your Experience in your Experiment to achieve your Expectations.

Sunday, January 3, 2016

"जीवन" मे"तकलीफ़"उसी को आती
है.
जो हमेशा"जवाबदारी"
उठाने को तैयार रहते है....!!
और जवाबदारी लेने वाले
   कभी "हारते" नही,
    या तो"जीतते"है,
     या फिर"सिखते"है....!!
अगर साथ में बीवी न हो तो आदमी एक दिन में
माॅस्को, काबुल और लाहौर घूमते हुए दिल्ली आ सकता है..
!!
वरना बिग बाज़ार मे ही शाम हो जाती है 😝😝😳😳😳😝😜😜😜😜😜
🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.

🎵🎵 Nice Line..! 🎵🎵


🎵मिली थी जिन्दगी,
किसी के 'काम' आने के लिए ।🎵

🎵पर वक्त बित रहा है,
कागज के टुकड़े कमाने के लिए ।🎵

🎵क्या करोगे,
इतना पैसा कमा कर..???🎵

🎵ना कफन मे 'जेब' है,
ना कब्र मे 'अलमारी..!'🎵

🎵और ये मौत के
फ़रिश्ते तो 'रिश्वत' भी नही लेते ।🎵

🎵खुदा की मोहब्बत
को फना कौन करेगा ?🎵

🎵सभी बंदे नेक
तो गुनाह कौन करेगा ?🎵

🎵"ए खुदा मेरे इन दोस्तो
को सलामत रखना...🎵

🎵वरना मेरी सलामती
की दुआ कौन करेगा ?🎵

🎵और रखना मेरे
दुश्मनो को भी मेहफूस...🎵

🎵वरना मेरी तेरे पास
आने की दुआ कौन करेगा ?"🎵

🎵खुदा ने मुझसे कहा, "इतने दोस्त
ना बना तू , धोखा खा जायेगा"🎵

🎵मैने कहा "ए खुदा, तू ये मेसेज
पढनेवालो से मिल तो सही,🎵

🎵तू भी धोखे से
दोस्त बन जायेगा ."🎵🎵

🎵नाम छोटा है
मगर दिल बडा रखता हु ।🎵

🎵पैसो से
उतना अमीर नही हु ।🎵

🎵मगर अपने यारो के गम
खरिद ने की हैसयत रखता हु ।🎵

🎵मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह ।🎵

🎵हम जोकर ही अच्छे है
जिस के नसीब में आऐंगे, 🎵

🎵बाज़ी पलट देंगे।
        ♣ ♥ ♠ ♦ 🎵
.

Saturday, January 2, 2016

एक राजा के पास कई हाथी थे,
लेकिन
एक हाथी बहुत शक्तिशाली था,
बहुत आज्ञाकारी,
 समझदार व युद्ध-कौशल में निपुण था।
बहुत से युद्धों में वह भेजा गया था
और वह राजा को विजय दिलाकर वापस लौटा था,
इसलिए वह महाराज का सबसे प्रिय हाथी था।

समय गुजरता गया ...

और एक समय ऐसा भी आया,
जब वह वृद्ध दिखने लगा।

                   
 अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर पाता था।
इसलिए अब राजा उसे युद्ध क्षेत्र में भी नहीं भेजते थे।

 एक दिन वह सरोवर में जल पीने के लिए गया, लेकिन वहीं कीचड़ में उसका पैर धँस गया और फिर धँसता ही चला गया।

उस हाथी ने बहुत कोशिश की,
लेकिन वह उस कीचड़ से स्वयं को नहीं निकाल पाया।

 उसकी चिंघाड़ने की आवाज से लोगों को यह पता चल गया कि वह हाथी संकट में है।

हाथी के फँसने का समाचार राजा तक भी पहुँचा।

                       राजा समेत सभी लोग हाथी के आसपास इक्कठा हो गए और विभिन्न प्रकार के शारीरिक प्रयत्न उसे निकालने के लिए करने लगे।

जब बहुत देर तक प्रयास करने के उपरांत कोई मार्ग नहीं निकला तो राजा ने अपने सबसे अनुभवी मंत्री को बुलवाया।

 मंत्री ने आकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिर राजा को सुझाव दिया कि सरोवर के चारों और युद्ध के नगाड़े बजाए जाएँ।

                          सुनने वालोँ को विचित्र लगा कि भला नगाड़े बजाने से वह फँसा हुआ हाथी बाहर कैसे निकलेगा, जो अनेक व्यक्तियों के शारीरिक प्रयत्न से बाहर निकल नहीं पाया।

          आश्चर्यजनक रूप से जैसे ही युद्ध के नगाड़े बजने प्रारंभ हुए, वैसे ही उस मृतप्राय हाथी के हाव-भाव में परिवर्तन आने लगा।

पहले तो वह धीरे-धीरे करके खड़ा हुआ और फिर सबको हतप्रभ करते हुए स्वयं ही कीचड़ से बाहर निकल आया।

अब मंत्री ने सबको स्पष्ट किया कि हाथी की शारीरिक क्षमता में कमी नहीं थी, आवश्यकता मात्र उसके अंदर उत्साह के संचार करने की थी।

हाथी की इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि यदि हमारे मन में एक बार उत्साह – उमंग जाग जाए तो फिर हमें कार्य करने की ऊर्जा स्वतः ही मिलने लगती है और कार्य के प्रति उत्साह का मनुष्य की उम्र से कोई संबंध नहीं रह जाता।

                        जीवन में उत्साह बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि मनुष्य सकारात्मक चिंतन बनाए रखे और निराशा को हावी न होने दे।

 कभी – कभी निरंतर मिलने वाली असफलताओं से व्यक्ति यह मान लेता है कि अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर सकता, लेकिन यह पूर्ण सच नहीं है.

 Think positively.

 "सकारात्मक सोच ही आदमी को "आदमी" बनाती है....उसे अपनी मंजील तक ले जाती है...!"

एक राजा के पास कई हाथी थे,
लेकिन
एक हाथी बहुत शक्तिशाली था,
बहुत आज्ञाकारी,
 समझदार व युद्ध-कौशल में निपुण था।
बहुत से युद्धों में वह भेजा गया था
और वह राजा को विजय दिलाकर वापस लौटा था,
इसलिए वह महाराज का सबसे प्रिय हाथी था।

समय गुजरता गया ...

और एक समय ऐसा भी आया,
जब वह वृद्ध दिखने लगा।

                   
 अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर पाता था।
इसलिए अब राजा उसे युद्ध क्षेत्र में भी नहीं भेजते थे।

 एक दिन वह सरोवर में जल पीने के लिए गया, लेकिन वहीं कीचड़ में उसका पैर धँस गया और फिर धँसता ही चला गया।

उस हाथी ने बहुत कोशिश की,
लेकिन वह उस कीचड़ से स्वयं को नहीं निकाल पाया।

 उसकी चिंघाड़ने की आवाज से लोगों को यह पता चल गया कि वह हाथी संकट में है।

हाथी के फँसने का समाचार राजा तक भी पहुँचा।

                       राजा समेत सभी लोग हाथी के आसपास इक्कठा हो गए और विभिन्न प्रकार के शारीरिक प्रयत्न उसे निकालने के लिए करने लगे।

जब बहुत देर तक प्रयास करने के उपरांत कोई मार्ग नहीं निकला तो राजा ने अपने सबसे अनुभवी मंत्री को बुलवाया।

 मंत्री ने आकर घटनास्थल का निरीक्षण किया और फिर राजा को सुझाव दिया कि सरोवर के चारों और युद्ध के नगाड़े बजाए जाएँ।

                          सुनने वालोँ को विचित्र लगा कि भला नगाड़े बजाने से वह फँसा हुआ हाथी बाहर कैसे निकलेगा, जो अनेक व्यक्तियों के शारीरिक प्रयत्न से बाहर निकल नहीं पाया।

          आश्चर्यजनक रूप से जैसे ही युद्ध के नगाड़े बजने प्रारंभ हुए, वैसे ही उस मृतप्राय हाथी के हाव-भाव में परिवर्तन आने लगा।

पहले तो वह धीरे-धीरे करके खड़ा हुआ और फिर सबको हतप्रभ करते हुए स्वयं ही कीचड़ से बाहर निकल आया।

अब मंत्री ने सबको स्पष्ट किया कि हाथी की शारीरिक क्षमता में कमी नहीं थी, आवश्यकता मात्र उसके अंदर उत्साह के संचार करने की थी।

हाथी की इस कहानी से यह स्पष्ट होता है कि यदि हमारे मन में एक बार उत्साह – उमंग जाग जाए तो फिर हमें कार्य करने की ऊर्जा स्वतः ही मिलने लगती है और कार्य के प्रति उत्साह का मनुष्य की उम्र से कोई संबंध नहीं रह जाता।

                        जीवन में उत्साह बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि मनुष्य सकारात्मक चिंतन बनाए रखे और निराशा को हावी न होने दे।

 कभी – कभी निरंतर मिलने वाली असफलताओं से व्यक्ति यह मान लेता है कि अब वह पहले की तरह कार्य नहीं कर सकता, लेकिन यह पूर्ण सच नहीं है.

 Think positively.

 "सकारात्मक सोच ही आदमी को "आदमी" बनाती है....उसे अपनी मंजील तक ले जाती है...!"

Superb Poem...!!

👶🏻Ek bachpan ka
zamana tha,

👶🏻jisme khushiyon ka
khazana tha;

👶🏻chahat chand ko
paane ki thi,

👶🏻par dil titli ka
deewana tha.

👶🏻Khabar na thi
kuch subah ki,

👶🏻na shaam ka
thikana tha;

👶🏻thak haarke aana
school se, par khelne bhi jaana tha.

👶🏻Maa ki kahani thi,
pariyon ka fasana tha;
barish mein kagaz ki naav thi, har mausam suhana tha.

👶🏻Har khel mein
saathi the,

👶🏻har rishta nibhana tha;

👶🏻gum ki zuban na hoti thi, na zakhmon ka paimana tha.

👶🏻Rone ki wajah na thi,
na hansne ka bahana tha;

👶🏻kyon ho gaye hum itne bade, isse achha to
woh bachpan ka zamana tha.........

लक्ष्मीजी कहाँ रहती हैं ?

एक बूढे सेठ थे । वे खानदानी रईस थे, धन-ऐश्वर्य प्रचुर मात्रा में था परंतु लक्ष्मीजी का तो है चंचल स्वभाव । आज यहाँ तो कल वहाँ!!

सेठ ने एक रात को स्वप्न में देखा कि एक स्त्री उनके घर के दरवाजे से निकलकर बाहर जा रही है।

उन्होंने पूछा : ‘‘हे देवी आप कौन हैं ? मेरे घर में आप कब आयीं और मेरा घर छोडकर आप क्यों और कहाँ जा रही हैं?

वह स्त्री बोली : ‘‘मैं तुम्हारे घर की वैभव लक्ष्मी हूँ । कई पीढयों से मैं यहाँ निवास कर रही हूँ किन्तु अब मेरा समय यहाँ पर समाप्त हो गया है इसलिए मैं यह घर छोडकर जा रही हूँ । मैं तुम पर अत्यंत प्रसन्न हूँ क्योंकि जितना समय मैं तुम्हारे पास रही, तुमने मेरा सदुपयोग किया । संतों को घर पर आमंत्रित करके उनकी सेवा की, गरीबों को भोजन कराया, धर्मार्थ कुएँ-तालाब बनवाये, गौशाला व प्याऊ बनवायी । तुमने लोक-कल्याण के कई कार्य किये । अब जाते समय मैं तुम्हें वरदान देना चाहती हूँ । जो चाहे मुझसे माँग लो ।

सेठ ने कहा : ‘‘मेरी चार बहुएँ है, मैं उनसे सलाह-मशवरा करके आपको बताऊँगा । आप कृपया कल रात को पधारें ।

सेठ ने चारों बहुओं की सलाह ली ।

उनमें से एक ने अन्न के गोदाम तो दूसरी ने सोने-चाँदी से तिजोरियाँ भरवाने के लिए कहा ।

किन्तु सबसे छोटी बहू धार्मिक कुटुंब से आयी थी। बचपन से ही सत्संग में जाया करती थी ।

उसने कहा : ‘‘पिताजी ! लक्ष्मीजी को जाना है तो जायेंगी ही और जो भी वस्तुएँ हम उनसे माँगेंगे वे भी सदा नहीं टिकेंगी । यदि सोने-चाँदी, रुपये-पैसों के ढेर माँगेगें तो हमारी आनेवाली पीढी के बच्चे अहंकार और आलस में अपना जीवन बिगाड देंगे। इसलिए आप लक्ष्मीजी से कहना कि वे जाना चाहती हैं तो अवश्य जायें किन्तु हमें यह वरदान दें कि हमारे घर में सज्जनों की सेवा-पूजा, हरि-कथा सदा होती रहे तथा हमारे परिवार के सदस्यों में आपसी प्रेम बना रहे क्योंकि परिवार में प्रेम होगा तो विपत्ति के दिन भी आसानी से कट जायेंगे।

दूसरे दिन रात को लक्ष्मीजी ने स्वप्न में आकर सेठ से पूछा : ‘‘तुमने अपनी बहुओं से सलाह-मशवरा कर लिया? क्या चाहिए तुम्हें ?

सेठ ने कहा : ‘‘हे माँ लक्ष्मी ! आपको जाना है तो प्रसन्नता से जाइये परंतु मुझे यह वरदान दीजिये कि मेरे घर में हरि-कथा तथा संतो की सेवा होती रहे तथा परिवार के सदस्यों में परस्पर प्रेम बना रहे।

यह सुनकर लक्ष्मीजी चौंक गयीं और बोलीं : ‘‘यह तुमने क्या माँग लिया। जिस घर में हरि-कथा और संतो की सेवा होती हो तथा परिवार के सदस्यों में परस्पर प्रीति रहे वहाँ तो साक्षात् नारायण का निवास होता है और जहाँ नारायण रहते हैं वहाँ मैं तो उनके चरण पलोटती (दबाती)हूँ और मैं चाहकर भी उस घर को छोडकर नहीं जा सकती। यह वरदान माँगकर तुमने मुझे यहाँ रहने के लिए विवश कर दिया है.!

🙏💐Hare Krishna.!💐🙏
🙏🙏 अल्ट्रा-मॉडर्न ज्ञान फॉर द डे- 🙏🙏

😄😄


ज़रुरत से ज़्यादा भगवान को याद मत किया करो क्योंकि...

किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो..??

लेने के देने पड़ जायेंगे ।


😝😛😛😛😛😛😛😛


"काम ऐसे करो कि लोग आपको....
.
.
किसी दूसरे काम के लिए बोलें ही नहीं"


😂😂😜😝😃😃😃


आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है, जिसके पंडाल में गर्म पोहा, समोसा जलेबी और अदरक वाली चाय मिले।

वरना ज्ञान तो अब ऑनलाइन उपलब्ध है ।


😃😃😃


जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो,

वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है ।


😃😃😃


आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है,

जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें ।


😃😃😄


आप कितने ही अच्छे काम कर लें, लेकिन लोग उसे ही याद करते हैं,

जो उधार लेकर मरा हो ।



😃😃😃


जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला..

जल्दी वापस नहीं आते ।।


😃😃😃


जब आप किसी चीज को पूरी शिद्दत से पाने की ख्वाहिश या कोशिश करते हैं, तो वह चीज
.
.
.
.
उसी शिद्दत से कुछ ज्यादा ही एटीट्यूड दिखाने लगती है।।



😃😃😃


एक बेवकूफ पति अपनी पत्नी से कहता है

 कि कभी कभी चुप😷 भी रहा करो ।      


मगर एक बुद्धिमान पति कहता है कि

तुम्हारे लब जब खामोश रहते हैं तो चेहरा बेहद हसीन लगता है



😃😃😃



आदमी अपने घर में सिर्फ दो ही कारणों से खुश होता है:

 जब बीवी " नई " हो

  या

बीवी " नहीं " हो


😝😜😃


What's app का सबसे बड़ा फायदा क्या है ??

बहुत सारी औरतें आपस में बात करती हैं फिर भी आवाज़ ही नहीं होती


😊😊😊


इतना तो बगुला भी मछली पकड़ने के लिये चोच नहीं निकालता होगा
.
.
.
.
.
.
जितना
.
.
.
.
.
.
लड़किया आजकल सेल्फी लेने के समय होठ निकालती है


😊😊😊


जीवन में कम से कम एक सच्चा मित्र हमेशा अपने पास रखो

ताकि.....
.
.
.
.


जिस दिन आपके यहाँ तुरई, करेला या कुंदरू की सब्जी बने उस दिन उसके घर जाकर खाना खा सको...।



          ज्ञान समाप्त

kya khoob likha hai kisine

आगे सफर था और पीछे हमसफर था..

रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हमसफर छूट जाता..










मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..







ए दिल तू ही बता,उस वक्त मैं कहाँ जाता...






मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हमसफर भी था

रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....








यूँ समँझ लो,

प्यास लगी थी गजब की...
मगर पानी मे जहर था...







पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते.










बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!









वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!










सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।










"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!













"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"..
अजीब सौदागर है ये वक़्त भी!!!!
जवानी का लालच दे के बचपन ले गया....


अब अमीरी का लालच दे के जवानी ले जाएगा. .......


I recommend to read this ! I bet u will give the best possible smile in the end.

On the first day,
God created the dog and said,
"Sit all day by the door of your house and bark at anyone who comes in or walks past. For this, I will give you a life span of twenty years."

The dog said,
"That's a long time to be barking.. How about only ten years and I'll give you back the other ten?"
God agreed....

On the second day,
God created the monkey and said, "Entertain people, do tricks, and make them laugh. For this, I'll give you a twenty-year life span."

The monkey said,
"Monkey tricks for twenty years? That's a pretty long time to perform. How about I give you back ten like the dog did?"

And God agreed....

On the third day,
God created the cow and said,
"You must go into the field with the farmer all day long and suffer under the sun, have calves and give milk to support the farmer's family. For this, I will give you a life span of sixty years."

The cow said,
"That's kind of a tough life you want me to live for sixty years. How about twenty and I'll give back the other forty?"

And God agreed again.....

On the fourth day,
God created humans and said,
"Eat, sleep, play, marry and enjoy your life. For this, I'll give you twenty years."

But the human said,
"Only twenty years? Could you possibly give me my twenty, the forty the cow gave back, the ten the monkey gave back, and the ten the dog gave back; that makes eighty, okay?"

"Okay," said God.
"You asked for it."

So that is why for our first twenty years, we eat, sleep, play and enjoy ourselves. For the next forty years, we slave in the sun to support our family.. For the next ten years, we do monkey tricks to entertain the grandchildren. And for the last ten years, we sit on the front porch and bark at everyone.

Life has now been explained to you.😀
🍇🍉🍎🍏🍊🍈🍋🍌🌽🍅🍆🍠🍍🍐🍑🍓🍒🍊🍏🍎🍉🍇🍋🍌🌽🌽🍅🍆🍠🍒🍓🍑
Please share this post as much as possible.

Eating Fruit on Empty Stomach

This will open your eyes ! Read to the end and then send it on to all on your e-list. I just did !

Dr Stephen Mak treats terminal ill cancer patients by an "un-orthodox" way and many patients recovered.

Before he used solar energy to clear the illnesses of his patients, he believes on natural healing in the body against illnesses. See his article below.

It is one of the strategies to heal cancer.
As of late, my success rate in curing cancer is about 80%.

Cancer patients shouldn't die. The cure for cancer is already found - its in the way we eat fruits.

It is whether you believe it or not.

I am sorry for the hundreds of cancer patients who die under the conventional treatments.

EATING FRUIT
We all think eating fruits means just buying fruits, cutting it and just popping it into our mouths.

It's not as easy as you think. It's important to know how and *when* to eat the fruits.

What is the correct way of eating fruits?

IT MEANS NOT EATING FRUITS AFTER YOUR MEALS!

FRUITS SHOULD BE EATEN ON AN EMPTY STOMACH

If you eat fruits on empty stomach, it will play a major role to detoxify your system, supplying you with a great deal of energy for weight loss and other life activities.

FRUIT IS THE MOST IMPORTANT FOOD.

Let's say you eat two slices of bread and then a slice of fruit.

The slice of fruit is ready to go straight through the stomach into the intestines, but it is prevented from doing so due to the bread taken before the fruit.

In the meantime the whole meal of bread & fruit rots and ferments and turns to acid.

The minute the fruit comes into contact with the food in the stomach and digestive juices, the entire mass of food begins to spoil.

So please eat your fruits on an *empty stomach* or before your meals !

You have heard people complaining :

Every time I eat watermelon I burp, when I eat durian my stomach bloats up, when I eat a banana I feel like running to the toilet, etc.. etc..

Actually all this will not arise if you eat the fruit on an empty stomach.

The fruit mixes with the putrefying of other food and produces gas and hence you will bloat !

Greying hair, balding, nervous outburst and dark circles under the eyes all these will *NOT* happen if you take fruits on an empty stomach.

There is no such thing as some fruits, like orange and lemon are acidic, because all fruits become alkaline in our body, according to Dr. Herbert Shelton who did research on this matter.

If you have mastered the correct way of eating fruits, you have the * SECRET * of beauty, longevity, health, energy, happiness and normal weight.

When you need to drink fruit juice - drink only * fresh* fruit juice, NOT from the cans, packs or bottles.

Don't even drink juice that has been heated up.

Don't eat cooked fruits because you don't get the nutrients at all.

You only get its taste.
Cooking destroys all the vitamins.

But eating a whole fruit is better than drinking the juice.

If you should drink the fresh fruit juice, drink it mouthful by mouthful slowly, because you must let it mix with your saliva before swallowing it.

You can go on a 3-day fruit fast to cleanse or detoxify your body.

Just eat fruits and drink fresh fruit juice throughout
the 3 days.

And you will be surprised when your friends tell you how radiant you look !

KIWI:
Tiny but mighty.
This is a good source of potassium, magnesium, vitamin E & fiber.
Its vitamin C content is twice that of an orange.

APPLE:
An apple a day keeps the doctor away?
Although an apple has a low vitamin C content, it has antioxidants & flavonoids which enhances the activity of vitamin C thereby helping to lower the risks of colon cancer, heart attack & stroke.

STRAWBERRY:
Protective Fruit.
Strawberries have the highest total antioxidant power among major fruits & protect the body from cancer-causing, blood vessel-clogging and free radicals.

ORANGE :
Sweetest medicine.
Taking 2-4 oranges a day may help keep colds away, lower cholesterol, prevent & dissolve kidney stones as well as lessens the risk of colon cancer.

WATERMELON:
Coolest thirst quencher. Composed of 92% water, it is also packed with a giant dose of glutathione, which helps boost our immune system.

They are also a key source of lycopene the cancer fighting oxidant.
Other nutrients found in watermelon are vitamin C & Potassium.

GUAVA & PAPAYA:
Top awards for vitamin C. They are the clear winners for their high vitamin C content.

Guava is also rich in fiber, which helps prevent constipation.

Papaya is rich in carotene; this is good for your eyes.
##################

Drinking COLD water or drinks after a meal = CANCER

HOW TO STAY YOUNG
1. Throw out nonessential numbers. This includes age, weight and height. Let the doctors worry about them. That is why you pay 'them'

2. Keep only cheerful friends. The grouches pull you down.

3. Keep learning. Learn more about the computer, crafts, gardening, whatever.. Never let the brain idle. 'An idle mind is the devil's workshop.' And the devil's name is Alzheimer's.

4. Enjoy the simple things.

5.. Laugh often, long and loud. Laugh until you gasp for breath.

6. The tears happen. Endure, grieve, and move on. The only person, who is with us our entire life, is ourselves. Be ALIVE while you are alive.

7. Surround yourself with what you love , whether it's family, pets, keepsakes, music, plants, hobbies, whatever. Your home is your refuge.

8. Cherish your health: If it is good, preserve it. If it is unstable, improve it. If it is beyond what you can improve, get help.

9. Don't take guilt trips. Take a trip to the mall, even to the next county; to a foreign country but NOT to where the guilt is.

10. Tell the people you love that you love them, at every opportunity.
AND ALWAYS REMEMBER :Life is not measured by the number of breaths we take, but  by the moments that take our breath away.
❤❤ Happy living !! 😊😆

Friday, January 1, 2016

"मैं पैसा हूँ"

सबसे पहले मैं आपको अपना परिचय दे दूँ - "मैं हूँ पैसा"
मेरा साधारण रूप है, दुर्बल सी काया है, लेकिन मैं दुनियाँ को पुनर्व्यवस्थित करने की क्षमता रखता हूँ।
     
         मैं इन्सान का व्यवहार और प्रकृति बदलने की क्षमता रखता हूँ। क्योंकि इन्सान मुझे आदर्श मानता हैं। कई लोग अपने व्यवहार को बदल देते है, अपने दोस्तों को धोखा देते है, अपना शरीर बेच देते है, यहाँ तक कि अपना धर्म छोड़ देते है, सिर्फ मेरे लिए।
     
          मैं नेक भ्रष्ट में फर्क नहीं करता, लोग मुझे प्रतिष्ठा के मानक के तौर पर इस्तेमाल करते है कि आदमी अमीर है या गरीब, इज्जतदार है या नहीं।
     
         मैं शैतान नहीं हूँ, लेकिन लोग अक्सर मेरी वजह से गुनाह करते हैं।
     
          मैं तीसरा व्यक्ति नहीं हूँ, लेकिन मेरी वजह से पति पत्नी आपस में झगड़ते है।
   
           ये सही है कि मैं भगवान नहीं हूँ लेकिन लोग मुझे भगवान की तरह पूजते है। यहाँ तक कि भगवान को पूजने वाले भी मेरी भक्ति करते है, भले ही वो आपको इससे दूर रहने की सलाह देते हैं।
       
          वैसे तो मुझे लोगों की सेवा करनी चाहिये लेकिन लोग मेरे गुलाम बनना चाहते हैं।
     
           मैंने कभी किसी के लिए बलिदान नहीं दिया, लेकिन कई लोग मेरे लिए अपनी जान दे रहे हैं।
 
          मै याद दिलाना चाहता हूँ कि मैं आपके लिए सब कुछ खरीद सकता हूँ, आपके लिए दवाईयाँ ला सकता हूँ, लेकिन आपकी उम्र नहीं बढा सकता।
       
         एक दिन जब भगवान का बुलावा आयेगा तो मैं आपके साथ नहीं जाऊँगा बल्कि आपको अपने पाप भुगतने के लिए अकेला छोड़ दूँगा और यह स्थिति कभी भी आ सकती है। आपको अपने बनाने वाले को खुद ही जवाब देना पड़ेगा और उसका निर्णय स्वीकारना होगा।
     
           उस समय सर्व शक्तिमान आपका फैसला करेगा और मेरे बारे में पूछेगा, लेकिन मैं आपसे अभी पूछता हूँ- "क्या आपने जीवन भर मेरा सही इस्तेमाल किया या आपने मुझे ही भगवान बना दिया ?"

एक अंतिम जानकारी मेरी तरफ से....

मैं "ऊपर" आपके साथ नहीं जाऊँगा बल्कि आपकी सत्कर्मों की पूंजी ही आपके साथ चलेगी.
मुझे वहाँ मत ढूँढ़ना।

"मैं पैसा हूँ"


सर एक कप दूध मिलेगा क्या ??
6 माह के बच्चे की माँ ने 3 स्टार
होटल मैनेजर से पूछा.....!!
.
.
मैनेजर "हाँ, 100 रू.मेँ मिलेगा".......!!
"ठीक ...है दे दो" महिला ने कहा.....
जो पिकनिक के दौरान इस होटल मेँ
ठहरी, सुबह जब गाड़ी मे जा रहे थे
तो बच्चे को फिर भूख लगी,
गाडी को टूटी झोपड़ी वाली पुरानी सी चाय
की दुकान पर रोका…… बच्चे को दूध
पिला कर शांत किया.........!
दूध के पैसे पूछने पर बूढा दुकान मालिक
बोला - "बेटी हम बच्चे के दूध
के पैसे नहीं लेते, यदि रास्ते के लिए
चाहिए तो लेती जाओ!
.
"बच्चे की माँ के दिमाग मे एक सवाल
बार बार घूम रहा था कि अमीर
कौन ??
3 स्टार होटल वाला,
या
टूटी झोपड़ी वाला ??
मिली थी जिन्दगी
  किसी के 'काम' आने के लिए..

           पर वक्त बित रहा है
     कागज के टुकड़े कमाने के लिए..
                             
   क्या करोगे इतना पैसा कमा कर..?
 ना कफन मे 'जेब' है ना कब्र मे 'अलमारी..'

       और ये मौत के फ़रिश्ते तो
           'रिश्वत' भी नही लेते..

यदी पसन्द आए तो आगे भेजे 😊

चाणक्य के 15 अमर वाक्य | शेयर करें | सीखें और सीखयें
|
1)दुनिया की सबसे बड़ी ताकत पुरुष का विवेक
और महिला की सुन्दरता है।
2)हर मित्रता के पीछे कोई स्वार्थ जरूर होता है, यह
कड़वा सच है।
3)अपने बच्चों को पहले पांच साल तक खूब प्यार करो।
छः साल से पंद्रह साल तक कठोर अनुशासन और संस्कार
दो।
सोलह साल से उनके साथ मित्रवत व्यवहार करो।
आपकी संतति ही आपकी सबसे अच्छी मित्र है।"
4)दूसरों की गलतियों से सीखो
अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम
पड़ेगी।
5)किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना
चाहिए।
सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं।
6)अगर कोई सर्प जहरीला नहीं है
तब भी उसे जहरीला दिखना चाहिए वैसे दंश भले ही न
हो
पर दंश दे सकने की क्षमता का दूसरों को अहसास
करवाते रहना चाहिए।
7)कोई भी काम शुरू करने के पहले तीन सवाल अपने आपसे
पूछो...
मैं ऐसा क्यों करने जा रहा हूँ ?
इसका क्या परिणाम होगा ?
क्या मैं सफल रहूँगा?
8)भय को नजदीक न आने दो अगर यह नजदीक आये
इस पर हमला कर दो यानी भय से भागो मत
इसका सामना करो।
9)काम का निष्पादन करो, परिणाम से मत डरो।
10)सुगंध का प्रसार हवा के रुख का मोहताज़ होता है
पर अच्छाई सभी दिशाओं में फैलती है।"
11)ईश्वर चित्र में नहीं चरित्र में बसता है
अपनी आत्मा को मंदिर बनाओ।
12)व्यक्ति अपने आचरण से महान होता है
जन्म से नहीं।
13)ऐसे व्यक्ति जो आपके स्तर से ऊपर या नीचे के हैं
उन्हें दोस्त न बनाओ,
वह तुम्हारे कष्ट का कारण बनेगे।
समान स्तर के मित्र ही सुखदायक होते हैं।
14)अज्ञानी के लिए किताबें और
अंधे के लिए दर्पण एक समान उपयोगी है।
15)शिक्षा सबसे अच्छी मित्र है।
शिक्षित व्यक्ति सदैव सम्मान पाता है।
शिक्षा की शक्ति के आगे युवा शक्ति और सौंदर्य
दोनों ही कमजोर है
राजा भोज ने कवि कालीदास से दस सर्वश्रेष्ट सवाल किए
1- दुनिया में भगवान की सर्वश्रेष्ठ रचना क्या है?
उत्तर- ''मां''
2- सर्वश्रेष्ठ फूल कौन सा है?
उत्तर- "कपास का फूल"
3- सर्वश्र॓ष्ठ सुगंध कौनसी है
उत्तर- वर्षा से भीगी मिट्टी की सुगंध ।
4-सर्वश्र॓ष्ठ मिठास कौनसी
- "वाणी की"
5- सर्वश्रेष्ठ दूध-
"मां का"
6- सबसे से काला क्या है
"कलंक"
7- सबसे भारी क्या है
"पाप"
8- सबसे सस्ता क्या है
"सलाह"
9- सबसे महंगा क्या है
"सहयोग"
10-सबसे कडवा क्या है
ऊत्तर- "सत्य".
वो डांट कर अपने बच्चो को अकेले मे रोती है,
.
वो माँ है, और माँ एसी ही
होती है ।
जितना बडा प्लाट होता है, उतना बडा बंगला नही होता !! जितना बडा बंगला होता है,उतना बडा दरवाजा नही होता !! जितना बडा दरवाजा होता है ,उतना बडा ताला नही होता !!
जितना बडा ताला होता है , उतनी बडी चाबी नही होती !! परन्तु चाबी पर पुरे बंगले का आधार होता है।
इसी तरह मानव के जीवन मे बंधन और मुक्ति का आधार मन की चाबी पर ही निर्भर होता है।
है मानव....तू सबकुछ कर पर किसी को परेशान मत कर,जो बात समझ न आऐ उस बात मे मत पड़ !
पैसे के अभाव मे जगत 1% दूखी है,समझ के अभाव मे जगत 99% दूखी है !!!

आज का श्रेष्ठ विचार:-
यदि आप धर्म करोगे तो भगवान से आपको माँगना पड़ेगा...,
लेकिन यदि आप कर्म करोगे तो भगवान को देना पड़ेगा..!
👏👏👏👏👏👏किरपा करके पढने के बाद अपने दोस्तों को जरुर भेजे

जरा सी बात पर ना छोडो किसी
अपनो का दामन, जिंदगी बीत जाती है अपनो को अपना बनाने में🌺

 जिंदगी में ये हुनर भी अपनाना चाहिये, अपनो से अगर हो जंग
तो हार जाना चाहिये.🌸🌸

डॉक्टर के क्लिनिक के बाहर मरीजों की भीड़ लगी थी। एक आदमी बार-बार आगे

जाने की कोशिश करता और लोग उसे पकड़ कर पीछे खींच लेते। 5-6 बार पीछे

खींचे जाने के बाद वो आदमी चिल्लाया।

'लगे रहो लाईन में..

मैं भी आज क्लिनिक नहीं खोलूंगा!'
         .

✳आयुष्य✳

(खुप छान कविता. एकदा अवश्य वाचा.)

आयुष्य म्हणजे खेळ नव्हे,
फुकट मिळालेला वेळ नव्हे,
आयुष्य एक कोडं आहे,
सोडवाल तितक थोडं आहे,
म्हणुन म्हणतेय आयुष्यात
येऊन माणसं मिळवावी…!!
एक-मेकांची सुख दु:खे
एक-मेकांना कळवावी

 बघायला गेलं तर
आयुष्यही खूप सोप असतं…
जगायला गेलं तर
दु:खातही सुख असतं…
चालायला गेलं तर
निखारेही फूले होतात…
तोंड देता आले तर
संकट ही शुल्लक असतं…
वाटायला गेलं तर
अश्रूंत ही समाधान असतं…
पचवायला गेलं तर
अपयश ही सोपं असतं…
हसायला गेल तर
रडणेही आपल असतं…
बघायला गेलं तर
आयुष्यही खूप सोपं असतं…


 आयुष्य म्हणजे पत्यांचा खेळ.
चांगली पानं मिळणं
आपल्या हातात नसतं.
पण
मिळालेल्या पानांवर
चांगला डाव खेळणं,
यावर आपलं यश
अवलंबून असतं...


अश्रु नसते डोळ्या
मधे तर डोळे इतके
सुंदर असले नसते..!
दुःख नसते ह्रदयात तर
धडकत्या ह्रदयाला काही
किंमत उरली नसती..!
जर पुर्ण झाल्या असत्या
मनातील सर्व इच्छा तर
भगवंताची काहीच गरज
उरली नसती..!!


 आयुष्य पण हे
एक रांगोळीच आहे.
ती किती ठिपक्यांची
काढायची हे नियतीच्या
हातात असले तरी
तिच्यात कोणते व कसे
रंग भरायचे हे आपल्या
हातात असते.


आयुष्य खुप कमी आहे,
ते आनंदाने जगा..!
प्रेम् मधुर आहे,
त्याची चव चाखा..!
क्रोध घातक आहे,
त्याला गाडुन टाका..!
संकटे ही क्षण-भंगुर आहेत,
त्यांचा सामना करा..!
आठवणी या चिरंतन आहेत,
त्यांना ह्रदयात साठवून ठेवा..

 कधी असेही जगून बघा
कधीतरी एखाद्यावर विनोद करण्याआधी
समोरच्याचा विचार करुन तर बघा!
तर कधी कोणाच्या हास्यासाठी,समाधानासाठी
न आवडलेल्या विनोदावरही हसुन तर बघा!
कधी असेही जगून बघा…..


 पंख नाहीत मला पण
उडण्याची स्वप्नं मात्र जरूर बघतो..
कमी असलं आयुष्य
तरी भरभरून जगतो..
जोडली नाहीत जास्त नाती
पण आहेत ती मनापासून जपतो...
आपल्या माणसांवर मात्र
मी स्वत:पेक्षा जास्त प्रेमकरतो..



आयुष्य थोडसच असावं पण..
आपल्या माणसाला ओढ
लावणारं असावं,
आयुष्य थोडंच जगावं पण..
जन्मो-जन्मीचं प्रेम मिळावं,
प्रेम असं द्यावं की..घेणा-याची
ओंजळ अपुरी पडावी,
मैत्री अशी असावी की..
स्वार्थाचं ही भानं नसावं,
आयुष्य असं
जगावं की..मृत्यूने ही म्हणावं,
"जग अजून, मी येईन नंतर...

पति-पत्नी की चिंता!
पति-पत्नी रात में बिस्तर पर खामोशी से लेटे हुए।
आपस में कोई बात नहीं…
पत्नी के मन की चिंताएं…
1. ये मुझसे बात क्यों नहीं कर रहे?
2. क्या अब मैं पहले जैसी खूबसूरत नहीं रही ?
3. कहीं मेरा वजन तो नही बढ़ गया ?
4. कहीं मेरे चेहरे की झुर्रियों पर इनका ध्यान ना गया हो?
5. कहीं इनके जीवन में कोई और तो नहीं आ गई ?
6. कहीं ये मेरी रोज की किच-किच से तंग तो नहीं आ गये?
पति के मन की चिंता….
1. ये धोनी ने इशांत शर्मा को ओवर क्यों दिया?

👌"नीयत" कितनी भी अच्छी हो,
दुनिया आपको आपके दिखावेसे जानती है,
और "दिखावा कितना भी अच्छा हो
"उपरवाला" आपको नीयत से जानता है.......
विश्वास करनेसे पूर्व लोगोंको
अच्छी तरह परख लीजिये....
👉क्योंकि हम ऐसी दुनियां में रहते है,
जहाँ नकली निम्बू पानी
(Limca, Sprite)
से आपका स्वागत होता है,
और असली निम्बू पानी
(Finger bowl)
हात धोने के लिए दिया जाता है।
👌जिंदगी की सच 👌

बाल सफेद करने मे जिंदगी निकल जाती है.....
काले तो आघे घंटे मे हो जाते है!!👌

_"खुशीयां बटोरते बटोरते उमर गुजर गई ,
पर खुश ना हो सके,
_एक दिन एहसास हुआ ,
खुश तो वो लोग थे जो खुशीयां बांट रहे थे."

दौलत की भूख ऐसी की कमाने निकल गए ।
दौलत मिली तो हाथ से रिश्ते निकल गए ।
बच्चों के साथ रहने की फुर्सत ना मिल सकी ।
और जब फुर्सत मिली तो बच्चे खुद ही दौलत कमाने निकल गए ।।।।।।।

🌹
बहुत ही खूबसूरत लाईनें..

किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!

डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!


अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..


बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका...!!"


"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो !


एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!


रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है "



आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू - सड़क वही रहेगी |

आप टाइटन पहने या रोलेक्स - समय वही रहेगा |


आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग - आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंगे |


आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या बिज़नस में - आपका समय तो उतना ही लगेगा |


भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं |


एक सत्य ये भी है कि धनवानो का आधा धन तो ये जताने में चला जाता है की वे भी धनवान हैं |



कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।
 


:👌 शानदार बात👌

बदला लेने में क्या मजा है
मजा तो तब है जब तुम सामने वाले को बदल डालो..||

इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...
                   
‬: 'कर्मो' से ही पहचान होती है इंसानो की...
महंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में .....

Waadaa Karke Nibhaane waale Kam Hote Hai

Ishq Naa Karanna Ishq Mein Ghum Hi Ghum Hote Hai

Main Naa Mil Saku Jo Tumse Meri Justaju Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Mujhe jiss se Hai Muhobbat Use Hai Ajeeb Aadat

Kabhi Moo Ko Pher Lenaa Kabhi Guftagu Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Maine Chaahaa Thaa Kisi ko Meraa Haal Kyaa Hai Dekho

Jo Kiyaa Kusur Maine Wohi Tum Ka Bhu Naa Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Meri Ho Agar Buraayi To Naa Denaa Tum Safaai

Mere Saath Khud ko Rusavaa Kabhi Kubaku Na Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Koi Puchhe Badnaseebi Ki Hai Inthaa bhi Koi

To Meri Misaal Denaa Tum Mujhe Namuna Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Khuda se mannat hai meri lauta de jannat woh meri,
Mera rooh ki tasveer mera pyaar, ho khudaya lautade pyaar dobara
Charo taraf tho pehle sukhoon hi sukhoon tha,
Awaam ko dil se ishq ka junoon tha,

Mera pyaar sawara knyu jab isko yun ujadna tha
ishq ma manzar pe khanjar knyu chalaya
Mera rooh ki tasveer mera pyaar Ho khudaya lautade pyaar dobara

Chahe kafan ka joda mujhe pehna de tu,
Bas ek baar mujhko mera pyaar mila de tu,
Tamanna hai guzarish hai dard e dil ka khwahish hai,
Doob thi kashti ko dila de tu kinara.

ho khudaya lautade mera pyaar dobara


पंजाबियों की पसन्द - 🌟🌟🌟

उन सबके लिए जो पंजाबियों के
बारे में कुछ नहीं जानते ।

 🌟लंगर - इस धरती पर सबसे स्‍वादिस्‍ट खाना 😋😋

🌟- वह चीज जो किसी भी पंजाबी के चेहरे पर मुस्‍कान लाने के लिए काफी है – राजमां चावल ।🍛


🌟- पंजाबी कभी हाँ नहीं बोलते । हमेशा "हाँजी" ही बोलते हैं ।

🌟- आपको तभी पता चलता है कि आप पंजाबी हैं
जब आपके दादा जी आपको ओवरवेट होने के बावजूद कहते हैं – मुंडा बहुत कमजोर हो गया है l😗

🌟- पंजाबी जब खुश होकर आपस में बात करते हैं । तो लोगों को अक्‍सर गलतफहमी हो जाती है कि वे आपस में लड़ रहे हैं ।😾

🌟- पंजाबियों की 5 पसन्द -
परांठा । पैसा । पैग । परसाद । पिन्‍नी - 1 तरह की घरेलू स्‍वीट डिश

🌟- केवल पंजाबी ही 1 रुपया कमा कर डेढ़ रुपया खर्च करने का हुनर जानते हैं ।😏

🌟- पंजाबी की सबसे बड़ी चिंता - क्‍या खायें । कब खायें । किसके साथ खायें ।😰

🌟- पंजाबी के रोज के संकल्‍प - कल से डाइटिंग शुरू ।😜


🌟- दुनिया में पंजाबी ही ऐसे बंदे हैं
जो किसी भी काम को छोटा नहीं समझते😀


और आखिर में 👏👏👏
🌟 - देश के लिए शहीद होने वाले
70 प्रिशत से ज्यादा फौजी- पंजाबी है

🌟🌟🌟🌟🌟🌟?

 Punjabi ka blood group
















"Desi Ghee" positive
😜😜😜😜


Waadaa Karke Nibhaane waale Kam Hote Hai

Ishq Naa Karanna Ishq Mein Ghum Hi Ghum Hote Hai

Main Naa Mil Saku Jo Tumse Meri Justaju Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Mujhe jiss se Hai Muhobbat Use Hai Ajeeb Aadat

Kabhi Moo Ko Pher Lenaa Kabhi Guftagu Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Maine Chaahaa Thaa Kisi ko Meraa Haal Kyaa Hai Dekho

Jo Kiyaa Kusur Maine Wohi Tum Ka Bhu Naa Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Meri Ho Agar Buraayi To Naa Denaa Tum Safaai

Mere Saath Khud ko Rusavaa Kabhi Kubaku Na Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Koi Puchhe Badnaseebi Ki Hai Inthaa bhi Koi

To Meri Misaal Denaa Tum Mujhe Namuna Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa


आग्रह:-

ग्रुप वालो ठण्ड बढ़ रही है | अब आप स्नान के निम्न प्रकार इस्तेमाल कर सकते है।

१- कंकड़ी स्नान - इस स्नान में पानी की बूंदों को अपने ऊपर छिड़कते हुए मुंह धोया जा सकता है।
२- नल नमस्कार स्नान - इस में आप नल को नमस्ते कर लें स्नान माना जायेगा।
३- जल स्मरण स्नान - यह उच्च कोटि का स्नान है। इसको रजाई के अन्दर रहते हुए पानी से नहाने को याद कर लो नहाया हुआ माना जायेगा
४- और अन्तिम स्पर्शानूभूति स्नान - इस स्नान में नहाये हुए व्यक्ति को छूकर 'त्वं स्नानम्, मम् स्नानम्' कहने से स्नान माना जायेगा...

Thursday, December 31, 2015

Best line
👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....

👌मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...

👌अमीर की बेटी पार्लर में जितना दे आती है, उतने में गरीब की बेटी अपने ससुराल चली जाती है....

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌दीदार की तलब हो तो नजरें जमाये रखना ..क्यों कि 'नकाब' हो या 'नसीब'
सरकता जरूर है''...

👌गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं

👌मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌हर नई चीज अच्छी होती है लेकिन दोस्त पुराने ही अच्छे होते है....

👌ए मुसीबत जरा सोच के आना मेरे करीब कही मेरी माँ की दुवा तेरे लिए मुसीबत ना बन जाये....

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌अहसास इश्क ए हक़ीक़ी का सब से जुदा देखा, इन्सान ढ़ूँढें मँदिर मस्जिद मैंने हर रूह में ख़ुदा देखा..

👌ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है साला एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हम तो पागल हैं शौक़-ए-शायरी के नाम पर ही दिल की बात कह जाते हैं और कई इन्सान गीता पर हाथ रख कर भी सच नहीं कह पाते है…

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..
🌠 . 🌋 . 🙏 . 
“Cow is just an animal like a hen or goat... then why should one not kill and eat it?”

Cow is also an animal, but... a cow has many specialities that no other animal (not even human beings) has in this world. This is the reason that Hindus consider cow as ‘mother’ after their own mother, and pray to the cow with respect calling it “go-matha”.

These are some truths about go-matha.

·  If a cow eats something poisonous by mistake, and we drink its milk, will we fall ill? To find out, one cow was regularly fed a particular quantity of a poison every day. After 24 hours, its blood, urine, dung and milk were tested in a lab to check where the poison could be found. In this way, the tests were done not for 1 or 2 days, but continuously for 90 days in All India Institute of Medical Sciences (AIIMS) New Delhi. The researcher did not find any trace of poison in milk, blood, urine or dung of that cow.

Then where did this poison fed for 90 days go? Just like Lord Shiva held poison in his throat, the go-matha hid the entire poison in her throat. This is a special quality that no other animal has.

·  This is the only creature that inhales oxygen and also exhales oxygen.

· Cow milk has the quality of countering poison.

·  There are diseases that medical science has not yet understood; urine of Go-matha has the power to cure them

·  If cow-ghee and rice are cooked together, two powerful gases called ethylene-oxide, propylene-oxide are released. Propylene-oxide is the best gas used for creating artificial rain.

·  Cow-urine is the world’s best killer of microbes

·  With medicines made using cow dung and cow urine, stomach-related ailments can be cured.

·  We can save ourselves from radio-waves by plastering the home floors and area outside home with cow-dung

· Cow-dung has the power to destroy the microbes causing cholera

· If 10 grams of cow-ghee is put in fire (yagnya), 1 ton of oxygen is generated

· Cow-urine is as sacred as ganga-jal

“Cow protection is the way that our species, our dharma will be protected. Cow-protection is no less than the need for independence.” - Mahatma Gandhi

Cow’s milk is tonic, its ghee is ambrosia and its meat is disease (Hazarat Mohamed)

Killing a cow is equivalent to killing a human (Jesus Christ)

Cow is a great boon to human society. Where a cow is looked after well, and protected, that country’s land will be great. Homes will prosper. Culture will progress. (Bernard Mike Faden)

The Quran does not encourage cow-slaughter (Hakeel Hajmal Khan)

Cow-slaughter is against the rules of Islam (Tauhin-e-Hind Bijaharu)

Can we see unity in diversity anywhere in the world other than in India? Whether we are a Hindu or a Muslim, or a Christian, as long as we live in our country, we are an Indian. Respecting the culture and tradition of our country is our dharma.

Freedom does not mean “live as we please”. It means living in a way that our country would like.

Salute to Go-Matha (Vande Go-matharam)

Comments - टीचर :- चुम्बकीय शक्ति प्रभाव किसे कहते
हैं..?.................
पप्पू :- जब कोई लड़की स्कूटी पर जाते हुए
किसी बाइक सवार लड़के के पास से गुजरती है
तो उस लड़के की बाइक की गति स्वत: ही बढ़
जाती है..
लड़की द्वारा उत्पन्न किये गये इस
गति परिवर्तन को ही" चुम्बकीय शक्ति प्रभाव
" कहते हैं।
.और ..यदि ये प्रक्रिया नहीं होती है ..तो...
इसका सीधा अर्थ ये है ..कि .लड़के में आयरन
की कमी है ......


Seven Wonders of Life

1. Mother - The first person to welcome you in this world.

2. Father - The first person to go through all the hardships just to see you smile.

3. Sibling - The first person to teach you the art of 'sharing and caring'.

4.Friend - The first person to teach you how to respect people with different opinions and viewpoints.

5. Life partner - The first person to make you realize the value of sacrifice and compromise.

6. Your Children - The first little person to teach you how to be selfless and think about others before yourself.

7. Your Grandchildren - The only persons who make you want to live the life, all over again ...

Seven Wonders of Life.....

एक औरत ने तीन संतों को अपने घर के सामने
देखा। वह उन्हें जानती नहीं थी।

औरत ने कहा –
“कृपया भीतर आइये और भोजन करिए।”

संत बोले – “क्या तुम्हारे पति घर पर हैं?”

औरत – “नहीं, वे अभी बाहर गए हैं।”

संत –“हम तभी भीतर आयेंगे जब वह घर पर
हों।”

शाम को उस औरत का पति घर आया और
औरत ने उसे यह सब बताया।

पति – “जाओ और उनसे कहो कि मैं घर
आ गया हूँ और उनको आदर सहित बुलाओ।”

औरत बाहर गई और उनको भीतर आने के
लिए कहा।

संत बोले – “हम सब किसी भी घर में एक साथ
नहीं जाते।”

“पर क्यों?” – औरत ने पूछा।

उनमें से एक संत ने कहा – “मेरा नाम धन है”

फ़िर दूसरे संतों की ओर इशारा कर के कहा –
“इन दोनों के नाम सफलता और प्रेम हैं।

हममें से कोई एक ही भीतर आ सकता है।

आप घर के अन्य सदस्यों से मिलकर तय कर
लें कि भीतर किसे निमंत्रित करना है।”

औरत ने भीतर जाकर अपने पति को यह सब
बताया।

उसका पति बहुत प्रसन्न हो गया और

बोला –“यदि ऐसा है तो हमें धन को आमंत्रित
करना चाहिए।
हमारा घर खुशियों से भर जाएगा।”

पत्नी – “मुझे लगता है कि हमें सफलता को
आमंत्रित करना चाहिए।”

उनकी बेटी दूसरे कमरे से यह सब सुन रही थी।
वह उनके पास आई और बोली –
“मुझे लगता है कि हमें प्रेम को आमंत्रित करना
चाहिए। प्रेम से बढ़कर कुछ भी नहीं हैं।”

“तुम ठीक कहती हो, हमें प्रेम
को ही बुलाना चाहिए” – उसके माता-पिता ने
कहा।

औरत घर के बाहर गई और उसने संतों से पूछा –
“आप में से जिनका नाम प्रेम है वे कृपया घर में
प्रवेश कर भोजन गृहण करें।”

प्रेम घर की ओर बढ़ चले।

बाकी के दो संत भी उनके
पीछे चलने लगे।

औरत ने आश्चर्य से उन दोनों से पूछा –
“मैंने
तो सिर्फ़ प्रेम को आमंत्रित किया था। आप लोग
भीतर क्यों जा रहे हैं?”

उनमें से एक ने कहा – “यदि आपने धन और
सफलता में से किसी एक को आमंत्रित किया होता
तो केवल वही भीतर जाता।

आपने प्रेम को आमंत्रित किया है।

प्रेम कभी अकेला नहीं जाता।
प्रेम जहाँ-जहाँ जाता है, धन और सफलता
उसके पीछे जाते हैं।

इस कहानी को एक बार, 2 बार, 3 बार
पढ़ें ........

अच्छा लगे तो प्रेम के साथ रहें,

प्रेम बाटें, प्रेम दें और प्रेम लें

क्यों कि प्रेम ही
सफल जीवन का राज है।


Is kavita ko sabhi groups me send karen please.....

☝एक बार इस कविता को
💘दिल से पढ़िये
😋शब्द शब्द में गहराई है...

⛺जब आंख खुली तो अम्‍मा की
⛺गोदी का एक सहारा था
⛺उसका नन्‍हा सा आंचल मुझको
⛺भूमण्‍डल से प्‍यारा था

🌹उसके चेहरे की झलक देख
🌹चेहरा फूलों सा खिलता था
🌹उसके स्‍तन की एक बूंद से
🌹मुझको जीवन मिलता था

👄हाथों से बालों को नोंचा
👄पैरों से खूब प्रहार किया
👄फिर भी उस मां ने पुचकारा
👄हमको जी भर के प्‍यार किया

🌹मैं उसका राजा बेटा था
🌹वो आंख का तारा कहती थी
🌹मैं बनूं बुढापे में उसका
🌹बस एक सहारा कहती थी

🌂उंगली को पकड. चलाया था
🌂पढने विद्यालय भेजा था
🌂मेरी नादानी को भी निज
🌂अन्‍तर में सदा सहेजा था

🌹मेरे सारे प्रश्‍नों का वो
🌹फौरन जवाब बन जाती थी
🌹मेरी राहों के कांटे चुन
🌹वो खुद गुलाब बन जाती थी

👓मैं बडा हुआ तो कॉलेज से
👓इक रोग प्‍यार का ले आया
👓जिस दिल में मां की मूरत थी
👓वो रामकली को दे आया

🌹शादी की पति से बाप बना
🌹अपने रिश्‍तों में झूल गया
🌹अब करवाचौथ मनाता हूं
🌹मां की ममता को भूल गया

☝हम भूल गये उसकी ममता
☝मेरे जीवन की थाती थी
☝हम भूल गये अपना जीवन
☝वो अमृत वाली छाती थी

🌹हम भूल गये वो खुद भूखी
🌹रह करके हमें खिलाती थी
🌹हमको सूखा बिस्‍तर देकर
🌹खुद गीले में सो जाती थी

💻हम भूल गये उसने ही
💻होठों को भाषा सिखलायी थी
💻मेरी नीदों के लिए रात भर
💻उसने लोरी गायी थी

🌹हम भूल गये हर गलती पर
🌹उसने डांटा समझाया था
🌹बच जाउं बुरी नजर से
🌹काला टीका सदा लगाया था

🏯हम बडे हुए तो ममता वाले
🏯सारे बन्‍धन तोड. आए
🏯बंगले में कुत्‍ते पाल लिए
🏯मां को वृद्धाश्रम छोड आए

🌹उसके सपनों का महल गिरा कर
🌹कंकर-कंकर बीन लिए
🌹खुदग़र्जी में उसके सुहाग के
🌹आभूषण तक छीन लिए

👑हम मां को घर के बंटवारे की
👑अभिलाषा तक ले आए
👑उसको पावन मंदिर से
👑गाली की भाषा तक ले आए

🌹मां की ममता को देख मौत भी
🌹आगे से हट जाती है
🌹गर मां अपमानित होती
🌹धरती की छाती फट जाती है

💧घर को पूरा जीवन देकर
💧बेचारी मां क्‍या पाती है
💧रूखा सूखा खा लेती है
💧पानी पीकर सो जाती है

🌹जो मां जैसी देवी घर के
🌹मंदिर में नहीं रख सकते हैं
🌹वो लाखों पुण्‍य भले कर लें
🌹इंसान नहीं बन सकते हैं

✋मां जिसको भी जल दे दे
✋वो पौधा संदल बन जाता है
✋मां के चरणों को छूकर पानी
✋गंगाजल बन जाता है

🌹मां के आंचल ने युगों-युगों से
🌹भगवानों को पाला है
🌹मां के चरणों में जन्‍नत है
🌹गिरिजाघर और शिवाला है

🚩हिमगिरि जैसी उंचाई है
🚩सागर जैसी गहराई है
🚩दुनियां में जितनी खुशबू है
🚩मां के आंचल से आई है

🌹मां कबिरा की साखी जैसी
🌹मां तुलसी की चौपाई है
🌹मीराबाई की पदावली
🌹खुसरो की अमर रूबाई है

🙏मां आंगन की तुलसी जैसी
🙏पावन बरगद की छाया है
🙏मां वेद ऋचाओं की गरिमा
🙏मां महाकाव्‍य की काया है

🌹मां मानसरोवर ममता का
🌹मां गोमुख की उंचाई है
🌹मां परिवारों का संगम है
🌹मां रिश्‍तों की गहराई है

👏मां हरी दूब है धरती की
👏मां केसर वाली क्‍यारी है
👏मां की उपमा केवल मां है
👏मां हर घर की फुलवारी है

🌹सातों सुर नर्तन करते जब
🌹कोई मां लोरी गाती है
🌹मां जिस रोटी को छू लेती है
🌹वो प्रसाद बन जाती है

👍मां हंसती है तो धरती का
👍ज़र्रा-ज़र्रा मुस्‍काता है
👍देखो तो दूर क्षितिज अंबर
👍धरती को शीश झुकाता है

🌹माना मेरे घर की दीवारों में
🌹चन्‍दा सी मूरत है
🌹पर मेरे मन के मंदिर में
🌹बस केवल मां की मूरत है

👌मां सरस्‍वती लक्ष्‍मी दुर्गा
👌अनुसूया मरियम सीता है
👌मां पावनता में रामचरित
👌मानस है भगवत गीता है

🌹अम्‍मा तेरी हर बात मुझे
🌹वरदान से बढकर लगती है
🌹हे मां तेरी सूरत मुझको
🌹भगवान से बढकर लगती है

☔सारे तीरथ के पुण्‍य जहां
☔मैं उन चरणों में लेटा हूं
☔जिनके कोई सन्‍तान नहीं
☔मैं उन मांओं का बेटा हूं

🌹हर घर में मां की पूजा हो
🌹ऐसा संकल्‍प उठाता हूं
🌹मैं दुनियां की हर मां के
🌹चरणों में ये शीश झुकाता हूं...

Wednesday, December 30, 2015

पाण्डवो का अज्ञातवाश समाप्त होने मे कुछ समय शेष रह गया था।
पाँचो पाण्डव एवं द्रोपदी जंगल मे छूपने का स्थान ढूढं रहे थे,

उधर शनिदेव की आकाश मंडल से पाण्डवों पर नजर पडी शनिदेव के मन मे विचार आया कि इन सब मे बुधिमान कौन है परिक्षा ली जाय।

देव ने एक माया का महल बनाया कई योजन दूरी मे उस महल के चार कोने थे, पूरब, पश्चिम, उतर, दक्षिन।

अचानक भीम की नजर महल पर पडी
और वो आकर्सित हो गया ,
भीम, यधिष्ठिर से बोला-भैया मुझे महल देखना है भाई ने कहा जाओ ।
भीम महल के द्वार पर पहुँचा वहाँ शनिदेव दरबान के रूप मे खड़े थे,

भीम बोला- मुझे महल देखना है!

शनिदेव ने कहा-महल की कुछ शर्त है

1-शर्त महल मे चार कोने आप एक ही कोना देख सकते है।
2-शर्त महल मे जो देखोगे उसकी सार सहित व्याख्या करोगे।
3-अगर व्याख्या नही कर सके तो कैद कर लिए जावोगे।
भीम ने कहा- मै स्वीकार करता हूँ ऐसा ही होगा
और वह महल के पूर्व क्षोर की और गया
वहां जाकर उसने अधभूत पशु पक्षी और फुलों एवं फलों से लदै वृक्षो का नजारा किया,
आगे जाकर देखता है कि तीन कूऐ है अगल-बगल मे छोटे कूऐ और बीच मे एक बडा कुआ।
बीच वाला बडे कुए मे पानी का उफान आता है और दोनो छोटे खाली कुओ को पानी से भर दता है। फिर कुछ देर बाद दोनो छोटे कुओ मे उफान आता है तो खाली पडे बडे कुऐ का पानी आधा रह जाता है इस क्रिया को भीम कई बार देखता है पर समझ नही पाता और लौट कर दरबान के पास आता है।
दरबान -क्या देखा आपने?
भीम- महाशय मैने पेड पौधे पशु पक्षी देखा वो मैने पहले कभी नही देखा था जो अजीब थे। एकबात समझ मे नही आई छोटे कुऐ पानी से भर जाते है बडा क्यो नही भर पाता ये समझ मे नही आया।
दरबान बोला आप शर्त के अनुसार बंदी हो गये है और बंदी घर मे बैठा दिया।
अर्जुन आया बोला- मुझे महल देखना है, दरबान ने शर्त बतादी और अर्जुन पश्चिम वाले क्षोर की तरफ चला गया।
आगे जाकर अर्जुन क्या देखता है। एक खेत मे दो फसल उग रही थी एक तरफ बाजरे की फसल दुसरी तरफ मक्का की फसल ।
बाजरे के पौधे से मक्का निकल रही तथा
मक्का के पौधे से बाजरी निकल रही अजीब लगा कुछ समझ नही आया वापिस द्वार पर आ गया।
दरबान ने पुछा क्या देखा,
अर्जुन बोला महाशय सब कुछ देखा पर बाजरा और मक्का की बात समझ मे नही आई।
देव ने कहा शर्त के अनुसार आप बंदी है ।
नकुल आया बोला मुझे महल देखना है
फिर वह उतर दिशा की और गया वहाँ उसने देखा कि बहुत सारी सफेद गायें जब उनको भूख लगती है तो अपनी छोटी बाछियों का दुध पीती है उसके कुछ समझ नही आया द्वार पर आया
देव ने पुछा क्या देखा?
नकुल बोला महाशय गाय बाछियों का दुध पिती है यह समझ नही आया तब उसे भी बंदी बना लिया।
सहदेव आया बोला मुझे महल देखना है और वह दक्षिण दिशा की और गया अंतिम कोना देखने के लिए क्या दे खता है वहां पर एक सोने की बडी शिला एक चांदी के सिक्के पर टिकी हुई डगमग डौले पर गिरे नही छूने पर भी वैसे ही रहती है समझ नही आया वह वापिस द्वार पर आ गया और बोला सोने की शिला की बात समझ मे नही आई तब वह भी बंदी हो गया।
चारों भाई बहुत देर से नही आये तब युधिष्ठिर को चिंता हुई वह भी द्रोपदी सहित महल मे गये।
भाईयो के लिए पूछा तब दरबान ने बताया वो शर्त अनुसार बंदी है।
युधिष्ठिर बोला भीम तुमने क्या देखा ?
भीम ने कुऐ के बारे मे बताया
तब युधिष्ठिर ने कहा-यह कलियुग मे होने वाला है एक बाप दो बेटों का पेट तो भर देगा परन्तु दो बेटे मिलकर एक बाप का पेट नही भर पायागें।
भीम को छोड दिया।
अर्जुन से पुछा तुमने क्या देखा ??
उसने फसल के बारे मे बताया युधिष्ठिर ने कहा- यह भी कलियुग मे होने वाला है वंश परिवर्तन अर्थात ब्राहमन के घर बनिये की लडकी और बनिये के घर शुद्र की लडकी ब्याही जायेगी।
अर्जुन भी छूट गया।
नकुल से पूछा तुमने क्या देखा तब उसने गाय का व्र्तान्त बताया
तब युधिष्ठिर ने कहा-कलियुग मे माताऐं अपनी बेटियों के घर मे पलेगी बेटी का दाना खायेगी और बेटे सेवा नही करेंगे ।
तब नकुल भी छूट गया।
सहदेव से पूछा तुमने क्या देखा, उसने सोने की शिला का वर्तान्त बताया,
तब युधिष्ठिर बोले-कलियुग मे पाप धर्म को दबाता रहेगा परन्तु धर्म फिर भी जिदां रहेगा खत्म नही होगा।।

आज के कलयुग मे यह सारी बाते सच साबित हो रही है ।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

परमात्म प्रेम में सहायक पाँच बातें

परमात्म प्रेम बढ़ाने के लिए जीवन में निम्नलिखित पाँच बातें आ जायें ऐसा यत्न करना चाहिए:

1. भगवच्चरित्र का श्रवण करो । महापुरुषों के जीवन की गाथाएँ सुनो या पढ़ो । इससे भक्ति बढ़ेगी एवं ज्ञान वैराग्य में मदद मिलेगी ।

2. भगवान की स्तुति भजन गाओ या सुनो ।

3. अकेले बैठो तब भजन गुनगुनाओ । अन्यथा, मन खाली रहेगा तो उसमे काम, क्रोध, लोभ, मोह, मद, मात्सर्य आयेंगे । कहा भी गया है कि “खाली मन - शैतान का घर |”

4. जब परस्पर मिलो तब परमेश्वर की, परमेश्वर-प्राप्त महापुरुषों की चर्चा करो । दिये तले अँधेरा होता है लेकिन दो दियों को आमने सामने रखो तो अँधेरा भाग जाता है । फिर प्रकाश ही प्रकाश रहता है । अकेले में भले कुछ अच्छे विचार आयें किंतु वे ज्यादा अभिव्यक्त नहीं होते । जब ईश्वर की चर्चा होती है तब नये-नये विचार आते हैं, एक दूसरे का अज्ञान और प्रमाद हटता है तथा एक दूसरे की अश्रद्धा मिटती है ।

भगवान और भगवत्प्राप्त महापुरुषों में हमारी श्रद्धा बढ़े ऐसी ही चर्चा करनी सुननी चाहिए । सारा दिन ध्यान नहीं लगेगा, सारा दिन समाधि नहीं होगी । अत: ईश्वर की चर्चा करो, ईश्वर सम्बन्धी बातों का श्रवण करो । इससे समझ बढ़ती जायेगी, प्रकाश बढ़ता जायेगा, शांति बढ़ती जायेगी ।

5. सदैव प्रभु की स्मृति करते-करते चित्त को आनंदित होने की आदत डाल दो ।

ये पाँच बातें परमात्म प्रेम बढ़ाने में अत्यंत सहायक हैं ll



बहुत साल बाद दो दोस्त रास्ते में मिले .




धनवान दोस्त ने उसकी आलिशान गाड़ी पार्क की और




गरीब मित्र से बोला चल इस गार्डन में बेठकर बात करते है .




चलते चलते अमीर दोस्त ने गरीब दोस्त से कहा




तेरे में और मेरे में बहुत फर्क है .




हम दोनों साथ में पढ़े साथ में बड़े हुए




मै कहा पहुच गया और तू कहा रह गया ?




चलते चलते गरीब दोस्त अचानक रुक गया .




अमीर दोस्त ने पूछा क्या हुआ ?




गरीब दोस्त ने कहा तुझे कुछ आवाज सुनाई दी?




अमीर दोस्त पीछे मुड़ा और पांच का सिक्का उठाकर बोला




ये तो मेरी जेब से गिरा पांच के सिक्के की आवाज़ थी।




गरीब दोस्त एक कांटे के छोटे से पोधे की तरफ गया




जिसमे एक तितली पंख फडफडा रही थी .




गरीब दोस्त ने उस तितली को धीरे से बाहर निकला और




आकाश में आज़ाद कर दिया .




अमीर दोस्त ने आतुरता से पुछा




तुझे तितली की आवाज़ केसे सुनाई दी?




गरीब दोस्त ने नम्रता से कहा




" तेरे में और मुझ में यही फर्क है




तुझे "धन" की सुनाई दी और मुझे "मन" की आवाज़ सुनाई दी .




"यही सच है "







.इतनी ऊँचाई न देना प्रभु कि,

धरती पराई लगने लगे l





इनती खुशियाँ भी न देना कि,

दुःख पर किसी के हंसी आने लगे ।




नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका,

निर्बल पर प्रयोग करूँ l




नहीं चाहिए ऐसा भाव कि,

किसी को देख जल-जल मरूँ




ऐसा ज्ञान मुझे न देना,

अभिमान जिसका होने लगे I




ऐसी चतुराई भी न देना जो,

लोगों को छलने लगे ।


: खवाहिश नही मुझे
मशहुर होने की।
आप मुझे पहचानते हो
बस इतना ही काफी है।

अच्छे ने अच्छा और
बुरे ने बुरा जाना मुझे।
क्यों की जीसकी जीतनी
जरुरत थी उसने उतना ही
पहचाना मुझे।

ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
भी कितना अजीब है,
शामें कटती नहीं, और साल
गुज़रते चले जा रहे हैं....!

एक अजीब सी
दौड़ है ये ज़िन्दगी,
जीत जाओ तो कई
अपने पीछे छूट जाते हैं,
और हार जाओ तो अपने
ही पीछे छोड़ जाते हैं।..


वाचतानाही अंगावर काटा उभा रहावा अशी ही कविता... छान लिहिलीय...

🌺"साद आईची"🌺

महिनेमागून महिने,
शेवटी वर्ष सरुन जाते
वृध्दाश्रमाच्या पायरीवर ,
वाट तुझी पाहाते

              भिजून जातो पदर ,
              अन मन रिते राहाते
              कधी मधी मात्र ,
              तुझी मनीऑर्डर येते

पैसे नकोत यावेळी ,
तूच येऊन जा
बाळा मला तुझ्या ,
घरी घेऊन जा

            तुझा बा होता तोवर ,
            काळ बरा गेला
            तुझी आठवण काढत ,
            उघड्या डोळ्यांनी गेला

शेवटपर्यंत सांगत होता,
लेक माझा भला
तू मोठा साहेब,
त्याचं मोठं कौतुक त्याला

         माझ्याही ह्रदयात फोटो,
         तुझा तू पाहून जा
         बाळा मला तुझ्या ,
         घरी घेऊन जा.

दुष्काळाच्या साली ,
जन्म तुझा झाला
तुझ्या दुधासाठी ,
आम्ही चहा सोडून दिला

        वर्षाकाठी एक कपडा,
        पुरवून-पुरवून घातला
        सालं घातली बापाने,
        पण तुला शाळेमधी घातला

हवं तर तू हे ,
सगळं विसरुन जा
पण बाळा मला ,
तुझ्या घरी घेऊन जा.

         धुणी-भांडी करीन मी,
         केरकचरा भरीन मी
         पुरणपोळ्या, अळुवड्या ,
         तुझ्यासाठी रांधीन मी

नातवंडांचं दुखलं-खुपलं ,
सगळं बघेन मी
घाबरु नकोस, त्याची आजी ,
असं नाही सांगणार नाही मी

          तुझ्या घरची कामवाली ,
          म्हणून घेऊन जा
          पण बाळा मला
          तुझ्या घरी घेऊन जा.

थकले रे डोळे बाळा,
प्राण कंठी आले
तुझ्याविना जगणे
आता मुश्किल झाले

            विसरु कशी तुला मी,
            तुझ्यामुळे आई झाले
            बाळ माझं 'कुलभूषण'
            पोरकी मी का झाले?

आता माझ्या थडग्यापाशी
'आई' म्हणून जा
जमलंच तुला तर
हा वृध्दाश्रम पाडून जा.


🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹


दो दोस्त एक आम के बगीचे से गुज़र रहे थे की उन्होंने देखा के कुछ बच्चे एक आम के पेड़ के नीचे खड़े हो कर पत्थर फेंक कर आम तोड़ रहे हैं।

ये देख कर दोस्त बोला कि देखो कितना बुरा दौर आ गया कि पेड़ भी पत्थर खाए बिना आम नही दे रहा है।

तो दुसरे दोस्त ने कहा नहीं दोस्त तु गलत देख रहा है...
दौर तो बहुत अच्छा है की पत्थर खाने के बावजुद भी पेड़ आम दे रहा है।

दिल में ख़यालात अच्छे हो तो सब चीज अच्छी नज़र आती है, और
सोच बुरी हो तो बुराई ही बुराई नज़र आती है...

नियत साफ है तो नजरिया और नज़ारे खुद ब खुद बदल जाते है,,,।

लड़के ने मरने के 3 मिनट पहले 2
मैसेज किये|
पहला गर्लफ्रेंड
को और
दूसरा दोस्त को|
मेसेज ये
था-
'मैं जा रहा हूँ .. तुमसे बात
करना चाहता हूँ|
जल्दी से
रिप्लाई
करो....'
पहला जवाब आया गर्ल फ्रेंड
का -
'तुम कहाँ हो और
कहाँ जा रहे
हो|
मैं अभी व्यस्त हूँ बाद मे
बात
करती हूँ... '
ये सुनकर उसे बहुत दुःख
हुआ|
फिर थोड़ी देर बाद
दूसरा
मैसेज दोस्त का
आया -
'अबे
अकेले कहाँ जा रहा है,
रुक
मैं भी आता हूँ...!!
ये पढ़कर
वो लड़का मुस्कुराया और
बोला-
'आज फिर प्यार दोस्ती से हार
गया...!!'
.
.
ऐसी दोस्तों को सलाम
दोस्ती प्यार से बढकर है...!!
क्यों सही कहा ना...!! सभी
दोस्तों को दिल
से सलाम। ये मैसज उन दोस्तों को सेंड करो जिनको आप खोना नहीं चाहते मैंने तो कर दिया अब आपकी बारी है
                 ❤❤DIL SEY❤❤


किसी कवी ने क्या खूब लिखा है।

 बिक रहा है पानी,पवन बिक न जाए ,
बिक गयी है धरती, गगन बिक न जाए

 चाँद पर भी बिकने लगी है जमीं .,
डर है की सूरज की तपन बिक न जाए ,

हर जगह बिकने लगी है स्वार्थ नीति,
डर है की कहीं धर्म बिक न जाए ,

देकर दहॆज ख़रीदा गया है अब दुल्हे को ,
कही उसी के हाथों दुल्हन बिक न जाए ,

हर काम की रिश्वत ले रहे अब ये नेता ,
कही इन्ही के हाथों वतन बिक न जाए ,

सरे आम बिकने लगे अब तो सांसद ,
डर है की कहीं संसद भवन बिक न जाए ,

आदमी मरा तो भी आँखें खुली हुई हैं
 डरता है मुर्दा , कहीं कफ़न बिक न जाए।


शिवराज अपने बाल कटवाने
बारबर शाँप मेँ पहुँचा ..
.
.
नाई ने बाल काटने शुरु किए ..
.
.
इतने मेँ ही एक बहुत ही सुंदर
औरत दुकान मे आई ..👩
.
.
शिवराज ने बात शुरु की ..
नमस्ते जी आप बहुत सुंदर है
.👌😘
.
औरत - शुक्रिया .👩

शिवराज - क्या आज शाम को हम कहीं मिल सकते हैँ ?
.😲
.
औरत - जी नहीँ मैँ शादीशुदा हूँ
.
.
शिवराज - पति से कह देना
सहेली से मिलने जा रही हूँ
.
.
औरत - आप खुद कह दो वही
इस समय आपके बाल काट रहे हैँ !!👩😜😜😜😜😜


शिवराज बेहोश😳😴😴😴😴😴😴😴😴😴
'मस्तानी' बाजीराव की दूसरी बीवी थी, जिसको वो बेहद प्यार करता था ।

'मुमताज़' शाहजहाँ की आठवीं बीवी थी, जिसको वो जान से ज़्यादा प्यार करता था ।

इतिहास गवाह है....किसी ने पहली बीवी से प्यार नहीं किया ;) :) ;)

जीभ जन्म से होती है
और मृत्यु तक रहती है.....
क्योकि वो कोमल होती है.
दाँत जन्म के बाद में आते है
और मृत्यु से पहले चले जाते हैं..
क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो
मिलेगी हर बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो
माँ भी गोद से उतार देती है.
पानी के बिना नदी बेकार है,
     अतिथि के बिना आँगन बेकार है,
   प्रेम न हो तो सगे-सम्बन्धी बेकार है,
       पैसा न हो तो पाकेट बेकार है,
           और जीवन में गुरु न हो
               तो जीवन बेकार है,,
                इसलिए जीवन में
         "गुरु"जरुरी है.. "गुरुर" नही.ं
यदि कबीर जिन्दा होते तो आजकल के दोहे यह होते :-

🔹नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात!
       बेटा कहता बाप से, तेरी क्या औकात!!
🔹पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज!
      कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!!
🔹भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास!
     बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!!
🔹मंदिर में पूजा करें, घर में करें कलेश!
      बापू तो बोझा लगे, पत्थर लगे गणेश!!
🔹बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान!
      पत्थर के भगवान हैं, पत्थर दिल इंसान!!
🔹पत्थर के भगवान को, लगते छप्पन भोग!
      मर जाते फुटपाथ पर, भूखे, प्यासे लोग!!
🔹फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर!
     पापी करते जागरण, मचा-मचा कर शोर!
🔹पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप!
     भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप!😒😒😒😒
 मन लगाकर पढ़िये और दिल से सोचो की माँ के दिल पर क्या गुजरती हैं जब ये उनके साथ होता हैं:~
 🔆वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
    बीबी के आगे मदर रद्द हो गई !

♻बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
    आज वो मोहताज हो गई !
♻और कल की छोकरी, तेरे  
    सर का ताज हो गई !
♻बीवी हमदर्द और मॉं सरदर्द
     हो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻पेट पे सुलाने वाली, पैरों में सो
       रही है !
♻बीवी के लिए लिम्का,
      मॉं पानी को रो रही है !
♻सुनता नहीं कोई, वो आवाज
     देते देते सो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻मॉं मांजती है बर्तन , वो सजती
       संवरती है !
♻अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
       इस लीये उस पर बरसती है !
♻अरे दुनिया को आई मौत,
       मौत तेरी कहॉ गुम हो गई !
       
   🔆वाह रे जमाने तेरी हद ..........
♻अरे जिसकी कोख में पला,
     अब उसकी छाया बुरी लगती है,

♻बैठे होण्डा पे महबूबा,
     कन्धे पर हाथ जो रखती,
♻वो यादें अतीत की,
       वो मोहब्बतें मॉ की,
                 सब रद्द हो गई !
 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद ...........

♻बेबस हुई मॉ अब,
      दिए टुकड़ो पर पलती है,
♻अतीत को याद कर,
     तेरा प्यार पाने को मचलती है !
♻अरे मुसीबत जिसने उठाई,
       वो खुद मुसीबत हो गई !

 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद .......
♻🌿♻🌿♻🌿♻🌿♻🌿आप सभी से हाथ
 जोड़कर निवेदन हैं की आप
ये मैसेज ज्यादा से ज्यादा
अपने दोस्तों को भेजो जिससे
उनके मन में अपनी माँ के प्रति
 दया की भावना आ जाये और
 माँ पर होने वाले अत्याचार से
माँ को छुटकारा मिल जाये ।
कृपया माँ की खातिर कम से
कम

Tuesday, December 29, 2015

एक दिन ससुर जी ने अपने भावी दामाद से बड़े ही प्यार से पूछा ।।

'मेरी बेटी के जीवन नैया के खेवनहार !
आपको शादी में क्या-क्या उपहार चाहिए ??

दामाद जी ने जुबान – खोली ‘आपकी बेटी खुद'लक्ष्मी है।
अगर आप इतनी ही जिद करते है तो हमें सिर्फ ‘टर चाहिए।

ससुर जी ने बड़े अचंभे से
पूछा – ‘बेटा या टर क्या है ??

दामाद जी बोले - ’टर यानी स्कूटर, रफ्रीजरेटर, कंप्यूटर, जनरेटर, मोटर आदि।

यह सुनकर ससुर जी मुसकुराए और फिर बोले –
हमें आते है तुम्हे पहनाने स्वेटर, फिर देतें है हम तुम्हे अपनी डाटर, जिसके हाथ में है हन्टर, जो बनवाएगी तुम से
मटर-टमाटर, डाल कर तुम पर
वाटर, तब तुम नजर आओगे वेटर !!

अब क्या इरादे है मिस्टर ??

यह सुनकर भावी दामाद जी घबराए, और ऐसे भागते नजर आए जैसे....
हैलीकाप्टर।
😝😜😝😜😉😉

रंग से गोरी न थी,
लेकिन सुन्दर थी,
.
.
बहुत ऊंची न थी
लेकिन मेरे लिए योग्य थी
.
.
प्रेम देने वाली न सही लेकिन
मेरे कदमों से कदम मिलाती थी।
.
.
.
मंदिर आने से इनकार करती थी,
लेकिन बाहर मेरा इंतजार करती थी।
.
.
कहीं भी जाओ मेरे साथ चल देती थी जहाँ रुकु
मेरे लिए रुक
जाती थी वो.......
.
.
कोई मुझे प्यार करे न करे पर वो मुझे बहुत प्यार
करती
थी
.
.
.
बडी मेहनत से पाया था उसे बहुत चक्कर लगाया
था उसे
पाने के लिए
.
.
हजारो की भीड से ढूढा था अपने लिऐ
घरवालो की नाराजगी झेलकर अपनाया था
.
वो जो हमेशा मेरे साथ रही
.
.
पर आज मुझे छोडकर चली गयी
.
.
.
.
.
.
.
मेरी चप्पल थी
कोई साला चुरा कर ले गया !!😝😜😜😝😝😜😜😜😜😊😛



एक आदमी के फ़ोन पर अनजान नंबर से कॉल आया ।
📞
लड़की - क्या आप
             शादीशुदा हैं ?
आदमी - नहीं, पर आप
             कौन हो ।
लड़की - तुम्हारी बीवी, आज
        घर आना फिर बताउंगी ।
📱
थोड़ी देर बाद फिर अनजान नंबर से कॉल आया ।

लड़की - क्या आप
            शादीशुदा हो ?
आदमी - हाँ, पर आप कौन ?
लड़की - तुम्हारी गर्लफ्रेंड,
            धोकेबाज़ ।
आदमी - सॉरी यार, मुझे लगा
            मेरी बीवी है ।
लड़की - बीवी ही हूँ कुत्ते,
     आज तो बस तू घर आजा ।
🔫 🔪 💣 ⚡ 💥
😜 😂 😆 😎

💕💫
Lovely message :
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती

जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
और
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,

अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती हैl
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ आया ..
..बोझ शरीर का नही साँसों का था..
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
 बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
 〰➰💖➰〰➰💖➰〰
               प्रेम चाहिये तो
       समर्पण खर्च करना होगा।
            विश्वास चाहिये तो
        निष्ठा खर्च करनी होगी।
              साथ चाहिये तो
        समय खर्च करना होगा।
            किसने कहा रिश्ते
               मुफ्त मिलते हैं ।
    मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती
       एक साँस भी तब आती है
    जब एक साँस छोड़ी जाती हे
〰➰💖➰〰➰💖➰〰......

🙏🌹💐🌷🌸🌺🌹🙏
अहंकार की कथा .....
श्रीकृष्ण भगवान द्वारका में रानी
सत्यभामा के
साथ सिंहासन पर विराजमान थे, निकट
ही गरुड़ और
सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे। तीनों के चेहरे पर
दिव्य
तेज
झलक रहा था।
बातों ही बातों में रानी सत्यभामा ने
श्रीकृष्ण से
पूछा कि हे प्रभु, आपने त्रेता युग में राम के रूप
में
अवतार
लिया था, सीता आपकी पत्नी थीं।
क्या वे मुझसे
भी ज्यादा सुंदर थीं? द्वारकाधीश समझ
गए
कि सत्यभामा को अपने रूप का अभिमान
हो गया है।
तभी गरुड़ ने कहा कि भगवान क्या दुनिया
में मुझसे
भी ज्यादा तेज गति से कोई उड़ सकता है।
इधर
सुदर्शन
चक्र से भी रहा नहीं गया और वह भी कह उठे
कि भगवान, मैंने बड़े-बड़े युद्धों में
आपको विजयश्री दिलवाई है। क्या
संसार में मुझसे
भी शक्तिशाली कोई है?
भगवान मंद-मंद मुस्कुरा रहे थे। वे जान रहे थे
कि उनके इन
तीनों भक्तों को अहंकार हो गया है और
इनका अहंकार नष्ट होने का समय आ गया है।
ऐसा सोचकर उन्होंने गरुड़ से कहा कि हे
गरुड़! तुम
हनुमान के पास जाओ और कहना कि भगवान
राम,
माता सीता के साथ उनकी प्रतीक्षा कर
रहे हैं। गरुड़
भगवान की आज्ञा लेकर हनुमान को लाने
चले गए।
इधर श्रीकृष्ण ने सत्यभामा से कहा कि
देवी आप
सीता के रूप में तैयार हो जाएं और स्वयं
द्वारकाधीश
ने राम का रूप धारण कर लिया। मधुसूदन ने
सुदर्शन
चक्र
को आज्ञा देते हुए कहा कि तुम महल के प्रवेश
द्वार
पर
पहरा दो। और ध्यान रहे कि मेरी आज्ञा के
बिना महल में कोई प्रवेश न करे।
भगवान की आज्ञा पाकर चक्र महल के प्रवेश
द्वार
पर
तैनात हो गए। गरुड़ ने हनुमान के पास पहुंच कर
कहा कि हे वानरश्रेष्ठ! भगवान राम माता
सीता के
साथ द्वारका में आपसे मिलने के लिए
प्रतीक्षा कर
रहे हैं। आप मेरे साथ चलें। मैं आपको अपनी
पीठ पर
बैठाकर शीघ्र ही वहां ले जाऊंगा। हनुमान
ने
विनयपूर्वक गरुड़ से कहा, आप चलिए, मैं आता
हूं।
गरुड़ ने
सोचा, पता नहीं यह बूढ़ा वानर कब
पहुंचेगा। खैर मैं
भगवान के पास चलता हूं। यह सोचकर गरुड़
शीघ्रता से
द्वारका की ओर उड़े। पर यह क्या, महल में
पहुंचकर
गरुड़
देखते हैं कि हनुमान तो उनसे पहले ही महल में
प्रभु
के
सामने बैठे हैं। गरुड़ का सिर लज्जा से झुक
गया।
तभी श्रीराम ने हनुमान से कहा कि पवन
पुत्र तुम
बिना आज्ञा के महल में कैसे प्रवेश कर गए?
क्या तुम्हें
किसी ने प्रवेश द्वार पर रोका नहीं?
हनुमान ने हाथ
जोड़ते हुए सिर झुका कर अपने मुंह से सुदर्शन
चक्र
को निकाल कर प्रभु के सामने रख दिया।
हनुमान ने
कहा कि प्रभु आपसे मिलने से मुझे इस चक्र ने
रोका था, इसलिए इसे मुंह में रख मैं आपसे
मिलने आ
गया। मुझे क्षमा करें। भगवान मंद-मंद
मुस्कुराने लगे।
हनुमान ने हाथ जोड़ते हुए श्रीराम से प्रश्न
किया हे
प्रभु! आज आपने माता सीता के स्थान पर
किस
दासी को इतना सम्मान दे दिया कि वह
आपके साथ
सिंहासन पर विराजमान है।
अब रानी सत्यभामा के अहंकार भंग होने
की बारी थी। उन्हें सुंदरता का अहंकार
था,
जो पलभर में चूर हो गया था। रानी
सत्यभामा,
सुदर्शन चक्र व गरुड़ तीनों का गर्व चूर-चूर
हो गया था।
वे भगवान की लीला समझ रहे थे। तीनों
की आंख से
आंसू बहने लगे और वे भगवान के चरणों में झुक
गए।
अद्भुत
लीला है प्रभु की।

हे परम इस्नेही मित्रो ..जब इन तीनो का
अहंकार चूर चूर हो गया तो इन तीनो के
सामने हम अपने आपको किस जगह पाते है
...?
विचार करना ... जय श्री राधे..जय श्री
कृष्ण ...
🙏🌹🌸🌺🌷💐🌹🙏

🙏🌹💐🌷🌸🌺🌹🙏
अहंकार की कथा .....
श्रीकृष्ण भगवान द्वारका में रानी
सत्यभामा के
साथ सिंहासन पर विराजमान थे, निकट
ही गरुड़ और
सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे। तीनों के चेहरे पर
दिव्य
तेज
झलक रहा था।
बातों ही बातों में रानी सत्यभामा ने
श्रीकृष्ण से
पूछा कि हे प्रभु, आपने त्रेता युग में राम के रूप
में
अवतार
लिया था, सीता आपकी पत्नी थीं।
क्या वे मुझसे
भी ज्यादा सुंदर थीं? द्वारकाधीश समझ
गए
कि सत्यभामा को अपने रूप का अभिमान
हो गया है।
तभी गरुड़ ने कहा कि भगवान क्या दुनिया
में मुझसे
भी ज्यादा तेज गति से कोई उड़ सकता है।
इधर
सुदर्शन
चक्र से भी रहा नहीं गया और वह भी कह उठे
कि भगवान, मैंने बड़े-बड़े युद्धों में
आपको विजयश्री दिलवाई है। क्या
संसार में मुझसे
भी शक्तिशाली कोई है?
भगवान मंद-मंद मुस्कुरा रहे थे। वे जान रहे थे
कि उनके इन
तीनों भक्तों को अहंकार हो गया है और
इनका अहंकार नष्ट होने का समय आ गया है।
ऐसा सोचकर उन्होंने गरुड़ से कहा कि हे
गरुड़! तुम
हनुमान के पास जाओ और कहना कि भगवान
राम,
माता सीता के साथ उनकी प्रतीक्षा कर
रहे हैं। गरुड़
भगवान की आज्ञा लेकर हनुमान को लाने
चले गए।
इधर श्रीकृष्ण ने सत्यभामा से कहा कि
देवी आप
सीता के रूप में तैयार हो जाएं और स्वयं
द्वारकाधीश
ने राम का रूप धारण कर लिया। मधुसूदन ने
सुदर्शन
चक्र
को आज्ञा देते हुए कहा कि तुम महल के प्रवेश
द्वार
पर
पहरा दो। और ध्यान रहे कि मेरी आज्ञा के
बिना महल में कोई प्रवेश न करे।
भगवान की आज्ञा पाकर चक्र महल के प्रवेश
द्वार
पर
तैनात हो गए। गरुड़ ने हनुमान के पास पहुंच कर
कहा कि हे वानरश्रेष्ठ! भगवान राम माता
सीता के
साथ द्वारका में आपसे मिलने के लिए
प्रतीक्षा कर
रहे हैं। आप मेरे साथ चलें। मैं आपको अपनी
पीठ पर
बैठाकर शीघ्र ही वहां ले जाऊंगा। हनुमान
ने
विनयपूर्वक गरुड़ से कहा, आप चलिए, मैं आता
हूं।
गरुड़ ने
सोचा, पता नहीं यह बूढ़ा वानर कब
पहुंचेगा। खैर मैं
भगवान के पास चलता हूं। यह सोचकर गरुड़
शीघ्रता से
द्वारका की ओर उड़े। पर यह क्या, महल में
पहुंचकर
गरुड़
देखते हैं कि हनुमान तो उनसे पहले ही महल में
प्रभु
के
सामने बैठे हैं। गरुड़ का सिर लज्जा से झुक
गया।
तभी श्रीराम ने हनुमान से कहा कि पवन
पुत्र तुम
बिना आज्ञा के महल में कैसे प्रवेश कर गए?
क्या तुम्हें
किसी ने प्रवेश द्वार पर रोका नहीं?
हनुमान ने हाथ
जोड़ते हुए सिर झुका कर अपने मुंह से सुदर्शन
चक्र
को निकाल कर प्रभु के सामने रख दिया।
हनुमान ने
कहा कि प्रभु आपसे मिलने से मुझे इस चक्र ने
रोका था, इसलिए इसे मुंह में रख मैं आपसे
मिलने आ
गया। मुझे क्षमा करें। भगवान मंद-मंद
मुस्कुराने लगे।
हनुमान ने हाथ जोड़ते हुए श्रीराम से प्रश्न
किया हे
प्रभु! आज आपने माता सीता के स्थान पर
किस
दासी को इतना सम्मान दे दिया कि वह
आपके साथ
सिंहासन पर विराजमान है।
अब रानी सत्यभामा के अहंकार भंग होने
की बारी थी। उन्हें सुंदरता का अहंकार
था,
जो पलभर में चूर हो गया था। रानी
सत्यभामा,
सुदर्शन चक्र व गरुड़ तीनों का गर्व चूर-चूर
हो गया था।
वे भगवान की लीला समझ रहे थे। तीनों
की आंख से
आंसू बहने लगे और वे भगवान के चरणों में झुक
गए।
अद्भुत
लीला है प्रभु की।

हे परम इस्नेही मित्रो ..जब इन तीनो का
अहंकार चूर चूर हो गया तो इन तीनो के
सामने हम अपने आपको किस जगह पाते है
...?
विचार करना ... जय श्री राधे..जय श्री
कृष्ण ...
🙏🌹🌸🌺🌷💐🌹🙏

🙏🌹💐🌷🌸🌺🌹🙏
अहंकार की कथा .....
श्रीकृष्ण भगवान द्वारका में रानी
सत्यभामा के
साथ सिंहासन पर विराजमान थे, निकट
ही गरुड़ और
सुदर्शन चक्र भी बैठे हुए थे। तीनों के चेहरे पर
दिव्य
तेज
झलक रहा था।
बातों ही बातों में रानी सत्यभामा ने
श्रीकृष्ण से
पूछा कि हे प्रभु, आपने त्रेता युग में राम के रूप
में
अवतार
लिया था, सीता आपकी पत्नी थीं।
क्या वे मुझसे
भी ज्यादा सुंदर थीं? द्वारकाधीश समझ
गए
कि सत्यभामा को अपने रूप का अभिमान
हो गया है।
तभी गरुड़ ने कहा कि भगवान क्या दुनिया
में मुझसे
भी ज्यादा तेज गति से कोई उड़ सकता है।
इधर
सुदर्शन
चक्र से भी रहा नहीं गया और वह भी कह उठे
कि भगवान, मैंने बड़े-बड़े युद्धों में
आपको विजयश्री दिलवाई है। क्या
संसार में मुझसे
भी शक्तिशाली कोई है?
भगवान मंद-मंद मुस्कुरा रहे थे। वे जान रहे थे
कि उनके इन
तीनों भक्तों को अहंकार हो गया है और
इनका अहंकार नष्ट होने का समय आ गया है।
ऐसा सोचकर उन्होंने गरुड़ से कहा कि हे
गरुड़! तुम
हनुमान के पास जाओ और कहना कि भगवान
राम,
माता सीता के साथ उनकी प्रतीक्षा कर
रहे हैं। गरुड़
भगवान की आज्ञा लेकर हनुमान को लाने
चले गए।
इधर श्रीकृष्ण ने सत्यभामा से कहा कि
देवी आप
सीता के रूप में तैयार हो जाएं और स्वयं
द्वारकाधीश
ने राम का रूप धारण कर लिया। मधुसूदन ने
सुदर्शन
चक्र
को आज्ञा देते हुए कहा कि तुम महल के प्रवेश
द्वार
पर
पहरा दो। और ध्यान रहे कि मेरी आज्ञा के
बिना महल में कोई प्रवेश न करे।
भगवान की आज्ञा पाकर चक्र महल के प्रवेश
द्वार
पर
तैनात हो गए। गरुड़ ने हनुमान के पास पहुंच कर
कहा कि हे वानरश्रेष्ठ! भगवान राम माता
सीता के
साथ द्वारका में आपसे मिलने के लिए
प्रतीक्षा कर
रहे हैं। आप मेरे साथ चलें। मैं आपको अपनी
पीठ पर
बैठाकर शीघ्र ही वहां ले जाऊंगा। हनुमान
ने
विनयपूर्वक गरुड़ से कहा, आप चलिए, मैं आता
हूं।
गरुड़ ने
सोचा, पता नहीं यह बूढ़ा वानर कब
पहुंचेगा। खैर मैं
भगवान के पास चलता हूं। यह सोचकर गरुड़
शीघ्रता से
द्वारका की ओर उड़े। पर यह क्या, महल में
पहुंचकर
गरुड़
देखते हैं कि हनुमान तो उनसे पहले ही महल में
प्रभु
के
सामने बैठे हैं। गरुड़ का सिर लज्जा से झुक
गया।
तभी श्रीराम ने हनुमान से कहा कि पवन
पुत्र तुम
बिना आज्ञा के महल में कैसे प्रवेश कर गए?
क्या तुम्हें
किसी ने प्रवेश द्वार पर रोका नहीं?
हनुमान ने हाथ
जोड़ते हुए सिर झुका कर अपने मुंह से सुदर्शन
चक्र
को निकाल कर प्रभु के सामने रख दिया।
हनुमान ने
कहा कि प्रभु आपसे मिलने से मुझे इस चक्र ने
रोका था, इसलिए इसे मुंह में रख मैं आपसे
मिलने आ
गया। मुझे क्षमा करें। भगवान मंद-मंद
मुस्कुराने लगे।
हनुमान ने हाथ जोड़ते हुए श्रीराम से प्रश्न
किया हे
प्रभु! आज आपने माता सीता के स्थान पर
किस
दासी को इतना सम्मान दे दिया कि वह
आपके साथ
सिंहासन पर विराजमान है।
अब रानी सत्यभामा के अहंकार भंग होने
की बारी थी। उन्हें सुंदरता का अहंकार
था,
जो पलभर में चूर हो गया था। रानी
सत्यभामा,
सुदर्शन चक्र व गरुड़ तीनों का गर्व चूर-चूर
हो गया था।
वे भगवान की लीला समझ रहे थे। तीनों
की आंख से
आंसू बहने लगे और वे भगवान के चरणों में झुक
गए।
अद्भुत
लीला है प्रभु की।

हे परम इस्नेही मित्रो ..जब इन तीनो का
अहंकार चूर चूर हो गया तो इन तीनो के
सामने हम अपने आपको किस जगह पाते है
...?
विचार करना ... जय श्री राधे..जय श्री
कृष्ण ...
🙏🌹🌸🌺🌷💐🌹🙏
आर्डर
मालिक ने नौकर से कहा, ” मैं बाजार जा रहा हूं तुम दुकान
का ध्यान रखना, अगर कोई आर्डर दे तो उसे अच्छे से पूरा करना.”
कुछ देर के बाद मालिक आया तो उसने नौकर से पूछा, “कोई आर्डर
आया?”
नौकर ने कहा, “जी हां, आया था, उसने आर्डर
दिया कि दोनों हाथ ऊपर करके कोने में खड़े हो जाओ.
मैंने ऑर्डर मान लिया और वह पैसे
की तिजोरी उठाकर चला गया.


कभी रो के मुस्कुराए , कभी मुस्कुरा के रोए, जब भी तेरी याद आई तुझे भुला के रोए, एक तेरा ही तो नाम था जिसे हज़ार बार लिखा, जितना लिख के खुश हुए उस से ज्यादा मिटा के रोए.

तुझे भूलकर भी न भूल पायेगें हम!
बस यही एक वादा निभा पायेगें हम!
मिटा देंगे खुद को भी जहाँ से लेकिन!
तेरा नाम दिल से न मिटा पायेगें हम!

मेरी ज़िन्दगी में एक ऐसा शख्स भी है यारों......
जो मेरी पूरी जिंदगी है,और मैं उसका एक लम्हा भी नहीं...!!


 वो हमारे नहीं तो क्या गम है, हम तो उन्हीं के है ये क्या कम है, ना गम कम है ना आँसू कम हैं, देखते है रूलाने वाले में कितना दम है..


 मिलना इतिफाक था बिछरना नसीब था .. वो तुना हे दूर चला गया जितना वो करीब था .. हम उसको देखने क लिए तरसते रहे … जिस शख्स की हथेली पे हमारा नसीब था.

 चार कन्धे उनको भी मिलेंगे, चार कन्धे हमको भी मिलेंगे, फूल उन पर भी बरसेंगे, फूल हम पर भी बरसेंगे, बस फर्क इतना होगा.... उनका तो किसी को इन्तज़ार होगा.. और हमारा अन्तिम संसकार होगा...
🌐Some global opinions on marriages..

After marriage, husband and wife become two sides of a coin; they just can't face each other, but still they stay together.
- Al Gore 😛😛

By all means marry. If you get a good wife, you'll be happy. If you get a bad one, you'll become a philosopher.
- Socrates 😝😝

Woman inspires us to great things, and prevents us from achieving them.
- Mike Tyson 😝😝

I had some words with my wife, and she had some paragraphs 📄with me.
- Bill Clinton 😉😉

"Some people ask the secret of our long marriage. We take time to go to a restaurant two times a week. A little candlelight, dinner, soft music and dancing. She goes Tuesdays, I go Fridays."
- George W. Bush 👻

"I don't worry about terrorism. I was married for two years."
- Rudy Giuliani 💣

"There's a way of transferring funds that is even faster than electronic banking. It's called marriage."
- Michael Jordan 😜😜

Two secrets to keep your marriage brimming:
1. Whenever you're wrong, admit it.
2. Whenever you're right, shut up.
- Shaquille O'Neal 😘😘

The most effective way to remember your wife's birthday is to forget it once..
- Kobe Bryant😡😡

You know what I did before I married?? Anything I wanted to.
- David Hasselhoff😞😞

My wife and I were happy for twenty years. Then we met.
- Alec Baldwin 😥😥

A good wife always forgives her husband when she's wrong.
- Barack Obama😳😳

When you are in love,
Wonders happen.
But once you get married,
You wonder, what happened.
😜😁😂
👌😃😂👍

Philosophy of marriage :
At the beginning,
every wife treats her husband as GOD..
Later,
somehow don't know why..
alphabets get reversed..
 
🍁An Excellent Line...

"Marriage is a beautiful forest where Brave Lions are killed by beautiful Deer's".😜😂🍁

: दर्द कितने हैं बता नहीं सकता, जख्म कितने है दिखा नहीं सकता, आँखों से समझ सको तो समझ लो, आँसु गिरे है कितने गिना नहीं सकता.


 कसूर ना उनका है ना मेरा, हम दोनो रिश्तों की रसमें निभाते रहे, वो दोस्ती का ऐहसास जताते रहे, हम महोब्बत को दिल में छुपाते रहे...


जब मिलेगी कभी तो बुलाऊँगा उसे, दिल के जख्म भी दिखाऊँगा उसे, उसकी ये तमन्ना भी पूरी करूँगा मैं जब आखिरी साँस आऐगी... उसे बाद भूल जाऊँगा उसे..


 मौसम को मौसम की बहारों ने लूटा, हमे कश्ती ने नहीं किनारों ने लूटा, आप तो डर गये मेरी एक ही कसम से, आपकी कसम देकर हमें तो हज़ारों ने लूट

 सब कुछ है मेरे पास पर दिल की दवा नहीं, दूर वो मुझसे है पर मैं खफा नहीं, मालूम है अब भी प्यार करता है मुझसे, वो थोडा सा जिद्दी है मगर बेवफा नहीं.

: रोने से किसी को पाया नहीं जाया जाता , खोने से किसी को भुलाया नहीं जाता , वक्त सबको मिलता है जिन्दगी बदलने के लिए , पर जिन्दगी नहीं मिलती वक्त बदलने के लिए.


 सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा, सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा, ना जाने क्या बात थी उनमे और हममे, सारी मेहफिल भुल गये बस वह चेहरा याद रहा.