Thursday, September 10, 2020

 विधार्थी जीवन 🧑‍💻👨‍🎓🙇‍♂ म समय का  ⏰महत्व


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समय की सही किमत ⏱ पहचानने वाला ही सफलता का सितारा  🌟बनाता है। विधार्थी जीवन के गुजरते हर क्षण 🕰करोड़ों हीरों 💎💎💎 स भी अधिक मूल्यवान होते हैं ‼️ कयोंकि ये जीवन में सुख, शान्ति और सफलता 🏆🥇परदान करने वाले होते हैं।


समय का मूल्य जानने वाला विधार्थी ही अपने जीवन में सदैव सफलता प्राप्त करता है। प्रस्तुत चित्र के ऊपरी भाग में दर्शाया गया है कि विधार्थी जीवन में समय, धन तथा तन की शक्तियों के महत्व को जानकर उनको अपने जीवन में सदुपयोग करने से सदा प्रगति के पथ पर बढ़ सकते हैं।


इन शक्तियों का उचित उपयोग करने से चिन्तन शक्ति को बढ़ावा मिलता है जिससे जीवन में नए-नए आविष्कार कर सकते हैं तथा उसके आधार से समाज अथवा देश का भला हो सकता है। इस रीति से विधार्थी अपनी बुद्धि को विकसित कर सकता है।


सदा प्रसन्न व हर्षितमुख 😊 वही विधार्थी रह सकता है जो कि अपना हर कार्य समय से पूर्व कर लेता है। इस जीवन में उमंग उत्साह तभी ही आ सकता है जबकि हम किसी भी कार्य को पूरा करने में समय की पाबंदी ⏰ का ध्यान रखते हैं। समय पर कार्य सम्पन्न करने से एक प्रकार की आत्मिक संतुष्टि तथा खुशी का अनुभव होता है। हम अपने जीवन के अमूल्य क्षणों का विवेचन करके सदा शक्ति संचय कर सकते हैं तथा उत्तरोत्तर उन्नति प्राप्त कर सकते हैं। नियमित कार्य करने में ही सफलता निहित होती है।


समय के सदुपयोग ⏳ स जहाँ एक तरफ युवा जीवन का सर्वागींण विकास  🎯🎖एवं उन्नति होती है वहीं दूसरी तरफ हमें समय के दुरुपयोग से अनेक प्रकार की कठिनाइयों एवं समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।


जैसे कोई विधार्थी अपने अध्ययन के अमूल्य समय को आलस्य एवं लापरवाही के कारण सोने में व्यतीत कर देता है तो इससे वह पढ़ाई में कितना कमजोर हो जाता है इसका अनुमान लगाना भी कठिन है। पढ़ाई के साथ-साथ उसका वह समय जो आलस्य तथा निन्द्र में बीत गया वह पुन: इस जीवन में वापिस नहीं आ सकता।❌ जब वह अपना अध्ययन का कार्य समय पर पूरा नहीं कर पाता तो उसके मन में उसकी भविष्य की असफलता की चिन्ता सदैव ही उसको अशान्त किये रहती है।


विधार्थी जीवन में तो आलस्य का आना ही सफलता के दरवाजे को बंद कर दुखों के सैलाब को अमन्त्रण देना है। क्योकि दुनिया में 🌍 सब कुछ दुबारा मिल सकता है केवल बीता हुआ समय पुन: वापिस नहीं  मिल सकता। 🚫अत: विधार्थी जीवन में समय का बड़ा महत्व है।

 हथौड़ा_और_चाबी🗝


Short Hindi Stories With Moral 

नैतिक शिक्षा देती हिंदी कहानी


 

शहर की तंग गलियों के बीच एक पुरानी ताले की दूकान थी। लोग वहां से ताला-चाबी खरीदते और कभी-कभी चाबी खोने पर डुप्लीकेट चाबी बनवाने भी आते। ताले वाले की दुकान में एक भारी-भरकम हथौड़ा भी था जो कभी-कभार ताले तोड़ने के काम आता था।


हथौड़ा अक्सर सोचा करता कि आखिर इन छोटी-छोटी चाबियों में कौन सी खूबी है जो इतने मजबूत तालों को भी चुटकियों में खोल देती हैं जबकि मुझे इसके लिए कितने प्रहार करने पड़ते हैं?


एक दिन उससे रहा नहीं गया, और दूकान बंद होने के बाद उसने एक नन्ही चाबी से पूछा, “बहन ये बताओ कि आखिर तुम्हारे अन्दर ऐसी कौन सी शक्ति है जो तुम इतने जिद्दी तालों को भी बड़ी आसानी से खोल देती हो, जबकि मैं इतना बलशाली होते हुए भी ऐसा नहीं कर पाता?”


चाबी मुस्कुराई और बोली,


दरअसल, तुम तालों को खोलने के लिए बल का प्रयोग करते हो…उनके ऊपर प्रहार करते हो…और ऐसा करने से ताला खुलता नहीं टूट जाता है….जबकि मैं ताले को बिलकुल भी चोट नहीं पहुंचाती….बल्कि मैं तो उसके मन में उतर कर उसके हृदय को स्पर्श करती हूँ और उसके दिल में अपनी जगह बनाती हूँ। इसके बाद जैसे ही मैं उससे खुलने का निवेदन करती हूँ, वह फ़ौरन खुल जाता है।


दोस्तों, मनुष्य जीवन में भी ऐसा ही कुछ होता है। यदि हम किसी को सचमुच जीतना चाहते हैं, अपना बनाना चाहते हैं तो हमें उस व्यक्ति के हृदय में उतरना होगा। जोर-जबरदस्ती या forcibly किसी से कोई काम कराना संभव तो है पर इस तरह से हम ताले को खोलते नहीं बल्कि उसे तोड़ देते हैं ….यानि उस व्यक्ति की उपयोगिता को नष्ट कर देते हैं, जबकि प्रेम पूर्वक किसी का दिल जीत कर हम सदा के लिए उसे अपना मित्र बना लेते हैं और उसकी उपयोगिता को कई गुना बढ़ा देते हैं।


इस बात को हमेशा याद रखिये-


हर एक चीज जो बल से प्राप्त की जा सकती है उसे प्रेम से भी पाया जा सकता है लेकिन हर एक जिसे प्रेम से पाया जा सकता है उसे बल से नहीं प्राप्त किया जा सकता।

Saturday, February 15, 2020

एक आदमी ने नारदमुनि से पूछा मेरे भाग्य में कितना धन है...
:
नारदमुनि ने कहा - भगवान विष्णु से पूछकर कल बताऊंगा...
:
नारदमुनि ने कहा- 1 रुपया रोज तुम्हारे भाग्य में है...
:
आदमी बहुत खुश रहने लगा...
उसकी जरूरते 1 रूपये में पूरी हो जाती थी...
:
एक दिन उसके मित्र ने कहा में तुम्हारे सादगी जीवन और खुश देखकर बहुत प्रभावित हुआ हूं और अपनी बहन की शादी तुमसे करना चाहता हूँ...
:
आदमी ने कहा मेरी कमाई 1 रुपया रोज की है इसको ध्यान में रखना...
इसी में से ही गुजर बसर करना पड़ेगा तुम्हारी बहन को...
:
मित्र ने कहा कोई बात नहीं मुझे रिश्ता मंजूर है...
:
अगले दिन से उस आदमी की कमाई 11 रुपया हो गई...
:
उसने नारदमुनि को बुलाया की हे मुनिवर मेरे भाग्य में 1 रूपया लिखा है फिर 11 रुपये क्यो मिल रहे है...??
:
नारदमुनि ने कहा - तुम्हारा किसी से रिश्ता या सगाई हुई है क्या...??
:
हाँ हुई है...
:
तो यह तुमको 10 रुपये उसके भाग्य के मिल रहे है...
इसको जोड़ना शुरू करो तुम्हारे विवाह में काम आएंगे...
:
एक दिन उसकी पत्नी गर्भवती हुई और उसकी कमाई 31 रूपये होने लगी...
:
फिर उसने नारदमुनि को बुलाया और कहा है मुनिवर मेरी और मेरी पत्नी के भाग्य के 11 रूपये मिल रहे थे लेकिन अभी 31 रूपये क्यों मिल रहे है...
क्या मै कोई अपराध कर रहा हूँ...??
:
मुनिवर ने कहा- यह तेरे बच्चे के भाग्य के 20 रुपये मिल रहे है...
:
हर मनुष्य को उसका प्रारब्ध (भाग्य) मिलता है...
किसके भाग्य से घर में धन दौलत आती है हमको नहीं पता...
:
लेकिन मनुष्य अहंकार करता है कि मैने बनाया,,,मैंने कमाया,,,
मेरा है,,,
मै कमा रहा हूँ,,, मेरी वजह से हो रहा है...
:
हे प्राणी तुझे नहीं पता तू किसके भाग्य का खा कमा रहा है...।👍👍👍👍
*🙏😔औरत का सफर☺🙏*
★★★★★★★★★★★★★
😔बाबुल का घर छोड़ कर पिया के घर आती है..
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☺एक लड़की जब शादी कर औरत बन जाती है..
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😔अपनों से नाता तोड़कर किसी गैर को अपनाती है..
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☺अपनी ख्वाहिशों को जलाकर किसी और के सपने सजाती है..
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☺सुबह सवेरे जागकर सबके लिए चाय बनाती है..
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😊नहा धोकर फिर सबके लिए नाश्ता बनाती है..
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☺पति को विदा कर बच्चों का टिफिन सजाती है..
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😔झाडू पोछा निपटा कर कपड़ों पर जुट जाती है..
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😔पता ही नही चलता कब सुबह से दोपहर हो जाती है..
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☺फिर से सबका खाना बनाने किचन में जुट जाती है..
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☺सास ससुर को खाना परोस स्कूल से बच्चों को लाती है..
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😊बच्चों संग हंसते हंसते खाना खाती और खिलाती है..
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☺फिर बच्चों को टयूशन छोड़,थैला थाम बाजार जाती है..
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☺घर के अनगिनत काम कुछ देर में निपटाकर आती है..
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😔पता ही नही चलता कब दोपहर से शाम हो जाती है..
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😔सास ससुर की चाय बनाकर फिर से चौके में जुट जाती है..
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☺खाना पीना निपटाकर फिर बर्तनों पर जुट जाती है..
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😔सबको सुलाकर सुबह उठने को फिर से वो सो जाती है..
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😏हैरान हूं दोस्तों ये देखकर सौलह घंटे ड्यूटी बजाती है..
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😳फिर भी एक पैसे की पगार नही पाती है..
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😳ना जाने क्यूं दुनिया उस औरत का मजाक उडाती है..
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😳ना जाने क्यूं दुनिया उस औरत पर चुटकुले बनाती है..
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😏जो पत्नी मां बहन बेटी ना जाने कितने रिश्ते निभाती है..
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😔सबके आंसू पोंछती है लेकिन खुद के आंसू छुपाती है..
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*🙏नमन है मेरा घर की उस लक्ष्मी को जो घर को स्वर्ग बनाती है..☺*
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*☺ड़ोली में बैठकर आती है और अर्थी पर लेटकर जाती
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इसे तो शेयर करना आप का फर्ज बनता हैं नहीं तो आप का व्हाटसऐप चलाना बेकार हैं 
एक लड़का जिस लड़की को पसन्द करता था,
 उससे कहने लगा कि मुझे कोई ऐसा तोहफा दे दो जिसे मैं अपने पास संभाल कर रख सकूं ,

लड़की ने अपने जूते का तला उतार कर दे दिया ,

लड़का वह तला लेकर सुनार के पास गया और उससे कहा कि चान्दी का फ्रेम बनाकर इस तले को इस में जड़ दो ,

सुनार ने कहा कल आकर ले जाना अगले रोज़ लड़का तला लेने गया,

 तो सुनार ने लड़के से पूछा कि यह जूता किस पीर साहब का है ?

लड़के ने कहा कि यह किसी पीर साहब का नहीं बल्कि मेरी महबूबा का है ,

सुनार ने कहा उठ खबीस की औलाद,

 कल से मेरा सारा खानदान जूती चूम चूम के पागल होगया है ।

😅😅😁😁😅😅😅😅😅
यही हाल हमारी जनता का है,आंख मूंद कर धोखेबाजों के पीछे भागी जा रही है
*Vaastu mistakes which we all make every morning...*
_Almost all of us receive a minimum of 2-3 good morning messages on our whatsapp in the morning. This is the importance of a morning. It brings with itself hope, joy, health, happiness and lots of energy. But what if we drain out all that fresh energy with silly vaastu mistakes?_

*1-Do NOT start your morning by checking messages on phone*
_It is hard to believe but its actually true that almost every one of us, starts our day by checking the messages on our mobile phone. One negative comment, one rude joke and your day is all gone. Start your day by talking to yourself for few minutes. Reaffirm yourself that you have one full day to live life to the fullest and then get out of the bed._

*2-Never wear clothes you are not satisfied with*
_Newly bought or not! If you just do not like a piece of clothing, you are under no pressure to wear it on your skin no matter what. Take out the outfit which you just love to wear. Tight-fitting, loose or clumsy clothing can really spoil our day like anything._

*3-Do NOT use cracked coffee mugs*
_However expensive it may have been, just throw away that cracked piece of bone china. Do not use cracked tea/coffee mugs right at the start of the day._

*4-Clear all clutter from your bag*
_Do you know that every single object gathers a good amount of dust around itself. Even a safety pin lying in your bag from last 6 months carries good amount of dust and shar energies which you are totally unaware about._

*5-Always carry water with yourself*
_No matter the designation you work at, make it a thumb rule to carry a flask with water in it. Each element has its own fundamental qualities. Keeping water close to you, will certainly help you stay cool and calm under pressure._

*6-Never leave home empty stomach*
_This is one rule which is often neglected by many of us. Have you ever driven a car without petrol? Try dragging your body with its dose of morning meal!_

*7-Never shout/beat the child to wake her up*
_Never ever start your day by thrashing the child to get out of the bed. Do you love to work at gun point? Put yourself in the shoes of your kids. The negative energy from your child will spoil your day, trust me on that._

*8-Do not drive a dirty car*
_Layers of dust on your car will not only spoil your image but is also a bad vaastu to drive unkempt vehicles. It takes not more than 3 minutes to dust off the front and side glasses._

*9-Enter office with a fresh mind set*
_Do not enter office carrying forward yesterday's hurt or disappointment with boss or colleague. It is your office and not your family. You come here to work, so act professionally and stay detached from office politics._

*10-Do not leave food on plate early in morning*
_It is extremely bad vaastu to leave food on your plate early in the morning. Imagine the condition of farmers in our country who are sweating in day in and day out to make food available on your plate._
*G.S.T.   का   ला भ*
🙏

*पति ने पत्नी से कहा: देखो, GST लागू हो गया है। लोग कह रहे हैं कि महंगाई बढ़ेगी। अब हमें खर्च सोच-समझ कर करना होगा, तभी घर-खर्च पर कंट्रोल हो सकेगा।*

*पत्नी बोली: मैं बहुत लक्की हूँ जो मुझे आप जैसा समझदार और दूरदर्शी पति मिला है। आप बिना चिंता के ऑफिस जाइए। मैं शाम तक खर्च पर कंट्रोल की एक ऐसी लिस्ट बना दूंगी, जिससे हम पैसा बचा सकेंगे।*

*पति अपनी होशियारी पर खुद को दाद देता हुआ ख़ुशी-ख़ुशी ऑफिस चला गया। शाम को जैसे ही वह घर आया, वैसे ही पत्नी ने खर्च-कटौती की लिस्ट पकड़ाते हुए कहा: देखो, मैंने लिस्ट बना दी है। पूरा हिसाब लगा लिया है। अगर इस पर अमल होगा, तो घर खर्च में 28% से ज्यादा की बचत होगी। GST से हम मिलकर मुकाबला कर पाएंगेे। आप चिंता मत कीजिए। मैं हर कदम पे आपके साथ रहूंगी।*

*लिस्ट ये थी:*

*1. आज से आपकी दारु बंद होगी। बियर पी सकते हो क्योंकि उससे मुझे परहेज नही है, खर्च में 30% की बचत होगी।*

*2. आज से आपका नॉन-वेज बंद होगा। अंडा खा सकते हो, खर्च में 10% की बचत होगी।*

*3. सिगरेट की जगह अब आप बीड़ी पिया करेंगे। खर्च में 60% की बचत होगी।*

*4. ऑफिस के लिए आपकी कार बंद होगी। आप कल से स्कूटर से जाएंगेे। खर्च में 63% की बचत होगी।*

*5. शनिवार और रविवार आपकी छुट्टी रहती है। इसलिए कामवाली बाई को महीने में आठ दिन कम आने को कहा जाएगा। खर्च में करीब 27% की बचत होगी।*

*6. सुबह बच्चों को स्कूल आप छोड़ते हुए अपने ऑफिस जाएंगे। एक तरफ का बस/वैन का खर्च बचेगा।*

*7. जिन दिनों में सब्जी महँगी होगी उन दिनों में हम होटल से सब्जी पैक करवा के लाएंगेे। रोटियां मैं खुद ही बनाया करूंगी। पैसा बचाने के लिए मैं इतना तो कर ही सकती हूँ।*

*8. आपके घर वालों को बार-बार यहाँ आने के लिए जिद करना बंद कीजिए। फालतू खर्च नहीं होगा। मेरे तो आते रहेंगे क्योंकि वो तो हर बार कुछ देकर ही जाते हैं*

*9. अपने लिए आप लट्ठे के कपड़े लाकर सिलवाइए। आज से ब्रैंडेड कपड़े बंद कीजिए। मैं भी माल नही जाया करूँगी अपने लिए ऑनलाइन सेल से ही कपड़े खरीद लूंगी।*

😝
*पति ने अपने को कमरा बंद करके Blue whale game खेलना शुरू कर दिया है।*
सिकन्दर उस जल की तलाश में था, जिसे पीने से मानव अमर हो जाते हैं.!🦍

दुनियाँ भर को जीतने के जो उसने आयोजन किए, वह अमृत की तलाश के लिए ही थे !

काफी दिनों तक देश दुनियाँ में भटकने के पश्चात आखिरकार सिकन्दर ने वह जगह पा ही ली, जहाँ उसे अमृत की प्राप्ति होती !

वह उस गुफा में प्रवेश कर गया, जहाँ अमृत का झरना था, वह आनन्दित हो गया !

👉 जन्म-जन्म की आकांक्षा पूरी होने का क्षण आ गया, उसके सामने ही अमृत जल कल - कल करके बह रहा था, वह अंजलि में अमृत को लेकर पीने के लिए झुका ही था कि तभी एक कौआ 🦅जो उस गुफा के भीतर बैठा था, जोर से बोला, ठहर, रुक जा, यह भूल मत करना...!’

 सिकन्दर ने🦅कौवे की तरफ देखा!

बड़ी दुर्गति की अवस्था में था वह कौआ.🦅!

पंख झड़ गए थे, पँजे गिर गए  थे, अंधा भी हो गया था, बस कंकाल मात्र ही शेष रह गया था !

सिकन्दर ने कहा, ‘तू रोकने वाला कौन...?’

🦅 कौवे ने उत्तर दिया, ‘मेरी कहानी सुन लो...मैं अमृत की तलाश में था और यह गुफा मुझे भी मिल गई थी !, मैंने यह अमृत पी लिया !

🦅 अब मैं मर नहीं सकता, पर मैं अब मरना चाहता हूँ... !
🦅 देख लो मेरी हालत...अंधा हो गया हूँ, पंख झड़ गए हैं, उड़ नहीं सकता, पैर गल गए हैं, एक बार मेरी ओर देख लो फिर उसके बाद यदि इच्छा हो तो अवश्य अमृत पी लेना!

🦅 देखो...अब मैं चिल्ला रहा हूँ...चीख रहा हूँ...कि कोई मुझे मार डाले, लेकिन मुझे मारा भी नहीं जा सकता !

🦅 अब प्रार्थना कर रहा हूँ  परमात्मा से कि प्रभु मुझे मार डालो !

🦅 मेरी एक ही आकांक्षा है कि किसी तरह मर जाऊँ !

🦅 इसलिए सोच लो एक बार, फिर जो इच्छा हो वो करना.’!

🦅 कहते हैं कि सिकन्दर  सोचता रहा....बड़ी देर तक.....!

आखिर उसकी उम्र भर की तलाश थी अमृत !💧

उसे भला ऐसे कैसे छोड़ देता !

 सोचने के बाद फिर चुपचाप गुफा से बाहर वापस लौट आया, बिना अमृत पिए !

 सिकन्दर समझ चुका था कि जीवन का आनन्द ✨उस समय तक ही रहता है, जब तक हम उस आनन्द को भोगने की स्थिति में होते हैं!

इसलिए स्वास्थ्य की रक्षा कीजिये !
जितना जीवन मिला है,उस जीवन का भरपूर आनन्द लीजिये !

🕎 *हमेशा खुश रहिये 🕎

 ✍दुनियां में सिकन्दर कोई नहीं वक्त सिकन्दर होता है✍
धीरे धीरे पढिये पसंद आएगा...

👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योंकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी अजब परिभाषा है.. सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी वीडियो गेम सी हो गयी है एक लेवल क्रॉस करो तो अगला लेवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखों रुपये पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो, क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है..

*मनुष्य का अपना क्या है ?*
*जन्म :-*     दुसरो ने दिया
*नाम  :-*     दुसरो ने रखा
*शिक्षा :-*    दुसरो ने दी
*रोजगार :-* दुसरो ने दिया और
*शमशान :-* दुसरे ले जाएंगे
तो व्यर्थ में घमंड किस बात पर करते है लोग 👏
*मैं न होता तो*

एक बार हनुमानजी ने प्रभु श्रीराम से कहा कि अशोक वाटिका में जिस समय रावण क्रोध में भरकर तलवार लेकर सीता माँ को मारने के लिए दौड़ा, तब मुझे लगा कि इसकी तलवार छीन कर इसका सिर काट लेना चाहिये, किन्तु अगले ही क्षण मैंने देखा कि मंदोदरी ने रावण का हाथ पकड़ लिया, यह देखकर मैं गदगद् हो गया !

ओह प्रभू आपने कैसी शिक्षा दी, यदि मैं कूद पड़ता तो मुझे भ्रम हो जाता कि यदि मै न होता तो क्या होता ?

बहुधा हमको ऐसा ही भ्रम हो जाता है, मुझे भी लगा कि यदि मै न होता तो सीताजी को कौन बचाता ? पर आप आपने उन्हें बचाया ही नही, बल्कि बचाने का काम रावण की पत्नी को ही सौंप दिया, तब मै समझ गया कि आप जिससे जो कार्य लेना चाहते हैं, वह उसी से लेते हैं, किसी का कोई महत्व नहीं है !

आगे चलकर जब त्रिजटा ने कहा कि लंका में बंदर आया हुआ है और वह लंका जलायेगा तो मै बड़ी चिंता मे पड़ गया कि प्रभु ने तो लंका जलाने के लिए कहा ही नही है और त्रिजटा कह रही है तो मै क्या करुं ?

पर जब रावण के सैनिक तलवार लेकर मुझे मारने के लिये दौड़े तो मैंने अपने को बचाने की तनिक भी चेष्टा नहीं की, और जब विभीषण ने आकर कहा कि दूत को मारना अनीति है, तो मै समझ गया कि मुझे बचाने के लिये प्रभु ने यह उपाय कर दिया !

आश्चर्य की पराकाष्ठा तो तब हुई, जब रावण ने कहा कि बंदर को मारा नही जायेगा पर पूँछ मे कपड़ा लपेट कर घी डालकर आग लगाई जाये तो मैं गदगद् हो गया कि उस लंका वाली संत त्रिजटा की ही बात सच थी वरना लंका को जलाने के लिए मै कहां से घी, तेल, कपड़ा लाता और कहां आग ढूंढता।

 पर वह प्रबन्ध भी आपने रावण से करा दिया, जब आप रावण से भी अपना काम करा लेते हैं तो मुझसे करा लेने में आश्चर्य की क्या बात है !

                 

इसलिये हमेशा याद रखें, कि संसार मे जो कुछ भी हो रहा है वह सब ईश्वरीय विधान है, हम और आप तो केवल निमित्त मात्र हैं, इसीलिये कभी भी ये भ्रम न पालें कि *मै न होता तो क्या होता!*
एक बार अकबर बीरबल हमेशा की तरह टहलने जा रहे थे!

रास्ते में एक तुलसी का पौधा दिखा .. मंत्री बीरबल ने झुक कर प्रणाम किया !

अकबर ने पूछा कौन है ये ?
बीरबल -- मेरी माता हैं !

अकबर ने तुलसी के झाड़ को उखाड़ कर फेक दिया और बोला .. कितनी माता हैं तुम हिन्दू लोगो की ...!

बीरबल ने उसका जबाब देने की एक तरकीब सूझी! .. आगे एक  बिच्छुपत्ती (खुजली वाला ) झाड़ मिला .. बीरबल उसे दंडवत प्रणाम  कर कहा: जय हो बाप मेरे ! !
अकबर को गुस्सा आया ..  दोनों हाथो से झाड़ को उखाड़ने लगा .. इतने में अकबर को भयंकर खुजली होने लगी तो बोला: ..  बीरबल ये क्या हो गया !

बीरबल ने कहा आप ने मेरी माँ को मारा इस लिए ये गुस्सा हो गए!

अकबर जहाँ भी हाथ लगाता खुजली होने लगती .. बोला: बीरबल जल्दी कोई उपाय बताओ!

बीरबल बोला: उपाय तो है लेकिन वो भी हमारी माँ है .. उससे विनती करनी पड़ेगी !

अकबर बोला: जल्दी करो !

आगे गाय खड़ी थी बीरबल ने कहा गाय से विनती करो कि ... हे माता दवाई दो..

गाय ने गोबर कर दिया .. अकबर के शरीर पर उसका लेप करने से फौरन खुजली से राहत मिल गई!
अकबर बोला ..  बीरबल अब क्या राजमहल में ऐसे ही जायेंगे?

बीरबल ने कहा: ..  नहीं बादशाह हमारी एक और माँ है! सामने गंगा बह रही थी .. आप बोलिए हर -हर गंगे .. जय गंगा मईया की .. और कूद जाइए !

नहा कर अपनेआप को तरोताजा महसूस करते हुए अकबर ने बीरबल से कहा: .. कि ये तुलसी माता, गौ माता, गंगा माता तो जगत माता हैं! इनको मानने वालों को ही हिन्दू कहते हैं ..!
प्रेरक कहानी

" अच्छे अच्छे महलों मे भी एक दिन कबूतर अपना घोंसला बना लेते है ...
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               सेठ घनश्याम के दो पुत्रों में जायदाद और ज़मीन का बँटवारा चल रहा था और एक चार पट्टी के कमरे को लेकर विवाद गहराता जा रहा था , एकदिन दोनो भाई मरने मारने पर उतारू हो चले , तो पिता जी बहुत जोर से हँसे। पिताजी को हँसता देखकर दोनो भाई  लड़ाई को भूल गये,  और पिताजी से हँसी का कारण पुछा।
               तो पिताजी ने कहा-- इस छोटे से ज़मीन के टुकडे के लिये इतना लड़ रहे हो छोड़ो इसे आओ मेरे साथ एक अनमोल खजाना बताता हूँ मैं तुम्हे !

              पिता घनश्याम जी और दोनो पुत्र पवन और मदन उनके साथ रवाना हुये पिताजी ने कहा देखो यदि तुम आपस मे लड़े तो फिर मैं तुम्हे उस खजाने तक नही लेकर जाऊँगा और बीच रास्ते से ही लौटकर आ जाऊँगा !
                  अब दोनो पुत्रों ने खजाने के चक्कर मे एक समझौता किया की चाहे कुछ भी हो जाये पर हम लड़ेंगे नही प्रेम से यात्रा पे चलेंगे !

                 गाँव जाने के लिये एक बस मिली पर  सीट दो की मिली, और  वो तीन थे, अब पिताजी के साथ थोड़ी देर पवन बैठे तो थोड़ी देर मदन ऐसे चलते-चलते लगभग दस घण्टे का सफर तय किया फिर गाँव आया।
                  घनश्याम दोनो पुत्रों को लेकर एक बहुत बड़ी हवेली पर गये हवेली चारों तरफ से सुनसान थी। घनश्याम ने जब देखा की हवेली मे जगह जगह कबूतरों ने अपना घोसला बना रखा है, तो घनश्याम वहीं पर बैठकर रोने लगे।
               दोनो पुत्रों ने पुछा क्या हुआ पिताजी आप रो क्यों रहे है ?
     तो रोते हुये उस वृद्ध पिता ने कहा जरा ध्यान से देखो इस घर को, जरा याद करो वो बचपन जो तुमने यहाँ बिताया था , तुम्हे याद है पुत्र इस हवेली के लिये मैं ने अपने भाई से बहुत लड़ाई की थी, सो ये हवेली तो मुझे मिल गई पर मैंने उस भाई को हमेशा के लिये खो दिया , क्योंकि वो दूर देश में जाकर बस गया और फिर वक्त्त बदला और एक दिन हमें भी ये हवेली छोड़कर जाना पड़ा !
         अच्छा तुम ये बताओ बेटा की जिस सीट पर हम बैठकर आये थे, क्या वो बस की सीट हमें मिल जायेगी ? और यदि मिल भी जाये तो क्या वो सीट हमेशा-हमेशा के लिये हमारी हो सकती है ? मतलब की उस सीट पर हमारे सिवा कोई न बैठे। तो दोनो पुत्रों ने एक साथ कहा की ऐसे कैसे हो सकता है , बस की यात्रा तो चलती रहती है और उस सीट पर सवारियाँ बदलती रहती है। पहले कोई और बैठा था , आज कोई और बैठा होगा और पता नही कल कोई और बैठेगा। और वैसे भी उस सीट में क्या धरा है जो थोड़ी सी देर के लिये हमारी है !
                 पिताजी फिर हँसे फिर रोये और फिर वो बोले देखो यही तो मैं तुम्हे समझा रहा हूँ ,कि जो थोड़ी देर के लिये तुम्हारा है , तुमसे पहले उसका मालिक कोई और था बस थोड़ी सी देर के लिये तुम हो और थोड़ी देर बाद कोई और हो जायेगा।
                बस बेटा एक बात ध्यान रखना की इस थोड़ी सी देर के लिये कही अनमोल रिश्तों की आहुति न दे देना, यदि कोई प्रलोभन आये तो इस घर की इस स्थिति को देख लेना की अच्छे अच्छे महलों में भी एक दिन कबूतर अपना घोसला बना लेते है। बस बेटा मुझे यही कहना था --कि  बस की उस सीट को याद कर लेना जिसकी रोज उसकी सवारियां बदलती रहती है उस सीट के खातिर अनमोल रिश्तों की आहुति न दे देना जिस तरह से बस की यात्रा में तालमेल बिठाया था बस वैसे ही जीवन की यात्रा मे भी तालमेल बिठा लेना !
           दोनो पुत्र पिताजी का अभिप्राय समझ गये, और पिता के चरणों में गिरकर रोने लगे !

शिक्षा :-

     मित्रों, जो कुछ भी ऐश्वर्य - सम्पदा हमारे पास है वो सबकुछ बस थोड़ी देर के लिये ही है , थोड़ी-थोड़ी देर मे यात्री भी बदल जाते है और मालिक भी। रिश्तें बड़े अनमोल होते है छोटे से ऐश्वर्य या सम्पदा के चक्कर मे कहीं किसी अनमोल रिश्तें को न खो देना ....
जहाँ प्रेम वहाँ लक्ष्मी जी का वास"👏👏

एक छोटी-सी  कहानी :-

एक बनिए  से लक्ष्मी  जी  रूठ गई ।जाते वक्त  बोली मैं जा रही  हूँ और मेरी जगह  टोटा (नुकसान ) आ रहा है ।तैयार  हो जाओ।लेकिन  मै तुम्हे अंतिम भेट जरूर देना चाहती हूँ।मांगो जो भी इच्छा  हो।
बनिया बहुत समझदार  था ।उसने 🙏 विनती  की टोटा आए तो आने  दो ।लेकिन  उससे कहना की मेरे परिवार  में आपसी  प्रेम  बना रहे ।बस मेरी यही इच्छा  है।
लक्ष्मी  जी  ने  तथास्तु  कहा।

कुछ दिन के बाद :-

बनिए की सबसे छोटी  बहू  खिचड़ी बना रही थी ।उसने नमक आदि  डाला  और अन्य  काम  करने लगी ।तब दूसरे  लड़के की  बहू आई और उसने भी बिना चखे नमक डाला और चली गई ।इसी प्रकार  तीसरी , चौथी  बहुएं  आई और नमक डालकर  चली गई ।उनकी सास ने भी ऐसा किया ।

शाम  को सबसे पहले बनिया  आया ।पहला निवाला  मुह में लिया ।देखा बहुत ज्यादा  नमक  है।लेकिन  वह समझ गया  टोटा(हानि)  आ चुका है।चुपचाप खिचड़ी खाई और चला गया ।इसके बाद  बङे बेटे का नम्बर आया ।पहला निवाला  मुह में लिया ।पूछा पिता जी  ने खाना खा लिया ।क्या कहा उन्होंने ?
सभी ने उत्तर दिया-" हाँ खा लिया  ,कुछ नही बोले।"
अब लड़के ने सोचा जब पिता जी ही कुछ  नही  बोले तो मै भी चुपचाप खा लेता हूँ।
इस प्रकार घर के अन्य  सदस्य  एक -एक आए ।पहले वालो के बारे में पूछते और चुपचाप खाना खा कर चले गए ।

रात  को टोटा (हानि) हाथ जोड़कर  बनिए से कहने लगा  -,"मै जा रहा हूँ।"
बनिए ने पूछा- क्यों ?
तब टोटा (हानि ) कहता है, " आप लोग एक किलो तो नमक खा गए  ।लेकिन  बिलकुल  भी  झगड़ा  नही हुआ । मेरा यहाँ कोई काम नहीं।"

निचौङ

⭐झगड़ा कमजोरी ,  टोटा ,नुकसान  की पहचान है।

👏जहाँ प्रेम है ,वहाँ लक्ष्मी  का वास है।

🔃सदा प्यार -प्रेम  बांटते रहे।छोटे -बङे  की कदर करे ।
जो बङे हैं ,वो बङे ही रहेंगे ।चाहे आपकी कमाई उसकी कमाई   से बङी हो।
जरूरी नहीं जो खुद के लिए  कुछ नहीं करते वो दूसरों  के  लिए भी कुछ नहीं करते।आपके परिवार  में ऐसे लोग भी  हैं जिन्होंने  परिवार  को उठाने  में अपनी सारी खुशियाँ दाव पर लगा दी ।लेकिन गलतफहमी  में सबकुछ  अलग-थलग  कर बैठते  हैं।विचार जरूर करे।🔃

जहाँ प्रेम हैंं वहाँ विकास हैं ; लक्ष्मी  है ।💯
✏धयान से पढ़ना आँखों में पानी आ जाएगा.अग़र नहीँ पढा तो बेकार है


 बड़े गुस्से से मैं घर से चला आया ..

इतना गुस्सा था की गलती से पापा के ही जूते पहन के निकल गया
मैं आज बस घर छोड़ दूंगा, और तभी लौटूंगा जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा ...

जब मोटर साइकिल नहीं दिलवा सकते थे, तो क्यूँ इंजीनियर बनाने के सपने देखतें है .....
आज मैं पापा का पर्स भी उठा लाया था .... जिसे किसी को हाथ तक न लगाने देते थे ...

मुझे पता है इस पर्स मैं जरुर पैसो के हिसाब की डायरी होगी ....
पता तो चले कितना माल छुपाया है .....
माँ से भी ...

इसीलिए हाथ नहीं लगाने देते किसी को..

जैसे ही मैं कच्चे रास्ते से सड़क पर आया, मुझे लगा जूतों में कुछ चुभ रहा है ....
मैंने जूता निकाल कर देखा .....
मेरी एडी से थोडा सा खून रिस आया था ...
जूते की कोई कील निकली हुयी थी, दर्द तो हुआ पर गुस्सा बहुत था ..

और मुझे जाना ही था घर छोड़कर ...

जैसे ही कुछ दूर चला ....
मुझे पांवो में गिला गिला लगा, सड़क पर पानी बिखरा पड़ा था ....
पाँव उठा के देखा तो जूते का तला टुटा था .....

जैसे तेसे लंगडाकर बस स्टॉप पहुंचा, पता चला एक घंटे तक कोई बस नहीं थी .....

मैंने सोचा क्यों न पर्स की तलाशी ली जाये ....

मैंने पर्स खोला, एक पर्ची दिखाई दी, लिखा था..
लैपटॉप के लिए 40 हजार उधार लिए
पर लैपटॉप तो घर मैं मेरे पास है ?

दूसरा एक मुड़ा हुआ पन्ना देखा, उसमे उनके ऑफिस की किसी हॉबी डे का लिखा था
उन्होंने हॉबी लिखी अच्छे जूते पहनना ......
ओह....अच्छे जुते पहनना ???
पर उनके जुते तो ...........!!!!

माँ पिछले चार महीने से हर पहली को कहती है नए जुते ले लो ...
और वे हर बार कहते "अभी तो 6 महीने जूते और चलेंगे .."
मैं अब समझा कितने चलेंगे

......तीसरी पर्ची ..........
पुराना स्कूटर दीजिये एक्सचेंज में नयी मोटर साइकिल ले जाइये ...
पढ़ते ही दिमाग घूम गया.....
पापा का स्कूटर .............
ओह्ह्ह्ह

मैं घर की और भागा........
अब पांवो में वो कील नही चुभ रही थी ....

मैं घर पहुंचा .....
न पापा थे न स्कूटर ..............
ओह्ह्ह नही
मैं समझ गया कहाँ गए ....

मैं दौड़ा .....
और
एजेंसी पर पहुंचा......
पापा वहीँ थे ...............

मैंने उनको गले से लगा लि या, और आंसुओ से उनका कन्धा भिगो दिया ..

.....नहीं...पापा नहीं........ मुझे नहीं चाहिए मोटर साइकिल...

बस आप नए जुते ले लो और मुझे अब बड़ा आदमी बनना है..

वो भी आपके तरीके से ...।।

"माँ" एक ऐसी बैंक है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है...

और

"पापा" एक ऐसा क्रेडिट कार्ड है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते है....
मिट्टी* का *मटका*
 और
 *परिवार* की *कीमत*

 सिर्फ *बनाने* वाले को पता होती है , *तोड़ने* वाले को नहीं।"

*संघर्ष पिता से सीखिये..!*
*संस्कार माँ से सीखिये...!!*

_बाकी सब कुछ दुनिया सिखा देगी...!!!_
________________________________*वक्त  तो  रेत  है
     *फिसलता  ही  जायेगा
     *जीवन  एक  कारवां   है
      *चलता  चला  जायेगा
         *मिलेंगे  कुछ खास
      *इस  रिश्ते  के  दरमियां
      *थाम  लेना  उन्हें  वरना
     *कोई  लौट  के  न  आयेगा
________________________________🌹🌼🌻🍀🌾🌿🍁🌹🌼

       *_"ज़िन्दगी" बदलने के लिए_*
*लड़ना पड़ता है..!_*
         *_और आसान करने के लिए_*
*समझना पड़ता है..!*
      *_वक़्त आपका है,चाहो तो_*
         *सोना बना लो और चाहो तो.*   
*_सोने में गुज़ार दो..!_*
        *अगर कुछ अलग करना है तो*
   *_भीड़ से हटकर चलो..!_*
  *भीड़ साहस तो देती है पर*
   *_पहचान छीन लेती है...!_*
       *मंज़िल ना मिले तब तक हिम्मत*
         *_मत हारो और ना ही ठहरो...._*
 _क्योंकि_
*_पहाड़ से निकलने वाली नदि यों ने_*
     *आज तक रास्ते में किसी से नहीं पूछा कि... _*
         *"समन्दर कितना दूर है.*                                 
  ________________________________💤💫 *बहुत सुन्दर सन्देश* 💫💤

*एक चिड़िया ने मधुमक्खी से पूछा कि तुम इतनी मेहनत से शहद बनाती हो और इंसान आकर उसे चुरा ले जाता है, तुम्हें बुरा नहीं लगता ??*
🌺🌾🍁🍂🍃💐
*मधुमक्खी ने बहुत सुंदर जवाब दिया :*
*इंसान मेरा शहद ही चुरा सकता है पर मेरी शहद बनाने की कला नहीं !!*
🌾🍁🍂🍃🌷🌸🌻
*कोई भी आपका Creation चुरा सकता है पर आपका Talent (हुनर) नहीं ....*✍
🌻🌻🌻🌻🌻
       *नेक लोगों की संगत से*
    *हमेशा भलाई ही मिलती हे,*
                  *क्योंकि....*
   *हवा जब फूलो से गुज़रती हे,*
 *तो वो भी खुश्बुदार हो जाती हे.
चीनी बनाने की सबसे पहली मिल अंग्रेजो ने 1868 मेँ लगाई थी ।उसके *"पहले भारतवासी शुद्ध देशी गुड़ खाते थे और कभी बीमार नहीँ पड़ते थे"*

चीनी एक जहर है जो अनेक रोगों का कारण है, जानिये कैसे...
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(1)-- चीनी बनाने की प्रक्रिया में गंधक का सबसे अधिक प्रयोग होता है । गंधक माने पटाखों का मसाला
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(2)-- गंधक अत्यंत कठोर धातु है जो शरीर मेँ चला तो जाता है परंतु बाहर नहीँ निकलता ।
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(3)-- चीनी कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाती है जिसके कारण हृदयघात या हार्ट अटैक आता है ।
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(4)-- चीनी शरीर के वजन को अनियन्त्रित कर देती है जिसके कारण मोटापा होता है ।
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(5)-- चीनी रक्तचाप या ब्लड प्रैशर को बढ़ाती है ।
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(6)-- चीनी ब्रेन अटैक का एक प्रमुख कारण है ।
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(7)-- चीनी की मिठास को आधुनिक चिकित्सा मेँ सूक्रोज़ कहते हैँ जो इंसान और जानवर दोनो पचा नहीँ पाते ।
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(8)-- चीनी बनाने की प्रक्रिया मेँ तेइस हानिकारक रसायनोँ का प्रयोग किया जाता है ।
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(9)-- चीनी डाइबिटीज़ का एक प्रमुख कारण है ।
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(10)-- चीनी पेट की जलन का एक प्रमुख कारण है ।
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(11)-- चीनी शरीर मे ट्राइ ग्लिसराइड को बढ़ाती है ।
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(12)-- चीनी पेरेलिसिस अटैक या लकवा होने का एक प्रमुख कारण है।
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(13) कृपया जितना हो सके, चीनी से गुड़ पे आएँ ।
छोटी लड़की ने गुल्लक से सब सिक्के निकाले और उनको बटोर कर जेब में रख लिया ...!
निकल पड़ी घर से – पास ही केमिस्ट की दुकान थी ....
उसके जीने धीरे धीरे चढ़ गयी....!!
वो काउंटर के सामने खड़े होकर बोल रही थी पर छोटी सी लड़की किसी को नज़र नहीं आ रही थी ...
ना ही उसकी आवाज़ पर कोई गौर कर रहा था, सब व्यस्त थे...!!
दुकान मालिक का कोई दोस्त बाहर देश से आया था
वो भी उससे बात करने में व्यस्त था...!!
तभी उसने जेब से एक सिक्का निकाल कर काउंटर पर फेका सिक्के की आवाज़ से सबका ध्यान उसकी ओर गया....
उसकी तरकीब काम आ गयी....!
दुकानदार उसकी ओर आया...
और उससे प्यार से पूछा क्या चाहिए बेटा... ?
उसने जेब से सब सिक्के निकाल कर अपनी छोटी सी हथेली पर रखे... और बोली मुझे *“चमत्कार”* चाहिए ....!!!
दुकानदार समझ नहीं पाया उसने फिर से पूछा, *वो फिर से बोली मुझे “चमत्कार” चाहिए...!!*
दुकानदार हैरान होकर बोला – बेटा यहाँ चमत्कार नहीं मिलता....!
वो फिर बोली अगर दवाई मिलती है तो चमत्कार भी आपके यहाँ ही मिलेगा..!
दुकानदार बोला – बेटा आप से यह किसने कहा... ?
अब उसने विस्तार से बताना शुरु किया –
अपनी तोतली जबान से – मेरे भैया के सर में टुमर (ट्यूमर) हो गया है, पापा ने मम्मी को बताया है की डॉक्टर 4 लाख रुपये बता रहे थे – अगर समय पर इलाज़ न हुआ तो कोई चमत्कार ही इसे बचा सकता है ....
और कोई संभावना नहीं है...
वो रोते हुए माँ से कह रहे थे...
अपने पास कुछ बेचने को भी नहीं है...
न कोई जमीन जायदाद है न ही गहने – सब इलाज़ में पहले ही खर्च हो गए है....!
दवा के पैसे बड़ी मुश्किल से जुटा पा रहा हूँ...!!
वो मालिक का दोस्त उसके पास आकर बैठ गया और प्यार से बोला अच्छा.... कितने पैसे लाई हो तुम चमत्कार खरीदने को...?
उसने अपनी मुट्टी से सब रुपये उसके हाथो में रख दिए....!!
उसने वो रुपये गिने 21 रुपये 50 पैसे थे...!!!
*वो व्यक्ति हँसा और लड़की से बोला तुमने चमत्कार खरीद लिया,*
चलो मुझे अपने भाई के पास ले चलो...!!!
वो व्यक्ति जो उस केमिस्ट का दोस्त था अपनी छुट्टी बिताने भारत आया था... वह *न्यूयार्क का एक प्रसिद्द न्यूरो सर्जन था*...उसने उस बच्चे का इलाज 21 रुपये 50 पैसे में किया और वो बच्चा सही हो गया...!!!
प्रभु ने लडकी को चमत्कार बेच दिया – वो बच्ची बड़ी श्रद्धा से उसको खरीदने चली थी वो उसको मिल भी गयी....!
*नीयत साफ़ और मक़सद सही हो तो, किसी न किसी रूप में कृष्ण आपकी मदद करते ही है.....!!*
_यही आस्था का चमत्कार है...!!!_
अगर इस कहानी से आपकी पलकें नम हुई है तो किसी एक जरूरतमंद की मदद जरूर करें।
📞 हैलो माँ !!

मैं रवि बोल रहा हूँ !!

कैसी हो 👵माँ....??

मैं.... मैं…. ठीक हूँ बेटे ये बताओ तुम और 👸बहू दोनों कैसे हो.....??

हम दोनों ठीक है !!

माँ आपकी बहुत याद आती है !! अच्छा सुनो माँ मैं अगले महीने इंडिया आ रहा हूँ तुम्हें लेने !!

क्या...??  हाँ माँ अब हम सब साथ ही रहेंगे....!!

नीतू कह रही थी 👵माज़ी को ✈ अमेरिका ले आओ वहाँ अकेली बहुत परेशान हो रही होंगी.!!

हैलो सुनरही हो 👵माँ....??

हाँ हाँ 👮बेटे "बूढ़ी आंखो से खुशी की अश्रुधारा बह निकली" बेटे और बहू का प्यार नस नस में दौड़ने लगा !!

जीवन के सत्तर साल गुजार चुकी सावित्री ने जल्दी से अपने पल्लू से आँसू पोंछे और बेटे से बात करने लगी !!

पूरे दो साल बाद बेटा घर आ रहा था !!

बूढ़ी सावित्री ने मोहल्ले भरमे दौड़ दौड़ कर ये खबर सबको सुना दी !!

सभी खुश थे की चलो बुढ़ापा चैनसे बेटे और बहू के साथ गुजर जाएगा !!

रवि अकेला आया था उसने कहा की माँ हमे जल्दी ही वापिस जाना है इसलिए जो भी 💴💰💵💷 रुपया पैसा किसी से लेना है वो लेकर रखलों और तब तक मे किसी प्रोपेर्टी डीलर से मकान की बात करता हूँ !!

मकान...?? माँ ने पूछा !!

हाँ माँ अब ये मकान बेचना पड़ेगा वरना कौन इसकी देखभाल करेगा !!

हम सबतो अब अमेरिका मे ही रहेंगे बूढ़ी आंखो ने मकान के कोने कोने को ऐसे निहारा जैसे किसी अबोध बच्चे को सहला रही हो !!

आनन फानन और औने-पौने दाम मे रवि ने 💒मकान बेच दिया !!

सावित्री देवी ने वो जरूरी सामान समेटा जिस से उनको बहुत ज्यादा लगाव था !!

👮रवि 🚕टैक्सी मँगवा चुका था !!

एयरपोर्ट पहुँचकर रवि ने कहा,👵”माँ तुम यहाँ बैठो मे अंदर जाकर सामान की जांच और बोर्डिंग और विजा का काम निपटा लेता हूँ" !!

ठीक है बेटे, "सावित्री देवी वही पास की बेंच पर बैठ गई" !!

काफी समय बीत चुका था !!

बाहर बैठी👵 सावित्री देवी बार बार उस दरवाजे की तरफ देख रही थी जिसमे रवि गया था लेकिन अभी तक बाहर नहीं आया !!

शायद अंदर बहुत भीड़ होगी सोचकर👵 बूढ़ी आंखे फिर से टकट की लगाए देखने लगती !!

अंधेरा हो चुका था !!

एयरपोर्ट के बाहरगहमागहमी कम हो चुकी थी।

माजी किस से मिलना है ??

एक💂 कर्मचारी नेवृद्धा से
पूछा....??

"मेरा बेटा अंदर गया था 📧 टिकिट लेने वो मुझे  ✈ अमेरिका लेकर जा रहा है",सावित्री देबी ने घबराकर कहा !!

लेकिन अंदर तो कोई पैसेंजर नहीं है अमेरिका जाने वाली ✈ फ्लाइट तो ☀ दोपहर मे ही चली गई !!

क्या नाम था आपके बेटे का....??

कर्मचारी ने सवाल किया.....??

र......रवि सावित्री के चेहरे पे चिंता की लकीरें उभर आई !!

कर्मचारी अंदर गया और कुछ देर बाद बाहर आकर बोला माजी आपका बेटा 👮रवि तो अमेरिका जाने वाली ✈  फ्लाइट से कब का जा चुका !!

“क्या ??

👵वृद्धा कि आखो से💦 आँसुओं का सैलाब फुट पड़ा !!

बूढ़ी👵 माँ का रोम रोम कांप उठा !!

किसी तरह वापिस 💒घर पहुंची जो अब बिक चुका था !!

रात में 💒घर के बाहर चबूतरे पर ही ⛺ सो गई !!🌄

सुबह हुई तो👳दयालु मकान मालिक ने एक कमरा रहने को दे दिया !!

पति की 💴 पेंशन से 💒घर का किराया और खाने का काम चलने लगा !!

समय गुजरने लगा एक दिन मकान मालिक ने वृद्धा से पूछा ??

माजी क्यों नही आप अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ चली जाए अब आपकी उम्र भी बहुत हो गई अकेली कब तक रह पाएँगी !!

हाँ चली तो जाऊँ लेकिन कल को मेरा👮 बेटा आया तो..??

यहाँ फिर कौन उसका ख्याल रखेगा ....??

आखँ से आसू आने लग गए दोस्तों ....!!

माँ बाप का दिल कभी मत दुखाना 👬👫दोस्तों मेरी आपसे ये हाथ जोड़कर विनती है !!
बुद्ध अपने शिष्यों के साथ बैठे थे। एक शिष्य ने पूछा- *"कर्म क्या है?"*
बुद्ध ने कहा- "मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ।"

एक राजा हाथी पर बैठकर अपने राज्य का भ्रमण कर रहा था।अचानक वह एक दुकान के सामने रुका और अपने मंत्री से कहा- "मुझे नहीं पता क्यों, पर मैं इस दुकान के स्वामी को फाँसी देना चाहता हूँ।"
यह सुनकर मंत्री को बहुत दु:ख हुआ। लेकिन जब तक वह राजा से कोई कारण पूछता, तब तक राजा आगे बढ़ गया।

अगले दिन, मंत्री उस दुकानदार से मिलने के लिए एक साधारण नागरिक के वेष में उसकी दुकान पर पहुँचा। उसने दुकानदार से ऐसे ही पूछ लिया कि उसका व्यापार कैसा चल रहा है? दुकानदार चंदन की लकड़ी बेचता था। उसने बहुत दुखी होकर बताया कि मुश्किल से ही उसे कोई ग्राहक मिलता है। लोग उसकी दुकान पर आते हैं, चंदन को सूँघते हैं और चले जाते हैं। वे चंदन कि गुणवत्ता की प्रशंसा भी करते हैं, पर ख़रीदते कुछ नहीं। अब उसकी आशा केवल इस बात पर टिकी है कि राजा जल्दी ही मर जाएगा। उसकी अन्त्येष्टि के लिए बड़ी मात्रा में चंदन की लकड़ी खरीदी जाएगी। वह आसपास अकेला चंदन की लकड़ी का दुकानदार था, इसलिए उसे पक्का विश्वास था कि राजा के मरने पर उसके दिन बदलेंगे।

अब मंत्री की समझ में आ गया कि राजा उसकी दुकान के सामने क्यों रुका था और क्यों दुकानदार को मार डालने की इच्छा व्यक्त की थी। शायद दुकानदार के नकारात्मक विचारों की तरंगों ने राजा पर वैसा प्रभाव डाला था, जिसने उसके बदले में दुकानदार के प्रति अपने अन्दर उसी तरह के नकारात्मक विचारों का अनुभव किया था।

बुद्धिमान मंत्री ने इस विषय पर कुछ क्षण तक विचार किया। फिर उसने अपनी पहचान और पिछले दिन की घटना बताये बिना कुछ चन्दन की लकड़ी ख़रीदने की इच्छा व्यक्त की। दुकानदार बहुत खुश हुआ। उसने चंदन को अच्छी तरह कागज में लपेटकर मंत्री को दे दिया।

जब मंत्री महल में लौटा तो वह सीधा दरबार में गया जहाँ राजा बैठा हुआ था और सूचना दी कि चंदन की लकड़ी के दुकानदार ने उसे एक भेंट भेजी है। राजा को आश्चर्य हुआ। जब उसने बंडल को खोला तो उसमें सुनहरे रंग के श्रेष्ठ चंदन की लकड़ी और उसकी सुगंध को देखकर बहुत प्रसन्न हुआ। प्रसन्न होकर उसने चंदन के व्यापारी के लिए कुछ सोने के सिक्के भिजवा दिये। राजा को यह सोचकर अपने हृदय में बहुत खेद हुआ कि उसे दुकानदार को मारने का अवांछित विचार आया था।

जब दुकानदार को राजा से सोने के सिक्के प्राप्त हुए, तो वह भी आश्चर्यचकित हो गया। वह राजा के गुण गाने लगा जिसने सोने के सिक्के भेजकर उसे ग़रीबी के अभिशाप से बचा लिया था। कुछ समय बाद उसे अपने उन कलुषित विचारों की याद आयी जो वह राजा के प्रति सोचा करता था। उसे अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए ऐसे नकारात्मक विचार करने पर बहुत पश्चात्ताप हुआ।

यदि हम दूसरे व्यक्तियों के प्रति अच्छे और दयालु विचार रखेंगे, तो वे सकारात्मक विचार हमारे पास अनुकूल रूप में ही लौटेंगे। लेकिन यदि हम बुरे विचारों को पालेंगे, तो वे विचार हमारे पास उसी रूप में लौटेंगे।

यह कहानी सुनाकर बुद्ध ने पूछा- "कर्म क्या है?" अनेक शिष्यों ने उत्तर दिया- "हमारे शब्द, हमारे कार्य, हमारी भावनायें, हमारी गतिविधियाँ..."

बुद्ध ने सिर हिलाया और कहा- *"तुम्हारे विचार ही तुम्हारे कर्म

Sunday, February 9, 2020

एक बच्चे को आम का पेड़ बहुत पसंद था।*

*जब भी फुर्सत मिलती वो आम के पेड के पास पहुच जाता।*

*पेड के उपर चढ़ता,आम खाता,खेलता और थक जाने पर उसी की छाया मे सो जाता।*

*उस बच्चे और आम के पेड के बीच एक अनोखा रिश्ता बन गया।*

*बच्चा जैसे-जैसे बडा होता गया वैसे-वैसे उसने पेड के पास आना कम कर दिया।*

*कुछ समय बाद तो बिल्कुल ही बंद हो गया।*

*आम का पेड उस बालक को याद करके अकेला रोता।*

*एक दिन अचानक पेड ने उस बच्चे को अपनी तरफ आते देखा और पास आने पर कहा,*

*"तू कहां चला गया था? मै रोज तुम्हे याद किया करता था। चलो आज फिर से दोनो खेलते है।"*

*बच्चे ने आम के पेड से कहा,*
*"अब मेरी खेलने की उम्र नही है*

*मुझे पढना है,लेकिन मेरे पास फीस भरने के पैसे नही है।"*

*पेड ने कहा,*
*"तू मेरे आम लेकर बाजार मे बेच दे,*
*इससे जो पैसे मिले अपनी फीस भर देना।"*

*उस बच्चे ने आम के पेड से सारे आम तोड़ लिए और उन सब आमो को लेकर वहा से चला गया।*

*उसके बाद फिर कभी दिखाई नही दिया।*

*आम का पेड उसकी राह देखता रहता।*

*एक दिन वो फिर आया और कहने लगा,*
*"अब मुझे नौकरी मिल गई है,*
*मेरी शादी हो चुकी है,*

*मुझे मेरा अपना घर बनाना है,इसके लिए मेरे पास अब पैसे नही है।"*
*आम के पेड ने कहा,*

*"तू मेरी सभी डाली को काट कर ले जा,उससे अपना घर बना ले।"*
*उस जवान ने पेड की सभी डाली काट ली और ले के चला गया।*

*आम के पेड के पास अब कुछ नहीं था वो अब बिल्कुल बंजर हो गया था।*

*कोई उसे देखता भी नहीं था।*
*पेड ने भी अब वो बालक/जवान उसके पास फिर आयेगा यह उम्मीद छोड दी थी।*

*फिर एक दिन अचानक वहाँ एक बुढा आदमी आया। उसने आम के पेड से कहा,*

*"शायद आपने मुझे नही पहचाना,*
*मैं वही बालक हूं जो बार-बार आपके पास आता और आप हमेशा अपने टुकड़े काटकर भी मेरी मदद करते थे।"*

*आम के पेड ने दु:ख के साथ कहा,*

*"पर बेटा मेरे पास अब ऐसा कुछ भी नही जो मै तुम्हे दे सकु।"*

*वृद्ध ने आंखो मे आंसु लिए कहा,*

*"आज मै आपसे कुछ लेने नही आया हूं बल्कि आज तो मुझे आपके साथ जी भरके खेलना है,*

*आपकी गोद मे सर रखकर सो जाना है।"*

*इतना कहकर वो आम के पेड से लिपट गया और आम के पेड की सुखी हुई डाली फिर से अंकुरित हो उठी।*

*वो आम का पेड़ कोई और नही हमारे माता-पिता हैं दोस्तों ।*

*जब छोटे थे उनके साथ खेलना अच्छा लगता था।*

*जैसे-जैसे बडे होते चले गये उनसे दुर होते गये।*
*पास भी तब आये जब कोई जरूरत पडी,*
*कोई समस्या खडी हुई।*

*आज कई माँ बाप उस बंजर पेड की तरह अपने बच्चों की राह देख रहे है।*

*जाकर उनसे लिपटे,*
*उनके गले लग जाये*

*फिर देखना वृद्धावस्था में उनका जीवन फिर से अंकुरित हो उठेगा।*

आप से प्रार्थना करता हूँ यदि ये कहानी अच्छी लगी हो तो कृपया ज्यादा से ज्यादा लोगों को भेजे ताकि किसी की औलाद सही रास्ते पर आकर अपने माता पिता को गले लगा सके !

HOW TO INSPIRE MANNERS IN YOUR CHILDREN.

1. When entering the house greet your children or even hug them. This should help develop their sense of love and self worth.

2. Be good to your neighbours and never backbite. Never speak ill of other drivers when on the road. Your children would listen, absorb and emulate.

3. When calling your parents, encourage your children to speak to them. When visiting your parents take your children with you. The more they see you take care of your parents the more they will learn to take care of you.

4. When driving them to school, don't always play albums or cds in the car. Rather, tell them some motivational stories yourself. This will have a greater impact - trust me!

5. Read to them a short story and  even a scripture a day – it doesn't take much time, but very impactful in creating strong bonds and wonderful memories. 

6. Comb your hair, clean your teeth and wear presentable cloths even if sitting at home and not going out for the day. They need to learn that being clean and tidy has nothing to do with going out! 

7. Try not to blame or comment on every word or action they say or do. Learn to overlook and let go sometimes. This certainly builds their self-confidence.

8. Ask your children's permission before entering their rooms. Don't just knock and enter, but then wait for a verbal permission. They will learn to do the same when wanting to enter your room.

9. Apologize to your children if you made a mistake. Apologizing teaches them to be humble and polite.

10. Don't be sarcastic or make fun of their views or feelings, even if you "didn't mean it" and was "only joking". It really hurts.

11. Show respect to your children's privacy. Its important for their sense of value and self-esteem.

12. Don't expect that they will listen or understand the first time. Don't take it personal. But be patient and consistent.

13.Pray with them. Show them how to pray. Lead by example.
14. In addition, ask them to discuss their daily plans after the morning prayers. Children without concrete daily plans usually join others in executing theirs. They fall easy to peer pressure.
15.Hold them and bless them specially every morning.
*Please share with other parents.*

रसोई में स्वास्थ्य🌷🌷🌷

💚नमक केवल सेन्धा प्रयोग करें।थायराइड, बी पी , पेट ठीक होगा।
💚कुकर स्टील का ही काम में लें।एल्युमिनियम में मिले lead से होने वाले नुकसानों से बचेंगे।
💚तेल कोई भी रिफाइंड न खाकर, सिर्फ फिल्टर्ड ही।
तिल्ली, सरसों, मूंगफली, नारियल केवल। रिफाइंड में बहुत केमिकल होते हैं।
💚सोयाबीन बड़ी को 2 घण्टे भिगो कर, मसल कर जहरीली झाग निकल कर ही प्रयोग करें।
💚रसोई में एग्जास्ट फैन जरूरी है, प्रदूषित हवा बाहर करें।
💚काम करते समय स्वयं को अच्छा लगने वाला संगीत चलाएं।खाने में अच्छा प्रभाव आएगा और थकान कम होगी।
💚तेल कम कर देशी गाय के घी का प्रयोग बढ़ाएं। अनेक रोग दूर होंगे, वजन नहीं बढ़ता।
💚ज्यादा से ज्यादा मीठा नीम/कढ़ी पत्ता खाने की चीजों में डालें,  सभी का स्वास्थ्य ठीक करेगा।
💚ज्यादा चीजें लोहे की कढ़ाई में ही बनाएं।आयरन की कमी किसी को नहीं होगी।
💚भोजन का समय निश्चित करें, पेट ठीक रहेगा।
भोजन के बीच बात न करें, भोजन ज्यादा पोषण देगा।
💚नाश्ते में अंकुरित अन्न शामिल करें।पोषक विटामिन, फाइबर मिलेंगे।
💚सुबह के खाने के साथ ताजा दही लें, पेट ठीक रहेगा।
💚चीनी कम से कम प्रयोग करें, ज्यादा उम्र में हड्डियां ठीक रहेंगी।
💚चीनी की जगह बिना मसाले का गुड़ या पतजंलि का मधुरम (देशी शक्कर) लें।
💚छौंक में राई के साथ कलौंजी का भी प्रयोग करें, फायदे इतने कि लिख ही नहीं सकते।
💚धीरे धीरे पतजंलि की दिव्य पेय(चाय) की आदत बनाएं, निरोग रहेंगे।
डस्ट बिन एक रसोई में एक बाहर रखें, सोने से पहले रसोई का कचरा बाहर के डस्ट बिन में डालें।
💚रसोई में घुसते ही नाक में घी या सरसों तेल लगाएं, सर और फेफड़े स्वस्थ रहेंगे।
करेले, मैथी, मूली याने कड़वी सब्जियां भी खाएँ, रक्त शुद्ध रहेगा।
💚पानी मटके वाले से ज्यादा ठंडा न पिएं, पाचन व दांत ठीक रहेंगे।
💚रसोई में घुसते ही थोड़े ड्राई फ्रूट(काजू की जगह तरबूज के बीज) खायें, एनर्जी बनी रहेगी।
💚प्लास्टिक, एल्युमिनियम रसोई से हटाये, केन्सर कारक हैं।
💚माइक्रोवेव ओवन का प्रयोग केन्सर कारक है।
💚खाने की ठंडी चीजें कम से कम खाएँ, पेट और दांत को खराब करती हैं।
💚बाहर का खाना बहुत हानिकारक है, खाने से सम्बंधित ग्रुप से जुड़कर सब घर पर ही बनाएं।
💚तली चीजें छोड़ें, वजन, पेट, एसिडिटी ठीक रहेंगी।
💚मैदा, बेसन, चौले, राजमां, उड़द  कम खाएँ, गैस की समस्या से बचेंगे।
💚अदरक,अजवायन का प्रयोग बढ़ाएं, गैस और शरीर के दर्द कम होंगे।
💚बिना कलौंजी वाला अचार हानिकारक होता है।
💚पानी का फिल्टर R O वाला नहीं, हानिकारक है। U V वाला ही प्रयोग करे, सस्ता भी और बढ़िया भी।
💚रसोई में ही बहुत से कॉस्मेटिक्स हैं, इस प्रकार के ग्रुप से जानकारी लें।
💚रात को आधा चम्मच त्रिफला एक कप पानी में डाल कर रखें, सुबह कपड़े से छान कर eye wash cup में डाल कर आंखें धोएं.चश्मा उतर जाएगा।
💚छान कर जो पावडर बचे उसे फिर एक गिलास पानी में डाल कर रख दें। रात को पी जाएं। पेट साफ होगा, कोई रोग एक साल में नहीं रहेगा।
💚सुबह रसोई  में चप्पल न पहनें, शुद्धता भी, एक्यू प्रेशर भी।
💚रात का भिगोया आधा चम्मच कच्चा जीरा सुबह खाली पेट चबा कर वही पानी पिएं, एसिडिटी खतम।
💚एक्यू प्रेशर वाले पिरामिड प्लेटफार्म पर खड़े होकर खाना बनाने की आदत बन लें तो भी सब बीमारी शरीर से निकल जायेगी।
💚चौथाई चम्मच दालचीनी का कुल उपयोग दिन भर में किसी भी रूप में करने पर निरोगता अवश्य होगी।
💚रसोई के मसालों से बना चाय मसाला स्वास्थ्यवर्धक है।
💚सर्दियों में नाखून बराबर जावित्री कभी चूसने से सर्दी के असर से बचाव होगा।
💚सर्दी में बाहर जाते समय 2 चुटकी अजवायन मुहं में रखकर निगलिए, सर्दी से नुकसान नहीं होगा।
💚रस निकले नीबू के चौथाई टुकड़े में जरा सी हल्दी, नमक, फिटकरी रखकर दांत मलने से दांतों का कोई भी रोग नहीं रहेगा।
💚कभी कभी नमक में, हल्दी में 2 बून्द सरसों का तेल डाल कर दांतों को उंगली से साफ करें, दांतों का कोई रोग टिक नहीं सकता।
💚बुखार में 1 लीटर पानी उबाल कर 250 ml कर लें, साधारण ताप पर आ जाने पर रोगी को थोड़ा थोड़ा दें, दवा का काम करेगा।
💚सुबह के खाने के साथ घर का जमाया ताजा दही जरूर शामिल करें, प्रोबायोटिक है।
💚सूरज डूबने के बाद दही या दही से बनी कोई चीज न खाएं, ज्यादा उम्र में दमा हो सकता है।
💚दही-बड़े सिर्फ मूंग की दाल के बनने चहिये, उड़द के नुकसान करते हैं।
जरूर पढें plz 👌
🌹💕💞❤❣🏡💝

🌹एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे❣

🌹चिड़ा ने कहा - उड़
जाऊं तो तुम पकड़ लेना.❣

🌹चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़
तो सकती हूँ,
पर फिर पा तो नहीं सकती...❣

🌹यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम
हमेशा साथ रहेंगे,❣

🌹लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया,
चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़
जाओ मैं नहीं उड़ सकता..❣

🌹चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना, कहकर
उड़ गई !❣

🌹जब तूफान थमा और चिड़िया वापस
आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका था❣
❣और एक डाली पर लिखा था...❣

✍काश तुम एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें नहीं छोड़ सकती""❣
🌹तो शायद मैं तूफ़ान आने से
पहले नहीं मरता❣
""
ज़िन्दगी के पाँच सच ~
सच नं. 1 -:🌹
माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!❣
────────────────────────
सच नं. 2 -:🌹
गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!❣
────────────────────────
सच नं. 3 -:🌹
आज भी लोग अच्छी सोच को नही,
अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!❣
────────────────────────
सच नं. 4 -:🌹
इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!❣
────────────────────────
सच न. 5 -:🌹
जिस शख्स को अपना खास समझो….
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…❣

🌹❣❣🌹
 गीता में लिखा है कि.......

✍अगर कोई इन्सान
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है❣

🌹अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से
वो बहुत उदास है❣

✍अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वो
अंदर से बहुत कमजोर है❣

✍अगर कोई जरा जरा सी
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है❣

✍अगर कोई हर बात पर
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है❣

🌹लोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती ,❣
❣लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है सर...❣

1🌹. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके बदलो....., ईरादे नही..❣

2🌹. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..❣

3🌹. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है...❣

🌹❣सत्य वचन❣🌹

4🌹. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,, शायद कोई
जिन्दगी बच जाये.....❣

5🌹. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता..❣

6🌹. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी धोखा खाने से आती है...❣

7🌹. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,, आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....❣

8🌹. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...❣

9🌹. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...❣

10🌹. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...❣

11🌹. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस होसला और मेहनत की जरूरत है...❣

🙏🏼🌞 *अस्त होते सूर्य को अर्घ देने की परम्परा क्यों है, आखिर इसे करने से क्या लाभ हो सकते हैं ?*
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उगते सूर्य को अर्घ्य देने की रीति तो कई व्रतों और त्योहारों में है. लेकिन डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा आमतौर पर केवल छठ व्रत में है. धर्म के साथ-साथ विज्ञान से भी जुड़ा है छठ व्रत और पूजा का रिश्ता. कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी को क्यों देते हैं ढलते सूर्य को अर्घ्य.

– सुबह, दोपहर और शाम तीन समय सूर्य देव विशेष रूप से प्रभावी होते हैं.
– सुबह के वक्त सूर्य की आराधना से सेहत बेहतर होती है
– दोपहर में सूर्य की आराधना से नाम और यश बढ़ता है.
– शाम के समय सूर्य की आराधना से जीवन में संपन्नता आती है.
– शाम के समय सूर्य अपनी दूसरी पत्नी प्रत्यूषा के साथ रहते हैं.
– इसलिए प्रत्यूषा को अर्घ्य देना तुरंत लाभ देता है.
– जो डूबते सूर्य की उपासना करते हैं ,वो उगते सूर्य की उपासना भी जरूर करें .
ज्योतिष के जानकारों की मानें तो अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा इंसानी जिंदगी हर तरह की परेशानी दूर करने की शक्ति रखती है. फिर समस्या सेहत से जुड़ी हो या निजी जिंदगी से. तो आइए देखते हैं कि ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर आप कौन –कौन सी मुसीबतों से छुटकारा पा सकते हैं.

🌞 *किन लोगों को अस्त होते सूर्य को जरूर अर्घ्य देना चाहिए?:-*

– जो लोग बिना कारण मुकदमे में फंस गए हों
– जिन लोगों का कोई काम सरकारी विभाग में अटका हो
– जिन लोगों की आंखों की रौशनी घट रही हो
– जिन लोगों को पेट की समस्या लगातार बनी रहती हो
– जो विद्यार्थी बार-बार परीक्षा में असफल हो रहे हों ।
समापन के दिन छठ का पावन व्रत और भी प्रभावशाली हो जाता है. जब श्रद्धा और भक्ति से ओत –प्रोत व्रती. उगते सूर्य को जल देते हैं. मान्यता है कि छठ व्रत की सुबह सूर्य को अर्घ्य देने से मन की हर कामना पूरी होती है.

🌞 *छठ का अंतिम दिन क्यों है इतना महत्व?:-*

– छठ के अंतिम दिन सूर्य को अरुण वेला में अर्घ्य दिया जाता है
– यह अर्घ्य सूर्य की पत्नी “ऊषा” को दिया जाता है
– ये अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व का समापन हो जाता है
– इस अर्घ्य के बाद महिलाएं जल पीकर और प्रसाद खाकर व्रत खोलती हैं
– छठ का केवल अंतिम अर्घ्य देने से भी पूरी होती है मनोकामना
चार दिनों का होता है छठ पर्व और हर दिन का अपना अलग महत्व है. लेकिन सबसे ज्यादा मायने रखता है छठ व्रत का समापन. इस खास दिन क्या खास नियम और सावधानियां बरतें जिससे आपका ये व्रत और भी लाभकारी हो सके.

🌞 *छठ व्रत के समापन के नियम और सावधानियां क्या हैं?:-*

– छठ व्रत का समापन नींबू पानी पीकर ही करें
– व्रत के समापन के तुरंत बाद अनाज और भारी खाना न खाएं
– अंतिम अर्घ्य के बाद सभी लोगों में प्रसाद जरूर बांटें
– नदी के जल को गंदा न करें , साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें ।
छठ का पर्व सबके लिए कल्याणकारी है लेकिन हर किसी के लिए ये व्रत रख पाना मुमकिन नहीं हो पाता लेकिन कुछ ऐसे उपाय हैं जिनके जरिए आप बिना व्रत रखे ही पा सकते हैं छठ व्रत का पूरा लाभ.

🌞 *बिना व्रत रखे कैसे पाएं सूर्य की विशेष कृपा? :-*

– छठ पर्व के दौरान चारों दिन पूरी सफाई और सात्विकता बरतें
– किसी छठ व्रतधारी की सेवा और सहायता करें
– गुड़ और आटे की विशेष मिठाई ‘ठेकुवा’ जरूर बनाएं
– फिर इसे गरीबों और बच्चों में बांटें
– छठ के दोनों ही अर्घ्य जरूर दें और सूर्य देव से कृपा की प्रार्थना करें
– छठ का व्रत रखने वाले लोगों के चरण छूकर आशीर्वाद जरूर लें ।
ज्योतिष के जानकारों की मानें तो अगर सही नियम और सच्ची श्रद्धा से कार्तिक की छठ का व्रत रखा जाए तो परिणाम भी चमत्कारी आते हैं. धन, ऐश्वर्य और आरोग्य बरसाने वाला है छठ का ये महाकल्याणकारी व्रत. तो आप भी छठ पर्व पर सूर्य देव का आशीर्वाद जरूर लें. आपकी किस्मत भी संवर जाएगी.
छठ के अंतिम दिन का अर्घ्य आपकी अलग-अलग समस्याओं के समाधान के लिए सबसे उत्तम है. इस दिन हर समस्या के समाधान के लिए सूर्य को अलग-अलग तरीकों से अर्घ्य देने का नियम है.

🌞 *अर्घ्य से कैसे पूरी होंगी मनोकामनाएं? :-*

शिक्षा और एकाग्रता के लिए – जल में नीला या हरा रंग मिलाकर अर्घ्य दें
सेहत और ऊर्जा के लिए – जल में रोली और लाल पुष्प मिलाकर अर्घ्य दें
राजकीय सेवा के लिए – जल में लाल चन्दन मिलाकर अर्घ्य दें
शीघ्र विवाह और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए – हल्दी मिलाकर दें अर्घ्य
जीवन की हर दिशा में लाभ के लिए – सादा जल अर्पित करें
पितर शांति और बाधा के निवारण के लिए – तिल और अक्षत मिलाकर अर्घ्य दें

वो पिता👤 होता है



वो पिता👤 ही होता है







जो अपने बच्चो👦 को अच्छे



विद्यालय में पढ़ाने के लिए



दौड🏃भाग करता है...







उधार लाकर donation भरता



है, जरूरत पड़ी तो किसी के भी



हाथ🙏 पैर भी पड़ता है



....... वो पिता👤 होता हैं ।।







हर कॉलेज🏬 में साथ👥साथ



घूमता है, बच्चे के रहने के



लिए होस्टल🏨 ढुँढता है...



स्वतः फटे कपडे पहनता है



और बच्चे के लिए नयी जीन्स👖



टी-शर्ट👕 लाता है



.......... वो पिता👤 होता है ।।







खुद खटारा फोन📞 चलाता है पर



बच्चे के लिए स्मार्ट📱 फोन लाता है...







बच्चे की एक आवाज सुनने के



लिए, उसके फोन  में पैसा💰 भराता है



....... वो पिता👤 होता है ।







बच्चे के प्रेम विवाह के निर्णय पर



वो नाराज़😔 होता है और गुस्से



में कहता है सब ठीक से देख



लिया है ना, "आप कुछ



समझते भी है?" यह सुन कर



बहुत रोता😢 है



.......वो पिता👤 होता हैं ।।







बेटी की विदाई पर दिल की



गहराई से रोता😭 है,



मेरी बेटी का ख्याल रखना हाथ



जोड़👏 कर कहता है



......... वो पिता👤 होता है ।।











पिता का प्यार दिखता नहीं है



सिर्फ महसूस किया जाता है।



माँ पर तो बहुत कविता लिखी



गयी है पर पिता पर नहीं।



पिता का प्यार क्या है
पैर  की  मोच
                और
           छोटी   सोच ,
             हमें   आगे
         बढ़ने   नहीं   देती ।


💞☘💞☘💞☘💞☘💞


          टूटी   कलम
                  और
         औरो   से   जलन ,
         खुद   का   भाग्य
         लिखने   नहीं   देती ।


💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖


           काम   का   आलस
                   और
           पैसो   का   लालच ,
                हमें   महान
           बनने   नहीं   देता ।

💞☘💞☘💞☘💞☘💞

.          अपना   मजहब   उंचा
                         और
           गैरो   का   ओछा ,   
     ये    सोच    हमें    इन्सान
          बनने   नहीं   देती ।

💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖


👌दुनिया   में   सब   चीज
            मिल   जाती   है,......
      केवल   अपनी   गलती
            नहीं   मिलती.........

💞☘💞☘💞☘💞☘💞


भगवान   से   वरदान   माँगा
     कि   दुश्मनों   से
         पीछा   छुड़वा   दो ,
            अचानक   दोस्त
                कम   हो   गए......

💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖


" जितनी   भीड़ ,
     बढ़   रही
       ज़माने   में........।
         लोग   उतनें   ही ,
           अकेले   होते
             जा   रहे   हैं.....!!

💞☘💞☘💞☘💞☘💞

इस   दुनिया   के
   लोग   भी   कितने
      अजीब   है   ना ;

          सारे   खिलौने
             छोड़   कर
                जज़बातों   से
                   खेलते   हैं........!!

💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖

किनारे   पर   तैरने   वाली
   लाश   को   देखकर
      ये   समझ   आया........
         बोझ   शरीर   का  नही
            साँसों   का   था......!!

💞☘💞☘💞☘💞☘💞

“ तारीख   हज़ार
    साल   में  बस  इतनी
       सी   बदली   है…........
          तब   दौर
             पत्थर   का   था
                अब   लोग
                   पत्थर   के  हैं..!!
             
💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖
           
    स्वर्ग  का  सपना  छोड़  दो,
    नर्क   का   डर   छोड़   दो ,
    कौन   जाने   क्या   पाप ,
              क्या   पुण्य ,
                   बस............
    किसी   का   दिल   न   दुखे
    अपने   स्वार्थ   के   लिए ,
               बाकी   सब
  कुदरत   पर   छोड़   दो.......!!

💞☘💞☘💞☘💞☘💞

 "सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए

और

जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀

तज़ुर्बा है मेरा.... मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,

संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!

💞☘💞☘💞☘💞☘💞

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,

यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....

जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...

🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀

पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;
           
लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता......

💞☘💞☘💞☘💞☘💞

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....

पर रोटी की साईज़ लगभग  सब घर में एक जैसी ही होती है।

🍀💖🍀💖🍀💖🍀💖🍀

  :👌 शानदार बात👌


इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,

और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...
                   
💞☘💞☘💞☘💞☘💞

कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की...

महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में !!..
❤ Parents expectation from their child?*
____________________________

*Mother:*
I fought with death when I was giving birth to you. I spent sleepless nights when you were sick and crying. I never ate without feeding you first. I bore so many pains to bring you to the stage that you are in today. _How will you repay me my child_?

*Child:*
When I grow up, I will find a good job and earn lots of money for you so you can enjoy the pleasures of this world.

*Mother:*
Your father is doing this already and I do not expect this from you too. By the time you are earning I will be old and will not be in need of any worldly luxuries.

*Son:*
I will find a pious lady and marry her so she can cook for you and take care of you.

*Mother:*
That is not her duty my son and neither should you marry for that reason. It is not compulsory on her to do any service to me, neither do I expect this from her. Your marriage should be for you, a companion and a comfort for you as you go through this journey of life.

*Child:*
Tell me mother how can I repay you then?

*Mother:*
(With tears in her eyes) Visit or call me often. A mother only requires this much from you while she is alive.
Then when I die give me your shoulder and bury me.
Whenever you perform prayers, supplicate for me.
Give out in charity for me.
Remember your every good deed will benefit me in the hereafter so be good and kind always.
Fulfill the rights of all those around you.
_The sleepless nights and pains I took to bring you up was not a favour to you but was for my creator. He blessed me with you as a beautiful gift and as a means for me to attain His pleasure. Your every good deed becomes my repayment._
Will you do it my child...?

*Child*: (Cannot speak and had tears in his eyes)     
                                                                                         _Beautiful message for all the amazing Mothers out there._

Sharing is caring...
डॉ० एपीजे अब्दुल कलाम की चन्द लाईनें जो हमे जीवन में हमेशा याद रखनी चाहिए। और हो सके तो उसे अमल भी करना चाहिये।
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1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
      बेकार मत समझना,क्योक़ि
        बंद पडी घडी भी दिन में
          दो बार सही समय बताती है।

2. किसी की बुराई तलाश करने
      वाले इंसान की मिसाल उस
       मक्खी की तरह है जो सारे
         खूबसूरत जिस्म को छोडकर
           केवल जख्म पर ही बैठती है।

3. टूट जाता है गरीबी मे
      वो रिश्ता जो खास होता है,
        हजारो यार बनते है
          जब पैसा पास होता है।

4. मुस्करा कर देखो तो
      सारा जहाॅ रंगीन है,
        वर्ना भीगी पलको
          से तो आईना भी
             धुधंला नजर आता है।

5..जल्द मिलने वाली चीजे
      ज्यादा दिन तक नही चलती,
        और जो चीजे ज्यादा
           दिन तक चलती है
             वो जल्दी नही मिलती।

6. बुरे दिनो का एक
      अच्छा फायदा
         अच्छे-अच्छे दोस्त
            परखे जाते है।

7. बीमारी खरगोश की तरह
      आती है और कछुए की तरह
        जाती है;
          जबकि पैसा कछुए की तरह
             आता है और.खरगोश की
                तरह जाता है।

8. छोटी छोटी बातो मे
      आनंद खोजना चाहिए
        क्योकि बङी बङी तो
          जीवन मे कुछ ही होती है।

9. ईश्वर से कुछ मांगने पर
      न मिले तो उससे नाराज
        ना होना क्योकि ईश्वर
           वह नही देता जो आपको
             अच्छा लगता है बल्कि
             वह देता है जो आपके लिए
                    अच्छा होता है

10. लगातार हो रही
        असफलताओ से निराश
           नही होना चाहिए क्योक़ि
           कभी-कभी गुच्छे की आखिरी
           चाबी भी ताला खोल देती है।

11. ये सोच है हम इसांनो की
        कि एक अकेला
          क्या कर सकता है
             पर देख जरा उस सूरज को
           वो अकेला ही तो चमकता है।

12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो
        उन्हे तोङना मत क्योकि
          पानी चाहे कितना भी गंदा हो
           अगर प्यास नही बुझा सकता
              वो आग तो बुझा सकता है।

13. अब वफा की उम्मीद भी
         किस से करे भला
            मिटटी के बने लोग
               कागजो मे बिक जाते है।

14. इंसान की तरह बोलना
         न आये तो जानवर की तरह
             मौन रहना अच्छा है।

15. जब हम बोलना
         नही जानते थे तो
           हमारे बोले बिना'माँ'
      हमारी बातो को समझ जाती थी।
            और आज हम हर बात पर
                 कहते है छोङो भी 'माँ'
                  आप नही समझोंगी।

16. शुक्र गुजार हूँ
        उन तमाम लोगो का
           जिन्होने बुरे वक्त मे
              मेरा साथ छोङ दिया
                 क्योकि उन्हे भरोसा था
                    कि मै मुसीबतो से
              अकेले ही निपट सकता हूँ।

17. शर्म की अमीरी से
         इज्जत की गरीबी अच्छी है।

18. जिदंगी मे उतार चङाव
         का आना बहुत जरुरी है
          क्योकि ECG मे सीधी लाईन
            का मतलब मौत ही होता है।

19. रिश्ते आजकल रोटी
         की तरह हो गए है
            जरा सी आंच तेज क्या हुई
            जल भुनकर खाक हो जाते।

20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
        तलाश मत करो
          खुद अच्छे बन जाओ
            आपसे मिलकर शायद
               किसी की तालाश पूरी हो।
A youngster asked his grandfather...
"Grandpa! How did you people live before with

No technology
No aeroplanes
No internet
No Computer
No Dramas
No TV
No aircons
No cars
No Mobile phones.

Dada replied
Just like how you people living today...

No Prayer
No compassion
No honour
No respect
No character
No shame
No modesty"

We, the people born between 1950-1989 are the blessed ones...
Our life is a living proof.

👉While playing and riding bicycle, we never bothered to wear helmets.

👉After school time we played until its dusk but never watched  (TV) by locking up ourselves in a room.

👉We played only with our real friends, not with NET friends.
       
👉 If we ever felt thirsty, we used to drink tap water but never searched for bottled water.
         
 👉We never got ill even after sharing the same juice with four friends.
         
👉We were never put on weight even after eating plate full of  rice everyday.
           
👉Nothing happened to our feet even after roaming bare foot.

👉We never used any health supplements to keep ourselves healthy.
           
👉We used to create our own toys and play with them.
           
 👉Our parents were not rich. They just searched for and gave only love.. not any worldly material.
           
👉We never had cellphones, DVDs, Play stations, XBoxes, video games, Personal computers, internet, chat but we had many real friends.

 👉We used to visit our friend's home uncalled and enjoyed food with them. We never had to call them and ask their permission to visit their home.
         
 👉Relatives were near to us so our hearts and souls were happy.
         
👉We may have been in Black and White photos but you can find good colourful memories in those photos........

👉   We are a unique and the most understanding generation, because we are the last generation who listened to their parents....
and also the first which have to listen to their children.
🙏 अच्छा *दिखने* के लिये मत जिओ
          बल्कि *अच्छा* बनने के लिए जिओ

🌿🍁🌿👣🔔👣🌿🍁🌿
  🙏 जो *झुक* सकता है वह सारी
          दुनिया को *झुका* सकता है

🌿🍁🌿👣🔔👣🌿🍁🌿
  🙏 अगर बुरी आदत *समय पर न बदली* जाये
          तो बुरी आदत *समय बदल देती* है

🌿🍁🌿👣🔔👣🌿🍁🌿
  🙏 चलते रहने से ही *सफलता* है,
          रुका हुआ तो पानी भी *बेकार* हो जाता है

🌿🍁🌿👣🔔👣🌿🍁🌿
  🙏 *झूठे दिलासे* से *स्पष्ट इंकार* बेहतर है

🌿🍁🌿👣🔔👣🌿🍁🌿
  🙏 अच्छी *सोच*, अच्छी *भावना*,
          अच्छा *विचार* मन को हल्का करता है

🌿🍁🌿👣🔔👣🌿🍁🌿


*श्रीकृष्ण भगवान कहते हैं :-*_
      *☝कभी किसी के चहरे को मत देखो बल्कि उसके मन को देखो, क्योंकि...अगर सफेद रंग में वफा होती' तो नमक जख्मों की दवा होती*।
*जैसे जैसे नाम आपका ऊंचा होता है,*
*वैसे वैसे शांत रहना सीखिए*       
*क्योंकि आवाज हमेशा सिक्के ही करते है,*
*नोटों को कभी बजते नहीं देखा*
🌸🌸🌸🌸🌸🌸

💐 *कौन से “कपड़े” पहनूं*….
*जिससे मै अच्छा लगूं*…
*ये तो हम हर रोज सोचते हैं*..
*पर कौन सा “कर्म” करुं*…
*जिससे मै भगवान को अच्छा लगूं*..
*ये कोई कभी भी नही सोचता*…💐

🌷✏ *”तन की खूबसूरती एक भ्रम है..!*
*सबसे खूबसूरत आपकी “वाणी” है..!*
*चाहे तो दिल “जीत” ले.*
*चाहे तो दिल “चीर” दे”!*
*इन्सान सब कुछ कॉपी कर सकता है..!*
*लेकिन किस्मत और नसीब नही..!*

🔱🔮🔱🔮🔱🔮🔱🔮🔱🔮🔱
*"भावना में भाव नहीं तो भावना बेकार है, भावना में भाव है तो भव से बेडा पार है"!!*
         
🔱🔮🔱🔮🔱🔮🔱🔮🔱🔮🔱

😂😜🙈🙉🙊
एक महिला ख़रीदारी करने माल
मैं गई कॅश
काउंटर पर पेमेंट करने के लिए
उसने पर्स
खोला तो दुकानदार ने महिला के
पर्स मैं
टीवी का रिमोट देखा दुकानदार
से
रहा नहीं गया उसने पूछा
आप टीवी का रिमोट हमेशा अपने
साथ लेकर
चलती हैं

नहीं, हमेशा नहीं, "लेकिन आज
मेरे पति ने
खरीदारी के लिए मेरे साथ आने
से मना कर
दिया".
तो मैं तमिल धार्मिक चैनल लगा के आयी हु 😳😀😂
😂

कहानी अभी जारी हैं
-
-
-………
दुकानदार हंसते हुए बोला मैं
सभी सामान वापस
रख लेता हुँ आप के पति ने
आपका क्रेडिट कार्ड
ब्लॉक कर दिया हैं.
😀
सीख :- अपने पति के शौक
का सम्मान करें।
😀
कहानी अभी भी जारी है .
😀

............
महिला थोड़ी हँसी फिर अपने
पर्स से अपने
पति का क्रेडिट कार्ड
निकला और सभी Bills
की पेमेंट कर दी.😀😂😂
😀
(पति ने पत्नी का कार्ड ब्लॉक कर
दिया था पर अपना कार्ड नहीं)😷😋😂
👇
सीख :- एक
नारी की शक्ति को कभी कम
नहीं समझना चाहिए।  Don't
underestimate the power of a
Indian Women 👌👌💐💐
एक हाथ में लिपस्टिक
- दूसरे में मोबाइल
- एक कान कुकर की सीटी पर
- दूसरा वाट्सएप की नोटिफिकेशन पर
- एक आँख टीवी परn
- दूसरी पति की हरकतों पर
😀
कौन कहता है नारी जीवन आसान है..?😂😝

Wednesday, February 5, 2020

*"बहुत ही प्यारी कविता"*

*ऐ   "सुख"  तू  कहाँ   मिलता    है*
*क्या   तेरा   कोई   पक्का   पता  है*

*क्यों   बन   बैठा   है    अन्जाना*
*आखिर   क्या   है   तेरा   ठिकाना।*

*कहाँ   कहाँ     ढूंढा   तुझको*
*पर   तू  न   कहीं  मिला  मुझको*

*ढूंढा   ऊँचे   मकानों   में*
*बड़ी  बड़ी   दुकानों   में*

*स्वादिष्ट   पकवानों   में*
*चोटी   के   धनवानों   में*

*वो   भी   तुझको   ही   ढूंढ   रहे   थे*
*बल्कि   मुझको   ही   पूछ   रहे   थे*

*क्या   आपको   कुछ   पता    है*
*ये  सुख  आखिर  कहाँ  रहता   है?*

*मेरे   पास   तो   "दुःख"  का   पता   था*
*जो   सुबह   शाम   अक्सर   मिलता  था*

*परेशान   होके   शिकायत     लिखवाई*
*पर   ये   कोशिश   भी   काम  न  आई*

*उम्र   अब   ढलान    पे    है*
*हौसला  अब  थकान    पे     है*

*हाँ   उसकी   तस्वीर   है   मेरे   पास*
*अब   भी   बची   हुई   है    आस*

*मैं   भी   हार    नही    मानूंगा*
*सुख   के   रहस्य   को    जानूंगा*

*बचपन    में    मिला    करता    था*
*मेरे    साथ   रहा    करता    था*

*पर   जबसे    मैं    बड़ा   हो    गया*
*मेरा   सुख   मुझसे   जुदा   हो  गया।*

*मैं   फिर   भी   नही   हुआ    हताश*
*जारी   रखी    उसकी    तलाश*

*एक   दिन   जब   आवाज   ये    आई*
*क्या    मुझको    ढूंढ   रहा  है   भाई*

*मैं   तेरे   अन्दर   छुपा    हुआ     हूँ*
*तेरे   ही   घर   में   बसा    हुआ    हूँ*

*मेरा  नहीं  है   कुछ   भी    "मोल"*
*सिक्कों   में   मुझको   न   तोल*

*मैं  बच्चों   की    मुस्कानों    में    हूँ*

*पत्नी  के  साथ    चाय   पीने   में*
*"परिवार"    के  संग   जीने    में*

*माँ   बाप   के   आशीर्वाद    में*
*रसोई   घर   के  पकवानों   में*

*बच्चों   की   सफलता   में    हूँ*
*माँ    की   निश्छल  ममता  में  हूँ*

*हर   पल   तेरे   संग    रहता   हूँ*
*और   अक्सर   तुझसे   कहता   हूँ*

*मैं   तो   हूँ   बस   एक    "अहसास"*
*बंद कर   दे   तू   मेरी    तलाश*

*जो   मिला   उसी   में   कर   "संतोष"*
*आज  को   जी   ले   कल  की न सोच*

*कल  के   लिए   आज   को  न   खोना*

*मेरे   लिए   कभी   दुखी    न   होना*
*मेरे   लिए   कभी   दुखी   न    होना ।।*
👉 गाय का घी 👈🌹

🍁👉1.गाय का घी नाक में डालने से पागलपन दूर होता है।
🍁👉2.गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी खत्म हो जाती है।
🍁👉3.गाय का घी नाक में डालने से लकवा का रोग में भी उपचार होता है।
🍁👉4.(20-25 ग्राम) घी व मिश्री खिलाने से शराब, भांग व गांझे का नशा कम हो जाता है।
🍁👉5.गाय का घी नाक में डालने से कान का पर्दा बिना ओपरेशन के ही ठीक हो जाता है।
🍁👉6.नाक में घी डालने से नाक की खुश्की दूर होती है और दिमाग तरोताजा हो जाताहै।
🍁👉7.गाय का घी नाक में डालने से कोमा से बाहर निकल कर चेतना वापस लोट आती है।
🍁👉8.गाय का घी नाक में डालने से बाल झडना समाप्त होकर नए बाल भी आने लगते है।
🍁👉9.गाय के घी को नाक में डालने से मानसिक शांति मिलती है, याददाश्त तेज होती है।
🍁👉10.हाथ पाव मे जलन होने पर गाय के घी को तलवो में मालिश करें जलन ठीक होता है।
🍁👉11.हिचकी के न रुकने पर खाली गाय का आधा चम्मच घी खाए, हिचकी स्वयं रुक जाएगी।
🍁👉12.गाय के घी का नियमित सेवन करने से एसिडिटी व कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।
🍁👉13.गाय के घी से बल और वीर्य बढ़ता है और शारीरिक व मानसिक ताकत में भी इजाफा होता है
🍁👉14.गाय के पुराने घी से बच्चों को छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत दूर हो जाती है।
🍁👉15.अगर अधिक कमजोरी लगे, तो एक गिलास दूध में एक चम्मच गाय का घी और मिश्री डालकर पी लें।
🍁👉16.हथेली और पांव के तलवो में जलन होने पर गाय के घी की मालिश करने से जलन में आराम आयेगा।
🍁👉17.गाय का घी न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है और इस बीमारी के फैलने को भी आश्चर्यजनक ढंग से रोकता है।
🍁👉18.जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक की तकलीफ है और चिकनाइ खाने की मनाही है तो गाय का घी खाएं, हर्दय मज़बूत होता है।
🍁👉19.देसी गाय के घी में कैंसर से लड़ने की अचूक क्षमता होती है। इसके सेवन से स्तन तथा आंत के खतरनाक कैंसर से बचा जा सकता है।
🍁👉20.घी, छिलका सहित पिसा हुआ काला चना और पिसी शक्कर (बूरा) तीनों को समान मात्रा में मिलाकर लड्डू बाँध लें। प्रातः खाली पेट एक लड्डू खूब चबा-चबाकर खाते हुए एक गिलास मीठा गुनगुना दूध घूँट-घूँट करके पीने से स्त्रियों के प्रदर रोग में आराम होता है, पुरुषों का शरीर मोटा ताजा यानी सुडौल और बलवान बनता है.
🍁👉21.फफोलो पर गाय का देसी घी लगाने से आराम मिलता है।
🍁👉22.गाय के घी की झाती पर मालिस करने से बच्चो के बलगम को बहार निकालने मे सहायक होता है।
🍁👉23.सांप के काटने पर 100 -150 ग्राम घी पिलायें उपर से जितना गुनगुना पानी पिला सके पिलायें जिससे उलटी और दस्त तो लगेंगे ही लेकिन सांप का विष कम हो जायेगा।
🍁👉24.दो बूंद देसी गाय का घी नाक में सुबह शाम डालने
से माइग्रेन दर्द ठीक होता है।
🍁👉25.सिर दर्द होने पर शरीर में गर्मी लगती हो, तो गाय के घी की पैरों के तलवे पर मालिश करे, सर दर्द ठीक हो जायेगा।
🍁👉26.यह स्मरण रहे कि गाय के घी के सेवन से कॉलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। वजन भी नही बढ़ता, बल्कि वजन को संतुलित करता है ।यानी के कमजोर व्यक्ति का वजन बढ़ता है, मोटे व्यक्ति का मोटापा (वजन) कम होता है।
🍁👉27.एक चम्मच गाय का शुद्ध घी में एक चम्मच बूरा और 1/4 चम्मच पिसी काली मिर्च इन तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय चाट कर ऊपर से गर्म मीठा दूध पीने से आँखों की ज्योति बढ़ती है।
🍁👉28.गाय के घी को ठन्डे जल में फेंट ले और फिर घी को पानी से अलग कर ले यह प्रक्रिया लगभग सौ बार करे और इसमें थोड़ा सा कपूर डालकर मिला दें। इस विधि द्वारा प्राप्त घी एक असर कारक औषधि में परिवर्तित हो जाता है जिसे त्वचा सम्बन्धी हर चर्म रोगों में चमत्कारिक कि तरह से इस्तेमाल कर सकते है। यह सौराइशिस के लिए भी कारगर है।
🍁👉29.गाय का घी एक अच्छा (LDL) कोलेस्ट्रॉल है। उच्च कोलेस्ट्रॉल के रोगियों को गाय का घी ही खाना चाहिए। यह एक बहुत अच्छा टॉनिक भी है।
🍁👉30.अगर आप गाय के घी की कुछ बूँदें दिन में तीन बार, नाक में प्रयोग करेंगे तो यह त्रिदोष (वात पित्त और कफ) को संतुलित करता है॥

 *बैंक वाले..*
            पेन बांधकर रखते हैं

          *मेडिकल स्टोर वाले..*
          कैंची बांधकर रखते है

             *झेरॉक्स वाले..*
         स्टेपलर बांधकर रखते है

              *प्याऊ वाले..*
         ग्लास बांधकर रखते हैं

        *कचहरी में वकील ....*
       कुर्सियां बांध कर रखते हैं

          *बड़े बड़े घर वाले..*
         कुत्ता बांधकर रखते हैं

                *लड़कियाँ..*
         मुंह बांधकर रखती हैं।

                      और..
                *पत्नियां...*
        पति को बांधकर रखती है !!

              *किसी को किसी पर..*
               *भरोसा ही नहीं ??*

              *_कैसा घोर कलयुग आ गया रे बाबा !_*

    😜😜😜😜
शादी शुदा लोग जरूर पढ़े आनन्द आएगा

कॉलेज में Happy married life पर

एक  कार्यक्रम हो रहा था,

 जिसमे कुछ शादीशुदा

 जोडे हिस्सा ले रहे थे।

जिस समय प्रोफेसर  मंच पर आए 

उन्होने नोट किया कि सभी

पति- पत्नी शादी पर

जोक कर  हँस रहे थे...

ये देख कर प्रोफेसर ने कहा

 कि चलो पहले  एक Game खेलते है...

उसके बाद  अपने विषय पर बातें करेंगे।

सभी  खुश हो गए

और कहा कोनसा Game ?

प्रोफ़ेसर ने एक married

 लड़की को खड़ा किया

और कहा कि तुम ब्लेक बोर्ड पे

 ऐसे 25- 30 लोगों के  नाम लिखो

जो तुम्हे सबसे अधिक प्यारे हों

लड़की ने पहले तो अपने परिवार के

लोगो के नाम लिखे

फिर अपने सगे सम्बन्धी,

 दोस्तों,पडोसी और

सहकर्मियों के नाम लिख दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने उसमे से

कोई भी कम पसंद वाले

5 नाम मिटाने को कहा...

 लड़की ने अपने

सह कर्मियों के नाम मिटा दिए..

 प्रोफ़ेसर ने और 5 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने थोडा सोच कर

अपने पड़ोसियो के नाम मिटा दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने

और 10 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने अपने सगे सम्बन्धी

 और दोस्तों के नाम मिटा दिए...

अब बोर्ड पर सिर्फ 4 नाम बचे थे

 जो उसके मम्मी- पापा,

पति और बच्चे का नाम था..

 अब प्रोफ़ेसर ने कहा इसमें से

 और 2 नाम मिटा दो...

लड़की असमंजस में पड गयी

 बहुत सोचने के बाद

बहुत दुखी होते हुए उसने

अपने मम्मी- पापा का

नाम मिटा दिया...

सभी लोग स्तब्ध और शांत थे

 क्योकि वो जानते थे

कि ये गेम सिर्फ वो

लड़की ही नहीं खेल रही थी

 उनके दिमाग में भी

यही सब चल रहा था।

अब सिर्फ 2 ही नाम बचे थे...

 पति और बेटे का...

 प्रोफ़ेसर ने कहा

और एक नाम मिटा दो...

लड़की अब सहमी सी रह गयी...

बहुत सोचने के बाद रोते हुए

 अपने बेटे का नाम काट दिया...

प्रोफ़ेसर ने  उस लड़की से कहा

 तुम अपनी जगह पर जाकर बैठ जाओ...

और सभी की तरफ गौर से देखा...

और पूछा-

क्या कोई बता सकता है

कि ऐसा क्यों हुआ कि सिर्फ

 पति का ही नाम

बोर्ड पर रह गया।

कोई जवाब नहीं दे पाया...

सभी मुँह लटका कर बैठे थे...

प्रोफ़ेसर ने फिर

उस लड़की को खड़ा किया

और कहा...

ऐसा क्यों !

जिसने तुम्हे जन्म दिया

और पाल पोस कर

इतना बड़ा किया

उनका नाम तुमने मिटा दिया...

 और तो और तुमने अपनी

 कोख से जिस बच्चे को जन्म दिया

उसका भी नाम तुमने मिटा दिया ?

लड़की ने जवाब दिया.......

 कि अब मम्मी- पापा बूढ़े हो चुके हैं, 

कुछ साल के बाद वो मुझे

और इस दुनिया को छोड़ के

चले जायेंगे ......

मेरा बेटा जब बड़ा हो जायेगा

तो जरूरी नहीं कि वो

शादी के बाद मेरे साथ ही रहे।

लेकिन मेरे पति जब तक मेरी

 जान में जान है

 तब तक मेरा आधा शरीर बनके

 मेरा साथ निभायेंगे

इस लिए मेरे लिए

सबसे अजीज मेरे पति हैं..

प्रोफ़ेसर और बाकी स्टूडेंट ने

 तालियों की गूंज से

लड़की को सलामी दी...

प्रोफ़ेसर ने कहा

तुमने बिलकुल सही कहा

 कि तुम और सभी के बिना

रह सकती हो

पर अपने आधे अंग अर्थात

 अपने पति के बिना नहीं रह सकती l

मजाक मस्ती तक तो ठीक है

पर हर इंसान का

अपना जीवन साथी ही

उसको सब  से ज्यादा

अजीज होता है...

ये सचमुच सच है for all husband and wife   कभी मत भूलना.....👌......✍
🌺🙏 🌹जीन्दगी के साथ भी ,जीन्दगी के बाद भी 🌹
पिता :- कन्यादान नहीं करूंगा जाओ ,
                मैं नहीं मानता इसे ,
क्योंकि मेरी बेटी कोई चीज़ नहीं ,जिसको दान में दे दूँ ;
मैं बांधता हूँ बेटी तुम्हें एक पवित्र बंधन में ,
       पति के साथ मिलकर निभाना तुम ,
मैं तुम्हें अलविदा नहीं कह रहा ,
 आज से तुम्हारे दो घर ,जब जी चाहे आना तुम ,
  जहाँ जा रही हो ,खूब प्यार बरसाना तुम ,
सब को अपना बनाना तुम ,पर कभी भी
  न मर मर के जीना ,न जी जी के मरना तुम ,
तुम अन्नपूर्णा , शक्ति , रति सब तुम ,
        ज़िंदगी को भरपूर जीना तुम ,
न तुम बेचारी , न अबला ,
       खुद को असहाय कभी न समझना तुम ,
मैं दान नहीं कर रहा तुम्हें ,
        मोहब्बत के एक और बंधन में बाँध रहा हूँ ,
उसे बखूबी निभाना तुम .................
*एक नयी सोच एक नयी पहल*सभी बेटियां के लिए

🔰🚥🚥🔰

🌿➖बोये जाते हैं बेटे..
🌿➖पर उग जाती हैं
           बेटियाँ..

🌿➖खाद पानी बेटों को..
🌿➖पर लहराती हैं बेटियां.

🌿➖स्कूल जाते हैं बेटे..
🌿➖पर पढ़ जाती हैं
          बेटियां..

🌿➖मेहनत करते हैं बेटे..
🌿➖पर अव्वल आती हैं
          बेटियां..

🌿➖रुलाते हैं जब खूब बेटे.
🌿➖तब हंसाती हैं बेटियां.

🌿➖नाम करें न करें बेटे..
🌿➖पर नाम कमाती हैं
          बेटियां..

🌿➖जब दर्द देते हैं बेटे...
🌿➖तब मरहम लगाती
         हैं बेटियां..

🌿➖छोड़ जाते हैं जब बेटे..
🌿➖तो काम आती हैं
          बेटियां..

🌿➖आशा रहती है बेटों से.
🌿➖पर पूर्ण करती हैं
           बेटियां..

🌿➖हजारों फरमाइश से
           भरे हैं बेटे....
🌿➖पर समय की नज़ाकत
          को समझती बेटियां..
🌿➖बेटी को चांद जैसा
          मत बनाओ कि हर
         कोई घूर घूर कर देखे..

       📍लेकिन📍
    -----------------------
🌿➖बेटी को सूरज जैसा
         बनाओ ताकि घूरने से
        पहले सब की नजर झुक
        जाये..🌞🌞
कुछ हँस के
     बोल दिया करो,
कुछ हँस के
      टाल दिया करो,
यूँ तो बहुत
    परेशानियां है
तुमको भी
     मुझको भी,
मगर कुछ फैंसले
     वक्त पे डाल दिया करो,
न जाने कल कोई
    हंसाने वाला मिले न मिले..
इसलिये आज ही
      हसरत निकाल लिया करो !!
 समझौता
      करना सीखिए..
क्योंकि थोड़ा सा 
      झुक जाना
 किसी रिश्ते को
         हमेशा के लिए
तोड़ देने से
           बहुत बेहतर है ।।।
किसी के साथ
     हँसते-हँसते
 उतने ही हक से
      रूठना भी आना चाहिए !
अपनो की आँख का
     पानी धीरे से
पोंछना आना चाहिए !
      रिश्तेदारी और
 दोस्ती में
    कैसा मान अपमान ?
बस अपनों के 
     दिल मे रहना
आना चाहिए...!