Sunday, February 7, 2016

धडकनों को कुछ तो काबू में कर ऐ दिल, अभी तो पलके झुकाई है, मुस्कुराना बाकी है उनका ।।

क्यो ना गुरूर करू मै अपने आप पे.. मुझे उसने चाहा जिसके चाहने वाले हजारो थे!

कागज़ों पे लिख कर ज़ाया कर दूं, मै वो शख़्स नही.. वो शायर हुँ जिसे दिलों पे लिखने का हुनर आता है..

पगली तू बात करने का मौका तो दे, कसम से कहता हु, रूला देंगे तुझे तेरे ही सितम गिनाते गिनाते

तेरे इश्क से मिली है मेरे वजूद को ये शौहरत, मेरा ज़िक्र ही कहाँ था तेरी दास्ताँ से पहले।

लम्हा भर मिल कर रूठने वाले, ज़िंदगी भर की दास्तान है तू !

हर कोई पूछता है, करते क्या हो तुम ??? जेसे मोहब्बत कोई काम ही नहीं..

बाज़ार के रंगों से रंगने की मुझे जरुरत नही, किसी की याद आते ही ये चेहरा गुलाबी हो जाता है..

तरस गए हैं तेरे लब से कुछ सुनने को हम.. प्यार की बात न सही कोई शिकायत ही कर दे..

सारा बदन अजीब से खुशबु से भर गया शायद तेरा ख्याल हदों से गुजर गया..

सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से...या तो दोनों आते हैं ... या कोई नहीं आता !!

सिर्फ दो ही वक़्त पर उसका साथ चाहिए, एक तो अभी और एक हमेशा के लिये..

करीब आओ ज़रा के तुम्हारे बिन जीना है मुश्किल, दिल को तुमसे नही..तुम्हारी हर अदा से मोहब्बत है

हो जा मेरी कि इतनी मोहब्बत दूँगा तुझे, लोग हसरत करेंगे तेरे जैसा नसीब पाने के लिए..!!

मैं अपनी मोहब्बत में- बच्चो की तरह हूँ, जो मेरा हैं बस मेरा है किसी और को क्यो दुँ

तन्हाई मैं मुस्कुराना भी इश्क़ है, इस बात को सब से छुपाना भी इश्क़ है, यूँ तो रातों को नींद नही आती, पर रातों को सो कर भी जाग जाना इश्क़ है।

बादलों से कह दो अब इतना भी ना बरसे... अगर मुझे उनकी याद आ गई, तो मुकाबला बराबरी का होगा...

तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,हम 'जान' दे देते हैं मगर 'जाने' नहीं देते !!

गर्मी तो बोहत पढ़ रही है। फिर भी उनका दिल पिघलने का नाम ही नहीं ले रहा ।

हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की, और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवाने की, शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है, क्या ज़रूरत थी, तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की !!

ये आशिको का ग्रुप है जनाब..!! यहाँ दिन सुरज से नही, दीदार से हुआ करते है !!!

तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है ।

जब तू दाँतो मे क्लिप दबा कर, खुले बाल बांधती है..!!! कसम से एक बार तो जिंदगी, वही रुक जाती हैं..

जरा देखो तो ये दरवाजे पर दस्तक किसने दी है, अगर 'इश्क' हो तो कहना, अब दिल यहाँ नही रहता..

अगर हम सुधर गए तो उनका क्या होगा जिनको हमारे पागलपन से प्यार है

हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की, बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा..

मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं, चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए।

सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें, इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना।

तू मिले या ना मिले ये तो और बात है, मैं कोशिश भी ना करूँ, ये तो गलत बात है॥

ना हीरों की तमन्ना है और ना परियों पे मरता हूँ.. वो एक 'भोली' सी लडकी हे जिसे मैं मोहब्बत करता हूँ !!

उसकी हर एक शिकायत देती है मुहब्बत की गवाही.. अजनबी से वर्ना कौन हर बात पर तकरार करता है ?

सोचता हु हर कागज पे तेरी तारीफ करु, फिर खयाल आया कहीँ पढ़ने वाला भी तेरा दीवाना ना हो जाए।
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