Friday, November 24, 2017

2-बीवियो की कहानी👇🏻
एक शख़्स ने दो निकाह किये और दोनों ही के साथ बड़ा इंसाफ़ का मामला करता था। तक़दीर का फ़ैसला दोनों ही बीवियों का एक ही वक़्त में इंतेक़ाल हो गया, शौहर ने इंसाफ़ के तक़ाज़े से चाहा एक ही वक़्त में दोनों को ग़ुस्ल दिया जाए इसलिए उसने दो ग़ुस्ल देने वालियां बुलवाईं के एक ही वक़्त में ग़ुस्ल दे।
फिर दफ़न के लियें घर से एक ही वक़्त में निकालने का इरादा किया, इत्तेफ़ाक़ से घर का एक ही दरवाज़ा था इसलिए दरवाज़ा बनाने वाले को बुलाया और दूसरा दरवाज़ा बनवा कर एक ही वक़्त में दोनों को निकाला और दफ़न कर के अपने इंसाफ़ पर अल्लाह की तारीफ़ की के उसने इंसाफ़ की तौफ़ीक़ दी।
किसी रात एक बीवी को ख़्वाब में देखा वो कह रही है मैं आप से नाराज़ हूँ, अल्लाह आप को माफ़ नहीं करेगा।
शौहर ने कहा लेकिन ख़ुदा की बंदी क्यों??
उस बीवी ने कहा आपने अपनी दूसरी बीवी को नये दरवाज़े से निकाला और मुझे पुराने दरवाज़े से..!!
😋😜

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