Sunday, August 9, 2015

एक गोत्र में शादी क्यूँ नहीं....
वैज्ञानिक कारण हैं..

एक दिन डिस्कवरी पर जेनेटिक
बीमारियों से सम्बन्धित एक ज्ञानवर्धक कार्यक्रम
देख रहा था ... उस प्रोग्राम में एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने कहा की जेनेटिक बीमारी न हो इसका एक ही इलाज है और वो है "सेपरेशन ऑफ़
जींस".. मतलब अपने नजदीकी रिश्तेदारो में विवाह नही करना चाहिए ..क्योकि नजदीकी
रिश्तेदारों में जींस सेपरेट (विभाजन) नही हो पाता और जींस लिंकेज्ड
बीमारियाँ जैसे हिमोफिलिया, कलर ब्लाईंडनेस, और
एल्बोनिज्म होने की १००% चांस होती है ..
फिर मुझे
बहुत ख़ुशी हुई जब उसी कार्यक्रम में ये
दिखाया गया की आखिर हिन्दूधर्म में
हजारों सालों पहले जींस और डीएनए के बारे में
कैसे
लिखा गया है ? हिंदुत्व में कुल सात गोत्र होते
है
और एक गोत्र के लोग आपस में शादी नही कर
सकते
ताकि जींस सेपरेट (विभाजित) रहे.. उस वैज्ञानिक ने
कहा की आज पूरे विश्व
को मानना पड़ेगा की हिन्दूधर्म ही विश्व का
एकमात्र
ऐसा धर्म है जो "विज्ञान पर आधारित" है !
हिंदू परम्पराओं से जुड़े ये वैज्ञानिक तर्क:

1- कान छिदवाने की परम्परा:

भारत में लगभग सभी धर्मों में कान छिदवाने की परम्परा है।
वैज्ञानिक तर्क-
दर्शनशास्त्री मानते हैं कि इससे सोचने की शक्त‍ि बढ़ती है। जबकि डॉक्टरों का मानना है कि इससे बोली अच्छी होती है और कानों से होकर दिमाग तक जाने वाली नस का रक्त संचार नियंत्रित रहता है।

2-: माथे पर कुमकुम/तिलक

महिलाएं एवं पुरुष माथे पर कुमकुम या तिलक लगाते हैं।
वैज्ञानिक तर्क- आंखों के बीच में माथे तक एक नस जाती है। कुमकुम या तिलक लगाने से उस जगह की ऊर्जा बनी रहती है। माथे पर तिलक लगाते वक्त जब अंगूठे या उंगली से प्रेशर पड़ता है, तब चेहरे की त्वचा को रक्त सप्लाई करने वाली मांसपेशी सक्रिय हो जाती है। इससे चेहरे की कोश‍िकाओं तक अच्छी तरह रक्त पहुंचता

3- : जमीन पर बैठकर भोजन

भारतीय संस्कृति के अनुसार जमीन पर बैठकर भोजन करना अच्छी बात होती है।
वैज्ञानिक तर्क- पलती मारकर बैठना एक प्रकार का योग आसन है। इस पोजीशन में बैठने से मस्त‍िष्क शांत रहता है और भोजन करते वक्त अगर दिमाग शांत हो तो पाचन क्रिया अच्छी रहती है। इस पोजीशन में बैठते ही खुद-ब-खुद दिमाग से एक सिगनल पेट तक जाता है, कि वह भोजन के लिये तैयार हो जाये।

4- : हाथ जोड़कर नमस्ते करना

जब किसी से मिलते हैं तो हाथ जोड़कर नमस्ते अथवा नमस्कार करते हैं।
वैज्ञानिक तर्क- जब सभी उंगलियों के शीर्ष एक दूसरे के संपर्क में आते हैं और उन पर दबाव पड़ता है। एक्यूप्रेशर के कारण उसका सीधा असर हमारी आंखों, कानों और दिमाग पर होता है, ताकि सामने वाले व्यक्त‍ि को हम लंबे समय तक याद रख सकें। दूसरा तर्क यह कि हाथ मिलाने (पश्च‍िमी सभ्यता) के बजाये अगर आप नमस्ते करते हैं तो सामने वाले के शरीर के कीटाणु आप तक नहीं पहुंच सकते। अगर सामने वाले को स्वाइन फ्लू भी है तो भी वह वायरस आप तक नहीं पहुंचेगा।

5-: भोजन की शुरुआत तीखे से और अंत मीठे से

जब भी कोई धार्मिक या पारिवारिक अनुष्ठान होता है तो भोजन की शुरुआत तीखे से और अंत मीठे से होता है।
वैज्ञानिक तर्क- तीखा खाने से हमारे पेट के अंदर पाचन तत्व एवं अम्ल सक्रिय हो जाते हैं। इससे पाचन तंत्र ठीक तरह से संचालित होता है। अंत में मीठा खाने से अम्ल की तीव्रता कम हो जाती है। इससे पेट में जलन नहीं होती है।

6-: पीपल की पूजा
तमाम लोग सोचते हैं कि पीपल की पूजा करने से भूत-प्रेत दूर भागते हैं।
वैज्ञानिक तर्क- इसकी पूजा इसलिये की जाती है, ताकि इस पेड़ के प्रति लोगों का सम्मान बढ़े और उसे काटें नहीं। पीपल एक मात्र ऐसा पेड़ है, जो रात में भी ऑक्सीजन प्रवाहित करता ह

7-: दक्ष‍िण की तरफ सिर करके सोना

दक्ष‍िण की तरफ कोई पैर करके सोता है, तो लोग कहते हैं कि बुरे सपने आयेंगे, भूत प्रेत का साया आ जायेगा, आदि। इसलिये उत्तर की ओर पैर करके सोयें।
वैज्ञानिक तर्क- जब हम उत्तर की ओर सिर करके सोते हैं, तब हमारा शरीर पृथ्वी की चुंबकीय तरंगों की सीध में आ जाता है। शरीर में मौजूद आयरन यानी लोहा दिमाग की ओर संचारित होने लगता है। इससे अलजाइमर, परकिंसन, या दिमाग संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। यही नहीं रक्तचाप भी बढ़ जाता है।

8-सूर्य नमस्कार
हिंदुओं में सुबह उठकर सूर्य को जल चढ़ाते हुए नमस्कार करने की परम्परा है।
वैज्ञानिक तर्क- पानी के बीच से आने वाली सूर्य की किरणें जब आंखों में पहुंचती हैं, तब हमारी आंखों की रौशनी अच्छी होती है।

9-सिर पर चोटी

हिंदू धर्म में ऋषि मुनी सिर पर चुटिया रखते थे। आज भी लोग रखते हैं।
वैज्ञानिक तर्क- जिस जगह पर चुटिया रखी जाती है उस जगह पर दिमाग की सारी नसें आकर मिलती हैं। इससे दिमाग स्थ‍िर रहता है और इंसान को क्रोध नहीं आता, सोचने की क्षमता बढ़ती है।

10-व्रत रखना

कोई भी पूजा-पाठ या त्योहार होता है, तो लोग व्रत रखते हैं।
वैज्ञानिक तर्क- आयुर्वेद के अनुसार व्रत करने से पाचन क्रिया अच्छी होती है और फलाहार लेने से शरीर का डीटॉक्सीफिकेशन होता है, यानी उसमें से खराब तत्व बाहर निकलते हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार व्रत करने से कैंसर का खतरा कम होता है। हृदय संबंधी रोगों, मधुमेह, आदि रोग भी जल्दी नहीं लगते।

11-चरण स्पर्श करना

हिंदू मान्यता के अनुसार जब भी आप किसी बड़े से मिलें, तो उसके चरण स्पर्श करें। यह हम बच्चों को भी सिखाते हैं, ताकि वे बड़ों का आदर करें।
वैज्ञानिक तर्क- मस्त‍िष्क से निकलने वाली ऊर्जा हाथों और सामने वाले पैरों से होते हुए एक चक्र पूरा करती है। इसे कॉसमिक एनर्जी का प्रवाह कहते हैं। इसमें दो प्रकार से ऊर्जा का प्रवाह होता है, या तो बड़े के पैरों से होते हुए छोटे के हाथों तक या फिर छोटे के हाथों से बड़ों के पैरों तक।

12-क्यों लगाया जाता है सिंदूर

शादीशुदा हिंदू महिलाएं सिंदूर लगाती हैं।
वैज्ञानिक तर्क- सिंदूर में हल्दी, चूना और मरकरी होता है। यह मिश्रण शरीर के रक्तचाप को नियंत्रित करता है। चूंकि इससे यौन उत्तेजनाएं भी बढ़ती हैं, इसीलिये विधवा औरतों के लिये सिंदूर लगाना वर्जित है। इससे स्ट्रेस कम होता है।

13- तुलसी के पेड़ की पूजा
तुलसी की पूजा करने से घर में समृद्ध‍ि आती है। सुख शांति बनी रहती है।
वैज्ञानिक तर्क- तुलसी इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है। लिहाजा अगर घर में पेड़ होगा, तो इसकी पत्त‍ियों का इस्तेमाल भी होगा और उससे बीमारियां दूर होती हैं।
मैं, शायर नहीं,
क्योंकि शायर तो लोगों के साथ रहकर भी,
तन्हा रहता है,
मैं, उसकी क़लम की स्याही की एक बूंद हूं,
जिसके निशां के धब्बे,
जिंदगी के पन्नों पर है,
ख़ूब सिखाया तेरे धोखे ने,
फिर भी क़लम ख़ामोश रही मेरी,
सड़क किनारे चलता रहा,
किसी हादसे से बचकर,
बेख़बर थी वो,
मुझसे बिछड़ कर,
मिली वो एक दिन,
जैसे अनजान सी थी,
फिर भी क़लम ख़ामोश रही मेरी,
मेरी क़िताबे मेरा बैग सब महफूज़ थे,
मगर बेबस था स्कूल मेरा,
कभी जो पढ़ती थी बच्चियां वहां,
आज घूर कर देखती है वो,
किससे बयां करुं,
उनकी मासूम आंखों की नज़रों को,
फिर भी क़लम ख़ामोश रही मेरी,
कई झूठ बोले,
मगर, खुद से कभी सच ना कहा,
शहर के साथ नाम भी बदलता रहा,
सुबह के उजाले में,
बीते अंधेरे के ग़मों को तलाशता रहा,
फिर भी क़लम मेरी ख़मोश रहती,
छत से तंग गलियों बड़ी बेसब्री से देखता,
ख़ुशी से बादल रोते,
साथ में रोते हम भी,
इन पलों को संजो कर रखता कैसे,
शब्दों को आकृति देता कैसे,
फिर भी क़लम मेरी ख़मोश रहती,
दौलत थी पर सहारा ना था,
घर बड़ा बहुत था मगर, खाली था,
समंदर नजदीक था,
लहरें दूर थी,
किसे अपना राज़दार बनाता,
जिंदगी में कहने के लिए बहुत कुछ था,
एक डायरी ही थी,
जिस पर कुछ लिखता,
फिर भी क़लम मेरी ख़मोश रहती,

वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !
बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
आज वो मोहताज हो गई !
और कल की छोकरी,
तेरी सरताज हो गई !
बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

पेट पर सुलाने वाली,
पैरों में सो रही !
बीवी के लिए लिम्का,
माँ पानी को रो रही !
सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

माँ मॉजती बर्तन,
वो सजती संवरती है !
अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
उस पर बरसती है !
अरे दुनिया को आई मौत,
तेरी कहाँ गुम हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

अरे जिसकी कोख में पला,
अब उसकी छाया बुरी लगती,
बैठ होण्डा पे महबूबा,
कन्धे पर हाथ जो रखती,
वो यादें अतीत की,
वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

बेबस हुई माँ अब,
दिए टुकड़ो पर पलती है,
अतीत को याद कर,
तेरा प्यार पाने को मचलती है !
अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!
I love so much my mother...

मां तो जन्नत का फूल है,
प्यार करना उसका उसूल है ,
दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,
मां की हर दुआ कबूल है ,
मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,
मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,
अगर अपनी मां से है प्यार तो
अपने सभी दोस्तो को सेन्ड करे वरना ,
ये मेसेज आपके लिये फिजूल है

󾁑󾁔आहार ही औषधी
🍋🍐 भोजन द्वारा स्वास्थ्य󾁏
(1)-केला: 󾁐

ब्लडप्रेशर नियंत्रित करता है, हड्डियों को मजबूत बनाता है, हृदय की सुरक्छा करता है, अतिसार में लाभदायक है, खांसी में हितकारी है।

(2)-जामुन: 󾀑

केन्सर की रोक थाम, हृदय की सुरक्क्छा, कब्ज मिटाता है, स्मरण शक्ति बढाता है, रक्त शर्करा नियंत्रित करता है। डायबीटीज में अति लाभदायक।

(3)-सेवफ़ल: 󾁑

हृदय की सुरक्षा करता है, दस्त रोकता है,कब्ज में फ़ायदेमंद है,फ़ेफ़डे की शक्ति बढाता है.

(4)-चुकंदर:-🍐

वजन घटाता है,ब्लडप्रेशर नियंत्रित करता है,अस्थिक्छरण रोकता है,केंसर के विरुद्ध लडता है,हृदय की सुरक्षा करता है।

(5)-पत्ता गोभी: 󾁛

बवासीर में हितकारी है, हृदय रोगों में लाभदायक है,कब्ज मिटाता है,वजन घटाने में सहायक है। केंसर में फ़ायदेमंद है।

(6)-गाजर:-

नेत्र ज्योति वर्धक है, केंसर प्रतिरोधक है, वजन घटाने मेँ सहायक है, कब्ज मिटाता है, हृदय की सुरक्षा करता है।

(7)- फ़ूल गोभी:-󾁗

हड्डियों को मजबूत बनाता है, स्तन केंसर से बचाव करता है, प्रोस्टेट ग्रंथि के केंसर में भी उपयोगी है, चोंट,खरोंच ठीक करता है।

(8)-लहसुन:󾁓

कोलेस्टरोल घटाती है, रक्त चाप घटाती है, कीटाणुनाशक है,केंसर से लडती है l

(9)-नींबू:󾁒

त्वचा को मुलायम बनाता है,केंसर अवरोधक है, हृदय की सुरक्छा करता है,,ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है, स्कर्वी रोग नाशक है।

(10)-अंगूर:󾁙

रक्त प्रवाह वर्धक है, हृदय की सुरक्छा करता है, केंसर से लडता है, गुर्दे की पथरी नष्ट करता है, नेत्र ज्योति वर्धक है।

(11)-आम:🍋

केंसर से बचाव करता है,थायराईड रोग में हितकारी है, पाचन शक्ति बढाता है, याददाश्त की कमजोरी में हितकर है।

(12)-प्याज: 󾁚

फ़ंगस रोधी गुण हैं, हार्ट अटेक की रिस्क को कम करता है। जीवाणु नाशक है,केंसर विरोधी है खराब कोलेस्टरोल को घटाता है।

(14)-अलसी के बीज:

मानसिक शक्ति वर्धक है, रोग प्रतिकारक शक्ति को ताकत देता है, डायबीटीज में उपकारी है, हृदय की सुरक्षा करता है, पाचन शक्ति को ठीक करता है।

(15)-संतरा:󾁗

हृदय की सुरक्षा करता है, रोग प्रतिकारक शक्ति उन्नत करता है,, श्वसन पथ के विकारों में लाभकारी है, केंसर में हितकारी हैl

(16)-टमाटर: 󾁑

कोलेस्टरोल कम करता है, प्रोस्टेट ग्रंथि के स्वास्थ्य के लिये उपकारी है,केंसर से बचाव करता है, हृदय की सुरक्छ।

(17)-पानी: ☔󾦃

गुर्दे की पथरी नाशक है, वजन घटाने में सहायक है, केसर के विरुद्ध लडता है, त्वचा के चमक बढाता है।

(18)-अखरोट:

मूड उन्नत करन में सहायक है, मेमोरी पावर बढाता है,केंसर से लड सकता है, हृदय रोगों से बचाव करता है, कोलेस्टरोल घटाने मं मददगार है।

(19)-तरबूज:󾁔

स्ट्रोक रोकने में उपयोगी है, प्रोस्टेट के स्वास्थ्य के लियेओ हितकारी है, रक्तचाप घटाता है, वजन कम करने में सहायक है।

(20)-अंकुरित गेहूं: 󾁉

बडी आंत की केंसर से लडता है, कब्ज प्रतिकारक है, स्ट्रोक से रक्षा करता है, कोलेस्टरोल कम करता है, पाचन सुधारता है।

(21)-चावल:󾥪

किडनी स्टोन में हितकारी है, डायबीटीज में लाभदायक है,स्ट्रोक से बचाव करता है, केंसर से लडता है, हृदय की सुरक्छा करता है।

(22)-आलू बुखारा:󾁏

हृदय रोगों से बचाव करता है, बुढापा जल्द आने से रोकता है, याददाश्त बढाता है, कोलेस्टरोल घटाता है, कब्ज प्रतिकारक है।

(23)-पाएनेपल:󾁘

अतिसार (दस्त) रोकता है, वार्ट्स (मस्से) ठीक करता है, सर्दी, ठंड से बचाव करता है, अस्थि क्छरण रोकता है। पाचन सुधारता है।

(24)-जौ,जई: 󾁊

कोलेस्टरोल घटाता है,केंसर से लडता है, डायबीटीज में उपकारी है,,कब्ज प्रतिकारक् है ,त्वचा पर शाईनिंग लाता है।

(25)-अंजीर:

रक्त चाप नियंत्रित करता है, स्ट्रोक्स से बचाता है, कोलेस्टरोल कम करता है, केंसर से लडता है,वजन घटाने में सहायक है।

(26)-शकरकंद:󾥴

आंखों की रोशनी बढाता है,मूड उन्नत करता है, हड्डिया बलवान बनाता है, केंसर से लडता है

अपने नियमित आहार को ही बनाऐ आर्युवेदिक आहार :-

जब आप यह खान-पान शुरु करोगे उसके 72 घण्टे के बाद से ही आपको आराम मिलने लगेगा।

Saturday, August 8, 2015

किसी ने मटके से पूछा,
कि तुम हमेशा इतने ठंडे केसे रहते हो...??

अति अर्थ पूर्ण उत्तर था मटके का:

जिसका अतीत भी मिट्टी...और भविष्य भी मिट्टी...
उसे गर्मी किस बात पर होगी. .!!

यही बात हर इंसान भी समज जाय तो कितना अच्छा होता...!!!
कुंडली में "शनि" दिमाग में "मनी" और जीवन में "दुश्मनी" तीनो हानिकारक होते है !!👌👌
🙏🙏🙏

एक मित्र ने बहुत ही सुंदर पंक्तियां भेजी है, फारवर्ड करने से खुद को रोक नहीं पाया ....

पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..

जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरुप को धारण किया है....

अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद
जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..

अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा
और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है

जब दूध मित्र को अलग होते देखता है
तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है,

जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता
इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो
दूध और पानी अलग हो जाते हैं..

थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने ख़ुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए।


🌀 व्हाट्सऐप गीता 🌀

हे पार्थ,

|| तुम पिछले मेसेज का पश्चाताप मत करो ||

|| तुम अगले मेसेज की चिंता भी मत करो ||

|| बस अपने करंट मेसेज से ही प्रसन्न रहो ||

|| तुम जब नहीं थे, तब भी ये मेसेजो का चलन रहा था ||

|| तुम जब नहीं होगे, तब भी ये मेसेजो का चलन चलता रहेगा ||

|| जो मेसेज आज तुम्हारा है, कल किसी और का था ||

|| वो कल किसी और का होगा ||

|| तुम इसे अपना समझ कर मगन हो रहे हो ||

|| यही तुम्हारे समस्त दुखों का कारण है ||

|| बहुत बढ़िया 👌 लाइक 👍 धन्यवाद 👏 जैसे शब्द अपने मन से निकाल दो ||

|| निष्काम भाव से मैसेज करो.. फिर देखो तुम इस व्हाट्सऐप रूपि भवसागर में रहते हुए भी इस के समस्त कुप्रभावों से दूर रह कर स्वर्ग लोक को प्राप्त होगे ||

राधे - राधे
🌾🌾🌾🌾🌾🌾
😃😃😃😃😃😃😃😃
जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे मत लीजिये,
जीने का शौक भी रखिये..

और whatsapp join किया हैं तो
चुप मत बैठिए...
कुछ न कुछ भेजते रहिये.....


 कुछ रिश्ते भगवान बनाता है .....

और कुछ रिश्ते whatsapp 😂

इस को एक बार पढिए अच्छा लगेगा


⛲एक आदमी जंगल से गुजर रहा था । उसे चार स्त्रियां मिली।
n
🚺उसने पहली से पूछा - बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰उसने कहा "बुद्धि "
✴तुम कहां रहती हो?
🔰मनुष्य के दिमाग में।

🚺दूसरी स्त्री से पूछा - बहन तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰" लज्जा "।
✴तुम कहां रहती हो ?
🔰आंख में ।

🚺तीसरी से पूछा - तुम्हारा क्या नाम हैं ?
🔰"हिम्मत"
✴कहां रहती हो ?
🔰दिल में ।

🚺चौथी से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰"तंदुरूस्ती"
✴कहां रहती हो ?
🔰शरीर में।

वह आदमी अब थोडा आगे बढा तों फिर उसे चार पुरूष मिले।

🚹उसने पहले पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰" क्रोध "
✴कहां रहतें हो ?
🔰दिमाग में,
✴दिमाग में तो बुद्धि रहती हैं,
तुम कैसे रहते हो?
🔰जब मैं वहां रहता हुं तो बुद्धि वहां से विदा हो जाती हैं।

🚹दूसरे पुरूष से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰उसने कहां -" लोभ"।
✴कहां रहते हो?
🔰आंख में।
✴आंख में तो लज्जा रहती हैं तुम कैसे रहते हो।
🔰जब मैं आता हूं तो लज्जा वहां से प्रस्थान कर जाती हैं ।

🚹तीसरें से पूछा - तुम्हारा नाम क्या हैं ?
🔰जबाब मिला "भय"।
✴कहां रहते हो?
🔰दिल में।
✴दिल में तो हिम्मत रहती हैं तुम कैसे रहते हो?
🔰जब मैं आता हूं तो हिम्मत वहां से नौ दो ग्यारह हो जाती हैं।

🚹चौथे से पूछा तुम्हारा नाम क्या हैं?
🔰उसने कहा - "रोग"।
✴कहां रहतें हो?
🔰शरीर में।
✴ शरीर में तो तंदरूस्ती रहती हैं?
🔰जब मैं आता हूं तो तंदरूस्ती वहां से रवाना हो जाती हैं।

🍁
जीवन की हर विपरीत परिस्थिथि में यदि हम उपरोक्त वर्णित बातो को याद रखे तो कई चीजे टाली जा सकती है ।
🔱💲🔱💲🔱

😊
जरा मुस्कुरा के देखे,
दुनिया हसती नजर आएगी!

🌅
 सुबह सैर कर के तो देखे,
सेहत ठीक हो जाएगी!

🍺
व्यसन छोड के तो देखे,
इज्जत बन जाएगी!

🏦
खर्च घटा कर के तो देखे,
अच्छी नीँद आएगी!

💰
मेहनत कर के तो देखे,
पैसे की तंगी चली जाएगी!

🔮
संसार की अच्छाई तो देखे,
बुराई भाग जाएगी!

🔔
ईश्वर का ध्यान कर के तो देखे,
उलझने दुर हो जाएगी!

🙏
माता पिता की बात मान कर तो
 देखे,
जिन्दगी संवर जाएगी!

🔱💲🔱💲🔱

यदि खुबसूरत लगा हो तो अपने अन्य मित्रों को भी प्रेषित करें।।।।

एक अमीर आदमी अपने बेटे को लेकर गाँव गया ये दिखाने कि
what
is गरीबी
:
:
:
गाँव की गरीबी दिखाने के बाद बेटे से पूछा
"देखा गरीबी "
:
:
:
बेटे ने जवाब दिया :हमारे पास 1 dog ...........
उनके पास 10- 10 गाये है

हमारे पास नहाने का छोटा सा जगह है ..
उनके पास. तालाब है

हमारे पास बिजली है....
उनके पास सितारे...

हमारे पास हवा मे' small piece of land.......
उनके पास बडे बडे खेत......

हम खाना डिबे का बासी खाते है....
वो उगा कर और ताजा तोडकर खाते है.

उनके पास अपने सच्चे मित्र है......
बस कंप्यूटर ही हमारा मित्र है

हमारे पास खुशियाँ खरीदने को पैसा है......
उनके पास खुशियाँ है पैसे की जरुरत ही नही

उनके पापा के पास बेटे के लिऐ समय है....
पापा आपके पास समय ...... नही है।
:
:
:
पापा एकदम चुप....

बेटे ने कहाँ ''Thanks पापा for showing me कि हम कितने गरीब
है ।

जज्बात बिखर जाते हैँ होठो पे आके ।
दर्मिया बढ जाती हे सपने सजा के ।।

सचाई तो अक्सर रुला देती हे दोस्तों ।
क्योकि अपने भूल जाते हे खुशिया पा के ll

पति (मरते समय अपनी बीवी से): अलमारी से तेरे सोने के गहने मैंने ही चोरी किए थे.

बीवी रोते हुए😭: कोई बात नहीं जी.

पति: तेरे भाई ने तुझे जो एक लाख रुपए दिए थे वह भी मैंने ही गायब किए थे.

पत्नी: 😭कोई बात नहीं मैंने आपको माफ किया.

पति: तेरे कीमती साड़ियां भी मैंने चोरी कर अपनी प्रेमिका को दे दिए थे.

पत्नी: 😭कोई बात नहीं जी, आप इतना मत सोचिये...आपको जहर मैंने ही दिया है.. .... आप आराम से जाइए...सब चुकता हो गया....😭😭


😍😄😂😂😊😊


संता के कोई संतान नहीं थी।
उसने खूब मन्नतें मांगी,
नंगे पैर तीर्थ यात्रा पर गया,
भूमि पर सोया,
सारे देवी देवताओं के दर्शन किए,
बहुत दिनों तक उपवास किया, और
अंत में कठिन निर्जला व्रत आरम्भ कर दिया।

तब भगवान् खुद प्रकट हुए
और हाथ जोड़ कर बड़े दीन भाव से बोले..

" पहले शादी तो कर मेरे बाप"

हसने वाली बात नही है..पुरे ध्यान से पुरा पढे

: एक लड़के की शादी हो गई..
कल का लड़का आज पति बन गया..

कल तक मौज करता, हर एक पर comment कसने वाला लड़का,
अब किसी का रखवाला बन गया..

कल तक अंडरवियर पर पूरे घर में घूमने वाला लड़का,
आज नाईट सूट पहन कर बेडरूम में जाना सीख गया..

रोज मजे से पैसे खर्च करने वाला लड़का
आज साग-सब्जी का भाव करना सीख गया..

कल तक FULL SPEED में बाइक चलाने वाला लड़का,
आज BIKE के पीछे बैठालकर हौले हौले चलाना सीख गया..

कल तक तो तीन टाईम फुल खाना खाने वाला लड़का
आज अपने ही घर में खाना बनाने में मदद करना सीख गया...

हमेशा जिद करने वाला लड़का,
आज किसी की जिदों को पूरा करना सीख गया..

♻ कल तक तो मम्मी से काम करवाता लड़का,
आज बीबी के काम करना सीख गया..

कल तक तो भाई-बहन के साथ झगड़ा करता लड़का,
आज साली सालों से प्यार से बोलना सीख गया..

पिता की आँख का पानी,
बीबी के ग्लास का पानी बन गया..

❎ फिर भी लोग कहते हैं कि बेटी परायी हो गयी..

पर वास्तव में बेटा पराया होता है ।

यह बलिदान केवल लड़का ही कर सकता है, जो अपने ही घर में रहकर पराया हो जाता है इसिलिए हमेशा बेचारे लड़के की झोली दया और प्यार से भरी रखना

शेयर जरुर करें और लडकों को सम्मान दे!

कौन है पुरुष (who is a male)
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¤ भगवान की ऐसी रचना जो बचपन से हीत्याग
और समझौता करना सीखता है ।
¤ वह अपने चॉकलेटस का त्याग करता है बहन के
लिये ।
¤ वह अपने सपनो का त्याग कर माता-
पिता की खुशी के लिये उनके अनुसार कैरियर
चुनता है।
¤ वह अपनी पूरी पॉकेट मनी गर्ल फ़्रेंड के लिये
गिफ़्ट खरीदने में लगाता है ।
¤ वह अपनी पूरी जवानी बीवी-बच्चों के लिये
कमाने में लगाता है ।
¤ वह अपना भविष्य बनाने के लिये लोन लेता है
और बाकी की ज़िंदगी उस लोन को चुकाने में
लगाता है ।
¤ इन सबके बावजुद वह पूरी ज़िंदगी पत्नी,
माँ और बॉस से डांट सुनने में लगाता है ।
¤ पूरी ज़िंदगी पत्नी, माँ, बॉस और सास उस पर
कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं ।
¤ उसकी पूरी ज़िंदगी दुसरो के लियेही बीतती है

और बेचारा पुरुष
~~~~~~~~~~
¤ बीवी पर हाथ उठाये तो "बेशर्म" ।
¤ बीवी से मार खाये तो "बुजदिल" ।
¤ बीवी को किसी और के साथदेख कर कुछ कहे
तो "शक्की" ।
¤ चुप रहे तो "डरपोक" ।
¤ घर से बाहर रहे तो "आवारा" ।
¤ घर में रहे तो "नाकारा" ।
¤ बच्चों को डांटे तो"ज़ालिम" ।
¤ ना डांटे तो "लापरवाह" ।
¤ बीवी को नौकरी करने से रोके तो"शक्की" ।
¤ बीवी को नौकरी करने दे तो बिवी की "कमाई
खाने वाला" ।
¤ माँ की माने तो"चम्मचा" ।
¤ बीवी की माने तो "जोरु का गुलाम"।
पूरी ज़िंदगी समझौता, त्याग और संघर्ष में
बिताने के बावजुद वह अपने लिये कुछ
नहीं चाहता ।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
इसलिये पुरुष की हमेशा इज़्ज़त करें ।
पुरुष ,बेटा, भाई,
 पति, दामाद,
पिता हो सकता है, जिसका जीवन
हमेशा मुश्किलों से भरा हुआ है ।
🎽👗 कपड़े हो गये छोटे लाज़ कहाँ सेँ आएगी !
.
🍎🍌🍆अनाज हो गया हाइब्रिड, ताकत कहाँ से आएगी !
.
💐🌷🌻फूल हो गया प्लास्टिक का, सुगंध कहाँ से आएगी !
.
👩👧👰चेहरा हो गया मेकअप का, रूप कहाँ से आएगा !
.
👳👮📝शिक्षक हो गये ट्यूशन के, विद्या कहाँ से आएगी !
.
🍲🍜🍲भोजन हो गए होटल के, तंदुरुस्ती कहाँ से आएगी !
.
प्रोग्राम हो गये केबल के, संस्कार कहाँ से आयेगें !
.
💍💎💸आदमी हो गये पैसो के, दया कहाँ से आएगी !
.
🌞⭐☀कड़वा सच तो ये है भगवान हो गए पत्थर के भक्ति कहां
से आएगी.. भक्ति करने वाले हो गये मतलबी और स्वार्थी,
भगवान कहाँ से आएंगे...

Very lovely message...
बहुत साल बाद दो दोस्त रास्ते में मिले .




धनवान दोस्त ने उसकी आलिशान गाड़ी पार्क की और




गरीब मित्र से बोला चल इस गार्डन में बेठकर बात करते है .




चलते चलते अमीर दोस्त ने गरीब दोस्त से कहा




तेरे में और मेरे में बहुत फर्क है .




हम दोनों साथ में पढ़े साथ में बड़े हुए




मै कहा पहुच गया और तू कहा रह गया ?




चलते चलते गरीब दोस्त अचानक रुक गया .




अमीर दोस्त ने पूछा क्या हुआ ?




गरीब दोस्त ने कहा तुझे कुछ आवाज सुनाई दी?




अमीर दोस्त पीछे मुड़ा और पांच का सिक्का उठाकर बोला




ये तो मेरी जेब से गिरा पांच के सिक्के की आवाज़ थी।




गरीब दोस्त एक कांटे के छोटे से पोधे की तरफ गया




जिसमे एक तितली पंख फडफडा रही थी .




गरीब दोस्त ने उस तितली को धीरे से बाहर निकला और




आकाश में आज़ाद कर दिया .




अमीर दोस्त ने आतुरता से पुछा




तुझे तितली की आवाज़ केसे सुनाई दी?




गरीब दोस्त ने नम्रता से कहा




" तेरे में और मुझ में यही फर्क है




तुझे "धन" की सुनाई दी और मुझे "मन" की आवाज़ सुनाई दी .




"यही सच है "







.इतनी ऊँचाई न देना प्रभु कि,

धरती पराई लगने लगे l





इनती खुशियाँ भी न देना कि,

दुःख पर किसी के हंसी आने लगे ।




नहीं चाहिए ऐसी शक्ति जिसका,

निर्बल पर प्रयोग करूँ l




नहीं चाहिए ऐसा भाव कि,

किसी को देख जल-जल मरूँ




ऐसा ज्ञान मुझे न देना,

अभिमान जिसका होने लगे I




ऐसी चतुराई भी न देना जो,

लोगों को छलने लगे ।

💐🌸🌷🍀🌹🍀🌷🌸💐


Pls padhe jarur
 ➰➰➰➰➰➰➰ शायद लिखने वाले ने अपना कलेजा निकाल कर रख दिया है 💠💠💠💠💠💠💠💠मैं एक दुकान में
खरीददारी कर रहा था,
तभी मैंने उस दुकान के कैशियर को एक 5-6
साल की लड़की से
बात करते हुए देखा |

कैशियर बोला :~
"माफ़ करना बेटी,
लेकिन इस गुड़िया को
खरीदने के लिए
तुम्हारे पास पर्याप्त पैसे नहीं हैं|"

फिर उस छोटी सी
लड़की ने मेरी ओर
मुड़ कर मुझसे पूछा:~

"अंकल,
क्या आपको भी यही लगता है
कि मेरे पास पूरे पैसे नहीं हैं?''

मैंने उसके पैसे गिने
और उससे कहा:~
"हाँ बेटे,
यह सच है कि तुम्हारे पास
इस गुड़िया को खरीदने के लिए पूरे पैसे
नहीं हैं"|

वह नन्ही सी लड़की
अभी भी अपने
हाथों में गुड़िया थामे हुए खड़ी थी |
मुझसे रहा नहीं गया |
इसके बाद मैंने उसके पास जाकर उससे
पूछा कि यह गुड़िया वह किसे
देना चाहती है?

इस पर उसने
उत्तर दिया कि यह
वो गुड़िया है,
जो उसकी बहन को
बहुत प्यारी है |
और वह इसे,
उसके जन्मदिन के लिए उपहार
में देना चाहती है |

बच्ची ने कहा यह गुड़िया पहले मुझे
मेरी मम्मी को देना है,
जो कि बाद में मम्मी
जाकर मेरी बहन को दे देंगी"|

यह कहते-कहते
उसकी आँखें नम हो आईं थी
मेरी बहन भगवान के घर गयी है...

और मेरे पापा कहते हैं
कि मेरी मम्मी भी जल्दी-ही भगवान से
मिलने जाने वाली हैं|
तो, मैंने सोचा कि
क्यों ना वो इस
गुड़िया को अपने साथ ले जाकर, मेरी बहन
को दे दें...|"

मेरा दिल धक्क-सा रह गया था |

उसने ये सारी बातें
एक साँस में ही कह डालीं
और फिर मेरी ओर देखकर बोली -
"मैंने पापा से कह दिया है कि मम्मी से
कहना कि वो अभी ना जाएँ|

वो मेरा,
दुकान से लौटने तक का
इंतजार
करें|

फिर उसने मुझे एक बहुत प्यारा-
सा फोटो दिखाया जिसमें वह
खिलखिला कर हँस
रही थी |

इसके बाद उसने मुझसे कहा:~
"मैं चाहती हूँ कि मेरी मम्मी,
मेरी यह
फोटो भी अपने साथ ले जायें,
ताकि मेरी बहन मुझे भूल नहीं पाए|
मैं अपनी मम्मी से बहुत प्यार करती हूँ और
मुझे नहीं लगता कि वो मुझे ऐसे छोड़ने के
लिए राजी होंगी,
पर पापा कहते हैं कि
 मम्मी को मेरी छोटी
बहन के साथ रहने के
लिए जाना ही पड़ेगा क्योंकि वो बहुत छोटी है, मुझसे भी छोटी है | उसने धीमी आवाज मैं बोला।

इसके बाद फिर से उसने उस
गुड़िया को ग़मगीन आँखों-से खामोशी-से
देखा|

मेरे हाथ जल्दी से
अपने बटुए ( पर्स ) तक
पहुँचे और मैंने उससे कहा:~

"चलो एक बार
और गिनती करके देखते हैं
कि तुम्हारे पास गुड़िया के
लिए पर्याप्त पैसे हैं या नहीं?''

उसने कहा-:"ठीक है|
पर मुझे लगता है
शायद मेरे पास पूरे पैसे हैं"|

इसके बाद मैंने
उससे नजरें बचाकर
कुछ पैसे
उसमें जोड़ दिए और
फिर हमने उन्हें
गिनना शुरू किया |

ये पैसे उसकी
गुड़िया के लिए काफी थे
यही नहीं,
कुछ पैसे अतिरिक्त
बच भी गए
थेl |

नन्ही-सी लड़की ने कहा:~
"भगवान्
का लाख-लाख शुक्र है
मुझे इतने सारे पैसे
देने के लिए!

फिर उसने
मेरी ओर देख कर
कहा कि मैंने कल
रात सोने से पहले भगवान् से
प्रार्थना की थी कि मुझे इस
गुड़िया को खरीदने के
लिए पैसे दे देना,
ताकि मम्मी इसे
मेरी बहन को दे सकें |
और भगवान् ने मेरी बात सुन ली|

 इसके अलावा
मुझे मम्मी के लिए
एक सफ़ेद गुलाब
खरीदने के लिए भी पैसे चाहिए थे, पर मैं भगवान से
इतने ज्यादा पैसे मांगने
की हिम्मत नहीं कर पायी थी
पर भगवान् ने तो
मुझे इतने पैसे दे दिए हैं
कि अब मैं गुड़िया के साथ-साथ एक सफ़ेद
गुलाब भी खरीद सकती हूँ !
मेरी मम्मी को सफेद गुलाब बहुत पसंद हैं|

"फिर हम वहा से निकल गए |
मैं अपने दिमाग से उस छोटी-
सी लड़की को
निकाल नहीं पा रहा था |

फिर,मुझे दो दिन पहले
स्थानीय समाचार
पत्र में छपी एक
घटना याद आ गयी
जिसमें
एक शराबी
ट्रक ड्राईवर के बारे में
लिखा था|

जिसने नशे की हालत में
मोबाईल फोन पर
बात करते हुए एक कार-चालक
महिला की कार को
टक्कर मार दी थी,
जिसमें उसकी 3 साल
की बेटी की
घटनास्थल पर ही
मृत्यु
हो गयी थी
और वह महिला कोमा में
चली गयी थी|
अब एक महत्वपूर्ण निर्णय उस परिवार
को ये लेना था कि,
उस महिला को जीवन
रक्षक मशीन पर बनाए रखना है
अथवा नहीं?
क्योंकि वह कोमा से बाहर
आकर,
स्वस्थ हो सकने की
अवस्था में
नहीं थी | दोनों पैर , एक हाथ,आधा चेहरा कट चुका था । आॅखें जा चुकी थी ।

"क्या वह परिवार इसी छोटी-
लड़की का ही था?"

मेरा मन रोम-रोम काँप उठा |
मेरी उस नन्ही लड़की
के साथ हुई मुलाक़ात के 2 दिनों बाद मैंने अखबार में
पढ़ा कि उस
महिला को बचाया नहीं जा सका,

मैं अपने आप को
रोक नहीं सका और अखबार
में दिए पते पर जा पहुँचा,
जहाँ उस महिला को
अंतिम दर्शन के लिए
रखा गया था
वह महिला श्वेत धवल
कपड़ों में थी-
अपने हाथ में
एक सफ़ेद गुलाब
और उस छोटी-सी लड़की का वही हॅसता हुआ
फोटो लिए हुए और उसके सीने पर रखी हुई
थी -
वही गुड़िया |
मेरी आँखे नम हो गयी । दुकान में मिली बच्ची और सामने मृत ये महिला से मेरा तो कोई वास्ता नही था लेकिन हूं तो इंसान ही ।ये सब देखने के बाद अपने आप को सभांलना एक बडी चुनौती थी
मैं नम आँखें लेकर वहाँ से लौटा|

उस नन्ही-सी लड़की का
अपनी माँ और
उसकी बहन के लिए
जो बेपनाह अगाध प्यार था,
वह शब्दों में
बयान करना मुश्किल है |

और ऐसे में,
एक शराबी चालक ने
अपनी घोर
लापरवाही से क्षण-भर में
उस लड़की से
उसका सब कुछ
छीन लिया था....!!!

ये दुख रोज कितने परिवारों की सच्चाइ बनता है मुझे पता नहीं!!!! शायद ये मार्मिक घटना
सिर्फ
एक पैग़ाम
देना चाहती है कि:::::::::::::

कृपया~~~

कभी भी शराब
पीकर और
मोबाइल पर बात
करते समय
वाहन ना चलायें
क्यूँकि आपका आनन्द
किसी के लिए
श्राप साबित हो सकता हैँ।


..........पत्नी और पति का
..........यह रिश्ता बड़ा निराला
एक को है किसी ने
दूजे को किसी ने पाला
फिर भी दोनों संग है रहते
संग हँसते हैं संग रोते हैं
दुनिया में यह दस्तूर
है किस ने निकाला
..........पत्नी और पति का
..........यह रिश्ता बड़ा निराला
इक दूजे को प्यार है करते
कभी कभी तकरार भी करते
छोड़ जाने की बात भी करते
बच्चों की दुहाई देते
पर न निकले पति ही घर से
न पत्नी को किसी ने निकाला
..........पत्नी और पति का
..........यह रिश्ता बड़ा निराला
रिश्ता है यह सब से ऊपर
सब रिश्ते में यह है सुपर
पति बिन पत्नी न रहती
उसकी न जुदाई सहती
पत्नी बिन भी पति न रहता
सुख दुःख उस के संग है सहता
रिश्ता उस का चले उम्र भर
जिसने इसे संभाला
..........पत्नी और पति का
..........यह रिश्ता बड़ा निराला
Dedicated to all lovely couple. .
Bas Ek Choti Si Haan Kr Do
Hamare Naam Is Tarha SaraJahan Kr Do!
Wo Mohabbtain Jo Tumare Dil Mein Hain
Un ko Zuban Pr Lao 0r Bayan Kr Do!
Aaj Bas Ap Kaho 0r Kehty HiJao
Hum Bas Sune Aisa Be-Zuban Kr Do!
Hoi Purani Dastan Heer Ranjha Ki
Tarikh Mohabbat Ki Phir Se Jawan Kr Do,
Aa-Jao Ke Aisa Toot Kr Chahon Tumhe
Hamari Mohabat Ko Mohabbat Ka Nishan Kr Do!
Apne Dil Me Is Tarha Chupa Lo MujKo
Rahon Humesha Is me aisa Mera Makan kar Do…!!!

"सुंदर टिपण"
सर्वांनी लक्षात ठेवावे असे.
%%%%%%%%%%%%

◆ देवासमोर लावलेल्या समईची ज्योत केव्हाही दक्षिणेकडे असू नये.

◆ स्त्रियांनी केव्हाही तुळस तोडू नये.

◆ देव-देवतांना वंदन करताना डोक्यावरील टोपी काढावी.

◆ शिवपिंडाला अर्धीच प्रदक्षिणा दोन्हीकडून घालावी. म्हणजे एक प्रदक्षिणा पूर्ण होते.

◆ एकाच घरात दोन शिवलिंगे, दोन शाळीग्राम, दोन सुर्यकांत, दोन चक्रांक, तीन देवी, गणपती व दोन शंख पूजेस पुजू नयेत.

◆ गायत्री मंत्र आसनावर बसून जपावा. रस्त्यातून जाता येता किंवा गाडी जपू नये.

◆ शाळीग्राम पूजावयाचे ते सम पूजावेत. मात्र समांमध्ये दोन पुजू नयेत. विषमात एक पुजावयास हरकत नाही.

◆ देवापुढे श्रीफळ (नारळ)
वाढवितांना शेंडीचा भाग नेहमी देवाकडे करावा.

◆ निरंजनात तुप व तेल कधीही एकत्र घालू नये.

◆ देवदेवतांच्या मूर्तीची वा फोटोची तोंडे कधीही दक्षिणेकडे किंवा एकमेकांसमोर करू नयेत.

◆ संकल्प सोडल्याशिवाय कोणतेही धार्मिक कृत्य करू नये.

◆ देवाला अर्पण केलेले एकच वस्त्र उदकाने प्रोक्षण करून
तेच प्रतिदिवशी अर्पण केले असता दोष नाही.

◆ विष्णूच्या मस्तकावर वाहिलेले फुल मनुष्याने आपल्या मस्तकावर कधीही ठेवू नये.

◆ शिव मंदिरात झांज, सूर्य मंदिरात शंख व देवी मंदिरात बासरी वाजू नये.

◆ द्वादशीस कधीही तुळस तोडू नये. तसेच रविवारी, दुर्वा तोडू नयेत.

◆ आपली जपमाळ व आसन कधीही दुसर्‍यास वापरण्यास देवू नये.

◆ देवाला नेहमी करंगळी शेजारील बोटाने गंध लावावे.

◆ देवाला धूप दाखविताना धुपाचा धुर हाताने न पसरविता पंख्याने पसरावा.

◆ समईत नेहमी १, ३, ५, ७ अशा विषम वाती असाव्यात, सम असू नयेत.

◆ अंगावर फाटलेला कपडा कधीही शिवू नये.

◆ उंबर्‍यावर बसून शिंकू नये.

◆ निजलेल्या माणसास कधीही
ओलांडून जावू नये.

◆ मांजराना प्रेत ओलांडून देवू नये.

◆ दक्षिणेकडे पाय करून झोपू नये.

◆ रात्रीच्या वेळी मीठ किंवा उडीद आणू नयेत किंवा दुसर्‍यास देवू नयेत.

◆ सायंकाळी केर काढू नये व घरची दारे बंद ठेवू नयेत. कारण त्यावेळी लक्ष्मी घरात येते अशी समजूत आहे.

◆ रस्त्यात प्रेत दिसल्यास नेहमी नमस्कार करावा.

◆ कुणाच्या घरातून परत निघताना जातो असे न म्हणता येतो असे म्हणून निरोप घ्यावा.

◆ एका हाताने देवाला नमस्कार करू नये.
सर्वांना ही माहिती पाठवून द्या.

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Superb👍👍👍
Doctor: Which soap do you use?
Patient: K. P. Namboodiri's soap.
Doctor: Paste?
Patient: K. P. Namboodiri's paste
Doctor: Shampoo?
Patient: - K. P. Namboodiri's shampoo.
Doctor: Is K.P. Namboodiri an international brand?
Patient: No. K. P. Namboodiri is my roommate !

Ø A bookseller conducting a market survey asked a woman – “Which book has helped you most in your life?”
 The woman replied – “My husband’s cheque book !!”

Ø A prospective husband in a book store “Do you have a book called, ‘Husband – the Master of the House’? Sales Girl : “Sir, Fiction and Comics are on the 1st floor!”.

Ø Someone asked an old man : “Even after 70 years, you still call your wife – Darling, Honey, Luv. What’s the secret ?
Old man : I forgot her name and I’m scared to ask her.

Ø A man in Hell asked Devil : Can I make a call to my Wife ? After making call he asked how much to pay. Devil : Nothing. Hell to hell is Free.


Ø Husband to wife – Today is a fine day. Next day he says : Today is a fine day. Again next day, he says same thing – Today is a fine day. Finally after a week, the wife can’t take it and asks her husband – since last one week, you are saying this “Today is a fine day’. I am fed up. What’s the matter?
Husband : Last week when we had an argument, you said, “I will leave you one fine day.” I was just trying to remind you……

Have a laugh, laughter is the best medicine...Pass it on!
Joke time.....📢📢📢📢📢

😆😆😆

...............................


यार से ऐसी यारी रख
                दुःख में भागीदारी रख,
चाहे लोग कहे कुछ भी
                 तू तो जिम्मेदारी रख,
वक्त पड़े काम आने का
                 पहले अपनी बारी रख,
मुसीबते तो आएगी
                 पूरी अब तैयारी रख,
कामयाबी मिले ना मिले
                जंग हौंसलों की जारी रख,
बोझ लगेंगे सब हल्के
                मन को मत भारी रख,
मन जीता तो जग जीता
               कायम अपनी खुद्दारी रख.
भरोसा खुद पर रखो तो
           ताकत बन जाती है
                  और
     दुसरो पर रखो तो कमजोरी
               बन जाती है ।।
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺

       कमाई छोटी या बड़ी
                  हो सकती है...!!!
        पर रोटी की साईज
                लगभग सब घर में
          एक जैसी ही होती है
🍪🍪🍪🍪🍪🍪🍪🍪

     "दुनिया की हर चीज़ ठोकर
           लगाने से टूट जाती है
        एक "कामयाबी"ही है, जो
       ठोकर खाकर ही मिलती है"
🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁

      जिंदगी में दो चीज़े
                  कभी मत कीजिये
     झूठे आदमी के साथ प्रेम
                    और
      सच्चे आदमी के साथ गेम।।
👍👍👍👍👍👍👍👍

     दीपक बोलता नहीं उसका
         प्रकाश परिचय देता है
               ठीक उसी प्रकार
         आप अपने बारे में कुछ न
                        बोले,
          अच्छे कर्म करते रहे
       वही आप के परिचय देंगे ।।
🔷🔶🔷🔶🔷🔶🔷🔶

         माँ से प्यार है
                बहन से प्यार है
        पत्नी से प्यार है
                   👧
                   👧
       फिर गर्भ में पल रही
             बेटी से क्यों नहीं !!
🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾

     जिस घर में पहले बड़ो की
           सलाह नहीं ली जाती है


            उस घर में बाद में
  वकीलो से सलाह लेनी पड़ती है
🏡🏡🏡🏡

|||||||| “ये ही सत्य हैं” |||||||
Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?
Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है – जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!
🌺
Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?
Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया – वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!
💖
Qus→संसार में दुःख क्यों है ?
Ans→लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!
🌸
Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?
Ans→ ईश्वर ने संसारकी रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!
🍀
Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?
Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है – उस महान कारण को ही आध्यात्म में ‘ईश्वर’ कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!!
💝
Qus→ भाग्य क्या है ?
Ans→हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!
🌸
Qus→ इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ?
Ans→ रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..
इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!
🌺
Qus→किस चीज को गंवाकर मनुष्य
धनी बनता है ?
Ans→ लोभ..!!
🍀
Qus→ कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है?
Ans → अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!
🌸
Qus → किस चीज़ के खो जाने
पर दुःख नहीं होता ?
Ans → क्रोध..!!
💖
Qus→ धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है ?
Ans → दया..!!
💚
Qus→क्या चीज़ दुसरो को नहीं देनी चाहिए ?
Ans→ तकलीफें, धोखा..!!
💖
Qus→ क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?
Ans→ इज़्ज़त, किसी की हाय..!!
🌺
Qus→ ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है ?
Ans→मज़बूरी..!!
🌸
Qus→ दुनियां की अपराजित चीज़ ?
Ans→ सत्य..!!
🍀
Qus→ दुनियां में सबसे ज़्�

Friday, August 7, 2015

This is hilarious !

How do you respond to your BOSS who calls you when you are at the washroom urinal and asks "How are you doing?"

This is how the subordinate responded...

"I was under a lot of pressure, but things seem to be flowing well now. I've got a firm grip on the situation and am seeing some good volumes & output. It may take a while before I achieve completion, but it's important to take one's time in order to stay focussed on objectives. I expect to wash my hands off the whole thing soon !"
😂😂😂

Monday, August 3, 2015

Bhagvan ki khoj
〰〰〰〰〰〰〰
अकबर ने बीरबल के सामने
अचानक एक दिन 3 प्रश्न उछाल दिये। 〰〰〰〰〰〰〰
प्रश्न यह थे -
1) ' भगवान कहाँ रहता है?
2) वह कैसे मिलता है
और
3) वह करता क्या है?''

बीरबल इन प्रश्नों को सुनकर सकपका गये और बोले - ''जहाँपनाह! इन प्रश्नों के उत्तर मैं कल आपको दूँगा।"

जब बीरबल घर पहुँचे तो वह बहुत उदास थे।

उनके पुत्र ने जब उनसे पूछा तो उन्होंने बताया -

''बेटा! आज बादशाह ने मुझसे एक साथ तीन प्रश्न:
✅ 'भगवान कहाँ रहता है?
✅ वह कैसे मिलता है?
✅ और वह करता क्या है?' पूछे हैं।

मुझे उनके उत्तर सूझ नही रहे हैं और कल दरबार में इनका उत्तर देना है।''

बीरबल के पुत्र ने कहा- ''पिता जी! कल आप मुझे दरबार में अपने साथ ले चलना मैं बादशाह के प्रश्नों के उत्तर दूँगा।''

पुत्र की हठ के कारण बीरबल अगले दिन अपने पुत्र को साथ लेकर दरबार में पहुँचे।

बीरबल को देख कर बादशाह अकबर ने कहा - ''बीरबल मेरे प्रश्नों के उत्तर दो।

बीरबल ने कहा - ''जहाँपनाह आपके प्रश्नों के उत्तर तो मेरा पुत्र भी दे सकता है।''

अकबर ने बीरबल के पुत्र से पहला प्रश्न पूछा - ''बताओ!

' भगवान कहाँ रहता है?'' बीरबल के पुत्र ने एक गिलास शक्कर मिला हुआ दूध बादशाह से मँगवाया और कहा- जहाँपनाह दूध कैसा है?

अकबर ने दूध चखा और कहा कि ये मीठा है।

परन्तु बादशाह सलामत या आपको इसमें शक्कर दिखाई दे रही है।

बादशाह बोले नही। वह तो घुल गयी।

जी हाँ, जहाँपनाह! भगवान भी इसी प्रकार संसार की हर वस्तु में रहता है।

जैसे शक्कर दूध में घुल गयी है परन्तु वह दिखाई नही दे रही है।

बादशाह ने सन्तुष्ट होकर अब दूसरे प्रश्न का उत्तर पूछा - ''बताओ!

भगवान मिलता केैसे है ?'' बालक ने कहा -

''जहाँपनाह थोड़ा दही मँगवाइए।

'' बादशाह ने दही मँगवाया तो बीरबल के पुत्र ने कहा -

''जहाँपनाह! क्या आपको इसमं मक्खन दिखाई दे रहा है।

बादशाह ने कहा- ''मक्खन तो दही में है पर इसको मथने पर ही दिखाई देगा।''

बालक ने कहा- ''जहाँपनाह! मन्थन करने पर ही भगवान के दर्शन हो सकते हैं।''

बादशाह ने सन्तुष्ट होकर अब अन्तिम प्रश्न का उत्तर पूछा - ''बताओ! भगवान करता क्या है?''

बीरबल के पुत्र ने कहा- ''महाराज! इसके लिए आपको मुझे अपना गुरू स्वीकार करना पड़ेगा।''

अकबर बोले- ''ठीक है, आप गुरू और मैं आप का शिष्य।''

अब बालक ने कहा- ''जहाँपनाह गुरू तो ऊँचे आसन पर बैठता है
और शिष्य नीचे।

'' अकबर ने बालक के लिए सिंहासन खाली कर दिया और स्वयं नीचे बैठ गये।

अब बालक ने सिंहासन पर बैठ कर कहा - ''महाराज! आपके
अन्तिम प्रश्न का उत्तर तो यही है।''

अकबर बोले- ''क्या मतलब? मैं कुछ समझा नहीं।''

बालक ने कहा- ''जहाँपनाह! भगवान यही तो करता है।

"पल भर में राजा को रंक बना देता है और भिखारी को सम्राट बना देता है।"

👍👏

किसी शायर ने अंतिम यात्रा
का क्या खूब वर्णन किया है.....
   
था मैं नींद में और.
मुझे इतना
सजाया जा रहा था....

बड़े प्यार से
मुझे नहलाया जा रहा
था....

ना जाने
था वो कौन सा अजब खेल
मेरे घर
में....

बच्चो की तरह मुझे
कंधे पर उठाया जा रहा
था....

था पास मेरा हर अपना
उस
वक़्त....

फिर भी मैं हर किसी के
मन
से
भुलाया जा रहा था...

जो कभी देखते
भी न थे मोहब्बत की
निगाहों
से....

उनके दिल से भी प्यार मुझ
पर
लुटाया जा रहा था...

मालूम नही क्यों
हैरान था हर कोई मुझे
सोते
हुए
देख कर....

जोर-जोर से रोकर मुझे
जगाया जा रहा था...

काँप उठी
मेरी रूह वो मंज़र
देख
कर....
.
जहाँ मुझे हमेशा के
लिए
सुलाया जा रहा था....
.
मोहब्बत की
इन्तहा थी जिन दिलों में
मेरे
लिए....
.
उन्हीं दिलों के हाथों,
आज मैं जलाया जा रहा था!!!

 🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂
    👌 लाजवाब लाईनें👌
🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂
 इस दुनिया मे कोई किसी का
हमदर्द नहीं होता,

लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं।

"और कितना वक़्त लगेगा"

💠 कुछ सुंदर पंक्तियाँ 💠

👉💎 गंगा में डुबकी लगाकर,तीर्थ किए हज़ार।
इनसे क्या होगा,अगर बदले नहीँ विचार।


👉💎 "इस दुनियाँ के हर शख्स को नफरत है "झूठ" से...

मैं परेशान हूँ ये सोचकर, कि फिर ये "झूठ" बोलता कौन है"।


👉💎 "निंदा "तो उसी की होती है
जो"जिंदा" है।
मरे हुए कि तो बस तारीफ ही होती हैं।


👉💎 महसूस जब हुआ कि सारा शहर,
मुझसे जलने लगा है,
तब समझ आ गया कि अपना नाम भी,
चलने लगा है”…


👉💎 सदा उनके कर्जदार रहिये जो आपके लिए कभी खुद का वक्त नहीं देखता है,
और
सदा उनसे वफ़ादार रहिये जो व्यस्त होने के बावजूद भी आपके लिए वक़्त निकालता है।


👉💎 मोक्ष का एक ही मार्ग है।
         और वह बिल्कुल सीधा ही है।
            अब
मुशकिल उन्हें होती है।
       जिनकी चाल ही टेड़ी है।


👉💎 हम जब दिन की शुरुआत करते है,
तब लगता है की, पैसा ही जीवन है ..
 लेकिन, जब शाम को लौट कर घर आते है,
तब लगता है, शान्ति ही जीवन है ।


👉💎 फलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते है ,
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते ।

कदर किरदार की होती है… वरना…
कद में तो साया भी इंसान से बड़ा होता है.......


👉💎 पानी मर्यादा तोड़े तो "विनाश"
                          "और"
         वाणी मर्यादा तोड़े तो "सर्वनाश"

इसलिए हमेशा अपनी वाणी पर संयम रखो।👏👏👏👏👏👏👏👏


. Nice lines :

"सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए
और
जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...
"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो !

एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है!

 इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!

रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते

 क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है !!! "


एक माँ चटाई पे लेटी आराम से
सो रही थी,
कोई स्वप्न सरिता उसका मन
भिगो रही थी.
तभी उसका बच्चा यूँही गुनगुनाते हुए आया..
माँ के पैरों को छूकर हल्के हल्के से
हिलाया..
माँ उनीदी सी चटाई से बस
थोड़ा उठी ही थी..
तभी उस नन्हे ने हलवा खाने की ज़िद कर दी..
माँ ने उसे पुचकारा और फिर गोद मे ले
लिया..
फिर पास ही ईंटों से बने चूल्हे का रुख़
किया..
फिर उनने चूल्हे पे एक छोटीसी कढ़ाई रख दी..
फिर आग जला कर कुछ देर उसे तकती रही..
फिर बोली बेटा जब तक उबल रहा है ये
पानी..
क्या सुनोगे तब तक कोई
परियों वाली कहानी...
मुन्ने की आँखें अचानक खुशी से थी खिल
गयी.
जैसे उसको कोई मुँह माँगी मुराद हो मिल
गयी..
माँ उबलते हुए पानी मे
कल्छी ही चलाती रही...
परियों का कोई किस्सा मुन्ने
को सुनाती रही..
फिर वो बच्चा उन परियों मे ही जैसे
खो गया...
सामने बैठे बैठे ही लेटा और फिर
वही सो गया...
फिर माँ ने उसे गोद मे ले लिया और
मुस्काई,
फिर पता नहीं जाने क्यूँ उनकी आँख भर
आई...
जैसा दिख रहा था वहाँ पर सब
वैसा नही था..
घर मे इक रोटी की खातिर
भी पैसा नही था..
राशन के डिब्बों मे तो बस
सन्नाटा पसरा था..
.
कुछ बनाने के लिए घर मे कहाँ कुछ
धरा था...
न जाने कब से घर मे
चूल्हा ही नहीं जला था..
चूल्हा भी तो बेचारा माँ के आँसुओं से
गला था..
फिर उस बेचारे को वो हलवा कहाँ से
खिलाती...
उस जिगर के टुकड़े को रोता भी कैसे देख
पाती...
वो मजबूरी उस नन्हे मन को माँ कैसे
समझाती..
या फिर फालतू मे ही मुन्ने पर क्यूँ
झुंझलाती...
इसलिए हलवे की बात वो कहानी मे
टालती रही...
जब तक वो सोया नही, बस
पानी उबालती रही...माँ माँ है उनकी
जगह कोई नहीं ले सकता
क्या बात करे यार इस दुनिया कि ....
जो सामने हे उसे बुरा कहते हे, औऱ
जिसे कभी देखा भी नहीं उसे खुदा कहते है


Sunday, August 2, 2015

लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!!
किस्मतवालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में,
यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता……….!!
अपने सायें से भी ज़यादा यकीं है मुझे तुम पर,
अंधेरों में तुम तो मिल जाते हो, साया नहीं मिलता……..!!
इस बेवफ़ा ज़िन्दगी से शायद मुझे इतनी मोहब्बत ना होती
अगर इस ज़िंदगी में दोस्त कोई तुम जैसा नहीं मिलता…!!
"जब मुझे यकीन है के भगवान मेरे साथ है।
तो इस से कोई फर्क नहीं पड़ता के कौन कौन मेरे खिलाफ है।।"
+

तजुर्बे ने एक बात सिखाई है...
एक नया दर्द ही...
पुराने दर्द की दवाई है...!
+

हंसने की इच्छा ना हो...
तो भी हसना पड़ता है...
कोई जब पूछे कैसे हो...??
तो मजे में हूँ कहना पड़ता है
+

ये ज़िन्दगी का रंगमंच है दोस्तों....
यहाँ हर एक को नाटक करना पड़ता है.
"माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती..
यहाँ आदमी आदमी से जलता है...!
+

जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन
क्यूंकि एक मुद्दत से मैंने न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले .!!.
+

एक घड़ी ख़रीदकर हाथ मे क्या बाँध ली..
वक़्त पीछे ही पड़ गया मेरे..!!
+

सोचा था घर बना कर बैठुंगा सुकून से..
पर घर की ज़रूरतों ने मुसाफ़िर बना डाला !!!
+

सुकून की बात मत कर ऐ ग़ालिब....
बचपन वाला 'इतवार' अब नहीं आता |
+

जीवन की भाग-दौड़ में -
क्यूँ वक़्त के साथ रंगत खो जाती है ?
हँसती-खेलती ज़िन्दगी भी आम हो जाती है..
+

एक सवेरा था जब हँस कर उठते थे हम
और
आज कई बार
बिना मुस्कुराये ही शाम हो जाती है..
+

कितने दूर निकल गए,
रिश्तो को निभाते निभाते..
खुद को खो दिया हमने,
अपनों को पाते पाते..
+

लोग कहते है हम मुस्कुराते बहोत है,
और हम थक गए दर्द छुपाते छुपाते..
+

"खुश हूँ और सबको खुश रखता हूँ,
लापरवाह हूँ फिर भी सबकी परवाह
करता हूँ..
+

चाहता तो हु की ये दुनिया बदल दूं ....
पर दो वक़्त की रोटी के जुगाड़ में फुर्सत नहीं मिलती दोस्तों
+

यूं ही हम दिल को साफ़ रखा करते थे
पता नही था की, 'कीमत चेहरों की होती है!!'
+

"दो बातें इंसान को अपनों से दूर कर देती हैं,
एक उसका 'अहम' और दूसरा उसका 'वहम'
+

" पैसे से सुख कभी खरीदा नहीं जाता और दुःख का कोई खरीदार नहीं होता।"
+

किसी की गलतियों को बेनक़ाब ना कर,
'ईश्वर' बैठा है, तू हिसाब ना कर.... 🙏


😄😄😄😄😄😄😄😄😄
यमलोक के दरवाजे पर दस्तक हुई तो यमराज ने जाकर दरवाजा खोला।
😜
😜
उन्होंने बाहर झांका तो एक मानव को सामने खड़ा पाया।😜
😜
यमराज ने कुछ बोलने के लिए मुंह खोला ही था कि वह एकाएक गायब हो गया।😜
😜
😜
यमराज चौंके और फिर दरवाज़ा बंद कर लिया। यमराज अभी वापस मुड़े ही थे कि फिरदस्तक हुई।🌹
😜
😜
उन्होंने फिर दरवाजा खोला। उसी मानव को फिर सामने मौजूद पाया, लेकिन वह आया और फिर गायब हो गया।😜
😜
ऐसा तीन-चार बार हुआ तो यमराज अपना धैर्य खो बैठे और अबकी बार उसे पकड़ ही लिया और पूछा, "क्या बात है भाई, क्या ये आना-जाना लगा रखा है।😜
😜
😜
मुझसे पंगा ले रहे हो?😜
😜
"मानव ने बड़ी सहजता पूर्वक जवाब दिया,"अरे नहीं महाराज, दरअसल मैं तो वैंटीलेटर पर हूं और यह डॉक्टर लोग ही हैं जो आपसे मस्ती कर रहे हैं।"
😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜,
 😴😴😴😴😴😴😴
😝😝😝😝😝

👌👌👌👌
एक गरीब परिवार में एक सुन्दर सी बेटी👰 ने जन्म लिया..

बाप दुखी हो गया बेटा पैदा होता तो कम से कम काम में तो हाथ बटाता,,
        उसने बेटी को पाला जरूर,
 मगर दिल से नही....

वो पढने जाती थी तो ना ही स्कूल की फीस टाइम से जमा करता,
 और ना ही कापी किताबों पर ध्यान देता था...
अक्सर दारू पी कर घर में कोहराम मचाता था........

उस लडकी की मॉ बहुत अच्छी व बहुत भोली भाली थी वो अपनी बेटी को बडे लाड प्यार से रखती थी..
वो पति से छुपा-छुपा कर बेटी की फीस जमा करती
और कापी किताबों का खर्चा देती थी..
अपना पेट काटकर फटे पुराने कपडे पहन कर गुजारा कर लेती थी,
 मगर बेटी का पूरा खयाल रखती थी...

पति अक्सर घर से कई कई दिनों के लिये गायब हो जाता था.

जितना कमाता था दारू मे ही फूक देता था...

वक्त का पहिया घूमता गया
"
"
"
"
बेटी धीरे-धीरे समझदार हो गयी..
दसवीं क्लास में उसका एडमीसन होना था.
मॉ के पास इतने पैसै ना थे जो बेटी का स्कूल में दाखिला करा पाती..
बेटी डरडराते हुये पापा से बोली:
पापा मैं पढना चाहती हूं मेरा हाईस्कूल में एडमीसन करा दीजिए मम्मी के पास पैसै नही है...
बेटी की बात सुनते ही बाप आग वबूला हो गया और चिल्लाने लगा बोला: तू कितनी भी पड लिख जाये तुझे तो चौका चूल्हा ही सम्भालना है क्या करेगी तू ज्यादा पड लिख कर..

उस दिन उसने घर में आतंक मचाया व सबको मारा पीटा

बाप का व्यहार देखकर बेटी ने मन ही मन में सोच लिया कि अब वो आगे की पढाई नही करेगी....
एक दिन उसकी मॉ बाजार गयी

बेटी ने पूछा:मॉ कहॉ गयी थी
मॉ ने उसकी बात को अनसुना करते हुये कहा :
बेटी कल मै तेरा स्कूल में दाखिला कराउगी
बेटी ने कहा: नही़ं मॉ मै अब नही पडूगी मेरी वजह से तुम्हे कितनी परेशानी उठानी पडती है पापा भी तुमको मारते पीटते हैं कहते कहते रोने लगी..
मॉ ने उसे सीने से लगाते हुये कहा: बेटी मै बाजार से कुछ रुपये लेकर आयी हूं मै कराउगी तेरा दखिला..
बेटी ने मॉ की ओर देखते हुये पूछा: मॉ तुम इतने पैसै कहॉसे लायी हो??
मॉ ने उसकी बात को फिर अनसुना कर दिया...

वक्त वीतता गया
"
"
"
"मॉ ने जी तोड मेहनत करके बेटी को पढाया लिखाया
बेटी ने भी मॉ की मेहनत को देखते हुये मन लगा कर दिन रात पढाई की
 और आगे बडती चली गयी.......
""""
"""""""
""""""""""
इधर बाप दारू पी पी कर बीमार पड गया
डाक्टर के पास ले गये
डाक्टर ने कहा इनको टी.बी. है
"""
"""""
एक दिन तबियत ज्यादा गम्भीर होने पर बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया..
दो दिन बाद उस जबे होश आया तो डाक्टरनी का चेहरा देखकर उसके होश उड गये😳😳


वो डाक्टरनी कोई और नही वल्कि उसकी

अपनी बेटी थी..

शर्म से पानी पानी बाप
कपडे से अपना चेहरा छुपाने लगा
और रोने लगा हाथ जोडकर बोला: बेटी मुझे माफ करना मैं तुझे समझ ना सका...

दोस्तों बेटी 💎आखिर बेटी होती है
,,,,,,,,
बाप को रोते 😥देखकर बेटी ने बाप को गले लगा लिया..

""""""
दोस्तों गरीबी और अमीरी से कोई फर्क नहीं पडता,,
अगर इन्सान का इरादा हो तो आसमान में भी छेद हो सकता है

किसी ने खूब कहा //

"कौन कहता है कि आसमान मे छेद नही हो सकता,,
              अरे एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों"

"""

एक दिन बेटी माँ से बोली: माँ तुमने मुझे आजतक नहीं बताया कि मेरे हाईस्कूल के एडमीसन के लिये पैसै कहाँ से लायी थी??

बेटी के बार बार पूछने पर
 माँ ने जो बात बतायी
 उसे सुनकर
बेटी की रूह काँप गयी....

माँ ने अपने शरीर का खून बेच कर बेटी का एडमीसन कराया था....

दोस्तों तभी तो मॉ को भगवान का दर्जा दिया गया है
माँ जितना औलाद के लिये त्याग कर सकती है
उतना दुनियाँ में कोई और नही..

दो पंक्तियाँ माँ के लिये::::
गोदी में मुझको सुलाया है माँ ने,,
बडे प्यार से अपनी मीठी जुवॉ से,
बेटा कह कर बुलाया है माँ ने,,
मुझको लेके अपनी नरम बाजुओं मे,
मोहब्बत का झूला झुलाया है माँ ने,,
सभी जख्म अपने सीने पे लेके,
हर चोट से बचाया है माँ ने,,
कभी मेरे माथे पे काला टीका लगा के,
यूं बचपन में मुझको सजाया है माँ ने,,
यूं चेहरा दिखा के मुझे रोज अपना,
मुझे मेरे रव से मिलाया है माँ ने,,
ऐ इन्सॉ तू जो इतना इतरा के चलता है,
काबिल तुझे इसके बनाया है माँ ने,,

A Student who got 0% Marks, was surprised because his all answers were seemingly correct !

Q.1 - In which battle did Tipu Sultan Die ?..

Ans. - In his Last Battle..

Q.2 - Where was the Declaration of Independence Signed?

Ans. - At the Bottom of the Page..

Q.3 - What is the Main Reason for Divorce ?..

Ans. - Marriage..

Q.4 - Ganga Flows in which State ?..

Ans. - Liquid State..

Q.5 - When was Mahatma Gandhi Born ?..

Ans.- On His Birthday..

Q.6 - How will you Distribute 8 Mangoes among 6 People ?..

Ans - By Preparing Mango Shake..!!

Q.7 - India Me saal bhar Sabse Zyada Baraf Kaha Girti Hai...???

Awesome Reply By Student :- "Daaru K Glass Me..."

Q. 8 - Why Hindu Law does not permit Second Marriage...???

Answer :
Indian Constitution - Article 20(2)-says, "No man can be punished twice for same offence"
😝😝😝😝😄😄😄😄😝😝😝😝
बेजुबान पत्थर पे लदे है करोडो के गहने मंदिरो में ।
उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हे हाथो को देखा है।।


सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूरत के आगे । बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ।।

लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार ,पर बहार एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।

वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हाल के लिए , घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।

सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को, आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।

जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन , आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है ।

जिसने न दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी , आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा ।

दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने, आज पीटते उसी शौहर के हाथो सरे राह देखा है ।


मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारो ,
जिसे खुदको काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरो का माहिर लिखते देखा है ।


जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों ,
आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।

इस कविता को मैने आप तक पहुंचाने मे र्सिफ उंगली का उपयोग किया है,
रचियता को सादर नमन🙏🙏🙏


Nice lines....

कोई टोपी तो कोई अपनी पगड़ी बेच देता है..
मिले अगर भाव अच्छा, जज भी कुर्सी बेच देता है,


तवायफ फिर भी अच्छी, के वो सीमित है कोठे तक..
पुलिस वाला तो चौराहे पर वर्दी बेच देता है,


जला दी जाती है ससुराल में अक्सर वही बेटी..
के जिस बेटी की खातिर बाप किडनी बेच देता है,


कोई मासूम लड़की प्यार में कुर्बान है जिस पर..
बनाकर वीडियो उसका, वो प्रेमी बेच देता है,


ये कलयुग है, कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं इसमें..
कली, फल फूल, पेड़ पौधे सब माली बेच देता है,


किसी ने प्यार में दिल हारा तो क्यूँ हैरत है लोगों को..
युद्धिष्ठिर तो जुए में अपनी पत्नी बेच देता है...!!


धन से बेशक गरीब रहो
पर दिल से रहना धनवान
अक्सर झोपडी पे लिखा होता है "सुस्वागतम"
और महल वाले लिखते है "कुत्ते से सावधान"
👌👌👌👌 it's true line👍👍👍

❤❤❤❤
 Har Pal Khushi Ka Ho Aapke Liye,
Gulshan Ho ye Zindagi Aapke Liye,
har Manzil ho Kamyabi Ki Aapke Liye,
Par Dosti Ho Aapki sirf or sirf Hamaare Liye.





 Maikhane me jab hamne paimana uthaya,
To paimane ko bhi ham par rona aaya,
Hamne jitna usko chalka kar piya hai,
Utna hi usne meri aankho ko jyada rulaya.





 Humne socha sirf hum chahte hai tumko,
Par tumhe chahane wala ka to kafila nikla,
Dil ne kaha, karu shikayat teri khuda se,
Par khuda bhi tumarah chahne wala nikla.



 Mann Mein Aapki Har Baat Rahegi,
Basti Chuti Hai Magar Aabad Rahegi,
Chahe Hum Bhula De Zamane Ko,
Magar Apki Ye Dosti Humesha Yaad Rahegi



जरूर पढे अच्छा लगे तो शेयर करना न भूले।।
😴😴😴😴😴😴
एक बार एक शहरी परिवार मेले मेँ घुमने
👪👪👪👪👪👪👪
गया, मेले मेँ 1 घंटे तक घुमे,
कि अचानक उनका बेटा मेले मेँ खो गया,
👀👀👀👀👀👀
दोनो पति-पत्नी उसे मेले मेँ बहुत ढ़ुढ़तेहै,
लेकिन लङका नही मिलता...
🙇🙇🙇🙇🙇
लङके कि माँ जोर-जोर से रोने लगती है,
😭😭😭😭😭😭😭😭
बाद मेँ पुलिस को सुचना देतेहै,
👮👮👮👮👮👮👮👮
आधे घण्टे बाद लङका मिल जाता है,
लङके के मिलते ही उसका पति गाँव
का टिकिट लेकर आता है,🚌 🚌 🚌 🚌 🚌
और वो सब बस
मेँ बेठ कर गाँव रवाना हो जाते है,
🙋🙋🙋🙋🙋🙋🙋
तभी पत्नी ने पुछा: हम गाँव
क्यो जा रहे है, अपने घर नही जाना है
क्या...?
😙😙😙😙😙😙😙
तभी उसका पति बोला:"तु तेरी औलाद
के बिना आधा घण्टा नही रह सकती,
😔😔😔😔😔😔😔
तो मेरी माँ गाँव मेँ पिछले 10
साल से मेरे बिना कैसे
जी रही होगी..??
😢😢😢😢😢😢😢😢
माँ-बाप का दिल दु:खाकर आजतक कोई
सुखी नही हुआ.
🎎🎎🎎🎎🎎🎎
कदर करनी है, तो जीतेजी करो,
जनाजा उठाते वक़्त तो नफरत
करने वाले भी रो पड़ते है।।।।।।।
😪😪😪😪😪😪😪😪😪😥😪😪😪😪😪😪
प्लीज सही लगे तो सभी दोस्तो को जरुर भेजना ,
माँ--
माँ तो जन्नत का फूल है,
🌸🌿🌸🍃🌸🌷🍀🌷🌻🌻🌹🌹🌹🌼💐
प्यार करना उसका उसूल है , दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,
माँ की हर दुआ कबूल है, माँ को नाराज करना इंसान तेरी भूल है,

माँ के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,
अगर अपनी माँ से है प्यार तो अपने सभी दोस्तो को सेन्ड करे।। वरना ये मेसेज आपके लिये फिजूल है.
❄❄❄❄❄❄❄❄🌵🌵🌵🌵🌵🌵🌵🌵

Plz read slowly n Pura Read karna.
...its a very Nice one...
😳😜😍😘😘😳 😁😂😜😘😘

Zindagi matlab kya.. ?

"Ek dhundli si shaam, 4 dost. 4 Cup chai, 1 Table..":)
.


.
Zindagi...mtlb kya..?
"1 innova car, 7 dost, aur 1 khula lamba pahadi Raasta"


.
Zindagi...mtlb kya.?
"1 dost ka ghar, Halki si Baarish, aur dher saari baatein..:)



.
Zindagi...mtlb kya..?
"school ke dost, Bunk Kiya hua
Lecture, 1 kachori, 2 samose aur bill par hone wala jhagda... :p



.
Zindagi...mtlb kya...?
"Phone uthate hi pdhne wali dost ki mithi se gaali, aur Sorry kehne par 1 aur gaali" :p


.
Zindagi...mtlb kya..?
"Kuch saalon baad, Aachanak purane dost ka 1 sms, Dhundli padi kuch bhigi yadein aur Ankho me aaye aansu. :'(
We make many friends,💃🏃


Some become Dearest,💑


Some become Special,👫


Some We Fall in Love with,💏


Some go Abroad,✈



Some change their cities,🏯

Some Leave us 🚶



We Leave some,💃



Some are in contact,☎



Some are not in contact👎



N Some don't contact❌


because of their ego👰



We don't contact some ❌



because of our ego,🙇


Wherever they are..


However they are,😭😃



We still remember,✨✨
Love,❤💚💗💜💙
Miss, 😭💝
N Care 👼🙏😔


 
about them because of the part they played, 👯💏👫 in our life.



Send this to all ur friends..




no matter how often you talk or how close you are✊👊👌

This friendship day tell your
old friends no you haven't forgotten them 💘💘💓💗



& tell new friends you will never forget them💑🙏🙌👏




❕Cheers To friendship❕
             🍸🍸💍💎👭💞👬

          💗❤💚💜💛💙💑💓💖

😍☺😊👌👍😍😊☺😍
Friendship is really awesome gifts
Once upon a time an old man spread rumors that his neighbor was a thief.
As a result, the young man was arrested. Days later the young man was proven innocent. After been released he sued the old man for wrongly
accusing him.

In court the old man told the Judge: 'They were just comments, didn't harm anyone..'

The judge, before passing sentence on the case, told the old man: 'Write all the things you said about him on a piece of paper. Cut them up and on the way home, throw the pieces of paper out. Tomorrow, come back to hear the sentence.'

The next day, the judge told the old man: 'Before receiving the
sentence, you will have to go out and gather all the pieces of paper
that you threw out yesterday.'

The old man said: 'I can't do that! The wind spread them and I won't know where to find them.'

The judge then replied: 'The same way, simple comments may destroy the honor of a man or any person to such an extent that one is not able to fix it.

"If you can't speak well of someone, rather don't say anything"

'Let's all be masters of our mouths, so that we won't be slaves of our
words.'
😊

Must read.
बहुत समय पहले की बात है , एक
राजा को उपहार में किसी ने बाज
के दो बच्चे भेंट किये ।

वे बड़ी ही अच्छी नस्ल के थे , और
राजा ने कभी इससे पहले इतने
शानदार बाज नहीं देखे थे।

राजा ने उनकी देखभाल के लिए एक
अनुभवी आदमी को नियुक्त कर
दिया।

जब कुछ महीने बीत गए
तो राजा ने बाजों को देखने का मन
बनाया , और उस जगह पहुँच गए
जहाँ उन्हें पाला जा रहा था।

राजा ने देखा कि दोनों बाज
काफी बड़े हो चुके थे और अब पहले से
भी शानदार लग रहे थे ।

राजा ने बाजों की देखभाल कर रहे
आदमी से कहा, ” मैं इनकी उड़ान
देखना चाहता हूँ , तुम इन्हे उड़ने का इशारा करो ।

“ आदमी ने
ऐसा ही किया।
इशारा मिलते ही दोनों बाज
उड़ान भरने लगे , पर जहाँ एक बाज
आसमान की ऊंचाइयों को छू
रहा था , वहीँ दूसरा , कुछ ऊपर जाकर वापस उसी डाल पर आकर बैठ
गया जिससे वो उड़ा था।

ये देख ,
राजा को कुछ अजीब लगा.
“क्या बात है जहाँ एक बाज
इतनी अच्छी उड़ान भर रहा है वहीँ ये
दूसरा बाज उड़ना ही नहीं चाह रहा ?”,
राजा ने सवाल किया।

” जी हुजूर ,
इस बाज के साथ शुरू से
यही समस्या है , वो इस डाल
को छोड़ता ही नहीं।”

राजा को दोनों ही बाज प्रिय थे , और वो दुसरे बाज
को भी उसी तरह
उड़ना देखना चाहते थे।

अगले दिन पूरे
राज्य में ऐलान
करा दिया गया कि जो व्यक्ति इस
बाज को ऊँचा उड़ाने में कामयाब होगा उसे ढेरों इनाम
दिया जाएगा।

फिर क्या था , एक
से एक विद्वान् आये और बाज
को उड़ाने का प्रयास करने लगे , पर
हफ़्तों बीत जाने के बाद भी बाज
का वही हाल था, वो थोडा सा उड़ता और वापस
डाल पर आकर बैठ जाता।

फिर एक
दिन कुछ अनोखा हुआ , राजा ने
देखा कि उसके दोनों बाज आसमान
में उड़ रहे हैं। उन्हें अपनी आँखों पर
यकीन नहीं हुआ और उन्होंने तुरंत उस व्यक्ति का पता लगाने
को कहा जिसने ये कारनामा कर
दिखाया था। वह व्यक्ति एक
किसान था।

अगले दिन वह दरबार में
हाजिर हुआ। उसे इनाम में स्वर्ण
मुद्राएं भेंट करने के बाद राजा ने कहा , ” मैं तुमसे बहुत प्रसन्न हूँ , बस तुम
इतना बताओ कि जो काम बड़े-बड़े
विद्वान् नहीं कर पाये वो तुमने कैसे
कर दिखाया।

“ “मालिक ! मैं तो एक
साधारण सा किसान हूँ , मैं ज्ञान
की ज्यादा बातें नहीं जानता , मैंने तो बस वो डाल काट दी जिसपर
बैठने का बाज आदि हो चुका था,
और जब वो डाल
ही नहीं रही तो वो भी अपने
साथी के साथ ऊपर उड़ने लगा। “

दोस्तों, हम सभी ऊँचा उड़ने के लिए ही बने हैं। लेकिन कई बार हम जो कर
रहे होते है उसके इतने आदि हो जाते हैं
कि अपनी ऊँची उड़ान भरने की , कुछ
बड़ा करने की काबिलियत को भूल
जाते हैं।

यदि आप भी सालों से
किसी ऐसे ही काम में लगे हैं जो आपके सही potential के मुताबिक
नहीं है तो एक बार ज़रूर सोचिये
कि कहीं आपको भी उस डाल
को काटने की ज़रुरत
तो नहीं जिसपर आप बैठे हैं ?
"Luck is what happens when preparation meets opportunity.
एक बार श्री कृष्ण और अर्जुन भ्रमण पर निकले तो उन्होंने मार्ग में एक निर्धन ब्राहमण को भिक्षा मागते देखा....

अर्जुन को उस पर दया आ गयी और उन्होंने उस ब्राहमण को स्वर्ण मुद्राओ से भरी एक पोटली दे दी।

जिसे पाकर ब्राहमण प्रसन्नता पूर्वक अपने सुखद भविष्य के सुन्दर स्वप्न देखता हुआ घर लौट चला।

किन्तु उसका दुर्भाग्य उसके साथ चल रहा था, राह में एक लुटेरे ने उससे वो पोटली छीन ली।

ब्राहमण दुखी होकर फिर से भिक्षावृत्ति में लग गया।अगले दिन फिर अर्जुन की दृष्टि जब उस ब्राहमण पर पड़ी तो उन्होंने उससे इसका कारण पूछा।

ब्राहमण ने सारा विवरण अर्जुन को बता दिया, ब्राहमण की व्यथा सुनकर अर्जुन को फिर से उस पर दया आ गयी अर्जुन ने विचार किया और इस बार उन्होंने ब्राहमण को मूल्यवान एक माणिक दिया।

ब्राहमण उसे लेकर घर पंहुचा उसके घर में एक पुराना घड़ा था जो बहुत समय से प्रयोग नहीं किया गया था,ब्राह्मण ने चोरी होने के भय से माणिक उस घड़े में छुपा दिया।

किन्तु उसका दुर्भाग्य, दिन भर का थका मांदा होने के कारण उसे नींद आ गयी... इस बीच
ब्राहमण की स्त्री नदी में जल लेने चली गयी किन्तु मार्ग में
ही उसका घड़ा टूट गया, उसने सोंचा, घर में जो पुराना घड़ा पड़ा है उसे ले आती हूँ, ऐसा विचार कर वह घर लौटी और उस पुराने घड़े को ले कर
चली गई और जैसे ही उसने घड़े
को नदी में डुबोया वह माणिक भी जल की धारा के साथ बह गया।

ब्राहमण को जब यह बात पता चली तो अपने भाग्य को कोसता हुआ वह फिर भिक्षावृत्ति में लग गया।

अर्जुन और श्री कृष्ण ने जब फिर उसे इस दरिद्र अवस्था में देखा तो जाकर उसका कारण पूंछा।

सारा वृतांत सुनकर अर्जुन को बड़ी हताशा हुई और मन ही मन सोचने लगे इस अभागे ब्राहमण के जीवन में कभी सुख नहीं आ सकता।

अब यहाँ से प्रभु की लीला प्रारंभ हुई।उन्होंने उस ब्राहमण को दो पैसे दान में दिए।

तब अर्जुन ने उनसे पुछा “प्रभु
मेरी दी मुद्राए और माणिक
भी इस अभागे की दरिद्रता नहीं मिटा सके तो इन दो पैसो से
इसका क्या होगा” ?

यह सुनकर प्रभु बस मुस्कुरा भर दिए और अर्जुन से उस
ब्राहमण के पीछे जाने को कहा।

रास्ते में ब्राहमण सोचता हुआ जा रहा था कि "दो पैसो से तो एक व्यक्ति के लिए भी भोजन नहीं आएगा प्रभु ने उसे इतना तुच्छ दान क्यों दिया ? प्रभु की यह कैसी लीला है "?

ऐसा विचार करता हुआ वह
चला जा रहा था उसकी दृष्टि एक मछुवारे पर पड़ी, उसने देखा कि मछुवारे के जाल में एक
मछली फँसी है, और वह छूटने के लिए तड़प रही है ।

ब्राहमण को उस मछली पर दया आ गयी। उसने सोचा"इन दो पैसो से पेट की आग तो बुझेगी नहीं।क्यों? न इस मछली के प्राण ही बचा लिए जाये"।

यह सोचकर उसने दो पैसो में उस मछली का सौदा कर लिया और मछली को अपने कमंडल में डाल लिया। कमंडल में जल भरा और मछली को नदी में छोड़ने चल पड़ा।

तभी मछली के मुख से कुछ निकला।उस निर्धन ब्राह्मण ने देखा ,वह वही माणिक था जो उसने घड़े में छुपाया था।

ब्राहमण प्रसन्नता के मारे चिल्लाने लगा “मिल गया, मिल गया ”..!!!

तभी भाग्यवश वह लुटेरा भी वहाँ से गुजर रहा था जिसने ब्राहमण की मुद्राये लूटी थी।

उसने ब्राह्मण को चिल्लाते हुए सुना “ मिल गया मिल गया ” लुटेरा भयभीत हो गया। उसने सोंचा कि ब्राहमण उसे पहचान गया है और इसीलिए चिल्ला रहा है, अब जाकर राजदरबार में उसकी शिकायत करेगा।

इससे डरकर वह ब्राहमण से रोते हुए क्षमा मांगने लगा। और उससे लूटी हुई सारी मुद्राये भी उसे वापस कर दी।

यह देख अर्जुन प्रभु के आगे नतमस्तक हुए बिना नहीं रह सके।

अर्जुन बोले,प्रभु यह कैसी लीला है? जो कार्य थैली भर स्वर्ण मुद्राएँ और मूल्यवान माणिक नहीं कर सका वह आपके दो पैसो ने कर दिखाया।

श्री कृष्णा ने कहा “अर्जुन यह अपनी सोंच का अंतर है, जब तुमने उस निर्धन को थैली भर स्वर्ण मुद्राएँ और मूल्यवान माणिक दिया तब उसने मात्र अपने सुख के विषय में सोचा। किन्तु जब मैनें उसको दो पैसे दिए। तब उसने दूसरे के दुःख के विषय में सोचा। इसलिए हे अर्जुन-सत्य तो यह है कि, जब आप दूसरो के दुःख के विषय में सोंचते है, जब आप दूसरे का भला कर रहे होते हैं, तब आप ईश्वर का कार्य कर रहे होते हैं, और तब ईश्वर आपके साथ होते हैं।
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मंदिर शब्द का क्या अर्थ है ?
इस शब्द की रचना कैसे हुई ?
मंदिर शब्द में 'मन' और 'दर' की संधि है
मन + दर
मन अर्थात मन
दर अर्थात द्वार
मन का द्वार तात्पर्य यह कि जहाँ हम अपने मन का द्वार खोलते हैं, वह स्थान मंदिर है।
म + न
म अर्थात मम = मैं
न अर्थात नहीं
जहाँ मैं नहीं !!!
अर्थात जिस स्थान पर जाकर हमारा 'मैं' यानि अंहकार 'न' रहे वह स्थान मंदिर है। सर्व विदित है कि ईश्वर हमारे मन में ही है, अत: जहाँ 'मैं' 'न' रह कर केवल ईश्वर हो वह स्थान मंदिर है।

आज मनायें रक्षाबन्धन

आज मनायें रक्षाबन्धन
अतीत से नव-स्फूर्ति लेकर
वर्तमान में दृढ़ उद्यम कर
भविष्य में दृढ़ निष्ठा रखकर
कर्मशील हम रहे निरन्तर ॥१॥
बलिदानों की परम्परा से
स्वराज्य है यह पावन जिनसे
वंदन उनको कृतज्ञता से
ध्येय-भाव का करें जागरण ॥२॥
स्वार्थ-द्वेष को आज त्यागकर
अहं-भाव का पाश काटकर
अपना सब व्यक्तित्व भुलाकर
विराट का हम करते दर्शन ॥३॥
अरुण-केतु को साक्षी रखकर
निश्चय वाणी आज गरजकर
शुभ-कृति का यह मंगल अवसर
निष्ठा मन में रहे चिरंतन ॥४॥
 
ऐ मेरे वतन्

ऐ मेरे वतन् के लोगों
तुम् खूब् लगा लो नारा
ये शुभ् दिन् है हम् सब् का
लहरा लो तिरंगा प्यारा
पर् मत् भूलो सीमा पर्
वीरों ने है प्राण् गँवा
कुछ् याद् उन्हें भी कर् लो -२
जो लौट् के घर् न आये -२
ऐ मेरे वतन् के लोगों
ज़रा आँख् में भर् लो पानी
जो शहीद् हु हैं उनकी
ज़रा याद् करो क़ुरबानी
जब् घायल् हु हिमालय्
खतरे में पड़ी आज़ादी
जब् तक् थी साँस् लड़े वो
फिर् अपनी लाश् बिछा दी
संगीन् पे धर् कर् माथा
सो गये अमर् बलिदानी
जो शहीद्॥।
जब् देश् में थी दीवाली
वो खेल् रहे थे होली
जब् हम् बैठे थे घरों में
वो झेल् रहे थे गोली
थे धन्य जवान् वो आपने
थी धन्य वो उनकी जवानी
जो शहीद्॥।
को सिख् को जाट् मराठा
को गुरखा को मदरासी
सरहद् पे मरनेवाला
हर् वीर् था भारतवासी
जो खून् गिरा पर्वत् पर्
वो खून् था हिंदुस्तानी
जो शहीद्॥।
थी खून् से लथ्-पथ् काया
फिर् भी बन्दूक् उठाके
दस्-दस् को एक् ने मारा
फिर् गिर् गये होश् गँवा के
जब् अन्त्-समय् आया तो
कह् गये के अब् मरते हैं
खुश् रहना देश् के प्यारों
अब् हम् तो सफ़र् करते हैं
क्या लोग् थे वो दीवाने
क्या लोग् थे वो अभिमानी
जो शहीद्॥।
तुम् भूल् न जा उनको
इस् लिये कही ये कहानी
जो शहीद्॥।
जय् हिन्द्॥। जय् हिन्द् की सेना -२
जय् हिन्द् जय् हिन्द् जय् हिन्द्
 

एक हाईकोर्ट के वकील की कार देर रात शहर से बहुत दूर
ख़राब हो गई तो वह वकील पास ही एक फॉर्म हाऊस देखकर
वहाँ मदद की आशा से गया।

वहाँ एक सुंदर औरत रहती थी, उस औरत ने कहा- मैं
यहाँ अकेली रहती हूँ, गैराज खुलने का सुबह तक इंतजार
करना पड़ेगा !

वकील- तो ठीक है, इन हालात में मैं आपसे निवेदन करता हूँ
कि मुझे यहाँ रातभर रहने के लिए स्थान दें !

सुंदर औरत- लेकिन सर, मैं यहाँ अकेली हूँ।

वकील- डरने की कोई बात नहीं, आखिर मैं हाईकोर्ट
का वकील हूँ !

सुंदर औरत- लेकिन सर यहां सिर्फ एक ही बेडरुम है !

“डरने की कोई बात नही आखिर मैं हाईकोर्ट का वकील हूँ।”

वे दोनों बेडरुम की तरफ गए और उस स्त्री ने कहा- लेकिन
सर यहाँ तो सिर्फ एक ही बेड है।

“डरने की कोई बात नहीं, आखिर मैं हाईकोर्ट का वकील
हूँ !”

इसलिए वे रात को एक ही बेड पर एक दूसरे की तरफ पीठ कर
एक ही बेड पर सो गए !

सुबह जागने के बाद जब वकील ने उस स्त्री के साथ फॉर्म
हाऊस के परिसर में एक चक्कर लगाया...
 एक जगह उसे
मुर्गों का एक बाड़ा दिखा।
नजदीक जाकर देखने के बाद वकील ने देखा कि उस बाड़े में
सिर्फ 20 मुर्गियाँ है और लगभग 60 मुर्गे हैं।

उसे वह थोड़ा अटपटा सा लगा, उसने उस औरत से पूछा-
60 मुर्गे और सिर्फ 20 मुर्गियाँ? थोड़ा अटपटा नहीं लगता?

“इसमें अटपटा क्या है? इन 60 मुर्गों में सिर्फ 10 मुर्गे
ही काम के हैं।”

वकील ने पूछा:“और बाकी 50?”

 उस स्त्री ने जवाब दिया: “बाकी 50 हाईकोर्ट के वकील हैं।”😝😝😝
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂

👺 कलियुग का भस्मासुर 👺

अमेरिका मे जब एक कैदी को फासी की सजा सुनाई गई तो वहा के कुछ वैज्ञानिकोने सोचा की क्यों ना इस कैदी पर कूछ प्रयोग किए जाए । तब कैदी को बताया गया की हम तुझे फ़ासी देकर नहीं परन्तु जहरीला 🐍 कोबरा साप डसाकर मारेंगे

और उसके सामने बड़ा सा जहरिला साप ले आने के बाद कैदी की आँखे बंद करके कुर्सी से बाँधा गया और

उसको साप नहीं बल्की दो 📌📌 सेफ्टी पिन्स चुभाई गई ,
और क्या हुआ कैदी की कुछ सेकेंड्स में ही मौत हो गई , पोस्टमार्टम के बाद पाया गया की कैदी के शरीर में भी साप के 🐍जहर के समान ही जहर है ।

अब ये जहर कहा से आया जिसने उस कैदी की जान ले ली ।

वो जहर उसके खुदके शरीर ने ही सदमे में उत्पन्न किया था ।

हमारे हर संकल्प से पोजिटिव या नेगेटिव एनर्जी उत्पन्न होती है ।

और वो हमारे शरीर में उस अनुसार Harmons उत्पन्न करती है । 75 % बीमारियों का मूल कारण नकारात्मक सोच से उत्पन्न ऊर्जा ही है ।

आज इंसान ही अपनी गलत सोच से भस्मासुर बन खुद का विनाश कर रहा है ।

अपनी सोच को सदैव सकारात्मक रखें और स्वस्थ रहें।


😃खुशी भी दोस्तों से है ,
😔गम भी दोस्तों से है ,
😡तकरार भी दोस्तों से है ,
😍प्यार भी दोस्तों से है ,b
😚रूठना भी दोस्तों से है ,
😘मनाना भी दोस्तों से है ,
😛बात भी दोस्तों से है ,
😇मिसाल भी दोस्तों से है ,
😏नशा भी दोस्तों से है ,
😑शाम भी दोस्तों से है ,
😍मौहब्बत भी दोस्तों से है ,
😋इनायत भी दोस्तों से है ,
😥काम भी दोस्तों से है ,
😃नाम भी दोस्तों से है ,
😬ख्याल भी दोस्तों से है ,
😯अरमान भी दोस्तों से है ,
😴ख्वाब भी दोस्तों से है ,
😎माहौल भी दोस्तों से है ,
😄यादें भी दोस्तों से है ,
😴सपने भी दोस्तों से है ,
☺अपने भी दोस्तों से है ,
😵या यूं कहो यारो
😲अपनी तो दुनिया ही
😜दोस्तों से है ।।

😄😄😄😃
    (¨`·.·´¨) Alwayz
     `·.¸(¨`·.·´¨) Keep
    (¨`·.·´¨)¸.·´ Smiling!
     `·.¸.·´
Happy frnship Day

Saturday, August 1, 2015

इस मैसेज को गौर से दो बार पढे !

जिस दिन हमारी मोत होती है, हमारा पैसा बैंक में ही रहा जाता है।
*
जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खच॔ करने को पया॔प्त धन नहीं है।
*
जब हम चले जाते है तब भी बहुत सा धन बिना खच॔ हुये बच जाता है।
*
एक चीनी बादशाह की मोत हुई। वो अपनी विधवा के लिये बैंक में 1.9 मिलियन डालर छोड़ कर गया। विधवा ने जवान नोकर से शादी कर ली। उस नोकर ने कहा -
"मैं हमेशा सोचता था कि मैं अपने मालिक के लिये काम करता हूँ अब समझ आया कि वो हमेशा मेरे लिये काम करता था।"

सीख?
ज्यादा जरूरी है कि अधिक धन अज॔न कि बजाय अधिक जिया जाय।
• अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिये।
• मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनोपयोगी रहते है।
• मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता।
• आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है।
• पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं।
• पुरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिये छूट जाता है।
• 70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता

तो 30% का पूण॔ उपयोग कैसे हो
• स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप करायें।
• प्यासे न होने पर भी अधिक पानी पियें।
• जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें ।
• शक्तिशाली होने पर भी सरल रहेँ।
• धनी न होने पर भी परिपूण॔ रहें।

बेहतर जीवन जीयें !!!
💮💮💮💮
काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को,
काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को,
काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को,
काबू में रखें - महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को,
काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को,
💮💮💮
भूल जाएं - अपनी नेकियों को,
भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को,
भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को,
💮💮💮
छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना,
छोड दें - दूसरों की सफलता से जलना,
छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना,
छोड दें - दूसरों की चुगली करना,
छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना,
💮💮💮💮
 यदि आपके फ्रिज में खाना है, बदन पर कपड़े हैं, घर के ऊपर छत है और सोने के लिये जगह है,
तो दुनिया के 75% लोगों से ज्यादा धनी हैं

 यदि आपके पर्स में पैसे हैं और आप कुछ बदलाव के लिये कही भी जा सकते हैं जहाँ आप जाना चाहते हैं
तो आप दुनिया के 18% धनी लोगों में शामिल हैं

 यदि आप आज पूर्णतः स्वस्थ होकर जीवित हैं
तो आप उन लाखों लोगों की तुलना में खुशनसीब हैं जो इस हफ्ते जी भी न पायें

 जीवन के मायने दुःखों की शिकायत करने में नहीं हैं
बल्कि हमारे निर्माता को धन्यवाद करने के अन्य हजारों कारणों में है!!!

 यदि आप मैसेज को वाकइ पढ़ सकते हैं और समझ सकते हैं
तो आप उन करोड़ों लोगों में खुशनसीब हैं जो देख नहीं सकते और पढ़ नहीं सकते

अगर आपको यह सन्देश बार बार मिले तो परेशान होनेकी
बजाय आपको खुश होना चाहिए !

धन्यवाद...

मैंने भेज दिया
अब आपकी बाऱी है ।
नींद और मौत में क्या फर्क है...?
किसी ने क्या खूबसूरत जवाब दिया है....

 "नींद आधी मौत है"

 और

"मौत मुकम्मल नींद है"

जिंदगी तो अपने ही तरीके से चलती है....

औरों के सहारे तो जनाज़े उठा करते हैं।

 सुबहे होती है , शाम होती है

 उम्र यू ही तमाम होती है ।

 कोई रो कर दिल बहलाता है

और

कोई हँस कर दर्द छुपाता है.

क्या करामात है कुदरत की,

ज़िंदा इंसान पानी में डूब जाता है

और मुर्दा तैर के दिखाता है...

बस के कंडक्टर सी हो गयी है
जिंदगी ।

 सफ़र भी रोज़ का है और
 जाना भी कही नहीं।.....

सफलता के सात भेद, मुझे अपने कमरे के अंदर
 ही उत्तर मिल गये !

छत ने कहा : ऊँचे उद्देश्य रखो !

पंखे ने कहा : ठन्डे रहो !

घडी ने कहा : हर मिनट कीमती है !

शीशे ने कहा : कुछ करने से पहले अपने अंदर झांक
 लो !

खिड़की ने कहा : दुनिया को देखो !

कैलेंडर ने कहा : Up-to-date रहो !

दरवाजे ने कहा : अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के
लिए पूरा जोर लगाओ !

लकीरें भी बड़ी अजीब होती हैं------
माथे पर खिंच जाएँ तो किस्मत बना देती हैं

जमीन पर खिंच जाएँ तो सरहदें बना देती हैं

खाल पर खिंच जाएँ तो खून ही निकाल देती हैं

और रिश्तों पर खिंच जाएँ तो दीवार बना देती हैं..

एक रूपया एक लाख नहीं होता ,

मगर फिर भी एक रूपया एक लाख से निकल जाये तो वो लाख भी लाख नहीं रहता

हम आपके लाखों दोस्तों में बस वही एक रूपया हैं …

संभाल के रखनT , बाकी सब मोह माया है
सन् 1876 में, एक professor ने अपने छात्र से पुछा....
क्या वह भगवान था, जिसने इस संसार की हर वस्तु को बनाया?
छात्र का जवाब : हां ।
उन्होंने फिर पुछा:- शैतान क्या हैं?
क्या भगवान ने इसे भी बनाया ?
छात्र चुप हो गया... .....!
फिर छात्र ने आग्रह किया कि-
क्या वह उनसे कुछ सवाल पुछ सकता हैं?
Professor ने इजाजत दी.
उसने पुछा-क्या ठण्ड होती हैं ?
Professor ने कहा: हां, बिल्कुल
क्या तुम्हे यह महसुस नहीं होती?
Student ने कहा:
मैं माफी चाहता हुं सर, लेकिन आप गलत हो ।
गर्मी का पुर्ण रुप से लुप्त होना ही ठण्ड कहलाता हैं, जबकि इसका अस्तित्व नहीं होता ।
ठण्ड होती ही नहीं ?
Student ने फिर पुछा: क्या अन्धकार होता हैं ?
Professor ने कहा: हां,होता हैं
Student ने कहा:आप फिर गलत है सर ।
अन्धकार जैसी कोई चीज
नहीं होती,
वास्तव में इसका कारण रोशनी का पुर्ण रुप से लुप्त होना हैं .
सर हमने हमेशा गर्मी और रोशनी के बारे में पढा और सुना हैं ।
ठण्ड और अन्धकार के बारे में नहीं ।
वैसे ही भगवान हैं
.
.
.
.
और
.
.
.
.
बस इसी तरह शैतान भी नहीं होता,
वास्तव में,
पुर्ण रुप से भगवान में विश्वास, सत्य और आस्था का ना होना
ही शैतान का होना हैं।
वह छात्र थे... स्वामी विवेकानन्द..!
जीवन में न दुख: होता हैं ना तकलीफ
वास्तव में हममें जो खासियत, काबिलियत ,खुद में विश्वास और
सकारात्मक रवैये की कमी को ही हम दुख: और तकलीफ बना देते हैं ।
"उसने बेहिसाब दिया हैं जो हम मानते नहीं,
मानस जन्म अनमोल जिसे हम पहचानते नही...

Friday, July 31, 2015

एक बार एक व्यक्ति किसी के घर गया और अतिथि कक्ष मे बैठ गया।
वह खाली हाथ आया था तो उसने सोचा कि कुछ उपहार देना अच्छा रहेगा। तो उसने वहा टंगा चित्र उतारा और जब घर का स्वामी आया, उसने चित्र देते हुए कहा, यह मै आपके लिए लाया हुँ।

घर का स्वामी , जिसे पता था कि यह मेरी चित्र मुझे ही भेंट दे रहा है, सन्न रह गया...!!

अब आप ही बताएं कि क्या वह भेंट पा कर, जो कि पहले से ही उसका है, उस आदमी को प्रसन्न होना चाहिए ??

मेरे विचार से नहीं....
लेकिन यही चीज हम भगवान के साथ भी करते है। हम उन्हे रूपया, पैसा चढाते है और हर चीज जो उनकी ही बनाई है, उन्हें भेंट करते हैं | लेकिन मन मे भाव रखते है की ये चीज मै भगवान को दे रहा हूँ.., और सोचते हैं कि ईश्वर प्रसन्न हो जाएगें...!!

मूर्ख है हम...
हम यह नहीं समझते कि उनको इन सब चीजो कि आवश्यकता नही..!!

अगर आप सच मे उन्हे कुछ देना चाहते हैं तो अपनी श्रद्धा दीजिए, उन्हे अपने हर एक श्वास मे स्मरण कीजिये और विश्वास मानिए , प्रभु जरुर प्रसन्न होंगे !

चकित हूँ भगवन , तुझे कैसे रिझाऊं मैं,
कोई वस्तु नहीं ऐसी जिसे तुझ पर चढाऊं मैं...!!

भगवान ने उत्तर दिया : "संसार की हर वस्तु तुझे मैनें दी है। तेरे पास अपनी चीज सिर्फ तेरा अहंकार है, जो मैनें नहीं दिया, उसी को तूं मेरे अर्पण कर दे... तेरा जीवन सफल हो जाएगा !"

  🙏🙏🙏
1- 90 प्रतिशत रोग केवल पेट से होते हैं। पेट में कब्ज नहीं रहना चाहिए। अन्यथा रोगों की कभी कमी नहीं रहेगी।

2- कुल 13 असाधारणीय शारीरिक वेग होते हैं । उन्हें रोकना नहीं चाहिए ।।

3-160 रोग केवल मांसाहार से होते है

4- 103 रोग भोजन के बाद जल पीने से होते हैं। भोजन के 1 घंटे बाद ही जल पीना चाहिये।

5- 80 रोग चाय पीने से होते हैं।

6- 48 रोग ऐलुमिनियम के बर्तन या कुकर के खाने से होते हैं।

7- शराब, कोल्डड्रिंक और चाय के सेवन से हृदय रोग होता है।

8- अण्डा खाने से हृदयरोग, पथरी और गुर्दे खराब होते हैं।

9- ठंडेजल (फ्रिज)और आइसक्रीम से बड़ीआंत सिकुड़ जाती है।

10- मैगी, गुटका, शराब, सूअर का माँस, पिज्जा, बर्गर, बीड़ी, सिगरेट, पेप्सी, कोक से बड़ी आंत सड़ती है।

11- भोजन के पश्चात् स्नान करने से पाचनशक्ति मन्द हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है।

12- बाल रंगने वाले द्रव्यों(हेयरकलर) से आँखों को हानि (अंधापन भी) होती है।

13- दूध(चाय) के साथ नमक (नमकीन पदार्थ) खाने से चर्म रोग हो जाता है।

14- शैम्पू, कंडीशनर और विभिन्न प्रकार के तेलों से बाल पकने, झड़ने और दोमुहें होने लगते हैं।

15- गर्म जल से स्नान से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कम हो जाती है और शरीर कमजोर हो जाता है। गर्म जल सिर पर डालने से आँखें कमजोर हो जाती हैं।

16- टाई बांधने से आँखों और मस्तिश्क हो हानि पहुँचती है।

17- खड़े होकर जल पीने से घुटनों(जोड़ों) में पीड़ा होती है।

18- खड़े होकर मूत्रत्याग करने से रीढ़ की हड्डी को हानि होती है।

19- भोजन पकाने के बाद उसमें नमक डालने से रक्तचाप (ब्लडप्रेशर) बढ़ता है।

20- जोर लगाकर छींकने से कानों को क्षति पहुँचती है।

21- मुँह से साँस लेने पर आयु कम होती है।

22- पुस्तक पर अधिक झुकने से फेफड़े खराब हो जाते हैं और क्षय(टीबी) होने का डर रहता है।

23- चैत्र माह में नीम के पत्ते खाने से रक्त शुद्ध हो जाता है मलेरिया नहीं होता है।

24- तुलसी के सेवन से मलेरिया नहीं होता है।

25- मूली प्रतिदिन खाने से व्यक्ति अनेक रोगों से मुक्त रहता है।

26- अनार आंव, संग्रहणी, पुरानी खांसी व हृदय रोगों के लिए सर्वश्रेश्ठ है।

27- हृदयरोगी के लिए अर्जुनकी छाल, लौकी का रस, तुलसी, पुदीना, मौसमी, सेंधा नमक, गुड़, चोकरयुक्त आटा, छिलकेयुक्त अनाज औशधियां हैं।

28- भोजन के पश्चात् गुड़ या सौंफ खाने से पाचन अच्छा होता है। अपच नहीं होता है।

30- मुलहठी चूसने से कफ बाहर आता है और आवाज मधुर होती है।

31- जल सदैव ताजा (चापाकल, कुएं आदि का) पीना चाहिये, बोतलबंद (फ्रिज) पानी बासी और अनेक रोगों के कारण होते हैं।

32- नीबू गंदे पानी के रोग (यकृत, टाइफाइड, दस्त, पेट के रोग) तथा हैजा से बचाता है।

33- चोकर खाने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है। इसलिए सदैव गेहूं मोटा ही पिसवाना चाहिए।

34- फल, मीठा और घी या तेल से बने पदार्थ खाकर तुरन्त जल नहीं पीना चाहिए।

35- भोजन पकने के 48 मिनट के अन्दर खा लेना चाहिए । उसके पश्चात् उसकी पोशकता कम होने लगती है। 12 घण्टे के बाद पशुओं के खाने लायक भी नहीं रहता है।।

36- मिट्टी के बर्तन में भोजन पकाने से पोशकता 100% कांसे के बर्तन में 97% पीतल के बर्तन में 93% अल्युमिनियम के बर्तन और प्रेशर कुकर में 7-13% ही बचते हैं।

37- गेहूँ का आटा 15 दिनों पुराना और चना, ज्वार, बाजरा, मक्का का आटा 7 दिनों से अधिक पुराना नहीं प्रयोग करना चाहिए।

38- मनष्य को मैदे से बनीं वस्तुएं (बिस्कुट, ब्रेड, पीज़ा समोसा आदि)
कभी भी नहीं खाना चाहिए।

39- खाने के लिए सेंधा नमक सर्वश्रेष्ठ होता है उसके बाद काला नमक का स्थान आता है। सफेद नमक जहर के समान होता है।

40- जल जाने पर आलू का रस, हल्दी, शहद, घृतकुमारी में से कुछ भी लगाने पर जलन ठीक हो जाती है और फफोले नहीं पड़ते

41- सरसों, तिल,मूंगफली या नारियल का तेल ही खाना चाहिए। देशी घी ही खाना चाहिए है। रिफाइंड तेल और
वनस्पति घी (डालडा) जहर होता है।

42- पैर के अंगूठे के नाखूनों को सरसों तेल से भिगोने से आँखों की खुजली लाली और जलन ठीक हो जाती है
43- खाने का चूना 70 रोगों को ठीक करता है।

44- चोट, सूजन, दर्द, घाव, फोड़ा होने पर उस पर 5-20 मिनट तक चुम्बक रखने से जल्दी ठीक होता है।
हड्डी टूटने पर चुम्बक का प्रयोग करने से आधे से भी कम समय में ठीक होती है।

45- मीठे में मिश्री, गुड़, शहद, देशी (कच्ची) चीनी का प्रयोग करना चाहिए सफेद चीनी जहर होता है।

46- कुत्ता काटने पर हल्दी लगाना चाहिए।

47-बर्तन मिटटी के ही परयोग करन चाहिए।

48- टूथपेस्ट और ब्रश के स्थान पर दातून और मंजन करना चाहिए दाँत मजबूत रहेंगे ।
(आँखों के रोग में दातून नहीं करना)

49- यदि सम्भव हो तो सूर्यास्त के पश्चात् न तो पढ़े और लिखने का काम तो न ही करें तो अच्छा है ।

50- निरोग रहने के लिए अच्छी नींद और अच्छा(ताजा) भोजन अत्यन्त आवश्यक है।

51- देर रात तक जागने से शरीर की प्रतिरोधक शक्ति कमजोर हो जाती है। भोजन का पाचन भी ठीक से नहीं हो पाता है आँखों के रोग भी होते हैं।

52- प्रातः का भोजन राजकुमार के समान, दोपहर का राजा और देर रात्रि का भिखारी के
समान ।

😊😊😊😊😊😊😊😊😊

हाउस वाइफ का दुःख
हाउस वाइफ ही जाने
आज ससुर तो कल
सास बीमार
ससुर को डाक्टर के
पास ले जाना है
सास को बैद जी को
दिखाना है
मंदिर से लेकर
अस्पताल तक साथ
निभाना है
पति का सिर दुःख रहा
सिर पर बाम लगाना है
बेटा खांस रहा है
शरीर गर्म हो रहा है
उसे हल्दी मिला दूध
पिलाना है
चिडचिडा हो रहा है
इसलिए पास भी
बैठना है
स्कूल जाकर छुट्टी के लिए
कहना है
गैस ख़त्म हो गयी
कब आयेगी पता नहीं
तब तक पड़ोसी से
मांग कर काम चलाना है
काम वाली बाई आज
आयी नहीं
पर खाना तो बनाना है
बर्तनों को साफ़ करना है
मुंबई से नंदोई आये हैं
दो चार दिन उनका
सत्कार करना है
साथ में शहर दर्शन भी
कराना है
कमी रह जायेगी तो
महीनों सुनना पडेगा
छोटी बहन का फ़ोन आया
ससुराल में विवाह है
शौपिंग के लिए
बाज़ार साथ जाना है
दफ्तर से पती का फ़ोन
आया है
रात को अफसर का खाना है
बढ़िया से बढ़िया
इंतजाम करना है
इज्ज़त का झंडा ऊंचा
रखना है
जेठ जी का फ़ोन आया
कल सवेरे की गाडी से आयेंगे
पतिदेव तो दफ्तर जायेंगे
इसलिए स्टेशन से लाना है
आज करवा चौथ का व्रत है
भूखे पेट भजन नहीं होता
हाउस वाइफ को घर तो
चलाना है
खुद का बदन दुखे या पेट
खाना तो बनाना ह
 ै
छोटी छोटी बात का भी
ख्याल रखना है
माँ,बहु,भाभी,पत्नी का
धर्म भी निभाना है
सब को खुश जो रखना है
मन करता थोड़ा अपने
मन का कर ले
इतने में कोई घंटी बजाता है
दरवाज़ा खोला तो सामने
पड़ोसी खडा है
पत्नी की तबियत ठीक नहीं
अस्पताल साथ जाना है
इतना कुछ करती है
फिर भी
ज़िंदगी भर सुनना
पड़ता है
दिन भर करती
क्या हो
तुम्हें कितना आराम है
काम के लिए तुम्हें
दफ्तर नहीं जाना पड़ता
कैसे समझाए किसी को?
निरंतर खटते खटते उम्र
गुजर जाती है
हर दिन दूसरों के लिए
जीती है
फिर भी ज़िन्दगी भर
केवल हाउस वाइफ
कहलाती है

Kaafi Nahi Hai Aaj ke Daur Mein Imaandaar Hona,
Bahut Zaroori Hai Ab Apna Bhi Dukaandaar Hona....

Har Waqt Lafzon Se Kahin Nahi Jaayegi Zindagi Ki Dastaan!!!
Bahut Zaroori Hai Ab Sab ka Samajdaar Hona.....

Kya Khoya,Kya Paaya!! Yeht Sab Taqdeer Ki Baatein Hai Eh Dost!!!
Zaroori Nahi Tera Yuh Sab Ken h nv Beech Sharamsaar Hona....




Har Ek Ko Naa Suuna, Kya Beeti Tere Dil Mein,Jab Tu Tanha Tha!!
Sabse Badi Kamzori Hai Insaan Ke Liye,
Yuh Jazbaaton Ka Shikaar Hona.....

Imtehaan Ki Ghadi Par,Apna Hi Apno Se Door Ho Jaata hai!!!
Dilon Mein Faasle Badhte-Badhte Badh Hi Jaate Hai,
Zaroori Nahi Hamesha Apno Ke Beech Mein Deewar Hona.....

Jo Girte Ko Sambhaal Le,
Wahi Masiha Hai Aaj Ke Daur Mein "Khwaish"Aur Kuch Nahi!!
Uncha Woh Nahi Jo Unchi Baatein kare!!
Sabse Zaroori Hai Unche Vichaar Hona.....

"Khwaish" Tu Akela Hi Sahi Par Tu Kamzor Nahi,
Hausle Buland Rakh!! Insaan Ki Soch Hi Uski Pehchaan Hoti Hai,
Bahut Zaroori Hai Aaj Ke Daur Mein Aur kuch Nahi,
To Apni Soch Ka Hi Damdaar Hona....

एक आदमी को पत्नी के साथ मारपीट करने के जुर्म में अदालत में पेश किया गया.

जज ने पति की जबानी पूरी घटना ध्यान से सुनी और भविष्य में अच्छा व्यवहार करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया.

अगले ही दिन आदमी ने पत्नी को फिर मारा और फिर अदालत में पेश किया गया.

जज ने कड़क कर पूछा –
“तुम्हारी दुबारा ऐसा करने की हिम्मत कैसे हुई ?
अदालत को मजाक समझते हो ?”

आदमी ने अपनी सफाई में जज को बताया –
नहीं हुजूर, आप मेरी पूरी बात सुन लीजिए.
कल जब आपने मुझे छोड़ दिया तो अपने- आपको रिफ्रेश करने के लिए मैंने थोड़ी सी शराब पी ली. जब उससे कोई फर्क नहीं पड़ा तो थोड़ी-थोड़ी करके मैं पूरी बोतल
पी गया.
पीने के बाद जब मैं घर पहुंचा तो पत्नी चिल्ला कर बोली –
नालायक , आ गया नाली का पानी पीकर !”

हुजूर, मैंने चुपचाप सुन लिया, और कुछ नहीं कहा.

फिर वह बोली – “नीच, कुछ
काम धंधा भी किया कर या केवल पैसे बर्बाद करने का ही ठेका ले रखा है … !”

हुजूर, मैंने फिर भी कुछ नहीं कहा और सोने के लिए अपने कमरे में जाने लगा.

वह पीछे से फिर चिल्लाई – “अगर उस निकम्मे जज में थोड़ी सी भी अकल होती तो तू आज जेल में
होता … !!!”

बस हुजूर, अदालत की तौहीन मुझसे बर्दाश्त नहीं हुई ….और.....
👊👋👊👋👊👋👊👋👊👋👊👋👊👋👊.!!
😜😝😜😝😜😝😜😂

केस ख़ारिज..
पति बा'इज्ज़त बरी..
☺☺😛😛
🌼🍂🌼🍂🌼🍂🌼🍂

🙏 जब गुरू के शब्द सुनने हो,
तो कान खोल लेना....
🙏 जब गुरू पे विश्वास करना हो,
तो ऑखे बंद कर लेना......
🙏 जब गुरू को अर्पण करना हो,
तो दिल खोल लेना......
🙏 जब गुरू का प्रवचन सुनना हो,
तो मुख बंद कर लेना........
🙏 जब गुरु की सेवा करनी हो,
तो घडी बंद कर लेना ......
🙏 जब गुरु से विनती करनी हो ,
तो झोली खोल लेना......
🍀🌾🍀🌾🍀🌾🍀
गुरु पूर्णिमा 31 जुलाई को, जानिए क्या है महत्व
 गुरु ब्रह्मा गुरुर्विष्णु: गुरुदेव महेश्वर: । गुरु साक्षात्परब्रह्म तस्मैश्री गुरुवे नम: ।। आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरू पूर्णिमा कहते हैं। हिंदू धर्म में इस पूर्णिमा का विशेष महत्व है। धर्म ग्रंथों के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के अवतार वेद व्यासजी का जन्म हुआ था। इन्होंने महाभारत आदि कई महान ग्रंथों की रचना की। कौरव, पाण्डव आदि सभी इन्हें गुरु मानते थे इसलिए आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा व व्यास पूर्णिमा कहा जाता है। इस बार गुरु पूर्णिमा या व्यास पूर्णिमा 31 जुलाई को मनाई जायेगी|

आपको बता दें कि गुरू पूर्णिमा वर्षा ऋतु के आरंभ में आती है। इस दिन से चार महीने तक परिव्राजक साधु-संत एक ही स्थान पर रहकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं। ये चार महीने मौसम की दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ होते हैं। न अधिक गर्मी और न अधिक सर्दी। इसलिए अध्ययन के लिए उपयुक्त माने गए हैं। जैसे सूर्य के ताप से तप्त भूमि को वर्षा से शीतलता एवं फसल पैदा करने की शक्ति मिलती है, ऐसे ही गुरुचरण में उपस्थित साधकों को ज्ञान, शांति, भक्ति और योग शक्ति प्राप्त करने की शक्ति मिलती है।

गुरु पूर्णिमा के चंद्रमा की तरह उच्चवल और प्रकाशमान होते हैं उनके तेज के समक्ष तो ईश्वर भी नतमस्तक हुए बिना नहीं रह पाते| गुरू पूर्णिमा का स्वरुप बनकर आषाढ़ रुपी शिष्य के अंधकार को दूर करने का प्रयास करता है| शिष्य अंधेरे रुपी बादलों से घिरा होता है जिसमें पूर्णिमा रूपी गुरू प्रकाश का विस्तार करता है| जिस प्रकार आषाढ़ का मौसम बादलों से घिरा होता है उसमें गुरु अपने ज्ञान रुपी पुंज की चमक से सार्थकता से पूर्ण ज्ञान का का आगमन होता है|

गुरु पूर्णिमा महत्व-

गुरु को ब्रह्मा कहा गया है| क्योंकि गुरु ही अपने शिष्य को नया जन्म देता है| गुरु ही साक्षात महादेव है, क्योकि वह अपने शिष्यों के सभी दोषों को माफ करता है| इसलिए इस दिन प्रातः काल स्नानादि करके शुद्ध वस्त्र धारण कर गुरु के पास जाना चाहिए। उन्हें ऊंचे सुसज्जित आसन पर बैठाकर पुष्पमाला पहनानी चाहिए। इसके बाद वस्त्र, फल, फूल व माला अर्पण कर तथा धन भेंट करना चाहिए। इस प्रकार श्रद्धापूर्वक पूजन करने से गुरु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। गुरु के आशीर्वाद से ही विद्यार्थी को विद्या आती है। उसके हृदय का अज्ञानता का अन्धकार दूर होता है। गुरु का आशीर्वाद ही प्राणी मात्र के लिए कल्याणकारी, ज्ञानवर्धक और मंगल करने वाला होता है। संसार की संपूर्ण विद्याएं गुरु की कृपा से ही प्राप्त होती हैं और गुरु के आशीर्वाद से ही दी हुई विद्या सिद्ध और सफल होती है।