Sunday, November 29, 2015

A door is much smaller compared to the house,

A lock is much smaller compared to the door
and
A key is the smallest of all

but a key can open entire house.

Thus a small, thoughtful solution can solve major problems...

 मायके गई हुई पत्नी का पति को पत्र !! ❤❤

"कृपया instructions ध्यान से पढ़े.....

😏😏

कामवाली को salary दे दी है ज्यादा दानवीर मत बनना..

😰😰😫😫
आपको कितनी बार बताया है की पडोसन का paperwala, doodhwala, और laundrywala हमसे अलग है, हर रोज़ सुबह पूछने मत पोहोच जाना के पेपर आया के नही !!

🚪🚪🚪👕👕
अलमारी मै left side पर आपकी बनियान-चड्डी रखी है, right side पर pappu की है, last time सारा दिन office मै ऊपर नीचे खिंच रहे थे..

😎😎😎😎
चश्मा सही जगह पर रखना, last time मैं 5 दिन बाद आई थी तब fridge में से मिले थे..

📱📱📱📱
अपना Mobile सम्भाल kar रखना last time bathroom के soap - case मै से मिला था, मुझे तो आज तक यह पता नही चल सका की साला बाथरूम मै मोबाइल का क्या काम होता है !!

🍻🍻🍻😡😡😡
और हां, अपने सगे-सम्बंधी और यार -दोस्तों को ज्यादा जमा मत करना, पिछ्ली बार सोफे के कवर से कितने सारे मूंगफली के छिलके निकले थे....
 
😍😍😍👨👨😠😠😠

और ज्यादा उछलने की ज़रुरत नही है, मैं कभी भी अचानक आ सकती हूं, खयाल रखना.....!!
😏😏😏😏


मम्मियों के प्रकार

1. आलसी मम्मी :::::::::::::एक बात तुम्हें कितनी बार
बतानी पड़ती है ?
.
2. धमकाने वाली मम्मी ::::आने दो तुम्हारे
पापा को तुम्हारी शिकायत करुँगी !

3. इतिहास-पसंद मम्मी ::::जब मैं तुम्हारी उम्र
की थी,सारी जिम्मेदारी संभाल लेती थी !
4. भविष्य-वाचक मम्मी :::मुझे पता था ये जरूर टूटेगा !

5. भ्रमित मम्मी :::::::::::::मैं इंसान हूँ या मशीन ?

6. स्वार्थी मम्मी :::::::::::::परांठा तुम्हारे लिए
दिया था या तुम्हारे दोस्तों के लिए ?

7. शक्की मम्मी :::::::::::::10 में से 10 ? जरूर तुमने नक़ल
की होगी ?
8. सबकी मम्मी :::::::::::::इस मोबाइल को आग लगा दूँगी !!!

😜📲 😂😂😂
पत्नी ने खास अपने पति के लिये लिखा :

कभी कभी मेरे दिल में ये ख़याल आता है ...

कभी कभी मेरे दिल में ये ख़याल आता है ...

"जब तु 11.30pm बजे सो जाता है,
तो अगले दिन सुबह तेरा whatsapp last seen at 2.30am
क्यों बताता है...?

😀😀😃😃😁😁

सीता जी के वनवास 🌳🌲🌿 जाने में बहुत बड़ी सीख है.

वाह वाह. 👏🙏

सीता जी के वनवास 🍀🌿🌾🍂🍃 जाने में बहुत बड़ी सीख है. 💥💫🌟✨

घर में 3-3 सास 😡👿👵 हो तो जंगल ही ठीक है 😄.

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😄अर्ज़ है - रोज़ रोज़ वज़न नापकर क्या करना है,
एक दिन तो सबने मरना है,
चार दिन की है ज़िंदगी,
खा लो जी भर के,
अगला जन्म िफर 3 किलो से शुरु करना है.....😜😜

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लड़का : 😒रो क्यों रही हो...?

लड़की : 😩 मेरे मार्क्स बहुत कम आये है...

लड़का : 😒बता कितने आये है...?

लड़की : 😫सिर्फ़ 88% ..

लड़का : 😡 ख़ुदा का ख़ौफ़ कर...
इतने में तो 2 लड़के पास हो जाते है...!!
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सीधी सीधी बेइज़्ज़ती :

पति : ये कैसा खाना बनाया है तुमने, बिलकुल गोबर जैसा.....?

पत्नी : हे भगवान इस आदमी ने हर चीज़ चख रखी है.....😀😄😂😭😭

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सब्जी वाला सब्ज़ी पर पानी 💦 िछड़क रहा था, काफ़ी देर हो गई .
कस्टमर ग़ुस्से में 😡 बोला : भाई साहब अगर िभंडी को होश आ गया हो तो एक किलो दे दो.....😜😝😂😂
✌✌✌✌✌✌✌✌
पत्नी : अगर मेरी शादी किसी "राक्षस" से भी हो जाती तो मैं इतनी परेशान नहीं होती जितनी तुम्हारे साथ हूँ !!


Awesome reply :

पति : पगली ख़ून के रिश्तों में शादियाँ कहाँ होती है...!!

😃😃😃😃😃😃

पायल हज़ारो रूपये में आती है पर पैरो में पहनी जाती है
और.....
बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है
इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं
एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते,
और जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते....
नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,
मिठी बात करने वाले तो चापुलुस भी होते है।
इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।
और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है
🌰🌼🌰🌼🌰🌼🌰🌼🌰

 🍀🌾 स्त्रीचा " पदर " 🌾🍀

🍁 काय जादुई शब्द आहे हो मराठीतला !

काना नाही, मात्रा नाही, वेलांटी नाही, अनुस्वार नाही. एक सरळ तीन अक्षरी शब्द. पण,
 केवढं विश्‍व सामावलेलं आहे
त्यात!

किती अर्थ, किती महत्त्व...
काय आहे हा पदर?
🍁
साडी नेसणाऱ्या स्त्रीच्या
खांद्यावर रुळणारा मीटर दीड
मीटर लांबीचा भाग. तो
स्त्रीच्या लज्जेचं रक्षण तर
करतोच, सगळ्यात महत्त्वाचं
हे कामच त्याचं. पण, आणखी
ही बरीच कर्तव्यं पार पाडत असतो हा !

या पदराचा उपयोग स्त्री केव्हा,
कसा अन्‌ कशासाठी करेल,
ते सांगताच येत नाही.
🍁
सौंदर्य खुलवण्यासाठी सुंदरसा
पदर असलेली साडी निवडते. सण-समारंभात तर छान-छान
पदरांची जणू स्पर्धाच लागलेली
असते. सगळ्या जणींमध्ये
चर्चाही तीच.

लहान मूल आणि आईचा पदर,
हे अजब नातं आहे. मूल तान्हं
असताना आईच्या पदराखाली
जाऊन अमृत प्राशन
करण्याचा हक्क बजावतं.
🍁
जरा मोठं झालं, वरण-भात
खाऊ लागलं, की त्याचं
तोंड पुसायला आई पटकन
तिचा पदरच पुढं करते.

मूल अजून मोठं झालं, शाळेत
 जाऊ लागलं, की रस्त्यानं
चालताना आईच्या पदराचाच
आधार लागतो. एवढंच काय,
 जेवण झाल्यावर हात धुतला,
की टॉवेलऐवजी आईचा
पदरच शोधतं आणि आईलाही
या गोष्टी हव्याहव्याशा वाटतात
मुलानं पदराला नाक जरी
पुसलं, तरी ती रागावत नाही
त्याला...
🍁
बाबा जर रागावले, ओरडले
तर मुलांना पटकन लपायला आईचा पदरच सापडतो.

महाराष्ट्रात तो डाव्या खांद्या
वरून मागे सोडला जातो;
तर गुजरात, मध्य प्रदेशात
उजव्या खांद्यावरून पुढं
मोराच्या पिसाऱ्यासारखा
 फुलतो !
🍁
काही कुटुंबात मोठ्या
माणसांचा मान राखण्यासाठी
सुना पदरानं चेहरा झाकून
घेतात, तर काही जणी आपला
लटका, राग दर्शवण्यासाठी
मोठ्या फणकाऱ्यानं पदरच झटकतात !

सौभाग्यवतीची ओटी भरायची
ती पदरातच अन्‌ संक्रांतीचं
वाण लुटायचं ते पदर लावूनच.
🍁
बाहेर जाताना उन्हाची दाहकता
थांबवण्यासाठी पदरच
डोक्‍यावर ओढला जातो,
तर थंडीत अंगभर पदर लपेटल्यावरच छान ऊब
मिळते!
काही गोष्टी लक्षात ठेवण्यासाठी
पदरालाच गाठ बांधली जाते
अन्‌ नव्या नवरीच्या जन्माची
गाठ ही नवरीच्या पदरालाच,
नवरदेवाच्या उपरण्यासोबत
बांधली जाते.
🍁
पदर हा शब्द किती अर्थांनी
वापरला जातो ना?
नवी नवरी नवऱ्याशी बोलताना
पदराशी चाळे करते, पण
संसाराचा राडा दिसला,
की पदर खोचून कामाला
लागते.
देवापुढं आपण चुका कबूल करताना म्हणतोच ना - माझ्या
चुका "पदरात घे.‘
🍁
मुलगी मोठी झाली, की आई
तिला साडी नेसायला शिकवते,
पदर सावरायला शिकवते अन्‌
काय म्हणते अगं, चालताना
तू पडलीस तरी चालेल.
पण, "पदर" पडू देऊ नकोस ! अशी आपली संस्कृती
🍁 अहो अशा सुसंस्कृत सभ्य
मुलींचा विनयभंग तर दुरच् ती रस्त्यावरून चालताना लोकं
तिच्याकडे वर नजर करून साधे पाहणार ही नाहीत ऊलटे तिला वाट देण्या साठी
 बाजुला सरकतील एवढी ताकत असते त्या "पदरात" ... !!
         🍀 🌾🍀
🌳🌿🌳🌿🌳🌿🌳🌿🌳


Saturday, November 28, 2015

एक ट्रक में मारबल का सामान जा रहा था, उसमे टाईल्स भी थी , और भगवान की मूर्ती भी थी ...!!

रास्ते में टाईल्स ने मूर्ती से पूछा ..

भाई ऊपर वाले ने हमारे साथ ऐसा
भेद - भाव क्यों किया है ...!!

मूर्ती ने पूछा कैसा भेद भाव... ???

टाईल्स ने कहा
तुम भी पथ्थर मै भी पथतर ..!!
तुम भी उसी खान से निकले , मै भी..

तुम्हे भी उसी ने ख़रीदा बेचा, मुझे भी
तुम भी मन्दिर में जाओगे,
मै भी ...

पर वहां तुम्हारी पूजा होगी ...
और मै पैरो तले
रौंदा जाउंगा ऐसा क्यों??

मूर्ती ने बड़ी शालीनता से
जवाब दिया,

के तुम्हे जब तराशा गया ,
तब तुमसे दर्द सहन नही हुवा,
और तुम टूट गये
टुकड़ो में बंट गये ...

और मुझे जब तराशा गया
तब मैने दर्द सहा ,
मुझ पर लाखो
हथोड़े बरसाये गये ,
मै रोया नही...!!

मेरी आँख बनी, कान बन,
हाथ बना, पांव बने ..
फिर भी मैं टूटा नही .... !!

इस तरहा मेरा रूप निखर गया ...
और मै पूजनीय हो गया ... !!

तुम भी दर्द सहते तो
तुम भी पूजे जाते..


मगर तुम टूट गए ...
और टूटने वाले
हमेशा पैरों तले रोंदे जाते है... !!

‪# ‎मोरल‬ #

भगवान जब आपको तराश रहा हो तो,
टूट मत जाना ...
हिम्मत मत हारना ... !!

अपनी रफ़्तार से
आगे बढते जाना
मंजिल जरूर मिलेगी .... !!

😊😊💐💐💐
🙏🙏💝🌸💝🌸
💝🌸💝🌸💝🌸

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"ये ही सत्य हैं"
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👉 एक दोस्त हलवाई की दुकान पर मिल गया ।

मुझसे कहा- ‘आज माँ का श्राद्ध है, माँ को लड्डू बहुत पसन्द है, इसलिए लड्डू लेने आया हूँ '

मैं आश्चर्य में पड़ गया ।
अभी पाँच मिनिट पहले तो मैं उसकी माँ से सब्जी मंडी में मिला था ।

मैं कुछ और कहता उससे पहले ही खुद उसकी माँ हाथ में झोला लिए वहाँ आ पहुँची ।

मैंने दोस्त की पीठ पर मारते हुए कहा- 'भले आदमी ये क्या मजाक है ?
माँजी तो यह रही तेरे पास !

दोस्त अपनी माँ के दोनों कंधों पर हाथ रखकर हँसकर बोला, ‍'भई, बात यूँ है कि मृत्यु के बाद गाय-कौवे की थाली में लड्डू रखने से अच्छा है कि माँ की थाली में लड्डू परोसकर उसे जीते-जी तृप्त करूँ ।

मैं मानता हूँ कि जीते जी माता-पिता को हर हाल में खुश रखना ही सच्चा श्राद्ध है ।

आगे उसने कहा, 'माँ को मिठाई,
सफेद जामुन, आम आदि पसंद है ।
मैं वह सब उन्हें खिलाता हूँ ।

श्रद्धालु मंदिर में जाकर अगरबत्ती जलाते हैं । मैं मंदिर नहीं जाता हूँ, पर माँ के सोने के कमरे में कछुआ छाप अगरबत्ती लगा देता हूँ ।

सुबह जब माँ गीता पढ़ने बैठती है तो माँ का चश्मा साफ कर के देता हूँ । मुझे लगता है कि ईश्वर के फोटो व मूर्ति आदि साफ करने से ज्यादा पुण्य
माँ का चश्मा साफ करके मिलता है ।

यह बात श्रद्धालुओं को चुभ सकती है पर बात खरी है ।
हम बुजुर्गों के मरने के बाद उनका श्राद्ध करते हैं ।
पंडितों को खीर-पुरी खिलाते हैं ।
रस्मों के चलते हम यह सब कर लेते है, पर याद रखिए कि गाय-कौए को खिलाया ऊपर पहुँचता है या नहीं, यह किसे पता ।

अमेरिका या जापान में भी अभी तक स्वर्ग के लिए कोई टिफिन सेवा शुरू नही हुई है ।
माता-पिता को जीते-जी ही सारे सुख देना वास्तविक श्राद्ध है ॥

🙏🙏🙏

मन को छुये तो आगे भेज देना


लक्ष्मण जी के त्याग की अदभुत कथा । एक अनजाने सत्य से परिचय---

-हनुमानजी की रामभक्ति की गाथा संसार में भर में गाई जाती है।

लक्ष्मणजी की भक्ति भी अद्भुत थी. लक्ष्मणजी की कथा के बिना श्री रामकथा पूर्ण नहीं है अगस्त्य मुनि अयोध्या आए और लंका युद्ध का प्रसंग छिड़ गया -

भगवान श्रीराम ने बताया कि उन्होंने कैसे रावण और कुंभकर्ण जैसे प्रचंड वीरों का वध किया और लक्ष्मण ने भी इंद्रजीत और अतिकाय जैसे शक्तिशाली असुरों को मारा॥

अगस्त्य मुनि बोले-

श्रीराम बेशक रावण और कुंभकर्ण प्रचंड वीर थे, लेकिन सबसे बड़ा वीर तो मेघनाध ही था ॥ उसने अंतरिक्ष में स्थित होकर इंद्र से युद्ध किया था और बांधकर लंका ले आया था॥

 ब्रह्मा ने इंद्रजीत से दान के रूप में इंद्र को मांगा तब इंद्र मुक्त हुए थे ॥

 लक्ष्मण ने उसका वध किया इसलिए वे सबसे बड़े योद्धा हुए ॥

श्रीराम को आश्चर्य हुआ लेकिन भाई की वीरता की प्रशंसा से वह खुश थे॥
फिर भी उनके मन में जिज्ञासा पैदा हुई कि आखिर अगस्त्य मुनि ऐसा क्यों कह रहे हैं कि इंद्रजीत का वध रावण से ज्यादा मुश्किल था ॥

अगस्त्य मुनि ने कहा- प्रभु इंद्रजीत को वरदान था कि उसका वध वही कर सकता था जो
💥 चौदह वर्षों तक न सोया हो,
💥 जिसने चौदह साल तक किसी स्त्री का मुख न देखा हो और
💥 चौदह साल तक भोजन न किया हो ॥

श्रीराम बोले- परंतु मैं बनवास काल में चौदह वर्षों तक नियमित रूप से लक्ष्मण के हिस्से का फल-फूल देता रहा ॥
मैं सीता के साथ एक कुटी में रहता था, बगल की कुटी में लक्ष्मण थे, फिर सीता का मुख भी न देखा हो, और चौदह वर्षों तक सोए न हों, ऐसा कैसे संभव है ॥

अगस्त्य मुनि सारी बात समझकर मुस्कुराए॥ प्रभु से कुछ छुपा है भला!
दरअसल, सभी लोग सिर्फ श्रीराम का गुणगान करते थे लेकिन प्रभु चाहते थे कि लक्ष्मण के तप और वीरता की चर्चा भी अयोध्या के घर-घर में हो ॥

अगस्त्य मुनि ने कहा - क्यों न लक्ष्मणजी से पूछा जाए ॥

लक्ष्मणजी आए प्रभु ने कहा कि आपसे जो पूछा जाए उसे सच-
सच कहिएगा॥

प्रभु ने पूछा- हम तीनों चौदह वर्षों तक साथ रहे फिर तुमने सीता का मुख कैसे नहीं देखा ?
 फल दिए गए फिर भी अनाहारी कैसे रहे ?
और 14 साल तक सोए नहीं ?
 यह कैसे हुआ ?

लक्ष्मणजी ने बताया- भैया जब हम भाभी को तलाशते ऋष्यमूक पर्वत गए तो सुग्रीव ने हमें उनके आभूषण दिखाकर पहचानने को कहा ॥

आपको स्मरण होगा मैं तो सिवाए उनके पैरों के नुपूर के कोई आभूषण नहीं पहचान पाया था क्योंकि मैंने कभी भी उनके चरणों के ऊपर देखा ही नहीं.

चौदह वर्ष नहीं सोने के बारे में सुनिए - आप औऱ माता एक कुटिया में सोते थे. मैं रातभर बाहर धनुष पर बाण चढ़ाए पहरेदारी में खड़ा रहता था. निद्रा ने मेरी आंखों पर कब्जा करने की कोशिश की तो मैंने निद्रा को अपने बाणों से बेध दिया था॥

निद्रा ने हारकर स्वीकार किया कि वह चौदह साल तक मुझे स्पर्श नहीं करेगी लेकिन जब श्रीराम का अयोध्या में राज्याभिषेक हो रहा होगा और मैं उनके पीछे सेवक की तरह छत्र लिए खड़ा रहूंगा तब वह मुझे घेरेगी ॥ आपको याद होगा
राज्याभिषेक के समय मेरे हाथ से छत्र गिर गया था.

अब मैं 14 साल तक अनाहारी कैसे रहा! मैं जो फल-फूल लाता था आप उसके तीन भाग करते थे. एक भाग देकर आप मुझसे कहते थे लक्ष्मण फल रख लो॥ आपने कभी फल खाने को नहीं कहा- फिर बिना आपकी आज्ञा के मैं उसे खाता कैसे?

मैंने उन्हें संभाल कर रख दिया॥

 सभी फल उसी कुटिया में अभी भी रखे होंगे ॥ प्रभु के आदेश पर लक्ष्मणजी चित्रकूट की कुटिया में से वे सारे फलों की टोकरी लेकर आए और दरबार में रख दिया॥ फलों की
गिनती हुई, सात दिन के हिस्से के फल नहीं थे॥

 प्रभु ने कहा-
इसका अर्थ है कि तुमने सात दिन तो आहार लिया था?

लक्ष्मणजी ने सात फल कम होने के बारे बताया- उन सात दिनों में फल आए ही नहीं,
 1. जिस दिन हमें पिताश्री के स्वर्गवासी होने की सूचना मिली, हम निराहारी रहे॥

2. जिस दिन रावण ने माता का हरण किया उस दिन फल लाने कौन जाता॥

3. जिस दिन समुद्र की साधना कर आप उससे राह मांग रहे थे,

4. जिस दिन आप इंद्रजीत के नागपाश में बंधकर दिनभर अचेत रहे,

5. जिस दिन इंद्रजीत ने मायावी सीता को काटा था और हम शोक में
रहे,

6. जिस दिन रावण ने मुझे शक्ति मारी

7. और जिस दिन आपने रावण-वध किया ॥

इन दिनों में हमें भोजन की सुध कहां थी॥ विश्वामित्र मुनि से मैंने एक अतिरिक्त विद्या का ज्ञान लिया था- बिना आहार किए जीने की विद्या. उसके प्रयोग से मैं चौदह साल तक अपनी भूख को नियंत्रित कर सका जिससे इंद्रजीत मारा गया ॥

भगवान श्रीराम ने लक्ष्मणजी की तपस्या के बारे में सुनकर उन्हें ह्रदय से लगा लिया.

🌹 राम 🙏 राम 🌹

वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
 बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !
 बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
 आज वो मोहताज हो गई !
 और कल की छोकरी,
 तेरी सरताज हो गई !
 बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !
 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

 पेट पर सुलाने वाली,
 पैरों में सो रही !
 बीवी के लिए लिम्का,
 माँ पानी को रो रही !
 सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !
 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

 माँ मॉजती बर्तन,
 वो सजती संवरती है !
 अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
 उस पर बरसती है !
🌷 अरे दुनिया को आई मौत, 🌷
🌷 तेरी कहाँ गुम हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷

🌷अरे जिसकी कोख में पला, 🌷
🌷 अब उसकी छाया बुरी लगती,🌷
🌷 बैठ होण्डा पे महबूबा, 🌷
🌷 कन्धे पर हाथ जो रखती,🌷
🌷वो यादें अतीत की, 🌷
🌷 वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷

🌷 बेबस हुई माँ अब, 🌷
🌷 दिए टुकड़ो पर पलती है,🌷
🌷अतीत को याद कर, 🌷
🌷 तेरा प्यार पाने को मचलती है !🌷
🌷 अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷

🌷 मां तो जन्नत का फूल है,🌷🌷
प्यार करना उसका उसूल है ,🌷
🌷दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,🌷
🌷 मां की हर दुआ कबूल है ,🌷
🌷 मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,🌷
🌷 मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,❤️

👌👌बहुत बेहतरीन कविता है👌👌 -

तू जिंदगी को जी, उसे समझने की कोशिश न कर

सुन्दर सपनो के ताने बाने बुन,उसमे उलझने की कोशिश न कर

चलते वक़्त के साथ तू भी चल, उसमे सिमटने की कोशिश न कर

अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर

मन में चल रहे युद्ध को विराम दे, खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर

कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर
जो मिल गया उसी में खुश रह, जो सकून छीन ले वो पाने की कोशिश न कर

रास्ते की सुंदरता का लुत्फ़ उठा, मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर....


Boy: Daddy I want to marry ...

Dad: First say sorry..

Boy: For what, without any of my mistake?

Dad: You first say sorry ...

Boy: But what's my fault?

Dad: You first say sorry ...

Boy: BUT WHY???

Dad: You first say sorry ...

Boy: Please, atleast tell me a reason???

Dad: You first say sorry ...

Boy: Ok, I am sorry

Dad: Now you are ready, your training is complete. When you learn to say sorry without any reason, you can marry

😜😝😜😝👊👊👊😝😜😝


😜😊😄😝😅😂😳
पति: "आज सब्ज़ी में नमक थोड़ा ज़्यादा लग रहा है!"
पत्नी: "नमक ठीक है... सब्ज़ी कम पड़ गई, बोला था ज़्यादा लाया करो"
Point: Wife is always right!


पति: "आलू के परांठो में आलू तो नजर नहीं आ रहे हैं" 😧
पत्नी: "चुपचाप खा लो!! कश्मीरी पुलाव में क्या कश्मीर नजर आता है???" 😳
Point: Bola tha na, wife is always right!!


पति: "३ दिन से लगातार लौकी खा रहा हूँ, अब १ महीना नहीं खाऊंगा!!!!"
पत्नी: "यही बात बीयर के लिए क्यूँ नहीं बोलते????"
पति: "कल भी लौकी ही बनाना" 😁
Point: Accept it, wife is always right!


पति दूध पीकर : छीः ये कैसा दूध है ?

बीवी : वो केसर ख़त्म हो गया था जी
तो मैंने आपकी जेब से
'बिमल पान मसाला' डाल दिया क्योंकि
इसके दाने -दाने मे है केसर का दम
😝😝


 पूरा नया है 👆👆👆

😝😝😝😜😝😝😜😛






👉💫💥💫👈


💬 एक लड़के की सगाई एक बहुत
ही खूबसूरत लड़की के साथ तय
हुयी…💬
💬 वो दोनों पूरे पूरे दिन WhatsApp पर चेटिंग करते
रहते थे ..💬
💬 आखिर उन दोनों की शादी हो गयी💬
💬 उस रात लड़का, लड़की का घूंघट उठाकर
बोला 💬
💬 तुम वाकई ही बहुत खूबसूरत हो” 💬
💬 बताओ हनीमून के लिए कहाँ चलें ?💬
💬
लड़की शर्माती हुयी बोली:-”अदले
हफ्ते दम्मू ततमील तले… ??💬”
💬 मोरल: कम से कम एक कॉल तो कर लेना चाहिए
था.💬
💬 बस देख लिया …फ्री के whatsapp
का नतीजा ?💬
💬 अब जा ‘दम्मू ततमील’ ..??💬
😝😝😝😝$.😝😝😝😝😝😜😜👉
After 15 years….I was chatting online with my classmate – my ones upon a time crush.

She asked me why I was typing so slow, and I said “Because my other hand isn’t free!”

She is not replying anymore.

Lesson learnt –
Never smoke while texting
😂😉😄
Raat Nahi Khwab Badalte Hai..
Manjil Nahi Najare Bdalte Hai..

Dosti Nahi Dost Badalte Hai..
Kasme Nahi Wade Bdalte Hai...

Aasma Nahi Taare Bdalte Hai..
Intjar Nahi Aankhe Badalti Hai..

Viswas Nhi Use nibhanewale bdlte Hai..
Chand Nhi Use Chahnewale bdlte Hai..

Basti Nhi Uske Log Bdlte Hai..
Jajba Rakh Ye Dost Kismt Bdle Na Bdle
Wqt Jrur Bdalta Hai....


जीवन का मूल्य :

एक आदमी ने गुरुनानक साहब से पुछा : गुरूजी, जीवन का मूल्य क्या है?

गुरूनानक ने उसे एक Stone दिया
और कहा : जा और इस stone का
मूल्य पता करके आ , लेकिन ध्यान
रखना stone को बेचना नही है I

वह आदमी stone को बाजार मे एक संतरे वाले के पास लेकर गया और बोला : इसकी कीमत क्या है?

संतरे वाला चमकीले stone को देख
कर बोला, "12 संतरे लेजा और इसे
मुझे दे जा"

आगे एक सब्जी वाले ने उस चमकीले stone को देखा और कहा
"एक बोरी आलू ले जा और
इस stone को मेरे पास छोड़ जा"

आगे एक सोना बेचने वाले के
पास गया उसे stone दिखाया सुनार
उस चमकीले stone को देखकर बोला, "50 लाख मे बेच दे" l

उसने मना कर दिया तो सुनार बोला "2 करोड़ मे दे दे या बता इसकी कीमत जो माँगेगा वह दूँगा तुझे..

उस आदमी ने सुनार से कहा मेरे गुरू
 ने इसे बेचने से मना किया है l

आगे हीरे बेचने वाले एक जौहरी के पास गया उसे stone दिखाया l

जौहरी ने जब उस बेसकीमती रुबी को देखा , तो पहले उसने रुबी के पास एक लाल कपडा बिछाया फिर उस बेसकीमती रुबी की परिक्रमा लगाई माथा टेका l

फिर जौहरी बोला , "कहा से लाया है ये बेसकीमती रुबी? सारी कायनात , सारी दुनिया को बेचकर भी इसकी कीमत नही लगाई जा सकती
ये तो बेसकीमती है l"

वह आदमी हैरान परेशान होकर सीधे गुरू के पास आया l

अपनी आप बिती बताई और बोला
"अब बताओ गुरूजी,
मानवीय जीवन का मूल्य क्या है?

गुरूनानक बोले :

संतरे वाले को दिखाया उसने इसकी कीमत "12 संतरे" की बताई l

सब्जी वाले के पास गया उसने
इसकी कीमत "1 बोरी आलू" बताई l

आगे सुनार ने "2 करोड़" बताई l
और
जौहरी ने इसे "बेसकीमती" बताया l

अब ऐसा ही मानवीय मूल्य का भी है l

तू बेशक हीरा है..!!
लेकिन,
सामने वाला तेरी कीमत,
अपनी औकात - अपनी जानकारी - अपनी हैसियत से लगाएगा।

घबराओ मत दुनिया में..
तुझे पहचानने वाले भी मिल जायेगे।

Respect Yourself.



😭एक बहुत बड़ा सरोवर था। उसके तट पर मोर
रहता था, और वहीं पास एक
मोरनी भी रहती थी। एक दिन मोर
ने मोरनी से प्रस्ताव रखा कि- "हम
तुम विवाह कर लें,
तो कैसा अच्छा रहे?"
मोरनी ने पूछा- "तुम्हारे मित्र
कितने है ?"
मोर ने कहा उसका कोई मित्र
नहीं है।
तो मोरनी ने विवाह से इनकार कर
दिया।
मोर सोचने लगा सुखपूर्वक रहने के
लिए मित्र बनाना भी आवश्यक है।
उसने एक सिंह से.., एक कछुए से.., और
सिंह के लिए शिकार का पता लगाने
वाली टिटहरी से.., दोस्ती कर लीं।
जब उसने यह समाचार
मोरनी को सुनाया, तो वह तुरंत
विवाह के लिए तैयार हो गई। पेड़ पर
घोंसला बनाया और उसमें अंडे दिए, और
भी कितने ही पक्षी उस पेड़ पर रहते
थे।
एक दिन शिकारी आए। दिन भर
कहीं शिकार न मिला तो वे उसी पेड़
की छाया में ठहर गए और सोचने लगे,
पेड़ पर चढ़कर अंडे- बच्चों से भूख बुझाई
जाए।
मोर दंपत्ति को भारी चिंता हुई,
मोर मित्रों के पास सहायता के लिए
दौड़ा। बस फिर क्या था..,
टिटहरी ने जोर- जोर से
चिल्लाना शुरू किया। सिंह समझ गया,
कोई शिकार है। वह उसी पेड़ के नीचे
चला.., जहाँ शिकारी बैठे थे। इतने में
कछुआ भी पानी से निकलकर बाहर आ
गया।
सिंह से डरकर भागते हुए
शिकारियों ने कछुए को ले चलने
की बात सोची। जैसे ही हाथ
बढ़ाया कछुआ पानी में खिसक गया।
शिकारियों के पैर दलदल में फँस गए।
इतने में सिंह आ पहुँचा और उन्हें ठिकाने
लगा दिया।
मोरनी ने कहा- "मैंने विवाह से पूर्व
मित्रों की संख्या पूछी थी, सो बात
काम की निकली न, यदि मित्र न
होते, तो आज हम सबकी खैर न थी।”
मित्रता सभी रिश्तों में
अनोखा और आदर्श रिश्ता होता है।
और मित्र
किसी भी व्यक्ति की अनमोल
पूँजी होते है।

अगर गिलास दुध से भरा हुआ है तो आप उसमे और दुध नहीं डाल
सकते । लेकिन आप उसमे शक्कर डाले । शक्कर अपनी जगह
बना लेती है और अपना होने का अहसास दिलाती है उसी प्रकार
अच्छे लोग हर किसी के दिल में अपनी जगह बना लेते हैं....
अपने प्रिय दोस्तों को फोर्वोर्ड करो मैंने तो कर दिया......🌹👌

बहुत सुँदर पंक्तियाँ- "संयुक्त परिवार"


वो पंगत में बैठ के
निवालों का तोड़ना,
वो अपनों की संगत में
रिश्तों का जोडना,

वो दादा की लाठी पकड़
गलियों में घूमना,
वो दादी का बलैया लेना
और माथे को चूमना,

सोते वक्त दादी पुराने
किस्से कहानी कहती थीं,
आंख खुलते ही माँ की
आरती सुनाई देती थी,

इंसान खुद से दूर
अब होता जा रहा है,
वो संयुक्त परिवार का दौर
अब खोता जा रहा है।

माली अपने हाथ से
हर बीज बोता था,
घर ही अपने आप में
पाठशाला होता था,

संस्कार और संस्कृति
रग रग में बसते थे,
उस दौर में हम
मुस्कुराते नहीं
खुल कर हंसते थे।

मनोरंजन के कई साधन
आज हमारे पास है,
पर ये निर्जीव है
इनमें नहीं साँस है,

आज गरमी में एसी
और जाड़े में हीटर है,
और रिश्तों को
मापने के लिये
स्वार्थ का मीटर है।
     
वो समृद्ध नहीं थे फिर भी
दस दस को पालते थे,  
खुद ठिठुरते रहते और
कम्बल बच्चों पर डालते थे।

मंदिर में हाथ जोड़ तो
रोज सर झुकाते हैं,
पर माता-पिता के धोक खाने
होली दीवाली जाते हैं।

मैं आज की युवा पीढी को
इक बात बताना चाहूँगा,
उनके अंत:मन में एक
दीप जलाना चाहूँगा

ईश्वर ने जिसे जोड़ा है
उसे तोड़ना ठीक नहीं,
ये रिश्ते हमारी जागीर हैं
ये कोई भीख नहीं।

अपनों के बीच की दूरी
अब सारी मिटा लो,
रिश्तों की दरार अब भर लो
उन्हें फिर से गले लगा लो।

अपने आप से
सारी उम्र नज़रें चुराओगे,
अपनों के ना हुए तो
किसी के ना हो पाओगे
सब कुछ भले ही मिल जाए
पर अपना अस्तित्व गँवाओगे

बुजुर्गों की छत्र छाया में ही
महफूज रह पाओगे।
होली बेमानी होगी
दीपावली झूठी होगी,
अगर पिता दुखी होगा
और माँ रूठी होगी।।

"I failed in 8th standard"
-Sachin Tendulkar


"During my secondary
school, I was dropped
from school basketball
team"
-MichelI Jordan

"I was rejected for the
job in All India Radio
bcoz of my heavy voice"
- Amitabh Bacchan

"I used to work in petrol
Bunks"
- Dhirubhai Ambani

"I was rejected in the
interview of Pilot"
- Abdul Kalam

"I didn't even complete
my university education"
- Bill Gates

"I was a dyslexic kid"
- Tom Cruize

"I was raped at the
age of 9 "
- Oprah Winfrey

"I used to serve tea at
a shop to support my
football training"
- Lionel Messi

"I used to sleep on the
floor in friends rooms,
returning Coke bottles
for food, money, and
getting weekly free
meals at a local temple"
-Steve Jobs

"My teachers used to
call me a failure"
- Tony Blair

"I was in prison for 27
years"
-Nelson Mandela

and here comes the
"THALIVA"

"At the age of 30, I was
a bus conductor"
-Rajnikant

He worked for a textile factory for six months, without anyone suspecting that his parents were movie stars.
- SURYA sivakumar

"Friends, there are
many such people who
struggled..

Life is not about what
you couldn't do so far,
it's about what you can
still do.
Wait n dont ever give up..
Miracles happen every
day....
                             
Rs.20 seems too much
to give a beggar but it
seems okay when its
given as tip at a fancy
restaurant.

After a whole day of
work, Hours at the gym
seem alright but helping
your Mother out at home
seems like a burden.

Praying to god for 3 min
takes too much time but
watching a movie for 3
hours doesn't.


Wait a whole year for
Valentine's day but we
always forget Mother's
day.

Two poor starving kids
sitting on the pavement
weren't given even a slice
of Bread but a painting of
them sold for lakhs of
Rupees.

We don't think twice
About forwarding jokes
But we will rethink about
sending this message on.

Think about It..
Make a change. Coz u can ....
Six Easy ways to earn, even after death.

1) Give a smile or gift to someone.
Each time u gift or smile, it will make someone's day.....u gain.

2) Donate a wheelchair to a hospital. Each time sick person uses it, u gain.

3) Participate in building an orphanage, hospital, school or college.
Anybody uses it, u gain.

4) Place a water cooler in a public place. Anybody drinks water, u gain.

5) Plant a tree. Whenever a person, animal sits in its shade or eats from it, u gain.

6) And the easiest of all is to Share this message with people. Even if 1 applies any of the
above, u gain.

I just did.✌💐👍🎁

Must read guys...😊

शहर के सबसे बड़े बैंक में एक बार एक बुढ़िया आई ।
उसने मैनेजर से कहा :- "मुझे इस बैंक में कुछ रुपये जमा करने हैं"

मैनेजर ने पूछा :- कितने हैं ?

वृद्धा बोली :- होंगे कोई दस लाख ।

मैनेजर बोला :- वाह क्या बात है, आपके पास तो काफ़ी पैसा है, आप करती क्या हैं ?

वृद्धा बोली :- कुछ खास नहीं, बस शर्तें लगाती हूँ ।

मैनेजर बोला :- शर्त लगा-लगा कर आपने इतना सारा पैसा कमाया है ? कमाल है...

वृद्धा बोली :- कमाल कुछ नहीं है, बेटा, मैं अभी एक लाख रुपये की शर्त लगा सकती हूँ कि तुमने अपने सिर पर विग लगा रखा है ।

मैनेजर हँसते हुए बोला :- नहीं माताजी, मैं तो अभी जवान हूँ और विग नहीं लगाता ।

तो शर्त क्यों नहीं लगाते ? वृद्धा बोली ।

मैनेजर ने सोचा यह पागल बुढ़िया खामख्वाह ही एक लाख रुपये गँवाने पर तुली है, तो क्यों न मैं इसका फ़ायदा उठाऊँ... मुझे तो मालूम ही है कि मैं विग नहीं लगाता ।

मैनेजर एक लाख की शर्त लगाने को तैयार हो गया ।

वृद्धा बोली :- चूँकि मामला एक लाख रुपये का है, इसलिये मैं कल सुबह ठीक दस बजे अपने वकील के साथ आऊँगी और उसी के सामने शर्त का फ़ैसला होगा ।

मैनेजर ने कहा :- ठीक है, बात पक्की...

मैनेजर को रात भर नींद नहीं आई.. वह एक लाख रुपये और बुढ़िया के बारे में सोचता रहा ।

अगली सुबह ठीक दस बजे वह बुढ़िया अपने वकील के साथ मैनेजर के केबिन में पहुँची और कहा :- क्या आप तैयार हैं ?

मैनेजर ने कहा :- बिलकुल, क्यों नहीं ?

वृद्धा बोली :- लेकिन चूँकि वकील साहब भी यहाँ मौजूद हैं और बात एक लाख की है, अतः मैं तसल्ली करना चाहती हूँ कि सचमुच आप विग नहीं लगाते, इसलिये मैं अपने हाथों से आपके बाल नोचकर देखूँगी ।

मैनेजर ने पल भर सोचा और हाँ कर दी, आखिर मामला एक लाख का था ।
वृद्धा मैनेजर के नजदीक आई और धीर-धीरे आराम से मैनेजर के बाल नोचने लगी । उसी वक्त अचानक पता नहीं क्या हुआ, वकील साहब अपना माथा दीवार पर ठोंकने लगे ।

मैनेजर ने कहा :- अरे.. अरे.. वकील साहब को क्या हुआ ?

वृद्धा बोली :- कुछ नहीं, इन्हें सदमा लगा है, मैंने इनसे पाँच लाख रुपये की शर्त लगाई थी कि आज सुबह दस बजे मैं शहर के सबसे बड़े बैंक के मैनेजर के बाल नोचकर दिखा दूँगी ।


शहर के सबसे बड़े बैंक में एक बार एक बुढ़िया आई ।
उसने मैनेजर से कहा :- "मुझे इस बैंक में कुछ रुपये जमा करने हैं"

मैनेजर ने पूछा :- कितने हैं ?

वृद्धा बोली :- होंगे कोई दस लाख ।

मैनेजर बोला :- वाह क्या बात है, आपके पास तो काफ़ी पैसा है, आप करती क्या हैं ?

वृद्धा बोली :- कुछ खास नहीं, बस शर्तें लगाती हूँ ।

मैनेजर बोला :- शर्त लगा-लगा कर आपने इतना सारा पैसा कमाया है ? कमाल है...

वृद्धा बोली :- कमाल कुछ नहीं है, बेटा, मैं अभी एक लाख रुपये की शर्त लगा सकती हूँ कि तुमने अपने सिर पर विग लगा रखा है ।

मैनेजर हँसते हुए बोला :- नहीं माताजी, मैं तो अभी जवान हूँ और विग नहीं लगाता ।

तो शर्त क्यों नहीं लगाते ? वृद्धा बोली ।

मैनेजर ने सोचा यह पागल बुढ़िया खामख्वाह ही एक लाख रुपये गँवाने पर तुली है, तो क्यों न मैं इसका फ़ायदा उठाऊँ... मुझे तो मालूम ही है कि मैं विग नहीं लगाता ।

मैनेजर एक लाख की शर्त लगाने को तैयार हो गया ।

वृद्धा बोली :- चूँकि मामला एक लाख रुपये का है, इसलिये मैं कल सुबह ठीक दस बजे अपने वकील के साथ आऊँगी और उसी के सामने शर्त का फ़ैसला होगा ।

मैनेजर ने कहा :- ठीक है, बात पक्की...

मैनेजर को रात भर नींद नहीं आई.. वह एक लाख रुपये और बुढ़िया के बारे में सोचता रहा ।

अगली सुबह ठीक दस बजे वह बुढ़िया अपने वकील के साथ मैनेजर के केबिन में पहुँची और कहा :- क्या आप तैयार हैं ?

मैनेजर ने कहा :- बिलकुल, क्यों नहीं ?

वृद्धा बोली :- लेकिन चूँकि वकील साहब भी यहाँ मौजूद हैं और बात एक लाख की है, अतः मैं तसल्ली करना चाहती हूँ कि सचमुच आप विग नहीं लगाते, इसलिये मैं अपने हाथों से आपके बाल नोचकर देखूँगी ।

मैनेजर ने पल भर सोचा और हाँ कर दी, आखिर मामला एक लाख का था ।
वृद्धा मैनेजर के नजदीक आई और धीर-धीरे आराम से मैनेजर के बाल नोचने लगी । उसी वक्त अचानक पता नहीं क्या हुआ, वकील साहब अपना माथा दीवार पर ठोंकने लगे ।

मैनेजर ने कहा :- अरे.. अरे.. वकील साहब को क्या हुआ ?

वृद्धा बोली :- कुछ नहीं, इन्हें सदमा लगा है, मैंने इनसे पाँच लाख रुपये की शर्त लगाई थी कि आज सुबह दस बजे मैं शहर के सबसे बड़े बैंक के मैनेजर के बाल नोचकर दिखा दूँगी ।


•Great Motivational
   Words-
 I know I am something..
 Because GOD doesn't
   create waste.
•Expecting and Accepting
   are two sides of life.
   Expecting ends in tears,
   while accepting makes
   us cheer.
•Stress is the gap
   between our
   expectations and reality.
   More the gap..
   more the STRESS.
   So, expect nothing and
   accept everything.
•Always have attitude of-
   FACT FINDING not
   FAULT FINDING.
•Life becomes more
   meaningful..
   when we realize the
   simple fact that we will
   never get the same
   moment twice.
Good Morning.
Have a great day ahead.


•Great Motivational
   Words-
 I know I am something..
 Because GOD doesn't
   create waste.
•Expecting and Accepting
   are two sides of life.
   Expecting ends in tears,
   while accepting makes
   us cheer.
•Stress is the gap
   between our
   expectations and reality.
   More the gap..
   more the STRESS.
   So, expect nothing and
   accept everything.
•Always have attitude of-
   FACT FINDING not
   FAULT FINDING.
•Life becomes more
   meaningful..
   when we realize the
   simple fact that we will
   never get the same
   moment twice.
Good Morning.
Have a great day ahead.


Friday, November 27, 2015

😁 व्यंग्य😬


अक्ल बाटने लगे विधाता, लंबी लगी कतारें

सभी आदमी खड़े हुए थे कहीं नहीं थी नारी ।
सभी नारियाँ कहाँ रह गई
था ये अचरज भारी।।

पता चला ब्यूटी पार्लर में पहुँच गई थी सारी ।
मेकअप की थी गहन प्रक्रिया एक एक पर भारी।।

बैठी थीं कुछ इंतजार में कब आएगी बारी।
उधर विधाता ने पुरूषों में अक्ल बाँट दी सारी।।

ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर जब पहुँची सब नारी।
बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है नहीं अक्ल अब बाकी।।

रोने लगी सभी महिलाएं नींद खुली ब्रह्भा की
पूछा कैसा शोर हो रहा है ब्रह्मलोक के द्वारे।
पता चला कि स्टॉक अक्ल का पुरुष ले गए सारे।।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों बहुत देर कर दी हैं।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने पुरुषों में भर दी हैं।।

लगी चीखने महिलाये सब कैसा न्याय तुम्हारा।
कुछ भी करो हमें तो चाहिए आधा भाग हमारा।।

पुरुषो में शारीरिक बल है हम ठहरी अबलाएं।
अक्ल हमारे लिए जरुरी निज रक्षा कर पाएं।।

सोच सोच कर दाढ़ी सहलाकर तब बोलर ब्रह्मा जी।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ अब हो जाओ राजी।।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी रहे पुरुष पर भारी।
कितना भी वह अक्लमंद हो अक्ल जायेगी मारी।।

एक औरत ने तर्क दिया मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये जीवन भर रोती है।।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब रोना भी कर देगा।
औरत का रोना भी नर की अक्ल हर लेगा।।

एक अधेड़ बोली बाबा हंसना रोना नहीं आता।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम खूब झगड़ना भाता।।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली यह भी बात तुम्हारी।
झगडे के आगे भी नर की अक्ल जायेगी मारी।।

तब बुढियां तुनक उठीं सुन यह तो न्याय नहीं है।
हँसने रोने और झगड़ने की अब अपनी उम्र नहीं है।।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से अंतिम वचन हमारा।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दे दिए पूरा न्याय हमारा।।

इन अचूक शस्त्रों में भी जो मानव नहीं फंसेगा।
निश्चित समझो, उस पागल का घर भी नहीं बसेगा।।

कहे जीत कविमित्र ध्यान से सुन लो बात हमारी।
बिना अक्ल के भी होती है नर पर नारी भारी।। 🙏


Charlie Chaplin told the audience a wonderful joke and all the people started laughing...

Chaplin repeated the same joke and only few people laughed..????

He again repeated the same joke but this time no one laughed...??????

Then he told these beautiful lines...;

" when you cannot laugh on the same joke again and again...
then why do you cry again and again on the same worry"

So enjoy your every moment of life..!!
Life is beautiful??????
Today is Charlie Chaplin's 125th birthday - a good day to recollect his 3 heart-touching statements:-

(1) Nothing permanent in this world, not even our troubles.

(2) I like walking in the rain, because nobody can see my tears.

(3) The most wasted day in life is the day in which we have not laughed.

Keep smiling and pass this message to everyone whom you want to see smiling...


बचपन मे 1 रु. की पतंग के पीछे
२ की.मी. तक भागते थे...
न जाने कीतने चोटे लगती थी...
वो पतंग भी हमे बहोत दौड़ाती थी...
आज पता चलता है,
दरअसल वो पतंग नहीं थी;
एक चेलेंज थी...
खुशीओं को हांसिल करने के लिए दौड़ना पड़ता है...
वो दुकानो पे नहीं मिलती...
शायद यही जिंदगी की दौड़ है ...!!!... 😎☕
"तुलसी वृक्ष ना जानिये।
गाय ना जानिये ढोर।
गुरू मनुज ना जानिये।
ये तीनों नन्दकिशोर।

   अर्थात-
तुलसी को कभी पेड़ ना समझें
गाय को पशु समझने की गलती ना करें और
गुरू को कोई साधारण मनुष्य समझने की भूल ना करें,
क्योंकि ये तीनों ही साक्षात भगवान स्वरूप हैं"।
बार_बार रफू करता रहता हूँ
जिन्दगी की जेब..

फिर भी निकल जाते हैं
खुशियों के कुछ लम्हें.....

बचपन में जहाँ चाहा हँस लेते थे
जहाँ चाहा रो लेते थे...

पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए
और आंसुओ को तन्हाई !

किसी ने पूछा कि
"उम्र" और "जिन्दगी"
 में क्या फर्क है ?

    बहुत सुन्दर जवाब…
   
जो अपनों के बिना बीती
     वो "उम्र" और
जो अपनों के साथ बीती
    वो "जिन्दगी"....😊😊
🌹🌹🌹🌹


बार_बार रफू करता रहता हूँ
जिन्दगी की जेब..

फिर भी निकल जाते हैं
खुशियों के कुछ लम्हें.....

बचपन में जहाँ चाहा हँस लेते थे
जहाँ चाहा रो लेते थे...

पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए
और आंसुओ को तन्हाई !

किसी ने पूछा कि
"उम्र" और "जिन्दगी"
 में क्या फर्क है ?

    बहुत सुन्दर जवाब…
   
जो अपनों के बिना बीती
     वो "उम्र" और
जो अपनों के साथ बीती
    वो "जिन्दगी"....😊😊
🌹🌹🌹🌹


एक गाँव के बाहर बने शिवमंदिर मे चार पाँच
गजेडी रोज गाँजा पीते थे ,
पिछले कइ साल से
जब भी वो गाँजा पीते थे तब "बम भोले" का
जयकारा करते थे चिल्लम की हर फुँक के साथ,

एक दिन खुद शिव जी उनके इस भग्ति माध्यम से
प्रसन्न हो गये,

वो एक साधारण मनुष्य के रूप मे उन गजेडीयो के
पास आ कर बैठ गये,

गजेडीयो ने चिल्लम बनाना शुरू किया तो एक
गजेडी ने शिव जी को गाजा आफर किया,

प्रायः गजेडीयो मे मेहमानवाजी बडे उच्च स्तर
की होती है इसलिए गजेडीयो ने पहला चिल्लम
भोलेनाथ को ही दिया,

एक फुँक मे ही शिव ने पुरा चिल्लम खाली कर
दिया ,
गजेडीयो को लग गया कि ये कोइ उच्च
कोटी का पीने वाला है ,
फिर भी
उन्होने दुसरा चिल्लम बनाया और फिर पहला
मौका भोलेनाथ को दिया
शिव ने फिर एक फुँक मे ही पुरा चिल्लम खाली
कर दिया,

हर फुक के बाद एक गजेडी , भोलेनाथ से पुछता "
नशा आया ?
जवाब मे शिव केवल मुस्कुरा के ना मे सर हिला
देते,

ऍसे कर के जब पाँच चिल्लम खाली हो गये तो
गजेडी आखीरी चिल्लम भरने लगे तभी उनमे से एक
गजेडी ने पुछा " क्यो अभी भी नशा नही हुआ ?

तब शिव ने कहा " जानते हो मै कौन हुँ !

कौन हो भाऊ !

शिव " मै इस ससांर का सहाँरक , सभी भुत प्रेत
यक्ष असुर गंधर्व का स्वामी , ब्रम्हाड का
आदिवासी हिमालय का निवासी हुँ , आदि
अंत प्रारंभ ,नाश और नशा सब की सीमा मुझसे
प्रारंभ होती है मुझपर खत्म , शकंर नाम है मेरा ,
जिसको तुम लोग रोज याद करते हो "

गजेडी जोर से चिल्लाया " अब इसको चिल्लम
मत देना बे , गाँजा चढ गया इसको
😜😜😜😝😛😛😝😜


🎈"शादी"🎈☝ "करंट" के तार की तरह होती हैं...!!!

सही जुड़ जाये तो
 सारा जीवन "रोशन"...!!!!

और गलत जुड़ जाये तो
"जिंदगी" भर "झटके"...!!

वैसे मजा केवल कटिया कनेक्शन मे हि है जब चाहे जोड लो जब चाहे उतार लो

😜 इलेक्ट्रीकल इंजिनियर की कलम से 📝

|| पगाराची आरती ||

जय देव, जय देव, जय जय पगारा !
तुझ्याविना अडतो, संसार सारा !
जय देव, जय देव !


महिन्याच्या पहिल्या, आठवड्याला येशी,
सकलांना सुख आणि आनंद देशी,
काटकसर केली तरी, कमी पडशी,
शेवटच्या आठवड्यात, संपून जाशी..
जय देव, जय देव ! -1


असशी तू तुटपुंजा, घरी ना पटते,
रोज सौ. माझ्याशी, भांडत असते,
तुझ्या हिशोबातच, नोकरी सरते,
मुला-बाळांची, काळजी वाटते.
जय देव ! जय देव ! -2


तुझ्या सवे कधी, ओव्हर टाईम येतो,
दसरा, दिवाळीला, बोनस नसतो,
महागाईत थोडा, दिलासा मिळतो,
कर्जाचा डोंगर, जरासा हालतो..
जय देव ! जय देव ! -3


महागाई बरोबर, तुझी शर्यत,
कुर्मगती तुझी रे, नाही जिंकत,
हव्यासे काही जण, भ्रष्टाचारात,
सांग कुठे कशी, राहिल नियत ?
जय देव ! जय देव ! -4


मागणे इतुकेच, तुजला पगारा !
महिन्याला भेटावे, तुच आसरा,
आणखी विनवितो, तुला रे जरा,
पुरून उरावा तू, आमुच्या संसारा,
जय देव ! जय देव ! -5


जय देव, जय देव, जय जय पगारा !
तुझ्याविना अडतो, संसार सारा !
जय देव ! जय देव !
What Time Should You Sleep


Is there a best time to sleep? There is a saying that sleeping early and waking up early is good for your health. How true is that? Is it alright to sleep late and wake up late?

You actually have an amazing biological clock ticking inside your body. It is very precise. It helps to regulate your various body functions including your sleeping time.

From 11pm to 3am, most of your blood circulation concentrates in your liver. Your liver gets larger when filled with more blood. This is an important time when your body undergoes detoxification process. Your liver neutralizes and breaks down body toxins accumulated throughout the day.

However if you don't sleep at this time, your liver cannot carry out this detoxification process smoothly.

· If you sleep at 11pm, you have full 4 hours to detoxify your body.
· If you sleep at 12am, you have 3 hours.
· If you sleep at 1am, you have 2 hours.
· And if you sleep at 2am, you only have 1 hour to detoxify.
What if you sleep after 3am? Unfortunately, you won't have any time to actually detoxify your body. If you continue with this sleeping pattern, these toxins will accumulate in your body over time. You know what happens next.

What if you sleep late and wake up late?

Have you tried going to bed very late at night? Did you realize you feel very tired the next day no matter how much you sleep?

Sleeping late and waking up late is indeed very bad for your health. Besides not having enough time to detoxify your body, you will miss out other important body functions too.

From 3am to 5am, most blood circulation concentrates in your lung. What should you do at this moment? Well, you should exercise and breathe in fresh air. Take in good energy into your body, preferably in a garden. At this time, the air is very fresh with lots of beneficial negative ions.

From 5am to 7am, most blood circulation concentrates in your large intestine. What should you do at this moment? You should poop! Pass out all unwanted poop from your large intestine. Prepare your body to absorb more nutrients throughout the day.

From 7am to 9am, most blood circulation concentrates in your stomach. What should you do at this moment? Have your breakfast! This is your most important meal in a day. Make sure you have all the required nutrients from your breakfast. Not having breakfast causes lots of health problems for you in the future.

That's the way to start your day

There you are... the most ideal way to start your day. After fully detoxifying your blood during your sleep, you wake up fresh to inhale beneficial energy. Then you pass out unwanted poop from your large intestine. After that, you take in balanced nutrients to prepare your body for a new day.

No wonder people living in villages or farms is healthier. They sleep early and wake up early. They follow their natural biological clock.

Living in city, we have more difficulty in following this sleeping schedule. We have good lightning, TV and internet to delay our precious sleeping time.

Following your natural timetable

Once I know the importance of our biological clock, I try my best to follow it. If I wake up early, I usually start my day on the computer. But when I see the clock shows 7am, I know it's the best time for breakfast. So I'll try to have my breakfast before 9am for best absorption.

What if you're offered a night shift job? I recommend you to reject it even the salary is higher. For long term, you may need to spend more money for your health problems.

What if you have assignment to do until late at night? Well, why not sleep early and wake up earlier to do it? Just shift your work time from late night to early morning. You get the same time. But your body will appreciate it.

With this, try to follow this timing as close as possible. Make it your daily routine. I'm sure you will feel fresher and more energetic all day long.


एक आदमी इंदौरी
डॉक्टर के पास गया...

डॉ. साब. बुखार आई री है

डॉ. ने चेक किया और
दवाईयॉ लिखने लगा

आदमी बोला.....
डॉ साब कड़वी दवा
मत लिखजो..

डॉ उसको घूर घूर कर
देखने लगा और फिर
दवाईयॉ लिखने लगा ..

आदमी फिर...
में के रिया हूँ
डॉ साब कड़वी दवा
मत लिखजो...

इंदौरी डॉ. को गुस्सा
आ गया और बोला....

............................
............................
............................
...........................
तो कई
पौहा जलेबी लिख दू कई

😛😛😛😛
😀😀😝😝

बेटी के विवाह के बाद पिता अपनी बेटी से पहली बार मिलने उसके ससुराल गया और शाम को दोनों समधी ड्रिंक करने बैठे.

लड़के का पिता:- 'समधी जी, कितना पानी डालूँ?
लड़की का पिता- पानी नहीं, नीट
लड़के का पिता- हैं? नीट क्यों पी रहे हैं.....?"
.
.
.
.
.
.
लड़की का पिता:- "हमारे यहाँ लड़की के घर का पानी नहीं पीते हैं..."
.
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ये होते हैं संस्कार !!
😜 😀


🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई, 🌷🌷
🌷 बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !🌷
🌷 बड़ी मेहनत से जिसने पाला,🌷
🌷 आज वो मोहताज हो गई !🌷
🌷 और कल की छोकरी, 🌷
🌷 तेरी सरताज हो गई !🌷
🌷 बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷

🌷 पेट पर सुलाने वाली, 🌷
🌷 पैरों में सो रही !🌷
🌷 बीवी के लिए लिम्का,🌷
🌷 माँ पानी को रो रही !🌷
🌷 सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !🌷
🌷 वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!🌷🌷

🌷 माँ मॉजती बर्तन, 🌷
🌷 वो सजती संवरती है !🌷
🌷 अभी निपटी ना बुढ़िया तू , 🌷
🌷 उस पर बरसती है !🌷
🌷 अरे दुनिया को आई मौत, 🌷
🌷 तेरी कहाँ गुम हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷

🌷अरे जिसकी कोख में पला, 🌷
🌷 अब उसकी छाया बुरी लगती,🌷
🌷 बैठ होण्डा पे महबूबा, 🌷
🌷 कन्धे पर हाथ जो रखती,🌷
🌷वो यादें अतीत की, 🌷
🌷 वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !🌷
🌷🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷

🌷 बेबस हुई माँ अब, 🌷
🌷 दिए टुकड़ो पर पलती है,🌷
🌷अतीत को याद कर, 🌷
🌷 तेरा प्यार पाने को मचलती है !🌷
🌷 अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
 हो गई !🌷
🌷 🌷वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!🌷🌷

🌷 मां तो जन्नत का फूल है,🌷🌷
प्यार करना उसका उसूल है ,🌷
🌷दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,🌷
🌷 मां की हर दुआ कबूल है ,🌷
🌷 मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,🌷
🌷 मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,❤️
🌷अगर अपनी मां से है प्यार तो 🌷 
In our life,
problems may go from "Haywards 2000"🍺 to "Haywards 5000"🍺 , but we must take them as a "Royal Challenge "🍺 otherwise people will call us "Old Monk"🍺 and put a "Black Label "🍺 on our name. So we must learn from "Teachers"🍺 to fight like "Jack Daniel"🍺 , live like a "Bagpiper"🍺 , walk like "Johny Walker"🍺 , work till "8 PM"🍺 & think like "Director Special" 🍺. Catch the ideas like "kingfisher 🍺" and "knockout" 🍺 all the problems. Then life will be "Imperial"🍺 & we will become "Aristocrat"🍺 & there will be value for our "Signature"🍻🍺🍺

Cheers !!!
"दिल खोल कर हंसो"
टीचर: बच्चों वादा करो कभी शराब ,सिगरेट नही पीयोगे l 🍷🍷
बच्चे: नही पीयेंगे l
टीचर: कभी लड़की का पीछा नही करोगे l
बच्चे: नही करेंगे l
टीचर: लड़कियों से दोस्ती नही करोगे l
बच्चे: नही करेंगे l
टीचर: वतन के लिये जान दे दोगे !🇮🇳🇮🇳🇮🇳
सारे बच्चे एक साथ बोले:....
दे देंगे , ऐसी जिंदगी का करेंगे भी क्या !!!
टीचर: अगर तुम्हारा बेस्ट फ्रेंड और तुम्हारी गर्लफ्रेंड दोनो डूब रहें हों , तो तुम किसको बचाओगे ?
.
.
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.
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.
.
लड़का: डूब जाने दो सालों को.......... आखिर दोनो एक साथ कर क्या रहे थे......l
"Point to be noted ......!!"
आज का ज्ञान:
.
.
चाहे कितनी भी mountain dew पी लो , लेकिन भूल कर भी बीवी से जुबान लड़ाने का रिक्स मत लेना l
क्योंकि .....
.
.
.
.
बीवी से mountain dew भी नही बचा पायेगी !!!

 गर्मी का भी एक फायदा है दोस्तों ........
.
.
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.
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.
.
.
.
ठंड बिल्कुल भी नही लगती !!!

विदाई के समय दुल्हे का मोबाइल बजा
दुल्हन ने दूल्हे को थप्पड़ मारा क्यों ?
?
?
?
?
?
?
,
उसकी रिंग टोन थी...,
"दिल में छुपा के प्यार का अरमान ले चले ,
हम आज अपनी मौत का सामान ले चले l "

 एक ट्रक के पीछॆ लिखा था.......
"दुल्हन ही दहेज है l "
दूसरे ट्रक के पीछे लिखा था.....
"दहेज लेना पाप है l"
;
अब कोई शादी करे भी तो कैसे .......???
😧😧😧😧😧😝
👉 लड़कियों का मजा है : 💃
बचपन में पापा की परी ;
और शादी के बाद घर की रानी!
लड़कों का क्या है ; 🏃
पहले माँ -बाप से पीटते थे;
और शादी के बाद बीवी से!!!
😝😝😝😝😝😜😜
👉 शादी के बाद पुरुषों पर एक खास जिम्मेदारी होती है; ............
;
;
;
;
;
;
;
"कुकर की 3 सीटी के बाद गैस बन्द कर देने की!!!"
😝😝😝😝😜😜😜😜
👉 शुक्र है डाक्टर ये नही कहते ; .......
.
.
.
"भाई छुट्टा नही है , कुछ दवाइया और लिख दूँ l या एक आपरेशन और कर दूँ !!"
😧😧😧😧😧😝😝😝
👉 टीचर: देश के सबसे ईमानदार पुलिस कहाँ पाये जाते हैं ?
?
?
?
पप्पू: "सावधान इंडिया" और "क्राइम पेट्रोल " में !!!


एक 16 के लड़के ने
अपनी मम्मी से कहा की "
मम्मी मुझे मेरे 18 सालवे के
जन्मदिन पर क्या गिफ्ट
दोगी ?
.
तो उस लड़के की मम्मी ने
उस से कहा की जब
तेरा 18
सालवा आएगा तो अलमारी के
ऊपर देख लेना उसमे
तेरा गिफ्ट
रहेगा अभी बता दूंगी तो
गिफ्ट
का मज़ा नहीं आएगा। .
कुछ दिन बाद
वो लड़का बीमार
हो गया उसके
मम्मी पापा उसको अस्पताल
लेकर गए
.
जाँच के बाद डॉक्टर ने
लड़के के माता पिता से
कहा की इसके दिल मै छेद
है ये अब २ महीने से
जयादा नही जी पायेगा
.
2 साल भर बाद लड़का ठीक
होकर घर गया।
तो उसे पता चला की उसकी
 माँ नही रही।
उसे ये पता चलते ही उसने
अलमारी खोली और उसने देखा की
अलमारी में एक गिफ्ट
पड़ा था। उसने जल्दी से
वो गिफ्ट खोला
उस गिफ्ट में एक
चिठ्ठी थी उस चिट्टी में
लिखा था की
.
" मेरे जिगर के टुकड़े अगर तू
ये चिठ्ठी पढ़ रहा है
तो तू बिलकुल ठीक
होगा तुजे याद है जब तू
बीमार हुआ था तब हम तुजे
अस्पताल लेकर गए थे
डॉक्टर ने कहा की तेरे
दिल में छेद है तो उस दिन
मै बहुत रोई और
फैसला किया की मेरा दिल
तुजे दूंगी याद है एक दिन
तूने कहा था की मम्मी मुझे
18 साल वे जन्मदिन पर
क्या दोगी तो बेटा मै तुजे
अपना दिल दे रही हु
उसको हमेशा संभाल कर
रखना। …… हैप्पी बर्थडे
बेटा '
.
.
सार : एक माँ इसलिए मर
गयी क्यों की उसका बेटा जी
सके। ....
दुनिया में माँ से बड़ा दिल
किसी का नही!
.
माँ के दिल जैसा दुनिया मेँ
कोई दिल नहीँ।
.
अगर ये कहानी आप को अच्छी
 लगी तो जरुर शेयर करे।
आज एक मेसेज माँ के नाम...

🌺🌺🌺Beautiful line for Mom...🌺🌺🌺


🌸🌺अजीज़ भी वो है,🌺🌸
🌺🌸नसीब भी वो है,🌸🌺
🌸दुनिया की भीड़ में करीब भी वो है,🌸
🌺उनकी दुआ से चलती है जिंदगी क्योंकि ख़ुदा भी वो है, तकदीर भी वो है ।......🌺
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
🌸M=(Mom)
🌺U=(U Live)
🌸M=(Many)
🌺M=(More)
🌸Y=(Years)
🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
🌺🌸माँ की लम्बी उम्र के लिए 7 लोगों को आगे भेजें। उम्मीद है आप जरुर भेजेंगे।.....,
एक राजस्थानी एक डॉक्टर से
बोला - डॉक्टर साहब
आप घर चलने की कितनी
फीस लेते हो ?
डॉक्टर - तीन सौ रुपये
राजस्थानी - ठीक है ...चलो डॉक्टर साहब
डॉक्टर ने अपनी गाड़ी निकाली
और
राजस्थानी के साथ उसके घर
आ गया !
डॉक्टर बोला - मरीज कहाँ है ? राजस्थानी - मरीज कोई नहीं है
साहब ....टैक्सी वाला पांचसौ
रुपये मांग रहा था और आप
तीनसाै में ले आये !

डॉक्टर बेहोश।
...................................
अकेले मत हसो, नही तो दोस्त बुरा मानेगे,
😄😄😄😄😁😁😁

Thursday, November 26, 2015

शिष्टाचार कहता है....
कि,
किसी स्त्री से उसकी आयु,
और
किसी पुरूष से उसकी आय
नहीं पूछनी चाहिये,
इसके पीछे शायद एक खूबसूरत अंतर्दृष्टि छिपी हुई है...
कि,
कोई भी स्त्री अपने लिये नहीं जीती,
और
कोई भी पुरूष अपने लिये नहीं कमाता...

😃

Wednesday, November 25, 2015

HOW TO STAY YOUNG
1. Throw out nonessential numbers. This includes age, weight and height. Let the doctors worry about them. That is why you pay 'them'

2. Keep only cheerful friends. The grouches pull you down.

3. Keep learning. Learn more about the computer, crafts, gardening, whatever.. Never let the brain idle. 'An idle mind is the devil's workshop.' And the devil's name is Alzheimer's.

4. Enjoy the simple things.

5.. Laugh often, long and loud. Laugh until you gasp for breath.

6. The tears happen. Endure, grieve, and move on. The only person, who is with us our entire life, is ourselves. Be ALIVE while you are alive.

7. Surround yourself with what you love , whether it's family, pets, keepsakes, music, plants, hobbies, whatever. Your home is your refuge.

8. Cherish your health: If it is good, preserve it. If it is unstable, improve it. If it is beyond what you can improve, get help.

9. Don't take guilt trips. Take a trip to the mall, even to the next county; to a foreign country but NOT to where the guilt is.

10. Tell the people you love that you love them, at every opportunity.
AND ALWAYS REMEMBER :Life is not measured by the number of breaths we take, but  by the moments that take our breath away.

किसी शायरने मौत को क्या खुब कहा है;
.
. .. जिंदगी मे २ मिनट कोई मेरे पास ना बैठा.. , आज सब मेरे पास बैठे जा रहे थे.. .
.
. .. कोई तौफा ना मिला आज तक.. , और आज फुल-हि-फुल दिये जा रहे थे.. .
.
. .. तरस गये थे हम किसी एक हाथ के लिये.. , और आज कंधे पे कंधे दिये जा रहे थे.. .
.
. .. दो कदम साथ चलने को तैयार न था कोई.. , और आज काफिला बन साथ चले जा रहे थे.. .
.
. .. आज पता चला मुझे कि "मौत" कितनी हसिन होती है.. . कम्बख्त. . . हम तो युहि 'जिंदगी' जिये जा रहे थे.. . .............!!

Tuesday, November 24, 2015

HOW TO STAY YOUNG
1. Throw out nonessential numbers. This includes age, weight and height. Let the doctors worry about them. That is why you pay 'them'

2. Keep only cheerful friends. The grouches pull you down.

3. Keep learning. Learn more about the computer, crafts, gardening, whatever.. Never let the brain idle. 'An idle mind is the devil's workshop.' And the devil's name is Alzheimer's.

4. Enjoy the simple things.

5.. Laugh often, long and loud. Laugh until you gasp for breath.

6. The tears happen. Endure, grieve, and move on. The only person, who is with us our entire life, is ourselves. Be ALIVE while you are alive.

7. Surround yourself with what you love , whether it's family, pets, keepsakes, music, plants, hobbies, whatever. Your home is your refuge.

8. Cherish your health: If it is good, preserve it. If it is unstable, improve it. If it is beyond what you can improve, get help.

9. Don't take guilt trips. Take a trip to the mall, even to the next county; to a foreign country but NOT to where the guilt is.

10. Tell the people you love that you love them, at every opportunity.
AND ALWAYS REMEMBER :Life is not measured by the number of breaths we take, but  by the moments that take our breath away.


🐚💭🐚💭🐚💭🐚💭🐚


              🌞 श्राद्ध कर्म 🌞

      ☀ कब, क्यों और कैसे ? ☀
      ________________________


🍁 भारतीय शास्त्रों में ऐसी मान्यता है कि पितृगण पितृ पक्ष (आश्विन मास के कृष्ण पक्ष) में पृथ्वी पर आते हैं और 15 दिनों तक पृथ्वी पर रहने के बाद अपने लोक लौट जाते हैं । शास्त्रों में बताया गया है कि पितृ पक्ष के दौरान पितृ अपने परिजनों के आस-पास रहते हैं । इसलिए इन दिनों कोई भी ऐसा काम नहीं करें, जिससे पितृगण नाराज हों ।


                    🍁☀🍁


⚡ पितरों को खुश रखने के लिए पितृ पक्ष में कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए -

🍁 पितृ पक्ष के दौरान ब्राह्मण, जमाता, भांजा, मामा, गुरु, नाती को भोजन कराना चाहिए । इससे पितृगण अत्यंत प्रसन्न होते हैं । ब्राह्मणों को भोजन करवाते समय भोजन का पात्र दोनों हाथों से पकड़ कर लाना चाहिए । अन्यथा भोजन का अंश राक्षस ग्रहण कर लेते हैं । जिससे ब्राह्मणों द्वारा अन्न ग्रहण करने के बावजूद पितृगण भोजन का अंश ग्रहण नहीं करते हैं ।

🍁 पितृ पक्ष में द्वार पर आने वाले किसी भी जीव-जंतु को मारना नहीं चाहिए । बल्कि उनके योग्य भोजन का प्रबंध करना चाहिए । हर दिन भोजन बनने के बाद एक हिस्सा निकाल कर गाय, कौआ, कुत्ता या बिल्ली को देना चाहिए । मान्यता है कि इन्हें दिया गया भोजन सीधे पितरों को प्राप्त हो जाता है ।

🍁 शाम के समय घर के द्वार पर एक मिट्टी का दीपक दक्षिण दिशा की तरफ (पड़ी हुयी रुई की सफेद बत्ती) जला कर पितृगणों का ध्यान करना चाहिए ।


                    🍁☀🍁


⚡ हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार जिस तिथि को जिसके पूर्वज गमन करते हैं, उसी तिथि को उनका श्राद्ध करना चाहिए । इस पक्ष में जो लोग अपने पितरों को जल देते हैं तथा उनकी मृत्युतिथि पर श्राद्ध करते हैं, उनके समस्त मनोरथ पूर्ण होते हैं । जिन लोगों को अपने परिजनों की मृत्यु की तिथि ज्ञात नहीं होती, उनके लिए पितृ पक्ष में कुछ विशेष तिथियां भी निर्धारित की गई हैं । जिस दिन वे पितरों के निमित्त श्राद्ध कर सकते हैं -


            💎 प्रतिपदा तिथि 💎

🍁 इस तिथि को नाना-नानी के श्राद्ध के लिए सही बताया गया है । इस तिथि को श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है । यदि नाना-नानी के परिवार में कोई श्राद्ध करने वाला न हो और उनकी मृत्यु तिथि याद न हो, तो आप इस दिन उनका श्राद्ध कर सकते हैं ।


            💎 पंचमी तिथि 💎

🍁 जिनकी मृत्यु अविवाहित स्थिति में हुई हो, उनका श्राद्ध इस तिथि को किया जाना चाहिए ।


             💎 नवमी तिथि 💎

🍁 सौभाग्यवती यानि पति के रहते ही जिनकी मृत्यु हो गई हो, उन स्त्रियों का श्राद्ध नवमी को किया जाता है । यह तिथि माता के श्राद्ध के लिए भी उत्तम मानी गई है । इसलिए इसे मातृ नवमी भी कहते हैं । मान्यता है कि इस तिथि पर श्राद्ध कर्म करने से कुल की सभी दिवंगत महिलाओं का श्राद्ध हो जाता है ।


   💎 एकादशी एवं द्वादशी तिथि 💎

🍁 एकादशी व द्वादशी में वैष्णव संन्यासी का श्राद्ध करते हैं । अर्थात् इस तिथि को उन लोगों का श्राद्ध किए जाने का विधान है, जिन्होंने संन्यास लिया हो ।

 
            💎 चतुर्दशी तिथि 💎

🍁 इस तिथि में शस्त्र, आत्म-हत्या, विष और दुर्घटना यानि जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो, उनका श्राद्ध किया जाता है । जबकि बच्चों का श्राद्ध कृष्ण पक्ष की 'त्रयोदशी तिथि' को करने के लिए कहा गया है ।


             ☀ सर्व पितृ मोक्ष ☀


            💎 अमावस तिथि 💎

🍁 किसी कारण से पितृ पक्ष की अन्य तिथियों पर पितरों का श्राद्ध करने से चूक गए हैं या पितरों की तिथि याद नहीं है, तो इस तिथि पर सभी पितरों का श्राद्ध किया जा सकता है । शास्त्र अनुसार - इस दिन श्राद्ध करने से कुल के सभी पितरों का श्राद्ध हो जाता है । यही नहीं, जिनका मरने पर संस्कार नहीं हुआ हो, उनका भी अमावस तिथि को ही श्राद्ध करना चाहिए । बाकी तो जिनकी जो तिथि हो, श्राद्ध पक्ष में उसी तिथि पर श्राद्ध करना चाहिए । यही उचित भी है ।

🍁 पिंड दान करने के लिए सफेद या पीले वस्त्र ही धारण करें । जो इस प्रकार श्राद्ध आदि कर्म संपन्न करते हैं, वे समस्त मनोरथों को प्राप्त करते हैं और अनंत काल तक स्वर्ग का उपभोग करते हैं ।


                 💎 विशेष 💎


🍁 श्राद्ध कर्म करने वालों को निम्न मंत्र तीन बार अवश्य पढ़ना चाहिए । यह मंत्र ब्रह्मा जी द्वारा रचित आयु, आरोग्य, धन, लक्ष्मी प्रदान करने वाला अमृत मंत्र है -


                    🍁☀🍁


देवताभ्यः पितृभ्यश्च महायोगिश्च एव च,
नमः स्वधायै स्वाहायै नित्यमेव भवन्त्युत।

            (वायु पुराण के अनुसार)


                    🍁☀🍁


🍁 श्राद्ध सदैव दोपहर के समय ही करें । वैसे सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे का समय उत्तम है । प्रातः एवं सायं काल के समय श्राद्ध निषेध कहा गया है । हमारे धर्म-ग्रंथों में पितरों को देवताओं के समान संज्ञा दी गई है । ‘सिद्धांत शिरोमणि’ ग्रंथ के अनुसार चंद्रमा की ऊधर्व कक्षा में पितृ लोक है, जहां पितृ रहते हैं । पितृ लोक को मनुष्य लोक से आंखों द्वारा नहीं देखा जा सकता । जीवात्मा जब इस स्थूल देह से पृथक होती है, उस स्थिति को मृत्यु कहते हैं । यह भौतिक शरीर 27 तत्वों के संघात से बना है । स्थूल पंच महाभूतों एवं स्थूल कर्मेन्द्रियों को छोड़ने पर अर्थात मृत्यु को प्राप्त हो जाने पर भी 17 तत्वों से बना हुआ, सूक्ष्म शरीर विद्यमान रहता है ।

🍁 हिंदू मान्यताओं के अनुसार एक वर्ष तक प्रायः सूक्ष्म जीव को नया शरीर नहीं मिलता । मोह वश वह सूक्ष्म जीव स्वजनों व घर के आस-पास ही घूमता रहता है । श्राद्ध कार्य के अनुष्ठान से सूक्ष्म जीव को तृप्ति मिलती है, इसीलिए श्राद्ध कर्म किया जाता है ।

🍁 ऐसा कुछ भी नहीं है कि इस अनुष्ठान में ब्राह्मणों को जो भोजन खिलाया जाता है, वही पदार्थ ज्यों का त्यों उसी आकार, वजन और परिमाण में मृतक पितरों को मिलता है । वास्तव में श्रद्धा पूर्वक श्राद्ध में दिए गए भोजन का सूक्ष्म अंश परिणत होकर उसी अनुपात व मात्रा में प्राणी को मिलता है, जिस योनि में वह प्राणी (जीव आत्मा) है ।

🍁 पितृ लोक में गया हुआ प्राणी, श्राद्ध में दिए हुए अन्न का स्वधा रूप में परिणत हुए को खाता है । यदि शुभ कर्म के कारण मर कर पिता देवता बन गया तो श्राद्ध में दिया हुआ अन्न, उसे अमृत में परिणत होकर देवयोनि में प्राप्त होगा । गंधर्व बन गया हो तो वह अन्न अनेक भोगों के रूप में प्राप्त होता है । पशु बन जाने पर घास के रूप में परिवर्तित होकर उसे तृप्त करेगा । यदि नाग योनि मिली तो श्राद्ध का अन्न वायु के रूप में तृप्ति को प्राप्त होगा । दानव, प्रेत व यक्ष योनि मिलने पर, श्राद्ध का अन्न - अनेक अन्न-पान और भोग्य, रस आदि के रूप में परिणत होकर प्राणी को तृप्त करेगा ।

🍁 सच्चे मन, विश्वास, श्रद्धा के साथ किए गए संकल्प की पूर्ति होने पर पितरों को आत्मिक शांति मिलती है । तभी वे हम पर आशीर्वाद रूपी अमृत की वर्षा करते हैं ।

🍁 श्राद्ध की संपूर्ण प्रक्रिया दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके की जाती है । इस अवसर पर तुलसी दल का प्रयोग अवश्य करना चाहिए । गया, पुष्कर, प्रयाग, हरिद्वार आदि तीर्थों में श्राद्ध करने का विशेष महत्व है ।

🍁 जिस दिन श्राद्ध करें, उस दिन पूर्ण ब्रह्मचर्य का पालन करें । श्राद्ध के दिन क्रोध, चिड़चिड़ापन और कलह से दूर रहें । पितरों को भोजन सामग्री देने के लिए मिट्टी के बर्तनों का प्रयोग किया जाए तो ज्यादा अच्छा है । केले के पत्ते या लकड़ी के बर्तन का भी प्रयोग किया जा सकता ।

🙏
🐚💭🐚💭🐚💭🐚💭🐚


घासावा शब्द | तासावा शब्द |
तोलावा शब्द | बोलण्या पूर्वी ||

शब्द हेचि कातर | शब्द सुईदोरा
बेतावेत शब्द | शास्त्राधारे ||

बोलावे मोजके | नेमके ,खमंग ,खमके |
ठेवावे भान | देश ,काळ ,पात्राचे

बोलावे बरे | बोलावे खरे |
कोणाच्याही मनावर | पाडू नये चरे ||

कोणाचेही वर्म | व्यंग आणि बिंग |
जातपात धर्म | काढूच नये ||

थोडक्यात समजणे | थोडक्यात समजावणे |
मुद्देसुद बोलणे | हि संवाद कला

शब्दांमध्ये झळकावी | ज्ञान ,कर्म ,भक्ती |
स्वानुभवातून जन्मावा | प्रत्येक शब्द ||

शब्दां मुळे दंगल | शब्दां मुळे मंगल |
शब्दांचे हे जंगल | जागृत राहावं ||

जीभेवरी ताबा | सर्वासुखदाता |
पाणी ,वाणी ,नाणी | नासू नये🌹
         
            || शुभ दिवस ||
🇮🇳 20 डिग्री में
    हमें ठंड लगनें लगती है..

🇮🇳 16 डिग्री में
    हम गर्म कपड़े पहनते हैं..

🇮🇳 12 डिग्री में
 हम मफलर आदी लगाते हैं..

🇮🇳 8 डिग्री में
    हम उसके बाद भी कंपनें
     लगते हैं .

🇮🇳 4/5 डिग्री में
  रजाई से बाहर नही
   निकलते..

🇮🇳 1/2 डिग्री में घरों में
      अलाव जलनें लगते हैं..

🇮🇳 0 डिग्री पर
     पानीं जम जाता है......

🇮🇳 --1/2 डिग्री पर
  हमारी जबान लड़खड़ानें
  लगती है.....

🇮🇳 --5/8 डिग्री पर .......


🇮🇳 --10/12 डिग्री पर….....

🇮🇳 -- 15/18 डिग्री पर
         सोचिये…...........

🇮🇳 -- 20 डिग्री पर
      सियाचीन में
    भारतीय सैनिक भारत
 की सीमाओं की रक्षा करते
  हैं…...........

🇮🇳 पूरी मुस्तैदी के साथ
 7-12 किलों की बंदूक और
 करीब 20 किलो की रसद
 अपनें कंधों पर उठाये…....
》》 घुटनें तक बर्फ में –

🇮🇳 ताकी हम अपनीं
 स्वतंत्रता का आनंद
  उठा सकें………........
…………….........…!!!!!!!!

🇮🇳 ताकी हम अपनें परिवारों
 के साथ क्रिकेट मैच का
 आनंद उठा सकें…….......
........................... .!!!!!!!!!

🇮🇳 ताकी हमारे बच्चे शांती
 के साथ स्कूल जा सके…..

🇮🇳 कृपया जरुर शेयर करे
 भारतीय सेना के लिए

🇮🇳 आज आर्मी दिवस है
_______________________
🇮🇳 कृपया भारतीय बने… I _______________________

🇮🇳 अपने देश से प्यार करें
_______________________
🇮🇳 एक मेसेज उन जवानों
      के नाम जो हमें नहीं  
      जानते पर हमारे लिए
      जान दे देते हैं
 ….😞😞
 Happy Armyday
एक सेठ जी थे -
जिनके पास काफी दौलत थी.
सेठ जी ने अपनी बेटी की शादी एक बड़े घर में की थी.
परन्तु बेटी के भाग्य में सुख न होने के कारण उसका पति जुआरी, शराबी निकल गया.
जिससे सब धन समाप्त हो गया.

बेटी की यह हालत देखकर सेठानी जी रोज सेठ जी से कहती कि आप दुनिया की मदद करते हो,
मगर अपनी बेटी परेशानी में होते हुए उसकी मदद क्यों नहीं करते हो?

सेठ जी कहते कि
"जब उनका भाग्य उदय होगा तो अपने आप सब मदद करने को तैयार हो जायेंगे..."

एक दिन सेठ जी घर से बाहर गये थे कि, तभी उनका दामाद घर आ गया.
सास ने दामाद का आदर-सत्कार किया और बेटी की मदद करने का विचार उसके मन में आया कि क्यों न मोतीचूर के लड्डूओं में अर्शफिया रख दी जाये...

यह सोचकर सास ने लड्डूओ के बीच में अर्शफिया दबा कर रख दी और दामाद को टीका लगा कर विदा करते समय पांच किलों शुद्ध देशी घी के लड्डू, जिनमे अर्शफिया थी, दिये...

दामाद लड्डू लेकर घर से चला,
दामाद ने सोचा कि इतना वजन कौन लेकर जाये क्यों न यहीं मिठाई की दुकान पर बेच दिये जायें और दामाद ने वह लड्डुयों का पैकेट मिठाई वाले को बेच दिया और पैसे जेब में डालकर चला गया.

उधर सेठ जी बाहर से आये तो उन्होंने सोचा घर के लिये मिठाई की दुकान से मोतीचूर के लड्डू लेता चलू और सेठ जी ने दुकानदार से लड्डू मांगे...मिठाई वाले ने वही लड्डू का पैकेट सेठ जी को वापिस बेच दिया.

सेठ जी लड्डू लेकर घर आये.. सेठानी ने जब लड्डूओ का वही पैकेट देखा तो सेठानी ने लड्डू फोडकर देखे, अर्शफिया देख कर अपना माथा पीट लिया.
सेठानी ने सेठ जी को दामाद के आने से लेकर जाने तक और लड्डुओं में अर्शफिया छिपाने की बात कह डाली...

सेठ जी बोले कि भाग्यवान मैंनें पहले ही समझाया था कि अभी उनका भाग्य नहीं जागा...
देखा मोहरें ना तो दामाद के भाग्य में थी और न ही मिठाई वाले के भाग्य में...

इसलिये कहते हैं कि भाग्य से
ज्यादा
और...
समय
से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मीलेगा!ईसी लिये ईशवर जितना दे उसी मै संतोष करो...
झूला जितना पीछे जाता है, उतना ही आगे आता है।एकदम बराबर।
सुख और दुख दोनों ही जीवन में बराबर आते हैं।

जिंदगी का झूला पीछे जाए, तो डरो मत, वह आगे भी आएगा।

बहुत ही खूबसूरत लाईनें.

.किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!

डरिये वक़्त की मार से,बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!

अकल कितनी भी तेज ह़ो,नसीब के बिना नही जीत सकती..!
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,कभी बादशाह नही बन सका...!!

""ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है!

इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!

रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है !!!

Monday, November 23, 2015

If a man listens to u for less than 5 minutes then he is ur dad.

If a man listens to u for 15 minutes then he is ur brother.

If a man listens to u for 30 minutes then he is ur son.

If a man listens to u for 1 hour then he is ur boy friend.

If a man listens to u for 3 hours then he is ur lover.

And ultimately

If a man pretends to listens to u all the time but does not remember a word of wat u said no matter how important, then he is ur ???????


..
..

..
..














Yes , Yes....

You are correct!!!!!!
😆
कॉलेज में Happy married life पर

एक workshop हो रही थी,

 जिसमे कुछ शादीशुदा

 जोडे हिस्सा ले रहे थे।

जिस समय प्रोफेसर मंच पर आए

उन्होने नोट किया कि सभी

पति- पत्नी शादी पर

जोक कर हँस रहे थे...

ये देख कर प्रोफेसर ने कहा

 कि चलो पहले एक Game खेलते है...

उसके बाद अपने विषय पर बातें करेंगे।

सभी खुश हो गए

और कहा कोनसा Game ?

प्रोफ़ेसर ने एक married

 लड़की को खड़ा किया

और कहा कि तुम ब्लेक बोर्ड पे

 ऐसे 25- 30 लोगों के नाम लिखो

जो तुम्हे सबसे अधिक प्यारे हों

लड़की ने पहले तो अपने परिवार के

लोगो के नाम लिखे

फिर अपने सगे सम्बन्धी,

 दोस्तों,पडोसी और

सहकर्मियों के नाम लिख दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने उसमे से

कोई भी कम पसंद वाले

5 नाम मिटाने को कहा...

 लड़की ने अपने

सह कर्मियों के नाम मिटा दिए..

 प्रोफ़ेसर ने और 5 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने थोडा सोच कर

अपने पड़ोसियो के नाम मिटा दिए...

अब प्रोफ़ेसर ने

और 10 नाम मिटाने को कहा...

लड़की ने अपने सगे सम्बन्धी

 और दोस्तों के नाम मिटा दिए...

अब बोर्ड पर सिर्फ 4 नाम बचे थे

 जो उसके मम्मी- पापा,

पति और बच्चे का नाम था..

 अब प्रोफ़ेसर ने कहा इसमें से

 और 2 नाम मिटा दो...

लड़की असमंजस में पड गयी

 बहुत सोचने के बाद

बहुत दुखी होते हुए उसने

अपने मम्मी- पापा का

नाम मिटा दिया...

सभी लोग स्तब्ध और शांत थे

 क्योकि वो जानते थे

कि ये गेम सिर्फ वो

लड़की ही नहीं खेल रही थी

 उनके दिमाग में भी

यही सब चल रहा था।


अब सिर्फ 2 ही नाम बचे थे...

 पति और बेटे का...

 प्रोफ़ेसर ने कहा

और एक नाम मिटा दो...

लड़की अब सहमी सी रह गयी...

बहुत सोचने के बाद रोते हुए

 अपने बेटे का नाम काट दिया...

प्रोफ़ेसर ने उस लड़की से कहा

 तुम अपनी जगह पर जाकर बैठ जाओ...

और सभी की तरफ गौर से देखा...

और पूछा-

क्या कोई बता सकता है

कि ऐसा क्यों हुआ कि सिर्फ

 पति का ही नाम

बोर्ड पर रह गया।

कोई जवाब नहीं दे पाया...

सभी मुँह लटका कर बैठे थे...

प्रोफ़ेसर ने फिर

उस लड़की को खड़ा किया

और कहा...

ऐसा क्यों !

जिसने तुम्हे जन्म दिया

और पाल पोस कर

इतना बड़ा किया

उनका नाम तुमने मिटा दिया...

 और तो और तुमने अपनी

 कोख से जिस बच्चे को जन्म दिया

उसका भी नाम तुमने मिटा दिया ?

लड़की ने जवाब दिया.......

 कि अब मम्मी- पापा बूढ़े हो चुके हैं,

कुछ साल के बाद वो मुझे

और इस दुनिया को छोड़ के

चले जायेंगे ......

मेरा बेटा जब बड़ा हो जायेगा

तो जरूरी नहीं कि वो

शादी के बाद मेरे साथ ही रहे।

लेकिन मेरे पति जब तक मेरी

 जान में जान है

 तब तक मेरा आधा शरीर बनके

 मेरा साथ निभायेंगे

इस लिए मेरे लिए

सबसे अजीज मेरे पति हैं..

प्रोफ़ेसर और बाकी स्टूडेंट ने

 तालियों की गूंज से

लड़की को सलामी दी...

प्रोफ़ेसर ने कहा

तुमने बिलकुल सही कहा

 कि तुम और सभी के बिना

रह सकती हो

पर अपने आधे अंग अर्थात

 अपने पति के बिना नहीं रह सकती l

मजाक मस्ती तक तो ठीक है

पर हर इंसान का

अपना जीवन साथी ही

उसको सब से ज्यादा

अजीज होता है...

यह बात कभी मत भूलना.....

---------+++-----------------


बहुत ही खूबसूरत लाईनें..
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसी को बताकर नही आता..!
अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..!
बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका...!!"
"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो ! एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से! रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है!!!!
👍👍👍👍👍👍👍


सपने मे अपनी मौत को करीब से देखा....😓

कफ़न में लिपटे तन जलते अपने शरीर को देखा.....😭

खड़े थे लोग हाथ बांधे एक कतार में...

कुछ थे परेशान कुछ उदास थे .....

पर कुछ छुपा रहे अपनी मुस्कान थे..

दूर खड़ा देख रहा था मैं ये सारा मंजर.....

.....तभी किसी ने हाथ बढा कर मेरा हाथ थाम लिया ....

और जब देखा चेहरा उसका तो मैं बड़ा हैरान था.....

हाथ थामने वाला कोई और नही...मेरा भगवान था...

चेहरे पर मुस्कान और नंगे पाँव था....

जब देखा मैंने उस की तरफ जिज्ञासा भरी नज़रों से.....

तो हँस कर बोला....
"तूने हर दिन दो घडी जपा मेरा नाम था.....
आज प्यारे उसका क़र्ज़ चुकाने आया हूँ...।"

रो दिया मै.... अपनी बेवक़ूफ़ियो पर तब ये सोच कर .....

जिसको दो घडी जपा
वो बचाने आये है...
और जिन मे हर घडी रमा रहा
वो शमशान पहुचाने आये है....


तभी खुली आँख मेरी बिस्तर पर विराजमान था.....
कितना था नादान मैं हकीकत से अनजान था....
👌👌👌👌👌👌👌👌👌

जीवन शतरंज के खेल की तरह है और यह खेल आप ईश्वर के साथ खेल रहे है..!

आपकी हर चाल के बाद,
अगली चाल वो चलता है..!!

आपकी चाल आपकी "पसंद" कहलाती है..,
और..,
उसकी चाल "परिणाम" कहलाती है..!!!

👍👍👍👍👍👍
5 FACTS ABOUT LIFE.
1) No matter how handsome & attractive you are, just remember that baboons and gorillas also attract tourists.
2) No matter how light skinned you are, you always need a light in the dark.
3) No matter how tall you are, you can never see tomorrow.
4) No matter how many cars you own, you'll still have to walk to the toilet.
5) No matter how big and strong you are, you cannot carry yourself to the grave......
So take it easy....
Life is short..



जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.: 🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो क अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀 , ❤❤❤❤❤



जब भी अपनी शख्शियत पर अहंकार हो,
एक फेरा शमशान का जरुर लगा लेना।

और....

जब भी अपने परमात्मा से प्यार हो,
किसी भूखे को अपने हाथों से खिला देना।

जब भी अपनी ताक़त पर गुरुर हो,
एक फेरा वृद्धा आश्रम का लगा लेना।

और….

जब भी आपका सिर श्रद्धा से झुका हो,
अपने माँ बाप के पैर जरूर दबा देना।

जीभ जन्म से होती है और मृत्यु तक रहती है क्योकि वो कोमल होती है.

दाँत जन्म के बाद में आते है और मृत्यु से पहले चले जाते हैं...  
  क्योकि वो कठोर होते है।

छोटा बनके रहोगे तो मिलेगी हर
बड़ी रहमत...
बड़ा होने पर तो माँ भी गोद से उतार
देती है..
किस्मत और पत्नी
भले ही परेशान करती है लेकिन
जब साथ देती हैं तो
ज़िन्दगी बदल देती हैं.।।


"प्रेम चाहिये तो समर्पण खर्च करना होगा।

विश्वास चाहिये तो निष्ठा खर्च करनी होगी।

साथ चाहिये तो समय खर्च करना होगा।

किसने कहा रिश्ते मुफ्त मिलते हैं ।
मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती ।

एक साँस भी तब आती है,
जब एक साँस छोड़ी जाती है!!"?.: 🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो क अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀 , ❤❤❤❤❤


किसी ने चाणक्य से पुछा..
"ज़हर क्या है"..?

चाणक्य ने बहुत सुन्दर जबाब दिया !!

"हर वो चीज़ जो ज़िन्दगी में
आवश्यकता से अधिक होती है वही ज़हर है !!

फ़िर चाहे वो ताक़त हो, धन हो, भूख हो, लालच हो, अभिमान हो, आलस हो, महत्वकाँक्षा हो, प्रेम हो या घृणा..
आवश्यकता से अधिक "ज़हर" ही है !

Sunday, November 22, 2015

Wife: aapne kaam waali ke saath koi lafda kiya kya?

Husband: kyun? Kya hua?

Wife: kal tak mujhe Memsaab bulati thi.. Aaj Didi bula rahi hai...
😝😝😝😝😜😜😳😝😝😝
Wife: aapne kaam waali ke saath koi lafda kiya kya?

Husband: kyun? Kya hua?

Wife: kal tak mujhe Memsaab bulati thi.. Aaj Didi bula rahi hai...
😝😝😝😝😜😜😳😝😝😝
📞गुरू जी नमस्ते! पहचाना..??
.
मैँ आपका शिष्य कल्लू बोल रहा हूँ।
.
''अरे ! कल्लू कैसे हो तुम ?? आज इतने सालो बाद...
मेरी याद कैसे आ गई ?? .
...और मेरा फोन नम्बर कैसे मिल गया??''
.
गुरूजी ! फोन नम्बर ढ़ुंढ़ना कौन सा मुश्किल था ?
जब प्यासे को प्यास लगती है तो जलस्रोत ढ़ुंढ़ ही लेता है। .
...दरअसल गुरू जी हमने एक नया रोजगार शुरू किया है। ...और आपने बचपन मेँ कहा था की जब
भी कोई काम शुरू करना हमसे उदघाटन जरूर कराना।
. ...तो हम अपने काम का उदघाटन आपसे ही कराना चाहते है।
.
''अतिसुन्दर ! वत्स। बताओ कहाँ आना है उदघाटनके लिये हमेँ ? ''
. गुरूजी ! आप पुराने खंडहर के पास चार लाख रूपया 💰लेके आ जाईये। ..
.
आपका 'छोटूवा' 👶हमरे कब्जे मेँ है। आज से
ही 'अपरहण' का धंधा चालू किया तो सोचा की 'उदघाटन' आपके शुभ हाथो से ही हो।😨😨😨



😜😉😝
🔪💣🔫💪😈


YOU CAN'T WIN WITH WOMEN

         WIFE VS. HUSBAND

A couple drove down a country road for several miles, not saying a word.
An earlier discussion had led to an argument and neither of them wanted to concede their position. As they passed a barnyard of mules, goats, and pigs, the husband asked sarcastically, "Relatives of yours?"
"Yep," the wife replied, "in-laws."

             W O R D S

A husband read an article to his wife about how many words women use a day...  
30,000 to a man's 15,000.
The wife replied, "The reason has to be because we have to repeat everything to men...
The husband then turned to his wife and asked, "What?"
                             
               CREATION

A man said to his wife one day, "I don't know how you can be so stupid and so beautiful all at the same time." The wife responded, "Allow me to explain . God made me beautiful so you would be attracted to me;
God made me stupid so I would be attracted to you!"

         WHO DOES WHAT

A man and his wife were having an argument about who should brew the coffee each morning. The wife said, "You should do it, because you get up first, and then we don't have to wait as long to get our coffee."
The husband said, " You are in charge of cooking around here and you should do it, because that is your job, and I can just wait for my coffee."
Wife replies, "No, you should do it, and besides, it is in the Bible that the man should do the coffee."
Husband replies, "I can't believe that, show me."
So she fetched the Bible, and opened the New Testament and showed him at the top of several pages, that it indeed says.........."HEBREWS"


Men are not equipped for these kinds of contests.


God may have created man before woman, but there is always a rough draft before the masterpiece.

SHARE THIS WITH SMART WOMEN WHO NEED A LAUGH AND TO MEN YOU THINK CAN HANDLE IT !

    (¨`·.·´¨) Always
     `·.¸(¨`·.·´¨) Keep
    (¨`·.·´¨)¸.·´ Smiling!
     `·.¸.·´

The He brews one is a killer!!!

Beautiful message .....!!!!

"Insaan, Ghar badalata hai ... Libaas badalata hai ..... Rishte badalata hai ... Dost badalata hai .... Phir bhi pareshaan kyon rehta hai .... Kyon ki woh khud ko nahi badalata " ....

Isiliye to Mirza Galib ne kaha tha:

"Umra bhar Ghalib yahi Bhool Karta raha, Dhool Chehre pe thi, aur Aina saaf karta raha"...

"Fark Hota hai khuda aur Fakir mein.. Fark hota hai kismat aur Lakir mein, Agar kuch Chaho Aur na Mile, To samaj Lena ki kuch aur Accha Likha hai Takdir mein."

Har Pal mein Pyaar hai, Har Lamhe mein Khushi...
Kho Do to Yaadein hai, Jee Lo to Zindagi....
Mat Socho ki Zindagi mein Kitne Pal hai, Yeh Dekho ki Har Pal mein, Kitni Zindagi hai.... 😊


बचपन मे 1 रु. की पतंग के पीछे
२ की.मी. तक भागते थे...
न जाने कीतने चोटे लगती थी...

वो पतंग भी हमे बहोत दौड़ाती थी...

आज पता चलता है,
दरअसल वो पतंग नहीं थी;
एक चेलेंज थी...

खुशीओं को हांसिल करने के लिए दौड़ना पड़ता है...
वो दुकानो पे नहीं मिलती...

शायद यही जिंदगी की दौड़ है ...!!!😊👍

 जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...
जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !!

जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...

आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!

कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...

 आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!

स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!

ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है...
बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है...

काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..

.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!


👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे
और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने
अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀

✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने
वाली एक पेन हुआ करती थी और हम
सभी के बटन को एक साथ दबाने
की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे
ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥


👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |


🚲सोचा करते थे की ये चाँद
हमारी साइकिल के पीछे पीछे
क्यों चल रहा हैं |🌙🚲


🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |


🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते
थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |


🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने
की कोशिश करते थे की इसकी लाइट
कब बंद होती हैं |


🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡


🎒🎐ये दौलत भी ले लो..ये शोहरत भी ले लो💕


भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...

मगर मुझको लौटा दो बचपन
का सावन ....☔

वो कागज़
की कश्ती वो बारिश का पानी..🌊🌊🌊
Bachpan ki storyes 🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽


                 Old hits
 

बचपन कि ये लाइन्स .
जिन्हे हम दिल से गाते
गुनगुनाते थे ..
और खेल खेलते थे ..!!
तो याद ताज़ा कर लीजिये ...!!


▶ मछली जल की रानी है,
       जीवन उसका पानी है।
       हाथ लगाओ डर जायेगी
       बाहर निकालो मर जायेगी।


**********

▶ पोशम्पा भाई पोशम्पा,
       सौ रुपये की घडी चुराई।
       अब तो जेल मे जाना पडेगा,
       जेल की रोटी खानी पडेगी,
       जेल का पानी पीना पडेगा।
       थै थैयाप्पा थुशमदारी बाबा खुश।

**********

▶ आलू-कचालू बेटा कहाँ गये थे,
       बन्दर की झोपडी मे सो रहे थे।
       बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
       मम्मी ने पैसे दिये हंस रहे थे।

************

▶ आज सोमवार है,
       चूहे को बुखार है।
       चूहा गया डाक्टर के पास,
       डाक्टर ने लगायी सुई,
       चूहा बोला उईईईईई।

**********

▶ झूठ बोलना पाप है,
       नदी किनारे सांप है।
       काली माई आयेगी,
       तुमको उठा ले जायेगी।

**********

▶ चन्दा मामा दूर के,
       पूए पकाये भूर के।
       आप खाएं थाली मे,
       मुन्ने को दे प्याली में।

**********

▶ तितली उड़ी,
       बस मे चढी।
       सीट ना मिली,
       तो रोने लगी।
       ड्राईवर बोला,
       आजा मेरे पास,
       तितली बोली ” हट बदमाश “।

****************

▶ मोटू सेठ,
       पलंग पर लेट ,
       गाडी आई,
       फट गया पेट

******************

😍😄😘😝👊👌👏👍🙏
आज सब अपना बचपन याद करो और अपने मित्र
को