Thursday, January 28, 2016

कहीं बिखरी हुई बाते कही टूटा हुआ वादा,
ऐ जिंदगी, बता क्या है तेरा किस्सा क्या है तेरा इरादा..

ये है ज़िन्दगी, किसी के घर आज नई कार आई,
और किसी के घर मां की दवाई उधार आई..

ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है,
साला एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं..

मालूम सबको है, जिंदगी बेहाल है, लोग फिर भी पूछते है क्या हाल है..

हमेशा हँसते‬ रहिए,
एक दिन ‎जिन्दगी‬ भी आपको परेशान‬ करते करते ‎थक‬ जाएगी..

मशगुल थे सब अपनी ज़िन्दगी में,
ज़रा सी जमीन क्या हिली सबको खुदा याद आ गया..

No comments:

Post a Comment