Sunday, January 31, 2016

गुरु के वचन को केवल
कानों से नही,
मन की गहराई से सुनना,
एक-एक वचन को ह्रदय
में उतारना और उस
पर आचरण करना ही...
गुरु के वचनो का
सम्मान है ।
पांच पहर धंधा किया,
तीन पहर गए सोए ।
एक घड़ी ना सत्संग किया,
तो प्रित कहाँ से होए।।
🙏🌹🙏🌷🙏🌺🙏

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