1) ❛यहाँ सब खामोश हैं
कोई आवाज़ नहीं करता
सच बोलकर, कोई किसी को
नाराज़ नहीं करता❜
2) ❛दुनिया तो ख़ामोशी भी सुनती है,
लेकिन पहले धूम मचानी पड़ती है❜
3) ❛वो अफ़साना
जिसे अंजाम तक लाना ना हो मुमकिन
उसे इक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा❜
4) ❛एक सच...
तज़ुर्बा ग़लत फैसलों से बचाता है
उससे भी बड़ा सच...
तज़ुर्बा गलत फैसलों से ही आता है❜
5) ❛जीवन मे अपमान, असफलता,
धोखे जैसी बातों को सीधे गटक जायें
उन्हें चबाते रहेंगे, अर्थात याद करतें रहेंगें
तो आपका जीवन कड़वा ही होगा❜
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