1) मिलता तो बहुत है
इस जिंदगी में,
बस हम गिनती उसी की करते है,
जो हासिल न हो सका ...
2) दौलत सिर्फ रहन सहन का
स्तर बदल सकती है;
बुद्धि नियत और तकदीर नहीं ...
3) प्रेम, सम्मान और अपमान...
ये एक निवेश की तरह है,
जितना हम दूसरों को देते है,
वो हमें जरूर
ब्याज सहित वापस मिलता है ...
4) आलोचना मे छिपा हुआ "सत्य"
"और"
प्रशंसा में छिपा "झूठ"
यदि मनुष्य समझ जाये तो...
आधी समस्याओं का समाधान
अपने आप हो जायेगा।।
5) सफलता हमेशा आपको निजी तौर पर
गले लगाती है ... लेकिन असफलता आपको
हमेशा सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारती है ...
🍀 आपका दिन मंगलमय हो 🌸
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