'परिवर्तन का नियम...
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ज़िंदगी में कभी कभी ऐसा वक़्त भी आता है। जब इंसान अंदर से टूट जाता है। अंदर से मर सा जाता है।
ऐसा लगता है, सारी परेशनिया मेरी ज़िंदगी में ही क्यूँ है। ऐसा लगता है, मुसीबतों ने चारों तरफ़ से घेर लिया हो।
जैसे किसी चक्रवुह में फँस गए हो। हर चीज़ में फ़ेल हो जाते है.Relationship में , कैरीअर में हर चीज़ में हार जाते है।
ऐसा लगता है जैसे हर बात उलटी हो रही है, हर चीज़ ग़लत हो रही है।
और मेरे साथ ही ऐसा क्यूँ हो रहा है। ऐसे दुखो में उलझ के रह जाते है जैसे कोई रास्ता ही नही दिखाई देता।
लगता है कोई अपना नही यहाँ, जो मेरी प्रॉब्लम को solve कर सके।
मेरे दुःख को समझ सके, कई लोग तो इतने टूट जाते है अंदर से।
उन्हें लगता है ऐसी ज़िंदगी से तो हम मर जाए, अगर ज़िंदगी में इतने ही दुःख है तो क्या फ़ायदा ऐसे जीवन का।
एक बात आप हमेशा याद रखना, दुःख चाहे कितना भी बड़ा क्यूँ ना हो। पर हिम्मत दुःख से हमेशा बड़ी होती है।
जब भी आपकी ज़िंदगी में कोई दुःख आए, कोई परेशानी आए, तो अपनी हिम्मत को इतना बड़ा कर दो।
कि आप का दुःख उसके आगे छोटा पड़ जाए। हर इंसान को इस दौर से गुज़रना ही होता है।
ये परेशनिया, ये दुःख इंसान को अंदर से बहुत मज़बूत बना देती है।
ज़िंदगी में कभी आपके सामने कोई दरवाज़ा बंद हो जाए। तो समझ लेना कि अब कोई बड़ा दरवाज़ा खुलने वाला है।
लाइफ़ का कोई चैप्टर बंद हो जाए। कोई कहानी ख़त्म हो जाए तो टूटने की ज़रूरत नही है।
ये आपकी ज़िंदगी का सिर्फ़ एक चैप्टर है।
बस ज़रूरत है एक पेज पलटने की। जैसे ही आप एक पेज पलटेंगे आपकी ज़िंदगी में नया चैप्टर शुरू हो जाएगा।
जिसमें बहुत सारी नयी बातें होगी।
कभी हम रिश्तों में हार जाते है। कभी हम कैरीअर में हार जाते है। कभी अपनो से हार जाते है। कभी तो ज़िंदगी से ही हार जाते है।
जब कोई रिश्ता टूटता है या दिल टूटता है लोग उस दर्द को सह नही पाते।
और जब कुछ वक़्त गुज़र जाता है तो लोग कहते है अच्छा हुआ वो रिश्ता मेरी ज़िंदगी से चला गया।
अगर उस रिश्ते में हम रहते तो हमारी तो ज़िंदगी ख़राब हो जाती।
कई बार कुछ चीज़े हमारी ज़िंदगी में ऐसी होती है हमें लगता है कि हमारे साथ ऐसा क्यूँ हो रहा है।
आगे चलके वो चीज़े हमारे बेहतर भविष्य को लेकर आती है।
आप जितने भी सफल लोगों की कहानिया सुनेगे या पढ़ेगे, वो यही कहते है। अगर ज़िंदगी में हमने दुखो को नही देखा होता।
चुनौतियो का सामना ना किया होता तो आज हम इस मुक़ाम पर नही होते।
आपको लगता है ये मुसीबत, परेशानी, दर्द, दुःख मेरी ज़िंदगी में क्यूँ आयी है वो इसलिए आयी है कि आप अपने बेहतर भविष्य की तरफ़ देखे।
आप वहाँ से हट जाए, अभी जिस जगह आप है। क्योंकि जिस जगह आप है, वो जगह आपके लिए सही नही है।
जिसके इंसान के साथ आज आप है वो इंसान आपके लिए सही नही है। आपका बेहतर भविष्य आपका इंतज़ार कर रहा है।
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