Friday, November 7, 2014

क्या भारत का सिस्टम आम जनता को धोखा देता है ...???


आप खुद देखिये....

1- नेता चाहे तो 2 सीट से एक साथ चुनाव लड़ सकता है !!

लेकिन....
आप दो जगहों पर वोट नहीं डाल सकते,


2-आप जेल मे बंद हो तो वोट नहीं डाल सकते..

Lekin....
नेता जेल मे रहते हुए चुनाव लड सकता है.


3-आप कभी जेल गये थे,
तो
अब आपको जिंदगी भर कोई सरकारी
नौकरी नहीं मिलेगी,

Lekin....
नेता चाहे जितनी बार भी हत्या
या बलात्कार के मामले म े जेल
गया हो, वो प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति
जो चाहे बन सकता है,


4-बैंक में मामूली नौकरी पाने के लिये
आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है..

Lekin.....
नेता अंगूठा छाप हो तो भी भारत
का फायनेन्स मिनिस्टर बन सकता है.


5-आपको सेना में एक मामूली
सिपाही की नौकरी पाने के लिये

डिग्री के साथ 10 किलोमीटेर दौड़ कर
भी दिखाना होगा,

लेकिन....
नेता यदि अनपढ़-गंवार
और

लूला-लंगड़ा है तो भी वह आर्मी,
नेवी
और ऐयर फोर्स का चीफ

यानि
डिफेन्स मिनिस्टर बन सकता है

और
जिसके पूरे खानदान में आज तक
कोई स्कूल नहीं गया.. वो नेता

देश का शिक्षा मंत्री बन सकता है

और
जिस नेता पर हजारों केस चल
रहे हों..

वो नेता पुलिस डिपार्टमेंट
का चीफ यानि कि गृह मंत्री बन सकता है.


सारा कुछ लिखना चाहूँ तो लाखों
पेज भर जायेंगे....


यदि
आपको लगता है की इस सिस्टम
को बदल देना चाहिये..

नेता और जनता, दोनो के लिये
एक ही कानून होना चाहिये..

तो
इस संदेश को फार्वड करके देश
में जागरुकता लाने में अपना सहयोग दें..

 कुछ रिश्ते अंजाने में ही हो जाते है,
    पहले दिल फिर जिन्दगी से जुड़ जाते है,
    कहते है उस दौर को प्यार...
    जिसमें लोग जिन्दगी से भी प्यारे हो जाते है..


प्यार करने वालों की किस्मत बुरी होती है,
मुलाक़ात जुदाई से जुडी होती है,
वक़्त मिले तो प्यार की किताब पढ़ लेना,
हर प्यार करने वाले की कहानी अधूरी होती है |



दिल किसी से तब ही लगाना;
जब दिलों को पढ़ना सीख लो;
वरना हर एक चेहरे की फितरत में;
ईमानदारी नहीं होती।



टूटे हुए दिल ने भी उसके लिए दुआ मांगी,
मेरी साँसों ने हर पर उसकी ख़ुशी मांगी..
न जाने कैसी दिल्लगी थी उस बेवफा से,
के मैंने आखिरी ख्वाहिश में
भी उसकी वफ़ा मांगी..



क्या मिलना ऐसे लोगो से जिनकी फितरत छुपी रहे,
नकली चेहरा सामने आये और असली सूरत छुपी रहे..


कोई कबतक महज़ सोचे कोई कबतक महज गाए
ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤइलाही क्या मुमकिन है कि कुछ वैसा भी हो जाये

ㅤㅤㅤㅤमेरा महताब उसकी रात के आगोश में पिघले
ㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤㅤमैं उसकी नींद में जांगू वो मुझमे खुल के सो जाये !!




मैने कभी किसीको अपने दिल से दूर नही किया,बस जिनका दिल भर गया वो मुझसे दूर हो गया !!!..




यूँ तो बेवजह तारीफ़ मैं करता नही,,,पर आज ये शायर दिल मजबूर है...
आज तक नही किया नशा जिसने,,,आज तेरे हुस्न के नशे में चूर है..!



कैसे बयान करे आलम दिल की बेबसी का,
वो क्या समझे दर्द आंखों की नमी का..
ऊनके चाहने वाले ईतने हो गये की…..
उन्हे एहसास नहीं हमारी कमी का…

Thursday, November 6, 2014

कहते है -
     शब्दों के दांत नहीं होते है
      लेकिन शब्द जब काटते है
        तो दर्द बहुत होता है और कभी कभी
           घाव इतने गहरे हो जाते है की
              जीवन समाप्त हो जाता है
                परन्तु घाव नहीं भरते.............

इसलिए जीवन में जब भी बोलो मीठा बोलो मधुर बोलों
@@@@@@@@"@@@@@

'शब्द' 'शब्द' सब कोई कहे,
'शब्द' के हाथ न पांव;

एक 'शब्द' 'औषधि" करे,
और एक 'शब्द' करे 'सौ' 'घाव"...!

"जो 'भाग्य' में है वह भाग कर आएगा..,
जो नहीं है वह आकर भी भाग 'जाएगा"..!

प्रभू' को भी पसंद नहीं
'सख्ती' 'बयान' में,
इसी लिए 'हड्डी' नहीं दी,
किसी की 'जुबान' में...!



गाय हमारी
 COW बन गयी,

                    शर्म हया अब
                  WOW बन गयी,

  काढ़ा हमारा
CHAI बन गया,

                     छोरा बेचारा
                   GUY बन गया,


    योग हमारा
 YOGA बन गया,

                     घर का जोगी
                  JOGA बन गया,

 भोजन 100 रु.
PLATE बन गया,

         ..हमारा भारत
       GREAT बन गया..


  घर की दीवारेँ
 WALL बन गयी,

          दुकानेँ
SHOPING MALLबन गयीँ,

                        गली मोहल्ला
                    WARD बन गया,

    ऊपरवाला
LORD बन गया,

  माँ हमारी
 MOM बन गयी,

                             छोरियाँ
        ITEM BOMB बन गयीँ,

  तुलसी की जगह
 मनी प्लांट ने ले ली..!

                    चाची की जगह
                    आंटी ने ले ली..!

पिता जी डेड हो गये..!
           भाई तो अब ब्रो हो गये..!
         बेचारी बेहन भी अब
          सिस हो गयी..!

     दादी की लोरी तो अब
     टांय टांय फिस्स हो गयी..!

टी वी के सास बहू में भी
 अब साँप नेवले का रिश्ता है..!
                पता नहीं एकता कपूर
           औरत है या फरिश्ता है..!!!


   जीती जागती माँ बच्चों के
      लिए ममी हो गयी..!

        रोटी अब अच्छी कैसे लगे
 मैग्गी जो इतनी यम्मी हो गयी..!

गाय का आशियाना अब
      शहरों की सड़कों पर बचा है..!

             विदेशी कुत्तों ने लोगों के
   कंधों पर बैठकर इतिहास रचा है..!

    बहुत दुखी हूँ ये सब देखकर
          दिल टूट रहा है..!

      हमारे द्वारा ही हमारी
      भारतीय सभ्यता का
       साथ छूट रहा है.....  

          
            एक मेसेज
    भारतीय सभ्यता के नाम....
कल्पना कीजिये

एक बैंक अकाउंट की

जिसमे रोज सुबह

आपके लिए कोई

86,400 रुपये

जमा कर देता है ।



लेकिन शर्त ये है की

इस अकाउंट का बैलेंस

कैरी फॉरवर्ड नहीं होगा,

यानि दिन के अंत में

बचे पैसे आपके लिए

अगले दिन उपलब्ध नहीं रहेंगे ।

और

हर शाम इस अकाउंट में

बचे हुए पैसे आपसे

वापस ले लिए जाते हैं।



ऐसे सिचुएशन में

आप क्या करेंगे ?

जाहिर है आप

एक-एक पैसा निकल लेंगे।



है ना ?



हम सब के पास

एक ऐसा ही बैंक है,

इस बैंक का नाम है

" समय".



हर सुबह समय हमको

86,400 सेकण्ड्स देता है।

और हर रात्रि ये

उन सारे बचे हुए सेकण्ड्स

जिनको आपने

किसी बहतरीन मकसद के लिए

इस्तेमाल नहीं किया है,

हमसे छीन लेती है।

ये कुछ भी बकाया समय

आगे नहीं ले जाती है।



हर सुबह आपके लिए

एक नया अकाउंट खुलता है,

और

अगर आप हर दिन के

जमा किये गए सेकण्ड्स को

ठीक से इस्तेमाल करने में

असफल होते हैं

तो ये हमेशा के लिए

आपसे छीन लिया जाता है।



अब निर्णय आपको करना है

की दिए गए 86,400 सेकण्ड्स

का आप उपयोग करना चाहते हैं



या फिर



इन्हें गंवाना चाहते हैं,

क्यूंकि एक बार खोने पर

ये समय

आपको कभी वापस नहीं मिलेगा।



आप हर दिन

दिए गए 86,400 सेकण्ड्स का

बेहतरीन इस्तेमाल

कैसे करना चाहेंगे??



एक प्यारी सी कविता

वक़्त पर ...





" वक़्त नहीं "



हर ख़ुशी है लोंगों के दामन में ,

पर एक हंसी के लिये वक़्त नहीं .

दिन रात दौड़ती दुनिया में ,

ज़िन्दगी के लिये ही वक़्त नहीं .



सारे रिश्तों को तो हम मार चुके,

अब उन्हें दफ़नाने का भी वक़्त नहीं ..



सारे नाम मोबाइल में हैं ,

पर दोस्ती के लिये वक़्त नहीं .

गैरों की क्या बात करें ,

जब अपनों के लिये ही वक़्त नहीं .



आखों में है नींद भरी ,

पर सोने का वक़्त नहीं .

दिल है ग़मो से भरा हुआ ,

पर रोने का भी वक़्त नहीं .



पैसों की दौड़ में ऐसे दौड़े,

कि थकने का भी वक़्त नहीं .

पराये एहसानों की क्या कद्र करें ,

जब अपने सपनों के लिये ही वक़्त नहीं



तू ही बता ऐ ज़िन्दगी ,

इस ज़िन्दगी का क्या होगा,

कि हर पल मरने वालों को ,

जीने के लिये भी वक़्त नहीं ..



HAVE A MEANINGFUL LIFE...
🔆🌱🔆🌱🔆🌱🔆🌱🔆🌱🔆


           बिंदास मुस्कुराओ क्या ग़म हे,..
         ज़िन्दगी में टेंशन किसको कम हे.
          अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम हे..
   जिन्दगी का नाम ही कभी ख़ुशी कभी गम हे।

जब मैं छोटा था,
शायद दुनिया
बहुत बड़ी हुआ करती थी..

मुझे याद है
मेरे घर से "स्कूल" तक का
 वो रास्ता,

क्या क्या
 नहीं था वहां,
चाट के ठेले,
जलेबी की दुकान,
बर्फ के गोले
 सब कुछ,

अब वहां
"मोबाइल शॉप",
"विडियो पार्लर" हैं,

फिर भी
सब सूना है..

शायद
अब दुनिया
सिमट रही है...
.
.
.

जब
मैं छोटा था,
शायद
शामें बहुत लम्बी
हुआ करती थीं...

मैं हाथ में
पतंग की डोर पकड़े,
घंटों उड़ा करता था,

वो लम्बी
 "साइकिल रेस",
वो बचपन के खेल,

वो
हर शाम
थक के चूर हो जाना,

अब
शाम नहीं होती,

दिन ढलता है
और
सीधे रात हो जाती है.

शायद
वक्त सिमट रहा है..

जब
मैं छोटा था,
शायद दोस्ती
बहुत गहरी
हुआ करती थी,

दिन भर
वो हुजूम बनाकर
खेलना,

वो
दोस्तों के
घर का खाना,

वो
लड़कियों की
बातें,

वो
साथ रोना...

अब भी
मेरे कई दोस्त हैं,
पर दोस्ती
जाने कहाँ है,

जब भी
"traffic signal"
पर मिलते हैं
"Hi" हो जाती है,

और
अपने अपने
रास्ते चल देते हैं,

होली,
दीवाली,
जन्मदिन,
नए साल पर
बस SMS आ जाते हैं,

शायद
अब रिश्ते
बदल रहें हैं..
.ं
जब
मैं छोटा था,
तब खेल भी
अजीब हुआ करते थे,

छुपन छुपाई,
लंगडी टांग,
पोषम पा,
टिप्पी टीपी टाप.
अब
internet, office,
से फुर्सत ही नहीं मिलती..

शायद
ज़िन्दगी
बदल रही है.
.
.
जिंदगी का
सबसे बड़ा सच
यही है..
जो अकसर क़ब्रिस्तान के बाहर
बोर्ड पर
लिखा होता है...

"मंजिल तो
यही थी,
बस
जिंदगी गुज़र गयी मेरी
यहाँ आते आते"
.
ज़िंदगी का लम्हा
बहुत छोटा सा है...

कल की
कोई बुनियाद नहीं है
और आने वाला कल
सिर्फ सपने में ही है..

अब
बच गए
इस पल में..

तमन्नाओं से भर
इस जिंदगी में
हम सिर्फ भाग रहे हैं.

कुछ रफ़्तार
धीमी करो,
मेरे दोस्त,

और
इस ज़िंदगी को जियो..
खूब जियो मेरे दोस्त..... ।।

🍀Beautiful lines by Guru Granth Sahib 🍀:
Apne gam ki Numaish na kar,
Apne nasib ki Azmaish na kar,
Jo tera hai tere Pas khud ayega,
Har roz usse pane Ki khwaish na kar,
Taqdir badal jayegi apne aap hi ae dost,

Muskrana sikh le,
wajah ki talaash na kar...


🌹(Ek onkar)🌹 - God is one

🌹(Satnam)🌹- His name is true.

🌹(Karta Purakh)🌹- He is maker of d whole world.

🌹(Nirbhau)🌹- He is Fearless.

🌹(Nirvair)🌹- He never hates any1.

🌹(Akaal Murat)🌹- He is beyond the time. He is immortal.

🌹(Ajooni)🌹- He is neither born nor dies.

🌹(Saibhang)🌹- Neither any1 has created him nor any1 gave him birth. He is self created.

🌹(Gurparsad)🌹- Only True Guru can help us to meet Him!

Send it to maximum people so that everyone knows the meaning of such a beautiful prayer.... !!🙏🙏🙏🙏😊😊😊😊😊😊🌾🌹🌾🌾🌾🌹
please jarur padna~

1 मिनट लगेगा जरूर पढेँ
~
अच्छा लगे तो Share करना न भूलेँ ।
एक डॉक्टर को जैसे ही एक
urgent सर्जरी के बारे में फोन करके बताया गया.
वो जितना जल्दी वहाँ आ
सकते थे आ गए.
वो तुरंत हि कपडे बदल
कर ऑपरेशन थिएटर की और बढे.
डॉक्टर को वहाँ उस लड़के के पिता दिखाई दिए
जिसका इलाज होना था.
पिता डॉक्टर को देखते ही भड़क उठे,
और चिल्लाने लगे.. "आखिर इतनी देर तक कहाँ थे आप?
क्या आपको पता नहीं है की मेरे बच्चे की जिंदगी खतरे में है .
क्या आपकी कोई जिम्मेदारी नहीं बनती..
आप का कोई कर्तव्य है
या नहीं ? ”
डॉक्टर ने हलकी सी मुस्कराहट के साथ कहा- “मुझे माफ़
कीजिये, मैं
हॉस्पिटल में नहीं था.
मुझे जैसे ही पता लगा,
जितनी जल्दी हो सका मैं
आ गया..
अब आप शांत हो जाइए, गुस्से से कुछ नहीं होगा”
ये सुनकर पिता का गुस्सा और चढ़ गया.
भला अपने बेटे की इस नाजुक हालत में वो शांत कैसे रह सकते थे…
उन्होंने कहा- “ऐसे समय में दूसरों
को संयम रखने का कहना बहुत आसान है.
आपको क्या पता की मेरे मन में क्या चल रहा है.. अगर
आपका बेटा इस तरह मर रहा होता तो क्या आप
इतनी देर करते..
यदि आपका बेटा मर जाए
अभी, तो आप शांत रहेगे?
कहिये..”
डॉक्टर ने स्थिति को भांपा और कहा- “किसी की मौत और
जिंदगी ईश्वर
के हाथ में है.
हम केवल उसे बचाने का प्रयास कर सकते है.. आप ईश्वर से
प्राथना कीजिये.. और मैं अन्दर जाकर ऑपरेशन करता हूँ…” ये
कहकर डॉक्टर अंदर चले गए..
करीब 3 घंटो तक ऑपरेशन चला..
लड़के के पिता भी धीरज के साथ बाहर बैठे रहे..
ऑपरेशन के बाद जैसे
ही डाक्टर बाहर निकले..
वे मुस्कुराते हुए, सीधे पिता के पास गए..
और उन्हें कहा- “ईश्वर का बहुत ही आशीर्वाद है.
आपका बेटा अब ठीक है.. अब आपको जो
भी सवाल पूछना हो पीछे आ रही नर्स से पूछ लीजियेगा..
ये कहकर वो जल्दी में चले गए..
उनके बेटे की जान बच
गयी इसके लिए वो बहुत खुश तो हुए..
पर जैसे ही नर्स उनके पास आई.. वे बोले.. “ये कैसे डॉक्टर है..
इन्हें किस बात का गुरुर है.. इनके पास हमारे लिए
जरा भी समय नहीं है..”
तब नर्स ने उन्हें बताया..
कि ये वही डॉक्टर है जिसके
बेटे के साथ आपके बेटे का एक्सीडेँट हो गया था.....
उस दुर्घटना में इनके बेटे
की मृत्यु हो गयी..
और हमने जब उन्हें फोन किया गया..
तो वे उसके क्रियाकर्म कर
रहे थे…
और सब कुछ जानते हुए भी वो यहाँ आए और आपके बेटे का इलाज
किया...
नर्स की बाते सुनकर बाप की आँखो मेँ खामोस आँसू
बहने लगे ।
मित्रो ये होती है इन्सानियत ""
जो भी मित्र शेयर करे वो GROUP मेँ अपना नाम जरुर बताए ।।
जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे मत लीजिये,
जीने का शौक भी रखिये..
शमशान ऐसे लोगो की राख से..
भरा पड़ा है
जो समझते थे.....
दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती..

एक बार की बात है की एक घना पतला छोरा डॉक्टर के पास गया और बोला जी मेरा इलाज कर दो!

डॉक्टर ने कहा,” हम यहाँ इलाज़ करने के लिए ही बैठे हैं
 बता के बीमारी है?”

छोरे ने कहा,”जी मेरी टांग मैं बीमारी सै !

डॉक्टर बोल्या,” दिखा आपनी टांग”

उस पतले छोरे ने कहा,” जी आप हंस पडोगे मेरी टांग देखते ही!”

डॉक्टर बोल्या ,” कोन्या हसूँ !” और जे हान्स पड़ा तो आधी फीस माफ़!

छोरे ने आपनी टांग दिखाई, और डॉक्टर उसकी पतली पतली हॉकी जैसी टांग देख के हान्स पडा और बोल्या तेरी आधी फीस माफ़ हो गयी , अच्छा बता के बीमारी सै?”

छोरा बोल्या जी बीमारी सुनोगे और आप फेर हंसोगे – डॉक्टर बोल्या अगर मैं तेरी बीमारी सुन के हान्स पड़ा तो पूरी फीस माफ !

छोरा बोल्या – जी ये टांग सूज रही हैं !!
एक कलाकार था....
उसके घर पर बहुत मच्छर हो गये, तो उनसे परेशान होकर उसने मच्छरदानी लगानी शुरू की, अब हुआ यूँ कि, भाई साहब की मच्छरदानी में एक छेद हो गया....

अब उसमें से मच्छर अन्दर आते और काटते, सो तकलीफ जस की तस रही....

सिलाई करना आता नहीं था, अब करे तो करे क्या??
आखिर उसके कलाकार दिल ने एक उपाय ढूंढ ही निकाला, उसने उस छेद के सामने एक और छेद कर दिया....

और एक छोटी पाइप लेकर आरपार रख दी, अब मच्छर एक छेद में से जाते दुसरे में से बाहर ....

ये कहानी तो यहाँ पूरी हो गयी....

लेकिन काश हम भी अपने दिमाग में एक ऐसी खिड़की रख सकें,
एक ऐसी आरपार वाली पाइप रख सके....
हमें चुभने वाले, काटने वाले.... परेशान करने वाले विचारों को ऐसे ही बायपास कर दे....
तो जीवन कितना सुन्दर हो..!!
Chetan bhagat's Beautiful message!

ߒStay away from Anger..
It hurts ..Only You!

ߒIf you are right then there is no need to get angry,

ߒAnd if you are wrong then you don't have any right to get angry.

ߒPatience with family is love,

ߒPatience with others is respect.

ߒPatience with self is confidence and Patience with GOD is faith.

ߒNever Think Hard about the PAST, It brings Tears...

ߒDon't think more about the FUTURE, It brings Fear...

ߒLive this Moment with a Smile,It brings Cheer.

ߒEvery test in our life makes us bitter or better,

ߒEvery problem comes to make us or break us,

ߒThe choice is ours whether we become victims or victorious.

ߒBeautiful things are not always good but good things are always beautiful

ߒDo you know why God created gaps between fingers?

ߒSo that someone who is special to you comes and fills those gaps by holding your hand forever.

ߒHappiness keeps You Sweet..But being sweet brings happiness.

Do Share it with all the Good People In your life.
Today is Charlie Chaplin's 125th birthday - a good day to recollect his 3 heart-touching statements:-

(1) Nothing is permanent in this world, not even our troubles.

(2) I like walking in the rain, because nobody can see my tears.

(3) The most wasted day in life is the day in which we have not laughed.

Keep smiling and pass this message to everyone whom you want to see smiling too.
: यदि कबीर जिन्दा होते तो आजकल के दोहे यह
होते :-
पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज!
कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!!
भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास!
बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!!
मंदिर में पूजा करें, घर में करें कलेश!
बापू तो बोझा लगे, पत्थर लगे गणेश!!
बचे कहाँ अब शेष हैं, दया, धरम, ईमान!
पत्थर के भगवान हैं, पत्थर दिल इंसान!!
पत्थर के भगवान को, लगते छप्पन भोग!
मर जाते फुटपाथ पर, भूखे, प्यासे लोग!!
फैला है पाखंड का, अन्धकार सब ओर!
पापी करते जागरण, मचा-मचा कर शोर!
पहन मुखौटा धरम का, करते दिन भर पाप!
भंडारे करते फिरें, घर में भूखा बाप!!

A Sick Leave letter from Pashabhai Patel to his Manager

Dear Manager Saheb
Sending you this leave letter
I will not come as my eyes have come ' if I come with my eyes coming then your eyes will come & you will not come as then Still if you come with your coming eyes all eyes will come & all will not come . so I will not come and all will come . I will come back when my coming eyes will go & all will come without their eyes coming

yours Sincerely
Pasahabhai Patel
चिड़िया जब जीवित रहती है तब
वो चिंटी को खाती है चिड़िया जब मर जाती है तब
चींटिया उसको खा जाती है। इसलिए इस बात का ध्यान
रखो की समय और स्तिथि कभी भी बदल सकते है इसलिए
कभी किसी का अपमान मत करो कभी किसी को कम मत आंको।
तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
एक पेड़ से लाखो माचिस की तीलिया बनाई जा सकती है पर एक
माचिस की तिल्ली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।
कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत
कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।
*कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
*रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
*दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
*दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया ।
*दिया संसार चलाने देवी-देवताओं को, तो उनसे भी मोक्ष छीन
लिया ।
*मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान' भगवान ने तेरे
और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना के, मिट्टी में मिला दिए ।

Nice Story 
SUPERB

A Bar Opened Opposite a Church!!!

The Church Prayed Daily against the bar business.

Days later the bar was struck by lightning & caught fire which destroyed it.

Bar Owner Sued the Church Authorities for the cause of its destruction, as it was an action because of their Prayer.

The Church Denied all Responsibility!!!

So, the judge commented,

"It's Difficult to Decide the Case because here we have a Bar Owner Who Believes in the Power of Prayer & an Entire Church that Doesn't Believe in it"

One more Exam season starts in few days..Tension is already mounting in every household..

Let's try to make it different this time.

1⃣ Whenever u feel like scolding or beating your child, take a deep breath, or count 1-10 and then act.
2⃣ Let's ask them to study their favorite subject on their own..
3⃣ Send them to one paper without studying at all..
4⃣ Remember what our kids are learning in 5th std is taught to 7th std abroad..
5⃣ Lets keep our kids out of unwanted competition.
6⃣ 80% of what kids are learning ,won't be useful to them in future..
7⃣ Our kids can really afford to do whatever they want to do in future .
8⃣ Higher degrees don't guaranty success and happiness..
9⃣ Not all the highly educated people do well professionally.
And not all those who do well professionally are the happiest ones..
🔟 Kids are always in a party mood.. don't spoil it .

Pass this on to as many parents as u can..


Nice Story

अमेरिका की बात हैं. एक युवक को व्यापार में बहुत नुकसान उठाना पड़ा.

उसपर बहुत कर्ज चढ़ गया, तमाम जमीन जायदाद गिरवी रखना पड़ी . दोस्तों ने भी मुंह फेर लिया,

जाहिर हैं वह बहुत हताश था. कही से कोई राह नहीं सूझ रही थी.

आशा की कोई किरण दिखाई न देती थी.

एक दिन वह एक park में बैठा अपनी परिस्थितियो पर चिंता कर रहा था.

तभी एक बुजुर्ग वहां पहुंचे. कपड़ो से और चेहरे से वे काफी अमीर लग रहे थे.

बुजुर्ग ने चिंता का कारण पूछा तो उसने अपनी सारी कहानी बता दी.

बुजुर्ग बोले -” चिंता मत करो. मेरा नाम John D. Rockefeller है.
मैं तुम्हे नहीं जानता,पर तुम मुझे सच्चे और ईमानदार लग रहे हो. इसलिए मैं तुम्हे दस लाख डॉलर का कर्ज देने को तैयार हूँ.”

फिर जेब से cheque book निकाल कर उन्होंने रकम दर्ज की और उस व्यक्ति को देते हुए बोले, “नौजवान, आज से ठीक एक साल बाद हम ठीक इसी जगह मिलेंगे. तब तुम मेरा कर्ज चुका देना.”

इतना कहकर वो चले गए.

युवक shocked था. Rockefeller
तब America के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे.

युवक को तो भरोसा ही नहीं हो रहा था की उसकी लगभग सारी मुश्किल हल हो गयी.

उसके पैरो को पंख लग गये.

घर पहुंचकर वह अपने कर्जो का हिसाब लगाने लगा.

बीसवी सदी की शुरुआत में 10 लाख डॉलर बहुत बड़ी धनराशि होती थी और आज भी है.

अचानक उसके मन में ख्याल आया. उसने सोचा एक अपरिचित व्यक्ति ने मुझपे भरोसा किया,

पर मैं खुद पर भरोसा नहीं कर रहा हूँ.

यह ख्याल आते ही उसने चेक को संभाल कर रख लिया.

उसने निश्चय कर लिया की पहले वह अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेगा,

पूरी मेहनत करेगा की इस मुश्किल से
निकल जाए. उसके बाद भी अगर कोई चारा न बचे तो वो cheque use करेगा.

उस दिन के बाद युवक ने खुद को झोंक दिया.

बस एक ही धुन थी,

किसी तरह सारे कर्ज चुकाकर अपनी प्रतिष्ठा को फिर से पाना हैं.

उसकी कोशिशे रंग लाने लगी. कारोबार उबरने लगा, कर्ज चुकने लगा. साल भर बाद तो वो पहले से भी अच्छी स्तिथि में था.

निर्धारित दिन ठीक समय वह बगीचे में पहुँच गया.

वह चेक लेकर Rockefeller की राह देख रहा था

की वे दूर से आते दिखे.

जब वे पास पहुंचे तो युवक ने बड़ी श्रद्धा से उनका अभिवादन किया.

उनकी ओर चेक बढाकर उसने कुछ कहने के लिए मुंह खोल ही था की एक नर्स भागते हुए आई

और

झपट्टा मरकर वृद्ध को पकड़ लिया.

युवक हैरान रह गया.

नर्स बोली, “यह पागल बार बार पागलखाने से भाग जाता हैं

और

लोगो को जॉन डी . Rockefeller के रूप में cheque बाँटता फिरता हैं. ”

अब वह युवक पहले से भी ज्यादा हैरान रह गया.

जिस cheque के बल पर उसने अपना पूरा डूबता कारोबार फिर से खड़ा किया,वह

फर्जी था.

पर यह बात जरुर साबित हुई की वास्तविक जीत हमारे इरादे , हौंसले और प्रयास में ही होती हैं.
हम सभी यदि खुद पर विश्वास रखे तो यक़ीनन

किसी भी असुविधा से, situation से निपट सकते है.


" हमेशा हँसते रहिये,
एक दिन ज़िंदगी भी
आपको परेशान
करते करते थक जाएगी ।"

आइये आज आपको "धरती पर भगवान हैं सिद्ध करके दिखाता हूँ" :

१. "अमरनाथजी" में शिवलिंग अपने आप बनता है
२. "माँ ज्वालामुखी" में हमेशा ज्वाला निकलती है
३. "मैहर माता मंदिर" में रात को आल्हा अब भी आते हैं
४. सीमा पर स्थित तनोट माता मंदिर में 3000 बम में से एक
का ना फूटना
५. इतने बड़े हादसे के बाद भी "केदारनाथ मंदिर" का बाल ना बांका होना
६. पूरी दुनियां मैं आज भी सिर्फ "रामसेतु के पत्थर" पानी में तैरते हैं
७. "रामेश्वरम धाम" में सागर का कभी उफान न मारना
८. "पुरी के मंदिर" के ऊपर से किसी पक्षी या विमान का न निकलना
९. "पुरी मंदिर" की पताका हमेशा हवा के विपरीत दिशा में उड़ना
१०. उज्जैन में "भैरोंनाथ" का मदिरा पीना
११. गंगा और नर्मदा माँ (नदी) के पानी का कभी खराब न होना

(अब जिसका मन करे "प्रभु" का नाम लेकर इस पोस्ट को शेयर करता चले)
: True Lines On Zindagi

Rishte or Raste
zindagi ke do pahlu hai
kabhi rishte nibhate-2 raste kho jate hain

Toh
Kabhi raston par chalte chalte rishte ban jate Hain
Kuch ko rishte raas aa jate hain or kisi ko raste..!



Fark bas itna hai..
Rastoo ke dukh bardast ho jate hain
Aur rishto ke dukh sahan nai hote



: कभी कभी यूं भी हमने अपने जी को बहलाया है
जिन बातों को ख़ुद नहीं समझे औरों को समझाया है
हम से पूछो इज़्ज़त वालों की इज़्ज़त का हाल कभी
हमने भी इस शहर में रह कर थोड़ा नाम कमाया है



में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना
आता जाता रहे यहाँ इतना समझा देना !
में उसके गम में शरीक हूँ
पर मेरा गम न उसे बता देना,
जिन्दगी कागज की किश्ती सही,
शक में न बहा देना !


"LIFE is just ONCE!"

Take Chances!

Tell The Truth!

Learn To Say No!

Spend Your Money On The Things You Love!

Get To Know Someone Random!

Say I Love You To Someone In Life!
Feel The True Love!

Tell The Idiot How He/She Hurts You!

Abuse Someone Who Deserves It!

Sit Alone, Watch The Rain 'n Cry!

Laugh Till Your Stomach Pains!

Dance Even If You Are Too Bad At It!

Pose Stupidly For Photos!

Give Someone A Hug When They Need It n Make Sure You Get one When You Do!

Be Naughty Like Child.

Live It, Love It!
Because, "LIFE is just ONCE!".  

HappY MorninG, 
"LIFE is just ONCE!"

Take Chances!

Tell The Truth!

Learn To Say No!

Spend Your Money On The Things You Love!

Get To Know Someone Random!

Say I Love You To Someone In Life!
Feel The True Love!

Tell The Idiot How He/She Hurts You!

Abuse Someone Who Deserves It!

Sit Alone, Watch The Rain 'n Cry!

Laugh Till Your Stomach Pains!

Dance Even If You Are Too Bad At It!

Pose Stupidly For Photos!

Give Someone A Hug When They Need It n Make Sure You Get one When You Do!

Be Naughty Like Child.

Live It, Love It!
Because, "LIFE is just ONCE!".  

HappY MorninG, 
श्री गुरू नानक देव जी

## प्रकाश ##

*.जन्मः1469ईस्वी
*.जन्म स्थानः राये भौंए की तलवण्डी,ननकाणा साहिब(पाकिस्तान)
*.माता जी का नामः माता तृप्ता जी
*.पिता जी का नामः महता कालू जी
*.बहिन का नामः नानकी जी
*.विवाह कब हुआः1487
*.पत्नी का नामः सुलखनी जी (सुलक्षनी देवी जी)
*.कितनी सन्तान थीः दो पुत्र*

.सन्तानों का नामः 1. श्रीचन्द जी2. लखमीदास जी
*.बड़े पुत्र श्रीचन्द का जन्म कब हुआः1494
*.छोटे पुत्र लक्ष्मीदास का जन्म कब हुआः1496
*.अध्यापकों के नामः गोपाल दास,बृजलाल,मौलवी कुतुबददीन
*.कितनी प्रचार यात्राएँ(उदासियाँ)कीः4यात्राएँ

*.पहली प्रचार यात्रा कब कीः1497
*.दूसरी प्रचार यात्रा कब कीः1511
*.तीसरी प्रचार यात्रा कब कीः1516
*.चौथी प्रचार यात्रा कब कीः1518
*.गीता का पाठ कितनी उम्र में सुनाया थाः8वर्ष

*.पहली उदासीः सनातनी हिन्दू धार्मिक केन्द्रों की ओर
*.दूसरी उदासीः बौद्ध धार्मिक केन्द्रों की ओर
*.तीसरी उदासीः योगियों और नाथों के धार्मिक केन्द्रों की ओर
*.चौथी उदासीः इस्लामी धार्मिक केन्द्रों की ओर

*.गुरबाणी का बीज बोया
*.एक ओंकार की स्तुति
*.संगत-पंगत की स्थापना
*.गुरू परम्परा की शुरूआत
*.परमात्मा का नाम जपने को ही सच्ची आरती बताया।

*.मुख्य बाणीः श्री जपुजी साहिब जी(पाँच बाणी के पाठ में शामिल है)
*.बहिन नानकी के पति(जीजा)का नामः जैराम
*.बाणी में योगदानः974शबद19रागों में*.
मूलमँत्र के कर्ताधर्ता
*.दूसरा गुरू किसे बनायाः भाई लहणा(श्री गुरू अंगद देव जी)
*.सबसे पहले संगत या गुरूद्वारे की स्थापना श्री करतारपुर साहिब जी में की।

*.भाई मरदाना जी हर समय इनके साथ ही रहते थे।
*.सबसे पहला मिशनरी केन्द्र(मन्जी)भाई लालो के घर में जो कि पश्चिम पँजाब में है,स्थापित किया था।
*.उस पर्वत का नाम जहां पर सिद्धों से गोष्ठि हुई थीः कैलाश(सुमेर पर्वत)
*.सिद्धों के संवाद गुरबाणी में किस नाम से दर्शाए गए हैः सिद्ध गोष्ठि
*.किस शासक के समकालीन थेः बाबर

*.गुरू जी अपनी प्रचार यात्रा के दौरान जब गोरखमत्ता पहुँचे तो वहाँ के योगियों ने उस स्थान का नाम नानक मत्ता ही रख दिया।

*.कौनसा नगर बसायाः श्री करतारपुर साहिब जी
*.जोती-जोत कब समाएः1539
*.जोती जोत कहाँ समाएः श्री करतारपुर साहिब जी

MISSION CHARDIKALA

 Bol pyareya
Dhan Guru Nanak
Bol sangte
Dhan Guru Nanak
 Sara jag tareya
Dhan Guru Nanak
 Kal taaran aaya
Dhan Guru Nanak
 Paalan haar
Dhan Guru Nanak
Taaranhaar
Dhan Guru Nanak
 Bakhshanhaar
Dhan Guru Nanak
 Tu hi nirankaar
Dhan Guru Nanak
 Pehli Jot
Dhan Guru Nanak
Talwandi vaasi
Dhan Guru Nanak
 Kate churaasi
Dhan Guru Nanak
Sarap di chhaya
Dhan Guru Nanak
 Sachcha sauda
Dhan Guru Nanak
 Tera hi tera
Dhan Guru Nanak
 Mithe reethe
Dhan Guru Nanak
Kaoda tareya
Dhan Guru Nanak
 Makka firaya
Dhan Guru Nanak
 Naam japaya
Dhan Guru Nanak
Saara jag tareya
Dhan Guru Nanak
Tu hi nirankaar
Dhan Guru Nanak
 Dhan Guru Nanak
Dhan Guru Nanak
 Saare bolo
Dhan Guru Nanak
 Dhan Guru Nanak
Dhan Guru Nanak


Wednesday, November 5, 2014

: True Lines On Zindagi

Rishte or Raste
zindagi ke do pahlu hai
kabhi rishte nibhate-2 raste kho jate hain

Toh
Kabhi raston par chalte chalte rishte ban jate Hain
Kuch ko rishte raas aa jate hain or kisi ko raste..!



Fark bas itna hai..
Rastoo ke dukh bardast ho jate hain
Aur rishto ke dukh sahan nai hote



: कभी कभी यूं भी हमने अपने जी को बहलाया है
जिन बातों को ख़ुद नहीं समझे औरों को समझाया है
हम से पूछो इज़्ज़त वालों की इज़्ज़त का हाल कभी
हमने भी इस शहर में रह कर थोड़ा नाम कमाया है



में खफा नहीं हूँ जरा उसे बता देना
आता जाता रहे यहाँ इतना समझा देना !
में उसके गम में शरीक हूँ
पर मेरा गम न उसे बता देना,
जिन्दगी कागज की किश्ती सही,
शक में न बहा देना !


स्वयं विचार कीजिये :-
इतना कुछ होते हुए भी
शब्दकोश में असंख्य शब्द होते हुए भी...
मौन होना सब से बेहतर है।

दुनिया में हजारों रंग होते हुए भी...
सफेद रंग सब से बेहतर है।

खाने के लिए दुनिया भर की चीजें होते हुए भी...
उपवास शरीर के लिए सबसे बेहतर है।

पर्यटन के लिए रमणीक स्थल होते हुए भी..
पेड़ के नीचे ध्यान लगाना सबसे बेहतर है।

देखने के लिए इतना कुछ होते हुए भी...
बंद आँखों से भीतर देखना सबसे बेहतर है।

सलाह देने वाले लोगों के होते हुए भी...
अपनी आत्मा की आवाज सुनना सबसे बेहतर है।

जीवन में हजारों प्रलोभन होते हुए भी...
सिद्धांतों पर जीना सबसे बेहतरहै।

इंसान के अंदर जो समा जायें वो
             " स्वाभिमान "
                    और
जो इंसान के बहार छलक जायें वो
             " अभिमान "

🌱🌱🌱🌱

~*~ काँच की बरनी और दो पेग दारु ~*~

एक बोध कथा

जीवन में जब सब कुछ एक साथ और जल्दी - जल्दी करने की इच्छा होती है , सब कुछ तेजी
से पा लेने की इच्छा होती है , और हमें लगने लगता है कि दिन के चौबीस घंटे भी कम
पड़ते हैं , उस समय ये बोध कथा , " काँच की बरनी और दो पेग दारु " हमें याद आती
है ।

दर्शनशास्त्र के एक प्रोफ़ेसर कक्षा में आये और उन्होंने छात्रों से कहा कि वे
आज जीवन का एक महत्वपूर्ण पाठ पढाने वाले हैं ...

उन्होंने अपने साथ लाई एक काँच की बडी़ बरनी ( जार ) टेबल पर रखा और उसमें
टेबल टेनिस की गेंदें डालने लगे और तब तक डालते रहे जब तक कि उसमें एक भी गेंद समाने की जगह नहीं बची ...
उन्होंने छात्रों से पूछा - क्या बरनी पूरी भर गई ? हाँ ...
आवाज आई ...
फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने छोटे - छोटे कंकर उसमें भरने शुरु किये h धीरे - धीरे बरनी को हिलाया तो काफ़ी सारे कंकर उसमें जहाँ जगह खाली थी , समा गये ,
फ़िर से प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्या अब बरनी भर गई है , छात्रों ने एक बार फ़िर हाँ ... कहा
अब प्रोफ़ेसर साहब ने रेत की थैली से हौले - हौले उस बरनी में रेत डालना शुरु किया , वह रेत भी उस जार में जहाँ संभव था बैठ गई , अब छात्र अपनी नादानी पर हँसे ...
फ़िर प्रोफ़ेसर साहब ने पूछा , क्यों अब तो यह बरनी पूरी भर गई ना ? हाँ
.. अब तो पूरी भर गई है .. सभी ने एक स्वर में कहा ..

सर ने टेबल के नीचे से
दारु के दो पेग निकालकर उसमें की दारु जार में डाली , दारु भी रेत के बीच स्थित
थोडी़ सी जगह में सोख ली गई ...

प्रोफ़ेसर साहब ने गंभीर आवाज में समझाना शुरु किया

इस काँच की बरनी को तुम लोग अपना जीवन समझो ....

टेबल टेनिस की गेंदें सबसे महत्वपूर्ण भाग अर्थात भगवान , परिवार , बच्चे , मित्र , स्वास्थ्य और शौक हैं ,

छोटे कंकर मतलब तुम्हारी नौकरी , कार , बडा़ मकान आदि हैं , और

रेत का मतलब और भी छोटी - छोटी बेकार सी बातें , मनमुटाव , झगडे़ है ..

अब यदि तुमने काँच की बरनी में सबसे पहले रेत भरी होती तो टेबल टेनिस की गेंदों और कंकरों के लिये जगह ही नहीं बचती , या
कंकर भर दिये होते तो गेंदें नहीं भर पाते , रेत जरूर आ सकती थी ...
ठीक यही बात जीवन पर लागू होती है ...

यदि तुम छोटी - छोटी बातों के पीछे पडे़ रहोगे
और अपनी ऊर्जा उसमें नष्ट करोगे तो तुम्हारे पास मुख्य बातों के लिये अधिक समय
नहीं रहेगा ...

मन के सुख के लिये क्या जरूरी है ये तुम्हें तय करना है । अपने
बच्चों के साथ खेलो , बगीचे में पानी डालो , सुबह पत्नी के साथ घूमने निकल जाओ ,
घर के बेकार सामान को बाहर निकाल फ़ेंको , मेडिकल चेक - अप करवाओ ...
टेबल टेनिस गेंदों की फ़िक्र पहले करो , वही महत्वपूर्ण है ... पहले तय करो कि क्या जरूरी है
... बाकी सब तो रेत है ..
छात्र बडे़ ध्यान से सुन रहे थे ..

अचानक एक ने पूछा , सर लेकिन आपने यह नहीं बताया
कि " दारु के दो पेग " क्या हैं ?

प्रोफ़ेसर मुस्कुराये , बोले .. मैं सोच ही रहा था कि अभी तक ये सवाल किसी ने क्यों नहीं किया ...
इसका उत्तर यह है कि , जीवन हमें कितना ही परिपूर्ण और संतुष्ट लगे , लेकिन
अपने खास मित्र के साथ दो पेग पीने की जगह हमेशा होनी चाहिये ।

( अपने खास मित्रों और निकट के व्यक्तियों को यह विचार तत्काल बाँट दो .. मैंने अभी - अभी यही किया है)

  ~*~ ~*~ ~*~
महत्वपूर्ण समाचारः-

ये याद रखिये की भारत मैं सबसे ज्यादा मौते
कोलस्ट्रोल बढ़ने के कारण हार्ट अटैक से होती हैं।

आप खुद अपने ही घर मैं ऐसे बहुत से लोगो को जानते होंगे जिनका वजन व कोलस्ट्रोल बढ़ा हुआ हे।

अमेरिका की कईं बड़ी बड़ी कंपनिया भारत मैं दिल के रोगियों (heart patients) को अरबों की दवाई बेच रही हैं !

लेकिन अगर आपको कोई तकलीफ हुई तो डॉक्टर कहेगा angioplasty (एन्जीओप्लास्टी) करवाओ।

इस ऑपरेशन मे डॉक्टर दिल की नली में एक spring डालते हैं जिसे stent कहते हैं।

यह stent अमेरिका में बनता है और इसका cost of production सिर्फ 3 डॉलर (रू.150-180) है।

इसी stent को भारत मे लाकर 3-5 लाख रूपए मे बेचा जाता है व आपको लूटा जाता है।

डॉक्टरों को लाखों रूपए का commission मिलता है इसलिए व आपसे बार बार कहता है कि angioplasty करवाओ।

Cholestrol, BP ya heart attack आने की मुख्य वजह है, Angioplasty ऑपरेशन।

यह कभी किसी का सफल नहीं होता।

क्यूँकी डॉक्टर, जो spring दिल की नली मे डालता है वह बिलकुल pen की spring की तरह होती है।

कुछ ही महीनो में उस spring की दोनों साइडों पर आगे व पीछे blockage (cholestrol व fat) जमा होना शुरू हो जाता है।


इसके बाद फिर आता है दूसरा heart attack ( हार्ट अटैक )

डॉक्टर कहता हें फिर से angioplasty करवाओ।

आपके लाखो रूपए लुटता है और आपकी जिंदगी इसी में निकल जाती हैं।

अब पढ़िए उसका आयुर्वेदिक इलाज।
...

अदरक (ginger juice) - यह खून को पतला करता है।

यह दर्द को प्राकृतिक तरीके से 90% तक कम करता हें।

लहसुन (garlic juice) - इसमें मौजूद allicin तत्व cholesterol व BP को कम करता है।

वह हार्ट ब्लॉकेज को खोलता है।

नींबू (lemon juice) - इसमें मौजूद antioxidants, vitamin C व potassium खून को साफ़ करते हैं।

ये रोग प्रतिरोधक क्षमता (immunity) बढ़ाते हैं।

एप्पल साइडर सिरका ( apple cider vinegar) -

इसमें 90 प्रकार के तत्व हैं जो शरीर की सारी नसों को खोलते है, पेट साफ़ करते हैं व थकान को मिटाते हैं।

इन देशी दवाओं को इस तरह उपयोग में लेवें :-

एक कप नींबू का रस लें;

एक कप अदरक का रस लें;

एक कप लहसुन का रस लें;

एक कप एप्पल का सिरका लें;

चारों को मिला कर धीमीं आंच पर गरम करें जब 3 कप रह जाए तो उसे ठण्डा कर लें;

उसमें 3 कप शहद मिला लें

रोज इस दवा के 3 चम्मच सुबह खाली पेट लें जिससे
सारी ब्लॉकेज खत्म हो जाएंगी।

आप सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस मैसेज को ज्यादा से ज्यादा प्रसारित करें ताकि सभी इस दवा से अपना इलाज कर सकें ; धन्यवाद् !
baras aaj tu kisi sawan ke badal ki tarah

mere pyaase dil ko yun tarsata kyu hai..?

hai aaj sitaaro mein bhi koi behki hui si baat

warna aaj yah chaand itna italta kyu hai..?

lag rahi hai yeh dharti bhi saji hui sej si

tu nazaro se peela ke mujhe behkaati kyu hai..?

har dharkan mein tera hi naam aata kyu hai..?

hai mera dil koi jaise koi sehara sa payaasa

yeh dillagi karke mujhe tadpataa sataata kyu hai ??

 Jab galti hamari hoti h to hamse bada vakeel koi nahi .
Or jab galti dusro ki hoti h to hamse bada judge koi nahi..



: Mohabbat Humse Na Hogi??
Suna hy Is Mohabt mE Bohat
Nuksan hota hai
Mehakta Jhoomta Jevan
Ghamo k Naam hota hai
Suna hai Chain Kho kr Wo Sehr
se Sham Rota hai
Mohabbat Jo b krta hai Bohat
Bdnaam hota hai
Mohabbat Humse na hogi
Suna hai Is Mohabbat mE Kahin
bi Dil nahi lgta
Bina Uski Nigahon main Koi Mosam
nahi Jachta
Khfa Jis se Mohabbat ho Wo Jevan
Bhr nahi Hansta
Bohat Anmol hai Jo Dil
Ujjar kar Phir nahi basta.
Mohabbat Humse na ho gi?

पति देर रात एक पार्टी से घर लौटा।
बीवी गुस्से में तमतमाई हुई थी,
उसने चिल्लाकर पूछा,
“अगर तुम मुझे दो दिन तक
ना देखो तो तुम्हें कैसा लगेगा?”
पति को अपने कानों पर भरोसा ही नहीं हुआ,
उसने खुशी के मारे बोल दिया,
“बहुत अच्छा लगेगा!” ....
सोमवार का पूरा दिन बीत,
पति को बीवी नहीं दिखाई दी...
इसी तरह मंगलवार और बुद्धवार भी बीत गए...
लेकिन
पति को अपनी बीवी नहीं दिखी!
-
-
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गुरुवार को पति के चेहरे से
सूजन कुछ कम हुई
और वो बायीं आँख के कोने से
आखिरकार अपनी बीवी को देख
पाया।
शराब फेक्टरी में शराब टेस्ट
करने
वाला छुट्टी पर चला गया और
😎 फेक्टरी के मालिक को एक नए
आदमी की तलाश
थी.

जो शराब टेस्ट करने का काम
बखूबी कर सके..

एक दिन उसका एक
कर्मचारी किसी पियक्कड
को पकड़ लाया और बोला

" सर इसके टेस्टिंग स्किल
की सभी बहुत तारीफ़ करते हैं....
इसे रख लीजिए..

😎" शराब फेक्टरी के मालिक ने
देखा कि वो आदमी बहुत
ही गंदा और बदबूदार था.

और वो उसे
रखना नहीं चाहता था...

फिर भी उसने एक
वाइन उसे चखने के लिए दी..

चखतेही पियक्कड बोला " ये रेड वाइन है...,
नोर्थ अमेरिका में बनी है,
तीन साल पुरानी है.

और इसे लकड़ी के बॉक्स में मेच्योर
किया गया है..."

फेक्टरी के मालिक की आंखें
खुली की खुली रह गयी....

क्योंकि पियक्कड
ने एकदम सही पहचान की थी उस
शराब की....

उसने एक एक करके बीस तरह
की शराब उसे पिलाई....

और उसने एक दम
सही जवाब दिया....

😎पर फेक्टरी के मालिक
को उसके शरीर से आ
रही बदबू बहुत परेशान कर
रही थी.

और उसने अपनी सेक्रेटरी को बुलाया और कहा " मैं इसे फेल करके
नौकरी नहीं देना चाहता कोई
उपाय बताओ.

" सेक्रेटरी ने कहा " सर मैं
अपना Urine एक गिलास में लेकर आती हूँ और इसे पीने के लिए
देती हूँ....

और आपको इसे न रखने
का बहाना मिल जाएगा..."

 पियक्कड उसे पीते ही बोला "
उम्र छब्बीस साल,
प्रेग्नेंट है, तीन महीने
हो चुकेहैं....

और
अगर नौकरी नहीं दी तो ये
भी बता दूंगा कि बच्चे का बाप
कौन है...??

यह सुनते ही फैक्ट्री के मालिक और
उसकी सेकेरेट्री behosh हो गए.                    
पुलिस दरवाजा खटखटाते हैं...
संता : कोन दरवाजा खटखटा रहा हैं?
पुलिस : हम पुलिस हैं, दरवाजा खोलो!
संता - क्यूँ खोलू ?
पुलिस - कुछ बात करनी हैं |
संता : तुम लोग कितने हो |
पुलिस : हम ३ हैं |
संता : तो सालों आपस में बात कर लो, मेरे
पास टाइम नहीं है ... 

पति--आज ऐसी चाय बनाओ कि पीते
ही तन बदन झूमने लगे और मन नाचने
लगे ।
पत्नि--हमारे यहाँ भैंस का दूध आता है
नागिन का नहीं..😆
🐃🐃🐃🐃🐃

पेशेंट: डाक्टर साहब सुबहा उठ कर साँस लेने में तकलीफ होती है।
डाक्टर: कितने बजे उठते हो?
पेशेंट: ठीक आठ बजे।
डाक्टर: जल्दी उठा करो ...रामदेव के लोग सुबह छ: बजे उठकर सारी औक्सीजन खीच लेते हैं।

BEST HINDI JOKE EVR
एक पागल भैंस के ऊपर बैठकर घूम रहा था।
दूसरा पागल बोला: तुझे पुलिस पकड़ेगी।
पहला पागल: क्यों?
दूसरा पागल: अबे हेल्मेट नहीं पहना।
पहला पागल: अबे नीचे देख, four व्हीलर है।
🐃
When a woman loves you ,
you are a husband ...............

When many women love you ,
you are an actor ..............

When hundreds of women love you ,
you are an idol .............

When thousands of women love you ,
you are a leader ...........

But When all the women in the city love you,
Then you are city's best panipuri wala
😜😎😂

Cute love story....
7-8 साल के
लड़का लड़की खेल रहे थे।
लड़की बोली -" चलो मैं छुप
जाती हूँ...
अगर तूने मुझे ढूंढ
लिया तो हम बड़े होकर
आपस में शादी करेंगे।"
लड़का बोला-"ठीक है पर
अगर मैं
नही ढूंढ पाया तो?? "
लड़की बड़ी मासूमियत से
बोली-
"ओये पागल plzz ऐसे मत
बोल...
मैं वहाँ उसी
दरवाजे के पीछे ही छिपूंगी।


जिस दिन हमारी मोत होती है, हमारा पैसा बैंक में ही रहा जाता है।
*
जब हम जिंदा होते हैं तो हमें लगता है कि हमारे पास खच॔ करने को पया॔प्त धन नहीं है।
*
जब हम चले जाते है तब भी बहुत सा धन बिना खच॔ हुये बच जाता है।
*
एक चीनी बादशाह की मोत हुई। वो अपनी विधवा के लिये बैंक में 1.9 मिलियन डालर छोड़ कर गया। विधवा ने जवान नोकर से शादी कर ली। उस नोकर ने कहा -
"मैं हमेशा सोचता था कि मैं अपने मालिक के लिये काम करता हूँ अब समझ आया कि वो हमेशा मेरे लिये काम करता था।"

सीख?
ज्यादा जरूरी है कि अधिक धन अज॔न कि बजाय अधिक जिया जाय।
• अच्छे व स्वस्थ शरीर के लिये प्रयास करिये।
• मँहगे फ़ोन के 70% फंक्शन अनोपयोगी रहते है।
• मँहगी कार की 70% गति का उपयोग नहीं हो पाता।
• आलीशान मकानो का 70% हिस्सा खाली रहता है।
• पूरी अलमारी के 70% कपड़े पड़े रहते हैं।
• पुरी जिंदगी की कमाई का 70% दूसरो के उपयोग के लिये छूट जाता है।
• 70% गुणो का उपयोग नहीं हो पाता

तो 30% का पूण॔ उपयोग कैसे हो
• स्वस्थ होने पर भी निरंतर चैक अप करायें।
• प्यासे न होने पर भी अधिक पानी पियें।
• जब भी संभव हो, अपना अहं त्यागें ।
• शक्तिशाली होने पर भी सरल रहेँ।
• धनी न होने पर भी परिपूण॔ रहें।

बेहतर जीवन जीयें !!!
💮💮💮💮
काबू में रखें - प्रार्थना के वक़्त अपने दिल को,
काबू में रखें - खाना खाते समय पेट को,
काबू में रखें - किसी के घर जाएं तो आँखों को,
काबू में रखें - महफ़िल मे जाएं तो ज़बान को,
काबू में रखें - पराया धन देखें तो लालच को,
💮💮💮
भूल जाएं - अपनी नेकियों को,
भूल जाएं - दूसरों की गलतियों को,
भूल जाएं - अतीत के कड़वे संस्मरणों को,
💮💮💮
छोड दें - दूसरों को नीचा दिखाना,
छोड दें - दूसरों की सफलता से जलना,
छोड दें - दूसरों के धन की चाह रखना,
छोड दें - दूसरों की चुगली करना,
छोड दें - दूसरों की सफलता पर दुखी होना,
💮💮

भयंकर शायरी
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸अरे हमें तो अपनों ने लूटा,गैरों में कहाँ दम था.मेरी हड्डी वहाँ टूटी,जहाँ हॉस्पिटल बन्द था.
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸मुझे जिस एम्बुलेन्स में डाला,उसका पेट्रोल ख़त्म था.मुझे रिक्शे में इसलिए बैठाया,क्योंकि उसका किराया कम था.
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸मुझे डॉक्टरों ने उठाया,नर्सों में कहाँ दम था.मुझे जिस बेड पर लेटाया,उसके नीचे बम था.
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸मुझे तो बम से उड़ाया,गोली में कहाँ दम था.और मुझे सड़क में दफनाया,क्योंकि कब्रिस्तान में फंक्शन था 
अर्ज़ किया हैं...

रोक दो मेरे जनाजे को अब
मुझमे जान आ रही हैं..
आगे से थोडा राईट ले लो
दारु की दूकान आ रही हैं |

🍷
💥"बोतल छुपा दो कफ़न में मेरे,
💥शमशान में पिया करूंगा,
💥जब खुदा मांगेगा हिसाब,
💥तो पैग बना कर दिया करूंगा"
💥"नशा" "महोब्बत " का हो
💥"शराब" का हो ...-
💥या -"whatsapp " का हो
💥" होश " तीनो मे खो जाते है
💥" फर्क " सिर्फ इतना है की,
🍷"शराब" सुला देती है ..
"महोब्बत " रुला देती है ,
- और -
"whatsapp " यारो की
याद दिला देती है ..!

         समर्पित 
सभी प्यारें दोस्त के लिए


🍷जाम पे 🍷जाम पीने का क्या फ़ायदा?
 शामको पी, सुबह उतर जाएगी. 🍷🍷🍷🍷
अरे दो बून्द दोस्ती के
पी ले ज़िन्दगी सारी नशे में गुज़र जाएगी...

Tuesday, November 4, 2014


मैं उपरवाला बोल रहा हूँ, जिसने ये पूरी दुनिया बनाई वो उपरवाला.

तंग आ चूका हूँ मैं तुम लोगों से,

 घर का ध्यान तुम न रखो और चोरी हो जाये तो, "उपरवाले तूने क्या किया".

गाड़ी तुम तेज़ चलाओ और धक्का लग जाये तो, "उपरवाले........".

 पढाई तुम न करो और फेल हो जाओ तो, "उपरवाले.........".

 ऐसा लगता है इस दुनिया में होने वाले हर गलत काम का जिम्मेदार मैं हूँ.

आजकल तुम लोगो ने एक नया फैशन बना लिया है, जो काम तुम लोग नहीं कर सकते, उसे करने में मुझे भी असमर्थ बता देते हो!

उपरवाला भी भ्रष्टाचार नहीं मिटा सकता,
उपरवाला भी महंगाई नहीं रोक सकता,
उपरवाला भी बलात्कार नहीं रोक सकता.......
ये सब क्या है?
भ्रष्टाचार किसने बनाया?
 मैंने?
किससे रिश्वत लेते देखा है तुमने मुझे?

मैं तो हवा, पानी, धुप, आदि सबके लिए बराबर देता हूँ,

 कभी देखा है कि ठण्ड के दिनों में अम्बानी के घर के ऊपर मैं तेज़ धुप दे रहा हूँ, या गर्मी में सिर्फ उसके घर बारिश हो रही है ?

उल्टा तुम मेरे पास आते हो रिश्वत की पेशकश लेकर,
कभी लड्डू,
कभी पड़े,
कभी चादर.
और हा,
आइन्दा से मुझे लड्डू की पेशकश की तो तुम्हारी खैर नहीं,
मेरे नाम पे पूरा डब्बा खरीदते हो,
एक टुकड़ा मुझपर फेंक कर बाकि खुद ही खा जाते हो.

ये महंगाई किसने बनाई?
मैंने?
मैंने सिर्फ ज़मीन बनाई,
उसे "प्लाट" बनाकर बेचा किसने?

मैंने पानी बनाया,
उसे बोतलों में भरकर बेचा किसने?

मैंने जानवर बनाये,
उन्हें मवेशी कहकर बेचा किसने?

मैंने पेड़ बनाये,
उन्हें लकड़ी कहकर बेचा किसने?

मैंने आज तक तुम्हे कोई वस्तु बेचीं?
किसी वस्तु का पैसा लिया?
सब चीज़ों में कसूर मेरा निकालते हो।
अभी भी समय है
सुधर जाओ
वरना
फिर मत कहना
ये प्रलय क्यूँ आई
🍃

"एक संवाद लंकेश के साथ"

कल सुबह-सुबह रास्ते में एक दस सिर वाला हट्टा कट्टा बंदा अचानक मेरी बाइक के आगे आ गया। जैसे तैसे ब्रेक लगाई और पूछा..

क्या अंकल 20-20 आँखें हैं..फिर भी दिखाई नहीं देता ?
जवाब मिला- थोड़ा तमीज से बोलो, हम लंकेश्वर रावण हैं !

ओह अच्छा ! तो आप ही हो श्रीमान रावण ! एक बात बताओ..ये दस-दस मुंह संभालने थोड़े मुश्किल नहीं हो जाते ? मेरा मतलब शैम्पू वगैरह करते टाइम..यू नो...और कभी सर दर्द शुरू हो जाए तो पता करना मुश्किल हो जाता होगा कि कौनसे सर में दर्द हो रहा है...?

रावण- पहले ये बताओ तुम लोग कैसे डील करते हो इतने सारे मुखोटों से ? हर रोज चेहरे पे एक नया मुखोटा , उस पर एक और मुखोटा , उस पर एक और ! यार एक ही मुंह पर इतने नकाब...थक नहीं जाते ?

अरे-अरे आप तो सिरियस ले गए...मै तो वैसे ही... अच्छा ये बताओ मैंने सुना है आप कुछ ज्यादा ही अहंकारी हो?
रावण- हाहाहाहाहाहाहा

अब इसमे हंसने वाली क्या बात थी , कोई जोक मारा क्या मैंने ?

रावण- और नहीं तो क्या...एक 'कलियुगी इन्सान' के मुंह से ये शब्द सुनकर हंसी नहीं आएगी तो और क्या होगा ? तुम लोग साले एक छोटी मोटी डिग्री क्या ले लो, अँग्रेजी के दो-पाँच अक्षर क्या सीख लो, यूं इतरा के चलते हो जैसे तुमसे बड़ा ज्ञानी कोई है ही नहीं इस धरती पे ! एक तुम ही समझदार ,बाकी सब गँवार ! और मैंने चारों वेद पढ़ के उनपे टीका टिप्पणी तक कर दी ! चंद्रमा की रोशनी से खाना पकवा लिया ! इतने-इतने कलोन बना डाले, दुनिया का पहला विमान और खरे सोने की लंका बना दी ! तो थोड़ा बहुत घमंड कर भी लिया तो कौन आफत आ पड़ी... हैं?

चलो ठीक है बॉस,ये तो जस्टिफ़ाई कर दिया आपने, लेकिन...लेकिन गुस्सा आने पर बदला चुकाने को किसी की बीवी ही उठा के ले गए ! ससुरा मजाक है का ? बीवी न हुई छोटी मोटी साइकल हो गयी...दिल किया, उठा ले गए बताओ !

(एक पल के लिए रावण महाशय तनिक सोच में पड़ गए, मेरे चेहरे पर एक विजयी मुस्कान आने ही वाली थी कि फिर वही इरिटेटिंग अट्टहास )

हाहाहाहाहाहहह लुक हू इज़ सेइंग ! अबे मैंने श्री राम की बीवी को उठाया, मानता हूँ बहुत बड़ा पाप किया और उसका परिणाम भी भुगता ,पर मेघनाथ की कसम-कभी जबरदस्ती दूर...हाथ तक नहीं लगाया,उनकी गरिमा को रत्ती भर भी ठेस नहीं पहुंचाई और तुम.. तुम कलियुगी इन्सान !! छोटी-2 बच्चियों तक को नहीं बख्शते ! अपनी हवस के लिए किसी भी लड़की को शिकार बना लेते हो...कभी जबरदस्ती तो कभी झूठे वादों,छलावों से ! अरे तुम दरिंदों के पास कोई नैतिक अधिकार बचा भी है भी मेरे चरित्र पर उंगली उठाने का ?? फोकट में ही !

इस बार शर्म से सर झुकाने की बारी मेरी थी...पर मै भी ठहरा पक्का 'इन्सान' ! मज़ाक उड़ाते हुए बोला...अरे जाओ-जाओ अंकल ! दशहरा कल ही है, सारी हेकड़ी निकाल देंगे देखना
(और इस बार लंकवेशवर जी इतनी ज़ोर से हँसे कि मै गिरते-गिरते बचा !)

यार तुम तो नवजोत सिंह सिद्धू के भी बाप हो ,बिना बात इतनी ज़ोर-2 से काहे हँसते हो...ऊपर से एक भी नहीं दस-दस मुंह लेके, कान का पर्दा फाड़ दो, जरा और ज़ोर से हंसो तो !

रावण- यार तुम बात ही ऐसी करते हो । वैसे कमाल है तुम इन्सानो की भी..विज्ञान में तो बहुत तरक्की कर ली पर कॉमन सैन्स धेले का भी नहीं ! हर साल मेरा पुतला भर जला के खुश हो जाते हो और मैं कहीं ना कहीं तुम सब के अंदर ही मौजूद रहता हूँ !!
वैसे अब तो मुझे ही घुटन सी होने लगी है तुम लोगों के अंदर रह कर...मै खुद ही चला जाऊंगा जल्दी ही ! डोंट वरी !

Apne andar ke aham ko nikaalo
In a Nursery School Canteen, there's a basket of apples with a notice written over it:

'Do not take more than one, God is watching'

On d other counter there's a box of chocolates,
A small child went & wrote on it.
"Take as many as U want, God is busy watching d apples".
NEVER ACT SMART WITH today's generation..!!.😀😜😜😜😜

KID :- Why some of ur hair are white dad ?

DAD : – Every time you make me unhappy , one of my hair turns white …..

KID :- Now understand why grandpa’s hairs are all white …..

Moral :- Don’t be over smart ..

*************************
Child : Mummy why Gandhi has no hair on his head?
 .
 .
Mummy : Because he speak only truth.
 .
 .
Child: Now I understud why ladies have long hair....

Dont laugh alone, share with others😂😂
. 
पुराने ज़माने की बात है। किसी गाँव में एक शेठ रहेता था। उसका नाम था नाथालाल शेठ। वो जब भी गाँव के बाज़ार से निकलता था तब लोग उसे नमस्ते या सलाम करते थे , वो उसके जवाब में मुस्कुरा कर अपना सिर fहिला देता था और बोहत धीरे से बोलता था की " घर जाकर बोल दूंगा "

एक बार किसी परिचित व्यक्ति ने शेठ को ये बोलते हुवेसुन लिया। तो उसने कुतूहल वश शेठ को पुछ लिया कि शेठजी आप ऐसा क्यों बोलते हो के " घर जाकर बोल दूंगा "

तब शेठ ने उस व्यक्ति को कहा, में पहेले धनवान नहीं था उस समय लोग मुझे 'नाथू ' कहकर बुलाते थे और आज के समय में धनवान हु तो लोग मुझे 'नाथालाल शेठ' कहकर बुलाते है। ये इज्जत मुझे नहीं धन को दे रहे है ,

इस लिए में रोज़ घर जाकर तिज़ोरी खोल कर लक्ष्मीजी (धन) को ये बता देता हु कि आज तुमको कितने लोगो ने नमस्ते या सलाम किया। इससे मेरे मन अभिमान या गलतफैमी नहीं आती कि लोग मुझे मान या इज्जत दे रहे है। ... इज्जत सिर्फ पैसे की हैं इंसान की नहीं ..
This one is another truth of life
 100% truth
क्या गुजरी होगी उस बुढ़ी माँ के दिल पर जब
उसकी बहु ने कहा -:"माँ जी,आप
अपना खाना बना लेना, मुझे और इन्हें आज एक
पार्टी में जाना है ...!!"बुढ़ी माँ ने कहा -:
"बेटी मुझे गैस
चुल्हा चलाना नहीं आता ...!!"तो बेटे ने
कहा -: "माँ, पास वाले मंदिर में आज
भंडारा है , तुम वहाँ चली जाओ
ना खाना बनाने की कोई नौबत
ही नहीं आयेगी....!!!"माँ चुपचाप अपनी चप्पल
पहन कर मंदिर की ओर हो चली.....यह
पुरा वाक्या 10 साल का बेटा रोहन सुन
रहा था | पार्टी में जाते वक्त रास्ते में रोहन
ने अपने पापा से कहा -:"पापा, मैं जब बहुत
बड़ा आदमी बन जाऊंगा ना तब मैं
भी अपना घर किसी मंदिर के पास
ही बनाऊंगा ....!!!माँ ने उत्सुकतावश पुछा -:
क्यों बेटा ?....रोहन ने जो जवाब दिया उसे
सुनकर उस बेटे और बहु का सिर शर्म से नीचे झुक
गया जो अपनी माँ को मंदिर में छोड़ आए
थे.....रोहन ने कहा -: क्योंकि माँ, जब मुझे
भी किसी दिन ऐसी ही किसी पार्टी में
जाना होगा तब तुम भी तो किसी मंदिर में
भंडारे में खाना खाने जाओगी ना और मैं
नहीं चाहता कि तुम्हें कहीं दूर के मंदिर में
जाना पड़े....!!!!पत्थर तब तक सलामत है जब तक
वो पर्वत से जुड़ा है .पत्ता तब तक सलामत
है जब तक वो पेड़ से जुड़ा है. इंसान तब तक
सलामत है जब तक वो परिवार से
जुड़ा है . क्योंकि परिवार से अलग होकर
आज़ादी तो मिल जाती है लेकिन संस्कार चले
जाते हैं ..एक कब्र पर लिखा था..."किस
को क्या इलज़ाम दूं दोस्तो...,जिन्दगी में
सताने वाले भी अपने थे,और दफनाने वाले
भी अपने थे..

अच्छी लगे तो आगे जरुर शेयर करना

Chintu failed in the final Law Exam & decided to make a deal with the Professor.

Chintu: Sir, Can I ask you one question?

Professor: Yes.

Chintu: If you can answer this question, I will accept my final marks, if you cant, you will have to give me an "A" grading.

Professor agreed.
 .
 .
 .

Chintu asked: "What is legal but not logical, logical but not legal & neither legal nor logical?"

Prof thought about it for hrs & pondered but couldnt think of an answer.

He had to finally give up as he really didnot know the answer.

He gave this boy an "A" grading as promised.

The following day, Professor asked same question to his students.

He was shocked when all of them raised their hands.

He asked one student.

He answered:

Sir, you are 65, married to a 28 yrs old woman, this is legal but not logical.

Your wife, is having an affair with a 23 year old boy, this is logical but not legal.

Your wife's boyfriend has failed in his exam & yet you have given him an "A", this is neither logical nor legal. 😎

 .
 .
 Professor behosh..... 😆😝😆😝😆😜😃😜😃
😂😂😂😂😂😂😂😂😂 😆😆😆😆😆😆😆😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
l am laughing since past 5 minutes, can't resist from sharing it

दिल से पढना,,,,,:::::::::
पिछले हफ्ते मेरी पत्नी को बुखार था। पहले
दिन
तो उसने
बताया ही नहीं कि उसे बुखार है, दूसरे दिन
जब
उससे सुबह
उठा नहीं गया तो मैंने यूं ही पूछ
लिया कि तबीयत खराब है
क्या?
उसने कहा कि नहीं, तबीयत खराब तो नहीं है,
हां थोड़ी थकावट है।
मैं चुपचाप अखबार पढ़ने में मशगूल हो गया।
जरा देर
से उस
दिन वो जगी और फटाफट उसने मेरे लिए चाय
बनाई,
बिस्किट दिए और मैं अखबार पढ़ते-पढ़ते चाय
पीता रहा।मुझे
पता लग चुका था कि उसे थोड़ा बुखार है, और
ये
बात मैंने
उसे छू कर समझ भी ली थी।
खैर, मैं यही सोचता रहा कि मामूली बुखार है,
शाम तक ठीक
हो जाएगा।
उसने थोड़ें बुखार में ही मेरे लिए नाश्ता तैयार
किया।
नाश्ता करते हुए मैंने उसे बताया कि आज
खाना बाहर है,
इसलिए तुम खाना मत बनाना। उसने धीरे से
कहा कि अरे
ऐसी कोई बात नहीं, खाना तो बना दूंगी।
लेकिन
मैंने
कहा कि नहीं, नहीं दफ्तर की कोई मीटिंग है,
उसके बाद
खाना बाहर ही है।फिर मैं तैयार होकर निकल
गया।
मैं पुरुष हूं। पुरुष मजबूत दिल के होते हैं।
ऐसी मामूली बीमारी से पुरुष विचलित
नहीं होते।
मैं दफ्तर
चला गया, फिर अपनी मीटिंग में मुझे ध्यान
भी नहीं रहा कि पत्नी की तबीयत सुबह
ठीक
नहीं थी। खैर,
शाम को घर
आया, तो वो लेटी हुई थी। उसे लेटे देख कर
भी दिमाग में एक
बार नहीं आया कि यही पूछ लूं
कि कैसी तबीयत
है?
वो लेटी रही, मैंने अपने कपड़े बदले और पूछ
बैठा कि खाना?
पत्नी ने मेरी ओर देखा और लेटे-लेटे उसने
कहा कि अभी उठती हूं, बस अब ठीक हूं। जैसे
ही उसने
कहा कि मैं ठीक हूं, मुझे ध्यान आ गया कि अरे
सुबह तो उसे
बुखार था। खैर, अपनी शर्मिंदगी छिपाते हुए
मैंने
कहा कि कोई
बात नहीं, तुम लेटी रहो। मैं रसोई में गया, मैंने
अंदाजा लगाया कि उसने दोपहर में
खाना नहीं खाया,
क्योंकि खाना तो बना ही नहीं।
मैंने फ्रिज से कुछ-कुछ निकाला, उसके लिए ब्रेड
जैम
लिया और अपने पति धर्म को निभाते हुए, खुद
पर
गर्व करते
हुए उसके आगे खाने की प्लेट कर दी। पत्नी ने ब्रेड
का एक
टुकड़ा उठाया, मुझे आंखों से धन्यवाद कहा, और
मन
से
कहा कि पति हो तो ऐसा हो, इतनी केयर
करने
वाला।
मैंने एक दो बार यूं ही पूछ लिया कि तुम
कैसी हो,
कोई दवा दूं
क्या? और अपने कम्यूटर आदि को देखता हुआ
सो गया।
पत्नी अगली सुबह जल्दी उठ गई, मुझे
लगा कि वो ठीक
हो गई है, और मैंने फिर उसके बुखार पर
चर्चा नहीं की। मैंने
मान लिया कि वो ठीक हो गई है।
कल मुझे सर्दी हो गई थी। दो तीन बार छींक

गई थी। घर
गया तो पत्नी ने
कहा कि तुम्हारी तो तबीयत
ठीक नहीं है।
उसने सिर पर हाथ रखा, और कहा कि बुखार
तो नहीं है,
लेकिन गला खराब लग रहा है।ऐसा करो तुम लेट
जाओ, मैं
सरसों का तेल गरम करके छाती में लगा देती हूं।
मैंने एक दो बार कहा कि नहीं-नहीं ऐसी कोई
बात नहीं।लेकिन
पत्नी ने मुझे कमरे में भेज ही दिया। मैं बिस्तर पर
लेटा ही था कि मेरे लिए शानदार काढ़ा बन
कर
आ गया। अब
मेरा गला खराब
था तो काढ़ा बनना ही था।
काढ़ा पी कर लेट
गया। फिर दस मिनट में गरमा गरम सूप सामने आ
गया। उसने
कहा कि गरम सूप से गले को पूरी राहत
मिलेगी।सूप
पिया तो वो मेरे पास आ गई, और मेरे सिर
को सहलाने लगी।
कहने लगी कि इतनी तबीयत खराब है,
इतना काम
क्यों करते
हो?
बचपन में जब कभी मुझे बुखार होता था,
मां सारी रात मेरे
सिरहाने बैठी रहती। मैं सोता था,
वो जागती थी। आज मैं
लेटा हुआ था, मेरी पत्नी मेरा सिर
सहला रही थी।
मैं धीरे-धीरे सो गया। जागा तो वो गले पर
विक्स
लगा रही थी। मेरी आंख खुली तो उसने पूछा,
कुछ
आराम
मिल रहा है? मैंने हां में सिर हिलाया।
तो उसने
पूछा कि खाना खाओगे?
मुझे भूख लगी थी, मैंने कहा, "हां।"
उसने फटाफट रोटी, सब्जी, दाल, चटनी,
सलाद मेरे
सामने
परोस दिए, और आधा लेटे-लेटे मेरे मुंह में कौर
डालती रही।
मैने चुपचाप खाना खाया, और लेट गया।
पत्नी ने
मुझे अपने
हाथों से खिला कर खुद को खुश महसूस
किया और
रसोई में
चली गई।
मैं चुपचाप लेटा रहा। सोचता रहा कि पुरुष
भी कैसे
होते हैं?
कुछ दिन पहले मेरी पत्नी बीमार थी, मैंने कुछ
नहीं किया था।
और तो और एक फोन करके उसका हाल
भी नहीं पूछा।
उसने पूरे दिन कुछ नहीं खाया था, लेकिन मैंने
उसे
ब्रेड परोस
कर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा था।
मैंने ये
देखने
कीकोशिश भी नहीं की कि उसे वाकई
कितना बुखार था। मैंने
ऐसा कुछ नहीं किया कि उसे लगे
कि बीमारी में
वो अकेली नहीं।
लेकिन मुझे सिर्फ जरा सी सर्दी हुई थी, और
वो मेरी मां बन
गई थी।
मैं सोचता रहा कि क्या सचमुच महिलाओं
को भगवान एक
अलग दिल देते हैं? महिलाओं में जो करुणा और
ममता होती है
वो पुरुषों में नहीं होती क्या?
सोचता रहा, जिस दिन
मेरी पत्नी को बुखार था,
उस दोपहर
जब उसे भूख लगी होगी और वो बिस्तर से उठ न
पाई होगी,
तो उसने भी चाहा होगा कि काश
उसका पति उसके पास
होता?
मैं चाहे जो सोचूं, लेकिन मुझे लगता है कि हर
पुरुष
को एक
जनम में औरत बन कर ये समझने की कोशिश
करनी ही चाहिए कि सचमुच कितना मुश्किल
होता है, औरत
होना। मां होना, बहन होना, पत्नी होना।

अपनी शादी के पहले दिन पति और पत्नी के
बीच शर्त रखी जाती है कि किसी के लिए
भी दरवाजा नहीं खोला जायेगा !
..
...
उसी दिन उस लड़के के माता पिता आये और
अन्दर जाने के लिए दरवाजा खट खटाया !
..
...
पति पत्नी एक दुसरे की तरफ देखते है।
...
..
पति अपने माता पिता के लिए
दरवजा खोलना चाहता है लेकिन उसे शर्त याद
आ जाती है। वह दरवाज़ा नहीं खोलता है ओर
उसके माता पिता चले जाते है ।
...
......
कुछ समय के बाद उसी दिन लड़की के
माता पिता आते है और अन्दर जाने के लिए
दरवाजा ख़त खटाते है ।
..
...
पति पत्नी फिर एक दुसरे की तरफ देखते है और उस
समय भी वो शर्त याद करते है ।
..
...
पत्नी की आँखों में आंसू आ जाते हे वो अपने आंसू
पूछते हुए कहती हे : मै अपने माता पिता के लिए
ऐसा नहीं कर सकती और दरवाजा खोल देती है ।
..
पति कुछ नहीं कहता है ।।
..
...
कुछ समय के बाद उनके दो पुत्र जन्म लेते है ।
...
.....
इसके बाद उनको तीसरा बच्चा होता है जो एक
लड़की (बेटी) होती है ।।
..
...
वह पति अपनी पुत्री के जन्म लेने के अवसर पर एक
बहुत बड़ी और शानदार पार्टी का आयोजन
करता है और अपने सभी दोस्तों और
रिश्तेदारों को बुलाता है ।
..
....
...
फिर उसकी पत्नी उससे पूछती है कि क्या कारण
था जो उसने बेटी के जन्म पर
इतनी बड़ी पार्टी का आयोजन
किया जबकि इससे पहले दोनों बेटों के जन्म पर
ऐसा कुछ नहीं किया ।।
...
....
पति अपने साधारण से शब्दों में बड़े प्यार से उत्तर
देता है :
क्योकि यही वो है जो एक दिन मेरे लिए
दरवाजा खोलेगी ।।
...
.....
"बेटिया बहुत स्पेशल होती है,
आपकी छोटी सी बेटी भले ही आपके साथ कुछ
समय के लिए ही रहे .... लेकिन उसका दिल और
प्यार जीवनभर अपने माता पिता के लिए
रहता है ।।"
बेटिया परियों की तरह होती ह

Monday, November 3, 2014

किस रावण की काटूं बाहें,
किस लंका को आग लगाऊँ..!
घर घर रावण पग पग लंका, इतने राम कहाँ से लाऊँ..,!!!

नफरतों का असर देखो,
जानवरों का बटंवारा हो गया,
गाय हिन्दू हो गयी ;
और बकरा मुसलमान हो गया.

मंदिरो मे हिंदू देखे,
मस्जिदो में मुसलमान,
शाम को जब मयखाने गया ;
तब जाकर दिखे इन्सान.
                                                                                                                                                ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं..
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं
---
: Pyar kya hota hai hum nahi jante,


Zindagi ko hum apna nahi mante,


Gum itne mile ke ehsaas nahi hota,


Koi humei pyar kare ab vishwas nahi hota



Har mulakat ko yaad hum karte hai
Kabhi chahat kabhi judai ki aah bharte hai
Yun to roj tumse sapno mein bat karte hai par
Fir se agli mulakat ka intzar karte hai.



Jab Kisi ke sapne kisi ke armaan ban jaaye,
Jab kisi ki hansi kisi ki muskan ban jaaye,
Pyaar kehte hain use,
Jab Kisi ki saansein kisi ki jaan ban jaaye...



 Akela sa mehsus karo jab tanhai me
Yaad meri aye jab judai me
Mehsus karna tumhare karib hu me
Jab chahe dekh lena apni hi parchai me...



Uske muskurane me bhi honto ka jaam hota hain,


Mohabaat me har aashiq ka katle aam hota hain,


Jo kartey hain mohabbat wahi badnaam hota hai


Or jo mohabbat me badnam ho usi ka nam hota h

Plz read 2-4 liners bt v.nice

Arz Hai... Few Good One's...
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बहुत देखा जीवन में  समझदार बन कर

पर ख़ुशी हमेशा  पागलपन से ही मिली है ।।
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इसे इत्तेफाक समझो
या दर्द भरी हकीकत,
आँख जब भी नम हुई,
वजह कोई अपना ही था
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"हमने अपने नसिब से ज्यादा
अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है."
क्यु की नसिब तो बहोत बार
बदला है".
लैकिन मेरे दोस्त अभी भी वहि है".
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उम्रकैद की तरह होते हैं कुछ रिश्ते , जहाँ जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नहीं...
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दर्द को दर्द से न देखो,
दर्द को भी दर्द होता है,
दर्द को ज़रूरत है दोस्त की,
आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है...
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ज़ख़्म दे कर ना पुछा करो,
               दर्द की शिद्दत...!
"दर्द तो दर्द" होता हैं,
              थोड़ा क्या, ज्यादा क्या...!!
-------------------------------------------------------------
"दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर,
बातें रह जाती हैं कहानी बनकर,
पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे,
कभी मुस्कान तो कभी आखों का पानी बन कर.
-------------------------------------------------------------
वक़्त बहुत कुछ, छीन लेता है ...
खैर मेरी तो सिर्फ़ मुस्कुराहट थी ....!!
-------------------------------------------------------------
क्या खूब लिखा है :"कमा के इतनी दोलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया,.:::::::
के जितने सिक्कों से "माँ" मेरी नज़र उतारा करती थी...
-------------------------------------------------------------
गलती कबूल करने और
गुनाह छोड़ने में कभी देर ना करें......!
             क्योकिं
सफर जितना लम्बा होगा
वापसी उतनी मुश्किल हो जायेगी...!!
-------------------------------------------------------------
इंसान बिकता है ...
कितना महँगा या सस्ता ये
उसकी मजबूरी तय करती है...!
-------------------------------------------------------------
"शब्द दील  से नीकलते है

दीमाग से तो मतलब नीकलते है."..
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सब कुछ हासिल नहीं होता ज़िन्दगी में यहाँ....
.
किसी का "काश" तो किसी का "अगर" छूट ही जाता है...!!!!
-------------------------------------------------------------
दो अक्षर की "मौत" और  तीन अक्षर के "जीवन" में ढाई अक्षर का "दोस्त" बाज़ी मार जाता हैं
एक बेहतरीन बोध कथा :

एक मनोवैज्ञानिक स्ट्रेस मॅनेजमेंट के बारे में, अपने दर्शकों से मुखातिब था..

उसने पानी से भरा एक ग्लास उठाया..,

सभी ने समझा की अब "आधा खाली या आधा भरा है".. यही पुछा और समझाया जाएगा..

मगर मनोवैज्ञानिक ने पूछा..
कितना वजन होगा इस ग्लास में भरे पानी का..??

सभी ने.. 300 से 400 ग्राम तक अंदाज बताया..

मनोवैज्ञानिक ने कहा.. कुछ भी वजन मान लो.. फर्क नहीं पड़ता...
फर्क इस बात का पड़ता है.. की मैं कितने देर तक इसे उठाए रखता हूँ. ।

अगर मैं इस ग्लास को एक मिनट तक उठाए रखता हूँ.. तो क्या होगा?

शायद कुछ भी नहीं..

अगर मैं इस ग्लास को एक घंटे तक उठाए रखता हूँ.. तो क्या होगा?

मेरे हाथ में दर्द होने लगे.. और शायद अकड़ भी जाए.

अब अगर मैं इस ग्लास को एक दिन तक उठाए रखता हूँ.. तो ? ?

मेरा हाथ.. यकीनऩ, बेहद दर्दनाक हालत में होगा, हाथ पॅरालाईज भी हो सकता है और मैं हाथ को हिलाने तक में असमर्थ हो जाऊंगा..

लेकिन.. इन तीनों परिस्थिति में ग्लास के पानी का वजन न कम हुआ.. न ज्यादा.
.
.
चिंता और दुःख का भी जीवन में यही परिणाम है।

यदि आप अपने मन में इन्हें एक मिनट के लिए रखेंगे..

आप पर कोई दुष्परिणाम नहीं होगा..

यदि आप अपने मन में इन्हें एक घंटे के लिए रखेंगे..

आप दर्द और परेशानी महसूस करने लगोगे..

लेकिन यदि आप अपने मन में इन्हें पुरा पुरा दिन बिठाए रखेंगे..

ये चिंता और दुःख..
हमारा जीना हराम कर देगा..
हमें पॅरालाईज कर के कुछ भी सोचने - समझने में हमें असमर्थ कर देगा..


और याद रहे..
इन तीनों परिस्थितियों में चिंता और दुःख.. जितना था.., उतना ही रहेगा..
.
.
इसलिए.. यदि हो सके तो..
अपने चिंता और दुःख से भरे "ग्लास" को...
.
एक मिनट के बाद..
.
नीचे रखना न भुलें..🙏🙏🙏🙏🙏

इंगलैण्ड की राजधानी लंदन में यात्रा के
दौरान
एक शाम महाराजा जयसिंह सादे कपड़ों में
बॉन्ड
स्ट्रीट में घूमने के लिए निकले और
वहां उन्होने
रोल्स रॉयस कम्पनी का भव्य शो रूम
देखा और
मोटर कार का भाव जानने के लिए अंदर
चले गए।
शॉ रूम के अंग्रेज मैनेजर ने उन्हें “कंगाल
भारत”
का सामान्य नागरिक समझ कर वापस भेज
दिया। शोरूम के सेल्समैन ने भी उन्हें बहुत
अपमानित किया, बस उन्हें “गेट आऊट”
कहने के
अलावा अपमान करने में कोई कोर कसर
नहीं छोड़ी।अपमानित महाराजा जयसिंह
वापस
होटल पर आए और रोल्स रॉयस के
उसी शोरूम पर
फोन लगवाया और
संदेशा कहलवाया कि अलवर
के महाराजा कुछ मोटर कार खरीदने
चाहते हैं।
कुछ देर बाद जब
महाराजा रजवाड़ी पोशाक में
और अपने पूरे दबदबे के साथ शोरूम पर पहुंचे
तब तक
शोरूम में उनके स्वागत में “रेड कार्पेट”
बिछ
चुका था। वही अंग्रेज मैनेजर और सेल्समेन्स
उनके
सामने नतमस्तक खड़े थे। महाराजा ने उस
समय
शोरूम में पड़ी सभी छ:
कारों को खरीदकर,
कारों की कीमत के साथ उन्हें भारत
पहुँचाने के
खर्च का भुगतान कर दिया।
भारत पहुँच कर महाराजा जयसिंह ने
सभी छ:
कारों को अलवर नगरपालिका को दे
दी और
आदेश दिया कि हर कार का उपयोग (उस
समय के
दौरान 8320 वर्ग कि.मी) अलवर राज्य
में
कचरा उठाने के लिए किया जाए।
विश्व की अव्वल नंबर मानी जाने
वाली सुपर
क्लास रोल्स रॉयस कार नगरपालिका के
लिए
कचरागाड़ी के रूप में उपयोग लिए जाने के
समाचार पूरी दुनिया में फैल गया और
रोल्स
रॉयस की इज्जत तार-तार हुई। युरोप-
अमरीका में
कोई अमीर व्यक्ति अगर ये कहता “मेरे
पास रोल्स
रॉयस कार” है तो सामने
वाला पूछता “कौनसी?” वही जो भारत में
कचरा उठाने के काम आती है! वही?
बदनामी के कारण और
कारों की बिक्री में
एकदम कमी आने से रोल्स रॉयस कम्पनी के
मालिकों को बहुत नुकसान होने लगा।
महाराज
जयसिंह को उन्होने क्षमा मांगते हुए
टेलिग्राम
भेटेलिग्राम
भेजे और अनुरोध किया कि रोल्स रॉयस
कारों से
कचरा उठवाना बन्द करवावें। माफी पत्र
लिखने
के साथ ही छ: और मोटर कार बिना मूल्य
देने के
लिए भी तैयार हो गए।
महाराजा जयसिंह जी को जब
पक्का विश्वास
हो गया कि अंग्रेजों को वाजिब बोधपाठ
मिल
गया है तो महाराजा ने उन कारों से
कचरा उठवाना बन्द करवाया !
इस पोस्ट को शेयर करिये और हर एक
भारतीय को अपनी ताकत के bare में
बताईये !!! JAI HO !!
Bus and lightening..

A bus full of passengers was traveling while suddenly the weather changed and there was a huge downpour and lightening all around.

They could see that the lightening would appear to come towards the bus and then go elsewhere.

After 2 or 3 instances, the driver stopped the bus about fifty feet away from a tree and said -

"We have somebody in the bus whose death is a certainty today.
Because of that person everybody else will also get killed.

I want each person to go one-by-one and touch the tree trunk and come back. Whom so ever death is certain will get caught up by the lightening and will die.

But everybody else will be saved".

They had to force the 1st person to go and touch the tree and come back.

He reluctantly got down from the bus and went and touched the tree.

His heart leaped with joy when nothing happened and he was still alive.

This continued for rest of the passengers who were all relieved when they touched the tree and nothing happened.

When the last passengers turn came, everybody looked at him with accusing eyes.

This passenger was also very afraid and reluctant.

Everybody forced him to get down and go and touch the tree.

With a fear of death, the last passenger walked to the tree and touched it.

There was a huge sound of thunder and the lightening came down and hit the bus - yes the lightening hit the bus, and killed each and every passenger inside the bus.

It was because of the presence of this last passenger that earlier, the entire bus was safe and the lightening could not strike the bus.

Sometimes we try to take credit for our achievements, but this could also be because of a person right next to us.

Look around you -
Probably someone is there around you, in the form of Parents, spouse children, siblings, friends, etc, who are saving you
from bad things to happen to you.

Think About it..


4 friends meet 30 years after
school....

One goes to take food while
the other 3 start to talk about how successful their sons became.

No. 1 says his son studied
economics, became a banker and is so rich he gave his best friend a ferrari.

No. 2 said his son became a pilot, started his own airline, became so rich he gave his best friend a jet.

No. 3 said his son became an engineer, started his own
development company, became so rich he build his best friend a castle.

No 4. came back with a plate full of food and asked what the buzz is about.

They told him they were talking about how successful their sons became and asked him about his son.

He said his son is gay and he works in a Gay Bar.

The other 3 said he must be very disappointed with his son for not becoming successful.

" Oh no !! " said the father, he is doing good.

" Last week on his birthday
he got a ferrari, a jet and a castle from 3 of his
boyfriends..." .

All the 3 fathers fainted ....

This particular joke won
an award for the Best Joke in a competition held in Britain.

Pati :- darling kya tum mere
sath zym jana pasand karogi ?
.

Patni :- tum kehna kya chahte
ho mai moti hogayi ?
.
Pati :- ok , pasand nahi to mat
chalo.
.
Patni :- kehna kya chahte ho
mai lezy hu .
.
Pati :- uff gussa kuy ho rahi ho
janu
.
Patni :- tumhara matlb hai ki
mai hamesa jhagarti hu
.
Pati :- maine aisa to nahi bola
babu
.
Patni :- achcha to mai jhuti hu
.
Pati :- ok. Baba mat chalo,
Mai akela chale jata hu
.
Patni :- ruko ruko, akele kuy
jana chahte ho ?
रुई का गद्दा बेच कर
मैंने इक दरी खरीद ली,
ख्वाहिशों को कुछ कम किया मैंने
और ख़ुशी खरीद ली ।

सबने ख़रीदा सोना
मैने इक सुई खरीद ली,
सपनो को बुनने जितनी
डोरी ख़रीद ली ।

मेरी एक खवाहिश मुझसे
मेरे दोस्त ने खरीद ली,
फिर उसकी हंसी से मैंने
अपनी कुछ और ख़ुशी खरीद ली ।

इस ज़माने से सौदा कर
एक ज़िन्दगी खरीद ली,
दिनों को बेचा और
शामें खरीद ली ।

शौक-ए-ज़िन्दगी कमतर से
और कुछ कम किये,
फ़िर सस्ते में ही
"सुकून-ए-ज़िंदगी" खरीद ली ।
मुस्कुराया करो
🐾🐾🐾

जब भी करो बात
मुस्कुराया करो
🐾🐾🐾

जैसे भी रहो,
खिलखिलाया करो
🐾🐾🐾

जो भी हो दर्द,
सह जाया करो
🐾🐾🐾

ज्यादा हो दर्द तो
अपनों से कह जाया करो
🐾🐾🐾

जीवन एक नदी है,
 तैरते जाया करो
🐾🐾🐾

ऊँच नीच होगी राह में,
🏂बढ़ते जाया करो
🐾🐾🐾

अपनापन यहाँ महसूस हो तो
चले आया करो ।
🐾🐾🐾

बहुत सुंदर है यह संसार,
सुंदर और बनाया करो
🐾🐾🐾

इसलिए,जब भी करो बात
 😋मुस्कुराया करो
🐾🐾🐾

एक औरत थी,
जो अंधी थी,
जिसके कारण उसके बेटे को स्कूल
में बच्चे चिढाते थे,
कि अंधी का बेटा आ गया,
हर बात पर उसे ये शब्द सुनने
को मिलता था कि "अन्धी का बेटा" .
इसलिए वो अपनी माँ से चिडता था . उसे
कही भी अपने
साथ लेकर जाने में
हिचकता था
उसे नापसंद करता था..
उसकी माँ ने उसे पढ़ाया..
और उसे इस लायक बना दिया की वो अपने पैरो पर
खड़ा हो सके..
लेकिन जब वो बड़ा आदमी बन
गया तो अपनी माँ को छोड़
अलग रहने लगा..
एक दिन एक बूढी औरत उसके घर
आई और गार्ड से बोली..
मुझे तुम्हारे साहब से मिलना है जब गार्ड ने अपने मालिक से
बोल तो मालिक ने कहा कि बोल
दो मै अभी घर पर नही हूँ.
गार्ड ने जब बुढिया से
बोला कि वो अभी नही है..
तो वो वहा से चली गयी..!!
थोड़ी देर बाद जब लड़का अपनी कार से
ऑफिस के लिए
जा रहा होता है..
तो देखता है कि सामने बहुत भीड़
लगी है..
और जानने के लिए कि वहा क्यों भीड़
लगी है वह
वहा गया तो देखा उसकी माँ वहा मरी पड़ी थी..
उसने
देखा की उसकी मुट्ठी में
कुछ है उसने जब
मुट्ठी खोली तो देखा की एक
लेटर जिसमे यह
लिखा था कि बेटा जब तू छोटा था तो खेलते वक़्त
तेरी आँख में सरिया धंस
गयी थी और तू
अँधा हो गया था तो मैंने तुम्हे
अपनी आँखे दे दी थी..
इतना पढ़ कर लड़का जोर-जोर से
रोने लगा..
उसकी माँ उसके पास नही आ
सकती थी..
दोस्तों वक़्त रहते ही लोगो की वैल्यू
करना सीखो..
माँ-बाप का कर्ज हम
कभी नही चूका सकत..
हमारी प्यास का अंदाज़ भी अलग है
दोस्तों,
कभी समंदर को ठुकरा देते है,
तो कभी आंसू तक पी जाते है..!!!
"बैठना भाइयों के बीच,
चाहे "बैर" ही क्यों ना हो..
 और खाना माँ के हाथो का,
चाहे "ज़हर" ही क्यों ना हो..!!...

अगर आप अपनी माँ को बेहद प्यार करते है तो ये मैसज आगे Forward करें.
I know its a long msg and I personally don't like going thru them, but do read it.. you may know half the things or all but still it's quite enlightening..
by Dr Peeyush
Mysteries Explored: Sience behind Hindu traditions:

Indian Customs Vs Scientific Reasons

Traditions in Hinduism were considered mainly as superstitions, but with the advent of science, it is becoming evident that these traditions are based on some scientific knowledge and moved from generations to generations as traditions. Though the common people did not know science in it, they were following it very faithfully over the years. This blog is an attempt to bring forward the science involved in these traditions and rituals...

1. Throwing Coins into a River: The general reasoning given for this act is that it brings Good Luck. However, scientifically speaking, in the ancient times, most of the currency used was made of copper unlike the stainless steel coins of today. Copper is a vital metal very useful to the human body. Throwing coins in the river was one way our fore-fathers ensured we intake sufficient copper as part of the water as rivers were the only source of drinking water. Making it a custom ensured that all of us follow the practice.

2. Joining Both Palms together to Greet: In Hindu culture, people greet each other by joining their palms - termed as “Namaskar.” The general reason behind this tradition is that greeting by joining both the palms means respect. However, scientifically speaking, joining both hands ensures joining the tips of all the fingers together; which are denoted to the pressure points of eyes, ears, and mind. Pressing them together is said to activate the pressure points which helps us remember that person for a long time. And, no germs since we don’t make any physical contact!

3. Why do Indian Women wear Toe Ring: Wearing toe rings is not just the significance of married women but there is science behind it. Normally toe rings are worn on the second toe. A particular nerve from the second toe connects the uterus and passes to heart. Wearing toe ring on this finger strengthens the uterus. It will keep it healthy by regulating the blood flow to it and menstrual cycle will be regularized. As Silver is a good conductor, it also absorbs polar energies from the earth and passes it to the body.

4. Applying Tilak on the Forehead: On the forehead, between the two eyebrows, is a spot that is considered as a major nerve point in human body since ancient times. The Tilak is believed to prevent the loss of "energy", the red 'kumkum' between the eyebrows is said to retain energy in the human body and control the various levels of concentration. While applying kumkum the points on the mid-brow region and Adnya-chakra are automatically pressed. This also facilitates the blood supply to the face muscles.

5. Why do Temples have Bells: People who are visiting the temple should and will Ring the bell before entering the inner sanctum (Garbhagudi or Garbha Gruha or womb-chamber) where the main idol is placed. According to Agama Sastra, the bell is used to give sound for keeping evil forces away and the ring of the bell is pleasant to God. However, the scientific reason behind bells is that their ring clears our mind and helps us stay sharp and keep our full concentration on devotional purpose. These bells are made in such a way that when they produce a sound it creates a unity in the Left and Right parts of our brains. The moment we ring the bell, it produces a sharp and enduring sound which lasts for minimum of 7 seconds in echo mode. The duration of echo is good enough to activate all the seven healing centres in our body. This results in emptying our brain from all negative thoughts.

6. Why do we have Navratras: Our living style has drastically changed if we compare it to the society hundreds & thousands of years ago. The traditions which we follow in present are not establishments of today but of the past. Ever thought, why do we have Navratras twice a year unlike other festivals like Deepawali or Holi? Well, both these months are the months of changing seasons and the eating habits of both the seasons are quite different from each other. Navratras give enough time to the body to adjust and prepare itself for to the changing season. These nine days were marked as a period when people would clean their body system by keeping fasts by avoiding excessive salt and sugar, meditate, gain a lot of positive energy, gain a lot of self confidence & increase the self determination power (fasts are a medium to improve our will power and self determination) and finally get ready for the challenges of the changed season.

7. Why do we worship Tulsi Plant: Hindu religion has bestowed ‘Tulsi’, with the status of mother. Also known as ‘Sacred or Holy Basil’, Tulsi, has been recognized as a religious and spiritual devout in many parts of the world. The vedic sages knew the benefits of Tulsi and that is why they personified it as a Goddess and gave a clear message to the entire community that it needs to be taken care of by the people, literate or illiterate. We try to protect it because it is like Sanjeevani for the mankind. Tulsi has great medicinal properties. It is a remarkable antibiotic. Taking Tulsi everyday in tea or otherwise increases immunity and help the drinker prevent diseases, stabilize his or her health condition, balance his or her body system and most important of all, prolong his or her life. Keeping Tulsi plant at home prevents insects and mosquitoes from entering the house. It is said that snakes do not dare to go near a Tulsi plant. Maybe that is why ancient people would grow lots of Tulsi near their houses.

8. Why do we worship Peepal Tree: ‘Peepal’ tree is almost useless for an ordinary person, except for its shadow. ‘Peepal’ does not a have a delicious fruit, its wood is not strong enough for any purpose then why should a common villager or person worship it or even care for it? Our ancestors knew that ‘Peepal’ is one of the very few trees (or probably the only tree) which produces oxygen even at night. So in order to save this tree because of its unique property they related it to God/religion.

9. Start with Spice & End with Sweet: Our ancestors have stressed on the fact that our meals should be started off with something spicy and sweet dishes should be taken towards the end. The significance of this eating practice is that while spicy things activate the digestive juices and acids and ensure that the digestion process goes on smoothly and efficiently, sweets or carbohydrates pulls down the digestive process. Hence, sweets were always recommended to be taken as a last item.

10. Choti on the Male Head: Sushrut rishi, the foremost surgeon of Ayurveda, describes the master sensitive spot on the head as Adhipati Marma, where there is a nexus of all nerves. The shikha protects this spot. Below, in the brain, occurs the Brahmarandhra, where the sushumnã (nerve) arrives from the lower part of the body. In Yog, Brahmarandhra is the highest, seventh chakra, with the thousand-petalled lotus. It is the centre of wisdom. The knotted shikhã helps boost this centre and conserve its subtle energy known as ojas.

11. Applying Mehendi/Henna on the Hand: Besides lending color to the hands, mehndi is a very powerful medicinal herb. Weddings are stressful, and often, the stress causes headaches and fevers. As the wedding day approaches, the excitement mixed with nervous anticipation can take its toll on the bride and groom. Application of mehndi can prevent too much stress because it cools the body and keeps the nerves from becoming tense. This is the reason why mehndi is applied on the hands and feet, which house nerve endings in the body.

12. Celebration & Cleaning During Diwali: Diwali usually falls in October or November which marks the start of winter season and end of rainy season. Rainy season wasn't a good time for everyone back then; many homes needed repair and renovation after a heavy fall. That is why time before diwali was considered the period during which everyone can indulge in cleaning and beautification of their home. And also take out their winter clothes and pack the summer ones.

13. Sitting on the Floor & Eating: This tradition is not just about sitting on floor and eating, it is regarding sitting in the “Sukhasan” position and then eating. Sukhasan is the position we normally use for Yoga asanas. Sitting in this position while eating helps in improving digestion as the circulatory system can focus solely upon digestion and not on our legs dangling from a chair or supporting us while we are standing.

14. Why not to sleep with Your Head towards North: Myth is that it invites ghost or death but science says that it is because human body has its own magnetic field (Also known as hearts magnetic field, because the flow of blood) and Earth is a giant magnet. When we sleep with head towards north, our body's magnetic field become completely asymmetrical to the Earth's Magnetic field. That cause problems related to blood pressure and our heart needs to work harder in order to overcome this
💬 2 Wives chatting in office :

Wife 1: I had a fine evening, how was Urs???

Wife 2 : It was a disaster. My husband came home, ate his dinner in 3 mins & fell asleep in 2 mins. How was yours?

Wife 1 : Oh mine was amazing ! My husband came home and took me out for a romantic dinner.  After dinner we walked for an hour. When we came home he lit the candles around the house. It was like a fairy tale !

 At the same time, their husbands are talking at work..

Husband 1: How was your evening?

Husband 2: Great. I came home, dinner was on the table, I ate & fell asleep. What about you ?

Husband 1: It was horrible. I came home, there's no dinner, they cut the electricity because I forgot to pay the bill; so I took her out for dinner which was so expensive that didn't have money left for a cab or auto.We walked home which took an hour & when we got home I remembered there was no electricity so I had to light candles all over the house !!!!!!
😛😅
 MORAL: PRESENTATION DOES MATTER... NO MATTER WHAT THE REALITY IS !!!

One Dr question

Tooth brush kitney arsey bad Retired kiya jata hy?

Chinese: 1 week

British: 1 month

USA: 3 Months

INDIA: INDIA mein tooth brush kabi b retired nahi hota.

Dr.wo kaise?

India mein tooth brush sab se pehle dant saf karne k kam ata hai..

Phir hair color karne k Kam ata hai..

Us k bad machines ki safai k kam ata hai..aur..

Jab us k baal gir jate hain to pajame meh Nara dalne k kam ata hai! 😛


🙈🙉🙊
एक महिला ख़रीदारी करने माल
मैं गई कॅश
काउंटर पर पेमेंट करने के लिए
उसने पर्स
खोला तो दुकानदार ने महिला के
पर्स मैं
टीवी का रिमोट देखा दुकानदार
से
रहा नहीं गया उसने पूछा
आप टीवी का रिमोट हमेशा अपने
साथ लेकर
चलती हैं
नहीं, हमेशा नहीं, "लेकिन आज
मेरे पति ने
खरीदारी के लिए मेरे साथ आने
से मना कर
दिया".
कहानी अभी जारी हैं
-
-
-………
दुकानदार हंसते हुए बोला मैं
सभी सामान वापस
रख लेता हुँ आप के पति ने
आपका क्रेडिट कार्ड
ब्लॉक कर दिया हैं
सीख :- अपने पति के शौक
का सम्मान करें।

कहानी अभी भी जारी है .

............
महिला थोड़ी हँसी फिर अपने
पर्स से अपने
पति का क्रेडिट कार्ड
निकला और सभी Bills
की पेमेंट कर दी. (पति ने
पत्नी का कार्ड ब्लॉक
कर दिया था पर अपना कार्ड
नहीं)
सीख :- एक
नारी की शक्ति को कभी कम
नहीं समझना चाहिए। ( Don't
underestimate the power of a
Indian Women )


एक हाथ में लिपस्टिक
- दूसरे में मोबाइल
- एक कान कुकर की सीटी पर
- दूसरा वाट्सएप की नोटिफिकेशन पर
- एक आँख टीवी पर
- दूसरी पति की हरकतों पर

कौन कहता है नारी जीवन आसान है..?

सूखते पत्ते ने डाली से कहा...
"चुपके से अलग करना"
वरना लोगों का रिश्तों से भरोसा उठ जाएगा


जंग-ए-मैदान था या कोई शमशान था..
मेरा रकीब मेरा लश्कर देख हैरान था..
सामने फ़ौज खड़ी थी हज़ार कातिलों की..
पीछे कोई नहीं फकत मेरा भगवान था.!!!



नाम छोटा है मगर दिल
बडा रखता हु | |
पैसो से उतना अमीर नही हु | |
मगर अपने यारो के गम खरिद ने
की हैसयत रखता हु | | |
मुझे ना हुकुम का ईक्का बनना है
ना रानी का बादशाह । हम जोकर
ही अच्छे हे। जिस के नसीब में आऐंगे
बाज़ी पलट देंगे।



कोई दौलत पर नाज़ करते हैं,
कोई शोहरत पर नाज़ करते हैं,
जिसके साथ आप जैसा दोस्त हो,
वो अपनी किस्मत पर नाज़ करते हैं.
"



 दुनियाँ की हर चीज ठोकर लगने से टूट जाया करती है दोस्तो...
एक "कामयाबी ही है जो ठोकर खा के ही मिलती है ...!



रिस्ते तोड देने से मोहब्बत खतम नहीं हौती..!
लोग याद तो उन्हें भी करते है..
जो दुनिया छोड जाते है..!!



: जिदंगी तेरे ख्वाब भी कमाल के है।
तू गरीबों को उन महलों के सपने दिखाती है;
जिसमें अमीरों को नींद नहीं आती।