हो सके तो मुस्कुराहट बांट यार।
नातों में कुछ सरसराहट बांट यार॥
नीरस सी हो चली है जिंदगी बहुत।
थोडी सी इसमें शरारत बांट यार॥
जहां भी देखो ग़म पसरा है आंसू है।
थोडी सी नातों में हरारत बांट यार॥
नही पूछता कोई भी ग़म इक दूजे के।
लोगों में थोडी सी जियारत बांट यार॥
सब भाग रहे हैं यूं ही इक दूजे के पीछे।
अब सुकून की कोई ईबारत बांट यार॥
जीने का अंदाज़ न जानें कहां खो गया।
नफ़रत छोड प्यार मोहब्बत बांट यार॥
ज़िन्दगी न बीत जाये यूं ही दुख दर्द में।
बेचैनियों को कुछ तो राहत बांट यार॥
नातों में कुछ सरसराहट बांट यार॥
नीरस सी हो चली है जिंदगी बहुत।
थोडी सी इसमें शरारत बांट यार॥
जहां भी देखो ग़म पसरा है आंसू है।
थोडी सी नातों में हरारत बांट यार॥
नही पूछता कोई भी ग़म इक दूजे के।
लोगों में थोडी सी जियारत बांट यार॥
सब भाग रहे हैं यूं ही इक दूजे के पीछे।
अब सुकून की कोई ईबारत बांट यार॥
जीने का अंदाज़ न जानें कहां खो गया।
नफ़रत छोड प्यार मोहब्बत बांट यार॥
ज़िन्दगी न बीत जाये यूं ही दुख दर्द में।
बेचैनियों को कुछ तो राहत बांट यार॥
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