Sunday, October 16, 2016

आँखे बन्द करके जो प्रेम करे वो 'प्रेमिका' है।
आँखे खोल के जो प्रेम करे वो 'दोस्त' है।
आँखे दिखाके जो प्रेम करे वो 'पत्नी' है।
अपनी आँखे बंद होने तक जो प्रेम करे वो 'माँ' है।
परन्तु आँखों में प्रेम न जताते हुये भी जो प्रेम करे वो 'पिता' है।
 दिल से पढ़ो और ग़ौर करो
💓💞💕💓💗💓💕💖

(मम्मी और पापा ) का पैग़ाम 📨:-

1.जिस दिन तूम हमें  बूढ़ा 👴👵 देखो तब
सब्र करना और हमें समझने की कोशिश करना💓

 2.जब हम कोई बात भूल जाएं तो हम पर गु़स्सा😡 मत करना औरअपना बचपन 👼👶 याद करना🔱

3.जब हम बूढ़े 👵👴 होकर चल 🏃ना पायें तो हमारा सहारा  👫 बनना औरअपना पहला क़दम👣याद करना

4.जब हम बीमार🌾 हो जाएं तो वो दिन याद करके हम पर अपने पैसे💰खर्च करना जब हम तुम्हारी ख्वाहिशों 👔🎅🎁💝🎂को पूरी करने के लिये अपनी ख्वाहिशें क़ुरबान 💔🙇करते थे

👪 हमें अपने से अलग करने से पहले याद करना वो दिन जब हमारे 🏡 से बाहर होने पर तुम्हारे 😭 आँख के आँसू नहीं रुकते थे!
👏👏👏👏👏👏👏🙌

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