Friday, October 14, 2016

🙏
🌿जिन्दगी चलती है चलते रहिए
    वक्त के साथ बदलते रहिए

राह मुश्किल सही वो भी निकल जायेगी
     ठोकरें खा के भी संभलते रहिए

ये अंधेरा है जो जुगनू से भी घबराता है
    सूर्य ना हो तो चरागों सा जलते रहिए

उम्र भर कोई यहाँ साथ नहीं देता
     हों अकेले भी तो हँसते रहिए

कोई खुशबू नहीं ऐसी है जो ताउम्र रहे
      जिन्दगी फूल है थोड़ा महकते रहिए....
🌷

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