Thursday, June 4, 2015

एक बार इस कविता को दिल से पढ़िये
शब्द शब्द में गहराई है...

जब आंख खुली तो अम्‍मा की
गोदी का एक सहारा था
उसका नन्‍हा सा आंचल मुझको
भूमण्‍डल से प्‍यारा था

उसके चेहरे की झलक देख
चेहरा फूलों सा खिलता था
उसके स्‍तन की एक बूंद से
मुझको जीवन मिलता था

हाथों से बालों को नोंचा
पैरों से खूब प्रहार किया
फिर भी उस मां ने पुचकारा
हमको जी भर के प्‍यार किया

मैं उसका राजा बेटा था
वो आंख का तारा कहती थी
मैं बनूं बुढापे में उसका
बस एक सहारा कहती थी

उंगली को पकड. चलाया था
पढने विद्यालय भेजा था
मेरी नादानी को भी निज
अन्‍तर में सदा सहेजा था

मेरे सारे प्रश्‍नों का वो
फौरन जवाब बन जाती थी
मेरी राहों के कांटे चुन
वो खुद गुलाब बन जाती थी

मैं बडा हुआ तो कॉलेज से
इक रोग प्‍यार का ले आया
जिस दिल में मां की मूरत थी
वो रामकली को दे आया

शादी की पति से बाप बना
अपने रिश्‍तों में झूल गया
अब करवाचौथ मनाता हूं
मां की ममता को भूल गया

हम भूल गये उसकी ममता
मेरे जीवन की थाती थी
हम भूल गये अपना जीवन
वो अमृत वाली छाती थी

हम भूल गये वो खुद भूखी
रह करके हमें खिलाती थी
हमको सूखा बिस्‍तर देकर
खुद गीले में सो जाती थी

हम भूल गये उसने ही
होठों को भाषा सिखलायी थी
मेरी नीदों के लिए रात भर
उसने लोरी गायी थी

हम भूल गये हर गलती पर
उसने डांटा समझाया था
बच जाउं बुरी नजर से
काला टीका सदा लगाया था

हम बडे हुए तो ममता वाले
सारे बन्‍धन तोड. आए
बंगले में कुत्‍ते पाल लिए
मां को वृद्धाश्रम छोड आए

उसके सपनों का महल गिरा कर
कंकर-कंकर बीन लिए
खुदग़र्जी में उसके सुहाग के
आभूषण तक छीन लिए

हम मां को घर के बंटवारे की
अभिलाषा तक ले आए
उसको पावन मंदिर से
गाली की भाषा तक ले आए

मां की ममता को देख मौत भी
आगे से हट जाती है
गर मां अपमानित होती
धरती की छाती फट जाती है

घर को पूरा जीवन देकर
बेचारी मां क्‍या पाती है
रूखा सूखा खा लेती है
पानी पीकर सो जाती है

जो मां जैसी देवी घर के
मंदिर में नहीं रख सकते हैं
वो लाखों पुण्‍य भले कर लें
इंसान नहीं बन सकते हैं

मां जिसको भी जल दे दे
वो पौधा संदल बन जाता है
मां के चरणों को छूकर पानी
गंगाजल बन जाता है

मां के आंचल ने युगों-युगों से
भगवानों को पाला है
मां के चरणों में जन्‍नत है
गिरिजाघर और शिवाला है

हिमगिरि जैसी उंचाई है
सागर जैसी गहराई है
दुनियां में जितनी खुशबू है
मां के आंचल से आई है

मां कबिरा की साखी जैसी
मां तुलसी की चौपाई है
मीराबाई की पदावली
खुसरो की अमर रूबाई है

मां आंगन की तुलसी जैसी
पावन बरगद की छाया है
मां वेद ऋचाओं की गरिमा
मां महाकाव्‍य की काया है

मां मानसरोवर ममता का
मां गोमुख की उंचाई है
मां परिवारों का संगम है
मां रिश्‍तों की गहराई है

मां हरी दूब है धरती की
मां केसर वाली क्‍यारी है
मां की उपमा केवल मां है
मां हर घर की फुलवारी है

सातों सुर नर्तन करते जब
कोई मां लोरी गाती है
मां जिस रोटी को छू लेती है
वो प्रसाद बन जाती है

मां हंसती है तो धरती का
ज़र्रा-ज़र्रा मुस्‍काता है
देखो तो दूर क्षितिज अंबर
धरती को शीश झुकाता है

माना मेरे घर की दीवारों में
चन्‍दा सी मूरत है
पर मेरे मन के मंदिर में
बस केवल मां की मूरत है

मां सरस्‍वती लक्ष्‍मी दुर्गा
अनुसूया मरियम सीता है
मां पावनता में रामचरित
मानस है भगवत गीता है

अम्‍मा तेरी हर बात मुझे
वरदान से बढकर लगती है
हे मां तेरी सूरत मुझको
भगवान से बढकर लगती है

सारे तीरथ के पुण्‍य जहां
मैं उन चरणों में लेटा हूं
जिनके कोई सन्‍तान नहीं
मैं उन मांओं का बेटा हूं

हर घर में मां की पूजा हो
ऐसा संकल्‍प उठाता हूं
मैं दुनियां की हर मां के
चरणों में ये शीश झुकाता हूं...


वजन कम करने का अनोखा तरीका!
एक मोटे आदमी ने न्यूज पेपर में विज्ञापन देखा। एक सप्ताह में 5 किलो वजन कम कीजिये।

उसने उस विज्ञापन वाली कंपनी में फोन किया तो एक महिला ने जवाब दिया और कहा, "कल सुबह 6 बजे तैयार रहिए।"

अगली सुबह उस मोटे ने दरवाजा खोला तो देखा कि एक बहुत खूबसूरत युवती जॉगिंग सूट और शूज पहने बाहर खड़ी है।

युवती बोली, "मुझे पकड़ो और जो मन आये वो करो ये कहकर युवती दौड़ पड़ी।"

मोटू भी उसके पीछे दौड़ा मगर उसे पकड़ नहीं पाया।

उस पूरे हफ्ते रोज मोटू ने उसे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन युवती को न पकड़ पाया।

पर उसका 5 किलो वजन कम हो गया।

फिर मोटू ने 10 किलो वजन कम करने वाले प्रोग्राम की बात की।

अगली सुबह 6 बजे उसने दरवाजा खोला तो देखा कि पहले वाली से भी शानदार युवती जॉगिंग सूट और शूज में खड़ी है।

युवती बोली, "मुझे पकड़ो और जो मन मे आये करो।"

इस हफ्ते मोटू का 10 किलो वजन घट गया।

मोटू ने सोचा कि वाह क्या बढ़िया प्रोग्राम है। क्यों ना 25 किलो वजन कम करने वाला प्रोग्राम आजमाया जाए।

उसने 25 किलो घटाने वाले प्रोग्राम के लिए फोन किया।

तो महिला ने जवाब दिया और कहा कि क्या आपका इरादा पक्का है? क्योंकि ये प्रोग्राम थोड़ा कठिन है।

मोटू बोला: हाँ।

अगली सुबह 6 बजे मोटू ने दरवाजा खोला तो देखा कि दरवाजे पर जॉगिंग सूट और शूज पहने एक काला नीग्रो खड़ा था।

नीग्रो बोला, "अगर मैंने तुम्हे पकड़ लिया तो मैं तुम्हारे साथ जो मन आये वो करूँगा।"


नमस्कार को टाटा खाया,
नूडल को आंटा !!
अंग्रेजी के चक्कर में
हुआ बडा ही घाटा !!
बोलो धत्त तेरे की !!

माताजी को मम्मी खा गयी,
पिता को खाया डैड !!
और दादाजी को ग्रैंडपा खा गये,
सोचो कितना बैड !!
बोलो धत्त तेरे की !!

गुरुकुल को स्कूल खा गया,
गुरु को खाया चेला !!
और सरस्वती की प्रतिमा पर
उल्लू मारे ढेला !!
बोलो धत्त तेरे की !!

चौपालों को बियर बार खा गया,
रिश्तों को खाया टी.वी. !!
और देख सीरियल लगा लिपिस्टिक
बक-बक करती बीबी !!
बोलो धत्त तेरे की !!

रस्गुल्ले को केक खा गया
और दूध पी गया अंडा !!
और दातून को टूथपेस्ट खा गया,
छाछ पी गया ठंढा !!
बोलो धत्त तेरे की !!

परंपरा को कल्चर खा गया,
हिंदी को अंग्रेजी !!
और दूध-दही के बदले चाय पी कर बने हम
लेजी !!
बोलो धत्त तेरे की !!

😜😜😜😜😜


Wednesday, June 3, 2015

पत्नी ने पति को मेसेज भेजा: हाय, मैं लेट हो जाऊंगी, प्लीज़ खाना बना लेना और सारे गंदे बर्तान धो लेना।
बेड ठीक कर लेना और ध्यान रहे कि मेरे आने से पहले बच्चे सो जाएं।

उसके बाद उसने एक दूसरा मेसेज भेजा : ...और मैं कहना भूल गई कि मैं तुम्हारे लिए विस्की की बोतल ला रही हूं।
पति ने लिखा। क्या सच मे ???

 पत्नी ने कहा : नहीं, मैं तो बस जानना चाह रही थी कि तुम्हें मेरा पहला मेसेज मिला या नहीं!
😜😜😜😜😜😜


Awesome post must read
How a son/daughter thinks of his/her father at different age.....

At 6 years....:My Dad is great!

At 8 years....:My Daddy knows everything.

At 12 years.....: My Daddy is good but he is short tempered.

At 14 years....: My Daddy was nice to me when I was young.

At 18 years.....: My Daddy is not in line with the current times. Frankly he does not know anything.

At 20 years...: My Daddy is becoming increasingly cranky and unreasonable.

At 23 years....: Oh! It is becoming difficult to tolerate Daddy! Wonder how Mother puts up with him!

At 25 years...: Daddy is objecting to everything.. Don't know when will he understand the world.

At 32 years...: It is becoming difficult to manage my son! I used to be so scared of my Dad when I was young...

At 40 years...: Daddy brought me up with so much discipline.. I wonder how he managed to handle the younger generation!..

At 45 years....: I am baffled as to how my Daddy brought us up..

At 50 years...: My Daddy faced so many hardship to bring us up...(we were 3 brothers and 2 sisters) I am unable to manage a single child!

At 55 years...: My Daddy was so far sighted and planned so many things for us. Even at this old age, he is able to control things. He is one of his kind and unique.

At last...: ' My Daddy was great!

Don't take so many years.....Realize it on time...
 Education is not a Name of Any Degree or Certificate that can be shown to others as a Proof ...
 But ...
Education is the name of Our Attitude, Actions, Language , Behavior & Personality with Others in Real Life ... !!

And thus it is Rightly said that ...

To be Born with a Personality is a Gift from your Parents ...
But ...
To Die as a Personality is an Achievement of your Own and a Return Gift to your Parents ... !!🙏


!!! शिक्षाप्रद कहानी !!!

रात में एक चोर घर में घुसता है। कमरे का दरवाजा खोला तो मुसहरी पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी। खटपट से उसकी आंख खुल गई। चोर ने घबरा कर देखा तो वह लेटे लेटे बोली '' बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो, लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। चलो कोई बात नहीं। अलमारी के तीसरे बक्से में एक तिजोरी है ।
इसमें का सारा माल तुम चुपचाप वह ले जाना। मगर पहले मेरे पास आकर बैठो, मैंने अभी-अभी एक ख्वाब देखा है । वह सुनकर जरा मुझे इसकी ताबीर तो बता दो।
'' चोर उस बूढ़ी औरत की रहमदिली से बड़ा मुतास्सिर हुआ और चुपचाप उसके पास जाकर बैठ गया। बुढ़िया ने अपना सपना सुनाना शुरु किया '' बेटा मैंने देखा कि मैं एक रेगिस्तान में खो गइ हूँ। ऐसे में एक चील मेरे पास आई और उसने 3 बार जोर जोर से बोला
माजिद। । माजिद। । माजिद !!!
 बस फिर ख्वाब खत्म हो गया और मेरी आंख खुल गई। जरा बताओ तो इसकी क्या ताबीर हुई? ''

चोर सोच में पड़ गया। इतने में बराबर वाले कमरे से बुढ़िया का नोजवान बेटा माजिद अपना नाम ज़ोर ज़ोर से सुनकर उठ गया और अंदर आकर चोर की जमकर कुत्ता बना के ठुकाई लगाई। बुढ़िया बोली ''बस करो अब यह अपने किए की सजा भुगत चुका।

'' चोर बोला; नहीं नहीं मुझे और कूटो सालों ताकि मुझे आगे याद रहे कि मैं चोर हूँ सपनों की ताबीर बताने वाला नहीं। ''
   


Moral - B Professional
😕😕😕😕😕😕
😬😬😬😬😬😬


👌👌बहुत बेहतरीन कविता है👌👌


तू
जिंदगी को जी
उसे समझने की
कोशिश न कर

सुन्दर सपनो के
ताने बाने बुन
उसमे उलझने की
कोशिश न कर

चलते वक़्त के साथ
तू भी चल
उसमे सिमटने की
कोशिश न कर

अपने हाथो को फैला,
खुल कर साँस ले
अंदर ही अंदर घुटने की
कोशिश न कर

मन में चल रहे
युद्ध को विराम दे
खामख्वाह खुद से
लड़ने की कोशिश न कर

कुछ बाते
भगवान् पर छोड़ दे
सब कुछ खुद सुलझाने की
कोशिश न कर

जो मिल गया
उसी में खुश रह
जो सकून छीन ले
वो पाने की कोशिश न कर

रास्ते की सुंदरता का
लुत्फ़ उठा
मंजिल पर जल्दी
पहुचने की कोशिश न कर....

8 आदतों से सुधारें अपना घर :
1) 👉::
अगर आपको कहीं पर भी थूकने की आदत है तो यह निश्चित है
कि आपको यश, सम्मान अगर मुश्किल से मिल भी जाता है
तो कभी टिकेगा ही नहीं .
wash basin में ही यह काम कर आया करें !
2) 👉::
जिन लोगों को अपनी जूठी थाली या बर्तन वहीं उसी जगह पर
छोड़ने की आदत होती है उनको सफलता कभी भी स्थायी रूप से नहीं मिलती.!
बहुत मेहनत करनी पड़ती है और ऐसे लोग अच्छा नाम नहीं कमा पाते.!
अगर आप अपने जूठे बर्तनों को उठाकर उनकी सही जगह पर रख आते हैं तो चन्द्रमा और शनि का आप सम्मान करते हैं !
3) 👉::
जब भी हमारे घर पर कोई भी बाहर से आये, चाहे मेहमान हो या कोई काम करने वाला, उसे स्वच्छ पानी जरुर पिलाएं !
ऐसा करने से हम राहू का सम्मान करते हैं.!
जो लोग बाहर से आने वाले लोगों को स्वच्छ पानी हमेशा पिलाते हैं उनके घर में कभी भी राहू का दुष्प्रभाव नहीं पड़ता.!
4) 👉::
घर के पौधे आपके अपने परिवार के सदस्यों जैसे ही होते हैं, उन्हें भी प्यार और थोड़ी देखभाल की जरुरत होती है.!
जिस घर में सुबह-शाम पौधों को पानी दिया जाता है तो हम बुध, सूर्य और चन्द्रमा का सम्मान करते हुए परेशानियों से डटकर लड़ पाते हैं.!
जो लोग नियमित रूप से पौधों को पानी देते हैं, उन लोगों को depression, anxiety जैसी परेशानियाँ जल्दी से नहीं पकड़ पातीं.!
5) 👉::
जो लोग बाहर से आकर अपने चप्पल, जूते, मोज़े इधर-उधर फैंक देते हैं, उन्हें उनके शत्रु बड़ा परेशान करते हैं.!
इससे बचने के लिए अपने चप्पल-जूते करीने से लगाकर रखें, आपकी प्रतिष्ठा बनी रहेगी
6) 👉::
उन लोगों का राहू और शनि खराब होगा, जो लोग जब भी अपना बिस्तर छोड़ेंगे तो उनका बिस्तर हमेशा फैला हुआ होगा, सिलवटें ज्यादा होंगी, चादर कहीं, तकिया कहीं, कम्बल कहीं ?
उसपर ऐसे लोग अपने पुराने पहने हुए कपडे तक फैला कर रखते हैं ! ऐसे लोगों की पूरी दिनचर्या कभी भी व्यवस्थित नहीं रहती, जिसकी वजह से वे खुद भी परेशान रहते हैं और दूसरों को भी परेशान करते हैं.!
इससे बचने के लिए उठते ही स्वयं अपना बिस्तर समेट दें.!
7)👉::
पैरों की सफाई पर हम लोगों को हर वक्त ख़ास ध्यान देना चाहिए,
जो कि हम में से बहुत सारे लोग भूल जाते हैं ! नहाते समय अपने पैरों को अच्छी तरह से धोयें, कभी भी बाहर से आयें तो पांच मिनट रुक कर मुँह और पैर धोयें.!
आप खुद यह पाएंगे कि आपका चिड़चिड़ापन कम होगा, दिमाग की शक्ति बढेगी और क्रोध
धीरे-धीरे कम होने लगेगा.!
8) 👉::
रोज़ खाली हाथ घर लौटने पर धीरे-धीरे उस घर से लक्ष्मी चली जाती है और उस घर के सदस्यों में नकारात्मक या निराशा के भाव आने लगते हैं.!
इसके विपरित घर लौटते समय कुछ न कुछ वस्तु लेकर आएं तो उससे घर में बरकत बनी रहती है.!
उस घर में लक्ष्मी का वास होता जाता है.!
हर रोज घर में कुछ न कुछ लेकर आना वृद्धि का सूचक माना गया है.!
ऐसे घर में सुख, समृद्धि और धन हमेशा बढ़ता जाता है और घर में रहने वाले सदस्यों की भी तरक्की होती है.!

💢 बेचारा पति क्या करे ? 💢

        😡 Sunday के दिन 😡

1. पति अगर देर तक सोये तो :-

बीवी: अब उठ भी जाओ! तुम्हारे जैसा भी कोई है क्या? छुट्टी है तो इसका मतलब यह नहीं की सोते रहोगे।

2. पति अगर जल्दी उठ जाये तो :-

बीवी: पिछले जन्म में मुर्गे थे क्या? ठीक 4:30 बजे उठ कर कुकडू-कू करने लगते हो। इतना जल्दी उठकर क्या पहाड़ तोड़ लाओगे?

3. पति अगर सन्डे को घर पे ही रहे तो:-

बीवी: कुछ काम भी कर लिया करो। हफ्ते भर बाट देखते है तुम्हारे सन्डे की, उसे भी तुम केवल नहाने धोने में ही लगा देते हो।

4. पति अगर सन्डे के दिन घर से देर तक बाहर रहे (काम के सिलसिले में) तो:-

बीवी: कहाँ थे तुम आज पूरा दिन? आज सन्डे है कभी मुँह से भगवान का नाम भी ले लिया करो।

5. पति अगर सन्डे को पूजा करे तो:-

बीवी: ये टल्ली बजाते रहने से कुछ नहीं होने वाला। अगर ऐसा होता तो इस दुनिया के रईसों में टाटा या बिल गेट्स का नाम नहीं होता बल्कि किसी पुजारी का नाम आता।

6. अगर टाटा या बिल गेट्स जैसा बनने के लिए पति दिन रात मेहनत करे तो:-

बीवी: हर वक़्त काम, काम काम, तुम्हें अपने ऑफिस के ही सात फेरे ले लेने चाहिए थे। हम क्या यहाँ पर बंधुआ मजदूर है जो सारा दिन काम करें और शाम को तुम्हारा इंतज़ार करें?

7. पति अगर पत्नी को घुमाने ले जाए तो:-

बीवी: हमारे बीच वाले जीजा जी तो दीदी को हर महीने घुमाने ले जाते हैं और वो भी स्विट्ज़रलैंड और दार्जिलिंग जैसी जगहों पर। तुम्हारी तरह "हरिद्वार" नहाने नहीं जाते।

8. पति अगर बे खौफ हो कर नैनीताल, मसूरी, गोवा, माउन्ट आबू, ऊटी जैसी जगहों पर घुमाने ले भी जाए तो:-

बीवी: अपना घर ही सबसे अच्छा, बेकार ही पैसे लुटाते फिरते है। इधर उधर बंजारों की तरह घुमते फिरो। क्या रखा है घूमने में? इतने पैसा अगर घर पर रहते तो पूरे 2 साल के लिए कपडे खरीद सकते थे।

😲
घरवाली की कीच-कीच न हो तो इन्सान कहाँ से कहाँ पहुँच जाता है...
😲

😄😃
😜😜😜😜😜😜😜😜


GIRLS ARE THE BESTEST GIFT EVER MADE BY GOD
RESPECT THEM!!!



Ek ladka aur ladki k bich ka difference
(as son and daughter )
awsome it is.

Ladka:
8yrs: papa mujhe remote control car leke do.
(wish accepted)

11yrs: papa mujhe 200/-
Ki parker chaiye
(wish accepted)

17yrs:papa mujhe sports bike chaiye
(wish accepted)

21 yrs:mujhe apki property chaiye
(wish accpted)

25yrs:mujhe aap iss ghar mein nahi chaiye
(wish accepted...)



Ladki:
8yrs: I want to spend time wid u.
(papa has no time)

11yrs: Papa Iwant to play wid you.
(papa has no time)


17yrs:papa mujhe apke sath ghumna hai
(ignored)

21 yrs:(during marriage) mujhe apko chod ke nhi jaana

25yrs:Papa aap mere sath rehne aajao.....
(wish accepted)
coz ab papa jaan gaye ki betiya apni hoti aur ladke paraye hote hai

Khuskismat hai voh jinhe betiya mili hai

Aur Bhagawan unhe hi betiya deta hai jo kushkismat hote hai
कोशिश कर, हल निकलेगा।
आज नही तो, कल निकलेगा।
अर्जुन के तीर सा सध,
मरूस्थल से भी जल निकलेगा।।
मेहनत कर, पौधो को पानी दे,
बंजर जमीन से भी फल निकलेगा।
ताकत जुटा, हिम्मत को आग दे,
फौलाद का भी बल निकलेगा।
जिन्दा रख, दिल में उम्मीदों को,
गरल के समन्दर से भी गंगाजल निकलेगा।
कोशिशें जारी रख कुछ कर गुजरने की,
जो है आज थमा थमा सा है, चल निकलेगा।।

कुछ सुंदर पंक्तियाँ...

किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!
अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..!
बिरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका..
ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो, ना ही तुम अपने कंधे पर सर रखकर रो सकते हो..एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है..! इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से.. रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योंकि कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर जीवन अमीर जरूर बना देते है.... !!😊😊😊

शहर के सबसे बड़े बैंक में एक बार एक बुढ़िया आई ।
उसने मैनेजर से कहा :- "मुझे इस बैंक में कुछ रुपये जमा करने हैं"

मैनेजर ने पूछा :- कितने हैं ?

वृद्धा बोली :- होंगे कोई दस लाख ।

मैनेजर बोला :- वाह क्या बात है, आपके पास तो काफ़ी पैसा है, आप करती क्या हैं ?

वृद्धा बोली :- कुछ खास नहीं, बस शर्तें लगाती हूँ ।

मैनेजर बोला :- शर्त लगा-लगा कर आपने इतना सारा पैसा कमाया है ? कमाल है...

वृद्धा बोली :- कमाल कुछ नहीं है, बेटा, मैं अभी एक लाख रुपये की शर्त लगा सकती हूँ कि तुमने अपने सिर पर विग लगा रखा है ।

मैनेजर हँसते हुए बोला :- नहीं माताजी, मैं तो अभी जवान हूँ और विग नहीं लगाता ।

तो शर्त क्यों नहीं लगाते ? वृद्धा बोली ।

मैनेजर ने सोचा यह पागल बुढ़िया खामख्वाह ही एक लाख रुपये गँवाने पर तुली है, तो क्यों न मैं इसका फ़ायदा उठाऊँ... मुझे तो मालूम ही है कि मैं विग नहीं लगाता ।

मैनेजर एक लाख की शर्त लगाने को तैयार हो गया ।

वृद्धा बोली :- चूँकि मामला एक लाख रुपये का है, इसलिये मैं कल सुबह ठीक दस बजे अपने वकील के साथ आऊँगी और उसी के सामने शर्त का फ़ैसला होगा ।

मैनेजर ने कहा :- ठीक है, बात पक्की...

मैनेजर को रात भर नींद नहीं आई.. वह एक लाख रुपये और बुढ़िया के बारे में सोचता रहा ।

अगली सुबह ठीक दस बजे वह बुढ़िया अपने वकील के साथ मैनेजर के केबिन में पहुँची और कहा :- क्या आप तैयार हैं ?

मैनेजर ने कहा :- बिलकुल, क्यों नहीं ?

वृद्धा बोली :- लेकिन चूँकि वकील साहब भी यहाँ मौजूद हैं और बात एक लाख की है, अतः मैं तसल्ली करना चाहती हूँ कि सचमुच आप विग नहीं लगाते, इसलिये मैं अपने हाथों से आपके बाल नोचकर देखूँगी ।

मैनेजर ने पल भर सोचा और हाँ कर दी, आखिर मामला एक लाख का था ।
वृद्धा मैनेजर के नजदीक आई और धीर-धीरे आराम से मैनेजर के बाल नोचने लगी । उसी वक्त अचानक पता नहीं क्या हुआ, वकील साहब अपना माथा दीवार पर ठोंकने लगे ।

मैनेजर ने कहा :- अरे.. अरे.. वकील साहब को क्या हुआ ?

वृद्धा बोली :- कुछ नहीं, इन्हें सदमा लगा है, मैंने इनसे पाँच लाख रुपये की शर्त लगाई थी कि आज सुबह दस बजे मैं शहर के सबसे बड़े बैंक के मैनेजर के बाल नोचकर दिखा दूँगी ।

ठोको ताली 😂


Superb msg

एक नगर में एक मशहूर चित्रकार रहता था । चित्रकार ने एक बहुत सुन्दर तस्वीर बनाई और उसे नगर के चौराहे मे लगा दिया और नीचे लिख दिया कि जिस किसी को , जहाँ भी इस में कमी नजर आये वह वहाँ निशान लगा दे । जब उसने शाम को तस्वीर देखी उसकी पूरी तस्वीर पर निशानों से ख़राब हो चुकी थी । यह देख वह बहुत दुखी हुआ । उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करे वह दुःखी बैठा हुआ था । तभी उसका एक मित्र वहाँ से गुजरा उसने उस के दुःखी होने का कारण पूछा तो उसने उसे पूरी घटना बताई । उसने कहा एक काम करो कल दूसरी तस्वीर बनाना और उस मे लिखना कि जिस किसी को इस तस्वीर मे जहाँ कहीं भी कोई कमी नजर आये उसे सही कर दे । उसने अगले दिन यही किया । शाम को जब उसने अपनी तस्वीर देखी तो उसने देखा की तस्वीर पर किसी ने कुछ नहीं किया । वह संसार की रीति समझ गया । "कमी निकालना , निंदा करना , बुराई करना आसान , लेकिन उन कमियों को दूर करना अत्यंत कठिन होता है "              
 "जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है;.,,,
 वेस्ट करो तो भी पिघलती है,,,,,,
 इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो,
    वेस्ट तो हो ही रही है.,,

 "Life is very beautiful"


जाने क्यूं
अब शर्म से,
चेहरे गुलाब नही होते।
जाने क्यूं
अब मस्त मौला मिजाज नही होते।

पहले बता दिया करते थे, दिल की बातें।
जाने क्यूं
अब चेहरे,
खुली किताब नही होते।

सुना है
बिन कहे
दिल की बात
समझ लेते थे।
गले लगते ही
दोस्त हालात
समझ लेते थे।

तब ना फेस बुक
ना स्मार्ट मोबाइल था
ना फेसबुक
ना ट्विटर अकाउंट था
एक चिट्टी से ही
दिलों के जज्बात
समझ लेते थे।

सोचता हूं
हम कहां से कहां आ गये,
प्रेक्टीकली सोचते सोचते
भावनाओं को खा गये।

अब भाई भाई से
समस्या का समाधान
 कहां पूछता है
अब बेटा बाप से
उलझनों का निदान
कहां पूछता है
बेटी नही पूछती
मां से गृहस्थी के सलीके
अब कौन गुरु के
चरणों में बैठकर
ज्ञान की परिभाषा सीखे।

परियों की बातें
अब किसे भाती है
अपनो की याद
अब किसे रुलाती है
अब कौन
गरीब को सखा बताता है
अब कहां
कृण्ण सुदामा को गले लगाता है

जिन्दगी मे
हम प्रेक्टिकल हो गये है
मशीन बन गये है सब
इंसान जाने कहां खो गये है!

इंसान जाने कहां खो गये है
 इंसान जाने कहां खो गये है....!!!!


Tuesday, June 2, 2015

🌼🌼🌼🌼
वो भी क्या दिन थे...

🌼 जब घड़ी एक आध के पास होती थी और समय सबके पास होता था।

🌼 बोलचाल में हिंदी का प्रयोग होता था और अंग्रेज़ी तो पीने के बाद ही बोली जाती थी।

🌼 लोग भूखे उठते थे पर भूखे सोते नहीं थे।

🌼 फिल्मों में हीरोइन को पैसे कम मिलते थे पर कपड़े वो पूरे पहनती थी।

🌼 लोग पैदल चलते थे और पदयात्रा करते थे पर पदयात्रा पद पाने के लिये नहीं होती थी।

🌼 साईकिल होती थी जो चार रोटी में चालीस का एवरेज देती थी।

🌼 चिट्ठी पत्री का जमाना था। पत्रों मे व्याकरण अशुद्ध होती थी पर आचरण शुद्ध हुआ करता थे।

🌼 शादी में घर की औरतें खाना बनाती थी और बाहर की औरतें नाचती थी अब घर की औरतें नाचती हैं और बाहर की औरते खाना बनाती है।

🌼 खाना घर खाते थे और शौच बाहर जाते थे और अब शौच घर में करते हैँ और खाना खाने बाहर जाते हैँ।

☺☺😉😉😩😩😩

एक हसीन लडकी राजा के
दरबार में डांस कर
रही थी..
.
(राजा बहुत बदसुरत था)
.
लडकी ने राजा से एक
एक सवाल पूछने की इजाजत
मांगी...
.
राजा ने कहा, 'चलो पुछो.'
.
लडकी ने कहा,
'जब हुस्न बंट रहा था
तब आप कहां
थे..??
.
राजा ने गुस्सा नही
किया
बल्कि मुस्कुराते हुवे कहा

'जब तुम हुस्न की लाइन्
में खडी
 हुस्न ले रही थी,
.
तो मैं किस्मत की
लाइन में खडा किस्मत ले
रहा था....
.
और देख आज तुझ जेसी
हुस्न वालीयां मेरे दरबार में
गुलाम की तरह
नाच रही है..
.
इसलिऐ किसी शायर ने बहुत
खुब कहा है,
.
"हुस्न ना मांग
नसीब मांग ए दोस्त,
हुस्न वाले तो
अक्सर
नसीब वालों के गुलाम
हुआ करते है..
👆☝👌👌👍👍


एक गरीब परिवार में एक सुन्दर सी बेटी👰 ने जन्म लिया..

बाप दुखी हो गया बेटा पैदा होता तो कम से कम काम में तो हाथ बटाता,,
        उसने बेटी को पाला जरूर,
 मगर दिल से नही....

वो पढने जाती थी तो ना ही स्कूल की फीस टाइम से जमा करता,
 और ना ही कापी किताबों पर ध्यान देता था...
अक्सर दारू पी कर घर में कोहराम मचाता था........

उस लडकी की मॉ बहुत अच्छी व बहुत भोली भाली थी वो अपनी बेटी को बडे लाड प्यार से रखती थी..
वो पति से छुपा-छुपा कर बेटी की फीस जमा करती
और कापी किताबों का खर्चा देती थी..
अपना पेट काटकर फटे पुराने कपडे पहन कर गुजारा कर लेती थी,
 मगर बेटी का पूरा खयाल रखती थी...

पति अक्सर घर से कई कई दिनों के लिये गायब हो जाता था.

जितना कमाता था दारू मे ही फूक देता था...

वक्त का पहिया घूमता गया
"
"
"
"
बेटी धीरे-धीरे समझदार हो गयी..
दसवीं क्लास में उसका एडमीसन होना था.
मॉ के पास इतने पैसै ना थे जो बेटी का स्कूल में दाखिला करा पाती..
बेटी डरडराते हुये पापा से बोली:
पापा मैं पढना चाहती हूं मेरा हाईस्कूल में एडमीसन करा दीजिए मम्मी के पास पैसै नही है...
बेटी की बात सुनते ही बाप आग वबूला हो गया और चिल्लाने लगा बोला: तू कितनी भी पड लिख जाये तुझे तो चौका चूल्हा ही सम्भालना है क्या करेगी तू ज्यादा पड लिख कर..

उस दिन उसने घर में आतंक मचाया व सबको मारा पीटा

बाप का व्यहार देखकर बेटी ने मन ही मन में सोच लिया कि अब वो आगे की पढाई नही करेगी....
एक दिन उसकी मॉ बाजार गयी

बेटी ने पूछा:मॉ कहॉ गयी थी
मॉ ने उसकी बात को अनसुना करते हुये कहा :
बेटी कल मै तेरा स्कूल में दाखिला कराउगी
बेटी ने कहा: नही़ं मॉ मै अब नही पडूगी मेरी वजह से तुम्हे कितनी परेशानी उठानी पडती है पापा भी तुमको मारते पीटते हैं कहते कहते रोने लगी..
मॉ ने उसे सीने से लगाते हुये कहा: बेटी मै बाजार से कुछ रुपये लेकर आयी हूं मै कराउगी तेरा दखिला..
बेटी ने मॉ की ओर देखते हुये पूछा: मॉ तुम इतने पैसै कहॉसे लायी हो??
मॉ ने उसकी बात को फिर अनसुना कर दिया...

वक्त वीतता गया
"
"
"
"मॉ ने जी तोड मेहनत करके बेटी को पढाया लिखाया
बेटी ने भी मॉ की मेहनत को देखते हुये मन लगा कर दिन रात पढाई की
 और आगे बडती चली गयी.......
""""
"""""""
""""""""""
इधर बाप दारू पी पी कर बीमार पड गया
डाक्टर के पास ले गये
डाक्टर ने कहा इनको टी.बी. है
"""
"""""
एक दिन तबियत ज्यादा गम्भीर होने पर बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया..
दो दिन बाद उस जबे होश आया तो डाक्टरनी का चेहरा देखकर उसके होश उड गये😳😳


वो डाक्टरनी कोई और नही वल्कि उसकी

अपनी बेटी थी..

शर्म से पानी पानी बाप
कपडे से अपना चेहरा छुपाने लगा
और रोने लगा हाथ जोडकर बोला: बेटी मुझे माफ करना मैं तुझे समझ ना सका...

दोस्तों बेटी 💎आखिर बेटी होती है
,,,,,,,,
बाप को रोते 😥देखकर बेटी ने बाप को गले लगा लिया..

""""""
दोस्तों गरीबी और अमीरी से कोई फर्क नहीं पडता,,
अगर इन्सान का इरादा हो तो आसमान में भी छेद हो सकता है

किसी ने खूब कहा //

"कौन कहता है कि आसमान मे छेद नही हो सकता,,
              अरे एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों"

"""

एक दिन बेटी माँ से बोली: माँ तुमने मुझे आजतक नहीं बताया कि मेरे हाईस्कूल के एडमीसन के लिये पैसै कहाँ से लायी थी??

बेटी के बार बार पूछने पर
 माँ ने जो बात बतायी
 उसे सुनकर
बेटी की रूह काँप गयी....

माँ ने अपने शरीर का खून बेच कर बेटी का एडमीसन कराया था....

दोस्तों तभी तो मॉ को भगवान का दर्जा दिया गया है
माँ जितना औलाद के लिये त्याग कर सकती है
उतना दुनियाँ में कोई और नही..

दो पंक्तियाँ माँ के लिये::::
गोदी में मुझको सुलाया है माँ ने,,
बडे प्यार से अपनी मीठी जुवॉ से,
बेटा कह कर बुलाया है माँ ने,,
मुझको लेके अपनी नरम बाजुओं मे,
मोहब्बत का झूला झुलाया है माँ ने,,
सभी जख्म अपने सीने पे लेके,
हर चोट से बचाया है माँ ने,,
कभी मेरे माथे पे काला टीका लगा के,
यूं बचपन में मुझको सजाया है माँ ने,,
यूं चेहरा दिखा के मुझे रोज अपना,
मुझे मेरे रव से मिलाया है माँ ने,,
ऐ इन्सॉ तू जो इतना इतरा के चलता है,
काबिल तुझे इसके बनाया है माँ ने,,

15 Golden Fengshui Tips for the Home



1) There should be no shoes or slippers lying around outside the main door of every house. Remove it if you can. Allow that space at the main door to be free and clear. Now, allow me to tell you why. The chi (energy) rides with the wind and will collect all the smell of those shoes and slippers into your house causing sickness. These chi then travels about in your house looking for water to stay but if there are no water fountains or fish tanks, then the chi will be disperse by wind.

2) There should be no television sets in your bedrooms: If you cannot get rid of that habit then after watching the televison programmes, cover it with a plastic table cloth. Remember it has to be plastic and not simply cloth.

3) There should be no mirrors opposite your bed or at the side of your bed. Mirrors opposite the bed can attract a third party to the relationship. Therefore, do not place mirrors anywhere you like and especially in your bedroom.

4) There should not be a dinning table opposite your altar table. Some people are still not aware of this concept and still have that in their dinning room. Shift the dinning table.

5) If you have a fish tank in your house, be careful. A fish tank placed correctly can bring about greater fortune as you will tap on the "Divine Water Dragon's Den". But if you tap wrongly, it can cause you to have lawsuits, bankrupcy, work pressure, troubles and problems. If you noticed any of these after placing the fish tank for approximately four months, shift your fish tank to another location.

6) In your kitchen, ensure that opposite your stove there is no refrigerator, washing machine, wash basin and toilet. The fire and water crash causing family members to have disagreements.

The fengshui solution ? Remove one of them.

7) Try not to allow children to sleep on mattresses on the floor. Yes, this allows young children not to fall off beds but it also causes young children to fall sick frequently. The reason is: chi is not able to flow underneath the bed. Ideally, chi should circulate around the mattress where our children sleeps to allow them to be healthy.

8) For young children, try to have their back to the wall when they write. It is important there should be a solid wall behind a children's writing table. This allows the child to have support so that he can sit there and study longer rather than for only half an hour and then they tend to move about because there is no solid wall behind their back. Adjust your writing table.

9) Do not allow children to sleep on double decker beds even if it means saving space. The child sleeping underneath the double decker bed will not have "fresh chi" and so his health might be weak. But if due to space constraints, then monitor your child's health if not add in a metal 6 rods windchime to break up the "stale chi" around his bed.

10) Your bed should always have a solid wall behind you. This is important if you wish to have a good rest. A solid wall simply means that you can go into deeper sleep and therefore enabling you to have good rest so that when you wake up in the morning, you will feel fresh and well rested. This also allows you to be able to concentrate on your work better.

11) There should be no beam on top of your bed, your stove, your sofa sets or the altar table. The beam above causes chi to be pressured thus enabling you to have pressures in life. Therefore, don't place furnitures underneath it or alternatively level the beam. But make sure if you choose the latter, it is important that you have enough height for that space.

12) If you have a lot of work pressure, maybe it's the marble table that you have in your dinning room that causes you to have those problems. Remove that marble table and change to a wooden one or alternatively live with that work pressure !

13) If your child usually falls sick in that bedroom: Then either change them to another bedroom or simply hang a six rod metal windchime as the metal element will break all the earth energies in that room. After hanging, if the wind could not do the job for you then you will have to "chime" it yourself and then watch for the good results.

14) Do not use a red sofa set: The colour red represent the element of fire. And for fengshui, some places simply cannot have the colour red in that sector. For example : the wealth area or some other sectors which without a fengshui check would be unable to tell you where it is. A red sofa sets gives rise to heavy work pressure, troubles and obstacles. Most people simply accept that life is like that without realising that THAT is caused by the bad fengshui of that red sofa ! Fengshui Solution ? Change the colour of your sofa.

15) Always open your bedroom windows at least once 20 minutes a day to allow fresh chi to come in - Why should we do it ? We do this so that it allows fresh new chi from outside to come into your bedroom, if not you will be sleeping with stale chi every night. And if that happens, then how can you expect your life to bring in more good fortune to come to you ? So open that window and never mind if dusts comes in ! The great good fortune that you can have will far exceeds the time you take to clean off the dust ! 
मायके गई हुई पत्नी का पति को पत्र !!

कृपया instructions ध्यान से पढ़े..
👿😏😏

कामवाली को salary दे दी है ज्यादा दानवीर मत बनना..

😰😰😫😫
आपको कितनी बार बताया है की पडोसन का paperwala, doodhwala, और laundrywala हमसे अलग है, हर रोज़ सुबह पूछने मत पोहोच जाना के पेपर आया के नही !!

🚪🚪🚪👕👕
अलमारी मै left side पर आपकी बनियान-चड्डी रखी है, right side पर pappu की है, last time सारा दिन office मै ऊपर नीचे खिंच रहे थे..

😎😎😎😎
चश्मा सही जगह पर रखना, last time मैं 5 दिन बाद आई थी तब fridge में से मिले थे..

📱📱📱📱
Mobile सम्भाल kar रखना last time bathroom के soap case मै से मिला था, पता नही बातरूम मै मोबाइल का क्या काम होता है !!

🍻🍻🍻😡😡😡
और हां, अपने सगे-सम्बंधी और यार -दोस्तों को ज्यादा जमा मत करना, पिछ्ली बार सोफे के कवर से कितने सारे मूंगफली के छिलके निकले थे..
 
😍😍😍👨👨😠😠😠

और ज्यादा उछलने की ज़रुरत नही है, मैं जल्दी ही आ जाउँगी..


📢 दो बुज़ुर्ग अदालत में तलाक के लिए गए।

जज ने पूछा, "इस उम्र में तलाक क्यों लेना चाहती हैं आप ?"

महिला बोली, "जज साहब! मेरे पति मुझ पर मानसिक अत्याचार कर रहे हैं।"

जज ने पूछा, "वो कैसे?"

महिला ने कहा, "इनकी जब मर्ज़ी होती है, मुझे खरी-खोटी सुना देते हैं... और जब मैं बोलना शुरू करती हूँ, अपने कान की मशीन निकाल देते हैं।"

😝😝😝😝


Monday, June 1, 2015

कलयुग के सुविचार
😜😜👍👍😜😜😝😛

रोज भगवान को याद करते हो
पर कभी सोचा है कि
किसी दिन भगवान ने याद कर लिया तो..??
लेने के देने पड जायेंगे
😝😛😛😛😛😛😛😛😛

"काम ऐसे करो कि लोग आपको
.
.
किसी दूसरे काम के लिए
बोलें ही नहीं"
😂😂😜😝😃😃😃

आज के जमाने में सत्संग उसी संत का बढ़िया रहता है जिसके पंडाल में गर्म पोहा-जलेबी और अदरक वाली चाय मिले। वरना ज्ञान तो अब वॉट्सएप पर भी बंटता है।
😃😃😃

जिस पुरुष ने आज के समय में बीवी, नौकरी, कारोबार और स्मार्टफोन के बीच में सामंजस्य बैठा लिया हो, वह पुरुष नहीं महापुरुष कहलाता है!
😃😃😃

आज सबसे बड़ी कुर्बानी वह होती है, जब हम अपना फोन चार्जिंग से निकाल कर किसी और का फोन लगा दें!
😃😃😄

“दुनिया में हर चीज मिल जाती है..
सिर्फ अपनी गलती नहीं मिलती
😃😃😃

आप कितने ही अच्छे काम कर लें, लेकिन लोग
उसे ही याद करते हैं, जो उधार लेकर मरा हो।
😃😃😃

यदि पेड़ों से wi-fi के सिगनल मिलते..
तो हम खूब पेड़ लगाते। अफसोस कि वे हमे आक्सीजन देते है
😃😃😃

आजकल माता-पिता को बस दो ही चिंताएं हैं।
इंटरनेट पर उनका बेटा क्या डाउनलोड कर रहा है और
बेटी क्या अपलोड कर रही है ।
😃😃😃

हर एक इंसान हवा में उड़ता फिरता है,
फिर भी ना जाने जमीन पर इतनी भीड़ क्यों है ।।
😃😃😃

जंगल में चरने गया बैल, दोस्तों के साथ पार्टी में बैठा पुरुष और ब्यूटी पार्लर में गयी महिला..
जल्दी वापस नहीं आते ।।
😃😃


कुछ चंद पंक्तिया आज मेरे बारे में।।।

किसी को तकलीफ देना मेरी आदत नही,
बिन बुलाया मेहमान बनना मेरी आदत नही...!

मैं अपने गम में रहता हूँ नबाबों की तरह,
परायी खुशियो के पास जाना मेरी आदत नही...!

सबको हँसता ही देखना चाहता हूँ मै,
किसी को धोखे से भी रुलाना मेरी आदत नही...!

बांटना चाहता हूँ तो बस प्यार और मोहब्बत,
यूँ नफरत फैलाना मेरी आदत नही...!

जिंदगी मिट जाये किसी की खातिर गम नही,
कोई बद्दुआ दे मरने की यूँ जीना मेरी आदत नही...!

सबसे दोस्त की हैसियत से बोल लेता हूँ,
किसी का दिल दुखा दूँ मेरी आदत नही...!

दोस्ती होती है दिलों से चाहने पर,
जबरदस्ती दोस्ती करना मेरी आदत नही..!

नाम छोटा है मगर दिल
बडा रखता हु | |
पैसो से उतना अमीर नही हु | |
मगर अपने यारो के गम खरिद ने
की हैसयत रखता हु | |


मोर पंख की कथा
एक समय गोकुल में एक मोर रहता था
वह रोज़ जब कृष्ण भगवान आते और जाते तो उनके द्वार पर
बैठा एक ही भजन गाता
"मेरा कोई ना सहारा बिना तेरे
गोपाल सांवरिया मेरे
माँ बाप सांवरिया मेरे"
वो इस तरहा रोज़ यही गुनगुनाता रहता
एक दिन हो गया 2 दिन हो गये
इसी तरहा 1 साल व्यतीत हो गया
परन्तु कृष्ण ने एक ना सुनी
तब वहा से एक मैना उडती जा रही थी
उसने मोर को रोता हुआ देखा और अचम्भा किया
उसे मोर के रोने पर अचम्भा नही हुआ ,उसे ये देख के अचम्भा हुआ की क्रष्ण के दर पर कोई रो रहा है

वो मोर से बोली
मैना: हे मोर तू क्यों रोता हैं
तो मोर ने बताया की
मोर :पिछले एक साल से में इस छलिये को रिझा रहा हु परन्तु इसने आज तक मुझे पानी भी नही पिलाया

ये सुन मैना बोली
मैना: में बरसना से आई हु
तू भी वहा चल 🎺🎺
और वो दोनों उड़ चले और उड़ते उड़ते बरसाने पहुच गये 🎺🎺
जब मैना वहा पहुची तो उसने गाना शुरू किया 🎺🎺
🎺🎺श्री राधे राधे राधे बरसाने वाली राधे 🎺🎺
परन्तु मोर तो बरसाने में आकर भी यही दोहरा रहा था 🎺🎺
🎺🎺 मेरा कोई ना सहारा बिना तेरे
गोपाल सांवरिया मेरे
माँ बाप सांवरिया मेरे"🎺🎺
🎺🎺जब राधा ने ये सुना तो वो दोड़ी चली आई और मोर को गले लगा लिया🎺🎺
राधा: तू कहा से आया हैं
तो मोर ने बोला 🎺🎺
🎺🎺मोर: जय हो राधा रानी आज तक सुना था की तू करुणामयी हो और आज साबित हो गया🎺🎺
🎺🎺राधा: वो कैसे
मोर: में पिछले 1 साल से श्याम नाम की बिन बजा रहा हु और उसने पानी भी नही पिलाया 🎺🎺
🎺🎺राधा: ठीक हैं अब तुम गोकुल जाओ और यही रटो 🎺🎺
🎺🎺जय राधे राधे राधे
बरसाने वाली राधे🎺🎺
🎺🎺मोर फिर गोकुल आता हैं और
गाता हैं🎺🎺जय राधे राधे....🎺🎺
🎺🎺जब कृष्ण ने ये सुना तो भागते हुए आये और बोले🎺🎺
कृष्ण : हे मोर तू कहा से आया हैं🎺🎺
🎺🎺मोर: वाह छलिये जब एक साल से तेरे नाम की बिन बजा रहा था तो पानी भी नही पूछा 🎺🎺और जब आज party बदली तो भागता हुआ आगया🎺🎺
🎺🎺कृष्ण: अरे बातो में मत उलझा बात बता🎺🎺
🎺🎺मोर: में पिछले एक साल से तेरे द्वार पर यही गा रहा हु 🎺🎺
🎺🎺मेरा कोई ना सहारा बिना तेरे
गोपाल सांवरिया मेरे
माँ बाप सांवरिया मेरे"🎺🎺
🎺🎺कृष्ण : तूने राधा का नाम लिया ये तेरा वरदान हैं
और मेने पानी नही पूछा ये मेरे लिए श्राप हैं🎺🎺
🎺🎺इसलिए जब तक ये स्रष्टि रहेगी तेरा पंख सदेव मेरे शीश पर विराजमान होगा🎺🎺
और जो राधा का नाम लेगा वो भी मेरे शीश पर रहेगा🎺🎺
🎺🎺जय हो मोर मुकुट बंशी वाले की🎺🎺
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🎺🎺 राधे राधे🎺🎺

एक आदमी की शादी में
जब फेरे लेने की बारी आई तो पहले
फेरे के वक्त ही दूल्हा दौड़कर दुल्हन से आगे
निकल गया।
पंडित जी ने दूल्हे को पीछे रहने
को कहा। दूसरे फेरे के वक्त दुल्हन आगे हुई तो दूल्हा
फिर
दौड़कर आगे निकल गया। दूल्हा बार-बार ऐसे
ही तेजी से दुल्हन के आगे निकल
जाता।
बार-बार ऐसा होता देख दुल्हन के पिता को
गुस्सा आ
गया और
वे बोले, \'यह कैसा दूल्हा है जो फेरे भी ढंग से
नहीं ले सकता। ऐसे यह
शादी नहीं हो सकती।\'
दूल्हेके चाचा ने समझाते हुए कहा, \'माफ करना
भाईसाहब,
दरअसल लड़का ट्रकड्राइवर है इसलिए इसे ओवरटेक
करने
की आदत ह


पानी ने दूध से मित्रता की और उसमे समा गया..
जब दूध ने पानी का समर्पण देखा तो उसने कहा-
मित्र तुमने अपने स्वरुप का त्याग कर मेरे स्वरुप को धारण किया है....
अब मैं भी मित्रता निभाऊंगा और तुम्हे अपने मोल बिकवाऊंगा।

दूध बिकने के बाद जब उसे उबाला जाता है तब पानी कहता है..
अब मेरी बारी है मै मित्रता निभाऊंगा और तुमसे पहले मै चला जाऊँगा..
दूध से पहले पानी उड़ता जाता है जब दूध मित्र को अलग होते देखता है तो उफन कर गिरता है और आग को बुझाने लगता है, जब पानी की बूंदे उस पर छींट कर उसे अपने मित्र से मिलाया जाता है तब वह फिर शांत हो जाता है।

पर इस अगाध प्रेम में..
थोड़ी सी खटास-
(निम्बू की दो चार बूँद)
डाल दी जाए तो दूध और पानी अलग हो जाते हैं..
थोड़ी सी मन की खटास अटूट प्रेम को भी मिटा सकती है।

रिश्ते में..
खटास मत आने दो॥
"क्या फर्क पड़ता है,
हमारे पास कितने लाख,
कितने करोड़,
कितने घर,
कितनी गाड़ियां हैं,

खाना तो बस दो ही रोटी है।
जीना तो बस एक ही ज़िन्दगी है।
I
फर्क इस बात से पड़ता है,
कितने पल हमने खुशी से बिताये,
कितने लोग हमारी वजह से खुशी से जीए। 💐💐💐 💐💐💐💐💐💐💐


This one's a Ladies special...

Written by a lady...

After a meeting I was coming out of a hotel and I was looking for my car keys. They were not in my pockets. A quick search in the meeting room, it wasn't there too.

Suddenly I realized I must have left them in the car.
My husband has shouted many times for leaving the keys in the ignition.

My theory is the ignition is the best place not to lose them.
His theory is the car will be stolen.

Immediately I rushed to the parking lot, I came to a terrifying conclusion.
His theory was right. The parking lot was empty.

I immediately called the police.I gave them my location, Description of the car, Place I parked etc, I equally confessed that I had left my keys in the car, and that the car had been stolen.

Then I made the most difficult call of all, to my husband, "Honey", I stammered; (I always call him "honey" in times like these.) "I left my keys in the car, and it has been stolen."

There was a period of silence. I thought the call had been dropped, but then I heard his voice.
"Idiot", he shouted, "I dropped you at the hotel !"

Now it was my time to be silent. Embarrassed, I said, "Well, then pls come and get me."

He shouted again, "I will, as soon as I convince this policeman I have not stolen your car."...

😂😂😂 don't laugh alone...send to others ...

😁shyari of the Season :

Boss:

Arz kiya hai......... Office may Kaam hota hai...
Galtiyon ka sama hota hai....
Aise mausam mein hi to PERFORMANCE jawan hota hai....
Dil ki khunnas BOSS jabaan se nahi kehte hai...
Ye fasana to appraisal mein bayan hota hai.... :)



Employee's reply...

 Arz kiya hai......... Har saal Appraisal hota hain... Disappointment ka sama hota hai...
 Aise mausam mein hi to Attrition jawan hota hai....
Dil ki khunnas HUM bhi jabaan se nahi kehte hai...
Ye fasane to resignation se bayan hota hai...😉

This is a sincere request to all the parents,
Please read...

During holidays, instead of taking kids to movies,shopping...
please try to do the following activities :

1. Go to the nearest bank and show them the functioning of the banks, how ATMs work and what is the benefit of it.

2. Take time out and visit orphanage, home for the aged and explain to them about those places.

3. Take them to the rivers,seas,oceans and teach them how to swim.

4. Give them saplings and ask them to plant them and water them and see them grow. Encourage them by saying that they will be presented with gifts for their good deeds.

5. Perform blood donations in front of them, and explain to them the need for it. Be a hero (role model) for them.

6. Take them to government hospitals and show them the difficulties the patients are going through. Tell them how difficult it is to go through this process of pain if you are met with an accident.

7. Take them to your hometown/village and let them spend time with their grandparents, uncles, aunts, cousins. Let them experience the affection and good times of being with the family. Show them what is agriculture/farming and the difficulties a farmer goes through in providing the food that we are eating and that we should not waste food.

8. Take them to the nearby police station, court, jail. Explain them the punishments rendered to the inmates because of their wrong doings. This will make them aware of the bad things they should be away from.

9. Make them sit by you and ask them what their needs are and satisfy some of the useful ones and explain them which ones are essential and which ones are not. Give them a feeling that you are there for them


Sunday, May 31, 2015

Maa se sawal karna kitna mushkil hai


Son - "Mom, Love marriage karne se ghar wale naaraz hote hain kya..?"

Maa - "Tu zaroor kisi chudail ke chakkar mein
hoga, aur ye sab tujhe usi
daayan ne kaha hoga....

Ladkiyan to bas ladkon ko phansaane mein hi
lagi rehti hain..

Jahan Accha Ladka dekha nahin ki shuru ho gaye...
Beta in se bach ke rehna.. ye bahut makkaar aur KAMEENI hoti hain,
aur inka to khandaan bhi...."

Beta - "Bas maa, aisa kuch nahi hai,
Wo to Daddy bata rahe the ke Aap Dono ki
Love marriage hui thi.
मै यादों का
       किस्सा खोलूँ तो,
         कुछ दोस्त बहुत
        याद आते हैं.
📼📼📼📼📼📼📼
      मै गुजरे पल को सोचूँ      
      तो, कुछ दोस्त
      बहुत याद आते हैं.
  📼📼📼📼📼📼📼
अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मै देर रात तक जागूँ तो ,
         कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.
   📼📼📼📼📼📼
कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.
  📼📼📼📼📼📼
सबकी जिंदगी बदल गयी
एक नए सिरे में ढल गयी

कोई girlfriend में busy है
कोई बीवी के पीछे crazy हैं

किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही

कोई पढने में डूबा है
किसी की दो दो महबूबा हैं

सारे यार गुम हो गये हैं
तू से आप और तुम हो गये है

📼📼📼📼📼📼📼
      मै गुजरे पल को सोचूँ      
      तो, कुछ दोस्त
      बहुत याद आते हैं.


माँ से प्यार करते हो 🙏

वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !
बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
आज वो मोहताज हो गई !
और कल की छोकरी,
तेरी सरताज हो गई !
बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

पेट पर सुलाने वाली,
पैरों में सो रही !
बीवी के लिए लिम्का,
माँ पानी को रो रही !
सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

माँ मॉजती बर्तन,
वो सजती संवरती है !
अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
उस पर बरसती है !
अरे दुनिया को आई मौत,
तेरी कहाँ गुम हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

अरे जिसकी कोख में पला,
अब उसकी छाया बुरी लगती,
बैठ होण्डा पे महबूबा,
कन्धे पर हाथ जो रखती,
वो यादें अतीत की,
वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

बेबस हुई माँ अब,
दिए टुकड़ो पर पलती है,
अतीत को याद कर,
तेरा प्यार पाने को मचलती है !
अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
 हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!


मां तो जन्नत का फूल है,
प्यार करना उसका उसूल है ,
दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,
मां की हर दुआ कबूल है ,
मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,
मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,
अगर अपनी मां से है प्यार तो
अपने सभी दोस्तो को सेन्ड करे वरना ,
ये मेसेज आपके लिये फिजूल है.🌹.


    .........Enjoy.........


I've learned ...That the best classroom in the world is at the feet of an elderly person.

I've learned .... That when you're in love, it shows.

I've learned .... That just one person saying to me, 'You've made my day!' makes my day.

I've learned .... That having a child fall asleep in your arms is one of the most peaceful feelings in the world.

I've learned .... That being kind is more important than being right.

I've learned .... That you should never say no to a gift from a child.

I've learned .... That I can always pray for someone when I don't have the strength to help him in some other way.

I've learned .... That no matter how serious your life requires you to be, everyone needs a friend to act goofy with.

I've learned .... That sometimes all a person needs is a hand to hold and a heart to understand.

I've learned .... That simple walks with my father around the block on summer nights when I was a child did wonders for me as an adult.

I've learned .... That life is like a roll of toilet paper. The closer it gets to the end, the faster it goes.

I've learned .... That we should be glad God doesn't give us everything we ask for.

I've learned .... That money doesn't buy class.

I've learned .... That it's those small daily happenings that make life so spectacular.

I've learned .... That under everyone's hard shell is someone who wants to be appreciated and loved.

I've learned .... That to ignore the facts does not change the facts.

I've learned .... That when you plan to get even with someone, you are only letting that person continue to hurt you.

I've learned .... That love, not time, heals all wounds.

I've learned .... That the easiest way for me to grow as a person is to surround myself with people smarter than I am.

I've learned .... That everyone you meet deserves to be greeted with a smile..

I've learned .... That no one is perfect until you fall in love with them.

I've learned ... That life is tough, but I'm tougher.

I've learned .... That opportunities are never lost; someone will take the ones you miss.

I've learned .... That when you harbor bitterness, happiness will dock elsewhere.

I've learned .... That I wish I could have told my Mom that I love her one more time before she passed away.

I've learned .... That one should keep his words both soft and tender, because tomorrow he may have to eat them.

I've learned ..... That a smile is an inexpensive way to improve your looks.

I've learned ..... That when your newly born grandchild holds your little finger in his little fist, that you're hooked for life.

I've learned .... That everyone wants to live on top of the mountain, but all the happiness and growth occurs while you're climbing it.

I've learned .... That the less time I have to work with, the more things I get done.
महान विचार
मैं आपसे शादी करना चाहती
हूँ"-एक विदेशी महिला ने विवेकानंद से
कहा
विवेकानंद ने पूछा-"क्यों देवी पर मैं तो ब्रह्मचारी हूँ?"
महिला ने जवाब दिया-"क्योंकि मुझे आपके जैसा ही एक पुत्र
चाहिए,
जो पूरी दुनिया में मेरा नाम रौशन करे और वो केवल आपसे शादी
करके
ही मिल सकता है मुझे"
"इसका और एक उपाय है"-विवेकानंद कहते हैं
विदेशी महिला पूछती है-"क्या?"
विवेकानंद ने मुस्कुराते हुए कहा-"आप मुझे ही अपना पुत्र मान
लीजिये
और आप मेरी माँ बन जाइए ऐसे में आपको मेरे जैसा पुत्र भी मिल
जाएगा और मुझे अपना ब्रह्मचर्य भी नही तोड़ना पड़ेगा"
महिला हतप्रभ होकर विवेकानंद को ताकने लगी और रोने लग गयी
ये होती है महान आत्माओ की विचार धारा ।

"पूरे समुंद्र का पानी भी एक जहाज को नहीं डुबा सकता, जब तक पानी को जहाज अन्दर न आने दे
           
इसी तरह दुनिया का कोई भी नकारात्मक विचार आपको नीचे नहीं गिरा सकता, जब तक आप उसे अपने अंदर आने की अनुमति न दें।"
🌺🌺

किसी शायर ने अंतिम यात्रा
का क्या खूब वर्णन किया है.....
   
था मैं नींद में और.
मुझे इतना
सजाया जा रहा था....

बड़े प्यार से
मुझे नहलाया जा रहा
था....

ना जाने
था वो कौन सा अजब खेल
मेरे घर
में....

बच्चो की तरह मुझे
कंधे पर उठाया जा रहा
था....

था पास मेरा हर अपना
उस
वक़्त....

फिर भी मैं हर किसी के
मन
से
भुलाया जा रहा था...

जो कभी देखते
भी न थे मोहब्बत की
निगाहों
से....

उनके दिल से भी प्यार मुझ
पर
लुटाया जा रहा था...

मालूम नही क्यों
हैरान था हर कोई मुझे
सोते
हुए
देख कर....

जोर-जोर से रोकर मुझे
जगाया जा रहा था...

काँप उठी
मेरी रूह वो मंज़र
देख
कर....
.
जहाँ मुझे हमेशा के
लिए
सुलाया जा रहा था....
.
मोहब्बत की
इन्तहा थी जिन दिलों में
मेरे
लिए....
.
उन्हीं दिलों के हाथों,
आज मैं जलाया जा रहा था!!!

 🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂
    👌 लाजवाब लाईनें👌
🍁🍂🍁🍂🍁🍂🍁🍂
 इस दुनिया मे कोई किसी का
हमदर्द नहीं होता,

लाश को शमशान में रखकर अपने लोग ही पुछ्ते हैं।

"और कितना वक़्त लगेगा"


Think about it!!!!!!
एक ट्रक के पीछे एक
बड़ी अच्छी बात लिखी देखी....

"ज़िन्दगी एक सफ़र है,आराम से चलते रहो
उतार-चढ़ाव तो आते रहेंगें, बस गियर बदलते रहो"
 "सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए
और
जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

तज़ुर्बा है मेरा.... मिट्टी की पकड़ मजबुत होती है,
संगमरमर पर तो हमने .....पाँव फिसलते देखे हैं...!

Love u PaPa
बड़े गुस्से से मैं घर से चला आया ..

इतना गुस्सा था की गलती से पापा के ही जूते पहन के निकल गया
मैं आज बस घर छोड़ दूंगा, और तभी लौटूंगा जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा ...

जब मोटर साइकिल नहीं दिलवा सकते थे, तो क्यूँ इंजीनियर बनाने के सपने देखतें है .....
आज मैं पापा का पर्स भी उठा लाया था .... जिसे किसी को हाथ तक न लगाने देते थे ...

मुझे पता है इस पर्स मैं जरुर पैसो के हिसाब की डायरी होगी ....
पता तो चले कितना माल छुपाया है .....
माँ से भी ...

इसीलिए हाथ नहीं लगाने देते किसी को..

जैसे ही मैं कच्चे रास्ते से सड़क पर आया, मुझे लगा जूतों में कुछ चुभ रहा है ....
मैंने जूता निकाल कर देखा .....
मेरी एडी से थोडा सा खून रिस आया था ...
जूते की कोई कील निकली हुयी थी, दर्द तो हुआ पर गुस्सा बहुत था ..

और मुझे जाना ही था घर छोड़कर ...

जैसे ही कुछ दूर चला ....
मुझे पांवो में गिला गिला लगा, सड़क पर पानी बिखरा पड़ा था ....
पाँव उठा के देखा तो जूते का तला टुटा था .....

जैसे तेसे लंगडाकर बस स्टॉप पहुंचा, पता चला एक घंटे तक कोई बस नहीं थी .....

मैंने सोचा क्यों न पर्स की तलाशी ली जाये ....

मैंने पर्स खोला, एक पर्ची दिखाई दी, लिखा था..
लैपटॉप के लिए 40 हजार उधार लिए
पर लैपटॉप तो घर मैं मेरे पास है ?

दूसरा एक मुड़ा हुआ पन्ना देखा, उसमे उनके ऑफिस की किसी हॉबी डे का लिखा था
उन्होंने हॉबी लिखी अच्छे जूते पहनना ......
ओह....अच्छे जुते पहनना ???
पर उनके जुते तो ...........!!!!

माँ पिछले चार महीने से हर पहली को कहती है नए जुते ले लो ...
और वे हर बार कहते "अभी तो 6 महीने जूते और चलेंगे .."
मैं अब समझा कितने चलेंगे

......तीसरी पर्ची ..........
पुराना स्कूटर दीजिये एक्सचेंज में नयी मोटर साइकिल ले जाइये ...
पढ़ते ही दिमाग घूम गया.....
पापा का स्कूटर .............
ओह्ह्ह्ह

मैं घर की और भागा........
अब पांवो में वो कील नही चुभ रही थी ....

मैं घर पहुंचा .....
न पापा थे न स्कूटर ..............
ओह्ह्ह नही
मैं समझ गया कहाँ गए ....

मैं दौड़ा .....
और
एजेंसी पर पहुंचा......
पापा वहीँ थे ...............

मैंने उनको गले से लगा लिया, और आंसुओ से उनका कन्धा भिगो दिया ..

.....नहीं...पापा नहीं........ मुझे नहीं चाहिए मोटर साइकिल...

बस आप नए जुते ले लो और मुझे अब बड़ा आदमी बनना है..

वो भी आपके तरीके से ...।।
🍂🍂
"माँ" एक ऐसी बैंक है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है...
               
                   और

"पापा" एक ऐसा क्रेडिट कार्ड है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते है....😪😌😪....💞
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एक दिन की बात है , लड़की की माँ खूब
परेशान होकर अपने पति को बोली की एक
तो हमारा एक समय
का खाना पूरा नहीं होता और बेटी साँप
की तरह बड़ी होती जा रही है .

गरीबी की हालत में इसकी शादी केसे
करेंगे ?

बाप भी विचार में पड़ गया . दोनों ने दिल
पर पत्थर रख कर एक फेसला किया की कल
बेटी को मार कर गाड़ देंगे .

दुसरे दिन का सूरज निकला , माँ ने
लड़की को खूब लाड प्यार किया , अच्छे से
नहलाया , बार - बार उसका सर चूमने लगी .

यह सब देख कर लड़की बोली : माँ मुझे
कही दूर भेज रहे हो क्या ?

वर्ना आज तक आपने
मुझे ऐसे कभी प्यार नहीं किया ,
माँ केवल चुप रही और रोने लगी ,

तभी उसका बाप हाथ में फावड़ा और चाकू
लेकर
आया , माँ ने लड़की को सीने से लगाकर
बाप के साथ रवाना कर दिया .
रस्ते में चलते - चलते बाप के पैर में कांटा चुभ
गया , बाप एक दम से निचे बेथ गया ,

बेटी से
देखा नहीं गया उसने तुरंत कांटा निकालकर
फटी चुनरी का एक हिस्सा पैर पर बांध
दिया .

बाप बेटी दोनों एक जंगल में पहुचे बाप ने
फावड़ा लेकर एक गढ़ा खोदने
लगा बेटी सामने बेठे - बेठे देख रही थी ,
थोड़ी देर बाद गर्मी के कारण बाप
को पसीना आने
लगा .

बेटी बाप के पास गयी और
पसीना पोछने के लिए अपनी चुनरी दी .
बाप ने धक्का देकर बोला तू दूर जाकर बेठ।
थोड़ी देर बाद जब बाप गडा खोदते - खोदते
थक गया ,

बेटी दूर से बैठे -बैठे देख रही थी, जब
उसको लगा की पिताजी शायद थक गये
तो पास आकर बोली पिताजी आप थक गये
है .

लाओ फावड़ा में खोद देती हु आप
थोडा आराम कर लो . मुझसे आप
की तकलीफ नहीं देखि जाती .
यह सुनकर बाप ने अपनी बेटी को गले
लगा लिया, उसकी आँखों में आंसू
की नदिया बहने लगी , उसका दिल पसीज
गया ,

बाप बोला : बेटा मुझे माफ़ कर दे , यह
गढ़ा में तेरे लिए ही खोद रहा था . और तू
मेरी चिंता करती है , अब
जो होगा सो होगा तू हमेशा मेरे
कलेजा का टुकड़ा बन कर रहेगी में खूब मेहनत
करूँगा और तेरी शादी धूम धाम से करूँगा -


सारांश : बेटी तो भगवान की अनमोल भेंट
है ,इसलिए कहते हे बेटा भाग्य से मिलता हे और बेटी सौभाग्य से।।

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भी कर दो यार —


||Good Morning Sunday||

||every story has an ending, but in life every ending has a new beginning||

||you can't move to the next chapter if you keep re-reading the last chapter||

||don't break away, take a break; a breakthrough is just round the corner waiting to be a breaking news||

||tomorrow is always fresh with no mistakes in it yet||

||life gives you a fresh start the moment you choose to start fresh||

||take a deep breath, smile and start again||

||do-overs do exist; makeovers do make good||

Have a "phir milte hain.. break ke baad" week ahead.


💚💚💚💜💜💜💜💚💚💚
💜 मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
💜 कुछ जिद्दी, कुछ नक् चढ़ी हो गई है
💜 मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
〰〰〰〰💚💚〰〰〰〰
💜 अब अपनी हर बात मनवाने लगी है
💜 हमको ही अब वो समझाने लगी है
💜 हर दिन नई नई फरमाइशें होती है
💜 लगता है कि फरमाइशों की झड़ी हो गई है
💜 मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
〰〰〰〰💚💚〰〰〰〰
💜 अगर डाटता हूँ तो आखें दिखाती है
💜 खुद ही गुस्सा करके रूठ जाती है
💜 उसको मनाना बहुत मुश्किल होता है
💜 गुस्से में कभी पटाखा कभी फूलझड़ी हो गई है
💜 मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
〰〰〰〰💚💚〰〰〰〰
💜 जब वो हँसती है तो मन को मोह लेती है
💜 घर के कोने कोने मे उसकी महक होती है
💜 कई बार उसके अजीब से सवाल भी होते हैं
💜 बस अब तो वो जादू की छड़ी हो गई है
💜 मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
〰〰〰〰💚💚〰〰〰〰
💜 घर आते ही दिल उसी को पुकारता है
💜 सपने सारे अब उसी के संवारता है
💜 दुनियाँ में उसको अलग पहचान दिलानी है
💜 मेरे कदम से कदम मिलाकर वो खड़ी हो गई है
💜 मेरी बेटी थोड़ी सी बड़ी हो गई है
〰〰〰〰💚💚〰〰〰〰
💜 This ones for all who have been blessed with most beautiful daughter.
〰〰〰〰💚💚〰〰〰〰
💜 बेटियाँ सब के नसीब में कहाँ होती है
💜 रब को जो घर पसंद आए वहाँ होती है
💚💚💚💚💜💜💚💚💚
💜💜💜💜💚💚💜💜💜💜


Saturday, May 30, 2015

A beautiful poem:
The World is Mine
--------------------

 Today, upon a bus, I saw a very beautiful woman,
 And wished I were as beautiful.
 When suddenly she rose to leave,
 I saw her hobble down the aisle.
 She had one leg and wore a crutch.
 But as she passed, she passed a smile.
 Oh, God, forgive me when I whine.
 I have two legs; the world is mine.

 I stopped to buy some candy,
 The lad who sold it had such charm,
 I talked with him, he seemed so glad,
 If I were late, it'd do no harm.
 And as I left, he said to me,
 "I thank you, you've been so kind.
 It's nice to talk with folks like you.
 You see," he said, "I'm blind."
 Oh, God, forgive me when I whine.
 I have two eyes; the world is mine.

 Later while walking down the street,
 I saw a child I knew.
 He stood and watched the others play,
 but he did not know what to do.
 I stopped a moment and then I said,
 "Why don't you join them dear?"
 He looked ahead without a word,
 I forgot, he couldn't hear.
 Oh, God, forgive me when I whine,
 I have two ears; the world is mine.

 With feet to take me where I'd go,
 With eyes to see the sunset's glow,
 With ears to hear what I'd know.
 With loving family & friends to enjoy life
 Oh, God, forgive me when I whine,
 I've been blessed indeed, the world is mine. 😊💥😊
-------

 If this poem makes you feel thankful,
Just forward it to your friends.
 After all, it's just a simple reminder that we have so much to be thankful for!
 Give the gift of love.
It never comes back empty😊

🍃🌹मेरे एक मित्र ने अपनी बीवी की अलमारी खोली और एक सुनहरे कलर का पेकेट निकाला। "ये" उसने कहा कि कोई साधारण पेकैट नहीं है।

उसने पेकेट खोला और उसमें रखी बेहद खूबसूरत सिल्क की साड़ी और उसके साथ की ज्युलरी को एकटक देखने लगा।

ये हमने लिया था 8-9 साल पहले, जब हम पहली बार न्युयार्क गए थे। परन्तु उसने ये कभी पहनी नहीं क्योंकि वह इसे किसी खास मौके पर पहनना चाहती थी और इसलिए इसे बचा कर रखा था।

उसने उस पेकेट को भी दुसरे और कपड़ों के साथ अपनी बीवी की अर्थी के पास रख दिया, उसकी बीवी की मृत्यु अभी अचानक ही हुई थी।


उसने रोते हुए मेरी और देखा और कहा-
किसी भी खास मौके के लिए कभी भी कुछ भी मत बचा के रखना। जिंदगी का हर एक दिन खास मौका है, कल का कुछ भरोसा नहीं है।

मुझे लगता है उसकी उन बातों ने मेरी जिंदगी बदल दी।

मित्रों अब मैं किसी बात की ज्यादा चिंता नहीं करता।

अब मैं अपने परिवार के साथ ज्यादा समय बिताता हुँ, और काम का कम टेंशन लेता हूँ।

मुझे अब समझ में आ चुका है कि जिंदगी जिंदादिली से जीने का नाम है, डर-डर के रूक-रूक के बहुत ज्यादा विचार करके चलने में समय आगे निकल जाता है और हम पिछड़ जाते हैं।

अब मैं कुछ भी बहुत बहुत संभाल संभाल के नहीं रखता, हर एक चीज़ का बिंदास उपयोग करता हूँ।

अब मैं घर के शोकेस मैं रखी मँहगी क्राकरी का हर दिन उपयोग करता हुँ।


अगर मुझे पास के सुपर मार्केट में या नज़दीकी माॅल में मुव्ही देखने नए कपड़े पहन के जाने का मन है तो मैं जाता हूँ।
अपने कीमती खास परफ्यूम को विशेष मौकों के लिए संभाल कर बचा के नहीं रखता। मैं उन्हें जब मर्जी आए तब उपयोग करता हुँ।


"एक दिन" "किसी दिन" जैसे शब्द अब मेरी डिक्शनरी से गुम होते जा रहे हैं।

अगर कुछ देखने, सुनने या करने लायक है तो मुझे उसे अभी देखना, सुनना या करना होता है।

मुझे नहीं पता मेरे दोस्त की बीवी क्या करती, अगर उसे पता होता कि वह अगली सुबह नहीं देख पाएगी

शायद वह अपने नज़दीकी रिश्तेदारों और खास दोस्तों को बुलाती। शायद वह अपने पुराने रूठे हुए दोस्तों से दोस्ती और शांति की बातें करती।


अगर मुझे पता चले कि मेरा अंतिम समय आ गया है तो क्या मैं ये इतनी छोटी छोटी चीजों को भी नहीं कर पाने के लिए अफसोस करूँगा।

नहीं...इन सब इच्छाओं को तो आज ही आराम से पुरा कर ही सकता ह

हर दिन, हर घंटा, हर मिनट, हर पल विशेष है, खास है...बहुत खास है।

🌹प्यारें दोस्तों जिंदगी का लुत्फ उठाइए, आज मैं जिंदगी बसर कीजिये। क्या पता कल हो न हो, वैसे भी कहते हैं न कल तो कभी आता ही नहीं।

अगर आपको ये मेसेज मिला है इसका मतलब है कि कोई आपकी परवाह करता है केयर करता है क्योंकि शायद आप भी किसी की परवाह करते हैं ध्यान रखते हैं।


अगर आप अभी बहुत व्यस्त हैं और इसे किसी "अपने" को बाद में या किसी ओर दिन भेज देंगे तो याद रखिये कोई ओर दिन थो बहुत दुर है ओर शायद कभी आए भी नही

                 
गुरू से शिष्य ने कहा: गुरूदेव ! एक व्यक्ति ने आश्रम के लिये गाय भेंट की है।

गुरू ने कहा - अच्छा हुआ । दूध पीने को मिलेगा।

एक सप्ताह बाद शिष्य ने आकर गुरू से कहा: गुरू जी ! जिस व्यक्ति ने गाय दी थी, आज वह अपनी गाय वापिस ले गया ।

गुरू ने कहा - अच्छा हुआ ! गोबर उठाने की झंझट से मुक्ति मिली।


'परिस्थिति' बदले तो अपनी 'मनस्थिति' बदल लो । बस दुख सुख में बदल जायेगा.।

          "सुख दुख आख़िर दोनों
         मन के ही तो समीकरण हैं।"

🚩🚩परिवार एक माला है, 🚩🚩
👉जो प्रेम के धागे में पिरोई जाती है।
👉सारे सदस्य इसके मोती हैं।
एक मोती भी कम हो, टूट जाए, छूट जाए
तो 👉माला की सुंदरता खत्म हो जाती है।
🌹🌹🌹परिवार को सहेजें 🌹🌹🌹

परिवार के हर एक सदस्य का परिवार में बराबरी का महत्व होता है।
👏हम परिवार के बिना अधूरे हैं। 👏
हम किसी भी परिस्थिति में रहें लेकिन हमेशा परिवार को साथ रखें।
यह ऊर्जा और प्रेरणा दोनों का काम करते हैं।
〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰

हमेशा याद रखें 👉परिवार को साथ लेकर चलेंगे तो बड़े-बड़े संकट भी छोटे लगेंगे।
💐💐परिवार को एक रखिए। 💐💐
यह हमारी सम्पत्ति भी है और हमारी प्रेरणा भी
🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸



"बीवी"


@ यह अक्सर रसोई और टीवी
     क सामने पाई जाती है.

@ इनका पौष्टिक आहार हे
     पति का भेजा .

@ ये पानी कम खून ज्यादा पीती है ...

@ इन्हें अक्सर नाराज़ होने
     का नाटक करते हुए
    देखा जाता है.

@ इस प्राणी का सबसे
    खतरनाक हथियार हे
    रोना और इमोशनली
    ब्लैकमेल करना...

@ उसके संपर्क में रहने से टेंशन
नाम की बीमारी हो सकती हे,
 जिसका कोई इलाज़ नहीं.

बस इनसे सावधान रहना 
"भारत सरकार द्वारा जनहित में जारी"@
😩

पूरी रामायण बीवियों की कहानी हैं !!!

लक्ष्मन अपनी बीवी को घर पे छोड़कर चले गये...!!

रावण दुसरे की उठा के फँस गया...!!

सुग्रीव ने श्रीराम का साथ इस लिए दिया. .क्योंकि Sugreev उसे अपनी बीव़ी बाली से वापिस चाहिये थी....!!!

हनुमानजी की अपनी थी ही नही मगर दुसरे के लिए लंका जला ड़ाली ... !
श्रीराम को अपनी वापिस चाहिए थी तो ... उनको 10 दिनों तक युद्धकरना पड़ा.. और अंत में क्या हुआ ???

जिस बीवी के कारण इतनी रामायण हुई.. वो तो Underground हो गयी...!!

अभी सोचो इतना झमेला हुआ क्यूँ 

क्यूंकि राजा दशरथ की तीन बीवियाँ थी...!!

MORAL : पुराने ज़माने से ही बीवी की मगजमारी चली आ रही हैं.
जब भगवान् भी बीवी से नही बच सके तो AAP तो आखिर इंसान हो....

♻ कुदरत ने  औरत को

 हसींन 💫 बनाया ।

 खूबसूरती  दी ।

 चाँद सा चेहरा  दिया ।

 हिरणी 🐐 सी आँखें 
 मोरनी  जैसी 🐾चाल

 रेशम〰 से बाल ।

 कोयल  जैसी मीठी आवाज़ दी ।

 फूल सी  मासूमियत दी ।

 गुलाबसे  होंठ ।

🔟 शहद 🐝💧सी  मिठास दी ।

 प्यार भरा 💞 दिल  दिया ।

और ...🙈🙉🙊
💬 फिर....



फिर क्या हुआ जानते हो??

एक 👅 ज़ुबान दी 💥💥
और ..!!!
 सब सत्यानाश  हो गया 

🔃हर वक़्त ⏰
 टर्र .
 टर्र..टर्र...
 टर्र..टर्र...टर्र.....😛😅


जिनकी शादी नही हुई..जी लो !
जिनकी शादी हो गयी...झेलो !!
          🙉 🙊
शादी के बाद बेड़रुम कैसे
महकता है

3 साल तक-

परफ्यूम
चाकलेट
स्ट्राबेरी
ग्रेप्स

3 साल बाद-

जानसन पावड़र
जानसन क्रीम
बेबी लोशन
हगीस ड़ायपर

15 साल बाद-

झंड़ू बाम
विक्स
आयोडेक्स
मूव

40 साल बाद-

अगरबत्ती
धुप बत्ती

आदमी के हालात कैसे बदलते हैं, ज़रा गौर कीजिये -

शादी के पहले – हीरो नं. 1
शादी के बाद – कुली नं. 1

शादी के पहले – मैंने प्यार किया
शादी के बाद – ये मैंने क्या किया

शादी के पहले – जानेमन मत जाओ
शादी के बाद – जान मत खाओ

शादी के पहले – तुम बिन रहा ना जाए
शादी के बाद – तुमको सहा ना जाए

शादी के पहले – कुछ तो बोलो
शादी के बाद – कभी चुप भी हो लो

शादी के पहले – आय लव यू
शादी के बाद – आज फिर आलू

शादी के पहले – मिलने कब आओगी
शादी के बाद – मायके कब जाओगी
!!!!

Excellent Inspiring Message:

A Businessman who lost everything in a fire
placed a Sign Board:

"Everything burnt but luckily
faith & confidence
undamaged.
Business starts tomorrow."

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Superb Attitude for Life!

Log hamare bare me kya sochte hain,
Agar yeh bhi hum hi sochenge toh phir log kya sochenge..!
Jiyo bindas...

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Someone asked Life:
Why are you so difficult???
Life Smiled and said
"You people never appreciate easy things"

xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx

Forgive others, not because they deserve forgiveness,
but because you deserve peace...

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Unbelievable fact!!
Our body is full of water but wherever it hurts,
BLOOD comes out.
& Our heart is full of blood but whenever it hurts,
TEARS comes out...

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If you have a "Magnetic" personality and yet people don't get attracted to you, it's not your fault...
They have "IRON" deficiency in their bodies....

xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx

Coolest msg....
"If we sleep on flowers
 its called our First Night"
"If flowers sleep on us, its called our Last Night"
Reality of life....


एक आदमी 5 स्टार होटल में गया..
आदमी : एक बियर लाना!
वेटर : 5 रुपये सर!!
आदमी : क्या?? बस 5 रुपये?? फिर तो साथ में एक पिज़्ज़ा भी ले आओ!!
वेटर : जी बिल्कुल, 7 रुपये और हो गये!!
आदमी : वाह वाह.. क्या बात है.. मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा! क्या मैं इस
होटल के मालिक से मिल सकता हूँ??
वेटर : जी नहीं सर, वो अभी मेरी गर्ल फ़्रेंड के साथ बिज़ी हैं!!
आदमी : वो तुम्हारी गर्ल फ़्रेंड के साथ क्या कर रहे हैं??
वेटर : वही जो मैं उनके बिज़नस के साथ कर रहा हूँ. !!!!
एक भयानक सत्य कथा

भारत में
‘1st Class’ में पास होने  वाले विद्यार्थी
टेक्नीकल में प्रवेश लेते है और
वो डॉक्टर या इंजिनिअर बनते है

‘2nd Class’ में पास होने वाले
MBA में admission लेते है और
administrator बनते है और
1st Class वालों को हैंडल करते है

‘3rd Class’ पास होने वाले   कही पे
भी प्रवेश नहीं लेते है ।और वो पॉलिटिक्स
में जाते है और वो 1st और 2nd क्लास
वालो को हैंडल करते है

‘Fail’ होने वाले भी कही पे भी प्रवेश
नहीं लेते है और वो अंडर वर्ल्ड में जाके
तीनो पे कंट्रोल करते है

और जो कभी स्कूल में गए ही नहीं।
वो  बाबा-साधू  बनते है और उपर लिखे
चारो  उनके पैर पढ़ते है।

भयानक सत्य कथा समाप्त
😀😀😎😊


Friday, May 29, 2015

मेरे ही लिए दोस्त बैठे हैं खंज़र लिए मै जानता हूँ,
पर मैं तो दोस्तों ही पर जां निसार करना चाहता हूँ I

जिसने तोड़ा था दिल मेरा कभी अपनी कड़वाहट से,
आज मैं उसकी नफरतों को तार तार करना चाहता हूँ I

हर स्वप्न पूरा नहीं हो सकता मैं जानता हूँ,
फिर भी कुछ सपने हैं जिन्हें साकार करना चाहता हूँ I

ग़र ज़िन्दगी मेरी परीक्षा लेने पर उतारू है ,
तो मै ज़िन्दगी का हर इम्तहान पार करना चाहता हूँ I

मुझे मालुम है उसे नहीं यकीं रत्ती भर भी मुझ पर,
फिर भी मैं बस उससे ही प्यार करना चाहता हूँ I

दिल लेना दिल देना किसने समझी ये बातें प्यार की “चरन”
इश्क खता है तो एक बार नहीं बार बार करना चाहता हूँ II


मच्छर का सीजन है।
....

मच्छर ने आपको काटा ... ये उसका जुनून था 😡
वाह वाह वाह...
मच्छर ने आपको काटा ... ये उसका जुनून था
फिर आपने वहाँ खुजाया ... ये आपका
सुकून था😌
चाह कर भी आप उसे मार नहीं पाये
ग़ौर फ़रमाइये हुज़ूर ...
चाह कर भी आप उसे मार नहीं पाये👺
क्योंकि उसकी रगों में आप ही का
ख़ून था ... !!!💉
😂😅😆
😜😜😜😄😄😄😄
गीत जो थे दिल के बेहद करीब, अब उन्हें गुनगुनाना छोड़ दिया हमने I
महफिलों में जाकर घुलना -मिलना, हंसना -हंसाना छोड़ दिया हमने II
जिनके रुठते ही सांस थमने लगती थी उन्हें मनाना छोड़ दिया हमने I
उलझनों में फिर उलझना चाहतें है, उन्हें सुलझाना छोड़ दिया हमने II

बेकद्री है इश्क-मोहब्बत की जहाँ, किससे गिला और किससे शिकवा,
कितने खाए जख्म कितनी चोटें लगी हिसाब लगाना छोड़ दिया हमने I

ख्वाहिशें ओस की बूंदों की तरह जन्म लेती रहीं जाने कब सिमट भी गई,
हुआ जब सामना सच्चाई से तो आईना देखना दिखाना छोड़ दिया हमने I

हमारा प्यार ही तो था हमारी लिए तकदीर हमारी और प्यार ही खुदा भी,
झुक जाता था जो कभी उसके सज़दे में वो सर झुकाना छोड़ दिया हमने I

कसम से बड़ा ही गुरुर था बड़ा नाज़ था हमें वफाओं पर और ऐतबार भी,
टूटा जब दिल, दिल की गहराइयों से तो खुद पर इतराना छोड़ दिया हमने I

न ताकत न रुतबा न पैसा, कमजोर थे इसलिए ही डरते थे जिन्दगी से,
बचा-खुचा मान भी जाता रहा अब क्या डर, सो डरना डराना छोड़ दिया हमने I

काली रातों के घने अँधेरे, उजालों से कहीं बेहतर लगने लगे हमें अब तो,
रास्ते जो घूम कर जाते थे मन्जिल पे, उन पर आना जाना छोड़ दिया हमने I

दिल की बाज़ी तो हमने भी लगाईं थी कभी बड़े दिल से दिल देकर उनको,
मगर क्या मिला, बस दर्द-ए-दिल, तो यहीं पर ये फ़साना छोड़ दिया हमने I

मेरी शायरी मेरी गजलों में न मिलेगी पहले सी ताज़गी अब कभी “चरन ”
असली चेहरा सामने है, अब शराफत का वो ढोंग रचाना छोड़ दिया हमने II


गम को समझ कर देंन इश्वर की, बस मुस्कुराते रहे हम I
जब भी मिले यारों से, गम छुपाकर हँसते-हंसाते रहे हम I

मोहब्बत की थी, इक यही था शायद कुसूर हमारा,
वो शिकस्त देते चले गए और मात खाते रहे हम I

नश्तर से चुभोते थे सदा वो अपनी कड़वी बातों से,
हमने तो किया था प्यार, सब कुछ भुलाते रहे हम I

जो भी कहा उससे मुकर गए वे कई बार जाने क्यूँ,
हमने तो किये थे वादे दिल से, सो निभाते रहे हम I

जो मारी ठोकर अपनों ने तो गिर कर न संभले फिर,
ज़िन्दगी देगी मौक़ा फिर, दिल को समझाते रहे हम I

बड़ा ही अजीब सा डर था मन में बचपन से जवानी तक,
इसलिए बच्चों को बहादुरी की कहानियाँ सुनाते रहे हम I

ख़ुशी और गम दोनों को ही कर दरकिनार किया हमने,
जो भी प्यार से मिला बस प्यार ही प्यार जताते रहे हम I

त्योंहार भी रिश्तों की तरह दूर हो गए हैं अब दिल से,
होली पे खुद अपने ही गालों पर गुलाल लगाते रहे हम I

जब भी मिला मौक़ा नीयत खराब कर ली हमने “चरन”
और दूसरों को सदा सच्चाई का रास्ता दिखाते रहे हम II


खूबसूरत है वो लब जिन पर,
दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए,
खूबसूरत है वो मुस्कान जो,
दूसरों की खुशी देख कर खिल जाए,
खूबसूरत है वो दिल जो,
किसी के दुख मे शामिल हो जाए,
खूबसूरत है वो जज़बात जो,
दूसरो की भावनाओं को समज जाए,
खूबसूरत है वो एहसास जिस मे,
प्यार की मिठास हो जाए,
खूबसूरत है वो बातें जिनमे,
शामिल हों दोस्ती और
प्यार की किस्से, कहानियाँ,
खूबसूरत है वो आँखे जिनमे,
किसी के खूबसूरत ख्वाब समा जाए,
खूबसूरत है वो हाथ जो किसी के,
लिए मुश्किल के वक्त सहारा बन जाए,
खूबसूरत है वो सोच जिस मैं,
किसी कि सारी ख़ुशी झुप जाए,
खूबसूरत है वो दामन जो,
दुनिया से किसी के गमो को छुपा जाए,
खूबसूरत है वो किसी के,
आँखों के आसूँ जो
किसी के ग़म मे बह जाए..

दोस्ती अपनी जगह और दुश्मनी अपनी जगह
फ़र्ज़ के अंजाम देने की ख़ुशी अपनी जगह.

हम तो सरगर्म-ए-सफ़र हैं और रहेंगे उम्र भर
मंज़िलें अपनी जगह आवारगी अपनी जगह.

पत्थरों के देस में शीशे का है अपना वक़ार
देवता अपनी जगह और आदमी अपनी जगह.

ज्ञान माना है बड़ा भक्ती भी लेकिन कम नहीं
आगही अपनी जगह दीवानगी अपनी जगह.

सुब्ह हैं सज्दे में हम तो शाम साक़ी के हुज़ूर
बंदगी अपनी जगह और मय-कशी अपनी जगह.

सारा आलम है तरन्नुम-ख़ेज़ ऐ शाएर-नवाज़
शेर की अपनी जगह और 'तर्ज़' की अपनी जगह.

"Truth"

Truth no 1 :
nobody is real in this world except Mother..
😊
Truth no. 2 :
a poor person has no friends..
😊
Truth no. 3 :
people do not like good thoughts they like good looks..
😊
Truth no 4 :
people respect the money not the person..
😊
Truth no 5 :
the person you love the most, will hurt you the most !  
😊
Truth no 6 :
"Truth is Simple, But, The Moment YOU try to Explain it...
It Becomes Difficult"  
😊
Truth no 7 :
"When you are happy you enjoy the music", but
 "when you are sad, you understand the lyrics".
😊
Truth no 8 :
 IN LIFE Two things define you-
"Your patience" when you have nothing...
&
 "Your attitude" when you have everything...

Rightly said "The internet shows us how small the world is...but a missing plane shows, how big our planet is.."..👍👍👍


Har ghadi khud se ulajhna hai muqaddar mera,
Main hi kashti hu muji me hai samandar mera,
Kisse puchhu ki kaha gum hu barson se,
Har jaga dhundhti phirta hai muje ghar mera,
Ek se ho gaye mausamo ke chehare sare,
Meri aankho se kahi kho gaya manzar mera,
Muddate biit gayi khwab suhana dekhe,
Jagta rahta hai har nind me bistar mera,
Aaina dekh ke nikli thi main ghar se bahar,
Aaj tak hath me mahfuz hai patthar mera.....      

Thursday, May 28, 2015

❗Very very imp.. 👇❗

ये जानना बहुत जरुरी है ...
हम पानी क्यों ना पीये खाना खाने के बाद। क्या कारण है |

हमने दाल खाई,
हमने सब्जी खाई,
हमने रोटी खाई,
हमने दही खाया
लस्सी पी ,
दूध,दही छाझ लस्सी फल आदि|,
ये सब कुछ भोजन के रूप मे हमने ग्रहण किया
ये सब कुछ हमको उर्जा देता है
और पेट उस उर्जा को आगे ट्रांसफर करता है |
पेट मे एक छोटा सा स्थान होता है जिसको हम हिंदी मे कहते है "अमाशय"
 उसी स्थान का संस्कृत नाम है "जठर"|
उसी स्थान को अंग्रेजी मे कहते है
" epigastrium "|

ये एक थेली की तरह होता है
और यह जठर हमारे शरीर मे सबसे
महत्वपूर्ण है
क्योंकि सारा खाना सबसे पहले इसी मे आता है।

ये बहुत छोटा सा स्थान हैं
इसमें अधिक से अधिक 350GMS खाना आ सकता है |
हम कुछ भी खाते सब ये अमाशय मे आ जाता है|

आमाशय मे अग्नि प्रदीप्त होती है उसी को कहते हे"जठराग्न"।
|ये जठराग्नि है वो अमाशय मे प्रदीप्त होने वाली आग है ।

 ऐसे ही पेट मे होता है जेसे ही आपने खाना खाया की जठराग्नि प्रदीप्त हो गयी |
यह ऑटोमेटिक है,जेसे ही अपने रोटी का पहला टुकड़ा मुँह मे डाला की इधर जठराग्नि प्रदीप्त हो गई|
▶ ये अग्नि तब तक जलती हे जब तक खाना पचता है | ◀

🔹अब अपने खाते ही गटागट पानी पी लिया और खूब ठंडा पानी पी लिया|

और कई लोग तो बोतल पे बोतल पी जाते है |

अब जो आग (जठराग्नि) जल रही थी वो बुझ गयी|

🔹आग अगर बुझ गयी तो खाने की पचने की जो क्रिया है वो रुक गयी|

🔸अब हमेशा याद रखें खाना जाने पर हमारे पेट में दो ही क्रिया होती है,

एक क्रिया है जिसको हम कहते हे "Digestion" और दूसरी है "fermentation"
फर्मेंटेशन का मतलब है सडना
और डायजेशन का मतलब हे पचना|

🔸आयुर्वेद के हिसाब से आग जलेगी तो खाना पचेगा,खाना पचेगा तो उससे रस बनेगा|

जो रस बनेगा तो उसी रस से मांस,मज्जा,रक्त,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र और अस्थि बनेगा और सबसे अंत मे मेद बनेगा|

🔸ये तभी होगा जब खाना पचेगा|🔸

 यह सब हमें चाहिए|

 ये तो हुई खाना पचने की बात
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸
अब जब खाना सड़ेगा तब क्या होगा..?

खाने के सड़ने पर सबसे पहला जहर जो बनता है वो हे यूरिक एसिड (uric acid )

|कई बार आप डॉक्टर के पास जाकर कहते है की मुझे घुटने मे दर्द हो रहा है,
मुझे कंधे-कमर मे दर्द हो रहा है

तो डॉक्टर कहेगा आपका यूरिक एसिड बढ़ रहा है आप ये दवा खाओ, वो दवा खाओ
यूरिक एसिड कम करो|

और एक दूसरा उदाहरण खाना

जब खाना सड़ता है, तो यूरिक एसिड जेसा ही एक दूसरा विष बनता है जिसको हम कहते हे
LDL (Low Density lipoprotive)
 माने खराब कोलेस्ट्रोल (cholesterol )|

जब आप ब्लड प्रेशर(BP) चेक कराने डॉक्टर के पास जाते हैं तो वो आपको कहता है (HIGH BP )

हाई-बीपी है आप पूछोगे कारण बताओ?

 तो वो कहेगा कोलेस्ट्रोल बहुत ज्यादा बढ़ा हुआ है |

आप ज्यादा पूछोगे की कोलेस्ट्रोल कौनसा बहुत है ?

 तो वो आपको कहेगा LDL बहुत है |

इससे भी ज्यादा खतरनाक एक विष हे
वो है VLDL
(Very Low Density lipoprotive)|

ये भी कोलेस्ट्रॉल जेसा ही विष है।
अगर VLDL बहुत बढ़ गया तो आपको भगवान भी नहीं बचा सकता|

खाना सड़ने पर और जो जहर बनते है उसमे एक ओर विष है जिसको अंग्रेजी मे हम कहते है triglycerides|

जब भी डॉक्टर आपको कहे की आपका "triglycerides" बढ़ा हुआ हे तो समज लीजिए की आपके शरीर मे विष निर्माण हो रहा है |

 तो कोई यूरिक एसिड के नाम से कहे,कोई कोलेस्ट्रोल के नाम से कहे, कोई LDL -VLDL के नाम से कहे समझ लीजिए की ये
 विष हे और ऐसे विष 103 है |

ये सभी विष तब बनते है जब खाना सड़ता है |

 मतलब समझ लीजिए किसी का कोलेस्ट्रोल बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट मे ध्यान आना चाहिए की खाना पच नहीं रहा है ,

कोई कहता हे मेरा triglycerides बहुत बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट मे डायग्नोसिस कर लीजिए आप ! की आपका खाना पच नहीं रहा है |

कोई कहता है मेरा यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो एक ही मिनिट लगना चाहिए समझने मे की खाना पच नहीं रहा है |

क्योंकि खाना पचने पर इनमे से कोई भी जहर नहीं बनता|

खाना पचने पर जो बनता है वो है मांस,मज्जा,रक्त ,वीर्य,हड्डिया,मल,मूत्र,अस्थि

और

 खाना नहीं पचने पर बनता है यूरिक एसिड, कोलेस्ट्रोल
,LDL-VLDL|


और यही आपके शरीर को रोगों का घर बनाते है !

 पेट मे बनने वाला यही जहर जब
 ज्यादा बढ़कर खून मे आते है ! तो खून दिल की नाड़ियो मे से निकल नहीं पाता और रोज थोड़ा थोड़ा कचरा जो खून मे आया है इकट्ठा होता रहता है और एक दिन नाड़ी को ब्लॉक कर देता है
*जिसे आप heart attack कहते हैं !

 तो हमें जिंदगी मे ध्यान इस बात पर देना है
की जो हम खा रहे हे वो शरीर मे ठीक से पचना चाहिए
और खाना ठीक से पचना चाहिए इसके लिए पेट मे ठीक से आग (जठराग्नि) प्रदीप्त होनी ही चाहिए|

क्योंकि बिना आग के खाना पचता नहीं हे और खाना पकता भी नहीं है

 🔹* महत्व की बात खाने को खाना नहीं खाने को पचाना है |

आपने क्या खाया कितना खाया वो महत्व नहीं हे।

खाना अच्छे से पचे इसके लिए वाग्भट्ट जी ने सूत्र दिया !!

"भोजनान्ते विषं वारी"
---------------
🔸🔸 (मतलब खाना खाने के तुरंत बाद पानी पीना जहर पीने के बराबर
 है )🔸🔸

* इसलिए खाने के तुरंत बाद पानी कभी मत पिये!*

 अब आपके मन मे सवाल आएगा कितनी देर तक नहीं पीना ???

 तो 1 घंटे 48 मिनट तक नहीं पीना !

अब आप कहेंगे इसका क्या calculation हैं ??

 बात ऐसी है !

 जब हम खाना खाते हैं तो जठराग्नि द्वारा सब एक दूसरे मे मिक्स होता है और फिर खाना पेस्ट मे बदलता हैं है !

 पेस्ट मे बदलने की क्रिया होने तक 1 घंटा 48 मिनट
 का समय लगता है !

उसके बाद जठराग्नि कम हो जाती है !

 (बुझती तो नहीं लेकिन बहुत
 धीमी हो जाती है )

पेस्ट बनने के बाद शरीर मे रस बनने की परिक्रिया शुरू होती है !

 तब हमारे शरीर को पानी की जरूरत होती हैं ।

तब आप जितना इच्छा हो उतना पानी पिये !!

जो बहुत मेहनती लोग है (खेत मे हल चलाने वाले ,रिक्शा खीचने वाले पत्थर तोड़ने वाले)

उनको 1 घंटे के बाद ही रस बनने
 लगता है उनको घंटे बाद
 पानी पीना चाहिए !

अब आप कहेंगे खाना खाने के पहले कितने मिनट तक पानी पी सकते हैं ???

तो खाना खाने के 45 मिनट पहले तक आप पानी पी सकते हैं !

अब आप पूछेंगे ये मिनट का calculation ????

 बात ऐसी ही जब हम पानी पीते हैं
तो वो शरीर के प्रत्येक अंग तक जाता है !

 और अगर बच जाये तो 45 मिनट बाद मूत्र पिंड तक पहुंचता है !

तो पानी - पीने से मूत्र पिंड तक आने का समय 45 मिनट का है !

तो आप खाना खाने से 45 मिनट पहले ही पाने पिये !

 इसका जरूर पालण करे !

अधिक अधिक लोगो को बताएं
post share करे !!


 बहुत बहुत धन्यवाद.

--भोलेभाले टीचर्स को समर्पित



गुरूजी विद्यालय से घर लौट रहे थे ।

रास्ते में एक नदी पड़ती थी ।

नदी पार करने लगे तो ना जाने क्या सूझा ,

एक पत्थर पर बैठ अपने झोले में से पेन और कागज निकाल अपने वेतन का हिसाब निकालने लगे ।

अचानक…..,

हाथ से पेन फिसला और डुबुक ….

पानी में डूब गया । गुरूजी परेशान ।

आज ही सुबह पूरे पांच रूपये खर्च कर खरीदा था ।

कातर दृष्टि से कभी इधर कभी उधर देखते ,

पानी में उतरने का प्रयास करते ,

फिर डर कर कदम खींच लेते ।

एकदम नया पेन था ,

छोड़ कर जाना भी मुनासिब न था ।

अचानक…….

पानी में एक तेज लहर उठी ,

और साक्षात् वरुण देव सामने थे ।

गुरूजी हक्के -बक्के ।

कुल्हाड़ी वाली कहानी याद आ गई ।

वरुण देव ने कहा , ”गुरूजी, क्यूँ इतने परेशान हैं ।

प्रमोशन , तबादला , वेतनवृद्धि ,क्या चाहिए ?

गुरूजी अचकचाकर बोले , ” प्रभु ! आज ही सुबह
एक पेन खरीदा था ।

पूरे पांच रूपये का ।

देखो ढक्कन भी मेरे हाथ में है ।

यहाँ पत्थर पर बैठा लिख रहा था कि पानी में गिर गया

प्रभु बोले , ” बस इतनी सी बात ! अभी निकाल
लाता हूँ ।”

प्रभु ने डुबकी लगाई ,

और चाँदी का एक चमचमाता पेन लेकर बाहर आ गए ।

बोले – ये है आपका पेन ?

गुरूजी बोले – ना प्रभु । मुझ गरीब को कहाँ ये
चांदी का पेन नसीब । ये मेरा नाहीं ।

प्रभु बोले – कोई नहीं , एक डुबकी और लगाता हूँ

डुबुक …..

इस बार प्रभु सोने का रत्न जडित पेन लेकर आये।

बोले – “लीजिये गुरूजी , अपना पेन ।”

गुरूजी बोले – ” क्यूँ मजाक करते हो प्रभु ।

इतना कीमती पेन और वो भी मेरा । मैं टीचर हूँ
सर , DPC नहीं ।

थके हारे प्रभु ने कहा , ” चिंता ना करो गुरुदेव ।

अबके फाइनल डुबकी होगी ।

डुबुक ….

बड़ी देर बाद प्रभु उपर आये ।

हाथ में गुरूजी का जेल पेन लेकर ।

बोले – ये है क्या ?

गुरूजी चिल्लाए – हाँ यही है , यही है ।

प्रभु ने कहा – आपकी इमानदारी ने मेरा दिल जीत
लिया गुरूजी ।

आप सच्चे गुरु हैं । आप ये तीनों पेन ले लो ।

गुरूजी ख़ुशी – ख़ुशी घर को चले ।

.
.
कहानी अभी बाकी है दोस्तों —

गुरूजी ने घर आते ही सारी कहानी पत्नी जी को सुनाई

चमचमाते हुवे कीमती पेन भी दिखाए ।

पत्नी को विश्वास ना हुवा ,

बोली तुम किसी DPC का चुरा कर लाये हो ।

बहुत समझाने पर भी जब पत्नी जी ना मानी

तो गुरूजी उसे घटना स्थल की ओर ले चले ।

दोनों उस पत्थर पर बैठे ,

गुरूजी ने बताना शुरू किया कि कैसे – कैसे सब हुवा

पत्नी एक एक कड़ी को किसी शातिर पुलिसिये की तरह जोड़ रही थी कि

अचानक …….

डुबुक !!!

पत्नी का पैर फिसला , और वो गहरे पानी में समा गई ।

गुरूजी की आँखों के आगे तारे नाचने लगे ।

ये क्या हुवा !

जोर -जोर से रोने लगे ।

तभी अचानक ……

पानी में ऊँची ऊँची लहरें उठने लगी ।

नदी का सीना चीरकर साक्षात वरुण देव प्रकट
हुवे ।

बोले – क्या हुआ गुरूजी ? अब क्यूँ रो रहे हो ?

गुरूजी ने रोते हुए सारी story प्रभु को सुनाई ।

प्रभु बोले – रोओ मत। धीरज रखो ।

मैं अभी आपकी पत्नी को निकाल कर लाता हूँ।

प्रभु ने डुबकी लगाईं ,

और …....
थोड़ी देर में

वो सनी लियोनी को लेकर प्रकट हुवे ।

बोले –गुरूजी ।

क्या यही आपकी पत्नी जी है ??

गुरूजी ने एक क्षण सोचा ,

और चिल्लाए –

हाँ यही है , यही है ।

अब चिल्लाने की बारी प्रभु की थी ।

बोले – दुष्ट मास्टर ।

टंच माल देखा तो नीयत बदल दी ।

ठहर तुझे श्राप देता हूँ ।

गुरूजी बोले – माफ़ करें प्रभु ।

मेरी कोई गलती नहीं ।

अगर मैं इसे मना करता तो आप

अगली डुबकी में प्रियंका चोपड़ा को लाते ।

मैं फिर भी मना करता तो आप मेरी पत्नी को लाते ।

फिर आप खुश होकर तीनों मुझे दे देते ।

अब आप ही बताओ भगवन ,

इस महंगाई के जमाने में

मैं तीन – तीन बीबीयाँ कैसे पालता ।

सो सोचा , सनी से ही काम चला लूँगा ।

और इस ठंड में आप भी डुबकियां लगा लगा कर थक गये होंगे ।

जाइये विश्राम करिए ।
bye bye.....

छपाक … ?????

एक आवाज आई ।

प्रभु बेहोश होकर पानी में गिर गए थे ।

गुरूजी सनी का हाथ थामे

सावधानीपूर्वक धीरे – धीरे नदी पार कर रहे थे ,,,😜😜😜😜😜


Dedicated to all the Lovely Women & Responsible Men:

"They say You should Never Ask
a Woman her Age &
a Man his Salary..."

The real reason is that...
Most Women Themselves do not Know,
How Many of Her Years She has Actually Lived for Herself... 💐👰

& Most Men do not Know,
How Much of His Income He has Actually Earned for Himself..!!! 👨👍

Respect Each Other.. Respect Life!!💕

Tuesday, May 26, 2015

खूबसूरती की परिभाषा :

खूबसूरत है वो लब...... जिन पर, दूसरों के लिए कोई दुआ आ जाए !!

खूबसूरत है ............वो दिल जो , किसी के दुख मे शामिल हो जाए !!

खूबसूरत है.......... वो जज़बात जो, दूसरो की भावनाओं को समज जाए !!

खूबसूरत है........ वो एहसास जिस मे, प्यार की मिठास हो जाए !!

खूबसूरत है............. वो बातें जिनमे, शामिल हों दोस्ती और प्यार की किस्से कहानियाँ !!

खूबसूरत है.......... वो आँखे जिनमे, किसी के खूबसूरत ख्वाब समा जाए !!

खूबसूरत है .........वो हाथ जो किसी के, लिए मुश्किल के वक्त सहारा बन जाए !!

खूबसूरत है..........वो सोच जिस मैं, किसी कि सारी...... ख़ुशी झुप जाए !

खूबसूरत है............. .... वो दामन जो, दुनिया से किसी के गमो को छुपा जाए !

खूबसूरत है.......वो आसूँ जो, किसी और के गम मे बह जाए....

💛💛। खुश हूं ।💚💚
             
😊"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं
"काम में खुश हूं," आराम में खुश हू

😊"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं
"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं

😊"दोस्तों का साथ नहीं," अकेला ही खुश हूं
"आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं

😊"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं
"जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूं

😊"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं
"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं

😊"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं
"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं

😊"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना"
"वरना बिना जवाब के भी खुश हूं।"
आप भी खुश रहें और खुशियाँ बांटें।


Monday, May 25, 2015

दोस्ती हर चहरे की मीठी मुस्कान होती है,
दोस्ती ही सुख दुख की पहचान होती है,
रूठ भी गऐ हम तो दिल पर मत लेना,
क्योकी दोस्ती जरा सी नादान होती है..



दोस्त को दोस्त का इशारा याद रहेता हे
हर दोस्त को अपना दोस्ताना याद रहेता
हे कुछ पल सच्चे दोस्त के साथ तो
गुजारो वो अफ़साना मौत तक याद रहेता हे.




चाँद ने चांदनी को याद किया
रात ने सितारो को याद किया
हमारे पास न तो चाँद है न चांदनी
इसलिए हमने अपने चाँद से भी प्यारे दोस्त को याद किया ………….


Shaher se lautkar jab main apnay gaon mein aa gaya
Youn laga ki chilchilati dhoop se chhaon mein aa gaya

Aur mere halat se mere mayaar ka andaza mat laga
main sir ka taj tha kabhi jo ab paaon mein aa gaya

Kabhi mohtaj tha main bhi dariya ki maujon ka Bahut
Waqt badla toh dariya khud meri naaon mein aa gaya

Sach cha Sach bolta tha mai toh koi pehchan na thi
Jhootha sach boltey he sabki nigahon mein aa gaya