Saturday, July 23, 2016

*कभी हमारे जहाज भी चला करते थे।*
हवा में भी।
पानी में भी।

*दो दुर्घटनाएं हुई।*
*सब कुछ ख़त्म गया।*

एक बार क्लास में हवाई जहाज उड़ाया।
टीचर के सिर से टकराया।
स्कूल से निकलने की नौबत आ गई।
बहुत फजीहत हुई।
कसम दिलाई गई।
औऱ जहाज उडाना छूट गया।

वारिश के मौसम में,मां ने अठन्नी दी।
चाय के लिए दूध लाना था।कोई मेहमान आया था।
हमने गली की नाली में तैरते अपने जहाज में बिठा दी।
तैरते जहाज के साथ हम चल रहे थे।
ठसक के साथ।खुशी खुशी।
अचानक तेज बहाब आया।
जहाज डूब गया।
साथ में अठन्नी भी डूब गई।
ढूंढे से ना मिली।
मेहमान बिना चाय पीये चला गया।
फिर जमकर ठुकाई हुई।
घंटे भर मुर्गा बनाया गया।
औऱ हमारा पानी में जहाज तैराना भी बंद हो गया।

आज प्लेन औऱ क्रूज के सफर की बातें उन दिनों की याद दिलाती हैं।

बच्चे ने दस हजार का मोबाइल गुमाया तो मां बोली, कोई
बात नहीं, पापा दूसरा दिला देंगे।
हमें अठन्नी पर मिली सजा याद आ गई।

फिर भी आलम यह है कि आज भी हमारे सर मां-बाप के चरणों में श्रद्धा से झुकते हैं।
औऱ हमारे बच्चे 'यार पापा,यार मम्मी' कहकर बात करते हैं।
हम प्रगतिशील से प्रगतिवान हो गये हैं।

कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन।।


अज़ीज इतना ही रखो....
अज़ीज इतना ही रखो जो हम सम्भल जाए
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए ।

मुहब्बतों में अजब है दिलों का धड़कना सा
न जाने कौनसा रस्ता बदल जाए ।

मैं वो चिराग़-ए-सरे राह गुज़ार देता हूं,
जो अपनी ज़ात की तन्हाइयों में जल जाए ।

हर एक लम्हा यही आरज़ू यही हसरत,
जो आग दिल में है वो शेर में ढल जाए ।

अज़ीज इतना ही रखो जो सम्भल जाए,
अब इस क़दर भी न चाहो कि दम निकल जाए ।।
हम संभलकर भी चले तो ठोंकरों में आ गये,
आप क्यों पत्थर उठाकर रास्तों में आ गये ।

यूं सितारे टूटते हैं, नाचती है रौशनी,
जैसे तेरे तमाम वादें तजरिबां में आ गये ।

जो किसी के कुछ नहीं लगते हैं, उनसे पूछ लो,
किसकी आहट पर तड़क कर खिड़कियों में आ गये ।

चांदनी रातें, सुलगते पेड़ अपनी वहशतें,
कैसे-कैसे रंग अपने रतजगों में आ गये ।

सुबह की पहली किरन है हम, चिराग़े-शब नहीं,
क्या हुआ जो हम बिखर के आंधियों में आ गये ।।


गुरु चाणक्य ने कहा था..

आपको एक ही दुश्मन से बार-बार युद्ध नही लड़ना चाहिए वरना आप अपने तमाम 'युद्ध कौशल' उसे सिखा देंगे।

पति पत्नी के संबंधो में भी यही होता है। दोनों योद्धा जिन्दगी भर लड़ते-लड़ते एक दुसरे के वारों से इतना परिचित हो जाते हैं कि युद्ध जिन्दगी भर चलता रहता है पर हल कुछ निकलता नही।

शिष्य - तो फिर गुरुजी, क्या करना चाहिए..?

गुरु - दुश्मन बदलते रहना चाहिये।
😜😜

*LIFE AFTER 55*
An interesting article.

*_Life can begin at 55,_*
It is all in your hands!
Many people feel unhappy, health-wise and security-wise, after 60 years of age, owing to the diminishing importance given to them and their opinions. But, it need not be so, if only we understand the basic principles of life and follow them scrupulously. Here are ten mantras to age gracefully and make life after retirement pleasant.

1. *Never say I am aged'* :
There are three ages, chronological, biological, and psychological. The first is calculated based on our date of birth; the second is determined by the health conditions; the third is how old we feel we are. While we don't have control over the first, we can take care of our health with good diet, exercise and a cheerful attitude. A positive attitude and optimistic thinking can reverse the third age.

2. *Health is Wealth:*
If you really love your kith and kin, taking care of your health should be your priority. Thus, you will not be a burden to them. Have an annual health check-up and take the prescribed medicines regularly. Do take health insurance coverage.

3. *Money is important:*
Money is essential for meeting the basic necessities of life, keeping good health and earning family respect and security. Don't spend beyond your means even for your children. You have lived for them all through and it is time you enjoyed a harmonious life with your spouse. If your children are grateful and they take care of you, you are blessed. But, never take it for granted.

4. *Relaxation and Recreation:*
The most relaxing and recreating forces are a healthy religious attitude, good sleep, music and laughter. Have faith in God, learn to sleep well, love good music and see the funny side of life.

5. *Time is Precious:*
It is almost like holding a horses' reins. When they are in your hands, you can control them. Imagine that everyday you are born again. Yesterday is a cancelled cheque. Tomorrow is a promissory note. Today is ready cash - use it profitably. Live this moment; live it fully, now, in the present time.

6. *Change is the only Permanent Thing:*
We should accept change - it is inevitable. The only way to make sense out of change is to join in the dance. Change has brought about many pleasant things. We should be happy that our children are blessed.

7. *Enlightened Selfishness:*
All of us are basically selfish. Whatever we do, we expect something in return. We should definitely be grateful to those who stood by us. But, our focus should be on the internal satisfaction and the happiness we derive by doing good for others, without expecting anything in return. Perform a random act of kindness daily.

8. *Forget and Forgive:*
Don't be bothered too much about others' mistakes. We are not spiritual enough to show our other cheek when we are slapped in one. But for the sake of our own health and happiness, let us forgive and forget them. Otherwise, we will be only increasing our blood pressure.

9. *Everything has a Purpose:*
Take life as it comes. Accept yourself as you are and also accept others for what they are. Everybody is unique and is right in his own way.

10. *Overcome the Fear of Death:*
We all know that one day we have to leave this world. Still we are afraid of death. We think that our spouse and children will be unable to withstand our loss. But the truth is no one is going to die for you; they may be depressed for some time. Time heals everything and they will go on.

*Pass to all 40 plus you may know* 🙏

कल मैं दुकान से जल्दी घर चला आया। आम तौर पर रात में 10 बजे के बाद आता हूं, कल 8 बजे ही चला आया।

सोचा था घर जाकर थोड़ी देर पत्नी से बातें करूंगा, फिर कहूंगा कि कहीं बाहर खाना खाने चलते हैं। बहुत साल पहले, , हम ऐसा करते थे।

घर आया तो पत्नी टीवी देख रही थी। मुझे लगा कि जब तक वो ये वाला सीरियल देख रही है, मैं कम्यूटर पर कुछ मेल चेक कर लूं। मैं मेल चेक करने लगा, कुछ देर बाद पत्नी चाय लेकर आई, तो मैं चाय पीता हुआ दुकान के काम करने लगा।

अब मन में था कि पत्नी के साथ बैठ कर बातें करूंगा, फिर खाना खाने बाहर जाऊंगा, पर कब 8 से 11 बज गए, पता ही नहीं चला।

पत्नी ने वहीं टेबल पर खाना लगा दिया, मैं चुपचाप खाना खाने लगा। खाना खाते हुए मैंने कहा कि खा कर हम लोग नीचे टहलने चलेंगे, गप करेंगे। पत्नी खुश हो गई।

हम खाना खाते रहे, इस बीच मेरी पसंद का सीरियल आने लगा और मैं खाते-खाते सीरियल में डूब गया। सीरियल देखते हुए सोफा पर ही मैं सो गया था।

जब नींद खुली तब आधी रात हो चुकी थी।
बहुत अफसोस हुआ। मन में सोच कर घर आया था कि जल्दी आने का फायदा उठाते हुए आज कुछ समय पत्नी के साथ बिताऊंगा। पर यहां तो शाम क्या आधी रात भी निकल गई।

ऐसा ही होता है, ज़िंदगी में। हम सोचते कुछ हैं, होता कुछ है। हम सोचते हैं कि एक दिन हम जी लेंगे, पर हम कभी नहीं जीते। हम सोचते हैं कि एक दिन ये कर लेंगे, पर नहीं कर पाते।

आधी रात को सोफे से उठा, हाथ मुंह धो कर बिस्तर पर आया तो पत्नी सारा दिन के काम से थकी हुई सो गई थी। मैं चुपचाप बेडरूम में कुर्सी पर बैठ कर कुछ सोच रहा था।

पच्चीस साल पहले इस लड़की से मैं पहली बार मिला था। पीले रंग के शूट में मुझे मिली थी। फिर मैने इससे शादी की थी। मैंने वादा किया था कि सुख में, दुख में ज़िंदगी के हर मोड़ पर मैं तुम्हारे साथ रहूंगा।

पर ये कैसा साथ? मैं सुबह जागता हूं अपने काम में व्यस्त हो जाता हूं। वो सुबह जागती है मेरे लिए चाय बनाती है। चाय पीकर मैं कम्यूटर पर संसार से जुड़ जाता हूं, वो नाश्ते की तैयारी करती है। फिर हम दोनों दुकान के काम में लग जाते हैं, मैं दुकान के लिए तैयार होता हूं, वो साथ में मेरे लंच का इंतज़ाम करती है। फिर हम दोनों भविष्य के काम में लग जाते हैं।

मैं एकबार दुकान चला गया, तो इसी बात में अपनी शान समझता हूं कि मेरे बिना मेरा दुकान का काम नहीं चलता, वो अपना काम करके डिनर की तैयारी करती है।

देर रात मैं घर आता हूं और खाना खाते हुए ही निढाल हो जाता हूं। एक पूरा दिन खर्च हो जाता है, जीने की तैयारी में।

वो पंजाबी शूट वाली लड़की मुझ से कभी शिकायत नहीं करती। क्यों नहीं करती मैं नहीं जानता। पर मुझे खुद से शिकायत है। आदमी जिससे सबसे ज्यादा प्यार करता है, सबसे कम उसी की परवाह करता है। क्यों?
 

कई दफा लगता है कि हम खुद के लिए अब काम नहीं करते। हम किसी अज्ञात भय से लड़ने के लिए काम करते हैं। हम जीने के पीछे ज़िंदगी बर्बाद करते हैं।

कल से मैं सोच रहा हूं, वो कौन सा दिन होगा जब हम जीना शुरू करेंगे। क्या हम गाड़ी, टीवी, फोन, कम्यूटर, कपड़े खरीदने के लिए जी रहे हैं?

मैं तो सोच ही रहा हूं, आप भी सोचिए

कि ज़िंदगी बहुत छोटी होती है। उसे यूं जाया मत कीजिए। अपने प्यार को पहचानिए। उसके साथ समय बिताइए। जो अपने माँ बाप भाई बहन सागे संबंधी सब को छोड़ आप से रिश्ता जोड़ आपके सुख-दुख में शामिल होने का वादा किया उसके सुख-दुख को पूछिए तो सही।

एक दिन अफसोस करने से बेहतर है, सच को आज ही समझ लेना कि ज़िंदगी मुट्ठी में रेत की तरह होती है। कब मुट्ठी से वो निकल जाएगी, पता भी नहीं चलेगा....✍

*आज मुलाकात हुई*
*जाती हुई उम्र से*

*मैने कहा जरा ठहरो तो*
*वह हंसकर इठलाते हुए बोली*
*मैं उम्र हूँ ठहरती नहीं*
*पाना चाहते हो मुझको*
*तो मेरे हर कदम के संग चलो*

*मैंने मुस्कराते हुए कहा*
*कैसे चलूं मैं बनकर तेरा हमकदम*
*संग तेरे चलने पर छोड़ना होगा*
*मुझको मेरा बचपन*
*मेरी नादानी, मेरा लड़कपन*
*तू ही बता दे कैसे समझदारी की*
*दुनियां अपना लूँ*
*जहाँ हैं नफरतें, दूरियां,*
*शिकायतें और अकेलापन*

*उम्र ने कहा*
*मैं तो दुनियां ए चमन में*
*बस एक “मुसाफिर” हूँ*
*गुजरते वक्त के साथ*
*इक दिन यूं ही गुजर जाऊँगी*
*करके कुछ आँखों को नम*
*कुछ दिलों में यादें बन बस जाऊँगी*

🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟

👆किसी का दिल दुखाने वाली बात न कहें , वक्त बीत जाता है, बातें याद रहती हैं ।
👆लंबी जबान और लंबा धागा हमेशा उलझ जाता हैं ।
  👆इंसान की सबसे बड़ी सम्पत्ति उसका मनोबल है ।
👆सफलता का चिराग परिश्रम से जलता है
👆कमजोर तब रूकते हैं जब वे थक जाते हैं और विजेता तब रूकते हैं जब वे जीत जाते हैं ।
👆हमारी समस्या का समाधान किसी के पास नहीं है, सिवाय हमारे ।
👆काम में ईश्वर का साथ मांगो लेकिन ईश्वर ये काम कर दे, ऐसा मत मांगो ।
👆अगर मैं सुखी होना चाहता हूं तो कोई मुझे दुखी नहीं कर सकता ।
 👆यदि कोई व्यक्ति आपको गुस्सा दिलाने में सफल होता हैं तो यकीनन आप उसकी हाथ की कठपुतली हैं ।
👆जिसके पास उम्मीद हैं वह लाख बार हार के भी नहीं हारता ।
👆वह अच्छाई जो बुरा करने वाले को मदद करें , अच्छाई नहीं होती हैं।

हसना पेट पकड के..
😄😄😄
👪 एक परिवार को फ़ोन का
बिल बहुत अधिक मिला...
तो परिवार के मुखिया ने इस
पर चर्चा के लिए घर के सब
लोगों को बुलाया।

👨 पिता: यह तो हद हो गई।
 इतना ज़्यादा बिल!... मैं तो
 घर का फ़ोन यूज़ ही नही
ं करता... सारी बातें
 ऑफ़िस के फ़ोन से करता हूँ।

👵 माँ: मैं भी ज़्यादातर
ऑफ़िस का ही फ़ोन यूज़
करती हूँ। सहेलियों के साथ
 इतनी सारी बातें घर के फ़ोन से करूंगी तो कैसे चलेगा।

👦 बेटा: माँ आपको तो
पता ही है कि मैं सुबह सात
 बजे घर से ऑफ़िस के लिए
निकल जाता हूँ। जो बात करनी
 होती है ऑफ़िस के फ़ोन से
करता हूँ।

👧 बेटी: मेरी कम्पनी ने मेरी
 डेस्क पर भी फ़ोन दिया हुआ
 है..मैं तो सारी कॉल्स उसी से
करती हूँ। फिर ये घर के फ़ोन
का बिल इतना आया कैसे?

👶 घर की नौकरानी चुपचाप
खड़ी सुन रही थी। सबकी प्रश्न
भरी निगाहें नौकरानी की ओर
उठीं...
.
.
.
😡 नौकरानी बोली: “तो और
 क्या... आप सब भी तो अपने
काम करने की जगह का
फ़ोन इस्तेमाल करते हैं... "



😰"मैंने भी वही किया तो क्या?”😜😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂

😢 very touching 👇

जब बचपन था, तो जवानी एक ड्रीम था...
जब जवान हुए, तो बचपन एक ज़माना था... !!

जब घर में रहते थे, आज़ादी अच्छी लगती थी...

आज आज़ादी है, फिर भी घर जाने की जल्दी रहती है... !!

कभी होटल में जाना पिज़्ज़ा, बर्गर खाना पसंद था...

 आज घर पर आना और माँ के हाथ का खाना पसंद है... !!!

स्कूल में जिनके साथ ज़गड़ते थे, आज उनको ही इंटरनेट पे तलाशते है... !!

ख़ुशी किसमे होतीं है, ये पता अब चला है...
बचपन क्या था, इसका एहसास अब हुआ है...

काश बदल सकते हम ज़िंदगी के कुछ साल..

.काश जी सकते हम, ज़िंदगी फिर एक बार...!!


👘 जब हम अपने शर्ट में हाथ छुपाते थे
और लोगों से कहते फिरते थे देखो मैंने
अपने हाथ जादू से हाथ गायब कर दिए
|🌀🌀

✏जब हमारे पास चार रंगों से लिखने
वाली एक पेन हुआ करती थी और हम
सभी के बटन को एक साथ दबाने
की कोशिश किया करते थे |❤💚💙💜

👻 जब हम दरवाज़े के पीछे छुपते थे
ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके..👥


👀जब आँख बंद कर सोने का नाटक करते
थे ताकि कोई हमें गोद में उठा के बिस्तर तक पहुचा दे |


🚲सोचा करते थे की ये चाँद
हमारी साइकिल के पीछे पीछे
क्यों चल रहा हैं |🌙🚲


🔦💡On/Off वाले स्विच को बीच में
अटकाने की कोशिश किया करते थे |


🍏🍎🍉🍑🍈 फल के बीज को इस डर से नहीं खाते
थे की कहीं हमारे पेट में पेड़ न उग जाए |


🍰🎂🍧🏆🎉🎁 बर्थडे सिर्फ इसलिए मनाते थे
ताकि ढेर सारे गिफ्ट मिले |

🔆फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने
की कोशिश करते थे की इसकी लाइट
कब बंद होती हैं |


🎭 सच , बचपन में सोचते हम बड़े
क्यों नहीं हो रहे ?


और अब सोचते हम बड़े क्यों हो गए ?⚡⚡


🎒🎐ये दौलत भी ले लो..ये शोहरत भी ले लो💕


भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी...

मगर मुझको लौटा दो बचपन
का सावन ....☔

वो कागज़
की कश्ती वो बारिश का पानी..🌊🌊🌊
..............

रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर अंतिम सांसे ले रहा था तब उसने श्री राम से कहा-

🏆'राम मैं तुमसे हर बात में श्रेष्ठ
      हूँ।

🏆जाति मेरी ब्राह्मण हैं, जो तुमसे
     श्रेष्ठ है।

🏆आयु में भी तुमसे बड़ा हूँ।

🏆मेरा कुटुम्ब तुम्हारे कुटुम्ब से
     बड़ा है।

🏆मेरा वैभव तुमसे अघिक हैं।

🏆तुम्हारा महल स्वर्णजड़ित है
     परन्तु मेरी पूरी लंका ही स्वर्ण
     नगरी है।

🏆मैं बल और पराक्रम में भी तुमसे
     श्रेष्ठ हूँ।

🏆मेरा राज्य तुम्हारे राज्य से
     बड़ा है।

🏆ज्ञान और तपस्या में तुमसे श्रेष्ठ
     हूँ।

🏆इतनी श्रेष्ठताओं के होने पर भी
     रणभूमि में मैं तुमसे परास्त हो
     गया।


👉👉सिर्फ इसलिये कि
तुम्हारा भाई तुम्हारे साथ है,
और
मेरा भाई मेरे खिलाफ..............????

🙏 बिना भाई के साथ के जब रावण हार सकता है तो हम किस घमंड में है ..?
सदा साथ रहिये सदा विजय रहिये ......
सभी को कोशिश करनी चाहिए की कभी परिवार टूटे नही।


अंदरुनी एकता बनाये रखो । क्योकि-

''किसी भी पेड़ के कटने का किस्सा न होता,
अगर कुल्हाड़ी के पीछे लकड़ी का हिस्सा न होता ।''


💐💐💐💐💐💐💐💐💐
यह संदेश हर परीवार को समर्पित
 👌👌👌👌👌

Departure Instructions Note from
Wife to Husband...

I am going to My Mom's Place for 6-7 days with kids &
These are the instructions and warning for you. . ⤵⤵⤵

1 - No need to call your friends and cousins.
Last time I got 4 large pizza bills beneath the sofa... 🍕🍕👫👬

2 - Don't forget mobile on the soap holder in the bathroom like last time...
Why would anyone need a mobile in the bathroom.?? 📱📱🛀🚾

3 - Keep your specs in the box..
Last time around it was found in the refrigerator. 👓👓

4 - Salary already paid to maid.
No need to be extra generous. 👯👯

5 - Don't disturb neighbors early in the morning asking if they have got newspaper or not??
Our newspaper vendor is different from theirs..
And our laundry person and milkman are also different. 📰📰🏠🏠

6 - Your Underwear are on left side of wardrobe and on right side are kid's...
Like last time, don't say I was uncomfortable at work.... 🏃🏃

7 - All reports have been checked and you are alright.
No need to go to that lady doctor again and again. 👩💉💊

8 - My sister and Bhabhi's birthdays have gone last month which you already attended.
No need to go to them at midnight and wish belated happy birthday.. 🎂🎁💏

9 - Have cut off WiFi for 10 days.
So sleep early.... 😴😴😴

10 - Stop smiling and being happy...
as Mrs. Khanna, Mrs. Avasthi, Mrs. Kulkarni, Mrs. Trivedi, Mrs. Ansari, Mrs. Rastogi, Mrs. Chatteerjee...
They all will be out of station in this period.... 💃💃💃

And last but not the least.

11 - Don't try to be oversmart..
I will be back anytime
without informing you
👊👊👊😝😎😎😎
.
.
.
Happy vacations



☄💫☄💫☄💫☄💫
 *☄कुछ विचारणीय बातें*

✍"जो मित्र आगे बढ़कर
     होटल के बिल का पेमेंट
     करतें हैं,
     वो इसलिए नहीं कि,
     उनके पास खूब पैसा है;

      बल्कि इसलिए कि……

      *उन्हें पैसों से अधिक*
      *अपने मित्र प्रिय हैं…!*

✍"जो लोग हर काम में
     आगे रहतें हैं, वो इसलिए
     नहीं कि, वे मूर्ख होते हैं;

     बल्कि
     इसलिए कि उन्हें……

     *अपनी जिम्मेदारी का*
     *अहसास होता है…!!*

✍"जो लोग लड़ाई हो चुकने
     बाद भी क्षमा माँग लेते
     हैं,
     वो इसलिए नहीं कि, वो
     गलत थे;

     बल्कि इसलिए कि....

     *उन्हें अपने लोगों की*
     *परवाह होती है…!!*

✍"जो लोग आपकी मदद
     करने के लिए आगे आते
     हैं, वो इसलिए नहीं कि,
     आपका उनपर कोई कर्ज
     बाकी है;

     बल्कि इसलिए कि वे…

   *आपको अपना मानते हैं।*

✍"जो लोग आपको रोज
     "सुप्रभात" अथवा
     "शुभरात्रि" का मैसेज
     भेजते हैं, वो इसलिए नहीं
     कि, वे फुरसतिया होतें हैं;

     बल्कि इसलिए कि..

      *उनमें सतत् आपके*
      *संपर्क में बनें रहने की*
      *भावना होती है…!!*
        🙏🌻
       सुप्रभात
☄💫☄💫☄💫☄💫


Friday, July 22, 2016

Awesome post must read..

How a son/daughter thinks of his/her father at different age.....

At 6 years....:My Dad is great!

At 8 years....:My Daddy knows everything.

At 12 years.....: My Daddy is good but he is short tempered.

At 14 years....: My Daddy was nice to me when I was young.

At 18 years.....: My Daddy is not in line with the current times. Frankly he does not know anything.

At 20 years...: My Daddy is becoming increasingly cranky and unreasonable.

At 23 years....: Oh! It is becoming difficult to tolerate Daddy! Wonder how Mother puts up with him!

At 25 years...: Daddy is objecting to everything.. Don't know when will he understand the world.

At 32 years...: It is becoming difficult to manage my son! I used to be so scared of my Dad when I was young...

At 40 years...: Daddy brought me up with so much discipline.. I wonder how he managed to handle the younger generation!..

At 45 years....: I am baffled as to how my Daddy brought us up..

At 50 years...: My Daddy faced so many hardship to bring us up...(we were 3 brothers and 2 sisters) I am unable to manage a single child!

At 55 years...: My Daddy was so far sighted and planned so many things for us. Even at this old age, he is able to control things. He is one of his kind and unique.

At last...: ' My Daddy was great!

Don't take so many years.....Realize it on time...
 Education is not a Name of Any Degree or Certificate that can be shown to others as a Proof ...
 But ...
Education is the name of Our Attitude, Actions, Language , Behavior & Personality with Others in Real Life ... !!

And thus it is Rightly said that ...

To be Born with a Personality is a Gift from your Parents ...
But ...
To Die as a Personality is an Achievement of your Own and a Return Gift to your Parents ... !!🙏

Awesome post must read..

How a son/daughter thinks of his/her father at different age.....

At 6 years....:My Dad is great!

At 8 years....:My Daddy knows everything.

At 12 years.....: My Daddy is good but he is short tempered.

At 14 years....: My Daddy was nice to me when I was young.

At 18 years.....: My Daddy is not in line with the current times. Frankly he does not know anything.

At 20 years...: My Daddy is becoming increasingly cranky and unreasonable.

At 23 years....: Oh! It is becoming difficult to tolerate Daddy! Wonder how Mother puts up with him!

At 25 years...: Daddy is objecting to everything.. Don't know when will he understand the world.

At 32 years...: It is becoming difficult to manage my son! I used to be so scared of my Dad when I was young...

At 40 years...: Daddy brought me up with so much discipline.. I wonder how he managed to handle the younger generation!..

At 45 years....: I am baffled as to how my Daddy brought us up..

At 50 years...: My Daddy faced so many hardship to bring us up...(we were 3 brothers and 2 sisters) I am unable to manage a single child!

At 55 years...: My Daddy was so far sighted and planned so many things for us. Even at this old age, he is able to control things. He is one of his kind and unique.

At last...: ' My Daddy was great!

Don't take so many years.....Realize it on time...
 Education is not a Name of Any Degree or Certificate that can be shown to others as a Proof ...
 But ...
Education is the name of Our Attitude, Actions, Language , Behavior & Personality with Others in Real Life ... !!

And thus it is Rightly said that ...

To be Born with a Personality is a Gift from your Parents ...
But ...
To Die as a Personality is an Achievement of your Own and a Return Gift to your Parents ... !!🙏

Thursday, July 21, 2016

एक लड़का बहुत कमज़ोर था! जिस्मानी तौर पर बिलकुल हड्डियों का ढांचा।

वो बाज़ार से गुज़र रहा था तो एक बहुत ही अमीर और ख़ूबसूरत लड़की उसके पास अपनी क़ीमती कार में आकर रुकी और उससे अपने साथ अपने घर चलने की पेशकश की।

बेचारा हैरान भी था और ख़ुश भी के इतनी अमीर, इतनी ख़ूबसूरत लड़की क्या क़यामत ढा रही है। काश के इससे मेरी शादी हो जाये तो मैं भी अमीर हो जाऊँ और ख़ूब ऐश करूँ।

वो राज़ी हो गया और लड़की के साथ उसके घर चला गया। उसका बंगला बहुत आलीशान था। बहुत सारे नौकर-चाकर भी थे।

लड़की ने उसे ले जा कर ड्राइंग रूम में बिठा दिया और इंतज़ार करने को कहा। उस लड़के के तो दिल में लड्डू फ़ूट रहे थे। मुस्तक़बिल के हसीं ख़्वाब खुली आँखों से देख रहा था।

कुछ देर के बाद वो लड़की अपने दो बच्चों के साथ आई और उनसे कहा,

"देखो बच्चों, अगर बॉर्नवीटा नहीं पिओगे तो ऐसे ही हो जाओगे!"

ग़ौर से पढ़ने का शुक्रिया.. 🤓
😜😜😜

इस ओर से आता हूं मैं, उस ओर से आती हो तुम
यूं रोज ही मेरे रू ब रू, आके गुजर जाती हो तुम

नहीं जानता क्या नाम है तेरा ऐ हसीन अजनबी
मुझसे मगर दो नर्गिसी आंखें तो मिलाती हो तुम

हमने तुझे देखा है जब, तन्हा सी ही लगती हो क्यूं
मेरे दिल में यही सवाल बार-बार जगाती हो तुम

बिखरी हुई लगती हो क्यूं, जरा जुल्फें तो संवार लो
ये कौन सा गम है जिसे सूरत पे सजाती हो तुम

मौका मिलेगा जो कहीं तो पूछ लूंगा तुमसे कभी
क्या दर्द के शायर से अपना दिल लगाती हो तुम

I
एक दिन रुक्मणी ने भोजन के बाद,
श्री कृष्ण को दूध पीने को दिया।

दूध ज्यदा गरम होने के कारण
श्री कृष्ण के हृदय में लगा
और
उनके श्रीमुख से निकला-
" हे राधे ! "

सुनते ही रुक्मणी बोली-
प्रभु !
ऐसा क्या है राधा जी में,
जो आपकी हर साँस पर उनका ही नाम होता है ?

मैं भी तो आपसे अपार प्रेम करती हूँ...
फिर भी,
आप हमें नहीं पुकारते !!

श्री कृष्ण ने कहा -देवी !
आप कभी राधा से मिली हैं ?
और मंद मंद मुस्काने लगे...

अगले दिन रुक्मणी राधाजी से मिलने उनके महल में पहुंची ।

राधाजी के कक्ष के बाहर अत्यंत खूबसूरत स्त्री को देखा...
और,
उनके मुख पर तेज होने कारण उसने सोचा कि-
ये ही राधाजी है और उनके चरण छुने लगी !

तभी वो बोली -आप कौन हैं ?

तब रुक्मणी ने अपना परिचय दिया और आने का कारण बताया...

तब वो बोली-
मैं तो राधा जी की दासी हूँ।

राधाजी तो सात द्वार के बाद आपको मिलेंगी !!

रुक्मणी ने सातो द्वार पार किये...
और,
हर द्वार पर एक से एक सुन्दर और तेजवान दासी को देख सोच रही थी क़ि-
अगर उनकी दासियाँ इतनी रूपवान हैं...
तो,
राधारानी स्वयं कैसी होंगी ?

सोचते हुए राधाजी के कक्ष में पहुंची...

कक्ष में राधा जी को देखा-
अत्यंत रूपवान तेजस्वी जिसका मुख सूर्य से भी तेज चमक रहा था।
रुक्मणी सहसा ही उनके चरणों में गिर पड़ी...

पर,
ये क्या राधा जी के पुरे शरीर पर तो छाले पड़े हुए है !

रुक्मणी ने पूछा-
देवी आपके शरीर पे ये छाले कैसे ?

तब राधा जी ने कहा-
देवी !
कल आपने कृष्णजी को जो दूध दिया...
वो ज्यदा गरम था !

जिससे उनके ह्रदय पर छाले पड गए...
और,
उनके ह्रदय में तो सदैव मेरा ही वास होता है..!!

इसलिए कहा जाता है-

बसना हो तो...
'ह्रदय' में बसो किसी के..!

'दिमाग' में तो..
लोग खुद ही बसा लेते है..!!

             
 ❄❄❄❄❄❄❄
╔══════════════════╗
║ प्रेम से कहिये जय श्री राधे ║
╚════════
कुछ हँस के
     बोल दिया करो,
कुछ हँस के
      टाल दिया करो,
यूँ तो बहुत
    परेशानियां है
तुमको भी
     मुझको भी,
मगर कुछ फैंसले
     वक्त पे डाल दिया करो,
न जाने कल कोई
    हंसाने वाला मिले न मिले..
इसलिये आज ही
      हसरत निकाल लिया करो !!
हमेशा समझौता
      करना सीखिए..
क्योंकि थोड़ा सा
      झुक जाना
 किसी रिश्ते को
         हमेशा के लिए
तोड़ देने से
           बहुत बेहतर है ।।।
किसी के साथ
     हँसते-हँसते
 उतने ही हक से
      रूठना भी आना चाहिए !
अपनो की आँख का
     पानी धीरे से
पोंछना आना चाहिए !
      रिश्तेदारी और
 दोस्ती में
    कैसा मान अपमान ?
बस अपनों के
     दिल मे रहना
आना चाहिए...!

          ☺💲💲☺
👌👇👇👇👇👇👇👇👇
बेजुबान पत्थर पे लदे है करोंडो के गहने मंदिरो में ।

उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हें हाथों को देखा है।

****************************
सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूर्ती के आगे ।

बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ll
***************************
लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार,

पर बाहर एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।

****************************
वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हॉल के लिए,

घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।


****************************
जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन,

आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है ।
***************************
जिसने नहीं दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी ,

आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा है ll

****************************
दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने,

आज पिटते उसी शौहर के हाथों सरे बाजार देखा है ।

***************************
मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारों ,

जिसे खुद को काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरों का माहिर लिखते देखा है

**************************
जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों

आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।
***************************
बंद कर दिया सांपों को सपेरे ने यह कहकर,

अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आएगा।
*************************
आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर,

अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता।
************************
गिद्ध भी कहीं चले गए लगता है

उन्होंने देख लिया कि,इंसान हमसे अच्छा नोंचता है।
************************
कुत्ते कोमा में चले गए,ये देखकर कि

क्या मस्त तलवे चाटते हुए इंसान को देखा है ।

चार बातें हमेशा यादरखो

पहली बात:-
हर इंसान इतना बुरा नही होता जितना वो पेन कार्ड और आधार कार्ड मैं दीखता है।
और इतना अच्छा भी नही होता जितना वो फेस बुक और वाटस
एप पर दिखता है।

दूसरी बात:-
हर आदमी इतना बुरा नही होता जितना उसकी बीबी उसको समझती है और इतना अच्छा भी नहीं होता जितना उसकी माँ उसको समझती है।

तीसरी बात:-
हर आदमी अपनी लाइफ पार्टनर के बारे मैं सोचता है कि वो मिस यूनिवर्स दिखे और घर मैं काम शांता बाई की तरह करे।

चौथी बात:-
हर औरत अपने लाइफ पार्टनर के बारे मै सोचती है की वो अम्बानी तरह कमाए और व्यहवहार मनमोहन सिंह की तरह करे।

मंगल कामनाओ सहित समर्पित परन्तु कृपया मुस्कुरायें या हंसे नहीं।
किस्मत हो तो मोदी जैसी हो।
सवाल पूछने के लिए विपक्ष में नेता नहीं और घर पर बीबी नहीं।

No चिक चिक...
No छिक छिक।


शादी पर निबंध
!!शादी क्या है !!????
१. शादी एक खुली जेल है ।
२. शादी एक ऐसी साझेदारी है, जिसमें पूँजी पति लगाता है,
लाभ
पत्नी पाती है ।
३. शादी एक ऐसी कहानी है, जो झील के किनारे से शुरू होकर
ज्वालामुखी के पहाड़ पर समाप्त होती है ।
४. शादी एक ऐसी जोड़ी है,जिसमें प्रेम होता है, चूंकि प्रेम
अंधा होता है, इसलिये यह अंधों की जोड़ी है ।
५. शादी एक ऐसा आयोजन है, जिसे महीलायें पुरूषों को लूटने के
लिये आयोजित करती हैं ।
६. शादी एक ऐसी किताब है, जिसका पहला भाग पद्य में
तथा शेष गद्य में होते हैं ।
७. शादी एक ऐसा मिलन है, जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के
इरादे से शूरु किया जाता है और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते
हैं ।
८.शादी एक ऐसा प्रमाण है, जिसके बाद ही आदमी मानता है
कि कुँवारे ही भले थे ।
९.शादी जीवन का एक ऐसा मोड़ है, जिसमें लड़की की सब
चिंतायें
समाप्त हो जाती हैं, लड़के की शुरू हो जाती है ।
१०.शादी ही वह संस्कार है, जिसे करने के बाद आदमी को ज्ञान
होता है कि नर्क पृथ्वी पर ही है ।
११.शादी एक शब्द नहीं, एक वाक्य है !!
📍1. मांग भरने की सजा कुछ इस कदर पा रहा हूँ
की मांग पूरी करते-करते, अब मांग-मांग के खा रहा हूँ...!!!
*****************************
📍2. पापा: बेटी, बड़ी हो के क्या करोगी?
बेटी: शादी...
पापा: गलत बात है... अभी से किसी का बुरा नहीं सोचते...!
*****************************
📍3. पति ने पान खरीद के पत्नी को खाने के लिए दिया.
पत्नी: अरे... आप ने तो अपने लिए लिया ही नहीं..!
पति: मैं तो ऐसे ही खामोश रह सकता हूँ...!
*****************************
📍4. बीवी क्या होती है?
बीवी भगवान के प्रसाद जैसे होती है,
जिसमे चाहते हुए भी कोई नुक्स नहीं निकाल सकते;
श्रद्धा और मज़बूरी के साथ चुपचाप खाए जाओ...!
*****************************
📍5. पत्नी: मैंने सुना है की स्वर्ग में पुरुषों को अप्सराएँ
मिलती हैं.. औरतों को क्या मिलता है?
पति: कुछ नहीं; ऊपरवाला सिर्फ दुखी लोगों की ही सुनता है..!
*****************************
📍6. पत्नी: मैंने सुना है की स्वर्ग में पति-पत्नी को साथ में रहेने
नहीं देते...
पति: पगली, तभी तो उसे स्वर्ग कहते हैं.!
*****************************
📍7. मतदान करने के लिए उम्र 18 साल, और शादी के लिए 21
साल... ऐसा क्यूँ?
क्यूँ कि, सरकार जानती है, कि
बीवी संभालना, मुल्क सँभालने से ज्यादा मुश्किल है...!
*****************************
📍8. FRIEND is- Asian Paints = जो दुनिया बदल दे...
GIRLFRIEND is- Everest Masala = जो टेस्ट में बेस्ट...
WIFE is-- Mosquito Coil = जो कोने-कोने से ढूंढ के मारे !
*****************************
📍9. ज़िन्दगी के शुरुआत "S" से होती है:
S से सूरज, सुबह, शाम, समय,....
उसके बाद: S से सगाई, शादी, फिर सांस, ससुर, साला, साली,
और फिर सत्यानाश...!
*****************************
📍10. पति: डार्लिंग, तुम खूबसूरत होती जा रही हो...
पत्नी (खुश हो कर, रसोईघर में से): तुमने कैसे जाना?y
पति: तुम्हे देख कर रोटियां भी जलने लगी हैं...
*****************************
📍11. किसी को उसके फटे हुए जूते, मैले कपड़े, पुरानी घड़ी,
उतरा हुआ मुंह,.... इत्यादि चीजों से उसे गरीब ना मानो....
हो सकता है, की वो आदमी शादीशुदा हो.
*****************************

वह कहता था,
वह सुनती थी,
जारी था एक खेल
कहने-सुनने का।

खेल में थी दो पर्चियाँ।
एक में लिखा था ‘कहो’,
एक में लिखा था ‘सुनो’।
अब यह नियति थी
या महज़ संयोग?
उसके हाथ लगती रही
वही पर्ची
जिस पर लिखा था ‘सुनो’।

वह सुनती रही।
उसने सुने आदेश।
उसने सुने उपदेश।
बन्दिशें उसके लिए थीं।
उसके लिए थीं वर्जनाएँ।
वह जानती थी,
'कहना-सुनना'
नहीं हैं केवल क्रियाएं।

राजा ने कहा, 'ज़हर पियो'
वह मीरा हो गई।
ऋषि ने कहा, 'पत्थर बनो'
वह अहिल्या हो गई।
प्रभु ने कहा, 'निकल जाओ'
वह सीता हो गई।
चिता से निकली चीख,
किन्हीं कानों ने नहीं सुनी।
वह सती हो गई।

घुटती रही उसकी फरियाद,
अटके रहे शब्द,
सिले रहे होंठ,
रुन्धा रहा गला।
उसके हाथ कभी नहीं लगी
वह पर्ची,
जिस पर लिखा था, ‘ कहो ’


Wednesday, July 20, 2016

बेटी से माँ का सफ़र (बहुत खूबसूरत पंक्तिया , सभी महिलाओ को समर्पित)

बेटी से माँ का सफ़र
बेफिक्री से फिकर का सफ़र
रोने से चुप कराने का सफ़र
उत्सुकत्ता से संयम का सफ़र

पहले जो आँचल में छुप जाया करती थी ।
आज किसी को आँचल में छुपा लेती हैं ।

पहले जो ऊँगली पे गरम लगने से घर को उठाया करती थी ।
आज हाथ जल जाने पर भी खाना बनाया करती हैं ।

छोटी छोटी बातों पे रो जाया करती थी
बड़ी बड़ी बातों को मन में रखा करती हैं ।


पहले दोस्तों से लड़ लिया करती थी ।
आज उनसे बात करने को तरस जाती हैं ।

माँ कह कर पूरे घर में उछला करती थी ।
माँ सुन के धीरे से मुस्कुराया करती हैं ।

10 बजे उठने पर भी जल्दी उठ जाना होता था ।
आज 7 बजे उठने पर भी
लेट हो जाता हैं ।

खुद के शौक पूरे करते करते ही साल गुजर जाता था ।
आज खुद के लिए एक कपडा लेने में आलस आ जाता हैं ।

पूरे दिन फ्री होके भी बिजी बताया करते थे ।
अब पूरे दिन काम करके भी फ्री
कहलाया करते हैं ।

साल की एक एग्जाम के लिए पूरे साल पढ़ा करते थे।
अब हर दिन बिना तैयारी के एग्जाम दिया करते हैं ।

ना जाने कब किसी की बेटी
किसी की माँ बन गई ।
कब बेटी से माँ के सफ़र में तब्दील हो गई .....
😊😊😊


WHEN TO BE SILENT

1. Be silent In the heat of anger -

2. Be silent When you don't
     have all the facts

3. Be silent When you
     haven't verified the story -
   

4. Be silent If your words
     will offend a weaker
     person

5. Be silent When it is time
     to listen

6. Be silent When you are
     tempted to make light of
     holy things

7. Be silent When you are
     tempted to joke about
     sin

8. Be silent If you would be
     ashamed of your words
     later

9. Be silent If your words
     would convey the wrong
     impression

10. Be silent If the issue is
      none of your business

11. Be silent When you are
      tempted to tell an
      outright lie

12. Be silent If your words
      will damage someone
      else's reputation

13. Be silent If your words
      will damage a friendship
     

14. Be silent When you are
      feeling critical

15. Be silent If you can't say
       it without screaming it

16. Be silent If your words
      will be a poor reflection
      of the Lord or your
      friends and family

17. Be silent If you may  
       have to eat your words
       later

 18. Be silent If you have
       already said it more
       than one time

19. Be silent When you are
      tempted to flatter a
      wicked person

20. Be silent When you are
      supposed to be working
      instead


✒🔴 शरीर में रौंगटे खड़े कर देने वाली कविता,,,

    🔴🎷 🌺 माँ की इच्छा 🌺 🎷🔵

   महीने बीत जाते हैं ,
   साल गुजर जाता है ,
   वृद्धाश्रम की सीढ़ियों पर ,
   मैं तेरी राह देखती हूँ।

                   आँचल भीग जाता है ,
                   मन खाली खाली रहता है ,
                   तू कभी नहीं आता ,
                   तेरा मनि आर्डर आता है।

                               इस बार पैसे न भेज ,
                               तू खुद आ जा ,
                               बेटा मुझे अपने साथ ,
                               अपने 🏡 घर लेकर जा।

    तेरे पापा थे जब तक ,
    समय ठीक रहा कटते ,
    खुली आँखों से चले गए ,
    तुझे याद करते करते।

               अंत तक तुझको हर दिन ,
               बढ़िया बेटा कहते थे ,
               तेरे साहबपन का ,
               गुमान बहुत वो करते थे।

                            मेरे ह्रदय में अपनी फोटो ,
                            आकर तू देख जा ,
                            बेटा मुझे अपने साथ ,
                            अपने 🏡 घर लेकर जा।

   अकाल के समय ,
   जन्म तेरा हुआ था ,
   तेरे दूध के लिए ,
   हमने चाय पीना छोड़ा था।

               वर्षों तक एक कपडे को ,
               धो धो कर पहना हमने ,
               पापा ने चिथड़े पहने ,
               पर तुझे स्कूल भेजा हमने।

                         चाहे तो ये सारी बातें ,
                         आसानी से तू भूल जा ,
                         बेटा मुझे अपने साथ ,
                         अपने 🏡 घर लेकर जा।

🏡 घर के बर्तन मैं माँजूंगी ,
      झाडू पोछा मैं करूंगी ,
      खाना दोनों वक्त का ,
      सबके लिए बना दूँगी।

            नाती नातिन की देखभाल ,
            अच्छी तरह करूंगी मैं ,
            घबरा मत, उनकी दादी हूँ ,
            ऐंसा नहीं कहूँगी मैं।

                            तेरे 🏡 घर की नौकरानी ,
                            ही समझ मुझे ले जा ,
                            बेटा मुझे अपने साथ ,
                            अपने 🏡 घर लेकर जा।

   आँखें मेरी थक गईं ,
   प्राण अधर में अटका है ,
   तेरे बिना जीवन जीना ,
   अब मुश्किल लगता है।

                 कैसे मैं तुझे भुला दूँ ,
                 तुझसे तो मैं माँ हुई ,
                 बता ऐ मेरे कुलभूषण ,
                 अनाथ मैं कैसे हुई ?

                           अब आ जा तू मेरी कब्र पर ,
                           एक बार तो माँ कह जा ,
                           हो सके तो जाते जाते ,
                           वृद्धाश्रम गिराता जा।

🌹🌹🌹💠🌹💠🌹🌹🌹

Tuesday, July 19, 2016

सुप्रभात।

🌷🌻🌺🙏🏽🙏🏽🌺🌻🌷
✨गुरुपूर्णिमा✨

हर साल आती गुरुपूर्णिमा,
शिष्यत्व का जागरण कराती गुरुपूर्णिमा।
गुरु स्मरण कराने आती गुरुपूर्णिमा,
शिष्यों को उनके वादे याद दिलाती गुरुपूर्णिमा।

शिष्य की निष्ठां का प्रमाण है गुरुपूर्णिमा,
शिष्य की श्रद्धा की सम्पूर्णता है गुरुपूर्णिमा।
सद्गुरु के वरदानों का उत्सव है गुरुपूर्णिमा,
सद्गुरु के बरसते आशीषो का महोत्सव है गुरुपूर्णिमा।

गुरु सान्निध्य की अनुभूति है गुरुपूर्णिमा,
गुरुसमीप्य का बोध है गुरुपूर्णिमा।
शिष्यत्व के जागरण का उत्सव है गुरुपूर्णिमा,
पूर्ण समर्पण का महोत्सव के गुरुपूर्णिमा।

आत्मस्वरूप का ज्ञान कराने आई गुरुपूर्णिमा,
देहाभिमान को दूर कराने आई गुरुपूर्णिमा।
श्रद्धा निष्ठा से गुरुमय बनाने आई गुरुपूर्णिमा,
गुरुभक्ति का सावन लाई गुरुपूर्णिमा।

भाव संवेदना जगाने आई गुरुपूर्णिमा,
शिष्य में देवत्व जगाने आई गुरुपूर्णिमा।
दिव्य अनुदान वरदान बरसाने आई गुरुपूर्णिमा,
गुरु के स्नेह की याद दिलाने आई गुरुपूर्णिमा।

      आप सभी को गुरु पूर्णिमा की असीम शुभकामनाएं...
🍁🙏🏽🙏🏽🍁
🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸🔸

Sunday, July 17, 2016

*सफल जीवन* *के* *सूत्र*

✍1. *जीवन*

जब तुम पैदा हुए थे तो तुम रोए थे जबकि पूरी दुनिया ने जश्न मनाया था। अपना जीवन ऐसे जियो कि तुम्हारी मौत पर पूरी दुनिया रोए और तुम जश्न मनाओ।

✍2. *कठिनाइयों*

जब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों की वजह दूसरों को मानते है, तब तक आप अपनी समस्याओं एंव कठिनाइयों को मिटा नहीं सकते|

✍3. *असंभव*

इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं| हम वो सब कर सकते है, जो हम सोच सकते है और हम वो सब सोच सकते है, जो आज तक हमने नहीं सोचा|

✍4. *हार ना मानना*

बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं क्योंकि लौटने पर आपको उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी जितनी दूरी तय करने पर आप लक्ष्य तक पहुँच सकते है|

✍5. *हार जीत*

सफलता हमारा परिचय दुनिया को करवाती है और असफलता हमें दुनिया का परिचय करवाती है|

✍6. *आत्मविश्वास*

अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है

✍7. *महानता*

महानता कभी न गिरने में नहीं बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है|

✍8. *गलतियां*

अगर आप समय पर अपनी गलतियों को स्वीकार नहीं करते है तो आप एक और गलती कर बैठते है| आप अपनी गलतियों से तभी सीख सकते है जब आप अपनी गलतियों को स्वीकार करते है|

✍9. *चिन्ता*

अगर आप उन बातों एंव परिस्थितियों की वजह से चिंतित हो जाते है, जो आपके नियंत्रण में नहीं तो इसका परिणाम समय की बर्बादी एवं भविष्य पछतावा है|

✍10. *शक्ति*

ब्रह्माण्ड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं| वो हम हैं जो अपनी आँखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अन्धकार है|

✍11. *मेहनत*

हम चाहें तो अपने आत्मविश्वास और मेहनत के बल पर अपना भाग्य खुद लिख सकते है और अगर हमको अपना भाग्य लिखना नहीं आता तो परिस्थितियां हमारा भाग्य लिख देंगी|

✍12. *सपने*

सपने वो नहीं है जो हम नींद में देखते है, सपने वो है जो हमको नींद नहीं आने देते।

✍13. *समय*

आप यह नहीं कह सकते कि आपके पास समय नहीं है क्योंकि आपको भी दिन में उतना ही समय (24 घंटे) मिलता है जितना समय महान एंव सफल लोगों को मिलता है|

✍14. *विश्वास*

विश्वास में वो शक्ति है जिससे उजड़ी हुई दुनिया में प्रकाश लाया जा सकता है| विश्वास पत्थर को भगवान बना सकता है और अविश्वास भगवान के बनाए इंसान को भी पत्थर दिल बना सकता है|

✍16. *सफलता*

दूर से हमें आगे के सभी रास्ते बंद नजर आते हैं क्योंकि सफलता के रास्ते हमारे लिए तभी खुलते जब हम उसके बिल्कुल करीब पहुँच जाते है|

✍17. *सोच*

बारिश की दौरान सारे पक्षी आश्रय की तलाश करते है लेकिन बाज़ बादलों के ऊपर उडकर बारिश को ही avoid कर देते है। समस्याए common है, लेकिन आपका नजरिया इनमे difference पैदा करता है।

✍18. *प्रसन्नता*

यह पहले से निर्मित कोई चीज नहीं है..ये आप ही के कर्मों से आती है

*जियो* *ओर* *जीने* *दो*


Saturday, July 16, 2016

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

बंद कर दिया सांपों को सपेरे ने यह कहकर,

अब इंसान ही इंसान को डसने के काम आएगा

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

आत्महत्या कर ली गिरगिट ने सुसाइड नोट छोडकर,

अब इंसान से ज्यादा मैं रंग नहीं बदल सकता!

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

गिद्ध भी कहीं चले गए, लगता है उन्होंने देख लिया,

कि इंसान हमसे अच्छा नोंचता है!

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

कुत्ते कोमा में चले गए, ये देखकर,

क्या मस्त तलवे चाटता है इंसान!

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

कोई टोपी, तो कोई अपनी पगड़ी बेच देता है,

मिले अगर भाव अच्छा, जज भी कुर्सी बेच देता है!

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

जला दी जाती है ससुराल में अक्सर वही बेटी,

जिसकी खातिर बाप किडनी बेच देता है!

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

ये कलयुग है, कोई भी चीज़ नामुमकिन नहीं इसमें,

कली, फल, फूल, पेड़, पौधे सब माली बेच देता है!

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃

धन से बेशक गरीब रहो, पर दिल से रहना धनवान,

अक्सर झोपड़ी पे लिखा होता है: "सुस्वागतम"

और महल वाले लिखते हैं:
"कुत्तों सॆ सावधान"

🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃🔃


बहुत ही खूबसूरत लाईनें..
किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता..!

डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..!

अकल कितनी भी तेज ह़ो,
नसीब के बिना नही जीत सकती..

बीरबल अकलमंद होने के बावजूद,
कभी बादशाह नही बन सका...!!"

"ना तुम अपने आप को गले लगा सकते हो,
ना ही तुम अपने कंधे पर सर
 रखकर रो सकते हो !

एक दूसरे के लिये जीने का नाम ही जिंदगी है!
इसलिये वक़्त उन्हें दो जो तुम्हे चाहते हों दिल से!

रिश्ते पैसो के मोहताज़ नहीं होते क्योकि
 कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते पर
 जीवन अमीर जरूर बना देते है "

आपके पास मारुति हो या
 बीएमडब्ल्यू - सड़क वही रहेगी |

आप टाइटन पहने या रोलेक्स - समय वही रहेगा |

आपके पास मोबाइल एप्पल का हो
 या सेमसंग - आपको कॉल करने वाले
 लोग नहीं बदलेंगे |

आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या
 बिज़नस में - आपका समय तो उतना ही लगेगा |

भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में
 कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं |

एक सत्य ये भी है कि धनवानो का
 आधा धन तो ये जताने में चला जाता है
 की वे भी धनवान हैं |

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है....
पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।

: शानदार बात
 बदला लेने में क्या मजा है
 मजा तो तब है जब तुम सामने
 वाले को बदल डालो..||

इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले...

: 'कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की...
महेंगे 'कपडे' तो,'पुतले' भी पहनते है दुकानों में



👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....

👌मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं

👌मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..
🙏


🙏प्रणाम का महत्व 🙏
महाभारत का युद्ध चल रहा था -
एक दिन दुर्योधन के व्यंग्य से आहत होकर "भीष्म पितामह" घोषणा कर देते हैं कि -

 "मैं कल पांडवों का वध कर दूँगा"

उनकी घोषणा का पता चलते ही पांडवों के शिविर में बेचैनी बढ़ गई -

भीष्म की क्षमताओं के बारे में सभी को पता था इसलिए सभी किसी अनिष्ट की आशंका से परेशान हो गए|

तब -

श्री कृष्ण ने द्रौपदी से कहा अभी मेरे साथ चलो -

श्री कृष्ण द्रौपदी को लेकर सीधे भीष्म पितामह के शिविर में पहुँच गए -

शिविर के बाहर खड़े होकर उन्होंने द्रोपदी से कहा कि - अन्दर जाकर पितामह को प्रणाम करो -

द्रौपदी ने अन्दर जाकर पितामह भीष्म को प्रणाम किया तो उन्होंने -
"अखंड सौभाग्यवती भव" का आशीर्वाद दे दिया , फिर उन्होंने द्रोपदी से पूछा कि !!

"वत्स, तुम इतनी रात में अकेली यहाँ कैसे आई हो, क्या तुमको श्री कृष्ण यहाँ लेकर आये है" ?

तब द्रोपदी ने कहा कि -

"हां और वे कक्ष के बाहर खड़े हैं" तब भीष्म भी कक्ष के बाहर आ गए और दोनों ने एक दूसरे से प्रणाम किया -

भीष्म ने कहा -

"मेरे एक वचन को मेरे ही दूसरे वचन से काट देने का काम श्री कृष्ण ही कर सकते है"

शिविर से वापस लौटते समय श्री कृष्ण ने द्रौपदी से कहा कि -

"तुम्हारे एक बार जाकर पितामह को प्रणाम करने से तुम्हारे पतियों को जीवनदान मिल गया है " -

" अगर तुम प्रतिदिन भीष्म, धृतराष्ट्र, द्रोणाचार्य, आदि को प्रणाम करती होती और दुर्योधन- दुःशासन, आदि की पत्नियां भी पांडवों को प्रणाम करती होंती, तो शायद इस युद्ध की नौबत ही न आती " -
          ......तात्पर्य्......

वर्तमान में हमारे घरों में जो इतनी समस्याए हैं उनका भी मूल कारण यही है कि -

"जाने अनजाने अक्सर घर के बड़ों की उपेक्षा हो जाती है "

" यदि घर के बच्चे और बहुएँ प्रतिदिन घर के सभी बड़ों को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लें तो, शायद किसी भी घर में कभी कोई क्लेश न हो "

बड़ों के दिए आशीर्वाद कवच की तरह काम करते हैं उनको कोई "अस्त्र-शस्त्र" नहीं भेद सकता -

निवेदन :- सभी इस संस्कृति को सुनिश्चित कर नियमबद्ध करें तो घर स्वर्ग बन जाय।

|||||||| "ये ही सत्य हैं" |||||

 Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?
Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!



Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?
Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!



Qus→ संसार में दुःख क्यों है ?
Ans→ लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!


Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?
Ans→ ईश्वर ने संसारकी रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!


Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?
 Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!!



Qus→ भाग्य क्या है ?
Ans→ हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!



Qus→ इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ?
Ans→ रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!



Qus→ किस चीज को गंवाकर मनुष्यधनी बनता है ?
Ans→ लोभ..!!



Qus→ कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है?
Ans → अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!



Qus → किस चीज़ के खो जानेपर दुःख नहीं होता ?
Ans → क्रोध..!!



Qus→ धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है ?
Ans → दया..!!



Qus→ क्या चीज़ दुसरो को नहीं देनी चाहिए ?
Ans→ तकलीफें, धोखा..!!



Qus→ क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?
Ans→ इज़्ज़त, किसी की हाय..!!



Qus→ ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है?
Ans→ मज़बूरी..!!🌸



Qus→ दुनियां की अपराजित चीज़ ?
Ans→ सत्य..!!



Qus→ दुनियां में सबसे ज़्यादा बिकने वाली चीज़ ? Ans→ झूठ..!!💜



Qus→ करने लायक सुकून काकार्य ?
Ans→ परोपकार..!!🌸



Qus→ दुनियां की सबसे बुरी लत ?
Ans→ मोह..!!💝



Qus→ दुनियां का स्वर्णिम स्वप्न ?
Ans→ जिंदगी..!!🍀



Qus→ दुनियां की अपरिवर्तनशील चीज़ ?
Ans→ मौत..!!💜



Qus→ ऐसी चीज़ जो स्वयं के भी समझ ना आये ?
Ans→ अपनी मूर्खता..!!🌸



Qus→ दुनियां में कभी भी नष्ट/ नश्वर न होने वाली चीज़ ?
Ans→ आत्मा और ज्ञान..!!💝



Qus→ कभी न थमने वाली चीज़ ?
Ans→ समय..
🌷
धूप सिपाही बन गई , सूरज थानेदार |
गरम हवाएं बन गईं , जुल्मी साहूकार || (1)

शीतलता शरमा रही , कर घूँघट की ओट |
मुरझाई सी छांव है , पड़ रही लू की चोट || (2)

चढ़ी दुपहरी हो गया , कर्फ़्यू जैसा हाल |
घर भीतर सब बंद हैं , सूनी है चौपाल || (3)

लगता है जैसे हुए , सूरज जी नाराज़ |
आग बबूला हो रहे , गिरा रहे हैं गाज || (4)

तापमान यूँ बढ़ रहा , ज्यों जंगल की आग |
सूर्यदेव गाने लगे , फिर से दीपक राग ||(5)

कूलर हीटर सा लगे , पंखा उगले आग |
कोयलिया कू-कू करे , उत अमवा के बाग़ || (6)

लिए बीजना हाथ में , दादी करे बयार |
कूलर और पंखा हुए , बिन बिजली बेकार || (7)

कूए ग़ायब हो गये , सूखे पोखर - ताल |
पशु - पक्षी और आदमी , सभी हुए बेहाल || (8)

धरती व्याकुल हो रही , बढ़ती जाती प्यास |
दूर अभी आषाढ़ है , रहने लगी उदास || (9)

सूरज भी औकात में , आयेगा उस रोज |
बरखा रानी आयगी , धरती पर जिस रोज || (10


छोटी सी बे-रूखी पे शिकायत की बात है
और वो भी इस लिए के मुहब्बत की बात है

मैं ने कहा के आये हो कितने दिनों के बाद
कहने लगे हुज़ूर ये फुर्सत की बात है

मैं ने कहा के मिल के भी हम क्यों ना मिल सके
कहने लगे हुज़ूर ये किस्मत की बात है

मैं ने कहा के रहते हो हर बात पर खफा
कहने लगे हुज़ूर ये क़ुरबत की बात है

मैं ने कहा के देते हैं दिल तुम भी लाओ दिल
कहने लगे के ये तो तिजारत की बात है

मैं ने कहा कभी है सितम और कभी करम
कहने लगे के ये तो तबियत की बात है


काश वो बचपन की,गर्मियों की छुट्टियाँ
फिर एकबार आ जाएं
काश कि वो बेफिक्र समय
फिर एकबार लौट आए

वो नानी के घर जाने का इंतज़ार
रेल का सफ़र और आँखो में पड़ती
कोयले की किरकिरी
वो लोटपोट, चंपक और चंदामामा
वो सुराही का ठंडा पानी और
केरी की लौंजी के साथ
नमकीन पूड़ी का खाते जाना

ट्रेन के डिब्बे की वो अंताक्षरी
वो सब से घुलमिल जाना
नानी के घर तक वो ताँगे की सवारी
बाट जोहती बूढी नानी की बेकरारी
ताश खेल खेल दोपहर थे बिताते
पानी छिड़क छत पर ठंडी करते थे रातें

वो शमिजो़ं और बनियानों में
दौड़ते रहते बर्फ लाने
आम चूसकर ठंडाई पीने
बैठजाते कतार बनाके
पूरा मोहल्ला ही तो
बन जाता था घर नानी का
कहीं भी खा लेते
संकोच नहीं था कहीं जाने का
न होमवर्क के प्रोजेक्ट होते थे
न कोई नोवल की समरी लिखने का कम्पलशन
अल्हड़ छुट्टियाँ होती थी
बस होता था हमउम्र भाई बहनों का हुल्लड़
काश मैं ना सही
मेरे घर वैसी छुट्टियाँ आ जाए
मासूम वक्त फिर एकबार लौट आए।


👌 चंद कुछ लब्ज़....जो छू जाऐ दिल को 👇

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बहुत देखा जीवन में
समझदार बन कर
पर ख़ुशी हमेशा
पागलपन से ही मिली है ।।
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इसे इत्तेफाक समझो
या दर्द भरी हकीकत,
आँख जब भी नम हुई,
वजह कोई अपना ही था
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"हमने अपने नसीब से ज्यादा
अपने दोस्तो पर भरोसा रखा है."
क्यूँ की नसीब तो बहुत बार
बदला है".
लेकिन मेरे दोस्त अभी भी वही है".
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उम्रकैद की तरह होते हैं कुछ रिश्ते,
जहाँ जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नहीं...
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दर्द को दर्द से न देखो,
दर्द को भी दर्द होता है,
दर्द को ज़रूरत है दोस्त की,
आखिर दोस्त ही दर्द में हमदर्द होता है...
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ज़ख़्म दे कर ना पूछा करो,
दर्द की शिद्दत...!
"दर्द तो दर्द" होता हैं,
थोड़ा क्या, ज्यादा क्या...!!
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"दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर,
बातें रह जाती हैं कहानी बनकर,
पर दोस्त तो हमेशा दिल के करीब रहेंगे,
कभी मुस्कान तो कभी आखों का पानी बन कर.

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गलती कबूल करने और
गुनाह छोड़ने में कभी देर ना करें......!
क्योकिं
सफर जितना लम्बा होगा
वापसी उतनी मुश्किल हो जायेगी...!!
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"शब्द दिल से निकलते है
दिमाग से तो मतलब निकलते है."..
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सब कुछ हासिल नहीं होता
ज़िन्दगी में यहाँ....
.
किसी का "काश" तो
किसी का "अगर" छूट ही जाता है...!!!!
----------------------------------------------------
दो अक्षर की "मौत" और
तीन अक्षर के "जीवन" में ....
ढाई अक्षर का "दोस्त"
बाज़ी मार जाता हैं

Dedicated to all

🍁🌹🍁🌹🍁🌹🍁🌹🍁


*👌एक कुम्हार माटी से चिलम बनाने जा रहा था..। उसने चिलम का आकार दिया..। थोड़ी देर में उसने चिलम को बिगाड़ दिया...l
माटी ने पूछा -: अरे कुम्हार, तुमने चिलम अच्छी बनाई फिर बिगाड़
क्यों दिया.?
कुम्हार ने कहा कि -: अरी माटी, पहले मैं चिलम बनाने की सोच रहा था, किन्तु मेरी मति (दिमाग) बदली और अब मैं सुराही बनाऊंगा,,,।
ये सुनकर माटी बोली -: रे कुम्हार, मुझे खुशी है, तेरी तो सिर्फ मति ही बदली, मेरी तो जिंदगी ही बदल गयी.l
चिलम बनती तो स्वयं भी जलती और दूसरों को भी जलाती, अब सुराही बनूँगी तो स्वयं भी शीतल रहूंगी और दूसरों को भी शीतल रखूंगी...l
"यदि जीवन में हम सभी सही फैसला लें तो हम स्वयं भी खुश रहेंगे एवं दूसरों को भी खुशियाँ दे सकेंगे।*
।। स्वस्थ रहिये - खुश रहिये।।

【 एल.एल.बी. की पढ़ाई 】
.
प्रोफेसर : "अगर तुम्हें किसी को संतरा देना हो, तो क्या बोलोगे...?
.
छात्र : "ये संतरा लो...।
.
प्रोफेसर : नहीं...
एक वकील की तरह बोलो...।
.
छात्र : मैं हेतराम पुत्र चेतराम निवासी गाँव शिकारपुर, यू०पी० एतद् द्वारा,
.
अपनी पूरी रुचि व होशो-हवास में और बिना किसी के डर एवंम दबाव में
आए
इस फल, जो कि संतरा कहलाता है,
.
और जिस पर मैं पूरा मालिकाना हक़ रखता हूँ,
.
को उसके छिलके, रस, गूदे और बीज सहित आपको देता हूँ
.
और इसके साथ ही आपको इस बात सम्पूर्ण व बिना शर्त अधिकार भी देता हूँ कि
आप इसे काटने, छीलने, फ्रिज में रखने या खाने के लिये पूरी तरह स्वतंत्र हैं...।
.
आप यह अधिकार भी रखेंगे कि
आप किसी भी अन्य व्यक्ति को यह फल
इसके छिलके, रस, गूदे और बीज के बिना या उसके साथ दे सकते
हैं..।
.
मैं घोषणा करता हूं कि
आज से पहले इस संतरे से संबंधित किसी भी प्रकार के वाद विवाद, झगड़े की समस्त जिम्मेदारी मेरी है
.
और आज के बाद मेरा किसी भी प्रकार से इस संतरे से कोई सम्बन्ध नहीं रह जाएगा...।
.
प्रोफेसर : प्रभु आपके चरण कहाँ हैं...? 😂😅😆😆

*"प्राचीन स्वास्थ्य दोहावली"*

पानी में गुड डालिए,
बीत जाए जब रात!
सुबह छानकर पीजिए,
अच्छे हों हालात!!

धनिया की पत्ती मसल,
बूंद नैन में डार!
दुखती अँखियां ठीक हों,
पल लागे दो-चार!!

ऊर्जा मिलती है बहुत,
पिएं गुनगुना नीर!
कब्ज खतम हो पेट की,
मिट जाए हर पीर!!

प्रातः काल पानी पिएं,
घूंट-घूंट कर आप!
बस दो-तीन गिलास है,
हर औषधि का बाप!!

ठंडा पानी पियो मत,
करता क्रूर प्रहार!
करे हाजमे का सदा,
ये तो बंटाढार!!

भोजन करें धरती पर,
अल्थी पल्थी मार!
चबा-चबा कर खाइए,
वैद्य न झांकें द्वार!!

प्रातः काल फल रस लो,
दुपहर लस्सी-छांस!
सदा रात में दूध पी,
सभी रोग का नाश!!

दही उडद की दाल सँग,
पपीता दूध के संग!
जो खाएं इक साथ में,
जीवन हो बदरंग!!

प्रातः- दोपहर लीजिये,
जब नियमित आहार! तीस मिनट की नींद लो,
रोग न आवें द्वार!!

भोजन करके रात में,
घूमें कदम हजार!
डाक्टर, ओझा, वैद्य का ,
लुट जाए व्यापार !!

देश,भेष,मौसम यथा,
हो जैसा परिवेश!
वैसा भोजन कीजिये,
कहते सखा सुरेश!!

इन बातों को मान कर,
जो करता उत्कर्ष!
जीवन में पग-पग मिले,
उस प्राणी को हर्ष!!

घूट-घूट पानी पियो,
रह तनाव से दूर!
एसिडिटी, या मोटापा,
होवें चकनाचूर!!

अर्थराइज या हार्निया,
अपेंडिक्स का त्रास!
पानी पीजै बैठकर,
कभी न आवें पास!!

रक्तचाप बढने लगे,
तब मत सोचो भाय!
सौगंध राम की खाइ के,
तुरत छोड दो चाय!!

सुबह खाइये कुवंर-सा,
दुपहर यथा नरेश!
भोजन लीजै रात में,
जैसे रंक सुरेश!!

देर रात तक जागना,
रोगों का जंजाल!
अपच,आंख के रोग सँग,
तन भी रहे निढाल!!

टूथपेस्ट-ब्रश छोडकर,
हर दिन दोनो जून!
दांत करें मजबूत यदि,
करिएगा दातून!!

हल्दी तुरत लगाइए,
अगर काट ले श्वान!
खतम करे ये जहर को,
कह गए कवि सुजान!!

मिश्री, गुड, खांड,
ये हैं गुण की खान!
पर सफेद शक्कर सखा,
समझो जहर समान!!

चुंबक का उपयोग कर,
ये है दवा सटीक!
हड्डी टूटी हो अगर,
अल्प समय में ठीक!!

दर्द, घाव, फोडा, चुभन,
सूजन, चोट पिराइ!
बीस मिनट चुंबक धरौ,
पिरवा जाइ हेराइ!!

हँसना, रोना, छींकना,
भूख, प्यास या प्यार!
क्रोध, जम्हाई रोकना,
समझो बंटाढार!!

सत्तर रोगों कोे करे,
चूना हमसे दूर!
दूर करे ये बाझपन,
सुस्ती अपच हुजूर!!

यदि सरसों के तेल में,
पग नाखून डुबाय!
खुजली, लाली, जलन सब,
नैनों से गुमि जाय!!

भोजन करके जोहिए,
केवल घंटा डेढ!
पानी इसके बाद पी,
ये औषधि का पेड!!

जो भोजन के साथ ही,
पीता रहता नीर!
रोग एक सौ तीन हों,
फुट जाए तकदीर!!

पानी करके गुनगुना,
मेथी देव भिगाय!
सुबह चबाकर नीर पी,
रक्तचाप सुधराय!!

अलसी, तिल, नारियल,
घी सरसों का तेल!
यही खाइए नहीं तो,
हार्ट समझिए फेल!!

पहला स्थान सेंधा नमक,
पहाड़ी नमक सु जान!
श्वेत नमक है सागरी,
ये है जहर समान!!

तेल वनस्पति खाइके,
चर्बी लियो बढाइ!
घेरा कोलेस्टरॉल तो,
आज रहे चिल्लाइ!!

अल्यूमिन के पात्र का,
करता है जो उपयोग!
आमंत्रित करता सदा ,
वह अडतालीस रोग!!

फल या मीठा खाइके,
तुरत न पीजै नीर!
ये सब छोटी आंत में,
बनते विषधर तीर!!

चोकर खाने से सदा,
बढती तन की शक्ति!
गेहूँ मोटा पीसिए,
दिल में बढे विरक्ति!!

नींबू पानी का सदा,
करता जो उपयोग!
पास नहीं आते कभी,
यकृति-आंत के रोग!!

दूषित पानी जो पिए,
बिगडे उसका पेट!
ऐसे जल को समझिए,
सौ रोगों का गेट!!

रोज मुलहठी चूसिए,
कफ बाहर आ जाय!
बने सुरीला कंठ भी,
सबको लगत सुहाय!!

भोजन करके खाइए,
सौंफ, गुड, अजवान!
पत्थर भी पच जायगा,
जानै सकल जहान!!

लौकी का रस पीजिए,
चोकर युक्त पिसान!
तुलसी, गुड, सेंधा नमक,
हृदय रोग निदान!!

हृदय रोग, खांसी और
आंव करें बदनाम!
दो अनार खाएं सदा,
बनते बिगडे काम!!

चैत्र माह में नीम की,
पत्ती हर दिन खावे !
ज्वर, डेंगू या मलेरिया,
बारह मील भगावे !!

सौ वर्षों तक वह जिए,
लेत नाक से सांस!
अल्पकाल जीवें, करें,
मुंह से श्वासोच्छ्वास!!

सितम, गर्म जल से कभी,
करिये मत स्नान!
घट जाता है आत्मबल,
नैनन को नुकसान!!

हृदय रोग से आपको,
बचना है श्रीमान!
सुरा, चाय या कोल्ड्रिंक,
का मत करिए पान!!

अगर नहावें गरम जल,
तन-मन हो कमजोर!
नयन ज्योति कमजोर हो,
शक्ति घटे चहुंओर!!

तुलसी का पत्ता करें,
यदि हरदम उपयोग!
मिट जाते हर उम्र में,
तन के सारे रोग!!
        _____......_____

       पैर की मोच
                और
           छोटी सोच ,
             हमें आगे
         बढ़ने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔


          टूटी कलम
                  और
         औरो से जलन ,
         खुद का भाग्य
         लिखने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔😔


           काम का आलस
                   और
           पैसो का लालच ,
                हमें महान
           बनने नहीं देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔

. अपना मजहब उंचा
                         और
           गैरो का ओछा ,  
     ये सोच हमें इन्सान
          बनने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔


👌दुनिया में सब चीज
            मिल जाती है,......
      केवल अपनी गलती
            नहीं मिलती.........

😔😔😔😔😔😔😔😔


भगवान से वरदान माँगा
     कि दुश्मनों से
         पीछा छुड़वा दो ,
            अचानक दोस्त
                कम हो गए......

😔😔😔😔😔😔😔😔


" जितनी भीड़ ,
     बढ़ रही
       ज़माने में........।
         लोग उतनें ही ,
           अकेले होते
             जा रहे हैं......।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔


इस दुनिया के
   लोग भी कितने
      अजीब है ना ;

          सारे खिलौने
             छोड़ कर
                जज़बातों से
                   खेलते हैं........

😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे पर तैरने वाली
   लाश को देखकर
      ये समझ आया........
         बोझ शरीर का नही
            साँसों का था......

😔😔😔😔😔😔😔😔

दोस्तो के साथ
   जीने का इक मौका
      दे दे ऐ खुदा...........
         तेरे साथ तो
            हम मरने के बाद
              भी रह लेंगे........

😔😔😔😔😔😔😔😔

“ तारीख हज़ार
    साल में बस इतनी
       सी बदली है…........
          तब दौर
             पत्थर का था
                अब लोग
                   पत्थर के हैं..."

😔😔😔😔😔😔😔
             
    Thought of the day
               ⏬⬇
    स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
    नर्क का डर छोड़ दो ,
    कौन जाने क्या पाप ,
              क्या पुण्य ,
                   बस............
    किसी का दिल न दुखे
    अपने स्वार्थ के लिए ,
               बाकी सब
  कुदरत पर छोड़ दो.......

. 🙏 🙏 🙏 🙏 🙏
मोटापा घटाने के लिए खान-पान में सुधार जरूरी है। कुछ प्राकृतिक चीजें ऐसी हैं, जिनके सेवन से वजन नियंत्रित रहता है। इसलिए यदि आप वजन कम करने के लिए बहुत मेहनत नहीं कर पाते हैं तो अपनाएं यहां बताए गए छोटे-छोटे उपाय। ये आपके बढ़ते वजन को कम कर देंगे।
1. ज्यादा कार्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं से परहेज करें। शक्कर, आलू और चावल में अधिक कार्बोहाइड्रेट होता है। ये चर्बी बढ़ाते हैं।
2. केवल गेहूं के आटे की रोटी की बजाए गेहूं, सोयाबीन और चने के मिश्रित आटे की रोटी ज्यादा फायदेमंद है।
3. रोज पत्तागोभी का जूस पिएं। पत्तागोभी में चर्बी घटाने के गुण होते हैं। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म सही रहता है।
4. पपीता नियमित रूप से खाएं। यह हर सीजन में मिल जाता है। लंबे समय तक पपीता के सेवन से कमर की अतिरिक्त चर्बी कम हो जाती है।
5. दही का सेवन करने से शरीर की फालतू चर्बी घट जाती है। छाछ का भी सेवन दिन में दो-तीन बार करें।
6. छोटी पीपल का बारीक चूर्ण पीसकर उसे कपड़े से छान लें। यह चूर्ण तीन ग्राम रोजाना सुबह के समय छाछ के साथ लेने से बाहर निकला हुआ पेट अंदर हो जाता है।
7. आंवले व हल्दी को बराबर मात्रा में पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को छाछ के साथ लेंं। कमर एकदम पतली हो जाएगी।
8. मोटापा कम नहीं हो रहा हो तो खाने में कटी हुई हरी मिर्च या काली मिर्च को शामिल करके बढ़ते वजन पर काबू पाया जा सकता है। एक रिसर्च में पाया गया कि वजन कम करने का सबसे बेहतरीन तरीका मिर्च खाना है। मिर्च में पाए जाने वाले तत्व कैप्साइसिन से भूख कम होती है। इससे ऊर्जा की खपत भी बढ़ जाती है, जिससे वजन कंट्रोल में रहता है।
9. एक चम्मच पुदीना रस को 2 चम्मच शहद में मिलाकर लेते रहने से मोटापा कम होता है।
10. सब्जियों और फलों में कैलोरी कम होती है, इसलिए इनका सेवन अधिक मात्रा में करें। केला और चीकू न खाएं। इनसे मोटापा बढ़ता है। पुदीने की चाय बनाकर पीने से मोटापा कम होता है।
11. खाने के साथ टमाटर और प्याज का सलाद काली मिर्च व नमक डालकर खाएं। इनसे शरीर को विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन के, आयरन, पोटैशियम, लाइकोपीन और ल्यूटिन मिलेेगा। इन्हें खाने के बाद खाने से पेट जल्दी भर जाएगा और वजन नियंत्रित हो जाएगा।
12. सुबह उठते ही 250 ग्राम टमाटर का रस 2-3 महीने तक पीने से पेट अंंदर हो जाता है।


💕💫
Lovely message :
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती

जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
और
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जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
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जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,

अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती हैl
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किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ आया ..
..बोझ शरीर का नही साँसों का था..
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
 बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना.
🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃🍂🍃
 〰➰💖➰〰➰💖➰〰
               प्रेम चाहिये तो
       समर्पण खर्च करना होगा।
            विश्वास चाहिये तो
        निष्ठा खर्च करनी होगी।
              साथ चाहिये तो
        समय खर्च करना होगा।
            किसने कहा रिश्ते
               मुफ्त मिलते हैं ।
    मुफ्त तो हवा भी नहीं मिलती
       एक साँस भी तब आती है
    जब एक साँस छोड़ी जाती हे
〰➰💖➰〰➰💖➰〰......
🌺 कुछ अच्छी लाइने 🌺

💟💟💟💟💟💟💟💟💟

नज़र और नसीब का कुछ ऐसा इत्तेफाक हैं कि नज़र को अक्सर वही चीज़ पसंद आती हैं; जो नसीब में नहीं होती:! और नसीब में लिखी चीज़ अक्सर नज़र नहीं:!!
💟💟💟💟💟💟💟💟💟

मैंने एक दिन खुदा से पुछा: आप मेरी दुआ उसी वक्त क्यों नहीं सुनते; जब मैं आपसे मांगता हूँ? खुदा ने मुस्कुरा कर कहा: मैं तो तेरे गुनाहों की सजा भी उस वक्त नहीं देता जब तू करता हैँ:!!
💟💟💟💟💟💟💟💟💟

किस्मत पहले ही लिखी जा चुकी है; तो कोशिश करने से क्या मिलेगा? क्या पता किस्मत में लिखा हो कि कोशिश से ही मिलेगा:!!
💟💟💟💟💟💟💟💟💟

ज़िन्दगी में कुछ खोना पड़े तो यह दो लाइन याद रखना: 'जो खोया है उसका ग़म नहीं लेकिन जो पाया है वो किसी से कम नहीं:!' 'जो नहीं है वो एक खवाब हैं; और जो है वो लाजवाब है:!!'
💟💟💟💟💟💟💟💟💟

इन्सान केहता है कि पैसा आये तो मैं कुछ करके दिखाऊ; और पैसा केहता हैं कि तू कुछ करके दिखाए तो मैं आऊ:!
💟💟💟💟💟💟💟💟💟

बोलने से पेहले लफ्ज़ आदमी के गुलाम होते हैं; लेकिन बोलने के बाद इंसान अपने लफ़्ज़ों का गुलाम बन जाता हैँ:!!
💟💟💟💟💟💟💟💟💟

ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले अक्सर डूब जाते हैं; फिर चाहे वो अभिमान का हो; या सामान का:!! 💟💟💟💟


Thursday, July 14, 2016

पसंद आये तो एक स्माइल दीजियेगा
-खासियत-
👇जिसने भी लिक्खा
उम्दा लिक्खा👇
❗❗❗❗❗❗❗
💮यह नदियों का मुल्क है,
पानी भी भरपूर है।
बोतल में बिकता है,
पन्द्रह रू शुल्क है।💮
:
💮यह गरीबों का मुल्क है,
जनसंख्या भी भरपूर है।
परिवार नियोजन मानते नहीं,
नसबन्दी नि:शुल्क है।💮
:
💮यह अजीब मुल्क है,
निर्बलों पर हर शुल्क है।
अगर आप हों बाहुबली,
हर सुविधा नि:शुल्क है।💮
:
💮यह अपना ही मुल्क है,
कर कुछ सकते नहीं।
कह कुछ सकते नहीं,
बोलना नि:शुल्क है।💮
:
💮यह शादियों का मुल्क है,
दान दहेज भी खूब हैं।
शादी करने को पैसा नहीं,
कोर्ट मैरिज नि:शुल्क हैं।💮
:
💮यह पर्यटन का मुल्क है,
रेलें भी खूब हैं।
बिना टिकट पकड़े गए तो,
रोटी कपड़ा नि:शुल्क है।💮
:
💮यह अजीब मुल्क है,
हर जरूरत पर शुल्क है।
ढूंढ कर देते हैं लोग,
सलाह नि:शुल्क है।💮
:
💮यह आवाम का मुल्क है,
रहकर चुनने का हक है।
वोट देने जाते नहीं,
मतदान नि:शुल्क है।💮
💮यह शिक्षकों का मुल्क है,
पाठशालाएं भी खूब है,
शिक्षकों को वेतनमान देने के पैसे नहीं,
पढ़ना,खाना,पोशाक निःशुल्क है।💮


गाँव का आदमी मुम्बई पहुँच गया
सड़क के किनारे खड़ा ऊँची बिल्डिंग को देख रहा था !
एक औरत लिफ्ट में गई !
थोड़ी देर में लिफ्ट से एक बुढिया बाहर निकली !
उसने सोचा ये कौन सी मशीन है ?
फ़िर एक आदमी अंदर गया !थोड़ी देर बाद एक बूढ़ा बाहर निकला !
गाँव का आदमी हक्का बक्का !ये कौन सी ख़तरनाक मशीन है ?
फ़िर एक 16साल की लड़की अंदर जाने लगी !
उसने हाथ पकड़ कर रोका !
बेटी इसके अंदर मत जाओ !
बहुत खराब मशीन है !लड़की हाथ झटक कर अंदर चली गई !
थोड़ी देर में एक बुढिया बाहर आई !
जाओ मना किया था !अब भुगतो !
अबकी वार एक बुढिया अंदर जाने लगी !
जाओ तुमको क्या रोके !तुम तो पहले से ही बूढ़ी हो !
थोडी देर में एक 18साल की लड़की बाहर निकली !
आदमी सन्न ??????
अफसोस !! !!
पहले मालूम नहीं था नहीं तो
पप्पू की मम्मी को ले कर आता !

😜😜😜😜😜😜


. ✍🏻सुनने की आदत डालो क्योंकि
ताने मारने वालों की कमी नहीं हैं।
✍🏻मुस्कराने की आदत डालो क्योंकि
रुलाने वालों की कमी नहीं हैं
✍🏻ऊपर उठने की आदत डालो क्योंकि टांग खींचने वालों की कमी नहीं है।
✍🏻प्रोत्साहित करने की आदत डालो क्योंकि हतोत्साहित करने वालों की कमी नहीं है!!
✍🏻सच्चा व्यक्ति ना तो नास्तिक होता है ना ही आस्तिक होता है ।
सच्चा व्यक्ति हर समय वास्तविक होता है......
✍🏻छोटी छोटी बातें दिल में रखने से
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं"
✍🏻कभी पीठ पीछे आपकी बात चले
तो घबराना मत ... बात तो
"उन्हीं की होती है"..
जिनमें कोई " बात " होती है
✍🏻"निंदा" उसी की होती हे जो"जिंदा" हैँ मरने के बाद तो सिर्फ "तारीफ" होती है।

वाह रे मानव तेरा स्वभाव....

।। लाश को हाथ लगाता है तो नहाता है ...
पर बेजुबान जीव को मार के खाता है ।।

यह मंदिर-मस्ज़िद भी क्या गजब की जगह है दोस्तो.
जंहा गरीब बाहर और अमीर अंदर 'भीख' मांगता है..
 😔विचित्र दुनिया का कठोर सत्य..👌👌

          बारात मे दुल्हे सबसे पीछे
            और दुनिया आगे चलती है,
         मय्यत मे जनाजा आगे
           और दुनिया पीछे चलती है..

           यानि दुनिया खुशी मे आगे
          और दुख मे पीछे हो जाती है..!

अजब तेरी दुनिया
गज़ब तेरा खेल

मोमबत्ती जलाकर मुर्दों को याद करना
और मोमबत्ती बुझाकर जन्मदिन मनाना...
Wah re duniya !!!!!
✴ लाइन छोटी है,पर मतलब बहुत बड़ा है ~

उम्र भर उठाया बोझ उस कील ने ...

और लोग तारीफ़ तस्वीर की करते रहे ..
〰〰〰〰〰〰
✴ पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है

और.....

बिंदी 1 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है

इसलिए कीमत मायने नहीं रखती उसका कृत्य मायने रखता हैं.
〰〰〰〰〰〰
✴ एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते,

और

जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते....
〰〰〰〰〰〰〰〰
✴ नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है,

मिठी बात करने वाले तो चापलुस भी होते है।

इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े।

और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड़ जाया करते है...
〰〰〰〰〰〰〰
✴ अच्छे मार्ग पर कोई व्यक्ति नही जाता पर बुरे मार्ग पर सभी जाते है......

इसीलिये दारू बेचने वाला कहीं नही जाता ,

पर दूध बेचने वाले को घर-घर
गली -गली , कोने- कोने जाना पड़ता है ।
〰〰〰〰〰〰〰〰

✴ दूध वाले से बार -बार पूछा जाता है कि पानी तो नही डाला ?

पर दारू मे खुद हाथो से पानी मिला-मिला कर पीते है ।
〰〰〰

💞🎶💞🎶💞💞🎶💞n
 👇Very nice line 👌
इंसान की समझ सिर्फ इतनी हैं
कि उसे "जानवर" कहो तो
नाराज हो जाता हैं और
"शेर" कहो तो खुश हो जाता हैं!
_*कौन कहता है ,आंसुओं में वजन नहीं होता ..!!*_
_*एक आंसू भी छलक जाता है तो मन हल्का हो जाता है..!!💞*_
_*जिन्दगीं में किसी का साथ काफी हैं,*_
_*कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,*_
_*दूर हो या पास...क्या फर्क पड़ता हैं,*_
   
💕 *अनमोल रिश्तों* 💕
_*का तो बस "एहसास" ही काफी हैं !!!!*_

       🙏🏻🙏🏻सुप्रभात🙏🏻🙏🏻
😃😄😂😀😃😄
रात में एक चोर घर में घुसl । कमरे का दरवाजा खोला तो बरामदे पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी।
खटपट से उसकी आंख खुल गई। चोर ने घबरा कर देखा
तो वह लेटे लेटे बोली
'' बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो, लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। चलो कोई बात नहीं। अलमारी के तीसरे बक्से में एक तिजोरी
है ।
इसमें का सारा माल तुम चुपचाप ले जाना। मगर
पहले मेरे पास आकर बैठो, मैंने अभी-अभी एक ख्वाब
देखा है । वह सुनकर जरा मुझे इसका मतलब तो बता
दो।"
चोर उस बूढ़ी औरत की रहमदिली से बड़ा अभिभूत हुआ और चुपचाप उसके पास जाकर बैठ गया।
बुढ़िया ने अपना सपना सुनाना शुरु किया
''बेटा, मैंने देखा कि मैं एक रेगिस्तान में खो गइ हूँ। ऐसे
में एक चील मेरे पास आई और उसने 3 बार जोर जोर
से बोला आशिष ! आशिष ! आशिष !!!
बस फिर ख्वाब खत्म हो गया और मेरी आंख खुल गई। जरा बताओ तो इसका क्या मतलब हुई? ''
चोर सोच में पड़ गया। इतने में बराबर वाले कमरे से
बुढ़िया का नौजवान बेटा आशिष अपना नाम
ज़ोर ज़ोर से सुनकर उठ गया और अंदर आकर चोर की
जमकर धुनाई कर दी।
बुढ़िया बोली ''बस करो अब
यह अपने किए की सजा भुगत चुका।"
चोर बोला, "नहीं- नहीं ! मुझे और कूटो , सालों!....
ताकि मुझे आगे याद रहे कि मैं चोर हूँ , सपनों का सौदागर नहीं। '' 😖😖😩😩
Moral - Don't get emotional, Be Professional in your work..
😂😂😂😂😂😜😜😜😝😝😝😝😜😜

*** आधुनिक सच ***

👇👇👇👇👇👇

मियां-बीबी दोनों मिल खूब कमाते हैं
तीस लाख का पैकेज दोनों ही पाते हैं
सुबह आठ बजे नौकरियों पर जाते हैं
रात ग्यारह तक ही वापिस आते हैं

अपने परिवारिक रिश्तों से कतराते हैं
अकेले रह कर वह कैरियर बनाते हैं
कोई कुछ मांग न ले वो मुंह छुपाते हैं
भीड़ में रहकर भी अकेले रह जाते हैं

मोटे वेतन की नौकरी छोड़ नहीं पाते हैं
अपने नन्हे मुन्ने को पाल नहीं पाते हैं
फुल टाइम की मेड ऐजेंसी से लाते हैं
उसी के जिम्मे वो बच्चा छोड़ जाते हैं

परिवार को उनका बच्चा नहीं जानता है
केवल आया'आंटी को ही पहचानता है
दादा -दादी, नाना-नानी कौन होते है?
अनजान है सबसे किसी को न मानता है

आया ही नहलाती है आया ही खिलाती है
टिफिन भी रोज़ रोज़ आया ही बनाती है
यूनिफार्म पहना के स्कूल कैब में बिठाती है
छुट्टी के बाद कैब से आया ही घर लाती है

नींद जब आती है तो आया ही सुलाती है
जैसी भी उसको आती है लोरी सुनाती है
उसे सुलाने में अक्सर वो भी सो जाती है
कभी जब मचलता है तो टीवी दिखाती है

जो टीचर मैम बताती है वही वो मानता है
देसी खाना छोड कर पीजा बर्गर खाता है
वीक ऐन्ड पर मौल में पिकनिक मनाता है
संडे की छुट्टी मौम-डैड के संग बिताता है

वक्त नहीं रुकता है तेजी से गुजर जाता है
वह स्कूल से निकल के कालेज में आता है
कान्वेन्ट में पढ़ने पर इंडिया कहाँ भाता है
आगे पढाई करने वह विदेश चला जाता है

वहाँ नये दोस्त बनते हैं उनमें रम जाता है
मां-बाप के पैसों से ही खर्चा चलाता है
धीरे-धीरे वहीं की संस्कृति में रंग जाता है
मौम डैड से रिश्ता पैसों का रह जाता है

कुछ दिन में उसे काम वहीं मिल जाता है
जीवन साथी शीघ्र ढूंढ वहीं बस जाता है
माँ बाप ने जो देखा ख्वाब वो टूट जाता है
बेटे के दिमाग में भी कैरियर रह जाता है

बुढ़ापे में माँ-बाप अब अकेले रह जाते हैं
जिनकी अनदेखी की उनसे आँखें चुराते हैं
क्यों इतना कमाया ये सोच के पछताते हैं
घुट घुट कर जीते हैं खुद से भी शरमाते हैं

हाथ पैर ढीले हो जाते, चलने में दुख पाते हैं
दाढ़- दाँत गिर जाते, मोटे चश्मे लग जाते हैं
कमर भी झुक जाती, कान नहीं सुन पाते हैं
वृद्धाश्रम में दाखिल हो, जिंदा ही मर जाते हैं

सोचना की बच्चे अपने लिए पैदा कर रहे हो या विदेश की सेवा के लिए।

बेटा एडिलेड में, बेटी है न्यूयार्क।
ब्राईट बच्चों के लिए, हुआ बुढ़ापा डार्क।

बेटा डालर में बंधा, सात समन्दर पार।
चिता जलाने बाप की, गए पड़ोसी चार।

ऑन लाईन पर हो गए, सारे लाड़ दुलार।
दुनियां छोटी हो गई, रिश्ते हैं बीमार।

बूढ़ा-बूढ़ी आँख में, भरते खारा नीर।
हरिद्वार के घाट की, सिडनी में तकदीर ।

समाज का एक कड़वा सच"
************************

एक दिन पंडित को प्यास लगी, संयोगवश घर में पानी नहीं था। इसलिए उसकी पत्नी पड़ोस से पानी ले आई। पानी पीकर पंडित ने पूछा....

पंडित - कहाँ से लायी हो? बहुत ठंडा पानी है।

पत्नी - पड़ोस के कुम्हार के घर से।

(पंडित ने यह सुनकर लोटा फेंक दिया और उसके तेवर चढ़ गए। वह जोर-जोर से चीखने लगा )

पंडित - अरी तूने तो मेरा धर्म भ्रष्ट कर दिया। कुम्हार ( शूद्र ) के घर का पानी पिला दिया।

(पत्नी भय से थर-थर कांपने लगी)

उसने पण्डित से माफ़ी मांग ली।

पत्नी - अब ऐसी भूल नहीं होगी।

शाम को पण्डित जब खाना खाने बैठा तो घर में खाने के लिए कुछ नहीं था।

पंडित - रोटी नहीं बनाई। भाजी नहीं बनाई। क्यों????

पत्नी - बनायी तो थी। लेकिन अनाज पैदा करने वाला कुणबी(शूद्र) था और जिस कड़ाई में बनाया था, वो कड़ाई लोहार (शूद्र) के घर से आई थी। सब फेंक दिया।

पण्डित - तू पगली है क्या?? कहीं अनाज और कढ़ाई में भी छूत होती है?

यह कह कर पण्डित बोला- कि पानी तो ले आओ।

पत्नी - पानी तो नहीं है जी।

पण्डित - घड़े कहाँ गए???

पत्नी - वो तो मैंने फेंक दिए। क्योंकि कुम्हार के हाथ से बने थे।

पंडित बोला- दूध ही ले आओ। वही पीलूँगा।

पत्नी - दूध भी फेंक दिया जी। क्योंकि गाय को जिस नौकर ने दुहा था, वो तो नीची (शूद्र) जाति से था।

पंडित- हद कर दी तूने तो यह भी नहीं जानती की दूध में छूत नहीं लगती है।

पत्नी-यह कैसी छूत है जी, जो पानी में तो लगती है, परन्तु दूध में नहीं लगती।

(पंडित के मन में आया कि दीवार से सर फोड़ लूं)

वह गुर्रा कर बोला - तूने मुझे चौपट कर दिया है जा अब आंगन में खाट डाल दे मुझे अब नींद आ रही है।

पत्नी- खाट!!!! उसे तो मैनें तोड़ कर फेंक दिया है जी। क्योंकि उसे शूद्र (सुथार ) जात वाले ने बनाया था।

पंडित चीखा - वो फ़ूलों का हार तो लाओ। भगवान को चढ़ाऊंगा, ताकि तेरी अक्ल ठिकाने आये।

पत्नी - हार तो मैंने फेंक दिया। उसे माली (शूद्र) जाति के आदमी ने बनाया था।

पंडित चीखा- सब में आग लगा दो, घर में कुछ बचा भी हैं या नहीं।

पत्नी - हाँ यह घर बचा है, इसे अभी तोड़ना बाकी है। क्योंकि इसे भी तो पिछड़ी जाति के मजदूरों ने बनाया है।

पंडित के पास कोई जबाब नहीं था।
उसकी अक्ल तो ठिकाने आयी।
बाकी लोगों कि भी आ जायेगी।


50 वर्ष से अधिक उम्र वाले
सुखमय वृद्धावस्था के लिए 11 विधियां....

*1* अपने स्वयं के स्थान पर रहो ताकि स्वतंत्रता और गोपनीयता पूर्वक जीवन जीने का आनंद ले सकें।

*2* अपना बैंक बेलेंस और भौतिक अमूल्य संपत्ति सदा अपने पास रखो।⛪💵

*3* अपने बच्चों के इस वादे पर निर्भर मत रहो कि वो वृद्धावस्था में आपकी सेवा करेंगे क्योंकि समय बदलने के साथ उनकी प्राथमिकता भी बदल जाती है।👬

*4* उन लोगों को अपने मित्र समूह में शामिल करें जो आपके जीवन जीने में सहयोगी बन सकते हैं।🙏

*5* किसी के साथ तुलना नहीं करें और किसी से कोई उम्मीद ना रखें।

*6* अपनी संतानो के जीवन में दखल अन्दाजी ना करें। उन्हें अपने तरीके से अपना जीवन जीने दें।

*7* अपनी वृद्धावस्था को आधार बनाकर किसी से सेवा करवाने, सम्मान पाने का प्रयास ना करें।

*8* लोगों की बातें सुनें लेकिन अपने स्वतंत्र विचारों के आधार पर निर्णय लें।

*9* प्रार्थना करें लेकिन भीख ना मांगे, यहाँ तक कि भगवान से भी नहीं। अगर भगवान से कुछ मांगे तो सिर्फ माफ़ी।

अंतिम 2 बातें और.....

*10* अपने स्वास्थ्य का स्वयं ध्यान रखें। चिकित्सीय परीक्षण के अलावा अपने आर्थिक सामर्थ्य अनुसार अच्छा पौष्टिक भोजन खाएं और यथा सम्भव अपना काम अपने हाथों से करें।

*11* अपने जीवन से कभी थकें नहीं।

याद रखें जब तक आप जीना शुरू नहीं करते हैं तब तक आप जीवित नहीं हैं।

*खुशनुमा जीवन की शुभकामनाओं के साथ

⛳ 
एक सजी -धजी महिला एक डेंटिस्ट के क्लीनिक गई।

महिला :- " एक दाँत निकलवाना है......! पर सिर्फ दस मिनट में.......! कोई एनेस्थिसिया , बेहोशी या पेन किलर की जरूरत नहीं .....थोड़ा बहुत दर्द होता है। , होने दो....! पर जल्दी.....! मुझे एक किटी पार्टी में जाना है...! "

डाक्टर :- " कमाल है.....? गजब की बहादुर महिला हैं आप...! आइए इक्जामिन चेयर पर लेट जाइए ! दिखाइए कौन सा दाँत है...! "

महिला :- ( अपने पति से )" जाओ लेट जाओ....और बता दो , कौन सा दाँत है..!"
😳😳😳😳😝😝😝😝

Wednesday, July 13, 2016

. 👌 *शानदार बात*👌

*कुंडली में "शनि*"
*दिमाग में "मनी" और*
*जीवन में "दुश्मनी*"
*तीनो हानिकारक होते हे*.

*बदला लेने में क्या मजा है*
*मजा तो तब है जब तुम*
*सामने वाले को बदल डालो*..||

*इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले*,
*और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले*...

' *कर्मो' से ही पहेचान होती है इंसानो की*...
*महेंगे 'कपडे' तो*,
' *पुतले*' *भी पहनते है दुकानों में*...
"एक पुराना ख़त"
.
.
.

और
एक मीठा उलाहना
.

.
.

"अजी सुनते हो एक बात कहूँ आपसे ???"

एक 80 साल की पत्नी ने अपने 84 साल के पति से कहा.

पति अपनी पत्नी के करीब आया और बोला:-
"हाँ कहो..!"  

पत्नी भावुक होकर बोली, "आपको याद है
आपने हमारी शादी से ठीक पहले अपनी माँ को छुपकर एक ख़त लिखा था
जिसमें आपने अपने गुस्से का इजहार करते हुए लिखा था की आप मुझसे शादी नहीं करना चाहते क्योंकि आपको
मुझसे रिश्ता पसन्द नहीं था..!"

पति ने हैरान होकर पूछा,
 "अरे वो ख़त तुझे कहाँ मिला वो तो बहुत पुरानी बात है..!"

पत्नी आँखों में आँसू भरके बोली, "कल आपके बक्से से मुझे ये पुराना ख़त मिला.
मुझे नहीं पता था
कि ये शादी आपकी मर्जी के खिलाफ हुई थी,
वरना मैं खुद ही मना कर देती..!"

पति ने अपना सर
अपनी पत्नी की बाँहों में रखा और बोला,
अरे पगली उस वक्त तो मैं सिर्फ 12 साल का ही था
और मुझे लगा
तू मेरे से शादी करके जब आएगी
तो मेरे कमरे में मेरे साथ मेरे बिस्तर और तकिये पे सोएगी,
मेरे सारे खिलौनों के साथ खेलेगी और मेरी गुल्लक से पैसे भी चुरा लेगी.

लेकिन उस वक्त
मैं ये कहाँ जानता था कि तू मेरी जिन्दगी में आकर मेरी जिन्दगी को एक कमरे से बाहर एक घर तक ले जायेगी,

ये कहाँ जानता था कि मुझे कपड़ों के बने खिलौनों से कहीं ज्यादा खुबसूरत और प्यारे खिलोने (हमारे बच्चे) तू मुझे देगी,

ये कहाँ जानता था कि
मेरी चिल्लर से भरी गुल्लक के
मुकाबले तू मुझे प्यार की बेशकीमती दौलत देगी.

अब बोल
अब भी कुछ पूछना बाकी है..? ?

पत्नी ने तसल्ली के साथ कहा "भगवान का शुक्र है मैंतो यही समझ रही थी
कि तुम्हें उस पड़ोस वाली से प्रेम था"

पति ने हँसते हुए कहा,
"अजी रहने दो कहाँ वो
और
कहाँ मेरी राजकुमारी... "

फिर दोनों
पत्नी और पति एक दूसरे से लिपट गए,
प्यार के आखिरी सफ़र की मंजिल अब कुछ ही दूर बची थी
उसके बाद एक कहाँ और दूसरा कहाँ.

इसलिए
अपने जीवनसाथी को जीवन में जितना खुश रख सकते हैं रखें
और जितना प्यार दे सकते हों दें.

बिना जीवनसाथी
इस जीवन में सब बेकार है.


Tuesday, July 12, 2016

आँखों में था जवाब हम लफ़्ज़ों में ढूँढ़ते रहे
वो बोलते रहे और हम बस सुनते रहे
काश के पढ़ लेते उनकी आँखों में लफ्ज़
हम तो पढ़ लिख के भी इश्क़ में अनपढ़ रहे
वो छोड़ गए साथ मेरा यकीं नही आता मुझे
हम तो हर मोड़ पे उनकी राह तकते रहे
जो कहा करते थे उनके चेहरे का नूर हूँ मैं
वो उस नूर को बेनूर करके रह गए
कर के हमे रुसवा खुश तो बहुत हैं वो
हम तो बस आंसू बहाते रह गए
दिया मोहब्बत का ऐसा ज़ख्म जो ठीक न हो
उसका हम इलाज़ कराते रह गए ।