Saturday, July 23, 2016

गुरु चाणक्य ने कहा था..

आपको एक ही दुश्मन से बार-बार युद्ध नही लड़ना चाहिए वरना आप अपने तमाम 'युद्ध कौशल' उसे सिखा देंगे।

पति पत्नी के संबंधो में भी यही होता है। दोनों योद्धा जिन्दगी भर लड़ते-लड़ते एक दुसरे के वारों से इतना परिचित हो जाते हैं कि युद्ध जिन्दगी भर चलता रहता है पर हल कुछ निकलता नही।

शिष्य - तो फिर गुरुजी, क्या करना चाहिए..?

गुरु - दुश्मन बदलते रहना चाहिये।
😜😜

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