प्राइमरी स्कूल में मास्टर जी गहरी नींद मे सो रहे थे।
तभी कलेक्टर साहब आ गये।
मास्टर जी पकडे गये।
बहुत देर उठाने के बाद मास्टर की नींद खुली।
नीन्द खुलते ही मास्टर कलेक्टर को देखते ही बोले -
तो बच्चों, समझ गए ना, कुंभकर्ण ऐसे सोता था।
इसे कहते है गतिविधि आधारित शिक्षण।
कलक्टर साहब सन्न।
तभी कलेक्टर साहब आ गये।
मास्टर जी पकडे गये।
बहुत देर उठाने के बाद मास्टर की नींद खुली।
नीन्द खुलते ही मास्टर कलेक्टर को देखते ही बोले -
तो बच्चों, समझ गए ना, कुंभकर्ण ऐसे सोता था।
इसे कहते है गतिविधि आधारित शिक्षण।
कलक्टर साहब सन्न।
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