हवाओ को रोक ले किसी में दम नही
मोहब्बत दिखा दे बना आज तक वो सक्स नही
तुम्हे शायद ज्ञान नही मोहब्बत और प्यार को अँधा कहते है क्यों
जितना भी कर लो खत्म नही होती
वहुत ही रंग है इसमें तुम्हे पता नही
ग़म आंसू चाहत लगाव विरह की अगन इसकी जुदाई तन्हाई मिलन रुसवाई बेवफाई कभी ख़ुशी की चमक कभी अश्क़ की बारिस कभी मिल्न की आस बुझा सके समुन्दर हो या कितनी हो बरसात । जितना बताया ये कुछ भी लिखू इसकी कहानी तो कम पड़े भर जाये पृथ्वी पाताल और सारा आकाश
इसे महसूस कर सकते हो देख नही सकते ये राज बताने वाला किया आपको मिला नही
सबने सुना है इसके ग़म की दास्तान
मोहब्बत हूँ मैं दूर रहो मुझसे तड़पोगे
मानते ही लोग
कहते रहे रहे इश्क़ में मरने वाले
ओ मोहब्बत खत्म हुआ वजूद हमारा तेरी खातिर
पर तू अमर ही रहेगी
अमर रहेगी तू रहेगी हमेशा
क्युकि
मोहब्बत जिंदाबाद
मोहब्बत दिखा दे बना आज तक वो सक्स नही
तुम्हे शायद ज्ञान नही मोहब्बत और प्यार को अँधा कहते है क्यों
जितना भी कर लो खत्म नही होती
वहुत ही रंग है इसमें तुम्हे पता नही
ग़म आंसू चाहत लगाव विरह की अगन इसकी जुदाई तन्हाई मिलन रुसवाई बेवफाई कभी ख़ुशी की चमक कभी अश्क़ की बारिस कभी मिल्न की आस बुझा सके समुन्दर हो या कितनी हो बरसात । जितना बताया ये कुछ भी लिखू इसकी कहानी तो कम पड़े भर जाये पृथ्वी पाताल और सारा आकाश
इसे महसूस कर सकते हो देख नही सकते ये राज बताने वाला किया आपको मिला नही
सबने सुना है इसके ग़म की दास्तान
मोहब्बत हूँ मैं दूर रहो मुझसे तड़पोगे
मानते ही लोग
कहते रहे रहे इश्क़ में मरने वाले
ओ मोहब्बत खत्म हुआ वजूद हमारा तेरी खातिर
पर तू अमर ही रहेगी
अमर रहेगी तू रहेगी हमेशा
क्युकि
मोहब्बत जिंदाबाद
No comments:
Post a Comment