Wednesday, September 21, 2016

स्वस्थ रहने के 20 सुनहरे नियम।

आज कल की अवयवस्थित जीवन शैली ही अनेक रोगों का मूल कारण है, अगर थोड़ा सा बदलाव कर लिया जाए तो अनेक रोगों से मुक्ति बिना दवा के पायी जा सकती है। आइये जानते है ये सुनहरे नियम।

1. आजकल बढ़ रहे चर्म रोगों और पेट के रोगों का सबसे बड़ा कारण दूधयुक्त चाय और इसके साथ लिया जाने वाला नमकीन है.

2. कसी हुई टाई बाँधने से आँखों की रोशनी पर नकारात्मक प्रभाव होता है

3. अधिक झुक कर पढने से फेफड़े,रीढ़,और आँख की रौशनी पर बुरा असर होता है

4. अत्यधिक फ्रीज किये हुए ठन्डे पदार्थों के सेवन से बड़ी आंत सिकुड़ जाती है.

5. भोजन के पश्चात स्नान स्नान करने से पाचन शक्ति मंद हो जाती है इसी प्रकार भोजन के तुरंत बाद मैथुन, बहुत ज्यादा परिश्रम करना एवं सो जाना पाचनशक्ति को नष्ट करता है.

6. पेट बाहर निकलने का सबसे बड़ा कारण खड़े होकर या कुर्सी मेज पर बैठ कर खाना और तुरंत बाद पानी पीना है. भोजन सदैव जमीन पर बैठ कर करें. ऐसा करने से आवश्यकता से अधिक खा नहीं पाएंगे. भोजन करने के बाद पानी पीना कई गंभीर रोगों को आमंत्रण देना है.

7. भोजन के प्रारम्भ में मधुर-रस (मीठा), मध्य में अम्ल, लवण रस (खट्टा, नमकीन) तथा अन्त में कटु, तिक्त, कषाय (तीखा, चटपटा, कसेला) रस के पदार्थों का सेवन करना चाहिए

8. भोजन के बाद हाथ धोकर गीले हाथ आँखों पर लगायें. यह आँखों को गर्मी से बचाएगा.

9. नहाने के कुछ पहले एक गिलास सादा पानी पियें. यह हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से बहुत हद तक दूर रखेगा.

10. नहाने की शुरुवात सर से करें. बाल न धोने हो तो मुह पहले धोये. पैरों पर पहले पानी डालने से गर्मी का प्रवाह ऊपर की ओर होता है और आँख मस्तिष्क आदि संवेदन शील अंगो को क्षति होती है.

11. नहाने के पहले सोने से पहले एवं भोजन कर चुकने के पश्चात मूत्र त्याग अवश्य कर्रें. यह अनावश्यक गर्मी, कब्ज और पथरी से बचा सकता है.

12. कभी भी एक बार में पूर्ण रूप से मूत्रत्याग न करें बल्कि रूक रुक कर करें. यह नियम स्त्री पुरुष दोनों के लिए है ऐसा करके प्रजनन अंगों से सम्बंधित शिथिलता से आसानी से बचा जा सकता है. (कीगल एक्सरसाइज)

13. खड़े होकर मूत्र त्याग से रीढ़ की हड्डी के रोग होने की सम्भावना रहती है. इसी प्रकार खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों के रोग ऑर्थरिटिस आदि हो जाते हैं.

14. फल, दूध से बनी मिठाई, तैलीय पदार्थ खाने के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए. ठंडा पानी तो कदापि नहीं.

15. अधिक रात्रि तक जागने से प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है .

16. जब भी कुल्ला करें आँखों को अवश्य धोएं. अन्यथा मुह में पानी भरने पर बाहर निकलने वाली गर्मी आँखों को नुकसान पहुचायेगी.

17. सिगरेट तम्बाकू आदि नशीले पदार्थों का सेवन करने से प्रत्येक बार मस्तिष्क की हजारों कोशिकाएं नष्ट हो जाती है इनका पुनर्निर्माण कभी नहीं होता.

18. मल मूत्र शुक्र खांसी छींक अपानवायु जम्हाई वमन क्षुधा तृषा आंसू आदि कुल 13 अधारणीय वेग बताये गए हं इनको कभी भी न रोकें. इनको रोंकना गंभीर रोगों के कारण बन सकते हैं .प्रतिदिन उषापान करने कई बीमारियाँ नहीं हो पाती और डॉक्टर को दिया जाने वाला बहुत सा धन बच जाता है.उषापान दिनचर्या का अभिन्न अंग बनायें.

20. रात्रि शयन से पूर्व परमात्मा को धन्यवाद अवश्य दें. चाहे आपका दिन कैसा भी बीता हो. दिन भर जो भी कार्य किये हों उनकी समीक्षा करते हुए अगले दिन की कार्य योजना बनायें अब गहरी एवं लम्बी सहज श्वास लेकर शरीर को एवं मन को शिथिल करने का प्रयास करे. अपने सब तनाव, चिन्ता, विचार आदि परमपिता परमात्मा को सौंपकर निश्चिंत भाव से निद्रा की शरण में जाएँ.
*POWER OF POSITIVE THOUGHT(S)*

एक व्यक्ति काफी दिनों से चिंतित चल रहा था जिसके कारण वह काफी चिड़चिड़ा तथा तनाव में रहने लगा था। वह इस बात से परेशान था कि घर के सारे खर्चे उसे ही उठाने पड़ते हैं, पूरे परिवार की *जिम्मेदारी* उसी के ऊपर है, किसी ना किसी रिश्तेदार का उसके यहाँ आना जाना लगा ही रहता है, उसे बहुत ज्यादा INCOME TAX देना पड़ता है आदि - आदि।

इन्ही बातों को सोच सोच कर वह काफी परेशान रहता था तथा बच्चों को अक्सर डांट देता था तथा अपनी पत्नी से भी ज्यादातर उसका किसी न किसी बात पर झगड़ा चलता रहता था।

एक दिन उसका बेटा उसके पास आया और बोला पिताजी मेरा स्कूल का होमवर्क करा दीजिये, वह व्यक्ति पहले से ही तनाव में था तो उसने बेटे को डांट कर भगा दिया *लेकिन जब थोड़ी देर बाद उसका गुस्सा शांत हुआ तो वह बेटे के पास गया तो देखा कि बेटा सोया हुआ है* और उसके हाथ में उसके होमवर्क की कॉपी है। उसने कॉपी लेकर देखी और जैसे ही उसने कॉपी नीचे रखनी चाही, उसकी नजर होमवर्क के टाइटल पर पड़ी।

होमवर्क का टाइटल था ••• *वे चीजें जो हमें शुरू में अच्छी नहीं लगतीं लेकिन बाद में वे अच्छी ही होती हैं।*

इस टाइटल पर बच्चे को एक पैराग्राफ लिखना था जो उसने लिख लिया था। उत्सुकतावश उसने बच्चे का लिखा पढना शुरू किया बच्चे ने लिखा था •••

● मैं अपने फाइनल एग्जाम को बहुंत धन्यवाद् देता हूँ क्योंकि शुरू में तो ये बिलकुल अच्छे नहीं लगते लेकिन इनके बाद स्कूल की छुट्टियाँ पड़ जाती हैं।

● मैं ख़राब स्वाद वाली कड़वी दवाइयों को बहुत धन्यवाद् देता हूँ क्योंकि शुरू में तो ये कड़वी लगती हैं लेकिन ये मुझे बीमारी से ठीक करती हैं।

● मैं सुबह - सुबह जगाने वाली उस अलार्म घड़ी को बहुत धन्यवाद् देता हूँ जो मुझे हर सुबह बताती है कि मैं जीवित हूँ।

● मैं ईश्वर को भी बहुत धन्यवाद देता हूँ जिसने मुझे इतने *अच्छे पिता* दिए क्योंकि उनकी डांट मुझे शुरू में तो बहुत बुरी लगती है लेकिन वो मेरे लिए खिलौने लाते हैं, मुझे घुमाने ले जाते हैं और मुझे अच्छी अच्छी चीजें खिलाते हैं और मुझे इस बात की ख़ुशी है *कि मेरे पास पिता हैं क्योंकि मेरे दोस्त सोहन के तो पिता ही नहीं हैं।*

बच्चे का होमवर्क पढने के बाद वह व्यक्ति जैसे अचानक नींद से जाग गया हो। उसकी सोच बदल सी गयी। बच्चे की लिखी बातें उसके दिमाग में बार बार घूम रही थी। खासकर वह last वाली लाइन।

उसकी नींद उड़ गयी थी। फिर वह व्यक्ति थोडा शांत होकर बैठा और उसने अपनी परेशानियों के बारे में सोचना शुरू किया।

●● मुझे घर के सारे खर्चे उठाने पड़ते हैं, इसका मतलब है कि *मेरे पास घर है* और ईश्वर की कृपा से मैं उन लोगों से *बेहतर स्थिति में हूँ जिनके पास घर नहीं है।*

●● मुझे पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठानी पड़ती है, *इसका मतलब है कि मेरा परिवार है, बीवी बच्चे हैं और ईश्वर की कृपा से मैं उन लोगों से ज्यादा खुशनसीब हूँ जिनके पास परिवार नहीं हैं और वो दुनियाँ में बिल्कुल अकेले हैं।*

●● मेरे यहाँ कोई ना कोई मित्र या रिश्तेदार आता जाता रहता है, इसका मतलब है कि मेरी एक सामाजिक हैसियत है और *मेरे पास मेरे सुख दुःख में साथ देने वाले लोग हैं।*

●● मैं बहुत ज्यादा INCOME TAX भरता हूँ, इसका मतलब है कि मेरे पास अच्छी नौकरी/व्यापार है *और मैं उन लोगों से बेहतर हूँ जो बेरोजगार हैं या पैसों की वजह से बहुत सी चीजों और सुविधाओं से वंचित हैं।*

*हे ! मेरे भगवान् ! तेरा बहुंत बहुंत शुक्रिया ••• मुझे माफ़ करना, मैं तेरी कृपा को पहचान नहीं पाया।*

इसके बाद उसकी सोच एकदम से बदल गयी, उसकी सारी परेशानी, सारी चिंता एक दम से जैसे ख़त्म हो गयी। वह एकदम से बदल सा गया। *वह भागकर अपने बेटे के पास गया और सोते हुए बेटे को गोद में उठाकर उसके माथे को चूमने लगा और अपने बेटे को तथा ईश्वर को धन्यवाद देने लगा।*

हमारे सामने जो भी परेशानियाँ हैं, हम जब तक उनको नकारात्मक नज़रिये से देखते रहेंगे तब तक हम परेशानियों से घिरे रहेंगे लेकिन जैसे ही हम उन्हीं चीजों को, *उन्ही परिस्तिथियों को सकारात्मक नज़रिये से देखेंगे, हमारी सोच एकदम से बदल जाएगी, हमारी सारी चिंताएं, सारी परेशानियाँ, सारे तनाव एक दम से ख़त्म हो जायेंगे और हमें मुश्किलों से निकलने के नए - नए रास्ते दिखाई देने लगेंगे।*
नये चुटकुले
लड़का : आप इतनी सुंदर कैसे हैं
लड़की : शराब के कारण.!!
लड़का : आप शराबपीती हैं?
लड़की : मैं नहीं कमीने, तू नशे में है इसलिए सुंदर दिख रही हूं.!!
😀😀😀😀 😜 😜
She - क्या कर रहे हो ?
.
He - मुंगफली खा रहा हूँ
.
She : waaww अकेले अकेले
.
He - अब 10 रुपये की मूंगफली में भंडारा करू ?
Breakup
😂 😂 😂 😂 😂
मच्छर स्टडी कर रहे थे।
.
.
पहला मच्छर- मैं तो आगे डॉक्टर बनूगाँ।
.
दूसरा मच्छर- मैं तो आगे चलकर इजीँनियर बनूगाँ।
.
इतने मे आन्टी ने मॉरटिन जला दिया।
दोनो मच्छर बोले- बुढिया ने सारा कैरियर खराब कर दिया।
😜 😜 😜 😜 😜 😜
बेटा: पापा, मैं पार्टी के लिए अपने दोस्त के घर जा सकता हूँ ?
पिताजी: मुझसे मत पूछो, अपनी माँ से पूछो।
माँ: मुझसे मत पूछो, अपने पिताजी से पूछो।
बेटा: ये साला घर है या भारतीय स्टेट बैंक की ब्रांच ?
😜 😜 😜 🌺
दादी को गीता पढ़ते देख पोते ने अपनी मां से पूछा ,
मां दादी कौन की परीक्षा की
तैयारी कर रही हैं ?
मां : बेटा ये फाइनल ईयर की तैयारी कर रही हैं.😴
😂
पेशंट:- डॉक्टर, प्लास्टिक सर्जरी कराना हैे, कितना खर्च होगा?
डॉक्टर:- ३ लाख रुपये.....
पेशंट:- (थोडा विचार करके) और प्लास्टिक मै दु तो?
डॉक्टर: फिर फेविकॅाल भी ले आना फ्री में चिपका दूंगा ....
😍 😀😀😀 👌 ☝ 👌 😜 😝 😛 😍
*रामकृष्ण परमहंस* और *स्वामी विवेकानंद* के बीच एक दुर्लभ संवाद

*स्वामी विवेकानंद* : मैं समय नहीं निकाल पाता. जीवन आप-धापी से भर गया है।

*रामकृष्ण परमहंस* : गतिविधियां तुम्हें घेरे रखती है, लेकिन उत्पादकता आजाद करती है।

*स्वामी विवेकानंद* : आज जीवन इतना जटिल क्यों हो गया है?  

*रामकृष्ण परमहंस* : जीवन का विश्लेषण करना बंद कर दो, यह इसे जटिल बना देता है, जीवन को सिर्फ जिओ।

*स्वामी विवेकानंद* : फिर हम हमेशा दुखी क्यों रहते हैं?  

*रामकृष्ण परमहंस* : परेशान होना तुम्हारी आदत बन गयी है, इसी वजह से तुम खुश नहीं रह पाते।

*स्वामी विवेकानंद* : अच्छे लोग हमेशा दुःख क्यों पाते हैं?

*रामकृष्ण परमहंस* : हीरा रगड़े जाने पर ही चमकता है, सोने को शुद्ध होने के लिए आग में तपना पड़ता है, अच्छे लोग दुःख नहीं पाते बल्कि परीक्षाओं से गुजरते है, इस अनुभव से उनका जीवन बेहतर होता है, बेकार नहीं होता।

*स्वामी विवेकानंद* : आपका मतलब है कि ऐसा अनुभव उपयोगी होता है?

*रामकृष्ण परमहंस* : हां. हर लिहाज से अनुभव एक कठोर शिक्षक की तरह है, पहले वह परीक्षा लेता है और फिर सीख देता है।

*स्वामी विवेकानंद* : समस्याओं से घिरे रहने के कारण, हम जान ही नहीं पाते कि किधर जा रहे हैं...

*रामकृष्ण परमहंस* : अगर तुम अपने बाहर झांकोगे तो जान नहीं पाओगे कि कहां जा रहे हो, अपने भीतर झांको, आखें दृष्टि देती है, हृदय राह दिखाता है।

*स्वामी विवेकानंद* : क्या असफलता सही राह पर चलने से ज्यादा कष्टकारी है?

*रामकृष्ण परमहंस* : सफलता वह पैमाना है जो दूसरे लोग तय करते है, संतुष्टि का पैमाना तुम खुद तय करते हो।

*स्वामी विवेकानंद* : कठिन समय में कोई अपना उत्साह कैसे बनाए रख सकता है?

*रामकृष्ण परमहंस* : हमेशा इस बात पर ध्यान दो कि तुम अब तक कितना चल पाए, बजाय इसके कि अभी और कितना चलना बाकी है. जो कुछ पाया है, हमेशा उसे गिनो, जो हासिल न हो सका उसे नही।

*स्वामी विवेकानंद* : लोगों की कौन सी बात आपको हैरान करती है?

*रामकृष्ण परमहंस* : जब भी वे कष्ट में होते हैं तो पूछते हैं, "मैं ही क्यों?" जब वे खुशियों में डूबे रहते हैं तो कभी नहीं सोचते, "मैं ही क्यों?"

*स्वामी विवेकानंद* : मैं अपने जीवन से सर्वोत्तम कैसे हासिल कर सकता हूँ?

*रामकृष्ण परमहंस* : बिना किसी अफ़सोस के अपने अतीत का सामना करो, पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने वर्तमान को संभालो, निडर होकर अपने भविष्य की तैयारी करो।

*स्वामी विवेकानंद* : एक आखिरी सवाल. कभी-कभी मुझे लगता है कि मेरी प्रार्थनाएं बेकार जा रही है।

*रामकृष्ण परमहंस* : कोई भी प्रार्थना बेकार नहीं जाती, अपनी आस्था बनाए रखो और डर को परे रखो, जीवन एक रहस्य है जिसे तुम्हें खोजना है, यह कोई समस्या नहीं जिसे तुम्हें सुलझाना है, मेरा विश्वास करो- अगर तुम यह जान जाओ कि जीना कैसे है तो जीवन सचमुच बेहद आश्चर्यजनक है।
👌आर्ट ऑफ लिविंग... की कुछ अच्छी बातें 👌

👉!!जीवन में आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करे।👈

👆अपनी पसंद की चीजों के लिये खर्चा करें।👆

👆इतना हंसिये के पेट दर्द हो जाये।👆

👆आप कितना भी बुरा नाचते हो ,फिर भी नाचिये।उस खुशी को महसूस किजिये।👆

👆फोटोज् के लिये पागलों वाली पोज् दिजिये।बिल्कुल छोटे बच्चे बन जाइये।👆

👌हर पल को खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते है।👌
👆"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश रहो👆
👆काम में खुश रहो,"आराम में खुश रहो👆
👉"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश रहो👈

👆"आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश रहो 👆

👆"जिस को देख नहीं सकते," उसकी आवाज से ही खुश रहो👆
👉"जिसको पा नहीं सकते,"उसको सोच कर ही खुश रहो👈
👌"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश रहो👌
👆"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश रहो 👆
😄"हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश रहो😄
👍"जिंदगी है छोटी," हर हाल में खुश रहो👍

👉अगर दिल को छुआ हो तो जवाब दो, वरना बिना जवाब के भी खुश रहो 👈
🙏

*वैचारिक आँकलन -*
एक पुत्र अपने पिता के विषय में उम्र के अलग-अलग पड़ाव पर क्या विचार रखता है....

*4 वर्ष :* मेरे पापा महान है ।

*6 वर्ष :* मेरे पापा सबकुछ जानते है, वे सबसे होशियार है।।    

*10 वर्ष :* मेरे पापा अच्छे है, परन्तु गुस्से वाले है।

*12 वर्ष :* मैं जब छोटा था, तब मेरे पापा मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते थे ।

*16 वर्ष :* मेरे पापा वर्तमान समय के साथ नही चलते, सच पूछो तो उनको कुछ भी ज्ञान ही नही है !

*18 वर्ष :* मेरे पापा दिनों दिन चिड़चिड़े और अव्यवहारिक होते जा रहे है।

*20 वर्ष :* ओहो... अब तो पापा के साथ रहना ही असहनीय हो गया है....मालुम नही मम्मी इनके साथ कैसे रह पाती है।

*25 वर्ष :* मेरे पापा हर बात में मेरा विरोध करते है, कौन जाने, कब वो दुनिया को समझ सकेंगे।

*30 वर्ष :* मेरे छोटे बेटे को सम्भालना मुश्किल होता जा रहा है... बचपन में मै अपने पापा से कितना डरता था ?

*40 वर्ष :* मेरे पापा ने मुझे कितने अनुशासन से पाला था, आजकल के लड़को में कोई अनुशासन और शिष्टाचार ही नही है।

*50 वर्ष :* मुझे आश्चर्य होता है, मेरे पापा ने कितनी मुश्किलें झेल कर हम चार भाई-बहनो को बड़ा किया, आजकल तो एक सन्तान को बड़ा करने में ही दम निकल जाता है।

*55 वर्ष :* मेरे पापा कितनी दूरदृष्टि वाले थे, उन्होंने हम सभी भाई-बहनो के लिये कितना व्यवस्थित आयोजन किया था, आज वृद्धावस्था में भी वे संयमपुर्वक जीवन जी सकते है।

*60 वर्ष :* मेरे पापा महान थे, वे जिन्दा रहे तब तक हम सभी का पूरा ख्याल रखा।
 सच तो यह है की..... पापा ( पिता ) को अच्छी तरह समझने में पुरे 60 साल लग गये ।

*कृपया आप अपने पापा को समझने में इतने वर्ष मत लगाना, समय से चेत जाना, और पिता की महानता को बराबर समझ लेना......।*


*शहीद जवान के बच्चे की कविता दिल छू गई*

ओढ़ के तिरंगा क्यों पापा आये है?

माँ मेरा मन बात ये समझ ना पाये है,

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

*पहले पापा मुन्ना मुन्ना कहते आते थे,*

टॉफियाँ खिलोने साथ में भी लाते थे।

गोदी में उठा के खूब खिलखिलाते थे,

हाथ फेर सर पे प्यार भी जताते थे।

*पर ना जाने आज क्यूँ वो चुप हो गए,*

लगता है की खूब गहरी नींद सो गए।

नींद से पापा उठो मुन्ना बुलाये है,

*ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।*

फौजी अंकलों की भीड़ घर क्यूँ आई है,

पापा का सामान साथ में क्यूँ लाई है।

*साथ में क्यूँ लाई है वो मेडलों के हार ,*

आंख में आंसू क्यूँ सबके आते बार बार।

चाचा मामा दादा दादी चीखते है क्यूँ,

*माँ मेरी बता वो सर को पीटते है क्यूँ।*

गाँव क्यूँ शहीद पापा को बताये है,

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

*माँ तू क्यों है इतना रोती ये बता मुझे,*

होश क्यूँ हर पल है खोती ये बता मुझे।

माथे का सिन्दूर क्यूँ है दादी पोछती,

*लाल चूड़ी हाथ में क्यूँ बुआ तोडती।*

काले मोतियों की माला क्यूँ उतारी है,

क्या तुझे माँ हो गया समझना भारी है।

*माँ तेरा ये रूप मुझे ना सुहाये है,*

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

पापा कहाँ है जा रहे अब ये बताओ माँ,

*चुपचाप से आंसू बहा के यूँ सताओ ना।*

क्यूँ उनको सब उठा रहे हाथो को बांधकर,

जय हिन्द बोलते है क्यूँ कन्धों पे लादकर।

दादी खड़ी है क्यूँ भला आँचल को भींचकर,

*आंसू क्यूँ बहे जा रहे है आँख मींचकर।*

पापा की राह में क्यूँ फूल ये सजाये है,

ओढ़ के तिरंगे को क्यूँ पापा आये है।

क्यूँ लकड़ियों के बीच में पापा लिटाये है,

*सब कह रहे है लेने उनको राम आये है।*

पापा ये दादा कह रहे तुमको जलाऊँ मैं,

बोलो भला इस आग को कैसे लगाऊं मैं।

*इस आग में समा के साथ छोड़ जाओगे,*

आँखों में आंसू होंगे बहुत याद आओगे।

अब आया समझ माँ ने क्यूँ आँसू बहाये थे,

*ओढ़ के तिरंगा पापा घर क्यूँ आये थे ।*
🇮🇳🇮🇳😢😢😢😢😢🇮🇳🇮🇳
एक दिन चिड़िया बोली - मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे ?

चिड़ा ने कहा - उड़
जाऊं तो तुम पकड़ लेना.

चिड़िया-मैं तुम्हें पकड़
तो सकती हूँ,
पर फिर पा तो नहीं सकती!

यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला अब हम
हमेशा साथ रहेंगे,

लेकिन एक दिन जोर से तूफान आया,
चिड़िया उड़ने लगी तभी चिड़ा बोला तुम उड़
जाओ मैं नहीं उड़ सकता !!

चिड़िया- अच्छा अपना ख्याल रखना, कहकर
उड़ गई !

जब तूफान थमा और चिड़िया वापस
आई तो उसने देखा की चिड़ा मर चुका था
और एक डाली पर लिखा था.....
""काश वो एक बार तो कहती कि मैं तुम्हें
नहीं छोड़ सकती""
तो शायद मैं तूफ़ान आने से
पहले नहीं मरता ।।
""
ज़िन्दगी के पाँच सच ~
सच नं. 1 -:
माँ के सिवा कोई वफादार नही हो सकता…!!!
────────────────────────
सच नं. 2 -:
गरीब का कोई दोस्त नही हो सकता…!!
────────────────────────
सच नं. 3 -:
आज भी लोग अच्छी सोच को नही,
अच्छी सूरत को तरजीह देते हैं…!!!
────────────────────────
सच नं. 4 -:
इज्जत सिर्फ पैसे की है, इंसान की नही…!!!
────────────────────────
सच न. 5 -:
जिस शख्स को अपना खास समझो….
अधिकतर वही शख्स दुख दर्द देता है…!!!
 गीता में लिखा है कि.......

अगर कोई इन्सान
बहुत हंसता है , तो अंदर से वो बहुत अकेला है

अगर कोई इन्सान बहुत सोता है , तो अंदर से
वो बहुत उदास है

अगर कोई इन्सान खुद को बहुत मजबूत दिखाता है और रोता नही , तो वो
अंदर से बहुत कमजोर है

अगर कोई जरा जरा सी
बात पर रो देता है तो वो बहुत मासूम और नाजुक दिल का है

अगर कोई हर बात पर
नाराज़ हो जाता है तो वो अंदर से बहुत अकेला
और जिन्दगी में प्यार की कमी महसूस करता है

लोगों को समझने की कोशिश कीजिये ,जिन्दगी किसी का इंतज़ार नही करती , लोगों को एहसास कराइए की वो आप के लिए कितने खास है!!!

1. अगर जींदगी मे कुछ पाना हो तो,,, तरीके बदलो....., ईरादे नही..

2. जब सड़क पर बारात नाच रही हो तो हॉर्न मार-मार के परेशान ना हो...... गाडी से उतरकर थोड़ा नाच लें..., मन शान्त होगा।
टाइम तो उतना लगना ही है..!

3. इस कलयुग में रूपया चाहे कितना भी गिर जाए, इतना कभी नहीं गिर पायेगा, जितना रूपये के लिए इंसान गिर चूका है...

सत्य वचन....

4. रास्ते में अगर मंदिर देखो तो,,, प्रार्थना नहीं करो तो चलेगा . . पर रास्ते में एम्बुलेंस मिले तब प्रार्थना जरूर करना,,, शायद कोई
जिन्दगी बच जाये

5. जिसके पास उम्मीद हैं, वो लाख बार हार के भी, नही हार सकता..!

6. बादाम खाने से उतनी अक्ल नहीं आती...
जितनी धोखा खाने से आती है.....!

7. एक बहुत अच्छी बात जो जिन्दगी भर याद रखिये,,, आप का खुश रहना ही आप का बुरा चाहने वालों के लिए सबसे बड़ी सजा है....!

8. खुबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत नहीं होते...!

9. रिश्ते और रास्ते एक ही सिक्के के दो पहलु हैं... कभी रिश्ते निभाते निभाते रास्ते खो जाते हैं,,, और कभी रास्तो पर चलते चलते रिश्ते बन जाते हैं...!

10. बेहतरीन इंसान अपनी मीठी जुबान से ही जाना जाता है,,,, वरना अच्छी बातें तो दीवारों पर भी लिखी होती है...!

11. दुनिया में कोई काम "impossible" नहीं,,, बस होसला और मेहनत की जरूरत है...l

पहले मैं होशियार थl, इसलिए दुनिया बदलने चला था,,, आज मैं समझदार हूँ, इसलिए खुद को बदल रहा हूँ...।
👍 अपने दोस्तो को भी पढवाये 😊

वो मुझे मेहंदी लगे हाथ दिखा कर रोई, मैं किसी और की हूँ बस इतना बता के रोई!
शायद उम्र भर की जुदाई का ख्याल आया था उसे, वो मुझे पास अपने बैठा के रोई !

कभी कहती थी की मैं न जी पाऊँगी बिन तुम्हारे, और आज ये बात दोहरा के रोई!
मुझसे ज्यादा बिछड़ने का ग़म था उसे, वक़्त-ए -रुखसत वो मुझे सीने से लगा के रोई!

मैं बेक़सूर हूँ कुदरत का फैसला है ये, लिपट कर मुझे बस इतना बता के रोई।
मुझ पर दुःख का पहाड़ एक और टूटा, जब मेरे सामने मेरे ख़त जल के रोई।

मैं तन्हा सा खुद में सिमट के रह गया, जब वो पुराने किस्से सुना के रोई।
मेरी नफ़रत और अदावत पिघल गई एक पल में, वो वेबफ़ा थी तो क्यों मुझे रुला के रोई।

सब गिले-शिकबे मेरे एक पल में बदल गए, झील सी आँखों में जब आँसू के रोई।
कैसे उसकी मोहब्बत पर शक़ करूँ मैं, भरी महफ़िल में वो मुझे गले लगा के रोई !....


◆ ◆ ◆【 हिसाब 】◆ ◆ ◆

समय की .. इस अनवरत बहती धारा में ..
अपने चंद सालों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

जिंदगी ने .. दिया है जब इतना .. बेशुमार यहाँ ..
तो फिर .. जो नहीं मिला उसका हिसाब क्या रखें .. !!

दोस्तों ने .. दिया है .. इतना प्यार यहाँ ..
तो दुश्मनी .. की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

दिन हैं .. उजालों से .. इतने भरपूर यहाँ ..
तो रात के अँधेरों का .. हिसाब क्या रखे .. !!

खुशी के दो पल .. काफी हैं .. खिलने के लिये ..
तो फिर .. उदासियों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

हसीन यादों के मंजर .. इतने हैं जिंदगानी में ..
तो चंद दुख की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

मिले हैं फूल यहाँ .. इतने किन्हीं अपनों से ..
फिर काँटों की .. चुभन का हिसाब क्या रखें .. !!

चाँद की चाँदनी .. जब इतनी दिलकश है ..
तो उसमें भी दाग है .. ये हिसाब क्या रखें .. !!

जब खयालों से .. ही पुलक .. भर जाती हो दिल में ..
तो फिर मिलने .. ना मिलने का .. हिसाब क्या रखें .. !!

कुछ तो जरूर .. बहुत अच्छा है .. सभी में यारों ..
फिर जरा सी .. बुराइयों का .. हिसाब क्या रखें .. !!


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*।। आदमी की औकात ।।*

एक माचिस की तिल्ली, एक घी का लोटा,
लकड़ियों के ढेर पे कुछ घण्टे में राख.....
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!

एक बूढ़ा बाप शाम को मर गया,
अपनी सारी ज़िन्दगी परिवार के नाम कर गया।
कहीं रोने की सुगबुगाहट तो कहीं फुसफुसाहट,
अरे जल्दी ले जाओ, कौन रोयेगा सारी रात ?
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!

मरने के बाद नीचे देखा, नज़ारे नज़र आ रहे थे,
मेरी मौत पे कुछ लोग ज़बरदस्त,
तो कुछ ज़बरदस्ती रो रहे थे।
नहीं रहा... चला गया... चार दिन करेंगे बात...
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!!

बेटा अच्छी तस्वीर बनवायेगा,
सामने अगरबत्ती जलायेगा,
खुश्बुदार फूलों की माला होगी......
अखबार में अश्रुपूरित श्रद्धांजली होगी......
बाद में उस तस्वीर पे जाले भी कौन करेगा साफ़
बस इतनी-सी है *आदमी की औकात* !!!!!!

जिन्दगी भर, मेरा-मेरा-मेरा किया....
अपने लिए कम, अपनों के लिए ज्यादा जिया....
कोई न देगा साथ.... जायेगा खाली हाथ....
क्या तिनका ले जाने की भी है हमारी औकात ?

हम चिंतन करें .........
*क्या है हमारी औकात ???*
😌😌😌😌😌😌😌😌😌😌😌


Tuesday, September 20, 2016

😳😳😳😳😇😇😇😇

👨 पति - पत्नी 👸

💝💝💝💝💝💝💝

🌹🌳 👸 एक युवती बगीचे में
बहुत गुस्से में बैठी थी , पास ही एक बुजुर्ग 👴 बैठे थे उन्होने उस परेशान युवती से पूछा क्या हुआ बेटी ? क्यूं इतना परेशान हो ?

🌹 युवती ने गुस्से में अपने पति की गल्तीयों के बारे में बताया

🌹 बुजुर्ग ने मंद मंद मुस्कराते हुए युवती से पूछा बेटी क्या तुम बता सकती हो तुम्हारे घर का नौकर कौन है ?

🌹 युवती ने हैरानी से पूछा क्या मतलब ?

🌹 बुजुर्ग ने कहा :- तुम्हारे घर की सारी जरूरतों का ध्यान रख कर उनको पूरा कौन करता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग ने पूछा :- तुम्हारे खाने पीने की और पहनने ओढ़ने की जरूरतों को कौन पूरा करता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- तुम्हें और बच्चों को किसी बात की कमी ना हो और तुम सबका भविष्य सुरक्षित रहे इसके लिए हमेशा चिंतित कौन रहता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग ने फिर पूछा :- सुबह से शाम तक कुछ रुपयों के लिए बाहर वालों की और अपने अधिकारियों की खरी खोटी हमेशा कौन सुनता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- परेशानी ऒर गम में कॊन साथ देता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- तुम लोगोँ के अच्छे जीवन और रहन सहन के लिए दूरदराज जाकर, सारे सगे संबंधियों को यहां तक अपने माँ बाप को भी छोड़कर जंगलों में भी नौकरी करने को कौन तैयार होता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- घर के गैस बिजली पानी, मकान, मरम्मत एवं रखरखाव, सुख सुविधाओं, दवाईयों, किराना, मनोरंजन भविष्य के लिए बचत, बैंक, बीमा, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, पास पड़ोस, ऑफिस और ऐसी ही ना जाने कितनी सारी जिम्मेदारियों को एक साथ लेकर कौन चलता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग :- बीमारी में तुम्हारा ध्यान ऒर सेवा कॊन करता है ?

🌹 युवती :- मेरे पति

🌹 बुजुर्ग बोले :- एक बात ऒर बताओ तुम्हारे पति इतना काम ऒर सबका ध्यान रखते है क्या कभी उसने तुमसे इस बात के पैसे लिए ?

🌹 युवती :- कभी नहीं

🌹 इस बात पर बुजुर्ग बोले कि पति की एक कमी तुम्हें नजर आ गई मगर उसकी इतनी सारी खुबियां तुम्हें कभी नजर नही आई ?

🌹 आखिर पत्नी के लिए पति क्यों जरूरी है ?

🌹 मानो न मानो जब तुम दुःखी हो तो वो तुम्हे कभी अकेला नहीं छोड़ेगा।

🌹 वो अपने दुःख अपने ही मन में रखता है लेकिन तुम्हें नहीं बताता ताकि तुम दुखी ना हो।

🌹 हर वक्त, हर दिन तुम्हे कुछ अच्छी बातें सिखाने की कोशिश करता रहता है ताकि वो कुछ समय शान्ति के साथ घर पर व्यतीत कर सके और दिन भर की परेशानियों को भूला सके।

🌹 हर छोटी छोटी बात पर तुमसे झगड़ा तो कर सकता है, तुम्हें दो बातें बोल भी लेगा परंतु किसी और को तुम्हारे लिए कभी कुछ नहीं बोलने देगा।

🌹 तुम्हें आर्थिक मजबूती देगा और तुम्हारा भविष्य भी सुरक्षित करेगा।

🌹 कुछ भी अच्छा ना हो फिर भी तुम्हें यही कहेगा- चिन्ता मत करो, सब ठीक हो जाएगा।।

🌹 माँ बाप के बाद तुम्हारा पूरा ध्यान रखना और तुम्हे हर प्रकार की सुविधा और सुरक्षा देने का काम करेगा।

🌹 तुम्हें समय का पाबंद बनाएगा।

🌹 तुम्हे चिंता ना हो इसलिए दिन भर परेशानियों में घिरे होने पर भी तुम्हारे 15 बार फ़ोन करने पर भी सुनेगा और हर समस्या का समाधान करेगा।

🌹 चूंकि पति ईश्वर का दिया एक स्पेशल उपहार है, इसलिए उसकी उपयोगिता जानो और उसकी देखभाल करो।

नई नवेली दुल्हन जब
ससुराल में आई तो उसकी
सास बोली : बींदणी कल
माता के मन्दिर में
चलना है।
बहू ने पूछा : सासु माँ एक
तो ' माँ ' जिसने मुझ जन्म
दिया और एक ' आप ' हो
और कोन सी माँ है ?
सास बडी खुश हुई कि मेरी
बहू तो बहुत सीधी है ।
सास ने कहा - बेटा पास के मन्दिर में दुर्गा माता है
सब औरतें जायेंगी हम भी चलेंगे ।
सुबह होने पर दोनों एक साथ मन्दिर जाती है ।
आगे सास पीछे बहू ।
जैसे ही मन्दिर आया तो बहू ने मन्दिर में गाय की मूर्ति को देखकर
कहा : माँ जी देखो ये गाय का बछड़ा दूध पी रहा है ,
मैं बाल्टी लाती हूँ और दूध निकालते है ।
सास ने अपने सिर पर हाथ पीटा कि बहू तो " पागल " है और
बोली :- बेटा ये स्टेच्यू है और ये दूध नही दे सकती।
चलो आगे ।
मन्दिर में जैसे ही प्रवेश किया तो एक शेर की मूर्ति दिखाई दी ।
फिर बहू ने कहा - माँ आगे मत जाओ ये शेर खा जायेगा
सास को चिंता हुई की मेरे बेटे का तो भाग्य फूट गया ।
और बोली - बेटा पत्थर का शेर कैसे खायेगा ?
चलो अंदर चलो मन्दिर में, और
सास बोली - बेटा ये माता है और इससे मांग लो , यह माता तुम्हारी मांग पूरी करेंगी ।
बहू ने कहा - माँ ये तो पत्थर की है ये क्या दे सकती है ? ,
जब पत्थर की गाय दूध नही दे
सकती ?
पत्थर का बछड़ा दूध पी नही सकता ?
पत्थर का शेर खा नही सकता ?
तो ये पत्थर की मूर्ति क्या दे सकती है ?
अगर कोई दे सकती है तो आप ......... है
" आप मुझे आशीर्वाद दीजिये " ।
तभी सास की आँखे खुली !
वो बहू पढ़ी लिखी थी,
तार्किक थी, जागरूक थी ,
तर्क और विवेक के सहारे बहु ने सास को जाग्रत कर दिया !
अगर मानवता की प्राप्ति करनी है तो पहले असहायों , जरुरतमंदों, गरीबो की सेवा करो
परिवार, समाज में लोगो की मदद करे ।
"अंधविश्वास और पाखण्ड को हटाना ही मानव सेवा है " ।
बाकी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च तो मानसिक गुलामी के केंद्र हैं
ना कि ईश्वर प्राप्ति के
........ मानव का सफर पत्थर से शुरु हुआ था। पत्थरों को ही महत्व देता है और आज पत्थर ही बन कर रह गया -

------------------------
1. चूहा अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (गणेश की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित चूहा दिख जाये तो पिंजरा लगाता है और चूहा मार दवा खरीदता है।

2.सांप अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर का कंठहार मानकर)

लेकिन जीवित सांप दिख जाये तो लाठी लेकर मारता है और जबतक मार न दे, चैन नही लेता।

3.बैल अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित बैल(सांड) दिख जाये तो उससे बचकर चलता है ।

4.कुत्ता अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शनिदेव की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित कुत्ता दिख जाये तो 'भाग कुत्ते' कहकर अपमान करता है।

5. शेर अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (दुर्गा की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित शेर दिख जाये तो जान बचाकर भाग खड़ा होता है।

हे मानव!

पत्थर से इतना लगाव क्यों और जीवित से इतनी नफरत क्यों?
🙏🙏🙏💐💐


नई नवेली दुल्हन जब
ससुराल में आई तो उसकी
सास बोली : बींदणी कल
माता के मन्दिर में
चलना है।
बहू ने पूछा : सासु माँ एक
तो ' माँ ' जिसने मुझ जन्म
दिया और एक ' आप ' हो
और कोन सी माँ है ?
सास बडी खुश हुई कि मेरी
बहू तो बहुत सीधी है ।
सास ने कहा - बेटा पास के मन्दिर में दुर्गा माता है
सब औरतें जायेंगी हम भी चलेंगे ।
सुबह होने पर दोनों एक साथ मन्दिर जाती है ।
आगे सास पीछे बहू ।
जैसे ही मन्दिर आया तो बहू ने मन्दिर में गाय की मूर्ति को देखकर
कहा : माँ जी देखो ये गाय का बछड़ा दूध पी रहा है ,
मैं बाल्टी लाती हूँ और दूध निकालते है ।
सास ने अपने सिर पर हाथ पीटा कि बहू तो " पागल " है और
बोली :- बेटा ये स्टेच्यू है और ये दूध नही दे सकती।
चलो आगे ।
मन्दिर में जैसे ही प्रवेश किया तो एक शेर की मूर्ति दिखाई दी ।
फिर बहू ने कहा - माँ आगे मत जाओ ये शेर खा जायेगा
सास को चिंता हुई की मेरे बेटे का तो भाग्य फूट गया ।
और बोली - बेटा पत्थर का शेर कैसे खायेगा ?
चलो अंदर चलो मन्दिर में, और
सास बोली - बेटा ये माता है और इससे मांग लो , यह माता तुम्हारी मांग पूरी करेंगी ।
बहू ने कहा - माँ ये तो पत्थर की है ये क्या दे सकती है ? ,
जब पत्थर की गाय दूध नही दे
सकती ?
पत्थर का बछड़ा दूध पी नही सकता ?
पत्थर का शेर खा नही सकता ?
तो ये पत्थर की मूर्ति क्या दे सकती है ?
अगर कोई दे सकती है तो आप ......... है
" आप मुझे आशीर्वाद दीजिये " ।
तभी सास की आँखे खुली !
वो बहू पढ़ी लिखी थी,
तार्किक थी, जागरूक थी ,
तर्क और विवेक के सहारे बहु ने सास को जाग्रत कर दिया !
अगर मानवता की प्राप्ति करनी है तो पहले असहायों , जरुरतमंदों, गरीबो की सेवा करो
परिवार, समाज में लोगो की मदद करे ।
"अंधविश्वास और पाखण्ड को हटाना ही मानव सेवा है " ।
बाकी मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च तो मानसिक गुलामी के केंद्र हैं
ना कि ईश्वर प्राप्ति के
........ मानव का सफर पत्थर से शुरु हुआ था। पत्थरों को ही महत्व देता है और आज पत्थर ही बन कर रह गया -

------------------------
1. चूहा अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (गणेश की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित चूहा दिख जाये तो पिंजरा लगाता है और चूहा मार दवा खरीदता है।

2.सांप अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर का कंठहार मानकर)

लेकिन जीवित सांप दिख जाये तो लाठी लेकर मारता है और जबतक मार न दे, चैन नही लेता।

3.बैल अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शंकर की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित बैल(सांड) दिख जाये तो उससे बचकर चलता है ।

4.कुत्ता अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (शनिदेव की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित कुत्ता दिख जाये तो 'भाग कुत्ते' कहकर अपमान करता है।

5. शेर अगर पत्थर का तो उसको पूजता है। (दुर्गा की सवारी मानकर)

लेकिन जीवित शेर दिख जाये तो जान बचाकर भाग खड़ा होता है।

हे मानव!

पत्थर से इतना लगाव क्यों और जीवित से इतनी नफरत क्यों?
🙏🙏🙏💐💐


A little fun economics to lighten up yr day ....

Wife to her Accountant husband:
what is inflation?
Husband:
Earlier you were 36-24-36. But now you are
48-40-48.
Though you have everything bigger than before, your value has become less than before.
This is INFLATION .😜

Economics is not that difficult if we have the right examples.
Interviewer: What is Recession?
Candidate: When "Wine & Women" get replaced by "Water & Wife", that critical phase of life is called Recession!!😜

Accountancy fact:
What is the difference between Liability & Asset?
A drunk friend is liability.
But,
A drunk Girlfriend is an asset..😍

Ûआजकल घर बैठे मोबाईल सें बुक कराके कुछ भी मंगा लो...।

मैं होटल मे फ़ोन लगाया...tring tring..

मोतीस्वीट्स मे आपका स्वागत है कहिए क्या चाहिए।

मीठा चाहिए।

लड्डू के लिए एक दबाए
रसगुल्ला के लिए दो दबाए
गुलाबजामुन के लिए तीन।
मैने कहा लड्डू चाहिए।
बूंदी के लिए एक दबाए
मगज के लिए दो दबाए
सोंठ के लिए तीन।
मैने एक दबाया..बूंदी चाहिए।

एक पाव के लिए एक दबाए
एक किलो के लिए दो दबाए
एक क्विंटल के लिए तीन।

गलती से तीसरा बटन दब गया। डर के मारे फोन काट दिया पर अगले ही पल मिनट फ़ोन आया -

 आपसे एक क्विंटल लड्डू का आर्डर मिला है पता बताए।

मैं बोला - मैं तोफोन ही नहीँ किया हूँ।

आपके भाई ने किया होगा इसी नंबर से था..अपने भाई को फ़ोन दीजिए।

मैं बोला -हम लोग छः भाई है
बड़े से बात के लिए एक दबाए
उससे छोटे के लिए दो दबाए।
उससे छोटे के लिए तीन
उससे छोटे के लिए चार

उसने फ़ोन काट दिया।😁

😜😜

Sunday, September 18, 2016

Some Humour A Day Keeps the Boredom Away:

I asked my new girlfriend what sort of books she's interested in.

She said - Cheque books.😄😅

*****
The easiest way to make your old car run better, is to check the prices of new car.😁😄

*****

Q: What's the difference between a good lawyer and a great lawyer?

A: A good lawyer knows the law. A great lawyer knows the judge.😅😁

*****
Definition of Nurse : A beautiful woman who holds your hand for one full minute and then expects your pulse to be normal.😧😁

*****
Boss:- We are very keen on cleanliness. Did you wipe your feet on the mat as you came in?

New employee: Yes, sir.

Boss: We are also keen on truthfulness. There is no mat.😧😄

*****

Q: Why dogs don't marry?

A: Because they are already leading a dog's life!😛😄

*****

Q: What's the similarity between mother & wife?

A: One woman brings you into the world crying & the other ensures you continue to do so.😎😧

*****

What's the difference between a good secretary and a personal secretary?

One says "Good morning, boss".

The other says "It's morning, boss."

😃😃😃
 Keep smiling!!

एक हसरत है कि तूने मुझे चाहा होता ,  
दूसरी ये कि तेरा कुर्ब भी पाया होता .

ये जो हर रोज़ परिंदों से सुना करता हूँ
प्यार का गीत मुझे तूने सुनाया होता .

जागता ही न कभी नींद से ऐ जान-ए-वफ़ा
तू अगर ख्वाब में मेरे कभी आया होता .

मिल गया यूँ तो बड़ा नाम मुझे दुनिया में
काश खो कर इसे मैंने तुझे पाया होता .

कोई सरहद , कोई दीवार न हाइल होती
फासला हमने अगर मिल के मिटाया होता .

एक कदम मैंने बढाया था कि दो गाम है तू
एक कदम मेरी तरफ तूने बढाया होता .

मैंने जिस तरह तुझे चाहा , तुझे प्यार किया
काश तूने भी मुझे ऐसे ही चाहा होता .

*_A DINNER DATE_*

*एक ब्रिटिश नागरिक की आपबीती*

एक दिन अचानक मेरी पत्नी मुझसे बोली - "सुनो, अगर मैं तुम्हे किसी और के साथ डिनर और फ़िल्म के लिए बाहर जाने को कहूँ तो तुम क्या कहोगे"।
मैं बोला - " मैं कहूँगा कि अब तुम मुझे प्यार नहीं करती"।
उसने कहा - "मैं तुमसे प्यार करती हूँ, लेकिन मुझे पता है कि यह औरत भी आपसे बहुत प्यार करती है और आप के साथ कुछ समय बिताना उनके लिए सपने जैसा होगा"।


वह अन्य औरत कोई और नहीं मेरी माँ थी। जो मुझ से अलग अकेली रहती थी। अपनी व्यस्तता के कारण मैं उन से मिलने कभी कभी ही जा पाता था।


मैंने माँ को फ़ोन कर उन्हें अपने साथ रात के खानेे और एक फिल्म के लिए बाहर चलने के लिए कहा।


"तुम ठीक तो हो,ना। तुम दोनों के बीच कोई परेशानी तो नहीं" माँ ने पूछा


मेरी माँ थोडा शक्की मिजाज़ की औरत थी। उनके लिए मेरा इस किस्म का फ़ोन मेरी किसी परेशानी का संकेत था।
" नहीं कोई परेशानी नहीं। बस मैंने सोचा था कि आप के साथ बाहर जाना एक सुखद अहसास होगा" मैंने जवाब दिया और कहा 'बस हम दोनों ही चलेंगे"।


उन्होंने इस बारे में एक पल के लिए सोचा और फिर कहा, 'ठीक है।'


शुक्रवार की शाम को जब मैं उनके घर पर पहुंचा तो मैंने देखा है वह भी दरवाजे पर इंतजार कर रही थी। वो एक सुन्दर पोशाक पहने हुए थी और उनका चहेरा एक अलग सी ख़ुशी में चमक रहा था।

कार में माँ ने कहा " 'मैंने अपनी friends को बताया कि मैं अपने बेटे के साथ बाहर  खाना खाने के लिए जा रही हूँ। वे काफी प्रभावित थी"।


हम लोग माँ की पसंद वाले एक रेस्तरां पहुचे जो बहुत सुरुचिपूर्ण तो नहीं मगर  अच्छा और आरामदायक था। हम बैठ गए, और मैं मेनू देखने लगा। मेनू पढ़ते हुए मैंने आँख उठा कर देखा तो पाया कि वो मुझे ही देख रहीं थी और एक उदास सी मुस्कान उनके होठों पर थी।


'जब तुम छोटे थे तो ये मेनू मैं तुम्हारे लिए पढ़ती थी' उन्होंने कहा।

'माँ इस समय मैं इसे आपके लिए पढना चाहता हूँ,' मैंने जवाब दिया।


खाने के दौरान, हम में एक दुसरे के जीवन में घटी हाल की घटनाओं पर चर्चा होंने लगी। हम ने आपस में इतनी ज्यादा बात की, कि पिक्चर का समय कब निकल गया हमें पता ही नही चला।


बाद में वापस घर लौटते समय माँ ने कहा कि अगर अगली बार मैं उन्हें बिल का पेमेंट करने दूँ, तो वो मेरे साथ दोबारा डिनर के लिए आना चाहेंगी।
मैंने कहा "माँ जब आप चाहो और बिल पेमेंट कौन करता है इस से क्या फ़र्क़ पड़ता है।
माँ ने कहा कि फ़र्क़ पड़ता है और अगली बार बिल वो ही पे करेंगी।


"घर पहुँचने पर पत्नी ने पूछा" - कैसा रहा।
"बहुत बढ़िया, जैसा सोचा था उससे कही ज्यादा बढ़िया" - मैंने जवाब दिया।



इस घटना के कुछ दिनबाद, मेरी माँ का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। यह इतना अचानक हुआ कि मैं उनके लिए कुछ नहीं कर पाया ।


माँ की मौत के कुछ समय बाद, मुझे एक लिफाफा मिला जिसमे उसी रेस्तरां की एडवांस पेमेंट की रसीद के साथ माँ का एक ख़त था जिसमे माँ ने लिखा था " मेरे बेटे मुझे पता नहीं कि मैं तुम्हारे साथ दोबारा डिनर पर जा पाऊँगी या नहीं इसलिए मैंने दो लोगो के खाने के अनुमानित बिल का एडवांस पेमेंट कर दिया है। अगर मैं नहीं जा पाऊँ तो तुम अपनी पत्नी के साथ भोजन करने जरूर जाना।
उस रात तुमने कहा था ना कि क्या फ़र्क़ पड़ता है।  मुझ जैसी अकेली रहने वाली बूढी औरत को फ़र्क़ पड़ता है, तुम नहीं जानते उस रात तुम्हारे साथ बीता हर पल मेरे जीवन के सबसे बेहतरीन समय में एक था।
भगवान् तुम्हे सदा खुश रखे।
I love you".
तुम्हारी माँ


*उस पल मुझे अपनों को समय देने और उनके प्यार को महसूस करने का महत्त्व मालूम हुआ।*


*_जीवन में कुछ भी आपके अपने परिवार से भी ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है।_*

ना व्हाट्सएप

ना फेसबूक

ना मोबाइल

ना लैपटॉप

और

ना ही टीवी।


*अपने परिजनों को उनके हिस्से का समय दीजिए क्योंकि आपका साथ ही उनके जीवन में खुशियाँ का आधार है।*

*_इस मेसेज को उन सब व्यक्तियों के साथ शेयर कीजिए_*

*जिनके बूढ़े माता पिता हो*

*जिनके छोटे बच्चे हो*

और

*_जिनको प्यार करने वाला और उनका इंतज़ार कोई हो..._*

*सुबह-सुबह बारिश होने पर कौन क्या सोचता है ?*


*प्रेमी:* पक्का आज डेट और भी रोमांटिक हो जायेगी।

*बच्चा:* पक्का आज स्कूल से छुट्टी मिल जायेगी।

*पति:* पक्का आज पकोड़े और चाय हो जायेगी।

*पत्नी:* पक्का आज कामवाली बाई नहीं आयेगी..😅😂😂😂😂


*What is maturity?
1. Maturity is *when you stop trying to change others, ...instead focus on changing yourself.*
2. Maturity is when you
*accept people as they are.*
3. Maturity is when you
*understand everyone is right in their own perspective.*
4. Maturity is when you
*learn to "let go".*
5. Maturity is when you are
able to *drop "expectations" from a relationship and give for the sake of giving.*
6. Maturity is when you
*understand whatever you do, you do for your own peace.*
7. Maturity is when you
*stop proving to the world, how intelligent you are.*
8. Maturity is when you
*don't seek approval from others.*
9. Maturity is when you
*stop comparing with others.*
10. Maturity is when you
*are at peace with yourself.*
11. Maturity is when you
*are able to differentiate between "need" and "want" and are able to let go of your wants.**& last but most meaningful !*
12. You gain Maturity when you
*stop attaching "happiness" to material things !!*
_*Wishing all a happy matured life. 😊*_


*What is maturity?
1. Maturity is *when you stop trying to change others, ...instead focus on changing yourself.*
2. Maturity is when you
*accept people as they are.*
3. Maturity is when you
*understand everyone is right in their own perspective.*
4. Maturity is when you
*learn to "let go".*
5. Maturity is when you are
able to *drop "expectations" from a relationship and give for the sake of giving.*
6. Maturity is when you
*understand whatever you do, you do for your own peace.*
7. Maturity is when you
*stop proving to the world, how intelligent you are.*
8. Maturity is when you
*don't seek approval from others.*
9. Maturity is when you
*stop comparing with others.*
10. Maturity is when you
*are at peace with yourself.*
11. Maturity is when you
*are able to differentiate between "need" and "want" and are able to let go of your wants.**& last but most meaningful !*
12. You gain Maturity when you
*stop attaching "happiness" to material things !!*
_*Wishing all a happy matured life. 😊*_


☝🐝बीबी एक मधुमक्खी है 🐝
😏 हर समय डंक मारती है 😏

😍 *बाहर वाली तो तितली है* 😍
मन को रिझाती है खुश कर जाती है

😳😳 लेकिन जरा सावधान 😳😳

ये *तितली रस चूस कर* उड़ जाती है और फिर कभी हाथ नहीं आती।

और भाई लोगों फिर याद अपनी मधुमक्खी की ही आएगी ,
क्योंकि वो डंक तो मारती है,
लेकिन *घर को शहद से भी वही भरती है।*

🙏स्मरण रहे *पत्नी का कोई विकल्प नही*🙏

😝😝और हां *तितलियों से सावधान*✋😝

This is CLASSIC...

A wife was making a breakfast of fried eggs for her husband. Suddenly her
husband burst into the kitchen.
"Careful !!!! CAREFUL!
Put in some more butter! Oh my GOD! You're cooking too many at once.
TOO MANY! Turn them! TURN THEM NOW!
We need more butter.
Oh my GOD!
WHERE are we going to get MORE BUTTER? They're going to STICK!
Careful ... CAREFUL!
I said be CAREFUL!
You NEVER listen to me when you're cooking! Never!
Turn them! Hurry up!
Are you CRAZY? Have you LOST your mind? Don't forget to salt them.
You know you always forget to salt them.
Use the salt.
USE THE SALT!
THE SALT!"

The wife stared at him with anger.

"What the HELL IS WRONG with you?
You think I DON'T KNOW how to fry a couple of eggs?"

The husband calmly
replied,
"I wanted to show you what it feels like when I'm driving!"


हास्य कविता ****

😀😀😀😀😀😀😀
अक्ल बाटने लगे विधाता,
             लंबी लगी कतारें ।
सभी आदमी खड़े हुए थे,
            कहीं नहीं थी नारी ।

सभी नारियाँ कहाँ रह गई.
          था ये अचरज भारी ।
पता चला ब्यूटी पार्लर में,
          पहुँच गई थी सारी।

मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,
           एक एक पर भारी ।
बैठी थीं कुछ इंतजार में,
          कब आएगी बारी ।

उधर विधाता ने पुरूषों में,
         अक्ल बाँट दी सारी ।
ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,
        जब पहुँची सब नारी ।

बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,
        नहीं अक्ल अब बाकी ।
रोने लगी सभी महिलाएं ,
        नींद खुली ब्रह्मा की ।

पूछा कैसा शोर हो रहा है,
         ब्रह्मलोक के द्वारे ?
पता चला कि स्टॉक अक्ल का
          पुरुष ले गए सारे ।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,
          बहुत देर कर दी है ।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने,
          पुरुषों में भर दी है ।

लगी चीखने महिलाये ,
         ये कैसा न्याय तुम्हारा?
कुछ भी करो हमें तो चाहिए.
          आधा भाग हमारा ।

पुरुषो में शारीरिक बल है,
          हम ठहरी अबलाएं ।
अक्ल हमारे लिए जरुरी ,
         निज रक्षा कर पाएं ।

सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,
         तब बोले ब्रह्मा जी ।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,
         अब हो जाओ राजी ।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,
         रहे पुरुष पर भारी ।
कितना भी वह अक्लमंद हो,
         अक्ल जायेगी मारी ।

एक औरत ने तर्क दिया,
        मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये,
        जीवन भर रोती है ।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,
        रोना भी कर देगा ।
औरत का रोना भी नर की,
        अक्ल हर लेगा ।

एक अधेड़ बोली बाबा ,
       हंसना रोना नहीं आता ।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम,
       खूब झगड़ना भाता ।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली,
       यह भी बात तुम्हारी ।
झगडे के आगे भी नर की,
       अक्ल जायेगी मारी ।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,
       अंतिम वचन हमारा ।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.
       पूरा न्याय हमारा ।

इन अचूक शस्त्रों में भी,
       जो मानव नहीं फंसेगा ।निश्चित समझो,
       उसका घर नहीं बसेगा ।

कहे कवि मित्र ध्यान से,
       सुन लो बात हमारी ।
बिना अक्ल के भी होती है,
       नर पर नारी भारी।

🤔😇💃👣👓😜😃😂


★★खुदको ढूँढ़ता आदमी ★★

◆◆औसत ७० बरस की उम्र और आधा सफ़र खत्म हो गया ।

एक मासुम सा मन देखो,रिश्तों के मेले में कहीं खो गया । ◆◆

       
◆◆चहरे पर हल्की सी काली, ठीक उसके आँखों के नीचे ।

न जाने कितने जंग वो लड़ता रोज़,रख अपनी तकलीफों को पीछे । ◆◆
       
◆◆सर से बाल झड़ने लगे हैं उसके और कुछ सफ़ेद हो गए ।

ज़िंदगी की जदोजहद में,उसके खुदके सपने कहीं खो गए । ◆◆

◆◆कोई पति, कोई बेटा, कोई पापा उसे बुलाता है ।

छाह कर भी वो खुदका अस्तित्व लेकिन खोज नहीं पाता है । ◆◆

◆◆कुछ शब्द् मेरे अर्पित बस उस इंसान के लिए ।

जिसने झुल्साए अपने दिन, परिवार की अच्छी शाम के लिए ।◆◆

◆◆गिरता है रोज़,रोज़ फिर खड़ा हो जाता है ।

न जाने वो मासुम मन कब इतना बड़ा हो जाता है । ◆◆

◆◆बच्चों की फ़रमाईश,"छुट्टी यहाँ मनाना है "।

क्या खबर उनको,इसके खातिर पापा को कितने धक्के खाना है ।◆◆

◆◆घर के दरवाज़े पर पहुँचते ही, बीवी शुरू हो जाती है ।

पानी को कौन पूँछे, पहले दिन भर का किस्सा सुनाती है । ◆◆

◆◆माँ- बाप भी रहते आँखें लगाए, बेटा हमसे भी बतियायेगा ।

बस वही एक ही बात फिर से," बेटा तू कब हमें तिर्थ ले जायेगा ।◆◆

◆◆बेटा भी हल्की सी मुस्कान लेकर कहता,"ले जाऊँगा अम्मा बाबा ।

"कुछ वक़्त की मोह्लत दे दो,ख़त्म करु रोज़ का पहले शोर शराबा "। ◆◆

◆◆बिस्तर पर पड़ते ही,सो जाता है कुछ सवालों को कल पर टालकर ।

शरीर को रख सिर्फ जिंदा,खुदको कहीं हर रोज़ मारकर ।◆◆

◆◆कल सुबह आखिर उसे फिर एक नई जंग जो लड़ना है ।

अम्मा,बाबा,बीवी,बच्चे, इनके सपने उसे जो पुरे करना है । ◆◆

...सपने उसे जो पुरे करना है ।

कुछ बेहतरीन शब्द पढे़.
• 👉बहुत गहराई है इनमें..
        ==============
            👌👌👌👌

🚥 बिना लिबास आए थे इस
       जहां में,
👉 बस एक कफ़न की खातिर,
      इतना सफर करना पड़ा
      ===============

🚥 समय के एक तमाचे की देर
       है प्यारे,
👉 मेरी फकीरी भी क्या,
      तेरी बादशाही भी क्या..
      ==============

🚥 जैसा भी हूं अच्छा या बुरा
      अपने लिये हूं,
👉 मै खुद को नही देखता औरो
      की नजर से..
     =================

🚥 मुलाकात जरुरी हैं,
   अगर रिश्ते निभाने हो,
👉 वरना लगा कर भूल जाने से
       पौधे भी सूख जाते हैं..
      ================

🚥 नींद आए या ना आए,
      चिराग बुझा दिया करो,
👉 यूँ रात भर किसी का
     जलना, हमसे देखा नहीं
      जाता..
     ===============

🚥 मोबाइल चलाना अब जिसे
      सिखा रहा हूँ मैं,
👉 पहला शब्द लिखना उसने
     मुझे सिखाया था..
      ==============

🚥 यहाँ हर किसी को,
    दरारों में झांकने की आदत है,
👉 दरवाजे खोल दो तो कोई
       पूछने भी नहीं आएगा..
    =================

🚥 तू अचानक मिल गई तो
      कैसे पहचानुंगा मैं,
👉ऐ खुशी....तू अपनी एक
      तस्वीर भेज दे..
   =================

🚥 इसी लिए तो बच्चों पे नूर
     सा बरसता है,
👉 शरारतें करते हैं, साजिशें तो
     नहीं करते..
     =================

🚥 महँगी से महँगी घड़ी पहन
     कर देख ली,
👉 वक़्त फिर भी मेरे हिसाब से
     कभी ना चला..
 ===================

🚥यूं ही हम दिल को साफ रखा
      करते थे ..
👉 पता नही था की, ‘कीमत
      चेहरों की होती है..
   ==================

🚥दो बातें इंसान को अपनों से
     दूर कर देती हैं,
👉एक उसका ‘अहम’ और
     दूसरा उसका ‘वहम’..
  ==================

🚥पैसे से सुख कभी खरीदा
     नहीं जाता,
👉 और दुःख का कोई खरीदार
     नहीं होता.
    =================

🚥 मुझे जिंदगी का इतना
      तजुर्बा तो नहीं,
👉 पर सुना है सादगी में लोग
       जीने नहीं देते.


यह कहानी आपका नज़रिया बदल सकती है...
👉ध्यान से पढ़ें और आगे शेयर करें :-

एक बार की बात है
किसी राज्य में एक राजा था

 जिसका केवल एकटाँग?
एक पैर और एक आँख थी।

उस राज्य में सभी लोग खुशहाल थे
क्यूंकि राजा बहुत बुद्धिमान
और प्रतापी था।

एक बार राजा के विचार आया
कि क्यों ना खुद की एक तस्वीर बनवायी जाये।

फिर क्या था, देश विदेशों से
चित्रकारों को बुलवाया गया
और एक से एक बड़े चित्रकार
राजा के दरबार में आये।

राजा ने उन सभी से
हाथ जोड़ कर आग्रह किया

कि वो उसकी एक बहुत सुन्दर
तस्वीर बनायें जो
राजमहल में लगायी जाएगी।

सारे चित्रकार सोचने लगे कि
राजा तो पहले से ही विकलांग है
 फिर उसकी तस्वीर को बहुत
 सुन्दर कैसे बनाया जा सकता है,

ये तो संभव ही नहीं है
 और अगर तस्वीर सुन्दर नहीं बनी
 तो राजा गुस्सा होकर दंड देगा।

यही सोचकर सारे चित्रकारों ने
 राजा की तस्वीर बनाने से
मना कर दिया।

तभी पीछे से एक चित्रकार ने
 अपना हाथ खड़ा किया और
 बोला कि मैं आपकी बहुत
 सुन्दर तस्वीर बनाऊँगा जो
 आपको ज़रूर पसंद आएगी।

फिर चित्रकार जल्दी से
राजा की आज्ञा लेकर
 तस्वीर बनाने में जुट गया।

काफी देर बाद उसने एक तस्वीर
 तैयार की जिसे देखकर राजा
 बहुत प्रसन्न हुआ और सारे
 चित्रकारों ने अपने दातों तले
 उंगली दबा ली।

उस चित्रकार ने एक ऐसी तस्वीर

 बनायीं जिसमें राजा एक टाँग
 को मोड़कर ज़मीन पे बैठा है

और

एक आँख बंद करके अपने
शिकार पे निशाना लगा रहा है।

राजा ये देखकर बहुत प्रसन्न हुआ
कि उस चित्रकार ने राजा की
 कमज़ोरियों को छिपा कर
 कितनी चतुराई से
एक सुन्दर तस्वीर बनाई है।

राजा ने उसे खूब इनाम दिया।

तो , क्यों ना हम भी;
दूसरों की कमियों को छुपाएँ,
उन्हें नजरअंदाज़ करें और
अच्छाइयों पर ध्यान दें।

आजकल देखा जाता है

कि लोग एक दूसरे की कमियाँ
बहुत जल्दी ढूंढ लेते हैं
चाहें हममें खुद में
कितनी भी बुराइयाँ हों

लेकिन हम हमेशा दूसरों की
बुराइयों पर ही ध्यान देते हैं
कि अमुक आदमी ऐसा है,
वो वैसा है।

इस कहानी से

ये भी शिक्षा मिलती है कि
कैसे हमें नकारात्मक परिस्थितियों में भी सकारात्मक सोचना चाहिए

और

किस तरह हमारी सकारात्मक सोच हमारी समस्याओं को
हल करती है।

( सब खुश रहें ) सब का भला हो।
=====================इससे देश ,राज्य और समाज आगे बढे ग। मनमुटाव कम होंगे इनकी प्रगति होगी

एक बहुत बड़े दानवीर हुए रहीम ।🌹🙏
उनकी ये एक खास बात थी के जब वो दान देने के लिए हाथ आगे बढ़ाते तो अपनी नज़रें नीचे झुका लेते थे ।🌹🙏
ये बात सभी को अजीब लगती थी..के ये रहीम कैसे दानवीर है ये दान भी देते है और इन्हें शर्म भी आती है ।🌹🙏

ये बात जब कबीर जी तक जब पहुंची तो उनोहने रहीम को चार पंक्तिया लिख कर भेजी जिसमे लिखा था🌹🙏

ऐसी देनी देन जु
कित सीखे हो सेन
ज्यों ज्यों कर ऊंचो करें
त्यों त्यों नीचे नैन ।🙏🌹

इसका मतलब था के रहीम तुम ऐसा दान देना कहाँ से सीखे हो । जैसे जैसे तुम्हारे हाथ ऊपर उठते है वैसे वैसे तुम्हारी नज़रें तुम्हारे नैन नीचे क्यू झुक जाते है ।

रहीम ने इसके बदले में जो जवाब दिया वो जवाब इतना गजब का था के जिसने भी सुना वो रहीम का भक्त हो गया इतना प्यारा जवाब आज तक किसी ने किसी को नही दिया । रहीम ने जवाब में लिखा

🌹🙏के देंन हार कोई और है
भेजत जो दिन रैन
लोग भरम हम पर करें
तासो नीचे नैन ।।🌹🙏

मतलब देने वाला तो कोई और है वो मालिक है वो परमात्मा है वो दिन रात भेज रहा है । परन्तु लोग ये समझते है के मै दे रहा हु रहीम दे रहा है ये विचार कर मुझे शर्म आ जाती है और मेरी आँखे नीचे झुक जाती है ।🌹🙏

सच में यदि ये ना समझी ये मेरे पन का भाव इंसान के अंदर से मिट जाये तो वो जीवन को और बेहतर जी सकता है ।
🌹 🙏सुमंगल सुप्रभात।
आपका दिन सुखमय व मंगलमय हो।🙏 🌹🙏🌹🙏🌹🙏

एक बहुत बड़े दानवीर हुए रहीम ।🌹🙏
उनकी ये एक खास बात थी के जब वो दान देने के लिए हाथ आगे बढ़ाते तो अपनी नज़रें नीचे झुका लेते थे ।🌹🙏
ये बात सभी को अजीब लगती थी..के ये रहीम कैसे दानवीर है ये दान भी देते है और इन्हें शर्म भी आती है ।🌹🙏

ये बात जब कबीर जी तक जब पहुंची तो उनोहने रहीम को चार पंक्तिया लिख कर भेजी जिसमे लिखा था🌹🙏

ऐसी देनी देन जु
कित सीखे हो सेन
ज्यों ज्यों कर ऊंचो करें
त्यों त्यों नीचे नैन ।🙏🌹

इसका मतलब था के रहीम तुम ऐसा दान देना कहाँ से सीखे हो । जैसे जैसे तुम्हारे हाथ ऊपर उठते है वैसे वैसे तुम्हारी नज़रें तुम्हारे नैन नीचे क्यू झुक जाते है ।

रहीम ने इसके बदले में जो जवाब दिया वो जवाब इतना गजब का था के जिसने भी सुना वो रहीम का भक्त हो गया इतना प्यारा जवाब आज तक किसी ने किसी को नही दिया । रहीम ने जवाब में लिखा

🌹🙏के देंन हार कोई और है
भेजत जो दिन रैन
लोग भरम हम पर करें
तासो नीचे नैन ।।🌹🙏

मतलब देने वाला तो कोई और है वो मालिक है वो परमात्मा है वो दिन रात भेज रहा है । परन्तु लोग ये समझते है के मै दे रहा हु रहीम दे रहा है ये विचार कर मुझे शर्म आ जाती है और मेरी आँखे नीचे झुक जाती है ।🌹🙏

सच में यदि ये ना समझी ये मेरे पन का भाव इंसान के अंदर से मिट जाये तो वो जीवन को और बेहतर जी सकता है ।
🌹 🙏सुमंगल सुप्रभात।
आपका दिन सुखमय व मंगलमय हो।🙏 🌹🙏🌹🙏🌹🙏

दो बुज़ुर्ग अदालत में तलाक के लिए गए।
,
जज ने पूछा, "इस उम्र में तलाक क्यों लेना
चाहती हैं आप ?"
,
महिला बोली, "जज साहब!
मेरे पति मुझ पर मानसिक अत्याचार
कर रहे हैं।"
,
जज ने पूछा, "वो कैसे?"
,
महिला ने कहा, "इनकी जब मर्ज़ी होती है,
मुझे खरी-खोटी सुना देते हैं...
और जब मैं बोलना शुरू करती हूँ,
अपने कान की मशीन निकाल देते हैं।"😜
😀😀😀😀😀😀😃


👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मुझे आप मरने के बाद ऊपर नहीं ले जा सकते; मगर जीते जी मैं आपको बहुत ऊपर ले जा सकता हूँ।
👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मुझे पसंद करो सिर्फ इस हद तक कि लोग आपको नापसन्द न करने लगें।
👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं भगवान् नहीं मगर लोग मुझे भगवान् से कम नहीं मानते।
👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈
मैं नमक की तरह हूँ; जो जरुरी तो है मगर जरुरतसे ज्यादा हो तो जिंदगी का स्वाद बिगाड़ देता है।
👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
इतिहास में कई ऐसे उदाहरण मिल जाएंगे जिनके पास मैं बेशुमार था; मगर फिरभी वो मरे और उनके लिए रोने वाला कोई नहीं था।
👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं कुछ भी नहीं हूँ; मगर मैं निर्धारित करता हूँ; कि लोग आपको कितनी इज्जत देते है।
👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं आपके पास हूँ तो आपका हूँ:! आपके पास नहीं हूँ तो; आपका नहीं हूँ:! मगर मैं आपके पास हूँ तो सब आपके हैं।
👉 *मैं पैसा हूँ:!* 👈
मैं नई नई रिश्तेदारियाँ बनाता हूँ; मगर असली औऱ पुरानी बिगाड़ देता हूँ।
👉 *मैं पैसा हूँ:!*👈
मैं सारे फसाद की जड़ हूँ; मगर फिर भी न जाने क्यों सब मेरे पीछे इतना पागल हैं:?।
🙏👏 *विचार करीये:*

Saturday, September 17, 2016

समय की .. इस अनवरत बहती धारा में ..
अपने चंद सालों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

जिंदगी ने .. दिया है जब इतना .. बेशुमार यहाँ ..
तो फिर .. जो नहीं मिला उसका हिसाब क्या रखें .. !!

दोस्तों ने .. दिया है .. इतना प्यार यहाँ ..
तो दुश्मनी .. की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

दिन हैं .. उजालों से .. इतने भरपूर यहाँ ..
तो रात के अँधेरों का .. हिसाब क्या रखे .. !!

खुशी के दो पल .. काफी हैं .. खिलने के लिये ..
तो फिर .. उदासियों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

हसीन यादों के मंजर .. इतने हैं जिंदगानी में ..
तो चंद दुख की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

मिले हैं फूल यहाँ .. इतने किन्हीं अपनों से ..
फिर काँटों की .. चुभन का हिसाब क्या रखें .. !!

चाँद की चाँदनी .. जब इतनी दिलकश है ..
तो उसमें भी दाग है .. ये हिसाब क्या रखें .. !!

जब खयालों से .. ही पुलक .. भर जाती हो दिल में ..
तो फिर मिलने .. ना मिलने का .. हिसाब क्या रखें .. !!

कुछ तो जरूर .. बहुत अच्छा है .. सभी में यारों ..
फिर जरा सी .. बुराइयों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

समय की .. इस अनवरत बहती धारा में ..
अपने चंद सालों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

जिंदगी ने .. दिया है जब इतना .. बेशुमार यहाँ ..
तो फिर .. जो नहीं मिला उसका हिसाब क्या रखें .. !!

दोस्तों ने .. दिया है .. इतना प्यार यहाँ ..
तो दुश्मनी .. की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

दिन हैं .. उजालों से .. इतने भरपूर यहाँ ..
तो रात के अँधेरों का .. हिसाब क्या रखे .. !!

खुशी के दो पल .. काफी हैं .. खिलने के लिये ..
तो फिर .. उदासियों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

हसीन यादों के मंजर .. इतने हैं जिंदगानी में ..
तो चंद दुख की बातों का .. हिसाब क्या रखें .. !!

मिले हैं फूल यहाँ .. इतने किन्हीं अपनों से ..
फिर काँटों की .. चुभन का हिसाब क्या रखें .. !!

चाँद की चाँदनी .. जब इतनी दिलकश है ..
तो उसमें भी दाग है .. ये हिसाब क्या रखें .. !!

जब खयालों से .. ही पुलक .. भर जाती हो दिल में ..
तो फिर मिलने .. ना मिलने का .. हिसाब क्या रखें .. !!

कुछ तो जरूर .. बहुत अच्छा है .. सभी में यारों ..
फिर जरा सी .. बुराइयों का .. हिसाब क्या रखें .. !!


इन दसों सूत्रों को पढ़ने के बाद पता चला कि सचमुच खुशहाल ज़िंदगी और शानदार मौत के लिए ये सूत्र बहुत ज़रूरी हैं।

1. *अच्छा स्वास्थ्य* - अगर आप पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं, तो आप कभी खुश नहीं रह सकते। बीमारी छोटी हो या बड़ी, ये आपकी खुशियां छीन लेती हैं।

2. *ठीक ठाक बैंक बैलेंस* - अच्छी ज़िंदगी जीने के लिए बहुत अमीर होना ज़रूरी नहीं। पर इतना पैसा बैंक में हो कि आप आप जब चाहे बाहर खाना खा पाएं, सिनेमा देख पाएं, समंदर और पहाड़ घूमने जा पाएं, तो आप खुश रह सकते हैं। उधारी में जीना आदमी को खुद की निगाहों में गिरा देता है।

3. *अपना मकान* - मकान चाहे छोटा हो या बड़ा, वो आपका अपना होना चाहिए। अगर उसमें छोटा सा बगीचा हो तो आपकी ज़िंदगी बेहद खुशहाल हो सकती है।

4. *समझदार जीवन साथी* - जिनकी ज़िंदगी में समझदार जीवन साथी होते हैं, जो एक-दूसरे को ठीक से समझते हैं, उनकी ज़िंदगी बेहद खुशहाल होती है, वर्ना ज़िंदगी में सबकुछ धरा का धरा रह जाता है, सारी खुशियां काफूर हो जाती हैं। हर वक्त कुढ़ते रहने से बेहतर है अपना अलग रास्ता चुन लेना।

5. *दूसरों की उपलब्धियों से न जलना* - कोई आपसे आगे निकल जाए, किसी के पास आपसे ज़्यादा पैसा हो जाए, तो उससे जले नहीं। दूसरों से खुद की तुलना करने से आपकी खुशियां खत्म होने लगती हैं।

6. *गप से बचना* - लोगों को गपशप के ज़रिए अपने पर हावी मत होने दीजिए। जब तक आप उनसे छुटकारा पाएंगे, आप बहुत थक चुके होंगे और दूसरों की चुगली-निंदा से आपके दिमाग में कहीं न कहीं ज़हर भर चुका होगा।

7. *अच्छी आदत* - कोई न कोई ऐसी हॉबी विकसित करें, जिसे करने में आपको मज़ा आता हो, मसलन गार्डेनिंग, पढ़ना, लिखना। फालतू बातों में समय बर्बाद करना ज़िंदगी के साथ किया जाने वाला सबसे बड़ा अपराध है। कुछ न कुछ ऐसा करना चाहिए, जिससे आपको खुशी मिले और उसे आप अपनी आदत में शुमार करके नियमित रूप से करें।

8. *ध्यान* - रोज सुबह कम से कम दस मिनट ध्यान करना चाहिए। ये दस मिनट आपको अपने ऊपर खर्च करने चाहिए। इसी तरह शाम को भी कुछ वक्त अपने साथ गुजारें। इस तरह आप खुद को जान पाएंगे।

9. *क्रोध से बचना* - कभी अपना गुस्सा ज़ाहिर न करें। जब कभी आपको लगे कि आपका दोस्त आपके साथ तल्ख हो रहा है, तो आप उस वक्त उससे दूर हो जाएं, बजाय इसके कि वहीं उसका हिसाब-किताब करने पर आमदा हो जाएं।

10. *अंतिम समय* - जब यमराज दस्तक दें, तो बिना किसी दुख, शोक या अफसोस के साथ उनके साथ निकल पड़ना चाहिए अंतिम यात्रा पर, खुशी-खुशी। शोक, मोह के बंधन से मुक्त हो कर जो यहां से निकलता है, उसी का जीवन सफल होता है।
*मनुष्य को पांच ऋण चुकाने होते हैं:-*
_👉1. माता का ऋण_
_👉2. पिता का ऋण_
_👉3. गुरु का ऋण_
_👉4. घरती का ऋण_
_👉5. धर्म का ऋण_
*इन ऋणो को चुकाने के निम्न उपाय कहे गए हैं 👇*
_👉1. माता का ऋण चुकाने के लिये कन्या दान करना चाहिए।_
_👉2. पिता का ऋण चुकाने के लिए संतान उत्पति करनी चाहिए।_
_👉3. गुरु ऋण चुकाने के लिए लोगों को शिक्षित करना चाहिए।_
_👉4. घरती का ऋण चुकाने के लिए कृषि करें या पेड लगाएं।_
_👉5. धर्म का ऋण चुकाने के लिये धर्म का प्रचार करें।


                "मन" का झुकना बहुत ज़रूरी है...
                 . 🚩👏

एक गुंडा शेविंग और
हेयर कटिंग कराने के लिये
सैलून में गया.

नाई से बोला -”अगर मेरी
शेविंग ठीक से से बिना कटे
छंटे की तो मुहमाँगा दाम



 दूँगा !
अगर कहीं भी कट गया तो
गर्दन उड़ा दूंगा !”
नाई ने डर के मारे मना कर दिया.

गुंडा शहर के दूसरे नाइयों के पास गया और वही बात कही.
लेकिन सभी नाईयो ने डर के
मारे मना कर दिया.

अंत में वो गुंडा एक गाँव के
नाई के पास पहुँचा.
वह काफी कम उम्र का लड़का था.
उसने कहा – “ठीक है,
बैठो मैं बनाता हूँ”.

उस लड़के ने काफी बढ़िया
तरीके से गुंडे की शेविंग
और हेयर कटिंग कर दी.
गुंडे ने खुश होकर लड़के
को दस हजार रूपये दिए.
और पूछा – “तुझे अपनी
जान जाने का डर नहीं था क्या ?”

लड़के ने कहा – “डर ? डर
कैसा...?
पहल तो मेरे हाथ में थी…”.

गुंडे ने कहा – “‘पहल तुम्हारे
हाथ में थी’ .. मैं मतलब नहीँ
समझा ?”

लड़के ने हँसते हुये कहा –:
“भाईसाहब,
उस्तरा तो मेरे
हाथ में था…
अगर आपको खरोंच भी
लगती तो आपकी गर्दन
तुरंत काट देता !!!”

बेचारा गुंडा ! यह जवाब
सुनकर पसीने से लथपथ हो
गया।

Moral : जिन्दगी के हर मोड
पर खतरो से खेलना पडता है
नही खेलोगे तो कुछ नही कर
पाओगे
यानि
डर के आगे ही जीत है...
बेच सको तो बेच के दीखाओ
अपने अहंकार (Ego) को
OLX पर.,

एक रुपीया भी नहीं मीलेगा !!

तभी पता चलेगा की
क्या फालतु चीज पकड रखी थी अब तक...!
😊.. ..😊


 Beautiful Message !

💬 Stay Away From Anger... It Hurts ....Only You !

💬 If You Are Right Then There is No Need to Get Angry ...

💬 And If You Are Wrong Then You Don't Have Any Right to Get Angry.

💬 Patience With Family is Love .....

💬 Patience With Others is Respect.

💬 Patience With Self is Confidence And Patience With GOD is Faith.

💬 Never Think Hard About The PAST , It Brings Tears...

💬 Don't Think More About The FUTURE , It Brings Fear...

💬 Live This Moment With A Smile , It Brings Cheer.

💬 Every Test in Our Life Makes Us Bitter Or Better .....

💬 Every Problem Comes To Make Us Or Break Us !

💬 The Choice is Ours Whether We Become Victims Or Victorious.

💬 Beautiful Things Are Not Always Good But Good Things Are Always Beautiful ......

💬 Do You Know Why God Created Gaps between Fingers ? So That Someone , Who is Special To You , Comes And Fills Those Gaps , By Holding Your Hand Forever.

💬 " Happiness " Keeps You .... Sweet But Being Sweet Brings Happiness.

Do Share It , With All The Good People In Your Life.

😊


*तुलसी कौन थी?*


तुलसी एक लड़की थी जिसका नाम
वृंदा था राक्षस कुल में उसका जन्म हुआ था बचपन से ही भगवान विष्णु
जी की भक्त थी.बड़े ही प्रेम से भगवान की सेवा,पूजा किया करती थी.जब वह बड़ी हुई तो उनका विवाह राक्षसकुल में दानव राज जलंधर से हो गया। जलंधर समुद्र से उत्पन्न हुआ
था.
वृंदा बड़ी ही पतिव्रता स्त्री थी सदा अपने पति की सेवा किया करती थी.
एक बार देवताओ और दानवों में युद्ध हुआ जब जलंधर युद्ध पर जाने लगे तो वृंदा ने कहा -
स्वामी आप युद्ध पर जा रहे है आप
जब तक युद्ध में रहेगे में पूजा में बैठकर आपकी जीत के लिये
अनुष्ठान करुगी,और जब तक आप
वापस नहीं आ जाते में अपना संकल्प
नही छोडूगी। जलंधर तो युद्ध में चले गये,और वृंदा व्रत का संकल्प लेकर
पूजा में बैठ गयी,उनके व्रत के प्रभाव
से देवता भी जलंधर को ना जीत सके सारे देवता जब हारने लगे तो भगवान विष्णु जी के पास गये।

सबने भगवान से प्रार्थना की तो भगवान कहने लगे कि – वृंदा मेरी परम भक्त है में उसके साथ छल नहीं कर सकता ।
फिर देवता बोले - भगवान दूसरा कोई उपाय भी तो नहीं है अब आप
ही हमारी मदद कर सकते है।

भगवान ने जलंधर का ही रूप रखा और वृंदा के महल में पँहुच गये जैसे
ही वृंदा ने अपने पति को देखा, वे तुरंत पूजा मे से उठ गई और उनके चरणों को छू लिए,जैसे ही उनका संकल्प टूटा,युद्ध में देवताओ ने जलंधर को मार दिया और उसका सिर काटकर अलग कर दिया,उनका सिर वृंदा के महल में गिरा जब वृंदा ने
देखा कि मेरे पति का सिर तो कटा पडा है तो फिर ये जो मेरे सामने खड़े है ये कौन है?

उन्होंने पूँछा - आप कौन हो जिसका स्पर्श मैने किया, तब भगवान अपने रूप में आ गये पर वे कुछ ना बोल सके,वृंदा सारी बात समझ गई, उन्होंने भगवान को श्राप दे दिया आप पत्थर के हो जाओ,भगवान तुंरत पत्थर के हो गये।

सभी देवता हाहाकार करने लगे
लक्ष्मी जी रोने लगे और
प्रार्थना करने लगे यब वृंदा जी ने भगवान को वापस वैसा ही कर दिया और अपने पति का सिर लेकर वे
सती हो गयी।

उनकी राख से एक पौधा निकला तब
भगवान विष्णु जी ने कहा –आज से
इनका नाम तुलसी है,और मेरा एक रूप इस पत्थर के रूप में रहेगा जिसे शालिग्राम के नाम से तुलसी जी के साथ ही पूजा जायेगा और में
बिना तुलसी जी के भोग
स्वीकार नहीं करुगा। तब से
तुलसी जी कि पूजा सभी करने
लगे। और तुलसी जी का विवाह
शालिग्राम जी के साथ कार्तिक मास में
किया जाता है.देव-उठावनी एकादशी के दिन इसे तुलसी विवाह के रूप में
मनाया जाता है !

🙏🙏इस कथा को कम से कम दो लोगों को अवश्य सुनाए
धीरे धीरे पढना
खूब पसंद आएगा ...

👌मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं

👌मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..
धीरे धीरे पढना
खूब पसंद आएगा ...

👌मशवरा तो खूब देते हो
"खुश रहा करो" कभी कभी वजह भी दे दिया करो...

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं....

👌गठरी बाँध बैठा है अनाड़ी
साथ जो ले जाना था वो कमाया ही नहीं

👌मैं उस किस्मत का सबसे पसंदीदा खिलौना हूँ, वो रोज़ जोड़ती है मुझे फिर से तोड़ने के लिए....

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..

👌बचपन भी कमाल का था
खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी...

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है की,माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....

👌जिन्दगी तेरी भी, अजब परिभाषा है..सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है...

👌ज़िंदगी भी विडियो गेम सी हो गयी है एक लैवल क्रॉस करो तो अगला लैवल और मुश्किल आ जाता हैं.....

👌इतनी चाहत तो लाखो
रु पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है ..
पत्नी मायके जाती है और मज़े लेने के लिये पति को मैसेज भेजती है:

"मेरी मोहब्ब्त को अपने दिल में ढूंढ लेना;
और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूँथ लेना!

मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीं;
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं!

मुझसे रूठ जाने का बहाना अच्छा है;
थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है!

मिलकर फिर खुशियों को बाँटना है;
टमाटर जरा बारीक़ ही काटना है!

लोग हमारी मोहब्ब्त से जल न जाएं;
चावल टाइम पे देख लेना कहीं गल न जाएं!

कैसी लगी हमारी ग़जल बता देना;
नमक कम लगे तो और मिला लेना!

     😜😜😜😜😜😜
         पति का सुपर रिप्लाई:

तुम्हारी यही अदा तो दिल को भा गईं..
तुम्हारे जाते ही, पड़ोसन खाना पकाने आ गई .. 😜😜😷😷😆😆😋i


क्या आप जानते हैं?*
🅱➕ 💐 ॐ
👉 खड़े खड़े पानी पीने वाले का घुटना दुनिया का कोई डॉक्टर ठीक नहीँ कर सकता।
🅱 ➕ 💐 ॐ
👉* तेज पंखे के नीचे या A. C. में सोने से मोटापा बढ़ता है।
🅱 ➕ 💐 ॐ
👉* 70% दर्द में एक ग्लास गर्म पानी किसी भी पेन किलर से भी तेज काम करता है।
🅱 ➕ 💐 ॐ
👉* कुकर में दाल गलती है, पकती नहीँ। इसीलिए गैस और एसिडिटी करती है।
🅱 ➕ 💐 ॐ
👉* अल्युमिनम के बर्तनों के प्रयोग से अंग्रेजों नें देशभक्त भारतीय क़ैदियों को रोगी बनाया था।
🅱 ➕ 💐 ॐ
👉* शर्बत और नारियल पानी सुबह ग्यारह के पहले अमृत है।
🅱 ➕ 💐 ॐ
👉* लकवा होते ही मरीज के नाक में देशी गाय का घी डालने से लकवा पन्द्रह मिनट मेँ ठीक हो जाता है।
🅱➕ 💐 ॐ
👉* देशी गाय के शरीर पर हाथ फेरने से 10 दिन में ब्लड प्रेसर नॉर्मल हो जाता है।
🅱➕ 💐 ॐ
अच्छी बातें , अच्छे लोगों, अपने मित्र , रिश्तेदार और अवश्य शेयर करे.
🙏🅱 ➕ 💐 ॐ

एक दिन ख़ुदा ने मुझसे कहा :
" मत कर इन्तज़ार इस जन्म में उसका, मिलना मुश्किल है "

मैंने भी कह दिया:
"लेने दे मज़ा इन्तज़ार का , अगले जन्म में तो मुमकिन है"

फिर ख़ुदा ने कहा :
"मत कर इतना प्यार , बहुत पछतायेगा"

मुस्कुरा ☺ के मैंने कहा :
"देखते हैं तू कितना मुझे और तड़पायेगा"

फिर ख़ुदा ने मुझसे कहा :
" भूल जा उसे , चल तुझे जन्नत की अपसरा से मिलाता हूँ "

मैंने कहा :
"आ नीचे , देख मेरे प्यार का मुस्कुराता चेहरा ,
तुझे जन्नत की अपसरा भुलाता हूँ "

ग़ुस्से में ख़ुदा ने कहा :
" मत भूल अपनी औक़ात, तू तो एक इन्सान है "

हंस कर मैंने कहा :
"तो मिला दे मुझे मेरे प्यार से और साबित कर दे की तू ही भगवान है "

फिर ख़ुदा ने मेरी उससे शादी ही करवा दी.........

सारा भूत उतर गया, सारी शायरी ही भुला दी।
😜😜😂😂



*30 प्रेरणादायिक सुविचार जो जिंदगी बदल देंगे *

*Quote 1 .* जब लोग आपको *Copy* करने लगें तो समझ लेना जिंदगी में *Success* हो रहे हों.

*Quoted 2 .* कमाओ…कमाते रहो और तब तक कमाओ, जब तक महंगी चीज सस्ती न लगने लगे.

*Quote 3 .* जिस व्यक्ति का लालच खत्म, उसकी तरक्की भी खत्म.

*Quote 4 .* यदि *“Plan A”* काम नही कर रहा, तो कोई बात नही *25* और *Letters* बचे हैं उन पर *Try* करों.

*Quote 5 .* जिस व्यक्ति ने कभी गलती नहीं कि उसने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की.

*Quote 6 .* भीड़ हौंसला तो देती हैं लेकिन पहचान छिन लेती हैं.

*Quote 7 .* अगर किसी चीज़ को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती हैं.

*Quote 8 .* कोई भी महान व्यक्ति अवसरों की कमी के बारे में शिकायत नहीं करता.

*Quote 9 .* महानता कभी ना गिरने में नहीं है, बल्कि हर बार गिरकर उठ जाने में है.

*Quote 10 .* जिस चीज में आपका *Interest* हैं उसे करने का कोई टाईम फिक्स नही होता. चाहे रात के *1* ही क्यों न बजे हो.

*Quote 11 .* अगर आप चाहते हैं कि, कोई चीज अच्छे से हो तो उसे खुद कीजिये.

*Quote 12 .* सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते.

*Quote 13 .* जीतने वाले अलग चीजें नहीं करते, वो चीजों को अलग तरह से करते हैं.

*Quote 14 .* जितना कठिन संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी.

*Quote 15 .* यदि लोग आपके लक्ष्य पर *हंस* नहीं रहे हैं तो समझो *आपका लक्ष्य बहुत छोटा हैं.*

*Quote 16 .* विफलता के बारे में चिंता मत करो, आपको बस एक बार ही सही होना हैं.

*Quote 17 .* सबकुछ कुछ नहीं से शुरू हुआ था.

*Quote 18 .* हुनर तो सब में होता हैं फर्क बस इतना होता हैं किसी का *छिप* जाता हैं तो किसी का *छप* जाता हैं.

*Quote 19 .* दूसरों को सुनाने के लिऐ अपनी आवाज ऊँची मत करिऐ, बल्कि अपना व्यक्तित्व इतना ऊँचा बनाऐं कि आपको सुनने की लोग मिन्नत करें.

*Quote 20 .* अच्छे काम करते रहिये चाहे लोग तारीफ करें या न करें आधी से ज्यादा दुनिया सोती रहती है ‘सूरज’ फिर भी उगता हैं.

*Quote 21 .* पहचान से मिला काम थोडे बहुत समय के लिए रहता हैं लेकिन काम से मिली पहचान उम्रभर रहती हैं.

*Quote 22 .* जिंदगी अगर अपने हिसाब से जीनी हैं तो कभी किसी के *फैन* मत बनो.

*Quote 23 .* जब गलती अपनी हो तो हमसे बडा कोई वकील नही जब गलती दूसरो की हो तो हमसे बडा कोई जज नही.

*Quote 24 .* आपका खुश रहना ही आपका बुरा चाहने वालो के लिए सबसे बडी सजा हैं.

*Quote 25 .* कोशिश करना न छोड़े, गुच्छे की आखिरी चाबी भी ताला खोल सकती हैं.

*Quote 26 .* इंतजार करना बंद करो, क्योकिं सही समय कभी नही आता.

*Quote 27 .* जिस दिन आपके *Sign #Autograph* में बदल जाएंगे, उस दिन आप *बड़े आदमी बन जाओगें.*

*Quote 28 .* काम इतनी शांति से करो कि सफलता शोर मचा दे.

*Quote 29 .* तब तक पैसे कमाओ जब तक तुम्हारा बैंक बैलेंस तुम्हारे फोन नंबर की तरह न दिखने लगें.

*Quote 30 .* *अगर एक हारा हुआ इंसान हारने के बाद भी मुस्करा दे तो जीतने वाला भी जीत की खुशी खो देता हैं. ये हैं मुस्कान की ताकत.*
 👍👍


Best Slogans.....

1. Sign on a railway station at Patna :
*Aana free, jaana free, pakde gaye to khaana free*

2. Sign on a famous beauty parlor in Mumbai :
*Don't whistle at the girl going out from here. She may be your grandmother*

3. Sign on a bulletin board :
*Success is relative, More the success, More the relatives*

4. Sign at a barber's saloon in Juhu, Mumbai :
*We need your heads to run our business*

5. A traffic slogan :
*Don't let your kids drive if they are not old enough or else they will never be old*

6. THE BEST ONE BY INDIAN ARMED FORCES :
*It's God's responsibility to forgive the terrorist organizations. It's our responsibility to arrange the meeting between them & God*


⌚ ⏰ " घडी का संदेश " ⏰ ⌚
1 : जब घडी में " एक " बजता हैं तो ... 🕐 हमें संदेश देता हैं ; कि यह जीवन में अकेला आया और अकेला जाएगा : !!!
2 : " दो " बजता हैं तो ... 🕑
संदेश मिलता है ; कि राग और द्वेष ;
इन दो बंधनो को छोडो : !!!
3 : " तीन " बजते हैं तो ... 🕒
" देव " ; " गूरु " ; " धर्म " ; इन तीनो
तत्वों पर श्रद्धा रखना : !!!
4 : " चार " बजते हैं तो ... 🕓
चार कषाय ; छोड़ना : !!!
5 : " पाँच " बजते हैँ तो ... 🕔
पाँच इन्द्रियाँ ; को वश में करना : !!!
6 : " छह " बजते हैं तो ... 🕕
छह काय ; जीवो की ; रक्षा करना : !!!
7 : " सात " बजते हैं तो ... 🕖
सप्त कुव्यसनका ; त्याग करना : !!!
8 : " आठ " बजते हैं तो ... 🕗
आठ कर्म ; तोड़ने का प्रयत्न करना : !!!
9 : " नौ " बजते हैं तो ... 🕘
नौ पुण्यका ; उपार्जन करना : !!!
10 : " दस " बजते हैं तो ... 🕙
दस यति ; धर्म की ; आराधना करना : !!!
11: " ग्यारह " बजते हैं तो ... 🕚
ग्यारह प्रतिमाओ को धारण करना : !!!
12 : " बारह " बजते हैं तो ... 🕛
श्रावक के बारह व्रत ; और बारह भावनाओ का चिंतन करना : !!!
⌚ घडी के संदेश को अपने जीवन में उतारने से ; हमारा जीवन धन्य बनेंगा : ! प्रफुल्लित बनेगा : ! आनंदमय बनेंगा : !!! ⌚
🌴🌴
   🌧⛈🌧⛈🌧⛈🌧⛈🌧⛈🌧⛈🌧⛈🌧🌩


-खासियत-
👇जिसने भी लिक्खा
उम्दा लिक्खा👇

💮यह नदियों का मुल्क है,
पानी भी भरपूर है।
बोतल में बिकता है,
पन्द्रह रू शुल्क है।💮
:
💮यह गरीबों का मुल्क है,
जनसंख्या भी भरपूर है।
परिवार नियोजन मानते नहीं,
नसबन्दी नि:शुल्क है।💮
:
💮यह अजीब मुल्क है,
निर्बलों पर हर शुल्क है।
अगर आप हों बाहुबली,
हर सुविधा नि:शुल्क है।💮
:
💮यह अपना ही मुल्क है,
कर कुछ सकते नहीं।
कह कुछ सकते नहीं,
बोलना नि:शुल्क है।💮
:
💮यह शादियों का मुल्क है,
दान दहेज भी खूब हैं।
शादी करने को पैसा नहीं,
कोर्ट मैरिज नि:शुल्क हैं।💮
:
💮यह पर्यटन का मुल्क है,
रेलें भी खूब हैं।
बिना टिकट पकड़े गए तो,
रोटी कपड़ा नि:शुल्क है।💮
:
💮यह अजीब मुल्क है,
हर जरूरत पर शुल्क है।
ढूंढ कर देते हैं लोग,
सलाह नि:शुल्क है।💮
:
💮यह आवाम का मुल्क है,
रहकर चुनने का हक है।
वोट देने जाते नहीं,
मतदान नि:शुल्क है।💮

💮यह शिक्षकों का मुल्क है,
पाठशालाएं भी खूब है,
शिक्षकों को वेतनमान देने के पैसे नहीं,
पढ़ना,खाना,पोशाक निःशुल्क है।💮

: बेचारा आदमी:

जब सर के बाल न आये तो दवाई ढूँढता है..,

जब आ जाते है तो नाई ढूँढता है..,

जब सफ़ेद हो जाते है तो डाई ढूँढता है...!
और जब काले रहते हैं तो लुगाई ढूँढता है
😀😀😀😀

उठ जाता हूं भोर से पहले..सपने सुहाने नही आते..

अब मुझे स्कूल न जाने वाले बहाने बनाने नही आते..
-
कभी पा लेते थे..घर से निकलते
ही..मंजिल को..

अब मीलों सफर करके भी...ठिकाने
नही आते..
-
मुंह चिढाती है खाली
जेब.. महीने के आखिर में..

अब बचपन की तरह..…
गुल्लक में पैसे बचाने
नही आते..
-
यूं तो रखते हैं..बहुत से लोग..पलको पर मुझे..…
मगर बेमतलब बचपन की तरह गोदी
उठाने नही आते..…
_
माना कि..जिम्मेदारियों की..बेड़ियों में जकड़ा हूं..……

क्यूं बचपन की तरह छुड़वाने..वो दोस्त पुराने
नही आते..…
_
बहला रहा हूं बस..दिल के जज्बातों को..
मैं जानता हूं..फिर वापस..
बीते हुए जमाने नही आते..…........


1. जिदंगी मे कभी भी किसी को
      बेकार मत समझना,क्योक़ि
        बंद पडी घडी भी दिन में
          दो बार सही समय बताती है।

2. किसी की बुराई तलाश करने
      वाले इंसान की मिसाल उस
       मक्खी की तरह है जो सारे
         खूबसूरत जिस्म को छोडकर
           केवल जख्म पर ही बैठती है।

3. टूट जाता है गरीबी मे
      वो रिश्ता जो खास होता है,
        हजारो यार बनते है
          जब पैसा पास होता है।

4. मुस्करा कर देखो तो
      सारा जहाॅ रंगीन है,
        वर्ना भीगी पलको
          से तो आईना भी
             धुधंला नजर आता है।

5..जल्द मिलने वाली चीजे
      ज्यादा दिन तक नही चलती,
        और जो चीजे ज्यादा
           दिन तक चलती है
             वो जल्दी नही मिलती।

6. बुरे दिनो का एक
      अच्छा फायदा
         अच्छे-अच्छे दोस्त
            परखे जाते है।

7. बीमारी खरगोश की तरह
      आती है और कछुए की तरह
        जाती है;
          जबकि पैसा कछुए की तरह
             आता है और.खरगोश की
                तरह जाता है।

8. छोटी छोटी बातो मे
      आनंद खोजना चाहिए
        क्योकि बङी बङी तो
          जीवन मे कुछ ही होती है।

9. ईश्वर से कुछ मांगने पर
      न मिले तो उससे नाराज
        ना होना क्योकि ईश्वर
           वह नही देता जो आपको
             अच्छा लगता है बल्कि
             वह देता है जो आपके लिए
                    अच्छा होता है

10. लगातार हो रही
        असफलताओ से निराश
           नही होना चाहिए क्योक़ि
           कभी-कभी गुच्छे की आखिरी
           चाबी भी ताला खोल देती है।

11. ये सोच है हम इसांनो की
        कि एक अकेला
          क्या कर सकता है
             पर देख जरा उस सूरज को
           वो अकेला ही तो चमकता है।

12. रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो
        उन्हे तोङना मत क्योकि
          पानी चाहे कितना भी गंदा हो
           अगर प्यास नही बुझा सकता
              वो आग तो बुझा सकता है।

13. अब वफा की उम्मीद भी
         किस से करे भला
            मिटटी के बने लोग
               कागजो मे बिक जाते है।

14. इंसान की तरह बोलना
         न आये तो जानवर की तरह
             मौन रहना अच्छा है।

15. जब हम बोलना
         नही जानते थे तो
           हमारे बोले बिना'माँ'
      हमारी बातो को समझ जाती थी।
            और आज हम हर बात पर
                 कहते है छोङो भी 'माँ'
                  आप नही समझोंगी।

16. शुक्र गुजार हूँ
        उन तमाम लोगो का
           जिन्होने बुरे वक्त मे
              मेरा साथ छोङ दिया
                 क्योकि उन्हे भरोसा था
                    कि मै मुसीबतो से
              अकेले ही निपट सकता हूँ।

17. शर्म की अमीरी से
         इज्जत की गरीबी अच्छी है।

18. जिदंगी मे उतार चङाव
         का आना बहुत जरुरी है
          क्योकि ECG मे सीधी लाईन
            का मतलब मौत ही होता है।

19. रिश्ते आजकल रोटी
         की तरह हो गए है
            जरा सी आंच तेज क्या हुई
            जल भुनकर खाक हो जाते।

20. जिदंगी मे अच्छे लोगो की
        तलाश मत करो
          खुद अच्छे बन जाओ
            आपसे मिलकर शायद
               किसी की तालाश पूरी हो।


Six Truths:

1⃣1⃣1⃣
👉 २००० square फीट के घर में २०० फीट में हम रहते है और बाक़ी के १८०० फीट में तो केवल
हमारा अहंकार ही रहता है।...

2⃣2⃣2⃣
👉 "वक्त" और "दौलत" के बीच का सबसे बड़ा अंतर...

आपको हर "वक्त" पता होता है कि आपके पास कितनी "दौलत" है,
लेकिन आप यह बिल्कुल भी नही जानते कि आपके पास कितना ''वक्त" है .....!!!

3⃣3⃣3⃣
👉 पायल हज़ारो रूपये में आती है, पर पैरो में पहनी जाती है ... और बिंदी केवल 2 रूपये में आती है मगर माथे पर सजाई जाती है ....
इसलिए "कीमत" कोई मायने नहीं रखती, केवल उसका "स्थान" ही मायने रखता हैं ....

4⃣4⃣4⃣
👉 एक किताबघर में पड़ी गीता और कुरान आपस में कभी नहीं लड़ते ....
और जो उनके लिए लड़ते हैं वो कभी उन दोनों को नहीं पढ़ते ....

5⃣5⃣5⃣
👉 नमक की तरह कड़वा ज्ञान देने वाला ही सच्चा मित्र होता है, केवल मीठी-मीठी बात करने वाले तो अधिकतर चापुलुस ही होते हैं ...

इतिहास गवाह है की आज तक कभी नमक में कीड़े नहीं पड़े ... और मिठाई में तो अक़्सर कीड़े पड ही जाया करते हैं .....

6⃣6⃣6⃣
👉 विज्ञान कहता है – “जीभ पर लगी चोट सबसे जल्दी ठीक होती है”,
और .....
ज्ञान कहता है कि – “जीभ से लगी चोट कभी ठीक नहीं होती … !”
☺☺🙏🙏🙏🙏☺



Some tips....

Its actually better to take exams on an empty stomach because hunger makes you better able to focus.

If you ever get kidnapped and they tie your hands together and put tape over your mouth lick the tape until it falls off.

If you have a tough decision flip a coin,not to decide for you,but you’ll realize what you really want when it’s in the air.

When you are looking for a life partner ; look at the level of respect of a boy treats his mother or a daughter treats her father.This is the level of respect in which they will treat you in a few years.

Got a pimple before something important? Use an ice cube to shrink it!

Caught doing something embarrassing in public?SAY YOU LOST A BET.

Suspect someone’s giving you the wrong phone number?Read the number back to them incorrectly,if they correct you,its legit.

If you are feeling sleepy,hold your breath as long as you can and then breath out it slowly increases your heartbeat.

The best way to get someone confess something?remain silent.They’ll talk simply due to being uncomfortable.

LIFE TIP- Never base your life decisions on advice from people who don’t,I repeat don’t have to deal with the results of your decisions

.
पत्निः कहाँ हो?
,
पतिः पिछली होली हम ज्वेलरी के दुकान
गये थे ना जहाँ तुमने एक हार
पसंद किया था।
,
पत्निः हाँ!
,
पतिः ओर उस टाइम मेरे पास
पैसे नहीँ थे
,
पत्नि खुशी सेः हाँ याद है।
,
पतिः ओर मेने कहा था की ये हार एक दिन
मे तुम्हे लेके दुँगा।
,
पत्नी ओर ज्यादा खुशी सेः हाँ हाँ बहुत
अच्छी तरह से याद है।
,
पतिः तो बस उसी की बगल वाली दुकान मे
बाल कटवा रहा हुँ!
थोङा लेट आउगां!!
😂 😂 😂 😂 😂 😂 😂 😂 😂

#पत्नी बार बार मां पर #इल्जाम लगाए जा
 रही थी और पति बार बार उसको अपनी हद में
 रहने की कह रहा था
 लेकिन पत्नी चुप होने का नाम ही नही ले
 रही थी व् जोर जोर से चीख चीखकर कह रही
 थी कि
"उसने अंगूठी टेबल पर ही रखी थी और तुम्हारे
 और मेरे अलावा इस कमरें मे कोई नही आया
 अंगूठी हो ना हो मां जी ने ही उठाई है।।
 बात जब पति की बर्दाश्त के बाहर हो गई तो
 उसने पत्नी के गाल पर एक जोरदार तमाचा दे
 मारा
 अभी तीन महीने पहले ही तो शादी हुई थी ।
 पत्नी से तमाचा सहन नही हुआ
 वह घर छोड़कर जाने लगी और जाते जाते पति
 से एक सवाल पूछा कि तुमको अपनी मां पर
 इतना विश्वास क्यूं है..??
तब पति ने जो जवाब दिया उस जवाब को
 सुनकर दरवाजे के पीछे खड़ी मां ने सुना तो
 उसका मन भर आया पति ने पत्नी को बताया
 कि
"जब वह छोटा था तब उसके पिताजी गुजर गए
 मां मोहल्ले के घरों मे झाडू पोछा लगाकर जो
 कमा पाती थी उससे एक वक्त का खाना
 आता था
 मां एक थाली में मुझे परोसा देती थी और
 खाली डिब्बे को ढककर रख देती थी और
 कहती थी मेरी रोटियां इस डिब्बे में है
 बेटा तू खा ले
 मैं भी हमेशा आधी रोटी खाकर कह देता था
 कि मां मेरा पेट भर गया है मुझे और नही
 खाना है
 मां ने मुझे मेरी झूठी आधी रोटी खाकर मुझे
 पाला पोसा और बड़ा किया है
 आज मैं दो रोटी कमाने लायक हो गया हूं
 लेकिन यह कैसे भूल सकता हूं कि मां ने उम्र के
 उस पड़ाव पर अपनी इच्छाओं को मारा है,
वह मां आज उम्र के इस पड़ाव पर किसी अंगूठी
 की भूखी होगी ....
यह मैं सोच भी नही सकता
 तुम तो तीन महीने से मेरे साथ हो
 मैंने तो मां की तपस्या को पिछले पच्चीस
 वर्षों से देखा है...
यह सुनकर मां की आंखों से छलक उठे वह समझ
 नही पा रही थी कि बेटा उसकी आधी
 रोटी का कर्ज चुका रहा है या वह बेटे की
 आधी रोटी का कर्ज...
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एक शादीशुदा जोड़ा बाग में टहल रहा था।

अचानक एक बड़ा सा कुत्ता उनकी तरफ झपटा,

दोनों को ही लगा कि ये उन्हें काट लेगा। बचने का कोई रास्ता न देख पति ने तुरंत ‘अपनी पत्नी को’ गोद में ऊपर तक उठा लिया
ताकि …..कुत्ता काटे तो उसे काटे उसकी पत्नी को नही।

कुत्ता बिलकुल नज़दीक आकर रुका, कुछ देर तो भौंका और फिर पीछे की तरफ भाग गया।

पति ने चैन की सांस ली और इस उम्मीद में पत्नी को गोद से उतारा कि पत्नी उसे गले लगाएगी

तभी उसकी तमाम उम्मीदों पर पानी फेरते हुए….

उसकी बीवी चिल्लाई…”मैंने आज तक लोगों को कुत्ते को भगाने के लिए पत्थर या डंडा फेंकते तो देखा था
पर ऐसा आदमी पहली बार देख रही हूँ जो कुत्ते को भगाने के लिए ….अपनी बीवी को फेंकने के लिये तैयार था।”

“शिक्षा” :-
शादी शुदा लोगो को अपनी बीवियों से कभी तारीफ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।

😄😄😄😄😄😄😄
बडी दुविधा होती रही थी जब :

1.बायोलॉजी के टीचर ने पढाया : *सेल मतलब 'शरीर की कोशिकाएँ'।*

2.फिजिक्स के टीचर ने पढाया : *सेल मतलब 'बैटरी',*

3.इकोनॉमिक्स के टीचर ने पढाया: *सेल मतलब 'बिक्री'*,

4.हिस्ट्री के टीचर ने पढाया : *सेल मतलब 'जेल'*,

5.अंग्रेजी के टीचर ने पढाया: *सेल मतलब 'मोबाइल',*

पढ़ाई ही छोड़ दी यह सोचकर कि जिस स्कूल में पांच शिक्षक एकमत नहीं है उस स्कूल में पढ़ कर क्या होगा ?

और  
 सच्चा ज्ञान मिला जब पत्नी ने बताया सेल मतलब 'डिस्काउंट' !! 😆😝
आप हाथी नहीं इंसान हैं !
एक आदमी कहीं से गुजर रहा था, तभी उसने सड़क के
किनारे बंधे हाथियों को देखा, और अचानक रुक गया।
उसने देखा कि हाथियों के अगले पैर में एक रस्सी बंधी
हुई है, उसे इस बात का बड़ा अचरज हुआ की हाथी जैसे
विशालकाय जीव लोहे की जंजीरों की जगह बस एक
छोटी सी रस्सी से बंधे हुए हैं!!
ये स्पष्ठ था कि हाथी जब चाहते तब अपने बंधन तोड़
कर कहीं भी जा सकते थे, पर किसी वजह से वो ऐसा
नहीं कर रहे थे।
उसने पास खड़े महावत से पूछा कि भला ये हाथी किस
प्रकार इतनी शांति से खड़े हैं और भागने का प्रयास
नही कर रहे हैं?
तब महावत ने कहा, इन हाथियों को छोटेपन से ही इन
रस्सियों से बाँधा जाता है, उस समय इनके पास इतनी
शक्ति नहीं होती की इस बंधन को तोड़ सकें।
बार-बार प्रयास करने पर भी रस्सी ना तोड़ पाने के
कारण उन्हें धीरे-धीरे यकीन होता जाता है कि वो
इन रस्सियों को नहीं तोड़ सकते, और बड़े होने पर भी
उनका ये यकीन बना रहता है, इसलिए वो कभी इसे
तोड़ने का प्रयास ही नहीं करते।
आदमी आश्चर्य में पड़ गया कि ये ताकतवर जानवर
सिर्फ इसलिए अपना बंधन नहीं तोड़ सकते क्योंकि
वो इस बात में यकीन करते हैं!!
इन हाथियों की तरह ही हममें से कितने लोग सिर्फ
पहले मिली असफलता के कारण ये मान बैठते हैं कि अब
हमसे ये काम हो ही नहीं सकता और अपनी ही
बनायी हुई मानसिक जंजीरों में जकड़े-जकड़े पूरा
जीवन गुजार देते हैं।
याद रखिये असफलता जीवन का एक हिस्सा है, और
निरंतर प्रयास करने से ही सफलता मिलती है। यदि
आप भी ऐसे किसी बंधन में बंधें हैं जो आपको अपने सपने
सच करने से रोक रहा है तो उसे तोड़ डालिए…..
आप हाथी नहीं इंसान हैं।


जीवन की सच्चाई
                   
एक आदमी की चार पत्नियाँ थी ।

वह अपनी चौथी पत्नी से बहुत प्यार करता था और
उसकी खूब देखभाल करता व उसको सबसे श्रेष्ठ देता ।

वह अपनी तीसरी पत्नी से भी प्यार करता था और
हमेशा उसे अपने मित्रों को दिखाना चाहता था ।
हालांकि उसे हमेशा डर था की वह कभी भी किसी
दुसरे इंसान के साथ भाग सकती है ।

वह अपनी दूसरी पत्नी से भी प्यार करता था । जब
भी उसे कोई परेशानी आती तो वे अपनी दुसरे नंबर
की पत्नी के पास जाता और वो उसकी समस्या
सुलझा देती ।

वह अपनी पहली पत्नी से प्यार नहीं करता था
जबकि पत्नी उससे बहुत गहरा प्यार करती थी
और उसकी खूब देखभाल करती ।

एक दिन वह बहुत बीमार पड़ गया और जानता था
की जल्दी ही वह मर जाएगा । उसने अपने आप से
कहा, "मेरी चार पत्नियां हैं, उनमें से मैं एक को अपने
साथ ले जाता हूँ..जब मैं मरूं तो वह मरने में मेरा साथ
दे ।"

तब उसने चौथी पत्नी से अपने साथ आने को कहा
तो वह बोली, "नहीं, ऐसा तो हो ही नहीं सकता और
चली गयी ।

उसने तीसरी पत्नी से पूछा तो वह बोली की,
"ज़िन्दगी बहुत अच्छी है यहाँ जब तुम मरोगे
तो मैं दूसरी शादी कर लूंगी ।"

उसने दूसरी पत्नी से कहा तो वह बोली, "माफ़ कर
दो, इस बार मैं तुम्हारी कोई मदद नहीं कर सकती ।
ज्यादा से ज्यादा मैं तुम्हारे दफनाने तक तुम्हारे साथ
रह सकती हूँ ।"

अब तक उसका दिल बैठ सा गया और ठंडा पड़
गया । तब एक आवाज़ आई, "मैं तुम्हारे साथ चलने
को तैयार हूँ । तुम जहाँ जाओगे मैं तुम्हारे साथ चलूंगी ।"

उस आदमी ने जब देखा तो वह उसकी पहली
पत्नी थी । वह बहुत बीमार सी हो गयी थी खाने
पीने के अभाव में ।

वह आदमी पश्चाताप के आंसूं के साथ बोला,
"मुझे तुम्हारी अच्छी देखभाल करनी चाहिए
थी और मैं कर सकता था ।"

दरअसल हम सब की चार पत्नियां हैं जीवन में ।

1. चौथी पत्नी हमारा शरीर है ।
हम चाहें जितना सजा लें संवार लें पर जब हम
मरेंगे तो यह हमारा साथ छोड़ देगा ।

2. तीसरी पत्नी है हमारी जमा पूँजी, रुतबा ।
जब हम मरेंगे तो ये दूसरों के पास चले जायेंगे।

3. दूसरी पत्नी है हमारे दोस्त व रिश्तेदार । चाहें वे
कितने भी करीबी क्यूँ ना हों हमारे जीवन काल में
पर मरने के बाद हद से हद वे हमारे अंतिम संस्कार
तक साथ रहते हैं ।

4. पहली पत्नी हमारी आत्मा है, जो सांसारिक
मोह माया में हमेशा उपेक्षित रहती है ।

यही वह चीज़ है जो हमारे साथ रहती है जहाँ भी
हम जाएँ.......कुछ देना है तो इसे दो.... देखभाल
करनी है तो इसकी करो.... प्यार करना है तो इससे
करो...