Monday, October 19, 2015

मैं जी रही हूँ !!!!
-
क्योंकि, ,,,,
हर मौसम, हर दिन, हर लम्हा,
लम्हों के हर पल में जीना पसंद है मुझे, ,,
,
बारिश में, सर्दी की गुलाबी ठंड में,
कुनकुनी धूप में टहलना पसंद है मुझे,,,
,
फूलों के रंग, तितलियों के संग,
पंछियों के पंखों की लचक देखना पसंद है मुझे,
,
हवाओं में खुशबू, ठंडी फुहारों,
सागर की मौंजे बन लहराना पंसद है मुझे,
,
किसी की ख्वाहिश, किसी की उम्मीद,
उदास आँखों की मुस्कुराहट बनना पसंद है मुझे,
,
छोटी सी बातों में बड़ी बड़ी खुशियाँ,
खामोशी में भी गीत तलाशना पसंद है मुझे,
,
मै जिंदा हूँ, बिंदास हूँ, कभी उदास भी,
लेकिन मैं खुश हूँ क्योंकि दर्द में भी हंसना पसंद है
मुझे ।


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