Monday, October 12, 2015

एक टैक्सी चालक को चलती हुई
टैक्सी में बैठे पैसेंजर ने पीछे से
ही कुछ कहने के लिए टैक्सी चालक
के कंधे पर हाथ रखा ही था
कि चालक जोर से चीखा, घबराया और
टैक्सी का संतुलन खो बैठा।
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टैक्सी फुटपाथ पर चढ़ गई।
पैसेंजर भी गलती से लज्जित था।
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टैक्सी ड्राइवर से माफी मांगी
और कहा मुझे नहीं पता था कि
मेरे हाथ लगाने से तुम्हारा ध्यान इस तरह भटक जाएगा।
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टैक्सी ड्राइवर ने चिढ़ने या नाराज होने की
बजाय बड़ी विनम्रता से कहा "साब
आपकी गलती नहीं है।
टैक्सी चलाने का आज मेरा पहला दिन है।
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पिछले 25 साल से मैं
सुरतगढ़ हॉस्पीटल में मुर्दे ढोनेवाली एम्बूलैंस
चला रहा था
😝😝😝😝😝

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