Sunday, May 15, 2016

तू बन जा कोरा कागज ,
मै बन लेखनी ,
तेरे सीने पे प्यार के
कुछ हर्फ़ लिखूँ
खुशियों के कुछ फूल चुनकर
उन्हें सजाऊँ तेरे दामन पर ।
उजालों को ले अपनी अंजुरी में
भर दूँ तेरे जीवन में ।
उम्मीद की रिमझिम बूँदो जैसी
बरस जाऊँ
लम्हा लम्हा गुजर जाऊँ
तुझे देख देख ।
एक ख्वाहिश एक तमन्ना सी
तेरे दिल में रहूँ ......
ये आरजू मेरी भी रहे
और तेरी भी.....!

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