Sunday, November 22, 2015

 न हो शोहरत तो गुमनामी का भी खतरा नहीं होता,
बहुत मशहूर होना भी बहुत अच्छा नहीं होता ।

फसादों, हादसों, जंगों में ही हम एक होते हैं,
कोई आफ़त न आए तो कोई अपना नहीं होता ।



समझने लगता है दुनिया को बच्चा पैदा होते ही,
अब इस दुनिया में बच्चा बन के वो पैदा नहीं होता ।

अंधेरा घर में, बाहर रोशनी, ऐसा भी होता है,
किसी का दिल तो होता है बुरा, चेहरा नहीं होता ।




 दिन सलीके से उगा .....
....रात ठिकाने से रही
दोस्ती अपनी भी कुछ
  ..... रोज़ ज़माने से रही ।

चंद लम्हों को ही बनती हैं
..... मुसव्विर आँखें
ज़िन्दगी.... रोज़ .... तो
 ...... तस्वीर बनाने से रही ।



फ़ासला, चांद बना देता है...
...... हर पत्थर को
दूर की रौशनी नज़दीक तो....
....... आने से रही ।

शहर में सबको कहाँ मिलती है ...
..... रोने की जगह
अपनी इज़्ज़त भी यहाँ ....
..... हँसने - हँसाने से रही ।



🌞🙏जरूर पढ़े:एक व्यंग्य


अक्ल बाटने लगे विधाता, लंबी लगी कतारें

सभी आदमी खड़े हुए थे कहीं नहीं थी नारी ।
सभी नारियाँ कहाँ रह गई
था ये अचरज भारी।।

पता चला ब्यूटी पार्लर में पहुँच गई थी सारी ।
मेकअप की थी गहन प्रक्रिया एक एक पर भारी।।

बैठी थीं कुछ इंतजार में कब आएगी बारी।
उधर विधाता ने पुरूषों में अक्ल बाँट दी सारी।।

ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर जब पहुँची सब नारी।
बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है नहीं अक्ल अब बाकी।।

रोने लगी सभी महिलाएं नींद खुली ब्रह्भा की
पूछा कैसा शोर हो रहा है ब्रह्मलोक के द्वारे।
पता चला कि स्टॉक अक्ल का पुरुष ले गए सारे।।

ब्रह्मा जी ने कहा देवियों बहुत देर कर दी हैं।
जितनी भी थी अक्ल वो मैंने पुरुषों में भर दी हैं।।

लगी चीखने महिलाये सब कैसा न्याय तुम्हारा।
कुछ भी करो हमें तो चाहिए आधा भाग हमारा।।

पुरुषो में शारीरिक बल है हम ठहरी अबलाएं।
अक्ल हमारे लिए जरुरी निज रक्षा कर पाएं।।

सोच सोच कर दाढ़ी सहलाकर तब बोलर ब्रह्मा जी।
एक वरदान तुम्हे देता हूँ अब हो जाओ राजी।।

थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी रहे पुरुष पर भारी।
कितना भी वह अक्लमंद हो अक्ल जायेगी मारी।।

एक औरत ने तर्क दिया मुश्किल बहुत होती है।
हंसने से ज्यादा महिलाये जीवन भर रोती है।।

ब्रह्मा बोले यही कार्य तब रोना भी कर देगा।
औरत का रोना भी नर की अक्ल हर लेगा।।

एक अधेड़ बोली बाबा हंसना रोना नहीं आता।
झगड़े में है सिद्धहस्त हम खूब झगड़ना भाता।।

ब्रह्मा बोले चलो मान ली यह भी बात तुम्हारी।
झगडे के आगे भी नर की अक्ल जायेगी मारी।।

तब बुढियां तुनक उठीं सुन यह तो न्याय नहीं है।
हँसने रोने और झगड़ने की अब अपनी उम्र नहीं है।।

ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से अंतिम वचन हमारा।
तीन शस्त्र अब तुम्हे दे दिए पूरा न्याय हमारा।।

इन अचूक शस्त्रों में भी जो मानव नहीं फंसेगा।
निश्चित समझो, उस पागल का घर भी नहीं बसेगा।।

कहे जीत कविमित्र ध्यान से सुन लो बात हमारी।
बिना अक्ल के भी होती है नर पर नारी भारी।। 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
हर तरफ़ हर जगह ....
               बेशुमार आदमी
फिर भी तनहाइयों का....
                शिकार आदमी ।

सुबह से शाम तक......
              बोझ ढोता हुआ
अपनी ही लाश का.......
             खुद मज़ार आदमी ।

.....हर तरफ़......
            भागते-दौड़ते रास्ते....!
.....हर तरफ़.....
आदमी का....शिकार आदमी ।

रोज़ जीता हुआ.......
.......रोज़ मरता हुआ
हर नए दिन......
...... नया इन्तिज़ार आदमी ।


ज़िंदगी का मुकद्दर .......
......सफ़र-दर-सफ़र .....
           आख़िरी साँस तक....

बेक़रार आदमी.....!!


बहुत सुँदर पंक्तियाँ- "संयुक्त परिवार"


वो पंगत में बैठ के
निवालों का तोड़ना,
वो अपनों की संगत में
रिश्तों का जोडना,

वो दादा की लाठी पकड़
गलियों में घूमना,
वो दादी का बलैया लेना
और माथे को चूमना,

सोते वक्त दादी पुराने
किस्से कहानी कहती थीं,
आंख खुलते ही माँ की
आरती सुनाई देती थी,

इंसान खुद से दूर
अब होता जा रहा है,
वो संयुक्त परिवार का दौर
अब खोता जा रहा है।

माली अपने हाथ से
हर बीज बोता था,
घर ही अपने आप में
पाठशाला होता था,

संस्कार और संस्कृति
रग रग में बसते थे,
उस दौर में हम
मुस्कुराते नहीं
खुल कर हंसते थे।

मनोरंजन के कई साधन
आज हमारे पास है,
पर ये निर्जीव है
इनमें नहीं साँस है,

आज गरमी में एसी
और जाड़े में हीटर है,
और रिश्तों को
मापने के लिये
स्वार्थ का मीटर है।
     
वो समृद्ध नहीं थे फिर भी
दस दस को पालते थे,  
खुद ठिठुरते रहते और
कम्बल बच्चों पर डालते थे।

मंदिर में हाथ जोड़ तो
रोज सर झुकाते हैं,
पर माता-पिता के धोक खाने
होली दीवाली जाते हैं।

मैं आज की युवा पीढी को
इक बात बताना चाहूँगा,
उनके अंत:मन में एक
दीप जलाना चाहूँगा

ईश्वर ने जिसे जोड़ा है
उसे तोड़ना ठीक नहीं,
ये रिश्ते हमारी जागीर हैं
ये कोई भीख नहीं।

अपनों के बीच की दूरी
अब सारी मिटा लो,
रिश्तों की दरार अब भर लो
उन्हें फिर से गले लगा लो।

अपने आप से
सारी उम्र नज़रें चुराओगे,
अपनों के ना हुए तो
किसी के ना हो पाओगे
सब कुछ भले ही मिल जाए
पर अपना अस्तित्व गँवाओगे

बुजुर्गों की छत्र छाया में ही
महफूज रह पाओगे।
होली बेमानी होगी
दीपावली झूठी होगी,
अगर पिता दुखी होगा
और माँ रूठी होगी।।

अन्तःकरण को छूने वाली है ये कविता जिसने भी लिखी है उसको प्रणाम।

आगे भेज सकें तो आपकी बहुत मेहरबानी होगी ।

फ्लाइट में पायलट ने
अनाउंस किया : "हम आधे घण्टे में लैंड
करने वाले हैं"
फिर वो माइक बंद करना भूल गया
और को-पायलट
से बोला: अब तो बस एक गरम चाय
पीऊंगा,फिर एक एयर
होस्टेस की पप्पी लूँगा ।


एयर होस्टेस ये सुन कर माइक
बंद करने के लिए भागी,
और एक बच्चे के पैरों में फँस
कर गिर गयी।
.
.
बच्चा बोला: तुझे बड़ी जल्दी है ... सुना नहीं??
पहले वो चाय पिएगा.... 😀😜
एक शराबी हमेशा शि‍वजी के एक मंदिर में जाता था और नि‍यत समय पर पूजा पाठ करता था।
एक दि‍न पुजारी ने यह देखना चाहा कि‍ इसे होश वगैरह भी रहता है या नहीं ।
उसने शि‍वजी की जगह गणेशजी की मूर्ति रख दी।
उस दि‍न भी शराबी आया, गणेश जी की मूर्ति देखी,
पूजा पाठ वगैरह कि‍या और जाते जाते गणेश जी से बोला -
छोटू!...
पापा आयें तो बता देना,
अंकल आये थे... 
VERY HEART TOUCHING
.
.
शादी की सभी विधियां पुरी करके पापा ने बेटी को डोली में बिठाया !
.
अभी डोली 50-60 कदम चली ही होगी.....
दुल्हन भागती हुई वापिस अपने घर आई !
.
सभी घर वाले रिश्तेदार यह देखकर
हैरान -परेशान हुए
.
दुल्हन सीधे अपने रूम की ओर भागी....माँ पीछे -पीछे गई और पूछा :
बेटी आखिर हुआ क्या है....??
इस तरह पहली बार घर वापिस आना "अशुभ " होता है !!
.
दुल्हन बोली : आपको 'शुभ -अशुभ' की पडी है.......
यहां मेरा चार्जर रह गया है.....!!😂😂😂😂😂😂
नई नई शादी हुई
पति सुबह सुबह अपनी
सोई हुई पत्नी पर पानी डाल देता हे..

पत्नी:- नींद में से उठती हुई
(गुस्से में) पानी क्यों डाला..?

पति:- तेरे बाप ने बोला था,
की दामादजी मेरी बेटी
फूल की कली हे उसे
मुरझाने मत देना,
इसीलिए ।
😜😜😜😝😀😀😀
एक दिन संता अपनी भाभी को पिट रहा
था। .
राह चलते लोगो ने पूछा क्यों मार रहे हो इस बेचारी को
.
संता बोला””मेरी भाभी अच्छी
औरत नहीं है .
लोगों ने पूछा “”क्यू क्या हुआ। .
संता बोला “”यार मेरे सभी दोस्त मोबाईल पे लगे रहते
हैं ….
और जिस्से भी पूछु तुम लोग किस्से बात कर रहे हो .
.
तो सब बोलते हैं तेरी भाभी से। 😳😳😳😛
😛😛😛😁😁😁😜😜😜😜😝😝
औरत: डॉक्टर मेरे होठों पर इंफेक्शन हो गया है.

डॉक्टर: 'किस' कितनी बार करती हो?

औरत: साल में एक बार

डॉक्टर: अरे बावली इंफेक्शन नहीं जंग लग गया है.!.

Saturday, November 21, 2015

Who are lizards? Awesome answer by a kid.... They are those poor crocodiles who forgot to have Horlicks when they were young ➖➖➖➖➖➖➖➖ What is a Pizza..? Awesome answer: A Pizza.. is just a Paratha that went abroad for higher education ! ➖➖➖➖➖➖➖ What's the best example of "once in a lifetime opportunity? A mosquito sitting on your wife's face.:😛 ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ Ladkiyon ki aadhi zindagi husband ki "Talash" me.. Aur baki aadhi.. Husband ki "Talaashi" mein guzar jati hai.. ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ Aaj ka SUVICHAR .... 💬 "BADAAM khaane se utni Akkal nahi aati" ... "Jitni shadi ke bad Aati hai... " ➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖➖ Kashmir aur wife mein kya samanta hai- Ans. Waise to dono hi samasya hai... par padosi nazar daale to gussa aata hai... 😝🙏😂😆👌😛

छोटा सा गाँव मेरा
पूरा बिग् बाजार था,,

एक नाई, एक मोची,
एक काला लुहार था....
छोटे छोटे घर थे,
हर आदमी बङा दिलदार
था,
छोटा सा गाँव मेरा
पूरा बिग् बाजार था..।।
.
कही भी रोटी खा लेतै,
हर घर मे भोजऩ तैयार
था,
बड़ी की सब्जी मजे से खाते थे,,
जिसके आगे शाही पनीर बेकार था..
छोटा सा गाँव मेरा
पूरा बिग् बाजार था।।।
.
दो मिऩट की मैगी ना, झटपट दलिया तैयार था,,
नीम की निम्बोली और शहतूत सदाबहार था...
अपना घड़ा कस के बजा लेते,
समझो पूरा संगीतकार था,,
छोटा सा गाँव मेरा
पूरा बिग् बाजार था।।।
मुल्तानी माटी से तालाब में नहा लेते,
साबुन और स्विमिंग पूल बेकार था,,
और फिर कबड्डी खेल लेते,
हमे कहाँ क्रिकेट का खुमार था,,
छोटा सा गाँव मेरा
पूरा बिग् बाजार था।।।

दादी की कहानी सुन लेते,
कहाँ टेलीविज़न और अखबार था,,,
भाई - भाई को देख के खुश था,
सब मे बहुत प्यार था,,,
छोटा सा गाँव मेरा
पूरा बिग् बाजार था।।।

वो प्यार, वो संस्कृति
मैं अब कहाँ से लाऊं,
ये सोच सोच कर
मैं बहुत दुख पाऊं।
जो वो समय फिर आ जाये तो बहुत मजा आ जाये,
मैं अपनी असली जिन्दगी जी पाऊं,
और मैं इस धरती को सौ-सौ शीश झुकाऊं।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏

Terrific one-liners:

Regular naps prevent old age, especially if you take them while driving.
😀😀
Having one child makes you a parent; having two you are a referee.
😀😀
Marriage is a relationship in which one person is always right and the other is the husband!
😀😀
I believe we should all pay our tax with a smile. I tried - but they wanted cash.
😀😀
A child's greatest period of growth is the month after you've purchased new school uniforms.
😀😀
Don't feel bad. A lot of people have no talent.
😀😀
Don't marry the person you want to live with, marry the one you cannot live without, but whatever you do, you'll regret it later.
😀😀
You can't buy love, but you pay heavily for it.
😀😀
Bad officials are elected by good citizens who do not vote.
😀😀
Laziness is nothing more than the habit of resting before you get tired.
😀😀
Marriage is give and take. You'd better give it to her or she'll take it anyway.
😀😀
My wife and I always compromise. I admit I'm wrong and she agrees with me.
😀😀
Those who can't laugh at themselves leave the job to others.
😀😀
Ladies first. Pretty ladies sooner.
😀😀
A successful marriage requires falling in love many times, always with the same person.
😀😀
You're getting old when you enjoy remembering things more than doing them.
😀😀
It doesn't matter how often a married man changes his job, he still ends up with the same boss.
😀😀
Real friends are the ones who survive transition between address books.
😀😀
Saving is the best thing. Especially when your parents have done it for you.
😀😀
Wise men talk because they have something to say; fools talk because they have to say something.
😀😀
They call our language the mother tongue because the father seldom gets to speak!
😀😀
Man: Is there any way for long life?
Dr: Get married.
Man: Will it help?
Dr: No, but then the thought of long life will never come!
😀😀
Why do couples hold hands during their wedding? It's a formality just like two boxers shaking hands before the fight begins!
😀😀
Wife: Darling today is our anniversary, what should we do?
Husband: Let us stand in silence for 2 minutes.
😀😀
It's funny when people discuss Love Marriage vs Arranged. It's like asking someone, if suicide is better or being murdered.
😀😀
There is only one perfect child in the world and every mother has it.
😀😀
There is only one perfect wife in the world and every neighbour has it!
Cheers !!!

😜


वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
बीवी के आगे माँ रद्द हो गई !
बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
आज वो मोहताज हो गई !
और कल की छोकरी,
तेरी सरताज हो गई !
बीवी हमदर्द और माँ सरदर्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

पेट पर सुलाने वाली,
पैरों में सो रही !
बीवी के लिए लिम्का,
माँ पानी को रो रही !
सुनता नहीं कोई, वो आवाज देते सो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई.!!

माँ मॉजती बर्तन,
वो सजती संवरती है !
अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
उस पर बरसती है !
अरे दुनिया को आई मौत,
तेरी कहाँ गुम हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

अरे जिसकी कोख में पला,
अब उसकी छाया बुरी लगती,
बैठ होण्डा पे महबूबा,
कन्धे पर हाथ जो रखती,
वो यादें अतीत की,
वो मोहब्बतें माँ की, सब रद्द हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

बेबस हुई माँ अब,
दिए टुकड़ो पर पलती है,
अतीत को याद कर,
तेरा प्यार पाने को मचलती है !
अरे मुसीबत जिसने उठाई, वो खुद मुसीबत
 हो गई !
वाह रे जमाने तेरी हद हो गई .!!

मां तो जन्नत का फूल है,
प्यार करना उसका उसूल है ,
दुनिया की मोह्ब्बत फिजूल है ,
मां की हर दुआ कबूल है ,
मां को नाराज करना इंसान तेरी भूल है ,
मां के कदमो की मिट्टी जन्नत की धूल है ,
अगर अपनी मां से है प्यार तो
अपने सभी दोस्तो को सेन्ड करे वरना ,
ये मेसेज आपके लिये फिजूल है.🌹

समंदर सारे शराब होते तो सोचो कितने फसाद होते,
हकीक़त हो जाते ख्वाब सारे तो सोचो कितने फसाद होते

किसी के दिल में क्या छुपा है बस ये खुदा ही जानता है ,
दिल अगर बे नक़ाब होते तो सोचो कितने फसाद होते

थी ख़ामोशी फितरत हमारी तभी तो बरसों निभा गए ,
अगर हमारे मुंह में भी जवाब होते तो सोचो कितने फसाद होते

हम अच्छे थे पर लोगों की नज़र मे सदा रहे बुरे ,
कहीं हम सच में खराब होते तो सोचो कितने फसाद होते |😊☺😉

पैर की मोच
और
 छोटी सोच,
हमें आगे
बढ़ने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔


टूटी कलम
 और
 औरो से जलन,
खुद का भाग्य
लिखने नहीं देती ।


😔😔😔😔😔😔😔😔😔


काम का आलस
 और
पैसो का लालच,
हमें महान
बनने नहीं देता ।

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

 अपना मजहब उंचा
और
 गैरो का ओछा,
ये सोच हमें इन्सान
बनने नहीं देती ।

😔😔😔😔😔😔😔😔


👌दुनिया में सब चीज
      मिल जाती है,....
      केवल अपनी गलती
      नहीं मिलती.....

😔😔😔😔😔😔😔😔


भगवान से वरदान माँगा
     कि दुश्मनों से
         पीछा छुड़वा दो,
            अचानक दोस्त
                कम हो गए...

😔😔😔😔😔😔😔😔😔


" जितनी भीड़ ,
     बढ़ रही
       ज़माने में..।
         लोग उतनें ही,
           अकेले होते
             जा रहे हैं...।।।

😔😔😔😔😔😔😔😔


इस दुनिया के
   लोग भी कितने
      अजीब है ना ;

          सारे खिलौने
             छोड़ कर
                जज़बातों से
                   खेलते हैं...

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

किनारे पर तैरने वाली
   लाश को देखकर
      ये समझ आया...
         बोझ शरीर का नही
            साँसों का था....

😔😔😔😔😔😔😔😔😔

दोस्तो के साथ
   जीने का इक मौका
      दे दे ऐ खुदा...
         तेरे साथ तो
            हम मरने के बाद
              भी रह लेंगे....

😔😔😔😔😔😔😔😔

“तारीख हज़ार
    साल में बस इतनी
       सी बदली है…
          तब दौर
             पत्थर का था
                अब लोग
                   पत्थर के हैं..."

😔😔😔😔😔😔😔
☝ Thought of the day ☝

    स्वर्ग का सपना छोड़ दो,
    नर्क का डर छोड़ दो,
    कौन जाने क्या पाप ,
    क्या पुण्य,
    बस...
    किसी का दिल न दुखे
    अपने स्वार्थ के लिए,
    बाकी सब कुदरत पर छोड़ दो।
एक बार एक पजामा पहने हुए
इंडियन से
एक अंग्रेज ने पूछा -
.
आप का यह
देशी पैंट
(पजामा) कितने दिन चल
जाता है..?
.
इंडियन ने जवाब दिया:
कुछ ख़ास नहीं,
मैं इसे एक साल पहनता हूं।
.
उसके
बाद
श्रीमति जी इसको काटकर
राजू के साइज़
का बना देती है।
.
फिर राजू
इसे एक साल पहनता है।
.
उसके बाद
श्रीमति जी इसको काट-
छांट कर तकियों के कवर
बना लेती हैं।
.
फिर एक साल बाद उन कवर
का झाड़ू
पोछे में इस्तेमाल करते हैं।"
.
अंग्रेज बोला:
फिर फेंक देते होंगे..?
.
इंडियन ने फिर कहा : "नहीं-
नहीं इसके
बाद 6 महीने तक मै इस से अपने
जूते साफ़
करता हूं और अगले 6 महीने तक
बाइक
का साइलेंसर चमकाता हूं।
.
बाद में उसे हाथ से बनाई जाने
वाली गेंद में
काम लेते हैं और अंत में
कोयले की सिगडी (चूल्हा)
सुलगाने के
काम में लेते हैं और
सिगड़ी (चूल्हे)
की राख बर्तन मांजने के काम
में
लेते हैं।
.
इतना सुनने के बाद अंग्रेज
बेहोश होकर गिर गया..!
और
उसे होश आने पर एहसास हुआ
कि आखिर अंग्रेज भारत
छोड़कर
जाने पर क्यों मजबूर हुए..!!

Corporate Reality ⬇

The boy gets rejected
and the girl gets selected in an interview...For the same reason ...?

"The first button of shirt was open"...!

😂😂😂

Friday, November 20, 2015

"One day I hopped in a taxi and we took off
for the airport. We were driving in the right
lane when suddenly a black car jumped out
of a parking space right in front of us.
My taxi driver slammed on his brakes,
skidded, and missed the other car by just
inches! The driver of the other car whipped
his head around and started yelling at us.
My taxi driver just smiled and waved at the
guy. And I mean, he was really friendly. So I
asked, 'Why did you just do that? This guy
could almost ruin your car and sent us to the
hospital!'
This is when my taxi driver taught me what I
now call, 'The Law of the Garbage Truck.'
He explained that many people are like
garbage trucks. They run around full of
garbage, full of frustration, full of anger, and
full of disappointment. As their garbage piles
up, they need a place to dump it and
sometimes they'll dump it on you. Don't take
it personally. Just smile, wave, wish them
well, and move on.
Don't take their garbage and spread it to
other people at work, at home, or on the
streets.
The bottom line is that successful people do
not let garbage trucks take over their day.
Life's too short to wake up in the morning
with regrets,
So love the people who treat you right.
Pray for the ones who don't.
Life is ten percent what you make it and
ninety percent how you take it!"


"One day I hopped in a taxi and we took off
for the airport. We were driving in the right
lane when suddenly a black car jumped out
of a parking space right in front of us.
My taxi driver slammed on his brakes,
skidded, and missed the other car by just
inches! The driver of the other car whipped
his head around and started yelling at us.
My taxi driver just smiled and waved at the
guy. And I mean, he was really friendly. So I
asked, 'Why did you just do that? This guy
could almost ruin your car and sent us to the
hospital!'
This is when my taxi driver taught me what I
now call, 'The Law of the Garbage Truck.'
He explained that many people are like
garbage trucks. They run around full of
garbage, full of frustration, full of anger, and
full of disappointment. As their garbage piles
up, they need a place to dump it and
sometimes they'll dump it on you. Don't take
it personally. Just smile, wave, wish them
well, and move on.
Don't take their garbage and spread it to
other people at work, at home, or on the
streets.
The bottom line is that successful people do
not let garbage trucks take over their day.
Life's too short to wake up in the morning
with regrets,
So love the people who treat you right.
Pray for the ones who don't.
Life is ten percent what you make it and
ninety percent how you take it!"


❗एक मशहूर प्रेरक वक्ता ने
समारोह में कहा -
.
.
"मैंने अपनी जिंदगी के सबसे
अच्छे
साल उस औरत के बाहों मे
गुजारे,
जो मेरी पत्नी नहीं थी ...।"
.
.
सब एक दम से चुप हो गए। तब
बात आगे बढ़ाते
हुए कहा -
"वह औरत मेरी माँ थी" .
सब ने ख़ूब तालियाँ बजाई.......


वहाँ मौजूद एक नौजवान ने
यही कथन अपने घर में
दारू पीने के बाद
आजमाना चाहा....। . .
.
किचन में
काम कर रही पत्नी के पास
जाकर
बोला - " मैंने
अपनी जिंदगी के सबसे अच्छे
बरस उस औरत के
बाहों मे गुजारे
जो मेरी पत्नी नहीं थी....।"
.
.
. पर इसके
बाद वह भूल गया और
बुदबुदाया............. - .

. मुझे याद
नहीं आ रही वो औरत कौन
थी.....

बाद मे उसे जब होश
आया तो वो अस्पताल में
था।
उबलते हुए पानी के फेंके जाने
से बुरी तरह
झुलस गया था बेचारा..❗❗
☝MORAL- don't copy if u
can't paste..
😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜


❗एक मशहूर प्रेरक वक्ता ने
समारोह में कहा -
.
.
"मैंने अपनी जिंदगी के सबसे
अच्छे
साल उस औरत के बाहों मे
गुजारे,
जो मेरी पत्नी नहीं थी ...।"
.
.
सब एक दम से चुप हो गए। तब
बात आगे बढ़ाते
हुए कहा -
"वह औरत मेरी माँ थी" .
सब ने ख़ूब तालियाँ बजाई.......


वहाँ मौजूद एक नौजवान ने
यही कथन अपने घर में
दारू पीने के बाद
आजमाना चाहा....। . .
.
किचन में
काम कर रही पत्नी के पास
जाकर
बोला - " मैंने
अपनी जिंदगी के सबसे अच्छे
बरस उस औरत के
बाहों मे गुजारे
जो मेरी पत्नी नहीं थी....।"
.
.
. पर इसके
बाद वह भूल गया और
बुदबुदाया............. - .

. मुझे याद
नहीं आ रही वो औरत कौन
थी.....

बाद मे उसे जब होश
आया तो वो अस्पताल में
था।
उबलते हुए पानी के फेंके जाने
से बुरी तरह
झुलस गया था बेचारा..❗❗
☝MORAL- don't copy if u
can't paste..
😜😜😜😜😜😜😜😜😜😜


❓||||||||| प्रश्नोत्तर |||||||||

Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?
Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!
📒
Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?
Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!
📒
Qus→संसार में दुःख क्यों है ?
Ans→लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!
📒
Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?
Ans→ ईश्वर ने संसार की रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!
📒
Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?
Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!! वह ज्योति है
📒
Qus→ भाग्य क्या है ?
Ans→हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!
📒
Qus→ इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ?
Ans→ रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..
इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!
📒
Qus→किस चीज को गंवाकर मनुष्य
धनी बनता है ?
Ans→ लोभ..!!
📒
Qus→ कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है?
Ans → अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!
📒
Qus → किस चीज़ के खो जाने
पर दुःख नहीं होता ?
Ans → क्रोध..!!
📒
Qus→ धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है ?
Ans → दया..!!
📒
Qus→क्या चीज़ दुसरो को नहीं देनी चाहिए ?
Ans→ तकलीफें, धोखा..!!
📒
Qus→ क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?
Ans→ किसी की हाय..!!
📒
Qus→ ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है ?
Ans→मज़बूरी..!!
📒
Qus→ दुनियां की अपराजित चीज़ ?
Ans→ सत्य..!!
📒
Qus→ दुनियां में सबसे ज़्यादा बिकने वाली चीज़ ?
Ans→ झूठ..!!
📒
Qus→ करने लायक सुकून का
कार्य ?
Ans→ परोपकार..!!
📒
Qus→ दुनियां की सबसे बुरी लत ?
Ans→ मोह..!!
📒
Qus→ दुनियां का स्वर्णिम स्वप्न ?
Ans→ जिंदगी..!!
📒
Qus→ दुनियां की अपरिवर्तनशील चीज़ ?
Ans→ मौत..!!
📒
Qus→ ऐसी चीज़ जो स्वयं के भी समझ ना आये ?
Ans→ अपनी मूर्खता..!!
📒
Qus→ दुनियां में कभी भी नष्ट/ नश्वर न होने वाली चीज़ ?
Ans→ आत्मा और ज्ञान..!!
📒
Qus→ कभी न थमने वाली चीज़ ?
Ans→ समय


❓||||||||| प्रश्नोत्तर |||||||||

Qus→ जीवन का उद्देश्य क्या है ?
Ans→ जीवन का उद्देश्य उसी चेतना को जानना है - जो जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है। उसे जानना ही मोक्ष है..!!
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Qus→ जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त कौन है ?
Ans→ जिसने स्वयं को, उस आत्मा को जान लिया - वह जन्म और मरण के बन्धन से मुक्त है..!!
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Qus→संसार में दुःख क्यों है ?
Ans→लालच, स्वार्थ और भय ही संसार के दुःख का मुख्य कारण हैं..!!
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Qus→ ईश्वर ने दुःख की रचना क्यों की ?
Ans→ ईश्वर ने संसार की रचना की और मनुष्य ने अपने विचार और कर्मों से दुःख और सुख की रचना की..!!
📒
Qus→ क्या ईश्वर है ? कौन है वे ? क्या रुप है उनका ? क्या वह स्त्री है या पुरुष ?
Ans→ कारण के बिना कार्य नहीं। यह संसार उस कारण के अस्तित्व का प्रमाण है। तुम हो, इसलिए वे भी है - उस महान कारण को ही आध्यात्म में 'ईश्वर' कहा गया है। वह न स्त्री है और ना ही पुरुष..!! वह ज्योति है
📒
Qus→ भाग्य क्या है ?
Ans→हर क्रिया, हर कार्य का एक परिणाम है। परिणाम अच्छा भी हो सकता है, बुरा भी हो सकता है। यह परिणाम ही भाग्य है तथा आज का प्रयत्न ही कल का भाग्य है..!!
📒
Qus→ इस जगत में सबसे बड़ा आश्चर्य क्या है ?
Ans→ रोज़ हजारों-लाखों लोग मरते हैं और उसे सभी देखते भी हैं, फिर भी सभी को अनंत-काल तक जीते रहने की इच्छा होती है..
इससे बड़ा आश्चर्य ओर क्या हो सकता है..!!
📒
Qus→किस चीज को गंवाकर मनुष्य
धनी बनता है ?
Ans→ लोभ..!!
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Qus→ कौन सा एकमात्र उपाय है जिससे जीवन सुखी हो जाता है?
Ans → अच्छा स्वभाव ही सुखी होने का उपाय है..!!
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Qus → किस चीज़ के खो जाने
पर दुःख नहीं होता ?
Ans → क्रोध..!!
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Qus→ धर्म से बढ़कर संसार में और क्या है ?
Ans → दया..!!
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Qus→क्या चीज़ दुसरो को नहीं देनी चाहिए ?
Ans→ तकलीफें, धोखा..!!
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Qus→ क्या चीज़ है, जो दूसरों से कभी भी नहीं लेनी चाहिए ?
Ans→ किसी की हाय..!!
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Qus→ ऐसी चीज़ जो जीवों से सब कुछ करवा सकती है ?
Ans→मज़बूरी..!!
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Qus→ दुनियां की अपराजित चीज़ ?
Ans→ सत्य..!!
📒
Qus→ दुनियां में सबसे ज़्यादा बिकने वाली चीज़ ?
Ans→ झूठ..!!
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Qus→ करने लायक सुकून का
कार्य ?
Ans→ परोपकार..!!
📒
Qus→ दुनियां की सबसे बुरी लत ?
Ans→ मोह..!!
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Qus→ दुनियां का स्वर्णिम स्वप्न ?
Ans→ जिंदगी..!!
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Qus→ दुनियां की अपरिवर्तनशील चीज़ ?
Ans→ मौत..!!
📒
Qus→ ऐसी चीज़ जो स्वयं के भी समझ ना आये ?
Ans→ अपनी मूर्खता..!!
📒
Qus→ दुनियां में कभी भी नष्ट/ नश्वर न होने वाली चीज़ ?
Ans→ आत्मा और ज्ञान..!!
📒
Qus→ कभी न थमने वाली चीज़ ?
Ans→ समय


Thursday, November 19, 2015

रावण जब रणभूमि में मृत्युशय्या पर अंतिम सांसे ले रहा था तब उसने श्री राम से कहा-

🏆'राम मैं तुमसे हर बात में श्रेष्ठ हूँ।
🏆जाति मेरी ब्राह्मण हैं, जो तुमसे श्रेष्ठ है।
🏆आयु में भी तुमसे बड़ा हूँ,
🏆मेरा कुटुम्ब तुम्हारे कुटुम्ब से बड़ा है।
🏆मेरा वैभव तुमसे अघिक हैं,
🏆तुम्हारा महल स्वर्णजड़ित है परन्तु मेरी पूरी लंका ही स्वर्ण नगरी है,
🏆मैं बल और पराक्रम में भी तुमसे श्रेष्ठ हूँ,
🏆मेरा राज्य तुम्हारे राज्य से बड़ा है,
🏆ज्ञान और तपस्या में तुमसे श्रेष्ठ हूँ।
🏆इतनी श्रेष्ठताओं के होने पर भी रणभूमि में मैं तुमसे परास्त हो गया।


👉👉सिर्फ इसलिये कि
तुम्हारा भाई तुम्हारे साथ है,
और
मेरा भाई विभीषण..............????

🙏बिना भाई के साथ के जब रावण हार सकता है तो हम किस घमंड में है ..?
सदा साथ रहिये सदा विजय रहिये ......
💐💐💐💐💐💐

आहिस्ता चल जिंदगी,अभी
कई कर्ज चुकाना बाकी है
कुछ दर्द मिटाना बाकी है
कुछ फर्ज निभाना बाकी है
                   रफ़्तार में तेरे चलने से
                   कुछ रूठ गए कुछ छूट गए
                   रूठों को मनाना बाकी है
                   रोतों को हँसाना बाकी है
कुछ रिश्ते बनकर ,टूट गए
कुछ जुड़ते -जुड़ते छूट गए
उन टूटे -छूटे रिश्तों के
जख्मों को मिटाना बाकी है
                    कुछ हसरतें अभी अधूरी हैं
                    कुछ काम भी और जरूरी हैं
                    जीवन की उलझ पहेली को
                    पूरा सुलझाना बाकी है
जब साँसों को थम जाना है
फिर क्या खोना ,क्या पाना है
पर मन के जिद्दी बच्चे को
यह बात बताना बाकी है
                     आहिस्ता चल जिंदगी ,अभी
                     कई कर्ज चुकाना बाकी है
                     कुछ दर्द मिटाना बाकी है  
                     कुछ फर्ज निभाना बाकी ह


उस दिन अनोखी विदाई देखी

पिता हर पिता की तरह ही थे
दामाद के दोनों हाथ थामे
भीगे स्वर में अनुरोध कर रहे
नाज़ों से पली बेटी है मेरी
सदा खुश रखना इसे....

उस एक क्षण जाने क्या बीता कि
सजल नैनों से बेटी ने पिता को देखा
उनके पसीजे हाथ अपने हाथों में लेकर बोली
मेरी खुशियाँ इतनी असहाय नहीं है पापा
कि उनके लिए आपको यूँ याचना करना पड़े..

मैं खुश रहूगी पापा
कि मेरी ख़ुशी की जिम्मेदारी मेरी है
किसी की अनुकम्पा पर आश्रित नहीं हैं वे
अपनी खिलखिलाहटों पर स्वामित्व मैं स्वयं करुगी...

प्रतीक्षारत नहीं हैं मेरी खुशियाँ
कि कोई आये और झोली में डाले..

सक्षम हूँ मैं
स्वयं समेट लूगी..

और हाँ अभिनय नहीं करुगी खुश रहने का
बगैर समझौते चुनूगी खुशियाँ
ये वादा है एक बेटी का...

गदगद हो गये पिता
अभिमान से आंखे झिलमिला उठी
बस इतना ही कह पाये
अनंत खुशियाँ बटोर
और उतनी ही बिखेर...

Wednesday, November 18, 2015

एक सेठ जी थे -
जिनके पास काफी दौलत थी.
सेठ जी ने अपनी बेटी की शादी एक बड़े घर में की थी.
परन्तु बेटी के भाग्य में सुख न होने के कारण उसका पति जुआरी, शराबी निकल गया.
जिससे सब धन समाप्त हो गया.
बेटी की यह हालत देखकर सेठानी जी रोज सेठ जी से कहती कि आप दुनिया की मदद करते हो,
मगर अपनी बेटी परेशानी में होते हुए उसकी मदद क्यों नहीं करते हो?
सेठ जी कहते कि
"जब उनका भाग्य उदय होगा तो अपने आप सब मदद करने को तैयार हो जायेंगे..."
एक दिन सेठ जी घर से बाहर गये थे कि, तभी उनका दामाद घर आ गया.
सास ने दामाद का आदर-सत्कार किया और बेटी की मदद करने का विचार उसके मन में आया कि क्यों न मोतीचूर के लड्डूओं में अर्शफिया रख दी जाये...
यह सोचकर सास ने लड्डूओ के बीच में अर्शफिया दबा कर रख दी और दामाद को टीका लगा कर विदा करते समय पांच किलों शुद्ध देशी घी के लड्डू, जिनमे अर्शफिया थी, दिये...
दामाद लड्डू लेकर घर से चला,
दामाद ने सोचा कि इतना वजन कौन लेकर जाये क्यों न यहीं मिठाई की दुकान पर बेच दिये जायें और दामाद ने वह लड्डुयों का पैकेट मिठाई वाले को बेच दिया और पैसे जेब में डालकर चला गया.
उधर सेठ जी बाहर से आये तो उन्होंने सोचा घर के लिये मिठाई की दुकान से मोतीचूर के लड्डू लेता चलू और सेठ जी ने दुकानदार से लड्डू मांगे...मिठाई वाले ने वही लड्डू का पैकेट सेठ जी को वापिस बेच दिया.
सेठ जी लड्डू लेकर घर आये.. सेठानी ने जब लड्डूओ का वही पैकेट देखा तो सेठानी ने लड्डू फोडकर देखे, अर्शफिया देख कर अपना माथा पीट लिया.
सेठानी ने सेठ जी को दामाद के आने से लेकर जाने तक और लड्डुओं में अर्शफिया छिपाने की बात कह डाली...
सेठ जी बोले कि भाग्यवान मैंनें पहले ही समझाया था कि अभी उनका भाग्य नहीं जागा...
देखा मोहरें ना तो दामाद के भाग्य में थी और न ही मिठाई वाले के भाग्य में...
इसलिये कहते हैं कि भाग्य से
ज्यादा
और...
समय
से पहले न किसी को कुछ मिला है और न मीलेगा!
ईसी लिये ईशवर जितना दे उसी मै संतोष करो
अगर पसंद आए तो बिना कहे शेयर करेँ दें

"श्रीराधा " जन्म कथा
……
धार्मिक कथाओं के अनुसार, आज से पांच
हजार दो सौ वर्ष पूर्व मथुरा जिले के
गोकुल-महावन कस्ब
े के निकट "रावल गांव"
में वृषभानु एवं कीर्तिदा की पुत्री के रूप में
राधा रानी ने जन्म लिया था।
राधा रानी के जन्म के संबंध में यह
कहा जाता है कि राधा जी माता के पेट से
पैदा नहीं हुई थी उनकी माता ने अपने गंर्भ
में "वायु" को धारण कर रखा था उसने योग
माया कि प्रेरणा से वायु को ही जन्म
दिया.परन्तु वहाँ स्वेच्छा से
श्री राधा प्रकट हो गई.
श्री राधा रानी जी कलिंदजाकूलवर्ती
निकुंज प्रदेश के एक सुन्दर मंदिर में
अवतीर्ण हुई उस समय भाद्र पद
का महीना था, शुक्ल पक्ष
की अष्टमी तिथि,अनुराधा नक्षत्र,
मध्यान्ह काल १२ बजे और सोमवार
का दिन था. उस समय राधा जी के जन्म पर
नदियों का जल पवित्र हो गया सम्पूर्ण
दिशाए प्रसन्न निर्मल हो उठी.वृषभानु
और कीर्तिदा ने पुत्री के कल्याण
की कामना से आनंददायिनी दो लाख उत्तम
गौए ब्राह्मणों कको दान में दी.
ऐसा भी कहा जाता है कि एक दिन जब
वृषभानु जी जब एक सरोवर के पास से गुजर
रहे थे, तब उन्हें एक बालिका "कमल के फूल"
पर तैरती हुई मिली, जिसे उन्होंने पुत्री के
रूप में अपना लिया। राधा रानी जी आयु में
श्रीकृष्ण से ग्यारह माह बडी थीं.
लेकिन श्री वृषभानु जी और
कीर्ति देवी को ये बात जल्द ही पता चल
गई कि श्री किशोरी जी ने अपने प्राकट्य
से ही अपनी आँखे नहीं खोली है. इस बात से
उन्हें बड़ा दुःख हुआ कुछ समय पश्चात जब
नन्द महाराज कि पत्नी यशोदा जी गोकुल
से अपने लाडले के साथ वृषभानु जी के घर
आती है जतब वृषभानु जी और
कीर्ति जी उनका स्वागत करती है
यशोदा जी कान्हा को गोद में लिए
राधा जी के पास आती है. और जैसे
ही श्री कृष्ण और राधा आमने-सामने आते है .
तब राधा जी पहली बार अपनी आँखे
खोलती है. अपने प्राण प्रिय श्री कृष्ण
को देखने के लिए ,वे एक टक कृष्ण
जी को देखती है, अपनी प्राण प्रिय
को अपने सामने एक सुन्दर-सी बालिका के
रूप में देखकर कृष्ण जी स्वयं बहुत आनंदित
होते है.
जिनके दर्शन बड़े बड़े देवताओ के लिए
भी दुर्लभ है तत्वज्ञ मनुष्य
सैकड़ो जन्मो तक तप करने पर
भी जिनकी झाँकी नहीं पाते, वे
ही श्री राधिका जी जब वृषभानु के
यहाँ साकार रूप से प्रकट हुई. और गोप
ललनाएँ जब उनका पालन करने लगी. स्वर्ण
जडित और सुन्दर रत्नों से रचित
चंदनचर्चित पालने में
सखीजनो द्वारा नित्य झुलाई जाती हुई
श्री राधा प्रतिदिन शुक्ल पक्ष के
चंद्रमा की कला की भांति बढ़ने लगी.
श्री राधा क्या है - रास की रंग
स्थली को प्रकाशित करने
वाली चन्द्रिका ,वृषभानु मंदिर
की दीपावली गोलोक चूड़ामणि श्री कृष्ण
की हारावली है. हमारा उन परम
शक्ति को सत्-सत् नमन है.
।।🙏

   💕"जय जय श्री राधे"💕


फूलवाला: "साहब अपनी गर्लफ्रेंड के
लिए फूल
ले लो..
.
.
लड़का: "मेरी गर्लफ्रेंड नहीं है..
.
.
फूलवाला: "तो मंगेतर के लिए ले लो...
लड़का : "मेरी मंगेतर नहीं है..
.
.
फूलवाला: "तो बीवी के लिए ले लो..
.
.
लड़का: "मेरी बीवी नहीं है...
.
.
.
फूलवाला: "ए दुनिया के खुशनसीब
इंसान
मेरी तरफ से फूल फ्री में ले लो.."😉😋😜😃👌👌👌👍✌👈

Tuesday, November 17, 2015

टीचर और स्‍टूडेंट

टीचर : होम वर्क क्यों नहीं किया ..?
स्टूडेंट : सर, लाइट नहीं थी .

टीचर : तो मोमबत्ती जला लेते .
स्टूडेंट : सर, माचिस नहीं थी .

टीचर : माचिस क्यों नहीं थी ?
स्टूडेंट : पूजा घर में राखी हुई थी .

टीचर : तो वहां से ले आते ...
स्टूडेंट : नहाया हुआ नहीं था

टीचर : नहाया हुआ क्यों नहीं था .?
स्टूडेंट : पानी नहीं था सर .

टीचर : पानी क्यों नहीं था ..?
स्टूडेंट : सर मोटर नहीं चल रहा था .

टीचर : मोटर क्यों नहीं चल रहा था ..??
स्टूडेंट : उल्लू के पट्ठे बताया तो था लाइट नहीं थी ....!!.


एक क्लास में एक शिक्षिका ने बच्चों का हौंसला बढाने के लिए एक नुस्खा निकाला।

शिक्षिका: जिन बच्चों ने एक पाठ याद किया है वो मेरे हाथ पर किस करें।
यह सुन कर कुछ बच्चे शिक्षिका के हाथ पर किस करते हैं।

शिक्षिका: जिन बच्चों ने 2 पाठ याद किये हैं, वो मेरे दोनों गालों पर किस करें।
यह सुन कर कुछ बच्चे शिक्षिका के दोनों गालों पर किस करते हैं।

तभी पप्पू बोलता है, “मैडम बिस्तर बिछा लो।”

शिक्षिका: क्यों?

पप्पू: क्योंकि मुझे पूरी किताब याद है।.

एक दिन पंडित को प्यास लगी, संयोगवश घर में पानी नही था इसलिए उसकी पत्नी पडोस से पानी ले आई I पानी पीकर पंडित ने पूछा....

पंडित - कहाँ से लायी हो बहुत ठंडा पानी है I

पत्नी - पडोस के कुम्हार के घर से I (पंडित ने यह सुनकर लोटा फैंक दिया और उसके तेवर चढ़ गए वह जोर जोर से चीखने लगा )

पंडित - अरी तूने तो मेरा धर्म भ्रष्ट कर दिया, कुंभार ( शुद्र ) के घर का पानी पिला दिया। पत्नी भय से थर-थर कांपने लगी, उसने पण्डित से माफ़ी मांग ली I
पत्नी - अब ऐसी भूल नही होगी। शाम को पण्डित जब खाना खाने बैठा तो घरमे खानेके लिए
कुछ नहीं था.

पंडित - रोटी नहीं बनाई. भाजी
नहीं बनाई.

पत्नी - बनायी तो थी लेकिन अनाज पैदा करनेवाला कुणबी(शुद्र) था.
    और जिस कढ़ाई में बनाया था वो लोहार (शुद्र) के घर से आई थी। सब फेक दिया.

पण्डित - तू पगली है क्या कही अनाज और कढ़ाई में भी छुत होती है? यह कह कर पण्डित बोला की पानी तो ले आओ I

पत्नी - पानी तो नही है जीI

पण्डित - घड़े कहाँ गए हैI

पत्नी - वो तो मेने फैंक दिए क्योंकि कुम्हार के हाथ से बने थेI पंडित बोला दूध ही ले आओ वही पीलूँगा I
पत्नी - दूध भी फैंक दिया जी क्योंकि गाय को जिस नौकर ने दुहा था वो तो नीची (शुद्र) जाति से था न I

पंडित- हद कर दी तूने तो यह भी नही जानती की दूध में छूत नही लगती है I

पत्नी-यह कैसी छूत है जी जो पानी में तो लगती है, परन्तु दूध में नही लगती। पंडित के मन में आया कि दीवार से सर फोड़ ले। गुर्रा कर बोला - तूने मुझे चौपट कर दिया है जा अब आंगन में खाट डाल दे मुझे अब नींद आ रही है I

 पत्नी- खाट! उसे तो मैने तोड़ कर फैंक दिया है क्योंकि उसे शुद्र (सुतार ) जात वाले ने बनाया था.

पंडित चीखा - ओ फुलो का हार लाओ भगवन को चढ़ाऊंगा ताकि तेरी अक्ल ठिकाने आये.

पत्नी- फेक दिया उसे माली(शुद्र)
जाती ने बनाया था.
पंडित चीखा- सब में आग लगा दो, घर में कुछ बचा भी हैं या नहीं.
पत्नी - हाँ यह घर बचा है, इसे अभी तोडना बाकी है क्योंकि इसे भी तो पिछड़ी जाति के मजदूरों ने बनाया है I पंडित के पास कोई जबाब नही था .उसकी अक्ल तो ठिकाने आयी

मच्छर मारने का सबसे आसान तरीका!
चीनी और लाल मिर्च का मिश्रण बना कर मच्छर को दें।
मिश्रण खाते ही वो पानी की तलाश में निकलेगा।
जैसे ही वो पानी के टैंक के पास जाए, उसे धक्का दे दो।
वो भीग जाएगा और खुद को सुखाने के लिए
आग के पास जाएगा।
उसी वक्त आप आग में बम फ़ेंक दें। वो बुरी तरह ज़ख़्मी हो के अस्पताल में दाखिल हो जाएगा।
आप वहां जाकर उसका आक्सीजन मास्क उतार दें।
मच्छर मर जाएगा...
.
.
.
.
धन्यवाद की ज़रूरत नहीं है,

मुझे आप की सहायता करके ख़ुशी हुई

बचपन से ही होशियार हु लेकिन कभी घमंड नही किया

Monday, November 16, 2015


एक फकीर बहुत दिनों तक बादशाह के साथ रहा बादशाह का बहुत प्रेम उस फकीर पर हो गया।
प्रेम भी इतना कि बादशाह रात को भी उसे अपने कमरे में सुलाता।
कोई भी काम होता, दोनों साथ-साथ ही करते।
एक दिन दोनों शिकार खेलने गए और रास्ता भटक गए।
भूखे-प्यासे एक पेड़ के नीचे पहुंचे।
पेड़ पर एक ही फल लगा था।
बादशाह ने घोड़े पर चढ़कर फल को अपने हाथ से तोड़ा।
बादशाह ने फल के छह टुकड़े किए और अपनी आदत के मुताबिक पहला टुकड़ा फकीर को दिया।
फकीर ने टुकड़ा खाया और बोला, 'बहुत स्वादिष्ट ऎसा फल कभी नहीं खाया।
एक टुकड़ा और दे दें।
दूसरा टुकड़ा भी फकीर को मिल गया।
फकीर ने एक टुकड़ा और बादशाह से मांग लिया।
इसी तरह फकीर ने पांच टुकड़े मांग कर खा लिए।
जब फकीर ने आखिरी टुकड़ा मांगा, तो बादशाह ने कहा, 'यह सीमा से बाहर है।
आखिर मैं भी तो भूखा हूं।
मेरा तुम पर प्रेम है, पर तुम मुझसे प्रेम नहीं करते।'.
और सम्राट ने फल का टुकड़ा मुंह में रख लिया।
मुंह में रखते ही राजा ने उसे थूक दिया, क्योंकि वह कड़वा था।
राजा बोला, 'तुम पागल तो नहीं, इतना कड़वा फल कैसे खा गए?'
उस फकीर का उत्तर था,
'जिन हाथों से बहुत मीठे फल खाने को मिले, एक कड़वे फल की शिकायत कैसे करूं?
सब टुकड़े इसलिए लेता गया ताकि आपको पता न चले।
दोस्तों जँहा मित्रता हो वँहा संदेह न हो ।

😃😃
स्वामी विवेकानंद के इस संवाद को ध्यान से पढ़ें और दूसरों को भी भेजें।

🙏


मुशीं फैज अली ने स्वामी विवेकानन्द से पूछा :
"स्वामी जी हमें बताया गया है कि अल्लहा एक ही है।
यदि वह एक ही है, तो फिर संसार उसी ने बनाया होगा ?

"स्वामी जी बोले, "सत्य है।".

मुशी जी बोले ,"तो फिर इतने प्रकार के मनुष्य क्यों बनाये।
जैसे कि हिन्दु, मुसलमान, सिख्ख, ईसाइ और सभी को अलग-अलग धार्मिक ग्रंथ भी दिये।
एक ही जैसे इंसान बनाने में उसे यानि की अल्लाह को क्या एतराज था।
सब एक होते तो न कोई लङाई और न कोई झगङा होता।

".स्वामी हँसते हुए बोले, "मुंशी जी वो सृष्टी कैसी होती जिसमें एक ही प्रकार के फूल होते।

केवल गुलाब होता, कमल या रंजनिगंधा या गेंदा जैसे फूल न होते!".

फैज अली ने कहा सच कहा आपने
यदि
एक ही दाल होती
तो
खाने का स्वाद भी
एक ही होता।

दुनिया तो
बङी फीकी सी हो जाती!

स्वामी जी ने कहा, मुंशीजी! इसीलिये तो ऊपर वाले ने अनेक प्रकार के जीव-जंतु और इंसान बनाए
ताकि हम
पिंजरे का भेद भूलकर
जीव की एकता को पहचाने।

मुशी जी ने पूछा,
इतने मजहब क्यों ?

स्वामी जी ने कहा, " मजहब तो मनुष्य ने बनाए हैं,
प्रभु ने तो केवल धर्म बनाया है।

"मुशी जी ने कहा कि, " ऐसा क्यों है कि
एक मजहब में कहा गया है कि गाय और सुअर खाओ
और
 दूसरे में कहा गया है कि
गाय मत खाओ, सुअर खाओ एवं तीसरे में कहा गया कि
 गाय खाओ सुअर न खाओ;

इतना ही नही कुछ लोग तो ये भी कहते हैं कि मना करने पर जो इसे खाये उसे अपना दुश्मन समझो।"

स्वामी जी जोर से हँसते हुए मुंशी जी से पूछे कि ,"क्या ये सब प्रभु ने कहा है ?"

मुंशी जी बोले नही,"मजहबी लोग यही कहते हैं।"

स्वामी जी बोले,
 "मित्र!
किसी भी देश या प्रदेश का भोजन
वहाँ की जलवायु की देन है।

सागरतट पर बसने वाला व्यक्ति वहाँ खेती नही कर सकता,
 वह
सागर से पकङ कर
मछलियां ही खायेगा।

उपजाऊ भूमि के प्रदेश में
खेती हो सकती है।
वहाँ
अन्न फल एवं शाक-भाजी उगाई जा सकती है।

उन्हे अपनी खेती के लिए गाय और बैल बहुत उपयोगी लगे।

उन्होने
गाय को अपनी माता माना, धरती को अपनी माता माना और नदी को माता माना ।
क्योंकि
ये सब
उनका पालन पोषण
 माता के समान ही करती हैं।"

"अब जहाँ मरुभूमि है वहाँ खेती कैसे होगी?

खेती नही होगी तो वे
गाय और बैल का क्या करेंगे?

अन्न है नही
तो खाद्य के रूप में
पशु को ही खायेंगे।

तिब्बत में कोई शाकाहारी कैसे हो सकता है?
वही स्थिति अरब देशों में है। जापान में भी इतनी भूमि नही है कि कृषि पर निर्भर रह सकें।

"स्वामी जी फैज अलि की तरफ मुखातिब होते हुए बोले,
 " हिन्दु कहते हैं कि
मंदिर में जाने से पहले या
पूजा करने से पहले
स्नान करो।

मुसलमान नमाज पढने से पहले वाजु करते हैं।
क्या अल्लहा ने कहा है कि नहाओ मत,
 केवल लोटे भर पानी से
हांथ-मुँह धो लो?

"फैज अलि बोला,
क्या पता कहा ही होगा!

स्वामी जी ने आगे कहा,
नहीं,
 अल्लहा ने नही कहा!

अरब देश में इतना पानी कहाँ है कि वहाँ पाँच समय नहाया जाए।
जहाँ पीने के लिए पानी बङी मुश्किल से मिलता हो वहाँ कोई पाँच समय कैसे नहा सकता है।

यह तो
भारत में ही संभव है,
जहाँ नदियां बहती हैं,
झरने बहते हैं, कुएँ जल देते हैं।

तिब्बत में
यदि
पानी हो
तो वहाँ पाँच बार व्यक्ति यदि नहाता है तो ठंड के कारण ही मर जायेगा।
यह सब
प्रकृति ने
सबको समझाने के लिये किया है।


"स्वामी विवेका नंद जी ने आगे समझाते हुए कहा कि," मनुष्य की मृत्यु होती है।

उसके शव का अंतिम संस्कार करना होता है।

अरब देशों में वृक्ष नही होते थे, केवल रेत थी।
 अतः
वहाँ मृतिका समाधी का प्रचलन हुआ,
जिसे आप दफनाना कहते हैं।

भारत में वृक्ष बहुत बङी संख्या में थे,
लकडी.पर्याप्त उपलब्ध थी
 अतः
भारत में
अग्नि संस्कार का प्रचलन हुआ।

जिस देश में जो सुविधा थी
वहाँ उसी का प्रचलन बढा।

वहाँ जो मजहब पनपा
उसने उसे अपने दर्शन से जोङ लिया।

"फैज अलि विस्मित होते हुए बोला!
"स्वामी जी इसका मतलब है कि हमें
शव का अंतिम संस्कार
प्रदेश और देश के अनुसार करना चाहिये।
 मजहब के अनुसार नही।

"स्वामी जी बोले , "हाँ! यही उचित है।

" किन्तु अब लोगों ने उसके साथ धर्म को जोङ दिया।

 मुसलमान ये मानता है कि उसका ये शरीर कयामत के दिन उठेगा इसलिए वह शरीर को जलाकर समाप्त नही करना चाहता।

हिन्दु मानता है कि उसकी आत्मा फिर से नया शरीर धारण करेगी
इसलिए
उसे मृत शरीर से
एक क्षंण भी मोह नही होता।

"फैज अलि ने पूछा
कि,
"एक मुसलमान के शव को जलाया जाए और एक हिन्दु के शव को दफनाया जाए
तो क्या
प्रभु नाराज नही होंगे?

"स्वामी जी ने कहा," प्रकृति के नियम ही प्रभु का आदेश हैं।
वैसे
 प्रभु कभी रुष्ट नही होते
वे प्रेमसागर हैं,
करुणा सागर है।

"फैज अलि ने पूछा
तो हमें
उनसे डरना नही चाहिए?

स्वामी जी बोले, "नही!
हमें तो
ईश्वर से प्रेम करना चाहिए
वो तो पिता समान है,
दया का सागर है
फिर उससे भय कैसा।

डरते तो उससे हैं हम
जिससे हम प्यार नही करते।

"फैज अलि ने हाँथ जोङकर स्वामी विवेकानंद जी से पूछा, "तो फिर
मजहबों के कठघरों से
मुक्त कैसे हुआ जा सकता है?

"स्वामी जी ने फैज अलि की तरफ देखते हुए
मुस्कराकर कहा,
"क्या तुम सचमुच
कठघरों से मुक्त होना चाहते हो?"

फैज अलि ने स्वीकार करने की स्थिति में
अपना सर हिला दिया।

स्वामी जी ने आगे समझाते हुए कहा,
"फल की दुकान पर जाओ,
तुम देखोगे
वहाँ
आम, नारियल, केले, संतरे,अंगूर आदि अनेक फल बिकते हैं; किंतु वो दुकान तो फल की दुकान ही कहलाती है।

वहाँ अलग-अलग नाम से फल ही रखे होते हैं।

" फैज अलि ने
हाँ में सर हिला दिया।

स्वामी विवेकानंद जी ने आगे कहा कि ,"अंश से अंशी की ओर चलो।
तुम पाओगे कि सब
उसी प्रभु के रूप हैं।

"फैज अलि
अविरल आश्चर्य से
स्वामी विवेकानंद जी को
देखते रहे और बोले
"स्वामी जी
मनुष्य
ये सब क्यों नही समझता?

"स्वामी विवेकानंद जी ने शांत स्वर में कहा, मित्र! प्रभु की माया को कोई नही समझता।
मेरा मानना तो यही है कि, "सभी धर्मों का गंतव्य स्थान एक है।
जिस प्रकार विभिन्न मार्गो से बहती हुई नदियां समुंद्र में जाकर गिरती हैं,
उसी प्रकार
सब मतमतान्तर परमात्मा की ओर ले जाते हैं।
मानव धर्म एक है, मानव जाति एक है।"...

🙏💐🙏💐🙏💐🙏💐🙏
इसे
डिलीट न करें
पढ़ें
और अच्छे लोगों को पोस्ट करें।

मॉडर्न कविता...

उठो लाल अब आँखे खोलो
मोबाईल ऑन कर नेट टटोलो..
चलो देख लो वाट्सएप पहले
ज्ञान जोक्स पर रोले हंस ले।
फेसबुक की है दूसरी बारी
जहाँ दिखेगी दुनिया सारी
देखो किसने क्या है डाला
किसने कितना किया घोटाला
कौन आज दुनिया में आया
किसने किससे केक कटाया
ट्विटर की तो बात निराली
चार शब्द् में गाथा गा ली।
उठो तुम भी कुछ लिख लिख बोलो
उठो लाल अब आँखे खोलो
मोबाईल ऑन कर नेट टटोलो..!!
😃😎😂

बहू ने सास को दिया मोबाइल,

📱📱

आखिर क्यों हुई मेहरबान..

🔶♦️💢♻️

नए जमाने की बहू ने
सास को उनके जन्मदिन पर गिफ्ट में मोबाइल लाकर दिया 📲

और वो भी सैमसंग स्मार्ट फ़ोन

📼📲📱

बहु ने अपने सारे काम काज छोडक़र

सास की सहेलियों और सारे परिचितों के नंबर सेव कर दिये ।

सोने पे सुहागा

फिर उसमें व्हाट्सएप्प भी डाउनलोड कर दिया ।

🎹🎤

भजन और गाने भी लोड कर दिये

🎵🎶🎼🎧🎤


अब सुनिये इस मेहनत का
फायदा जो हुआ:

💃💃💃💃💃🚣💃💃

अब सासु मां का ध्यान घर
में कम
मोबाइल पर ज्यादा रहता है

अब वो बेटा बहू की बातें सुनने
की जगह,
मोबाइल की घंटी पर कन्सनट्रेट करती हैं..

अपने बोलने की सारी एनर्जी
मोबाइल पर गंवा देती हैं ।

व्हाट्सएप्प नें तो उसकी सारी ताक़त अपने पास खींच ली है ।

और बहू क्या कर रही है
ये तक भुला देती हैं..

इधर-उधर बातें करने में घंटो
बिता देती है,

फिर दिन भर सासू माँ और उनका व्हाट्सएप्प
उसी में लीन हो जाती है ।
पढ़ती है मुस्कुराती है ।

रात को भजन और गानें

💏👨‍❤️‍💋‍👨👏

इधर बहू किचन में

मनचाहा बनाकर कब खा लेती
है
सासु मां अब इस बात पर
ध्यान कम देती है..

इससे पहले वो दिन रात
बहू-बहू चिल्लाती थी,

बहू की जमकर
परेड हो जाती थी।

कभी चाय,
कभी हलवा
कभी दूध
कभी पानी

अब खत्म हुई
बहू की सारी परेशानी।

सास के हाथ में बहू ने
जबसे ये फुलतरु थमाया है,

बहू ने गजब का चैन पाया है।

आजकल सास मोबाइल के
साथ स्टाइल मारती है

और

बहू को करमजली कहने
वाली
अब बेटा-बेटा कहकर
पुकारती है..!!

😁😎😔😚

साइड इफेक्ट जो हुआ:

बस उनका मोबाइल
रीचार्ज जल्दी-जल्दी
करवाना पड़ता है

और
फोन डिस्चार्ज हो जाए,
तो चार्जिंग पर लगाना होता है।

किसी का फोन आए,
तो बताना होता है

कि सासु मां आपका फोन है।

लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ
खोना तो पड़ता है..

वो कहते हैं न :-

अगर इससे प्यार बढ़ता है,
तो ये दाग अच्छे हैं..!!

इसलिए सास से परेशान
बहुओं

आइए ये टिप्स अपनाइए..
ओर अजमाईये

अपनी
-अपनी सासों को मोबाइल
गिफ्ट दीजिए
और सास की रोज़ रोज़ की
चकर-चकर से मुक्ति लीजिए

        ~ रिजल्ट ~

 बहू खुश
सास भी ख़ुश
इससे ज़्यादा और क्या ?????

       😜😄😄😃😃😜

तो दीजिये अपनी _अपनी

              महारानीयों

              को सलाह ..

     👍 Best Of Luck 👍




बहू ने सास को दिया मोबाइल,

📱📱

आखिर क्यों हुई मेहरबान..

🔶♦️💢♻️

नए जमाने की बहू ने
सास को उनके जन्मदिन पर गिफ्ट में मोबाइल लाकर दिया 📲

और वो भी सैमसंग स्मार्ट फ़ोन

📼📲📱

बहु ने अपने सारे काम काज छोडक़र

सास की सहेलियों और सारे परिचितों के नंबर सेव कर दिये ।

सोने पे सुहागा

फिर उसमें व्हाट्सएप्प भी डाउनलोड कर दिया ।

🎹🎤

भजन और गाने भी लोड कर दिये

🎵🎶🎼🎧🎤


अब सुनिये इस मेहनत का
फायदा जो हुआ:

💃💃💃💃💃🚣💃💃

अब सासु मां का ध्यान घर
में कम
मोबाइल पर ज्यादा रहता है

अब वो बेटा बहू की बातें सुनने
की जगह,
मोबाइल की घंटी पर कन्सनट्रेट करती हैं..

अपने बोलने की सारी एनर्जी
मोबाइल पर गंवा देती हैं ।

व्हाट्सएप्प नें तो उसकी सारी ताक़त अपने पास खींच ली है ।

और बहू क्या कर रही है
ये तक भुला देती हैं..

इधर-उधर बातें करने में घंटो
बिता देती है,

फिर दिन भर सासू माँ और उनका व्हाट्सएप्प
उसी में लीन हो जाती है ।
पढ़ती है मुस्कुराती है ।

रात को भजन और गानें

💏👨‍❤️‍💋‍👨👏

इधर बहू किचन में

मनचाहा बनाकर कब खा लेती
है
सासु मां अब इस बात पर
ध्यान कम देती है..

इससे पहले वो दिन रात
बहू-बहू चिल्लाती थी,

बहू की जमकर
परेड हो जाती थी।

कभी चाय,
कभी हलवा
कभी दूध
कभी पानी

अब खत्म हुई
बहू की सारी परेशानी।

सास के हाथ में बहू ने
जबसे ये फुलतरु थमाया है,

बहू ने गजब का चैन पाया है।

आजकल सास मोबाइल के
साथ स्टाइल मारती है

और

बहू को करमजली कहने
वाली
अब बेटा-बेटा कहकर
पुकारती है..!!

😁😎😔😚

साइड इफेक्ट जो हुआ:

बस उनका मोबाइल
रीचार्ज जल्दी-जल्दी
करवाना पड़ता है

और
फोन डिस्चार्ज हो जाए,
तो चार्जिंग पर लगाना होता है।

किसी का फोन आए,
तो बताना होता है

कि सासु मां आपका फोन है।

लेकिन कुछ पाने के लिए कुछ
खोना तो पड़ता है..

वो कहते हैं न :-

अगर इससे प्यार बढ़ता है,
तो ये दाग अच्छे हैं..!!

इसलिए सास से परेशान
बहुओं

आइए ये टिप्स अपनाइए..
ओर अजमाईये

अपनी
-अपनी सासों को मोबाइल
गिफ्ट दीजिए
और सास की रोज़ रोज़ की
चकर-चकर से मुक्ति लीजिए

        ~ रिजल्ट ~

 बहू खुश
सास भी ख़ुश
इससे ज़्यादा और क्या ?????

       😜😄😄😃😃😜

तो दीजिये अपनी _अपनी

              महारानीयों

              को सलाह ..

     👍 Best Of Luck 👍




This is hilarious !

How do you respond to your BOSS who meets you at the washroom urinal and asks "How are you doing?"

This is how the subordinate responded...

"I was under a lot of pressure, but things seem to be flowing well now. I've got a firm grip on the situation and am seeing some good volumes & output. It may take a while before I achieve completion, but it's important to take one's time in order to stay focussed on objectives. I expect to wash my hands off the whole thing soon !"

😂😂😂

ज़रूर पढ़ें बढ़ी ही गहरी बात लिख दी है किसी शक्शियत नें 👌👌👌👉

बेजुबान पत्थर पे लदे है करोडो के गहने मंदिरो में ।
उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हे हाथो को देखा है।


सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूरत के आगे । बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ।।

लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार ,पर बहार एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।

वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हाल के लिए , घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।

सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को, आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।

जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन , आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है ।

जिसने न दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी , आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा ।

दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने, आज पीटते उसी शौहर के हाथो सरे राह देखा है ।


मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारो ,
जिसे खुदको काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरो का माहिर लिखते देखा है ।


जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों ,
आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।
🍂

Sunday, November 15, 2015

७५% भागिदारी बायकोची .....

नवरा बायको सुरू करतात नवा नवा संसार
दहा वीस वर्ष जातात त्यातील कळायला सार
नवऱ्यालाही येते कल्पना बायकोच्या महतीची
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची

कसे जोखमीचे ते नऊ महिने बायको जाते जगून
नवऱ्याच्या घराण्याचा वंशाचा दिवा वाढावा म्हणून
नवऱ्याला कल्पना तरी आहे का त्या अवस्थेची?
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

तीन-चार वर्ष बायकोची, जातात बाळाच्या शी शू ची
नवऱ्याने किती वेळा घातला यांत त्याचा वेळ खर्ची?
कामावरून बोललं कि नवऱ्याला का झोंबते मिरची?
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

किती वेळा नवरा येतो बाहेरूनच काही खाऊन
आणि घरी येऊन रागावतो भाजी अळणी म्हणून
करून दाखवावी नवऱ्याने साधी भाजी बटाट्याची
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

तक्रार, राग, करतानाही नवऱ्याचा जातो किती काळ
माहितीय का त्याला किती लागतं तेल आणि डाळ?
घरी करत नाही जास्त काही, तरी का मर्जी नवऱ्याची?
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

नोकरी करणारी असेल बायको तर हि गंमत पहा
कोणत्या तोंडाने मागतो नवरा आल्या आल्या चहा?
घर व नोकरी अशी दुप्पट सेवा किती आहे महत्वाची?
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

नवराही खरंच खपतो करून मेहनत नोकरी धंदा
पण घरचं व्यवस्थापन नसेल तर होतो मोठा वांदा
करा कल्पना बायकोशिवाय सहल, सणावाराची
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

नवरा काय करतो, ते बायकोने दाखवलय करून
नवऱ्यानेही द्यावं आता आपलं कसब दाखवून
चार चाकाच्या गाडीचीही, फिरतात दोन मागची
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची.

स्त्री-पुरूष समानतेच्या राहिल्यात नुसत्याच गप्पा
बायको जरा काही बोलली तर नवरा होतो खप्पा
बायको या संस्थेची कुठे आहे नवीन उंची??
म्हणून वाटतं, संसारात ७५% भागिदारी बायकोची !!

🙏आदरणीय
🍚रसगुल्ला मामा 😎सादर प्रणाम 👏 ।।
बड़े हर्ष के साथ सूचित कर रहा हूँ कि आपकी 😎भान्जी बर्फी देवी 👧की शादी पेठा नगर🍙 के मिष्ठान भण्डार🍤🍖🍨🍰🍧🍡🍬🍩🍥नामक गांव के सेठ छेनादास👴 के ज्येष्ठ पुत्र गुलाब जामुन🍘के साथ १५ सितम्बर को होना सुनिश्चित हुआ है ।
अतः आप उक्त अवसर पर रसमलाई मामी🍜 एवं जलेबी मौसी🍤 को लेकर सुबह दस बजे वाली रबड़ी एक्सप्रेस ट्रेन 🚉 द्वारा छोला बटूरा स्टेशन 🏪 पर पहुंचे ।
वहां आपके स्वागत के लिए पेड़ा चाचा👳, समोसा भइया 👦 एवं इमरती बहन👩 मिलेंगे ।
                   धन्यवाद
      अन्त में आपका आज्ञाकारी भान्जा
       हाजमोला😜
   खाया पिया पचाया😝😝😝😝😜😜

Saturday, November 14, 2015

Waadaa Karke Nibhaane waale Kam Hote Hai

Ishq Naa Karanna Ishq Mein Ghum Hi Ghum Hote Hai

Main Naa Mil Saku Jo Tumse Meri Justaju Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Mujhe jiss se Hai Muhobbat Use Hai Ajeeb Aadat

Kabhi Moo Ko Pher Lenaa Kabhi Guftagu Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Maine Chaahaa Thaa Kisi ko Meraa Haal Kyaa Hai Dekho

Jo Kiyaa Kusur Maine Wohi Tum Ka Bhu Naa Naa Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Meri Ho Agar Buraayi To Naa Denaa Tum Safaai

Mere Saath Khud ko Rusavaa Kabhi Kubaku Na Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa

Koi Puchhe Badnaseebi Ki Hai Inthaa bhi Koi

To Meri Misaal Denaa Tum Mujhe Namuna Karanaa

Tumhe Meri hi Kasam Hai Meri Aarzu Naa Karnaa

Main Naa Mil Saku Jo Tum se Meri Justaju Naa Karanaa


👌👌👌👌👌👌👌👌👌

एकदा एका विमानतळावर एक मुलगी
वाट पाहत बसली होती.

थोड्या वेळाने तिने तिथल्याच
स्टोअरमधून एक पुस्तक आणि
बिस्कीटपुडा खरेदी केला.

कुणाचा त्रास होऊ नये म्हणून ती
“व्हीआयपी वेटिंग एरिया’त जाऊन
 पुस्तक वाचत बसली.

तिच्या शेजारी दुसरे एक गृहस्थ
वर्तमानपत्र वाचत बसले होते.

शेजारी बिस्किटाचा पुडा होता.

तिने एक बिस्कीट खाताच
त्यांनी ही त्याच पुड्यातून एक
बिस्कीट घेऊन खाल्ले.

त्या गृहस्थाचा निर्लज्जपणा पाहून
 तिचा पारा चढला.
“काय निर्लज्ज मनुष्य आहे हा!

माझ्या अंगी थोडी हिंमत असती,
 तर याला इथल्या इथे चांगलंच
 सरळ केलं असतं!’

ती मनात विचार करत होती.

दोघांचेही एक-एक बिस्कीट खाणे
 सुरूच होते.

आता शेवटचे बिस्कीट उरले.

“आता हा हावरट मनुष्य ते
बिस्कीट स्वत: खाईल, का मला
अर्धे देण्याचा आगाऊपणा करेल?’

ती विचार करत होती.
 “”आता हे अतिच झालं,”
 असे म्हणत ती दुसऱ्या खुर्चीवर
 जाऊन बसली.

थोड्या वेळाने राग शांत झाल्यावर
पुस्तक ठेवायला तिने पर्स उघडली.
 पाहते तर काय, तिचा बिस्कीटपुडा
 पर्समध्येच होता.

आपण कुणा दुसऱ्याची बिस्किटे
खाल्ली, याची तिला खूप लाज
 वाटली.

एका शब्दानेही न बोलता त्या
व्यक्तीने आपली बिस्किटे
 तिच्यासोबत वाटली होती.

तिने नजर टाकली, तर शेवटचे
बिस्कीटही त्याने तिच्यासाठी
 ठेवले होते.

निष्कर्ष – आयुष्यात कितीतरी वेळा
 आपण दुसऱ्याच्या वाट्याचे खाल्ले
आहे; पण आपल्याला त्याची
 जाणीवच नसते.

दुसऱ्यांविषयी मत बनवताना किंवा
वाईट बोलताना आपण सर्व
 गोष्टींचा आढावा घेतलाय का ???

कित्येकदा गोष्टी वरपांगी वाटतात
तशा प्रत्यक्षात नसतात....!!!
"चांगली वस्तु",
"चांगली व्यक्ती" व
"चांगले दिवस"
यांची किंमत" निघुन गेल्यावर समजते...

"प्रेमाने" जोडलेली चार माणसं व
त्यासाठी लागणारे दोन गोड शब्द
 हे "वैभव" ज्याच्याजवळ आहे,
तोच खरा "श्रीमंत".

चार चौघात बसण्यापेक्षा,कधी कधी
 समुद्र किनाऱ्यावर आठवणींना
 घेऊन बसावं.
आयुष्य जास्त सुंदर वाटत...

आपल्याला कोण हवंय यापेक्षा
आपण कोणाला हवंय हे सुद्धा
 कधीतरी पहावं.
आयुष्य जास्त सुंदर वाटत...

आकाशातले तारे कधीच मोजून होत
 नाहीत, माणसाच्या गरजा कधीच
 संपत नाहीत शक्य तेवढे तारे
मोजून समाधानी रहावं.
आयुष्य जास्त सुंदर वाटत...😊😋☺

❤💛❤💛❤💛❤💛
एक था भगवान,🌞
एक था शैतान.🌚....
👍👍👍👍👍👍👍👍
❤💛❤💛❤💛❤💛
दोनों में जब झगड़ा हुआ तो,
बहुत हुआ नुकसान...🌊.
👎👎👎👎👎👎👎👎
❤💛❤💛❤💛❤💛
दोनों ने मिलकर,
निकाला समस्या का समाधान...👆.
🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌
❤💛❤💛❤💛❤💛
एक खिलौना बनाया,
और उसका नाम रखा इंसान🙇....
👆👆👆👆👆👆👆👆
❤💛❤💛❤💛❤💛
शैतान ने अपनी ताक़तें दी,
क्रोध👺,धंमड😳 और जलन😡.....
💪💪💪💪💪💪💪💪
❤💛❤💛❤💛❤💛
भगवान ने अपने अंश दिये,
प्यार😘,दया😨 और सम्मान😊...
👏👏👏👏👏👏👏👏
❤💛❤💛❤💛❤💛
भगवान से मुस्कराकर😀 बोला शैतान,🌚
❤💛❤💛❤💛❤💛
न तेरा नुकसान,न मेरा नुकसान......
👉👉👉👉👉👉👉👉
❤💛❤💛❤💛❤💛
तू जीते या मैं जीतू,
हारेगा इंसान🙇 ....
👈👈👈👈👈👈👈👈

और इसलिए कहते है...
❤💛❤💛❤💛❤💛
कोई टूटे💔 तो उसे सजाना💞 सीखो,
कोई रुठे🙍 तो उसे मनाना🙋 सीखो ...
🌷💐🍀🌹🌻🌺🌼🌷

रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से,
बस उन्हे खूबसूरती💗 से निभाना सीखो।
💛❤💙💕💓💜💚💖

जन्म लिया है तो सिर्फ साँसे⚡ मत लीजिये,
❤💛❤💛❤💛❤💛
जीने का शौक भी रखिये..
👥👥👥👥👥👥👥👥
❤💛❤💛❤💛❤💛
शमशान ऐसे लोगों की राख से...भरा पड़ा है
जो समझते थे,,,
❤💛❤💛❤💛❤💛
दुनिया उनके बिना चल नहीं सकती.
💀💀💀💀💀💀💀💀
❤💛❤💛❤💛❤💛
हाथ में टच📲 फ़ोन,
बस स्टेटस के लिये अच्छा है…
❤💛❤💛❤💛❤💛
सबके टच में रहो,
ज़िन्दगी के लिये ज्यादा अच्छा है…
🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥
❤💛❤💛❤💛❤💛
ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात "आख़री" होगी!
ना ज़ाने कौनसी रात🌌 "आख़री" होगी ।
👬👭👬👭👬👭👬👭
❤💛❤💛❤💛❤💛
मिलते, जुलते, बातें करते रहो यार एक दूसरे से,
ना जाने कौनसी "मुलाक़ात" आख़री होगी...
✋✋✋✋✋✋✋✋
 🏢स्कूल की दोस्ती👯

  🌺दसवीं क्लास तक 🌺

🏯यूनीवरसीटी की दोस्ती👯

    🌹फायनल इअर तक 🌹

  🏫ऑफिस की दोस्ती👯

 🌸 रिटायरमेंट तक 🌸

💑 लवर की दोस्ती 👯
      💐 शादी तक 💐

        💝.....But....💝

   👆 हमारी दोस्ती 👯
       👈 आप से 👉
❤💛❤💛❤💛❤💛
      🌜30- फरवरी तक🌛
❤💛❤💛❤💛❤💛
       🌞......क्योंकि......🌞
❤💛❤💛❤💛❤💛
👏ना कभी 30 फरवरी आयेगी😉
ना कभी हमारी दोस्ती 👯 का end होगा✌👏👏 👍
❤💛❤💛❤💛❤💛
Note:
👉ये मैसेज उन दोस्तों👯 को भेजो जिन का साथ 👫👭 आप पुरी जिंदगी भर नही छोडना चाहते ☺
❤💛❤💛❤💛❤💛
👆मुझे भी करो अगर आप मुझे खोना नही चाहते तो 😜😁
❤💛❤💛❤💛❤💛
ये मॅसेज सबको भेजो और देखो कितने लोग आपको खोना नही चाहते.
❤💛❤💛❤💛❤💛
😘😄😊....
Ek doctor ek din shayeri ke mood me tha .......ab Dekho usne davai kaise samjhayi

¤ दिल बहला के मोहब्बत को ना धमाल करें।
सीरप को अच्छी तरह से हिला के इस्तेमाल करें॥

¤ दिल मेरा टूट गया उठी जब उसकी डोली।
सुबह दोपहर शाम बस एक एक गोली॥

¤ लौट आओ कि मोहब्बत का सुरूर चखें।
तमाम दवायें बच्चों की पहुँच से दूर रखें॥

¤ दिल मेरा इश्क़ करने पे रज़ामंद रहेगा।
इतवार के दिन अस्पताल बन्द रहेगा॥
😬😂


कीसीकी तलाश मे मत नीकलो..
लोग खो नही - बदल जाते हे

छोटे थे तब सब नाम से बुलाते थे ,
बड़े हो गये तो बस काम से बुलाते हे..!!

सेठ के पास सोने की चैन थी...
मजदूर के पास चैन की नींद..

भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है,
और
दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाती है…

मतलबी दुनिया मे सम्भल के चलना....!!
यहाँ तो लोग हाथों से दफ़ना कर भूल जाते
हैं कि कब्र कौन सी थी....!!


एक बहुत ही सुंदर महिला थी ,
सेक्युलर किस्म की ...
अपने बेटे को पास के मदरसे मे उर्दू सीखने के लिए भर्ती करवा आई ...
उर्दू पढाने वाला मौलाना उस महिला की सुंदरता के बारे मे जानता था ,
छुट्टी के समय मौलाना ने उसके बेटे से कहा -
" अपनी अम्मी को मेरा सलाम कहना .... "
बेटे ने आकर माँ को कह दिया कि मौलाना साहब ने आपको सलाम भेजा है ।
महिला ने भी बेटे के हाथों सलाम का उत्तर सलाम भेज कर दे दिया।
ये सिलसिला हफ्ते भर चला ...
महिला की आँखें खुली .
अपने " पति " से परामर्श किया और
अगले दिन बेटे से मौलाना को कहलवाया कि शाम को घर पर बुलाया है ...
मौलान खुश ... 3 दिन से नहाया नहीं था ,
बासी शेरवानी को इस्तरी करवाया , इत्र मारा और पहुँच गया सुंदरी के घर।
महिला ने पहले आवभगत की ... चाय नाश्ता करवाया , फिर बेटे की पढ़ाई के बारे मे जानकारी ली।
मौलाना औपचारिक बातें करने के बाद , अपनी असलियत पे आया , कहा -
- माशा अल्लाह , आपको खुदा ने बड़ी फुर्सत मे तराशा है ,
- वो तो है , शुक्रिया ...
- मुझे आपसे इश्क़ हो गया है मुहतरमा ... ( लार टपकने लगी ... )
- हाँ वो तो है , पर ये बात यदि मेरे पति ने सुन ली तो बहुत मुश्किल होगी ,
वो आते ही होंगे ... आप अभी जाइए , कल शाम को फिर आईयेगा तब बात करेंगे ... मैं आपका इंतज़ार करूंगी ...
मौलाना चलने को हुआ ही था कि बाहर से उस महिला के पति की आवाज़ आई -
कौन घर मे घुसा है हरामखोर ...
मौलाना घबराया ... कहाँ छुप जाऊँ ??
महिला ने उसे फटाफट साड़ी पहना दी ,घूँघट कर दिया और
आटा पीसने वाली पत्थर की चक्की के पास बैठा दिया और कहा -
" आप धीरे धीरे गेहूं पीसिए ... मैं अभी उनको चाय वगेरह पिला कर बाहर भेजती हूँ , आप मौका देखकर भाग जाना ।
मौलाना लगे चक्की चलाने और गेहूं पीसने ...
पति ने प्रवेश किया और पूछा कि ये कौन महिला हैं ,
- पड़ोस मे नए किरायेदार आए हैं उनकी पत्नी है , गेंहू पीसने आई हैं ।
पति पत्नी बहुत देर तक हंसी मज़ाक और बातें करते रहे ,
1 घंटे बाद पति ने कहा -
मैं जरा नुक्कड़ की दुकान से पान खा कर आता हूँ ,और बाहर निकल गया।
मौलाना ने साड़ी उतार के फेंकी और आनन - फानन मे वहाँ से सरपट हो लिए।
15 दिन बाद -
महिला के बेटे ने मदरसे मे मौलाना से कहा -
" माँ ने आपको सलाम भेजा है ... "
- हरामखोरों ,15 दिन मे 20 किलो आटा खा गए ,
जो अब फिर से सलाम भेजा है ..

Beautiful Poem

कोशिश कर, हल निकलेगा । आज नहीं तो, कल निकलेगा ।।

अर्जुन सा लक्ष्य रख, निशाना लगा । मरुस्थल से भी फिर, जल निकलेगा ।।

मेहनत कर, पौधों को पानी दे । बंजर में भी फिर, फल निकलेगा ।।

ताक़त जुटा, हिम्मत को आग दे । फौलाद का भी, बल निकलेगा ।।

सीने में उम्मीदों को, ज़िंदा रख । समन्दर से भी, गंगाजल निकलेगा ।।

कोशिशें जारी रख, कुछ कर ग़ुज़रने की । जो कुछ थमा-थमा है, चल निकलेगा ।।

कोशिश कर, हल निकलेगा । आज नहीं तो, कल निकलगा ।।
      🌻🌻गुड मॉर्निंग 🌻🌻


Friday, November 13, 2015

A Psychological Research Body conducted a simple experiment on a group of married Indian men and women.

All the participants were told to translate a few English phrases.

One of them was:
"I love you too"

Translated by majority of Women:
"Main bhi tumse pyar karti hoon"

Translated by nearly half of the men:
"Main tumse bhi pyar karta hoon"
😜😜😜😜😜😜😜😜

👥दो भाई समुद्र के किनारे टहल रहे थे , दोनों
के बीच किसी बात को लेकर बेहस होगई, बड़े भाई ने
छोटे भाई को थप्पड़ मार दिया ,छोटे भाई ने कुछ
नहीं कहा सिर्फ रेत पे लिखा... "आज मेरे बड़े भाई
ने मुझे मारा "-- अगले दिन दोनों फिर समुद्र
किनारे घूमने के लिए निकले छोटा भाई समुद्र में
नहाने लगा अचानक वो डूबने लगा बड़े भाई ने उसे
बचाया छोटे भाई ने पत्थर पे लिखा " आज मेरे भाई
ने मुझे बचाया " बड़े भाई ने पूछा जब मेने तुम्हे
मारा तब तुमने रेत पे लिखा और जब तमको बचाया तो
पत्थर पे लिखा ऐसा क्यों विवेकशील छोटे भाई ने
जवाब दिया ----- जब हमे कोई दुःख दे तो रेत पे
लिखना चाहिए ताकि वे जल्दी मिट जाये परन्तु जब
कोई हमारे लिए अच्छा करता हे तो हमें पत्थर पर
लिखना चाहिए जहा मिट ना पाएं भाव ये हे की हमे
अपने साथ हुई बुरी घटना को भूल जाना चाहिए
जबकि अच्छी घटना को सदेव याद रखना चाहिए !!


एक अमीर ईन्सान था।
उसने समुद्र मेँ अकेले
घूमने के लिए एक
नाव बनवाई।
छुट्टी के दिन वह नाव लेकर समुद्र
की सेर करने निकला।

आधे समुद्र तक पहुंचा ही था कि अचानक
एक जोरदार
तुफान आया।

उसकी नाव पुरी तरह से तहस-नहस
हो गई लेकिन वह
लाईफ जैकेट की मदद से समुद्र मेँ कूद
गया।

जब तूफान शांत हुआ तब वह
तैरता-तैरता एक टापू पर
पहुंचा
लेकिन वहाँ भी कोई नही था।
टापू के चारो और समुद्र के अलावा कुछ
भी नजर नही आ
रहा था।

उस आदमी ने सोचा कि जब मैंने
पूरी जिदंगी मेँ
किसी का कभी भी बुरा नही किया तो मेरे
साथ ऐसा क्यूँ
हुआ..?

उस ईन्सान को लगा कि खुदा ने मौत से
बचाया तो आगे
का रास्ता भी खुदा ही बताएगा।

धीरे-धीरे वह वहाँ पर उगे झाड-फल-पत्ते
खाकर दिन बिताने
लगा।

अब धीरे-धीरे उसकी आस टूटने लगी,
खुदा पर से
उसका यकीन उठने लगा।

फिर उसने सोचा कि अब
पूरी जिंदगी यही इस टापू पर
ही बितानी है तो क्यूँ ना एक
झोपडी बना लूँ ......?

फिर उसने झाड की डालियो और पत्तो से
एक
छोटी सी झोपडी बनाई।
उसने मन ही मन कहा कि आज से झोपडी मेँ
सोने
को मिलेगा आज से बाहर
नही सोना पडेगा।

रात हुई ही थी कि अचानक मौसम बदला
बिजलियाँ जोर जोर से कड़कने लगी.!
तभी अचानक एक बिजली उस झोपडी पर
आ गिरी और
झोपडी धधकते हुए जलने लगी।

यह देखकर वह ईन्सान टूट गया।
आसमान
की तरफ देखकर
बोला
या खुदा ये तेरा कैसा इंसाफ है?
तूने मुज पर अपनी रहम की नजर क्यूँ नहीं की?

फीर वह ईन्सान हताश होकर सर पर हाथ
रखकर रो रहा था।

कि अचानक एक नाव टापू के पास आई।
नाव से उतरकर
दो आदमी बाहर आये

और बोले कि हम तुम्हे बचाने आये हैं।
दूर से इस वीरान टापू मे जलता हुआ
झोपडा देखा
तो लगा कि कोई उस टापू
पर मुसीबत मेँ है।

अगर तुम अपनी झोपडी नही जलाते
तो हमे
पता नही चलता कि टापू पर कोई है।

उस आदमी की आँखो से आँसू गिरने लगे।
उसने खुदा से माफी माँगी और
बोला कि "या रब मुझे
क्या पता कि तूने मुझे बचाने के लिए
मेरी झोपडी जलाई
थी।यक़ीनन तू अपने बन्दों का हमेशा ख्याल रखता है। तूने मेरे सब्र का इम्तेहान लिया लेकिन मैं उसका फ़ैल हो गया। मुझे माफ़ फरमा दे।"
================

दिन चाहे सुख के हों या दुख के,
खुदा अपने बन्दों के साथ हमेशा रहता हैं।

अच्छा लगे तो दुसरे लोगों से शेयर करे ।


गुरूजी विद्यालय से घर लौट रहे थे ।

रास्ते में एक नदी पड़ती थी ।

नदी पार करने लगे तो ना जाने क्या सूझा ,

एक पत्थर पर बैठ अपने झोले में से पेन और कागज निकाल अपने वेतन का हिसाब निकालने लगे ।

अचानक…..,

हाथ से पेन फिसला और डुबुक ….

पानी में डूब गया । गुरूजी परेशान ।

आज ही सुबह पूरे पांच रूपये खर्च कर खरीदा था ।

कातर दृष्टि से कभी इधर कभी उधर देखते ,

पानी में उतरने का प्रयास करते ,

फिर डर कर कदम खींच लेते ।

एकदम नया पेन था ,

छोड़ कर जाना भी मुनासिब न था ।

अचानक…….

पानी में एक तेज लहर उठी ,

और साक्षात् वरुण देव सामने थे ।

गुरूजी हक्के -बक्के ।

कुल्हाड़ी वाली कहानी याद आ गई ।

वरुण देव ने कहा , ”गुरूजी, क्यूँ इतने परेशान हैं ।

प्रमोशन , तबादला , वेतनवृद्धि ,क्या चाहिए ?

गुरूजी अचकचाकर बोले , ” प्रभु ! आज ही सुबह
एक पेन खरीदा था ।

पूरे पांच रूपये का ।

देखो ढक्कन भी मेरे हाथ में है ।

यहाँ पत्थर पर बैठा लिख रहा था कि पानी में गिर गया

प्रभु बोले , ” बस इतनी सी बात ! अभी निकाल
लाता हूँ ।”

प्रभु ने डुबकी लगाई ,

और चाँदी का एक चमचमाता पेन लेकर बाहर आ गए ।

बोले – ये है आपका पेन ?

गुरूजी बोले – ना प्रभु । मुझ गरीब को कहाँ ये
चांदी का पेन नसीब । ये मेरा नाहीं ।

प्रभु बोले – कोई नहीं , एक डुबकी और लगाता हूँ

डुबुक …..

इस बार प्रभु सोने का रत्न जडित पेन लेकर आये।

बोले – “लीजिये गुरूजी , अपना पेन ।”

गुरूजी बोले – ” क्यूँ मजाक करते हो प्रभु ।

इतना कीमती पेन और वो भी मेरा । मैं टीचर हूँ
सर , CRC नहीं ।

थके हारे प्रभु ने कहा , ” चिंता ना करो गुरुदेव ।

अबके फाइनल डुबकी होगी ।

डुबुक ….

बड़ी देर बाद प्रभु उपर आये ।

हाथ में गुरूजी का जेल पेन लेकर ।

बोले – ये है क्या ?

गुरूजी चिल्लाए – हाँ यही है , यही है ।

प्रभु ने कहा – आपकी इमानदारी ने मेरा दिल जीत
लिया गुरूजी ।

आप सच्चे गुरु हैं । आप ये तीनों पेन ले लो ।

गुरूजी ख़ुशी – ख़ुशी घर को चले ।

.
.
कहानी अभी बाकी है दोस्तों —

गुरूजी ने घर आते ही सारी कहानी पत्नी जी को सुनाई

चमचमाते हुवे कीमती पेन भी दिखाए ।

पत्नी को विश्वास ना हुवा ,

बोली तुम किसी CRC का चुरा कर लाये हो ।

बहुत समझाने पर भी जब पत्नी जी ना मानी

तो गुरूजी उसे घटना स्थल की ओर ले चले ।

दोनों उस पत्थर पर बैठे ,

गुरूजी ने बताना शुरू किया कि कैसे – कैसे सब हुवा

पत्नी एक एक कड़ी को किसी शातिर पुलिसिये की तरह जोड़ रही थी कि

अचानक …….

डुबुक !!!

पत्नी का पैर फिसला , और वो गहरे पानी में समा गई ।

गुरूजी की आँखों के आगे तारे नाचने लगे ।

ये क्या हुवा !

जोर -जोर से रोने लगे ।

तभी अचानक ……

पानी में ऊँची ऊँची लहरें उठने लगी ।

नदी का सीना चीरकर साक्षात वरुण देव प्रकट
हुवे ।

बोले – क्या हुआ गुरूजी ? अब क्यूँ रो रहे हो ?

गुरूजी ने रोते हुए साड़ी story प्रभु को सुनाई ।

प्रभु बोले – रोओ मत। धीरज रखो ।

मैं अभी आपकी पत्नी को निकाल कर लाता हूँ।

प्रभु ने डुबकी लगाईं ,

और …..
..
थोड़ी देर में

वो सनी लियोनी को लेकर प्रकट हुवे ।

बोले –गुरूजी ।

क्या यही आपकी पत्नी जी है ??

गुरूजी ने एक क्षण सोचा ,

और चिल्लाए –

हाँ यही है , यही है ।

अब चिल्लाने की बारी प्रभु की थी ।

बोले – दुष्ट मास्टर ।

टंच माल देखा तो नीयत बदल दी ।

ठहर तुझे श्राप देता हूँ ।

गुरूजी बोले – माफ़ करें प्रभु ।

मेरी कोई गलती नहीं ।

अगर मैं इसे मना करता तो आप

अगली डुबकी में प्रियंका चोपड़ा को लाते ।

मैं फिर भी मना करता तो आप मेरी पत्नी को लाते ।

फिर आप खुश होकर तीनों मुझे दे देते ।

अब आप ही बताओ भगवन ,

इस महंगाई के जमाने में

मैं तीन – तीन बीबीयाँ कैसे पालता ।

सो सोचा , सनी से ही काम चला लूँगा ।

और इस ठंड में आप भी डुबकियां लगा लगा कर थक गये होंगे ।

जाइये विश्राम करिए । bye bye ......

छपाक …

एक आवाज आई ।

प्रभु बेहोश होकर पानी में गिर गए थे ।

गुरूजी सनी का हाथ थामे
सावधानीपूर्वक धीरे – धीरे नदी पार कर रहे थे ।
😆😃😆😃😄😉😁😀😂😗😶😛😜😊😋😏😎😚


Thursday, November 12, 2015

WhatsApp chatting effect :

Amit (Male secretary) : Mam the project is ready.. Meeting at 8am sharp...

Mam : 😒😞😣

Amit : What happened mam..??

Mam : 😏😴

Amit : Oh.. Feeling sleepy.. I will cancel the meeting mam.. We will do it later..

Mam : 😆👍

Amit : We Now have spare time mam.. Wld u like to rest or shld we go out for coffee or something like that..

Mam : 😍😘

Amit : Oh thank you mam.. Where to go..??

Mam : 🏩🌅

Amit : Oh sunrise hotel mam.. Done...👍

Mam : 😘😘😘😍😘😘💏💏💏

Amit : Really mam r u sure..?

Mam : 😙😊😀😛

Amit : Awwwwe.. U stole my words... I knew you liked me... Muaaah 😍

Mam : 😄😄😜😜

Amit : U naughty..

Maam : 💃💋💋💋💋

Amit : Don't worry.. I wil take care..

Mam : 😍👪

Amit : Ohh yes baby 😘😘

Mam : 😄😀💏🌅🏩🌻🌺🐈

Amit : Now I am so excited.. I don't understand anything.. u just come baby..

Mam : Hey Amit, I am sorry.. My 2yr old son is playing with my mobile and I don't know what all emoticons he sent u.. Bt what nonsense have you typed..😡

Amit : 😳😨😱😞😰😭😫😖😟



Moral : Believe in words.. Not signs😂☝👃🙏


छोटा सा गाँव मेरा
पुरा बिग् बाजार था,,

एक नाई, एक मोची,
एक काला लुहार था....
छोटे छोटे घर थे,
हर आदमी बङा दिलदार
था,
छोटा सा गाँव मेरा
पुरा बिग् बाजार था..।।
.
कही भी रोटी खा लेतै,
हर घर मे भोजऩ तैयार
था,
बाड़ी की सब्जी मजे से खाते थे,,
जिसके आगे शाही पनीर बेकार था..
छोटा सा गाँव मेरा
पुरा बिग् बाजार था।।।
.
दो मिऩट की मैगी ना, झटपट दलिया तैयार था,,
नीम की निम्बोली और शहतुत सदाबहार था...
अपना घड़ा कस कै बजा लेते,
समारू पुरा संगीतकार था,,
छोटा सा गाँव मेरा
पुरा बिग् बाजार था।।।
मुल्तानी माटी से तालाब में नहा लेते,
साबुन और स्विमिंग पूल बेकार था,,
और फिर कबड्डी खेल लेते,
हमे कहाँ क्रिकेट का खुमार था,,
छोटा सा गाँव मेरा
पुरा बिग् बाजार था।।।

दादी की कहानी सुन लेते,
कहाँ टेलीविज़न और अखबार था,,,
भाई - भाई को देख के खुश था,
सब मे बहुत प्यार था,,,
छोटा सा गाँव मेरा
पुरा बिग् बाजार था।।।

वो प्यार, वो संस्कृति
मैं अब कहाँ से लाऊं,
ये सोच सोच कर
मैं बहुत दुख पाऊं।
जो वो समय फिर आ जा्य, तो बहुत मजा आ जाय,,,
मैं अपनी असली जिन्दगी जी पाऊं,
और मैं इस धरती को सौ-सौ शीश झुकाऊं।


(((((( भगवान की प्लानिंग ))))))))
.
एक बार भगवान से उनका सेवक कहता है, भगवान आप एक जगह खड़े-खड़े थक गये होंगे.
.
एक दिन के लिए मैं आपकी जगह मूर्ति बन कर खड़ा हो जाता हूं, आप मेरा रूप धारण कर घूम आओ.
.
भगवान मान जाते हैं, लेकिन शर्त रखते हैं कि जो भी लोग प्रार्थना करने आयें, तुम बस उनकी प्रार्थना सुन लेना. कुछ बोलना नहीं.
.
मैंने उन सभी के लिए प्लानिंग कर रखी है. सेवक मान जाता है.
.
सबसे पहले मंदिर में बिजनेस मैन आता है और कहता है, भगवान मैंने एक नयी फैक्ट्री डाली है, उसे खूब सफल करना.
.
वह माथा टेकता है, तो उसका पर्स नीचे गिर जाता है. वह बिना पर्स लिये ही चला जाता है.
.
सेवक बेचैन हो जाता है. वह सोचता है कि रोक कर उसे बताये कि पर्स गिर गया, लेकिन शर्त की वजह से वह नहीं कह पाता.
.
इसके बाद एक गरीब आदमी आता है और भगवान को कहता है कि घर में खाने को कुछ नहीं. भगवान मदद कर.
.
तभी उसकी नजर पर्स पर पड़ती है. वह भगवान का शुक्रिया अदा करता है और पर्स लेकर चला जाता है.
.
अब तीसरा व्यक्ति आता है. वह नाविक होता है.
.
वह भगवान से कहता है कि मैं 15 दिनों के लिए जहाज लेकर समुद्र की यात्रा पर जा रहा हूं. यात्रा में कोई अड़चन न आये भगवान.
.
तभी पीछे से बिजनेस मैन पुलिस के साथ आता है और कहता है कि मेरे बाद ये नाविक आया है.
.
इसी ने मेरा पर्स चुरा लिया है. पुलिस नाविक को ले जा रही होती है कि सेवक बोल पड़ता है.
.
अब पुलिस सेवक के कहने पर उस गरीब आदमी को पकड़ कर जेल में बंद कर देती है.
.
रात को भगवान आते हैं, तो सेवक खुशी खुशी पूरा किस्सा बताता है.
.
भगवान कहते हैं, तुमने किसी का काम बनाया नहीं, बल्कि बिगाड़ा है.
.
वह व्यापारी गलत धंधे करता है. अगर उसका पर्स गिर भी गया, तो उसे फर्क नहीं पड़ता था.
.
इससे उसके पाप ही कम होते, क्योंकि वह पर्स गरीब इंसान को मिला था. पर्स मिलने पर उसके बच्चे भूखों नहीं मरते.
.
रही बात नाविक की, तो वह जिस यात्रा पर जा रहा था, वहां तूफान आनेवाला था.
.
अगर वह जेल में रहता, तो जान बच जाती. उसकी पत्नी विधवा होने से बच जाती. तुमने सब गड़बड़ कर दी.
.
कई बार हमारी लाइफ में भी ऐसी प्रॉब्लम आती है, जब हमें लगता है कि ये मेरा साथ ही क्यों हुआ.
.
लेकिन इसके पीछे भगवान की प्लानिंग होती है.
.
जब भी कोई प्रॉब्लमन आये. उदास मत होना.
.
इस कहानी को याद करना और सोचना कि जो भी होता है, अच्छे के लिए होता है.
.
(((((((( जय जय श्री राधे ))))))))

😜😂😂
संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा = पप्पू इस श्लोक का अर्थ बताओ.

"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन".

पप्पू = राधिका शायद रस्ते मे फल बेचने का काम कर रही है.😎

गुरूजी = मूर्ख, ये अर्थ नही होता है. चल इसका अर्थ बता:-

"बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन."

पप्पू = मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है.😬😑

गुरूजी = अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है. अब इसका अर्थ बता:-

"दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा."

पप्पू = दक्षिण मे खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आजकल तो तू बहुत मजे मे है.

गुरूजी = अरे पागल, तुझे १ भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या ?

पप्पू = मालूम है ना.

गूरूजी = तो आखरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना.-

हे पार्थ त्वया चापि मम चापि.......! क्या अर्थ है जल्दी से बता.

पप्पू = महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि........

गुरूजी उत्साहित होकर बीच मे ही कहते हैं = हाँ, शाबास, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से........?

पप्पू =

भगवान बोले = अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ. फिर युद्ध करेंगे.

गुरूजी बेहोश..............
😅😅😅😀😀😀😀😝😝😜😜😛

😜😂😂
संस्कृत की क्लास मे गुरूजी ने पूछा = पप्पू इस श्लोक का अर्थ बताओ.

"कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन".

पप्पू = राधिका शायद रस्ते मे फल बेचने का काम कर रही है.😎

गुरूजी = मूर्ख, ये अर्थ नही होता है. चल इसका अर्थ बता:-

"बहुनि मे व्यतीतानि, जन्मानि तव चार्जुन."

पप्पू = मेरी बहू के कई बच्चे पैदा हो चुके हैं, सभी का जन्म चार जून को हुआ है.😬😑

गुरूजी = अरे गधे, संस्कृत पढता है कि घास चरता है. अब इसका अर्थ बता:-

"दक्षिणे लक्ष्मणोयस्य वामे तू जनकात्मजा."

पप्पू = दक्षिण मे खडे होकर लक्ष्मण बोला जनक आजकल तो तू बहुत मजे मे है.

गुरूजी = अरे पागल, तुझे १ भी श्लोक का अर्थ नही मालूम है क्या ?

पप्पू = मालूम है ना.

गूरूजी = तो आखरी बार पूछता हूँ इस श्लोक का सही सही अर्थ बताना.-

हे पार्थ त्वया चापि मम चापि.......! क्या अर्थ है जल्दी से बता.

पप्पू = महाभारत के युद्ध मे श्रीकृष्ण भगवान अर्जुन से कह रहे हैं कि........

गुरूजी उत्साहित होकर बीच मे ही कहते हैं = हाँ, शाबास, बता क्या कहा श्रीकृष्ण ने अर्जुन से........?

पप्पू =

भगवान बोले = अर्जुन तू भी चाय पी ले, मैं भी चाय पी लेता हूँ. फिर युद्ध करेंगे.

गुरूजी बेहोश..............
😅😅😅😀😀😀😀😝😝😜😜😛

🌹🌹💐🌹🌹 यहाँ सब कुछ बिकता है ,
         दोस्तों रहना जरा संभाल के ,
बेचने वाले हवा भी बेच देते है ,
                    गुब्बारों में डाल के ,

सच बिकता है , झूट बिकता है,
                   बिकती है हर कहानी ,
तीनों लोक में फेला है , फिर भी
                  बिकता है बोतल में पानी ,

कभी फूलों की तरह मत जीना,
          जिस दिन खिलोगे ,
                  टूट कर बिखर्र जाओगे ,
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
          जिस दिन तराशे गए ,
                 "भगवान" बन जाओगे....!!
                                                🌾🌻🌾🌻🌾🌻🌾🌼🌾 "रिश्ता" दिल से होना चाहिए, शब्दों से नहीं,
"नाराजगी" शब्दों में होनी चाहिए दिल में नहीं!
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿
सड़क कितनी भी साफ हो
"धुल" तो हो ही जाती है,
इंसान कितना भी अच्छा हो
"भूल" तो हो ही जाती है!!!
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿
आइना और परछाई के
जैसे मित्र रखो क्योकि
आइना कभी झूठ नही बोलता और परछाई कभी साथ नही छोङती......
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿
खाने में कोई 'ज़हर' घोल दे तो
एक बार उसका 'इलाज' है..
लेकिन 'कान' में कोई 'ज़हर' घोल दे तो,
उसका कोई 'इलाज' नहीं है।
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿
"मैं अपनी 'ज़िंदगी' मे हर किसी को
'अहमियत' देता हूँ...क्योंकि
जो 'अच्छे' होंगे वो 'साथ' देंगे...
और जो 'बुरे' होंगे वो 'सबक' देंगे...!!
🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿🐟🌿
अगर लोग केवल जरुरत पर
ही आपको याद करते है तो
बुरा मत मानिये बल्कि
गर्व कीजिये क्योंकि "
मोमबत्ती की याद तभी आती है,
जब अंधकार होता है।"
🌹🌹💐🌹🌹

किसी को कोई अच्छा इंजीनियर मिले तो बताना,


मुझे इंसान को इंसान से जोड़ने वाला पुल बनाना है,

बहते आँसूओ को रोकने वाला बाँध बनाना है और सच्चे संबंधों में पड़ती दरारों को भरवाना हैं।

मन कि कड़वाहट को मिठास में बदलवाना है

जो तार जुड़े है सुख दुःख के उलटे उन्हें सीधा जुड़वाना है

मनुष्य के जीवन को संतुस्टी की ओर ले जाना है

सब के मन में घुले विष को प्रेम के अमृत में बदलवाना है
🙏 🙏💐 💐 🙏 🙏


लोग क्या सोचेंगे ? ?


25 साल की उम्र तक हमें परवाह नहीँ होती कि "लोग क्या सोचेंगे ? ? "

50 साल की उम्र तक इसी डर में जीते हैं कि "लोग क्या सोचेंगे ! ! "

50 साल के बाद पता चलता है कि "हमारे बारे में कोई सोच ही नहीँ रहा था ! ! !"

Life is beautiful, enjoy it everyday.


Sabse Bada ROG...
Kya Kahenge LOG...


सिगरेट के बगैर हम जी सकते हैं। फिर भी सिगरेट बनाने वाला अरबपति ।

शराब के बगैर हम जी सकते हैं, फिर भी शराब बनाने वाला अरबपति...

मोबाइल के बगैर भी हम जी सकते हैं, फिर भी मोबाइल बनाने वाले अरबपति......

कार के बगैर हम जी सकते हैं, फिर भी कार बनाने वाले अरबपति....

🍪अन्न के बगैर हम कदापि नहीं जी सकते , लेकिन अन्न को पैदा करने वाला किसान गरिब और दरिद्री।

✅ एक भयानक सत्य। ✅

✅✅✅✅✅
उचित लगे तो ये बात कृपया आगे बढाए, शेयर करें।।

सिगरेट के बगैर हम जी सकते हैं। फिर भी सिगरेट बनाने वाला अरबपति ।

शराब के बगैर हम जी सकते हैं, फिर भी शराब बनाने वाला अरबपति...

मोबाइल के बगैर भी हम जी सकते हैं, फिर भी मोबाइल बनाने वाले अरबपति......

कार के बगैर हम जी सकते हैं, फिर भी कार बनाने वाले अरबपति....

🍪अन्न के बगैर हम कदापि नहीं जी सकते , लेकिन अन्न को पैदा करने वाला किसान गरिब और दरिद्री।

✅ एक भयानक सत्य। ✅

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उचित लगे तो ये बात कृपया आगे बढाए, शेयर करें।।

👍👍Ye Msg Har Bete ke liye👍👍

एक बेटा अपने वृद्ध पिता को रात्रि भोज के लिए एक अच्छे रेस्टॉरेंट में लेकर गया।
खाने के दौरान वृद्ध पिता ने कई बार भोजन अपने कपड़ों पर गिराया।

रेस्टॉरेंट में बैठे दुसरे खाना खा रहे लोग वृद्ध को घृणा की नजरों से देख रहे थे लेकिन वृद्ध का बेटा शांत था।

खाने के बाद बिना किसी शर्म के बेटा, वृद्ध को वॉश रूम ले गया। उसके कपड़े साफ़ किये, उसका चेहरा साफ़ किया, उसके बालों में कंघी की,चश्मा पहनाया और फिर बाहर लाया।

सभी लोग खामोशी से उन्हें ही देख रहे थे।बेटे ने बिल पे किया और वृद्ध के साथ
बाहर जाने लगा।

तभी डिनर कर रहे एक अन्य वृद्ध ने बेटे को आवाज दी और उससे पूछा " क्या तुम्हे नहीं लगता कि यहाँ
अपने पीछे तुम कुछ छोड़ कर जा रहे हो ?? "

बेटे ने जवाब दिया" नहीं सर, मैं कुछ भी छोड़ कर
नहीं जा रहा। "

वृद्ध ने कहा " बेटे, तुम यहाँ
छोड़ कर जा रहे हो,
प्रत्येक पुत्र के लिए एक शिक्षा (सबक) और प्रत्येक पिता के लिए उम्मीद (आशा)। "

दोस्तो आमतौर पर हम लोग अपने बुजुर्ग माता पिता को अपने साथ बाहर ले जाना पसँद नही करते

और कहते है क्या करोगो आप से चला तो जाता
नही ठीक से खाया भी नही जाता आपतो घर पर ही रहो वही अच्छा होगा.

क्या आप भूल गये जब आप छोटे थे और आप के माता पिता आप को अपनी गोद मे उठा कर ले जाया
करते थे,

आप जब ठीक से खा नही
पाते थे तो माँ आपको अपने हाथ से खाना खिलाती थी और खाना गिर जाने पर डाँट नही प्यार जताती थी

फिर वही माँ बाप बुढापे मे बोझ क्यो लगने लगते है???
माँ बाप भगवान का रूप होते है उनकी सेवा कीजिये और प्यार दीजिये...

क्योकि एक दिन आप भी बुढे होगे फिर अपने बच्चो से सेवा की उम्मीद मत करना

Leave applications.🌀

(murdering english language)

🌀Infosys, Bangalore:🌀
"Since I have to go to my village to sell my land along with my wife ,
please sanction me one-week leave."
________________________________
🌀Oracle, Bangalore:🌀
From an employee who was performing the "mundan" ceremony of his 10 year old son:
"As I want to shave my son's head , please leave me for two days.."
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🌀Leave-letter from a CDAC employee who was
performing his daughter's wedding:
"As I am marrying my daughter, please grant a week's leave.."
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🌀From H.A.L. Administration Dept:
"As my mother-in-law has expired and I am only one responsible for it please grant me 10 days leave."
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🌀Another employee applied for half-day leave as follows:
"Since I've to go to the cremation ground at 10 o'clock and I may not return, please grant me half day casual leave"
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🌀A leave letter:
"I am suffering from fever, please declare one-day holiday."
________________________________
🌀A leave letter to a headmaster:
"As I am studying in this school I am suffering from headache. I request you to leave me today"
________________________________
🌀Another letter written to a headmaster:
"As my headache is paining , please grant me leave for the day."
________________________________
🌀Covering note:
"I am enclosed herewith..."
________________________________
🌀Another one:
"Dear Sir: with reference to the above , please refer to my bottom..."
________________________________
🌀Actual application for leave:
"My wife is suffering from sickness and as I am her only husband at home I may be granted leave".
________________________________
🌀Telegram sent by a Rural br.manager to Zonal office-
"wife serious, send substitute!"


Laugh and pass...