Beautiful Poem
कोशिश कर, हल निकलेगा । आज नहीं तो, कल निकलेगा ।।
अर्जुन सा लक्ष्य रख, निशाना लगा । मरुस्थल से भी फिर, जल निकलेगा ।।
मेहनत कर, पौधों को पानी दे । बंजर में भी फिर, फल निकलेगा ।।
ताक़त जुटा, हिम्मत को आग दे । फौलाद का भी, बल निकलेगा ।।
सीने में उम्मीदों को, ज़िंदा रख । समन्दर से भी, गंगाजल निकलेगा ।।
कोशिशें जारी रख, कुछ कर ग़ुज़रने की । जो कुछ थमा-थमा है, चल निकलेगा ।।
कोशिश कर, हल निकलेगा । आज नहीं तो, कल निकलगा ।।
🌻🌻गुड मॉर्निंग 🌻🌻
कोशिश कर, हल निकलेगा । आज नहीं तो, कल निकलेगा ।।
अर्जुन सा लक्ष्य रख, निशाना लगा । मरुस्थल से भी फिर, जल निकलेगा ।।
मेहनत कर, पौधों को पानी दे । बंजर में भी फिर, फल निकलेगा ।।
ताक़त जुटा, हिम्मत को आग दे । फौलाद का भी, बल निकलेगा ।।
सीने में उम्मीदों को, ज़िंदा रख । समन्दर से भी, गंगाजल निकलेगा ।।
कोशिशें जारी रख, कुछ कर ग़ुज़रने की । जो कुछ थमा-थमा है, चल निकलेगा ।।
कोशिश कर, हल निकलेगा । आज नहीं तो, कल निकलगा ।।
🌻🌻गुड मॉर्निंग 🌻🌻
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