Thursday, April 7, 2016

"अचानक एक मोड पर "सुख और दुख"
      की मुलाकात हो गई,

"दुख ने सुख से" कहा,तुम कितने भाग्यशाली हो, जो लोग तुम्हें पाने की कोशिश में लगे रहते हैं,
"सुख" ने मुस्कराते हुए कहा :- भाग्यवान मैं नहीं
     तुम हो.
"दुख" ने हैरानी से पूछा :- " वो कैसे?
"सुख"ने बडी ईमानदारी से जवाब दिया :- वो ऐसे कि तुम्हे पाकर लोग अपनों को याद करते हैं, लेकिन मुझे पाकर सब अपनो को भूल जाते हैं..
   ❤❤⚡⚡⚡❤❤

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