Monday, October 5, 2015

❤🔔❤बीवीचालीसा ❤
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❤बीवी सेवा सच्ची सेवा !❤
❤जो करे वो खाये मेवा !!❤
❤जो बीवी के पाँव दबावै !❤
❤बस वैकुंठ परम पद पावै !!❤
❤जो बीवी की करे गुलामी !❤
❤ना आये कोई परेशानी !!❤
❤जो बीवी की धोवे साड़ी !❤
❤उसकी किस्मत जग से न्यारी !!❤
❤भूत पिशाच निकट नहिं आवै !❤
❤जो बीवी के कीर्तन गावै !!❤
❤हाथ जोड़ कर कीजिये❤
❤पत्नी जी का ध्यान❤
❤घर में खुशहाली रहे❤
❤हो जाये कल्यान❤
❤घरवाली को नमन कर❤
❤माला लेकर हाथ ❤
❤मुख से पत्नी-वन्दना❤
❤बोलो मेरे साथ❤
❤जय पत्नी देवी कल्यानी !❤
❤माया तेरी ना पहचानी !!❤
❤तुमसे सारे देवता हारे !❤
❤डर से थर-थर कांपें सारे !!❤
❤नहिं चरित्र तुम्हरा कोई जाना !❤
❤नर क्या ईश्वर ना पहचाना !!❤
❤अपरम्पार तुम्हारी माया !❤
❤कोई इसका पार न पाया !!❤
❤लगो देखने में तुम गुड़िया !❤
❤हो लेकिन आफत की पुड़िया !!❤
❤हे मेरे बच्चों की माता !❤
❤तुम हो मेरी भाग्यविधाता !!❤
❤है बेलन हथियार तुम्हारा !❤
❤जब चाहा सिर पर दे मारा !!❤
❤ऐसी तेरी निकले बोली !❤
❤जैसे हो बंदूक की गोली !!❤
❤हम तुमसे डरते हैं ऐसे !❤
❤चोर पुलिस से डरता जैसे !!❤
❤ऐसा है आतंक तुम्हारा !❤
❤बिच्छू जैसा डंक तुम्हारा !!❤
❤करे पति जो पत्नी-सेवा !❤
❤मिलती उसको सच्ची मेवा !!❤
❤पत्नी-वन्दना जो कोई गावे !❤
❤जीवन में कोई कष्ट न पावे !!❤
❤प्रभु दीक्षित कर पत्नी-वन्दन❤
❤पत्नी का कर लो अभिनन्दन !!❤
❤वन्दहु पत्नी मुख-कमल❤
❤गुण-अवगुण की खान !❤
❤मिले नहीं बिन आपके,❤
❤पतियों को सम्मान !!❤
❤❤!बोलो पत्नी रानी की jai....

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