Thursday, March 24, 2016

रोने से आंसू भी पराये हो जाते है...
लेकिन मुस्कराने से पराये भी अपने हो जाते है..!!!

मुझे वो रिश्ते पसंद है,
जिनमें "मैं" नहीं "हम" हो ।

...: किसी ने हम से पुछा इतने छोटे से दिल मे इतने सारे दोस्त कैसे समां जाते है...हम ने कहा वैसे ही जैसे
 छोटी सी हथेली मे सारे जिंदगी
  की लकीरें समां जाती 😊

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