Monday, April 26, 2021

 तुम साथ हो.....तो जैसे


हर खुशी से बनता है नाता

गम को कोसो दूर भगाता

हर घड़ी मिलता है सुकून

जैसे सावन की हो पहली बून्द

घिरे अंधेरे में एक चिराग

जैसे कोई सुनहरा ख्वाब

दिल की धड़कनों की राहत

तुम ही हो मेरी चाहत।


तुम  हो.....जैसे


यकीन है, उम्मीद है, विश्वास है

तुमसे ही मेरी हर साँस है

खुशियों जैसे कोई जखीरा हो

या फिर कोहिनूर का हीरा हो

तू ही सबसे प्यारा है

मेरे आसमान का चमकता सितारा है 

तुम अब मेरी आन बान शान हो

तुम प्राणप्रिय, तुम ही प्राण हो।



तुम साथी हो जो इस जीवन में

खुशी बसने लगी है कानन में

फूल खिले कई इस रेतीले जमीं पर

तुम रब हो, सब हो मेरे दिलबर

मेरी सारी खुशियो के पिटारे हो तुम

दिल कहता है, कितने प्यारे हो तुम

बस एक ही गुजारिश है कि हमेशा साथ रहना

मैं तुम्हारा रहूंगा, तुम मुझे अपना कहना।


तुम साथ हो तो सब साथ है

जीवन तरंग लिए नवविश्वास है

है अतुलित, अतुलनीय प्रेम तुम्हारा

मुझे मिलती श्रद्धा की नई सांस है।

तुम जीवनऊर्जा की नव संचार

तुमसे ही जुड़ा है मन मेरा

तुम साथ हो तो सब हासिल

तुम  ही  हो  धन  मेरा।


No comments:

Post a Comment