Sunday, August 23, 2015

आज कल के बच्चे रिफ्रेश होने के लिए जहाँ
वाटर पार्क,गेम सेंटर जाने की जिद करते हैं
...
वहीं हम ऐसे बच्चे थे जो मम्मी-पापा के एक
झापङ से ही फ्रेश हो जाते थे.!"
वो भी क्या दिन थे....????
जब बच्चपन में कोई रिश्तेदार जाते समय 10 ₹
दे जाता था
और माँ 8₹ टीडीएस काटकर 2₹ थमा देती थी
....!!!
: घर का कम्प्यूटर बिगड़ जाए
तो माता-पिता कहते हैं:-
बच्चों ने बिगाड़ा है;
.
और अगर बच्चे बिगड़ जाएं तो
कहते है:- कम्प्यूटर ने बिगाड़ा है !!!
आज कल के माँ बाप सुबह स्कूल बस में बच्चे
को बिठा के
ऐसे
बाय बाय करते हैं जैसे पढ़ने नहीं विदेश
यात्रा भेज रहें हो....
और
एक हम थे जो रोज़ लात खा के स्कूल जाते
थे...
4-4साल के बच्चे गाते फिर रहे हैं
"छोटी ड्रेस में बॉम्ब लगदी मैनु"..
.
साला जब हम चार साल के थे तो 1 ही वर्ड याद
था..वही गाते फिरते थ
.....
""शक्ति शक्ति शक्तिमान-शक्तिमान"
भला हो हनी सिंह और जॉन सीना का जिसने
आज के बच्चो
को फैशन के नाम पे बाल बारीक़ छोटे रखना
सीखा दिया
......
हमारी तो सबसे ज्यादा कुटाई ही बालो को
लेके हुई थी।।
.......हम दिलजले के अजय देवगन बनके घूमते थे,
और जिस दिन
पापा के हाथ लग जाते उस दिन नाईं की दुकान
से ओमकारा
का लंगड़ा त्यागी बनाके ही घर लाते थे 😄😄

Did You Know....?

1. Your shoes are the first thing people subconsciously notice about you. Wear nice shoes.

2. If you sit for more than 11 hours a day, there's a 50% chance you'll die within the next 3 years

3. There are at least 6 people in the world who look exactly like you. There's a 9% chance that you'll meet one of them in your lifetime.

4. Sleeping without a pillow reduces back pain and keeps your spine stronger.

5. A person's height is determined by their father, and their weight is determined by their mother.

6. If a part of your body "falls asleep",
you can almost always "wake it up" by shaking your head.

7. There are three things the human brain cannot resist noticing - Food, attractive people and danger

8. Right-handed people tend to chew food on their right side

9. Putting dry tea bags in gym bags or smelly shoes will absorb the unpleasant odour.

10. According to Albert Einstein, if honey bees were to disappear from earth, humans would be dead within 4 years.

11. There are so many kind of apples, that if you ate a new one everyday, it would take over 20 years to try them all.

12. You can survive without eating for weeks, but you will only live 11 days without sleeping.

13. People who laugh a lot are healthier than those who don't.

14. Laziness and inactivity kills just as many people as smoking.

15. A human brain has a capacity to store 5 times as much information as Wikipedia

16. Our brain uses same amount power as 10-watt light bulb!!

17. Our body gives enough heat in 30 mins to boil 1.5 litres of water!!

18. Stomach acid (conc. HCl) is strong enough to dissolve razor blades!!

19. Take a 10-30 minute walk every day. & while you walk, SMILE. It is the ultimate antidepressant.

20. ✋Fwd‬ this to everyone ☝on your list...a worthy information for people to be aware of.


: मंदिर के बाहर लिखा हुआ एक खुबसुरत सच......

"अगर उपवास करके भगवान खुश होते,

तो इस दुनिया में बहुत दिनो तक खाली पेट
रहनेवाला भिखारी सबसे सुखी इन्सान होता..

उपवास अन का नही विचारों का करे....

इंसान खुद की नजर में सही होना चाहिए, दुनिया तो भगवान से भी दुखी है!

🍌🍎🍏🍊🌞🌿😄
आज का विचार:

चिड़िया जब जीवित रहती है
           तब वो चिंटी🐜 को खाती है

चिड़िया जब मर जाती है तब
           चींटिया उसको खा जाती है।

इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्तिथि कभी भी बदल सकते है.

👍इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो
👍कभी किसी को कम मत आंको।
👍तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।
👍एक पेड़ से लाखो माचिस की तीलिया बनाई जा सकती है
👍 पर एक माचिस की तिल्ली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।

👍कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।

👉कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।
👉रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।
👉दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।
👉दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया ।
👉दिया संसार चलाने देवी-देवताओं को, तो उनसे भी मोक्ष छीन लिया ।

☝मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान'
☝ भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना के, मिट्टी में मिला दिए ।
🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆
👉 इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है

1-मेरा नाम ऊँचा हो .
२ -मेरा लिबास अच्छा हो .
3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..

लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़े
सबसे पहले बदल देता है

१- नाम = (स्वर्गीय )
२- लिबास = (कफन )
३-मकान = ( श्मशान )

जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते 👈
👌👌👌👌👌
ये चन्द पंक्तियाँ
जिसने भी लिखी है
खूब लिखी है

एक पथ्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..
इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पथ्थर ही रहते है ..!!
👍 NICE LINE👌
एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......
और
वही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता है
********[**********]*****
जीवन में हर जगह
हम "जीत" चाहते हैं...

सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी है
जहाँ हम कहते हैं कि
"हार" चाहिए।

क्योंकि

हम भगवान से
"जीत" नहीं सकते।

➖♦➖♦➖♦➖♦➖♦

धीमें से पढ़े बहुत ही
अर्थपूर्ण है यह मेसेज...

हम और हमारे ईश्वर,
दोनों एक जैसे हैं।

जो रोज़ भूल जाते हैं...


वो हमारी गलतियों को,
हम उसकी मेहरबानियों को।

➖♦➖♦➖♦➖♦➖♦

🔷 एक सुविचार 🔷

वक़्त का पता नहीं चलता अपनों के साथ.....

पर अपनों का पता चलता है,
वक़्त के साथ...

वक़्त नहीं बदलता अपनों के साथ,

पर अपने ज़रूर बदल जाते हैं वक़्त के साथ...!!!
➖♦➖♦➖♦➖♦➖♦

💯%✔

ज़िन्दगी पल-पल ढलती है,

जैसे रेत मुट्ठी से फिसलती है.

शिकवे कितने भी हो हर पल,
फिर भी हँसते रहना...

Saturday, August 22, 2015

Beautiful...👌 Must read:

 Once, a Junior School teacher asked her students to bring some tomatoes in a plastic bag to school. Each tomato will be given a name of the person whom that child hates. Like this, the number of tomatoes will be equal to the number of persons they hate.

 On a decided day, the children brought their tomatoes well addressed. Some had two, some had three and some had even five tomatoes .

 Teacher said they have to carry tomatoes with them everywhere they go for a week.

 As the days passed the children started to complain about the spoiled smell of tomatoes . Students who had many tomatoes complained it was very heavy to carry.

 Teacher asked, "How did you feel this one week?"

 Children complained of smell & heavy weight of the tomatoes .

 Teacher said, "This is very similar to what you carry in heart when you don't like some people.

Hatred makes heart unhealthy and you carry that hatred everywhere.

If you can't bear the smell of spoiled tomatoes for a week, imagine the impact on your heart that you carry throughout life."

 Heart is a beautiful garden that needs regular cleaning of unwanted weeds.

Forgive those who have angered you.

This makes room for storing good things...

Have a blessed life.......
गणित की क्लास में मैडम ने
बच्चों से पूछा,

"एक पेड़ पर 10 कबूतर बैठे हों,
और तुम उनमें से एक को गोली
मार दो, पेड़ पर कितने कबूतर
बचेंगे...?"

पप्पू ने हाथ उठाकर जवाब दिया,

"मैडम, एक गोली लगने से
मर जाएगा,
और बाकी धमाका सुनकर
उड़ जाएंगे, इसलिए पेड़ पर
एक भी कबूतर नहीं बचेगा..."

मैडम ने कहा, "बेटे पप्पू,
चूंकि यह गणित की क्लास है,
इसलिए तुम्हारा जवाब गलत है...

इस सवाल का जवाब नौ (9)
ही होगा, लेकिन
तुम्हारा सोचने का तरीका
मुझे पसंद आया..."

.
पप्पू को बेइज़्ज़ती महसूस हुई..
.वह फिर बोला,

"मैडम, क्या हम आपसे एक
सवाल पूछ सकते हैं...?

"मैडम ने कहा, "ज़रूर..."

पप्पू ने सवाल किया,

"एक पार्क में एक बेन्च पर
बैठी हुई तीन महिलाएं
सॉफ्टी (कोन वाली आइसक्रीम)
खा रही हैं...
.
एक कोन को जीभ से
चाट रही है,
दूसरी उसको दांतों से
कुतर रही है,
और तीसरी उसको मुंह में
लेकर चूस रही है...
.
अब आप बताइए, उन तीनों
महिलाओं में से
शादीशुदा कौन है...?"

सवाल सुनकर मैडम झेंप गई,
 शर्म से लाल हो गई,
लेकिन सारी क्लास के
सामने बेवकूफ साबित होने से
बचने के लिए काफी देर
सोचने के बाद बोलीं,

"जो कोन को मुंह में लेकर
चूस रही है,
वही शादीशुदा है..."

पप्पू मुस्कुराया, और
तपाक से बोला,

"नहीं मैडम, शादीशुदा वह है,
 जिसकी मांग में सिंदूर है,
लेकिन आपका सोचने
का तरीका मुझे पसंद आया..."

एक पति की कलम से....

"मेरी पत्नी शिक्षक नही,
पर बच्चों की सबसे बड़ी गुरु वही है ।
वो चिकित्सक भी नही,
पर हमारे हर मर्ज का इलाज है उसके पास।
वो एम.बी.ए. भी नही,
पर घर/बाहर का मेनेजमेन्ट जानती है बखूबी ।
वो गणित मे कमजोर थी,
फिर भी दुखों का घटाव और खुशियों का जोड़ गुणा जाने कैसे करती थी..?
उसके पास कोई डिग्री नही,
पर लगता है उससे बड़ा कोई संस्थान नही।
ऎसा संस्थान जहाँ बच्चों का हर "डाटा ""फीड " है,
मुझ तक हर सूचना वहीं से आती है।
मैं अपने पिता ब्रम्ह होने का गर्व करूं,
तब तक मानो वह सृष्टि ही रच आती है।


The Dirty Laundry

👕👔👚👗👖👘👔

story....

A young couple moved into a new neighborhood.

The next morning, while they are eating breakfast, the young woman watches her neighbour hang the washed laundry outside.

"That laundry is not very clean", she said, "she doesn't know how to wash correctly.

Perhaps she needs better laundry soap."

Her husband looked on, but remained silent.

Every time her neighbour would hang her washed clothes to dry, the young woman would make the same comments.

About one month later, the woman was surprised to see a nice clean wash on the line and said to her husband:

"Look! She has learnt how to wash correctly.

I wonder who taught her this."

The husband said: "I got up early this morning and cleaned our windows!"

And so it is with life:

What we see when we are watching others, depends on the purity of the window through which we look.

Our life is a creation of our mind !!!😊

So let us remember this Story of 'Dirty Laundry' and clean our windows before commenting or concluding on others and Your Life will surely give a better view!

💫💫👼✨✨✨


👉💀भूत-प्रेतो💀 को निमंत्रण देता है घर के
फ्रिज में रखा हुआ आटा ।

वर्तमान में बहुत सी गृहिणियां खाना
बनाते समय रात को बचा हुआ अतिरिक्त
आटा गोल लोई बनाकर उसे फ्रिज में रख
देती है और उसका प्रयोग अगले दिन करती
है। कई बार सुबह के समय भी आटा बचने पर
ऎसा ही किया जाता है। धर्मशास्त्रों
के अनुसार गूंथा हुआ आटा पिण्ड माना
जाता है जिसे मृतात्मा के भक्षण के
लिए अर्पित किया जाता है।
जिन भी घरों में लगातार या अक्सर
गूंथा हुआ आटा फ्रिज में रखने की
परंपरा बन जाती है वहां पर भूत, प्रेत
तथा अन्य ऊपरी हवाएं भोजन करने के लिए
आने लग जाती है। इनमें अधिकतर वे
आत्माएं होती है जिन्हें उनके
घरवालों ने भुला दिया या जिनकी अब
तक मुक्ति नहीं हो सकी है। ऎसी
आत्माओं के घर में आने के साथ ही घर
में अनेकों समस्याएं भी आनी शुरू हो
जाती हैं।
बचे हुए आटे को इस तरह रखने वाले सभी
घरों में किसी न किसी प्रकार के
अनिष्ट देखने को मिलते हैं। वहां
अक्सर बीमारियां, क्रोध, आलस आदि बने
रहते हैं और घर में रहने वालों की भी
तरक्की नहीं हो पाती है।
शास्त्रों के अनुसार ऎसे किसी भी
चीज को घर में स्थान नहीं देना चाहिए
जो मृतात्माओं का भोजन हो अथवा
उन्हें किसी भी प्रकार से आमंत्रित
करने की क्षमता रखती हो। इसके ही रात
के बासी बचे आटे से रोटी बनाना शरीर
के लिए भी नुकसानदेह होता है। ऎसा
भोजन तामसिकता को तो बढ़ावा देता
ही है साथ में शरीर को भी रोगों का घर
बना देता है जबकि ताजा बना भोजन शरीर
को स्फूर्ति, शक्ति और स्वास्थ्य
देता है। इन सभी चीजों को देखते हुए
हमें घर में बासी आटा नही रखना चहिये ।

अगर अच्छा लगे तो आगे जरुर भेजे
और अतिरिक्त बचे आटे कि रोटी बना के कुत्ते या गाय को खिलानि चाहिये। इससे राहू निर्बल होता है एवम गुरु प्रबल होता है।

पानी को बर्फ में
बदलने में वक्त लगता है ....
ढले हुए सूरज को
निकलने में वक्त लगता है ....

थोड़ा धीरज रख,
थोड़ा और जोर लगाता रह ....
किस्मत के जंग लगे दरवाजे को
खुलने में वक्त लगता है ....

कुछ देर रुकने के बाद
फिर से चल पड़ना दोस्त ....
हर ठोकर के बाद
संभलने में वक्त लगता है ....

बिखरेगी फिर वही चमक
तेरे वजूद से तू महसूस करना ....
टूटे हुए मन को
संवरने में थोड़ा वक्त लगता है ....

जो तूने कहा
कर दिखायेगा रख यकीन ....
गरजे जब बादल
तो बरसने में वक्त लगता है ....

खुशी आ रही है
और आएगी ही, इन्तजार कर ....
जिद्दी दुख-दर्द को टलने में
थोड़ा में वक्त लगता है ॥


"सफर का मजा लेना हो तो साथ में सामान कम रखिए और
जिंदगी का मजा लेना हैं तो दिल में अरमान कम रखिए !!

जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ....
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए...

 ना खुशी खरीद पाता हू ना ही गम बेच पाता हू

फिर भी मै ना जाने क्यु हर रोज कमाने जाता हू....


एक छोटी सी बच्ची अपने दोनों हाथों में एक एक एप्पल लेकर खड़ी थी |
उसकी मम्मी ने मुस्कराते हुए कहा कि
"बिटिया एक एप्पल मुझे दे दो"
इतना सुनते ही उस बच्ची ने एक एप्पल को दांतो से कुतर लिया.
उसकी मम्मी कुछ बोल पाती उसके पहले ही उसने अपने दूसरे एप्पल को भी दांतों से कुतर लिया |

अपनी छोटी सी बेटी की इस हरकत को देखकर माँ ठगी सी रह गई और उसके चेहरे पर मुस्कान गायब हो गई थी...

तभी उसकी बेटी ने अपने नन्हे हाथ आगे की ओर बढाते हुए मम्मी को कहा....
मम्मी ये लो.. ये वाला ज्यादा मीठा है|

शायद हम कभी कभी पूरी बात जाने बिना ही निष्कर्ष पर पहुंच जाते हैं😥😭😎...


गौर करनेवाली बात :
आप कभी रास्ते पे जा रहे हों और अचानक आपके सामने कोई बूढ़ा बुज़ुर्ग या कोई बच्चा गिर जाए और आप तुरंत मदद के लिए दौड़ते हैं. यक़ीनन इस तरह की कोई घटना ज़रूर हुई होगी.
अब प्रश्न यह है कि हम इस तरह की प्रतिक्रिया क्यों करते हैं?
मेरा यह मानना है कि मैं और जो सामने गिर गया 'एक' ही हैं. जब समय या सोच बीच में नहीं आती है तो हम सब एक हैं. हमारी सोच ही हमें अलग करती है और जब समय होता है तो सोच तुरंत जन्म लेती है. समय और सोच ही मेरी 'मैं' को मज़बूत करती है और मैं अपना अलग अस्तित्व मानने लगता हूँ वरना हम सब एक ही हैं.


Choti si zindagi hai, Har baat mein khush raho.
:::::::
Jo chehra paas na ho, Uski aawaz mein khush raho.
::::::::
Koi rutha ho tumse, Uske is andaz mein khush raho.
::::::::
Jo laut ke nahi aane wale, Un lamhon ki yaad mein khush raho.
::::::::
Kal kisne dekha hai, Apne aaj mein khush raho.
::::::::
Khushiyon ka intezaar kisliye, Dusron ki muskan mein khush raho.
::::::::
Kyun tadapte ho har pal kisi ke saath kTo, Kabhi to apne aap mein khush raho.
:::::::
Chhoti si to zindagi hai, Har haal mein khush raho... 👏 🙏💐💐🌺🌺


Thursday, August 20, 2015

एक व्यक्ति मंदिर जा रहा था पुत्र के
साथ....आरती का समय हो गया था....उस
व्यक्ति ने देखा की मैं जब आरती गा रहा हूँ
तो मेरा पुत्र भी कुछ गुनगुना रहा है....
बाहर आ के उस ने पुत्र से पूछा की तुम्हें
तो आरती आती नही ....तुम क्या गा रहे थे?
पुत्र ने बहुत सुंदर जवाब दिया...मैने तो क ख ग
सब 5 बार सुना दिया प्रभु जी को और
कहा की कि इन शब्दों से अपने आप
प्रार्थना बना लो..पिता की आँखें भर आईं...
दुनिया दिखावा देखती है नीयत नही
प्रभु नीयत देखते हैं दिखावा नही
आप चाहते हैं,
कि आपकी तानाशाही चले और कोई आपका
विरोध न करे..
तो आप भारत में न्यायाधीश बन जाइये,
..
आप चाहते हैं,
कि आप लोगों को बेवजह पीटें लेकिन कोई आपको
कुछ न बोले..
तो आप पुलिस वाला बन जाइये,
..
आप चाहते हैं,
कि आप एक से बढ़कर एक झूठ बोलें अदालत में,
लेकिन कोई आपको सजा न दे,
तो आप वकील बन जाइये,
..
आप चाहते हैं,
कि आप खूब लूट मार करें,
लेकिन कोई आपको डाकू न बोले,
तो आप भारत में राजनेता बन जाइये,
..
आप चाहते हैं,
कि आप दुनिया के हर सुख मांस, मदिरा, स्त्री
इत्यादि का आनंद लें,
लेकिन कोई आपको भोगी न कहे,
तो किसी भी धर्म के धर्मगुरु बन जाओ.
..
आप चाहते हैं,
कि आप किसी को भी बदनाम कर दें,
लेकिन आप पर कोई मुकदमा न हो,
तो मीडिया में रिपोर्टर बन जाइये,
....
यकीन मानिये..
कोई आप का बाल भी बाँका नहीं कर पाएगा.
भारत में,
हर 'गंदे' काम के लिए एक वैधानिक पद उपलब्ध
है,

Best Moments In a Doctor's Life.


1. The sound of restarting heartbeats when resuscitating a patient.
2. Closure after a difficult surgery where only the surgeon knows how he / she has saved a life.
3. A perfect surgery / procedure / stenting without complication.
4. Seeing the beautiful cute face of a healthy newborn.
5. Managing a major bleeder successfully.
6. Reversal of paralysis after thrombolysis (clot-buster injection).
7. Termination of Status Epilepticus (non-stop seizures/ convulsions).
8. Control over infection. Every infection is life threatening potentially.
9. Waking up of a comatose patient.
10. The genuine “Thank You” of a patient relieved of pain / stress / illness.
11. When someone random recognizes you in public and thanks you in front of your kids / family.
12. When the poorest of the poor collect enough money and gift you sweets for treating them free.
13. When a patient too educated to believe your truth goes to your professional competitors and many others, and is told the same, so returns to you with a greater faith.
14. When you can answer all questions asked by students after a lecture / clinic (without Herapheri / bluffing).
15. When a student performs well and patient gives a good feedback about them.
16. When you silently prove your clinical argument with good results.
17. When anyone at work says “Take some rest now.. You have been working too much”.
18. Qualifying for a medal/degree/publication of significant repute.
19. When you know that it’s not only the medical skills, but also your passionate involvement, speed and coordination that saved the patient.
20. When traffic police “Let you go” for minor offences just because you are a doctor, especially on the way to an emergency.
21. When someone says “I want to become a Doctor like you”.

There are many more. Every day is filled with both tears and smiles, and the doctor has to balance these by using his/her soul as the fulcrum. At the end of the day, death humbles everyone, but it is the doctor who stands to defend everyone else’s life without thinking if they are good or bad, friend or enemy.

Who will believe that money, home, family, cars, looks, luxury, and even love, romance are secondary joys for most doctors, after they have attended all their patient’s issues?

This pride is precious. The suffering a choice.The rewards immaterial.

A good doctor is the best a human being can be.


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नंगे पाँव चलते “इन्सान” को लगता है
कि “चप्पल होते तो कितना अच्छा होता”
बाद मेँ……….
“साइकिल होती तो कितना अच्छा होता”
उसके बाद में………
“मोपेड होता तो थकान नही लगती”
बाद में………
“मोटर साइकिल होती तो बातो-बातो मेँ
रास्ता कट जाता”

फिर ऐसा लगा की………
“कार होती तो धूप नही लगती”
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
फिर लगा कि,
“हवाई जहाज होता तो इस ट्रैफिक का झंझट
नही होता”
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जब हवाई जहाज में बैठकर नीचे हरे-भरे घास के मैदान
देखता है तो सोचता है,
कि “नंगे पाव घास में चलता तो दिल
को कितनी “तसल्ली” मिलती”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
” जरुरत के मुताबिक “जिंदगी” जिओ – “ख्वाहिश”….. के
मुताबिक नहीं………
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
क्योंकि ‘जरुरत’
तो ‘फकीरों’ की भी ‘पूरी’ हो जाती है, और
‘ख्वाहिशें’….. ‘बादशाहों ‘ की भी “अधूरी” रह जाती है”…..
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀
“जीत” किसके लिए, ‘हार’ किसके लिए
‘ज़िंदगी भर’ ये ‘तकरार’ किसके लिए…
🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱
जो भी ‘आया’ है वो ‘जायेगा’ एक दिन
फिर ये इतना “अहंकार” किसके लिए…
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ए बुरे वक़्त !
ज़रा “अदब” से पेश आ !!
“वक़्त” ही कितना लगता है
“वक़्त” बदलने में………
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मिली थी ‘जिन्दगी’ , किसी के
‘काम’ आने के लिए…..
पर ‘वक्त’ बीत रहा है , “कागज” के “टुकड़े” “कमाने” के लिए………
🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀🌱🍀


 हे प्रभु आनंद दाता
हे प्रभु ! आनंद दाता !! ज्ञान हमको दीजिये |
शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिये ||
हे प्रभु ………

लीजिये हमको शरण में हम सदाचारी बनें |
ब्रह्मचारी धर्मरक्षक वीर व्रतधारी बनें ||
हे प्रभु ………

निंदा किसीकी हम किसीसे भूल कर भी न करें |
ईर्ष्या कभी भी हम किसीसे भूल कर भी न करें ||
हे प्रभु ………

सत्य बोलें झूठ त्यागें मेल आपस में करें |
दिव्य जीवन हो हमारा यश तेरा गाया करें ||
हे प्रभु ………

जाये हमारी आयु हे प्रभु ! लोक के उपकार में |
हाथ ड़ालें हम कभी न भूलकर अपकार में ||
हे प्रभु ………

कीजिये हम पर कृपा ऐसी हे परमात्मा !
मोह मद मत्सर रहित होवे हमारी आत्मा ||
हे प्रभु ………
प्रेम से हम गुरुजनों की नित्य ही सेवा करें |
प्रेम से हम संस्कृति की नित्य ही सेवा करें ||
हे प्रभु ………

योगविद्या ब्रह्मविद्या हो अधिक प्यारी हमें |
ब्रह्मनिष्ठा प्राप्त करके सर्वहितकारी बनें ||
हे प्रभु ………




 हमेशा खुश रहना चाहते हैं तो ..

● वर्तमान समय में प्रत्येक व्यक्ति के पास अतिरिक्त कार्य है और कार्य को समय पर पूरा करने का प्रेशर भी। काम समय पर पूरा न हो पाने पर मानसिक तनाव होना सामान्य बात है।

● व्यक्ति तनाव में घर जाता है और फिर घर की परेशानी से और तनावग्रस्त हो जाता है। तनाव जीवन का नाश करता है, इससे दूर ही रहें तो अच्छा है। तनाव दूर करने के लिए कुछ आसान उपाय हम आपको बता रहे हैं, आप उन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

1) सूर्योदय से पहले उठें, घूमने जाएं, हल्का व्यायाम या योग करें।

2) प्रातःकाल व सोते समय 15 मिनट ईश्वर का ध्यान करें।

3) स्वयं को जानें, अपनी प्रतिभा, क्षमता व सीमाओं को पहचानें।

4) हमेशा सकारात्मक चिंतन करें। नकारात्मक सोच से ऊर्जा नष्ट होती है।

5) जो है, उस पर संतोष करें व कर्म करने में पूर्ण विश्वास रखें।

6) उत्साह एवं आत्मविश्वास के साथ काम करें। व्यवस्थित दिनचर्या की आदत डालें।

7) सदैव वर्तमान में जीएं, भूत व भविष्य की व्यर्थ चिंता से बचें। सदैव प्रसन्नचित्त रहें। हंसते-हंसते जीना सीखें।

8) सादा व सरल जीवन जीएं। जीवन में गुणवत्ता पर विश्वास रखें। दिखावे से बचें।

9) हॉबीज (hobbies) विकसित करें। समय की पाबंदी का खयाल रखें। हमेशा वाणी पर संयम रखें। धैर्य व आत्मनियंत्रण रखें। परिवार के साथ छुट्टियां मनाएं।

10) अच्छा स्वास्थ्य ही जीवन के लिए श्रेष्ठ धन है। दूसरों से स्वयं की तुलना करने से बचें। कम तथा सच्चे मित्र बनाएं।

इन बातों को जीवन में शामिल करने, व्यवहार में लाने में शुरू में परेशानी हो सकती है, परंतु कुछ समय बाद आप महसूस करेंगे कि आप तनावरहित एवं संतोषप्रद जीवन जी रहे हैं।

शुभ प्रभात । आज का दिन आपके लिए शुभ एवं मंगलमय हो ।


गर्व था भारत-भूमि को
कि महावीर की माता हूँ।।

राम-कृष्ण और नानक जैसे
वीरो की यशगाथा हूँ॥

कंद-मूल खाने वालों से
मांसाहारी डरते थे।।

पोरस जैसे शूर-वीर को
नमन 'सिकंदर' करते थे॥

चौदह वर्षों तक खूंखारी
वन में जिसका धाम था।।

मन-मन्दिर में बसने वाला
शाकाहारी राम था।।

चाहते तो खा सकते थे वो
मांस पशु के ढेरो में।।

लेकिन उनको प्यार मिला
' शबरी' के जूठे बेरो में॥

चक्र सुदर्शन धारी थे
गोवर्धन पर भारी थे॥

मुरली से वश करने वाले
'गिरधर' शाकाहारी थे॥

पर-सेवा, पर-प्रेम का परचम
चोटी पर फहराया था।।

निर्धन की कुटिया में जाकर
जिसने मान बढाया था॥

सपने जिसने देखे थे
मानवता के विस्तार के।।

नानक जैसे महा-संत थे
वाचक शाकाहार के॥

उठो जरा तुम पढ़ कर देखो
गौरवमय इतिहास को।।

आदम से फैले
इस नीले आकाश को॥

दया की आँखे खोल देख लो
पशु के करुण क्रंदन को।।

इंसानों का जिस्म बना है
शाकाहारी भोजन को॥

अंग लाश के खा जाए
क्या फ़िर भी वो इंसान है?

पेट तुम्हारा मुर्दाघर है
या कोई कब्रिस्तान है?

आँखे कितना रोती हैं जब
उंगली अपनी जलती है।।

सोचो उस तड़पन की हद जब
 जिस्म पे आरी चलती है॥

बेबसता तुम पशु की देखो
बचने के आसार नही।।

जीते जी तन काटा जाए,
उस पीडा का पार नही॥

खाने से पहले बिरयानी,
चीख जीव की सुन लेते।।

करुणा के वश होकर तुम भी
गिरी गिरनार को चुन लेते॥

शाकाहारी रहो


एक बार जरूर पढे
एक गरीब परिवार में एक सुन्दर सी
बेटी ने जन्म लिया..
बाप दुखी हो गया बेटा पैदा होता
तो कम से कम काम
में तो हाथ बटाता,,
उसने बेटी को पाला जरूर,
मगर दिल से नही....
.
वो पढने जाती थी तो ना ही स्कूल
की फीस टाइम से जमा करता,
और ना ही कापी किताबों पर ध्यान
देता था...
अक्सर दारू पी कर घर में कोहराम
मचाता था........
.
उस लडकी की माँ बहुत अच्छी व
बहुत भोली भाली थी
वो अपनी बेटी को बडे लाड प्यार से
रखती थी..
वो पति से छुपा-छुपा कर बेटी की
फीस जमा करती
और कापी किताबों का खर्चा देती थी..
अपना पेट काटकर फटे पुराने कपडे
पहन कर गुजारा कर लेती थी,
मगर बेटी का पूरा खयाल रखती थी...
पति अक्सर घर से कई कई दिनों के
लिये गायब हो जाता था.
जितना कमाता था दारू मे ही फूक
देता था...
.
वक्त का पहिया घूमता गया
बेटी धीरे-धीरे समझदार हो गयी..
दसवीं क्लास में उसका एडमीसन
होना था.
माँ के पास इतने पैसै ना थे जो बेटी
का स्कूल में दाखिला करा पाती..
.
बेटी डरडराते हुये पापा से बोली:
पापा मैं पढना चाहती हूं मेरा
हाईस्कूल में एडमीसन करा दीजिए
मम्मी के पास पैसै नही है...
बेटी की बात सुनते ही बाप आग
वबूला हो गया और
चिल्लाने लगा बोला: तू कितनी भी
पड लिख जाये तुझे तो चौका चूल्हा
ही सम्भालना है क्या करेगी तू
ज्यादा पड लिख कर..
उस दिन उसने घर में आतंक मचाया
व सबको मारा पीटा
.
बाप का व्यहार देखकर बेटी ने मन
ही मन में सोच लिया कि अब वो
आगे की पढाई नही करेगी....
एक दिन उसकी माँ बाजार गयी
बेटी ने पूछा: माँ कहॉ गयी थी
माँ ने उसकी बात को अनसुना
करते हुये कहा :
बेटी कल मै तेरा स्कूल में दाखिला कराउगी
.
बेटी ने कहा: नही माँ मै अब नही
पडूगी मेरी वजह से तुम्हे कितनी
परेशानी उठानी पडती है पापा भी
तुमको मारते पीटते हैं कहते कहते
रोने लगी..
माँ ने उसे सीने से लगाते हुये कहा:
बेटी मै बाजार से कुछ रुपये लेकर
आयी हूं मै कराउगी तेरा दखिला..
बेटी ने माँ की ओर देखते हुये पूछा:
माँ तुम इतने पैसै कहॉ से लायी हो??
मॉ ने उसकी बात को फिर अनसुना
कर दिया..
.
वक्त वीतता गया
माँ ने जी तोड मेहनत करके बेटी
को पढाया लिखाया
बेटी ने भी माँ की मेहनत को देखते
हुये मन लगा कर
दिन रात पढाई की
और आगे बडती चली गयी......
.
इधर बाप दारू पी पी कर बीमार
पड गया
डाक्टर के पास ले गये
डाक्टर ने कहा इनको टी.बी. है
एक दिन तबियत ज्यादा गम्भीर
होने पर बेहोशी की हालत में
अस्पताल में भर्ती कराया..
.
कुछ दिनो बाद उसे जब होश आया
तो डाक्टरनी का चेहरा देखकर
उसके होश उड गये
वो डाक्टरनी कोई और नही वल्कि
उसकी अपनी बेटी थी..
शर्म से पानी पानी बाप
कपडे से अपना चेहरा छुपाने लगा
और रोने लगा हाथ जोडकर बोला:
बेटी मुझे माफ करना मैं तुझे समझ
ना सका...
बाप को रोते देखकर बेटी ने बाप
को गले लगा लिया.
.
दोस्तों गरीबी और अमीरी से कोई
फर्क नहीं पडता,,
अगर इन्सान का इरादा हो तो
आसमान में भी छेद हो
सकता है
.
एक दिन बेटी माँ से बोली:
माँ तुमने मुझे आजतक नहीं बताया
कि मेरे हाईस्कूल के एडमीसन के
लिये पैसै कहाँ से लायी थी??
बेटी के बार बार पूछने पर
माँ ने जो बात बतायी
उसे सुनकर
बेटी की रूह काँप गयी....
माँ ने अपने शरीर का खून बेच कर
बेटी का एडमीसन
कराया था....
.
दोस्तों तभी तो माँ को भगवान का
दर्जा दिया गया है
माँ जितना औलाद के लिये त्याग
कर सकती है
उतना दुनियाँ में कोई और नही..
.
दो पंक्तियाँ माँ के लिये::::
गोदी में मुझको सुलाया है माँ ने,,
बडे प्यार से अपनी मीठी जुवॉ से,
बेटा कह कर बुलाया है माँ ने,,
मुझको लेके अपनी नरम बाजुओं मे,
मोहब्बत का झूला झुलाया है माँ ने,,
सभी जख्म अपने सीने पे लेके,
हर चोट से बचाया है माँ ने,,
कभी मेरे माथे पे काला टीका लगा के,
यूं बचपन में मुझको सजाया है माँ ने,,
यूं चेहरा दिखा के मुझे रोज अपना,
मुझे मेरे रब से मिलाया

😊
: मै यादों का
किस्सा खोलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत
याद आते हैं.

मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.

अब जाने कौन सी नगरी में,
आबाद हैं जाकर मुद्दत से.
मै देर रात तक जागूँ तो
कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.

कुछ बातें थीं फूलों जैसी,
कुछ लहजे खुशबू जैसे थे,
मै शहर-ए-चमन में टहलूँ तो,
कुछ दोस्त बहुत याद आते हैं.

सबकी जिंदगी बदल गयी
एक नए सिरे में ढल गयी

कोई girlfriend में busy है
कोई बीवी के पीछे crazy हैं

किसी को नौकरी से फुरसत नही
किसी को दोस्तों की जरुरत नही

कोई पढने में डूबा है
किसी की दो दो महबूबा हैं

सारे यार गुम हो गये हैं
तू से आप और तुम हो गये है


मै गुजरे पल को सोचूँ
तो, कुछ दोस्त
बहुत याद आते हैं.

धीरे धीरे उम्र कट जाती है
जीवन यादों की पुस्तक बन जाती है,
कभी किसी की याद बहुत तड़पाती है
और कभी यादों के सहारे ज़िन्दगी कट जाती है ...
- किनारो पे सागर के खजाने नहीं आते, फिर जीवन में दोस्त पुराने नहीं आते ...

- जी लो इन पलों को हस के दोस्त,
फिर लौट के दोस्ती के जमाने नहीं आते ... !!! 😊 😊 😊



एक बार सच और झूठ नदी में स्नान करने
 पहुंचे। दोनो ने अपने-अपने कपड़े उतार
 कर नदी के तट पर रख दिए और झट-पट
 नदी में कूद पड़े। सबसे पहले झूठ नहाकर
नदी से बाहर आया और सच के कपड़े पहनकर
चला गया। सच अभी भी नहा रहा था। जब वह
स्नान कर बाहर निकला तो उसके कपड़े गायब थे।
वहां तो झूठ के कपड़े पड़े थे। भला सच उसके कपड़े
कैसे पहनता?
कहते हैं तब से सच नंगा है और झूठ सच के कपड़े पहनकर सच के रूप में प्रतिष्ठित है।
 🙏🌹🙏.....
चलिये टर से क्या क्या हो सकता है:

एक दिन ससुर जी ने अपने भावी दामाद से बड़े ही प्यार से पूछा – ‘मेरी बेटी के जीवन नैया के खेवनहार! आपको शादी में क्या-क्या उपहार चाहिए। दामाद जी ने जुबान – खोली ‘आपकी बेटी खुद लक्ष्मी है। अगर आप इतनी ही जिद करते है तो हमें सिर्फ ‘टर चाहिए। ससुर जी ने बड़े अचंभे से पूछा – ‘बेटा या टर क्या है। दामाद जी बोले -’टर यानी स्कूटर, रफ्रीजरेटर, कंप्यूटर, जनरेटर, मोटर आदि। यह सुनकर ससुर जी मुसकुराए और फिर बोले – हमें आते है तुम्हे पहनाने स्वेटर, फिर देतें है हम तुम्हे अपनी डाटर, जिसके हाथ में है हन्टर, जो बनवाएगी तुम से मटर-टमाटर, डाल कर तुम पर वाटर, तब तुम नजर आओगे वेटर, अब क्या इरादे है मिस्टर। यह सुनकर भावी दामाद जी घबराए और ऐसे भागते नजर आए जैसे हैलीकाप्टर।

आगे सफर था और पीछे हमसफर था....
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हम सफर छूट जाता...

मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..
ए दिल तू ही बता...उस वक्त मैं कहाँ जाता...

मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हम सफर भी था
रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....

यूँ समँझ लो....

प्यास लगी थी गजब की...मगर पानी मे जहर था...
पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते...

बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।। आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।

"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है
और "किस्मत" महलों में राज करती है!!

"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"...🎭
🌼🌼🌼🌼
वो भी क्या दिन थे...

🌼 जब घड़ी एक आध के पास होती थी और समय सबके पास होता था।

🌼 बोलचाल में हिंदी का प्रयोग होता था और अंग्रेज़ी तो पीने के बाद ही बोली जाती थी।

🌼 लोग भूखे उठते थे पर भूखे सोते नहीं थे।

🌼 फिल्मों में हीरोइन को पैसे कम मिलते थे पर कपड़े वो पूरे पहनती थी।

🌼 लोग पैदल चलते थे और पदयात्रा करते थे पर पदयात्रा पद पाने के लिये नहीं होती थी।

🌼 साईकिल होती थी जो चार रोटी में चालीस का एवरेज देती थी।

🌼 चिट्ठी पत्री का जमाना था। पत्रों मे व्याकरण अशुद्ध होती थी पर आचरण शुद्ध हुआ करता थे।

🌼 शादी में घर की औरतें खाना बनाती थी और बाहर की औरतें नाचती थी अब घर की औरतें नाचती हैं और बाहर की औरते खाना बनाती है।

🌼 खाना घर खाते थे और शौच बाहर जाते थे और अब शौच घर में करते हैँ और खाना खाने बाहर जाते हैँ।

🙏🌹🌹


Monday, August 17, 2015

Arrested for laughing.

This is from an actual trial in the UK.

A young woman who was several months pregnant was sitting in a bus. When she noticed a young man smiling at her she began feeling humiliated on account of her condition.

She changed her seat & he seemed more amused. She moved again and then on seeing him laughing more.

She filed a court case on him. In the court the man's defense was:-

When the lady boarded the bus I couldn't help noticing she was pregnant. She sat under an advertisement, which read "Coming Soon - The unknown boon". I was even more amused when she then sat under a shaving advertisement,
which read:- "William's stick did the trick". Then I could not control myself any longer, when on the third move she sat under an advertisement, which read: "Dunlop Rubber would have prevented this accident".

The case was dismissed.

The judge fell off his chair laughing.
एक ताऊ 10 साल बाद एक मुकदमा जीत गए ,

जज -बधाई हो बावा ,
आप केस जीत गए ,

ताऊ – शाबाश , भगवान तेरी इतनी तरक्की करे कि तू
दरोगा बन जाय ,

जज – रे ताऊ , मैं तो जज हूँ ,
जज तो दरोगा से बड़ा होवे है ,

ताऊ – ना मेरी नजर में तो दरोगा बड़ा है ,
जज – कैसे ?

ताऊ – तूने केस खत्म करने में 10 साल लगा दिए ,
और वो दरोगा शुरू में ही कह रहा था ,
बावा 5000 दो , मामला अभी रफा दफा कर दूँगा ,,
जज बेहोश,, 😜😜😜
एक लड़का एक लड़की को छेड़ रहा था ,
लड़की ने उसे कहा-क्या प्रॉब्लम है, बुलाऊ
पुलिस
को.......
लड़के ने कहा-पुलिस को बुलाएगी ....बुला
पुलिस को,
तेरी जेसी बहोत देखी है मैंने....... और उसने उस
पर बन्दुक
तान दी...........वोलड़की रोने लग गयी। ।
पास में बहुत सारी भीड़ इकठ्ठी हो गयी, सब
तमाशा
देख रहे थे,
इतने में जो लड़के ने कहा उसे सुनकर सब
ताज्जुब में पड़ गए,
शर्म के मारे किसी का सर नही उठा,
लड़के ने कहा -बचाने नही आओगे इसे .....क्या
इतनी
भीड़ में किसी की हिम्मत नही ,की इस लड़की
को
बचा सके , कल जब इंडिया गेट पर इसकी लाश
पड़ी
होगी ,तब जनाजे में बहोत भीड़ होगी
.........इसकी
जगह आपकी कोई बहन होती ,तो क्या आप
ऐसे ही खड़े
तमाशा देखते ,क्या इस लड़की की मौत पर
सिर्फ न्यूज़
पेपर पर हेड लाइन ही काफी है क्या ........?
क्या यही है हमारा देश ,यही है हमारे देश के
युवा
.........मर जाना चाहिए तुमको .......की तुम
अपनी
बहन बेटियो के हिफाजत नही कर सकते ।
सबको अपने फेसबुक प्रोफाइल पर तिरंगे या
देशभक्ति
की पिक्चर लगाने का शौक है। लेकिन कोई
उसकी
मर्यादा का ध्यान नही देता , ये लड़की मर रही
है तुम
लोग तमाशा देख रहे हो ,
फिर उस लड़के ने कहा - इस लड़की जेसी मेरी
बहन थी
,मार डाला .......दरिंदो ने, तुम लोगो की
हैवानियत
ने.........सब ऐसे ही तमाशा देखते रह गए , किसी
ने
उसकी मदद नही की......
अब यही होगा तुम लोगो के साथ ......फिर
देखना
तमाशा......
फिर उस लड़के ने उस लड़की से माफ़ी मागते हुए
कहा-
बहन माफ़ करना ,मेरा आपका दिल दुखाने का
इरादा
नही था .......शायद मेरे इस प्रयास से इन लोगो
की
अंतरात्मा जाग जाए ।
उस लड़की ने वापस कहा-भैया आपको मेरा
सलाम ,
काश सब ऐसे होते तो आपकी बहन आज
जिन्दा होती
,आज से आप मेरे भाई हो...

Sunday, August 16, 2015

डॉ: तुम्हारा लीवर फूल गया है (Swollen)
मरीज : इसका मतलब है इसमें अब और ज्यादा दारु आ सकती
है।
पॉजिटिव थिंकिंग।😜😜😜
😜😝😛😄😍😜😝😛😄
संता :- परसों मेरी बीवी कुँए में गिर गई ,बहुत चोट लगी ,बहुत चिल्ला रही थी ।
बंता :- अब कैसी है ?
संता :- अब ठीक है ,कल से कुँए से आवाज नही आई ।
😜😝😄😛😍😜😝😄😛
सरदार:- "काम के लिए बाई रख लेते हैं.."
पत्नि:- "नहीं चाहिये..."
सरदार:- "क्यों....!!!!"
पत्नि:- " तुम्हारी आदतें मैं अच्छी तरह से जानती हूं...
भूल गये....???
पहले मैं भी बाई ही तो थी....!!!!
😜😜😜😜😜😜😜😜
😛😄😝
. पत्नी : सुनो जी, जब आपने पहली बार♡♡
घुघंट उठाया था तो आपको कैसा लगा
था ???
पति : मां कसम, मैं तो मर ही जाता अगर
टीवी पर “आहट” देखने की आदत नहीं होती
तो
😀😀😀👌👌😝😝😝


डॉ: तुम्हारा लीवर फूल गया है (Swollen)
मरीज : इसका मतलब है इसमें अब और ज्यादा दारु आ सकती
है।
पॉजिटिव थिंकिंग।😜😜😜
😜😝😛😄😍😜😝😛😄
संता :- परसों मेरी बीवी कुँए में गिर गई ,बहुत चोट लगी ,बहुत चिल्ला रही थी ।
बंता :- अब कैसी है ?
संता :- अब ठीक है ,कल से कुँए से आवाज नही आई ।
😜😝😄😛😍😜😝😄😛
सरदार:- "काम के लिए बाई रख लेते हैं.."
पत्नि:- "नहीं चाहिये..."
सरदार:- "क्यों....!!!!"
पत्नि:- " तुम्हारी आदतें मैं अच्छी तरह से जानती हूं...
भूल गये....???
पहले मैं भी बाई ही तो थी....!!!!
😜😜😜😜😜😜😜😜
😛😄😝
. पत्नी : सुनो जी, जब आपने पहली बार♡♡
घुघंट उठाया था तो आपको कैसा लगा
था ???
पति : मां कसम, मैं तो मर ही जाता अगर
टीवी पर “आहट” देखने की आदत नहीं होती
तो
😀😀😀👌👌😝😝😝


आगे सफर था और पीछे हमसफर था....
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हम सफर छूट जाता...

मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..
ए दिल तू ही बता...उस वक्त मैं कहाँ जाता...

मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हम सफर भी था
रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....

यूँ समँझ लो....

प्यास लगी थी गजब की...मगर पानी मे जहर था...
पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते...

बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!
वक़्त ने कहा...काश थोड़ा और सब्र होता !!
सब्र ने कहा..काश थोड़ा और वक़्त होता !!

"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है,
और "किस्मत" महलों में राज करती है !!

शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,

पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने...
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता...


Overtake→

A boy with his parents was travelling in their car. Father was driving and son was sitting in the back. Dad was driving this car very carefully because it was quite dear to him.

After a few minutes later, a modern car overtook their car.
Son told Father, "Dad this car went ahead of us, please use accelerator to overtake that car".
Dad replied smilling, "Son, it is not possible, our car is not capable of going that fast".

Within a few seconds, another car went ahead of them. Son got annoyed by it and told dad to press accelerator.

Dad replied to son in anger, "You are only seeing cars which are going ahead of us. There are many cars behind us. If we try to catch up with those cars in front of us, we may end up doing damage to our car".

Son replied nicely, "Dad, you compare me with other smart kids and keep telling me to be like them. If I try to be like them, I might end up hurting myself right! You are only seeing smarter kids than me, but you are not seeing kids who are behind me."

All parents must read.


अपनी शादी के पहले दिन पति और
पत्नी के बीच
शर्त रखी जाती है
कि किसी के लिए
भी दरवाजा नहीं खोला जायेगा !
..
...
उसी दिन उस लड़के के माता पिता आये और
अन्दर जाने के
लिए दरवाजा खट खटाया !
..
...
पति पत्नी एक दुसरे की तरफ देखते है।
...
..
पति अपने माता पिता के लिए
दरवजा खोलना चाहता है लेकिन उसे शर्त
याद आ जाती है। वह
दरवाज़ा नहीं खोलता है ओर उसके
माता पिता चले जाते है ।
...
......
कुछ समय के बाद उसी दिन लड़की के
माता पिता आते है और अन्दर जाने के लिए
दरवाजा ख़त खटाते है ।
..
...
पति पत्नी फिर एक दुसरे की तरफ देखते है
और उस समय भी वो शर्त याद करते है ।
..
...
पत्नी की आँखों में आंसू आ जाते हे वो अपने
आंसू पूछते हुए कहती हे : मै अपने माता पिता के
लिए
ऐसा नहीं कर सकती और दरवाजा खोल
देती है ।
..
पति कुछ नहीं कहता है ।।
..
...
कुछ समय के बाद उनके दो पुत्र जन्म लेते है ।
...
.....
इसके बाद उनको तीसरा बच्चा होता है जो एक
लड़की (बेटी) होती है ।।
..
...
वह पति अपनी पुत्री के जन्म लेने के
अवसर पर एक बहुत बड़ी और शानदार
पार्टी का आयोजन करता है और अपने
सभी दोस्तों और रिश्तेदारों को बुलाता है ।
..
....
...
फिर उसकी पत्नी उससे
पूछती है कि क्या कारण था जो उसने बेटी के
जन्म पर
इतनी बड़ी पार्टी का आयोजन
किया जबकि इससे पहले दोनों दोनों भाइयो के
जन्म पर ऐसा कुछ
नहीं किया ।।
...
....
पति अपने साधारण से शब्दों में बड़े प्यार से
उत्तर देता है :
क्योकि यही वो है जो एक दिन मेरे लिए
दरवाजा खोलेगी ।।
...
.....
"बेटिया बहुत स्पेशल होती है,
आपकी छोटी सी बेटी भले
ही आपके साथ कुछ समय के लिए
ही रहे .... लेकिन उसका दिल और प्यार
जीवनभर अपने माता पिता के लिए रहता है ।।"
Boys are stronger than Girls :) Oh Please!!

Can you bleed for a week and survive?

Can you carry a 7pound baby in your stomach for 9 months

Can you take care of a child, cook, clean AND talk on the phone @ one time?

Can you carry a 108 lb shopping bag

Can you go a week only eating salad?

Can you face heartbreak? 

Can you watch the love of your life be with some one else?

 Can you burn your forehead with a curling iron and not complain?

Lol! Can u take the hot wax on ur body n get the hair pulled out without a scream every month

 can you walk all day in 5 inch heels? 

Can you cry  all night then wake up the next morning like everything is okay?

I don't think so..

 Ladies pass this on..cheers to us!!!



=> रोज तारीख बदलती. है,
रोज. दिन. बदलते. हैं....
रोज. अपनी. उमर. भी बदलती. है.....
रोज. समय. भी बदलता. है...
हमारे नजरिये. भी. वक्त. के साथ. बदलते. हैं.....
बस एक. ही. चीज. है. जो नहीं. बदलती...
और वो हैं "हम खुद"....

और बस ईसी. वजह से हमें लगता है. कि. अब "जमाना" बदल गया. है........

किसी शायर ने खूब कहा है,,

रहने दे आसमा. ज़मीन कि तलाश. ना कर,,
सबकुछ। यही। है, कही और तलाश ना कर.,

हर आरज़ू पूरी हो, तो जीने का। क्या। मज़ा,,,
जीने के लिए बस। एक खूबसूरत वजह। कि तलाश कर,,,

ना तुम दूर जाना ना हम दूर जायेंगे,,
अपने अपने हिस्से कि। "दोस्ती" निभाएंगे,,,

बहुत अच्छा लगेगा ज़िन्दगी का ये सफ़र,,,
आप वहा से याद करना, हम यहाँ से मुस्कुराएंगे,,,

क्या भरोसा है. जिंदगी का,
इंसान. बुलबुला. है पानी का,

जी रहे है कपडे बदल बदल कर,,
एक दिन एक "कपडे" में ले जायेंगे कंधे बदल बदल कर,,

भारतीय रेल की जनरल class का सफ़र....
अच्छा लिखा है.
जरूर पढे....👇
.
.
रेल की जनरल बोगी
पता नहीं आपने कभी भोगी कि नहीं भोगी
एक बार हम भी कर रहे थे यात्रा
प्लेटफार्म पर देखकर सवारियों की मात्रा
हमारे पसीने छूटने लगे
हम झोला उठाकर घर की ओर फूटने लगे
तभी एक कुली आया
मुस्कुरा कर बोला -
 'अन्दर जाओगे ?'
हमने कहा - 'तुम पहुँचाओगे !'
वो बोला - बड़े-बड़े पार्सल पहुँचाए हैं
आपको भी पहुँचा दूंगा
मगर रुपये पूरे पचास लूँगा.
हमने कहा - पचास रुपैया ?
वो बोला - हाँ भैया
दो रुपये आपके
बाकी सामान के
हमने कहा - सामान नहीं है, अकेले हम हैं
वो बोला - बाबूजी,
आप किस सामान से कम हैं !
भीड़ देख रहे हैं,
 कंधे पर उठाना पड़ेगा,
धक्का देकर अन्दर पहुँचाना पड़ेगा
वैसे तो ये हमारे लिए बाएँ हाथ का खेल है
मगर आपके लिए दाँया हाथ भी लगाना पड़ेगा
मंजूर हो तो बताओ
हमने कहा - देखा जायेगा,
तुम उठाओ
कुली ने बजरंगबली का नारा लगाया
और पूरी ताकत लगाकर हमें जैसे ही उठाया
कि खुद बैठ गया
दूसरी बार कोशिश की तो लेट ही गया
बोला - बाबूजी पचास रुपये तो बहुत कम हैं
हमें क्या मालूम था कि आप आदमी नहीं,
एटम बम हैं
भगवान ही आपको उठा सकता है
हम क्या खाकर उठाएंगे
आपको उठाते-उठाते खुद ही दुनिया से उठ जायेंगे !

तभी गाड़ी ने सीटी दे दी
हम झोला उठाकर भाये
बड़ी मुश्किल से डिब्बे के अन्दर घुस पाए
डिब्बे के अन्दर का दृश्य घमासान था
पूरा डिब्बा अपने आप में हल्दी घाटी का मैदान था
लोग लेटे थे,
बैठे थे,
खड़े थे
जिनको कहीं जगह नहीं मिली,
वो बर्थ के नीचे पड़े थे|

हमने एक गंजे यात्री से कहा - भाई साहब
थोडी सी जगह हमारे लिए भी बनाइये
वो सिर झुका के बोला - आइये हमारी खोपड़ी पे ही बैठ जाइये
आप ही के लिए तो साफ़ की है|
केवल दस रूपए देना,
लेकिन फिसल जाओ तो हमसे मत कहना|

तभी एक भरा हुआ बोरा खिड़की के रास्ते चढ़ा
आगे बढा और गंजे के सिर पर गिर पड़ा
गंजा चिल्लाया - किसका बोरा है ?
बोरा फौरन खडा हो गया
और उसमें से एक लड़का निकल कर बोला
बोरा नहीं है
बोरे के भीतर बारह साल का छोरा है
अन्दर आने का यही एक तरीका बचा है
ये हमने आपने माँ-बाप से सीखा है
आप तो एक बोरे में ही घबरा रहे हैं
जरा ठहर तो जाओ अभी गददे में लिपट कर
हमारे बाप जी अन्दर आ रहे हैं
उनको आप कैसे समझायेंगे
हम तो खड़े भी हैं वो तो आपकी गोद में ही लेट जाएँगे|

एक अखंड सोऊ चादर ओढ़ कर सो रहा था
एकदम कुम्भकरण का बाप हो रहा था
हमने जैसे ही उसे हिलाया
उसकी बगल वाला चिल्लाया -
ख़बरदार हाथ मत लगाना वरना पछताओगे
हत्या के जुर्म मैं अन्दर हो जाओगे
हमने पुछा-
 भाई साहब क्या लफड़ा है ?
वो बोला - बेचारा आठ घंटे से बिना हिले डुले पड़ा है
क्या पता ज़िंदा है की मरा है
आपके हाथ लगते ही अगर ऊपर पहुँच जायेगा
इस भीड़ में ज़मानत करने क्या तुम्हारा बाप आयेगा ?

एक नौजवान खिड़की से अन्दर आने लगा
तो पूरे डिब्बा मिल कर उसे बाहर धकियाने लगा
नौजवान बोला - भाइयों,
 भाइयों
सिर्फ खड़े रहने की जगह चाहिए
एक अन्दर वाला बोला - क्या ?
खड़े रहने की जगह चाहिए
 तो प्लेटफोर्म पर खड़े हो जाइये
जिंदगी भर खड़े रहिये कोई हटाये तो कहिये
जिसे देखो घुसा चला आ रहा है
रेल का डिब्बा साला जेल हुआ जा रहा है !
इतना सुनते ही एक अपराधी जोर से चिल्लाया -
रेल को जेल मत कहो मेरी आत्मा रोती है
यार जेल के अन्दर कम से कम
चलने-फिरने की जगह तो होती है !

एक सज्जन फर्श पर बैठे हुए थे आँखें मूँदे
उनके सर पर अचानक गिरीं पानी की गरम-गरम बूँदें
तो वे सर उठा कर चिल्लाये - कौन है,
कौन है
साला ऊपर से पानी गिरा कर मौन है
दिखता नहीं नीचे तुम्हारा बाप बैठा है !

क्षमा करना बड़े भाई
पानी नहीं है
हमारा छः महीने का बच्चा है कृपया माफ़ कर दीजिये
और
अपना मुँह भी नीचे कर लीजिये

वरना बच्चे का क्या भरोसा !
क्या मालूम अगली बार उसने आपको क्या परोसा !!

अचानक डिब्बे में बड़ी जोर का हल्ला हुआ
एक सज्जन दहाड़ मार कर चिल्लाये -
पकड़ो-पकड़ो जाने न पाए
हमने पुछा क्या हुआ,
 क्या हुआ ?
वे बोले - हाय-हाय,
 मेरा बटुआ किसी ने भीड़ में मार दिया
पूरे पांच सौ रुपये से उतार दिया टिकट भी उसी में था !
कोई बोला - रहने दो यार भूमिका मत बनाओ
टिकट न लिया हो तो हाथ मिलाओ
हमने भी नहीं लिया है पर आप इस तरह चिल्लायेंगे
तो आपके साथ हम भी खामखाः पकड़ लिए जायेंगे?
वे सज्जन रोकर बोले - नहीं भाई साहब
मैं झूठ नहीं बोलता
मैं एक टीचर हूँ

कोई बोला - तभी तो झूठ है टीचर के पास और बटुआ ?
इससे अच्छा मजाक इतिहास मैं आज तक नहीं हुआ !
टीचर बोला - कैसा इतिहास
मेरा विषय तो भूगोल है
तभी एक विद्यार्थी चिल्लाया - सर इसलिए तुम्हारा बटुआ गोल है !

बाहर से आवाज आई - 'गरम समोसे वाला'
अन्दर से फ़ौरन बोले एक लाला - दो हमको भी देना भाई
सुनते ही ललाइन ने डाँट लगायी - बड़े चटोरे हो !
क्या पाँच साल के छोरे हो ?
इतनी गर्मी मैं समोसा खाओगे ?
फिर पानी पानी चिल्लाओगे ?

अभी तो पानी मुह में आ रहा है समोसे खाते ही आँखों में आ जायेगा
इस भीड़ में पानी क्या तुमको रेल मंत्री दे जायेगा ?

तभी डिब्बे में हुआ हल्का उजाला
किसी ने जुमला उछाला ये किसने बीड़ी जलाई है ?
कोई बोला - बीड़ी नहीं है स्वागत करो
डिब्बे में पहली बार बिजली आई है
दूसरा बोला - पंखे कहाँ हैं ?
 ।
उत्तर मिला - जहाँ नहीं होने चाहिए वहाँ हैं
पंखों पर आपको क्या आपत्ति है ?
जानते नहीं रेल हमारी राष्ट्रीय संपत्ति है
कोई राष्ट्रीय चोर हमें घिस्सा दे गया है
संपत्ति में से अपना हिस्सा ले गया है
आपको लेना हो आप भी ले जाओ
मगर जेब में जो 4 बल्ब रख लिए हैं
उनमें से एकाध तो हमको दे जाओ !
😜
अचानक डिब्बे में एक विस्फोट हुआ
हलाकि यह बम नहीं था
मगर किसी बम से कम भी नहीं था
यह हमारा पेट था उसका हमारे लिए संकेत था
कि जाओ बहुत भारी हो रहे हो हलके हो जाओ
हमने सोचा डिब्बे की भीड़ को देखते हुए
बाथरूम कम से कम दो किलोमीटर दूर है
ऐसे में कुछ हो जाये तो किसी का क्या कसूर है
इसिलए रिस्क नहीं लेना चाहिए
अपना पडोसी उठे उससे पहले अपने को चल देना चाहिए
सो हमने भीड़ में रेंगना शुरू किया
पूरे दो घंटे में पहुँच पाए
बाथरूम का दरवाजा खटखटाया तो भीतर से एक सिर बाहर आया
बोला - क्या चाहिए ?
हमने कहा - बाहर तो आजा भैये हमें जाना है
वो बोला - किस किस को निकालोगे ?
अन्दर बारह खड़े हैं
हमने कहा - भाई साहब हम बहुत मुश्किल में पड़े हैं
मामला बिगड़ गया तो बंदा कहाँ जायेगा ?
वो बला - क्यूँ आपके कंधे
पे जो झोला टँगा है
वो किस दिन काम में आयेगा ...

इतने में लाइट चली गयी
बाथरूम वाला वापस अन्दर जा चुका था
हमारा झोला कंधे से गायब हो चुका था
में भी अँधेरे का लाभ उठाकर अपने काम में ला चुका था |

अचानक गाड़ी बड़ी जोर से हिली
एक यात्री ख़ुशी के मारे चिल्लाया - 'अरे चली, चली'
कोई बोला - जय बजरंग बली, कोई बोला - या अली
हमने कहा - काहे के अली और काहे के बली !
गाड़ी तो बगल वाली चली
और तुमको अपनी चलती नजर आ रही है ?
प्यारे !
आम आदमी का हमसफ़र बन के देखो
एक बार जनरल क्लास में सफ़र करके देखो।।😃😃😃😀?


संता पत्नी से - शांति को बुलाओ

पत्नी- कौन अपनी कामवाली?

संता- हाँ

पत्नी- क्यूँ?

संता- डॉक्टर ने बोला है की सिरदर्द की गोली खाओ और शांति के साथ सो जाओ😜😜
ज़रूर पढ़ें और सयानी होती बेटियों को भी पढ़ायें।

क्यों करता है भारतीय समाज बेटियों की इतनी परवाह...

एक संत की कथा में एक बालिका खड़ी हो गई।
चेहरे पर झलकता आक्रोश

संत ने पूछा बोलो बेटी क्या बात है
बालिका ने कहा- महाराज हमारे समाज में लड़कों को हर प्रकार की आजादी होती है। वह कुछ भी करे, कहीं भी जाए उस पर कोई खास टोका टाकी नहीं होती।
इसके विपरीत लड़कियों को बात बात पर टोका जाता है। यह मत करो, यहाँ मत जाओ, घर जल्दी आ जाओ आदि।
संत मुस्कुराए और कहा...
बेटी तुमने कभी लोहे की दुकान के बाहर पड़े लोहे के गार्डर देखे हैं? ये गार्डर सर्दी, गर्मी, बरसात, रात दिन इसी प्रकार पड़े रहते हैं।
इसके बावजूद इनका कुछ नहीं बिगड़ता और इनकी कीमत पर भी कोई अन्तर नहीं पड़ता। लड़कों के लिए कुछ इसी प्रकार की सोच है समाज में।

अब तुम चलो एक ज्वेलरी शॉप में। एक बड़ी तिजोरी, उसमें एक छोटी तिजोरी। उसमें रखी छोटी सुन्दर सी डिब्बी में रेशम पर नज़ाकत से रखा चमचमाता हीरा।
क्योंकि जौहरी जानता है कि अगर हीरे में जरा भी खरोंच आ गई तो उसकी कोई कीमत नहीं रहेगी।

समाज में बेटियों की अहमियत भी कुछ इसी प्रकार की है। पूरे घर को रोशन करती झिलमिलाते हीरे की तरह।
जरा सी खरोंच से उसके और उसके परिवार के पास कुछ नहीं बचता।
बस यही अन्तर है लड़कियों और लड़कों में।

पूरी सभा में चुप्पी छा गई।
उस बेटी के साथ पूरी सभा की आँखों में छाई नमी साफ-साफ बता रही थी लोहे और हीरे में फर्क।।।Ⓜ👍please share with your daughters nd sisters


बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!

ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!

सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।। आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।

"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!

"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"...


इंटेलिजेंस ब्यूरो में एक उच्च पद हेतु भर्ती की प्रक्रिया चल रही थी।

अंतिम तौर पर केवल तीन उम्मीदवार बचे थे जिनमें से किसी एक का चयन किया जाना था।

इनमें दो पुरुष थे और एक महिला।

फाइनल परीक्षा के रूप में कर्तव्य के प्रति उनकी निष्ठा की जांच की जानी थी।

पहले आदमी को एक कमरे में ले जाकर परीक्षक ने कहा –”हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि तुम हर हाल में हमारे निर्देशों का पालन करोगे चाहे कोई भी परिस्थिति क्यों न हो।”

फिर उसने उसके हाथ में एक बंदूक पकड़ाई और दूसरे कमरे की ओर इशारा करते हुये कहा – ”उस कमरे में तुम्हारी पत्नी बैठी है। जाओ और उसे गोली मार दो।”

”मैं अपनी पत्नी को किसी भी हालत में गोली नहीं मार सकता” आदमी ने कहा।”

तो फिर तुम हमारे किसी काम के नहीं हो। तुम जा सकते हो।” – परीक्षक ने कहा।

अब दूसरे आदमी को बुलाया गया।”
.
.
परीक्षक ने उसके हाथ में एक बंदूक पकड़ाई और दूसरे कमरे की ओर इशारा करते हुये कहा – ”उस कमरे में तुम्हारी पत्नी बैठी है। जाओ और उसे गोली मार दो।”

आदमी उस कमरे में गया और पांच मिनट बाद आंखों में आंसू लिये वापस आ गया।

”मैं अपनी प्यारी पत्नी को गोली नहीं मार सका। मुझे माफ कर दीजिये। मैं इस पद के योग्य नहीं हूं।”

अब अंतिम उम्मीदवार के रूप में केवल महिला बची थी। उन्होंने उसे भी बंदूक पकड़ाई और उसी कमरे की तरफ इशारा करते हुये कहा – ”उस कमरे में तुम्हारा पति बैठा है। जाओ और जाकर उसे गोली से उड़ा दो।”

महिला ने बंदूक ली और कमरे के अंदर चली गई।

कमरे के अंदर घुसते ही फायरिंग की आवाजें आने लगीं ।

लगभग 11 राउंड फायर के कुछ देर बाद कमरे से चीख पुकार, उठा पटक की आवाजें आनी शुरू हो गईं।

यह क्रम लगभग पन्द्रह मिनटों तक चला ,उसके बाद खामोशी छा गई।
.
 लगभग पांच मिनट बाद कमरे का दरवाजा खुला
और माथे से पसीना पोंछते हुये महिला बाहर आई।

वो बोली – ”तुम लोगों ने मुझे बताया नहीं था कि बंदूक में कारतूस नकली हैं।
.
 मजबूरन मुझे उसे पीट-पीट कर मारना पड़ा।”

:)
😂😂😂

परीक्षक बेहोश 😳😳😳

बहुत सुन्दर शब्द जो एक गुरुद्वारे के दरवाज़े पर लिखे थे :
यार से ऐसी यारी रख
दुःख में भागीदारी रख,
चाहे लोग कहे कुछ भी
तू तो जिम्मेदारी रख,
वक्त पड़े काम आने का
पहले अपनी बारी रख,
मुसीबते तो आएगी
पूरी अब तैयारी रख,
कामयाबी मिले ना मिले
जंग हौंसलों की जारी रख,
बोझ लगेंगे सब हल्के
मन को मत भारी रख,
मन जीता तो जग जीता
कायम अपनी खुद्दारी रख...
. 🙏

रात-कुड़ी ने दावत दी
सितारों के चावल फटक कर
यह देग किसने चढ़ा दी

चाँद की सुराही कौन लाया
चाँदनी की शराब पीकर
आकाश की आँखें गहरा गयीं

धरती का दिल धड़क रहा है
सुना है आज टहनियों के घर
फूल मेहमान हुए हैं

आगे क्या लिखा है
आज इन तक़दीरों से
कौन पूछने जायेगा...

उम्र के काग़ज़ पर —
तेरे इश्क़ ने अँगूठा लगाया,
हिसाब कौन चुकायेगा !

क़िस्मत ने एक नग़मा लिखा है
कहते हैं कोई आज रात
वही नग़मा गायेगा

कल्प-वृक्ष की छाँव में बैठकर
कामधेनु के छलके दूध से
किसने आज तक दोहनी भरी !

हवा की आहें कौन सुने,
चलूँ, आज मुझे
तक़दीर बुलाने आई है...

बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!

ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!

सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।। आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।

"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!

"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
 वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"...

Friday, August 14, 2015

क्या आप जानते हैं?
* खड़े खड़े पानी पीने वाले का घुटना दुनिया का कोई डॉक्टर ठीक नहीँ कर सकता।
* तेज पंखे के नीचे या A. C. में सोने से मोटापा बढ़ता है।
* 70% दर्द में एक ग्लास गर्म पानी किसी भी पेन किलर से भी तेज काम करता है।
* कुकर में दाल गलती है, पकती नहीँ। इसीलिए गैस और एसिडिटी करती है।
* अल्युमिनम के बर्तनों के प्रयोग से अंग्रेजों नें देशभक्त भारतीय क़ैदियों को रोगी बनाया था।
* शर्बत और नारियल पानी सुबह ग्यारह के पहले अमृत है।
* लकवा होते ही मरीज के नाक में देशी गाय का घी डालने से लकवा पन्द्रह मिनट मेँ ठीक हो जाता है।
* देशी गाय के शरीर पर हाथ फेरने से 10 दिन में ब्लड प्रेसर नॉर्मल हो जाता है।
* देशी गाय का दूध रोग नाशक है।
* विदेशी गाय का दूध रोग कारक है।
* रोज पन्द्रह से बीस मिनट माता पिता के पैर दबाने वाले को हॉस्पिटल के चक्कर नहीँ काटने पड़ते।


🌹//// परिवार////🌹

•"परिवार में"- कायदा नही परन्तु व्यवस्था होती है।
•"परिवार में"- सूचना नहीं परन्तु समझ होती है।
•"परिवार में"- कानून नहीं परन्तु अनुशासन होता है।
•"परिवार मे"- भय नहीं परन्तु भरोसा होता है।
• "परिवार मे"- शोषण नहीं परन्तु पोषण होता है।
•"परिवार मे"- आग्रह नही परन्तु आदर होता है।
•"परिवार मे"- सम्पर्क नही परन्तु सम्बन्ध होता है ।
•"परिवार मे"- अर्पण नही परन्तु समर्पण होता है
🙏

रात-कुड़ी ने दावत दी
सितारों के चावल फटक कर
यह देग किसने चढ़ा दी

चाँद की सुराही कौन लाया
चाँदनी की शराब पीकर
आकाश की आँखें गहरा गयीं

धरती का दिल धड़क रहा है
सुना है आज टहनियों के घर
फूल मेहमान हुए हैं

आगे क्या लिखा है
आज इन तक़दीरों से
कौन पूछने जायेगा...

उम्र के काग़ज़ पर —
तेरे इश्क़ ने अँगूठा लगाया,
हिसाब कौन चुकायेगा !

क़िस्मत ने एक नग़मा लिखा है
कहते हैं कोई आज रात
वही नग़मा गायेगा

कल्प-वृक्ष की छाँव में बैठकर
कामधेनु के छलके दूध से
किसने आज तक दोहनी भरी !

हवा की आहें कौन सुने,
चलूँ, आज मुझे
तक़दीर बुलाने आई है...


बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!

सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब...।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।

"हुनर" सड़कों पर तमाशा करता है और "किस्मत" महलों में राज करती है!!

"शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि,
जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता"...


मुझे एक मित्र ने भेजा है,
बहुत अच्छी लगी,
आप भी पढ़ें...

ये जो "छोटू" होते हैं न ?
जो चाय दुकानों या होटलों
वगैरह में काम करते हैं,
वास्तव में ये अपने घर के
"बड़े" होते हैं,
कल मै एक ढाबे पर डिनर करने गया,
वहाँ एक छोटा सा लडका था जो ग्राहकों
को खाना खिला रहा था,

कोई 'ऐ छोटू' कह कर बुलाता,
तो कोई 'अरे छोटू'

वो नन्ही सी जान ग्राहकों के बीच जैसे
उल्झ कर रह गयी हो,
यह सब मन को काट रहा था,

 मैने छोटू
को छोटू जी कहकर अपनी तरफ बुलाया,

वह भी प्यारी सी मुस्कान लिये मेरे पास
आकर बोला साहब जी क्या खाओगे,
मैने कहा साहब नही भैया बोल
तब ही बताऊगाँ,

वो भी मुस्कुराया
और
आदर के साथ बोला:-
"भैया आप क्या खायेंगे ..?"

मैने खाना आर्डर किया
और खाने लगा
छोटू जी के लिये अब मैं
ग्राहक से जैसे
मेहमान बन चुका था
वो मेरी एक आवाज पर दौड़ा चला आता
और प्यार से पूछता:-
"भैया और क्या लाऊँ..!"
"खाना अच्छा तो लगा ना आपको..?"

और मैं कहता:-" हाँ छोटू जी आपके इस प्यार ने खाना और स्वादिष्ट कर दिया..!"

खाना खाने के बाद मैने बिल चुकाया
और 100 रू छोटूजी की हाथ पर रखकर कहा:-
"ये तुम्हारे हैं, रख लो और मालिक से मत कहना..!"

वो खुश होकर बोला:-"जी
भैया..!"

फिर मैने पूछा:-
" क्या करोगे इन पैसों का..?"

वो खुशी से बोला:-
"आज माँ के लिये चप्पल ले जाऊगाँ,
4 दिन से माँ के पास चप्पल नही है,खाली पैर ही चली जाती
हैं, साहब लोग के यहाँ बर्तन माँजने..!"

उसकी ये बात सुन मेरी आँखे भर आयी
मैने पूछा घर पर कौन कौन है,

तो बोला:-
" माँ है, मै और छोटी बहन है,
पापा भगवान के पास चले गये..!

मेरे पास कहने को अब कुछ नही रह गया था,
मैने उसको कुछ पैसे और दिये
और बोला:-
आज आम ले जाना माँ के
लिये और माँ के लिये अच्छी सी चप्पल भी लाकर देना
बहन और अपने लिये
आईसक्रीम ले जाना,
और अगर माँ पूछे
'रूपये किस ने दिये..?"
तो कह
देना पापा ने एक भैया को भेजा था, वो दे गये ,

इतना सुन छोटू मुझसे लिपट गया और मैने भी उसको अपने सीने से लगा लिया।

वास्तव में छोटू अपने घर का बड़ा निकला,

पढाई की उम्र में घर का भार उठा रहा है,

ऎसे ही ना जाने कितने ही छोटू आपको
होटलों ढाबों या चाय की दुकान पर काम
करते मिल जायेंगे,

आप सभी से इतना निवेदन है कि उनको
नौकर की तरह ना बुलायें
थोडा प्यार से कहें
वो ज़रूर आप का काम जल्दी से कर देगें,
आप होटलो में भी तो टिप देते हैं,
तो प्लीज!
ऎसे छोटू जी की थोडी बहुत
मदद जरूर करें,

बालश्रम वैधानिक नही है,
इन्हें आप काम करने से छुड़वा भी नही सकते,अन्यथा वे और मुसीबत में पड़ जायेंगे,
क्योकि पेट भरने के लिए कमाना ही इनके लिये जीने का एकमात्र विकल्प होता है,
वरना इनमे से कुछ जरायमपेशा या नशे के आदी भी हो जाते हैं,

लेकिन प्यार का बर्ताव और टिप के थोड़े पैसे देकर हम इनकी थोड़ी मदद तो कर ही सकते हैं,  
सुप्रभात मित्रगण…!
.
.
.
.. . भज मेरे मन तू आठों याम ;
राम राम राम राम राम राम राम !
एक बार एक साधू फटी हुई सी धोती पहनकर
श्री राधा-रमण मंदिर आया और कहने लगा
-हे प्रभु आप बड़े दयालु है करुणामयी है
जो आपने मुझे इतना कुछ दिया आपका बड़ा
उपकार है मुझपर … मैं धन्य हो गया प्रभु … धन्य
हो गया _/\_
एक नास्तिक वहा बैठा हुआ यह सब देख रहा
था ;
कहने लगा -अरे पागल तेरे पास तो सिर्फ एक
फटी पुरानी धोती है जिसमे भी
कई छेद हैं और तू कह रहा है कि तुमने मुझे इतना
कुछ दिया है आपका उपकार है ?
साधू ने मुस्करा कर बहुत ही सुंदर उत्तर दिया
;
कहा -पागल मैं
नहीं तू है अरे मैं जब पैदा हुआ था तो यह
धोती भी नहीं थी !
परमात्मा के प्रति उस साधू की कृतज्ञता
देखकर वह नास्तिक अवाक रह गया !
भज मेरे मन तू आठों याम ;
राम राम राम राम राम राम राम !
श्रीराम जय राम जय जय राम …!!!
.
.
जय सियाराम…!!!
अधर्मी कटवों _ का नाश हो… प्राणियों
में सद्भाव हो…!!
विश्व का कल्याण हो… सत्य सनातन की
जय हो …!!!
.
. आप सभी आदरणीय स्वजनों का दिन
मंगलमय हो …!!!
.
हर हर गंगे....!!!
वन्दे गौमातरम..!!
¤हरि: ॐ¤
जय महाकाल.!!!

🌞 प्रार्थना करें, याचना नहीं 🌞

भगवान से प्रार्थना कीजिये, याचना नहीं। आपकी स्थिति ऐसी नहीं कि कमजोरियों के कारण किसी का मुँह ताकना पड़े और याचना के लिए हाथ फैलाना पड़े।
प्रार्थना कीजिये कि आपका प्रसुप्त आत्मबल जाग्रत् हो चले । प्रकाश का दीपक जो विद्यमान है, वह टिमटिमाये नहीं वरन् रास्ता दिखाने की स्थिति में बना रहे। मेरा आत्मबल मुझे धोखा न दे। समग्रता में न्यूनता का भ्रम न होने दे।

जब परीक्षा लेने और शक्ति निखारने हेतु संकटों का झुण्ड आये, तब मेरी हिम्मत बनी रहे और जूझने का उत्साह भी। लगता रहे कि यह बुरे दिन अच्छे दिनों की पूर्व सूचना देने आये हैं।

प्रार्थना कीजिये की हम हताश न हों, लड़ने की सामर्थ्य को पत्थर पर घिसकर धार रखते रहें। योद्धा बनने की प्रार्थना करनी है, भिक्षुक बनने की याचना नहीं। जब अपना भिक्षुक मन गिड़गिड़ाये, तो उसे दुत्कार देने की प्रार्थना भी भगवान् से करते रहें।


Thursday, August 13, 2015

💠 कुछ सुंदर पंक्तियाँ 💠

👉💎 गंगा में डुबकी लगाकर,तीर्थ किए हज़ार।
इनसे क्या होगा,अगर बदले नहीँ विचार।


👉💎 "इस दुनियाँ के हर शख्स को नफरत है "झूठ" से...

मैं परेशान हूँ ये सोचकर, कि फिर ये "झूठ" बोलता कौन है"।


👉💎 "निंदा "तो उसी की होती है
जो"जिंदा" है।
मरे हुए कि तो बस तारीफ ही होती हैं।


👉💎 महसूस जब हुआ कि सारा शहर,
मुझसे जलने लगा है,
तब समझ आ गया कि अपना नाम भी,
चलने लगा है”…


👉💎 सदा उनके कर्जदार रहिये जो आपके लिए कभी खुद का वक्त नहीं देखता है,
और
सदा उनसे वफ़ादार रहिये जो व्यस्त होने के बावजूद भी आपके लिए वक़्त निकालता है।


👉💎 मोक्ष का एक ही मार्ग है।
         और वह बिल्कुल सीधा ही है।
            अब
मुशकिल उन्हें होती है।
       जिनकी चाल ही टेड़ी है।


👉💎 हम जब दिन की शुरुआत करते है,
तब लगता है की, पैसा ही जीवन है ..
 लेकिन, जब शाम को लौट कर घर आते है,
तब लगता है, शान्ति ही जीवन है ।


👉💎 फलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते है ,
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते ।

कदर किरदार की होती है… वरना…
कद में तो साया भी इंसान से बड़ा होता है.......


👉💎 पानी मर्यादा तोड़े तो "विनाश"
                          "और"
         वाणी मर्यादा तोड़े तो "सर्वनाश"

इसलिए हमेशा अपनी वाणी पर संयम रखो।


💠 कुछ सुंदर पंक्तियाँ 💠

👉💎 गंगा में डुबकी लगाकर,तीर्थ किए हज़ार।
इनसे क्या होगा,अगर बदले नहीँ विचार।


👉💎 "इस दुनियाँ के हर शख्स को नफरत है "झूठ" से...

मैं परेशान हूँ ये सोचकर, कि फिर ये "झूठ" बोलता कौन है"।


👉💎 "निंदा "तो उसी की होती है
जो"जिंदा" है।
मरे हुए कि तो बस तारीफ ही होती हैं।


👉💎 महसूस जब हुआ कि सारा शहर,
मुझसे जलने लगा है,
तब समझ आ गया कि अपना नाम भी,
चलने लगा है”…


👉💎 सदा उनके कर्जदार रहिये जो आपके लिए कभी खुद का वक्त नहीं देखता है,
और
सदा उनसे वफ़ादार रहिये जो व्यस्त होने के बावजूद भी आपके लिए वक़्त निकालता है।


👉💎 मोक्ष का एक ही मार्ग है।
         और वह बिल्कुल सीधा ही है।
            अब
मुशकिल उन्हें होती है।
       जिनकी चाल ही टेड़ी है।


👉💎 हम जब दिन की शुरुआत करते है,
तब लगता है की, पैसा ही जीवन है ..
 लेकिन, जब शाम को लौट कर घर आते है,
तब लगता है, शान्ति ही जीवन है ।


👉💎 फलदार पेड़ और गुणवान व्यक्ति ही झुकते है ,
सुखा पेड़ और मुर्ख व्यक्ति कभी नहीं झुकते ।

कदर किरदार की होती है… वरना…
कद में तो साया भी इंसान से बड़ा होता है.......


👉💎 पानी मर्यादा तोड़े तो "विनाश"
                          "और"
         वाणी मर्यादा तोड़े तो "सर्वनाश"

इसलिए हमेशा अपनी वाणी पर संयम रखो।


तुम्हारी शिकायत बजा है
मगर तुमसे पहले भी
दुनिया यही थी
यही आज भी है
यहीं कल भी होगी....!

तुम्हें भी
इसी ईंट-पत्थर की दुनिया में
पल-पल बिखरना है
संवरना है
जीना है
मरना है ।

फ़क़त एक तुम ही नहीं हो
यहाँ
जो भी अपनी तरह सोचता
ज़माने की बेरंगियों से ख़फ़ा है
हर एक ज़िंदगी
इक नया तज़ुर्बा है ....!

मगर......जब तलक़ ....
ये शिकायत है ज़िंदा....
ये समझो ....
ज़मीं पर ....
..... मुहब्बत, है ज़िंदा....!!


 "Us Se Bahot Kuch Kehna Hai
Magar
Kabhi Wo Nahi Milte To Kabhi Alfaz Nahi Milte,


Ye Dooriyan To Mita Doon Ek Pal Mein
Magar
Kabhi Kadam Nahi Chalte To Kabhi Raste Nahi Milte,


Use Pana Chahta Hoon Umar Bhar Ke Liye
Magar
Kabhi Halat Nahi Milte To Kabhi Jazbat Nahi Milte..."




 "Apne jazbaat tujhse kya kahun,dil me dabi hai jo baat tujhse kya kahun,

hai tanha si zindagi tere bin,us tanha lamhe ki baat tujhse kya kahu,

wo masoom sa muskurata chehra tera,us hasin pal ki mithas tujhse kya kahun,

yun toh dil me dabe hain sawal kayi,kaise karun izhar tujhse kya kahun,"..


जरुर पढना.................
मोरक्को के छोटे से गावं में एक बच्चा हामिद
रहता
था...

 उसके स्कूल के बच्चे उसको हमेशा "उल्लू"
बोलकर चिढाते थे

और

उसकी टीचर उस की
बेवकूफियों से हमेशा बहुत परेशान रहती थी..


एक दिन उसकी माँ उसका रिजल्ट जानने उसके
स्कूल
गयी और टीचर से हामिद के बारे में पूछा..


टीचर
ने
कहा कि "अपने जीवन के पचीस साल के
कार्यकाल
में उसने पहली बार ऐसा बेवकूफ लड़का देखा है,

 ये
जीवन में कुछ न कर पायेगा"


यह सुनकर हामिद की माँ बहुत आहात हो गयी

और

उसने शर्म के मारे वो गाँव छोड़कर

एक शहर में
चली गयी हामिद को लेकर..

बीस साल बाद जब उस टीचर को दिल की
बिमारी हुई

तो सबने उसे शहर के एक डॉक्टर का नाम सुझाया


जो ओपन हार्ट सर्जरी करने में माहिर था..



टीचर ने
जा कर सर्जरी करवाई और ऑपरेशन कामयाब
रहा..


जब वो बेहोशी से वापस आई और आँख खोली
तो

टीचर ने एक सुदर और सुडौल नौजवान डॉक्टर को
अपने बेड के बगल खड़े हो कर मुस्कुराते हुवे देखा..


वो टीचर डॉक्टर को शुक्रिया बोलने ही
वाली थी
अचानक उसका चेहरा नीला पड़ गया

और

जब तक
डॉक्टर कुछ समझें समझें.. वो टीचर मर गयी..


डॉक्टर अचम्भे से देख रहे थे और समझने की
कोशिश कर रहे थे की आखिर हुवा क्या है..

तभी
वो
पीछे मुड़े और देखा कि हामिद, जो की उसी
अस्पताल
में एक सफाई कर्मचारी था, उसने वेंटीलेटर का
प्लग
हटा के अपना वैक्यूम क्लीनर का प्लग लगा
दिया
था..


अब अगर आप लोग ये सोच रहे थे कि हामिद
डॉक्टर
बन गया था.. तो इसका मतलब ये है की आप
हिंदी/
तमिल/तेलुगु फ़िल्में बहुत ज्यादा देखते हैं.. या
फिर
बहुत ज्यादा प्रेरणादायक कहानियां पढ़ते हैं..

हामिद उल्लू था और उल्लू ही रहेगा

पानी को बर्फ में...
बदलने में वक्त लगता हैं..!
ढले हुए सूरज को...
निकलने में वक्त लगता हैं..!

थोड़ा धीरज रख...
थोड़ा और जोर लगाता रहे...!
किस्मत के जंग लगे दरवाजे को...
खुलने में वक्त लगता हैं..!

कुछ देर रुकने के बाद...
फिर से चल पड़ना दोस्त..!
हर ठोकर के बाद...
संभलने में वक्त लगता हैं..!

बिखरेगी फिर वही चमक...
तेरे वजूद से.. तू महसूस करना..!
टूटे हुए मन को...
संवरने में थोड़ा वक्त लगता हैं..!

जो तूने कहा..
कर दिखायेगा रख यकीन..!
गरजे जब बादल...
तो बरसने में वक्त लगता हैं..!

खुशी आ रही हैं...
और आएगी ही..! इन्तजार कर..!
जिद्दी दुख-दर्द को टलने में...
थोड़ा तो वक्त लगता हैं..


। खुश हूं 😊

"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं "काम में खुश हूं," आराम में खुश हू 😊

"आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश हूं "आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश हूं 😊

" अगर किसी का साथ नहीं," तो अकेला ही खुश हूं "आज कोई नाराज है," उसके इस अंदाज से ही खुश हूं 😊

"जिस को देख नहीं सकता," उसकी आवाज से ही खुश हूं "जिसको पा नहीं सकता," उसको सोच कर ही खुश हूं 😊

"बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश हूं "आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश हूं 😊

 बीत रहा है पल," आज में ही खुश हूं "जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश हूं 😊

"अगर दिल को छुआ, तो जवाब देना" "वरना बिना जवाब के भी खुश हूं.😊😊


एक बार इस कविता को दिल से पढ़िये
शब्द शब्द में गहराई है...
जब आंख खुली तो अम्‍मा की
गोदी का एक सहारा था
उसका नन्‍हा सा आंचल मुझको
भूमण्‍डल से प्‍यारा था
उसके चेहरे की झलक देख
चेहरा फूलों सा खिलता था
उसके स्‍तन की एक बूंद से
मुझको जीवन मिलता था
हाथों से बालों को नोंचा
पैरों से खूब प्रहार किया
फिर भी उस मां ने पुचकारा
हमको जी भर के प्‍यार किया
मैं उसका राजा बेटा था
वो आंख का तारा कहती थी
मैं बनूं बुढापे में उसका
बस एक सहारा कहती थी
उंगली को पकड. चलाया था
पढने विद्यालय भेजा था
मेरी नादानी को भी निज
अन्‍तर में सदा सहेजा था
मेरे सारे प्रश्‍नों का वो
फौरन जवाब बन जाती थी
मेरी राहों के कांटे चुन
वो खुद गुलाब बन जाती थी
मैं बडा हुआ तो कॉलेज से
इक रोग प्‍यार का ले आया
जिस दिल में मां की मूरत थी
वो रामकली को दे आया
शादी की पति से बाप बना
अपने रिश्‍तों में झूल गया
अब करवाचौथ मनाता हूं
मां की ममता को भूल गया
हम भूल गये उसकी ममता
मेरे जीवन की थाती थी
हम भूल गये अपना जीवन
वो अमृत वाली छाती थी
हम भूल गये वो खुद भूखी
रह करके हमें खिलाती थी
हमको सूखा बिस्‍तर देकर
खुद गीले में सो जाती थी
हम भूल गये उसने ही
होठों को भाषा सिखलायी थी
मेरी नीदों के लिए रात भर
उसने लोरी गायी थी
हम भूल गये हर गलती पर
उसने डांटा समझाया था
बच जाउं बुरी नजर से
काला टीका सदा लगाया था
हम बडे हुए तो ममता वाले
सारे बन्‍धन तोड. आए
बंगले में कुत्‍ते पाल लिए
मां को वृद्धाश्रम छोड आए
उसके सपनों का महल गिरा कर
कंकर-कंकर बीन लिए
खुदग़र्जी में उसके सुहाग के
आभूषण तक छीन लिए
हम मां को घर के बंटवारे की
अभिलाषा तक ले आए
उसको पावन मंदिर से
गाली की भाषा तक ले आए
मां की ममता को देख मौत भी
आगे से हट जाती है
गर मां अपमानित होती
धरती की छाती फट जाती है
घर को पूरा जीवन देकर
बेचारी मां क्‍या पाती है
रूखा सूखा खा लेती है
पानी पीकर सो जाती है
जो मां जै�


किसी ने क्या खूब लिखा है.....

सांप बेरोजगार हो गये,
अब आदमी काटने लगे.....

कुत्ते क्या करें ?. ..
जब "तलवे," आदमी चाटने लगे..!!

कहीं चांदी के चमचे हैं....!!
तो कहीं चमचों की चांदी है...!!

''छोटी छोटी बातें दिल में रखने से
बड़े बड़े रिश्ते कमजोर हो जाते हैं"

कभी पीठ पीछे आपकी बात चले
तो घबराना मत ...

बात तो "उन्हीं की होती है"..
जिनमें कोई "बात" होती है

निंदा उसीकी होती हे जो जिंदा हैँ
मरने के बाद सिर्फ तारीफ होती है !


डॉक्टर की रात को अचानक नींद खुली,
उसने देखा की उसका टॉयलेट पूरी तरह से ब्लाक हो गया है ।

उसने अपनी पत्नी से कहा- मैं अभी प्लम्बर को बुलाता हूं !

पत्नी ने कहा- तुम प्लम्बर को रात को तीन बजे मत बुलाओ ।

मैं तो बुलाऊंगा,
 हम भी तो जाते हैं रात को अगर कोई मरीज बीमार हो जाये !

उसने प्लम्बर को फोन किया, शिकायत की और उसे को रात को ही आने को कहा ।
प्लम्बर ने सुबह आने को कहा तो डॉक्टर ने फिर से वही बात कही- अगर मैं रात को मरीज देखने जा सकता हूं तो तुम क्यों नहीं आ सकते ?

आधी रात को 3:30 बजे प्लम्बर आंखों को मसलता हुआ पहुंचा । डॉक्टर ने उसे ब्लाक टॉयलेट दिखाया।

प्लम्बर बाहर गया वहां कुछ टैबलेट पड़ी थी ।
उसने दो उठाई टॉयलेट में डाली और डॉक्टर से कहा- हर आधे घंटे के बाद एक-एक बाल्टी पानी डालते रहना अगर कोई फर्क नहीं पड़े तो सुबह फिर से मुझे कॉल करना हो सकता है कि एण्डोस्कोपि करना पडे ।
😝😝😝😝😝😝😝😝😝😝
lao 2000/--

एक मोबाइल कंपनी के सेल्समैन को दस्त हो गए.
वह सीधा डॉक्टर के पास गया और उसने अपनी
तकलीफ कुछ यूं बयां की...
“डॉक्टर साहब, सुबह से ही अनलिमिटेड
आउटगोइंग चल रही है…
अंदर से नई-नई रिंगटोन सुनाई दे रही हैं …
पेट में बैलेन्स भी खत्म हो गया है…
छोटा रिचार्ज भी करता हूं, तो पांच मिनट में
ही बैलेन्स निल हो जाता है …
कृपया इस स्कीम को किसी भी तरह बंद करें …
😃😃😜

गणित की क्लास में मैडम ने
बच्चों से पूछा,

"एक पेड़ पर 10 कबूतर बैठे हों,
और तुम उनमें से एक को गोली
मार दो, पेड़ पर कितने कबूतर
बचेंगे...?"

पप्पू ने हाथ उठाकर जवाब दिया,

"मैडम, एक गोली लगने से
मर जाएगा,
और बाकी धमाका सुनकर
उड़ जाएंगे, इसलिए पेड़ पर
एक भी कबूतर नहीं बचेगा..."

मैडम ने कहा, "बेटे पप्पू,
चूंकि यह गणित की क्लास है,
इसलिए तुम्हारा जवाब गलत है...

इस सवाल का जवाब नौ (9)
ही होगा, लेकिन
तुम्हारा सोचने का तरीका
मुझे पसंद आया..."

.
पप्पू को बेइज़्ज़ती महसूस हुई..
.वह फिर बोला,

"मैडम, क्या हम आपसे एक
सवाल पूछ सकते हैं...?

"मैडम ने कहा, "ज़रूर..."

पप्पू ने सवाल किया,

"एक पार्क में एक बेन्च पर
बैठी हुई तीन महिलाएं
सॉफ्टी (कोन वाली आइसक्रीम)
खा रही हैं...
.
एक कोन को जीभ से
चाट रही है,
दूसरी उसको दांतों से
कुतर रही है,
और तीसरी उसको मुंह में
लेकर चूस रही है...
.
अब आप बताइए, उन तीनों
महिलाओं में से
शादीशुदा कौन है...?"

सवाल सुनकर मैडम झेंप गई,
 शर्म से लाल हो गई,
लेकिन सारी क्लास के
सामने बेवकूफ साबित होने से
बचने के लिए काफी देर
सोचने के बाद बोलीं,

"जो कोन को मुंह में लेकर
चूस रही है,
वही शादीशुदा है..."

पप्पू मुस्कुराया, और
तपाक से बोला,

"नहीं मैडम, शादीशुदा वह है,
 जिसकी मांग में सिंदूर है,
लेकिन आपका सोचने
का तरीका मुझे पसंद आया..."


Wednesday, August 12, 2015

Are we earning to pay builders and interior designers, caterers and decorators?

Whom do we want to impress with our highly inflated house properties & fat weddings?

Do you remember for more than two days what you ate at someone's marriage?

Why are we working like dogs in our prime years of life?

How many generations do we want to feed?

Most of us have two kids. Many have a single kid.

How much is the "need" and how much do we actually "want"??
Think about it.

Would our next generation be incapable to earn, that we save so much for them!?!

Can not we spare one and a half days a week for friends, family and self??

Do you spend even 5% of your monthly income for your self enjoyment?
Usually...No.

Why can't we enjoy simultaneously while we earn?  

Spare time to enjoy before you have slipped discs and large prostates.

We don't own properties, we just have temporary name on documents.

GOD laughs sarcastically, when someone says,
"I am the owner of this land"!!  

Do not judge a person only by the length of his car.

Many of our science and maths teachers were great personalities riding on scooters!!  

It is not bad to be rich, but it is very unfair, to be only rich.

Let's get a LIFE, before life gets us, instead....


अध्यापक:- तुम बडे होकर क्या करोगे?
छात्र:- शादी,
अध्यापक:- नही, मेरा मतलब है क्या बनोगे?
छात्र:- दुल्हा,
अध्यापक:- ओह.. तुम बडे होकर क्या हासिल करोगे?
छात्र:- दुल्हन,
अध्यापक:- अबे... मतलब बडे होकर मम्मी-पापा के लिऐ क्या करोगे?
छात्र:- बहुँ लाऊँगा!
अध्यापक:- हरामखोर, तुम्हारे पापा तुमसे क्या चाहते है?
छात्र:- पोता,
अध्यापक:- हे भगवान, अबे जिन्दगी का मंक्सद क्या है?
छात्र:- हम दो हमारे दो..!!

जब भी तेरे बिना रात होती हैं
दीवारों से अक्सर बात होती हैं,

सन्नटा पूछता हैं हमारा हाल हम से
और बस तेरे नाम से ही शुरुआत होती हैं ….


 हमें भूलने की इजाजत नहीं है
   तुम्हे याद करने की आदत नहीं है
 यह आदत तुम्हारी तुम्हे हो मुबारक
   हमे तुमसे कोई शिकायत नहीं है


 कहीं फिसल ना जाओ ज़रा संभल के रहना, दोस्तों.....

मौसम बारिश का भी है, और मोहब्बत का भी...!!


आगे सफर था और पीछे हमसफर था....
रूकते तो सफर छूट जाता और चलते तो हम सफर छूट जाता...

मंजिल की भी हसरत थी और उनसे भी मोहब्बत थी..
ए दिल तू ही बता...उस वक्त मैं कहाँ जाता...

मुद्दत का सफर भी था और बरसो का हम सफर भी था
रूकते तो बिछड जाते और चलते तो बिखर जाते....

यूँ समँझ लो....

प्यास लगी थी गजब की...मगर पानी मे जहर था...
पीते तो मर जाते और ना पीते तो भी मर जाते...
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!

वक़्त ने कहा.....काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा....काश थोड़ा और वक़्त होता!!!


(🌹Worth Reading🌹) SPECIAL MESSAGE . READ WITH FAMILY MEMBERS
************************
🐊Never Tell Ur Problems to all,
20% will not Care
&
80% will be Glad that U have Them.
************************
🐊👗 Life is similar to Boxing Game.
Defeat is not Declared when U Fall Down.
It is Declared when U Refuse to Get Up.
************************
🐊👗 Always WRONG PERSONS Teach the RIGHT LESSONS in Life.
That is called LIFE EXPERIENCE.
*************************
🐊👗 Everything is Valuable only at 2 Times:
1: Before Getting It.
&
2: After Losing It.
************************
🐊👗 Two Places are most Valuable in the World:
1: The NICEST Place is to be in
Someone's Thoughts.
&
2: The SAFEST Place is to be in
Someone's Prayers.
************************
🐊👗 'FEAR' has 2 Meanings:
1: Forget Everything & Run.
&
2: Face Everything & Rejoice.
Choice is Ours.
************************
🐊👗 'EGO' is the only Requirement
to Destroy any Relationship.
Be a Bigger Person,
Skip the 'E' & let it 'GO'.
************************
🐊👗 As long as We do not Forgive People who have Hurt Us,
They Occupy a 'RENT-FREE-SPACE'
in our Mind.
************************
🐊👗 I asked GOD: If everything is already Written in Destiny, then why should I Pray ?
GOD Smiled & said: I have also Written 'CONDITIONS APPLY'.
************************
🐊👗 Empty Pockets Teach Millons of Things in Life. BUT Full Pockets Spoil Us in Million Ways.
************************
🐊👗 TRUST is like a Sticker.
Once it is Removed, it may Stick again, but not as Strong as it Holds
when U First Applied.
************************
🐊👗 Never Win People with Arguments. Rather Defeat Them with Ur Smile.
Because People who always Wish to
Argue with U, cannot Bear Ur SILENCE.
************************
🐊👗 'MEMORIES' are always Special.
Sometimes, We Laugh by
Remembering the days We Cried.
&
Sometimes, We Cry by
Remembering the days We Laughed.
Thats LIFE.


आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू -
सड़क वही रहेगी |
आप टाइटन पहने या रोलेक्स - समय वही
रहेगा |
आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या
सेमसंग - आपको कॉल करने वाले लोग नहीं
बदलेंगे |
आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या
बिज़नस में - आपका समय तो उतना ही
लगेगा |
भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में
कोई बुराई नहीं हैं, लेकिन सावधान रहे......
क्योंकि आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है,
तृष्णा नहीं | एक सत्य ये भी है कि धनवानो
का आधा धन तो ये जताने में चला जाता है
की वे भी धनवान हैं ।।इसलिए दिल से
धनवान बनों पैसों से नही ।।भले ही पैसा कम
या ज्यादा हो लेकिन दिल बहुत बड़ा होना
चाहिए..


Sunday, August 9, 2015

✋आज के 3 उत्तम विचार✋

रिश्ते चाहे कितने ही बुरे हो,उन्हें तोडना मत क्योकि पानी चाहे कितना भी गंदा हो,अगर प्यास नहीं बुझा सकता पर आग तो बुझा सकता है।
------------------------
एक छोटी सी चिंटी आपके पैर को काट सकती है,पर आप उसके पैर को नहीं काट सकते ! इसलिए जीवन में किसी को छोटा ना समझे ! क्योकि वह जो कर सकता ,शायद आप ना कर पाये !!
-------------------------
जब कुछ सेकण्ड की मुस्कराहट से तस्वीर अच्छी आ सकती है,तो हमेशा मुस्करा के जीने से जिन्दगी अच्छी क्यों नहीं हो सकती।
–----------------------


एक भेलपूरी वाले का मेनू . . . .
📝

1) भेलपूरी १०रू
2) स्पेशल भेलपूरी १२ रू
3) वेरी स्पेशल भेलपूरी १५ रु
4) एक्स्ट्रा स्पेशल भेलपूरी १६ रु
5) डबल एक्स्ट्रा स्पेशल भेलपूरी २० रु
6) संडे स्पेशल भेलपूरी २५ रु
(सिर्फ रविवार)

भेलपूरी के अलग-अलग टेस्ट चखने के लिए मैं रोज एक अलग भेलपूरी खाने लगा. . . . .

पर जल्द ही मुझे पता चला कि हर एक भलपूरी का एक ही टेस्ट है ।

आखिरकार एक दिन मैंने उससे इस का कारण पूछा: हर एक भेल की एक सा टेस्ट है?
💷 💵 💴

भेलवाला: भेलपूरी मतलब भेलपूरी. . . . सिर्फ १० रु.

स्पेशल भेलपूरी मतलब चम्मच धोया हुआ... 🍴

वेरी स्पेशल भेलपूरी मतलब चम्मच और प्लेट, दोनों ही धोये हुंए... 🍛🍴


एक्सट्रा स्पेशल भेलपूरी मतलब भेल देने से पहले हाथ धोये हुए... 👏

डबल एक्सट्रा स्पेशल भेलपूरी मतलब पीने का साफ पानी अलग से दिया जाता है ... 💧

इतना बोलकर वह चुप हो गया।

मैं: फिर संडे स्पेशल मतलब क्या?

भेलवाला: संडे को मैं नहाता हूँ... . . .
😝😝😝😛😜😀
घरेलु उपचार .............

              🆎
1. अगर आपको कुत्ता काट
    ले तो आप उसे काट लें,
    हिसाब बराबर....
             🆎
2. दूध फट जाए तो
    सफ़ेद धागे से सील लें,
    किसी को पता
    नहीं चलेगा ....
             🆎
3. अगर आप के बाल
    गिरते हों तो मुंडन
. करवा लें, फिर
    नहीं गिरेंगे.....
             🆎
4. अगर आप के दांत
    में कीड़ा लग जाए तो
    एक दो हफ्ते तक कुछ
    खाएं पीयें नहीं, कीड़ा
    अंदर ही भूखा
    मर जाएगा ...
              🆎
5. अगर गले में दर्द
    हो तो किसी से
    गला दबवा लें,
    फिर कभी दर्द
    नहीं होगा....
              🆎
6. अगर आप को रात मैं
    नींद नहीं आती तो
    दिन मैं सो जाएँ ....
              🆎
7. अगर आप के हाथ मैं
    बहुत दर्द है तो एक
    मज़बूत हथौड़ी लें
    और ज़ोर से पाँव पे
    मारें, यक़ीन करें आप
    हाथ का दर्द भूल जायेंगे
               🆎
घरेलु उपचार से
फायदा हो तो दुआओं में
याद रखना ....

वर्ना खुश तो मैं वैसे भी हूँ

😜😜😝😝😎😎
👯👯👯👯👯👯
👉👉👈👈👆
आगे फारवर्ड करें
औरॊं कॊ भी लाभ पहुँचाएँ
और
पुण्य कमाए।

😊जन हित मे जारी......

तुलसी से ठीक होने वाली बीमारियां

तुलसी (श्याम तुलसी जो गहरे हरे रंग की होती है) एक एेंटीपायरेटीक है
बुखार से होने वाली तकलीफ की सबसे अच्छी दवा है तुलसी
कभी भी बुखार आये तो तुलसी के पत्तों का काढा बना कर पिलायें
ज्यादा तेज बुखार हो तो तुलसी के काढे में थोड़ा-सा सा अदरक का रस मिलाओ नहीं तो थोड़ा सोंठ का पाउडर मिलाओ
और ज्यादा तेज बुखार है तो उसमें छोटी पीपर मिलाओ

और ज्यादा तेज बुखार है तो उसमें नीम की गिलोय मिलाओ नहीं तो नीम की छाल का पाउडर मिलाये
ये श्याम तुलसी चिकनगुनिया में अदभुत परिणाम देता है एेलोेपैथिक के डा तो चिकनगुनिया के रोगियों को और अनेको दर्द देते


उलझनों और कश्मकश में..
उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूँ..

ए जिंदगी! तेरी हर चाल के लिए..
मैं दो चाल लिए बैठा हूँ |

लुत्फ़ उठा रहा हूँ मैं भी आँख - मिचोली का ...
मिलेगी कामयाबी, हौसला कमाल का लिए बैठा हूँ l

चल मान लिया.. दो-चार दिन नहीं मेरे मुताबिक..
गिरेबान में अपने, ये सुनहरा साल लिए बैठा हूँ l

ये गहराइयां, ये लहरें, ये तूफां, तुम्हे मुबारक ...
मुझे क्या फ़िक्र.., मैं कश्तीया और दोस्त... बेमिसाल लिए बैठा हूँ...


बेजुबान पत्थर पे लदे है करोडो के गहने मंदिरो में ।
उसी देहलीज पे एक रूपये को तरसते नन्हे हाथो को देखा है।।


सजे थे छप्पन भोग और मेवे मूरत के आगे । बाहर एक फ़कीर को भूख से तड़प के मरते देखा है ।।

लदी हुई है रेशमी चादरों से वो हरी मजार ,पर बहार एक बूढ़ी अम्मा को ठंड से ठिठुरते देखा है।

वो दे आया एक लाख गुरद्वारे में हाल के लिए , घर में उसको 500 रूपये के लिए काम वाली बाई बदलते देखा है।

सुना है चढ़ा था सलीब पे कोई दुनिया का दर्द मिटाने को, आज चर्च में बेटे की मार से बिलखते माँ बाप को देखा है।

जलाती रही जो अखन्ड ज्योति देसी घी की दिन रात पुजारन , आज उसे प्रसव में कुपोषण के कारण मौत से लड़ते देखा है ।

जिसने न दी माँ बाप को भर पेट रोटी कभी जीते जी , आज लगाते उसको भंडारे मरने के बाद देखा ।

दे के समाज की दुहाई ब्याह दिया था जिस बेटी को जबरन बाप ने, आज पीटते उसी शौहर के हाथो सरे राह देखा है ।


मारा गया वो पंडित बेमौत सड़क दुर्घटना में यारो ,
जिसे खुदको काल सर्प,तारे और हाथ की लकीरो का माहिर लिखते देखा है ।


जिस घर की एकता की देता था जमाना कभी मिसाल दोस्तों ,
आज उसी आँगन में खिंचती दीवार को देखा है।

इस कविता की
रचियता को सादर नमन🙏🙏🙏


DIL SE PADHNA 👇👇👇


आधी रात को बहुत बारिश हो रही थी।

अजय और उसकी बीवी प्रिया एक मित्र की पार्टी से अपनी गाडी से घर वापस लौट रहे थे..

बारिश की वजह से अजय बहुत धीमी गति से गाड़ी चला रहा था,तभी अचानक बिजली गिरी..

बिजली की रोशनी में अजय को गाड़ी के सामने एक बदहवास सी एक औरत दिखाई दी..

अजय ने गाड़ी रोक दी..!

गाड़ी रुकने पर उसकी बीवी ने कहा :- क्या हूआ..? गाड़ी क्यों रोक दी..?

अजय ने आगे की ओर इशारा किया।

प्रिया ने आगे देखा तो वो डर गयी, क्यों कि गाड़ी के सामने एक औरत खड़ी थी।

वो औरत गाड़ी के पास आयी, और हाथ से गाड़ी का शीशा नीचे करने का इशारा करने लगी।

अजय की बीवी प्रिया काफी डर गयी थी, उसने अजय को गाडी चलाने को कहा, लेकिन गाड़ी भी स्टार्ट नही हुईं।

गाड़ी के बाहर खडी औरत बारिश की वजह से भींग गयी थी।

वो हाथ जोडकर गाड़ी का शीशा नीचे करने का इशारा कर रही थी।

अजय को लगा कि वो औरत किसी मुसीबत मे है, इसलिए उसने गाड़ी का शीशा नीचे किया।

वो औरत हाथ जोडकर बोली, "भाई साहब मेरी मदद करे.. तेज बारिश की वजह से मेरी गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया है, मेरी गाड़ी रास्ते के नीचे गिर गयी है, उसमें मेरी छोटी बच्ची है.. प्लिज उसे बचाईये..।"

अजय गाड़ी से उतरा और उस औरत के पीछे गया।

उस औरत की गाड़ी रास्ते के काफी नीचे गिर गयी थी।

अजय नीचे उतरकर उस गाडी केपास गया तो देखा कि उसमें एक प्यारी छोटी सी फूल सी बच्ची रो रही है..

उसने बच्ची को बाहर निकाला, फिर अजय को लगा की ड्रायवर की सीट पर भी कोई है।

जब अजय ने ड्रायवर की सीट पर देखा तो उसके होश उड गये,क्योंकि ड्रायवर के सीट पर वही औरत खून से लथपथ मरी पडी थी।

अजय को अब सब समझ में आया।

वो बच्ची को लेकर अपनी गाड़ी के पास आया,बच्ची को अपनी बीवी प्रिया को दिया।

उसकी बीवी बोली, "वो औरत कहा है..? वह कौन थीं...?"

अजय बोला
.
.
.
"वो एक माँ थी। मर कर भी अपने बच्चो के लिये तड़पती है मां ..!!"



ये पढ़कर मेरे दिल से आँसू निकल रहे है दोस्तों अगर कोई मुसीबत में है तो उसकी सहायता जरूर कीजिये



 🔆वाह रे जमाने तेरी हद हो गई,
    बीबी के आगे मदर रद्द हो गई !

♻बड़ी मेहनत से जिसने पाला,
    आज वो मोहताज हो गई !
♻और कल की छोकरी, तेरे  
    सर का ताज हो गई !
♻बीवी हमदर्द और मॉं सरदर्द
     हो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻पेट पे सुलाने वाली, पैरों में सो
       रही है !
♻बीवी के लिए लिम्का,
      मॉं पानी को रो रही है !
♻सुनता नहीं कोई, वो आवाज
     देते देते सो गई !

    🔆वाह रे जमाने तेरी हद .........
♻मॉं मांजती है बर्तन , वो सजती
       संवरती है !
♻अभी निपटी ना बुढ़िया तू ,
       इस लीये उस पर बरसती है !
♻अरे दुनिया को आई मौत,
       मौत तेरी कहॉ गुम हो गई !
       
   🔆वाह रे जमाने तेरी हद ..........
♻अरे जिसकी कोख में पला,
     अब उसकी छाया बुरी लगती है,

♻बैठे होण्डा पे महबूबा,
     कन्धे पर हाथ जो रखती,
♻वो यादें अतीत की,
       वो मोहब्बतें मॉ की,
                 सब रद्द हो गई !
 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद ...........

♻बेबस हुई मॉ अब,
      दिए टुकड़ो पर पलती है,
♻अतीत को याद कर,
     तेरा प्यार पाने को मचलती है !
♻अरे मुसीबत जिसने उठाई,
       वो खुद मुसीबत हो गई !

 🔆 वाह रे जमाने तेरी हद .......
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