एक व्यक्ति मंदिर जा रहा था पुत्र के
साथ....आरती का समय हो गया था....उस
व्यक्ति ने देखा की मैं जब आरती गा रहा हूँ
तो मेरा पुत्र भी कुछ गुनगुना रहा है....
बाहर आ के उस ने पुत्र से पूछा की तुम्हें
तो आरती आती नही ....तुम क्या गा रहे थे?
पुत्र ने बहुत सुंदर जवाब दिया...मैने तो क ख ग
सब 5 बार सुना दिया प्रभु जी को और
कहा की कि इन शब्दों से अपने आप
प्रार्थना बना लो..पिता की आँखें भर आईं...
दुनिया दिखावा देखती है नीयत नही
प्रभु नीयत देखते हैं दिखावा नही
साथ....आरती का समय हो गया था....उस
व्यक्ति ने देखा की मैं जब आरती गा रहा हूँ
तो मेरा पुत्र भी कुछ गुनगुना रहा है....
बाहर आ के उस ने पुत्र से पूछा की तुम्हें
तो आरती आती नही ....तुम क्या गा रहे थे?
पुत्र ने बहुत सुंदर जवाब दिया...मैने तो क ख ग
सब 5 बार सुना दिया प्रभु जी को और
कहा की कि इन शब्दों से अपने आप
प्रार्थना बना लो..पिता की आँखें भर आईं...
दुनिया दिखावा देखती है नीयत नही
प्रभु नीयत देखते हैं दिखावा नही
No comments:
Post a Comment