Thursday, April 16, 2015

बोये जाते हैं बेटे
पर उग जाती हैं बेटियाँ,
खाद पानी बेटों को
पर लहराती हैं बेटियां,
स्कूल जाते हैं बेटे
पर पढ़ जाती हैं बेटियां,
मेहनत करते हैं बेटे
पर अव्वल आती हैं बेटियां,
रुलाते हैं जब खूब बेटे
तब हंसाती हैं बेटियां,
नाम करें न करें बेटे
पर नाम कमाती हैं बेटियां,
जब दर्द देते बेटे
तब मरहम लगाती बेटियां,
छोड़ जाते हैं जब बेटे
तो काम आती हैं बेटियां,
आशा रहती है बेटों से
पर पुर्ण करती हैं बेटियां,
हजारों फरमाइश से भरे हैं बेटे
पर समय की नज़ाकत को समझती बेटियां,
सरेआम इज्जत नीलाम करते बेटे
पर दुनिया में मान बढ़ाती बेटियां,
कुछ समय की होती है मेहमान मायके में फिर भी
खुब रूलाई जाती हैं बेटियाँ,
इतने अवगुणों से भरे बेटों के जन्म पर बाटी जाती हैं मिठाइयां
पर खूबियों से भरी होने के बावजुद भी
क्यों गर्भपात से मारी जाती हैं बेटियाँ।

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