खुश रहे तू सदा, बस ये दुआ करती हूँ
तू करे न करे, मैं तुझसे प्यार करती हूँ।
तेरा न सामना हो, कभी गम की शाम से
दे दे उम्र मेरी तुझे, खुदा से ये इल्तिज़ा करती हूँ।
रहे रोशन तेरी महफ़िल तेरी दुनिया
भूल जा मुझको में अंधेरो में बसर करती हूँ
♈G
तू करे न करे, मैं तुझसे प्यार करती हूँ।
तेरा न सामना हो, कभी गम की शाम से
दे दे उम्र मेरी तुझे, खुदा से ये इल्तिज़ा करती हूँ।
रहे रोशन तेरी महफ़िल तेरी दुनिया
भूल जा मुझको में अंधेरो में बसर करती हूँ
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