Saturday, March 12, 2016

🙏🙏Jai Shree Ram🙏🙏
अयोध्या से वापस आने पर मां कौशल्या ने पूछा...
"रावण" को मार दिया ?

 भगवन श्रीराम ने सुन्दर जवाब दिया...

महाज्ञानी, महाप्रतापी, महाबलशाली, प्रखंड पंडित, महा शिवभक्त, चारो वेदो के ज्ञाता, शिव ताण्डवस्त्रोत के रचयिता लंकेश को मैंने नहीं मारा,

उसे "मै" ने मारा है।
लोहा नरम होकर औजार बन जाता है,
सोना नरम होकर जेवर बन जाता है !
मिट्टी नरम होकर खेत बन जाती है,
आटा नरम होता है तो रोटी बन जाती है !
ठीक इसी तरह अगर इंसान भी...
नरम हो जाये तो लोगो के दिलों में,
अपनी जगह बना लेता है.
SETIA

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