Saturday, April 2, 2016

वो इक दिन लौट आएंगे मुझे पूरा भरोसा है,
कलेजे से लगाएंगे मुझे पूरा भरोसा है,
बहुत गुस्से में उठकर चल दिए थे जो कभी,
मुस्कुराकर बुलाएँगे मुझे पूरा भरोसा है,
बहुत मशरूफ रहने कि जो कोशिश कर रहे है,
कभी फुर्सत भी पाएंगे मुझे पूरा भरोसा है,
ये दुनिया बे-अमल हो जाए तो कुछ गम नहीं,
वो वादों को निभाएंगे मुझे पूरा भरोसा है,
रुला रुला के दर्द का दरिया बना डाला मुझे तो क्या,
एक दिन बहुत हंसायेगे मुझे पूरा भरोसा है,
गुल-ए-गुलज़ार सी महकने लगेगी जिंदगी "जान",
वो गुलशन फिर सजायेंगे मुझे पूरा भरोसा है।

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